स्वतंत्रता दिवस: राष्ट्रपति ने देश को संबोधित किया
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित किया। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने देश को एकजुट करने का काम किया। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन के दौरान, राष्ट्रपति ने भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और सुखदेव जैसे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा दिए गए बलिदानों की चर्चा की।
राष्ट्रपति ने कहा कि देश संपूर्ण गौरव प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा, "सभी देशवासी 78वें स्वतन्त्रता दिवस का उत्सव मनाने की तैयारी कर रहे हैं, यह देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। स्वाधीनता दिवस के अवसर पर लहराते हुए तिरंगे को देखना - चाहे वह लाल किले पर हो, राज्यों की राजधानियों में हो या हमारे आस-पास हो - हमारे हृदय को उत्साह से भर देता है।"
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, "आज, 14 अगस्त को हमारा देश विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मना रहा है। यह विभाजन की भयावहता को याद करने का दिन है। जब हमारा महान राष्ट्र विभाजित हुआ, तो लाखों लोगों को भागने के लिए मजबूर होना पड़ा और अनगिनत लोगों की जान चली गई। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर, हम इस अभूतपूर्व मानवीय त्रासदी को याद करते हैं और उन परिवारों के साथ एकजुट होते हैं, जो बिखर गए थे।"
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जिस तरह हम अपने परिवार के साथ विभिन्न त्योहार मनाते हैं, उसी तरह हम अपने स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को भी अपने उस परिवार के साथ मनाते हैं, जिसके सदस्य हमारे सभी देशवासी हैं। हम उस परंपरा का हिस्सा हैं, जो स्वाधीनता सेनानियों के सपनों और उन भावी पीढ़ियों की आकांक्षाओं को एक कड़ी में पिरोती है, जो आने वाले वर्षों में हमारे राष्ट्र को अपना सम्पूर्ण गौरव पुनः प्राप्त करते हुए देखेंगी।"
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "वर्ष 2021 से वर्ष 2024 के बीच 8 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि दर हासिल करके, भारत सबसे तेज गति से बढ़ने वाली बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में शामिल है। इससे न केवल देशवासियों के हाथों में अधिक पैसा आया है, बल्कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की संख्या में भी भारी कमी आई है। जो लोग अभी भी गरीबी से पीड़ित हैं, उनकी सहायता करने के साथ-साथ उन्हें गरीबी से बाहर निकालने के लिए भी सभी प्रयास किए जा रहे हैं।"