सोमवार, 3 फ़रवरी 2020

कैंसर पीड़ितों के लिए आईसीयू की सुविधा

रायपुर। कैंसर पीडि़त बच्चों व 18 वर्ष से कम उम्र के किशोरों के लिये डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल के सर्जरी, पीडियाट्रिक व कैंसर विभाग के संयुक्त प्रयास से पीडियाट्रिक आंकोसर्जरी की विशेष ओ. पी. डी. शुरू होने जा रही है। विश्व कैंसर दिवस 4 फरवरी से सर्जरी विभाग की ओपीडी क्रमांक 67 में सुबह 8.30 से दोपहर 1.30 तक पीडियाट्रिक आंकोसर्जरी की ओपीडी लगेगी जहां पर विशेषज्ञ कैंसर पीडि़त बच्चों व किशोरों को देखेंगे तथा जिनको सर्जरी की आवश्यकता होगी उनके आगे के उपचार की दिशा-निर्देश तय करेंगे। मरीज को भर्ती करने के लिये पीडियाट्रिक वार्ड तथा आईसीयू की सुविधा है। सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. शिप्रा शर्मा ने बताया कि बच्चों व किशोरों में होने वाले कैंसर बड़ो की तुलना में अलग होते हैं। इसमें सबसे आम ल्यूकेमिया, न्यूरोब्लास्टोमा, लिम्फोमा, नेफ्रोब्लास्टोमा, रेटिनोब्लास्टोमा, रैब्डोमायोसारकोमा, बोन कैंसर, विल्म्स ट्यूमर इत्यादि है। बच्चों व किशोरों के कैंसर का इलाज संभव है, बशर्तें इसकी समय रहते पहचान हो जाये। बड़ों व बच्चों के कैंसर में काफी अंतर है।बच्चों में कैंसर होने का कारण कोशिकाओं के डीएनए में परिवर्तन होना है। कुछ बच्चों में यह बदलाव जन्म के पूर्व ही हो जाता है और कुछ बच्चों में जन्म लेने के बाद होता है। बच्चों व किशोरों के शरीर में कैंसर के इलाज जैसे कीमोथेरेपी के बाद काफी बेहतर परिणाम देखने को मिलते हैं और ठीक होने की संभावना भी अपेक्षाकृत ज्यादा रहती है। कैंसर पीडि़त बच्चों में कैंसर की पहचान करके यदि कैंसर ऑपरेटिव है तो उसे ऑपरेशन के जरिये, रेडियोथेरेपी की आवश्यकता है तो रेडियोथेरेपी के जरिये या फिर कीमोथेरेपी के जरिये इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये ये प्रयास किये जा रहे हैं। विदित हो कि डॉ. शिप्रा शर्मा ने पीडियाट्रिक आंकोसर्जरी के लिए दिल्ली से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है। कैंसर विभागाध्यक्ष डॉ. विवेक चौधरी व पीडियाट्रिक विभागाध्यक्ष डॉ. शारजा फूलझेले के मार्गदर्शन में तथा कैंसर विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप चंद्राकर के सहयोग शुरू किये जा रहे इस ओपीडी में सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. शिप्रा शर्मा, डॉ. नीतिन शर्मा सर्जरी ओपीडी में मरीजों का इलाज करेंगे।


विद्यार्थी और नागरिकों का प्रतिरोध क्यों ?

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गोलीबारी की घटनाओं की निंदा करते हुए कांग्रेस ने राष्ट्रीय राजधानी की बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। कांग्रेस ने ट्वीट किया, “हमारी राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा जो कर रही है वह घिनौना है।” कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा युवाओं को हथियार उठाने के लिए उकसा रही है। कांग्रेस ने कहा, “हमारे विद्यार्थी और हमारे नागरिक खतरे में हैं, क्योंकि भाजपा युवाओं को हथियार उठाने और विरोधियों के खिलाफ हिंसक कार्रवाई करने के लिए उकसा रही है।” कांग्रेस ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से सवाल किया, “आप दिल्ली की हिफाजत क्यों नहीं कर पाए?” कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने गोलीबारी का मुद्दा सोमवार को लोकसभा में उठाया और भाजपा नेताओं को फर्जी हिंदू बताते हुए उन पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार गोलियों के जरिए लोगों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पर भी लोगों को उकसाने का आरोप लगाया। ठाकुर ने हाल में एक रैली में गद्दारों को गोली मारने की बात कही थी। गौरतलब है कि, जामिया में रविवार रात फिर से गोलीबारी की घटना घटी। इसके पहले 30 जनवरी को जामिया के छात्रों द्वारा निकाले जा रहे मार्च पर एक युवक ने गोलीबारी की थी, जिसमें एक छात्र घायल हो गया था। लेकिन गोलीबारी की घटना ने दिल्ली में कानून-व्यवस्था के बिगड़ते हालात पर सवाल खड़े किए हैं।


चीनःवायरस से 17205 लोग संक्रमित

बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 361 हो गई है, जबकि 17,205 लोग इस घातक बीमारी से संक्रमित है। चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि उसे 31 प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों और शिंजियांग प्रोडक्शन एंड कंस्ट्रक्शन कॉर्प्स से रविवार को 2,829 नई मामलों की पुष्टि होने और 57 लोगों की मौत की सूचना मिली। रविवार को हुई मौतों में 56 मौतें हुबेई प्रांत में हुई हैं, जो इस बीमारी के प्रकोप का केंद्र है। आयोग ने कहा कि रविवार को 5,173 नए संदिग्ध मामले सामने आए। इसने कहा कि 2,296 मरीजों की स्थिति गंभीर है और 21,558 लोगों के वायरस से संक्रमित होने का संदेह है। ठीक होने के बाद कुल 475 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। आयोग ने कहा कि 189,583 लोगों के करीबी संपर्क में होने का पता चला है उनमें से 10,055 को रविवार को चिकित्सा निगरानी से छुट्टी दे दी गई, जबकि 152,700 अन्य अभी भी चिकित्सा निगरानी में हैं। फिलीपींस ने भी रविवार को देश में कोरोना वायरस से एक शख्स की मौत होने के पहले मामले की पुष्टि की। चीन के बाहर कोरोनावायरस से मौत होने का यह पहला मामला है। पीड़ित वुहान शहर का एक 44 वर्षीय चीनी पुरुष है, जो 21 जनवरी को हांगकांग के रास्ते फिलीपींस पहुंचा था।


तबादलों में अनदेखी का 'मुद्दा भ्रष्टाचार'

राणा ओबरायँ


क्या एचसीएस तबादलो में वरिष्ठता की अनदेखी का मुद्दा है भ्रष्टाचार! सीएमओ में कौन है इसका जिम्मेदार?

चण्डीगढ़। हरियाणा में एचसीएस अधिकारियों की तबादला नीति को देखकर जनता में कई तरह के सवाल उठने लगे गए हैं!ईमानदार कहलाने वाली खट्टर सरकार इस समय जनता के सवालों के घेरे में है! पिछले दिनों 2016 बेच के एचसीएस अधिकारियों को जिले में एडीसी जैसी महत्वपूर्ण सीट पर बिठा दिया। जबकि उनसे 16 वर्ष सीनियर को जिले में सिटी मजिस्ट्रेट लगा दिया गया। ऐसी तबादला लिस्ट जारी होने पर वरिष्ठ एचसीएस अधिकारी परेशान और हैरान हैं! मिली जानकारी के अनुसार जबसे एडीसी को आरटीए का भी अतिरिक्त कार्यभार सौंपा जाता है तब से ही जूनियर बेच के एचसीएस जुगाड़ बाजी करके एडीसी की पोस्ट पर जाने की इच्छा रखते हैं! सुना जाता है कि आरटीए में काफी मिलाई चाटने को मिल जाती है। जारी एचसीएस की लिस्ट के पीछे मानो भ्रष्टाचार की बू आ रही है! मुख्यमंत्री कार्यालय में ऐसे कौन से अधिकारी है जिन्होंने वरिष्ठता सूची में अनदेखी की है और खट्टर सरकार को सवालों के कटखडे में लाकर खड़ा कर दिया है? यदि यह रूटीन तबादला वर्क है तो तब भी ऐसा जनता की निगाहों में उचित नही है। मुख्यमंत्री खट्टर को ऐसी गलती करने वाले अधिकारी पर तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए तांकि अधिकारियों औऱ जनता में सरकार की छवि पर आंच न आ सके। राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज की खबरों पर यदि हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर ने पहले से ही संज्ञान ले लिया होता तो हरियाणा में भाजपा की 40 सीट नही बल्कि पूर्ण बहुमत की सरकार बनती!


वायरस से पीड़ित 48 घंटे में ठीक !

बैंकॉक। कोरोनावायरस (Coronavirus) से अब तक पूरी दुनिया में 17387 लोग बीमार हो चुके हैं। जबकि इसमें से 17205 संक्रमित लोग सिर्फ चीन में ही हैं। कोरोनावायरस (Coronavirus) की वजह से अब तक 362 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले कि दुनिया के बड़े और ताकतवर देश कोरोनावायरस (Coronavirus) की दवा खोजें, थाईलैंड के डॉक्टरों ने कुछ दवाओं को मिलाकर नई दवा बनाई है। थाईलैंड की सरकार का दावा है कि यह दवा कारगर भी है। इसे देने के बाद एक मरीज 48 घंटे में ही ठीक हो गया।


बाहरी मुद्दों पर बवाल न करे सांसद

नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, कोदिकुन्निल सुरेश और सांसद गौरव गोगोई ने स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। ये नेता चाहते हैं कि लोकसभा के अंदर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूरे देश में हो रहे विरोध प्रदर्शन पर चर्चा की जाए। इससे पहले शुक्रवार को जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रहे थे उस दौरान विपक्षी पार्टियों ने संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हंगामा किया था। ऐसे में सोमवार को सदन के दोनों सत्रों में हंगामे की उम्मीद है।


मंदिर से 'अष्टधातु की प्राचीन' मूर्ति चोरी

सौरभ त्यागी


सिरसा कलार ,जालौन। प्राचीन मंदिर का पिछला दरवाजा तोड़कर अज्ञात चोरों ने प्राचीन बहुमूल्य अष्टधातु की मूर्तियां मय जेवरात चोरी कर ली है ।
सिरसा कलार थाना अंतर्गत ग्राम कोंढा किर्राही में राम जानकी का बहुत प्राचीन मंदिर है।मंदिर के विरासतन महंत सुवेश चंद अवस्थी पुत्र राम कृष्ण अवस्थी निवासी कोंढा किर्राई हैं लेकिन पैरालाइसिस बीमारी के कारण वह अपने ननिहाल रामपुरा थानान्तर्गत ग्राम जगम्मनपुर में अपने पुत्रों व परिजनों के पास रहते हैं। मंदिर की व्यवस्था स्थानीय बाबूराम देखते हैं । आज बीती रात पुजारी बाबूराम अपने खेतों में पानी लगाने के लिए गए तो इन्होंने रखवाली के लिए गांव के ही एक विकलांग व्यक्ति सर्वेश कुमार अवस्थी को मंदिर में रहने को कहा। रात में जब सर्वेश मंदिर में सो रहा था उसी समय अज्ञात चोरों ने पिछला दरवाजा तोड़कर मंदिर की पूजित राम, जानकी, लक्ष्मण व लड्डू गोपाल की अति प्राचीन अष्टधातु की मूर्तियां चोरी कर ली। मूर्तियों पर लगभग 1 किलो चांदी के मुकुट भी थे। मंदिर के महंत सुवेश चंद्र अवस्थी के छोटे भाई दिनेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि गांव का यह मंदिर बहुत प्राचीन है। इसमें रखी अष्टधातु की मूर्तियां लगभग 700-800 वर्ष पुरानी है जिनकी ऊंचाई 30 इंच व 24 इंच है। बाजार में इनकी लगभग कीमत एक करोड़ उससे अधिक होगी। लेकिन अभी तक थाने में लिखित कोई तहरीर नहीं दी गई है। मामला थाना सिरसा कलार के ग्राम कोड़ा किरार्ही का हैं। सूचना पर थाना प्रभारी सौरभ सिंह पुलिस फ़ोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।


रैन बसेरे मे रात बिताएगा, मरीज बनेगा

अजय अवस्थी की रिपोर्ट
जो मोहनलालगंज के रैन बसेरे में रात बिताएगा, वो मरीज बन जाएगा
मोहनलालगंज-लखनऊ। मोहनलालगंज में सर्दी से बचाने के लिए गरीब निर्धन लोगो के लिए मोहनलालगंज प्रशासन द्वारा रैन बसेरा बनाया गया था। पहले कुछ दिन रेन बसेरा मोहनलालगंज बस स्टॉप पर था फिर किन्हीं कारणों की वजह से मोहनलालगंज कालेवीर बाबा मंदिर के पास कर दिया गया था। कुछ दिन तो यह चला लेक़िन अब यह दिखावा मात्र रह गया है। रेन बसेरे के चारों ओर गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। रैन बसेरे में पानी और शौचालय की कोई उचित व्यवस्था नहीं है ।चारों ओर गंदगी होने की वजह से रेन बसेरे में हमेशा बदबू आया करती है। ऐसे रैन बसेरे में रात बिताने वाला व्यक्ति खुद मरीज हो जाएगा। रैन बसेरे में  चारो ओर सिर्फ गंदे पड़े गद्दे और बदबूदार कंबल ही बस पड़े हुए है। रेन बसेरा के चारों ओर गंदगी पड़ी हुई है। रैन बसेरे में सफाई की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है । रेन बसेरे में अव्यवस्था के चलते कोई भी मुसाफिर रहने को तैयार नहीं है।


अस्पताल में वायरस पीड़ित भर्ती, हड़कंप

प्रशांत कुमार


वाराणसी। दीनदयाल अस्पताल में कोरोना का एक संदिग्ध मरीज सोमवार को भर्ती कराया गया है। भोजूबीर निवासी एक युवक बीते 23 जनवरी को चीन के जियामेन से कोलकाता आया और वहां से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचा था। लखनऊ से प्रदेश में चीन से आए तीन लोगों पर निगरानी रखी जा रही थी। वाराणसी के युवक की तबीयत खराब होने के बाद चिकित्‍सकों ने मंडलीय अस्‍पताल में गहन चिकित्‍सा के लिए निगरानी में रखा गया है। साथ ही युवक का सैंपल जांच के लिए बाहर भेज दिया गया है।


दीनदयाल अस्‍पताल में चिकित्‍सक हालांकि अभी उसे संदिग्‍ध मरीज मानकर ही इलाज कर रहे हैं। मगर रिपोर्ट आने के बाद ही तय होगा कि युवक असल में कोरोना वायरस की चपेट में है या कोई सामान्‍य बीमारी है। पीडित युवक के अनुसार वह कोरोना प्रभावित क्षेत्र से दूर चीन के जियामेन शहर में नौकरी कर रहा था। मगर बीमारी का असर व्‍यापक होने के बाद 23 जनवरी को चीन छोड़कर वापस अपने घर की ओर रवाना हो गया। चीन से वह सीधे कोलकाता दमदम एयरपोर्ट आया और वहां से लाल बहादुर शास्‍त्री अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट बाबतपुर वाराणसी आ गया।परिजनों के अनुसार युवक की स्थिति सामान्‍य थी मगर दो दिनों से बीमार होने के बाद चिकित्‍सकों से संपर्क कर बताया गया तो संबंधित को कोरोना का संदिग्‍ध मानकर इलाज शुरू किया गया। अस्‍पताल प्रशासन के अनुसार कोरोना के इलाज के लिए अलग वार्ड बनाया गया है। जहां पर पीडित को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। युवक के बीमार हाेने की जानकारी शीर्ष स्‍तर पर दे दी गई है। हालांकि जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाता तब तक युवक को संदिग्‍ध मरीज मानकार ही इलाज किया जा रहा है।


बिटिया हम शर्मिंदा, तेरे कातिल जिंदा

बिटिया हम शर्मिंदा है तेरे कातिल जिंदा है
रजनीकांत अवस्थी
बछरावां/रायबरेली। बिटिया हम शर्मिंदा है तेरे कातिल जिंदा है के नारों के साथ मृतिका वंशिका का शव सड़क पर रखकर बछरावां में हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी व फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग के साथ  हजारों की संख्या में  लोग सड़कों पर उतर कर जाम लगा दिया है।
आपको बता दें कि, इस दौरान पूर्व सपा विधायक रामलाल अकेला व वर्तमान भाजपा विधायक राम नरेश रावत के बीच झड़प की बात भी सामने आ रही है। हालांकि प्रशासन के अथक प्रयासों से जाम से पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए निजात दिला दी गई है। विदित हो कि, हरचंदपुर थाना क्षेत्र के गोपाल ढाबा के पास अधजली मिली युवती की लाश के मामले में गिरफ्तारी व आरोपियों को फांसी दिलाए जाने की मांग को लेकर बछरावां प्रयागराज हाईवे को लोगों ने जाम कर दिया है। यही नहीं जमा भीड़ द्वारा प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी के साथ हत्यारों को फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग उठाई जा रही है। 
जाम की सूचना मिलते ही जिले के कई थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच चुके हैं। वहीं कल पुलिस ने शक के आधार पर एक युवक को उठा लिया था, पर अभी तक जांच चल रही है और अभी तक यह पता नही चल पाया है कि, वह युवक इस घटना में शामिल भी है या नही।


13 सदस्यों वाले कमीशन में अकेले भारतीय

डॉ. निरंजन कुमार


वाशिंगटन। भारतवंशी प्रेम परमेश्ववरन को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के अमरेकी एशियन और पैसिफिक आइलैंडर के एडवायजरी कमीशन में जगह मिली है। 13 सदस्यों वाले इस कमीशन में प्रेम परमेश्वरन अकेले भारतीय हैं। उन्हें कमीशन के अन्य सदस्यों के साथ उपराष्ट्रपति माइक पेन्स ने पद की शपथ दिलाई। परमेश्वरन ने आयोग में शामिल होने के बाद कहा , ‘‘ मेरे पिता एक छात्र के तौर पर अमेरिका आए थे। एक भारतीय-अमेरिकी होने के नाते मैं इस नियुक्ति से सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इस जिम्मेदारी को गंभीरता से लूंगा।’’ 
अमेरिका में पले बढ़े परमेश्वरम इंडियन मोशन पिक्चर प्रोडक्शन एंड डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी और इरोज इंटरनेशनल के प्रेसिडेंट और चीफ फायनेंशियल ऑफिसर हैं। वे 2015 में ईरोज से जुड़े थे। परमेश्वरन वैश्विक दूरसंचार , मीडिया और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग का अनुभव रखते हैं। वे कोलंबिया बिजनेस स्कूल के फाइनेंशियल स्टडीज प्रोग्राम में भी शामिल हैं।


हिंदी भवन में बसपा की आपात बैठक

6 को बसपा की हिंदी भवन में आपात बैठक।
देहरादून। बहुजन समाज पार्टी की 6 फरवरी को आपात बैठक दोपहर 1:00 बजे हिंदी भवन परेड ग्राउंड देहरादून में की जानी सुनिश्चित की गई है। बैठक में मुख्य अतिथि प्रदेश प्रभारी नरेश गौतम एवं प्रदेश अध्यक्ष चौधरी शीशपाल सिंह शिरकत करेंगे, जो पार्टी संगठन की समीक्षा करेंगे तथा केंद्र की भाजपा सरकार एवं प्रदेश की भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरुद्ध भावी रणनीति पर विचार करेंगे।


जिला अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बहुजन समाज पार्टी देहरादून ने कहा कि पार्टी के समस्त पदाधिकारी एवं वरिष्ठ कार्यकर्ता गण व पार्टी के शुभचिंतकों से अनुरोध है कि सभी साथियों के साथ समय पर पहुंचकर पार्टी बैठक को सफल बनाएं।


गंदी शक्ल वाले मर्दों पर रेप के आरोप

बोले- महिलाएं खूबसूरत की अपेक्षा गंदी शक्ल वाले मर्दों पर रेप का आरोप मढ़ती हैं


नई दिल्ली। एक देश के राष्ट्रपति के मुंह से ऐसी बातें शोभा देती हैं? ये वाकई निंदनीय है कि एक देश का राष्ट्रपति कहता है कि महिलाएं रेप का आरोप गंदी शक्ल वाले मर्दों पर लगाती हैं…..खूबसूरत मर्दों पे नहीं।


दरअसल, इक्वाडोर (Ecuador) के राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने इक्वाडोर के गुआयाक्विल शहर में आयोजित इकोनॉमिक्स कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि यौन शोषण का आरोप हमेशा ही बुरे दिखने वाले आदमियों के लिए ज्यादा खतरनाक होता है। जबकि, खूबसूरत दिखने वाले आदमियों के लिए यह खतरा कम रहता है। लेनिन मोरेनो ने कहा कि यह अच्छी बात है कि महिलाएं यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठा रही हैं। लेकिन वह गंदी शक्ल वाले मर्दों पर ही यौन शोषण आरोप मढ़ती हैं जबकि खूबसूरत और स्मार्ट आदमियों के साथ बनाए गए संबंध उन्हें यौन शोषण नहीं लगते।


उधर, अब अपने इस बयान के बाद लेनिन मोरेनो सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे है। उनकी भारी शब्दों में निंदा की जा रही है। जहाँ खुद को ट्रोल होते देख लेनिन मोरेनो ने एक ट्वीट किया है कि जिसमे उन्होने कह है कि यौन शोषण पर मैंने जो बयान दिया था उसका लोग गलत मतलब निकाल रहे हैं। मैं इस विषय की गंभीरता को कम नहीं आंकता| लेकिन अगर किसी को मेरी बात बुरी लगी है तो मैं सभी से माफी मांगता हूं।


केरोसिन डालकर 'पति को जिंदा जलाया'

सुनील पटेल 
सरगुजा। एक शख्स को डबल शादी करना पड़ा महंगा। यह मामला सूरजपुर जिले के कल्याणपुर का है शख्स का नाम प्रेम शंकर पाण्डेय है। जिसने जयनगर थाना क्षेत्र के सरबोका इलाके की रहने वाली मधुलता से कुछ साल पहले शादी की थी। इनके दो बच्चे भी हैं। दोनों का प्रेम संबंध अच्छा था।
फिर कुछ सालों बाद मधुलता, प्रेम शंकर को छोड़कर अपने मायके में रहने लगी। फिर पत्नी के वापस नहीं आने से शख्स ने दूसरी शादी कर ली। गुरुवार को मधुलता ने प्रेम शंकर को अपने घर में बुलाकर प्रेम शंकर पर केरोसिन डालकर उसे जिंदा जलाने की कोशिश की। बुरी तरह घायल पति को मधुलता खुद अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाकर अस्पताल से गायब हो गई। आपको बता दें प्रेम शंकर ने दूसरी शादी कर अपने गांव कल्याणपुर में रहने लगा था। तो दो दिन पहले मधुलता ने पति प्रेम शंकर को बुलाया की उसके साथ वो रहना चाहती है। फिर प्रेम शंकर उसे लेने सूरजपुर जिले के सरभोका गांव पहुंचा।
प्रेम शंकर ने आरोप लगाया है कि यहां उसकी पत्नी मधुलता और साले सुशील ने उसके ऊपर केरोसीन छिड़कर आग लगा दी। उसकी पत्नी ने उसे अस्पताल में एडिमट कराया और भाग निकली। दूसरी पत्नी रमोनिया का आरोप है कि इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी पत्नी मधुलता ने उसे जान से मारने की धमकी दी और फिर प्रेम शंकर को अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज में एडमिट भी खुद ही कराया।
मामले में पुलिस सहायता केन्द्र प्रभारी निर्मला कश्यप ने कहा सहायता केन्द्र द्वारा सूचना जयनगर पुलिस दी गई है। क्योंकि जिस सरभोका गांव में बुलाकर प्रेम शंकर को आग के हवाले किए जाने की बात कही जा रही है वो सूरजपुर जिले में आता है।


भ्रष्टाचार का हमाम 'संपादकीय'

भ्रष्टाचार का हमाम    'संपादकीय' 


देश के सभी राज्यों में नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर विरोध, धरना-प्रदर्शन के साथ, खूब हो-हंगामा किया जा रहा है। जबकि यह नागरिकता कानून राष्ट्रीय एकता और अखंडता को संजोए रखने में मील का पत्थर साबित होगा। इस विषय को लेकर होने वाला दंगा-फसाद कोरी राजनीति है। इस राजनीति की आग में घी डालने का काम योजनाबद्ध ढंग से किया जा रहा है। इसके पीछे असली चेहरे को बेनकाब करना देश की भ्रष्ट संस्थाओं के बस की बात नहीं है। यह घटिया राजनीति समुदाय विशेष के हितों के प्रतिकूल है। यह बात समझने की आवश्यकता है कि कानून से कौन प्रभावित हो रहा है? हालांकि यह बहुत अधिक महत्व नहीं रखता है। क्योंकि कानून भारत के नागरिकों के हित में निहित है।
 परंतु इस पर देशभर में होने वाले हंगामे के पीछे किसका हाथ है? उन लोगों तक हमारी जांच करने वाली संस्थाएं पहुंच बनाने में विफल साबित हो रही है। हो सकता है कि सत्ता पक्ष का कोई रसूखदार-नामचीन व्यक्ति इस प्रकरण का आधार बना हो। देश में अराजकता फैलाकर कोई विशेष रणनीति बनाई जा रही हो। क्योंकि विपक्ष का कद इतना छोटा हो गया है कि उसकी आवाज चीख-पुकार के बीच कोई भी नहीं सुन पा रहा है। देश की अर्थव्यवस्था रेंग रही है। रोजगार दम तोड़ रहे हैं। आम आदमी के जीवन से जुड़े विषयों से हटकर, असल मुद्दों से अलग राजनीति का क्या औचित्य है? देश में अप्रत्याशित भ्रष्टाचार अपनी जड़े जमा चुका है। भ्रष्टाचार के विरोध को आधार बनाने वाली भाजपा ही भ्रष्टाचार में अव्वल है। आधार-बिंदु से भटकी भाजपा को दिल्ली-विधानसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ेगी। बल्कि कई राष्ट्रीय नेताओं के लिए यह पराजय टीस बनकर रहेगी। कुछ नेता तो इस टीस को साथ लेकर ही जिएंगे। जिन्होंने विचारधारा को प्रवाहित करने का कार्य किया है। वे लोग बुझे मन से साथ है और उनके कदमों की ताल धीमी पड़ गई है। क्योंकि वह सब लोग समझ चुके हैं कि 'भ्रष्टाचार के हमाम में सब नंगे' है।


राधेश्याम 'निर्भय-पुत्र'


पतित-पावन 'उपन्यास'

पतित पावन       'उपन्यास' 
गतांक से...


जया के संबोधन से चारों तरफ सन्नाटा पसर गया था। 
सन्नाटे के भीतर संवेदना जागृत हो गई थी। इन चंद शब्दों के प्रहार से भावनात्मक प्रक्रिया विश्लेषक हो रही थी, रह-रहकर विश्लेषण हो रहा था। मन में कई प्रकार के सवाल घर कर रहे थे। यह किसी एक विशेष के लिए नहीं था, जो लोग वहां पर उपस्थित थे। उन सब के जेहन में कई सारे सवाल घर कर गए थे। गलूरी कुछ समय तक जया को ताकता रहा, भांपता रहा, फिर कुछ लंबी सांस लेकर गलूरी ने कहा- बेटी तू क्यूँ व्याकुल हौवै? बता के चाह?
जया ने भावनात्मक आवरण को तोड़कर गलूरी की तरफ देखा और बड़े शांत स्वभाव में शालीनता के साथ कहा- पिताजी क्या मजदूरों को इनके भरपेट अनाज नहीं मिलना चाहिए, यह लोग कितनी यातनाएं झेलते हैं, कितनी दुत्कार के बाद भी कितने कष्ट सहकर, कितना कठोर परिश्रम करते हैं। किंतु इन्हें प्रताड़ना के अलावा और कुछ नहीं मिलता है। क्या इन्हें भरपेट खाना नहीं मिलना चाहिए? सबसे अहम बात यह कि ये लोग ही हमारा वजूद है। दिन-रात हमारे खेतों में काम करते हैं। अगर किसी प्रकार की कोई समस्या आ जाती है तो उस समस्या के सामने सबसे पहले यही खड़े होते हैं। यह लोग खेत से जुड़ी हुई हर चिंता और समस्या के सामना करने के लिए तत्पर रहते हैं। दिन-रात, सर्दी-गर्मी, बरसात से फसलों को बचाकर उन्हें धन-धान के रूप में बदल देते हैं और इन्हें बदले में इनके सुख के लिए क्या मिलता है? भूखे पेट रहना,  इनका भरण-पोषण भी नहीं होगा तो क्या यह काम कर पाएंगे? गलूरी मुस्कुरा कर बोला- आज मुझे पता चल गया, मारी लड़की लाखों में एक है, बेटी तू सही कहरी। जो कुछ तूने कहा आज के बाद वही होगा। 
जया मंद-मंद मुस्कुराने लगी उसकी मुस्कुराहट से आंखों मे चमक आ गई, सभी मजदूर विश्मय में भरी नजरों से जया की ओर देखते थे। मन में यही विचार आ रहा था कि 12 वर्ष की छोटी सी लड़की कितनी उत्तम वक्ता है, उसके पास कितनी अच्छी समझ है। सुंदरता के साथ-साथ कितनी बुद्धिमान है? वास्तव में जया को देवी स्वरूप समझने लगे थे। इतने महान विचार किसी अलौकिक शक्ति के ही हो सकते थे। इस प्रकार के विभिन्न-विचार और कल्पनाओ के वाक्य सभी के दिमाग में घूम रहे थे। अपने पिता जी से संतुष्ट होकर जया, कल्पना के पास चली गई। कल्पना बहुत डरी हुई थी। वैसे वह बार-बार आंखें चुरा रही थी फिर कंप-कपाती आवाज से लड़-खडाती हुई कल्पना ने कहा- तुम्हारे लिए तीतली पकड़ी थी उड़ गई, दांटोकी तो नहीं।
 जया ने मित्र प्रेम से ओतप्रोत होकर कहा- और पकड़ेंगे, इसमें डरने की क्या बात है। तुम बहुत अच्छी हो मेरे साथ पढ़ा करना। दोनों एक साथ रहेंगे और मुझे पता लग गया कि तुम बहुत अच्छा गाती भी हो। 
कल्पना ने शांत स्वर से कहा- कभी-कभी। 
जया ने निवेदन पूर्ण कहा- हमें भी गाकर सुनाओ। 
कल्पना ने कुछ मुंह बना कर कहा- आज नहीं फिर कभी। 
इसी अंतराल में माधुरी ने जया को स्नेह पूर्ण आवाज लगाकर बुला लिया। कई दिनों तक जया गांव में चर्चा का विषय बनी रही। कई लोग उसे इस बदलाव का कारण मानते थे। कई लोग उसे आलौकिक शक्ति समझ रहे थे। लोगों के दिमाग में तरह-तरह के विचार और कल्पनाएं थी। लेकिन जया ने मेहनतकश मजदूर लोगों को एक राहत का अहसास कराया था। मजदूर वर्ग जया के प्रति समर्पित हो गया था। बल्कि यूं कहिए कि जया के प्रति एक सम्मान उनके मस्तिष्क में घर कर गया था। उनकी आत्माओं से जया के लिए शुभाशीष निकलते थे। सभी ने जया को मन से आशीर्वाद दिए थे और आश्चर्य था। सब कहते भी थे गलूरी के यहां किसी देवी का अवतरण हुआ है। इस प्रकार के सम्मान को पाकर, लोगों की आंखों में अपने प्रति इतना आदर और सम्मान मिलने के बाद गलूरी और माधुरी का हृदय गदगद हो उठा। उन्हें आत्म संतुष्टि का एक विशेष एहसास हो रहा था। इसके पीछे वास्तविकता यही थी की जया को सुंदर होने के साथ-साथ अत्यंत गुणवान और असाधारण व्यक्तित्व की स्वामित्तव प्राप्त था। उसमें दया-करुणा कूट-कूट कर भरा था। प्रबल बुद्धि होने के कारण अल्प आयु में ही जया ने अपार ख्याति प्राप्त कर ली थी। आसपास के गांव में दूरदराज लोगों तक जया के द्वारा किए गए कार्य सराहना पा रहे थे। साथ ही जया विद्यालय में अपनी कक्षा में सर्वोत्तम विद्यार्थी के रूप में प्रतिस्थापित भी हो रही थी। कभी-कभी तो अध्यापक भी असमंजस में पड़ जाते थे कि इस प्रकार की प्रतिभा और दृष्टि अवलोकन असामान्य ही है। यह एक सामान्य व्यक्ति की पहुंच से बाहर होते हैं। इसी के चलते जया कभी विद्यालय में कोई डांट नहीं खाती थी। उसके साथ अध्यापकों का, आचार्यों का व्यवहार इतना विनम्र और आदर पूर्ण था कि जया को कोई भी विषय अथवा प्रश्न् दुविधा में नहीं डाल सकता था।
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कल्पना ने जैसे ही कमरे के भीतर प्रवेश किया चारों तरफ बैठने के लिए मुढ्ढे पड़े हुए थे। एक मुढ्ढे पर जय बैठी थी। कल्पना ने जया की तरफ देखा। जया ने खड़े होकर बड़े स्नेह के साथ कहा- आओ-आओ डरो नहीं, यहां बैठो। अभी तो 3:30 ही बजे हैं मैंने तुम्हें 4:00 बजे बुलाया था। कल्पना भयभीत सी बोली- कहीं देर ना हो जाए, जल्दी आ गई। जाऊं बाद में आ जाऊंगा। 
जया ने रौब से कहा-क्यों? कल्पना ने उसी मुद्रा में कहा- तुम्हे मेरी वजह से कोई दिक्कत ना हो जाए। जया ने विनम्रता से कहा- कोई बात नहीं बैठ जाओ, खाना खाकर आई है, या यूं ही चली आई है? 
कल्पना ने उसी मुद्रा में गर्दन हिलाते हुए कहा-हूं।
 इतना ही कह पाई थी उसने पलके उठा कर वातावरण को नापने की भांति दृष्टि घुमा कर कहा- आचार्य मारेंगे तो नहीं, पहली बार पढ़ने आई हूं,इसलिए थोड़ी सी डर रही हूं। 
जया ने मित्र स्नेह की मुद्रा में कहा- डरने की कोई जरूरत नहीं है, आचार्य तुम्हें खा नही जाएंगे, हम भी तुम्हारे साथ ही हैं और वैसे भी तुम बहुत बुद्धिमान हो, आचार्य को बहुत ज्यादा परिश्रम नहीं करना पड़ेगा।


कृत:- चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भय-पुत्र'


खतरनाक स्तर पर पहुंचा देह व्यापार

नई दिल्ली। खाने के सामान जुटाने के लिए टीनेजर लड़कियां महज 22 रुपये तक में देह व्यापार कर रही हैं। वहीं, कुछ बेहतर स्थिति में लड़कियों को 70-80 रुपये भी इसके लिए मिल रहे हैं। ये हालात दक्षिणी अफ्रीका के कई इलाकों के हैं जो खाने के संकट का सामना कर रहे हैं। रॉयटर्स के मुताबिक, मानवीय आधार पर लोगों को सहायता पहुंचाने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था वर्ल्ड विजन ने कहा है कि भूख से जान बचाने के लिए अंगोला में महज 12 साल तक की लड़की करीब 30 रुपये में देह व्यापार कर रही हैं।


यूनाइटेड नेशन्स का कहना है कि दक्षिणी अफ्रीका में साढ़े चार करोड़ लोग भूख की समस्या झेल रहे हैं। इसके पीछे सूखा, बाढ़ और आर्थिक हालात को जिम्मेदार बताया गया है। वर्ल्ड विजन का कहना है कि उनके स्टाफ ने देखा है कि अंगोला और जिम्बाव्बे में देह व्यापार करने वाली लड़कियों की संख्या में इजाफा हुआ है। वहीं, संकट की वजह से बाल विवाह का खतरा भी बढ़ गया है।


अंगोला में वर्ल्ड विजन के इमरजेंसीज डायरेक्टर रॉबर्ट बुल्टन ने कहा- हो सकता है कि यहां एक लड़की को सेक्स के लिए 72 रुपये (स्थानीय मुद्रा में 500 क्वान्जा) मिल जाए या उसे 29 रुपये (200 क्वान्जा) भी मिल सकते हैं।


रॉबर्ट ने कहा कि बीते एक साल में अंगोला में कई अनाजों के दाम दोगुने हो गए हैं जिससे लोगों को उन्हें खरीदने में मुश्किल हो रही है। अगली फसल जून से पहले नहीं होगी, इसलिए अभी हालात और खराब हो सकते हैं। जिम्बाब्वे को लेकर केयर इंटरनेशनल संस्था ने भी कहा है कि 14 साल तक की लड़कियां देह व्यापार कर रही हैं। संस्था की रिजनल जेंडर एक्सपर्ट एवरजॉय महुकु ने कहा- कई बार इन लड़कियों को महज 22 रुपये ही मिलते हैं। एक्शन एड के रिजनल एडवाइजर चिकोन्डी चबवुता ने कहा कि मलावी और मोजाम्बिक में भी लड़कियों और महिलाओं को जबरन देह व्यापार करना पड़ रहा है।


केजरीवाल और चुनाव-आयोग को नोटिस

माही राणा


नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली से विधानसभा चुनाव लड़ने की कोशिश करने वाले 11 लोगों की याचिका पर सुनवाई करते हुए अरविंद केजरीवाल औऱ निर्वाचन आयोग को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने 6 फरवरी तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 6 फरवरी को होगी।


दिल्ली हाईकोर्ट की सिंगल बेंच में याचिका खारिज करने के बाद अब 11 लोगों ने डिवीजन बेंच में याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने उनके तथ्यों पर गौर किए बिना ही याचिका खारिज कर दी। 28 जनवरी को हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने 11 लोगों की याचिका खारिज कर दी थी। सिंगल बेंच ने कहा था कि याचिका संविधान की धारा 226 और जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 100 के तहत याचिका सुनवाई योग्य नहीं है। याचिका में कहा गया है कि रिटर्निंग अफसर ने उनका नामांकन पत्र स्वीकार नहीं किया। हाईकोर्ट में दाखिल संयुक्त याचिका में कहा गया है कि उनका नामांकन दाखिल करने दिया जाए और जब तक उनका नामांकन दाखिल नहीं हो जाए तब तक उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की जाए। दिल्ली में उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 जनवरी थी। याचिका में कहा गया है कि ये सभी लोग 20 जनवरी को नामांकन दाखिल करने गए थे। उन्हें नामांकन दाखिल करने के लिए टोकन भी दिया गया था लेकिन 20 जनवरी को उनका नामांकन दाखिल नहीं हो सका। उन्हें नामांकन दाखिल करने के लिए 21 जनवरी को बुलाया गया, लेकिन जब वे 21 जनवरी को रिटर्निंग अफसर के पास गए तो उनका टोकन स्वीकार नहीं किया गया।


याचिका में कहा गया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जब 21 जनवरी को नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचे तो उनका नामांकन पत्र प्राथमिकता के आधार पर दाखिल कराया गया जबकि याचिकाकर्ताओं को बाहर निकाल दिया गया। यह सब अरविंद केजरीवाल को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया। याचिका दाखिल करने वालों में किरन पाल सिंह त्यागी, पंकज कुमार, गोपाल प्रसाद, रविंदर कुमार, अवधेश कुमार सिंह, वीरेंद्र सक्सेना, आशा शुक्ला, पंकज, जितेंद्र श्रीवास्तव, नीरज और महात्मा महतो हैं।


तकनीक से यातायात बनेगा सुगम-सुरक्षित

रायपुर। राजधानी में ट्रैफिक को स्मार्ट बनाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख के मार्गदर्शन एवं एमआर मंडावी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर के निर्देशन में यातायात पुलिस रायपुर द्वारा लगातार नई तकनीक का प्रयोग करते हुए यातायात को सुगम सुरक्षित बनाने में प्रयासरत है। इसी कड़ी में यातायात पुलिस रायपुर द्वारा स्मार्ट स्टॉपिंग सिस्टम तकनीकी का इजाद पहली बार रायपुर शहर के एसआरपी चौक पर किया गया। जिसमें लेजर तकनीक के माध्यम से रेड सिग्नल में स्टाप लाइन के आगे बढ़ने वाले वाहन चालकों को स्टाप लाइन के पीछे वाहन रोकने हेतु बताया जाता है। इस तकनीक के प्रयोग से चौक चौराहों पर बिना यातायात पुलिस के वाहन चालकों को स्टाप लाइन का एवं यातायात सिग्नल का पालन कराने में सुविधा होगी एवं अन्य चौक चौराहा पर भी इस तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। इसके पूर्व भी यातायात पुलिस रायपुर द्वारा स्मार्ट ट्रैफिक जैकेट का प्रयोग किया गया जो काफी सफल रहा । लोगों द्वारा इस तकनीक का काफी प्रशंसा की है एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख द्वारा स्मार्ट जैकेट एवं स्मार्ट स्टॉपिंग सिस्टम नई तकनीक का इजाद करने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सतीश ठाकुर उप पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर को बधाई दी।


हाथी प्रभावित क्षेत्रों में लगाए बडे टॉर्च

कोरबा। कोरबा जिले की हाथी प्रभावित क्षेत्रों की ग्राम पंचायतों में हाथियों से बचाव के लिये 25-25 बड़े टॉर्च और फ्लोरोसेंट स्ट्रीप लगे जैकेट दिये जायेंगे। ताकि हाथियों के आने पर उन्हें लाईट दिखाकर भगाया जा सके। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल विगत दिनों देर शाम जिले के हाथी प्रभावित सलिहाभांठा, पचरा, तुमान क्षेत्र में पहुॅंची। उन्होंने इन जगहों पर पंचायत चुनाव के लिये मतदान के बाद ग्रामीणों से इस बारे में बातचीत की और उनकी परेषानियॉं जानीं। पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह मीणा और अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री संजय अग्रवाल के साथ श्रीमती कौषल ने इस दौरान ग्रामीणों को हाथियों से बचाव के लिये कई जरूरी टीप्स भी दिये। 
अपने भ्रमण के दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों से कहा कि हाथियों की समस्या सिर्फ कोरबा जिले की ही नहीं बल्कि हाथियों के रास्ते में आने वाले सभी जिले के ग्रामीणों की है। हमारे प्रदेष में कोरबा के साथ-साथ रायगढ़, कोरिया, सरगुजा जैसे जिले भी हाथियों के इस आने-जाने के रास्ते में पड़ते हैं। जहॉं ग्रामीणों को इनसे नुकसान उठाना पड़ता है। कलेक्टर ने हाथियों के हमले पर उन्हें गांवों से भगाने के लिये ग्राम पंचायतों में 25-25 बड़े टॉर्च उपलब्ध कराने के निर्देष अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को दिये। इसके साथ ही उन्होंने 25-25 फ्लोरोसेंट स्ट्रीप वाले जैकेट भी ग्राम पंचायतों को देने के निर्देष दिये। हाथियों के हमले के दौरान बड़ी टॉर्चों से उनकी ऑंखों पर लाईट मारकर उन्हें दूर भगाने का प्रयास किया जायेगा। इसके साथ ही फ्लोरोसेंट स्ट्रीप वाली जैकेटों पर प्रकाष पडऩे से उसकी चमक से भी हाथियों की ऑंखें चौंधाने से उन्हें भगाने में सहायता होगी। कलेक्टर ने हाथी प्रभावित ग्राम पंचायतों में युवाओं के दस-दस समूह बनाकर उन्हें हाथियों के हमले से बचाव का प्रषिक्षण देने के लिये भी अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को निर्देषित किया। कलेक्टर ने इन प्रषिक्षित दलों को हाथियों को भगाने के लिये जरूरी सामान टॉर्च, जैकेट, साउण्ड सिस्टम, मसाल आदि भी उपलब्ध कराने की बात कही। 
ग्रामीणों से चर्चा के दौरान कलेक्टर श्रीमती कौषल ने कहा कि हाथियों से सुरक्षा के लिये सभी को मिल-जुलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि हाथियों को आकर्षित करने वाली चीजों जैसे- महुआ, महुये की शराब को ग्रामीण अपने घरों में ना रखें। धान एवं मक्का को भी बोरों में भरकर ग्राम पंचायत की किसी पक्की बिल्डिंग, सामुदायिक भवन या घर में बोरों पर पहचान चिन्ह लगाकर या नाम लिखकर एक साथ रखें। कलेक्टर ने कहा कि हाथी कच्चे घरों को आसानी से क्षतिग्रस्त कर देते हैं, परन्तु पक्की बिल्डिंगों को नहीं तोड़ पाते हैं। कलेक्टर ने ग्राम पंचायतों में एक-एक पक्की मजबूत बिल्डिंग को चिन्हांकित कर उसे हाथियों के हमले के दौरान ग्रामीणों के ठहरने, सोने आदि के लिये भी उपयोग करने के निर्देष अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने दूरस्थ वनांचलों में ग्रामीणों को दूर-दूर कच्चे घर बनाकर रहने की बजाय एक ही स्थान पर घर बनाकर सामूहिक रूप से छोटे पारा या मोहल्ले के रूप में रहने की भी सलाह दी। ताकि हाथियों के हमले के दौरान सुरक्षा हो सकें। कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् स्वीकृत आवासों को जहॉं तक सम्भव हो सके लोहा, सीमेंट, ईंट से पक्के बनाने की भी सलाह ग्रामीणों को दी।


मानसिक विकास में सहायक गुलाब

प्यार का इजहार करने के लिए अक्सर एक दूसरे को गुलाब दिया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं एक गुलाब के फूल की खुशबू आपकी नींद और दिमाग के लिए वरदान साबित हो सकती है। हालही में गुलाब पर हुई एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि गुलाब की खुशबू नींद की गुणवत्ता में सुधार ला सकती है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दिनों गुलाब की खूशबू के फायदों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए एक अध्ययन किया गया है। यह अध्ययन स्टूडेंट्स पर किया गया।
दो हिस्सों में बांटे गए स्टूडेंट्स
गुलाब की खुशबू के फायदे पता लगाने के लिए अध्ययन में स्टूडेंट्स को दो हिस्सों में बांटा गया। जिनमें से स्टूडेंट्स के एक ग्रुप को गुलाब की खुशबू के साथ रखा गया, जबकि दूसरे ग्रुप को बिना गुलाब के रहने के लिए कहा गया। शोधकर्ताओं ने कहा, हमने देखा कि गुलाब की सुगंध का सहायक प्रभाव रोजमर्रा की जिंदगी में बहुत मजबूती से काम करता है और इसे लक्षित तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि परीक्षा समूह के प्रतिभागियों को अंग्रेजी शब्दावली सीखने के दौरान घर पर अपने डेस्क पर गुलाब या सुगंधित अगरबत्ती लगाने के लिए कहा। इन्हीं छात्रों को रात में बिस्तर पर सोने से पहले साइड टेबल पर गुलाब या सुगंधित अगरबत्ती लगाने के भी कहा गया। वहीं, स्टूडेंट्स का दूसरा ग्रुप सामान्य तौर पर ही रोजमर्रा के काम करता रहा।
परिणामों की तुलना परीक्षण परिणामों से की गई, जिसमें स्टूडेंट्स से एक या उससे ज्यादा बार गुलाब या उगरबत्ती लगाने के लिए नहीं कहा गया है। जर्मनी स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ फ्रीबर्ग के शोध प्रमुख जुर्गन कोर्नमीयर ने कहा, जब सोने और सीखने के लिए पास में गुलाब या अगरबत्ती का प्रयोग किया गया, तब विद्यार्थियों ने 30 प्रतिशत के साथ पढ़ाई में सफलता दिखाई।
दिमाग भी होता है तेज
स्टूडेंट्स पर किए गए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि गुलाब की खुशबू से नींद अच्छी आती है और पढऩे, याद करने की क्षमता में भी सुधार आता है।


पेट्स को प्यार-देखभाल की जरूरत

पेट्स पालना हम सभी को पसंद होता है। ऐसा देखा गया है कि जिस घर में पेट्स होते हैं, उस घर के बच्चे भावनात्मक रूप से अधिक मजबूत होते हैं। उन्हें दूसरों की केयर करना और दूसरे के इमोशंस की कद्र करना अपने अन्य हम उम्र बच्चों की तुलना में कहीं अधिक आता है। लेकिन घर में डॉग, केट या कोई दूसरा पेट पालने का मतलब होता है एक और बच्चा पालना। क्योंकि पेट्स को बिल्कुल बच्चों की तरह देखभाल और प्यार की जरूरत होती है। अगर आपके घर में भी कोई पेट है तो यहां जानें, उसकी सही देखभाल के तरीके… 
पेट लेने से पहले जरूरी है यह बात जानना 
अगर आपके घर में पहले से पेट है तो उसकी ब्रीड यानी नस्ल के बारे में पता लगाकर, उसकी जरूरतों के अनुसार उसकी देखभाल और खान-पान का ध्यान रखें। अगर आप डॉग लाने के बारे में सोच रहे हैं तो हमारा सुझाव है कि आप देसी नस्ल का ही डॉग अडॉप्ट करें। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इसकी देखभाल करना विदेशी नस्ल के कुत्तों की तुलना में कहीं अधिक आसान होता है। 
कम केयर में ज्यादा सेहत 
अगर आप देसी नस्ल का डॉग लाते हैं तो आपको उसकी देखभाल के लिए बहुत कम समय देना पड़ता है। क्योंकि उसके लिए यहां के वातावरण में रहना आसान होता है। उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता यहां के वायुमंडल के हिसाब से होती है इसलिए उसे यहां कम बीमारियां होगी। वह बीमार कम होगा तो आपको उसकी देखभाल कम करनी होगी साथ ही आपके बजट पर भी असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि आप वेटेरिनरी डॉक्टर के पास चक्कर काटने से बचेंगे।
ट्रेनिंग जरूर कराएं 
अगर आप चाहते हैं कि आपका डॉग या अन्य पेट आपकी बात मानें और उसका व्यवहार अच्छा रहे तो पेट ट्रेनर से उसे तभी कुछ महीने के ट्रेनिंग दिला दें, जब वह 3 से 4 महीने का हो। सिर्फ व्यवहार की ही नहीं आप अपने पेट को खान-पान की ट्रेनिंग भी दें। जब भी अपने पेट को कोई नई चीज खिलानी हो तो पहले उसे उस फूड की स्मेल के साथ फेमिलियर बनाएं फिर कम मात्रा में ही परोसें। ताकि आपको पता चल सके कि आपका पेट इस फूड को पसंद कर रहा है या नहीं।
वॉकिंग होनी चाहिए ऐसी 
हेल्दी पेट के पैरंट बनने के लिए आपको यह बात जाननी होगी कि सिर्फ डॉग, पपी, कैट या रेबिट पालने से ही काम नहीं बन जाता। बल्कि उन्हें सेहतमंद रखने के टिप्स जानना भी जरूरी है। आपको पता होना चाहिए कि पेट के लिए रफ सरफेस पर चलना जरूरी होता है। इससे उनके नेल्स नैचरल तरीके से ट्रिम होते रहते हैं। 
पर्सनल केयर टिप्स 
पेट को नहलाते समय इस बात का ध्यान रखें कि इस दौरान उसके कानों में पानी ना चला जाए। उसके दांतों की देखभाल यानी डेंटल केयर के लिए अपने वेटेरनरी डॉक्टर से जरूर बात करें और इस बारे में टिप्स लें।
जब छोडऩा हो अकेला 
अगर आप अपने डॉग को या पेट को घर पर अकेला छोड़कर जा रहे हों तो उसके लिए इंस्ट्रूमेंटल ट्यून या सॉफ्ट म्यूजिक प्ले करके जाएं। आप चाहें तो अपनी रिकॉर्डेड आवाज भी प्ले करके जा सकते हैं। इससे उसे आपके घर में ही होने का अहसास होगा और वह शांत बना रहेगा।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


फरवरी 04, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-178 (साल-01)
2. मंगलवार, फरवरी 04, 2020
3. शक-1941, माघ - शुक्ल पक्ष, तिथि- दसमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 07:02,सूर्यास्त 05:58
5. न्‍यूनतम तापमान 8+ डी.सै.,अधिकतम-23+ डी.सै., हल्की बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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cont.:-935030275
 (सर्वाधिकार सुरक्षित)


 


एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...