रविवार, 29 नवंबर 2020

दिल्लीः लड़ाई लड़ने को तैयार किसान

किसानों की लंबी चलेगी लड़ाई, दिल्ली में महीनों का अन्न पानी लेकर आए हैं साथ देखिये तस्वीरें


नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में पास किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। पंजाब से चले किसानों ने हरियाणा के रास्ते दिल्ली कूच किया। लेकिन पुलिस द्वारा बॉर्डर पर ही किसानों को रोक दिया गया। पुलिस के साथ किसानों की झड़प भी हुई लेकिन किसान पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे हैं। किसान अपने साथ ट्रकों में राशन भरकर लाए हैं। और लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं। किसानों के पास राशन, दूध, सब्जी कंबल कपड़े गैस चूल्हा समेत अन्य सामान है। इन्हीं ट्रकों और ट्रैक्टरों में किसान अपना राशन रहने का सामान लाए हैं। ताकि अगर प्रदर्शन और धरना लंबे वक्त तक चले तो इस्तेमाल किया जा सके। उनका कहना है। कि ट्रॉलियों में 6 महीने का राशन आदि लदा है। पंजाब के अनेक हिस्सों से बहादुरगढ़ पहुंचे किसान अपने आंदोलन की लड़ाई को लंबी चलाने के लिए भी पूरी तरह से तैयार हैं। किसानों के अलग-अलग जत्थों में भोजन बनाने के लिए अलग-अलग टीमें गठित हैं। ये सड़क किनारे ही अलग-अलग ग्रुप में भोजन बना रहे हैं।
अंबाला-पटियाला बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान दिल्ली कूच के लिए निकले लेकिन पुलिस द्वारा रोक दिया गया। पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया आंसू गैस के गोले मारे और पानी की बौछारें छोड़ीं। इस दौरान किसान ट्रक ट्रैक्टर पर मुस्तैद रहे।
बता दें कि इस प्रदर्शन में करीब 30 से अधिक किसान संगठन शामिल हैं। जो कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। पंजाब से चले ये किसान हरियाणा के रास्ते दिल्ली आने की कोशिश में हैं। ताकि राजधानी में ही प्रदर्शन कर सकें। किसानों की ओर से पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के अलग-अलग हिस्सों से दिल्ली आने की कोशिश की जा रही है।
पंजाब से आए जसविंदर सिंह, विक्रम सिंह, हरविंद्र आदि ने कहा कि वे शांति प्रिय ढंग से दिल्ली जाना चाहते थे। उन्हें नाजायज रूप से तंग किया गया। वॉटर कैनन व टीयर गैस का इस्तेमाल कर उन्हें उकसाने का प्रयास किया गया। अब उन्हें रामलीला मैदान की जगह बुराड़ी भेजा जा रहा है।
उन्हें यह मंजूर नहीं हे। उनके अनुसार सैकड़ों ट्रॉलियों में पहुंचे किसान पूरे प्रबंध के साथ आए हैं। फिलहाल हजारों किसानों ने टीकरी बॉर्डर पर डेरा डाल लिया है। ये किसान यहीं पर शांतिपूर्वक धरना दे रहे हैं।             


आतंकियों के निशाने पर 'सीएम' खट्टर

खालिस्तानी आंतकियों के निशाने पर सीएम मनोहर लाल खट्टर, पोस्टर वायरल


राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा में किसान आंदोलन की आड़ में असामाजिक तत्वों द्वारा पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने संबंधी वीडियो वायरल हो रहे हैं। यह के किसान आंदोलन दौरान सोनीपत व पानीपत के बीच होने की खबर है। यहीं नहीं इसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल के लिए धमकी भरा पोस्टर जारी होने की भी खबरें सामने आई हैं। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के इशारे पर चलने वाले आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नु ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को धमकी दी है। इंटेलिजेंस ब्यूरो की ओर से इस बारे में हरियाणा की खुफिया एजेंसियों को न केवल सूचना दे दी गई है। बल्कि उन्हें सतर्क भी कर दिया गया है। हालांकि राज्य की खुफिया एजेंसियों ने आइबी की ओर से ऐसी कोई सूचना रिकार्ड में आने से इन्कार किया है। हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव ने इन सूचनाओं पर किसी तरह की टिप्पणी नहीं की लेकिन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) नवदीप सिंह विर्क ने इन्हें हाल फिलहाल तक अफवाह तथा शरारती तत्वों की कारस्तानी करार दिया है। इसके बावजूद सीआइडी प्रमुख आलोक मित्तल किसी भी तरह की सूचना को हल्‍के में नहीं ले रहे और उन्होंने मुख्यमंत्री के सुरक्षा घेरे की समीक्षा शुरू कर दी है। सिख फार जस्टिस के अध्य्क्ष गुरपतवंत पन्नु
बता दें कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन एसजेएफ के चीफ की ओर से एक पोस्टर जारी किया गया है, जिसमें लिखा है। कि मनोहर लाल का वारंट जारी किया जाए। केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले ही सिख फार जस्टिस के अध्य्क्ष गुरपतवंत पन्नु को आतंकवादी घोषित किया है। इसकी गैरकानूनी गतिविधियों की जांच फिलहाल एनआइए कर रही है। पन्नु खालिस्तान के समर्थन में पिछले काफी समय से भारत में अलग-अलग जगहों पर फोन कर रहा है। यह फोन काल रिकार्डेड होती है। जिसे हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज भी सुन चुके हैं। और उन्होंने ऐसे फोन काल का कड़ा संज्ञान लेते हुए पुलिस अधिकारियों को मुस्तैद रहने के लिए कह रखा है।             


कंगारुओं ने फिर की गेंदबाजों की पिटाईं

सिडनी। आस्ट्रेलिया में खेले जा रहे दूसरे वनडे में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक बार फिर भारत के सामने 390 रनों का विशाल लक्ष्य रखा है। कंगारू टीम के लिए एक बार फिर पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ ने शानदार शतक जमाते हुए ऑस्ट्रेलिया को इस विशाल स्कोर तक पहुंचने में उपयोगी योगदान दिया। स्मिथ के अलावा कप्तान एरोन फिंच (60) और डेविड वॉर्नर (83), मार्नस लाबुशेन (70) और ग्लेन मैक्सवेल (63) ने भी अपनी-अपनी हाफ सेंचुरी जमाई। कंगारू टीम के लिए उसके टॉप 5 बल्लेबाजों ने 50 या इससे ज्यादा रन बनाए।               


पुतिन की गर्लफ्रेंड कमाई 75 करोड़ सालाना

ये है रूस के राष्ट्रपति पुतिन की गर्लफ्रेंड कमाई, जानकर उड़ जाएंगे होश


मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बारे में यूं तो आप बहुत सी बातें जानते होंगे। उनकी फिटनेस को लेकर अक्सर चर्चाएं होती रहती हैं। लेकिन कथित तौर पर उनकी एक गर्लफ्रेंड भी है जिसकी सालाना कमाई जानकर आप चौंक जाएंगे। उनकी गर्लफ्रेंड एक मीडिया कंपनी की मालिक है। पुतिन की कथित गर्लफ्रेंड अलीना कबाएवा के टैक्स रिकॉर्ड के सामने आने के बाद उनकी कमाई का खुलासा हुआ है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कथित गर्लफ्रेंड अलीना कबाएवा का टैक्स रिकॉर्ड सामने आया है, जिसमें यह खुलासा हुआ है कि वह हर साल लगभग 75 लाख पाउंड यानी करीब 75 करोड़ रुपये कमाती हैं।
अलीना कबाएवा पेशे से एक मीडिया कंपनी की बॉस भी हैं। अलीना के बारे में एक बात भी काफी गौर करने वाली है कि उनकी मुलाकात राष्ट्रपति पुतिन से साल 2001 में हुई थी। तब वह सिर्फ 18 साल की थीं। अलीना अपनी जिंदगी में मस्त रहती हैं पिछले महीने उनके एक दोस्त ने दावा किया था कि जुड़वां बच्चों को जन्म देने के बाद अलीना अपने दोस्तों के संपर्क से दूर हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने ओलंपिक का गोल्ड मेडल भी अपने नाम किया है। उनकी आय के बारे में बहुत कम लोगों को पता है मगर सेंट्रल टैक्स सर्विस की डेटाबेस के मुताबिक उनकी आधिकारिक आए 78.54 करोड रुबल है। रूसी मीडिया में खासतौर पर क्रेमिनल समूह ने इस बात का खंडन किया है कि पुतिन और अलीना के बीच में किसी तरह का कोई संबंध नहीं है।           


देश में 94 लाख से अधिक वायरस संक्रमित

देश में कोरोना संक्रमण के मामले 94 लाख के करीब


हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर करीब 94 लाख हो गए हैं, जिनमें से 88 लाख से अधिक लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं और लोगों के स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर और सुधरकर 93.71 प्रतिशत हो गई है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 41,810 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 93,92,919 हो गई है तथा 496 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,36,696 हो गई है।


देश में लगातार 19वें दिन उपचाराधीन मामलों की संख्या पांच लाख से कम बनी हुई है। भारत में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4,53,956 है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 4.83 फीसदी है। देश में संक्रमण के बाद स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 88,02,267 हो गई है, जिसके बाद लोगों के स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 93.71 प्रतिशत है।


जबकि कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की दर 1.46 फीसदी है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक 28 नवंबर तक 13.92 करोड़ नमूनों की जांच की जा चुकी है जिनमें से 12,83,449 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई।


भारत में सात अगस्त को संक्रमित लोगों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।                              


वित्तीय मदद को लेकर सरकार पर निशाना

पालूराम


नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की ओर से वित्तीय मदद बंद होने के बाद अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए 60 लाख रुपये की छात्रवृत्ति अटक जाने का दावा करने वाली मीडिया रिपोर्ट के मद्देनजर सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि ‘‘भारत को लेकर भाजपा तथा आरएसएस की सोच के अनुसार शिक्षा तक आदिवासियों और दलितों की पहुंच नहीं होनी’’ चाहिए।                  


करोड़ों की परियोजनाओं का शिलान्यास किया

जिला पंचायत की 12 करोड़ रुपए की लागत से 59 परियोजनाओं का वर्चुअल शिलान्यास


कौशाम्बी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से जिला पंचायत कौशाम्बी की 12 करोड़ रुपए की लागत से 59 परियोजनाओं का वर्चुअल शिलान्यास किया। इसी क्रम में जनपद कौशांबी के जिला पंचायत कार्यालय में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अवध रानी की उपस्थिति में इन 59 परियोजनाओं का फीता काटकर जन कल्याण के लिए लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष अवधरानी ने जनपद वासियों को भरोसा दिलाया है कि विकास कार्यों में और तेजी आएगी। जो भी जरूरी कार्य होंगे वह निश्चित रूप से कराए जाएंगे।उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में नाले, सड़क,खड़ंजा की अधिक आवश्यकता है और इसीलिए जिला पंचायत ने इन कार्यों को प्राथमिकता से कराना शुरू किया है। जिले में जिला पंचायत द्वारा साल भर के अन्दर लगभग 650 कार्य पूरे कराए जा चुके हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष अवध रानी ने कहा कि विकास कार्यों में जनता के सहयोग की जरूरत होती है और उन्हें सभी क्षेत्रों में जनता का भरपूर सहयोग मिल रहा है।इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि जगजीत सिंह अपर मुख्य अधिकारी रणमत सिंह अभियंता अखिलेश थर्मल सहायक लिपिक रमेश चंद्र शुक्ल आदि लोग मौजूद रहे।


राजकुमार


कौशांबी: जिला कारागार पहुंचे डीएम-एसपी

अचानक जिला कारागार पहुंचे डीएम-एसपी, लिया जायजा


कौशाम्बी। रविवार को अचानक जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक अपर पुलिस अधीक्षक जिला कारागार पहुंच गए हैं। वहां अधिकारियों ने कारागार की व्यवस्था का जायजा लिया है। अधिकारियों के कारागार पहुंचने के बाद वहां हड़कंप मचा रहा निरीक्षण के दौरान कैदियों को दिए जाने वाले भोजन और साफ-सफाई का अधिकारियों ने विधिवत निरीक्षण किया है।निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने कारागार प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। रविवार को जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह  पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन तथा अपर पुलिस अधीक्षक के साथ जिला कारागार निरीक्षण में क्षेत्राधिकारी भी मौजूद थे। जिला कारागार पहुंचे अधिकारियों ने सबसे पहले जिला कारागार की आवासीय बैरको को देखा और वहां की अव्यवस्थाओं पर कड़ी नाराजगी जताते हुए व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। इसके बाद अधिकारियों ने जिला कारागार के कार्यालय व परिसर में साफ सफाई का निरीक्षण किया और निर्देश दिया है, कि कारागार की साफ सफाई और बेहतर बनाई जाए निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने जिला कारागार की चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया तथा सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये है।


राजकुमार


किसान आंदोलन सरकार की चूल हिलाएगा

राणा ओबराय


किसान-किसान में कितना होता है फर्क, किसान का संघर्ष है अलग अलग, किसान रूपी आंदोलन भाजपा सरकार की चूले हिलाने का करेगा काम


चंडीगढ। हरियाणा सरकार की लिए सिरदर्द बने किसानों के ऊपर मुकदमे बनाये जा रहे है। हरियाणा सरकार दलील दे रही है कि यह हरियाणा के किसान नही, बल्कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह के भेजे हुए लोग हैं। बहरहाल लोग कही के हो या किसने भी भेजे हो पर मामला तो किसानों से जुड़ा हैं। भारत औऱ हरियाणा का बड़ा नारा है, जय जवान जय किसान राजनीतिक जानकारों का मानना है कि हरियाणा के असली किसानों की सहानुभूति भी इन संघर्ष कर रहे किसानों को मिल सकती है। इसलिए केंद्र और हरियाणा सरकार को टकराव का रास्ता छोड़कर तुरंत इस मामले को खत्म करना चाहिए नही तो यह खट्टर सरकार के लिए बहुत बड़ी परेशानी बन सकती है। किसानों और अन्य राजनीतिक दलों का कहना है कि जब भाजपा सत्ता में आने का संघर्ष कर रही थी तब उनके साथ हरियाणा का किसान नही था। सिर्फ भाजपा के नेता और कार्यकर्ता ही किसानों को बेवकूफ बना कर कपड़े उतार प्रदर्शन करते थे। जनता को झूठे वादे दिखा कर भाजपा ने हरियाणा में सत्ता पर कब्जा किया है। अब यही किसान रूपी आंदोलन भाजपा सरकार की चूले हिलाने का काम करेगा।                                         


सभी छात्रों को निशुल्क टेबलेट देगी सरकार

हरियाणा में स्कूली छात्रों के लिए खुशखबरी टैबलेट देगी सरकार, जानिये फॉर्मूला


राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने स्कूली छात्रों के लिए डिजिटल शिक्षा के मद्देनजर छात्रों की सुविधा के लिए एक अहम फैसला लिया है। सरकार स्कूली छात्रों को टैबलेट देने वाली है। सरकार ने कोरोना को ध्यान में रखते हुए सरकारी स्कूलों के बच्चों को नि:शुल्क टैबलेट देने की योजना बनाई है। ये टैबलेट बारहवीं कक्षा के बाद वापस स्कूल को सौंपना होगा। सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे कक्षा आठवीं से बारहवीं के सभी वर्गों जैसे सामान्य श्रेणी अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के साथ-साथ अल्पसंख्यक वर्गों के लड़के व लड़कियों को डिजिटल एजुकेशन की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए टैबलेट देने का प्रस्ताव हरियाणा सरकार के पास विचाराधीन है। पुस्तकालय की तर्ज पर इस योजना में यह टैबलेट विभाग की संपत्ति होगी जिसे विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाया जाएगा और बारहवीं पास करने पर विद्यार्थियों को यह टैबलेट स्कूल को वापस लौटाना होगा। इसमें प्री-लोडेड कंटेंट के तौर पर डिजिटल पुस्तकों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के टेस्ट वीडियो और अन्य सामग्री भी रहेगी जो सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रमों के अनुसार होगी तथा कक्षावार होगी। इससे न केवल विद्यार्थियों को घर बैठे ही विभिन्न विषयों की पढ़ाई करने की सुविधा मिलेगी बल्कि अब वे ऑनलाइन परीक्षा भी दे सकेंगे।


रानी की फिर होगी हरियाणा में वापसी

आईएएस रानी नागर की फिर होगी हरियाणा में वापसी, पहले दिया था इस्तीफा


राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा कैडर की 2014 बैच की महिला आईएएस रानी नागर ने 6 माह पूर्व इस्तीफा दे दिया था। लेकिन अब उनको जल्द हरियाणा में ही पोस्टिंग मिल सकती है। उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। इसके बाद उन्हें पोस्टिंग के लिए प्रतीक्षा में रखा गया है। रानी नागर ने 4 मई को अपना त्यागपत्र तत्कालीन मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा को भेजा था। जिसमें उन्होंने इसकी वजह सरकारी ड्यूटी के दौरान निजी सुरक्षा पर खतरे का उन्होंने अपने त्यागपत्र की प्रति सोशल मीडिया पर भी अपलोड की थी। राज्य सरकार ने उन्हें उनके गृह राज्य उत्तर प्रदेश में इंटर कैडर ट्रांसफर करने की अनुशंसा की। मुख्य सचिव कार्यालय की वेबसाइट पर उन्हें 11 नवंबर 2020 नई पोस्टिंग के आदेशों की प्रतीक्षा में दर्शाया जा रहा है।               


सरकारः किराये पर सस्ते फ्लैट देने की तैयारी

किराये पर सस्ते फ्लैट देने की तैयारी, देखिये क्या है स्कीम 


नई दिल्ली। केन्द्र सरकार आम लोगों को जल्‍द ही बड़ी राहत देने वाली है। दरअसल सरकार अब किराये पर घर लेकर रहने के लिए चुकाने वाले मोटी रकम से निजात देने वाली है। पीएम आवास योजना के तहत शहर की जानी मानी कॉलनियों में आपको मकान मात्र 2500 रुपये से लेकर 3000 रुपये में किराए पर मिलेंगे। हालांकि शहर में यह सस्‍ते घर का फायदा एक खास वर्ग के लिए ही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहर के मजदूरों को किराये पर मकान मिलेंगे। एनआइटी डबुआ कॉलोनी तथा बापू नगर, बल्लभगढ़ में 2296 मकान खाली पड़े हैं। इन मकानों को किराये पर देने की योजना तैयार कर ली गई है। नगर निगम की ओर से डबुआ कॉलोनी में 2500 रुपये और बापू नगर में 3000 रुपये मासिक किराये का प्रस्ताव तैयार किया गया है। निगमायुक्त डा. यश गर्ग की ओर से प्रस्ताव को मंजूरी के लिए शहरी स्थानीय निकाय विभाग को भेजा जाएगा। वहीं इस मामले में निगमायुक्त डा. यश गर्ग का कहना है। कि शनिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना की टीम शहर में आएगी। हम इस टीम के साथ डबुआ कॉलोनी का दौरा करेंगे। हम प्रयास कर रहे हैं। कि मजदूरों को किराये पर मकान उपलब्ध करा दिए जाएं। मकानों में सीवर, पानी के कनेक्शन दिए जाएंगे। बता दें कि कई वर्ष पूर्व केंद्र की योजना के तहत बापू नगर में बनाए गए 1280 मकानों में से 149 मकान जरूरतमंद को जारी कर दिए गए थे। ऐसे ही डबुआ कॉलोनी के 1968 में से 203 मकान जारी किए गए थे। बाकी मकान इन दिनों जर्जर हालत में हैं। पिछले दिनों प्रधानमंत्री आवास योजना की टीम ने शहर का दौरा किया था। नगर निगम के साथ जब यह टीम डबुआ कॉलोनी में गई थी। तो उस समय चर्चा हुई थी। कि जब तक स्थायी रूप से जरूरतमंद लोगों को मकान जारी नहीं किए जाते तब तक यह मकान मजदूरों को किराये पर दे दिए जाएं।             


कोरोना मौतों से ज्यादा लोगों ने की आत्महत्या

इस देश में कोरोना मौतों से ज्यादा लोगों ने किया सुसाइड, आंकड़ा कर देगा हैरान


टोक्यो। कोरोना के कुल मामले अब तक एक लाख 42 हजार हैं। जापान में बड़ी संख्या में सुसाइड से लोगों की मौतें हो गई हैं। सिर्फ अक्टूबर 2020 में जापान में सुसाइड से 2153 लोगों की जान चली गई। वहीं कोरोना से जापान में कुल मौतों की संख्या अब तक 2087 है। यानी पूरे साल में कोरोना से जितनी मौतें हुई हैं। उससे अधिक सिर्फ एक महीने में सुसाइड से हो गई। जापान की सरकार ने खुद सुसाइड का डेटा जारी किया है। जापान की आबादी करीब 12 करोड़ है। यहां कोरोना के कुल मामले अब तक एक लाख 42 हजार हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना से जापान में सिर्फ 2087 लोगों की मौतें हुई हैं। लेकिन महामारी की वजह से काफी लोगों की जिंदगी प्रभावित हो रही है। कोरोना की वजह से लोग तनाव में हैं।और काफी लोगों की सैलरी भी कम कर दी गई है।
एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है। कि कोरोना महामारी की वजह से मानसिक स्वास्थ्य संकट पैदा हो सकता है। बड़े पैमाने पर लोग बेरोजगार हो सकते हैं। सोशल आइसोलेशन के शिकार हो सकते हैं और एन्जाइटी से जूझने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ सकती है। जापान दुनिया के चुनिंदा उन देशों में है।जहां समय से सुसाइड के डेटा जारी किए जाते हैं। अमेरिकी सरकार ने 2018 के बाद के सुसाइड डेटा जारी नहीं किए हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है। कि जापान के सुसाइड के आंकड़ों से अन्य देशों के हालात से जुड़े संकेत भी मिल सकते हैं। 
टोक्यो यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर और सुसाइड मामलों के एक्सपर्ट मिशिको उएडा ने कहा कि जापान में लॉकडाउन भी नहीं था। यहां कोरोना का प्रभाव अन्य देशों के मुकाबले कम था।फिर भी सुसाइड के आंकड़ों में इजाफा हुआ है। इससे यह पता चलता है। कि अन्य देशों में सुसाइड का आंकड़ा शायद इससे भी अधिक होगा हालांकि, जापान में पहले से सुसाइड की दर अधिक रही है। 2016 में सुसाइड से होने वाली मौतों की दर प्रति एक लाख लोगों पर 18.5 थी। साउथ कोरिया के बाद यह दर दुनिया में सबसे अधिक थी। वहीं, वैश्विक स्तर पर सुसाइड की दर प्रति एक लाख लोगों पर 10.6 थी। 2019 में जापान में कुल 20 हजार लोगों की मौत सुसाइड से हो गई थी। वहीं, पिछले साल के अक्टूबर के मुकाबले इस साल अक्टूबर में महिलाओं में सुसाइड की दर 83 फीसदी बढ़ गई, जबकि पुरुषों में सुसाइड के मामले 22 फीसदी बढ़ गए। इससे यह भी समझा जा रहा है। कि महामारी की मार महिलाओं पर अधिक पड़ी।                             


2 माह में 7,425 रूपये सस्ता हुआ सोना

अगस्त से 7425 रुपये सस्ता हो चुका है सोना, क्या फिर बढ़ेगी चमक
    अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। शुक्रवार को बुलियन मार्केट में 24 कैरेट सोना 48829 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ। 7 अगस्त को सोना 56254 रुपये के अपने ऑल टाइम हाई स्तर पर पहुंच गया था। तबसे सोने की कीमतों में 7425 रुपये की गिरावट आ चुकी है। इसी तरह चांदी ने भी 7 अगस्त को अपना ऑल टाइम हाई स्तर छू लिया था। तब चांदी 76008 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गई थी। लेकिन 27 नवंबर को इसका भाव 60069 रुपये रह गया। इस दौरान चांदी की कीमत में 15939 रुपये की गिरावट आई। कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन के मोर्चे पर सकारात्मक खबरों से सोने की कीमतों में गिरावट आ रही है। विशेषज्ञों का कहना है। कि ग्लोबल इकॉनमी में सुधार और अमेरिका तथा चीन के बीच तनाव कम होने से निवेशक सोने को छोड़कर शेयरों का रुख कर रहे हैं। यही वजह है। कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में भारी उछाल की संभावना नहीं है। रॉयटर्स के मुताबिक डॉलर के कमजोर होने कोविज-19 वैक्सीन को लेकर उम्मीद जगने और इकॉनमी में रिकवरी के कारण निवेशकों का रुख इच्टिीज की तरफ हुआ है। इससे सोने की कीमतों में और गिरावट आ सकती है। स्टोनएक्स ग्रुप इंक के आर ओ कॉनेल ने कहा कि वैक्सीन कोई इलाज नहीं है। और संक्रमण के मामलों में तेजी चिंता का विषय है। यह इकॉनमी के लिए भी अच्छी खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि निगेटिव इंट्रेस्ट रेट जारी रहेंगे। एंजल ब्रोकिंग में कमोडिटी और करेंसी के डिप्टी वाइस प्रेजिडेंट अनुज गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन के बारे में सकारात्मक खबरों से दुनियाभर में सोने की कीमतों में गिरावट आ रही है। इसके बावजूद अगले एक साल में सोना 57000 से 60000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि सोने में निवेश लॉन्ग टर्म में फायदे का सौदा है। हालांकि उन्होंने साथ ही कहा कि सोने में निवेश से पहले हर पहलू पर गौर करना चाहिए।                           


अजीबः मृत व्यक्ति को मिला योजना का लाभ

 प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मरे हुए व्यक्ति को मिला सरकारी घर, अधिकारियों में हड़कंप


गढवा। अजीब तरह का मामला सामने आया है। झारखंड के शहर गढ़वा से एक अजीब तरह का मामला सामने आया जहां चार साल पहले मर चुके एक व्यक्ति के नाम पर सरकार ने आवास दिया। हद तो तब और हो गई जब उसी मृत व्यक्ति के नाम पर पिछले महीने बैंक जाकर पैसा भी निकाल लिया गया। मृतक के बैंक से पैसे निकालने और आवास मिलने की घटना लोगों में चर्चा का विषय बन गई। दरअसल, ये मामला जिले के डंडई प्रखण्ड के जरही गांव का है। जहां धनेसर राम नामक एक व्यक्ति को पीएम आवास 2016-17 में मिला था। और उसने पीएम आवास की प्रथम क़िस्त यानी चालीस हजार की निकासी भी पिछले महीने यानी 20 अक्टूबर 2020 बैंक से कर लिया है. वहीं, कुछ दिन बाद खुलासा हुआ कि वह व्यक्ति चार वर्ष पहले ही मर चुका है।
इस बात की जानकारी मिलते ही प्रखण्ड से लेकर जिला तक के अधिकारियों में बेचैनी देखी जा रही है। मृतक के पोते धर्मेंद्र ने कहा कि मेरे बाबा के नाम पर पीएम आवास आया है।और पिछले महीने 40 हजार की निकासी भी हुई है। उसने इसकी शिकायत बीडीओ को लिखित रूप में की है। दूसरी ओर जिले में बैठे अधिकारियों को जब इस मामले की जैसे ही भनक लगी उन्होंने तुरन्त इसकी जांच का जिम्मा बीडीओ को दे दिया। डीआरडीए सह प्रभारी जिला अधिकारी अनिल क्लोमेंट ओढ़या का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। हमने जांच का आदेश दिया है। और बहुत जल्द खुलासा कर मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। झारखंड सहित देश में कई ऐसे मामले सामने आए हैं। जहां मृतक को जिंदा और जिंदा को मृतक बताकर योजनाओं में हेराफेरी की गई है। गढ़वा का यह मामला पहला ही है। जहां मृतक व्यक्ति को योजना का लाभ तो मिला ही साथ ही मृतक व्यक्ति के बैंक खाते से पैसे की निकासी भी की गई है।                               


आईपीएस मनीषा चौधरी को किया रिलीव

आईपीएस मनीषा चौधरी को हरियाणा सरकार ने किया रिलीव, अब चंडीगढ़ में होंगी ट्रैफिक एसएसपी


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने आईपीएस मनीषा चौधरी को रिलीव कर दिया है। इस संबंध में गृह मंत्रालय के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी राजीव अरोड़ा की ओर से शनिवार को पत्र जारी किया। इसके साथ ही पानीपत की एसपी मनीषा चौधरी को तत्काल प्रभाव से रिलीव करने का निर्देश दिया गया है। आपको बता दें कि हरियाणा कैडर की आईपीएस मनीषा चौधरी को केंद्र सरकार ने 10 नवंबर को चंडीगढ़ की सिक्योरिटी और ट्रैफिक एसएसपी के पद पर पदोन्नत किया था, लेकिन रिलीविंग को होल्ड कर लिया था। एसपी मनीषा चौधरी समेत तीन पुलिस अफसरों के खिलाफ पूर्व पार्षद हरीश शर्मा और उनके सहयोगी राजेश शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज है। पूर्व पार्षद हरीश शर्मा ने 19 नवंबर को बिंझौल नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। उनको बचाने के प्रयास में सहयोगी राजेश शर्मा की भी डूबने से मौत हुई थी।
पूर्व पार्षद के परिजनों ने एसपी मनीषा चौधरी, तत्कालीन तहसील कैंप चौकी इंचार्ज बलजीत और एसआई हरबीर को दोषी ठहराया था। काफी हंगामे और गृह मंत्री अनिल विज के हस्तक्षेप के बाद एसपी मनीषा चौधरी समेत तीनों पुलिस अफसरों के खिलाफ 23 नवंबर को मॉडल टाउन थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया और इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई।
पूर्व पार्षद हरीश शर्मा के परिजनों का कहना है। कि आईपीएस मनीषा चौधरी पानीपत की SP रहते हुए उनके खिलाफ होने वाली जांच को प्रभावित कर सकती हैं। इसलिए वह एसपी के ट्रांसफर और बाकी दो पुलिस अफसरों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। हरियाणा सरकार ने अभी तक होल्ड किए गए उनके ट्रांसफर के आदेश को बदलकर तत्काल रिलीव करने के निर्देश जारी किए हैं।
हालांकि किसान आंदोलन के कारण अभी तक इस मामले की जांच शुरू नहीं हो पाई थी। अब जांच शुरू होने से पहले ही आईपीएस मनीषा चौधरी को पानीपत एसपी के पद से रिलीव कर दिया गया है। माना जा रहा है। कि जांच प्रभावित न हो इस मकसद से रिलीव किया है।                                     


हरियाणाः बड़े प्लाटों का किया जाएगा बंटवारा

हरियाणा में बड़े प्लाटों का होगा बंटवारा, देखिये क्या योजना बना रही है सरकार


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने गुड़गांव में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता के दौरान एक अहम घोषणा की सीएम ने कहा कि सरकार हरियाणा में बड़े प्लॉटों के बंटवारे को लेकर योजना की तैयारी में है। इसके लिए पॉलिसी लगभग तैयार हो चुकी है। जिसे अगली कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा। इसमें प्रावधान ऐसा किया जा रहा है। कि बंटवारे के बाद हर हिस्से का कम से कम 100 गज का एरिया अवश्य हो। आपको बता दें कि सीएम मनोहर लाल के साथ इस बैठक में केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह, सोहना के विधायक संजय सिंह, पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता, बादशाहपुर के विधायक एवं हरियाणा कृषि उद्योग के चेयरमैन राकेश दौलताबाद उपस्थित रहे।
लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में कुल 10 शिकायतें रखी गई थी। जिनका मुख्यमंत्री ने सभी पक्षों को सुनने के बाद मौके पर निपटारा कर दिया। बैठक में एक समस्या यह भी रखी गई थी। कि वर्ष-1966-67 में प्रदेश में टाउन प्लानिंग स्कीम बनाई गई थी। और जो कॉलोनी उस स्कीम के अंतर्गत आती थी। उनमें प्लॉट का साइज भी स्कीम के अनुसार ही था। उस प्लॉट के टुकड़े अथवा बंटवारा करने पर टुकड़ों का नक्शा पास नहीं किया जाता।
इस पर सीएम ने बताया कि ऐसे मामलों के लिए राज्य सरकार ने नीति लगभग तैयार कर ली है। जिसका प्रस्ताव अगली कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा। नगर निगम द्वारा अनाधिकृत रूप से नियमों का उल्लंघन करते हुए न्यू कॉलोनी में बनाए जा रहे मकान को सील किए जाने के बाद भी उसमें निर्माण कार्य जारी रहने की शिकायत का निपटारा करते हुए सीएम ने इस मामले में पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए और कहा कि नियमों का उल्लंघन करते हुए जो अवैध निर्माण किया गया है। उसे नगर निगम के डिमोलिशन आर्डर के अनुसार हटाया जाए।
बैठक में सेक्टर-83 में मैसर्स वाटिका लैंड बेस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित की जा रही आवासीय कॉलोनी में प्लॉट बुक करवाने वालों के लिए प्लॉटों की रजिस्ट्री करवाने संबंधी रखी गई समस्या का समाधान करते हुए सीएम ने जिला प्रशासन को आदेश दिए कि जो गांव चकबंदी में हैं। उनमें बिघे-बिसवे के हिसाब से विशेष इंट्री दर्ज करके कॉलोनी का नक्शा डालकर प्लॉट अलॉटियों के प्लॉटों की रजिस्ट्री करवाई जाए। इसी कॉलोनी में बिजली की एचटी लाइन बाधा बनने के बारे में बिल्डर ने सीएम को आश्वस्त किया कि जनवरी के अंत तक उक्त लाइन को हटवा कर अलॉटियों को प्लॉट दे दिए जाएंगे।
गुड़गांव के पालम विहार में समाज के कमजोर वर्गों के लिए अलॉट किए गए ईडब्ल्यूएस प्लॉटों वाले स्थान पर पानी, बिजली, सिवरेज , सड़क आदि विकास कार्य अगले एक महीने में शुरू करवाने के आदेश नगर निगम को दिए गए। सीएम ने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों की बस्ती में सभी सुविधाएं होनी चाहिए और यह कार्य अगले वर्ष 31 मार्च तक पूरा करना सुनिश्चित करें। इसी प्रकार, सेक्टर-31 निर्माणाधीन बिश्नोई भवन के सामने टूटी सड़क की मरम्मत करने के भी आदेश दिए। नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि सैक्टर-31 में सड़क के इस भाग का निर्माण करने के लिए 38.74 लाख रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है। और अगले दो दिन में इसके टैंडर हो जाएंगे।                                    


अभिनेत्री मौनी ने शेयर किया फोटो, सनसनी

मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। साल 2007 में एकता कपूर के टीवी शो, ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली एक्ट्रेस मौनी रॉय अक्सर अपनी हॉट और बोल्ड तस्वीरों से सोशल मीडिया पर सनसनी मचाती है। इस बार भी मौनी रॉय की एक बिकिनी तस्वीर ने इंटरनेट का पारा गर्म कर दिया है। अभिनेत्री ने एक शानदार बिकनी तस्वीर पोस्ट की, जिसमें उनका परफेक्ट कर्व दिखाई दे रहा है।


गैस सिलेंडर की सब्सिडी का खुद पता लगाएं

गैस उपभोक्ता ध्यान दें- गैस सिलिंडर की कितनी आ रही है सब्सिडी, घर बैठे ऐसे करें पता


मोमिन मलिक


नई दिल्ली। भारत सरकार एक वर्ष में प्रत्येक घर के लिए 12 सिलिंडरों पर सब्सिडी देती है। 12 से ज्यादा सिलिंडर खरीदने के लिए ग्राहक को बाजार मूल्य देना होता है। अब सवाल यह है। कि अधिकांश लोगों को यह जानकारी नहीं होती है। कि उनके खाते में सब्सिडी के कितने पैसे आए हैं। यहां आप जान पाएंगे कि कैसे घर बैठे ही कैसे पता कर सकते हैं। कि आपके खाते में सब्सिडी की रकम जमा हुई है। या नहीं।
आपको तीनों पेट्रोलियम कंपनियों (एचपी, भारत और इंडेन) के टैब दिखेंगे। अपनी सिलिंडर की कंपनी पर क्लिक करें। टैब चुनने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा। मेन्यू जाएं और 17 अंकों की अपनी एलपीजी आईडी दर्ज करें। अगर एलपीजी आईडी नहीं पता है। तो क्‍ल‍िक हेअर टू नो योर एलपीजी आईडी पर जाकर इसे पता कर सकते हैं।
अब अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर एलपीजी उपभोक्ता आईडी राज्य का नाम और वितरक की जानकारी दर्ज करें। इसके बाद कैप्चा कोड भरने के बाद प्रोसेस के बटन पर क्लिक करें। प्रोसेस करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा जिस पर आपको एलपीजी आईडी दिखाई देगी।
आपके खाते का विवरण एक पॉप-अप पर दिखेगा। यहां आपके बैंक खाते और आधार कार्ड के एलपीजी खाते से लिंक होने की जानकारी के साथ ही आपको यह भी पता लगेगा कि आपने सब्सिडी का विकल्प छोड़ दिया है। या नहीं। पेज के बाईं तरह सिलिंडर बुकिंग हिस्ट्री या सब्सिडी ट्रांसफर देखें’ पर क्लिक करें। इसे क्लिक करके आपको सब्सिडी की राशि भी दिख जाएगी।                               


सुकमा: सीएएफ के जवान ने की आत्महत्या

सुकमा। सीएएफ के एक आरक्षक ने अपने कमरे में, सर्विस रायफल से खुद को गोली मार कर आत्महत्या की है। घटना सुबह करीब 8.50 बजे की है। आरक्षक का नाम दिनेश वर्मा पिता बंशीलाल वर्मा बताया जा रहा है। मृतक आरक्षक शांति नगर भिलाई का रहने वाला है और वह सुकमा में सीएएफ की 4 बटालियन में पदस्थ था। इस घटना की एसपी के एल ध्रुव ने पुष्टि की है।           


आईईडी ब्लास्ट में 1 जवान शहीद, 10 घायल

नक्सलियों ने किया आईईडी ब्लास्ट, एक जवान शहीद, 10 घायल 


जगदलपुर। नक्सली अपने कायराना हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। सुकमा जिले में नक्सलियों ने दो आईईडी ब्लास्ट किया है। इसमें 10 जवान घायल हुए है, वहीं एक जवान शहीद हो गया।घायल जवानों को इलाज के लिए रायपुर भेजा गया। पुलिस ने मिली जानकारी के अनुसार बीती देर रात ताड़मेटला के करीब हुई ब्लास्ट में घायल असिस्टेंट कमांडेंट नितिन भालेराव शहीद हो गए। 10 जवना घायल हो गए हैं वही घटना में घायल अन्य 8 जवानों को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रायपुर भेजा गया। दो जवान को हल्की चोट आई है, जिनका इलाज चिंतलनार कैपं में चल रहा है। शनिवार को सुकमा जिले के ताड़मेटला इलाके के बुर्कापाल से 6 किलोमीटर दूर ऑपरेशन से लौट रहे कोबरा 206 बटालियन के जवानों पर नक्सलियों ने आईईडी से हमला कर दिया। ब्लास्ट में 2 अफसरों सहित 10 जवान जख्मी हो गये थे। नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर बुरकापाल, तेमलवाड़ा और चिंतागुफा से ज्वाईंट ऑपरेशन चलाया गया। देर शाम को ताड़मेटला के जंगल में गश्त करते हुए जवान आगे बढ़ रहे थे कि इस दौरान जवान स्पाइक होल व आईईडी की चपेट में आ गए। घटना की पुष्टि सुकमा एसपी केएल ध्रुव ने की है।                            


गृहमंत्री के प्रस्ताव से सहमत नहीं किसान

कृषि कानून : किसानों ने घेरी राष्ट्रीय राजधानी, शाह के प्रस्ताव पर सहमत नहीं है किसान


अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। नए कृषि कानून के विरोध में सड़कों पर उतरे किसान संगठनों का प्रदर्शन रविवार को भी जारी है। दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे पंजाब और हरियाणा के किसानों के साथ उत्तर प्रदेश व अन्य प्रांतों के किसान भी जुड़ गए हैं। पंजाब, हरियाणा और यूपी के लाखों किसानों ने दिल्ली की सभी सीमाओं पर डेरा डाल दिया है। लगभर पूरी दिल्ली अब किसानों के घेरे में घिर गई है। सरकार ने किसानों से आंदोलन का रास्ता छोड़कर बातचीत के जरिए मसले का समाधान करने की अपील की है। गृहमंत्री अमित शाह ने किसानों से दिल्ली में बुराड़ी के निर्धारित ग्राउंड में शिफ्ट होने की अपील की है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि बुराड़ी ग्राउंड में किसानों के शिफ्ट होने के दूसरे ही दिन सरकार उनकी मांगों पर चर्चा करने के लिए तैयार है, लेकिन किसान सिंघू और टीकरी बॉर्डर पर जमे हैं। इनका कहना है कि हमें जंतर मंतर जाने की इजाजत दी जाए, नहीं तो यहीं प्रदर्शन करेंगे। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) समेत कई अन्य संगठनों से जुड़े किसान नेता दिल्ली की सीमाओं पर डेरा जमाए हुए हैं। उनके साथ लाखों की तादाद में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे किसानों से बुराड़ी शिफ्ट होने की अपील करने के कारण प्रदर्शनकारी किसान नाखुश हैं। उनका कहना है कि गृहमंत्री की यह शर्त ठीक नहीं है। किसान आज बैठक करने के बाद अपने आंदोलन को लेकर फैसला लेंगे कि उन्हें शाह की शर्त माननी है या नहीं।                                    


गजनी में विस्फोट, 21 की मौत 17 घायल

धमाके से दहला अफगानिस्तान, विस्फोट में 21 मरे, 17 घायल


काबुल। अफगानिस्तान के गजनी शहर में रविवार को विस्फोट में 21 लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। एरियाना न्यूज टीवी चैनल ने एक स्थानीय अस्पताल के प्रमुख का हवाला देते हुए यह जानकारी दी। गजनी में स्थानीय अस्पताल के प्रमुख ने कहा है कि मारे गए और घायल सैन्यकर्मी हैं। इससे पहले दिन में मीडिया रिपोर्ट में आठ लोगों के घायल होने की रिपोर्ट समाने आयी थी।
अफगानिस्तान टीवी प्रसारणकर्ता के अनुसार अफगानिस्तान के सैन्य अड्डे के पास एक कार में विस्फोटक उपकरण लगाया गया था। इसके विस्फोट होने से पहले कथित तौर पर सैन्य अड्डे के बाहर गोलाबारी हुई थी। इस बीच टोलो न्यूज प्रसारक ने प्रांतीय गवर्नर वाहिदुल्ला जुमाज़ादा के एक प्रवक्ता का हवाला देते हुए बताया कि आत्मघाती हमलावरों ने कार पर लदे विस्फोटकों में विस्फोट किया।                                


कोरोना के चलते सरकार ने लिया फैसला

राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। कोरोना महामारी ने सेहत के अलावा पढ़ाई पर भी गहरा असर किया है। देशभर में लाखों बच्चे मोबाइल या इंटरनेट न होने के कारण पिछले करीब 9 महीने से पढ़ाई से वंचित हैं। ऐसे में हरियाणा सरकार ने सरकारी स्कूलों के बच्चों तोहफा देते हुए नि:शुल्क टैबलेट देने की योजना बनाई है। ये टैबलेट 12वीं कक्षा पूरी करने तक छात्र अपने पास रख इस्तेमाल कर सकेंगे। हालांकि इसके बाद इसे वापस स्कूल को सौंपना होगा।


जेपीपी जमा करने की समय सीमा बढ़ाईं

नई दिल्ली। देश भर में बढ़ रहे कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए ईपीएफओ ने बुजुर्गों की सुरक्षा के मद्देनजर पेंशनरों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने पेंशनरों के लिए एक राहत भरी खबर दी है। दरअसल, ईपीएफओ ने अपने पेंशनरों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र जमा करने की समय सीमा 28 फरवरी 2021 तक बढ़ा दी है। इससे 35 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होगा।                             


स्मिथ ने केवल 64 गेंदों में ठोका शतक

केवल 64 गेंदों में स्मिथ ने ठोंका शतक, आस्ट्रेलिया ने दी भारत को 389 रनों की चुनौती


सिडनी। शानदार फार्म में चल रहे स्टीव स्मिथ के 64 गेंदों में बनाये गये शतक की मदद से आस्ट्रेलिया ने रविवार को यहां भारत के खिलाफ दूसरे वनडे में चार विकेट पर 389 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। आस्ट्रेलियाई ‘रन मशीन’ स्मिथ का यह भारत के खिलाफ 50 ओवर के प्रारूप में पांचवां शतक है और उन्होंने श्रृंखला के शुरूआती मैच में सैकड़े के बाद लगातार दूसरा शतक जमाया। पहले वनडे में शतक के लिये जिसके लिये उन्होंने 66 गेंद का सामना किया था।


स्मिथ की 104 रन की पारी के अलावा विस्फोटक सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने 77 गेंद में 83 रन बनाये जबकि कप्तान आरोन फिंच ने पहले विकेट के लिये 23 ओवर में 142 रन की साझेदारी के दौरान 60 रन का योगदान दिया।


मार्नस लाबुशेन और ग्लेन मैक्सवेल की जोड़ी ने इसी आक्रामकता को बरकरार रखते हुए आस्ट्रेलिया को विशाल स्कोर तक पहुंचाया जबकि मेहमान टीम के लिये श्रृंखला में बने रहने के लिये यह मैच जीतना जरूरी हे। लाबुशेन ने 70 और बिग हिटर मैक्सवेल ने 29 गेंद में चार छक्के और इतने ही चौके की मदद से नाबाद 63 रन बनाये।


स्मिथ ने अपनी 104 रन की पारी के दौरान 14 चौके और दो छक्के जड़े जबकि वार्नर ने सात बार गेंद सीमारेखा के पार करायी और तीन छक्के जड़े, हालांकि वह श्रेयस अय्यर के डीप से सीधे फेंके गये शानदार थ्रो के कारण अपने शतक से चूक गये।


स्मिथ ने अपने पारंपरिक अंदाज में खेलते हुए विकेट के चारों ओर शॉट जमाये और भारतीय गेंदबाजों की धज्जियां उड़ायीं। उन्हें आउट करने के लिये भारत को हरफनमौला हार्दिक पंड्या की मदद लेनी पड़ी। जिन्होंने एक साल पहले हुई पीठ की सर्जरी के बाद पहली बार गेंदबाजी की और वह अपने तीसरे ओवर में इस आस्ट्रेलियाई को लुभाकर आउट करने में भी सफल रहे। उनकी गेंद को खेलने के प्रयास में स्मिथ शार्ट थर्ड मैन पर मोहम्मद शमी को कैच दे बैठे।


इससे पहले वार्नर ने पहले ही ओवर में शमी की गेंद को बाउंड्री के लिये भेजकर आस्ट्रेलियाई पारी शुरू की। उन्होंने अपने अंदाज से बड़ी पारी खेलने के इरादे जाहिर कर दिये थे। श्रृंखला के शुरूआती मैच में काफी रन लुटाने के बाद शीर्ष तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने मेडन ओवर से शुरूआत की और विकेट से अच्छी रफ्तार हासिल की जिस पर अच्छी खासी घास थी। लेकिन वह जल्द ही लय खो बैठे और आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने धीमी शुरूआत के बाद तेजी पकड़ना शुरू किया। फिंच ने बुमराह की गेंद को बैकवर्ड स्क्वायर लेग की ओर भेजकर अपना पहला चौका जड़ा जबकि गेंदबाज की रफ्तार 146-147 किमी प्रति घंटा थी।
युवा नवदीप सैनी को जल्दी ही गेंदबाजी पर लगाया गया और वार्नर ने उनका स्वागत स्क्वायर लेग बाउंड्री पर छक्का लगाकर किया। इन परिस्थितियों में सैनी के कम अनुभव का पूरा फायदा उठाते हुए वार्नर ने उनके ओवर में दो चौके जमाये और फिर पारी के आठवें ओवमर में शमी की गेंद का भी यही हाल किया जिससे आस्ट्रेलिया ने 50 रन पूरे कर एक और मजबूत शुरूआत की। आस्ट्रेलिया ने पूरी पारी के दौरान लय बनाये रखी और भारतीय गेंदबाजों ने गर्मी में काफी पसीना बहाया।                            


सड़क हादसे में बाइक सवार शिक्षकों की मौत

बाइक सवार दो शिक्षकों की अज्ञात वाहन की चपेट में आकर मौत


 बिजनौर। धामपुर क्षेत्र में दो शिक्षकों की सड़क हादसे में मौत हो गई। ये दोनों शिक्षक एमएलसी चुनाव में प्रचार करके वापस लौट रहे थे। दोनों शिक्षक भाजपा प्रत्याशी हरि सिंह ढिल्लों के चुनाव प्रचार के लिए जनसंपर्क में गए थे। अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाइक सवार शिक्षकों के साथ यह दुर्घटना हुई।
मृतक शिक्षकों की पहचान आर एस पी इंटर कॉलेज के शिक्षक अंग्रेजी के अध्यापक प्रदीप साहिल उम्र 28 वर्ष जबकि आर एस एम इंटर कॉलेज धामपुर के शिक्षक का नाम सहदेव सारथी के रूप में हुई है। दोनों आपस में अच्छे मित्र बताए जाते हैं। घटना से शिक्षकों के परिचितों में शोक की लहर दौड़ गई है।                                 


7 हजार से कम में बढ़िया क्वालिटी स्मार्टफोन

7 हजार रुपये से कम हैं बजट और लेना चाहते हैं दमदार कैमरा क्वालिटी का स्मार्टफोन तो जरुर पढ़े ये खबर


बजट स्मार्टफोन के लिए पॉपुलर कंपनी itel ने इसी हफ्ते अपने vision 1 स्मार्टफोन का नया वेरिएंट 3 जीबी रैम+32जीबी स्टोरेज लॉन्च किया है। अच्छी बात ये है कि इतनी कम कीमत होने के बावजूद इसमें दमदार बैटरी कुल 3 कैमरे दिए गए हैं। रेडमी 9A- शाओमी का रेडमी 9A कम बजट में हॉट सेलिंग फोन है। ये फोन अभी लॉन्च हुआ है और कस्टमर्स को काफी पसंद आ रहा है। इसका स्टार्टिंग मॉडल 7 हजार रुपये से शुरु है और थोड़े ज्यादा फीचर्स वाले फोन महंगे हैं। 6.53 की एचडी फोन स्क्रीन( स्क्रीन में रीडिंग मोड भी)हीलियो जी25 ऑक्टाकोर प्रोसेसर13 मेगापिक्सल मेन कैमरा और 5 मेगापिक्सल सेल्फी कैमराफोन सी ब्लू, मिडनाइट ब्लैक और नेचर ग्रीन के कलर में मिल रहा है। रेडमी 7A- शाओमी कंपनी का रेडमी 7A भी बजट वाले स्मार्टफोन में एक अच्छा ऑप्शन है। इसके बेसिक मॉडल की कीमत 7 हजार रुपये से कम है हालांकि ज्यादा रैम और मेमोरी वाला फोन थोड़ा महंगा है। फोन ने मैट ब्लू, मैट ब्लैक, मैट गोल्ड कलर ऑप्शन5.45 इंच की एचडी फोन स्क्रीन है12 मेगापिक्सल का मेन कैमरा और 5MP का सेल्फी कैमराक्वालकॉम स्नैपड्रैगन 439 प्रोसेसर4000 mAh लाइपॉलिमर की बैटरी सैमसंग गैलेक्सी M01 Core- सैमसंग गैलेक्सी M01 Core कम बजट में बेस्ट स्मार्टफोन है। सैमसंग जैसा बड़ा ब्रांड होने के साथ साथ इसके फीचर्स काफी शानदार हैं और कीमत 7 हजार रुपये से कम है।
1GB रैम और 16 जीबी मेमोरी वाले फोन की कीमत 5499 रुपये2जीबी रैम और 32 जीबी मेमोरी वाले फोन की कीमत 6499 रुपयेफोन में ब्लू, ब्लैक और रेड कलर के ऑप्शन।           


मथुराः दुल्हन की हुई ऐसी विदाई, हुए हैरान

मथुराः दुल्हन की हुई ऐसी विदाई जिसे देख लोग रह गए हैरान


मथुरा। कान्हा की नगरी में अपनी नई नवेली दुल्हन को विदा कराने एक दुल्हा हेलिकॉप्टर से ससुराल पहुंचा। दुल्हन की कालॉनी में पहली बार किसी दुल्हन की ऐसे विदाई हुई की। जिसे देखने के लिए आसपास के क्षेत्र के लोगों की भीड़ जमा हो गई। कई लोग दौड़ते हुए ये कहते हुए पहुंचे कि देखो-देखो उड़नखटोला आया है। हर लड़की का ख्वाब होता है कि शादी के बाद उसे वही खुशियां मिलें जो उसके मां-बाप के घर मिलीं। उसकी शादी ऐसी हो जिसके हर लम्हे को वो अपनी सारी उम्र याद करे। कई लड़कियों के सपने सच होकर उन्हें पंख लगने में समय भी नहीं लगता है। ऐसा ही एक नजारा कान्हा की मथुरा में देखने को मिला जहां एक ऐसी ही दुल्हन की कहानी सामने आई है। जिसके सपनों को शादी के महज तीन दिन में ही पंख लग गए। यहां शादी के तीसरे दिन एक दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलिकॉप्टर से विदा कराने उसके घर पहुंचा। ऐसे में आस-पास के स्थानीय लोगों की भीड़ इस नज़ारे को देखने के लिए लग गई। लोग तब तक उस हेलीकॉप्टर को टकटकी लगा कर देखते रहे जबतक वो उनकी नजरों से ओझल नहीं हो गया। लोगों का कहना था कि यहां पहली बार ऐसा हुआ है, जब दुल्हाअपनी दुल्हनियां को लेने हेलीकॉप्टर से पहुंचा है। मथुरा जनपद स्थित राधा माधव नगर सिविल लाइन निवासी रक्षा पुत्री राजवीर सिंह की शादी अरूण पुत्र चौधरी जगवीर सिंह निवासी राधाकृष्ण सिटी औरंगाबाद मथुरा से 25 नवंबर के दिन हुई थी। कुछ रस्मों के चलते रक्षा की विदाई शादी के तीसरे दिन जय गुरूदेव स्थित हेलीपैड से होनी तय हुई और जब वो 27 नवंबर के दिन विदाई का वो पल आया तब वो हुआ जो किसी ने उम्मीद नहीं की थी। शुक्रवार के दिन अपनी दुल्हन को विदा कराने अरूण हेलीकॉप्टर से नजदीक के जय गुरूदेव स्थित हेलीपैड ग्राउंड में उतरा फिर रक्षा को घर से ऑडी कार से विदा करा के जय गुरूदेव स्थित हेलीपैड पहुंचा।इस दौरान लड़की के परिजन और स्थानीय लोग विदाई का गम थोड़ा सा भूल कर हेलीकॉप्टर से अपनी बेटी की विदाई की ख़ुशी में मशगूल दिखे। आखिर सवाल उनकी बेटी की खुशियों का था। हेलिकॉप्टर से दूल्हा जब दुल्हन को अपने पैतृक गांव बलदेव स्थित बरौना लेकर पहुंचा तो सभी ग्रामीण हेलिकॉप्टर से आई दुल्हन को देखने के लिए एकत्रित हो गए। जहां सभी ग्रामीणों ने दूल्हा-दुल्हन के आगमन पर रास्ते में पुष्प अर्पित कर भव्य स्वागत किया। ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में पहली बार कोई दूल्हा-दुल्हन को हेलिकॉप्टर से लेकर आया है, जिससे समस्त ग्रामीणों में खुशी की लहर है। इस मौके पर धर्मवीर, जलसिंह, लोकेश, विनोद, आशीष चौधरी, अवधेश, प्रमोद, निरंजन राणा, मूला प्रधान आदि लोगों ने हर्ष व्यक्त करते हुए पुष्प माला अर्पित कर भव्य स्वागत किया।           


यूपी गेट पर किसानों ने तोड़ी बैरिकेडिंग

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने यूपी गेट पर पुलिस द्वारा लगाई बेरिकेडिंग को तोड़ दिया है और वे दिल्ली में जाने के लिए अन्य किसान नेताओं के सिग्नल का इंतजार कर रहे हैं। वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि हमें अभी दिल्ली जाने की कोई जल्दी नहीं है।  सरकार से बातचीत के लिए तीन दिसंबर की तारीख तय हुई है, उसके बाद ही तय होगा कि आगे क्या करना है। वहीं किसानों की भीड़ बढ़ने के साथ अनियंत्रित भी होती जा रही है।  ज़्यादातर किसान सड़क पर दरियाँ बिछा कर बैठे हुए हैं जबकि किसानों का एक गुट दिल्ली-पुलिस द्वारा लगाई गई बेरिकेडिंग गिराकर जोरदार प्रदर्शन कर रहा है।


इससे पहले आंदोलन कर रहे किसानों ने यूपी पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे फ्लाइओवर के नीचे रात गुजारी। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी यहीं पर किसानों के साथ रात गुजारी। सुबह होते ही दोबारा किसान जय जवान जय किसान का नारे लगाने लगे। किसान आनंदोलन के चलते यूपी गेट पर दिल्ली व गाजियाबाद पुलिस के साथ फोर्स के जवान भी तैनात किए गए हैं। फ्लाइओवर के नीचे से दिल्ली जाने वाली लेन को बैरिकेडिंग कर बंद किया गया है। यूपी गेट फ्लाईओवर के नीचे का हिस्सा किसानों ने कब्जा कर रखा है। फ्लाइओवर के नीचे से दिल्ली की ओर जाने वाली लेन को बंद किया गया है। फ्लाईओवर के ऊपर से वाहन दिल्ली की ओर जा रहे हैं। वहीं, लिंक रोड से यूपी गेट होते हुए दिल्ली जाने वाले वाहनों को आनंद विहार की ओर डायवर्ट किया गया है, जिससे राहगीरों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए लंबा चक्कर काटना पड़ रहा है।                            


नियमों को ताक पर रख लग रहे हैं टावर

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। मोबाइल कंपनियाँ गाज़ियाबाद में अपनी सुविधाएं बेहतर करने के लिए जगह-जगह नए टावर लगा रहे हैं।  ज़्यादातर टावर लगाने वाली एजेंसियां नियमों को ताक पर रख कर संबन्धित बिल्डिंग के मालिक से समझौते के आधार पर ही टावर लगा रही हैं।  जहां टावर लगाने से बिल्डिंग स्वामी को हर महीने एक निश्चित रकम मिलने से वह शांत रहता है, वहीं इसके रेडिएशन से होने वाले संभावित खतरों को देखते हुए बहुत सी जगह इनका विरोध भी शुरू हो गया है। एक ऐसे ही मामले में ट्रांस हिंडन क्षेत्र के प्रहलाद गढ़ी में रहने वाले सचिन का कहना है कि गाँव में लगे अवैध मोबाइल टावरों के खिलाफ उन्होंने जिला प्रशासन और नगर पालिका में कई शिकायत दर्ज कराई हैं लेकिन ग्राम वासियों के विरोध के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।  आपको बता दें कि किसी भी बिल्डिंग में मोबाइल टावर लगाने से पहले संबन्धित एजेंसी को नगर पालिका से अनुमति लेनी होती है। इसके अलावा बिल्डिंग स्वामी को बिल्डिंग की मजबूती साबित करने के लिए Structure Safety Certificate भी जमा करना होता है।  सचिन का कहना है हमारे गाँव में इन नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।


क्या कहते हैं नियम


नियमानुसार किसी भी हॉस्पिटल के आसपास 100 मीटर के भीतर मोबाइल टावर नहीं लगाए जा सकते हैं। इसके अलावा यह भी देखा जाना जरूरी है कि टावर के आसपास खाली जमीन है या नहीं। वहीं अगर यदि टावर वाली बिल्डिंग के आसपास में रहने वाले लोग आपत्ति जताते हैं तो टावर नहीं लगाए जा सकते हैं।


मोबाइल टावर रेडिएशन पर बंटी है विशेषज्ञों की राय


क्या मोबाइल टावर से निकलने वाले रेडिएशन का मानव जीवन पर खतरनाक प्रभाव पड़ता है?  दरअसल इस सवाल पर वैज्ञानिकों की राय बटीं हुई है। मोबाइल टावर से निकालने वाले रेडिएशन पर दुनिया भर में बहस चल रही है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) द्वारा 1996 से 2016 के बीच 48,452 लोगों पर किए एक शोध के बाद आशंका जताई थी कि मोबाइल रेडिएशन से ब्रेन ट्यूमर होने की आशंका बढ़ जाती है।  2004 में इज़राइल में किए गए शोध से जुड़े वैज्ञानिकों का कहना था कि जो लोग मोबाइल टावर के 350 मीटर के दायरे में रहते हैं, उनमें कैंसर होने की आशंका 4 गुना बढ़ जाती है।


सुप्रीम कोर्ट ने बंद कराया था टावर


वर्ष 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनते हुए एक कैंसर पीड़ित की याचिका पर मोबाइल कंपनी को 7 दिनों के भीतर टावर बंद करने के आदेश दिए थे।  यह फैसला ग्वालियर के हरीश चंद तिवारी की याचिका पर दिया गया था। हरीश ने अपनी याचिका में कहा था कि मोबाइल टावर  के एल्क्ट्रोमेग्नेटिक रेडिएशन से उन्हें कैंसर हुआ था जिसे सुप्रीम कोर्ट ने मान लिया था।


इससे पहले वर्ष 2016 दूरसंचार मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल कर माना था कि देश में लगे 212 टावरों में रेडिएशन का उत्सर्जन तय मानकों से अधिक हो रहा है। शीर्ष अदालत इसके बाद दोषी कंपनियों पर 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था।


टावर वैध है या अवैध, ऐसे करे जांच


देश भर में मोबाइल रेडिएशन को लेकर फैली गलतफहमियों को दूर करने के इरादे से दूरसंचार विभाग ने तरंग संचार के नाम से एक वेब पोर्टल https://tarangsanchar.gov.in/emfportalशुरू किया है। इस पोर्टल पर मांगी गई डिटेल भरकर आप अपने क्षेत्र में मोबाइल टावरों की लोकेशन के साथ-साथ यह भी जान सकते हैं कि जान सकते हैं कि वह टावर तय मानकों के अनुसार लगा है या नहीं।  इसके साथ ही यदि आप अपने घर के आसपास इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन की मात्रा जानना चाहते हैं तो 4,000 रुपए के भुगतान पर आपको मंत्रालय की ओर से विस्तृत रिपोर्ट भी मिल सकती है।                         


सीएम योगी पर ओवैसी ने पलटवार किया

योगी आदित्यनाथ पर ओवैसी का पलटवार बोले- पूरी पीढ़ी खत्म हो जाएगी पर नहीं बदलेगा हैदराबाद का नाम


हैदराबाद। हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर करने के योगी आदित्यनाथ के बयान पर एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की पीढ़ी खत्म होने के बाद भी, हैदराबाद को इसी नाम से जाना जाता रहेगा।
बता दें कि इससे पहले यूपी सीएम ने शनिवार को स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर हैदराबाद के मलकजगिरी क्षेत्र में एक  मेगा रोड शो किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अगर तेलंगाना में भाजपा को वोट दिया जाता है तो शहर का नाम बदलकर भाग्यनगर रखा जाएगा। आदित्यानाथ ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद हमने फैजाबाद का नाम अयोध्या और इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर दिया। फिर हैदराबाद को भाग्यनगर के रूप में क्यों नहीं बदला जा सकता है?' इस पर ओवैसी ने तीखा पलटवार करते हुए कहा, 'आपकी पूरी पीढ़ी समाप्त हो जाएगी लेकिन शहर का नाम हैदराबाद ही रहेगा। चुनाव हैदराबाद और भाग्यनगर के बीच हैं, और यदि आप चाहते हैं कि हैदराबाद का नाम नहीं बदला जाए तो मजलिस के लिएमतदान करें।" एआइएमआइएम प्रमुख ने शनिवार देर शाम जीएचएमसी चुनावों में अपनी पार्टी के लिए प्रचार करते हुए यह बात कही। उन्होंने सवाल करते हुए कहा, 'वे (भाजपा) नाम बदलना चाहते हैं। वे सब जगह का नाम बदलना चाहते हैं। आपका नाम बदल दिया जाएगा लेकिन हैदराबाद का नाम नहीं बदला जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री यहां आते हैं और कहते हैं कि वह हैदराबाद का नाम बदलेंगे। क्या आपने ठेका लिया हुआ है?' ओवैसी ने आगे कहा, 'ऐसा नहीं लगता है कि यह हैदराबाद चुनाव है, बल्कि ऐसा लग रहा है जैसे हम नरेंद्र मोदी की जगह एक प्रधानमंत्री का चुनाव कर रहे हैं। मैं करवन में एक रैली में था और मुझे पता चला कि वहां सभी को यहां बुलाया गया था। एक बच्चे ने वहां कहा कि उन्हें ट्रंप को भी बुलाना चाहिए था। उसने सही कहा था, केवल ट्रंप (अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप) ही बचे हैं। हैदराबाद में स्थानीय निकाय चुनाव राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), एआइएमआइएम और भाजपा के बीच एक त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। भाजपा शहर में चुनाव अभियान चला रही है और कई उच्च प्रोफाइल नेता भी इस दौरान देखे गए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के अलावा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्मृति ईरानी और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने हैदराबाद में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार किया था। 150 सदस्यीय जीएचएमसी के लिए एक दिसंबर को चुनाव होना है और मतों की गिनती चार दिसंबर को होगी।             


अकबरुद्दीन और बीजेपी अध्यक्ष पर मुकदमा

विवादित बयान को लेकर अकबरुद्दीन ओवैसी और तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष पर मुकदमा दर्ज


हैदराबाद। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी और तेलंगाना प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमारके खिलाफ शनिवार को भड़काऊ भाषण देने के मामले में हैदराबाद के एसआर नगर पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि दोनों नेताओं ने ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (जीएचएमसी) के चुनाव प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण दिया था। एसआर नगर के पुलिस निरीक्षक के. सईदुलु ने कहा कि दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 505 के तहत मामला दर्ज किए गए हैं।
एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी नेबुधवार को यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि हुसैन सागर झील के तट पर बनीं पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और तेदेपा के संस्थापक एनटी रामाराव की समाधियां हटाई जाएंगी
ओवैसी ने कहा था कि जब हुसैन शाह वली द्वारा झील का निर्माण कराया गया था, तब इसका किनारा 4,700 एकड़ में फैला था लेकिन अब यह सिमट कर 700 एकड़ से भी कम रह गया है। उन्होंने कहा था कि झील के किनारे सड़क, दुकानें, लुंबिनी पार्क और दो नेताओं की समाधियां बन गई हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद बंदी संजय कुमार ने अकबरुद्दीन ओवैसी का नाम लिए बिना कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर ओवैसी में दम है तो वह समाधियों को तोड़कर दिखाएं।             


6 प्रेग्नेंट महिलाओं के साथ शादी में पहुंचे युवक

छह प्रेग्नेंट महिलाओं के साथ शादी में पहुंचे युवक की सच्चाई, जानकर खिसक जाएगी पैरों के नीचे से जमीन


एबूजा। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर बहुत तेजी के साथ वायरल हो रही है जिसमें एक युवक छह प्रेग्नेंट महिलाओं के साथ दिखाई दे रहा है। इस युवके बारे में सोशल मीडिया पर कई तरह की बाते चल रही हैं। कुछ लोग इसे अय्याश किस्म का बिजनेसमैन बता रहे हैं तो कुछ लोगों का मानना है कि, ये फोटो अलग-अलग गर्भती महिलाओं की हैं जिन्हें एडिट करके एक साथ जोड़ दिया गया है। तो आइये हम आपको बताते हैं कि, आखिर इस फोटो की सच्चाई क्या है। दरअसल, जो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें युवक छह औरतों के साथ एक शादी के समारोह में पहुंचा था। खास बात यह है कि वह शख्स उन 6महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चों के पिता होने का दावा कर रहा था। प्रीटी माइक नाम के शख्स की तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं। बताया जाता है कि यह शख्स नाइजीरिया का रहने वाला है और प्लेबॉय के रूप में काफी फेमस है। ऐसा पहली बार नहीं है कि यह शख्स इन दिनों चर्चा में आया है बल्कि इससे पहले भी वह चर्चाओं में रह चुका है। उल्लेखनीय है कि महिलाओं की आपत्तिजनक फोटो को शेयर करने के चलते यह साल 2017 में गिरफ्तार किया जा चुका था। इंटरनेट पर वायरल हुई यह तस्वीरें उस वक्त की है जब प्रीति माइक अपने एक्टर दोस्त विलियम्स उचेम्बा की शादी में पहुंचा था, जहां छह गर्भवती महिलाएं भी उसके साथ थीं।
प्रीटी माइक की पॉपुलरटी को देखते हुए कई लोगों ने इंस्टाग्राम पर यह कहा कि उन्होंने दूल्हा दुल्हन की इंपॉर्टेंस का मजा किरकिरा कर दिया है, क्योंकि सभी प्रीटी माइक की ही चर्चा कर रहे हैं।               


प्रतिषेध कानून के तहत पहला मामला दर्ज

बरेली में धर्मांतरण प्रतिषेध कानून के तहत पहला मामला दर्ज


लखनऊ। बरेली जिले में धर्मांतरण प्रतिषेध कानून के तहत पहला मामला दर्ज किया गया। अधिकारियों ने बताया कि मामला बरेली जिले के देवरनियां थाने में शनिवार को दर्ज किया गया। उत्‍तर प्रदेश के अपर मुख्‍य सचिव गृह अवनीश अवस्‍थी की ओर से रविवार को जारी बयान के अनुसार देवरनियां पुलिस थाने (बरेली) के अंतर्गत शरीफ़ नगर गांव के टीकाराम ने यह मामला दर्ज कराया है। जिसमें उसने उसी गांव के एक व्यक्ति उवैश अहमद पर उसकी बेटी को ‘‘बहला फुसलाकर’’ धर्मांतरण की कोशिश करने का आरोप लगाया। उवैश अहमद के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और नए जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने ‘उत्‍तर प्रदेश विधि विरूद्ध धर्म संपविर्तन प्रतिषेध अध्‍यादेश, 2020’ को शनिवार को मंजूरी दे दी। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की अध्‍यक्षता में पिछले मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में इस अध्‍यादेश को मंजूरी दी गई थी। इसमें विवाह के लिए छल, कपट, प्रलोभन देने या बलपूर्वक धर्मांतरण कराए जाने पर अधिकतम 10 वर्ष कारावास और जुर्माने का प्रावधान किया गया है।             


सड़कों में बने गड्ढों से मिलेगी निजात, प्रस्ताव

अब सड़कों में बने गड्ढों से मिलेगी निजात, राज्य सरकार ने मंत्रालय को 219 करोड़ के भेजे प्रस्ताव, जल्द शुरू होगा कार्य


पंकज कपूर


देहरादून। उत्तराखंड की अधिकतर सड़कें आपको टूटी और गड्ढों से भरी दिखाई पड़ती है। यहां आपको सफर करने में खासी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। चाहे उधम सिंह नगर हो या नैनीताल जिला या फिर आप को कुमाऊं से गढ़वाल या फिर अन्य मार्गों से होकर गुजरना पड़ता है, तो वहां पर अक्सर आपको साफ और अच्छी सड़कें नहीं बल्कि गड्ढों से भरी हुई सड़कों पर सफर करना पड़ता है। अब जल्द ही केंद्र सरकार की ओर से इन सड़कों की मरम्मत की जा सकती है। राज्य सरकार ने मंत्रालय को 219 करोड़ के प्रस्ताव भेजे हैं। इसी माह के अंत में यह बजट मिलने के आसार है। केंद्र ने भाजपा शासित राज्यों से सड़क बनाने के लिए 2 सितंबर 2020 को प्रस्ताव मांगे थे। जिसमें कहा गया था कि जल्द ही 219 करोड़ के प्रस्ताव बनाकर केंद्र को भेजे, ताकि जल्द बजट जारी किया जा सके, कुमाऊं और गढ़वाल मंडल की अधिकतर सड़कें टूटी और गड्ढों से भरी हुई हैं। इन मार्गो से अक्सर कई बड़ी दुर्घटनाएं सामने आई है। टूटी हुई सड़कों के कारण कई हादसों में मौत की खबरें उत्तराखंड में देखने को मिलती है। अगर जल्द ही केंद्र और राज्य सरकार इन सड़कों को गड्ढा मुक्त कर देता है तो फिर अधिकतर दुर्घटनाएं और सड़क हादसों को भी रोका जा सकता है।             


किसान कानून को सही ढंग से नहीं समझें

कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को लेकर नीति आयोग के सदस्य ने कही ये बात


पालूराम


नई दिल्ली। नीति आयोग के सदस्य (कृषि) रमेश चंद ने कहा है कि आंदोलन कर रहे किसान नए कृषि कानूनों को पूरी तरह सही प्रकार से समझ नहीं पाए हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन कानूनों में किसानों की आय को बढ़ाने की काफी क्षमता है।


चंद ने कहा कि इन कानूनों का मकसद वह नहीं है, जो आंदोलन कर रहे किसानों को समझ आ रहा है। इन कानूनों का उद्देश्य इसके बिल्कुल उलट है। चंद ने कहा, ‘‘जिस तरीके से मैं देख रहा हूं, मुझे लगता है कि आंदोलन कर रहे किसानों ने इन कानूनों को पूरी तरह या सही तरीके से समझा नहीं है।’’


उन्होंने कहा कि यदि इन कानूनों का क्रियान्वयन होता है, तो इस बात की काफी अधिक संभावना है कि किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी। कुछ राज्यों में तो किसानों की आय दोगुना तक हो जाएगी। उनसे पूछा गया था कि क्या सरकार को अब भी भरोसा है कि वह 2022 तक किसानों की आय को दोगुना कर पाएगी।


राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 27 सितंबर को तीन कृषि विधेयकों…किसान उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, 2020, कृषक (सशक्‍तीकरण व संरक्षण) मूल्य आश्‍वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक, 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 को मंजूरी दी थी।


नीति आयोग ने सदस्य ने बताया कि किसानों का कहना है कि आवश्यक वस्तु अधिनियम को हटा दिया गया है और स्टॉकिस्ट, कालाबाजारी करने वालों को पूरी छूट दे दी गई है। चंद ने इसे स्पष्ट करते हुए कहा, ‘‘वास्तव में आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन किया गया है। इसके तहत प्रावधान किया गया है कि यह कानून कब लागू होगा। यदि अनाज, तिलहन या दालों के दाम 50 प्रतिशत बढ़ जाते हैं, तो इस कानून को लागू किया जाएगा। ’’


इसी तरह यदि प्याज और टमाटर के दाम 100 प्रतिशत बढ़ जाते हैं, तो यह कानून लागू होगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब प्याज के दाम चढ़ रहे थे, तो केंद्र ने 23 अक्टूबर को यह कानून लगाया था। उन्होंने कहा उस समय यह जरूरी था। ‘‘राज्यों से स्टॉक की सीमा लगाने को भी कहा गया था।’’


उन्होंने कहा, ‘‘देश के किसी भी राज्य में कॉरपोरेट खेती की अनुमति नहीं है। कई राज्यों में ठेका खेती पहले से हो रही है। एक भी उदाहरण नहीं है, जबकि किसान की जमीन निजी क्षेत्र की कंपनी ने ली हो।’’ नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि कृषक (सशक्‍तीकरण व संरक्षण) मूल्य आश्‍वासन और कृषि सेवा पर करार कानून किसानों के पक्ष में झुका हुआ है।


कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर पर चंद ने कहा, ‘‘चालू वित्त वर्ष 2020-21 में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 3.5 प्रतिशत से कुछ अधिक रहेगी।’’ बीते वित्त वर्ष 2019-20 में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों की वृद्धि दर 3.7 प्रतिशत रही थी।


प्याज के निर्यात पर बार-बार रोक के बारे में पूछे जाने पर चंद ने कहा, ‘‘कीमतें जब भी एक दायरे से बाहर जाती हैं, तो सरकार हस्तक्षेप करती है। यह सिर्फ भारत ही नहीं, अमेरिका और ब्रिटेन में भी होता है। ’’                                  


मंडल स्तर पर प्रशिक्षण शिविर लगाएगी भाजपा

मण्डल स्तर पर प्रशिक्षण शिविर दिसंबर में लगाएगी भाजपा


कोरबा। भाजपा कार्यालय कोरबा में योजना बैठक आयोजित की गई इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा प्रदेश महामंत्री भूपेंद्र सवन्नी उपस्थित रहे। उनके साथ संभागीय प्रशिक्षण संयोजक अनिल केसरवानी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलन से की गई इसके पश्चात जिला अध्यक्ष एवं नवीन कार्यकारिणी पदाधिकारियों द्वारा भूपेंद्र सवन्नी का श्रीफल और महामाला द्वारा आत्मीय स्वागत किया गया।
तत्पश्चात भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ राजीव सिंह ने उपस्थित अतिथियों एवं कार्यकर्ताओं का स्वागत उद्बोधन व प्रस्तावना प्रस्तुत किया। भूपेंद्र सवन्नी ने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण शिविर के महत्व के बारे में बताया सवन्नी जी ने बताया कि कैसे 2015 के बाद से प्रशिक्षण कार्यक्रम को राष्ट्रीय, प्रदेश और जिला स्तरों पर इस कार्य के लिए एक समर्पित प्रशिक्षण विभाग द्वारा पूरा किया जा रहा है।
भारतीय मंडल प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत आगामी मंडल प्रशिक्षण कार्यक्रम में की जाने वाली आवश्यक तैयारी हेतु मंडल अध्यक्षों एवं संयोजकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। सवन्नी के उद्बोधन पश्चात प्रदेश उपाध्यक्ष लखन लाल देवांगन एवं रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने भी प्रशिक्षण से संबंधित जानकारी कार्यकर्ताओं से साझा की। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से रामपुर विधायक ननकी राम कंवर, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लखन देवांगन , प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विकास महतो , प्रदेशाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा भाजपा आरिफ खान, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष पवन गर्ग, भाजपा जिला महामंत्री संतोष देवांगन, जिला उपाध्यक्ष प्रफुल्ल तिवारी, आकाश सक्सेना, डॉ आलोक सिंह, उमाभारती शराफ ,जिला कोषाध्यक्ष गोपाल मोदी, सह कोषाध्यक्ष सुबोध पाण्डेय , जिला मंत्री अजय जायसवाल, नरेश टण्डन, रेणुका राठिया, राजेन्द्र राजपूत, संदीप सहगल, राजेंद्र राजपूत कार्यालय प्रभारी अमीलाल चौहान, सह प्रभारी दीपक खड़ायत जिला मीडिया प्रभारी मनोज मिश्रा, अजय चंद्रा, पुस्तकालय प्रभारी मदन गोपाल साहू 19 मंडलो के अध्यक्ष, महामंत्री एवं प्रशिक्षण संयोजक व प्रभारी समस्त मोर्चा प्रकोष्ठ के जिला प्रमुख व प्रशिक्षण वर्ग के वक्तागण व अन्य प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।             


तस्करी के लिए ले जा रहे थे 2500 कछुए

तस्करी के लिए ले जा रहे थे 2500 से ज्यादा कछुए, पुलिस ने ऐसे दबोचा


इटावा। इटावा पुलिस ने कछुआ तस्करी मामले में अंतर्जनपदीय गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 2583 कछुए, 30 किग्रा कछुआ कैल्पी, 01 ट्रक, 01 ओमनी वैन एवं अवैध असलाह भी बरामद किए गए हैं। पकड़े गए कछुओं की कुल अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपये बताई गई है। जिले में अपराध, अपराधियों एवं प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्कारी की रोकथाम के लिए एसएसपी इटावा आकाश तोमर ने जबरदस्त अभियान चलाया है। जिसके चलते इटावा पुलिस ने कछुआ तस्करी करने वाले पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 2583 कछुए बरामद हुए हैं। यह कछुए ट्रक में भरकर तस्करी के लिए ले जाए जा रहे थे। इस विशेष अभियान के तहत सभी क्षेत्राधिकारी और समस्त थाना प्रभारियों द्वारा क्षेत्र में निकलकर पूरे जनपद में सघनता से चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान थाना सैफई पुलिस टीम को सूचना मिली कि कुछ अज्ञात बदमाश करहल की ओर से एक ट्रक में भारी संख्या में अवैध कछुओं को लोड करके जसवंतनगर की ओर जाने की तैयारी कर रह रहे हैं। पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए करहल से जसवंतनगर की ओर जाने वाले रास्ते दुमीला बॉर्डर पर सघनता से चेकिंग प्रारम्भ की गई जिसमें करहल की ओर से आने वाले सभी वाहनों को सघनता से चेक किया जा रहा था।
इसी दौरान देर रात पुलिस टीम को करहल की ओर से एक ट्रक तथा मारुति वैन एक साथ आते दिखाई दिए जिसे पुलिस टीम द्वारा टॉर्च की रोशनी दिखाकर रोकने का प्रयास किया गया। जिसके बाद ट्रक चालक ने ट्रक रोक लिया और उतककर भागने लगा। रात के अंधेरे का फायदा उठाकर ड्राइवर मौके से भागने में कामयाब रहा। पुलिस टीम की घेराबंदी के दौरान ट्रक से एक और मारुति वैन से चार लोगों को पकड़ा गया है। ट्रक से भारी मात्रा में कछुए और कछुए की कैल्पी बरामद हुई है। इसके साथ ही पकड़े गए अभियुक्तों की तलाशी लेने पर अवैध असलाह तथा अवैध चाकू भी बरामद हुए हैं। पुलिस टीम की पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे सभी लोग समायन पक्षी बिहार मैनपुरी व अन्य जगहों से कछुए पकड़ने का कार्य करते हैं। तथा पकड़ने के बाद डिमांड के अनुसार विभिन्न स्थानों पर कछुओं की तस्करी का काम करते है।फिलहाल इस ट्रक में कछुए लोड कर वे लोग जनपद बरेली की ओर जा रहे थे। जानकारों के मुताबिक कछुओं की तस्करी का मुख्य इस्तेमाल दवाई आदि के लिए होता है। दरअसल सेक्सुअल पावर बढ़ाने वाली दवाइयों में कछुओं के खोल और मांस का इस्तेमाल होता है। विदेशों में इन कछुओं की कीमत काफी ज्यादा होती है। इसके अलावा कछुओं को सुख समृद्धि का सूचक भी माना जाता है। जिसके कारण कई राज्यों में इनकी काफी डिमांड है। बता दें साल 1979 में लुप्त प्राय इन कछुओं को संरक्षित घोषित कर इन्हें बचाने की मुहिम शुरू की गई थी। इसके लिए चंबल नदी के तकरीबन 425 किलोमीटर में फैले तट से सटे हुए इलाके को राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य घोषित किया गया था।             


क्रूरताः जिहादियों ने 43 लोगों का गला काटा

नाइजीरिया में क्रूरता की सारी हदें पार, जिहादियों ने 43 मजदूरों को रस्सी से बांधकर काटा गला


अबूजा। नाइजीरिया में बोको हरम के लड़ाकों ने धान के खेतों में काम करने वाले 43 मजदूरों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। वहीं, छह मजदूरों को घायल कर दिया। इस घटना को उत्तर पूर्वी नाइजीरिया के मैदुगुरी शहर में अंजाम दिया गया। जिहादी विरोधी मिलिशिया ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन मजदूरों को पहले रस्सियों से बांधा गया और फिर क्रूर तरीके से इनके गले को काट दिया गया। इस हमले में बचने वाले लोगों की मदद करने वाले मिलिशिया नेता बाबाकुरा कोलो ने बताया कि हमने घटनास्थल से 43 शवों को बरामद किया है। सभी की निर्मम तरीके से हत्या की गई है। छह अन्य बुरी तरह घायल हैं। उन्होंने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह बोको हरम का काम है, जो इस इलाके में सक्रिय है और लगातार मजदूरों पर हमला करता रहता है।
नाइजीरिया के राष्ट्रपति मोहम्मदू बुहारी ने इस हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि इन हत्याओं से पूरा देश घायल हुआ है। एक और मिलिशिया इब्राहिम लिमन ने बताया कि इस घटनाक्रम में मारे गए मजदूर उत्तर पश्चिम नाइजीरिया के सोकोतो राज्य के थे। ये सभी लोग काम की तलाश में इस इलाके में आए थे। लिमन ने बताया कि 60 मजदूरों को धान के खेत में काम करने का जिम्मा सौंपा गया था।
लिमन ने बताया कि बोको हरम के हमले में 43 लोगों की मौत हुई है और छह लोग घायल हुए हैं। वहीं, आठ लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि जिहादियों ने इन लोगों को अगवा कर लिया है। खोज अभियान में मदद करने वाले एक स्थानीय नागरिक माला बुनु ने बताया कि शवों को जाबरमारी गांव ले जाया गया है जहां उन्हें रविवार को दफन करने से पहले रखा जाएगा।                                  


मानसिक रोगियों को कोरोना से बचाने का प्रयास

कोरोना से मानसिक रोगियों को सुरक्षित रखने का होगा प्रयास… स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जारी किये नए दिशा निर्देश


अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने हाल ही मेंकोविड -19 महामारी के दौरान मानसिक रोगों के प्रबंधन के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि मानसिक विकारों से ग्रस्त कमजोर रोगियों एवं प्रथम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में कोरोनोवायरसके जोखिम को कम किया जा सके। इसके लिए सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य केंद्र और निकटवर्ती कोविड अस्पताल के बीच हॉटलाइन संपर्क स्थापित करने का भी सुझाव दिया है ताकि सेवाओंको आसानी से प्राप्त किया जा सके।
विशेष रूप से यह दिशानिर्देश ऐसे लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाये गए हैं जो कोरोना पॉजिटिव होने के साथ ही आघात या अवसाद से भी पीडि़त है याजो इस महामारी के कारण अवसाद से पीडि़त हो गए हैं और जो पहले से ही किसी गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त हैं।
इन विशेष दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए एक नोडल अधिकारी की भी नियुक्ति की जायेगी जो समय समय पर इन दिशानिर्देशोंकी समीक्षा भी करेगा और गाइड लाइन में जो भी नया अपडेशन होगा उसको मानसिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कार्यरतस्टाफएवं मानसिक स्वास्थ्य के मामले देखने वाले पेशेवरों के साथ साझा किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त गाइड लाइन मेंमानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को समुदाय में भी उपलब्ध कराने की बात की गयी है जिसके लिए समुदाय में पहले से मौजूद मानसिक रोगियों एवं कोविड-19 के दौरान आये नए मानसिक मामलों को कम करने के लिए सुरक्षात्मक उपायों का प्रचार प्रसार किया जाएगा। साथ ही डिजिटल, प्रिंट और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य एवं कोविड-19 पर सटीक तथ्यों के प्रचार- प्रसार के लिए आईईसी सामग्री का उपयोग भी किया जायेगा साथ ही मानसिक रोगी की देखभाल एवं उनके घर तक दवाईयों की सतत उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रहे गैर सरकारी संगठनों की भी मदद ली जाएगी।
गाइड लाइन में कहा गया है कि मानसिक रोगियों एवं उनकी देखभाल करने वाले लोगों को कोरोना से बचने के लिए केवल आपातकालीन परिस्थितियों में ही मानसिक स्वास्थ्य केंद्र में आना चाहिए। स्थानीय स्तर पर मानसिक रोगों से सम्बंधित दवाइयों की खरीद में कोई कठिनाई हो तो सहायता के लिए स्थानीय / राज्य / राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया जा सकता है। बुजुर्ग या ऐसे मानसिक रोगी जो ओपीडी तक जाने में असमर्थ हैं उनके लिए गृह भ्रमण जैसी सेवायें शुरू की जायेंगी साथ ही दिशानिर्देशों में यह भी कहा गया है कि महामारी का उपयोग एक अवसर के रूप में करते हुए समुदाय आधारित मानसिक सेवाओं को सुद्रढ़ बनाना चाहिए।साथ ही आपातकालीन परिस्थितियों को छोड़कर अस्पताल जाने से बचने के लिए टेली-मेडिसिन सुविधा को और भी बढ़ावा दिया जाएगा।
मानसिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल संक्रमण समिति का गठन भी किया जाएगा जो मानसिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालयद्वारा सुझाए गए नए मानदंडों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेगाताकि मानसिक रोगियों को सुरक्षित रूप से मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिया जा सके।                                       


सीएम भूपेश में नक्सली मुठभेड़ की निंदा की

मुख्यमंत्री ने सुकमा नक्सली मुठभेड़ की कड़ी निंदा की


सहायक कमांडेंट की शहादत को नमन करते हुए दी श्रद्धांजलि


घायल जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की


रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा जिले में हुये नक्सली मुठभेड़ की कड़ी निंदा करते हुए इसमें सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के सहायक कमांडेंट नितिन भालेराव की शहादत को नमन करते हुए अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है साथ ही उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस घटना में घायल जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।                             


नए कृषि कानून से किसानों को अधिकार मिलें

मन की बातः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- ‘नए कृषि कानून से किसानों को उनके अधिकार मिले’


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल में आज 18वीं बार मन की बात रेडियो कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत एक खुशखबरी शेयर करते हुए की। उन्होंने कहा कि भारत की देवी अन्नपूर्णा की 100 साल से ज्यादा पुरानी प्रतिमा कनाडा से वापस लाई जा रही है। माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा काशी के एक मंदिर से चुराकर विदेश ले जाई गई थी। जिसे अब वापस लाया जा रहा है।
की बात। पीएम के संबोधन की खास बातें-
मैं कनाडा सरकार का आभार प्रकट करता हूं कि उन्होंने भारत की धरोहर को वापस लौटाने में मदद की कुछ समय पहले वर्ल्ड हेरिटेज डे के मौके पर भी भारत ने अपनी सांस्कृतिक धरोहरों को संजोने के संकल्प को दोहराने के साथ की है। 
बीते दिनों हुए कृषि सुधारों ने किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं। काफी विचार​-विमर्श के बाद भारत की संसद ने कृषि सुधारों को कानूनी स्वरूप दिया। इन सुधारों से न सिर्फ किसानों के अनेक बंधन खत्म हुए बल्कि उन्हें नए अधिकार नए अवसर भी मिले हैं।
आज देश में कई म्यूज़ियम और लाइब्रेरी अपने कलेक्शन को पूरी तरह से डिजिटल बनाने का काम कर रहे है। अब आप घर बैठे नेशनल मुस्लिम गेट लाइंस की यात्रा कर पाएंगे।
इस महीने 12 नवंबर से डॉक्टर सलीम अली जी का 125वां जयंती समारोह शुरू हुआ है। डॉक्टर सलीम ने पक्षियों की दुनिया में बर्ड्स बंचिंग को लेकर उल्लेखनीय कार्य किए है। दुनिया में बर्ड्स बंचिंग को भारत के प्रति आकर्षित भी किया है।
मेरी भागदौड़ की जिन्दगी में मुझे भी पिछले दिनों केवड़िया में पक्षियों के साथ समय बिताने का बहुत ही यादगार अवसर मिला पक्षियों के साथ बिताया हुआ समय आरको प्रकृति से भी जोड़ेगा और पर्यावरण के लिए भी प्रेरणा देगा।
30 नवंबर को हम श्री गुरु नानक देव जी का 551वां प्रकाश पर्व मनाएंगे। मुझे महसूस होता है। कि गुरु साहब की मुझ पर विशेष कृपा रही जो उन्होंने मुझे हमेशा अपने कार्यों में बहुत करीब से जोड़ा है। भारत की संस्कृति और शास्त्र हमेशा से ही पूरी दुनिया के लिए आकर्षण के केंद्र रहे हैं। कई लोग तो इनकी खोज में भारत आए और हमेशा के लिए यहीं के होकर रह गए तो कई लोग वापस अपने देश जाकर इस संस्कृति के संवाहक बन गए। पिछले साल नवंबर में करतारपुर साहिब कॉरिडोर का खुलना बहुत ही ऐतिहासिक रहा। विदेश में रहने वाले हमारे सिख भाई-बहनों के​ लिए अब दरबार साहिब की सेवा के लिए राशि भेजना और आसान हो गया है। 5 दिसबंर को अरबिंदो की पुण्यतिथि है। श्री अरबिंदो को हम जितना पढ़ते हैं। उतनी ही गहराई हमें मिलती जाती है। मेरे युवा साथी श्री अरबिंदो को जितना जानेंगे उतना ही अपने आप को जानेंगे, खुद को समृद्ध करेंग।           


ससुराल वालों ने धर्म-परिवर्तन को किया मजबूर

वाजिद खान की पत्नी का आरोप- ससुराल वालों ने धर्म परिवर्तन को किया मजबूर


नई दिल्ली। कोरोना काल में हमने ना जाने कितने कलाकारों को खो दिया। इसमें से एक नाम संगीत की दुनिया की मशहूर जोड़ी साजिद-वाजिद के वाजिद का भी रहा। वाजिद खान का लंबी बीमारी के बाद 1 जून 2020 को निधन हो गया। इसी के बाद से साजिद-वाजिद की मशहूर जोड़ी हमेशा-हमेशा के लिए टूट गई। मगर वाजिद के निधन के बाद उनकी पत्नी कमलरुख का जीवन मुश्किलों से भरा नजर आ रहा है। कमलरुख ने वाजिद के परिवार पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। वाजिद खान की पत्नी कमलरुख ने सोशल मीडिया पर इस बात का खुलासा किया है। कि उन्हें वाजिद के परिवार द्वारा जबरदस्ती इस्लाम धर्म कबूलने के लिए कहा जा रहा है। जहां एक तरफ वे अपने पति के निधन की पीड़ा से बाहर निकल नहीं पाई हैं। वहीं दूसरी तरफ वाजिद के परिवार द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है। कमलरुख ने लेटर में अपनी भावनाएंं व्यक्त करते हुए कहा- मैं पारसी थी। और वे मुस्लिम थे। हम यूं समझ लीजिए कि कॉलेज स्वीटहार्ट्स थे। यहां तक क‍ि जब हमने शादी की तो स्पेशल मैरिज एक्ट के अंतर्गत की। मैं इस पर अपना अनुभव बताना चाहती हूं कि किस तरह से मुझे इंटरकास्ट मैरिज करने के बाद धर्म के आधार पर भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। ये बेहद शर्मनाक है। और सबकी आंखे खोल देने वाला है। अब देखने वाली बात होगी की वाजिद के परिवार की तरफ से इसपर क्या प्रतिक्रिया मिलती है।               


गृहमंत्री ने रोड शो से पहले मंदिर में दर्शन किए

अमित शाह पहुंचे हैदराबाद, रोड शो से पहले भाग्यलक्ष्मी मंदिर में किए दर्शन


हैदराबाद। तेलंगना में निकाय चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी पूरी ताकत के साथ प्रचार में लगी है। यहां हर दिन पार्टी के वरिष्ठ नेता रैलियां कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद अब गृहमंत्री अमित शाह भी वहां पहुंच गए हैं। वो रविवार को यहां रोड शो करेंगे। उनसे पहले केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और स्मृति ईरानी के अलावा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी यहां रैली की थी।
गृह मंत्री के पहुंचने पर बेगमपेट एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। गौरतलब है कि हैदराबाद में स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), एआइएमआइएम और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। भाजपा शहर में चुनाव अभियान चला रही है और इस दौरान पार्टी के कई उच्च प्रोफाइल नेता भी देखे गए हैं। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्मृति ईरानी और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने हैदराबाद में चुनाव प्रचार किया। 150 सदस्यीय जीएचएमसी के लिए एक दिसंबर को चुनाव होना है और वोटो की गिनती चार दिसंबर को होगी।                                   


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एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...