राष्ट्रीय लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
राष्ट्रीय लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शुक्रवार, 26 जुलाई 2024

विजेता एवं वीर नारियों को किया गया सम्मानित

25वें 'कारगिल विजय दिवस' समारोह का आयोजन 
कारगिल विजय दिवस समारोह में कारगिल विजेता एवं वीर नारियों को किया गया सम्मानित’
गणेश शाहू
कौशाम्बी। सैनिक कल्याण पुनर्वास कार्यालय, मंझनपुर में शुक्रवार को 25वें कारगिल विजय दिवस समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि जिलाअधिकारी मधुसूदन हुल्गी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार वर्मा ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी ने शहीद अजीत कुमार शुक्ला के मानचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित करके किया। सोल्जर बोर्ड अधिकारी कर्नल अमित कुमार सिंह ने जिलाधिकारी एवं अपर पुलिस अधीक्षक को बुकें भेट कर स्वागत किया।
जिलाधिकारी ने कारगिल युद्ध विजेता सूबेदार मदन सिंह एवं हवलदार दशरथ लाल करवरिया को माल्यार्पण एवं अंगवस्त्र भेंट करतें हुए वीर नारियों को अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। उन्होंने कारगिल में शहीद योद्धाओ को नमन करते हुए कहा कि जो लोग देश की सीमा पर अपने प्राणों की बाजी लगाकर देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए हैं, उनको मैं नमन करता हूं और जो आज देश की सीमा पर तैनात होकर, हमारे देश की सुरक्षा कर रहें हैं, उन्हें धन्यवाद देता हूं। उन्हांने कहा कि अगर किसी फौजी की किसी प्रकार की कोई समस्या होती है तो वे मेरे कार्यालय में आकर मुझसे मिलकर अपनी समस्या का समाधान करवा सकतें हैं। उन्होंने कहा कि सैनिक बंधु की मीटिंग महीने में एक बार मेरे कार्यालय में आयोजित की जायेंगी, जिसमे आप अपनी समस्या दो दिन पूर्व लिखित रूप में प्रस्तुत कर सकतें हैं, जिसका समाधान मीटिंग में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों द्वारा करवाने की कोशिश की जायेंगी इस अवसर पर सोल्जर बोर्ड अधिकारी कर्नल अमित सिंह जय नारायण मिश्रा मदन सिंह तथा पूर्व सैनिकगण दशरथ लाल करवरिया शारदा प्रसाद वर्मा महेंद्र सिंह संजीव कुमार चौरसिया राज मन पाल, श्री राम यादव, कृष्ण चंद गुप्ता, उद्धव श्याम केसरवानी, मनोज कुमार सिंह, अस्वनी कुमार पांण्डेय एवं भैया लाल यादव सहित अन्य वीर नारियां उपस्थित रहीं।

शहीदों को मिलने वाली राशि होगी 50 लाख: ऐलान

शहीदों को मिलने वाली राशि होगी 50 लाख: ऐलान 
पंकज कपूर 
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 25वां कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) के मौके पर बड़ी घोषणा की है। सीएम धामी ने शहीदों को मिलने वाली अनुदान राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख करने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शहीदों के परिजन सरकारी नौकरी के लिए दो वर्ष नहीं बल्कि पांच वर्ष तक आवेदन कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शहीदों के आश्रितों को अभी तक जिलाधिकारी कार्यालय में समूह “ग” और “घ” के पद रिक्त होने पर ही नियुक्ति मिलती थी। लेकिन अब अन्य विभागों में भी उक्त समूह के पदों पर रिक्तियां दी जाएंगी। सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों को उपनल कर्मियों के समतुल्य अवकाश दिया जाएगा।
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर गांधी पार्क, देहरादून स्थित शहीद स्मारक पर अमर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वीर शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया।
इस दौरान शहीद आश्रितों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख करने, वीरगति प्रमाण पत्र प्राप्त होने के उपरांत सरकारी नौकरी के लिए आवेदन की अवधि दो वर्ष से बढ़ाकर पांच वर्ष करने और शहीद आश्रितों हेतु जिलाधिकारी कार्यालय में पद न होने पर अन्य विभागों में नौकरी प्रदान करने के साथ ही सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों को उपनल कर्मियों के समतुल्य अवकाश देने की घोषणा की। हम सैनिकों एवं उनके परिजनों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी सरकार अग्निवीरों को सरकारी नौकरी में आरक्षण देने पर भी कार्य कर रही है, जल्द ही इस निर्णय को भी लागू किया जाएगा। सीएम ने कारगिल दिवस के मौके पर बलिदानियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत की सेना विश्व की सबसे सशक्त सेनाओं में से एक है। आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सशक्त बना है। सेना को मजबूती मिली है। कुछ लोग भारत को कमजोर करना चाहते हैं। सीएम धामी ने विपक्ष पर तंज कस्ते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव में प्रधानमंत्री को रोकने की कोशिश की। एक समय था जब भारत विश्व के मंचों पर अपनी बात नहीं रख पाता था लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है।

जुमला और खुद की सरकार को बचाने वाला बजट

जुमला और खुद की सरकार को बचाने वाला बजट
पूर्व मेज़र जनरल ने दी केंद्र सरकार के बजट पर अपनी प्रतिक्रिया
मुस्कान खान
भोपाल। पूर्व मेजर जनरल श्याम श्रीवास्तव (सेवानिवृत्त)
अध्यक्ष,मप्र भूतपूर्व सैनिक विभाग,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने केंद्र सरकार के पेश बजट को जुमला बजट करार दिया। उनके सहयोगियों को रेवड़ियां बांटने वाला, देश की जनता की गाढ़ी कमाई को अपने पूंजीपति मित्रो को बांटने वाला बजट करार दिया है। ताकि केंद्र में भाजपा की सरकार बची रहे। इस बजट से मध्यप्रदेश को सिर्फ निराशा हाथ लगी है।
पूर्व मेज़र जनरल ने कहा कि कांग्रेस के न्याय के एजेंडे को ठीक तरह से कॉपी भी नहीं कर पाया है,, साफ तौर पर मोदी सरकार का नकलची बजट है। मोदी सरकार का बजट अपने गठबंधन के साथियों को ठगने के लिए आधी-अधूरी "रेवड़ियां" बाँट रहा है, ताकि एनडीए बची रहे। उन्होंने कहा कि ये "देश की तरक्की" का बजट नहीं, "मोदी सरकार बचाओ" वाला बजट है। भारत के सैनिकों के लिए इस बजट में क्या है? सेना में अधिकतर हथियार बहुत पुराने हो गए हैं। नए हथियार खरीदने या सेनाओ को आधुनिक बनाने के लिए बजट मे कोई प्रावधान नहीं है."जो सीमाओं पर वतन के लिए शहीद हो रहें हैं। उनके लिए कुछ नहीं। 10 साल बाद उन युवाओं के लिए सीमित घोषणाएं हुईं हैं, जो सालाना दो करोड़ नौकरियों के जुमले को झेल रहे हैं। किसानों को लिए केवल सतही बातें हुईं हैं। डेढ़ गुना एमएसपीऔर आय दो गुना करना, ये सब चुनावी धोखेबाज़ी निकली। ग्रामीण वेतन को बढ़ाने का इस सरकार का कोई इरादा नहीं है। बजट में दलित,आदिवासी, पिछड़े वर्ग,अल्पसंख्यक, माध्यम वर्ग और गाँव-ग़रीब लोगों के लिए कोई भी क्रांतिकारी योजना नहीं है। जैसी कांग्रेस- यूपीए ने लागू की थी। "ग़रीब" शब्द केवल स्वयं की ब्रांडिंग करने का ज़रिया बन गया है, ठोस कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि
महिलाओं के लिए इस बजट में ऐसा कुछ नहीं है, जिससे उनकी आर्थिक क्षमता बढ़े और वो वर्क फॉर्स में अधिक से अधिक शामिल हों। उल्टा महँगाई पर सरकार अपनी पीट थपथपा रही है, जनता की गाढ़ी कमाई लूट कर वो पूंजीपति मित्रों में बाँट रही है। कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, जन-कल्याण और आदिवासियों पर बजट में आवंटन से कम खर्च किया है, क्योंकि ये भाजपा की प्राथमिकताएँ नहीं हैं।
इसी तरह कैपिटल एक्सपेंडिचर पर 1 लाख करोड़ कम खर्च किया है, तो फिर नौकरियाँ कहा से बढ़ेंगी। शहरी विकास, ग्रामीण विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर, मैनुफैक्चरिंग, एम एस एम ई, आदि की बात की गई है, पर कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई है। आए दिन रेल हादसे हो रहें हैं, ट्रेनों को बंद किया गया है, कोच की संख्या घटी है, आम यात्री परेशान हैं, पर बजट में रेलवे के बारे में कुछ नहीं कहा गया है, कोई जवाबदेही नहीं है।  
जातिगत जनगणना पर भी कुछ नहीं बोला गया है, जबकि ये पाँचवा बजट है,जो बिना सेनसस के प्रस्तुत किया जा रहा है। ये हैरान कर देने वाली अप्रत्याशित नाकामी है, जो लोकतंत्र और संविधान के ख़िलाफ़ है। 20 मई 2024, यानि चुनाव के दौरन ही, मोदी जी ने एक साक्षात्कार में दावा किया था कि "100 दिनों का एक्शन प्हलान हमारे पास पहले से ही है, जब Action Plan, दो महीने पहले था, तो कम से कम बजट में ही बता देते है। कुल मिलाकर इस बजट में न कोई प्लान है और भाजपा केवल जनता से धोखेबाज़ी करने के एक्शन में व्यस्त है।

घरेलू स्तर पर पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर रहें

घरेलू स्तर पर पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर रहें  

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आने के बावजूद घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल के दाम बृहस्पतिवार को स्थिर रहें। जिससे दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल 87.62 रुपये प्रति लीटर पर पड़े रहे। तेल विपणन करने वाली प्रमुख कंपनी हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन की वेबसाइट पर जारी दरों के अनुसार, देश में आज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली में इनकी कीमतों के यथावत रहने के साथ ही मुंबई में पेट्रोल 104.21 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 92.15 रुपये प्रति लीटर पर रहा। वैश्विक स्तर पर साप्तहांत पर अमेरिकी क्रूड 1.77 प्रतिशत बढ़कर 76.22 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इसी तरह लंदन ब्रेंट क्रूड भी 1.74 प्रतिशत की बढ़त लेकर 80.29 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। देश के चार महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत इस प्रकार रही। महानगर...................पेट्रोल..............डीजल ( रुपये प्रति लीटर) दिल्ली ...................94.72..................87.62 मुंबई .....................104.21................92.15 चेन्नई......................100.75................92.34 कोलकाता..............103.94................90.76।

बुधवार, 24 जुलाई 2024

फैक्ट्री में लगीं भीषण आग, गाड़ियों को भेजा

फैक्ट्री में लगीं भीषण आग, गाड़ियों को भेजा 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। राजधानी में दिन निकलते ही हुए बड़े हादसे में नरेला स्थित फैक्ट्री में भीषण आग लग गई है। हादसे की जानकारी मिलते ही दो दर्जन से अधिक दमकल की गाड़ियों को मौके पर भेजा गया है। 
बुधवार को राजधानी दिल्ली के नरेला इलाके में हुए एक बड़े हादसे में फैक्ट्री में भीषण आग लगने से चारों तरफ बुरी तरह से अफरा तफरी मची हुई है। आग की चपेट में आई फैक्ट्री धूं धूं करके जल रही है। फैक्ट्री के भीतर से निकल रही आग की लपटों एवं धुएं के बादलों को देखकर आसपास के लोगों के दिल बुरी तरह से दहल रहे हैं। भीषण आग लगने के इस हादसे की जानकारी मिलते ही फायर विभाग की ओर से 25 गाड़ियों के साथ दमकल कर्मियों को आग पर काबू पाने के लिए मौके पर भेजा गया है। 
घटना स्थल पर पहुंचे फायर फाइटर फैक्ट्री में लगी आग पर काबू पाने के प्रयासों में जुट गए हैं। फैक्ट्री में लगी इस भीषण आग को लेकर अभी विस्तृत जानकारी का इंतजार है।

शनिवार, 13 जुलाई 2024

बीएएलएलबी-एलएलएम का कोर्स हिंदी में शुरू करें

बीएएलएलबी-एलएलएम का कोर्स हिंदी में शुरू करें 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि बीएएलएलबी और एलएलएम का कोर्स हिंदी में भी शुरू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोर्ट के कई ऐसे फैसले होते हैं, जो हिंदी भाषा में न होने से आम लोगों को समझ में नहीं आते हैं। ऐसे में जरूरी है, कि अंग्रेजी और हिंदी के साथ क्षेत्रीय भाषा में भी फैसला सुनाया जाना चाहिए। जस्टिस चंद्रचूड़ शनिवार को लखनऊ के विधि विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

दिल्ली विश्वविद्यालय में नहीं पढ़ाई जाएगी मनुस्मृति

दिल्ली विश्वविद्यालय में नहीं पढ़ाई जाएगी मनुस्मृति 
अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह ने साफ कर दिया है कि छात्रों को मनुस्मृति नहीं पढ़ाई जाएगी। दिल्ली विश्वविद्यालय के लॉ शिक्षकों की तरफ से सुझाव दिया गया था कि पहले और आखिरी सेमेस्टर के छात्रों को मनुस्मृति पढ़ाई जाए। इसके लिए मनुभाषी के साथ मनुस्मृति और मनुस्मृति की व्याख्या नाम की दो किताबें पढ़ाए जाने का सुझाव दिया गया था, जिसे अस्वीकार कर दिया गया है।
विश्वविद्यालय के कुलपति का साफ कहना है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में ऐसा कुछ नहीं पढ़ाया जाएगा। दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह ने कहा “दिल्ली विश्वविद्यालय को विधि संकाय से एक प्रस्ताव मिला था।
जिसमें न्यायशास्त्र के पाठ्यक्रमों में से एक में बदलाव किए जाने की बात थी। उन्होंने मेधातिथि की राज्य और कानून की अवधारणा के लिए दो ग्रंथों का सुझाव दिया था- मनुभाषी के साथ मनुस्मृति और दूसरा मनुस्मृति की व्याख्या। इसलिए इन दोनों ग्रंथों और विधि संकाय के संशोधनों को दिल्ली विश्वविद्यालय ने खारिज कर दिया। दिल्ली विश्वविद्यालय में ऐसा कुछ नहीं पढ़ाया जाएगा।”

शुक्रवार, 12 जुलाई 2024

सीएम केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी: एससी

सीएम केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी: एससी 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। शराब नीति घोटाला से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामलें में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जेल भेजे जाने के बाद से लगातार कानूनी लड़ाई लड़ रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी गई है। सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया है कि केजरीवाल को अंतरिम जमानत पर रिहा किया जाएगा। शुक्रवार का दिन आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए सबसे बड़ी राहत लेकर आया है। 
शराब नीति घोटाला से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामले में पहले प्रवर्तन निदेशालय और उसके बाद सीबीआई द्वारा जेल भेजे जाने के बाद से अपनी जमानत के लिए लगातार कानूनी लड़ाई लड़ रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने आज अंतिम जमानत दे दी है। अपना फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 90 दिनों की कैद झेली है, हम निर्देश देते हैं कि केजरीवाल को अंतरिम जमानत पर रिहा किया जाएगा। क्योंकि, हम जानते हैं कि वह एक निर्वाचित नेता है।

बारिश: लखनऊ हाईवे पर 2 से 3 फीट भरा पानी

बारिश: लखनऊ हाईवे पर 2 से 3 फीट भरा पानी 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। मूसलाधार बारिश से चारों तरफ मुश्किल के हालात उत्पन्न हो गए हैं। दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर 2 से 3 फीट पानी भर जाने की वजह से हाईवे के एक हिस्से को बंद करते हुए गाड़ियों को डाइवर्ट करके निकाला जा रहा है। 
शुक्रवार को भी उत्तर प्रदेश की प्रमुख नदियां पूरी तरह से उफान पर है, जिसके चलते चारों तरफ बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए हैं। दिल्ली लखनऊ हाईवे पर 2 से 3 फीट पानी भर जाने की वजह से हाईवे के एक हिस्से को बंद कर दिया गया है। मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन की टीमों द्वारा हाईवे के यातायात को डायवर्ट करते हुए अन्य रास्तों से होकर निकाला जा रहा है। 

रविवार, 7 जुलाई 2024

लड़ाकू टैंक 'जोरावर' का सफल परीक्षण किया

लड़ाकू टैंक 'जोरावर' का सफल परीक्षण किया 

इकबाल अंसारी 
गांधी नगर। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने शनिवार को गुजरात के हजीरा में अपने स्वदेशी हल्के लड़ाकू टैंक 'जोरावर' का सफल परीक्षण किया। इस परियोजना की समीक्षा DRDO के प्रमुख डॉ. समीर वी. कामत ने की।
जोरावर को DRDO और लार्सन एंड टूब्रो (L&T) द्वारा मिलकर विकसित किया गया है। इसे वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीनी तैनाती का मुकाबला करने के लिए पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में भारतीय सेना की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बनाया गया है।

पहाड़ों में दमदार और पानी में भी बेखौफ

अपने हल्के वजन और उभयचर (जल और थल दोनों पर चलने में सक्षम) क्षमताओं के कारण, जोरावर भारी T-72 और T-90 टैंकों की तुलना में कहीं अधिक आसानी से पहाड़ों की खड़ी चढ़ाई पार कर सकता है और नदियों और अन्य जल निकायों को पार कर सकता है। DRDO प्रमुख के अनुसार, इस टैंक को 2027 तक भारतीय सेना में शामिल किए जाने की उम्मीद है। 

जानें क्यों रखा गया टैंक का नाम जोरावर ?

जोरावर को 19वीं सदी के डोगरा जनरल जोरावर सिंह के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने लद्दाख और पश्चिमी तिब्बत में सैन्य अभियानों का नेतृत्व किया था। यह हल्का टैंक लद्दाख जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारतीय सेना को युद्ध क्षमता प्रदान करने के लिए बनाया गया है।

हल्का पर दमदार फाइटर टैंक है जोरावर

जोरावर को हल्का, चलने में आसान और हवाई मार्ग से ले जाने योग्य बनाया गया है। साथ ही, इसमें उल्लेखनीय मारक क्षमता, सुरक्षा, निगरानी और संचार क्षमताएं भी हैं। इसका वजन केवल 25 टन है, जो T-90 जैसे भारी टैंकों के आधे से भी कम है। यह इसे कठिन पहाड़ी इलाकों में काम करने में सक्षम बनाता है, जहां बड़े टैंक नहीं पहुंच पाते।
भारतीय सेना ने शुरुआत में 59 जोरावर टैंकों का ऑर्डर दिया है, और भविष्य में कुल 354 हल्के टैंकों को खरीदने की योजना है। जोरावर, चीन के मौजूदा हल्के पहाड़ी टैंकों, जैसे टाइप 15 को सीधी चुनौती देगा। टाइप 15 टैंकों का लद्दाख की ऊंचाईयों में काफी फायदा है।

जानें क्या है इस टैंक की खास बातें ?

105 मिमी या उससे अधिक कैलिबर की मुख्य तोप, जो एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल दागने में सक्षम है।
मॉड्यूलर विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच और एक सक्रिय सुरक्षा प्रणाली जो टैंक की रक्षा क्षमता को बढ़ाती है। 
बेहतर गतिशीलता के लिए कम से कम 30 हॉर्सपावर/टन का पावर-टू-वेट अनुपात।
बेहतर युद्धस्थिति जागरूकता के लिए ड्रोन और युद्ध प्रबंधन प्रणालियों के साथ एकीकरण।
जोरावर हल्के लड़ाकू टैंक को शामिल करने से भारतीय सेना को लद्दाख और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों के ऊंचाई वाले इलाकों में तेजी से तैनात करने और युद्ध करने की महत्वपूर्ण क्षमता प्राप्त होगी। इसकी गतिशीलता, मारक क्षमता और हाईटेक डिवाइसेस का कॉम्बिनेशन भारत की डिफेंस स्थिति को मजबूत करेगा, खासकर चीन के साथ रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में।

शुक्रवार, 5 जुलाई 2024

'वीएसएचओआरएडीएस' हथियार विकसित किया

'वीएसएचओआरएडीएस' हथियार विकसित किया 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। भारत अपनी ताकत का पूरी दुनिया में लोहा मनवा रहा हैं। कई रिपोर्ट ये बतलाती हैं कि मौजूद समय में भारत एक बड़ी महाशक्ति के तौर पर उभर रहा हैं। खासकर भारत की सैन्य ताकत में जबरदस्त इजाफा देखने को मिल रहा हैं।
खबर के अनुसार भारत ने स्वदेशी S-400 एयर डिफेंस सिस्टम जैसे घातक हथियार विकसित किया हैं। इस हथियार का नाम 'वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम' (वीएसएचओआरएडीएस) रखा गया हैं। हाल ही में DRDO के द्वारा इस हथियार की सफल टेस्टिंग भी की गई हैं। 
बता दें की इस हथियार को DRDO प्रयोगशालाओं और भारतीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से रिसर्च सेंटर इमारात (RCI) द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है। यह हथियार पूरी तरह से भारतीय तकनीक पर आधारित हैं।

वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS) की ताकत ?

1. यह हथियार तेज गति से आने वाले ड्रोन, फाइटर जेट, हेलिकॉप्टर या मिसाइल को मार सकता है। 

2. वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS) को कही भर भी आसानी से तैनात किया जा सकता हैं।

3. इसकी मदद से दुश्मन के यान, विमान, हेलिकॉप्टर और ड्रोन के साथ साथ मिसाइल को भी मारकर गिराया जा सकता है

4. बता दें की भारत के इस स्वदेसी वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS) को चीन और पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात किया जायेगा।

गुरुवार, 4 जुलाई 2024

8 से 10 तक रूस-ऑस्ट्रिया की यात्रा करेंगे 'पीएम'

8 से 10 तक रूस-ऑस्ट्रिया की यात्रा करेंगे 'पीएम' 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 से 10 जुलाई तक रूस और ऑस्ट्रिया गणराज्य की आधिकारिक यात्रा करेंगे। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार प्रधानमंत्री 8 से 9 जुलाई तक 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रूस की यात्रा करेंगे।
इसमें दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की संपूर्ण श्रृंखला की समीक्षा की जाएगी। रूस की यात्रा समाप्त करने के बाद मोदी ऑस्ट्रिया जाएंगे, जो 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की उस देश की पहली यात्रा होगी। लगभग पांच वर्षों में पीएम मोदी पहली बार रूस यात्रा पर जा रहे हैं। पीएम मोदी इसके पहले 2019 में रूस की यात्रा की थी। उन्होंने व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक सम्मेलन में हिस्सा लिया था। अब तक रूस और भारत 21 वार्षिक शिखर सम्मेलन के आयोजन किये जा चुके हैं। 
लगभग साढ़े तीन साल पहले पिछला शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था। शिखर सम्मेलन में दोनों पक्षों ने 28 सहमति पत्रों और समझौतों पर हस्ताक्षर किए और साथ ही “शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए भारत-रूस साझेदारी” शीर्षक से एक संयुक्त बयान भी जारी किया।

पुतिन के साथ बैठक करेंगे पीएम मोदी

पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने पिछली बार 16 सितंबर, 2022 को उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय वार्ता की थी। बैठक में मोदी ने पुतिन पर यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त करने के लिए दबाव डालते हुए कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं है। रूस के साथ अपनी मजबूत दोस्ती को दर्शाते हुए भारत ने अभी तक यूक्रेन पर मास्को के आक्रमण की निंदा नहीं की है और यह कहता रहा है कि संकट को कूटनीति और संवाद के माध्यम से हल किया जाना चाहिए।

आस्ट्रिया का पीएम मोदी करेंगे दौरा

रूस से पीएम मोदी ऑस्ट्रिया जाएंगे। वह 9 और 10 जुलाई को ऑस्ट्रिया में रहेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह ऑस्ट्रिया गणराज्य के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलन से मुलाकात करेंगे और ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर के साथ बातचीत करेंगे। एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री और चांसलर भारत और ऑस्ट्रिया के व्यापारिक नेताओं को भी संबोधित करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीएम मोदी मॉस्को के साथ-साथ वियना में भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे।

बुधवार, 3 जुलाई 2024

विदेश मंत्री ने भारतीय नागरिकों का मुद्दा उठाया

विदेश मंत्री ने भारतीय नागरिकों का मुद्दा उठाया

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को यहां रूस के अपने समकक्ष सर्गेई लावरोव के समक्ष युद्ध क्षेत्र में भारतीय नागरिकों का मुद्दा उठाया और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।
जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने मंगलवार को कजाखस्तान के अस्ताना पहुंचे।

लावरोव से मिले जयशंकर

जयशंकर ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात कर आज खुशी हुई। हमारी द्विपक्षीय साझेदारी और समकालीन मुद्दों पर व्यापक बातचीत हुई। दिसंबर 2023 में हमारी आखिरी मुलाकात के बाद से कई क्षेत्रों में हुई प्रगति पर चर्चा की।''
दोनों विदेश मंत्रियों के बीच यह मुलाकात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करने के लिए मॉस्को की प्रस्तावित यात्रा से पहले हुई है। जयशंकर ने पोस्ट में कहा, ''भारतीय नागरिकों को लेकर अपनी गंभीर चिंता जतायी, जो अभी युद्ध क्षेत्र में हैं। उनकी सुरक्षित तथा जल्द वापसी पर जोर दिया।'' उन्होंने बैठक की तस्वीरें भी पोस्ट की हैं। उन्होंने लावरोव के साथ वैश्विक सामरिक परिदृश्य पर भी चर्चा की।
इससे पहले विदेश मंत्री जयशंकर ने मंगलवार को यहां कजाखस्तान के उपप्रधानमंत्री मूरत नूरतलेउ से मुलाकात की और रणनीतिक साझेदारी के विस्तार तथा विभिन्न प्रारूपों में मध्य एशिया के साथ भारत की बढ़ती भागीदारी पर चर्चा की थी। जयशंकर ने नूरतलेउ के साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। नूरतलेउ विदेश मंत्री का प्रभार भी संभाल रहे हैं।

मंगलवार, 2 जुलाई 2024

25 वर्षों में सबसे उच्च स्तर पर 'भारत' का भंडार

25 वर्षों में सबसे उच्च स्तर पर 'भारत' का भंडार 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। केंद्र में जब से बीजेपी की सरकार आई हैं, तब से भारत की परमाणु नीति में भी बदलाव देखने को मिल रहा हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का परमाणु भंडार 25 वर्षों में सबसे उच्च स्तर पर हैं।
भारत के पास एशिया में चीन के बाद सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं।
खबर के अनुसार 25 वर्षों में पहली बार भारतीय परमाणु हथियारों का भंडार पाकिस्तान से ज्यादा हुआ हैं। भारत के पास वर्तमान में 172 परमाणु हथियार हैं। वहीं, इन परमाणु हथियारों को ले जानें के लिए भारत के पास लंबी दूरी की मिसाइलें भी मौजूद हैं। 
बता दें की हाल ही में भारत ने Agni-V मिसाइल का परीक्षण किया था। जिससे पाकिस्तान के साथ-साथ चीन में भी डरा का महौल बना हुआ हैं। क्योंकि, युद्ध की स्थिति में भारत इस मिसाइल से चीन और पाकिस्तान के किसी भी शहर को टारगेट कर सकता हैं। 
दरअसल, अग्नि-5 टेस्ट के बाद चीन और पाकिस्तान ने ये चिंता जताई थी की मिसाइल परीक्षण के जरिए भारत अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ा रहा है। वहीं, कई जानकार बताते हैं की भारत बहुत जल्द हाइपरसोनिक मिसाइल का भी टेस्ट करेगा।

जीडीपी के चार ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान

जीडीपी के चार ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने वैश्विक विकास दर को पीछे छोड़ते हुए इस साल जीडीपी के चार ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान जताया है।
सान्याल ने कहा, 'इस साल भारत की जीडीपी चार ट्रिलियन डालर तक पहुंच जाएगी और इस तरह हम जापान की बराबरी पर जाएंगे। हम दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ना जारी रखेंगे। पिछले साल हमारी विकास दर 8.2 प्रतिशत रही और इस साल हमें सात प्रतिशत से अधिक की विकास दर हासिल करने की उम्मीद है।'

एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने में लगे 17 साल

कैंब्रिज इंडिया कांफ्रेंस के दौरान सान्याल ने कहा कि उदारीकरण के बाद हमें एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने में 16-17 साल लग गए। दो ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में सात साल लग गए। 2021-22 में हम तीन ट्रिलियन डॉलर की आर्थिकी वाले देश बने। इस काम में हमें पांच साल लगने चाहिए, लेकिन कोरोना महामारी के चलते दो साल बर्बाद हो गए। उन्होंने कहा कि अब हम चार ट्रिलियन का आंकड़ा केवल तीन साल में पार कर लेंगे। अगर कोई बड़ा झटका नहीं लगता है तो पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में सिर्फ दो साल लगेंगे।

नौकरशाही में सुधार, वैश्विक व्यापार बढ़ाने की जरूरत

चर्चा के दौरान सान्याल ने व्यापक आर्थिक स्थिरता बनाए रखने, बैंकों का एनपीए कम होने, नौकरशाही में सुधार, वैश्विक व्यापार से जुड़ाव को बढ़ाने और नवीकरणीय और हरित प्रौद्योगिकियों के माध्यम से स्थायी ऊर्जा में निवेश करने के महत्व को रेखांकित किया। सान्याल ने भारत की कानूनी प्रणाली को आधुनिक बनाने का भी आह्वान किया। सान्याल ने निष्पक्ष परामर्श के बिना पर्यावरण, सामाजिक और शासन संबंधी मानक लागू करने की भी आलोचना की।

सोमवार, 1 जुलाई 2024

विस्फोटक 'सेबेक्स 2' का सफल परीक्षण, सफलता

विस्फोटक 'सेबेक्स 2' का सफल परीक्षण, सफलता 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारत को दुनिया का सबसे पॉवरफुल गैर-परमाणु विस्फोटक बनाने में सफलता हासिल हुई है। विस्फोटक SEBEX 2 का सफल परीक्षण हो चुका है। इस गैर परमाणु विस्फोटक की विनाशकारी कैपेसिटी बहुत अधिक है।
किसी भी विस्फोटक की तबाही मचाने की क्षमता का आंकलन टीएनटी (ट्राइनाइट्रोटोलुइन) के आधार पर किया जाता है। उस पैमाने पर SEBEX 2 (सेबेक्स 2) का आंकलन किया गया। उसकी विस्फोटक कैपेसिटी टीएनटी से दोगुने से अधिक है। 

नौसेना कर चुकी है SEBEX 2 का परीक्षण

इस नई उप​लब्धि से भारत डिफेंस सेक्टर में एक कदम आगे बढ़ा है। भारतीय सेना की मारक क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी और डिफेंस सेक्टर में निर्यात को भी बढ़ावा मिलेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेबेक्स 2 के परफॉर्मेंस से यह दुनिया के सबसे पॉवरफुल विस्फोटकों में से एक बना है, जो गैर परमाणु विस्फोटक है। नौसेना इसका परीक्षण भी कर चुकी है और यूज के लिए हरी झंडी भी दे दी है। 

क्या है सेबेक्स 2 की खासियत ?

सेबेक्स 2 नई विधि से तैयार किया गया है। यह बम की विस्फोटक कैपेसिटी बढ़ा सकता है। वह भी बिना वजन बढ़ाए। तोपखाने के गोले और वारहेड्स की विनाशकारी शक्ति में जबरदस्त इजाफा लाएगा। इसकी ताकत ऐसी है कि दुनिया के देश सेबेक्स 2 की डिमांड कर सकते हैं। मतलब रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में भारत के लिए एक नया मार्केट खुलने की उम्मीद है। वैसे भी इस वक्त दुनिया भर की ​ताकतों का ध्यान अपनी मौजूदा हथियार प्रणाली को घातक बनाने पर लगा हुआ है। 

भारतीय सेना की मारक क्षमता में होगा इजाफा

रिपोर्ट के अनुसार, यह विस्फोटक ब्रह्मोस मिसाइल के वॉरहेड में यूज होने वाले विस्फोटक से भी घातक है। मिसाइल के वॉरहेड में करीबन 1.50 टीएनटी का विस्फोटक यूज होता है। दुनिया भर के वॉरहेड में टीएनटी की तुलना में 1.25-1.30 कैपेसिटी का विस्फोटक यूज होता है। जानकारी के अनुसार, विस्फोटक उतना ही घातक साबित होगा, जिसकी टीएनटी ज्यादा होगी। सेबेक्स 2 तेजी से पिघलने वाले विस्फोटक के कंपोजिशन के आधार पर तैयार किया गया है। इससे युद्ध सामग्री की मारक क्षमता में इजाफा होगा। चाहे वह हवा से गिराए जाने वाले बम हों या फिर तोपखाने के गोले।

परमाणु हथियार, छठे नंबर पर पहुंचा 'भारत'

परमाणु हथियार, छठे नंबर पर पहुंचा 'भारत' 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। चीन और पाकिस्तान के खतरे को देखते हुए भारत भी परमाणु जखीरा को बढ़ा रहा हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक साल के अंदर भारत के परमाणु हथियारों में तेजी देखने को मिली हैं और भारत परमाणु हथियार रखने वाले देशों की लिस्ट में छठे नंबर पर पहुंच गया हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2024 तक भारत के पास 172 परमाणु हथियार हो गए हैं। जबकि जनवरी 2023 में भारत के पास 164 परमाणु हथियार थें। यानि की भारत भी अपनी परमाणु जखीरों को बढ़ाना शुरू कर दिया हैं। 
वहीं, दुनिया में चीन अपनी परमाणु शक्ति को तेजी से बढ़ा रहा हैं। जनवरी 2024 में चीन के पास परमाणु हथियारों की संख्या 500 पहुंच गई हैं। इतना ही नहीं चीन ने पहली बार कुछ परमाणु हथियारों को हाई आपरेशनल अलर्ट मोड पर भी रखा है।
रिपोर्ट की मानें तो भारत भविष्य में चीन के खतरों से निपटने के लिए अपनी परमाणु ताकत को बढ़ा रहा हैं। वर्त्तमान में भारत की परमाणु ताकत पाकिस्तान से हट कर चीन की तरफ सिफ्ट हो गई हैं। भारत को आने वाले समय में चीन से ज्यादा खतरा हैं।

रविवार, 30 जून 2024

जीव-जंतुओं की पहली सूची तैयार, प्रथम देश 'भारत'

जीव-जंतुओं की पहली सूची तैयार, प्रथम देश 'भारत' 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। भारत में जीव-जंतुओं की पहली सूची तैयार की गई है। इस सूची में 1,04,561 नस्ल के जीव जंतुओं की जानकारी दी गई है। इसी के साथ ऐसा काम करने वाला भारत, दुनिया का पहला देश बन गया है। ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बना भारत- भूपेंद्र यादव कोलकाता स्थित भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया-जेएसआई) के 109वें स्थापना दिवस पर भारत के जीव जंतुओं की सूची के पोर्टल की शुरुआत की गई।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा इसी के साथ भारत दुनिया का पहला देश बन गया, जहां जीव-जंतुओं की प्रजातियों के बारे में पहला व्यापक दस्तावेज तैयार किया गाया। इस तरह से भारत, जैव विविधता के बारे में दस्तावेज संपादित करने वाला वैश्विक रूप से पहला अग्रणी देश बन गया है। 

शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों के लिए मददगार साबित होगी सूची

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि जीव जंतुओं की यह सूची शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों के लिए मददगार साबित होगी। इस दस्तावेज में जीव-जंतुओं की ज्ञात प्रजातियों की 121 सूचियां तैयार की गईं हैं। इसके अलावा इस सूची में विलुप्तप्राय जीव जंतुओं को भी शामिल किया गया है। 

'जैव विविधता संरंक्षण के मामले में भारत दुनिया का अग्रणी देश'

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि भारत, जैव विविधता संरंक्षण के मामले में भारत दुनिया का अग्रणी देश है। उन्होंने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने के बाद 'एक पेड़ मां के नाम' के रूप में पहला व्यापक कार्यक्रम चलाया। भूपेंद्र यादव ने केंद्र सरकार द्वारा चीता जैसी बड़ी बिल्लियों, जैव विविधिता और जीव जंतुओं के संरंक्षण के लिए उठाए गए कदमों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत में चीता का पुनर्वास एक सफल कार्यक्रम साबित हुआ है।

'रिमपैक' में भाग लेने पहुंचा आईएनएस शिवालिक

'रिमपैक' में भाग लेने पहुंचा आईएनएस शिवालिक

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना का स्वदेशी स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस शिवालिक दुनिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास 'रिम ऑफ द पैसिफिक' (रिमपैक) के 29वें संस्करण में भाग लेने पर्ल हार्बर पहुंचा। इसका आयोजन हवाई में हो रहा है। 
भारतीय नौसेना ने इसे भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती को और मजबूती देने का एक और उदाहरण करार दिया। उन्होंने कहा कि अभ्यास का बंदरगाह चरण सात जुलाई तक चलेगा। रिमपैक का समुद्री चरण तीन उप-चरणों में विभाजित किया गया है, जिसमें विभिन्न अभ्यास शामिल हैं। यह अभ्यास एक अगस्त तक चलेगा।

सेनाएं युद्ध लड़ने की क्षमताओं को लेकर अभ्यास करेंगी

अमेरिकी प्रशांत फ्लीट के कमांडर द्वारा आयोजित अभ्यास में भाग लेने वाली सेनाएं आपदा राहत से लेकर समुद्री सुरक्षा अभियानों और जटिल युद्ध लड़ने की क्षमताओं को लेकर अभ्यास करेंगी। रिम ऑफ द पैसिफिक पिछले कुछ वर्षों में दुनिया का सबसे बड़ा और प्रमुख संयुक्त समुद्री प्रशिक्षण अवसर बन गया है। इसका उद्देश्य संबंध बनाना, अंतरसंचालनीयता और दक्षता को बढ़ाना और अंतत: शांति और स्थिरता में योगदान करना है।

ये देश लेंगे युद्धाभ्यास में भाग

भाग लेने वाले देशों में भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, ब्राजील, ब्रुनेई, कनाडा, चिली, कोलंबिया, डेनमार्क, इक्वाडोर, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इजरायल, इटली, जापान, मलेशिया, मैक्सिको, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, पेरू, दक्षिण कोरिया, फिलीपींस, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, टोंगा, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका शामिल हैं।

शुक्रवार, 28 जून 2024

यान 'अभ्यास' का 6 बार परीक्षण किया: डीआरडीओ

यान 'अभ्यास' का 6 बार परीक्षण किया: डीआरडीओ 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ) ने मिसाइलों का टारगेट बनने वाले यान 'अभ्यास' का छ: बार लगातार परीक्षण किया। पिछले एक साल में इस यान के 10 डेवलपमेंटल उड़ानें हो चुकी हैं। इन टेस्टिंग में परीक्षण उन्नत रडार क्रॉस सेक्शन, विजुअल और इन्फ्रारेड वृद्धि प्रणालियों की जांच की गई।
'अभ्यास' को डीआरडीओ के वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान, बेंगलुरु ने डिजाइन किया है। इसका उत्पादन एजेंसियों - हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और लार्सन एंड टुब्रो (L&T) ने किया है। इसे लैपटॉप से उड़ाया जा सकता है। यही वो यान है, जो मिसाइल टेस्टिंग के दौरान उनका टारगेट बनता है।
HEAT-अभ्यास का उपयोग विभिन्न मिसाइल प्रणालियों के मूल्यांकन हेतु हवाई लक्ष्य के रूप में होता है। टेस्ट में इस विमान की निगरानी टेलीमेट्री, रडार एवं इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम सहित विभिन्न ट्रैकिंग सेंसर की जांच की गई।
इस विमान के सारे हिस्सों ने तय लक्ष्य हासिल किए। वर्तमान उड़ान परीक्षण विकासात्मक उड़ान परीक्षणों के अंतर्गत की गई है। यह स्वदेशी लक्ष्य विमान एक बार विकसित होने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों के लिए HEAT की जरूरतों को पूरा करेगा।
एयर व्हीकल को ट्विन अंडर-स्लंग बूस्टर से लॉन्च होता है। यहां से लॉन्चिंग के बाद इसके बूस्टर फिर इसे सबसोनिक गति से उड़ने में मदद करते हैं। इसकी सभी उड़ानें पूरी तरह से ऑटोमैटिक होती हैं। इसकी सटीकता और प्रभावशीलता को देखते हुए इसे फ़ोर्स मल्टीप्लायर करार दिया।
अभ्यास 180 मीटर प्रति सेकेंड की गति उड़ान भरता है। यानी एक सेकेंड में इतनी दूरी तय कर लेता है। यह अधिकतम 5 किलोमीटर की ऊंचाई हासिल कर लेता है। इसकी लगातार उड़ान होती रहती है। ताकि मिसाइलों की टेस्टिंग की जा सके। इसका इस्तेमाल एंटी-एयरक्राफ्ट वारफेयर प्रैक्टिस, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, जैमर प्लेटफॉर्म, डिकॉय, पोस्ट लॉन्च रिकवरी मोड जैसे मिशन में होता है।

पीएम नेतन्याहू की सरकार को बर्बर करार दिया

पीएम नेतन्याहू की सरकार को बर्बर करार दिया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी सरकार को कांग्रेस...