बुधवार, 13 जनवरी 2021
सरकार बनने पर समाज को नौकरियां मिलेगी
विधायक पर मुकदमा दर्ज़ कर रासुका लगाई जाए
नगर-निगम के 3 इंजीनियरों के खिलाफ नोटिस जारी
अश्वनी उपाध्याय
गाज़ियाबाद। नगर-निगम की निर्माण इकाई द्वारा गढ़ी सिकरोड़ गांव के नाले के निर्माण में मानकों का पालन नहीं हुआ है और निर्माण सामग्री की गुणवत्ता भी संतोषजनक नहीं है। तय मानकों का पालन नहीं कराने के मामले में म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने नगर निगम के तीन इंजीनियरों के खिलाफ कारण बताओ, नोटिस जारी किया है। चीफ इंजीनियर मोइनुद्दीन की जांच रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। नगर-निगम के एग्जयूकेटिव इंजीनियर देशराज सिंह, असिस्टेट इंजीनियर श्याम सिंह और जूनियर इंजीनियर योगेश कुमार के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही मुरादनगर श्मशान घाट के आरोपी अजय त्यागी की तीनों फर्मों को ब्लैक लिस्ट कर उसके भुगतान पर भी रोक लगा दी गई है। अजय त्यागी की फर्म को जिन कामों के कंट्रैक्ट मिले थे। उसे खत्म कर दिया गया है और अब नई फर्म को कंट्रैक्ट दिया गया है। अजय त्यागी के नगर-निगम में 15 काम मिले थे। इन सभी कामों का कंट्रैक्ट निरस्त कर दिया गया है। नगर निगम अब इन कामों को पूरा कराने के लिए दोबारा से टेंडर जारी करेगा। नगर-निगम में अजय त्यागी की माही कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डर्स, कृष्णा इंटरप्राइजेज और अजय त्यागी कंट्रेक्टर नाम से तीन फर्म रजिस्टर्ड है और इन्हीं फर्मों पर सभी काम लिए गये हैं। इन फर्मों द्वारा सड़क, नाला निर्माण के लिए अलावा पार्कों का भी काम लिया गया था। माही कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डर्स को 3.4 करोड़ के 7 काम, कृष्णा इंटरप्राइजेज को 36 लाख के कार्य और अजय त्यागी कंट्रेक्टर फर्म को 3.4 करोड़ के 7 काम का टेंडर ई-टेंडर प्रक्रिया के तहत मिला था। अजय त्यागी मुरादनगर श्मशान घाट हादसे का आरोपी है, इसलिए उसकी तीनों फर्मों को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। इसके अलावा उसकी फर्म द्वारा पिछले पांच साल के दौरान कराए कार्यों की भी नगर-निगम ने जांच शुरू करा दी है। म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि ठेकेदार अजय त्यागी की तीनों फर्म को ब्लैक लिस्ट करने के बाद भुगतान पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई हैं। मोरटा समेत कई जगह काम बंद करा दिए गए। इन कामों को दूसरी फर्मों से कराया जाएगा। ताकि लोगों को कोई परेशानी ना हो। गढ़ी सिकरोड में 1.34 करोड़ में माही कंस्ट्रक्शन द्वारा नाले का निर्माण किया गया था। इसकी टीएसी से जांच कराई। टीएसी ने काम संतोष जनक नहीं पाया। इस मामले में जेई, एई और एग्जयूकेटिव इंजीनियर से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
डीएम ने महिला चिकित्सालय का 'निरीक्षण' किया
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान के दृष्टिगत डीएम अजयशंकर पांडे ने महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। जहां उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन का सुरक्षित रख-रखाव एवं टीका लगाए जाने के स्थान इत्यादि का निरीक्षण किया। इसके साथ ही अभिलेखों का सत्यापन, कोविन एप से मिलान, हाथों को सैनिटाइज करने के बाद ड्राई टीका का रिहर्सल देखा। डीएम अजयशंकर पांडे ने जिला महिला अस्पताल में मॉकड्रील का भी अवलोकन किया। 16 जनवरी से शुरू होने वाले वैक्सीन अभियान को लेकर डीएम ने मौके पर मौजूद मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य मेडिकल स्टाफ को वैक्सीनेशन लगाए जाने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। कहा कि शासन स्तर से जारी गाइडलाइन का पालन किया जाये। इस मौके पर मुख्यचिकित्साधिकारी डॉ. एन के गुप्ता, संजय तेवतिया समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
भ्रष्टाचार का स्मारक बना मुरादनगर श्मशान घाट
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद/मुरादनगर। मुरादनगर में 3 जनवरी को श्मशान घाट का लैंटर गिरने से 25 लोगों की मौत हो गई थी। अब उस स्थान पर चारों ओर मलबे के ढेर लगे हुए हैं। ये मलबा उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार का ऐसा स्मारक बन गया है। जिसे ना कोई देखना चाहता है और न इसके बारे में बात करना चाहता है। ठेकेदार और कुछ अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद सरकारी विभागों में शांति है। भ्रष्टाचार पर सवाल उठाते ही जिला प्रशासन और अन्य विभाग के अधिकारियों का वही रटा रटाया जवाब मिलता है कि इस मामले में एसआइटी की जांच जारी है। रिपोर्ट आने के बाद ही हम कुछ कहने की स्थिति में होंगे। वहीं मुरादनगर नगर पालिका के मनोनीत सदस्य महंत विजयपाल हितकारी कहते हैं कि उन्होंने अक्टूबर में इस बात की शिकायत की थी कि श्मशान घाट के लैंटर को बनाने में घटिया सामान का इस्तेमाल किया जा रहा है। वे बताते हैं। जब निर्माण चल रहा था तो मैं श्मशान घाट गया था। वहां कच्ची पीली ईंटें पड़ी हुई थीं। मसाले में दस परात रेत में एक परात सीमेंट मिलाया जा रहा था। मैंने तुरंत जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दी थी। नगर पालिका में भी इसकी शिकायत की। लेकिन भ्रष्टाचारी ठेकेदार और इंजीनियरों की साठ-गांठ इतनी गहरी थी कि मेरी शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर हुई बातचीत
कोटेदार भी बिजली बिल जमा कर सकतें हैं
अवैध शराब कारोबारियों पर चला चाबुक, 2 दबोचे
हापुड़: हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी ओपीडी सेवा शुरू
हापुड़ः 46 करोड़ की लागत से प्लांट का कार्य किया
नक्सलियों के बींच हुई मुठभेड़, ईनामी अरेस्ट
दंतेवाड़ा। जिले के चिकपाल और मारजुम में सुरक्षाबलों के साथ 45 मिनट तक चली मुठभेड़ में इनामी नक्सली मारा गया। मारे गए नक्सली पर 5 लाख का इनाम था। जो कि पुलिस की लिस्ट में शामिल था। जानकारी के मुताबिक नक्सल विरोधी अभियान के तहत सीएएफ और डीआरजी के जवानों को सर्चिग के लिए जंगल में भेजा गया था। इसी दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया। इस दौरान चिकपाल और मारजुम के बीच जंगलों के बीच नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में एक नक्सली की मौत हो गई। मारे गए नक्सलियों की पहचान हिडमा मुचाकी के रूप में हुई है। इस दौरान जंगल में सर्चिग के दौरान सुरक्षाबलों को चिकपाल और मार्जुम के बीच जंगलों में नक्सलियों का डंप बरामद किया है। नक्सलियों ने सड़क किनारे गड्ढ़ा कर उसमें विस्फोटक तार, और अन्य सामान बरामद किया है।
16 जनवरी से पोलियो टीकाकरण अभियान नहीं
यूपी: शादीशुदा बहन का भाई ने किया रेप, मुकदमा
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रिश्तों को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। यहां एक शख्स पर अपनी विवाहिता छोटी बहन के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा है। जबकि उसके दोस्त पर आरोप है कि उसने इस कृत्य को फिल्माया है। घटना पिछले महीने 23 दिसंबर को पीड़िता के पति की गैरमौजूदगी में हुई थी। खबरों के मुताबिक, वह शख्स अपनी छोटी बहन के घर पर नशे की हालत में आया और उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके दोस्त ने भी शराब पीकर उसके कृत्य को मोबाइल फोन में फिल्मा लिया। आरोपी ने किसी को सूचित करने पर वीडियो क्लिप को ऑनलाइन अपलोड करने की धमकी भी दी। लेकिन जब आरोपी पीड़िता का पीछा करने लगा और उसे परेशान करने लगा तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। महिला के माता-पिता ने शुरू में पुलिस के पास नहीं जाने के लिए उस पर दबाव डाला। हालांकि, उत्पीड़न और धमकी के बाद, पीड़िता ने शिकायत दर्ज करने का फैसला किया और मुरादाबाद पुलिस ने सोमवार को उसके भाई और उसके दोस्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
अत्याचार: कार से बांधकर कुत्ते को शहर में घसीटा
घटना में कुत्ते के शरीर से कई जगह खून निकलने लगा और वह बुरी तरह घायल हो गया। घटना 7 जनवरी की बताई जा रही है और इसका एक वीडियो भी सामने आया है।
गौरतलब है कि ये मामले तब सामने आया जब इस घटना को कार चालक अंजाम दे रहा था और वहां एक शख्स अपनी बाइक से गुजर रहा था। उसने पहले कार चालक से पूछा कि वो ये क्या कर रहा है तो कार चालक ने कोई जवाब नहीं दिया। बाइक वाले बंदे ने उसे काफी हॉर्न दिया। बाद में उसने कार रोकी और बड़ी बेरहमी से जूते से जख्मी डॉगी को साइड किया और कार लेकर चला गया। बाइक चालक ने बताया कि पीछे पूरी सड़क डॉगी के खून से लाल हुई थी। इसके बाद जानवरों के हित के लिए काम करने वाला एक संगठन काइंड हार्ट इस कुत्ते को अपने साथ ले आया और सोशल मीडिया से घटना की जानकारी दी। इसके बाद कुत्ते का पेन किलर दी गई और टीम उसके इलाज में जुटी है।
जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या-20 हुईं
भोपाल। मध्य प्रदेश में मुरैना जिले के दो गांवों मानपुर और पहावाली में सोमवार रात को कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हुई थी। मामले में मंगलवार रात से 6 और लोगों की जान ले ली है और मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। मरने वाले इन सभी पीड़ित अस्पताल में ही भर्ती थे।
पुलिस ने कहा कि मुरैना और ग्वालियर जिलों में 17 पीड़ितों को अभी भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत गंभीर है। मामले में पुलिस के एक उप-विभागीय अधिकारी सुजीत सिंह भदोरिया को बुधवार को निलंबित कर दिया गया। अधिकारियों के अनुसार इससे पहले एक थाना प्रभारी और जिला आबकारी अधिकारी को अधिकारियों द्वारा निलंबन के तहत रखा गया था।
पुलिस ने बताया कि आईपीसी की धारा 304 और आबकारी अधिनियम की संबद्ध धाराओं में मामला दर्ज किया गया है तथा जांच और पूछताछ के लिए कुछ व्यक्तियों को हिरासत में भी लिया गया है। मध्य प्रदेश में बीते तीन माह में इस तरह की यह दूसरी घटना है। इससे पहले अक्टूबर माह में उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 14 लोग मारे गए थे।
घटना को गंभीरता से लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, '' मुरैना में जहरीली शराब दुर्घटना अत्यंत दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। दुर्घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। कमिश्नर ग्वालियर-चंबल ने जांच दल बनाया है, जिसने जांच प्रारंभ कर दी है। जो भी व्यक्ति दोषी होंगे, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा, ''घटना में प्रथमदृष्टया सुपरविजन में लापरवाही पाए जाने पर, जिला आबकारी अधिकारी मुरैना को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। इस बीच, अवैध शराब के सेवन से 14 लोगों की मौत होने और 20 अन्य के बीमार होने पर एक पुलिस अधिकारी को भी निलंबित किया गया है। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, '' मुरैना में जहरीली शराब पीने से हुई मौत की घटना बेहद दुखद और पीड़ादायक है। इस मामले में संबंधित थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। घटना के लिए जिम्मेदार कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।
यूपी: लेखपाल ने की 36 बच्चों से हैवानियत
पुलिस की अब तक की छानबीन में सामने आया की उसने 36 बच्चों के साथ इसी तरह हैवानियत की है। इसके अलावा 2-3 गरीब महिलाएं भी हैं जिनको राशन कार्ड व अन्य काम के बहाने घर बुलाया और नशीला पदार्थ खिलाकर रेप किया। इंस्पेक्टर कोंच इमराम खान के अनुसार छानबीन जारी है हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है कि 50 बच्चों के साथ हैवानियत करने वाले बांदा के जेई की तरह इसने अश्लील वीडियो बना ऑनलाइन व्यापार किया है या नहीं। इंस्पेक्टर के अनुसार उसको गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ की ज रही है।
हज यात्रियों के लिए मेडिकल टीम का गठन किया
अमेरिका: लड़की के सीने से बाहर है दिल, परेशानी
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में रहने वाली एक लड़की बेहद दुर्लभ परेशानी से गुजर रही है। जिसके चलते गर्भ में ही उनकी पेट की मांसपेशियां और पसलियां गलत तरीके से फॉर्म हो गई थी। गोनचारोवा को अपनी इस कंडीशन के चलते कोई दर्द तो महसूस नहीं होता है। लेकिन इसके चलते उसका दिल काफी एक्सपोज हो चुका है। इसके अलावा उनके दिल में छेद भी है। गोनचारोवा को अपने हालातों के चलते अक्सर अस्पताल में भी समय बिताना पड़ता है।साल 2020 की शुरुआत में उनका ऑक्सीजन लेवल काफी तेजी से गिरने लगा था जिसके बाद उन्हें इमरजेंसी रूम ले जाया गया था और अगले दो हफ्तों में अस्पताल में समय बिताने के बाद गोनचारोवा का ऑक्सीजन का स्तर सामान्य हुआ था।
ढांचा विध्वंस पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई टलीं
याचिका में विवादित ढांचा विध्वंस मामले के 30 सितम्बर 2020 के सीबीआई अदालत के फैसले को चुनौती देते हुए पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं – मुरली मनेाहर जोशी , उमा भारती और विनय कटियार – समेत सभी 32 आरोपियों को बरी करने के विशेष अदालत के फैसले को गलत एवं तथ्यों के विपरीत बताया गया है।
याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता इस मामले में गवाह होने के साथ-साथ विवादित ढांचा विध्वंस की घटना के पीड़ित भी हैं। याचिकाकर्ताओं का यह भी कहना है कि अभियुक्तों को बरी करने के फैसले के विरुद्ध सीबीआई ने आज तक कोई अपील दाखिल नहीं की है लिहाजा याचियों को वर्तमान पुनरीक्षण याचिका दाखिल करनी पड़ी है। याचिका में सभी 32 अभियुक्तों को दोषी करार दिये जाने की मांग की गई है।
गौरतलब है कि 30 सितम्बर 2020 को सीबीआई की विशेष अदालत ने लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, साक्षी महाराज, लल्लू सिंह, बृजभूषण शरण सिंह व महंत नृत्य गोपाल दास समेत सभी जीवित 32 अभियुक्तों को बरी कर दिया था।
कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध व्यक्त
अली अकबर
काशीपुर। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि विधेयक बिलो को वापस लिए जाने की मांग करते हुए सैकड़ों की तादाद में किसानों ने नगर के मुख्य चौराहे पर एकत्रित होकर कृषि कानून की प्रतियों को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने दोपहर करीब 3:00 बजे चीमा चौराहे पर एकत्रित होकर काले झंडे लेकर केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए कृषि बिलों की प्रतियां जलाई। तथा सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। भारतीय किसान यूनियन के बलविंदर सिंह संधू ने कहा कि जब तक तीनों काले कृषि कानूनों को सरकार के द्वारा वापस नहीं लिया जायेगा तब तक किसान घर वापस नहीं लौटेंगे। किसान बिल की प्रतियां फूंकने वालों में बलविंदर सिंह संधू, प्रताप सिंह, गगन कंबोज, बलविंदर सिंह, मनप्रीत सिंह, जगपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरदास सिंह, जगमोहन सिंह, एडवोकेट हरीश कुमार, टीका सिंह सैनी, राजू छीना, दर्शन सिंह, बलदेव सिंह, बलकार सिंह फौजी, चमकौर सिंह, हरविंदर सिंह तथा कश्मीर सिंह समेत सैकड़ों की तादाद में किसान मौजूद रहे।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने जताई चिंता
नई दिल्ली। निर्णय लेने वाले निकायों में महिलाओं की उपस्थिति पर बल देते हुए राष्ट्रीय महिला आयेाग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मंगलवार को कहा कि राजनीतिक दल उन्हें केवल तभी टिकट देते हैं। जब उनका पुरुष नेता से 'संपर्क' हो। उन्होंने हैदराबाद के मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र द्वारा आयोजित एक वेबिनार में डिजिटल माध्यम से अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं को निर्णय लेने वाले निकायों, संसद और विधानमंडलों में होना चाहिए। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मंत्रालयों में महिला संख्या पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, 'हां, ऐसी महिलाएं हैं जो अच्छे मंत्रालयों मे हैं। लेकिन उनकी संख्या बहुत कम है। शर्मा ने चुनाव टिकट बंटवारे में राजनितिक दलों द्वारा महिलाओं पर भरोसा न करने पर भी दुःख जताया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल महिलाओं को टिकट देना नहीं चाहते हैं क्योंकि उन्हें डर है कि वे चुनाव हार जाएंगी। उन्होंने कहा, ''वे ऐसे व्यक्ति को टिकट दे सकते हैं जिनकी समाज में अच्छी छवि नहीं है, ऐसा व्यक्ति जिसके खिलाफ आरोप हैं, लेकिन वे (राजनीतिक दल) महिला को टिकट नहीं देंगे। शर्मा ने कहा कि अगर कोई महिला टिकट पा जाती है तो भी उसका राजनीति में मौजूद किसी व्यक्ति से संपर्क जरूरी होता है जिससे चेहरा तो उसका हो लेकिन उसकी ओर से काम कोई अन्य करे।
विकास का ढिंढोरा पीटती है भाजपा, सच अलग
सीएम का एक्शन, जिला कलेक्टर-एसपी को हटाया
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुरैना के कलेक्टर अनुराग वर्मा और पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजातिया को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। इसके साथ ही एसडीओपी पर भी निलंबन की गाज गिरी है। दरअसल, यह पूरी कार्रवाई जहरीली शराब से हुई मौतों के चलते कई गई है।मुरैना जिले में जहरीली शराब से अब तक 20 लोगों की जान जा चुकी है। जानकारी के मुताबकि प्रदेश में पिछले 9 माह में जहरीली शराब से 38 लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद सरकारी तंत्र शराब के अवैध करोबार को रोकने में अब तक नाकाम रहा।
सपा ने विधान परिषद उम्मीदवारों की घोषणा की
आपको बता दें कि 11 जनवरी से नामांकन पत्र दाखिल करने की शुरू हुई प्रक्रिया 18 जनवरी तक चलेगी और 19 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 21 जनवरी को नाम वापसी और 28 जनवरी को मतदान होगा। 28 जनवरी की शाम से ही मतगणना की भी प्रक्रिया शुरू होगी।
संपूर्ण देश में सूर्य पूजा का पर्व 'मकर सक्रांति'
ठंड: आग के पास बैठने से हो जाए सावधान
नई दिल्ली। कड़ाके की ठंड के बीच लोग हर वो चीज करते हैं। जिससे ठंड से बचा जा सके। गर्म कपड़ों के साथ गर्म तासीर वाली चीजें भी खाते हैं। साथ ही आग लगाकर भी ठंड से बचने की कोशिश करते हैं लेकिन ऐसा करना भारी पड़ सकता है। आग तापने के दौरान एक छोटी से लापरवाही कई लोगों के लिए खतरा बनती है। आग तापने के दौरान इन बातों का ध्यान जरूर है। सांस की बीमारी का खतरा: आग के तापने के दौरान लोग टायर, प्लास्टिक आदी को जलाते हैं। जिससे निकलने वाला धुआं सांस के जरिए आपके शरीर में पहुंचता है। जिससे खतरनाक बीमारियां आप को अपनी चपेट में ले लेती हैं।अस्थमा के मरीजों के लिए ये धुंआ जानलेवा तक साबित हो सकता है। हाथों की ऊंगलियों में सूजन: अधिक ठंड होने के चलते शरीर की तासीर भी ठंडी होने लगती है ऐसे में लोग आग के पास घंटों बैठकर आराम महसूस करते हैं। लेकिन कभी-कभी ऐसा करने से आप की हाथों की ऊंगलियां तक सूज जाती है। क्योंकि आग के पास बैठने से एक ओर आप के हाथ गर्म हो जाते हैं तो वहीं आप ठंड में होते हैं। जिससे ऊंगलियां सूजती हैं। ऐसे में आप को हाथ सेकने के बाद कुछ देर बाद हाथों के सामान्य तापमान होने तक वहीं बैठा रहना चाहिए।
खूबसूरती के लिए महिला पीती है कुत्ते का पेशाब
वाशिंगटन डीसी। दुनिया में लोग अपने आप को खूबसूरत और सेहतमंद रखने के लिए एक से बढ़ कर एक नुस्खे अपनाते रहते हैं। ज्यादातर देखा गया है कि लड़कियों अपने आप को खूबसूरत दिखाने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहती हैं। इसी बीच एक महिला द्वारा अपनाया गया नुस्खा जान कर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल एक बेहद खूबसूरत महिला अपनी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए हर रोज कुत्ते का पेशाब पीती है। मिली जानकारी के अनुसार अमेरिका की लीना नाम की यह महिला कुत्ते की यूरिन पीकर अपनी खूबसूरती और स्किन के ग्लो को मेंटेन रखती है। अमेरिका की लीना नामक इस महिला का कहना है कि लोग हमेशा ही उससे उसकी चमकती-दमकती त्वचा का राज पूछते रहते है। तो उसने जब अपनी खूबसूरती का राज लोगों को बताया तो लोग सुन कर हैरान रह गए। महिला ने बताया कि वह अपने आप को खूबसूरत रहने के लिए हर रोज कुत्ते की यूरिन पीती है, जिससे उसके चेहरे पर दाग-धब्बे नहीं होते हैं और साथ ही चेहरे पर हमेशा निखार बना रहता है।
फिल्म 'धमाका' के लिए 20 करोड़ की फीस ली
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता कार्तिक आर्यन ने अपनी आने वाली फिल्म ‘धमाका’ के लिए 20 करोड़ की फीस ली है। कार्तिक आर्यन हाल ही में राम माधवानी की फिल्म ‘धमाका’ की शूटिंग पूरी की है। इस फिल्म में कार्तिक अलग लुक में नजर आने वाले हैं। जो फिल्मों में उनकी लवर बॉय की छवि को तोड़ा। बताया जा रहा है कि कार्तिक आर्यन ने इस फिल्म की शूटिंग को 10 दिनों में पूरा कर लिया, जिसके लिए उन्होंने 20 करोड़ रुपए लिए हैं। बताया जा रहा है कि शूटिंग के दौरान इस बात को ध्यान में रखा गया था कि फिल्म की शूटिंग जल्द से जल्द खत्म हो जाए। इसके लिए ज्यादातर सीन्स को इनडोर ही शूट किया गया है, लेकिन कुछ सीन ऐसे हैं जो आउटडोर शूट हुए हैं और इस फिल्म की शूटिंग को खत्म करने के लिए कार्तिक आर्यन को 14 दिन का वक्त दिया गया था। लेकिन उन्होंने इस फिल्म की शूटिंग को 10 ही दिनों में खत्म कर दिया। कार्तिक ने अपने बर्थडे पर फिल्म का मोशन पोस्टर शेयर करते हुए बताया कि फिल्म में वो एक पत्रकार का किरदार निभा रहे हैं। फिल्म में दिखाया जाएंगा कि एक टीवी चैनल के अंदर कैसे काम होता है और खास कर लाइव कवरेज के दौरान अंदर का कैसा माहौल होता है।
प्रियंका ने सीएम योगी पर फिर साधा निशाना
लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुये आरोप लगाया है कि मिशन शक्ति के प्रचार के नाम पर करोड़ों रूपये बहाने वाली सरकार के मुखिया के गृह जिले में ही महिलायें उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा है। प्रियंका गांधी ने बुधवार को फेसबुक पोस्ट के जरिये मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुये कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र से आई खबर पढ़कर आपको अंदाजा लगेगा कि जिस सिस्टम ने अभी कुछ दिनों ही पहले महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चलाए गए ‘मिशन शक्ति’ के नाम पर झूठे प्रचार में करोड़ों रुपए बहा दिए, वो सिस्टम जमीनी स्तर पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर इस कदर उपेक्षित रवैया अपनाए हुए है। इस खबर के अनुसार गोरखपुर में पिछले दिनों 12 से अधिक लड़कियों की मौत के मामले आए। इन अपराधों में सजा दिलाना तो दूर कुछ मामलों में पुलिस मृत लड़कियों की पहचान तक नहीं कर पाई। उन्होने लिखा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हर दिन औसतन 165 अपराध होने के मामले होते हैं। पिछले दिनों ऐसे सैंकड़ों मामले सामने आए जिनमें या तो प्रशासन ने पीड़ित पक्ष की बात नहीं सुनी या फरियादी महिला से ही बदतमीजी कर दी। क्या आप सोच सकते हैं कि जो सरकार महिला सुरक्षा के नाम पर अपनी पीठ थपथपाने के लिए करोड़ों रुपए के विज्ञापन देती हो उस सरकार के थानों में जब महिला शिकायत लेकर पहुंचती है तो थाने में उस पर भद्दी टिप्पणियां की जाती हों और उसके प्रति संवेदना करने के बजाए उसका निरादर किया जाता है। कांग्रेसी नेता ने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर हाथरस, उन्नाव एवं बदायूं जैसी घटनाओं में यूपी सरकार के व्यवहार को पूरे देश ने देखा। महिला सुरक्षा की बेसिक समझ है कि महिला की आवाज सर्वप्रथम है मगर यूपी सरकार ने बार-बार ठीक इसके उलट काम किया। इससे यह स्पष्ट है कि उनके लिए “बेटी बचाओ” और “मिशन शक्ति” सिर्फ खोखले नारे हैं। महिलाओं की आवाज और उनकी आपबीती को लेकर महिलाओं के प्रति सरकार को अपना व्यवहार बदलना पड़ेगा और महिलाओं के साथ संवेदनशीलता दिखानी पड़ेगी। जब कोई पीड़ित महिला या उसका परिवार आवाज उठाए और सत्ताधारी दल के लोग उस महिला व उसके परिवार पर ही भद्दी टिप्पणियां करने लगें तो इससे घृणित कोई और कार्य नहीं है। उन्होने कहा कि महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करने की प्राथमिक शर्त है कि महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को सामने लाना। और इसके लिए महिलाओं की आवाज को आदर से सुनना होगा।
लोहड़ी: प्यार-आस्था एवं एकता का त्योहार
जन्मजात दुश्मनी भुलाकर एक साथ आग तापी
डॉक्टर की बड़ी लापरवाही, जच्चा-बच्चा की मौत
सरकार का यू-टर्न, दागियों को मलाईदार पद
बिहार सरकार के उस आदेश का सबसे बड़ा असर 1994 बैच के पुलिस अधिकारी जो इंस्पेक्टर बन गए थे, उन पर हुआ था। 80 परसेंट अफसरों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई लंबित है या फिर उनके खिलाफ ब्लैक मार्क लगा था। तब बिहार के तत्कालीन डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के सख्त आदेश के बाद जुलाई से ही दागदार छवि वाले इंस्पेक्टरों और थानाध्यक्षों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दिए थे।
उस समय आरा, बक्सर, सासाराम में दागदार छवि वाले थानाध्यक्षों को हटा दिया गया था। सासाराम जिले में 1994 बैच वाले अफसर जो इंस्पेक्टर के रूप में तैनात थे, वैसे 12 अफसरों को हटा दिया गया था। ये वैसे अफसर थे, जिनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई लंबित है या फिर ब्लैक मार्क लगा था। भोजपुर से भी 1994 बैच वालों का पत्ता साफ हो गया था। बता दें कि बिहार में 1075 थाने और 225 ओपी हैं। अन्य जिलों में इसी तरह की कार्रवाई की गई थी।
12 वर्षीय नाबालिग के साथ गैंगरेप, जिंदा जलाया
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि पीड़िता अपने गांव में दादा-दादी और बड़ी बहन के साथ गांव में रहती थी। उसके पिता पंजाब में काम करते थे। इसकी जब सूचना मिली तो वह पंजाब से साहेबगंज पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। परिजनों ने पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया है। इस घटना के बारे में एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि एसडीपीओ सरैया इसकी जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट अपने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी हो रही है।
बड़ी बहन ने देखा
थाने में पिता ने बताया कि 3 जनवरी को बेटी के साथ आरोपियों ने गैंगरेप किया और दिन में 10 बजे कमरे में आरोपियों ने जिंदा जलाकर मार डाला। शव को ठिकाना लगा रहे थे, लेकिन इस दौरान उनकी बड़ी बेटी ने देख लिया। उसके बाद उसने परिजनों को जानकारी दी।
वीडियो बनाकर कर रहे थे ब्लैकमेल
घटना के बारे में यह भी बताया गया है 5 दिसंबर 2019 को भी आरोपियों ने पीड़िता के साथ गैंगरेप किया था। उस दौरान वीडियो बना लिया था। उसके बाद से पीड़िता को ब्लैकमेल कर रहे थे। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उससे बुलाते थे। लेकिन वह नहीं जाती थी। 3 जनवरी को वीडियो वायरल करने की धमकी पर गई तो उसके साथ फिर से गैंगरेप किया और वीडियो वायरल करने के बाद मार डाला।
पीड़िता के पिता पर समझौता का दबाव
पांच जनवरी को जब पीड़िता के पिता गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने केस दर्ज नहीं करने का दबाव दिया और कहा कि गांव में ही बैठकर समझौता कर लिया जाए। कई दौर की गांव में पंचायत हुई, लेकिन पीड़ित के पिता को पंचायत की शर्त मंजूर नहीं थी। जिसके बाद केस दर्ज कराया। साहेबंगज के एक जनप्रतिनिधि भी समझौता कराने की कोशिश में जुटे रहे।
कृषि बिलों की खामियां नहीं बता रहें हैं किसान
काशीपुर। गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल हुए काशीपुर महानगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष संदीप सहगल एडवोकेट के नेतृत्व में तमाम कांग्रेस जन गाजीपुर बॉर्डर पर किसान रैली में पहुंचे। संदीप सहगल अपने एक दिवसिये दौरे पर पहुंचे थे।इस दौरान किसानों के बीच रैली में कहा कि आज देश के अन्नदाता किसानों के ऊपर केंद्र सरकार अपनी मनमर्जी से कृषि बिल लागू तो कर दिया है। किंतु किसानों को इस बिल की तमाम त्रुटिया बताने में मोदी सरकार नाकाम साबित हो रही है, उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के ऊपर दोहरे मापदंड अपना रही है।कोरोना महामारी से देश की जनता जूझ रही है।वहीं दूसरी तरफ इन्होंने कृषि बिल जोकि काला कानून है। गाजीपुर बॉर्डर पर हजारों किसानों के आंदोलन के दौरान उन्होंने कहा कि जो सरकार देश के किसानों के हक की आवाज को लाठी-डंडों से दबाना चाहती है उस सरकार को देश की सत्ता में बैठे रहने का कोई अधिकार नहीं आज देश का किसान सड़कों पर है जिसका कारण भाजपा के तुगलकी फरमान जोकी कृषि बिल के चलते किसान आज सड़कों पर निकलने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के नुमाइंदे बिल की खामियां नहीं बता रहे हैं।जिसका उदाहरण पिछले एक माह से ऊपर चल रहे शांतिप्रिय किसान प्रदर्शन के दौरान इस कप कपा देने वाली सर्द मौसम में किसान जो अपने खेत खलियान अपने घर छोड़कर केंद्र सरकार द्वारा लागू कृषि बिल के विरोध में सड़कों पर है। लेकिन हताश नहीं भाजपा सरकार किसानों, नागरिकों पर कितना भी जुल्म करें जवाब उसे आने वाले समय में जरूर मिलेगा। काशीपुर से गाजीपुर बॉर्डर पर जाने वाले कांग्रेसियों में चेतन अरोरा, राजू छीना ,जगजीत सिंह जीतू, मुशर्रफ हुसैन, सचिन नाडिग एडवोकेट, अनीस अंसारी ,नितिन कौशिक आदि कांग्रेस जन मौजूद रहे।
सरकार शुल्क लेगी तो हम निशुल्क लगाएंगे टीका
अकाशुं उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर केंद्र सरकार से अपील की है कि देश भर में लोगों को कोरोना की वैक्सीन मुफ्त लगवाई जाए। दिल्ली का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अगर केंद्र सरकार यहां के लोगों को मुफ्त वैक्सीन नहीं देती है तो दिल्ली सरकार अपने खर्चे पर दिल्ली की जनता को मुफ्त वैक्सीन लगवाएगी।
बता दें कि सीएम केजरीवाल हमेशा से कोरोना वैक्सीन को मुफ्त लगवाने की मांग करते आए हैं। अपनी मांग को सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को फिर दोहराया, "केंद्र सरकार से अपील की थी कि हमारा देश बहुत गरीब है और ये महामारी 100 साल में पहली बार आई है। बहुत सारे लोग हैं जो हो सकता है कि इसका खर्च न उठा पाएं। केंद्र से मेरी अपील थी कि पूरे देश भर में ये वैक्सीन मुफ्त उपलब्ध कराई जाए। हम देखते हैं कि केंद्र सरकार क्या करती है। अगर केंद्र सरकार मुफ्त वैक्सीन नहीं देती है तो जरूरत पड़ने पर हम दिल्ली के लोगों के लिए इसको मुफ्त में उपलब्ध कराएंगे।"
हरीश रावत के नए ट्वीट ने फिर मचाई खलबली
पंकज कपूर
देहरादून। आगामी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों को छोड़, कांग्रेस, आंतरिक गुटबाजी और प्रदेश के शीर्ष नेताओं के प्रतिद्वंद्विता के कोल्ड वॉर से गुजर रही है। प्रदेश में कांग्रेस के भीतर उठ रहे। ज्वार भाटा का गुबार सोशल मीडिया में दिखाई दे रहा है। एक ओर हरीश रावत के समर्थक हैं तो दूसरी ओर प्रीतम और इंदिरा के समर्थक इन सबके बीच पार्टी की मर्यादा तार-तार कर अब आमने सामने का घमासान होने लगा है। इसी बीच हरीश रावत के कांग्रेस को एक होटल की चारदीवारी में कैद में रहने की बात कहने के बाद चौतरफा घमासान शुरू हुआ, जिसके बाद आज और फिर हरीश रावत ने एक ट्वीट किया है। हरीश रावत ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित होने को लेकर संकोच कैसा ?अगर किसी को भी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया जाए तो मैं उसके पीछे खड़ा रहूंगा. हरीश रावत ने कहा कि रणनीति के दृष्टिकोण से यह भी आवश्यक है कि हम भाजपा द्वारा राज्यों की जीत के लिए अपनाए जा रहे फार्मूले का स्थानीय तोड़ निकालें और तोड़ यही हो सकता है कि भाजपा का चेहरा बनाम कांग्रेस का चेहरा चुनाव में लोगों के सामने रखा जाए ताकि लोग स्थानीय सवालों के तुलनात्मक आधार पर निर्णय करें, हरीश रावत ने यह भी सवाल उठाया है कि आखिर अचानक सामूहिकता क्यों याद आ गई?
धरना-प्रदर्शन कोर्ट नहीं कृषि कानून के खिलाफ
सुप्रीम कोर्ट ने तीनों कृषि कानूनों के लागू होने पर रोक लगा दी है. अदालत ने सरकार-किसान संगठनों के बीच विवाद निपटाने के लिए जिस कमेटी का गठन किया, उसपर भी रार छिड़ गई है. किसान संगठनों का आरोप है कि कमेटी में शामिल चारों लोग पूर्व में कानूनों का समर्थन कर चुके हैं. ऐसे में अब किसान किस प्रकार कमेटी के सामने अपनी बात रखते हैं और आंदोलन किस ओर रुख करता है। SC कमेटी के सदस्यों पर विवाद क्यों? कृषि सुधार-किसान बिल को लेकर क्या रहे हैं उनके विचार?सर्वोच्च अदालत ने केंद्र द्वारा पारित किए गए तीनों कृषि कानून के लागू होने पर रोक लगा दी है, मौजूदा MSP व्यवस्था को जारी रखने को कहा है. साथ ही एक कमेटी का गठन किया है, जिसमें चार एक्सपर्ट शामिल किए गए हैं. ये कमेटी कृषि कानून के विवाद को समझेगी और सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
पालूराम
नई दिल्ली। किसान नेता राकेश टिकैत की ओर से बयान दिया गया है कि उनका आंदोलन सरकार के खिलाफ है, हम कभी भी सुप्रीम कोर्ट के सामने नहीं गए। हम चाहते हैं कि कानूनों को वापस लिया जाए। सरकार को इस मामले में तुरंत संसद का सत्र बुलाना चाहिए और कानूनों को वापस लेना चाहिए। हम लगातार प्रधानमंत्री और सरकार से जवाब मांग रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी की सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री हेमा मालिनी ने धरने पर बैठे किसानों को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है। हेमा मालिनी का कहना है कि जो किसान धरने पर बैठे हैं, उन्हें कानून में समस्या ही नहीं पता है। कमेटी पर छिड़ी रार के बीच किसानों ने अपनी लड़ाई जारी रखने की बात कह दी है। बुधवार को लोहड़ी के मौके पर किसान संगठनों द्वारा कृषि कानून की प्रतियां जलाई जाएंगी। साथ ही 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के दिन शांति से ट्रैक्टर रैली निकालने की बात कही है। हालांकि, इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने भी किसानों को नोटिस थमाया है। कांग्रेस पार्टी की ओर से भी किसानों का पुरजोर समर्थन किया गया है और सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी की आलोचना की गई है। कांग्रेस ने किसानों की ट्रैक्टर रैली के समर्थन का भी ऐलान किया है।
कमेटी पर रार, कैसे बनेगी बात?
सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिन कृषि कानून पर जारी विवाद निपटाने के लिए चार सदस्यों की कमेटी बना दी। इस कमेटी में किसान नेता भूपिंदर सिंह मान, कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद कुमार जोशी, कृषि विशेषज्ञ डॉ. अशोक गुलाटी और महाराष्ट्र के किसान नेता अनिल घनवंत शामिल हैं। लेकिन किसान नेताओं का कहना है कि ये सभी कानून का समर्थन कर चुके हैं, ऐसे में रिपोर्ट सरकार के पक्ष में ही आएगी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी को अगले दस दिनों में अपनी पहली बैठक करनी होगी। बैठक के दो महीने के भीतर सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। कमेटी हर पक्ष से बात करेगी और सीधे सर्वोच्च अदालत को ही रिपोर्ट करेगी।
बंगाली एकता मंच ने विवेकानंद की जयंती मनाई
इसी को देखते हुए अखिल भारतीय बंगाली एकता मंच के कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश क्षेत्र के बिलासपुर के एक छोटे से गांव में स्वर्ग फार्म के गोकुल नगर क्षेत्र में आशाएं और गरीब बुजुर्गों को राशन वितरित किया।।
आश्वासन दीया आगे भी किसी भी प्रकार की आवश्यकता पड़ेगी तो अखिल भारतीय बंगाली एकता मंच के कार्यकर्ता जरूरतमंद और गरीबों के लिए हमेशा तन मन धन से मदद करने के लिए तत्पर रहेंगे।।
अखिल भारतीय बंगाली एकता मंच के अध्यक्ष सुब्रत कुमार विश्वास ने स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को युवाओं तक पहुंचाया और युवाओं को नशे से दूर रहने की और लोगों की सेवा करने के प्रेरित किया।।
इसी उपलक्ष में गोकुल नगर क्षेत्र के प्रभारी आनंद बाला और उनके सहयोगी ने अपने अपने प्रयासों से जरूरतमंद लोगों सहयोग प्रदान की।
जहां की तरफ देश के अंदर बड़े बड़े कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जा रही है। वहीं अखिल भारतीय बंगाली एकता मंच के कार्यकर्ताओं ने निर्णय लिया कि इस साल उत्तराखंड क्षेत्र में जो भी जयंती में खर्चा आता है उस पैसों को गरीबों और जरूरतमंद लोगों में सहयोग करके स्वामी विवेकानंद जयंती मनाई जाएगी।
किस उपलक्ष में उपस्थित थे। अखिल भारतीय बंगाली समाज अध्यक्ष सुब्रत कुमार विश्वास, आनंद वाला, आशु मंडल, मानिक बैरागी, दीपक मंडल , कौशल विश्वास, शुभम दास, आदि लोग उपस्थित थे।
हल्द्वानी: बच्चों के खातों में डालें जाएंगे ₹2.76 करोड़
हल्द्वानी। शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों के कक्षा 1 से 8 तक जिले के 1351 स्कूलों में अध्ययनरत 46000 बच्चों के खातों में 2.76 करोड रुपए जारी किए जाएंगे। शिक्षा विभाग की ओर से हर साल कक्षा एक से आठवीं तक पढ़ने वाले छात्रों की ड्रेस खरीदने के लिए यह रकम दी जाती है। इस योजना के अनुसार प्रत्येक छात्र को दो जोड़ी ड्रेस के लिए ₹600 उनके खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं। सर्व शिक्षा अभियान के तहत सभी अधिकारियों को पत्र लिखकर 20 जनवरी तक ड्रेस की रकम बच्चों के खाते में ट्रांसफर करने को कहा गया है। साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी हाल में नगद में कोई भुगतान नहीं किया जाएगा। दरअसल वर्तमान में केवल दसवीं और बारहवीं को छोड़कर सभी कक्षाओं का पठन-पाठन ऑनलाइन माध्यम से ही चल रहा है।
उगाही के आरोप में दरोगा-सिपाही सस्पेंड किए
गोण्डा। उत्तर प्रदेश में गोण्डा जिले के धानेपुर थाने में तैनात दारोगा सतीश सिंह व सिपाही इंद्रेश यादव को वाहन चेकिंग के नाम पर वसूली करने के आरोप में पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने निलंबित कर दिया।
पुलिस प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चेकिंग के दौरान वसूली करने का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो को संज्ञान में लेते हुये पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने आरोपी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिये है। उन्होंने बताया कि शैलेश कुमार पाण्डेय ने इस मामले में सख्त रुख अख्तियार करते हुये सभी मातहतों को अवैध वसूली की शिकायतों को लेकर कड़ी चेतावनी दी हैं।
मरीजों के ठीक होने की दर 96.51फीसदी हुईं
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 15,968 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,04,95,147 हो गए। इनमें से 1,01,29,111 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 96.51 हुई।केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 202 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,51,529 हो गई। आंकड़ों के अनुसार 1,01,29,111 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 96.51 प्रतिशत हो गई। कोविड-19 से मृत्यु दर 1.44 प्रतिशत है। देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या तीन लाख से कम है। अभी 2,14,507 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 2.04 प्रतिशत है। भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के पार चली गई थी।वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार देश में 12 जनवरी तक कुल 18,34,89,114 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। उनमें से 8,36,227 नमूनों की जांच मंगलवार को की गई।
चेतना दिवस कार्यक्रम में वर्चुअल प्रतिभाग किया
पंकज कपूर
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने स्वामी विवेकानन्द की 158 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित युवा चेतना दिवस कार्यक्रम में वर्चुअल प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के कई युवाओं से संवाद किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि जल्द ही राज्य में युवा आयोग अस्तित्व में आ जायेगा। इसके लिए बजट का प्राविधान हो चुका है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने एक ध्येय वाक्य दिया ‘‘उठो जागो और तब तक मत रूको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो ’’। विवेकानन्द जी भारतीय संस्कृति के संवाहक थे। उन्होंने पूरे विश्व को भारत की संस्कृति से अवगत कराया। भारत की संस्कृति सर्वश्रेष्ठ संस्कृति है, यहां की संस्कृति में सबको साथ लेकर चलने की ताकत है। उन्होंने भारत की शौर्य, वीरगाथाओं और वसुधैव कुटुम्बकम् की संस्कृति से दुनिया को अवगत कराया। दर्शन एवं साधक के रूप में हम विवेकानन्द जी के चरित्र को समझ सकते हैं। शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक सभी तरह की शक्ति हमारे युवाओं में होनी चाहिए, इस पर भी उन्होंने विशेष बल दिया। विवेकानन्द जी ने उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा जनपद, बागेश्वर एवं अगस्त्यमुनी के स्मरणों का वर्णन किया है। उत्तराखण्ड से स्वामी विवेकानन्द जी का विशेष लगाव था। विवेकानन्द जी का जीवन दर्शन युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत रहेगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आज प्रदेश के युवाओं के साथ जो संवाद हुआ, इसमें बहुत अच्छे सुझाव मिले। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि युवाओं द्वारा जो भी सुझाव दिये गये हैं, उनका संग्रह किया जाय। ये विचार सरकार के लिए नीतिगत निर्णय लेने में सहयोगी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि युवा जिस भी क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, कार्य के प्रति समर्पण का भाव हो तो उसमें सफलता अवश्य मिलती है। राज्य सरकार द्वारा स्वरोजगार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। युवाओं को रोजगार तक ही सीमित न रहकर अपने साथ अन्य लोगों को रोजगार से जोड़ना होगा। स्वरोजगार के लिए राज्य में पर्याप्त संभावनाएं भी हैं। उत्पादों का वैल्यू एडिशन एवं प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल कैसे हो, इस दिशा में और प्रयासों की जरूरत है। स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए ग्रोथ सेंटर पर कार्य किया जा रहा है। ग्रोथ सेंटर आज आजीविका बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं। राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। यूएनओ की रिपोर्ट के अनुसार एडवेंचर टूरिज्म में रोजगार की सबसे अधिक संभावनाएं हैं। राज्य सरकार ने एडवेंचर टूरिज्म के लिए एक अलग विंग बनाई है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र से राज्य के युवाओं ने संवाद स्थापित करते हुए अपने अनुभवों को साझा किया। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से युवा कैसे लाभान्वित हो रहे हैं, प्रदेश को और तेजी से प्रगति पथ पर ले जाने के लिए क्या प्रयास होने चाहिए और सरकार की योजनाओं के बारे में दूरस्थ क्षेत्रों तक लोगों को जानकारी हो इस बारे में सुझाव दिये गये।
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