बुधवार, 2 मार्च 2022

यूक्रेन पर हमला जारी, शांति की कोई गुंजाइश नहीं

यूक्रेन पर हमला जारी, शांति की कोई गुंजाइश नहीं     

सुनील श्रीवास्तव        

मास्को/कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि जिस समय तक रूस की ओर से यूक्रेन के शहरों पर हमला जारी रहेगा, उस समय तक शांति की कोई गुंजाइश नहीं है। शांति वार्ता के नाम पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन केवल समय को बर्बाद कर रहे हैं। अब अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन को कोई बड़ा फैसला ले लेना चाहिए। बुधवार को यूक्रेन की राजधानी कीव व शहरों में ताबडतोड रूसी हमले के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलदोमीर जेलेंस्की की ओर से बंकर से एक टीवी को दिए गए इंटरव्यू में कहा गया है कि यहां पर फिल्म की शूटिंग नहीं बल्कि अपनी जान बचाने के लिए हम लोग मौजूद हैं। पूरी दुनिया को अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इस हमले के खिलाफ लड़ना होगा। 

बुधवार को पोलैंड में रूस के साथ होने वाली बातचीत से पहले जेलेंस्की ने कहा है कि जब तक यूक्रेन के शहरों के ऊपर रूसी हमला जारी रहेगा, उस समय तक शांति की कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा है कि यूरोप का दिल यूक्रेन है और यूरोप इसे खोना नहीं चाहेगा। उन्होंने कहा है कि सबसे पहले आप इस बात को तय करें कि आगे क्या करना है। हम रूस के साथ बातचीत कर रहे हैं।लेकिन अगर राष्ट्रपति पुतिन नहीं मान रहे हैं तो यह पूरी तरह से साफ है कि शांति वार्ता के नाम पर केवल समय की बर्बादी की जा रही है।

साइबर अपराध से जागरूक करने हेतु निर्देशित किया

साइबर अपराध से जागरूक करने हेतु निर्देशित किया   

विजय कुमार       
कौशाम्बी। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश लखनऊ द्वारा बढ़ते साइबर अपराधों को कम करने के लिये सार्वजनिक स्थानों में साइबर अपराध से जागरूक करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिसमें पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा के निर्देशन में व अपर पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन मे जिला शिक्षा एंव प्रशिक्षण संस्थान में साइबर जागरूकता दिवस में साइबर क्राइम सेल द्वारा साइबर अपराध, जैसे एटीएम कार्ड में स्कीमिंग यूपीआई गॉड फेसबुक केवाईसी फ्रॉड व अन्य विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध से सम्बन्धित अपराधों के बारे में जागरूक किया गया।
जिससे आम नागरिक साइबर फ्राड से बच सके। इस जागरूकता कार्यक्रम में डाइट कालेज के प्राचार्य अनिल कुमार, डॉक्टर संदीप कुमार तिवारी, डॉक्टर नरेंद्र कुमार व अन्य शिक्षकगण कॉलेज के विद्यार्थी उपस्थित रहे।जिसमें कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये साइबर अपराध से सम्बन्धित सवालों का जबाब दिया गया। प्रशिक्षण जागरूकता सभी के लिये भविष्य में हितकर एंव लाभदायक रहेगा।

काबुल में अपराह्न भूकंप के झटके, 5.2 तीव्रता मापी

काबुल में अपराह्न भूकंप के झटके, 5.2 तीव्रता मापी   

अखिलेश पांडेय       

काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल और पड़ोसी प्रांतों में बुधवार को अपराह्न भूकंप के मध्यम झटके महसूस किए गए। रिएक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.2 मापी गयी। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने यह जानकारी दी। भूकंप के झटके आज अपराह्न दो बजकर 28 मिनट पर बाजारक से 37 किमी उत्तर पूर्व में भी महसूस किये गये। 

भूकंप का केंद्र जमीन की सतह से 86.72 किमी की गहराई में 35.55 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 69.79 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था। इस दौरान अभी तक कहीं से किसी के हताहत होने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।

3 मार्च को संयुक्त रैली संबोधित करेंगी सीएम ममता

3 मार्च को संयुक्त रैली संबोधित करेंगी सीएम ममता   

शाहीन बनारसी     

वाराणसी। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बुधवार को वाराणसी दौरे पर है। बुधवार को ममता बनर्जी वाराणसी आई और सबसे पहले गंगा माँ का आशीर्वाद लेने के लिए वो गंगा आरती में शामिल हुईं। गुरुवार (3 मार्च) को पश्चिम बंगाल की सीएम सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के साथ रैली को संबोधित करेंगी। इस कार्यक्रम में जयंत चौधरी के भी आने की संभावना है। बताते चले कि ममता बनर्जी गुरुवार को ऐढ़े में संयुक्त रैली को संबोधित करेंगी। साथ ही विधानसभा क्षेत्रों के रोड शो में शामिल होंगी। 

वाराणसी में सातवें चरण का मतदान 7 मार्च को है। जैसे-जैसे मतदान की तिथि नजदीक आ रही है। सभी राजनीतिक दल अपनी ताकत झोंकने में लग गए हैं। इसी क्रम में सपा और उसके गठबंधन से चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता की संयुक्त रैली 3 मार्च को ऐढ़े में होगी।

बादाम मिल्क पीने से बढ़ती है क्षमता, जानिए

बादाम मिल्क पीने से बढ़ती है क्षमता, जानिए     


सरस्वती उपाध्याय      

बादाम मिल्क पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कोरोना महामारी के दौरान जब इम्युनिटी पावर बढ़ाने को लेकर बात हो रही थी तो ये ड्रिंक काफी फायदेमंद है।
आंखों के लिए फायदेमंद: दूध में मौजूद कैल्शियम और विटामिन डी के साथ जब बादाम में मौजूद राइबोफ्लोविन मिला दिया जाए तो ये आंखों के लिए बेहद लाभदायक हो जाता है है। बादाम दूध। पीने से मोतियाबिंद का खतरा भी काफी कम हो जाता है।

दिल की बीमारी रहेगी दूर: बादाम में गुड कोलेस्ट्रॉल प्रचुर मात्रा ने पाया जाता है जिसे साइंस की भाषा में एचडीएल कहते साथ ही मिल्क बदाम बैड कोलेस्ट्रॉल को भी घटाने में मददगार होता है। दूध में मौजूद विटामिन डी और बादाम के न्यूट्रिएंट्स दिल के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं।

ब्रेन के लिए अच्छा: बादाम में ट्रिप्टोफैन पाया जाता है जिससे नींद काफी अच्छी आती है। अगर आप रात के समय मिल्क बादाम का सेवन करते हैं हो कम नींद आने की समस्या दूर हो जाती है। अच्छी नींद से टेंशन में कमी आती है जो ब्रेन के लिए लाभदाल होती है।

हड्डियों के रखे हेल्दी: अगर आपको अपनी हड्डियां मजबूत रखनी है तो कैल्शियम और विटामिन डी का सेवन जरूर करना चाहिए। बादाम और दूध के मिश्रण में ये दोनों न्यूट्रिएंट्स मिलेंगे जो बोन हेल्थ के लिए लाभदायक होते हैं।

तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के रेट में बदलाव किया

तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के रेट में बदलाव किया   

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्‍ली। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच कच्‍चे क्रूड के दाम 104 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गए हैं। भारत की सरकारी तेल कंपनियों ने भी बुधवार को कई राज्‍यों की राजधानियों में पेट्रोल-डीजल के रेट में बदलाव किया है। हालांकि, दिल्‍ली-मुंबई जैसे महानगरों में आज भी तेल के दाम नहीं बदले। तेल कंपनियों ने करीब चार महीने से दिल्‍ली, मुंबई, चेन्‍नई और कोलकाता जैसे महानगरों में पेट्रोल-डीजल कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है।

बावजूद इसके मुंबई में अब भी पेट्रोल की कीमत सबसे ज्‍यादा 110 रुपये प्रति लीटर के आसपास बनी हुई है। बुधवार को यूपी के ही नोएडा शहर में पेट्रोल महंगा हो गया तो राजधानी लखनऊ में कीमतें नीचे आईं हैं। पेट्रोल डीजल का रोज का रेट आप एसएमएस के जरिए भी जान सकते हैं इंडियन ऑयल के कस्टमर आरएसपी लिखकर। बीपीसीएल उपभोक्ता आरएसपी लिखकर नंबर पर एसएमएस भेज जानकारी हासिल कर सकते हैं। वहीं, एचपीसीएल उपभोक्ता एचपी पराईज लिखकर  नंबर पर भेजकर भाव पता कर सकते हैं।

पुतिन से 'ताइक्वांडो ब्लैक बेल्ट' की उपाधि वापस लीं

पुतिन से 'ताइक्वांडो ब्लैक बेल्ट' की उपाधि वापस लीं   

सुनील श्रीवास्तव      

सियोल/कीव/मास्को। दक्षिण कोरिया विश्व ताइक्वांडो
ने यूक्रेन पर रूस के लगातार हमलों के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मानद ताइक्वांडो ब्लैक बेल्ट की उपाधि वापस ले ली। विश्व ताइक्वांडो ने रूस के यूक्रेन पर हमले को लेकर विरोध जताया है और इसकी कड़ी निंदा की है तथा इसे विश्व शांति के लिए एक गंभीर संकट बताया है। उल्लेखनीय है कि पुतिन को साल 2013 में ब्लैक बेल्ट की उपाधि दी गई थी। विश्व ताइक्वांडो ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर जारी एक बयान में कहा, " विश्व ताइक्वांडो यूक्रेन पर रूस के हमले की कड़ी निंदा करता है, जिस तरह से वहां आम लोगों की जान जा रही है, वो एक क्रूरता है। विश्व ताइक्वांडो का उद्देश्य हमेशा ही शांति और सहिष्णुता को बढ़ावा देना रहा है। विश्व ताइक्वांडो को लगता है कि जो यूक्रेन में हो रहा है, वो उसके मूल्यों के खिलाफ जाता है। ऐसे में हमने व्लादिमीर पुतिन को दी गई ब्लैक बेल्ट वापस लेने का फैसला लिया है। "

वहीं विश्व ताइक्वांडो ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के साथ एकजुटता दिखाते हुए कहा कि विश्व ताइक्वांडो इवेंट्स में किसी भी रूसी या बेलारूसी राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित नहीं किया जाएगा और न ही राष्ट्रगान बजाय जाएगा। वहीं विश्व ताइक्वांडो और यूरोपीय ताइक्वांडो संघ रूस और बेलारूस में ताइक्वांडो टूर्नामेंटों के आयोजन को मान्यता नहीं देंगे। उल्लेखनीय है कि इससे पहले अंतरराष्ट्रीय जूडो महासंघ(आईजेएफ) ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को आईजेएफ के मानद अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया था। आईजेएफ ने रविवार को पुतिन को मानद अध्यक पद के साथ-साथ आईजेएफ के एंबेसडर पद से भी हटा दिया था। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति भी रूस के खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा चुकी है। वहीं फीफा और यूईएफए ने भी अगले आदेश तक रूस के फुटबॉल क्लबों और राष्ट्रीय फुटबॉल टीमों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। फीफा ने रूस को 2022 फुटबॉल विश्व कप से भी बाहर कर दिया है। 

कीव पर कब्जे को लेकर रूस-यूक्रेन के बीच भिड़ंत

कीव पर कब्जे को लेकर रूस-यूक्रेन के बीच भिड़ंत   

अखिलेश पांडेय     

कीव/ मास्को। यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे को लेकर रूस और यूक्रेन के बीच जबरदस्त भिड़ंत चल रही है। यूक्रेन की आर्मी के साथ-साथ आम लोग भी हथियार लेकर रूस के सैनिकों का मुकाबला कर रहे हैं। यूक्रेन की आर्मी और आम नागरिकों ने एंट्री नाकों पर मोर्चा संभाला हुआ है। 

यूक्रेन के नागरिक अपनी राजधानी कीव पर रूसी सेना का कब्जा ना हो, इसलिए रूसी सेना का मुकाबला करने के लिए मोर्चा संभाले हुए हैं। यूक्रेन की संसद के सबसे कम उम्र के सांसद ने भी हथियार हाथ में लेकर अपना फोटो सोशल मीडिया पर डालकर बताया है कि वह भी यूक्रेन की तरफ से रूस की सेना के खिलाफ जंग लड़ने निकल पड़े हैं। यूूक्रेन लड़ाई में कमजोर ना पड़े , इसलिए 25 से 50 साल तक की उम्र के लोगों को यूक्रेन छोड़ने की मना ही कर दी गई है।

चुनाव परिणाम, धुआं उड़ाने वाले धुआं-धुआं हो जाएंगे

चुनाव परिणाम, धुआं उड़ाने वाले धुआं-धुआं हो जाएंगे   

संदीप मिश्र     

जौनपुर। समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश में मौजूदा विधानसभा चुनाव में सपा के पक्ष में धुआंधार वोटिंग हुई है और 10 मार्च को चुनाव परिणाम आने पर धुआं उड़ाने वाले धुआं-धुआं हो जाएंगे। शाहगंज विधानसभा क्षेत्र में गठबंधन प्रत्याशी एवं निवर्तमान विधायक शैलेंद्र यादव ललई के पक्ष में जमुनिया में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुये अखिलेश ने कहा कि मौजूदा चुनाव में सपा को व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है और दस मार्च को उनका गठबंधन रिकार्ड बहुमत हासिल कर सरकार बनायेगा।

उन्होंने कहा " कहने को तो भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन काम और वादों का आंकलन करेंगे तो दुनिया की सबसे झूठी पार्टी भाजपा नजर आएगी।" उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार किसानों को समय पर खाद नहीं दे पाई। खाद मिली तो बोरी से पांच किलो की चोरी हो गई। अगर ये भाजपा वाले दोबारा आ गए तो खाद की बोरी से 10 किलो की चोरी कर लेंगे।अखिलेश यादव ने कहा " विधानसभा चुनाव का आखिरी चरण जौनपुर (आपका) है। पहली बार मैं देख रहा हूं कि जनता चुनाव लड़ रही है। सपा ने अपने शासनकाल में जो एंबुलेंस चलाई थी उसे बाबा मुख्यमंत्री ने खराब कर दी। बाबा जी ने डायल 100 को भी बर्बाद कर दिया। यह देश का सबसे बड़ा चुनाव है। यह बदलाव का चुनाव है। यह भारत के संविधान को बचाने का चुनाव है। 

उन्होने कहा " उन्हें (भाजपा) अब तो उन्हें नींद नहीं आ रही है। भाजपा के लोगों को जौनपुर के लोगों ने मौन कर दिया है। पांचवें चरण में तो भाजपा के लोग शांत हो गए हैं। छठवें चरण में उनकी भांप निकाल देंगे।" पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश भर में 11 लाख सरकारी पद खाली है। सत्ता में आने पर भर्ती निकाली जाएगी। सरकार बनेगी तो 24 घंटे बिजली दी जाएगी और 300 यूनिट फ्री बिजली दी जाएगी। किसानों की सिंचाई माफ होगी, नौकरी और रोजगार के अवसर दी जाएगी। जरूरत पड़ेगी तो जौनपुर को एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम किया जाएगा।

रक्षामंत्री राजनाथ ने सीएम योगी की तारीफ की

रक्षामंत्री राजनाथ ने सीएम योगी की तारीफ की   

संदीप मिश्र         

मिर्ज़ापुर। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था को दुरूस्त कर विकास की नयी उड़ान भर रहे उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को देश में दूसरे नम्बर पर लाने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को तीन दशक के लंबे अंतराल के बाद प्रदेश में लगातार दो बार सरकार बनाने का गौरव हासिल होगा। राजनाथ सिंह ने बुधवार को यहां एक जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुये कहा कि उन्हे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि मौजूदा भाजपा सरकार उनके मुख्यमंत्रित्व काल की तुलना में भी कहीं बेहतर है। किसी भी राज्य को विकास के पथ पर लाने के लिये वहां की कानून व्यवस्था की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वर्ष 2017 से पहले की सरकार में माफिया और अपराधी सरकार में इतना प्रभाव रखते थे कि उनके कहने पर अधिकारियों के तबादले हो जाते थे जबकि आज माफिया और अपराधी तत्व जेल की चाहरदिवारी के पीछे खुद को ज्यादा महफूज मानते है।

उन्होने कहा कि योगी सरकार ने पिछले पांच सालों में विकास के नये आयाम गढ़ते हुये प्रदेश की अर्थव्यवस्था को लंबी छलांग लगाते हुये नम्बर दो पर स्थापित किया है। पांच साल पहले 11 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था वाला यूपी की अर्थव्यवस्था आज 21 लाख करोड् रूपये की है।
राजनाथ ने दावा किया कि मौजूदा विधानसभा चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी 300 से ज्यादा सीट जीतकर दोबारा सरकार बनाने जा रहे है। तीन चार दशकों में ऐसा पहली बार होगा जब कोई सरकार रिपीट करेगी। 
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व और कूटनीति सूझबूझ का परिणाम है कि 2014 से पहले दुनिया भारत को गंभीरता से नहीं लेती थी जबकि आज भारत की बात को दुनिया कान खोल कर सुनती है और उसका सम्मान करती है। दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा में इजाफा हुआ है। पुलवामा और उरी हमले के बाद सेना ने सीमापार कर सर्जिकल स्ट्राइक कर बता दिया है कि हम बाउंड्री के दोनो ओर किसी भी देश विरोधी हरकत का मुंहतोड़ जवाब दे सकते हैं।

उन्होने कहा कि गलवान में चीन की सेना के साथ झड़पे में भारतीय सेना को ज्यादा नुकसान होने का संदेह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में व्यक्त किया था। कूटनीति के चलते केन्द्र सरकार इस बारे में ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहती थी मगर आस्ट्रेलिया के एक अखबार ने खुलासा कर कांग्रेस अध्यक्ष का मुंह बंद कर दिया था कि इस झड़प में चीन के 30 से 40 सैनिक मारे गये थे।भाजपा और सहयोगी दलों के प्रत्याशियों को वोट देने की अपील करते हुये राजनाथ ने कहा “ लक्ष्मी न हाथ हिलाते आती है, न ही साइकिल और हाथी में आती है। सबको पता है कि लक्ष्मी कमल पर बैठ कर आती है। पिछले पांच सालों में जनता ने समय समय पर इसे महसूस किया है। किसान,नौजवान और महिलाओं को केन्द्र और राज्य की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल रहा है वहीं कोरोना काल में दो बार मुफ्त राशन की सुविधा भी लक्ष्मी आगमन का ही प्रतीक है।

अभिनेत्री मलाइका ने वर्कआउट की तस्वीर शेयर की

अभिनेत्री मलाइका ने वर्कआउट की तस्वीर शेयर की   

कविता गर्ग           

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा ने सोशल मीडिया पर अपने वर्कआउट की तस्वीर शेयर की है।मलाइका अरोड़ा अक्सर अपनी फिटनेस वीडियोज को सोशल मीडिया पर शेयर करती है। मलाइका अपने पोस्ट के जरिए लोगों को फिटनेस और हेल्दी लाइफस्टाइल के प्रति इंस्पायर करती हैं। मलाइका अरोड़ा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर अपने वर्कआउट की कुछ तस्वीरों को शेयर किया है। इन तस्वीरों में मलाइका कुछ बेहद टफ योग के पोज करती नजर आ रही हैं।

मलाइका ने अपनी तीन तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें उन्हें योग करते हुए देखा जा सकता है। मलाइका ने तस्वीरों को शेयर करते कैप्शन में लिखा, "मैट पर आओ और अपने लिए हर रोज इसे करो। अपने फिजिकल हेल्थ के लिए। अपने मेंटल हेल्थ के लिए। अपने इमोशनल हेल्थ के लिए। अपने स्पिरिचुअल हेल्थ के लिए। कंसिस्टेंसी सीक्रेट है और कुछ नहीं। क्या आपने आज अपनी योग प्रैक्टिस की है।

5 चरण में भाजपा के पक्ष में जबरदस्त रूझान: सीएम

5 चरण में भाजपा के पक्ष में जबरदस्त रूझान: सीएम   

संदीप मिश्र     

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में पांच चरण में संपन्न चुनाव में भाजपा के पक्ष में जबरदस्त रूझान आने के बाद सपा और बसपा के बड़े नेता, जहां विदेश की टिकट बुक करा लिए हैं। वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर इन दलों के छुटभैया नेता भी उन्‍हीं की राह पर हैं। वे पड़ोसी मुल्क नेपाल भागने की फिराक में हैं। इनको रोकने के लिए 10 मार्च तक बॉर्डर पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री मंगलवार को कपिलवस्तु विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी श्यामधनी राही के समर्थन में बुद्ध विद्यापीठ इंटर कॉलेज बर्डपुर में व डुमरियागंज में भाजपा प्रत्याशी राघवेंद्र प्रताप सिंह के समर्थन में राजकीय कन्या इंटर कॉलेज डुमरियागंज में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में पांच चरण के चुनाव में भाजपा ने पूर्ण बहुमत से बढ़त बना ली है। इससे बौखलाए सपा-बसपा के बड़े नेता विदेश जाने की टिकट भी बुक करा लिए हैं। आर्थिक रूप से कमजोर इनके नेता पड़ोसी देश नेपाल भागने की फिराक में हैं। इन्हें रोकने के लिए प्रदेश से सटे भारत-नेपाल सीमा पर 10 मार्च तक सख्ती बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि विकास करने वाली और दंगाइयों को रोकने वाली दमदार सरकार चाहिए तो डबल इंजन की आवश्यकता है। केंद्र के साथ एक बार फिर यूपी में भाजपा की सरकार बनाने में जुट जाएं। फिर सरकार बनने पर विकास और बुलडोजर साथ-साथ चलेगा। उन्होंने कहा तथागत की धरती से जिले की पांचों सीटों पर भाजपा और गठबंधन के प्रत्याशियों को सदन में भेजने का कार्य करें।

केंद्र सरकार ने कई खास योजनाओं की शुरुआत की

केंद्र सरकार ने कई खास योजनाओं की शुरुआत की     

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने देश के गरीबों, किसानों और जरूरतमंदों के लिए कई खास योजनाओं की शुरुआत की है। जिसका फायदा सभी को मिल रहा है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से फैल रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार 18 से 40 साल की उम्र के सभी लोगों को 1800 रुपये प्रति माह देगी। अगर आप भी 18 से 40 साल के हैं तो जान लीजिए क्या आपके खाते में हर महीने ये पैसा ट्रांसफर किया जाएगा।

आपको बता दें केंद्र सरकार की ओर से कई स्कीम चलाई जा रही हैं, जिसमें जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता भी दी जा रही है। आज हम एक ऐसे ही मैसेज के बारे में बताएंगे जहां पर सभी को 1800 रुपये हर महीने देने की बात कही जा रही है। इस वायरल मैसेज की सच्चाई के बारे में पीआईबी ने पता लगाया है।पीआईबी ने जब इस वायरल मैसेज का फैक्ट चेक किया तो इसकी सच्चाई समाने आई है। पीआईबी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडिल पर ट्वीट करके मैसेज की सच्चाई के बारे में बताया है। पीआईबी ने ट्वीट में लिखा कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है। सरकार ने योजना में इस तरह का कोई बदलाव नहीं किया है। आपको बता दें इसमें लिखा है कि एक ऑनलाइन फॉर्म भरने पर प्रधानमंत्री मानधन योजना के तहत केंद्र सरकार 18 से 40 साल की उम्र के लोगों को हर महीने 1800 रुपये दे रही है। पीआईबी ने बताया कि यह दावा फ़र्ज़ी है। यह एक पेंशन योजना है। इसमें लाभार्थियों को 60 साल की उम्र के बाद ही पेंशन मिलेगी।

पीआईबी ने फैक्ट चेक के बाद में इस मैसेज को पूरी तरह से फर्जी बताया है। पीआईबी ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस तरह के मैसेज से सभी लोग सावधान रहें। पीआईबी ने लोगों से ऐसे मैसेज को आगे फॉरवर्ड नहीं करने को कहा। ऐसे मैसेज के बहकावे में आकर आप अपनी निजी जानकारी और पैसों को खतरे में डालते हैं। अगर आपके पास में भी कोई इस तरह का मैसेज आता है तो आप उसकी सच्चाई के बारे में पता लगाने के लिए फैक्ट चेक करा सकते हैं। आप पीआईबी के जरिए फैक्ट चेक करा सकते हैं। 

अभिनेत्री करीना ने मीडिया पर तस्वीर शेयर की

अभिनेत्री करीना ने मीडिया पर तस्वीर शेयर की      

कविता गर्ग        
मुंबई। अभिनेत्री करीना कपूर खान को ऐसे ही नहीं बॉलीवुड की फैशन क्वीन कहा जाता है। अपने स्टाइलिश फैशन सेंस को लेकर, वो हमेशा ही सुर्खियां बटोरती रहती हैं। करीना कपूर ने हाल ही में स्ट्राइप्ड मिनी स्कर्ट पहने हुए अपनी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की। इस स्कर्ट की कीमत जान आप चौंक जाएंगे। बता दें कि एक मार्च को करीना  ने अपने ऑफिशियल अकाउंट पर एक फोटो शेयर की। इस फोटो में वो स्ट्राइप्ड स्कर्ट को पैटर्न वाले ब्लेजर के संग कैरी किए हुए नजर आईं।
अपने लुक को पूरा करने के लिए करीना  व्हाइट हील्स पहना था। साथ ही बालों का सॉफ्ट कर्ल्स भी किया। तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में करीना  ने लिखा- नए महीने में मार्चिंग स्टाइल। करीना की इस फोटो को देख ननद सबा ने तारीफ में लिखा- माशाअल्लाल। थोडा रिसर्च कर पता चला कि करीना ने जो स्कर्ट पहनी है वो जिमर्मेन ब्रांड की है। इसकी कीमत करीब 39,500 रुपये है।
ये स्कर्ट साइड पॉकेट और साइड में बटन एक्सेंट के संग आती है। वैसे तो इस स्कर्ट की रियल प्राइज 43,999 रुपये है। लेकिन फिलहाल इस पर 10 प्रतिशत की छूट मिल रही है। इससे पहले करीना कपूर खान  ने 26 फरवरी को अपनी इंस्टा स्टोरी पर सुबह के लुक की एक झलक शेयर की थी। उस तस्वीर में करीना  को नो मेकअप लुक में देखा गया था। फोटो में करीना ब्लैक कलर की टी-शर्ट के संग बाल्मेन पेरिस ब्रांड की टोपी पहने दिखाई दी थीं।

पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया

पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया    

अविनाश श्रीवास्तव     

पटना। बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने साइबर अपराध के जरिए लोगों की कमाई पर डाका डालने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। वहीं, पत्रकारनगर थाने की पुलिस ने इस मामले सरगना समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। जो कि ये आरोपी एक साल से लोन दिलाने के नाम पर देश के कई इलाकों के सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है। हालांकि, आरोपियों के कब्जे से बरामद बाइक चोरी की पाई गई है। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। 

दरअसल, इस मामले में दो युवतियां भी शामिल हैं, जबकि दो सहोदर भाई हैं। इस दौरान पकड़े गए युवक का नाम गुलशन है, जो कि इस गिरोह का सरगना है। हालांकि इस मामले में आरोपी का भाई भी इस वारदात में शामिल था। वहीं, ये दोनों नालंदा जिले के कतरीसराय थाना क्षेत्र कतरडीह गांव के रहने वाले हैं। जबकि तीसरा आरोपी सरल सुमन शेखर उर्फ कुणाल कुमार कतरडीह का ही रहने वाला है, जबकि पकड़ी गई दो युवतियों में स्मिता कुमारी चेनारी रोहतास व नेहा रानी गांधी चौक छपरा की रहनेवाली हैं।
बता दें कि पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में शातिरों ने कई चौंकाने वाले खुलासे भी किए हैं। इस दौरान इनके तार बिहार समेत दिल्ली, मुंबई, गुजरात, मणिपुर, झारखंड जैसे कई प्रांतों से जुड़े हुए हैं। शातिर हर दिन कम से कम 1 लाख रुपये दूसरों के खातों से उड़ाते थे। वहीं, पुलिस अधिकारी के मुताबिक, टीम ने सबसे पहले गिरोह के सरगना गुलशन कुमार व सरल सुमन शेखर को पकड़ा। हालांकि, इस दौरान उनकी निशानदेही पर अन्य 3 आरोपी भी को पकड़े गए है। फिलहाल आरोपियों के पास से बरामद बाइक चोरी की पाई गई है। गौरतलब है ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए गिरोह के सरगना गुलशन कुमार की ओर से कंकड़बाग में 2 बीएचके का एक फ्लैट लिया गया था। हालांकि , इसी फ्लैट में बजाज फाइनांस के नाम पर खोले गए फर्जी ऑफिस की आड़ में ठगी करने का काम किया जा रहा था।ऐसे में फ्लैट का किराया हर महीने 35 हजार रुपए था। ऐसे में किसी को शक न हो, इसके लिए ही फर्जी फाइनांस ऑफिस खोला गया था। वहीं, लोन लेने के लिए आने वाले लोगों की फोटो, आधार व पैन कार्ड सहित अन्य दस्तावेज रखकर ये शातिर फर्जीवाड़ा किया करते थे।
इस मामले में पकड़े गए आरोपितों के कब्जे से शराब की बोतल पाई गई है। वहीं, इस आरोप में पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ अलग से केस दर्ज किया गया है। हालांकि इस दौरान आरोपियों के पास से 1 लाख रुपए कैश, एक बाइक, 12 मोबाइल, ऑफिस में मौजूद कुर्सी टेबिल, साथ ही कई बैंकों के 5 डेविड कार्ड, रुपए ओर एटीएम कार्ड, एक प्रिंटर, रिच एंड रेयर व्हिस्की शराब बोतल बरामद की गई है।

राष्ट्रपति को निशाना बनाने की कोशिश नाकाम, दावा

राष्ट्रपति को निशाना बनाने की कोशिश नाकाम, दावा   

अखिलेश पांडेय      

कीव/ मास्को। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज सातवां दिन है। रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर लगातार बमबारी कर रही है। मिसाइलें दाग रही है। कीव में आम नागरिकों से बंकरों या घर के तहखानों में चले जाने के लिए कहा गया है। यूक्रेन ने चेचन्या फोर्स की ओर से राष्ट्रपति जेलेंस्की को निशाना बनाए जाने की कोशिश को नाकाम करने का दावा किया है। जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से फोन पर रक्षा सहयोग को लेकर बातचीत की है। 

इन सबके बीच इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में यूक्रेन संकट पर 7 और 8 मार्च को सुनवाई होगी। खारकीव में आज सुबह से हवाई हमले नहीं सुनाई दिए हैं। लेकिन इस बीच वहां रूसी पैराट्रूपर्स उतरे हैं, जिन्होंने हॉस्पिटल को निशाना बनाया है। वहां गोलीबारी जारी है।

अपने झंडे की जगह 'तिरंगा' का सहारा ले रहा पाक

अपने झंडे की जगह 'तिरंगा' का सहारा ले रहा पाक    

अखिलेश पांडेय   

कीव/ मास्को/नई दिल्ली/ इस्लामाबाद। रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद वहां रह रहे विदेशी लोगों के लिए सुरक्षित निकलना बहुत बड़ी चुनौती बन गई है। कई देशों के नागरिक वहां फंसे हुए हैं। जिसमें भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। साथ ही बड़ी संख्या में पाकिस्तान और अन्य देशों के नागरिक भी वहां फंसे हुए हैं और किसी तरह सुरक्षित जान बचाकर निकलने की कोशिश में हैं। भारत सरकार अपने लोगों को निकालने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' चला रही है। यूक्रेन में तिरंगा के सहारे भारतीय नागरिक आसानी से दूसरे देशों में जा रहे हैं। खास बात यह है कि पाकिस्तान के लोग जो भारत के खिलाफ जहर उगलते हैं, वो भी वहां से निकलने के लिए अपने झंडे की जगह तिरंगा का सहारा ले रहे हैं और खुद को भारतीय बताकर वहां से निकल रहे हैं।

यूक्रेन से सुरक्षित स्वदेश लौटे लोगों ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि तिरंगे के सहारे वे यूक्रेन में सुरक्षित थे। दूसरे देशों के लोग भी तिरंगा लेकर सुरक्षित निकलने की कोशिश कर रहे थे। एक छात्र ने बताया कि वहां पर आर्मी के लोगों से हमारी बात हुई थी तो उन्होंने बताया कि आप अगर इंडियन हो तो आपको डरने की जरुरत नहीं क्योंकि भारत और रूस का सब एक चीज है। आपसी दोस्ती है।
रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से लौटे छात्र ने बताया, इसके बाद हमने फटाफट तिरंगे की व्यवस्था की। जैसे ही हमारी बस आई तो हम लोगों ने बस के सामने दो तिरंगे को लगा दिया। ताकि हमें आसानी से जाने को मिल जाए। और हमारी यह योजना काम कर गई क्योंकि उन्हें लगा कि ये भारतीय छात्र हैं तो उन्होंने हमें जाने दे दिया। एक अन्य छात्र ने बताया कि तिरंगे की व्यवस्था मैंने की थी। मैं भागकर बाजार से कलर स्प्रे लेकर आया। मैंने 6 कलर स्प्रे खरीदे। फिर मैं दूसरी दुकान पर गया और पर्दा लेकर आया और उसे काटा। फिर स्प्रे से तिरंगा बनाया। मेरे पास इसके वीडियो भी हैं। फिर जब घर से निकले तो राष्ट्रगान गाया और फिर निकल आए।

'पासपोर्ट' के कारण 16 वर्षीय लड़के की जान बचीं

'पासपोर्ट' के कारण 16 वर्षीय लड़के की जान बचीं   

अखिलेश पांडेय     

कीव/मास्को। यूक्रेन में पासपोर्ट की वजह से 16 साल के लड़के की जान बच गई है। ब्लास्ट के बाद बम के धातु का हिस्सा बच्चे की तरफ बढ़ा और पासपोर्ट में अटक गया। फिलहाल, बच्चे की सर्जरी हो रही है। यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच स्पेन ने कहा है कि वह यूक्रेन को आक्रामक हथियार देगा। रूस में स्थित यूक्रेन का दूतावास बंद हो गया है। वहां से स्टाफ चला गया है और गेट भी सील हो गए हैं। इसके साथ-साथ वहां से यूक्रेन का झंडा भी उतार दिया गया है।

यूक्रेन के बिला त्सेरकवा शहर से आई ये तस्वीरें देखिए। दावा है कि रूसी एयर स्ट्राइक ने इस इलाके को तबाह कर दिया है।
भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा है कि हम खार्किव और पूर्वी यूक्रेन के अन्य क्षेत्रों में फंसे भारतीयों के लिए भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं। हमें रूस के क्षेत्र के माध्यम से वहां फंसे सभी लोगों को आपातकालीन निकासी के लिए भारत के अनुरोध प्राप्त हुए हैं।

अर्पित को 'एनएसयूआई' का प्रदेश महासचिव बनाया

अर्पित को 'एनएसयूआई' का प्रदेश महासचिव बनाया   

दुष्यंत टीकम   
बिलासपुर। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन व प्रभारी विशाल चौधरी के अनुमोदन से प्रदेश कार्यकारिणी का बुधवार को विस्तार किया गया। जिसमें लगातार छात्रहित पर कार्य कर रहे अर्पित केशरवानी को कार्य की सराहना करते हुए पदोन्नति कर दी गई, इन्हें एनएसयूआई का प्रदेश महासचिव बनाया गया। इस मौके पर अर्पित ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी के मार्गदर्शन व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व पर प्रदेश के अंतिम पंक्ति के छात्रों तक जनहितकारी योजनाओं को पहुंचाना व उसका लाभ पहुंचाने का कार्य एनएसयूआई करेगी। 
इस दौरान अर्पित ने युवा कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष महेंद्र गंगोत्री व पूर्व एनएसयूआई अध्यक्ष आकाश शर्मा का आभार जताया। अर्पित ने कहा कि छत्तीसगढ़ एनएसयूआई के अभिभावक नीरज पांडे के विशेष नेतृत्व से एनएसयूआई छात्रहित पर कार्य करेगी।

'रूस' ने यूक्रेन को अल्टीमेटम दिया, सरेंडर कर दें

'रूस' ने यूक्रेन को अल्टीमेटम दिया, सरेंडर कर दें     

सुनील श्रीवास्तव     
कीव/ मास्को। यूक्रेन के कोनोटोप शहर के मेयर का दावा है कि रूसी सेना ने उनको अल्टीमेटम दिया है कि सरेंडर कर दें, वरना शहर को पूरी तरह तबाह कर दिया जाएगा। रूसी मिलिट्री के खिलाफ यूक्रेन के लोग खुलकर सामने आ रहे हैं। लेहान्सक में लोगों ने रूसी काफिले का रास्ता ब्लॉक कर लिया है।
यूक्रेन में पासपोर्ट की वजह से 16 साल के लड़के की जान बच गई है। ब्लास्ट के बाद बम के धातु का हिस्सा बच्चे की तरफ बढ़ा और पासपोर्ट में अटक गया। फिलहाल बच्चे की सर्जरी हो रही है। यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच स्पेन ने कहा है कि वह यूक्रेन को आक्रामक हथियार देगा।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज सातवां दिन है। रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर लगातार बमबारी कर रही है, मिसाइलें दाग रही है। इसके अलावा कैरसन शहर पर रूसी सेना का कब्जा हो गया है और खारकीव में भी उसके सैनिक पहुंच गए है।

28 मई को समाप्त होंगी 12वीं कक्षा की परीक्षाएं

28 मई को समाप्त होंगी 12वीं कक्षा की परीक्षाएं    

इकबाल अंसारी      

चेन्नई। तमिलनाडु सरकार ने बुधवार को कक्षा 10वीं, 11वीं और 12वीं के लिए राज्य बोर्ड परीक्षाओं की तिथियों की घोषणा की। जो पांच मई से शुरू होकर 31 मई स्कूल शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी ने परीक्षा समय-सूची जारी करते हुए बताया कि बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं पांच मई से शुरू होकर 28 मई को समाप्त होंगी। कक्षा 11 की परीक्षा नौ मई से 31 मई तक और कक्षा 10 की परीक्षा छह मई से 30 मई तक आयोजित की जाएगी। कक्षा 10, 11 और 12 के लिए व्यावहारिक परीक्षाएं 25 अप्रैल से शुरू होंगी। कोविड महामारी के कारण सार्वजनिक परीक्षाएं दो साल के अंतराल के बाद आयोजित की जा रही हैं।

कक्षा 12 के परिणाम 17 जून को घोषित किये जाने की संभावना है, जबकि कक्षा 10 के परीक्षा परिणाम सात जुलाई को घोषित होंगे। मंत्री ने बताया कि लगभग नौ लाख छात्र कक्षा 10वीं की परीक्षा देंगे, 8.49 लाख छात्र कक्षा 11वीं की परीक्षा देंगे और 8.36 लाख कक्षा 12वीं की परीक्षा में बैठेंगे।

छटवें चरण की मतगणना, गड़बड़ी होने की आशंका

छटवें चरण की मतगणना, गड़बड़ी होने की आशंका     

गोपीचंद      

बागपत। उत्तर प्रदेश में ब्रहस्पतिवार को छठवें चरण का मतदान होना है। लेकिन, उससे पहले ही मतगणना में गड़बड़ी होने की आशंका जताई जाने लगी है। यह आशंका भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) प्रवक्ता राकेश टिकैत ने जाहिर की है। बागपत में बुधवार को राकेश टिकैत ने कहा कि चुनाव मतगणना में गड़बड़ी हो सकती है।बीकेयू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने लोगों से अपील करते हुए कहा, '9 तारीख को मतगणना स्थल पर ट्रैक्टर लेकर जनता पहुंचे और अपने मतों की रक्षा करे। उन्होंने कहा कि जनता विरोध में है और इनका काफी नुकसान हो रहा है।

यूक्रेन और रूस युद्ध पर बोलते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार युद्ध में भी वोट तलाश कर रही है, ऑपरेशन गंगा का नाम देकर सरकार युद्ध में भी वोट तलाश कर रही है। गौरतलब है कि राकेश टिकैत बुधवार को बागपत के बड़ौत में पहुंचे थे, जहां उन्होंने मतगणना से पहले बड़ा बयान दिया और मतगणना में गड़बड़ी की आशंका जाहिर।
राकेश टिकैत ने जनता से अपने वोटों की सुरक्षा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बीजेपी का जनता में विरोध है और चुनाव में उनको नुकसान हो रहा है, इस कारण यह लोग बेईमानी करेंगे, इसको रोकने के लिए जनता को 9 तारीख को ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर मतगणना स्थल पहुंचना है।
साथ ही राकेश टिकैत ने यूक्रेन और रूस युद्ध से भारतीय बच्चों को निकालने को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन गंगा का नाम देकर युद्ध में भी वोट तलाश किए जा रहे हैं। राकेश टिकैत ने कृषि कानून वापसी समझौते और अन्य मुद्दों को लेकर भी सरकार पर सवाल खड़े किए।

पूर्व सांसद के आवास से 4 लोगों का अपहरण किया

पूर्व सांसद के आवास से 4 लोगों का अपहरण किया     

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में तेलंगाना के पूर्व सांसद एपी जितेंद्र रेड्डी के आवास से चार लोगों का अपहरण कर लिया गया। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। दिल्ली पुलिस की पीआरओ सुमन नलवा ने आईएएनएस को बताया कि साउथ एवेन्यू पुलिस स्टेशन में शिकायत मिली थी कि एमपी के फ्लैट नंबर 105 साउथ एवेन्यू में रह रहे चार लोगों को कुछ अज्ञात लोग उठा ले गए।
नलवा ने कहा कि चार में से तीन पूर्व सांसद के मेहमान थे, जो अब भाजपा में हैं और चौथा व्यक्ति, जिसकी पहचान तिलक थापा के रूप में हुई, वह उनका ड्राइवर था।
पीआरओ ने कहा, इस शिकायत की प्राप्ति पर दक्षिण एवेन्यू पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 365 (गुप्त रूप से और गलत तरीके से व्यक्ति को अपहरण या अपहरण) के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामला प्रगति पर है।
इस बीच तेलंगाना के पूर्व सांसद ने भी सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी कि उनके निजी ड्राइवर थापा और सामाजिक कार्यकर्ता रवि मुन्नूर का सोमवार रात अपहरण कर लिया गया है।

रंगदारी मामलें में देशमुख का बयान, अनुमति मिलीं

रंगदारी मामलें में देशमुख का बयान, अनुमति मिलीं    

कविता गर्ग         

मुंबई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को मुंबई के पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी परम बीर सिंह से जुड़े 100 करोड़ रुपये की रंगदारी के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख का बयान दर्ज करने के लिए एक विशेष अदालत से अनुमति मिल गई है। सीबीआई ने हाल ही में विशेष अदालत के समक्ष एक याचिका दायर कर देशमुख के बयान दर्ज करने की अनुमति देने का अनुरोध किया था। सीबीआई को उनका बयान दर्ज करने के लिए आर्थर रोड जेल का दौरा करना होगा। देशमुख फिलहाल वहीं ठहरे हुए हैं।

जानकारी के मुताबिक, संघीय जांच एजेंसी लगातार तीन दिन- 3 मार्च, 4 और 5 मार्च को उनका बयान दर्ज करेगी। सीबीआई इस मामले में अब तक सात लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। एक सूत्र ने बताया कि जिन सात लोगों के बयान दर्ज किए गए, वे पुलिस के थे। उन्हें कथित तौर पर अनिल देशमुख की सुरक्षा में तैनात किया गया था। सिंह ने देशमुख पर पद से चूकने का आरोप लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि देशमुख ही उन्हें मुंबई में बार और रेस्तरां से हर महीने 100 करोड़ रुपये वसूली के लिए मजबूर कर रहे थे।

ये आरोप उन्होंने तब लगाए थे, जब उन्हें पुलिस कमिश्नर पद से हटा दिया गया था। देशमुख ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है। सीबीआई ने 21 अप्रैल, 2021 को देशमुख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी और जांच शुरू की थी। इस एफआईआर के सिलसिले में छापेमारी की जा रही है।


पश्चिमी देशों का संकट, 'ओलिगार्क' की फिर से चर्चा

पश्चिमी देशों का संकट, 'ओलिगार्क' की फिर से चर्चा   

सुनील श्रीवास्तव     

मास्को/कीव। रूस, यूक्रेन और पश्चिमी देशों के बीच का संकट बढ़ने के बाद ओलिगार्क की फिर से चर्चा हो रही है। जो रूस के बेहद रईस और रसूख़दार लोग हैं। पश्चिमी देशों की मीडिया में अक्सर ऐसे लोगों को पुतिन के 'क्रोनीज़' यानी जिगरी दोस्त, कहा जाता रहा है। यूक्रेन पर हमले के बाद पश्चिमी देशों की लगाई पाबंदियों का एक निशाना ये ओलिगार्क भी हैं। ओलिगार्क शब्द का इतिहास बहुत लंबा है। हालांकि आज के वक़्त में इसका एक ख़ास मतलब हो गया है। पारंपरिक परिभाषा या मान्यता के अनुसार ओलिगार्क वो लोग हैं। जो कुलीन तंत्र के सदस्य या समर्थक होते हैं। यानी एक ऐसी राजनीतिक व्यवस्था का हिस्सा होते हैं। अब इस शब्द का ज़्यादातर इस्तेमाल रूस के बहुत बड़े धनी लोगों के एक समूह के लिए होता है। 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद वहां ओलिगार्क तेज़ी से उभरकर सामने आए। ओलिगार्क शब्द ग्रीक शब्द ओलिगोई से निकला है, जिसका अर्थ 'कुछ' होता है। वहीं आर्क़िन शब्द का अर्थ 'शासन करना' होता है। ओलिगार्की इस तरह राजशाही (किसी एक व्यक्ति का शासन यानी मोनोस) या लोकतंत्र (लोगों का शासन या डेमोस) से अलग होती है।

ऐसे में एक ओलिगार्क का धर्म, रिश्तेदार, सम्मान, आ​र्थिक दर्जा और भाषा जो भी हो, वो उसी धर्म, भाषा-भाषी समूह के बाक़ी लोगों से अलग होते हैं। और वो शासन करने वाले गुट का हिस्सा होते हैं। ऐसे लोग अपने हितों को ध्यान में रखते हुए शासन करते हैं और इनके सा​धन अक्सर संदेह के दायरे में होते हैं। आजकल किसी ओलिगार्क का अर्थ अक्सर बहुत अमीर शख़्स के रूप में लिया जाता है। ऐसे इंसान ने शासन के सहयोग से कारोबार करके अकूत दौलत बनाई होती है। दुनिया में रूस के सबसे मशहूर ओलिगार्क में से एक ब्रिटेन के रोमन अब्रामोविच हैं, जो चेल्सी फुटबॉल क्लब के मालिक है। अनुमान है कि उनके पास इस समय 14.3 अरब डॉलर की संपत्ति है। उन्होंने सोवियत संघ के पतन के बाद रूस की जिन सरकारी संपत्तियों को खरीदा था, उसे बेच दौलत बनाई है। वहीं, ब्रिटेन के और ओलिगार्क एलेक्जेंडर लेबेदेव हैं, जो केजीबी के पूर्व अधिकारी और बैंकर हैं। उनके बेटे एवगेनी लेबेदेव लंदन से निकलने वाले बड़े अख़बार - इवनिंग स्टैंडर्ड -के मालिक हैं। एवगेनी ब्रिटेन के नागरिक हैं और उन्हें हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स का सदस्य भी बनाया गया है। ऐसा नहीं है कि ये ओलिगार्क केवल रूस में ही हैं। दुनिया के दूसरे देशों में भी कुलीन वर्ग मौजूद हैं। 'यूक्रेन की बदहाली के ज़िम्मेदार हैं ये ओलिगार्क'।

कीएव की एक स्वतंत्र संस्था 'यूक्रेनियन इंस्टीट्यूट फ़ॉर द फ़्यूचर' (यूआईएफ़) का मानना है कि वहां की लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था, समाज, उद्योग और राजनीति के ज़िम्मेदार ओलिगार्क ही हैं। अपनी एक रिपोर्ट में यूआईएफ ने कहा कि सोवियत संघ के पतन के बाद लियोनिद कुचमा के राष्ट्रपति रहने के दौरान देश के 'पुराने ओलिगार्क' काफ़ी फले-फूले। उसका कहना है, "यूक्रेन के ओलिगार्क ने अपनी अधिकांश संपत्ति अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके और ग़ैर-पारदर्शी निजीकरण के ज़रिए कमाई। और तभी से अपने कारोबार को बचाने के लिए राजनीति पर नियंत्रण रखना, उनके लिए काफ़ी अहम बना हुआ है। इस बारे में यूक्रेन की संस्था यूआईएफ़ के कार्यकारी निदेशक विक्टर एंड्रुसिव ने वॉशिंगटन में एक कार्यक्रम के दौरान 2019 में कहा कि ओलिगार्क 'ख़ास वर्ग' के लोग हैं, जो 'ख़ास तरीक़े से कारोबार' करते हैं। उनके पास 'जीने और लोगों को प्रभावित करने का ख़ास तरीक़ा' भी होता है। एंड्रूसिव ने कहा, "वास्तव में वे कारोबारी नहीं हैं। वे अमीर बने हैं, पर जिस तरह से वे अमीर बने, वो किसी पूंजीवादी देश की तरह का मामला नहीं होता। उन्होंने कारोबार नहीं खड़ा किया, बल्कि देश के सहारे कारोबार पर क़ब्ज़ा कर लिया।

सोवियत संघ के ख़त्म होते वक़्त दिसंबर 1991 में मिख़ाइल गोर्बाचेव (बाएं) ने इस्तीफ़ा दे दिया। उसके बाद बोरिस येल्तसिन (दाएं) देश के नए राष्ट्रपति बने।आज लोग रूस के ओलिगार्क के बारे में इसलिए बात कर रहे हैं, क्योंकि 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद जो कुछ हुआ, वो इनके लिए अहम था। 1991 में क्रिसमस के दिन राष्ट्रपति मिख़ाइल गोर्बाचेव ने सोवियत संघ के राष्ट्रपति से इस्तीफ़ा देकर बोरिस येल्तसिन को सत्ता सौंप दी। हालांकि जब वहां कम्युनिस्ट शासन था, तब कोई निजी संपत्ति नहीं होती थी। लेकिन उसके बाद रूस की पूंजीवादी अर्थव्यवस्था के दौरान देश में बड़े पैमाने पर निजीकरण हुआ। ख़ासकर औद्योगिक, ऊर्जा और वित्तीय क्षेत्रों में। इसका नतीज़ा ये हुआ कि 90 के दशक के शुरू में हुए निजीकरण के दौरान बहुत से लोग यूं ही अमीर बन गए।

यदि उनके अच्छे संपर्क होते थे, तो अपने संपर्कों के दम पर वे रूसी उद्योग के बड़े हिस्से का अधिग्रहण कर सकते थे। ऐसे लोग अक्सर कच्चे मालों की आपूर्ति वाले, खनिज या गैस और तेल उद्योग में सक्रिय थे, क्योंकि इन चीज़ों की दुनिया भर में मांग थी। उसके बाद इस काम में मदद करने वाले अधिकारियों को उन्होंने पुरस्कृत किया और उन्हें डायरेक्टर जैसे पद से नवाज़ा। ओलिगार्क के पास मीडिया, तेल कुएं, इस्पात के कारखाने, इंजीनियरी कंपनियां आदि हो गईं। अक्सर वे अपने कारोबार के लिए बहुत कम कर का ही भुगतान करते थे। ऐसे ही लोगों ने बोरिस येल्तसिन को अपना समर्थन दिया और 1996 के उनके राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उन्हें पैसे से मदद दी। व्लादिमीर पुतिन जब बोरिस येल्तसिन के उत्तराधिकारी बने, तो उन्होंने ओलिगार्कों पर लगाम लगाना शुरू कर दिया। हालांकि, जो ओलिगार्क उनके साथ जुड़े रहे वे और कामयाब होते गए। बैंकर बोरिस बेरेज़ोव्स्की जैसे पहले के कुछ कुलीन लोगों ने उनके साथ आने से इनकार कर दिया, तो उन्हें देश छोड़कर भागने को मजबूर होना पड़ा। कभी रूस के सबसे अमीर शख़्स माने जाने वाले मिख़ाइल ख़ोदोरकोव्स्की भी अब लंदन में रहते हैं। इस बारे में पूछे जाने पर व्लादिमीर पुतिन ने 2019 में फ़ाइनेंशियल टाइम्स से कहा था, "अब हमारे यहां कोई ओलिगार्क नहीं है।

हालांकि, जिन लोगों के पुतिन के साथ क़रीबी संबंध थे, वे उनके शासन में अपना व्यापारिक साम्राज्य बनाने में कामयाब रहे। ऐसे लोगों में, बोरिस रोटेनबर्ग हैं। वे दोनों बचपन में एक ही जूडो क्लब में खेलते थे। ब्रिटेन की सरकार ने रोटेनबर्ग को पुतिन के साथ नजदीकी और निजी रिश्ते रखने वाला एक अहम कारोबारी क़रार दिया है। फ़ोर्ब्स मैगज़ीन के अनुसार, रोटेनबर्ग की संपत्ति क़रीब 1.2 अरब डॉलर है। इसलिए जब पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेत्सक और लुहान्स्क के दो अलगाववादी क्षेत्रों को 'पीपल्स रिपब्लिक' का दर्जा दिया तो, बोरिस और उनके भाई अर्काडी दोनों को ब्रिटेन के प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा है। ब्रिटेन के साथ यूक्रेन, अमेरिका, यूरोपीय संघ, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने भी रूस के ओलिगार्क यानी कुलीन वर्गों पर प्रतिबंध लगाए हैं। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद तो ये प्रतिबंध और कड़े ही होंगे। 

रूस के हमले की 'निंदा प्रस्ताव' का समर्थन करें पाक

रूस के हमले की 'निंदा प्रस्ताव' का समर्थन करें पाक    

अखिलेश पांडेय       

इस्लामाबाद। यूरोपीय संघ के देशों समेत 22 देशों के शीर्ष राजनयिकों ने पाकिस्तान सरकार से अपील की है कि वो संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन के ख़िलाफ़ रूस के हमले की निंदा प्रस्ताव का समर्थन करे। बीते सप्ताह रूस की सेना जिस दिन यूक्रेन में दाख़िल हुई तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान मॉस्को में थे और उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाक़ात की थी।पाकिस्तान ने इस हमले को लेकर चिंता जताई थी लेकिन उसने इसकी निंदा नहीं की थी।

22 देशों के राजनयिकों ने एक साझा बयान में कहा, “इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ पाकिस्तान में मिशन के प्रमुख होने के नाते हम मांग करते हैं कि रूस की कार्रवाई की निंदा में पाकिस्तान में हमारे साथ आए। इस साझा बयान में यूरोपीय संघ के सदस्य देश फ़्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, इटली, पुर्तगाल, पोलैंड, स्पेन, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम समेत ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान, नॉर्वे और ब्रिटेन भी शामिल हैं। 193 सदस्यों वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस सप्ताह मॉस्को की कार्रवाई के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पेश किया जाएगा। इससे पहले शुक्रवार को सुरक्षा परिषद में पेश किए गए प्रस्ताव के ख़िलाफ़ रूस ने वीटो का प्रयोग किया था।

रूस: एप्पल ने अपने उत्पादों की बिक्री पर रोक लगाईं

रूस: एप्पल ने अपने उत्पादों की बिक्री पर रोक लगाईं   

सुनील श्रीवास्तव         

मास्को। एप्पल ने अपने सभी उत्पादों की रूस में बिक्री पर रोक लगा दी है। यूक्रेन पर हमले के कारण ऐसा फ़ैसला लेने वाली एप्पल सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। एप्पल के अलावा ऊर्जा कंपनी एक्सॉनमॉबिल ने भी रूस में अपना काम बंद करने और निवेश रोकने की घोषणा की है। आईफ़ोन निर्माता कंपनी ने कहा है कि वो रूस के हमले से ‘बेहद चिंतित’है और उनके साथ खड़ी है, जो ‘हिंसा से पीड़ित’ हैं। इसके साथ ही रूस में एप्पल पे और एप्पल मैप जैसी सेवाओं को भी सीमित कर दिया गया है।

गूगल ने रूस के सरकारी सहायता प्राप्त मीडिया आरटी को भी अपने फ़ीचर्स से हटा दिया है। समाचार एजेंसी आरआईए के मुताबिक़, रूस के वीटीबी बैंक जैसे ऐप अब एप्पल के आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम में रूसी भाषा में नहीं चल पाएंगे। एप्पल ने अपने बयान में बताया है कि उसने यूक्रेन में एप्पल मैप्स में ‘यूक्रेनी नागरिकों की सुरक्षा के लिहाज़ से’ट्रैफ़िक और लाइव इंसिडेंट्स को डिसेबल्ड कर दिया है।

रूस की अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव डालेगा प्रतिबंध

रूस की अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव डालेगा प्रतिबंध   

सुनील श्रीवास्तव         

मास्को/ कीव/ वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने संसद को संबोधित करते हुए इस बात की पुष्टि की है कि रूस की सभी उड़ानें, अब अमेरिकी हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगी। उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा कि इन रूसी उड़ानों में सभी प्रकार की कमर्शियल और प्राइवेट उड़ानें शामिल हैं। इसी तरह का क़दम पहले ही यूरोपीय राष्ट्र और कनाडा उठा चुके हैं।बाइडन ने कहा है कि यह प्रतिबंध रूस को और अलग-थलग करेगा और उसकी अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव डालेगा। 

उन्होंने यह भी बताया कि रूसी मुद्रा रूबल और स्टॉक मार्केट पहले ही अपनी वैल्यू 30 से 40 फ़ीसदी गंवा चुके हैं। राष्ट्रपति बाइडन ने अमेरिकियों से यूक्रेनी लोगों से प्रेरणा लेने को भी कहा। उन्होंने कहा,“पुतिन टैंक्स से कीएव को ज़रूर घेर सकते हैं लेकिन वो कभी भी यूक्रेनी लोगों के दिलों को नहीं जीत पाएंगे।

एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनें गौतम, पछाड़ा

एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनें गौतम, पछाड़ा    

अकांशु उपाध्याय             
नई दिल्ली। गौतम अडानी एक बार फिर मुकेश अंबानी  को पछाड़कर एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स में दिए गए 10:56 बजेत तक आंकड़ों के मुतातिक, 59 साल के अडानी की नेटवर्थ 89.6 अरब डॉलर पहुंच चुकी है। जबकि अंबानी की नेटवर्थ 89.6 अरब डॉलर ही है। आज अडानी की संपत्ति में 1.9 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। वहीं, अंबानी की संपत्ति में 42 मिलियन डॉलर की कमी हुई है।
बता दें ब्लूमबर्ग के मुताबिक, अडानी की संपत्ति में इस साल तक 7.66 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है। इसी के साथ अडानी इस साल दुनिया में सबसे तेज कमाई करने वाले अरबपतियों में तीसरे नंबर पर हैं। वहीं, अंबानी की नेटवर्थ में 1.9 बिलियन डॉलर की गिरावट आई है। गौतम अडानी एश‍िया के सबसे अमीर शख्‍स बनने के साथ ही दुनिया के टॉप 10 अमीरों की लिस्‍ट में भी आ गए हैं, जबकि मुकेश अंबानी इस लिस्ट से बाहर हो चुके हैं। अमीरों की इस लिस्ट में अंबानी 11वें नंबर पर आ गए हैं। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क 235.3 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ पहले नंबर पर बने हुए हैं।
फोर्ब्स के मुताबिक साल 2017 में गौतम अडानी की कुल संपत्ति 5.8 अरब डालर थी और वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 250वें नंबर नर थे। 2018 में उनकी संपत्ति बढ़कर 9.7 अरब डॉलर पर पहुंच गई और इसके साथ ही वह 154वें स्थान पर पहुंच गए। इसके बाद 2019 में यह घटकर 8.7 अरब डॉलर पर आ गई और फोर्ब्स की लिस्ट में 154वें स्थान से खिसकर 167वें स्थान पर पहुंच गए।। साल 2020 में भी बहुत ज्यादा ग्रोथ नहीं हुई यह केवल 8.9 अरब डॉलर पर ही पहुंच पाई। इसके साथ ही उनके रैंक में थोड़ा सुधार हुआ और वह 155वें स्थान पर पहुंच गए। गौतम अडानी के लिए साल 2021 कई बहुत बड़ा साबित हुआ। उनकी संपत्ति 8.9 अरब डॉलर से छलांग लगाकर या यूं कहिए उड़ान भर कर 50.5 अरब डालर पर पहुंच गई। इसके साथ ही फोर्ब्स की लिस्ट में 131 पायदान की छलांग लगाकर 24वें स्थान पर काबिज हो गए।
गौतम अडानी ने एक छोटी सी कमोडिटी ट्रेडिंग कंपनी से व्यापार की शुरुआत की थी, जिसका उन्होंने कई बंदरगाहों , खानों और ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में विस्तार किया। वर्तमान में अडानी का बिजनेस पोर्ट्स, माइन्स, ग्रीन एनर्जी समेत कई क्षेत्रों में है। गौतम अडानी ने नवीकरणीय उर्जा के क्षेत्र में व्यापार विस्तार किया साथ ही एयपोर्ट्स, डेटा सेंटर और रक्षा सौदों में कारोबार बढ़ाया। पिछले 2 साल में अडानी की कंपनी के शेयरों में करीबन 600% का इजाफा हुआ है।
फोर्ब्स के मुताबिक साल 2017 में मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 232 अरब डॉलर थी। 2018 में उनकी संपत्ति बढ़कर 40.1 अरब डॉलर पर पहुंच गई। बढ़त का सिलसिला इसके बाद भी जारी रहा और 2019 में 50 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ वह फोर्ब्स की लिस्ट में भारत के सबसे अमीर शख्स बन गए। साल 2020 में अंबानी को बड़ा झटका लगा और उनकी संपत्ति घटकर 36.8 अरब डॉलर ही रह गई। हलांकि कोरोना की वजह से दुनिया भर के अमीरों की दौलत में कमी होने के कारण मुकेश अंबानी फोर्ब्स की लिस्ट में 21वें स्थान पर न केवल पहुंचे बल्कि भारत के सबसे अमीर शख्स का ताज अपने सिर पर बरकरार रखा। अडानी की तरह मुकेश अंबानी के लिए भी साल 2021 बहुत बड़ा साबित हुआ। उनकी संपत्ति में दोगुना से अधिक इजाफा हुआ।

जांच: मंगल ग्रह पर दिखा 'फूल की तरह' का पत्थर

जांच: मंगल ग्रह पर दिखा 'फूल की तरह' का पत्थर      

सुनील श्रीवास्तव    
ह्यूस्टन। नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने मंगल ग्रह पर मछली के आकार का पत्थर देखा था। इसकी तस्वीर सामने आते ही एलियन से प्रेम करने वाले लोगों ने कई तरह की कहानियां बनानी शुरु कर दी थीं। हालांकि यह एक पत्थर था, जो किसी तरह से वह मछली, जैसे आकार में बदल गया था। मंगल ग्रह से लगातार ऐसी तस्वीरें आ रही हैं, जो किसी को भी हैरान कर सकती हैं। कई आकार और रंगों के पत्थरों के मिलने के बाद अब लाल ग्रह पर एक ऐसा पत्थर दिखा है, जो एक फूल की तरह दिखता है। इसकी तस्वीर नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने ली है। पहले तो वैज्ञानिकों को लगा कि यह कोई फूल है। जब जांच की तो पता चला कि यह एक पत्थर है, जिसका निर्माण बेहद ही रोचक तरीके से हुआ है।
फूल जैसे इस पत्थर का निर्माण खनिजों के जुड़ने की वजह से इस तरह का हुआ है। ऐसे लगता है कि फूल की अलग-अलग पंखुड़ियां अलग-अलग दिशा में निकल रही हों। इस तरह की आकृतियों को डाइजेनेटिक क्रिस्टल क्लस्टर कहते हैं। डाइजेनेटिक मतलब अलग-अलग खनिजों के मिलने से थ्री-डायमेंशनल आकार बनता है। इस फूल में कई खनिजों का मिश्रण है। 
क्यूरियोसिटी मिशन की डिप्टी प्रोजेक्ट साइंटिस्ट एबिजिल प्रेमैन ने अपने ट्विटर पर लिखा है कि इस तरह की आकृतियां नमक से बनी होती है, जिन्हें सल्फेट्स  कहते हैं। ये किसी बड़े पत्थरों पर मौजूद खनिजों के अलग-अलग कणों के मिलने से बनती हैं। चुंकि हवाओं की दिशा और गति बदलती रहती है, इसलिए इनकी कोई निश्चित आकृति नहीं होती, बस ये आपस में जुड़ते चले जाते हैं। कुछ समय के बाद ये खत्म भी हो जाते हैं।
इस फूल जैसी आकृति वाले पत्थर को नासा के वैज्ञानिकों ने पिछले हफ्ते ही देखा था। आखिर में इसे नाम दिया गया ब्लैकथॉर्न सॉल्ट इसकी तस्वीर क्यूरियोसिटी रोवर पर लगे मार्स हैंड लेंस इमेजर  ने ली है। इस कैमरे के पास जूम करने का ज्यादा ताकत है। यह बेहद क्लोज अप तस्वीरें लेने में सक्षम है। इसकी वजह से कई पत्थरों की सतह पर खनिजों और टेक्स्चर का खुलासा हो पाता है।
इसके कुछ दिन पहले भी क्यूरियोसिटी रोवर ने लाल ग्रह  पर स्पर्म  की आकृति का पत्थर देखा था। जिसे लेकर वैज्ञानिक बेहद खुश थे। इस पत्थर को प्रकृति ने जिस तरह से तराशा है, वह काबिल-ए-तारीफ है। ऐसा नहीं है कि मंगल पर सिर्फ पत्थर मिलते हैं। कई तो इतने खूबसूरत या फिर विचित्र आकार के होते हैं कि वह दुनिया भर का ध्यान खींच लेते हैं।
हाल ही में मंगल ग्रह पर इंसान के पुट्ठे जैसी आकृति का एक पत्थर मिला था। इसे मार्स पर्सिवरेंस रोवर ने खोजा था। इससे पहले भी लाल ग्रह पर हरा पत्थर दिखा था। डायनासोर के मुंह जैसा पत्थर दिखा था। मछली के आकार और इंसानी चेहरे जैसी आकृतियां दिखाई दी थीं। 
केविन एम. गिल रोवर द्वारा भेजी गई खराब और टूटी-फूटी फोटोग्राफ्स को जोड़कर एक पूरी तस्वीर बनाने का काम भी करते हैं। कई बार उन्होंने ऐसी चीजें खोजी हैं, जो दुनिया भर को हैरानी में डाल देती हैं। साथ ही इन्हें देखकर खुशी भी होती है। यानी मंगल ग्रह की तस्वीरों से आपको एक हास्यास्पद राहत भी मिलती है। जैसे इस पत्थर को ही देख लीजिए। ये किसी ब्राचियोसॉरस  डायनासोर की गर्दन की तरह दिखता है। हां बस आकार कम है।
इससे अलावा लाल ग्रह यानी मंगल पर जब किसी भी अन्य रंग के होने की उम्मीद नहीं होती, तब नासा के पर्सिवरेंस रोवर ने एक हरे पत्थर की खोज की थी। नासा के मार्स पर्सिवरेंस रोवर को यह पत्थर तब दिखा जब वह इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर को सतह पर उतारने के बाद आगे बढ़ रहा था। इस रहस्यमयी हरे रंग के पत्थर की असलियत का खुलासा अभी नहीं हुआ है। ये कहां से आया है। ये किस चीज से बना है। लेकिन इसमें छोटे-छोटे गड्ढे हैं और बीच-बीच में चमकदार हरे रंग के क्रिस्टल जैसी वस्तु। यह रोशनी पड़ने पर तेजी से चमक जाती है।
नासा का वाइकिंग-1 ऑर्बिटर ने साल 1976 में जब मंगल ग्रह के चारों तरफ चक्कर लगा रहा था, तब उसे एक ऐसी तस्वीर दिखी जो ऐतिहासिक बन चुकी है। इस तस्वीर में मंगल ग्रह की सतह पर इंसानी चेहरा (काले घेरे में) दिखाई दे रहा है। अगर आपके पास कलात्मक दिमाग है तो आप सतह पर इस घेरे के अंदर दो आंखें, एक नाक, एक मुंह और अजीब हेयरस्टाइल भी देख सकेंगे।

यूएसए आधारित कई प्लेटफॉर्म ने रूस पर बैन लगाया

यूएसए आधारित कई प्लेटफॉर्म ने रूस पर बैन लगाया  

अखिलेश पांडेय         

कीव/ मास्को/नई दिल्ली। यूक्रेन पर हमले के बाद गूगल, एपल, फेसबुक, यूट्यूब जैसे अमेरिका आधारित कई प्लेटफॉर्म ने रूस पर बैन लगा दिया। जिससे वहां उसके सब ऑपरेटिंग सिस्टम बंद हो गए हैं। इन प्लेटफॉर्म से होने वाले लेनदेन खत्म होने से रूस के मेट्रो स्टेशनों और सार्वजनिक जगहों पर लंबी-लंबी लाइन लग गई है। यही नहीं रूसी सरकारी मीडिया को भी इन प्लेटफॉर्म पर नहीं दिखाया जा रहा है। रूस में मची इस अफरातफरी के बीच सोशल मीडिया पर भारत के प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ हो रही जिन्होंने पीएम बनने के बाद इन सभी महत्वपूर्ण नेटवर्क में लगभग आत्मनिर्भरता प्राप्त कर ली है। डिजिटल पेमेंट की आदत से लोगों ने कैश रखना छोड़ दिया है, ऐसे में पेमेंट सर्विस बंद होने से गंभीर समस्या पैदा हो गई है। भारत में अपना पेमेंट सिस्टम तैयार किए जाने को लेकर मोदी सरकार की वाहवाही हो रही है और ट्विटर पर Rupay ट्रेंड कर रहा है।

ट्विटर हैंडल पर लिखा, अमेरिका ने पिछले कुछ वर्षों में अपने सिस्टम पर हरेक देश को निर्भर बना दिया है। वो अपना एकछत्र साम्राज्य कायम करके मनमानी शर्तें मनवाता है, जैसा कि भारत में सोशल मीडिया कंपनियां कर रही हैं। यूपीआई और रूपे ने मास्टर कार्ड और विजा का दबदबा खत्म कर दिया। आरबीआई का डिजिटल रुपया इनके ताबूत में आखिरी कील साबित होगा।’ ध्यान रहे कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए ऐलान किया था कि भारत का केंद्रीय बैंक अपनी डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगी। ‘भारत का अपना जीपीएस सिस्टम, अपना रुपये कार्ड, अपना UPI सिस्टम, अपनी डिजिटल करेंसी, अपना सर्च इंजन, भारत का ‘₹’ एक्सचेंज सिस्टम, अपना सैटलाइट नेटवर्क, अपने रक्षा उपकरण, अपना एएसएटी नेटवर्क, अपना रक्षा उत्पादन, भारतीय फार्मा नेटवर्क… आत्मनिर्भरता के लिहाज से ये सब बहुत महत्वूपूर्ण हैं।’

ट्विटर हैंडल का कहना है कि अमेरिकी टेक कंपनियां अपने दबदबे का गलत इस्तेमाल करती हैं। उन्होंने लिखा, ‘बड़ी टेक कंपनियां, दुनियाभर में वीजा, मास्टरकार्ड, गूगल आदि का मनमानापन आपको हमेशा दबोचेगा क्योंकि ये सभी अमेरिकी मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स के साथ खड़ा होती हैं। भारत ने अपना रूपे, यूपीआई, पेटीएम, आधार और तमाम ऐसी पहलों से शानदार काम किया है।’ ‘पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने दूर दृष्टि अपनाते हुए रूपे और यूपीआई की व्यवस्था शुरू की। दुर्भाग्य से ज्यादातर नेता, बाबू आदि पीएम का वीजन नहीं समझ रहे। उम्मीद है यूक्रेन-रूस युद्ध से पैदा हो रही परिस्थितियां उनकी आखें खोल देंगी।’ कुछ लोगों ने रूस को इतना ताकतवर होते हुए भी अमेरिका पर निर्भरता बनाए रखने को लेकर नाराजगी का इजहार किया है। ट्विटर हैंडल ने लिखा, सैन्य क्षमता की दृष्टि से इतना ताकतवर होते हुए भी रूस की तैयारी कितनी बुरी है, यह चौंकाने वाला है। सैन्य क्षेत्र को छोड़ दें तो उनका टेक्नोलॉजिकल प्रोग्रेस बहुत खराब है। पुतिन बहुत अच्छा प्रशासक हैं, लेकिन खराब सुधारक। जबकि भारत ने सिर्फ चार वर्षों में ही यूपीआई, रूपे, भीम जैसे सरकारी सिस्टम तैयार कर लिए।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 7,554 नए मामलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 7,554 नए मामलें     

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। देश में जानलेवा कोरोना वायरस महामारी के मामलों में आज बढ़ोतरी दर्ज की गई है। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 7 हजार 554 नए केस सामने आए हैं और 223 लोगों की मौत हो गई। यानी, कल की तुलना में मामले बढ़े हैं। 

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 85 हजार 680 हो गई है। वहीं, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5 लाख 14 हजार 246 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक 4 करोड़ 23 लाख 38 हजार 673 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।

रूसी कुलीन वर्गों के खिलाफ कदम उठाएगा अमेरिका

रूसी कुलीन वर्गों के खिलाफ कदम उठाएगा अमेरिका   

अखिलेश पांडेय         

वाशिंगटन डीसी/मास्को। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को स्टेट यूनियन को दिए अपने भाषण में कहा कि वह पुतिन का समर्थन करने वाले रूसी कुलीन वर्गों के खिलाफ कदम उठाएगा। राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि यूक्रेन पर आक्रमण के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अकेले दोषी हैं और आश्वासन दिया कि रूसी नेता लंबे समय तक निरंतर उच्च कीमत चुकाएंगे।' सीएनएन के अनुसार, उन्होंने कहा,"मैं इस हिंसक शासन से अरबों डॉलर कमाने वाले रूसी कुलीन वर्गों और भ्रष्ट नेताओं से कहता हूं, अब और नहीं। 

अमेरिका का न्याय विभाग रूसी कुलीन वर्गों के खिलाफ जाने के लिए एक समर्पित टास्क फोर्स का गठन कर रहा है।" उन्होंने कहा, "हम उनकी जहाजों, उनके लक्जरी अपार्टमेंट, उनके निजी जेट विमानों को खोजने और जब्त करने के लिए यूरोपीय सहयोगियों के साथ शामिल हो रहे हैं।'

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-145, (वर्ष-05)
2. ब्रहस्पतिवार, मार्च 3, 2022
3. शक-1984, फाल्गुन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 14 डी.सै., अधिकतम-26+ डी सै.। बर्फबारी, उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...