सियोल/ वाशिंगटन डीसी। उत्तर कोरिया के एक शीर्ष अधिकारी ने अमेरिका को खबरदार किया है। उन्होंने कहा उत्तर कोरिया के संकेतों की गलत व्याख्या नहीं करे। उन्होंने जोर देकर कहा कि उत्तर कोरिया के संकेतों को अमेरिका गलत व्याख्या कर रहा है। उन्होंने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वह वार्ता का सपना देख रहा है तो उसे निराशा ही हाथ लगेगी। उत्तर कोरिया की ओर से यह टिप्पणी ऐसे वक्त आई है। जब एक अमेरिकी दूत ने दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में किम जोंग उन के साथ वार्ता पर अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन की बहन ने अमेरिका के साथ वार्ता की संभावनाओं को सिरे से नकार दिया है। किम जोंग की बहन किम यो जोंग सत्ता में शक्तिशाली भूमिका में हैं। किम यो जोंग ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलीवान के बयान पर भड़कते हुए कहा है कि वह किम जोंग के बयान के अपने तरीके से अर्थ निकालकर वार्ता के सपने देख रहे हैं।
मंगलवार, 22 जून 2021
व्याख्या: उत्तर कोरिया ने अमेरिका को खबरदार किया
24 को अदालत में रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया
रिटायर्ड: सरकार द्वारा नया सचिव नियुक्त किया गया
उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के 8 नए मामलें सामने आएं
पंकज कपूर
देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का कहर जहां तेजी से कम हो रहा है। वही ब्लैक फंगस के मामलों में भी धीरे धीरे धीरे कमी आ रही है। राज्य में आज ब्लैक फंगस के 8 नए मामले तथा 1 मरीज की मौत हुई। मंगलवार की शाम 6:00 बजे स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के अब तक 465 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि 82 मरीजों की मौत हो चुकी है। वही 65 मरीज स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हो चुके हैं।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में ब्लैक फंगस के सबसे अधिक 302 मामले सामने आए जिनमें 54 की मौत हो चुकी है 29 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। इसके अलावा दून मेडिकल कॉलेज में 23, मैक्स हॉस्पिटल में 15, महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में 30, जौलीग्रांट में 45, आरोग्यधाम हॉस्पिटल में दो, कृष्णा अस्पताल हल्द्वानी में तीन, सुशीला तिवारी अस्पताल में 33, सिटी अस्पताल में, तिवारी नर्सिंग होम में एक, जिला अस्पताल उधम सिंह नगर में एक, ओएनजीसी हॉस्पिटल में एक, सिनर्जी हॉस्पिटल में 2, उत्तरकाशी डिस्टिक हॉस्पिटल में 2, मिलट्री हॉस्पिटल रुड़की में दो तथा मिलिट्री हॉस्पिटल देहरादून में एक मामले सामने आए है।
अनियंत्रित व्यवस्था, सरकार पर पलायन का आरोप
असंवैधानिक कदम को वापस बगैर शांति बहाल नहीं
श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वदलीय बैठक से पहले पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा रद्द करने के ‘अवैध’ और ‘असंवैधानिक’ कदम को वापस लिए बगैर क्षेत्र में शांति बहाल नहीं हो सकती। गुपकर गठबंधन (पीएजीडी) की एक बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान वह जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने के लिए जोर देंगी। जिसे‘ ”हमसे छीन लिया गया है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख ने कहा, ”गठबंधन का एजेंडा यह है कि जो कुछ हमसे छीन लिया गया है। हम उस पर यह बातचीत करेंगे। यह एक गलती थी। यह अवैध तथा असंवैधानिक था। जम्मू कश्मीर के मुद्दे का हल किये बगैर जम्मू कश्मीर और पूरे क्षेत्र में शांति बहाल नहीं हो सकती।” महबूबा के साथ गठबंधन के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला सहित इसके अन्य नेता भी थे।
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हंगामा किया
गाजियाबाद: 7 कोरोना संक्रमितों को डिस्चार्ज किया
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जिलें में 4 नए मरीज मिले और 7 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जिले में एक भी मरीज की मौत दर्ज नहीं की गई और 77 सक्रिय संक्रमित हैं। बुलेटिन के अनुसार जनपद में अब तक 54,968 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। जबकि संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 461 है। गौतमबुद्ध नगर जिले में 9 नए मरीज मिले और 38 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जिले में 93 सक्रिय संक्रमित हैं। बुलेटिन के अनुसार जनपद में अब तक 62,453 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। जबकि संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 466 है। मेरठ जिले में 12 नए मरीज मिले और 15 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जिले में 2 मरीजों की मौत दर्ज की गई और 182 सक्रिय संक्रमित हैं। बुलेटिन के अनुसार जनपद में अब तक 68,213 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। जबकि संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 891 है।
किसानों की शत-प्रतिशत गेहूं खरीद सुनिश्चित करें
सपा के वरिष्ठ नेता ने वृक्षारोपण कर मनाया जन्मदिन
विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की
पत्रकारों को स्वास्थ्य की कामना, सह्रदय भेंट किएं
बिजली विभाग के अधिकारी की लापरवाही, हड़कंप
तीसरी लहर का असर नियंत्रित करने के सुझाव दिएं
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि कोविड ने गहरा दर्द दिया है और इसके कारण देश ने लाखों लोगों को खोया है। लेकिन सरकार अभी भी संभल नहीं रही है। इसलिए पार्टी ने श्वेत पत्र जारी कर सरकार को संभावित तीसरी लहर का असर नियंत्रित करने के सुझाव दिए हैं।
राहुल गांधी ने मंगलवार को यहां विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी ने यह श्वेत पत्र विस्तृत रूप से तैयार किया है। उनका कहना है कि इस श्वेत पत्र के ज़रिए उनका मक़सद सरकार पर अंगुली उठाना नहीं बल्कि सरकार ने पहली और दूसरी लहर को मात देने के दौरान जो गलतियां की है, संभावित तीसरी लहर में उन गलतियों को सुधारने और सही कदम उठाने का सुझाव दिया गया है। उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि आने वाले समय में इन गलतियों को ठीक करना होगा। पूरा देश जानता है कि दूसरी लहर से पहले हमारे वैज्ञानिकों और डाक्टरों ने दूसरी लहर आने की बात की थी। उस समय जो एक्शन सरकार को लेने चाहिये थे, सरकार का जो व्यवहार होना चाहिए था, वो नहीं रहा और उसकी वजह से पूरे देश को दूसरी लहर का दर्द सहना पड़ा।"
कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 4 हजार से कम
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन की रफ्तार में बढ़ोत्तरी के बीच कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या चार हजार से कम हो गई है। हालांकि सरकार ने लोगों से सतर्कता बरतने और कोविड प्रोटोकाल का ईमानदारी से पालन करने की सलाह दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को टीम-09 की बैठक में कहा कि कोरोना महामारी की स्थिति नियंत्रण में है।
कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 4,000 से कम हो गई है। वर्तमान में 3,910 कोरोना मरीज उपचाराधीन हैं। सोमवार को 16 जिलों में संक्रमण के नए मामले नहीं मिले, जबकि 55 जिलों में नए केस इकाई में आए हैं। उन्होने बताया कि प्रदेश में कोरोना से स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 16 लाख 78 हजार 486 हो चुकी है।
बिहार: निजी दौरे पर दिल्ली जाएंगें सीएम नीतीश
अविनाश श्रीवास्तव
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निजी दौरे पर मंगलवार को दिल्ली जाएंगे। कुमार के मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एसएलबीसी की बैठक के बाद और दोपहर दो बजे मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद दिल्ली के लिए रवाना होने की संभावना है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से हालांकि उनके दिल्ली जाने को लेकर कार्यक्रम के बारे में कोई सूचना साझा नहीं की गई पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से सोमवार को इस बाबत पूछे जाने पर कहा था कि मुख्यमंत्री होने के नाते और व्यक्तिगत रूप से भी उनका दिल्ली जाने का कार्यक्रम बनता रहा है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार की अटकलों के बीच नीतीश की दिल्ली की यात्रा के बारे में पूछे जाने पर आरसीपी सिंह ने कहा था कि जब भी केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तो राजग का हिस्सा होने के नाते जदयू की इसमें भागीदारी होगी। वहीं लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता और मुंगेर से सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार को लेकर दिल्ली की यात्रा के क्रम में नीतीश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने की चर्चा को अटकलें बताते हुए सोमवार की शाम को कहा था कि मुख्यमंत्री अपनी आंख के इलाज के लिए दिल्ली जा रहे हैं।
मृतक लोगों की असल संख्या छुपाने का आरोप लगाया
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर कोविड-19 महामारी में मारे गए लोगों की असल संख्या छुपाने का आरोप लगाया है। अखिलेश ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा “सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से ये भंडाफोड़ हुआ है कि 31 मार्च, 2021 तक कोरोना काल के नौ महीनों में उत्तर प्रदेश के 24 जिलों में मृत्यु का आंकड़ा सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों से 43 गुना अधिक है।” उन्होंने ट्वीट में आरोप लगाया, “राज्य की भाजपा सरकार मृत्यु के आंकड़े नहीं दरअसल अपना मुंह छिपा रही है।” हालांकि यह ज्ञात नहीं हो सका है कि आरटीआई (सूचना के अधिकार) के तहत यह जानकारी किसे और कब दी गई।
जबरन धर्मांतरण का मामला, कार्रवाई लगातार जारी
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जबरन धर्मांतरण के मामले सामने आने के बाद कार्रवाई लगातार जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले पर सख्त रुख दिखाया है। उन्होंने पूरी घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि वे तह में जाकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। इसके साथ ही सीएम ने दोषियों के खिलाफ गैंगेस्टर और रासुका के तहत कार्रवाई का भी आदेश दिया है। सीएम ने निर्देश दिया है कि आरोपियों की संपत्ति जब्त कर सख्त कार्रवाई की जाए। यूपी एटीएस ने लखनऊ से धर्म परिवर्तन कराने वाले दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर अब तक 1000 से ज्यादा गरीब हिंदुओं का धर्मांतरण कराने का आरोप है। यूपी के एडीजी (लॉ एंड आर्डर) प्रशांत कुमार का कहना है कि एक बड़ा गैंग धर्म परिवर्तन में लगा है। यह पैसे और अन्य प्रलोभन से धर्मांतरण कराता था। इसी मामले में बाटला हाउस के उमर गौतम और उसके साथी जहांगीर को भी गिरफ्तार किया गया है।
एडीजी (लॉ एंड आर्डर) प्रशांत कुमार के मुताबिक, दोनों मौलानाओं ने मूक-बधिर बच्चों और महिलाओं का धर्मांतरण कराया है। महिलाओं का धर्मांतरण कराने के बाद मुस्लिम युवकों से शादी भी कराई गई है। यूपी एटीएस ने कहा है कि दोनों लोगों ने दिल्ली में इस्लामिक दावाह सेंटर बना रखा है। इसका उद्देश्य ही हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कर उन्हें मुस्लिम बनाना है। इसके लिए विदेशों से इस काम के लिए पैसा दिया गया है। एटीएस ने सेंटर के ऑफिस को सील कर दिया है।
पीएम द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल होगें अब्दुल्ला
श्रीनगर। गुपकर जन घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को बताया कि गठबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होगें। यह घोषणा यहां अब्दुल्ला के गुपकर रोड स्थित आवास पर केंद्र के निमंत्रण को लेकर चर्चा करने के लिए बुलाई गई पीएजीडी नेताओं की बैठक के बाद की गई। गठबंधन के अन्य नेताओं के साथ मौजूद अब्दुल्ला ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ”हमें प्रधानमंत्री का निमंत्रण मिला है और हम (बैठक में) शामिल होंगे।” पीएजीडी अध्यक्ष ने कहा कि गठबंधन को विश्वास है कि वह बैठक के दौरान प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने अपना पक्ष रखने में सक्षम होगा। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष अब्दुल्ला ने कहा, ”बैठक समाप्त होने के बाद हम आपको यहां और दिल्ली में बताएंगे कि हमने वहां क्या किया, हमने क्या कहा और उनकी प्रतिक्रिया क्या थी।”
यह पूछे जाने पर कि गठबंधन का क्या रुख होगा, अब्दुल्ला ने कहा, ”आप सभी हमारे रुख के बारे में जानते हैं और इसे दोहराने की जरूरत नहीं है। हमारा पहले जो रुख था, वह अब भी है और आगे भी वही रहेगा।” पीएजीडी के विभिन्न घटकों ने उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर कर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा फिर से बहाल किए जाने और इसे फिर से राज्य बनाए जाने का अनुरोध किया है। अब्दुल्ला ने कहा कि जिन्हें आमंत्रित किया गया है, वे सभी बैठक में शामिल होंगे। उन्होंने कहा, ”मैं, (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष) महबूबा (मुफ्ती) जी, (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी नेता एम वाई) तारिगामी साहब और हमारे (गठबंधन के) वे सभी लोग जाएंगे, जिन्हें आमंत्रित किया गया है।” उन्होंने कहा कि निमंत्रण विभिन्न दलों के नेताओं को भेजा गया है और ”वे सभी जाएंगे और वहां अपनी बात रखेंगे”। बैठक के एजेंडे के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा, ”उनकी तरफ से (केंद्र की तरफ से) कोई एजेंडा नहीं बताया गया है।”
उन्होंने कहा, ”हम वहां किसी भी मुद्दे पर बात कर सकते हैं।” केंद्र शासित प्रदेश के लिए भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा के मकसद से प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में जम्मू-कश्मीर के 14 नेताओं को आमंत्रित किया गया है। केंद्र ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को निरस्त करने और इसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने की अगस्त 2019 में घोषणा की थी, जिसके बाद से पहली बार इस प्रकार की कोई बैठक हो रही है। पीएजीडी मुख्यधारा की छह पार्टियों का गठबंधन है जो जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के बाद अस्तित्व में आया था।
विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल जुटें
पंकज कपूर
देहरादून। उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल जुट चुके है। चुनावी दंगल इस विधानसभा चुनाव में मुख्य रूप से भाजपा, कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के बीच होने जा रहा है। इन तीनों दलों में नेताओ का आयात-निर्यात लगातार जारी रहेगा।अपने निजी हितों के लिए नेता जी अपना ईमान बेच रहें होंगे, आम जनता के सपनो की बोली लग रही होगी।
विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कुछ महत्वाकांशी नेता भाजपा से कांग्रेस, तो कुछ कांग्रेस से भाजपा में आने का समीकरण बैठा रहें होंगे हैं। सेवा व मिशन के रूप में जानी जाने वाली राजनीति की अब तस्वीर ही बदल चुकी है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस का एक पूर्व विधायक व एक वर्तमान विधायक दोनों भाजपा में जाने की तैयारी कर चुके हैं। कांग्रेस में अगर उन्हें लगने लगा कि उनका भविष्य ख़तरे में है तो वह झट से विपक्षी पार्टी का दामन थामने में देर नहीं करेंगे।
पूर्व विधायक अपनी विधानसभा छोड़ दूसरी विधानसभा में पैर पसारने व अपनी जगह मजबूत करने में लगें हैं।वर्तमान विधायक ने जिस भाजपा विधायक को हराया था वह अब सांसद बन गए इसलिए अपने राजनीतिक गुरू के साथ भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
टीकाकरण राजनीति व बहस मुबाहिसे को खत्म किया
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने कोविड-19 टीकाकरण को लेकर राजनीति और बहस मुबाहिसे को खत्म करके इसका फायदा आम लोगों तक पहुंचाने का चौतरफा प्रयास करने की जरूरत बताई। मायावती ने मंगलवार को सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, “देश में कोरोना टीके के निर्माण व उसके बाद टीकाकरण आदि को लेकर विवाद, राजनीति, आरोप-प्रत्यारोप आदि अब काफी हो चुका। जिसका दुष्परिणाम यहां की जनता को काफी भुगतना पड़ रहा है। मगर अब वैक्सीन विवाद को विराम देकर इसका लाभ जन-जन तक पहुंचाने का चौतरफा प्रयास जरुरी है।”
गौरतलब है कि कोविड-19 के टीके की उपलब्धता में कमी और टीकाकरण अभियान की प्रगति धीमी होने का आरोप लगाकर विपक्ष इन दिनों सरकार पर हमलावर है। बसपा अध्यक्ष ने कहा, “भारत जैसे विशाल ग्रामीण बहुल देश में कोरोना टीकाकरण को जन अभियान बनाने तथा वैज्ञानिकों को समुचित समर्थन और प्रोत्साहन देने की कमी को भी दूर करना आवश्यक है। साथ ही, केंद्र तथा सभी राज्यों की सरकारों से बसपा की मांग है कि वे बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाएं।”
महाराष्ट्र में ‘डेल्टा प्लस’ के 21 मामलें सामने आएं
कविता गर्ग
मुंबई। महाराष्ट्र में कोविड-19 के अत्यधिक संक्रामक स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ के अभी तक 21 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सोमवार को बताया कि इस स्वरूप के सबसे अधिक नौ मामले रत्नागिरी, जलगांव में सात मामले, मुंबई में दो और पालघर, ठाणे तथा सिंधुदुर्ग जिले में एक-एक मामला सामने आया है। उन्होंने बताया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से 7,500 नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। ये नमूने 15 मई तक एकत्रित किए गए थे और इनका जीनोम अनुक्रमण किया जा चुका है। जीनोम अनुक्रमण से सार्स-सीओवी2 में छोटे से छोटे उत्परिवर्तन (वायरस के स्वरूप बदलने का) का भी पता चल जाता है।
टोपे ने बताया कि जो लोग ‘डेल्टा प्लस’ से संक्रमित पाए गए हैं, उन्होंने हाल ही में यात्रा की थी या नहीं, कोविड-19 रोधी टीका लगवाया था या नहीं और क्या वे दोबारा संक्रमित हुए। उनसे जुड़ी अन्य जानकारी एकत्रित की जा रही है। उनके सम्पर्क में आए लोगों की भी पहचान की जा रही है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने पिछले सप्ताह एक प्रस्तुतिकरण (प्रेसेंटेशन) दिया था जिसमें कहा था कि संक्रमण का नया स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ राज्य में कोविड-19 की तीसरी लहर का कारण बन सकता है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राज्य कोविड-19 कार्य बल के सदस्य और स्वास्थ्य विभाग के सदस्य भी इस बैठक में शामिल हुए थे। यह नया स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ भारत में सबसे पहले सामने आए ‘डेल्टा’ या ‘B.1.617.2’ स्वरूप में ‘उत्परिवर्तन’ से बना है। भारत में संक्रमण की दूसरी लहर आने की एक वजह ‘डेल्टा’ भी था। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सोमवार को महाराष्ट्र में कोविड-19 के 6,270 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 59,79,051 हो गई। वहीं, 94 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,18,313 हो गई है।
यात्रियों और कंडक्टर में पहचान कर पाना मुश्किल
इंडिया ने 16 सदस्यीय टीम का कप्तान नियुक्त किया
फूड प्रासेसिंग फैक्ट्रियां स्थापित, 4074.02 करोड़
दूसरी तिमाही में कारों की कीमतों में बढ़ोतरी: मारुति
अपना नाम बदलकर लोगों के दिल में जगह बनाएं
ट्रेन और बस की टक्कर लगने से 2 लोगों की मौंत
24 घंटे में कोरोना के 42,640 नए मामलें सामने आएं
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामलों में आ रही कमी के बीच पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 42,640 नये मामले सामने आये और यह संख्या पिछले 91 दिनों में सबसे कम है। इस बीच सोमवार को 86 लाख 16 हजार 373 लोगों को कोरोना के टीके लगाये गये। देश में अब तक 28 करोड़ 87 लाख 66 हजार 201 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना के 42,640 नये मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 99 लाख 77 हजार 861 हो गया है। इस दौरान 81 हजार 839 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद इस महमारी को मात देने वालों की कुल संख्या बढ़कर दो करोड़ 89 लाख 26 हजार 038 हो गई हैं। सक्रिय मामले 40 हजार 366 कम होकर छह लाख 62 हजार 521 रह गये हैं। इसी अवधि में 1,167 मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर तीन लाख 89 हजार 302 हो गया है। देश में सक्रिय मामलों की दर कम होकर 2.21 फीसदी, रिकवरी दर बढ़कर 96.49 फीसदी और मृत्यु दर 1.30 फीसदी हो गई है।
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में सक्रिय मामलों में 7,840 कमी आने के बाद यह संख्या घटकर 1,27,523 रह गयी है। इसी दौरान राज्य में 13,758 और मरीजों के स्वस्थ हाेने के बाद कोरोनामुक्त होने वालों की तादाद बढ़कर 57,33,215 हो गयी है। जबकि 352 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,18,313 हो गया है। केरल में इस दौरान सक्रिय मामले 6,241 कम होकर 1,00,135 रह गये हैं तथा 13,596 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना को मात देने वालों की संख्या बढ़कर 27,04,554 हो गयी है। जबकि 94 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 12,154 हो गयी है।
मिजोरम के मंत्री ने सरकारों को करारा झटका दिया
खतरों का 'मुकाबला' करने के लिए तैयार हैं राफेल
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस में राफेल फाइटर जेट की दूसरी स्क्वाड्रन चीन के साथ पूर्वी मोर्चे पर खतरों का मुकाबला करने के लिए तैयार है। भारतीय वायुसेना ने पांच जेट विमानों के साथ शुरू की गई इस दूसरी स्क्वाड्रन का नाम 101 'फाल्कन्स ऑफ चंब और अखनूर' रखा है। हालांकि स्क्वाड्रन शुरू करने का औपचारिक समारोह कोरोना महामारी की वजह से नहीं हो पाया है। लेकिन अगले एक या दो महीने के भीतर होने की सम्भावना है। फ्रांस के साथ सितम्बर, 2016 में हुए 59 हजार करोड़ रुपये के सौदे के तहत 36 में से अब तक सात खेपों में 23 राफेल जेट भारत आ चुके हैं। वायुसेना को मिलने वाले 36 राफेल विमानों में से 30 युद्धक विमान और छह प्रशिक्षण विमान होंगे। फ्रांसीसी कम्पनी से पांच राफेल जेट का पहला जत्था 29 जुलाई, 2020 को अंबाला एयरबेस पहुंचा था।
भारतीय वायुसेना ने औपचारिक रूप से इन फाइटर जेट्स को अपने बेड़े में 10 सितम्बर को शामिल किया था। पश्चिमी और पूर्वी मोर्चों पर 'टू फ्रंट वार' की तैयारियों के बीच राफेल फाइटर जेट की मिसाइल स्कैल्प को पहाड़ी इलाकों में अटैक करने के लिहाज से अपग्रेड किया गया है। एलएसी पर चीन से तनातनी के बीच भारत ने राफेल लड़ाकू विमानों को लद्दाख के फ्रंट-लाइन एयरबेस पर तैनात किया है। वायुसेना की एक स्क्वाड्रन 16 युद्धक विमानों और पायलट ट्रेनिंग के दो विमानों से मिलकर बनती है। राफेल के लिए अम्बाला में बनाई गई पहली 17 'गोल्डन एरोज' स्क्वाड्रन 18 जेट्स मिलने के बाद पूरी हो गई है। भारत को अब तक मिले 23 विमानों में से 5 राफेल जेट विमानों के साथ अब पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस की दूसरी स्क्वाड्रन शुरू की गई है। पूर्वी लद्दाख में चीन से चल रही तनातनी के बीच राफेल फाइटर जेट्स की इस दूसरी स्क्वाड्रन की जिम्मेदारी सिक्किम से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक से सटी एलएसी की होगी।
पूर्वी क्षेत्र में चीन-भूटान ट्राइ-जंक्शन के बेहद करीब हाशिमारा एयरबेस उसी विवादित डोकलाम इलाके के बेहद करीब है, जहां वर्ष 2017 में भारत और चीन की सेनाओं के बीच 75 दिन लंबा टकराव हुआ था। एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने 19 जून को वायुसेना अकादमी डुंडीगल में आयोजित संयुक्त स्नातक परेड (सीजीपी) को संबोधित करते हुए कहा था कि शेड्यूल के अनुसार 2022 तक सभी 36 राफेल विमानों को भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया जायेगा। हाशिमारा एयरबेस स्थित 101 स्क्वाड्रन पहले पुराने मिग-21 लड़ाकू विमानों को संचालित करती थी। भारतीय वायु सेना ने पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस को '101 फाल्कन्स ऑफ चंब और अखनूर' नाम दिया है। राफेल फाइटर जेट की दूसरी स्क्वाड्रन चीन के साथ पूर्वी मोर्चे पर खतरों का मुकाबला करने के लिए है।
ग्रुप कैप्टन रोहित कटारिया 17 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर हैं, जबकि ग्रुप कैप्टन नीरज झाम्ब 'जैमी' 101 स्क्वाड्रन के प्रमुख हैं यानी इन्हीं दोनों वायुसेना अधिकारियों के हाथों में राफेल जेट की कमान होगी। दोनों एयरबेस पर राफेल के लिए हैंगर, शेल्टर, मेंटेनेंस सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए गए हैं। चीन के साथ 1962 की लड़ाई के बाद हासिमारा एयरबेस का निर्माण किया गया था। यह एयरबेस सिक्किम-भूटान-तिब्बत के ट्राइ-जंक्शन के करीब है। तेजपुर और चबुआ में पहले से ही रूसी मूल के सुखोई-30 एमकेआई तैनात हैं। हाशिमारा एयरबेस पर राफेल की तैनाती हो जाने से पूर्वी मोर्च पर वायु सेना की ताकत और बढ़ जाएगी। राफेल घातक हथियार पैकेज, उन्नत एवियोनिक्स, रडार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली से लैस हैं।
ताकि दुश्मन के हवाई क्षेत्र में बेहतर हमले सुनिश्चित किये जा सके। राफेल 300 किलोमीटर से अधिक दूरी की हवा से जमीन पर मार करने वाली क्रूज मिसाइल स्कैल्प मिसाइल और 120 से 150 किमी की स्ट्राइक रेंज के साथ हवा से हवा में मार करने वाली उल्का मिसाइलों से भी लैस हैं।
7 हजार केन्द्रों पर टीकाकरण अभियान की शुरुआत
भोपाल। मध्यप्रदेश में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सोमवार को सुबह 10 बजे सात हजार केन्द्रों पर कोरोना टीकाकरण महा-अभियान की शुरुआत हुई। इस महा-अभियान के तहत पहले दिन प्रदेश में रात 8 बजे तक 15 लाख 43 हजार से अधिक लोग कोरोना का टीका लगवा चुके हैं। यह देश में अब तक का एक दिन में लगाये गये टीकों का रिकार्ड है। विभिन्न टीकाकरण केन्द्रों में अभी भी टीकाकरण जारी है। टीकाकरण महा-अभियान में 10 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था। प्रत्येक जिले के लिये लक्ष्य निर्धारित किये गये थे।
लगभग सभी जिलों में लक्ष्य से अधिक टीकाकरण किया गया। जनसम्पर्क अधिकारी राजेश पाण्डेय ने बताया कि टीकाकरण का यह रिकार्ड मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई लगातार अपील और विभिन्न वर्ग के लोगों से संवाद और उसमें मिले व्यापक जन-सहयोग के कारण ही संभव हुआ है। मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने में जन-भागीदारी का जो मॉडल लागू किया गया था। आज का रिकार्ड भी उसी मॉडल की कामयाबी में एक मील का पत्थर है।
उन्होंने बताया कि इस अभियान में मंत्री-मण्डल के सदस्यों के साथ ही सभी जन प्रतिनिधि, धर्मगुरुओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवी संस्थाओं, बुद्धिजीवियों, पत्रकारों, कोरोना वॉलेंटियर्स और गणमान्य नागरिकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। टीकाकरण केन्द्रों में टीका लगवाने के लिये आने वाले लोगों का स्वागत किया गया। उन्हें कोरोना से बचाव के लिये जरूरी उपाय करने का संकल्प दिलाया गया।
बीमारी व वैक्सीन को लेकर राजनीति, घटियापन
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए आज कहा कि उन्होंने कोरोना की बीमारी और वैक्सीन को लेकर राजनीति की और इस महामारी से लड़ाई को नुकसान पहुंचाने का भरसक प्रयास किया। भाजपा के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने यहां एक वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, "जब भी हिंदुस्तान में कुछ अच्छा होता है और देश अच्छा प्रदर्शन करता है, तो कहीं न कहीं कांग्रेसियों को उससे चिढ़ होती है। राहुल गांधी से रुका नहीं जाता और वो प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उस पूरे विषय पर एक प्रश्नचिन्ह लगाने का काम करते हैं।" डॉ. पात्रा ने कहा कि योग दिवस के साथ ही कल का दिन बहुत महत्वपूर्ण था।
कल पूरे विश्व में हिंदुस्तान एक मात्र ऐसा देश बना जिसने एक ही दिन में लगभग 87 लाख लोगों का टीकाकरण किया गया लेकिन गांधी ने देश की इस उपलब्धि का सम्मान नहीं किया। उन्होंने कहा, "कोरोना की लड़ाई में जब भी निर्णायक मोड़ आए। तब-तब राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने राजनीति करने की भरसक प्रयास किया है। गांधी ने कहीं न कहीं भारत की कोरोना से इस लड़ाई को डिरेल करने का अथक परिश्रम किया है।" भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गांधी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हर तरफ और हर बार भ्रम फैलाने का प्रयास किया। कभी वैक्सीन पर सवाल उठाये तो कभी वकालत की। कभी लॉक डाउन को गलत बता कर विरोध किया और बाद में कठोर लॉक डाउन की वकालत की।
उन्होंने कहा कि श्री गांधी ने अभी तक वैक्सीन नहीं लिया है। डॉ. पात्रा ने कहा कि गांधी को 15 अप्रैल को कोरोना हुआ था। उन्होंने 16 को कहा कि वह रैली नहीं करेंगे। चार दिन बाद 20 तारीख को पता चला कि उन्हें कोरोना हुआ है। पर फिर भी वह बीमारी एवं वैक्सीन पर राजनीति करते रहे। उन्होंने कहा कि गांधी को बीमारी एवं वैक्सीन को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए।
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