बुधवार, 14 अगस्त 2019

स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं:यूनिवर्सल एक्सप्रेस

 देश-दुनिया आज किस आयाम पर, किस स्थिति और परिस्थिति में संघर्षशील है? यह आप सभी लोगों के सामने हैं। इसमें यदि आप राजनीति करना चाहते हैं तो कोई बड़ी विचित्र बात नहीं है। आप इसमें राजनीति कर सकते हैं, लेकिन जहां राष्ट्रहित की बात होती है। वहां पर हम सब लोग हिंदुस्तानी होते हैं। ऐसी स्थिति में जो भी निर्णय हिंदुस्तान के पक्ष में है वह निर्णय हमारा स्वयं का निर्णय होता है। चाहे वह निर्णय हमारा को छोटा बच्चा ले रहा हो या हमारे देश का प्रधानमंत्री ले रहा हैं।क्योंकि जब देश के हित की बात आती है तो फिर देश ही सर्वोपरि है उसके लिए किसी प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री या किसी मंत्री,संतरी, अगरा, वगैरह, आलतू-फालतू आम आदमी के विश्लेषण की आवश्यकता नहीं है। हम हिंदुस्तानी हैं और हिंदुस्तान के लिए हम अपना सब कुछ सर्वत्र करने के लिए पहले से ही तत्पर है। हमेशा रहेंगे। यह हमारी सद्भावना है ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो काम किया है वह शायद कोई और प्रधानमंत्री नहीं कर पाता।इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बार-बार धन्यवाद और उसके बाद देश के विकास के लिए और भी कई ऐसे मसले हैं। कई विवाद है, कई मुद्दे हैं, जिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काम करने की जरूरत है। ऐसी उम्मीद भी है कि प्रधानमंत्री उन विषयों पर कार्य कर रहे हैं।परिणाम भी उत्कृष्ट होंगे।आज यूनिवर्सल एक्सप्रेस परिवार पूरी दुनिया को भारतीय स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करता है। धन्यवाद करता है जो लोग आज इस वर्तमान में इस भौतिकवाद से रूबरू हैं। वास्तविकता को बहुत बारीकी से समझ रहे हैं उनके लिए पुन: एक बार फिर धन्यवाद।हम सब भारतीय लोकतंत्र में स्वतंत्र दिवस मनाएंगे। वह भी पूरी स्वतंत्रता के साथ। धन्यवाद। यदि देशवासियों को किसी प्रकार की कोई भी समस्या और आपत्ति है तो वह लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी समस्याओं को अग्रेषित करने का अधिकारी है।


राष्ट्रपति का देश वासियों के लिए साधारण संदेश

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 73वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी। राट्रपति कोविंद ने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया है।यह निर्णय वहां के लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगा।


मुझे विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के निवासी इस बदलाव से अधिक लाभान्वित होंगे। संबोधन में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि 2 अक्टूबर को हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाएंगे।गांधीजी हमारे स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे। वे समाज को हर प्रकार के अन्याय से मुक्त कराने के प्रयासों में हमारे मार्गदर्शक भी थे। उन्होंने कहा कि गांधीजी का मार्गदर्शन आज भी उतना ही प्रासंगिक है. उन्होंने हमारी आज की गंभीर चुनौतियों का अनुमान पहले ही कर लिया था। गांधीजी मानते थे कि हमें प्रकृति के संसाधनों का उपयोग विवेक के साथ करना चाहिए ताकि विकास और प्रकृति का संतुलन हमेशा बना रहे।


राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि वर्तमान में चल रहे हमारे अनेक प्रयास गांधीजी के विचारों को ही यथार्थ रूप देते हैं। अनेक कल्याणकारी कार्यक्रमों के माध्यम से हमारे देशवासियों का जीवन बेहतर बनाया जा रहा है। सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने पर विशेष ज़ोर देना भी गांधीजी की सोच के अनुरूप है।


 


एयर इंडिया की फ्लाइट में घबराए यात्री

नई दिल्ली। कुत्तों की मौजूदगी की वजह मुंबई से गोवा आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट डाबोलिम रनवे पर पहले प्रयास में लैंडिंग नहीं कर पाई। पहले प्रयास में सफल लैंडिंग नहीं होने के कारण यात्री घबरा गए लेकिन विमान ने दूसरे प्रयास में लैंड किया गया। सभी यात्री सुरक्षित हैं।जानकारी के मुताबिक, मंगलवार रात को आवारा कुत्तों की मौजूदगी की खबर एटीसी यानि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के पास नहीं थी।अंधेरा होने के कारण रनवे कंट्रोलर ने रनवे पर किसी भी कुत्ते को नहीं देख सका, जिस वजह से फ्लाइट के लैंडिग में देरी हुई।गोविंद गांवकर नाम के यात्री का दावा है कि वह मुंबई से गोवा जाने वाली उड़ान में सवार थे।उन्होंने दावा किया कि कुत्तों को देखकर पायलट ने 'टचडाउन' से कुछ क्षण पहले लैंडिंग रोक दी। उन्होंने ट्वीट किया कि विमान करीब 15 मिनट के बाद उतरा गया। पायलट से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि रनवे पर पांच-छह कुत्ते थे। यह बिल्कुल परेशान करने वाली बात है. संपर्क करने पर, गोवा हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने कहा कि कथित घटना की जांच की जाएगी।  गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता दिगंबर कामत ने डीजीसीए को टैग करते हुए कहा कि क्या डीजीसीए इस मामले पर संज्ञान लेगा? यात्रियों को खतरे में रखा जा रहा है। मैं गोवा के मुख्यमंत्री और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से अपील करता हूं कि इस पर ध्यान दिया जाए।


 


हिंदू-मुस्लिम सब में देशभक्ति का जज्बा

ईद की तरह देश की आजादी का पर्व भी जोश के मनाएं कश्मीरी। 
ख्वाजा साहब की दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन का देशभक्ति भरा बयान। 
अजमेर में निकली तिरंगा रैली। देश की खातिर कुर्बानी देने का संकल्प।

अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के बाहर देशभक्ति का जज्बा देखने को मिला। पाकिस्तानी यदि यह समझता है कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत पर हमला करने पर मुसलमानों का समर्थन मिल जाएगा तो उसे अजमेर आकर ख्वाजा साहब की दरगाह का माहौल देखना चाहिए। 14 अगस्त को जहां मुस्लिम प्रतिनिधियों ने देश की खातिर कुर्बानी देने का संकल्प लिया तो वहीं दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन ने देश के सबसे बड़े माने जाने वाले न्यूज चैनल आर भारत को जोशीला इंटरव्यू दिया। आबेदीन ने कहा कि अनुच्छेद 370 में बदलाव होने से कश्मीर के लोगों का फायदा ही होगा। अब तक जो सुविधाएं और अधिकार कश्मीरियों को नहीं मिल रहे थे, वो सब अब मिलने लगेंगे। कश्मीरियों ने गत 12 अगस्त को जिस प्रकार ईद का पर्व शांति और उत्साह के साथ मनाया, उसी प्रकार 15 अगस्त को भी देश की आजादी का पर्व मनाए। अनुच्छेद 370 में बदलाव कर केन्द्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को देश मुख्य धारा से जोडऩे का प्रयास किया है। एक और दरगाह दीवान ने न्यूज चैनल पर देशभक्ति से भरा इंटरव्यू दिया, वहीं ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर उस समय देशभक्ति का माहौल हो गया, जब तिरंगा रैली निकाली गई। रैली के संयोजक नवाब हिदायउल्ला, महमूद खान के साथ साथ मुस्लिम प्रतिनिधि शेखजादा जुल्फिकार चिश्ती, सरवर चिश्ती, माजीद चिश्ती आदि ने कहा कि यदि देश की खातिर कुर्बानी की जरूरत हुई तो मुसलमान सबसे आगे होगा। कुरान शरीफ का हवाला देते हुए मुस्लिम प्रतिनिधियों ने कहा कि मुसलमान जिस देश में रहता है, उस देश का मरते दम तक वफादार होता है। इसी सोच के साथ 800 साल पहले ख्वाजा साहब इरान से हिन्दुस्तान और फिर अजमेर आए। दरगाह के बाहर मुस्लिम प्रतिनिधियों ने हिन्दुस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाकर पाकिस्तान को भी ललकारा। प्रतिनिधियों ने कहा कि पाकिस्तान को किसी मुगालते में नहीं रहना चाहिए। यदि पाकिस्तान हमला करता है तो भारत की सीमा पर मुसलमान खड़े मिलेंगे। तिरंगा रैली दरगाह के मुख्य द्वार से शुरू होकर देहली गेट तक पहुंची। रैली में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश शक्ति सिंह शेखावत, नगर निगम के उपायुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता, थानाधिकारी हेमराज, अंजुमन के पदाधिकारी अब्दुल माजीद चिश्ती आदि ने लोगों को तिरंगे झंडे वितरित किए। 
एस.पी.मित्तल


अमिताभ और सलमान (संपादकीय)

आखिर अमिताभ बच्चन के मुकाबले में आ ही गए सलमान खान। 
कौन बनेगा करोड़पति के ऐलान के बाद बिग बॉस-13 का प्रोमो जारी। 

सुपर स्टार अमिताभ बच्चन द्वारा अभिनीत कौन बनेगा करोड़पति सीरियल 19 अगस्त से रात 9 बजे से सोनी चैनल पर दिखाया जाएगा। कोई पन्द्रह दिन पहले सीरियल के निर्माताओं ने घोषणा की थी, तभी से फिल्म और टीवी सीरियल जगत सलमान खान के बिग बॉस का इंतजार किया जा रहा था। पिछले कई वर्षों से कौन बनेगा करोड़पति और बिग बॉस सीरियलों के बीच मुकाबला हो रहा है। जहां कौन बनेगा करोड़पति सोनी इंटरटेटमेंट पर प्रसारित होता है, वहीं बिग बॉस कलर्स चैनल पर। सीरियलों से ज्यादा मुकाबला  दोनों सीरियलों के एंकरों के बीच होता है। यह कोई संयोग नहीं है कि प्रतिवर्ष दोनों सीरियल एक साथ दिखाए जाते हों, असल में यह मनोरंजन चैनलों की प्रतिस्पर्धा के साथ साथ अमिताभ बच्चन और सलमान खान के बीच लोकप्रियता का भी मुकाबला है। दोनों ही सीरियलों का समय रात 9 से 10 बजे के बीच रखा जाता है और यह देखा जाता है कि कितने दर्शक किस सीरियल को देख रहे हैं। चूंकि अमिताभ बच्चन और सलमान खान के अपने अपने फालोअर्स हैं इसलिए हमेशा रोचक स्थिति होती है। जहां तक सीरियलों में कटेंट का सवाल है तो कौन बनेगा करोड़पति में जहां बुद्धिमता और समझ की जरूरत होती है, वहीं बिग बॉस को बिना समझ वाले दर्शक भी देख सकते हैं। क्योंकि इस सीरियल में गाली गलौज से लेकर अश्लीलता, बेहूदगी, मारपीट, द्विअर्थी संवाद आदि का मसाला भरा होता है। बिग बॉस के निर्माता समाज के विभिन्न क्षेत्रों में बदनाम या किन्हीं कारणों से चर्चित रहे व्यक्तियों को बुलाकर घर में रखते हैं वहीं कौन बनेगा करोड़पति में बुद्धि और समझ का एग्जाम उत्तीर्ण करने के बाद भी सुपर स्टार अमिताभ बच्चन के सामने वाली हॉट सीट पर बैठने का मौका मिलता है। गंदा काम करने के आरोप में बिग बॉस के घर से निकाला जाता है, जबकि कौन बनेगा करोड़पति में तेज तर्रार वाले बुद्धिजीवी को नकद राशि देकर सम्मान किया जाता है। जिस व्यक्ति को अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठने का अवसर मिलता है, वह स्वयं को गौरवांवित समझता है, जबकि घर से बाहर निकलने पर कई सदस्य बिग बॉस के माहौल पर ही ऐतराज जताते हैं। देखना होगा कि इस बार कौन बनेगा करोड़पति और बिग बॉस के सीरियलों में मुकाबला कैसा होता है। 
एस.पी.मित्तल


धारा 370 की सच्चाई समझनी चाहिए

अनुच्छेद 370 में बदलाव का असर तो जम्मू और लद्दाख में भी हुआ। 
लेकिन सख्ती कश्मीर घाटी में ही क्यों करनी पड़ रही है?
राष्ट्रभक्त लोगों को इस सच्चाई को समझना होगा। 

अनुच्छेद 370 में जो बदलाव किया हैं उसका असर जम्मू और लद्दाख क्षेत्र में भी पड़ा है। अब जम्मू और लद्दाख में तो हालात सामान्य हो गए हैं। लद्दाख में जश्न जैसा माहौल है 370 की वजह से सबसे ज्यादा अत्याचार लद्दाख के लोगों पर ही हुआ था। सवाल उठता है कि जब जम्मू और लद्दाख में हालात सामान्य हो सकते हैं तो कश्मीर घाटी में क्यों नहीं? ऐसा नहीं कि जम्मू और लद्दाख में मुसलमान नहीं रहते। जम्मू और लद्दाख में भी हिन्दुओं और बौद्धधर्म को मानने वाले लोगों के साथ मुसलमान भी रहते हैं। लेकिन इन इलाकों में शांति बनी हुई है। जिन देशद्रोहियों को कश्मीर घाटी के हालात असामान्य लगते हैं, वे जम्मू और लद्दाख का दौरा क्यों नहीं करते? क्या जम्मू और लद्दाख, जम्मू-कश्मीर प्रांत के हिस्से नहीं है? राष्ट्रभक्त लोगों को देश की इस सच्चाई को  समझना होगा। एक सुनियोचित षडय़ंत्र के तहत कश्मीर घाटी से पांच लाख हिन्दुओं को प्रताडि़त कर भगा दिया गया। पिछले 25 वर्षों से घाटी के पांच-छह जिलों मेंएक तरफा माहौल हो गया। यही जिले आतंकवाद से ग्रस्त हैं। सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी के साथ साथ पाकिस्तान के झंडे लहराए गए। तिरंगा लहराने वालों को मौत के घाट उतारा गया तो पाकिस्तान का झंडा लहराने वाले हीरो बन गए। यानि घाटी से हिन्दुओं को हटाने के बाद ही एक तरफा माहौल हुआ। यदि घाटी में हिन्दू बसे रहते तो आज प्रशासन को सख्ती नहीं करनी पड़ती। जो माहौल जम्मू और लद्दाख का है वो ही माहौल कश्मीर घाटी का भी होता। जो लोग आज कश्मीर घाटी के नागरिकों पर लगी कुछ पाबंदियों पर चिंतित हैं वो तब कहां गए थे, जब हिन्दुओं के परिवारों की महिलाओं के साथ दुव्र्यवहार हो रहा था। जब पांच लाख हिन्दुओं को भगाया जा रहा था, तब कांग्रेस के नेता गुलाब नबी आजाद भी चुप थे, लेकिन अब कश्मीरियों के लिए आसंू बहा रहे हैं। जम्मू और लद्दाख में मुसलमान भी रहते हैं। 370 में बदलाव होने के बाद क्या किसी मुसलमान पर कोई ज्यादती हुई? उल्टे राष्ट्रभक्त मुसलमान इस बात से खुश हैं कि अब उन्हें सब अधिकार मिलेंगे। यदि घाटी के पांच-छह जिलों में रहने वाले कश्मीरी भी जम्मू और लद्दाख के मुसलमानों की तरह आचरण करें तो प्रशासन घाटी में धारा 144 की पाबंदियां समाप्त कर सकता है। 
एस.पी.मित्तल


मीडिया का हो रहा है दुरुपयोग,स्वीकार करें

जयपुर से लेकर कश्मीर तक सोशल मीडिया का दुरुपयोग हो रहा है, इसलिए इंटरनेट बंद करना पड़ा है। 
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सच्चाई को स्वीकारा।

जयपुर । आयोजित संस्कृत विद्वान सम्मान समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिरकत की। समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए गहलोत ने कहा कि जयपुर से लेकर कश्मीर तक सोशल मीडिया का दुरुपयोग हो रहा है। कुछ लोग माहौल खराब करने के लिए झूठी खबरें पोस्ट कर देते हैं। जयपुर में पिछले दो दिनों से कुछ लोगों ने सुभाष चौक, गलता, रामगंज आदि क्षेत्रों का माहौल खराब कर रखा है। 13 अगस्त को भी दंबा फसाद की खबरें चलाई गई, जबकि किसी भी स्थान पर गड़बड़ी नहीं हुई। ऐसी झूठी और बेबुनियाद खबरों को देखते हुए ही जयुपर और कश्मीर में इंटरनेट बंद किया है। मालूम हो कि 12 अगस्त को कावड़ यात्रा पर हमले के बाद आधे जयपुर के हालात बिगड़े हुए हैं। प्रशासन ने धारा 144 लगा कर इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हैं। सरकार नहीं चाहती कि असामाजिक तत्व झूठी खबरें चला कर माहौल खराब करें। असल में सोशल मीडिया को लेकर जो चिंता राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जताई है, वहीं चिंता इन दिनों जम्मू कश्मीर का प्रशासन जता रहा है। यही वजह है कि कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हैं। कश्मीर  में पाकिस्तान का प्रोपेगंडा भी  चल रहा है। अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद गत 5 अगस्त से जम्मू कश्मीर में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। 9 अगस्त को जुम्मे की नमाज और 12 अगस्त को ईद भी शांतिपूर्वक रही। लेकिन फिर भी सोशल मीडिया पर हंगामे के पुराने वीडियो पोस्ट कर माहौल को बिगाडऩे की कोशिश की जा रही है। यह अच्छी बात है कि कांग्रेस शासित राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग की सच्चाई को स्वीकार की है और यह भी माना कि जयपुर और कश्मीर में इसलिए इंटरनेट सेवाएं बंद की गई है। जयपुर में 15 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी है। 13 अगस्त की रात को भी पथराव की घटनाएं हुई हैं। 
एस.पी.मित्तल


राष्ट्रपति द्वारा किया गया सम्मानित:हरियाणा

राणा ओबराय
पुलिस महानिदेशक बी.के. सिन्हा राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित
चंडीगढ । हरियाणा प्रदेश के 13 पुलिस अधिकारियों को स्वतंत्रता दिवस-2019 के अवसर पर विषिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के द्वारा पुलिस पदक और सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस महानिदेषक व होम गार्ड में कमांडेट जनरल के पद पर तैनात डा0 बी. के. सिन्हा तथा पंचकूला में उप-निरीक्षक के पद पर सेवाएं दे रहे श्री सुभाष चन्द्र को विषिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है, जबकि 11 अन्य पुलिस अधिकारियों को सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से अलंकृत किया गया है। सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक से सम्मानित होने वालों में पटौदी गुरुग्राम के उप-पुलिस अधीक्षक श्री वीर सिंह, पंचकूला के उप-पुलिस अधीक्षक श्री ओम प्रकाष, मधुबन करनाल में तैनात निरीक्षक श्री अनिल कुमार, पंचकूला में तैनात निरीक्षक श्री श्रवण कुमार, अम्बाला कैंट के निरीक्षक श्री विकास, गुरुग्राम की महिला निरीक्षक श्रीमती लैली वरघीस, फरीदाबाद के उप-निरीक्षक श्री प्रकाष चंद, राज्य सतर्कता ब्यूरो के उप-निरीक्षक श्री विरेन्द्र कुमार, एग्जम्टी उप-निरीक्षक, पंचकूला श्री रामप्रताप, सहायक उप-निरीक्षक, पंचकूला श्री सुमन कुमार व गुरुग्राम के सहायक उप-निरीक्षक श्री रविन्द्र कुमार षामिल हैं। इस अवसर पुलिस महानिदेषक श्री मनोज यादव ने विषिष्ट एवं सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक प्राप्त करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी। पदक विजेताओं की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर खुषी जाहिर करते हुए श्री यादव ने कहा कि हरियाणा पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों के अथक एवं निरंतर प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान समस्त पुलिस बल के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा इस उपलब्धि से पुलिस पदक से अलंकृत होने वाले अधिकारियों के साथ-साथ राज्य पुलिस बल के अन्य अधिकारियों व जवानों का भी मनोबल बढेगा।


कवि सम्मेलन में उमड़ा जनसैलाब:गुरुग्राम

गुरुग्राम। मोहित मदनलाल ग्रोवर समाजसेवी गुरुग्राम स्‍थित पटौदी चौक के पास ग्रोवर पार्क में एक शाम शहीदों के नाम पर मंगलवार शाम को कार्यक्रम आयोजित किया कार्यक्रम में शहीद परिवारों को सम्मानित किया गया। खुद समाजसेवी मोहित मदनलाल ग्रोवर ने सम्मानित किया। कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग एकत्रित हुए। महान कवि कुमार विश्वास भी शामिल हुए। कुमार विश्वास ने कहा पहली बार गुरुग्राम में इतनी संख्या में जनता के बीच आया हूं। इतनी संख्या में भीड़ नहीं देखी और अपनी देशभक्ति कविताएं प्रस्तुत की। जिससे जनता देशभक्ति कविताएं पर लीन हो गईं और तालियों से पूरा मैदान गूंज उठा। भारी संख्या में लोग एकत्रित हुए और देशभक्ति कविताओं का लुत्फ उठाया। बारिश के कारण मैदान गीला होने के बावजूद जनता भारी संख्या में इकट्ठे हुई।


तेज रफ्तार कार ने ली अध्यापकों की जान

रेवाड़ी । दिल्ली-जयपुर हाइवे पर एक बार फिर रफ़्तार का कहर देखने को मिला। जहाँ एक तेज़ रफ्तार कार टायर फटने के कारण पलट गयी इस हादसे में कार में सवार पांच लोग घायल हो गए जिन्हे इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहा उपचार के दौरान दो की मौत हो गयी जबकि तीन उपचाराधीन है। सभी पांचो लोग राजस्थान के बहरोड़ के रहने वाले बताये जा रहे है जो पेशे से सरकारी स्कूल में अध्यापक थे। सुबह ड्यूटी पर स्कूल आ रहे थे तभी यह हादसा हुआ। फ़िलहाल पुलिस शवों का पोस्टमार्टम करवाकर मामले की जाँच कर रही है। 
 
जानकारी के अनुसार राजस्थान के बहरोड़ के रहने वाले चांदीराम, अनिल कुमार, कन्हैया, सरिता और सविता कोटकासिम और रेवाड़ी के अलग अलग सरकारी स्कूल में बतौर शिक्षक के पद पर कार्यरत थे हर रोज़ की भांति मंगलवार को भी ये सभी पाँचो शिक्षक एक कार में सवार होकर बहरोड़ से रेवाड़ी आ रहे थे बताया जा रहा है की इनकी कार ओवर स्पीड में थी अचानक कार का टायर फट गया जिस कारण कार पलट गयी। इस हादसे में चांदीराम और अनिल की मौत हो गयी जबकि महिला सरिता और सविता व कन्हैया घायल हो गए जिन्हे प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी। फ़िलहाल पुलिस शवों का पोस्टमार्टम कराकर जाँच में जुटी है।


अवैध हथियारों की वायरल फोटो:बागपत

अवैध हथियारों के साथ युवक का फोटो वायरल,


गोपीचंद सैनी


बागपत। पुलिस की इतनी जद्दोजहद के बाद भी जनपद में अपराधिक गतिविधियां और अपराधिक इकाइयां बढ़ती जा रही है। जिसके चलते क्षेत्र में अवैध हथियारो का यह दृश्‍य स्‍पष्‍ट देखा जा सकता हैं बल्कि अपराधी स्वयं हथियारों को  दिखा रहे हैं। जिससे पुलिस की कार्रवाई पर प्रश्न चिन्ह अंकित हो जाता है। फिलहाल हैंड ग्रेनेड व असलहों की ख़ेप के साथ एक फोटो वायरल हो रहा है। जिसमें एक युवक हथियारों के साथ अपनी फोटो खींच रहा है। जिसमें कई देसी तमंचों के साथ भारी संख्या में कारतूस, पिस्टल और अत्याधुनिक हथियार नजर आ रहे हैं। युवक के पास और भी कई तरह के हथियार होने की संभावना से मना नहीं किया जा सकता है।हो सकता है,युवक अवैध हथियारों की तस्करी करता हैं अथवा निर्माण करता हैं। पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है।


स्वतंत्रता दिवस:मुशायरा-कवि सम्मेलन

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मुशायरा एवं कवि सम्मेलन -
लखनऊ। जिलाधिकारी श्री कौशल राज शर्मा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 14 अगस्त को यशपाल सभागार हिन्दी संस्थान हजरतगंज, लखनऊ में सायंकाल 04ः00 बजे से सांय 08ः00 बजे तक कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन किया जायेगा।
इस अवसर पर मुशायरे एवं कवि सम्मेलन में भाग लेने वाले एवं सम्मानित किये जाने वाले शायरों एवं कवियों की सूची-
शायरों के नाम- श्री हसन काजमी, श्री सुहैल काकोरवी।
कवियों के नाम- सुश्री प्रियंका राय ”ओमनान्दनी”, श्री द्विवेश द्विवेदी ”द्वेवेश”।
विशेष सम्मान-  श्री सै0 विकार रिजवी वरिष्ठ पत्रकार अवधनामा।
अन्य सम्मानित शायर/कवियों के नाम- श्री रंगनाथ मिश्र ”सत्य”, चरन सिंह ”बशर”, रफत शाहिदा सिद्दीकी, मनीष शुक्ला, मो0 अली0 ”साहिल”, डा0 हारून रशीद, मुकुलज महान, डा0 शिव मंगल सिंह ”मंगल”, वारिस अली ”वाहिद”, शकील गयावी, सुहेल काकोरवी, हसन काजमी, सुश्री प्रियंका ”ओमनन्दनी”, श्री देवेश द्विवेदी ”देवेश”, सै0 वकार रिजवी, डा0 सुल्तान शाकिर हाशमी।
उप नियंत्रक नागरिक सुरक्षा श्री जय राज तोमर ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में दिनांक 15 अगस्‍त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विगत वर्षों की भांति ध्वजारोहण के लिये नागरिक सुरक्षा के सभी 14 प्रखडों में हैण्ड सायरन ध्वनित किये जाना है। यह सायरन प्रातः 7ः59 बजे से 08ः00 बजे तक क्लियर ध्वनि में बजाये जायेंगे। उन्होने ने बताया कि सायरन ध्वनित करने का स्थान नक्खास चैराहा, गाड़ी अड्डा चैराहा सआदतगंज, पुलिस चैकी बाजार खाला, डी ब्लाक चैराहा राजाजी पुरम, लोक भवन/विधान सभा के सामने, अमीनाबाद तिराहा पोस्ट आॅफिस के सामने, आलमबाग चैराहा, पावर हाऊस चैराहा हिन्दनगर, गोल मार्केट चैराहा महानगर, कोठी उमराव हसनगंज, विकास नगर, पत्रकारपुरम चैराहा, मुंशी पुलिया चैराहा, फायर स्टेशन, छठामील चक्रपुरवा नगर बीकेटी है।
उन्होने बताया कि इन हैण्ड सायरनों को समय से बजवाने का दायित्व प्रखण्ड के डिवीजन वार्डेन का होगा। जो किसी जिम्मेदार वार्डेन को भेजकर दिनांक 14 अगस्‍त तक नागरिक सुरक्षा भण्डार से प्राप्त करेंगे तथा सम्बन्धित के नाम एवं मोबाइल नम्बर की सूचना प्रस्तुत करेंगे।


परिषदीय विद्यालयों में रीडिंग मेले:मैनपुरी

गुलज़ार शकील


बच्चे पढेंगे अपनी मनपसंद किताबें 
मैनपुरी। भोगांव बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ सवेंद्र विक्रम बहादुर ने आदेश पत्र जारी कर रीडिंग मेले के आयोजन हेतु दिशा निर्देश जारी किया है जिसके अन्तर्गत प्रदेश के समस्त जनपदों के परिषदीय विद्यालयों में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रीडिंग मेले का आयोजन पूरी तैयरियों के साथ किया जाये बीते शैक्षिक सत्र में सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पुस्तकालय व्यवस्था हेतु क्रमशः 5000 और 10000 की धनराशि विद्यालय प्रबंधन समिति के खातों में प्रेषित की गई थी। जिसके अन्तर्गत सभी विद्यालयों में पुस्तकालय हेतु पुस्तकों को क्रय किया गया था। अब बेसिक शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर स्वतंत्रता दिवस पर रीडिंग मेले में बच्चों के मध्य एक मिनट में कहानी सुनाना, चित्रों के माध्यम से कहानी बनाना, अपनी मन पसंद पुस्तक पढ़ना, महापुरषो की जीवनी पढ़ कर सुनाना, कहानी पर नाटक मंचन आदि में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्रोत्साहन पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। 
इस बाबत जनपद में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दिशा निर्देश जारी कर सभी विद्यालयों में रीडिंग मेले के आयोजन हेतु आदेश जारी किया है।
जिसके अनुपालन में सभी विद्यालयों में स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पूर्व विद्यालयों में तैयरियां की गई।
प्राथमिक विद्यालय रजवाना पर प्रधानाध्यापक मोहम्मद इशरत अली ने बताया कि कल रीडिंग मेले के आयोजन हेतु छात्रों में बहुत उत्साह है वो एक सप्ताह से कहानियों कविताओं को सुनाने का अभ्यास कर रहे हैं इससे पहले कभी इस प्रकार का आयोजन कभी नही हुआ यह वास्तव में एक बहुत ही सफल प्रयोग होगा छात्रों को किताबों से जोडने में क्योंकि जब हम अपनी मनपसंद किताबों को पढ़ते हैं तो अधिक रुचि से पढ़ते हैं जिसके लिए हमें किसी की मदद की आवश्यकता नही रहती। कल की सभी व्यवस्थाये पूर्ण हो चुकी है अब बस कल मेले का इन्तज़ार है।


खोए हुए 47 मोबाइल बरामद:बुलंदशहर

बुलंदशहर। पुलिस ने पिछले 6 महीने में खोए सैकड़ों मोबाइल फोनों में से 47 मोबाइल फोनों को सर्विलांस के जरिए मॉनिटरिंग कर बरामद कर लिया। 35 मोबाइल मालिकों को उनके खोये एंड्राइड मोबाइल फोन सौंप दिए । जिससे मोबाइल फोन धारकों में पुलिस के प्रति कार्य प्रणाली को लेकर विश्वास बढ़ता नजर आ रहा है।


दरअसल बुलंदशहर जनपद में पिछले 6 महीने में सैकड़ों मोबाइल धारकों के फोन रहस्यमय तरीके से गुम हो गए, जिनकी गुमशुदगी के मामले अलग-अलग थानों में मोबाइल फोन धारकों ने दर्ज कराए थे। एसएसपी की मानें तो पिछले 6 महीने से बुलंदशहर का साइबर सेल खोए हुए मोबाइल फोन कि आई एम ई आई को रन कर मॉनिटरिंग कर रहा था और मॉनिटरिंग के दौरान 47 खोए फोनों का पता चल सका, जिसके बाद पुलिस ने मोबाइल मालिकों को आज बुलाकर उनके खोए फोन सौप दिए ।


भ्रष्टाचार व शोषण के खिलाफ धरना:लखनऊ

लखनऊ। आरटीओ दफ्तर में भ्रष्टाचार एवं शोषण के 'खिलाफ आज ट्रांसपोटरों ने दो दिवसीय धरना शुरु किया। ट्रक स्वामियों एवं चालकों ने लखनऊ में मोरंग, गिट्टी के लिए मण्डी एवं ई-चालान में हो रही अनियमितता को समाप्त किए जाने की माँग की है।लखनऊ कानपुर रोड स्थित आर टी ओ कार्यालय परिषर में आज अवध ट्रक आपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में ट्रांसपार्टरों ने सम्भागीय परिवहन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार व शोषण के खिलाफ दो दिवसीय सांकेतिक भूख हड़ताल कर धरने पर बैठे। इन ट्रांसपोर्टरों ने आरोप लगाया कि दलालों के सहारे चल रहे हैं आरटीओ दफ्तर। वाहन पंजीयन, फिटनेस, वाहन ट्रान्सफर, व लाइसेन्स सम्बन्धी कार्य में धनउगाही की जाती है। यह भी आरोप लगाया गया है कि ओवरलोडिंग के नाम पर ट्रक स्वामियों का जमकर शोषण किया जाता है। ट्रक आपरेटरों ने ओवरलोड के लिए टोल टैक्स या रोड टैक्स में से एक ही टैक्स लिए जाने की माँग के साथ ओवरलोड के लिए लोडिंग करने वाले का भी अर्थदण्ड निर्धारित किए जाने की माँग की है।


डीएम के आदेश पर सुनी समस्या:अलीगढ़

अलीगढ़। डीएम श्री चंद्र भूषण सिंह के निर्देशों के अनुपालन में आज एसडीएम इगलास श्रीमती रेनू सिंह व तहसीलदार श्री सुरेंद्र कुमार ने तहसील मुख्यालय पर फरियादियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना जनसुनवाई के दौरान 4 शिकायतें प्राप्त हुई जिसमे 1 शिकायत का मौके पर निस्तारण किया तथा अन्य शिकायतों के निस्तारण के लिए एसडीएम ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए जनसुनवाई के दौरान कई विभागों के तहसील स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।


सीबीएसई परीक्षा शुल्क बढ़त गलत:माया

विक्रम सिंह यादव


लखनऊ। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) के परीक्षा शुल्क में भारी बढ़ोतरी को लेकर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती बेहद खफा हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने सीबीएसई परीक्षा का शुल्क बढ़ाए जाने को गरीब विरोधी करार देते हुए सरकार से इसे वापस लेने की अपील की है। मायावती ने इसे भाजपा सरकार का गलत फैसला बताते हुए वापस लेने की मांग की है।बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार ने सीबीएसई के परीक्षा शुल्क में भारी बढ़ोतरी का जो फैसला लिया है, वह छात्रों के हित में नहीं है। मायावती ने इस बाबत ट्वीट किया है। मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार का सीबीएसई परीक्षा शुल्क में भारी बढ़ोतरी का निर्णय बचकाना है। फीस में जो 24 गुना तक बढ़ोतरी की गई है, जिसके तहत अब एससी-एसटी छात्रों को 50 रुपये के बजाय 1200 रुपये देने होंगे।इसी तरह सामान्य वर्ग के छात्रों के शुल्क में भी दोगुनी वृद्धि की गई है। यह अति दुर्भाग्यपूर्ण व गरीब विरोधी फैसला है। मायावती ने कहा सरकार इसे तुरंत वापस ले। बीएसपी की यह माँग है। छात्र हित के लड़ाई तथा संघर्ष में बसपा उनके साथ खड़ी है। यह तो छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा से वंचित कराने वाला कदम है।


 


जल शक्ति अभियान की उच्चस्तरीय जांच

कृष्णकांत राठौड़


बूंदी। जल शक्ति अभियान के तहत उच्चस्तरीय केंद्रीय दल ने मंगलवार को जिले में विभिन्न स्थानों पर निरीक्षण किया तथा ग्रामीणों के साथ संवाद करते हुए जल शक्ति अभियान की महत्ता समझाई। उच्च स्तरीय दल में केन्द्रीय प्रभारी अधिकारी व स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव सचिव डॉ. मनोहर अगनानी, गृह मंत्रालय भारत सरकार के निदेशक श्री एस.शंकर एवं जल संसाधन मंत्रालय भारत सरकार के उपनिदेशक  आशुतोष आनंद शामिल रहे। 
उच्च स्तरीय दल ने कृषि विज्ञान केंद्र में विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया। इसके बाद मोतीपुरा व सहण गांव में पौधारोपण एवं ग्रामीणों के साथ संवाद कायम करते हुए जल शक्ति अभियान की महत्ता समझाई। उन्होंने बताया कि किस तरह जल संरक्षण और स्वास्थ्य एक दूसरे से गहरे जुड़े हैं। इस दल ने देई के स्वास्थ्य केंद्र सहित विभिन्न स्थानों का निरीक्षण कर जल शक्ति अभियान के तहत निर्माणाधीन जल संरचनाओं निरीक्षण व अवलोकन किया। साथ ही आवश्यक निर्देश दिए। जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी करतार सिंह टीम के साथ रहे।


एक्सप्रेस वे का कराया जाएगा निरीक्षण

रायपुर । राजधानी में रेलवे स्टेशन से केंद्री तक निर्माणधीन एक्सप्रेस-वे की गुणवत्ता एवं खराबी संबंधी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने इसकी जांच विभागीय अधिकारियों के बजाय स्वतंत्र एजेंसी को सौंपी है। इसके लिए उन्होंने सड़क विकास निगम द्वारा गठित आंतरिक जांच समिति को खत्म करते हुए सामान्य प्रशासन विभाग के अधीन कार्यरत मुख्य तकनीकी परीक्षक कार्यालय को जांच के निर्देश जारी किए हैं।


मुख्य तकनीकी कार्यालय परीक्षक से यह भी कहा गया है कि वे आवश्यक्तानुसार इसमें विशेषज्ञ संस्थाओं जैसे आईआईटी, एनआईटी की सलाह लेकर जल्द से जल्द इसकी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपे। मंत्री ताम्रध्वज साहू ने एक्सप्रेस वे के कार्य प्रभारी मुख्य अभियंता को तत्काल हटाने के निर्देश भी दिए हैं।इसके साथ ही मुख्य तकनीकी परीक्षक से जांच के लिए समस्त दस्तावेज और स्थल निरीक्षण के लिए तत्काल सहायता प्रदान करने के निर्देश सड़क विकास निगम के दिए हैं। जांच की कार्यवाही सुगम रूप से कराई जा सके इसके उद्देश्य से मंत्री ताम्रध्वज साहू ने सड़क के क्षतिग्रस्त हिस्से के मरम्मत में किए जा रहे कार्य को तत्काल रोकने और इसका निरीक्षण जांच एजेंसी द्वारा किए जाने के बाद ही आगामी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।


गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अनेक विभागीय बैठकों में दिए गए अपने पूर्व निर्देशों को दोहराते हुए विभाग के सभी इंजीनियरों को कार्य की गुणवत्ता के विषय में सजग रहकर साईट पर सतत रूप से निगरानी रखते हुए कार्य संपन्न करने की बात कही है।


बरसात बनी आफत, राहत कार्य जारी

कांकेर। बस्तर में लगातार हो रही बारिश के कारण कांकेर जिले के मेंढकी नदी उफान पर है। मेंढ़की नदीं में आई बाढ़ में 6 ग्रामीण फंस गए हैं। पिछले 18 घंटों से ये ग्रामीण टापू में फंसे हुए हैं। इसकी जानकारी मिलते ही रेस्क्यू टीम ग्रामीणों को बचाने पहुंची है। फिलहाल लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है। स्तर में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारशि हो रही है। क्षेत्र के नदी-नाले उफान पर हैं। बाढ़ की वजह से कई गांव टॉपू में तब्दील हो गया है। मेंढ़की नदी में आई बाढ़ की वजह से पीवी-71 के ग्रामीण फंस गए हैं। ग्रामीण अपनी जान बचाने पेढ़ पर चढ़ गए हैं। नदी में आई बाढ़ की वजब से इलाका टापू बन गया है। पिछले 18 घंटों से 6 ग्रामीण इसी टापू में फंसे हुए हैं। रेस्क्यू टीम ग्रामीणों को बचाने घटना स्थल पहुंच गई है। फिलहाल लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है।मिली जानकारी के मुताबिक पखांजूर के पीवी- 71 के 7 ग्रामीण मच्छी पकडऩे मेंढकी नदी गए थे।इसी दौरान नदी का बहाव तेज हो गया और सभी ग्रामीण फंस गए। इनमें से एक ग्रामीण ने जैसे-तैसे नांव के जरिए अपनी जान बचाई और गांव आकर लोगों की घटना की जानकारी दी।घटना की जानकारी मिलते ही लोगों ने पुलिस को इसी जानकारी दी। नदी से आई बाढ़ की वजह से पूरा इलाका टापू बन गया है। फंसे लोग जान बचाने पेड़ पर चढ़ गए हैं। फिलहाल तहसीलदाल और होम गार्ड के जवान मौके पर पहुंच गए हैं और लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है।


डीसीपी ने सर्विस रिवाल्वर से की आत्महत्या

डीसीपी विक्रम कपूर ने सर्विस रिवाल्वर से 
अपने मुंह के अंदर मारी गोली, मौत
फरीदाबाद। फरीदाबाद के एनआईटी में आज तड़के उस समय हड़कंप मच गया जब डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी) विक्रमजीत सिंह ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
बताया जा रहा है कि उन्होने खुद को अपने सर्विस रिवाल्वर से गोली मारी है, हालांकि अभी तक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस मौके पर मौजूद है और छानबीन कर रही है।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। यह घटना आज सुबह करीब 5.45 बजे हुई। डीसीपी कपूर ने अपने मुंह के अंदर रिवाल्वर रख कर खुद को गोली मारी, जो खोपड़ी में ऊपर से निकल गई। विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।


खेल प्रतियोगिता से निखरती है आभाऐ

लम्बी कूद प्रतियोगिता में प्रदेश के युवा धावकों ने दिखाया जज्बा,सम्मान राशि व पुरस्कार पाकर खिले प्रतिभागियों के चेहरे।


प्रतियोगिता से निखरती है प्रतिभा,प्रतिभा से निखरता है राष्ट्र 


रिपोर्ट- अनुज मिश्रा
      


करौंदीकला। क्षेत्र के पहाड़पुरकला (कूड़ी वाली बाग) में बुढ़वा मंगल को आयोजित लंबी कूद प्रतियोगिता में विभिन्न जनपदों के 38 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर नदीम लखनऊ ने 23 फीट 3 इंच छलांग लगाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया।  वहीं दाउद खान (प्रतापगढ़)23 फीट 2 इंच व अबुल हसन ने 23 फीट छलांग लगाकर क्रमश दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे।  इसके अलावा राजकुमार प्रतापगढ़, नीरज यादव सुलतानपुर, कुंदन मिश्रा, विवेक सिंह, मोहन निषाद, पवन तिवारी, अभिषेक तिवारी, पंकज कुमार, चन्दन आदि का प्रदर्शन सराहनीय रहा।  इस मौके पर प्रथम स्थान पर रहे नदीम को पुरस्कार स्वरूप लंबी कूद प्रतियोगिता समिति ने साइकिल प्रदान किया। प्रतिभागी खिलाड़ियों व क्षेत्रवासियों को संबोधित करते हुए आयोजक अमरीश मिश्र ने कहा कि प्रतियोगिता प्रतिभा का चयन करती है, समय-समय पर प्रतियोगिता के माध्यम से युवाओं को अपनी क्षमता का बेहतर प्रदर्शन करते रहना चाहिए। श्री मिश्र ने कहा कि युवाओं को भारत के पारंपरिक खेलों को अपनाना होगा। प्रतियोगिता का उद्घाटन ग्राम प्रधान राजेन्द्र पांडेय,प्रधान प्रतिनिधि बाबूराम यादव व भाजपा के वरिष्ठ नेता चन्द्रभान उपाध्याय ने फीता काटकर किया। प्रतियोगिता के रेफरी खेल शिक्षक चिन्तामणि मिश्रा व पूर्व प्रदेश चैम्पियन शेषनारायण झा रहे। कार्यक्रम का सँचालन डा. सन्त भारती व विजय उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर महेंद्र नाथ मिश्रा, राजेन्द्र वर्मा, निम्बूलाल, आत्माराम मिश्रा, विजय जायसवाल, सूरज मिश्रा, प्रदीप नारायण झा, अजय पाँडे, सूरज मिश्रा, सुदर्शन मिश्रा, विकास मिश्रा आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम में विलम्ब से पहुंचे विधायक राजेश गौतम ने आयोजन समिति के पदाधिकारियों व खिलाड़ियों सँग बैठक कर चर्चा किया।


राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र

नई दिल्‍ली। कांग्रेस नेता एवं केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वायनाड जिले के लोगों के जीवन और जीविका की रक्षा के लिए दीर्घकालिक रणनीति विकसित करने की अपील की। राहुल ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में वायनाड जिले में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार से मदद की मांग की। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार का ध्यान कृषि क्षेत्र की समस्याओं की ओर खींचा, जिसके कारण राज्य में कई किसान आत्महत्या कर चुके हैं।


उन्होंने मोदी को लिखे पत्र में कहा, ''मैं दो समस्याओं को उजागर करना चाहूंगा, पहला जो वायनाड के लोगों के जीवन और जीविका को प्रभावित करती है और दूसरा कार्बन विविधता के योगदान के साथ जैव विविधता के लिए वैश्विक हॉटस्पॉट कृषि समस्या की ओर। उन्होंने कहा कि वायनाड में कृषि और धान की खेती लोगों की जीविका का मुख्य आधार है। कृषि क्षेत्र में संकट के कारण पिछले दो दशकों में बड़ी संख्या में किसानों ने आत्महत्या की है। जंगलों का विनाश तथा नदियों और नालों से जल का निकासी समुचित प्रबंध नहीं होने के कारण केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में कृषि क्षेत्र तथा लोगों को संकट का सामना करना पड़ रहा है। पश्चिमी घाटों में खनन जारी है। इसके कारण वनों तथा उसके आस-पास के क्षेत्रों में जानवरों तथा मानवों के बीच संघर्ष बढ़ रहा है। राहुल इससे पहले मंगलवार को केरल के मलप्पुरम जिले में नीलांबुर के कोटक्कल, मंम्बाद और एदवान्नपारा के राहत शिवरों में तथा कवलप्पारा के भूस्खलन स्थल पर गये। साथ ही उन्होंने बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित वायनाड जिले के पुथुमाला और मलप्पुरम जिले में नीलांबुर के नजदीक कवलप्परा सहित कई क्षेत्रों का दौरा किया था।


बलूचिस्तान:आजादी के बाद तस्वीर लगेगी

पेशाव। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद भारत के लोग ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के गुलाम बलूचिस्तान के लोग भी जश्न मना रहे हैं। बलूच लोगों के जश्न का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महिला बलूच नेता नायला कादरी ने बलूचिस्तान में भारत के प्रधानमंत्री मोदी की मूर्ति लगाने का ऐलान कर दिया है। नायला कादरी ने भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी को हीरो बताते हुए कहा है पाकिस्तान चीन के साथ मिलकर बलूच नस्ल को ही खत्म करना चाहती है । पाकिस्तान बलोचों का संहार कर रहा है। नायला कादरी ने कहा अगर बलूचिस्तान आजाद होता है, तो वहां भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हम प्रतिमा लगाएंगेनायला कादरी ने कहा कि बलूचिस्तान अपनी आजादी के लिए लड़ रहा है। मोदी जी ने जिस साहस के साथ फैसला लिया है विश्व के किसी नेता ने उनकी तरह  आवाज नहीं उठाई। पाकिस्तान पिछले 70 सालों से हम पर जुल्म कर रहा है।  मोदी जी हमारे हीरो हैं, मोदी जी हमारे भाई हैं।  बलूच नेता ने कहा कि हम बलोच एक कटोरे पानी के बदले सौ साल की वफा करते हैं।  हमने जान देकर अब तक माता हिंगलाज के मंदिर को सहेजा है। नायला ने स्पष्ट कहा बलूचिस्तान को आजाद कराने में अगर भारत साथ देता है  तो उसके दूरगामी फायदे होंगे। उन्होंने कहा कि एक तो भारत अपनी संस्कृति के मुताबिक मददगार की परंपरा का निर्वाह करेगा, दूसरा आने वाले समय में बलूचिस्तान भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में मदद करेगा। मध्य एशिया का सीधा रास्ता भारत को आजाद बलूचिस्तान से मिलेगा।  हिंगलाज माता के दर्शन के लिए किसी भी भारतीय को वीजा लेने की जरुरत नहीं पड़ेगी.। नायला कादरी ने कहा कि इस्लाम के नाम पर दहशतगर्दी करते हुए अब तक 30 लाख बंगाली मुसलमानों, 40 लाख अफगानी मुसलमानों और दो ज्यादा से ज्यादा बलूचों की हत्या कर चुका है।


मालूम हो कि पीएम मोदी ने 15 अगस्त के भाषण में बलूचिस्तान का जिक्र किया था, इसके बाद से बलूच आजादी की मांग तेज हो गई है। बलोच नेताओं तथा वहां की जनता का कहना है कि मोदी ने हमें संबल दिया है तथा वो दिन जरूर आएगा जब बलूचिस्तान पाकिस्तान के कब्जे से आजाद होगा।  जब बलूचिस्तान आजाद होगा, उस समय भारत के पीएम मोदी की प्रतिमा बलूचिस्तान में लगाई जाएगी।


बाढ़-भूस्खलन:225 की मौत,109 लापता

नई दिल्ली। देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर सवा दो सौ (225) हो गई है जबकि 109 अन्य लापता हैं। वहीं मुंबई में भारी बारिश, जल-जमाव और भूस्खलन के कारण सेंट्रल रेलवे के मुंबई और पुणे डिवीजनों में कई ट्रेनों को आज रद्द किया गया है, जबकि कुछ ट्रेनों की रूट में परिवर्तित किया गया है। कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति में हालांकि तेजी से सुधार हो रहा है और सेना विभिन्न एजेंसियों के साथ कंधे में कंधा मिलाकर राहत-बचाव कार्यों में जुटी हुई है।


बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन के कारण अन्य राज्यों में भी कई लाख लोग प्रभावित हुए हैं और उनमें अधिकतर लोगों को राहत शिविरों में विस्थापितों के समान जिंदगी व्यतीत करनी पड़ रही है। सेना समेत विभिन्न सुरक्षा एवं बचाव एजेंसियां राहत तथा बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ है। केरल में अबतक 02, कर्नाटक में 50, गुजरात में 35, महाराष्ट्र में 30, उत्तराखंड में 8 तथा हिमाचल प्रदेश में 2 लोगों की मौत हो चुकी है।इसके अलावा पश्चिम बंगाल में भारी बारिश के बीच बिजली गिरने से कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई। केरल और कर्नाटक में भारी बारिश एवं बाढ़ के कारण हुए भूस्खलन की घटनाओं के बाद से 109 लोग लापता हैं। केरल में जहां 59 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है जबकि कर्नाटक में 50 लोग लापता हैं।


पाक मंत्री:सिख फौजियों पर गलत बयान

पाक मंत्री का इडिंयन सिख फोजियों पर गलत बयान, सिरसा बोले ताकत से अभी भी हैं अनजान


नई दिल्ली। शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंद्र सिंह सिरसा ने पाकिस्तान के फैडरल मंत्री फवाद हुसैन चौधरी और पंजाबी गायिका हार्ड कौर द्वारा की बयानबाजी पर तीखी प्रतिक्रिया प्रकट करते कहा है कि वे न तो पंजाबियों और सिखों के प्रतिनिधि चेहरे रहे और न ही देश के प्रति भावनाओं के मामले में पंजाबियों व सिखों का सही प्रतिनिधित्व करते हैं।पंजाबी सैनिकों की वचनबद्धता से अनजान फवाद।सिरसा ने कहा कि हैरानी वाली बात है कि पाकिस्तान के फैडरल मंत्री फवाद हुसैन चौधरी ने पंजाबी लिपि का प्रयोग कर भारतीय फौज में सेवा करते हुए पंजाबी फौजियों को भड़काने की कोशिश की है।  ऐसा प्रतीत होता है कि फवाद चौधरी पंजाबी सैनिकों की असली भावना और दृढ़ वचनबद्धता से पूरी तरह अनजान हैं।


हार्ड कौर की हरकत बर्दाशत करने लायक नहीं
उन्होंने कहा कि पंजाबी और सिख सैनिकों ने हमेशा देश की रक्षा के लिए आगे होकर लड़ाई लड़ी है और सिर्फ पंजाबी लिपि के प्रयोग से ही फवाद चौधरी पंजाबियों को भड़का नहीं सकते। इस दौरान सिरसा ने यह भी कहा कि पंजाबी गायिका हार्ड कौर ने हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया है, हम ऐसी हरकत कभी भी बर्दाश्त नहीं कर सकते।


शाह के नेतृत्व में होंगे विधानसभा चुनाव

नई दिल्‍ली। भाजपा इस साल के आखिरी में झारखंड, महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव भाजपा अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह के ही नेतृत्व में लड़ेगी। इन तीनों राज्यों के विधानसभा के बाद ही भाजपा को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलेगा। अमित शाह के गृह मंत्री बनने के बाद जेपी नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। नए अध्यक्ष और पूरे देश में संगठन के चुनाव के लिए भाजपा ने राधा मोहन सिंह के नेतृत्व में चुनाव समिति का गठन कर दिया है। मोहन सिंह ने इस संबंधी पूरी सारणी जारी की है। जो कार्यक्रम तय किया गया है उसके मुताबिक संगठन चुनाव की प्रक्रिया 11 सितंबर से शुरू की जाएगी। 11 अक्तूबर से 31 अक्तूबर के बीच मंडल स्तर के अध्यक्ष का चुनाव सम्पन्न कराया जाएगा, जबकि 1 से 15 दिसंबर तक प्रदेश अध्यक्षों और राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के चुनाव कराए जाएंगे। यानि कि 15 दिसंबर के बाद ही भाजपा को नया अध्यक्ष मिलेगा। ऐसे में शाह के हाथ ही आगामी तीन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की कमान है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को शाह के नेतृत्व में 303 सीटें हासिल हुईं।


700 करोड़ की संपत्ति का खुलासा

नई दिल्ली। इनकम टैक्स विभाग ने देश भर में बड़ी कार्रवाई की है। शराब कंपनी के ठिकानों पर हुई छापेमारी में अब तक 700 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा हुआ है। आयकर विभाग ने तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और गोवा में 6 अगस्त को छापा मारा था। आयकर विभाग ने इस कंपनी के 55 ठिकानों पर छापेमारी की थी।अब तक की तफ्तीश के मुताबिक इस कंपनी की 700 करोड़ रुपये की ऐसी आय का पता चला है कि जिसकी सरकार को जानकारी ही नहीं थी। ये कंपनी बीयर और विदेशी शराब बनाती है।


आयकर विभाग को जानकारी मिली थी कि कंपनी द्वारा आयकर की चोरी की गई है। जिसके बाद यह छापेमारी की कार्रवाई की गई है। गौरतलब है कि आयकर विभाग देश के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी कर रहा है। इससे पहले हरियाणा कांग्रेस के एक बड़े नेता के ठिकानों पर भी छापेमारी की कार्रवाई की गई थी। सर्च के दौरान आयकर विभाग को पता चला कि कंपनी की कर योग्य आय 300 करोड़ रुपए है। तलाशी की कार्रवाई के दौरान एक गुप्त सूचना के आधार पर आयकर विभाग के अधिकारियों के कंपनी कर्माचारियों को ट्रैक किया और उन्हें रोककर कार से 4.5 करोड़ रुपए बरामद किये। आयकर विभाग के अधिकारियों को सर्च ऑपरेशन में कंपनी के 700 करोड़ रुपए अघोषित आय का पता चला है।


यूपी पुलिस के जवान को किया छलनी

उधमसिंह नगर । उत्तराखंड में ऊधमसिंह नगर जिले के गदरपुर रोड पर खालसा ढाबे में आज सुबह बाइक सवार दो बदमाशों ने यूपी पुलिस के जिस सिपाही की गोली मारकर हत्या कर दी उसकी मृतक पहचान मयंक सिंह के रूप में हुई है, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश में रामपुर जनपद के चंदेला गांव के रहने वाला था और वर्तमान में यूपी के पीलीभीत जनपद के माधोटांडा थाने में तैनात था।
ढाबे पर खाना खाने गया था सिपाही  बदमाशों ने गोलियों से किया छलनी। मयंक सिंह गदरपुर के खालसा ढाबे में अपने पांच अन्य साथियों के साथ खाना खाने के लिए पहुंचा था, ढाबे पर पहुंचने के थोड़ी ही देर बाद मौके पर पहुंचे बाइक सवार दो बदमाशों ने मयंक सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए।


चीनी सेना हांगकांग की तरफ बढ़ रही:ट्रंप

वाशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को दावा किया है कि चीन की सरकार हांगकांग की सीमा की ओर अपनी सेना बढ़ा रही है। ट्रंप ने ट्वीट कर यह दावा किया है। ट्रंप ने यह ट्वीट ऐसे वक्त में किया है जब हांगकांग में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों के कारण वहां की अर्थव्यवस्था से लेकर उड़ानें तक प्रभावित हैं।


अमेरिकी राष्ट्रपति ने मंगलवार को ट्वीट किया- 'हमारी इंटेलिजेंस ने हमें बताया है कि चीन की सरकार हांगकांग की सीमा की ओर सेना बढ़ा रही है। सभी लोग शांत और सुरक्षित रहें।' इससे पहले ट्रंप ने एक और ट्वीट कर यह सवाल किया था कि इलाके में उठे हालात के लिए उन्हें जिम्मेदार क्यों ठहराया जा रहा है। ट्रंप ने ट्वीट किया- 'हांगकांग में जारी परेशानियों के लिए कई लोग मुझे और अमेरिका को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। मैं सोच नहीं सकता हूं (ऐसा) क्यों?' बता दें कि मंगलवार को हांगकांग एयरपोर्ट पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों के डिपार्चर टर्मिनल को ब्लॉक करने के कारण हांगकांग से फ्लाइट्स या तो कैंसल हो गईं या देरी से उड़ान भर सकीं। ताजा जानकारी के मुताबिक हालिया झड़पों में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।दरअसल, किसी व्यक्ति को चीन को प्रत्यर्पित किए जाने संबंधी विधेयक को लेकर भड़के गुस्से के बाद हांगकांग के लाखों लोग सड़कों पर हैं। ब्रिटेन ने 1997 में हांगकांग को चीन को सौंपा था।अब इतने साल बाद चीन शासन के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।


आरक्षण नहीं, न्याय दे रहे हैं: कमलनाथ

भोपाल। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि संविधान की मूल अवधारणा है कि सभी वर्गों के साथ न्याय हो। संविधान की इसी सोच के साथ मध्यप्रदेश सरकार काम कर रही है। प्रदेश में हर वर्ग को न्याय मिले और नौजवानों को रोजगार मिले। श्री नाथ आज समन्वय भवन में दलित पिछड़ा अधिकार मोर्चा द्वारा पिछड़े वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने के निर्णय पर आयोजित सम्मान एवं आभार समारोह को संबोधित कर रहे थे।


मुख्यमंत्री नाथ ने कहा कि हम किसी वर्ग को आरक्षण नहीं दे रहे हैं बल्कि संविधान की भावना के अनुसार उन्हें न्याय दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि न्याय का यही सिद्धांत आज हमें सभी प्रकार की अनेकता के बाद भी एकता के सूत्र में पिरोए हुए हैं। आज कोई वर्ग न्याय से वंचित होगा, तो हम संविधान की मूल भावना को आघात पहुंचायेंगे। न्याय से जुड़े रहेंगे, तो देश निरंतर प्रगति करता जाएगा। उन्होंने कहा कि संविधान को न्याय से जोड़ने का काम इसके निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर ने किया। उन्होंने कहा कि हमारे विशाल देश को दो शक्तियों ने एकजुट कर रखा है। एक हमारी अनेकता में एकता और दूसरी आध्यात्मिक शक्ति है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा संविधान इतना महान है कि इसे कई देशों ने अपनाया है। हमें संविधान की रक्षा करना है, इसे अक्षुण्ण बनाए रखना है।
मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती हर एक नौजवान को काम देने की है। यह तभी संभव होगा, जब प्रदेश में निवेश आए, उद्योग धंधे लगें, आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि हो। इसके लिए जरूरी है कि प्रदेश के प्रति निवेशकों का विश्वास बढ़े। सरकार निवेशकों के विश्वास को लौटाने का निरंतर प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने पिछड़ा वर्ग के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा इस वर्ग ने उन्हें जो प्यार और विश्वास दिया है, उससे उन्हें बल मिला है, सभी वर्गों के सर्वांगीण विकास के लिए शक्ति मिली है। मुख्यमंत्री ने पूर्व उप मुख्यमंत्री सुभाष यादव का स्मरण करते हुए कहा कि पिछली बार मैंने समन्वय भवन का नामकरण स्व. सुभाष यादव के नाम पर करने को कहा था। आज इस भवन पर उनका नाम देखकर बेहद खुशी हुई। उन्होंने कहा कि वर्ष 1980 में मैं और यादव जी सांसद थे। उनसे मेरा गहरा रिश्ता था। पिछड़ा वर्ग समाज के लिए वे हमेशा चिंतित रहते थे।
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि आज मंत्रि-मंडल में सर्वाधिक 40 प्रतिशत पिछड़े वर्ग के मंत्री शामिल हैं। इन सभी मंत्रियों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी है। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ पिछड़े वर्ग को उनकी आबादी के अनुसार 27 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ही हर क्षेत्र में पूरा सम्मान और अधिकार भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ऐतिहासिक फैसले ले रहे हैं, वह भी प्रचार-प्रसार से दूर रह कर। उनका विश्वास सिर्फ काम करने में है। काम का लाभ जरूरतमंदों को मिले, यह सुनिश्चित करना मुख्यमंत्री का लक्ष्य है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल और कुटीर, ग्रामोद्योग एवं नवीन नवकरणीय उर्जा मंत्री हर्ष यादव ने कहा कि 27 प्रतिशत आरक्षण देकर मुख्यमंत्री ने पिछड़े वर्ग को एतिहासिक सौगात दी है। पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो न्याय पिछड़ा वर्ग को दिया है, उसके लिए पूरा वर्ग उनके साथ दृढ़ता के साथ खड़ा हैं। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री सचिन यादव ने कहा कि प्रदेश की आधी आबादी पिछड़ा वर्ग को पहली बार न्याय मिला है।
समारोह में मुख्यमंत्री कमल नाथ को दलित पिछड़ा अधिकार मोर्चा के अध्यक्ष दामोदर सिंह ने माँ पीताम्बरा देवी का चित्र भेंट किया। इस मौके पर मध्यप्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष अशोक सिंह , विधायक कुणाल चौधरी एवं बड़ी संख्या में पिछड़ा वर्ग समाज के लोग उपस्थित थे।


किसी भी दुकान से ले सकते है राशन

गौतमबुध नगर। शहरी क्षेत्र में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम योजना के पात्र लाभार्थियों के लिए खुशखबरी। कोई भी पात्र लाभार्थी किसी भी दुकान से राशन कर सकता है प्राप्त। सरकार ने पोल्टीबिलिटी योजना की आरंभ।


जिलाधिकारी बीएन सिंह ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम योजना के अंतर्गत शहर के सभी पात्र लाभार्थियों का आह्वान करते हुए उन्हें जानकारी दी है कि कोई भी पात्र लाभार्थी अपनी सुविधा के अनुसार अब किसी भी राशन की दुकान से अपना राशन प्राप्त कर सकता है। सरकार के द्वारा पोल्टीबिलिटी महत्वपूर्ण सुविधा नगर क्षेत्र के सभी लाभार्थियों को प्रदान की गई है। अतः अधिक से अधिक पात्र लाभार्थी इस सुविधा का लाभ उठाते हुए अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी राशन की दुकान से अपना राशन प्राप्त कर सकते हैं। इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी राज नारायण सिंह ने जानकारी देते अवगत कराया है कि इस माह में 700 पात्र लाभार्थियों के द्वारा सरकार की इस सुविधा का लाभ उठाया है। उन्होंने सभी पात्र लाभार्थियों से आह्वान किया है कि अन्य पात्र लाभार्थी भी अपनी सुविधा के अनुसार अपने पास की दुकान से राशन प्राप्त कर सकते हैं।


जापान मे लू ने ली 23 लोगों की जान

टोक्यो। जापान में भीषण गर्मी और लू के प्रकोप से पिछले एक सप्ताह के भीतर कम से कम 23 लोगों की जानें जा चुकी है और 12,000 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अग्निशमन विभाग ने बुधवार को यह जानकारी दी। विभाग ने पांच से 11 अगस्त की अवधि में संग्रहित डाटा जारी किया है। डाटा के मुताबिक मृतकों में ज्यादातर लोग राजधानी टोक्यो से हैं , जहां गर्मी और लू से प्रभावित करीब 1460 लोगों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। देश के कुछ इलाकों में तापमान 102 डिग्री फारेनहाइट से अधिक चल रहा है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि तापमान की यह अधिकता कम से कम दो सप्ताह और बना रह सकता है।


प्रिय व्यक्ति का साथ मिलेगा:वृश्चिक

राशिफल


मेष: मेष राशि वालों के लिए धन प्राप्ति का योग बना हुआ है। निवेश से लाभ मिलेगा। निकट संबंधियों से मेल मुलाकात हो सकती है। कार्यक्षेत्र में परिवर्तन के योग हैं। कारोबार से संबंधित यात्रा मंगलमय रहेगी। आर्थिक योजनाएं सफल होंगी। शुभ समाचार मिलेगा। 
वृषभ: आज भाग्य आपका साथ देगा। बीते दिनों में जिन लाभों से आप वंचित रह गए हैं, उन्हें पाने का प्रयास सफल होगा। मंदिर या किसी धर्मिक स्थल की यात्रा कर सकते हैं। भाई-बहनों से लाभ होगा। शारीरिक और मानसिक रूप से आप आनंद का अनुभव करेंगे। 
मिथुन: आज शत्रुओं द्वारा रचे जा रहे षड्यंत्र से सावधान रहने की आवश्यकता है। आज का दिन संयम पूर्वक बिताना होगा। हो सके तो आज कोई नई डील ना करें। महत्वपूर्ण निर्णयों को आज टाल देना बेहतर होगा। पारिवारिक जीवन में ताल-मेल की कमी हो सकती है। आज अपनी चीजों को संभालकर रखें, गुम होने की आशंका है। भाग्य 48%साथ देगा।


कर्क : आज का दिन मंगलमय बीतेगा। जीवनसाथी और निकट संबंधियों से सहयोग मिलेगा। नकारात्मक विचारों से बचें। क्रोध और वाणी पर नियंत्रण रखें, अन्यथा हानि हो सकती है। विदेश में स्थित संबंधियों के समाचार से मन प्रफुल्लित होगा। 
सिंह: आज का दिन उत्साहवर्धक है, हर क्षेत्र में भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। अगर कहीं पैसा फंसा है तो आज मिल सकता है। कहीं से शुभ सूचना मिल सकती है। मित्रों या संबंधियों से उपहार मिलने का भी योग है। कार्यक्षेत्र में अनुकूलता से प्रगति होगी। 
कन्या: किसी प्रिय व्यक्ति से मुलाकात होगी। रुचिकर भोजन मिल सकता है। दोस्तों से संग कहीं बाहर खान-पान का भी संयोग बना सकता है। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों से पूरा सहयोग मिलेगा। रात तक घर में किसी मेहमान का आगमन हो सकता है। दिन आनंद-उत्साह में बीतेगा। 
तुला: सावधान रहकर कार्य करने का दिन है। अपनी कार्य योजना को गुप्त रखें नहीं तो नुकसान हो सकता है। व्यर्थ के तर्क-वितर्क से दूर रहें। यात्रा हो सके तो आज टालें, वाहन धीमी गति से चलाएं। माता के साथ मनमुटाव न हो, ध्यान रखें। 


वृश्चिक: किस्मत के भरोसे ना बैठें। मेहनत से सफलता प्राप्ति के योग बन रहे हैं। जिन क्षेत्रों में प्रयास करेंगे उनमें पूरा लाभ मिलेगा। खरीदारी में धन खर्च होगा। प्रिय व्यक्ति का साथ मिलेगा। शेयर और लंबी अवधि के निवेश कर सकते हैं। 


धनु: सितारे आज अनुकूल नहीं हैं इसलिए संयम और समझदारी से काम लें। आर्थिक मामलों में किसी प्रकार का जोखिम लेने से बचें। शेयर और दूसरे निवेश के मामलों से आज दूर रहना ही फायदेमंद रहेगा। खान-पान का ध्यान रखें, किसी बात से तनाव रहेगा। 
मकर: लंबे समय से रुके हुए कार्य आज पूर्ण होंगे। नौकरी के लिए प्रयास करने वालों को आज सफलता मिल सकती है। शिक्षा के क्षेत्र में प्रदर्शन बेहतर होगा। नया कारोबार शुरू करने के लिए आज शुभ दिन है। उच्च पदाधिकारी आपके कार्य से प्रसन्न होंगे। 
कुंभ: अनावश्यक खर्च मानसिक तनाव दे सकता है। आपसे ईर्ष्या करने वाले आज आपको प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास न करें। नए वस्त्र और आभूषणों के पीछे धन व्यय होगा।
मीन: आज बेहद शुभ दिन है। आपके सभी कार्य तीव्र गति पकड़ेंगे। मनचाही मुराद पूरी होगी। दांपत्य जीवन में निकटता और मधुरता आएगी। विरोधियों का पक्ष कमजोर होगा। समाज में ख्याति मिलेगी। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों से सहयोग मिलेगा।


दुख-सुख का जन्मदाता 'विवेक'

मनुष्य के लिए विवेक का उपयोग विशेष और मुख्य है।जो व्यवहार और परमार्थ में, लोक और परलोक में सब जगह काम आता है। परन्तु जो मनुष्य देह के उपयोग को विवेक अनुसार समझ सके, उसके लिए भगवान स्वधर्म पालन की बात कहते हैं। जिससे वह कोरा वाचक ज्ञानी न बनकर वास्तविक तत्व का अनुभव कर सके। संसार में व्यवहार अलग-अलग होते हुए, विवेकी मनुष्य के लिए परमात्मा एक ही है।  सभी का संसार इक व्यवहार भिन्न-भिन्न हो सकता है। यस विवेक से ही निर्धारित होता है कि दूध गाय का पिएंगे या गधी का पिएंगे? सवारी हाथी की करेंगे कि कुत्ते की करेंगे? तो ज्ञान में एकता होती है, पर व्यवहार में भिन्नता होती है। माता है, बहन है सबसे अलग अलग व्यवहार है, व्यवहार की विभिन्न प्रकृति में होती है। एक समान व्यवहारिकता के चलते अब तक प्रलय हो जाता है। जिनका मन सौम्यावस्था में स्थिर हो गया वो संसार को जीत गए । सबमें परमात्मा ही देखें। अतः अतं-करण में विकार, जन्म-मरण देने वाला है । समता से परमात्मा में स्थिति हो जाती है। बर्ताव ठीक तरह से यथा योग्य हो, यही उपदेश गीता का सिद्धांत है। सेवा सबकी करनी है, भीतर राग द्वेष न हो। सर्व भूत हिते रता:। तो ज्ञानी की दृष्टि परमात्मा की तरफ रहती है। सम सुख दुःख स्वस्थ: । सबका हित करो, अपना स्वार्थ त्याग कर । संसार को परमात्मा का स्वरूप कहा है, और संसार को दुखालय भी कहा है। दोनों विरुद्ध बात है । तो जो लेना चाहता है उसके लिए दुखालय है, और जो सेवा करता है तो परमात्मा का स्वरूप है।


सनातनी संदीप गुप्ता


जिनके खूं से जलते हैं ये चिरागे वतन

देश को अंग्रेजी हुकूमत से मुक्त कराने के लिए सशस्त्र विद्रोह की एक अखण्ड परम्परा रही है। अंग्रेज़ी राज्य की स्थापना के साथ ही सशस्त्र विद्रोह का आरम्भ हो गया था। बंगाल में सैनिक-विद्रोह, चूआड़ विद्रोह, सन्यासी विद्रोह, संथाल विद्रोह अनेक सशस्त्र विद्रोहों की परिणति सत्तावन के विद्रोह के रूप में हुई। प्रथम स्वातन्त्र्य–संघर्ष के असफल हो जाने पर भी विद्रोह की अग्नि ठण्डी नहीं हुई। शीघ्र ही दस-पन्द्रह वर्षों के बाद पंजाब में कूका विद्रोह व महाराष्ट्र में वासुदेव बलवन्त फड़के के छापामार युद्ध शुरू हो गए। संयुक्त प्रान्त में पं॰ गेंदालाल दीक्षित ने शिवाजी समिति और मातृदेवी नामक संस्था की स्थापना की। बंगाल में क्रान्ति की अग्नि सतत जलती रही। सरदार अजीतसिंह ने सत्तावन के स्वतंत्रता–आन्दोलन की पुनरावृत्ति के प्रयत्न शुरू कर दिए। रासबिहारी बोस और शचीन्द्रनाथ सान्याल ने बंगाल, बिहार, दिल्ली, राजपूताना, संयुक्त प्रान्त व पंजाब से लेकर पेशावर तक की सभी छावनियों में प्रवेश कर 1915 में पुनः विद्रोह की सारी तैयारी कर ली थी। दुर्दैव से यह प्रयत्न भी असफल हो गया। इसके भी नए-नए क्रान्तिकारी उभरते रहे। राजा महेन्द्र प्रताप और उनके साथियों ने तो अफगान प्रदेश में अस्थायी व समान्तर सरकार स्थापित कर ली। सैन्य संगठन कर ब्रिटिश भारत से युद्ध भी किया। रासबिहारी बोस ने जापान में आज़ाद हिन्द फौज के लिए अनुकूल भूमिका बनाई।


मलाया व सिगांपुर में आज़ाद हिन्द फौज संगठित हुई। सुभाषचन्द बोस ने इसी कार्य को आगे बढ़ाया। उन्होंने भारतभूमि पर अपना झण्डा गाड़ा। आज़ाद हिन्द फौज का भारत में भव्य स्वागत हुआ, उसने भारत की ब्रिटिश फौज की आँखें खोल दीं। भारतीयों का नाविक विद्रोह तो ब्रिटिश शासन पर अन्तिम प्रहार था। अंग्रेज़, मुट्ठी-भर गोरे सैनिकों के बल पर नहीं, बल्कि भारतीयों की फौज के बल पर शासन कर रहे थे। आरम्भिक सशस्त्र विद्रोह में क्रान्तिकारियों को भारतीय जनता की सहानुभूति प्राप्त नहीं थी। वे अपने संगठन व कार्यक्रम गुप्त रखते थे। अंग्रेज़ी शासन द्वारा शोषित जनता में उनका प्रचार नहीं था। अंग्रेजों के क्रूर व अत्याचारपूर्ण अमानवीय व्यवहारों से ही उन्हें इनके विषय में जानकारी मिली। विशेषतः काकोरी काण्ड के अभियुक्त तथा भगतसिंह और उसके साथियों ने जनता का प्रेम व सहानुभूति अर्जित की। भगतसिंह ने अपना बलिदान क्रांति के उद्देश्य के प्रचार के लिए ही किया था। जनता में जागृति लाने का कार्य महात्मा गांधी के चुम्बकीय व्यक्तित्व ने किया। बंगाल की सुप्रसिद्ध क्रांतिकारी श्रीमती कमला दास गुप्ता ने कहा कि क्रांतिकारी की निधि थी 'कम व्यक्ति अधिकतम बलिदान', महात्मा गांधी की निधि थी 'अधिकतम व्यक्ति न्यूनतम बलिदान'। सन् 42 के बाद उन्होंने अधिकतम व्यक्ति तथा अधिकतम बलिदान का मंत्र दिया। भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति में क्रांतिकारियों की भूमिका महत्त्वपूर्ण है।


भारतीय क्रांतिकारियों के कार्य सिरफिरे युवकों के अनियोजित कार्य नहीं थे। भारतामाता के परों में बंधी शृंखला तोड़ने के लिए सतत संघर्ष करने वाले देशभक्तों की एक अखण्ड परम्परा थी। देश की रक्षा के लिए कर्तव्य समझकर उन्होंने शस्त्र उठाए थे। क्रान्तिकारियों का उद्देश्य अंग्रेजों का रक्त बहाना नहीं था। वे तो अपने देश का सम्मान लौटाना चाहते थे। अनेक क्रान्तिकारियों के हृदय में क्रांति की ज्वाला थी, तो दूसरी ओर अध्यात्म का आकर्षण भी। हंसते हुए फाँसी के फंदे का चुम्बन करने वाले व मातृभूमि के लिए सरफरोशी की तमन्ना रखने वाले ये देशभक्त युवक भावुक ही नहीं, विचारवान भी थे। शोषणरहित समाजवादी प्रजातंत्र चाहते थे। उन्होंने देश के संविधान की रचना भी की थी। सम्भवतः देश को स्वतंत्रता यदि सशस्त्र क्रांति के द्वारा मिली होती तो भारत का विभाजन नहीं हुआ होता, क्योंकि सत्ता उन हाथों में न आई होती, जिनके कारण देश में अनेक भीषण समस्याएँ उत्पन्न हुई हैं।


जिन शहीदों के प्रयत्नों व त्याग से हमें स्वतंत्रता मिली, उन्हें उचित सम्मान नहीं मिला। अनेकों को स्वतंत्रता के बाद भी गुमनामी का अपमानजनक जीवन जीना पड़ा। ये शब्द उन्हीं पर लागू होते हैं:


उनकी तुरबत पर नहीं है एक भी दीया,
जिनके खूँ से जलते हैं ये चिरागे वतन।
जगमगा रहे हैं मकबरे उनके,
बेचा करते थे जो शहीदों के कफन।।
नाविक विद्रोह के सैनिकों को स्वतंत्र भारत की सेना में महत्वपूर्ण कार्य देना न्यायोचित होता, परन्तु नौकरशाहों ने उन्हें सेना में रखना शासकीय नियमों का उल्लंघन समझा। अनेक क्रांतिकारियों की अस्थियाँ विदेशों में हैं। अनेक क्रांतिकारियों के घर भग्नावशेष हैं। उनके घरों के स्थान पर आलीशान होटल बन गए हैं। क्रांतिकारियों की बची हुई पीढ़ी भी समाप्त हो गई है। निराशा में आशा की किरण यही है कि सामान्य जनता में उनके प्रति सम्मान की थोड़ी-बहुत भावना अभी भी शेष है। उस आगामी पीढ़ी तक इनकी गाथाएँ पहुँचाना हमारा दायित्व है। क्रान्तिकारियों पर लिखने के कुछ प्रयत्न हुए हैं। शचीन्द्रनाथ सान्याल, शिव वर्मा, मन्मथनाथ गुप्त व रामकृष्ण खत्री आदि ने पुस्तकें लिखकर हमें जानकारी देने का महत्त्वपूर्ण कार्य किया है। इतर लेखकों ने भी इस दिशा में कार्य किया है।



स्नेह और समर्पण का बंधन-रक्षाबंधन

रक्षाबन्धन एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहते हैं।रक्षाबन्धन में राखी या रक्षासूत्र का सबसे अधिक महत्त्व है। राखी कच्चे सूत जैसे सस्ती वस्तु से लेकर रंगीन कलावे, रेशमी धागे, तथा सोने या चाँदी जैसी मँहगी वस्तु तक की हो सकती है। रक्षाबंधन भाई बहन के रिश्ते का प्रसिद्ध त्योहार है, रक्षा का मतलब सुरक्षा और बंधन का मतलब बाध्य है।रक्षाबंधन के दिन बहने भगवान से अपने भाईयों की तरक्की के लिए भगवान से प्रार्थना करती है। राखी सामान्यतः बहनें भाई को ही बाँधती हैं परन्तु ब्राह्मणों, गुरुओं और परिवार में छोटी लड़कियों द्वारा सम्मानित सम्बंधियों (जैसे पुत्री द्वारा पिता को) भी बाँधी जाती है। कभी-कभी सार्वजनिक रूप से किसी नेता या प्रतिष्ठित व्यक्ति को भी राखी बाँधी जाती है। रक्षाबंधन के दिन बाजार मे कई सारे उपहार बिकते है, उपहार और नए कपड़े खरीदने के लिए बाज़ार मे लोगों की सुबह से शाम तक भीड होती है। घर मे मेहमानों का आना जाना रहता है। रक्षाबंधन के दिन भाई अपने बहन को राखी के बदले कुछ उपहार देते है। रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जो भाई बहन के प्यार को और मजबूत बनाता है, इस त्योहार के दिन सभी परिवार एक हो जाते है और राखी, उपहार और मिठाई देकर अपना प्यार साझा करते है।


राखियाँ, जिन्हें रक्षाबन्धन के अवसर पर 
बहनें भाइयों के हाथ में बाँधती हैं।
आधिकारिक नाम-रक्षाबन्धन
अन्य नाम-राखी, सलूनो, श्रावणी
अनुयायी-हिंदू धर्म व जैन धर्म
उद्देश्य-भ्रातृभावना और सहयोग
उत्सव-राखी बाँधना, उपहार, भोज
अनुष्ठान-पूजा, प्रसाद
आरम्भ-पौराणिक काल से
तिथि-श्रावण पूर्णिमा
समान पर्व-भैया दूज
अब तो प्रकृति संरक्षण हेतु वृक्षों को राखी बाँधने की परम्परा भी प्रारम्भ हो गयी है। हिन्दुस्तान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुरुष सदस्य परस्पर भाईचारे के लिये एक दूसरे को भगवा रंग की राखी बाँधते हैं। हिन्दू धर्म के सभी धार्मिक अनुष्ठानों में रक्षासूत्र बाँधते समय कर्मकाण्डी पण्डित या आचार्य संस्कृत में एक श्लोक का उच्चारण करते हैं, जिसमें रक्षाबन्धन का सम्बन्ध राजा बलि से स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होता है। भविष्यपुराण के अनुसार इन्द्राणी द्वारा निर्मित रक्षासूत्र को देवगुरु बृहस्पति ने इन्द्र के हाथों बांधते हुए निम्नलिखित स्वस्तिवाचन किया (यह श्लोक रक्षाबन्धन का अभीष्ट मन्त्र है)-


येन बद्धो बलिराजा दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल ॥
इस श्लोक का हिन्दी भावार्थ है- "जिस रक्षासूत्र से महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बाँधा गया था, उसी सूत्र से मैं तुझे बाँधता हूँ। हे रक्षे (राखी)! तुम अडिग रहना (तू अपने संकल्प से कभी भी विचलित न हो।)


स्वतंत्रता का ऐतिहासिक संस्मरण

यूरोपिय व्यापारियों ने 17वीं सदी से ही भारतीय उपमहाद्वीप में पैर जमाना आरम्भ कर दिया था। अपनी सैन्य शक्ति में बढ़ोतरी करते हुए ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने 18वीं सदी के अन्त तक स्थानीय राज्यों को अपने वशीभूत करके अपने आप को स्थापित कर लिया था। 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बाद भारत सरकार अधिनियम 1858 के अनुसार भारत पर सीधा आधिपत्य ब्रितानी ताज (ब्रिटिश क्राउन) अर्थात ब्रिटेन की राजशाही का हो गया। दशकों बाद नागरिक समाज ने धीरे-धीरे अपना विकास किया और इसके परिणामस्वरूप 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई० एन० सी०) निर्माण हुआ। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद का समय ब्रितानी सुधारों के काल के रूप में जाना जाता है जिसमें मोंटेगू-चेम्सफोर्ड सुधार गिना जाता है लेकिन इसे भी रोलेट एक्ट की तरह दबाने वाले अधिनियम के रूप में देखा जाता है जिसके कारण स्वरुप भारतीय समाज सुधारकों द्वारा स्वशासन का आवाहन किया गया। इसके परिणामस्वरूप महात्मा गांधी के नेतृत्व में असहयोग और सविनय अवज्ञा आंदोलनों तथा राष्ट्रव्यापी अहिंसक आंदोलनों की शुरूआत हो गयी।1930 के दशक के दौरान ब्रितानी कानूनों में धीरे-धीरे सुधार जारी रहे; परिणामी चुनावों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की। अगला दशक काफी राजनीतिक उथल पुथल वाला रहा: द्वितीय विश्व युद्ध में भारत की सहभागिता, कांग्रेस द्वारा असहयोग का अन्तिम फैसला और अखिल भारतीय मुस्लिम लीग द्वारा मुस्लिम राष्ट्रवाद का उदय। 1947 में स्वतंत्रता के समय तक राजनीतिक तनाव बढ़ता गया। इस उपमहाद्वीप के आनन्दोत्सव का अंत भारत और पाकिस्तान के विभाजन के रूप में हुआ।


स्वतंत्रता से पहले स्वतंत्रता दिवस 
1929 लाहौर सत्र में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज घोषणा की और 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में घोषित किया। कांग्रेस ने भारत के लोगों से सविनय अवज्ञा करने के लिए स्वयं प्रतिज्ञा करने व पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्ति तक समय-समय पर जारी किए गए कांग्रेस के निर्देशों का पालन करने के लिए कहा।


इस तरह के स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन भारतीय नागरिकों के बीच राष्ट्रवादी ईधन झोंकने के लिये किया गया व स्वतंत्रता देने पर विचार करने के लिए ब्रिटिश सरकार को मजबूर करने के लिए भी किया गया।कांग्रेस ने 1930 और 1950 के बीच 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया। इसमें लोग मिलकर स्वतंत्रता की शपथ लेते थे। जवाहरलाल नेहरू ने अपनी आत्मकथा में इनका वर्णन किया है कि ऐसी बैठकें किसी भी भाषण या उपदेश के बिना, शांतिपूर्ण व गंभीर होती थीं। गांधी जी ने कहा कि बैठकों के अलावा, इस दिन को, कुछ रचनात्मक काम करने में खर्च किया जाये जैसे कताई कातना या हिंदुओं और मुसलमानों का पुनर्मिलन या निषेध काम, या अछूतों की सेवा। 1947 में वास्तविक आजादी के बाद,भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को प्रभाव में आया; तब के बाद से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।


तात्कालिक पृष्ठभूमि 
सन् 1946 में, ब्रिटेन की लेबर पार्टी की सरकार का राजकोष, हाल ही में समाप्त हुए द्वितीय विश्व युद्ध के बाद खस्ताहाल था। तब उन्हें एहसास हुआ कि न तो उनके पास घर पर जनादेश था और न ही अंतर्राष्ट्रीय समर्थन। इस कारण वे तेजी से बेचैन होते भारत को नियंत्रित करने के लिए देसी बलों की विश्वसनीयता भी खोते जा रहे थे। फ़रवरी 1947 में प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली ने ये घोषणा की कि ब्रिटिश सरकार जून 1948 से ब्रिटिश भारत को पूर्ण आत्म-प्रशासन का अधिकार प्रदान करेगी। अंतिम वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन ने सत्ता हस्तांतरण की तारीख को आगे बढ़ा दिया क्योंकि उन्हें लगा कि, कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच लगातार विवाद के कारण अंतरिम सरकार का पतन हो सकता है। उन्होंने सत्ता हस्तांतरण की तारीख के रूप में, द्वितीय विश्व युद्ध, में जापान के आत्मसमर्पण की दूसरी सालगिरह 15 अगस्त को चुना। ब्रिटिश सरकार ने ब्रिटिश भारत को दो राज्यों में विभाजित करने के विचार को 3 जून 1947 को स्वीकार कर लिया व ये भी घोषित किया कि उत्तराधिकारी सरकारों को स्वतंत्र प्रभुत्व दिया जाएगा और ब्रिटिश राष्ट्रमंडल से अलग होने का पूर्ण अधिकार होगा।यूनाइटेड किंगडम की संसद के भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 (10 और 11 जियो 6 सी. 30) के अनुसार 15 अगस्त 1947 से प्रभावी (अब बांग्लादेश सहित) ब्रिटिश भारत को भारत और पाकिस्तान नामक दो नए स्वतंत्र उपनिवेशों में विभाजित किया और नए देशों के संबंधित घटक असेंबलियों को पूरा संवैधानिक अधिकार दे दिया।18 जुलाई 1947 को इस अधिनियम को शाही स्वीकृति प्रदान की गयी।


नौ प्रकार की सृष्टिओं का निर्माण

नो प्रकार की सृष्टिओं का निर्माण
शिव की आज्ञा में तत्पर रहने वाले महाविष्णु ने अनंत रूप का आश्रय ले उस अंड में प्रवेश किया। उस समय उन परम पुरुष के सहस्त्र मस्तक,सहस्‍त्र नेत्र और सहस्र पैर थे। उन्होंने भूमि को सब ओर से घेरकर उस अंड को व्याप्त कर लिया। मेरे द्वारा भली-भांति स्तुति की जाने पर श्री विष्णु ने उस अंड में प्रवेश किया। तब वह 24 तत्वों का विकराल रूप अंड सचेतन हो गया। पाताल से लेकर सत्यलोक तक की अवधि वाले उस अंड के रूप में वहां साक्षात श्रीहरि ही विराज रहने लगे। उस विराट खंड में व्यापक होने से ही प्रभु  वैराजपुरुष कहलाए। पंचमुखी महादेव ने केवल अपने रहने के लिए स्वयं में कैलाश नगर का निर्माण किया जो सब लोको से ऊपर सुशोभित होता है। संपूर्ण ब्रह्मांड का नाश हो जाने पर भी बैकुंठ और कैलाश इन दोनों स्‍थानो का यहां कभी नाश नहीं होता। मुनि श्रेष्ठ, सत्यलोक का आश्रय लेकर मै यहां रहता हूं। तात, महादेव जी की आज्ञा से ही मुझ में सृष्टि रचने की इच्छा उत्पन्न हुई है। बेटा, जब मैं सृष्टि की इच्छा से चिंतन करने लगा। उस समय पहले मुझ में अनजान में ही पाप पूर्ण तामसिक सृष्टि का प्रादुर्भाव हुआ । जिसे अविद्या पंचक कहते हैं। तदनंतर प्रसन्न चित्त होकर शंभू की आज्ञा से पुनः अनासक्त भाव से सृष्टि का चिंतन करने लगा। उस समय मेरे द्वारा स्थावर वृक्ष आदि की सृष्टि हुई। जिसे मुख्य सर्ग कहते हैं। यह पहला सर्ग है। उसे देखकर तथा वहां अपने लिए पुरुषार्थ का साधक नहीं है, यह जानकर सृष्टि की इच्छा वाले ब्रह्मा से दूसरा सर्ग प्रकट हुआ। जो दुख से भरा हुआ है उसका नाम है। वह सर्ग भी पुरुषार्थ का साधक नहीं था। उसे भी पुरुषार्थ साधन की शक्ति से रहित जान तब मैं पुनः सृष्टि का चिंतन करने लगा। तब मुझसे शीघ्र ही तीसरे सात्विक सर्ग का प्रादुर्भाव हुआ। जिसे उधरवाश्रोता कहते हैं। यह देवसर्ग के नाम से विख्यात हुआ। देवसरग सत्यवादी तथा अत्यंत सुख दायक है। उसे भी पुरुषार्थ साधन की रुचि एवं अधिकार से रहित मानकर मैंने अन्य सर्ग के लिए अपने स्वामी श्री शिव का चिंतन आरंभ किया ।तब भगवान शंकर की आज्ञा से एक रजोगुण सृष्टि का भाव उत्पन्न हुआ । इस सर्ग के प्राणी मनुष्य है। जो साधन के उच्च अधिकारी है ।तदनंतर महादेव जी की आज्ञा से भूत आदि की सृष्टि हुई। इस प्रकार मैंने 5 तरह की विधि का वर्णन किया है। इनके प्राकृतिक भी कहे गए। जो ब्रह्मा के सानिध्य से प्रकृति से ही प्रकट हुए। पहला महत्व का सर्ग है दूसरा सूक्ष्म भूतों अर्थात  तन्‍मात्राओं का सर्ग और तीसरा अष्‍कारी सर्ग कहलाता है। इस तरह ही तीन प्राकृत सर्ग है। प्राकृत और विकृत दोनों प्रकार के सर्ग को मिलाने से 8 सर्ग होते हैं। इनके सिवा नवाँ कुमार सर्ग है। जो प्राकृत और विकृत भी है। इन सबके अवांतर भेद का में वर्णन नहीं कर सकता। क्योंकि उसका उपयोग बहुत थोड़ा है। अब द्विज आत्मक सर्ग का प्रतिपादन करता हूं। इसी का दूसरा नाम कुमार सर्ग है। जिसमें सनकनंदन आदि कुमारों की महत्वपूर्ण सृष्टि हुई है। मेरे चार मानस पुत्र है। जो मुझ ब्रह्मा के ही समान है। वह महान वैराग्य से संपन्न तथा उत्तम व्रत का पालन करने वाले हुए हैं। उनका मन सदा भगवान शिव के चिंतन में ही लगा रहता है। वह संसार से विमुक्त एवं ज्ञानी है। उन्होंने आदेश देने पर भी सृष्टि के कार्यों में मन नहीं लगाया। सनत कुमार के दिए हुए नकारात्मक उत्तर को सुनकर मैंने बड़ा भयंकर क्रोध प्रकट किया। उस समय मुझ पर ताम छा गया। उस अवसर पर मैंने मन ही मन भगवान विष्णु का स्मरण किया वे शीघ्र ही आ गए और उन्होंने मुझे समझाते हुए का तुम भगवान शिव की प्रसन्नता के लिए तपस्या करो। श्रेष्ठ,श्रीहरि के अनुसार में घोर एवं उत्कृष्ट तप करने लगा। सृष्टि के लिए तपस्या करते हुए मेरी दोनों नासिका के मध्य भाग से जो उनका अपना ही नामक स्थान है। महेश्वर की तीन मूर्तियों में से अन्यतम पुनीत पूर्णांक एवं दयासागर अर्धनारीश्वर रूप में प्रकट हुए। जो जन्म से तेज की राशि, सर्वज्ञ तथा सर्वश्रेष्ठ है। नीललोहित नामधारी साक्षात उमाशंकर को सामने देख बड़ी भक्ति से मस्तक झुका उनकी स्तुति करके मैं बड़ा प्रसन्न हुआ और उन देवेश्वर से बोला प्रभु, आप भांती-भांती के जीवो की सृष्टि कीजिए। मेरी बात सुनकर देवाधिदेव महेश्वर में अपने ही समान बहुत से रुद्र घणो की सृष्टि की ।तब मैंने अपने स्वामी महेश्वर महारुद्र से फिर का देव आप ऐसे स्‍वरूप कि सृष्टि कीजिए जो जन्म और मृत्यु के ऐसे कर्म युक्त हो। मुनि श्रेष्ठ ऐसी बात सुनकर करुणासागर महादेव जी हंस पड़े और तत्काल इस प्रकार बोले। महादेव जी, जन्म और मृत्यु के भय से युक्त सृष्टि का निर्माण मै नहीं करूंगा। क्योंकि वह कर्मों के अधीन हो दुख के समुद्र में डूबे रहेंगे। मै तो दुख के सागर में डूबे हुए उनका उदाॄर मात्र करूंगा। गुरु का स्वरूप धारण करके उत्तम ज्ञान प्रदान कर उन सब को संसार सागर से पार कर लूंगा। प्रजापति। दुख में डूबे हुए सारे जीव की सृष्टि करो। मेरी आज्ञा से इस कार्य में प्रवृत्त होने के कारण तुम्हें माया नहीं बांध सकेगी। श्री भगवान महादेव देखते-देखते तत्काल तिरोहित हो गए। ॐ नमः शिवाय्


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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2019-8-9 • RNI.No.UPHIN/2014/57254
1.अंक-12(साल-01)
2.बृहस्पतिवार,15 अगस्‍त 2019
3.शक-1941,श्रावन शुक्‍लपक्ष पूर्णिमा,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:47,सूर्यास्त 7:08
5.न्‍यूनतम तापमान 28 डी.सै.,अधिकतम-33+ डी.सै., हवा में आद्रता रहेगी! छिटपुट रूप सेेे बरसात की आशंका ।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा प्रकाशित।


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