रविवार, 10 मई 2020

मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे 'पीएम मोदी'

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दोपहर तीन बजे देश के मुख्यमंत्रियो के साथ लॉक डाउन को लेकर चर्चा करेंगे। यह जानकारी पीएमओ इंडिया के ट्विटर हैंडर से शेयर की गई है। इसमें बताया गया है कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पांचवीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सोमवार दोपहर को होगी। इससे पहले रविवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में चर्चा की। कल की बैठक के बाद पता चलेगा कि लॉकडाउन ( lockdown 3.0) आगे बढ़ाया जाएगा या इससे बाहर निकलने के लिए कोई योजना आएगी।


सूत्रों ने कहा कि बहुत से राज्यों ने रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन की मार्किंग पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि प्रवासियों की वापसी के साथ जिलों में मामलों की संख्या बढ़ रही है, अधिकांश जिले रेड जोन के अंतर्गत आएंगे। कई राज्यों ने तर्क दिया कि इससे सामान्य स्थिति में वापसी मुश्किल हो जाएगी। उन्होंने सुझाव दिया कि वर्तमान कलर कोडिंग नियमों के मामले में, क्वारंटाइन सेंटर्स वाले क्षेत्रों को लाल क्षेत्रों के रूप में अधिसूचित किया जाना चाहिए।


बताते चलें कि तीसरी बार बढ़ाए गए लॉक डाउन की अवधि 17 मई को खत्म हो रही है। मगर, देश में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की दर बढ़कर 30 फीसदी तक पहुंच गई है। देश में अब तक कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 62 हजार 939 से अधिक हो चुकी है, जबकि इसकी वजह से 2,109 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 19 हजार 358 लोग स्वस्थ होकर घर वापस लौट चुके हैं।


चंद्रमौलेश्ववर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'


शाह के स्वास्थ्य पर अफवाह, 4 गिरफ्तार

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सेहत को लेकर अफवाह फैलाने के आरोप में चार लोगों को गुजरात में गिरफ्तार किया गया है। दो अहमदाबाद से और दो को भावनगर से पकड़ा गया है। अमित शाह की सेहत को लेकर अफवाह फैलाने पर हुए एक्शन के बारे में क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी अजय तोमर ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री के नाम से एक फर्जी पोस्ट बनाई गई और उसे अलग-अलग ग्रुप में डाला गया। अजय तोमर के मुताबिक इस मामले में जिन लोगों की भूमिका सामने आई है उनमें अहमदाबाद से फिरोज खान पठान, सरफराज मेमन और भावनगर से सजाद अली और सहजाद हुसैन शामिल हैं।


इस बीच अमित शाह ने खुद अपने ट्विटर हैंडल से अपनी सेहत पर स्थिति स्पष्ट की है - 'मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ हूं और मुझे कोई बीमारी नहीं है।' अब सवाल ये है कि जब तमाम सरकारी गतिविधियों में अमित शाह शामिल नजर आ ही रहे थे तो ऐसी सफाई देने की जरूरत ही क्या थी?


ये सही है कि अमित शाह को लेकर काफी दिनों से सोशल मीडिया पर कई तरह के सवाल पूछे जा रहे थे। कोरोना वायरस की महामारी और लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही मोर्चे पर सामने नजर आ रहे थे - और चुनाव प्रचार से लेकर तमाम राजनीतिक गतिविधियों में दोनों को साथ साथ न देखे जाने से ऐसे तत्वों को मौका मिल रहा था. ऐसा पहली बार तो था नहीं। पहले भी ऐसे कई मौके देखने को मिले हैं जब दोनों में से कोई एक ही एक बार में मोर्चे पर विरोधियों को ललकारते नजर आता है। दिल्ली विधानसभा चुनावों की ही तो बात है - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला मैदान में रैली कर बीजेपी की चुनावी मुहिम का आगाज कर दिया और फिर अमित शाह सामने आ डटे। कई दिनों तक लगातार अमित शाह अकेले मैदान में विरोधियों को ललकारते रहे। आखिरी दौर में जरूर प्रधानमंत्री दोबारा आये और चुनाव प्रचार में तेजी आ गयी।


कोरोना मरीज स्वस्थ करने का मुकदमा

डीएम वार रूम गौतम बुद्ध नगर से शारदा हॉस्पिटल द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीजों को स्वस्थ करने का नया मुकदमा


अश्वनी उपाध्याय


गौतम बुध नगर/गाजियाबाद। शारदा अस्पताल से 15 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को स्वस्थ करके डिस्चार्ज किया गया है। साथ ही दो सस्पेक्ट मरीजों को भी अस्पताल से छुट्टी दिया गया है। इन सभी का कल रात रिपोर्ट नेगेटिव आया था। किसी भी अस्पताल से एक बार में इतने मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने का या पहला मौका है। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा नामित अधिकारी डॉ देवेंद्र वार्ष्णेय, डीजीएमई के अधिकारी डॉ ज्ञानेंद्र कुमार, जिला प्रशासन द्वारा मनोनीत नोडल अधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी के साथ साथ शारदा विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाई के गुप्ता एवं शारदा हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ आशुतोष निरंजन ने सभी को डिस्चार्ज पत्र सौंपा।
शारदा हॉस्पिटल से अब तक 49 पॉजिटिव मरीजों को स्वस्थ करके डिस्चार्ज किया गया है वहीं 56 मरीजों का इलाज चल रहा है और उम्मीद जताई जा रही है कि वो भी जल्द ही स्वस्थ होकर अपने घर चले जाएंगे। 
आज होने वाले मरीजों में 6 बच्चे सहित सीआरपीएफ के जवान सत्यवीर भी शामिल है। डिस्चार्ज पत्र लेने के उपरांत उनके चेहरे की खुशी देखने लायक थी। उनके सेवा में लगे डॉक्टर, नर्स, तथा अन्य सदस्यों ने पुष्प वर्षा करके सभी को हॉस्पिटल से विदाई दिया।  शारदा हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ आशुतोष निरंजन ने कहा कि हमलोग मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वचनबद्ध है। हमलोग जिले के नोडल अधिकारी तथा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेन्द्र भूषण जी तथा जिलाधिकारी सुभाष एल वाई के निर्देशन में हमारे सभी सदस्य डॉक्टर, नर्स तथा अन्य सदस्य अपने जी जान से देश में आए इस महामारी से निपटने के लिए अपने तन मन से उपलब्ध है।


डॉ. अजीत कुमार


2 बंदरों की खासनें से मौत, दहशत

गाजियाबाद। गाजियाबाद के संजय नगर सेक्टर-23 में बंदरों को खांसी होने की जानकारी सामने आई है। वहीं, बी ब्लॉक के पार्क में दो बंदर खांसते हुए मर गए। लोगों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी, लेकिन कोई भी इन बंदरों की सुध लेने नहीं आया। इस वजह से क्षेत्र के लोगों को दहशत का माहौल है।


संजय नगर निवासी आयुष के मुताबिक, बी ब्लॉक संजय नगर के पार्क में बंदर कई दिनों से खांस रहे हैं। देखने से लग रहा है कि बंदरों में किसी प्रकार का इंफेक्शन हो गया है। गुरुवार को एक बंदर खांसते हुए मर गया। उसके बाद शुक्रवार को भी इसी तरह एक और बंदर की मौत हो गई। ये बंदर लोगों के घरों की छतों पर भी घूमते हैं और कई बार टंकी खोलकर पानी भी पी लेते हैं।


आज ही के दिन हुआ क्रांति का आगाज

धन सिंह कोतवाल गुर्जर के द्वारा आज के दिन ही हुआ था क्रांति का आगाज


दिनेश गुर्जर 


गाजियाबाद। गाजियाबाद के द्वारा आज सोशल मीडिया के माध्यम से धन सिंह कोतवाल गुर्जर के बारे में सभी साथियों को संबोधित किया उन्होंने कहा


1857 क्रान्ति का प्रारम्भ/आरम्भ ”10 मई 1857“ को हुआ था। क्रान्ति की शुरूआत करने का श्रेय अमर शहीद कोतवाल धनसिंह गुर्जर को जाता है। उस दिन मेरठ में धनसिंह के नेतृत्व मे विद्रोही सैनिकों और पुलिस फोर्स ने अंग्रेजों के विरूद्ध क्रान्तिकारी घटनाओं को अंजाम दिया। धन सिंह कोतवाल जनता के सम्पर्क में थे। उनका संदेश मिलते ही हजारों की संख्या में क्रान्तिकारी रात में मेरठ पहुंच गये। समस्त पश्चिमी उत्तर प्रदेश, देहरादून, दिल्ली, मुरादाबाद, बिजनौर, आगरा, झांसी, पंजाब, राजस्थान से लेकर महाराष्ट्र तक के गुर्जर इस स्वतन्त्रता संग्राम में कूद पड़े। विद्रोह की खबर मिलते ही आस-पास के गांव के हजारों ग्रामीण गुर्जर मेरठ की सदर कोतवाली क्षेत्र में जमा हो गए। इसी कोतवाली में धन सिंह पुलिस प्रमुख थे। 10 मई 1857 को धन सिंह ने की योजना के अनुसार बड़ी चतुराई से ब्रिटिश सरकार के वफादार पुलिस कर्मियों को कोतवाली के भीतर चले जाने और वहीं रहने का आदेश दिया और धन सिंह के नेतृत्व में देर रात २ बजे जेल तोड़कर 836 कैदियों को छुड़ाकर जेल को आग लगा दी। छुड़ाए कैदी भी क्रान्ति में शामिल हो गए। उससे पहले भीड़ ने पूरे सदर बाजार और कैंट क्षेत्र में जो कुछ भी अंग्रेजों से सम्बन्धित था सब नष्ट कर चुकी थी। रात में ही विद्रोही सैनिक दिल्ली कूच कर गए और विद्रोह मेरठ के देहात में फैल गया।


इस क्रान्ति के पश्चात् ब्रिटिश सरकार ने धन सिंह को मुख्य रूप से दोषी ठहराया, और सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि धन सिंह कोतवाल क्योंकि स्वयं गुर्जर है इसलिए उसने गुर्जरो की भीड को नहीं रोका और उन्हे खुला संरक्षण दिया। इसके बाद घनसिंह को गिरफ्तार कर मेरठ के एक चौराहे पर फाँसी पर लटका दिया गया।


मेरठ की पृष्ठभूमि में अंग्रेजों के जुल्म की दास्तान छुपी हुई है। मेरठ गजेटियर के वर्णन के अनुसार 4 जुलाई, 1857 को प्रातः 4 बजे पांचली पर एक अंग्रेज रिसाले ने 56 घुड़सवार, 38 पैदल सिपाही और 10 तोपों से हमला किया। पूरे ग्राम को तोप से उड़ा दिया गया। सैकड़ों गुर्जर किसान मारे गए, जो बच गए उनको कैद कर फांसी की सजा दे दी गई। आचार्य दीपांकर द्वारा रचित पुस्तक "स्वाधीनता आन्दोलन" और मेरठ के अनुसार पांचली के 80 लोगों को फांसी की सजा दी गई थी। ग्राम गगोल के भी 9 लोगों को दशहरे के दिन फाँसी दे दी गई और पूरे ग्राम को नष्ट कर दिया। आज भी इस ग्राम में दश्हरा नहीं मनाया जाता।


एक पेड़ पर आते हैं 40 तरह के फल

एक ही पेड़ पर कई तरह फल लगना आम बात नही है और वो भी एक दो नही पूरे 40 तरह के फल। अमरीका में एक विजुअल आर्टस के प्रोफेसर ने एक ऎसा ही अद्भुत पौधा तैयार किया है। इतना ही नहीं बल्कि यह 40 प्रकार फल देने वाला यह पौधा बिकाऊ भी है, जिसकी कीमत अभी तक 19 लाख रूपए लग चुकी है। इस पेड़ को अमरीका की सेराक्यूज यूनिवर्सिटी में विजुअल आर्ट्स के प्रफेसर वॉन ऎकेन ने तैयार किया है। उन्होंने इस पेड़ का नाम ट्री ऑफ 40 रखा गया है। इस पेड़ से लगने वाले फलों में बेर, सतालू, खुबानी, चेरी और नेक्टराइन जैसे फल शामिल है। 


वॉन के मुताबिक उन्होंने ट्री ऑफ 40 प्रॉजेक्ट 2008 में शुरू किया था, जब उन्होंने वॉन ऎकेन ने न्यू यॉर्क स्टेट ऎग्रिकल्चरल एक्सपेरिमेंट में एक बागीचा को देखा। वॉन ने देखा कि इस बगीचे में 200 तरह के बेर और खुबानी के पौधे थे। कई प्राचीन और दुर्गन पौधों की प्रजातियों वाला यह बगीचा फंड की कमी के चलते बंद होने जा रहा था। 


ग्राफ्टिंग तकनीक के तहत पौधा तैयार करने के लिए सर्दियों में पेड़ की एक टहनी कली समेत काटकर अलग कर ली जाती है। इसके बाद इस टहनी को मुख्य पेड़ में छेद करके लगा दिया जाता है। जुड़े हुए स्थान पर पोषक तत्वों का लेप लगाकर सर्दी भर के लिए पट्टी बांध दी जाती है।


पाक सेना ने लड़ाकू विमानों की गश्त बढ़ाई

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में हुए मुठभेड़ के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई से घबराए पाकिस्तानी सेना ने सीमा पर लड़ाकू विमानों की गश्त बढ़ा दी है। पाकिस्तान को आशंका है कि भारत लाइन ऑफ कंट्रोल को पार कर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है। बता दें कि हंदवाड़ा में पाक समर्थित आतंकियों के साथ हुए मुठभेड़ में भारतीय सेना के कर्नल आशुतोष शर्मा और चार जवान शहीद हो गए थे।
रियाज नायकू को ढेर कर सेना ने लिया था बदला
भारतीय सेना ने इस मुठभेड़ का बदला भले ही हिज्बुल के टॉप कमांडर रियाज नायकू को मारकर ले लिया है, लेकिन पाकिस्तान को अब भी कार्रवाई की चिंता सता रही है। यही कारण है कि उसने पीओके सहित समूची सीमा पर निगहबानी बढ़ा दी है।


पाक को बड़ी कार्रवाई का डरः समचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, इस मुठभेड़ के पहले से ही पाकिस्तान सीमा के पास हवाई सुरक्षा अभ्यास कर रहा था और इसके बारे में भारतीय खुफिया एजेंसियों को पूरी जानकारी भी थी। लेकिन, इस मुठभेड़ में कर्नल रैंक के अधिकारी के शहीद होने के बाद पाकिस्तान घबरा गया और उसे भारतीय सेना के कार्रवाई का डर लगने लगा है।


लॉक डाउन का ब्रेक, बीसीसीआई संघर्षरत

कोलंबो। कोरोना वायरस महामारी की वजह से अनिश्चितकाल के लिए रद्द किए गए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन के लिए बीसीसीआई (BCCI) को दूसरे देश के क्रिकेट बोर्ड्स से लगातार प्रस्ताव मिल रहे हैं। क्रिकेट श्रीलंका के बाद इमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सामने यूएई में आईपीएल का आयोजन करने का प्रस्ताव रखा है। श्रीलंका के बाद इस देश में BCCI के सामने रखा IPL 2020 के आयोजन का प्रस्ताव


BCCI के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने इस खबर की पुष्टि की। उन्होंने कहा, "यूएई ने आईपीएल के आयोजन का प्रस्ताव रखा है लेकिन फिलहाल अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल पर रोक लगी है इसलिए इस पर कोई फैसला लेने का सवाल नहीं उठता।" Also Read - सुरेश रैना-इरफान पठान की मांग, गैर अनुबंधित खिलाड़ियों को BCCI दे विदेशी लीग में खेलने का मौका।



उन्होंने कहा, "खिलाड़ियों और टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। फिलहाल, पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल पर रोक लगी है, इसलिए इस चरण में हम कुछ भी तय कर सकते हैं।" Also Read - देश में 60 हजार के पार पहुंचे कोरोना के मामले; टीका बनाने के लिए भारत बायोटेक के साथ काम कर रही ICMR। बीसीसीआई फिलहाल आईपीएल के नए शेड्यूल पर चर्चा करने में लगी है। मार्च-अप्रैल का अपना निश्चित विंडो खोने के बाद बोर्ड साल के आखिर में आईपीएल का आयोजन करने के बारे में सोच रहा है। हालांकि ऐसे में आईपीएल और आईसीसी टी20 विश्व कप से शेड्यूल का आपस में टकराव हो सकता है।


नौसेना का ऑपरेशन 'समुद्र-सेतु' लॉन्च किया

नई दिल्ली। विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए नौसेना ने ऑपरेशन ‘समुद्र-सेतु’ लॉन्च किया है। ऑपरेशन के पहले चरण के तहत नौसेना के दो बड़े युद्धपोत माले पहुंचे थे। उनमें से आईएनएस जलाश्व 698 भारतीयों को लेकर शुक्रवार को केरल के कोच्चि के लिए रवाना हुआ था। भारतीय नौसेना ने आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मगर की मदद से मालदीव में रह रहे करीब 1800 से 2000 लोगों को स्वदेश वापस लाने की योजना बनाई है। इसके लिए नौसेना के जहाजों को चार बार चक्कर लगाने होंगे। इसमें दो चक्कर कोच्चि के लिए और दो चक्कर तूतीकोरिन के लिए होंंगे। स्वदेश वापसी में जबसे ज्यादा प्राथमिकता जरूरतमंद लोगों को ही दी जा रही है। इनमें बच्चे, बूढ़े, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।


आकाशीय बिजली गिरने से 4 की मौत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश रविवार शाम आई तेज आंधी और बारिश के दौरान बिजली गिरने से कासगंज में दो किसान और बलिया में दो बच्चों की मौत हो गई और कई लोग गम्भीर रूप से झुलस गए।


कासंगज में सोरों क्षेत्र के तारापुर कनिक गांव के आंधी-बारिश के दौरान बिजली गिरने से दो किसानों गोवर्धन और मथुरा प्रसाद की मृत्यु हो गई जबकि दो लड़कियों समेत चार लोग गंभीर रुप से झुलस गये। सभी लोग खेत में काम करने गए थे। झुलसे लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।


वहीं बलिया जिले के सिकन्दरपुर क्षेत्र में रविवार को बारिश के दौरान बिजली गिरने से किशोर समेत दो बच्चों की मृत्यु हो गई। पुलिस सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि माल्दह गांव का 14 वर्षीय सुधांशु और दस साल की बालिका प्रगति खेत में घूमने गए थे।


इसी बीच बारिश होने लगी। दोनों बच्चे बारिश से बचने के लिए खेत वहीं आम के पेड़ के निचे खड़े हो गए। उसी दौरान उन पर गडगडाहट के साथ बिजली गिर गई और दोनों गंभीर रूप से झुलस गए। उन्होंने बताया कि दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।


चीनः 50 हजार 334 मामले, फिर संक्रमण

चीन : वुहान में फिर संक्रमण


 बीजिंग। चीन में वुहान शहर रविवार को एक बार फिर चर्चा में आ गया। करीब 45 दिन बाद यहां संक्रमित मिला। प्रशासन ने भी इसकी पुष्टि की। इस संक्रमित की हालत गंभीर बताई गई है। उसकी पत्नी भी पॉजिटिव है। जिस क्षेत्र में यह संक्रमित मिला, वहां पहले भी 20 केस सामने आए थे। शहर के हेल्थ कमिश्नर ने कहा, “यह पुराने सामुदायिक संक्रमण का नतीजा है।” कुल मिलाकर पांच नए संदिग्ध पाए गए हैं। लेकिन, पुष्टि सिर्फ दो की हुई है। वुहान में 76 दिन लॉकडाउन रहा था। यहां कुल 50 हजार 334 मामले सामने आ चुके हैं।


वुहान के एक अस्पताल में संक्रमित की रिपोर्ट देखता मेडिकल स्टाफ। शहर में करीब 45 दिन बाद नया मामला सामने आया है। लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने इसकी पुष्टि की।


ब्रिटेनः सैंपलों की जांच अमेरिका भेजी

ब्रिटेन : टेस्ट में अमेरिकी मदद


लंदन। ब्रिटेन में सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के हेल्थ डिपार्टमेंट ने 50 हजार सैंपल जांच के लिए अमेरिका भेजे हैं। डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड सोशल केयर ने कहा- सरकारी लैबों में कुछ दिक्कतें पेश आईं थी।” वहीं,बोरिस जॉनसन सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए एक नई पहल की है। सरकार यहां साइकल से चलने के लिए जागरुकता अभियान चलाएगी। इसके लिए 2.48 करोड़ डॉलर का बजट मंजूर किया गया है। परिवहन मंत्री ग्रांट शेप्स ने कहा- इससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को मदद मिलेगी। वहां भीड़ कम होगी और लोग शारीरिक तौर पर ज्यादा मजबूत होंगे।


लंदन की एक सड़क से गुजरते लोग। कोरोना से जूझते ब्रिटेन के सामने एक नई दिक्कत आ गई है। यहां के सरकारी लैब्स में टेस्टिंग पूरी तरह नहीं हो पाई। 50 हजार सैंपल जांच के लिए अमेरिका भेजे गए हैं।


1000 ने लॉकडाउन का विरोध किया

जर्मनी : लॉकडाउन का विरोध


बर्लिन। जर्मनी देश के तीन बड़े शहरों बर्लिन, म्यूनिख और फ्रेंकफर्ट में शनिवार को कुल मिलाकर करीब 10 हजार लोगों ने लॉकडाउन के विरोध में प्रदर्शन किए। प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों को फूल देकर व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए शुक्रिया अदा किया। लोगों का कहना है कि सरकार हर महीने लॉकडाउन बढ़ाने की बजाए दूसरे विकल्प खोजे ताकि वे खुली हवा में सांस ले सकें। कुछ लोगों के मुताबिक, सोशल डिस्टेंसिंग संक्रमण से बचने का सबसे सरल उपाय है।


जर्मनी में लॉकडाउन के विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। यहां लोगों का कहना है कि सरकार लॉकडाउन लगाकर कारोबार बंद करने के बजाए इसके विकल्प खोजे। शनिवार को बर्लिन में ऐसे ही एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मी को फूल देती महिला।


ब्राजीलः मौतों का आंकड़ा 10,000 के पार

ब्राजील : मुश्किल बढ़ी


ब्रासिलिया। यहां सरकार और खास तौर पर राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने संक्रमण को गंभीरता से नहीं लिया। चेतावनी देने वाले अपने सहयोगी को ही हटा दिया। अब मौतों का आंकड़ा 10 हजार के पार हो गया है। एक लाख 56 हजार लोग संक्रमित हैं। इसके बावजूद सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए हैं। करीबी देश वेनेजुएला और अमेजन जनजातियों तक संक्रमण फैल चुका है। डब्लूएचओ ने भी पत्र लिखा,लेकिनसरकार अब तक पाबंदियां नहीं लगा पाई है।


ब्राजील में संक्रमण से मरने वालों को दफनाने के लिए बनाए गए नए कब्रिस्तान भी भर गए हैं।यहां मरने वालों का आंकड़ा 10 हजार से ज्यादा हो गया है।


जॉर्जियाः उद्योग को खोलने की इजाजत

जॉर्जिया में उद्योग-धंधों को खोलने की इजाजत


ढाका /त्बिलिसी। जॉर्जिया में कोरोनावायरस के कारण दुनियाभर के देशों में लॉकडाउन था। लेकिन, अब कई देशों में पाबंदियों में ढील दी जा रही है। अमेरिका के जॉर्जिया में गैर जरूरी उद्योग-धंधों को खोलने की इजाजत दे दी गई है। यूरोपियन देश नॉर्वे में स्कूल खुल गए हैं। वहीं न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डन ने कोरोना पर जीत की घोषणा कर चुकी हैं। यहां लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से खत्म किया जा रहा है। यूरोप के कुछ अन्य देश भी धीरे-धीरे लॉकडाउन में ढील देने पर विचार कर रहे हैं।


बांग्लादेश: एक दिन में रिकॉर्ड 887 मामले आए
बांग्लादेश में एक दिन में संक्रमण के रिकॉर्ड 887 मामले सामने आए हैं और 14 लोगों की मौत हुई है। बांग्लादेश में अब तक कुल 14 हजार 657 लोग संक्रमित हो चुके हैं।


साउथ कोरियाः 24 घंटे में 34 नए मामले

साउथ कोरिया : सियोल फिर बंद


सियोल। साउथ कोरिया में बीते 24 घंटे में संक्रमण के 34 नए मामले सामने आए हैं। संक्रमण की चपेट में आने वाले सभी युवा हैं और बार जाते रहे हैं। इसको देखते हुए सरकार ने सियोल में सभी क्लबों और बार को दो हफ्तों तक बंद करने का निर्णय लिया है। साउथ कोरिया में संक्रमण के कुल 10 हजार 874 मामले आ चुके हैं और 256 लोगों की मौत हो चुकी है।


चीन : 14 नए मामले


नेशनल हेल्थ कमीशन के मुताबिक, शनिवार को देश में 14 नए मामले सामने आए। 28 अप्रैल के बाद एक दिन में सामने आए पॉजिटिव मामलों की यह सबसे बड़ी संख्या है। शुक्रवार को 13 नए केस मिले थे। शनिवार को मिले 14 में से 2 संक्रमित ऐसे हैं जो दूसरे देश से चीन लौटे थे। जुलिन प्रांत में 11 मामले सामने आए। सरकार अब इस राज्य पर पैनी नजर रख रही है। यहां पाबंदियां लागू कर दी गई हैं।


चीन में शनिवार को 14 पॉजिटिव मामले सामने आए। इनमें से सिर्फ दो संक्रमित ऐसे हैं जो दूसरे देश से चीन पहुंचे। यहां ज्यादातर स्कूल फिर शुरू हो गए हैं। शनिवार को शेंडोंग राज्य के यांतेई स्कूल की छात्राएं हॉस्टल जाती हुईं।


यूएई में भारतीय नर्सों का बैच पहुंच गया

यूएई: 88 भारतीय नर्सों का बैच पहुंचा


तेहरान/आबू धाबी। यूएई की मदद करने के लिए भारत से 88 नर्सों का बैच पहुंच गया है। यहां पर संक्रमण के अबतक 17 हजार मामले सामने आ चुके हैं। यूएई में मेडकिल वर्कर्स की भारी कमी है, इसके चलते भारत ने मदद मुहैया कराई है।
ईरान: अमेरिका के साथ कैदियों की अदला-बदली को तैयार
कोरोनावायरस के संक्रमण के डर से ईरान ने कहा है कि वह अमेरिका के साथ बिना शर्त कैदियों की अदला-बदली के लिए तैयार है। ईरान की एक न्यूज वेबसाइट खैबरऑनलाइन.आईआर ने कैबनिट प्रवक्ता अली रबेई के हवाले सबे बताया है कि ईरान सभी कैदियों की अदला-बदली को तैयार है, लेकिन अमेरिका ने अभी तक कोई उत्तर नहीं दिया है।


तुर्कीः बुजुर्गों को घर से निकालने का आदेश

तुर्की। बुजुर्ग लोगों को घर से निकलने की अनुमति दी गई
तुर्की में पहली बार बुजुर्ग लोगों को घर से निकलने की अनुमति दी गई है। ये लोग सुबह 11 बजे से शाम तीन बजे तक ही बाहर निकल सकेंगे। सरकार ने 21 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा की थी। इस दौरान 65 साल से ऊपर की उम्र के किसी भी व्यक्ति को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी। यहां संक्रमण के एक लाख 37 हजार 115 मामले सामने आ चुके हैं और 3739 लोगों की मौत हो चुकी है।


तुर्की के इस्तांबुल में ग्रांड बाजार को डिसइन्फेक्ट करते हुए जब मेडिकल वर्कर थक गए तो वह आराम करने लगे। बाजार को 1 जून से खोलने की तैयारी है।


स्कॉटलैंडः 28 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया

एडिनबरा/ वॉशिंगटन डीसी। दुनिया में संक्रमितों की संख्या 41 लाख से ज्यादा हो गई है। 2 लाख 80 हजार 431 की मौत हुई है। इसी दौरान 14 लाख 41 लाख हजार 429 स्वस्थ भी हुए।ब्रिटेन में अब धीरे-धीरे लॉकडाउन में ढील दी जा रही है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अब ‘स्टे होम’ की जगह ‘स्टे अलर्ट’नारे का इस्तेमाल करने को कहा है। हालांकि, स्कॉटलैंड इसके लिए बिल्कुल तैयार नहीं हैं। स्कॉटलैंड में 28 मई तक लॉकडाउन और बढ़ाया गया है।


अमेरिकाः 25 हजार नए मामले
शनिवार को यहां 25 हजार नए मामले सामने आए। देश में कुल मामले अब 13 लाख 9 हजार 550 हो गए हैं। करीब 79 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। शनिवार को 1615 लोगों ने दम तोड़ा। व्हाइट हाउस से जुड़े तीन बड़े अधिकारियों को क्वारैंटाइन में भेज दिया गया है। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हालात से निपटने में अपनाई गई रणनीति पर ट्रम्प प्रशासन की आलोचना की है।


डिक्लेरेशन की 70 वी वर्षगांठ मनाई

रूस की राजधानी मास्को में कोरोना मरीजों के एक हॉस्पिटल में आग लग गई। हादसे में एक मरीज की जलकर मौत हो गई।


मास्को। पोप फ्रांसिस ने यूरोप के नेताओं को कोरोनावायरस की लड़ाई में साथ आने के लिए कहा है। उन्होंने शूमैन डिक्लेरेशन की 70वीं वर्षगांठ मनाई। इस दिन फ्रांस के विदेश मंत्री रॉबर्ट शूमाँ ने कोयला और स्टीम उत्पादन में सहयोग के लिए जर्मनी और फ्रांस के लिए एक योजना घोषित की। यहीं से यूरोपीय एकता की नींव पड़ी थी।
सिंगापुर : फिर बढ़े मामले
यहां संक्रमण पर अब तक पूरी तरह काबू नहीं किया जा सका है। सरकार ने लॉकडाउन में भले ही ढील दी हो लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग और बाकी बंदिशें जारी हैं। इसके बावजूद 24 घंटे में 876 मामले सामने आए। कुल संख्या 23 हजार 336 हो गई। हालांकि, अब भी डोरमेट्रीज में रहने वाले प्रवासी मजदूर ही पाए जा रहे हैं। शनिवार को मिले कुल मामलों में सिर्फ 3 ही स्थानीय नागरिकों के हैं।


गुजरात में 23 की मौत, 394 नए मामले

गुजरात में 394 नए मामले, और 23 की मौत; एम्स प्रमुख पहुँचे गुजरात


गांधी नगर। गुजरात में पिछले 24 घंटों में 394 नए मरीज़ों की पुष्टि हुई है जिससे राज्य में संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़कर 7,797 हो गई है.


वहीं आज और 23 मरीज़ों की मौत हुई जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 472 हो गई है। अहमदाबाद राज्य में महामारी का केंद्र बना हुआ है। 394 नए मामलों में से 380 इसी शहर के हैं। राज्य में पिछले एक दिन में जिन 23 और लोगों की मौत हुई है उनमें 20 अहमदाबाद के मामले हैं। गुजरात में पिछले कुछ दिनों में संक्रमण के मामलों में काफ़ी तेज़ी आई है। देश में महाराष्ट्र के बाद गुजरात में संक्रमण के सबसे ज़्यादा मामले आए हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्र के निर्देश पर दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया को गुजरात भेजा गया है। डॉक्टर गुलेरिया ने आज अहमदाबाद में प्रदेश के अधिकारियों और चिकित्सकों से मिलकर स्थिति का जायज़ा लिया।


विदेशों से स्वदेश पहुंच रहे हैं 'भारतीय'

नई दिल्ली। कोरोना महामारी की मार झेल रहा पूरा विश्व आज इससे लड़ने में हर संभव कोशिष कर रहा है। विश्व के सभी देशो ने अपने यहाँ इसके संक्रमण को रोकने के लिए लॉक डाउन कर रखा है और नागरिको को घरो में ही रहने की सलाह दी है। ऐसे में विश्व के विभिन्न देशो में फसे भारतीयों को स्वदेश लेन केलिए भरत ने वन्दे भारत मिशन शुरू किया है, जिसके तहत भारतीयों को भारत वापस लाया ज रहा है।


इस ऑपरेशन के तहत अब तक विभिन्न देशो से भारतीय नागरिक स्वदेश लौट चुके है. इस मिशन के तहत शनिवार ढाका से 129 भारतीय दिल्ली पहुंचे. शारजाह से 182 भारतीयों का दल लखनऊ पहुंचा. कुवैत से भी 163 और 177 यात्रियों को लेकर दो फ्लाइट भारत पहुंची है. सवाधानी को ध्यान में रखते हुए वंदे भारत मिशन के तहत आ रहे भारतीयों को एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के बाद 14 दिन के सेल्फ क्वारैंटाइन में भेजा जा रहा है।


वंदे भारत मिशन में सरकार बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, बीमारों या फिर उन लोगों को प्राथमिकता दे रही है जिनके घर में किसी की मौत हो गई है या फिर कोई गंभीर रूप से बीमार है। विदेश में फंसे ऐसे भारतीयों को वंदे भारत मिशन से बड़ा सहारा मिल रहा है। मस्कट से कोच्चि आ रहे एक यात्री ने बोर्डिंग से पहले बताया- “काम के दौरान मेरी आंख में चोट लग गई थी। मस्कट में डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने से मना कर दिया, उन्होंने केरल में ऑपरेट करवाने की सलाह दी। मैं भारतीय दूतावास का आभारी हूं कि उन्होंने भारत लौटने में मेरी मदद की।


आकाशीय बिजली से रेलिंग हुई 'क्षतिग्रस्त'

आकाशीय बिजली गिरने से मकान का छज्जा और रेलिंग हुई क्षतिग्रस्त


बादल के तेज चमक और गरज से लोगों में दहशत फैली


फतेहपुर। तेज गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने से एक नवनिर्मित मकान का छज्जा और रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गई। बादल की तेज समाप्त और बिजली की गड़गड़ाहट सुनकर लोगों के दिल दहल उठे बिजली गिरने के बाद काफी देर तक बारिश होती रही बारिश बंद होने के बाद लोग घरों के बाहर निकले तो बिजली गिरने की जानकारी हो पाई। मौके पर लोगों की भारी भीड़ एकत्र रही।


नगर के ललौली रोड नई कॉलोनी में रामबाबू गुप्ता का नवनिर्मित मकान है फिलहाल मकान में ताला बंद रहता है रामबाबू गुप्ता अपने पुराने मकान नगर के ही मोहल्ला जहानपुर में रहते हैं। रविवार को भोर पहर बादल की गरज चमक के साथ गड़गड़ाहट हुई तो लोगों की नींद खुल गई आकाशीय बिजली गिरने की भी तेज आवाज आई बिजली गिरने के बाद काफी देर तक बारिश होती रही बारिश समाप्त होने के बाद लोग घरों के बाहर निकले तो देखा कि नई कॉलोनी स्थित रामबाबू के मकान का छज्जा और रेलिंग आकाशी बिजली गिरने से क्षतिग्रस्त हो गया है काफी एक नीचे गिरी हुई पड़ी मिली आकाशीय बिजली गिरने की खबर लगने पर लोगों की भारी भीड़ एकत्र हो गई इस संबंध में मोहल्ले के रहने वाले तथा वार्ड के सभासद वेदू गुप्ता ने बताया कि तेज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरी ऐसा लगा कि बहुत पास में ही कहीं बिजली गिरी है लोग बारिश समाप्त होने के बाद जब घरों से बाहर निकले तो लोगों की आशंका सही निकली मोहल्ले के ही रामबाबू गुप्ता का छज्जा और रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गया था जिसकी सूचना गृहस्वामी को दे दी गई।


नियमों में आमूलचूल बदलाव का प्रस्ताव

सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने पगबाधा से जुड़े नियमों में आमूलचूल बदलाव का प्रस्ताव देते हुए कहा है कि अगर गेंद विकेटों से टकरा रही है तो बल्लेबाज को आउट दिया जाना चाहिए फिर चाहे गेंद कहीं भी पिच हुई हो या फिर किसी भी लाइन पर बल्लेबाज से टकराई हो।


चैपल ने साथ ही कहा कि कप्तानों को गेंद पर काम करने के एक तरीके पर सहमति बनानी होगी जिससे कि स्विंग गेंदबाजी को प्रोत्साहन मिले। कयास लगाए जा रहे हैं कि कोविड-19 के बाद खेल शुरू होने की स्थिति में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद लार की जगह कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल की स्वीकृति देने पर विचार कर रहा है।


स्टंप पर लग रही हो गेंद दो होना चाहिए आउटः चैपल ने 'ईएसपीएनक्रिकइंफो' पर अपने कॉलम में लिखा, 'नए पगबाधा नियम इस तरह होने चाहिए'। कोई भी गेंद अगर बल्ले से टकराए बिना अगर पहले पैड से टकराती है और अंपायर के नजरिये से अगर स्टंप से टकरा रही है तो आउट दिया जाना चाहिए, फिर भले की शॉट खेला गया हो या नहीं।' उन्होंने कहा, 'भूल जाइए कि गेंद कहां पिच हुई और यह पैड से स्टंप की लाइन पर टकराई या नहीं। अगर गेंद स्टंप से टकरा रही है तो आउट दिया जाना चाहिए।' बदलाव की निश्चित तौर पर होगी आलोचनाः इस 76 वर्षीय पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि पगबाधा के नियमों के बदलाव की उम्मीद के मुताबिक बल्लेबाज आलोचना करेंगे लेकिन इससे खेल अधिक निष्पक्ष होगा। चैपल ने कहा, 'निश्चित तौर पर इस पर बल्लेबाज हाय-तौबा मचाएंगे लेकिन यह बदलाव खेल में काफी सकारात्मक चीजें लेकर आएगा। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि खेल निष्पक्ष होगा।


लॉक डाउन की रणनीति पर आगे की चर्चा

नई दिल्ली। देश में जारी तीसरे चरण के लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को एक बार फिर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में लॉकडाउन को लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा की जा सकती है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाली यह बैठक दोपहर तीन बजे से शुरू होगी। इस दौरान पीएम मोदी विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और उससे निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा करेंगे।


पहले भी कर चुके हैं बैठकः यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे, इससे पहले भी पीएम मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चार बार बैठक कर चुके हैं। 20 मार्च को उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पहली बार बैठक की थी। इस बैठक के बाद 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। इसके बाद 2 अप्रैल, 11 अप्रैल  और 27 अप्रैल को भी पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कॉल के माध्यम से मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी।


3.5 रिएक्टर स्केल पर की तीव्रता मापी

नई दिल्ली। कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच राजधानी दिल्ली में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। दिल्ली में रविवार दोपहर को भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गई है। भूकंप का केन्द्र उत्तर-पूर्वी दिल्ली में वजीरपुर के समीप था। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र (एनसीएस) के अनुसार, भूकंप के झटके दोपहर एक बजकर 45 मिनट पर महसूस किए गए। भूकंप का केन्द्र सतह से पांच किलोमीटर की गहराई में स्थित था। भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं है।


एक माह में तीसरी बार आया भूकंपः दिल्ली में  एक महीने के भीतर तीसरी मर्तबा भूकंप के झटके मसहूर किए गए हैं। इससे पहले 12 अप्रैल और 13 अप्रैल को भी दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। पहला झटका 3.5 तीव्रता की गति से आया था जबकि दूसरा झटका 2.7 तीव्रता के साथ आया था। गत 12 और 13 अप्रैल को महसूस किए गए इन झटकों के केंद्र भी वजीरपुर के आसपास के क्षेत्र में दर्ज किए गए थें।


चौथे जोन में है दिल्लीः पिछली बार की तरह इस बार भी लोग लोग लॉकडाउन की वजह से घरों में ही थे। भूकंप के झटके मामूली थे जिसकी वजह से अधिकतर लोगों को इसका अहसास ही नहीं हुआ। भूकंप की अधिक तीव्रता के लिहाज से देश को पांच जोन में बांटा गया है। दिल्ली, अधिक तीव्रता वाले चौथे जोन में आता है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में वर्ष 2004 में 2.8 तीव्रता के जबकि वर्ष 2001 में 3.4 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।


शराब स्टाफ बेचने की अनुमतिः सरकार

नई दिल्ली। देश भर के रेस्तरांओं और होटलों ने राज्य सरकारों से उन्हे शराब के स्टॉक को बेचने की अनुमति देने को कहा है। कोरोना वायरस की वजह लागू लॉकडाउन के चलते रेस्तरांओं और होटलों के पास करीब 3,000 करोड़ रुपये की शराब का स्टॉक जमा हो गया है। भारतीय राष्ट्रीय रेस्तरां संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष अनुराग कटरियार ने कहा, ‘इस समय हम काफी संकट से जूझ रहे हैं। एक तरफ हमारे पास महंगी शराब का स्टॉक जमा हो गया है वहीं दूसरी तरह हमारे सामने नकदी का संकट है। हालांकि, अब उद्योग को रोशनी की कुछ किरण दिख रही है, क्योंकि कई राज्यों ने शराब बिक्री की अनुमति दे दी है।
कटरियार ने कहा, ‘हम सभी राज्य सरकारों से आग्रह करते हैं कि हमें शराब के स्टॉक की बिक्री की अनुमति दी जाए, ‘होम डिलिवरी’ मॉडल से हम यह शराब बेच सकते हैं। उन्होने कहा कि इससे हमें अपना स्टॉक निकालने में मदद मिलेगी। हम कुछ पैसा जुटा पाएंगे जिससे लोगों की जरूरतें पूरी हो सकेंगी, साथ ही इस मॉडल के जरिये हम सामाजिक दूरी के दिशा निर्देशों का भी अनुपालन कर सकेंगे। कटरियार ने कहा कि हमें पता है कि इसके लिए कानून में कुछ बदलाव की जरूरत होगी, लेकिन मुझे विश्वास है कि मौजूदा असाधारण स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाया जाएगा।
इसी तरह बीयर कैफे के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल सिंह ने कहा कि भारत में शराब तीन तरीकों..खुदरा, होरेका (होटल, रेस्तरां और कैटरिंग) तथा कैंटीन स्टोरों के जरिये बेची जाती है। देशभर में होरेका लाइसेंस वाले स्थानों की संख्या 30,000 के करीब है। सिंह ने कहा, ‘किसी भी समय कम से कम एक महीने का स्टॉक रहता है, इसका मतलब है कि लॉकडाउन की वजह से देशभर में विभिन्न आउटलेट्स पर कम से कम 3,000 करोड़ रुपये का स्टॉक पड़ा है। उन्होने कहा कि शराब की खुदरा बिक्री शुरू हो गई है, अब हमारे उद्योग को भी इसकी अनुमति दी जानी चाहिए। सिंह ने कहा, ‘हम राज्य सरकारों से आग्रह कर रहे हैं कि हमें अस्थायी रूप से अपना स्टॉक बेचने की अनुमति दी जाए। उन्होने कहा कि दुनिया के सभी देशों ने ऐसा किया है, यहां भी ऐसा किया जा सकता है।


प. बंगाल-केंद्र सरकार मे बढ़ती 'तनातनी'

नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस सरकार प्रशासन पर कोविड-19 के आंकड़ों को छिपाने और हालात को संभाल नहीं पाने के आरोपों से उठे विवाद के बीच राज्य और केंद्र सरकार के स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत कोरोना वायरस आंकड़ों में अंतर देखा गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को जारी ताजा बुलेटिन के अनुसार राज्य में अब तक कोविड-19 के 1, 786 संक्रमण के मामले आए हैं और वायरस संक्रमित 171 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि अधिकारियों ने केवल 99 मौत संक्रमण के कारण होने की बात कही है और बाकी में अन्य गंभीर बीमारियों को वजह बताया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार राज्य में मृतक संख्या 160 और कुल संक्रमण के मामलों की संख्या 1,678 बताई गई है। इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 के मामलों की संख्या राज्य सरकार के आंकड़ों से ज्यादा बताई थी। लेकिन पिछले चार दिन से चक्र बदल गया है और अब राज्य द्वारा बताए जा रहे आंकड़े ज्यादा हैं।
पश्चिम बंगाल और केंद्र सरकार के आंकड़ों में विसंगतियों के बारे में पूछे जाने पर स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार नियमित आधार पर सभी आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को दे रही है. उन्होंने कहा, ‘‘हम सारा डेटा केंद्र से साझा कर रहे हैं. वे वेबसाइट पर क्या डाल रहे हैं, यह उन पर निर्भर करता है। हम इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते.’’
केंद्र सरकार ने पिछले दिनों राज्य में कोविड-19 से निपटने को लेकर तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा था. केंद्र ने इसके लिए राज्य की आबादी की तुलना में जांच की बहुत कम दर और देश में 13.2 प्रतिशत की सर्वाधिक मृत्यु दर का उदाहरण दिया। हालांकि राज्य सरकार ने कहा था कि शुरुआत में बुनियादी ढांचे की कमी की वजह से ऐसे कम मामलों का पता चला था और इसकी वजह से राज्य में मृत्यु दर अधिक रही।


साइट्स से ठगी करने वाला चोर अरेस्ट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पुलिस ने गांव देवसेरस में ओएलएक्स,पेटीएम, गूगल प्ले,फोन पे जैसे सोशियल साइट्स का इस्तेमाल कर लोगों से धोखाधडी करके ठगी करने वाले युवक को पुलिस ने पांच मोबाइल व चोरी की बुलेट मोटरसाईकिल सहित किया गिरफ्तार है। पुलिस के अनुसार शनिवार को मुखबिर से सूचना मिली की दो व्यक्ति जिनके पास चोरी की मोटरसाईकल है वे नीमगांव बाईपास पर किसी के इंतजार में खङ़े हैं। इस पर प्रभारी निरीक्षक लौकेश सिंह भाटी मय फोर्स पहुंचे पुलिस टीम के नजदीक पहुंचने पर सामने खड़े व्यक्ति ने भागने का प्रयास किया। वहीं एक व्यक्ति जल्दी सुबह अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया । पकडे गये व्यक्ति ने अपना नाम राहुल खां पुत्र जाकिर खां निवासी देवसेरस थाना गोवर्धन बताया है। जिसके कब्जे से विभिन्न कम्पनी के पांच मोबाइल व एक चोरी की बुलेट मोटरसाईकिल बरामद हुई है। मोबाइल के संबंध में पूछा गया तो युवक ने बताया कि वह अपने पिताजी के साथ मिलकर इन मोबाइल का इस्तेमाल ओएलएक्स, पेटीएम, गूगल प्ले, फोन पे जैसे सोशियल साइट्स पर धोखाधडी करके पैसे ठगता है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। जबकि फरार जाकिर पुत्र भागमल निवासी देवसेरस की तलाश की जा रही है।


मृतको की संख्या-2100 संक्रमित-6200

नई दिल्ली। देश भर में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बीच आंकड़ा 62 हजार के पार पहुंच चुका है, वहीं अच्छी खबर ये है कि बीते 24 घंटे में इस घातक बीमारी का एक भी केस सामने नहीं आया है। इस बीच लॉकडाउन को लेकर एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं। सिक्किम में भारतीय सैनिकों और चीनी सैनिकों के बीच झड़प की खबर सामने आई है।


62 हजार के पार पहुंचा संक्रमित मामलों का आंकड़ा, 2100 से ज्यादा लोगों की मौत, कुछ राज्यों में राहत- 24 घंटे में नहीं आया एक भी केस


देश में कोरोना संक्रमण के मामले 63 हजार के करीब पहुंच गए हैं और लगातार यह संख्या बढ़ते जा रही है। अकेले महाराष्ट्र से एक तिहाई मामले सामने आए हैं। इसके अलावा गुजरात में भी तेज रफ्तार से मामले बढ़ रहे हैं। वहीं प्रवासी मजदूरों को उनके प्रदेशों में पहुंचाने का काम लगातार जारी है औऱ विदेश से भी बड़ी संख्या में प्रवासी लोग भारत पहुंच रहे हैं।


क्रिकेटरों का होगा ऑनलाइन 'फिटनेस टेस्ट'

पाक महिला क्रिकेटरों का होगा ऑनलाइन फिटनेस टेस्ट


इस्लामाबाद। एलीट महिला क्रिकेटरों को उनकी फिटनेस स्तर बरकरार रखने के लिए पाकिस्तान महिला क्रिकेट की टीम प्रबंधन ने 38 शीर्ष महिला क्रिकेटरों के लिए ऑनलाइन फिटनेस टेस्ट का आयोजन किया है। ऑनलाइन फिटनेस टेस्ट सोमवार से शुरू होगा और यह 20 मई तक चलेगा। इस दौरान खिलाड़ी प्रोन होल्ड, बुल्गेरियाई स्क्वैट्स, वर्टिकल जंप्स और पुश अप्स से गुजरेंगे। रमजान के व्रत के दौरान वे व्रत के समय के बाद टेस्ट देंगी। टेस्ट का केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों पर कोई वित्तीय असर नहीं पड़ेगा और ये इमरान खलील की निगरानी में आयोजित किए जाएंगे, जिन्हें अंतरिम फिटनेस ट्रेनर की भूमिका दी गई है। महिला टीम की चयन समिति के चेयरमैन उरूज मुमताज ने कहा, "आधुनिक समय के खेल में खिलाड़ियों को हर समय उच्चतम फिटनेस स्तर बनाए रखने की आवश्यकता होती है। हमारा उद्देश्य एक फिटनेस संचालित संस्कृति विकसित करना है और इस प्रणाली के तहत एलीट एथलीट तैयार करने हैं।


फ्रांसः स्टेडियम में हो सकता है 'फ्रेंच ओपन'

खाली स्टेडियम में हो सकता है फ्रेंच ओपन 2020


पेरिस। फ्रांस टेनिस महासंघ (एफएफटी) के अध्यक्ष बर्नार्ड गुइडिसेली का कहना है कि महासंघ फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट का आयोजन खाली स्टेडियम में करा सकता है। कोरोनावायरस महामारी के कारण फ्रेंच ओपन को सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।


इसके स्थगन की घोषणा पहली बार मार्च में की गई थी, उस समय कोरोना महामारी से लड़ने के लिए फ्रांस में लॉकडाउन शुरू हो गया था। इस फैसले पर कई खिलाड़ियों ने हैरानी भी जताई थी क्योंकि उनका कहना था कि यह फैसला लेने से पहले उनसे विचार नहीं किया गया। गुइडिसेली ने जर्नल डि डिमांशे से कहा, " हमने किसी विकल्प को खारिज नहीं किया है।" उन्होंने कहा, " रोलां गैरों मैच और खिलाड़ियों की एक कहानी है। टूर्नामेंट स्टेडियम में हो रहा होगा और टीवी स्क्रीन पर हो रहा होगा।"अध्यक्ष ने कहा, " दुनिया भर में करोड़ों लोग इसका इंतजार कर रहे हैं। खाली स्टेडियम में इसके आयोजन से व्यावसायिक माडल का एक हिस्सा-टीवी अधिकार (टूर्नामेंट के राजस्व के एक-तिहाई हिस्से से अधिक) चलता रहेगा। इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती।


प्रशिक्षकों के लिए आनलाइन कोर्स शुरू

भारतीय प्रशिक्षकों के लिए आनलाइन कोर्स शुरू करेगा हॉकी इंडिया


नई दिल्ली। हॉकी इंडिया ने रविवार को घोषणा की कि वह सोमवार से भारतीय प्रश्क्षिकों के लिए लेवल वन के कोचिंग कोर्स का आनलाइन संचालन करेगा। यह कोर्स हॉकी की वैश्विक संस्था अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के सहयोग से चलाया जाएगा। 11 से 15 मई तक चलने वाले इस आनलाइन कोचिंग कोर्स के लिए नौ उम्मीदवारों ने अपना नामांकन कराया है। प्रत्येक उम्मीदवार की योग्यता का विश्लेषण होगा और उसे कोर्स के अंत में एफआईएच लेवल वन कोच प्रमाण पत्र दिया जाएगा। हॉकी इंडिया का लेवल टू का कोच प्रमाण पत्र रखने वाले ही इस कोर्स में हिस्सा लेने के पात्र होंगे। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने कहा, " एफआईएच अकादमी-हॉकी इंडिया कोचिंग एजुकेशन पाथवे लेवल वन आनलाइन कोचिंग कोर्स से भारतीय कोचों को बेहतर होने में काफी मदद मिलेगी जिससे मैदान पर बेहतर नतीजे मिलेंगे। भारतीय कोच लॉकडाउन के इस समय का इस्तेमाल अपने कौशल में सुधार के लिए कर सकते हैं।


सुनिश्चित के लिए योजना बनानी चाहिए

नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि यह सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाई जानी चाहिए कि भविष्य में स्टेडियम में बिना दर्शकों/प्रशंसकों के भी खेल हो सके। कोरोनावायरस महामारी के कारण इस समय सभी तरह की खेल गतिविधियां की हुई हैं। यहां तक कि टोक्यो ओलंपिक को भी अगले साल तक के लिए स्थति कर दिया गया है। रिजिजू ने ई-एजेंडा आजतक में कहा, "केवल खेल ही नहीं, बल्कि जिंदगी भी बदल गई है। अब हम पहले की तरह नहीं रह सकते और अब हमें जीने के नए तरीके सुनिश्चित करना होगा। हमें नियमों का पालन करना होगा और खेल के नए तरीकों पर काम करना होगा।


उन्होंने कहा, "हमें खेल को दर्शकों के बिना अधिक दिलचस्प बनाने की योजना बनानी होगी। भविष्य में स्टेडियम दर्शकों से भरा नहीं होगा।" रिजिजू ने कहा कि मंत्रालय उन खेलों की मदद करना चाहता है जिन्हें ज्यादा टेलीविजन कवरेज नहीं मिलती है। उन्होंने कहा, "आईपीएल समृद्ध है और उसे टीवी से भी रेवेन्यू मिलता है। लेकिन कुछ अन्य खेल भी हैं, जिन्हें मदद की जरूरत है। हम उन खेलों और संघों की मदद करेंगे। हमारे बड़े उद्देश्य हैं और हम चाहते हैं कि भारत पदक जीतने के मामले में शीर्ष दस देशों में हो।


भारत रक्षा मंच ने कई मुद्दों पर चर्चा की

 अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। श्री गोविंद मालवीय क्षेत्रीय संगठन मंत्री भारत रक्षा मंच (उत्तर क्षेत्र) के द्वारा संदीप गुप्ता मेरठ प्रातीय मीडिया प्रभारी से विडियो कांन्फ्रेस के माध्यम से चर्चा हुई। विभिन्न विषयों को लेकर चर्चा की गई। जिसमें आर्थिक, सामाजिक विकास, रोजगार, मानव उत्थान आदि संबंधित विषयों पर गहन विचार किए गए। जिसमे भारत सरकार एवम सभी राज्य सरकारो से हमारी मांग है कि :
 सरकारी निम्न कार्य आगामी 6 मास में पूर्ण करें.......
1 अनुसूचित जाति एवं जनजातियों के जिन लोगों ने अपना धर्म बदला है उनका जातिगत आरक्षण एवं सुविधाएं समाप्त की जाये |
2  सभी मुसलमानों को पिछड़ा वर्ग में ना रखा कर मात्र पिछड़ों को ही रखें |
3  जिला स्तर तक मुस्लिम गुंडों को उठाकर योग्य इलाज किया जाये |
4 Sc. एवं S.T. एडवाइजरी एक्ट में से एसटी को अलग किया जाये |
5  मुस्लिम बहुल जिलों में मुस्लिम विकास योजना के अनुसार गरीब हिंदू विकास योजना लागू की जाये |
6  शिक्षा में छात्रवृत्ति.शिक्षण शुल्क कोचिंग शुल्क .प्रवेश इत्यादि सुविधा देने में हिंदू मुस्लिम का भेदभाव समक्ष कर योग्य गरीब छात्रों को सुविधाएं दी जाए सरकार के अधीन और सरकार के पैसे एवं सहयोग से चलने वाले शिक्षण एवं रोजगार संस्थानों मे यह तुरंत लागू हो |
7  चयन समितियों में अल्पसंख्यक आधार पर कोई चयनकर्ता नहीं रखा जाए वह फिर केवल अल्पसंख्यकों का चयन करता है|
8  तबलिकी. जमात. मदरसे एवं मस्जिदों में क्या बोला पढ़ा एवं समझाया जाता है इसकी बारिकी से जांच करने की व्यवस्था हो|
9  धार्मिक स्थानों पर अवैध हथियारों की प्रतिमास जांच हो।


ब्लाक में कर रही समान की आपूर्ति

कागजों पर संचालित फर्मे, बहादुरपुर ब्लाक में कर रही सामानों की आपूर्ति


प्रधान संघ के पदाधिकारियों ने मामले की शिकायत


उच्चाधिकारियों से कर सामानों की आपूर्ति करने वाली फर्म की जांच कराये जाने की मांग की 
सहसों कार्यालय 


प्रयागराज। बहादुरपुर ब्लाक में सरकारी धन का दुरूपयोग ब्यापक पैमाने पर किया जा रहा है। कागजों पर संचालित हो रही फर्म ब्लाक के कई गांवों में फर्जी बिल के माध्यम से लाखों रूपयें सामानों की आपूर्ति लगातार करते हुए टैक्स की चोरी करने में जुटी है। शिकायत के बावजूद विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नही दे रहे है। प्रधान संघ के पदाधिकारियों ने कागज पर संचालित हो रही तथाकथित फर्मो की जांच कराये जाने व कर की चोरी में संलिप्त फर्म संचालक के विरूद्ध जांच कराकर कार्यवाही किये जाने की मांग किया है।
अखिल भारतीय पंचायत परिषद उत्तर प्रदेश के बैनर तले संघ के पदाधिकारियों ने प्रदेश सचिव सत्येन्द्र त्रिपाठी की अगुवाई में मुख्य विकास अधिकारी सहित अन्य विभागीय अधिकारियों से एक प्रतिनिधि मण्डल भेटकर ब्लाक बहादुरपुर के अधिकांश गांवों में सामानों की आपूर्ति करने वाली फर्म कागज पर संचालित है। फर्जी बिल के माध्यम से लाखों रूपयें की कर चोरी की जा रही है। मामले का खुलाशा तब हुआ जब कसेरूआ कला गांव के प्रधान लक्ष्मी चन्द्र केसरवानी उर्फ राहुल केसरवानी ने कोविद 19 पीड़ितों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में मानदेय जमा करने के लिए गांव के ग्राम पंचायत अधिकारी राज कुमार सिंह के कहने पर पड़ोस के गांव महरौड़ा के ग्राम पंचायत अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह के पास मानदेय का भुगतान करने के लिए गये। प्रधान का आरोप है कि दिनेश प्रताप सिंह ने ढ़ोगल लगवाकर मानदेय का भुगतान करने के बजाय झांसा देकर 952602 रूपयें यूनिक एंटरप्राइजेज एवं सुपर कन्ट्रक्शन में पैसा जमा कर लिये। मामले की जानकारी होने पर ग्राम प्रधान के पैरो तले जमींन खिसक गई। विभागीय अधिकारियों से शिकायत करने के साथ फर्म की जीएसटी आदि की जांच कराई तो ब्लाक बहादुरपुर के अधिकांश गांवों में सामानों की आपूर्ति करने वाली तथाकथित फर्मो की जीएसटी निरस्त पाई गई। प्रधान संघ के पदाधिकारियों का आरोप है कि इन दोनो फर्मो की कोई दूकान नही है। ब्लाक के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से पचासों ग्राम पंचायतों में राज वित्त, चैदहवां वित्त, क्षेत्र पंचायत, मनरेगा के पक्के कामों का भुगतान इन्ही फर्मो को धड़ल्ले से किया जा रहा है। आश्चर्य तो यह है कि लाॅक डाउन के दौरान मनरेगा श्रमिकों के बकाया भुगतान करने के बजाय तथाकथित टैक्स की चोरी में जुटी फर्मो को किया जा रहा है। अखिल भारतीय पंचायत परिषद के पदाधिकारियों सहित कई गांवों के प्रधानों ने जिलाधिकारी प्रयागराज का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए कागजों पर संचालित हो रही फर्मो की जांच कराये जाने व दोषियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही किये जाने की पुरूजोर मांग किया है।


बृजेश केसरवानी


सपा-कांग्रेस श्रमिकों के बड़े दुश्मन

लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण में लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों के श्रमिकों को उत्तर प्रदेश वापस लाने और उनके लिए रोजगार के अवसर बनाने में लगी योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने श्रमिकों के बारे में बयान देने पर विपक्षी दलों पर करारा हमला बोला है। प्रदेश के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि कांग्रेस, सपा तथा बसपा श्रमिकों के सबसे बड़े दुश्मन हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने साफ कहा कि यह दल नहीं चाहते है कि प्रवासी श्रमिकों को उत्तर प्रदेश में काम मिले। इसी कारण यह लोग श्रमिकों को इस संकट की घड़ी में भी भड़काने का काम कर रहे हैं। यह दल उन श्रमिकों का विरोध कर रहे हैं, जिनके लिए निवेश के माध्यम से रोजगार तलाशने की प्रक्रिया चल रही है। मौर्य ने कहा कि श्रमिकों को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का बयान यह दर्शाता है कि वह लोग श्रमिकों के सबसे बड़े दुश्मन हैं।प्रदेश में श्रम अधिनियमों में जो संशोधन अध्यादेश आया है, वह प्रदेश के साथ ही प्रवासी श्रमिकों के हितों की रक्षा करने के लिए है। इस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अन्य प्रदेशों में रह रहे सभी प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को उत्तर प्रदेश में वापस लाने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि यह भी भी संकल्प लिया गया कि हम उत्तर प्रदेश में ही इनको (श्रमिकों को) सेवा में नियोजित भी करेंगे, जो जिस योग्य कामगार है, उसे उसके लायक काम यहीं पर दिलाने की हम व्यवस्था करेंगे।स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह दल उन श्रमिकों का विरोध कर रहे हैं, जिनको हम लॉकडाउन के चलते बंद उद्योग- कारखानों में पुन: समायोजित करने के लिए अवसर प्रदान करने जा रहे हैं। कांग्रेस और सपा के बयान से उनका श्रमिक विरोधी चेहरा सामने आया है। उनको मैं भी स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जो श्रमिकों के लिए घडिय़ाली आंसू बहा रहे हैं उनको शायद नहीं पता कि हमने नये निवेश के रास्ते खोलते वक्त श्रमिकों के हितों का ध्यान रखा है।उन्होंने कांग्रेस और सपा पर तंज किया कि वे पहले अध्यादेश को पढें, फिर किसी तरह की टिप्पणी करें। अब तो उनकी टिप्पणी से आभास हो गया है कि वह सभी श्रमिकों के नंबर एक दुश्मन हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों दल नहीं चाहते कि श्रमिकों को काम मिले इसलिए अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने एक अध्यादेश से मजदूरों को शोषण से बचाने वाले श्रम-कानून के अधिकांश प्रावधानों को तीन वर्ष के लिए स्थगित कर दिया है। यह बेहद आपत्तिजनक व अमानवीय है। श्रमिकों को संरक्षण न दे पाने वाली गरीब विरोधी भाजपा सरकार को तुरंत त्यागपत्र दे देना चाहिए।कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट कर कहा कि यूपी सरकार के श्रम कानूनों में बदलावों को तुरंत रद्द किया जाना चाहिए। आप मजदूरों की मदद करने के लिए तैयार नहीं हो। आप उनके परिवार को कोई सुरक्षा कवच नहीं दे रहे हो। अब आप उनके अधिकारों को कुचलने के लिए कानून बना रहे हो। मजदूर तो देश निर्माता हैं, आपके बंधक नहीं हैं।


यूपी में 3373 संक्रमित, 75 की मौत

लखनऊ। कोरोना वायरस का संक्रमण उत्तर प्रदेश को लगातार अपनी गिरफ्त में लेता जा रहा है। शन‍िवार को कोरोना वायरस से चार और लोगों की मौत हो गई। नोएडा में दो और अलीगढ़ व आगरा में एक-एक लोगों ने दम तोड़ा। अब तक कुल 75 लोगों की मौत हो चुकी है। 163 नए मरीज और मिले। अब कुल मरीजों का आंकड़ा 3373 पहुंचा। शनिवार को 112 मरीज और हुए स्वस्थ। अब तक कुल 1499 लोग हो चुके हैं स्वस्थ। कुल मरीजों में से 44.4 फीसद अब तक हो चुके हैं स्वस्थ।


 
अभी तक सुरक्षित माने जा रहे झांसी से सटे ललितपुर जिले को भी कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया। यहां के एक युवक की शुक्रवार रात झांसी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। इससे ललितपुर जिले में खलबली मची है। इसके साथ ही गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में बीते 24 घंटे में दो लोगों की मौत के बाद से जिले में लोग काफी भयभीत हैं। उधर ताजनगरी आगरा में हालत काबू से बाहर होते जा रहे हैं।सूबे के सिर्फ 13 जिलों में 80 फीसद संक्रमित हैं। आगरा, कानपुर, लखनऊ व मेरठ के साथ सहारनपुर, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) व मुरादाबाद में सर्वाधिक संक्रमित हैं। प्रदेश के अब 75 में से 67 जिलों में कोरोना के संक्रमित लोग हैं। प्रदेश में कोरोना के कहर से मरने वालों की संख्या 73 में से 22 आगरा से हैं।ललितपुर जिला भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया है। यहां जिला अस्पताल में कार्यरत एक कर्मचारी की मेडिकल कॉलेज, झांसी में इलाज के दौरान शुक्रवार की शाम मौत हो गई। उसकी मौत कोरोना के चलते हुई है, जिसकी पुष्टि करते हुए सीएमओ डॉ प्रताप सिंह ने कहा है कि अब काम और अधिक बढ़ गया है। शनिवार सुबह जिला अस्पताल को बंद करा दिया है। सभी कर्मचारी बाहर निकल आये और इमरजेंसी भी बंद हो गई। इसके साथ ही बाजार बंद कराने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। जिले में कोरोना का पहला केस मिलने से जिला प्रशासन में खलबली मच गयी है। प्रसाशनिक, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अफसर आगे की रणनीति बनाने में जुट गए हैं।विगत पांच मई को महाराष्ट्र से लौटा एक युवक कोरोना पॉजिटिव निकला। रिपोर्ट आने पर प्रशासनिक अधिकारियों में हलचल मच गई। एसडीएम और सीओ ने शमसाबाद बाजार बंद करा दिया। अब स्वास्थ्य टीम उन लोगों पर नजर रख रहीं हैं जो कोराेना पॉजिटिव युवक के संपर्क में आए हैं। शमसाबाद थाना क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी युवक विगत पांच मई को महाराष्ट्र से लौटा था। बाहर से आने पर विगत सात मई को युवक का मिशन अस्पताल में सैंपल लिया गया था। शनिवार को लखनऊ के केजीएमयू से युवक की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। जिलाधिकारी को इससे अवगत कराया गया। डीएम के निर्देश पर एसडीएम और सीओ पुलिस बल लेकर कस्बा शमसाबाद पहुंचे।


 
वहां पर पुलिस ने बाजार बंद कराकर युवक को निगरानी में ले लिया। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की।गौतमबुद्ध नगर (नोएड) में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बीते 24 घंटे के भीतर लगातार दूसरी मौत हो गई, इससे स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची है। दोनों मृतकों की उम्र 0-60 वर्ष थी। ताजा मामले में 60 वर्षीय बुजुर्ग ने शुक्रवार रात 11 बजे ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुॢवज्ञान संस्थान में दम तोड़ दिया। मृतक के परिजनों को क्वारंटाइन किया गया है। इससे पहले शुक्रवार तड़के एक 60 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई थी।ताजनगरी आगरा में कोरोना वायरस का कहर नियंत्रण से बाहर होता जा रहा है। यहां पर हर दिन दो दर्जन से अधिक पॉजिटिव केस सामने आ रहे हैं। अब तो संक्रमितों के इलाज में लगे डॉक्टर तथा मेडिकल स्टाफ भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर और कर्मचारी के साथ भर्ती गर्भवती महिला में पुष्टि होने के साथ ताजनगरी में संख्या 706 पर है। शुक्रवार रात तक 23 नए केस आए थे। आगरा में 22 मौत रिपोर्ट की जा चुकी हैं।अलीगढ़ में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। जेएन मेडिकल कॉलेज की जांच रिपोर्ट में दो मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इनमें एक अलीगढ़ तथा एक मथुरा का है। अलीगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या अब 55 हो गई है। इनमें से दो की मौत हो चुकी है। 24 सही हो चुके हैं।फिरोजाबाद में शुक्रवार रात सैफई से आई रिपोर्ट से सनसनी बड़ी फैल गई। प्राइवेट लैब के पॉजिटिव बताए गए पांच संक्रमितों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। फीरोजाबाद में स्वास्थ्य विभाग के अलावा एक प्राइवेट पैथोलॉजी में भी कोरोना की जांच होती है। इस लैब में पिछले दिनों तीन गर्भवती महिलाओं के अलावा कई रोगियों की रिपोर्ट पॉजिटिव बताई गई थी। एक सैंपल के लिए लैब 4500 रुपये लेती है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने प्राइवेट लैब से संक्रमित बताए गए रोगियों की अपने स्तर से जांच कराई।  सैफई मेडिकल कॉलेज से पांच ऐसे रोगियों की रिपोर्ट निगेटिव आई, जिन्हेंं प्राइवेट लैब ने पॉजिटिव बताया था। डीएम चंद्र विजय सिंह ने बताया कि रात को आई रिपोर्ट में पांच सैंपल निगेटिव पाए गए। अब तो हरियाणा बेस्ड लैब के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


21 नए मरीजों से मेरठ में बेचैनी

शेरखान


मेरठ। कोरोना मरीजों की चेन दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। शनिवार को दो मरीजों की मौत हो गई। देर शाम आई जांच रिपोर्ट में 21 नए मरीजों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया। मरने वालों में एक विधायक का रिश्‍तेदार भी शामिल है।शनिवार को मिले 21 संक्रमित में 17 लोग एक ही मोहल्ला रविंद्रपुरी के रहने वाले हैं। ये सभी वहां के एक कोरोना मरीज के संपर्क में आए थे। अब मेरठ में कोरोना संक्रमितों की संख्या 230 हो गई है। इससे मेरठ में दहशत पसर गई है। शहर की गलियों व सड़कों पर पुलिस ने पूरी तरह सख्ती बढ़ा दी है। उधर, मेडिकल कॉलेज में बदहाली की वीडियो वायरल होने व दीगर शिकायतों के आधार पर देर शाम जिलाधिकारी अनिल ढींगरा और सीएमओ डा. राजकुमार मेडिकल कॉलेज में छापा मारा। मेडिकल कॉलेज में मरीजों ने स्टाफ के व्यवहार और समुचित इलाज न मिलने को लेकर हंगामा किया। वहीं मेडिकल स्टाफ को दोपहर का खाना रात को परोस दिया गया। इसे लेकर मेडिकल स्आफ ने विरोध जताया। कुल मिलाकर मेरठ मेडिकल में अफरातफरी का आलम है। शनिवार को शामली में दो पॉजिटिव केस मिले हैं।विधायक रफीक अंसारी का कहना है कि उनके फूफा की मौत नहीं बल्कि हत्या हुई है। फूफा ही नहीं जो भी वहां भर्ती है उसे मारा जा रहा है। पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद दूसरे दिन भर्ती करने को कहा गया।शुक्रवार रात 12 बजे बड़ी मुश्किल से भर्ती किया गया। दवा नहीं दी गई। इलाज न होने से मौत तो सुबह ही हो गई थी लेकिन घोषणा अब रात में की गई है। वेंटिलेटर पर तो सिर्फ दिखावे के लिए रखा गया था।


संदिग्ध मरीज की मौत से मचा हड़कंप

बलरामपुर। राजधानी के बलरामपुर में शनिवार को कोरोना के संदिग्ध मरीज की मौत हो जाने से हड़कंप मच गया है। एहतियात के तौर पर इमरजेंसी के मरीजों को सामने की बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है। मरीज का नमूना कोरोना जांच को भेजा गया है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके गुप्ता ने कहा कि एहतियात के तौर पर इमरजेंसी को सैनिटाइज कराया गया है। मरीज की रिपोर्ट आने के बाद इमरजेंसी को खोल दिया जाएगा।


हालांकि सामने की बिल्डिंग में इमरजेंसी सेवाएं चल रही हैं।मृतक इंदिरानगर निवासी था, जो कि स्वास्थ्य भवन में ड्राइवर था। दोपहर को उल्टी व दस्त की शिकायत के साथ अस्पताल पहुंचा था। उसके मुंह से झाग भी निकल रही थी। उसके शव को रिपोर्ट नहीं आने तक के लिए सुरक्षित रखवा दिया गया है। वहीं इमरजेंसी को सैनिटाइज करने के बाद वहां भर्ती सारे मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। अगर रिपोर्ट आती है तो बलरामपुर अस्पताल के साथ स्वास्थ्य विभाग की भी चिंताएं बढ़ेंगी।उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। शनिवार को राजधानी के मछली मोहाल में एक मरीज में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं, बीते दिन शुक्रवार को तीन और मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई। इसमें एक केस सब्जी मंडी कैसरबाग, दूसरा केस फतेहगंज अमीनाबाद तथा तीसरा मामला हजरतगंज के नरही का है। हजरतगंज में पहला कोरोना मरीज मिलने से प्रशासन की नींद उड़ गई है। नरही निवासी एक गर्भवती में कोरोना की पुष्टि से पूरे इलाके में दहशत है। जानकारी के मुताबिक, महिला छह मई तक विवेकानंद अस्पताल गई थी। उसकी कहीं यात्रा की हिस्ट्री नहीं है। लेकिन आसपास की दुकानों व अन्य जगह जाने की जानकारी से दहशत बनी हुई है। राजधानी में अब कोरोना मरीजों की संख्या 257 हो गई है। जिसमें शहर निवासी 177 हो गई है।वहीं, राजाजीपुरम स्थित आरएलबी अस्पताल को तीन दिनों के लिए सील कर दिया गया है। यह राजधानी का पहला सरकारी अस्पताल है, जिसे सील किया गया है। यहां गत चार मई को एक 20 वर्षीय लावारिस युवती का इलाज किया गया था। जिसकी रिपोर्ट बाद में पॉजिटिव आई थी। अभी यहां से 10 लोगों को हाईरिस्क व 45 को लो रिस्क में रखा गया है। सभी की रिपोर्ट आने के बाद अस्पताल को पुन: चालू किया जाएगा। उधर, राजधानी के  कैसरबाग लगातार मिल रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों से इलाके की संवेदनशीलता भी बढ़ती जा रही है। तीन मई को यहां तीन संक्रमित मरीज मिले थे, जिसमें दो सब्जी विक्रेता और एक जनरल स्टोर संचालक था। इसके बाद इन सभी के परिवारजन और संपर्क में आए लोगों के नमूने जांच के लिए गए थे। शुक्रवार को आई रिपोर्ट में पता चला कि पूर्व में पॉजिटिव आ चुका जनरल स्टोर संचालक फतेहगंज गल्ला मंडी स्थित जिस दुकान से सामान लेता था, अब वहां का एक युवक भी पॉजिटिव मिला है। वहीं,  दूसरा पॉजिटिव युवक कैसरबाग सब्जी मंडी का ही मूल निवासी है। अब इन दोनों के परिजनों के 10-10 सैंपल लिए गए हैं। तीसरा मरीज नए इलाके नरही से है। यहां की गर्भवती महिला की एक निजी लैब में जांच कराई गई तो तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जबकि अन्य दोनों मरीजों को राम सागर मिश्रा अस्पताल भेजा गया है। उधर, महिला का केजीएमयू में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।  सीएमओ डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार को तीन नए मरीज मिले हैं, जिनके परिवारजनों के नमूने भी जांच को भेजे गए हैं। बीकेटी स्थित रामसागर मिश्र अस्पताल से कोरोना संक्रमण से मुक्त होने के बाद शुक्रवार को चार और मरीजों को छुट्टी मिल गई है। इनमें से दो मरीज लखनऊ के निवासी हैं। बता दें, अब तक 185 लोग कोरोना के प्रकोप से बाहर आ चुके हैं।


प्रवासियों को काम देने की योजना तैयार

लखनऊ। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लॉकडाउन में भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पांच लाख से अधिक प्रवासी कामगार/श्रमिकों को काम देंगे। मुख्यमंत्री ने शनिवार को टीम-11 के साथ कोरोना वायरस संक्रमण की समीक्षा के दौरान बैठक में मौजूद अधिकारियों को सभी प्रवासी कामगार व श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए शीघ्र ही वृहद कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया।सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पांच लाख से अधिक लाख प्रवासी श्रमिक/ कामगारों की चुनौती को अवसर में बदला जाएगा। पहले तो सभी की सुरक्षित वापसी हो फिर लेबर रिफार्म कानून के जरिए गांवों व कस्बों में ही नौकरियां रोजगार देने की योजना को मूर्त रूप दिया जाए। उन्होंने कहा कि लाखों श्रमिक/कामगारों का हर क्वॉरंटीन सेंटरों में ही स्किलिंग डाटा तैयार करने किया जाए। उन्होंने कहा कि अभी तक आठ लाख प्रवासी श्रमिक/कामगार उत्तर प्रदेश पहुंच चुके हैं। पिछले तीन दिनों में 80 ट्रेनों से करीब सवा लाख कामगार उत्तर प्रदेश में अपने जिलों में पहुंच चुके हैं। अभी बाकी लोग 35 ट्रेन से आज या कल तक पहुंचेंगे। प्रतिदिन 35 से 40 ट्रेनों से प्रवासी कामगार व श्रमिक प्रदेश वापस आ रहे हैं।सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी प्रवासी कामगार/श्रमिकों को नौकरी देने के लिए हम लेबर रिफार्म कानून ला रहे हैं। लेबर रिफार्म से सभी प्रवासी श्रमिकों/कामगारों को बड़ा फायदा होगा और रोजगार सृजन की व्यापक संभावनाएं बढेंगी। इसके साथ यूपी की अर्थव्यवस्था भी तेजी से दौड़ेगी। लेबर रिफार्म में हर कामगार / श्रमिक को रोजगार/ नौकरी के साथ ही न्यूनतम 15 हजार रूपए वेतन की गारंटी के साथ उसके काम के घंटों की गारंटी तथा सुरक्षा की गारंटी भी होगी।सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिला कामगार/श्रमिकों के लिए महिला सुरक्षा कानून के तहत सुरक्षा की गारंटी की व्यवस्था भी होगी। नई इकाइयों के साथ ही पुरानी इकाइयों में भी नई भॢतयों में लेबर रिफार्म कानून लागू होगा। महिला स्वयं सहायता समूह के लिए व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाएं। डिटर्जेंट के कारोबार के साथ ही साथ इत्र, एग्री प्रोडक्ट्स, धूप बत्ती, अगरबत्ती, फूड पैकेजिंग और गौ आधारित कृषि के उत्पादों के साथ फूल आधारित उत्पादों तथा कंपोस्ट खाद आदि के कारोबार पर रणनीति भी तैयार की जाए।सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि कामगार/श्रमिकों के साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से भी नौकरी व रोजगार पैदा करने की रणनीति बने।


 
सरकार का फोकस रेडीमेड गार्मेंट के साथ ही तमाम उद्योगों का हब बनाने पर भी हैं। योगी सरकार फोकस बड़े उद्यमों के साथ ही साथ बांग्लादेश, वियतनाम जैसे देशों की तुलना में बेहतर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों का बड़ा हब बनाने में है।सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन सभी की सुरक्षित व सम्मानजनक वापसी के साथ ही पूरी मदद के निर्देश दिए हैं। इनके साथ ही विदेशों में फंसे प्रवासी कामगार/श्रामिकों को भी आज शारजाह से लेकर पहली फ्लाइट लखनऊ पहुंचेगी। इसमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के कामगार और श्रमिक मौजूद आ रहे हैं जो रोजगार के लिए खाड़ी देश गए थे। सरकार सभी प्रवासी श्रमिक/कामगारों को स्वास्थ्य जांच के पश्चात सरकारी क्वारंटीन सेंटरों में भेज रही है। इसके बाद सभी को राशन पैकेट व भरण पोषण भत्ता देकर होम क्वारंटीन में भेजा जा रहा है।प्रदेश के सभी श्रमिक/कामगार का क्वारंटीन काल पूरा होते ही सरकार उन सभी के रोजगार और नौकरी की व्यवस्था करेगी। इनको क्षमता के अनुसार मनरेगा, ईंट भट्ठों के अलावा चीनी मिलों और एमएसएमई सेक्टरों में रोजगार देने की योजना बनी है। इनमें भी जिनमें बीमारी के थोड़े भी लक्षण हैं उन्हें उपचार के लिए कोविड अस्पतालों में भेजा जा रहा है।सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना की केमिस्ट्री को समझते हुए ट्रीटमेंट करने की आवश्यकता है। आप सभी आयुष कवच कोविड एप का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। लोगों को इसे डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित करें। प्रदेश में कोविड-19 के मरीजों की रिकवरी की दर 42 प्रतिशत है जो कि जो रिकवरी के राष्ट्रीय औसत 29.2 प्रतिशत से लगभग 13 प्रतिशत अधिक है। हमारे एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों के 52,000 बेड के क्षमता विस्तार के लक्ष्य के सापेक्ष 53,400 बेड की व्यवस्था है। हम पूल टेस्टिंग में प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर हैं। मलेरिया, डेंगू सहित विभिन्न संचारी रोगों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाएं।


भाजपा के खिलाफ मैदान में बसपा

लखनऊ। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लॉकडाउन के बाद खुले उद्योगों में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के दौरान श्रमिकों से 12-12 घंटा काम कराने के प्रस्ताव के खिलाफ बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बिगुल बजा दिया है। मायावती ने शनिवार को चार ट्वीट किया और कहा कि श्रमिकों का शोषण बर्दाश्त नहीं होगा।मायावती ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण देश में गरीब, मजदूर, कामगार तथा श्रमिकों की स्थिति बेहद खराब है। यूपी सरकार के श्रम कानून को निलंबित करने असर का श्रमिकों पर पड़ेगा। कोरोना प्रकोप में मजदूरों/श्रमिकों का सबसे ज्यादा बुरा हाल है, फिर भी उनसे आठ के स्थान पर 12 घण्टे काम लेने की शोषणकारी व्यवस्था पुन: देश में लागू करना अति-दु:खद व दुर्भाग्यपूर्ण। उन्होंने कहा कि श्रम कानून में बदलाव देश की रीढ़ श्रमिकों के व्यापक हित में होना चाहिये ना कि कभी भी उनके अहित में। मायावती ने कहा कि परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर ने श्रमिकों के लिए प्रतिदिन 12 नहीं बल्कि 8 घण्टे श्रम व उससे ज्यादा काम लेने पर ओवरटाइम देने की युगपरिवर्तनकारी काम तब किया था जब देश में श्रमिकों/मजदूरों का शोषण चरम पर था। इसे बदलकर देश को उसी शोषणकारी युग में ढकेलना क्या उचित है। देश में वर्तमान हालात के मद्देनजर श्रम कानून में ऐसा संशोधन करना चाहिये ताकि खासकर जिन फेक्ट्री/प्राइवेट संस्थानों में श्रमिक कार्य करते हैं वहीं उनके रूकने आदि की व्यवस्था हो।किसी भी स्थिति में वे भूखे ना मरे और ना ही उन्हेंं पलायन की मजबूरी हो ऐसी कानूनी व्यवस्था होनी चाहिये। वैसे तो अभी काम का पता नहीं है, परन्तु सरकारें बेरोजगारी व भूख से तड़प रहे करोड़ों श्रमिकों/मजदूरोंके विरुद्ध शोषणकारी आदेश लगातार जारी करने पर तत्पर हैं। उन्होंने यह अति-दु:खद व सर्वथा अनुचित जबकि इस कोरोना के संकट में इन्हेंं ही सबसे ज्यादा सरकारी मदद व सहानुभूति की जरूरत है।


गोवा के बाद मिजोरम की वायरस को मात

इंफाल। इस वक्त पूरा देश कोरोना वायरस की गंभीर चुनौती का सामना कर रहा है। वहीं गोवा के बाद एक और राज्य इस वायरस के संक्रमण से पूरी तरह से मुक्त हो चुका है। यह राज्य है मिजोरम, जहां पर एकमात्र कोरोना संक्रमित व्यक्ति अब स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज हो चुका है।


 संक्रमित पादरी के सभी नमूने पॉजिटिव, अब डिस्चार्ज
देश के पूर्वोत्तरीय राज्य मिजोरम के 50 वर्षीय एक पादरी ने नीदरलैंड की यात्रा की थी। 24 मार्च को उन्हें कोरोना से संक्रमित पाया गया था। मिजोरम राज्य के स्वास्थ्य मंत्री आर ललथंगलिआना ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना से संक्रमित पादरी के सभी चार नमूने निगेटिव पाए गए। शनिवार को पादरी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।


अब मिजोरम में एक भी कोरोना मरीज नहीं
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा,’मिजोरम को कोविड-19 मुक्त राज्य घोषित किया जा सकता है क्योंकि हमारे पास कोरोना का अब एक भी मरीज नहीं है।’ बता दें कि तनाव के बीच आई इस सकारात्मक खबर ने कोरोना वायरस के बचाव में कार्य कर रहे कोरोना वॉरियर्स के मनोबल को भी बढ़ाया है।


गोवा ने पिछले महीने दी थी कोरोना को मात
इससे पहले गोवा ने भी पिछले महीने कोरोना वायरस पर ‘जीत’ दर्ज कर लिया था। यहां कुल 7 मामले थे, जिसमें से आखिरी का सैम्‍पल भी नेगेटिव पाया गया। अब गोवा में आधिकारिक तौर पर एक भी कोरोना केस नहीं है। गौरतलब है कि भारत में कोरोना (Coronavirus in India) का कहर लगातार जारी है। यहां कोरोने वायरस के अबतक 59,662 केस सामने आए हैं जिनमें से 1,981 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 17,847 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।


ये खून से सनी रोटियां 'आलोचना'

ये खून से सनी रोटियां
संजीव परसाई
 आओ कुछ ऐसा करते हैं, जो 16 मर गए है, उनकी मौत का इल्जाम उन्हीं पर रक्खे देते हैं। अगर मरना ही था तो कुछ और तरीका भी अपना सकते थे। सड़क पर पुलिस चार डंडे मारती, पर यूं तो न होता। कोई नहीं, बस तुम खुद ही जिम्मेदार हो।


सत्यानाश जाए इनका, पटरी पर आकर सो गए। भला ये भी कोई सोने की जगह है। कोई होटल ले लेते, या किसी सर्किट हाउस में ही रुक जाते। कुछ नहीं मिल रहा तो ट्वीट कर देते, टैग कर देते। तुम्हारे लिए ट्विटर पर ही बिस्तर लगवा देते। तुमने तो अच्छे भले चल रहे लॉक डाउन और कोरोना के खिलाफ जंग में जीत का ऐलान कर चुकी सरकार पर कलंक लगा दिया। कहा तो था, लिखा भी कि घर से न निकलो,घर में रहो...अब तुम्हारे पास घर ही नहीं था तो हम क्या करें। रोटी नहीं थी तो दिया- मोमबत्ती जलाते, आसमान पर माला टांगते। एक कमरे का घर, न पानी, न पानीदार, न हवादार।
मीडिया चिल्लायेगा, तुम्हारी मौत का जिम्मेदार ढूंढेगा। हम तो कतई नहीं है, न न हममें से कोई भी नहीं है, उनकी तरफ क्यों देख रहे हो वो तो बिल्कुल भी नहीं है। 
हम देश के बारे में सोचते हैं, देश को जीते हैं, देश को ही मारते हैं, देश की सांस लेते हैं, देश को पकाते हैं और खाते भी। देश , देश और बस देश। भारत माता की जय...हमारा महान देश, महान सरकार, महान रेल और पटरियां, सिग्नल, इंजन, मालगाड़ी भी। तुम्हारे जैसे नामाकुलों के लिए सोचने का समय हमारे पास है कहाँ। हमें आपदा को उत्सव में बदलना है, चीत्कारों को खुशियों की चीख बना देना है, झर झर बह रहे आंसुओं को समुद्र की नमकीन लहरें बनाकर अठखेलियाँ करना है। 
तुमको उमरिया आना था, या शहडोल जाना था आखिर क्यों ??? धरा क्या था वहां, किसके लिए, कुपोषण, बजबजाते नरदे, पानी का संकट, पैदल, पटरी पटरी, भूखे, छाले, पिचके गाल, हाहाकार, चीख, खून, शरीरों के उड़ते हुए चिथड़े, मालगाड़ी, सरकार, वायदे, व्यवस्था, लॉक डाउन, टनटन करती थालियां और उनमें खून से सनी सूखी रोटियां, चंद रुपये, ढेर से ट्वीट और बहुत गहरी खामोशी। बस इतना ही तो है अपना उमरिया और बाकी का शहडोल...
तुम बोलोगे सरकार का दोष दो महीने में तुम्हें घर पहुंचाने का हल न निकाल पाना है या देश के गरीबों को इस हाल मैं लाकर पटक देना। असल में देश में अमीरों की लाई त्रासदी की कीमत तुमको ही चुकानी है। मरोगे, सड़क पर पीटे जाओगे, कुत्ते की तरह घसीटे जाओगे, गर सिस्टम से टकराओगे।
सैंकड़ो किलो मीटर पैदल चलके अपनी दम दिखाना चाहते हो। हमसे टक्कर लोगे, हम गारंटी से तुम्हें दो दिन में भूल जाएंगे। तुम्हारा स्मारक बनाकर लोगों को बताएंगे कि हमने सोलह की कीमत पर सबको बचा लिया, ये अपनी किस्मत से मरे हैं, किसी ने मारा नहीं है इनको। सारे जिंदा-मुर्दा ताली बजायेंगे, थाली बजायेंगे, कुछ घंटी बजायेंगे, फिर लोग फेसबुक पर शोक सभा आयोजित करेंगे, फिर मुर्दा अपनी ही गलती पर छाती पीटेंगे। पानी मांगता विपक्ष, चादर ओढ़ सो रहे समाजवादी, कटी दुम पर मलहम पट्टी कर रहे मजदूर संघ और सिगरेट के ठुट्ठे जमा कर रहे वामपंथी ये दिखेंगे तेरे साथ पर होंगे नहीं।
ये खून से सनी रोटियां, कुछ दिन जिंदा आदम जात के निवालों का हिस्सा बनेंगी, स्वाद बदल देंगी, कोई ग्लानि से आत्महत्या भी न करेगा, न शर्माएगा, बस अपनी चीख दबाएगा । वादा करते हैं हम तुम्हें जरूर भूल जाएंगे, एक हादसे, एक परिवार की मौत, सोलह परिवारों की मौत, कुपोषित लोकतंत्र, कुर्सी पर उकड़ू होकर बैठी सरकार, निर्लज्ज सिस्टम, संवेदनहीन नॉकरशाह, हाहाकार और बस हाहाकार।


सलमान का नया प्रोजेक्ट 'प्यार करो ना'

मुंबई। बॉलीवुड के दबंग स्टार सलमान खान लॉकडाउन के बाद भी नये प्रोजेक्टर पर काम कर रहे हैं। सलमान मुंबई से दूर अपने पनवेल स्थित फॉर्म हाउस में हैं। हाल ही में सलमान ने वहीं से प्यार करो ना गाना भी रिलीज किया था। इसे ख़ूब व्यूज़ भी मिले और फैंस ने अच्छा रिस्पॉन्स भी दिया। सलमान के साथ इस वक्त यूलिया वंतूर और जैकलीन फर्नांडीज भी हैं।


यूलिया ने बताया कि सलमान लॉकडाउन में भी लगातार काम कर रहे हैं। वह हमेशा काम करना पसंद करते हैं और वह इस समय भी एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि सलमान खान की आगामी फिल्म राधे : योर मोस्ट वांटेड भाई में जैकलीन का एक आइटम नंबर भी है। जैकलीन फर्नांडिज की फि़ल्म मिसेज सीरियल किलर हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई है।


मस्तराम की प्रेमिका बनेगी 'तारा'

मुंबई। एमएक्स प्लेयर की नई वेब सीरीज मस्तराम की इस समय काफी चर्चा है। यह वेब सीरीज एक ऐसे स्ट्रगलिंग राइटर की कहानी है जो अडल्ट मैगजीन के लिए लिखने लगता है। सीरीज में मुख्य रोल में अंशुमान झा नजर आ रहे हैं। उनके ऑपोजिट रेणु के किरदार में ऐक्ट्रेस तारा अलीशा बेरी नजर आ रही हैं। तारा का जन्म मुंबई में साल 1988 में एक बिजनसमैन गौतम बेरी के यहां हुआ था। तारा की मां भी मॉडल रह चुकी हैं। तारा के पिता गौतम बेरी की पहली शादी किरण खेर से हुई थी। इस हिसाब से तारा ऐक्टर सिकंदर खेर की सौतेली बहन हुईं। शुरुआती पढ़ाई के बाद तारा की हायर एजुकेशन अमेरिकन के कैलिफॉर्निया में हुई है।


तारा ने साल 2014 में मस्तराम नाम से ही आई हिंदी फिल्म से बॉलिवुड में डेब्यू किया था। उस फिल्म में भी तारा ने रेणु का किरदार निभाया था। तारा ने साल 2011 में आई तेलुगू फिल्म 100त्न लव से सिल्वर स्क्रीन पर डेब्यू किया था। तारा ने साल 2015 में मशहूर डायरेक्टर अनुराग बसु के साथ टीवी सीरीज स्टोरीज बाय रबिंद्रनाथ टैगोर के एक एपिसोड चोखेर बाली में भी काम किया था। तारा ने मशहूर डायरेक्टर विक्रम भट्ट की फिल्म लव गेम्स में अलीशा का किरदार निभाया था। यह फिल्म 2016 में रिलीज हुई थी। तारा ने मस्तराम से पहले लव लस्ट ऐंड कन्फ्यूजन और स्टेट ऑफ सीज में भी काम किया है। तारा अभी फिल्मों में नई ही मानी जाएंगी लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी फैन फॉलोइंग अच्छी-खासी है। इंस्टाग्राम पर उनकी तस्वीरें काफी पसंद की जाती हैं और अभी उनके 1.9 लाख फॉलोअर्स हैं।


अंडे का पीला भाग होता है खतरनाक

अंडा एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसे डॉक्टर्स भी खाने की सलाह देते हैं। आमतौर पर बॉडीबिल्डर्स और फिटनेस के शौकीन लोग अंडे का सेवन रोजाना करते हैं लेकिन उन्हें अंडे के पीले भाग को ना खाने की सलाह भी दी जाती है। क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है कि पीले भाग को खाने से मना क्यों किया जाता है?


अगर नहीं, तो कोई बात नहीं यहां हम आज आपको वैज्ञानिक रिसर्च के आधार पर अंडे के पीले भाग को खाने से होने वाले कुछ ऐसे नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं। इसका अधिक सेवन ना केवल आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बन सकता है बल्कि अन्य कई प्रकार से भी आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है।
पहले जानिए क्या होता है अंडे का पीला भाग
सबसे पहले हम आपको बताना चाहेंगे कि अंडे के पीले भाग को जर्दी के नाम से भी जाना जाता है। वहीं, अंग्रेजी भाषा में इसे अंडे के पीले भांग भी कहते हैं। आगे चलकर यही भ्रूण की शक्ल लेता है जिसके कारण एक चूजा तैयार होता है। ऐसा माना जाता है कि भ्रूण में बहुत ज्यादा गर्मी होती है जो कई लोगों के लिए खाने के कुछ ही दिनों बाद नकारात्मक असर दिखाना शुरू कर देती है। आइए अब जानते हैं कि अंडे के पीले भाग को खाने से सेहत को क्या नुकसान हो सकता है…
इंफेक्शन का खतरा
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, अंडे के पीले भाग को खाने से इंफेक्शन का खतरा भी कई गुना तक बढ़ जाता है। यह खतरा आपको तक ज्यादा रहता है जब कच्चे रूप में आप अंडे का सेवन करते हैं। इंफेक्शन का खतरा तब भी ज्यादा रहता है जब अंडे को 40 डिग्री के तापमान से ऊपर रखा गया हो। अंडे को खरीदने से पहले या जांच लें कि वह ठीक तरीके से सुरक्षित किया गया है।
कमजोर इम्यून सिस्टम वालों के लिए खतरा
सीडीसी के अनुसार ही यह भी बताया गया है कि कमजोर इम्यून सिस्टम वालों के लिए भी अंडे के पीले भाग का सेवन करना खतरनाक साबित हो सकता है। अगर आप ऐसे अंडे के पीले भाग को खा रहे हैं जो किसी भी प्रकार से दूसरी तरह तो इस स्थिति में यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। दरअसल, दूषित हो जाने पर अंडे का पीला भाग बड़ी तेजी से क्रिया करता है जो शरीर के लिए हानिकारक माना जाता है। सीडीसी के अनुसार एचआईवी पीडि़त और ऑर्गन ट्रांसप्लांट वाले लोग अंडे के पीले भाग को खाने से जरूर बचें। ऐसे लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर मानी जाती है।
डायबिटीज से पीडि़त रहें सावधान
जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है उन्हें भी अंडे के पीले भाग को खाने से बचना चाहिए। दरअसल, ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि अंडे के पीले भाग में कोलेस्ट्रॉल की ज्यादा मात्रा पाई जाती है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी कई गुना तक बढ़ा सकता है। डायबिटीज के मरीज अगर अंडे के पीले भाग का सेवन नियमित रूप से कर रहे हैं तो कुछ ही दिनों बाद उन्हें डायरिया, बुखार, पेट में दर्द जैसी समस्याएं भी दिख सकती हैं। इसलिए स्वास्थ्य जोखिम को नजरअंदाज करते हुए अंडे के पीले भाग को खाने से बचे रहें।
हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है
अंडे के पीले भांग का सेवन करने के कारण हृदय रोगों का खतरा भी कई गुना तक बढ़ जाता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार इस बात की पुष्टि की गई है कि अंडे के पीले भाग में पाई जाती है। इस कारण यदि आप अंडे के पीले भाग का नियमित रूप से अधिक मात्रा में सेवन कर रहे हैं तो यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ा देगा जो आपको हृदय रोग की चपेट में बड़ी आसानी से ला सकता है।


मनोज सिंह ठाकुर


भारत-चीनी सैनिकों के बीच झड़प

नई दिल्ली। भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प की खबरें सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि उत्तरी सिक्किम में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई है। ना कुला सेक्टर में यह झड़प हुई. खबरों के मुताबिक दोनों ही तरफ के लगभग आधा दर्जन सैनिक घायल हुए हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है। सूत्रों के मुताबिक बातचीत के बाद मसला सुलझा लिया गया है।


बता दें कि बीते साल भी भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प की खबर सामने आई थी। लद्दाख में पेंगोंग झील के पास भारतीय और चीनी सैनिकों में पेट्रोलिंग को लेकर टकराव हुआ था। दोनों के बीच धक्कामुक्की भी हुई थी जिसके चलते ‘फेसऑफ’ की स्थिति बन गई। बाद में दोनों देशों के ब्रिगेडियर स्तर की बातचीत के बाद मामला सुलझा।


मालूम हो कि साल 2017 में इसी जगह के आसपास भारतीय और चीनी सैनिकों में जमकर मारपीट हुई थी। पेट्रोलिंग के दौरान भारतीय जवानों का सामना चीन के पीपल्स लिब्रेशन आर्मी के सैनिकों से हुआ। इसी दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच बहस के बाद धक्का मुक्की शुरू हो गई।


आधुनिकता में खो गया 'कुम्हार'

गोविन्द तिवारी 
 आधुनिकता की अंधी दौड़ व उसकी चकाचौंध ने पारंपरिक व्यवसायों को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। वहीं कुछेक पारंपरिक व्यवसाय खत्म होने के कगार पर हैं, जैसे कुम्हारों का मिट्टी के बर्तन बनाना ,कसेरों (कंसारी ) का कांसे का बर्तन बनाना, लोहारों का लोहारी कार्य, बुनकरों का बुनकर कार्य, सुनारों का सुनारी कार्य सहित कई समाजों के पारंपरिक व्यवसाय को वक्त की आंधी ने तबाह कर दिया है। मई का महीना चल रहा है काफी गर्मी पड़ रही है इस गर्मी के मौसम में कुम्हारो की जिंदगी से खुशियों के रंग गायब हो गए हैं। दूसरों के जीवन में खुशियां बिखेरने वाले ये कुम्हार अब अपने पुश्तैनी काम से काफी तंग आ चुके हैं क्योंकि आधुनिकता व मशीनी युग ने उनके पुश्तैनी व्यवसाय को लील लिया है। मई का महीना जो कि शादी-ब्याह का महीना होता है और इस महीने में अन्य व्यवसायों की तरह इनके व्यवसाय की भी काफी पूछ परख रहती है, लेकिन इस बार इनके व्यवसाय में सन्नाटा पसरा हुआ है। लॉकडाउन की वजह से शादियां रद्द होने के चलते इनके व्यवसाय को काफी नुकसान पहुंचा है। इसी प्रकार ग्रीष्म के इस चिलचिलाती धूप में पहले जगह-जगह सार्वजनिक संस्थाओं के द्वारा प्याऊ घर खोले जाते थे, जिनके लिए लोग कुम्हारों से ही घड़े खरीदते थे। वहीं अब जगह-जगह लोगों के द्वारा वाटर कूलर लगा दिए गए हैं जिससे इन कुम्हारोंं का व्यवसाय काफी प्रभावित हुआ है . हिंदू धर्म के अनेक संस्कारों में मिट्टी से बने बर्तनों का उपयोग होता है। दीपावली जिसे दीपों का त्यौहार भी कहा जाता हैं ।इन मिट्टी के दीपों की रोशनी से सारा घर आंगन जगमग हो जाता है। छत्तीसगढ़ जिसे तीज त्यौहारो वाले प्रदेश के रूप में जाना जाता हैं । मिट्टी का घड़ा जिसे देसी फ्रिज भी कहा जाता है और जिसका शीतल जल पीकर प्यासे कंठ की प्यास बुझ जाती है, गला तर हो जाता है . दूसरों के प्यासे कंठ की प्यास बुझाने वाले कुम्हार जाति के ये लोग आज खुद प्यासे हैं क्योंकि आधुनिकता के चलते लोगों ने मिट्टी के घड़ों की जगह फ्रिज को अहमियत देना शुरू कर दिया है . कुल मिलाकर कहा जाय तो पुश्तैनी धंधे की दयनीय हालत के चलते कुम्हारों का जीवन संकट में है . बड़ा सवाल यह है कि क्या सरकार कुम्हारों की पीड़ा समझते हुए उनकी मदद के लिए आगे आएगी ?


 


अतुलनीय भाव है 'मां'

मां अपने बच्चों को अपने जान से ज्यादा करती हैं प्यार
मां अपने बच्चों में कभी भी भेद भाव नहीं करती चाहे बच्चे कैसे भी रहें
केपी पटेल
भारतीय संस्कृति में मां को विशेष रूप से भारत में कई नामों से पुकारा जाता है, जैसे की मां, अम्मा, ताई, आई, माई, मॉम, मम्मी, अव्वा आदि शामिल हैं। हम जब भी मां से बात करते हैं तो हमारी आंखों में अलग से खुशी की चमक दिखाई देती है और इसकी वजह सिर्फ और सिर्फ मां का असीम प्रेम छुपा होता है। इस संसार में मां एक ऐसा शब्द है जिसकी तुलना किसी दूसरे शब्द से नहीं की जा सकती। कहते हैं कि भगवान ब्रह्मा ने जब इस सृष्टि की रचना की थी उसकी सर्वश्रेष्ठ सृष्टि मां ही थी। भगवान हर किसी के पास नहीं जा सकते, इसीलिये उन्होंने मां को बनाया और उन्हें हम सभी के पास भेज दिया।



दुनिया में मां ही भगवान की एक ऐसी रचना है जो अपने बच्चों का कभी बुरा नहीं चाहती। खुद कष्ट सहेगी लेकिन अपने बच्चों को परेशान नहीं देखेगी। यही नहीं, दुनिया में ऐसे हजारों किस्से सुनने को मिलते हैं जहां मां खुद भूखी रहकर अपने बच्चों को खाना खिलाती हैं। मां कभी भी अपने पुत्र का बुरा नही चाहती है माँ खुद भूखी सो सकती है लेकिन कभी भी अपने संतान को भूखा नही सोने देती है और जिसपर माँ की असीम कृपा हो जाए उसे दुनिया में सर्वश्रेष्ट स्थान मिल जाता है आईये आपको माँ की ममता और माँ के दिखाए रास्ते की एक छोटी सी कहानी बताते है जो हमे माँ की ममता और आत्म सम्मानपूर्वक जीवन जीने का मार्ग दिखाता है। मदर्स डे अलग-अलग देशों में अलग-अलग परंपरा से मनाया जाता है और इस दिन बच्चे अपनी मां को तरह-तरह के उपहार भेंट कर उनका सम्मान किया जाता है। यही नहीं, मां के सम्मान में लिखे गए गीत, कहानियां सुनाने के अलावा नाटक आदि का आयोजन किया जाता है।



भारत जैसे देश में मातृ दिवस के लिये कोई तारीख निर्धारित नहीं होती, क्योंकि हमें पूरे जीवनभर मां का सम्मान करने की बात सिखायी जाती है। इसलिए केवल एक ही दिन मां के लिये कुछ करना या उनका सम्मान करना कोई मायने नहीं रखता। मां ही है जो जिन्दगी भर अपने बच्चों की भलाई और विकास के बारे में सोचती है। वह सोचती है कि ऐसा क्या करें जो उसके संतान पूरी जिन्दगी आराम से बिताए और उन्हें कोई परेशानी न हो। मां अपने बच्चों को अपने जान से भी ज्यादा प्यार करती है। बच्चे चाहे कैसे भी हों रंग, रूप, बनावट, सुंदरता इत्यादि पर कभी भी बच्चों पर भेद भाव नहीं करते और एक समान सभी बच्चों को प्यार देते हैं और उनके सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए हर प्रयास करते हैं। बच्चे अपना कोई भी इच्छा हो सबसे पहले अपने मां को बताते है जिसके माध्यम से बाद में पिता (पापा) को पता चलता है।


इसलिए मदर्स डे के दिन आपको अपनी मां से पहले उठ जाना चाहिए और मां के उठने पर उसके चरणों पर फूल रखकर उसे नमन करना चाहिए। ऐसा करने से मां के चेहरे पर जो मुस्कान दिखेगा और उसके आशीर्वाद से आपके जीवन का कल्याण होगा! मां के गर्भ में आने के लिए भगवान भी तरसते है और मां के प्यार पाने के लिए और संसार की सेवा करने के लिए देवी देवताओं और महापुरूषों ने कई बार जन्म लिए है जिनका उदाहरण आपके सामने प्रस्तुत है जैसे श्रीराम, श्री कृष्ण, श्री गौतम बुद्ध, महात्मा गांधी, भगत सिंह इत्यादि।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...