शुक्रवार, 16 अप्रैल 2021
चीन, अमेरिका का निकट प्रतिद्वंद्वी बन रहा है
गाजियाबाद में मिलें कोरोना के 538 नए संक्रमित
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। गुरुवार को जिलें में 538 नए संक्रमित मिलें। जो, कि अब तक दिन में मिले मरीजों की सर्वाधिक संख्या है। इससे पहले 16 सितंबर 2020 को जिले में 337 मरीज मिले थे। जिले में अब कुल संक्रमितों की संख्या 29 हजार पार कर गई है। जिनमें से 1723 का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है और 104 की मृत्यु हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का अनुमान है कि गाज़ियाबाद में प्रतिदिन मिलने वाले नए मरीजों की संख्या 2 हजार तक जा सकती है। इसके लिए जिले के अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। फिलहाल जिले के निजी अस्पतालों में 1338 बिस्तर उपलब्ध है। जिन्हें बढ़ा कर 2000 किया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में भी बिस्तरों की संख्या को 518 से बढ़ा कर 1000 किया जा रहा है।
निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रचार पर पाबंदियां लगाईं
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कोविड-19 के कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की पृष्ठभूमि में निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को राजनीतिक दलों के चुनाव प्रचार पर कुछ पाबंदियां लगाईंं। जिनमें प्रचार के समय में कमी करना भी शामिल है। आयोग के आदेश के अनुसार, निर्वाचन आयोग ने रोजाना प्रचार खत्म होने का समय घटाकर शाम सात बजे तक कर दिया है। पहले रात 10 बजे तक चुनाव प्रचार किया जा सकता था। निर्वाचन आयोग ने कहा कि चुनाव प्रचार वाले दिनों में शाम सात बजे से लेकर सुबह 10 बजे तक कोई चुनाव प्रचार नहीं होगा। मतदान से पहले चुनाव प्रचार समाप्त होने की समय सीमा भी 48 घंटों से बढ़ाकर 72 घंटे कर दी गई है।
कर्नाटक के सीएम दूसरी बार हुए कोरोना संक्रमित
बेंगलुरू। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा आठ महीने में दूसरी बार कोविड-19 संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। येदियुरप्पा (78) को इससे पहले दो अगस्त, 2020 को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हल्के बुखार के बाद आज मेरी कोविड-19 की रिपोर्ट में संक्रमण का पता चला है। मैं ठीक हूं, लेकिन डॉक्टरों की सलाह पर अस्पताल में भर्ती हो रहा हूं।’’ मुख्यमंत्री ने हाल में अपने संपर्क में आए सभी लोगों से ध्यान रखने और पृथक-वास में जाने को कहा है।
कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी, भाजपा जिम्मेदार हैं
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के लिये सीधे भगवा दल को जिम्मेदार ठहराते हुए शुक्रवार को कहा कि वह निर्वाचन आयोग से कहेंगी, कि वह भाजपा को प्रचार के दौरान “बाहरी लोगों” को लाने से रोके। नादिया जिले में यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैलियों के लिये शामियाने लगवाने के लिए भाजपा “सबसे बुरी तरह प्रभावित” गुजरात जैसे राज्यों से लोगों को लेकर आई। उन्होंने कहा, “मैं निर्वाचन आयोग से अनुरोध करूंगी कि वह गुजरात जैसे राज्यों से आने वाले बाहरी लोगों को रोके जो बंगाल में कोविड-19 के प्रसार के लिये जिम्मेदार हैं।”बनर्जी ने कहा, “प्रधानमंत्री या अन्य नेता प्रचार के लिये आते हैं तो हमें कुछ नहीं कहना। रैलियों के लिये मंच और पंडाल लगाने के लिये भाजपा को सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों से लोगों को क्यों लाना चाहिए?”
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पूर्व सीएम भूपेंद्र के खिलाफ आरोप तय: सीबीआई
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए आदेश जारी किएं
राणा ओबराय
चंडीगढ। हरियाणा सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए और कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए आज व्यापक रुप से उठाए गए कदमों के तहत विभिन्न हितधारकों के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) और मानदंडों के आदेश जारी किये है। ये आदेश आज वित्तायुक्त और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने जारी किये हैं। कौशल द्वारा जारी किये गए आदेश के अनुसार ‘कोरोना कर्फ्यू’ और धारा 144 के तहत हरियाणा राज्य में रात 10:00 बजे से सुबह 5:00 बजे के बीच सभी गैर-जरूरी गतिविधियों के लिए व्यक्तियों के आवागमन पर प्रतिबंध होगा। कोई भी व्यक्ति अपने घरों को नहीं छोड़ेगा या उक्त घंटों के दौरान किसी भी सड़क या सार्वजनिक स्थानों पर पैदल या वाहन या यात्रा या खड़ा या घूमने नहीं जाएगा। उपायुक्त, जहाँ भी आवश्यक हो। ‘कोरोना कर्फ्यू ’के क्रियान्वयन के लिए धारा 144 लागू कर सकते हैं और अन्य प्रतिबंधों के लिए स्थानीय स्तर पर आवश्यक हैं। उन्होंने बताया कि इन आदेशों के तहत निम्नलिखित व्यक्तियों और सेवाओं के आवागमन को छूट दी जाएगी जो कानून और व्यवस्था / आपात स्थिति और नगरपालिका सेवाओं / कर्तव्यों के साथ कार्यकारी अधिकारियों, पुलिस कर्मियों, वर्दीधारी सैन्य / सीएपीएफ, स्वास्थ्य, बिजली, अग्निशमन, मान्यता प्राप्त पत्रकार और सरकारी मशीनरी के कर्मियों को कोविड़-19 संबंधित कर्तव्यों (सभी पहचान पत्र के उत्पादन पर) के साथ काम सौंपा है। आवश्यक वस्तुओं के निर्माण पर कोई अंकुश नहीं होगा। (आवश्यक वस्तुओं को मार्च 2020 से एमएचए दिशानिर्देशों द्वारा परिभाषित किया जाएगा)। आवश्यक और गैर-जरूरी सामानों की आवाजाही (इंटर स्टेट और इंट्रा स्टेट) पर कोई अंकुश नहीं होगा। सभी वाहनों / व्यक्तियों को बोनाफाइड पारगमन (इंटर स्टेट / इंट्रा-स्टेट) को पास करने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन केवल मूल और गंतव्य के बिंदु के सत्यापन के उपरान्त ही ये अनुमति होगी। अस्पताल, पशु चिकित्सा अस्पताल और सभी संबंधित चिकित्सा प्रतिष्ठान, जिनमें सार्वजनिक और निजी क्षेत्र, जैसे कि डिस्पेंसरी, केमिस्ट, फ़ार्मास्युटी (जनऔषधि केंद्र सहित) और चिकित्सा उपकरण की दुकानें, प्रयोगशालाएँ, फार्मास्युटिकल रिसर्च लैब, क्लीनिक, दोनों शामिल हैं। नर्सिंग होम, एम्बुलेंस आदि चालू रहेंगे। सभी चिकित्सा कर्मियों, नर्सों, पैरा-मेडिकल कर्मचारियों, अन्य अस्पताल सहायता सेवाओं के लिए परिवहन की अनुमति होगी।
पूर्व विधायक बदलान ने भाजपा का दामन छोड़ा
चंडीगढ़। हरियाणा में भाजपा को एक और बड़ा झटका लगने वाला है। पूर्व विधायक बदलान सिंह दौलतपुरिया ने भी भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस में जाने का पूरा मन बना लिया है। इस बात का खुलासा खुद बलवान सिंह दौलतपुरिया ने मीडियाकर्मियों के सामने किया है। जब इसके बारे राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज के सम्पादक राणा ओबराय ने पूर्व विधायक बलवान दौलतपुरिया से फोन परबात करने की कोशिश की तो फोन उनके ड्राइवर ने उठाया। उसने बताया अभी दो तीन दिन में कांग्रेस जॉइन करने का प्रोग्राम नही है। किसान आंदोलन के चलते फतेहाबाद से पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने भाजपा का दामन छोड़ दिया था। इसके बाद उनके घर वापसी यानि इनेलो और कांग्रेस में जाने के अलग अलग क्यास लगाए जा रहे थे। अब बलवान सिंह दौलतपुरिया ने खुद साफ कर दिया है कि वो निकट भविष्य में कांग्रेस के साथ जा सकते हैं। वो कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा की अगुवाई में कभी भी कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं। उन्होने खुद साफ किया कि वो इसी महीने कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि उनकी कांग्रेस नेताओं के साथ बातचीत चल रही है। आपको बता दें कि बलवान सिंह दौलतपुरिया इनेलो की टिकट पर विधायक चुने गए थे। 2014 के चुनाव में विधायक चुने जाने के बाद 2019 में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी और भाजपा में शामिल हो गए थे। बलवान सिंह दौलतपुरिया को टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी। लेकिन उनको भाजपा का टिकट नहीं मिला। भाजपा ने दूड़ाराम को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था और दूडाराम की जीत हुई थी।
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए डीएम की बैठक
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सुरक्षा संबंधी सभी निर्देशों का पालन करें देशवासी
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छह साल की उम्र में 6 फ़ीट 3 इंच लंबे बाल हुए
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सिटीबैंक ने बिजनेस से बाहर निकलने का ऐलान किया
फ्रांसीसी नागरिकों को पाक छोड़ने की सलाह दी
सीएम नीतीश ने पटना में उच्चस्तरीय बैठक बुलाईं
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नया कोविड हॉस्पिटल स्थापित किया जाएं: सीएम
जम्मू-कश्मीर: दसवीं की परीक्षाओं को रद्द किया
यूजर्स के लिए रोलआउट कर दिया जाएगा व्हाट्सएप
नागरिकता देने से इनकार करने का आरोप लगाया
अनुमानित इस्तेमाल के कारण हालात की समीक्षा की
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भारत: 24 घंटों में कोरोना के 2.17 लाख नए मामलें
या देवी सर्वभूतेषु स्कंदमाता रूपेण संस्थिता: नवरात्रि
नवरात्रि का पाँचवाँ दिन स्कंदमाता की उपासना का दिन होता है। मोक्ष के द्वार खोलने वाली माता परम सुखदायी हैं। माँ अपने भक्तों की समस्त इच्छाओं की पूर्ति करती हैं।
कथा
भगवान स्कंद 'कुमार कार्तिकेय' नाम से भी जाने जाते हैं। ये प्रसिद्ध देवासुर संग्राम में देवताओं के सेनापति बने थे। पुराणों में इन्हें कुमार और शक्ति कहकर इनकी महिमा का वर्णन किया गया है। इन्हीं भगवान स्कंद की माता होने के कारण माँ दुर्गाजी के इस स्वरूप को स्कंदमाता के नाम से जाना जाता है।
स्वरूप
स्कंदमाता की चार भुजाएँ हैं। इनके दाहिनी तरफ की नीचे वाली भुजा, जो ऊपर की ओर उठी हुई है, उसमें कमल पुष्प है। बाईं तरफ की ऊपर वाली भुजा में वरमुद्रा में तथा नीचे वाली भुजा जो ऊपर की ओर उठी है उसमें भी कमल पुष्प ली हुई हैं। इनका वर्ण पूर्णतः शुभ्र है। ये कमल के आसन पर विराजमान रहती हैं। इसी कारण इन्हें पद्मासना देवी भी कहा जाता है। सिंह भी इनका वाहन है।
महत्व
नवरात्रि-पूजन के पाँचवें दिन का शास्त्रों में पुष्कल महत्व बताया गया है। इस चक्र में अवस्थित मन वाले साधक की समस्त बाह्य क्रियाओं एवं चित्तवृत्तियों का लोप हो जाता है। वह विशुद्ध चैतन्य स्वरूप की ओर अग्रसर हो रहा होता है। साधक का मन समस्त लौकिक, सांसारिक, मायिक बंधनों से विमुक्त होकर पद्मासना माँ स्कंदमाता के स्वरूप में पूर्णतः तल्लीन होता है। इस समय साधक को पूर्ण सावधानी के साथ उपासना की ओर अग्रसर होना चाहिए। उसे अपनी समस्त ध्यान-वृत्तियों को एकाग्र रखते हुए साधना के पथ पर आगे बढ़ना चाहिए।
माँ स्कंदमाता की उपासना से भक्त की समस्त इच्छाएँ पूर्ण हो जाती हैं। इस मृत्युलोक में ही उसे परम शांति और सुख का अनुभव होने लगता है। उसके लिए मोक्ष का द्वार स्वमेव सुलभ हो जाता है। स्कंदमाता की उपासना से बालरूप स्कंद भगवान की उपासना भी स्वमेव हो जाती है। यह विशेषता केवल इन्हीं को प्राप्त है, अतः साधक को स्कंदमाता की उपासना की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। सूर्यमंडल की अधिष्ठात्री देवी होने के कारण इनका उपासक अलौकिक तेज एवं कांति से संपन्न हो जाता है। एक अलौकिक प्रभामंडल अदृश्य भाव से सदैव उसके चतुर्दिक् परिव्याप्त रहता है। यह प्रभामंडल प्रतिक्षण उसके योगक्षेम का निर्वहन करता रहता है। हमें एकाग्रभाव से मन को पवित्र रखकर माँ की शरण में आने का प्रयत्न करना चाहिए। इस घोर भवसागर के दुःखों से मुक्ति पाकर मोक्ष का मार्ग सुलभ बनाने का इससे उत्तम उपाय दूसरा नहीं है।
उपासना
प्रत्येक सर्वसाधारण के लिए आराधना योग्य यह श्लोक सरल और स्पष्ट है। माँ जगदम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे कंठस्थ कर नवरात्रि में पाँचवें दिन इसका जाप करना चाहिए।
या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
अर्थ : हे माँ! सर्वत्र विराजमान और स्कंदमाता के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ। हे माँ, मुझे सब पापों से मुक्ति प्रदान करें। इस दिन साधक का मन 'विशुद्ध' चक्र में अवस्थित होता है। इनके विग्रह में भगवान स्कंदजी बालरूप में इनकी गोद में बैठे होते हैं।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
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