शुक्रवार, 17 जुलाई 2020

भारत में सामुदायिक संक्रमण नहीं हैं


नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक भारत में अभी कोरोनावायरस कोविड-19 का सामुदायिक संक्रमण नहीं है। डब्ल्यूएचओ की ताजा जारी कोविड-19 स्थिति रिपोर्ट में 16 जुलाई तक के आंकड़े दिए गए हैं। डब्ल्यूएचओ ने अपनी इस रिपोर्ट में कहा है कि दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों में मात्र 2 देश बांग्‍लादेश और इंडोनेशिया में कोरोना का सामुदायिक संक्रमण है। भारत, नेपाल, थाईलैंड, मालदीव, श्रीलंका और म्यांमार में सामुदायिक संक्रमण नहीं है। भूटान और पूर्वी तिमोर में कोरोना संक्रमण के बहुत कम मामले हैं। गत 16 जुलाई तक के आंकड़ों के मुताबिक भूटान में कोरोना संक्रमण के 84 मामले और पूर्वी तिमोर में 24 मामले हैं।             


उत्तराखंड में 4 दिन कंप्लीट लॉकडाउन

देहरादून। शुक्रवार को 120 नए कोरोनावायरस मामले आने के बाद राज्य में 4102 कोरोनावायरस का आंकड़ा पहुंच गया है। जिसे देख आखिरकार सरकार ने शनिवार और रविवार को 4 जिलों में लॉकडाउन किए जाने का निर्णय लिया है। लगातार राज्य में बढ़ रहे कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है।


मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार के दोपहर में ही लॉकडाउन की बात कही थी और देर शाम इसकी गाइडलाइंस भी जारी हो गई है देखिए क्या रहेगी गाइडलाइंस। शासन ने रविवार और शनिवार को की जाने वाली तालाबंदी को लेकर आज नए आदेश जारी किए हैं। जिसके तहत शनिवार और रविवार को देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर, नैनीताल कंप्लीट लॉकडाउन रहेगा इसमें आवश्यक सेवाएं शामिल नहीं होगी जैसे औद्योगिक क्षेत्रों में काम किया जाता रहेगा कृषि व निर्माण कार्य भी चलते रहेंगे लिकर शॉप होटल मूवमेंट ऑफ पर्सन और गाड़ी जो इन कार्य से जुड़ी होगी उन को मंजूरी दी जाएगी। उत्तराखंड में यात्रा करने से पहले बाहरी राज्यों के लोगों को पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा। अगर किसी ने कोरोना जांच 72 घंटे पहले कराई है और वो नेगेटिव है तो बिना क्वारंटाइन रूल के एंट्री मिलेगी। अपनी मेडिकल रिपोर्ट को स्मार्ट देहरादून पोर्टल पर अपलोड करना होगा जो कि सीमा पर चैक होगी।                         


अमरनाथ-यात्रा पर चरमपंथियों का साया

नई दिल्ली। भारतीय सेना के खुफिया सूत्रों को जानकारी मिली है कि चरमपंथी अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रदालुओं को निशाना बना सकते हैं। इसकी जानकारी देते हुए सेक्टर कमांडर 9 आरआर ब्रिगेडियर वीएस ठाकुर ने मीडिया को बताया कि चरमपंथी नेशनल हाइवे-44 पर हमले की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये पूरा इलाका बेहद संवेदनशील है और भारतीय सेना अमरनाथ यात्रा को शांतिपूर्वक कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अमरनाथ यात्रा 21 जुलाई से शुरू होने वाली है। इससे पहले सेना को अपने खुफ़िया सूत्रों से जानकारी मिली है कि दक्षिण कश्मीर में इस वक्त 100 से ज़्यादा चरमपंथी मौजूद हैं जिसमें 25 से 30 विदेशी भी हैं। इस साल हर दिन महज 500 लोगों को अमरनाथ यात्रा जाने की इजाजत मिली है। यात्रा पर जाने वाले श्रदालुओं का यात्रा से पहले स्क्रीनिंग होगी, टेस्ट लिए जाएंगे।               


18 पॉजिटिव केस से विभाग में हड़कंप

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। जनपद में कोरोना का कहर ज़ारी है। अब ग्रामीण क्षेत्रो में भी निकल रहें है। कोरोना पॉजिटिव एक साथ अट्ठारह कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने से मचा स्वास्थ्य विभाग में हड़कम, कोरोना पॉजिटिव मरीज़ो को लेने के लिये स्वास्थ्य विभाग की टीमें रवाना ज़िले में अब एक्टिव कोरोना पॉजिटिव मरीज़ो की संख्या हुई 59 ज़िला अधिकारी ने की पुष्टि।                 


आज की चिंता 'संपादकीय'

आज की चिंता    'संपादकीय'
 देश का प्रत्येक नागरिक अपने भविष्य को लेकर विचार-विमर्श के साथ-साथ परवाह भी करता है। अपने परिवार, राष्ट्र के प्रति यह प्रत्येक नागरिक का दायित्व भी है। इसके विपरीत देश के प्रधानमंत्री का देश के प्रति भी इसी प्रकार दायित्व बनता है। लेकिन परवाह उन्हीं लोगों की हो रही है जो देश की जनता को लूट-खसोट रहे हैं और भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। देश की परवाह विपक्ष के लोग भी करते हैं। भले ही वे जलन से करते हो। जो दल और विचार तो नहीं मानते हैं केवल वर्ग-समुदाय के सीमित दायरे में रहते हैं। वे लोग भी खूब परवाह करते हैं। आखिरकार सभी लोग परवाह करते हैं। ऐसा नहीं है कि देश के प्रधानमंत्री ने देश की जनता की परवाह नहीं की है। उन्होंने एक उन्नत नीति के आधार पर महत्वपूर्ण योजना पर कार्य किया है। जिसे उन्होंने 'मेक इन इंडिया' का नाम भी दिया है। 'मेक इन इंडिया' के तहत अभी तक भारत की जनता को केवल समझाया जा रहा है। प्रशिक्षण दिया जा रहा है। भारत विकास कौशल और स्किल इंडिया जैसे कई अभियान चलाकर व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। हालांकि आर्थिक स्थिति पर बात करने की कोई जरूरत नहीं है। कोई भी काम किया जाए, पैसा तो खर्च होता ही है। प्रचार-प्रसार नहीं होगा जागृति कैसे आएगी? आप जानते हैं, जनता इतनी ढीठ होती है। 10-15 साल 'पकोड़े तलने' के काम को सीखने में लगा देती है। 'मेक इन इंडिया' को धरातल पर लाने के लिए लापरवाही बरती जा रही है। कई संगठन हाथ पर हाथ धरे हुए बैठे हैं। यदि प्रचार-प्रसार अधिक विस्तृत होगा, तो योजना का आवरण भी विस्तृत होगा। ठीक है मान लिया जाए, महामारी है, लॉक डाउन लागू किया गया है। तो उसके साथ-साथ अनाज, चावल और चना भी तो सब लोग मिल बांटकर ही खा रहे हैं। देश के युवा-वर्ग को 'मेक इन इंडिया' पर फोकस करने की सख्त आवश्यकता है। आखिरकार देश का स्वर्णिम भविष्य आप लोग ही तो हैं। अगर अभी भी दिमाग में कोई फितूर है तो उसे निकाल देना चाहिए। सरकारी नौकरी और 'मेक इन इंडिया' में बस थोड़ा सा अंतर है। भारतीय रेल के सभी पुर्जे और हिस्सों का निर्माण इंडिया में ही होगा। लेकिन रेल का निजीकरण कर दिया जाएगा। यह कम उपलब्धि नहीं है। कम से कम रेल के हिस्से और पुर्जे तो भारत में बनेंगे। जो लोग छोटा-मोटा व्यापार, काम-धंधा करते थे। उन लोगों को भी इस अभियान का हिस्सा बन जाना चाहिए और ज्यादा कुछ नहीं कम से कम 'स्पेशल चाय' बनाने की ट्रेनिंग तो ले लेनी चाहिए। कुछ एडवांस लोग ट्रेनिंग ले चुके हैं। उन्हें देश हित में प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना करनी चाहिए। जो लोग इस अभियान में अधिक सहयोग नहीं कर सकते हैं। कम से कम इस अभियान की परवाह तो करें।


"अब बैठकर आंख भिढ़ाने के अलावा कोई काम नहीं है।
गुजरता वक्त बना देगा निकम्मा, यूं ही हम बदनाम नहीं है।
वफा तो अब करनी होगी, कुत्तों का ही यह काम नहीं है।
हर गले पर लटका है फंदा, बचेगा वही जिसे जुकाम नहीं है।
ऐ मेरे वतन के लोगों, पहले वाली तो यह सुबह-शाम नहीं है। जितना बेचैन है आलिम तू, उसी तरह मुझे भी आराम नहीं है।


राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'           


कोरोना के प्रेरकों को दिया जाए सम्मान

भानु प्रताप उपाध्याय 


भारत सरकार द्वारा बाबा रामदेव, अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार और रतन टाटा को कोरोना काल के सबसे बड़े प्रेरक का सम्मान दिया जायें- आरआरडी उपाध्याय


शामली। कोरोना के खिलाफ जंग में लोगों को प्रेरित करने वाले बाबा रामदेव, अमिताभ बच्चन, रतन टाटा और अक्षय कुमार को भारत सरकार द्वारा कोराना काल के सबसे बड़े प्रेरक का खिताब देने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को  समाजसेवी आर०आर०डी० उपाध्याय ने लिखा पत्र।
कोरोना काल के प्रारंभ होने से लेकर वर्तमान तक देश की चार महान हस्तियाँ बाबा रामदेव और अमिताभ बच्चन, रतन टाटा और अक्षय कुमार निरंतर देश व मानवता के लिए कार्य करते हुये, कोरोना वायरस के खोफ़ में जी रहे आम आदमी से लेकर खास आदमी तक को प्रेरित कर रहे है, उनका मनोबल बढ़ा रहें हैं।
समाजसेवी आर०आर०डी० उपाध्याय ने कहा कोरोना काल में कोरोना के खिलाफ जंग में ब्रांड एम्बेसडर बने "अमिताभ बच्चन" को करोड़ों लोगों फॉलों करते हैं, उन्हें सुनते हैं और उनकी बात मानते है। कोरोना आपातकाल में सदी के महानायक लोगों की प्रेरणा है। बच्चन के कोरोना पॉजिटिव होने पर सम्पूर्ण भारतवर्ष में लोग उनके स्वास्थ्य होने के लिए मन्नत मांगी है। हिन्दुस्तान में लॉकडाऊन शुरू होने से पूर्व ही बाबा रामदेव हिन्दुस्तान सहित दुनियां के बहुत से देशों को अपनी सेवाएं दे रहे है। कोरोना काल में देश विदेश के करोड़ों लोग बाबा रामदेव के साथ प्राणायम लोम-विलोम व योग आसन कर रहें है। उनके द्वारा बताये गयें गाढ़े नुक्सों का सेवन कर रहें है। बाबा रामदेव द्वारा निर्मित जिस दवाई पर अंगुली उठाई गई करोड़ों लोग उसकी डिमाण्ड कर रहे है। कोरोना काल के समय बाबा रामदेव के फ़ॉलोवर में उन्हें पसंद न करनें वालों, उन पर नकारात्मक टिप्पणी करने वालों की भी बड़ी संख्या मौजूद है। बाबा रामदेव ने देश और विदेश में कई करोड़ लोगों का मनोबल बढाया है। वह लोगों में सकारात्मक ऊर्जा संचालित कर रहें है, लोगों को प्रेरित कर रहें है।
अक्षय कुमार ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में केन्द्र सरकार  द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी नागरिक सहायता एवं आपात स्थति राहत कोष के ऐलान के तुरंत बाद 25 करोड़ बड़ी धन राशि देकर उद्यमीयों, खिलाड़ियों, फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को तो प्रेरित किया है साथ ही आम आदमी में भी मातृभूमि के लिए धन से योगदान करने की होड़ सी मची गयी। अक्षय कुमार से प्रभावित छोटे-छोटे बच्चों ने अपनी गुल्लक तोडनी शुरू कर दी यह एक जबरदस्त प्रेरणा और अद्भुत दृश्य था। कोरोना काल में 500 करोड़ रूपये देश को समर्पित करने वाले रतन टाटा का वह वाक्य 2021 में आप अपने परिवार के साथ ज़िन्दा है यही आपकी सबसे बड़ी पूंजी और सबसे बड़ा लाभ (आमदनी) है प्रत्येक हिन्दुस्तानी विशेष रूप से छोटे दुकानदार से लेकर बड़े व्यापारियों के दिलों को छु गयी। रतन टाटा के इस वाक्य ने सम्पूर्ण भारतवर्ष को प्रेरित किया है।
समाजसेवी कि कहना है कि ये चारों महान हस्ती कोरोना काल में हिन्दुस्तान के सबसे बड़े प्रेरक  हैं। इसी लिए भारत सरकार को इन्हें कोरोना काल के सबसे बड़े प्रेरक होने के सम्मान दिया जायें। यह सम्मान लाखों नागरिकों को राष्ट्र व मानवता के प्रति समर्पित होने के लिए प्रेरित करेगा।           


पुलिस ने चलाया वाहन चेकिंग अभियान

भानु प्रताप उपाध्याय


भोपा पुलिस ने मोरना में चलाया वाहन चेकिंग अभियान


मोरना। मोरना में सात कोरोना मरीज़ मिलने के उपरांत प्रशासन ने कोरोना बीमारी से बचाव को सतर्कता व सावधानी दिखाते हुवे मोरना में जानसठ मार्ग पर बेरिकेटिंग लगाकर मार्ग को सील किया हुआ है, तथा मोरना में सभी प्रतिष्ठान बन्द कराए गये हैं। आज भोपा पुलिस द्वारा मोरना चौकी के सामने वाहन चेकिंग अभियान चलाते हुवे कागज़ात न दिखाने पर वाहनों के चालान काटे व मास्क न लगाने वालें यात्रियों को कार्रवाई की चेतावनी दी।           


नहीं जल निकासी, वर्षा से शहर बना टापू

बारिश होते ही शहर बना टापू पानी की नहीं हो रही निकासी
भानु प्रताप उपाध्याय


मुजफ्फरनगर। जनपद में आज सुबह से ही दिन में तीन बार हल्की बारिश हुई है। शहर में पाइपलाइन दब रही है। बरसात का मौसम चल रहा है। इस बहुत थोड़ी सी बारिश में ही शहर के मेन रोड अहिल्याबाई चौक से शिव चौक तक जल का भराव लोगों के आवागमन में बहुत परेशानी पैदा कर रहा है।वही नॉवल्टी चौराहे के निकट पाइप लाइन दबने के कारण रोड में गड्ढे हो रहे हैं। पानी भर रहा है। जिस कारण लोगों को आने जाने में परेशानियां तो हो ही रही हैं। अचानक गड्ढों में वाहन आने के कारण लोग पानी में गिर भी रहे हैं। जो नगर पालिका और जनपद प्रशासन की पोल खोल रहा है। आप देख सकते हैं यह दृश्य दोपहर 2:00 बजे बारिश हुई और उसमें ही 10 मिनट की बारिश में रोड पर पानी भरा महसूस नजर आ रहा है। उधर लगातार मौसम आए दिन खराब है लोग एक तरफ करोना जैसी संक्रमित बीमारी से बचने के लिए एक दूसरे से सोशल डिस्टेंस रखना चाहते हैं वही इन रोड को देखते हुए आए दिन जाम की स्थिति शहर में बनी रहती है और खासकर बारिश के मौसम में लोग अपने आप को एकदम इस बारिश में टापू में खड़ा महसूस समझते हैं।           


पॉलिथीन के खिलाफ की गई छापामारी

अवैध दूध डेरीयो और प्रतिबंधित पॉलिथीन पर प्रशासन ने की छापेमारी
भानु प्रताप उपाध्याय


 मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में आज जिला प्रशासन ने नगर कोतवाली क्षेत्र के खालापार में अवैध रूप से चल रही दूध की डेरीयो पर छापेमारी कर डेयरी संचालकों को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द से जल्द इन डेरियो को यहां से दूसरे स्थान पर ले जाएं नहीं तो प्रशासन द्वारा इन भैंसों को जब्त कर लिया जाएगा। डेयरी संचालकों को सख्त चेतावनी देने के बाद नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर के अधिशासी अधिकारी विनय मणि त्रिपाठी के नेतृत्व में पूरी प्रशासनिक टीम प्रतिबंधित पॉलिथीन की दुकानों पर छापेमारी के लिए पहुंची। प्रशासनिक टीम ने यहां छापेमारी करते हुए 80 किलोग्राम प्रतिबंधित पॉलिथीन जब्त की और ₹6000 का चालान भी वसूल किया। इस दौरान नगर पालिका परिषद अधिशासी अधिकारी विनय मणि त्रिपाठी के साथ नगर स्वास्थ्य अधिकारी रविंद्र राठी, नगर कोतवाली पुलिस और अन्य प्रशासनिक कर्मचारी मौजूद रहे। 


कारतूस-तमन्चें के साथ युवक गिरफ्तार

अतुल त्यागी
थाना बहादुरगढ़ प्रभारी नीरज कुमार ने मुखबिर की सूचना पर किया युवक को गिरफ्तार एक अदद तमन्चा 315 बोर मय 1 जिन्दा कारतूस 315 बोर के गिरफ्तार किया गया है।बहादुरगढ़ पुलिस की अच्छी कार्रवाई करते हुए क्षेत्र में खुशी की लहर


हापुड़/ बहादुरगढ़। पुलिस अधीक्षक महोदय जनपद हापुड के आदेशानुसार अपराध नियन्त्रण व कानून व्यवस्था हेतू सक्रिय अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में श्रीमान अपर पुलिस अधीक्षक जनपद हापुड के निर्देशन तथा श्रीमान क्षेत्राधिकारी गढ़मुक्तेश्वर महोदय के निकट पर्यवेक्षण मे थाना स्थानीय पुलिस द्वारा चैकिंग सदिग्ध वाहन व व्यक्ति, गस्त, के दौरान  अभियुक्त विनोद उर्फ भोला पुत्र दीवान सिंह नि0 कस्बा व थाना बहादुरगढ़ जनपद हापुड़ को मुखविर की सूचना पर एक अदद तमन्चा 315 बोर मय 1 जिन्दा कारतूस 315 बोर के गिरफ्तार किया गया है। जिसके विरूद्ध थाना हाजा पर मु0अ0स0199/20 धारा 3/25 आयुध अधिनियम पंजीकृत कर अभियुक्त को जेल भेजा जा रहा है।     


विभाग ने मारा छापा, 5 पर मामला दर्ज

अतुल त्यागी


हापुड़़/बृजघाट। तीर्थनगरी मे बिजली विभाग ने मारा छापा 5 के खिलाफ बिजली चोरी की रिपोर्ट दर्ज की। बिधुत बिभाग द्वारा उ.प्र.मे बिजली चोरी रोकेने को लेकर निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। जनपद हापुड़़ की तीर्थनगरी बृजघाट मे बिधुत बिभाग की टीम ने छापा मारा बिधुत बिभाग के द्वारा मारे छापे को लेकर तीर्थनगरी मे हडकंप मच गया बिधुत बिभाग की टीम ने तीर्थनगरी के डाकखाने वाली मे छापा मारा। जें.ई. जितेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि मुखविर की सूचना पर टीम ने छापा मारा बिधुत चोरी मे पवन पुत्र सुरेश,राहुल पुत्र किशनपाल,अमन गौड पुत्र राजीव शर्मा ,जीतू पुत्र रंजीत सिंह व कलुवा पुत्र चंद्रपाल के खिलाफ धारा 135 के अंर्तगत बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज किया गया है छापे के दौरान जे.ई. जितेन्द्र पाल सिंह, अशोक कुमार टी.जी..2, लाईनमेन धर्मेंद्र चौहान,एंव हरिओमसिंह यादव शामिल रहे।              


शराब 'माफियाओं' पर कसा शिकंजा

अतुल त्यागी
हापुड़ में आबकारी अधिकारी लेडी सिंघम सीमा कुमारी और उनके स्टाफ ने शराब माफियाओं पर कसा शिकंजा।


हापुड़। जिलाधिकारी महोदया हापुड द्वारा दिये गये आदेशों के क्रम में जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र नाथ सिंह के निर्देशन में कोरोना महामारी के अन्तर्गत आज दिनांक 16 -07-2020 को आबकारी निरीक्षक सीमा कुमारी व समस्त स्टाफ तथा पुलिस टीम व सब इंस्पेक्टर प्रीतम के द्वारा भगवंतपुर, नया गाँव,रेत वाली मडैया, शेरा किशना की मडैया आदि गाँवो में दबिश दी गई। दबिश के दौरान सविता पत्नी ओमप्रकाश निवासी भगवंतपुर से दो कैनो में लगभग 50 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद कर थाना गढमुकतेशवर में कार्यवाही की गई तथा सूरजो पत्नी रघुवीर निवासी शेरा किशना की मडैया से एक प्लास्टिक के कटटे में पाउच  में लगभग 15 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद कर आबकारी अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज कर  कार्यवाही की गई।         


रेलवे के निजीकरण के विरुद्ध प्रदर्शन

रेलवे के निजीकरण के खिलाफ देशव्यापी विरोध दिवस पर सीटू रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन ।


पंकज कपूर


देहरादून। केंद्र सरकार द्वारा रेलवे को नीजि हाथों मे बेचने के विरोध मे सीटू ने आज राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस के अवसर देहरादून रेलवे स्टेशन पर निजीकरण के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की तथा मोदी सरकार से रेलवे के निजीकरण के फैसले वापस लेने की मांग ।इस अवसर स्टेशन निदेशक  गणेश ठाकुर  के माध्यम से प्रधानमन्त्री भारत सरकार को ज्ञापन प्रेषित किया गया ।ज्ञापन मे कहा गया है कि जहाँ निजीकरण से किराऐ भारी बृध्दि होगी तथा कर्मचारियों की नई भर्ती होने के बजाय कार्यरत कर्मचारियों की छटनी होगी वहीं देश का मजबूत परिवहन माध्यम कमजोर होगा तथा बडे बडे घरानों का लूट का अढ्ढा बनेगा ।ज्ञापन मे इस जनविरोधी फैसले को वापस लेने की मांग की ।
इस अवसर सीटू प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र नेगी ,सीटू सचिव लेखराज ,रामसिंह भण्डारी ,भगवन्त पयाल उपाध्यक्ष ,एच के मिश्रा  ,रविन्द्र नौडियाल शिवादुबे ,इन्दुनौडियाल ,राजेन्द्र पुरोहित ,अनन्त आकाश ,अर्जुन रावत , ,मिथलेश कुमार ,मनीष जैन ,लक्ष्मी जोशी मामचंद आदि बडी संख्या मे सीटू से जुड़े लोग शामिल थे।


हरियाणा होकर कोर्ट पहुंचा सियासी खेल

राणा ओबराय
राजस्थान की सियासत का खेल, हरियाणा रिसोर्ट से होता हुआ कोर्ट तक पहुंचा
जयपुर/दिल्ली। राजस्थान का दलबदल का खेल अब राजस्थान उच्च न्यायालय तक पहुंच गया है । कहां तो सचिन पायलट बागी होकर सरकार पलटने की फिराक में थे और कहां विधायक बने रहने के लाले पड़ गये और कोर्ट जाना पड़ा । यह बहस छिड़ गयी कि स्पीकर को ऐसे नोटिस देने का अधिकार है या नहीं । इस तरह खेल रिसोर्ट से होता हुआ कोर्ट तक पहुंच गया । याद होगा आपको कभी उत्तराखंड विधानसभा का मामला भी कोर्ट तक पहुंचा था । फिर विजय बहुगुणा और उनकी बहन रीटा बहुगुणा कांग्रेस छोड़ कर भाजपा के हो गये । वह संकट भी भाजपा के कारण आया था । अब सचिन पर फैसला कुछ भी आए लेकिन इतना तो मानना पड़ेगा कि फिलहाल दांव उलटा पड़ा है सचिन पायलट का । अब कहां रनवे मिलेगा , कहां नहीं ? कुछ समझ नहीं पा रहे सचिन । जिस भाजपा के भरोसे बागी हुए थे वे तो कह रहे हैं कि हम देख रहे हैं , निगाह रखे हुए हैं और समय पर कार्यवाही करेंगे । एक तरफ सचिन ने घोषणा कर दी कि भाजपा में नहीं जायेंगे , दूसरी तरफ भाजपा की वसुंधरा राजे सचिन की राह भाजपा में रोके हुए हैं । यह बयान भी आया है नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल का कि वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री गहलोत की मदद कर रही है और दो विधायकों को लौटा भी दिया सचिन कैंप में जाने से पहले ही । यह राजनीति है । चाहे वसुंधरा राजे गहलोत की मदद न भी कर रही हों लेकिन वे अपना घर तो बचाएंगी ही न वसुंधरा राजे और अपना घर बचाते बचाते मदद हो रही है गहलोत की ।
इधर गहलोत और ज्यादा आक्रामक होते जा रहे हैं । पहले तो स्मार्ट ब्बाॅय कहा और अंग्रेज़ी बोलने से कुछ नहीं होता कहा और अब सीधे सीधे शब्दों में गद्दार ही कह दिया जबकि कांग्रेस हाईकमान गहलोत के ऐसे रवैये से ज्यादा खुश नहीं कयोंकि हो सकता है कि सचिन की वापसी के प्रयास सफल हो जायें पर लगता यह है कि गहलोत अब नहीं चाहते कि किसी भी तरीके से सचिन कांग्रेस में वापस आ जायें । इसलिए वे इतना आक्रामक रवैया अपना रहे हैं । मज़ेदार बात है कि अभी कांग्रेस के बागी विधायक गुरुग्राम के निकट ग्रैंड भारत रिसोर्ट में रुके हुए हैं और कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया है कि बागी भाजपा की निगरानी में छुट्टियां मना रहे हैं । यह चुटकी भाजपा पर है कि चाहे सरकार गिरा सके या नहीं लेकिन बागी कांग्रेसियों को तो मज़े करवा रहे हो । भाजपा की इस मामले में महाराष्ट्र के बाद एक बार फिर किरकिरी हुई । अजित पंवार की तरह सचिन पायलट पर भरोसा करके बहुत बड़ी भूल की और अब मूक दर्शक बन कर बैठ गये । भाजपा का कुछ गया नहीं लेकिन सचिन की राजनीति की उड़ान फिलहाल धीमी पड़ गयी । जायें तो जायें कहां? आखिर महत्त्वाकांक्षा कहां से कहां ले गयी ? गहलोत की मानें तो पिछले डेढ़ साल से पायलट साजिश रच रहे थे । बात तक नहीं की मुझसे । कैसे उपमुख्यमंत्री ? अब शायद दो दो उपमुख्यमंत्री बनाये जायेंगे ताकि संतुलन बनाया जा सके । देखिए कोर्ट क्या फैसला सुनाया है और सचिन का भविष्य क्या होगा ?               


पूर्व सीएम में निधन पर जताया शोक

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महबूब उसमानी की माँ के निधन पर जताया शोक


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव महबूब उसमानी की माँ महमूदा खातून उसमानी के गत 8 जुलाई को हृदयगति रुकने से हुए देहान्त पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शोक पत्र भेज कर  दिवंगत आत्मा की शान्ति और शोक संतप्त परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।अखिलेश यादव ने शोक पत्र में कहा की एक माँ से बच्चों का जो गहरा सम्बन्ध होता है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता उनकी स्मृतियाँ जीवन मे कभी भुलाई नहीं जा सकतीं।प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने भी पत्र भेज कर मृत आत्मा की शान्ति और शोक संतप्त परिवार को इस असहनीय दुख को सहन करने की ईश्वर से कामना की।महानगर मीडिया प्रभारी सै०मो०अस्करी ने बताया की महबूब उसमानी की माँ के देहान्त की खबर से समाजवादी पार्टी परिवार दुखी है।इन दिनों उनके अतरसुईया स्थित आवास पर लगातार लोग शोक जताने पहोँच रहे हैं।रामवृक्ष यादव,बासुदेव यादव,कृष्णमुर्ति सिंह यादव,सै०इफ्तेखार हुसैन,हाजी परवेज़ अहमद,दान बहादुर मधूर,मो०शारिक़,राकेश यादव,दिनेश यादव,शाहिद प्रधान,सैफ फरीदी,आक़िब जावेद आदि नेताओं ने उनके आवास पर जाकर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा की समुचा समाजवादी परिवार इस दुख की घड़ी मे आप के साथ है।


50 हजार का इनामी डकैत गिरफ्तार

चित्रकूट। एक सप्ताह के भीतर चित्रकूट पुलिस ने 4 कुख्यात डकैतों को मुठभेड़ में गिरफ्तार करने का काम किया है और आज एक 50 हजार का इनामियां डकैत दस्यु हनीफ मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया। आज सुबह चित्रकूट पुलिस को मुखबिर के जरिए मिली खबर के मुताबिक बीहड़ में सर उठा चुका 50 हजार का इनामियां डकैत दस्यु हनीफ गैंग की मानिकपुर के चुरेह केसरूवा जंगल मे गश्त की सूचना मिली, जिसके आधार पर एसओजी व थाना पुलिस ने संयुक्त तत्वाधान में जंगल की घेराबंदी की और गैंग को चारों तरफ से घेरते हुए आत्मसमर्पण के लिए ललकारा लेकिन खुद को घिरा देख गैंग ने पुलिस टीम पर फायरिंग झोंक दी।


पुलिस टीम ने जवाबी फायरिंग करते हुए डकैत को घायल कर दिया। दोनो तरफ से हुई दर्जनों राउंड फायरिंग के बाद डकैत को पुलिस घायलावस्था के गिरफ्तार करने में सफल साबित हुई तो बाकी डकैत घनघोर जंगल की आड़ में भाग निकलने में सफल साबित हुए। गैंग का मुख्य सरगना पुलिस के हत्थे चढ़ने से ग्रामीण इलाकों में खौफ भी कम हुआ है।


पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने बताया कि डकैत हनीफ गैंग जनपद का टॉप 10 गैंग है, मुठभेड़ के दौरान गैंग लीडर हनीफ के पैर में गोली लगी है जिसको चिकित्सालय में भर्ती करवाया उपचार किया जा रहा है। डकैत के पास से 12 बोर की रायफल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं।             


कोरोना संक्रमित 2 पर्यटक पकड़े गए

ऊना। कोविड टेस्ट की रिपोर्ट के बगैर हिमाचल में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे दो विदेशी नागरिकों को प्रशासन ने संस्थागत क्वारंटाइन किया गया है। मामला देर शाम का है, जब उपायुक्त ऊना संदीप कुमार निरीक्षण के लिए मैहतपुर बॉर्डर पहुंचे तो विदेशी नागरिकों ने उन्हें बताया कि उन्होंने धर्मशाला में एक होटल में पांच दिन की बुकिंग करवा रखी है तथा उनकी कोविड-19 की रिपोर्ट नेगेटिव है। लेकिन छानबीन करने पर सत्यापित नहीं हो सका कि दोनों ने कोविड टेस्ट करवाया है। ऐसे में उपायुक्त ने दोनों विदेशी नागरिकों को संस्थागत क्वारंटाइन करने के निर्देश दिए।


उपायुक्‍त ने बताया कुछ दिनों बाद दोनों का कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा तथा रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें आगे जाने की अनुमति दी जाएगी। प्रदेश में राज्यों से प्रवेश करने वाले लोगों से डीसी संदीप कुमार ने आह्वान किया कि एंट्री पास बनाते समय सत्य एवं सही जानकारी अपलोड करें, किसी भी प्रकार की गलत जानकारी देने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।


डीसी ने बताया जिला की सीमाओं पर संपूर्ण दस्तावेजों का समुचित सत्यापन किया जा रहा है। इसलिए जब भी प्रदेश में प्रवेश करने के लिए पंजीकरण करें तो सही और सटीक जानकारी ही अपलोड करें। उन्होंने कहा किसी भी प्रकार के फर्जी दस्तावेज के आधार पर प्रवेश करने की कोशिश न करें, ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।              


दुष्कर्म की शिकायत पर जिंदा जलाया

भिवानी। यहां एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक युवक ने नाबालिग लड़की की अश्लील वीडियो बनाई और फिर एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर उसको ब्लैकमेल करने लगा। एक साल तक युवक लड़की से दुष्कर्म करता रहा। आजिज आकर जब लड़की ने मामले की जानकारी परिजनों को दी तो मामला पुलिस में पहुंचा। इससे गुस्साए युवक व उसके साथी ने गत रात्रि अपने घर के आंगन में सो रही लड़की पर तेल डाला और आग लगा दी। लड़की को चौ. बंसीलाल अस्पताल लाया गया, जहां से उसे रोहतक पीजीआइ ले जाया गया। उपचार के दौरान नाबालिग ने दम तोड़ दिया।


पुलिस ने एक आरोपित विक्की को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा आरोपित फरार है। परिजनों द्वारा पुलिस को दी जानकारी के अनुसार नाबालिग लड़की के साथ एक साल से दुष्कर्म किया जा रहा था। इस घटना के बाद से सामाजिक और कई महिला संगठनों में गुस्सा बना हुआ है। इस मामले में आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा की मांग की जा रही थी।


नाबालिग लड़की परिजनों के साथ सदर थाना पुलिस में पहुंची थी


13 जुलाई को 15 वर्षीय नाबालिग लड़की और उसके परिजन सदर थाना पुलिस के पास पहुंचे थे। कहा कि विक्की और लक्ष्मण ने नाबालिग लड़की की अश्लील वीडियो बनाई और फिर उसे ब्लैकमेल करने लगे। शिकायत के बाद पुलिस ने दुष्कर्म, पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। आरोपित विक्की को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। दूसरे आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।


रंजिश के चलते दिया घटना को अंजाम


बताया जा रहा है कि पुलिस में शिकायत की रंजिश के चलते ही आरोपितों ने नाबालिग को जिंदा जलाने की घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद से एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। दूसरा अभी फरार है। इस मामले में पांच के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।


महिला संगठन बोले नाबालिग के साथ न्याय किया जाए


महिला संगठनों ने बताया कि नाबालिग लड़की का अश्लील विडियो बना कर उसको ब्लैकमेल किया गया। इसके बाद उसे जिंदा जला दिया गया। यह बहुत ही शर्मशार करने वाली घटना है। आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।


आरोपितों में से एक को किया है गिरफ्तार


सदर थाने के प्रभारी श्रीभगवान का कहना है कि नाबालिग को जिंदा जलाने की घटना के मामले में एक आरोपित विक्की को गिरफ्तार कर लिया गया है। दूसरे आरोपी लड़की के फूफा की तलाश चल रही है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


पंजाबः 230 की मौत, 9094 संक्रमित

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। कोरोना से पंजाब में गुरुवार को नौ और लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 230 तक पहुंच गई। इस समय राज्य के अस्पतालों में दाखिल 2587 मरीजों में से 65 मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है। इनमें 58 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर और 7 वेंटिलेटर पर हैं। 24 घंटे में कोरोना के 298 नए पॉजिटिव केस मिले हैं। इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की 9094 हो गई है। हालांकि गुरुवार को 410 मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। अब तक 4,29,832 के सैंपल लिए स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक 429832 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए गए हैं। गुरुवार को जो 410 मरीज ठीक हुए हैं उनमें लुधियाना के 84, जालंधर के 122, अमृतसर, बठिंडा व कपूरथला के 13-13, पटियाला के 103, मोहाली के 7, गुरदासपुर व नवांशहर के 8-8, पठानकोट व फतेहगढ़ साहिब के 3-3, होशियारपुर के 6, फरीदकोट के 14, मोगा के 12, बरनाला का 1 मरीज शामिल है।


राज्य में इस तरह कोरोना को मात देने वालों की कुल संख्या 6277 हो गई है। बाजवा की हालत स्थिर, प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किए गए पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उनकी पत्नी और बेटा रविनंदन सिंह बाजवा भी पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद बाजवा की पत्नी और बेटे ने खुद को घर में क्वारंटीन कर लिया है। मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में दाखिल बाजवा की हालत स्थिर है और उन्हें प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। शुक्रवार को उनका एक और टेस्ट किया जाएगा। वहीं सूबे के सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और उनके परिवार की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है।


हजारो में बिकते है सभासद, पुख्ता सबूत

40 हजार में आप भी खरीद सकते है लोनी नगर पालिका के सभासद, बदले में मिलता है कोरा लैटर हेड


पालूराम


गाजियाबाद। नगर पालिका परिषद् लोनी में 40 हजार रूपए मे बिक रहे है सभासद। बदले में लिया जाता हैैै कोरा लैटर पेड। स्थानीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने लिया संज्ञान। संगठन और ईओ को ‘नोट फाॅर, सपोर्ट स्कैंडल’ में शामिल सभासदों और दोषियों की जांचकर सदस्यता समाप्त कराने एवं कार्रवाई के लिए लिखा पत्र। कहा शासन को भेजी जाए संस्तुति पहले भी ऐसे मामलें में कई सांसदों, विधायकों आदि तक की जा चुकी है सदस्यता। विधायक ने बताया पूरे प्रकरण के पुख्ता सबूत रिकाॅर्डिंग के रूप में है मौजूद। पूरे लोनी में है कोरे लैटर हेड के बदले 40 हजार रूपए लेकर भ्रष्टाचार किए जाने की चर्चा।


लोनीः दिनदहाड़े मिठाई विक्रेता की हत्या

मोमीन अहमद


गाजियाबाद। लोनी कोतवाली क्षेत्र के चिरोड़ी बाजार में दिनदहाड़े मिठाई विक्रेता को दुकान के अंदर गोली मारी। अस्पताल ले जाते समय मौत। व्यापारियों में आक्रोश, लगाया जाम। अधिकारियों के आश्वासन के बाद जाम खोला गया। लोनी कोतवाली क्षेत्र में चिरोड़ी मेन बाजार में राधेश्याम गर्ग की गर्ग स्वीट्स के नाम से हलवाई की दुकान है। दोपहर 2:12 पर उनका बेटा मोनू उम्र 35 वर्ष दुकान पर ही था। उस समय दोनों कर भी दुकान पर काम कर रहे थे। दो बदमाश मोटरसाइकिल पर बिना नकाबपोश आए एवं दुकानदार मोनू के सीने में गोली मार दी मोनू को परिजनों द्वारा अस्पताल ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। राधेश्याम गर्ग गाजियाबाद परिवार के साथ रहते हैं। मोनू की मौत की खबर मिलते ही व्यापारियों में आक्रोश छा गया एवं बाजार को बंद कर जाम लगा दिया। लोनी कोतवाली लोनी बॉर्डर टोनिका सिटी टीला मोड़ थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और जाम खुलवाने का प्रयास किया लेकिन व्यापारी मानने को तैयार नहीं हुए लोनी क्षेत्राधिकारी भी व्यापारियों को समझाने का प्रयास करते रहे। एसपी देहात नीरज जादौन मौके पर पहुंचे और जाम खुलवाने का प्रयास किया। व्यापारियों की मांग थी कि बदमाशों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया जाए प्रशासनिक अधिकारी के आश्वासन के बाद लगभग एक घंटा बाद व्यापारी मान गए और जाम खोल दिया। इस दौरान व्यापारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली व्यापारियों ने आरोप लगाया कि आए दिन चिरोड़ी में रंगदारी के मामले आते रहे हैं। व्यापारियों का पलायन हो चुका है। अगर रंगदारी नहीं रुकी तो जो वैश्य वर्ग के व्यापारी बचे हैं जल्द ही पलायन कर जाएंगे।


पति पर लगा पत्नी की हत्या का आरोप

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र के बंथला नहर पर शुक्रवार सुबह 6:00 बजे एक लगभग 32 वर्षीय महिला की डेड बॉडी मिलने से सनसनी फैल गई। महिला के गले में निशान था। आनन-फानन में लोनी बॉर्डर थाना प्रभारी ज्ञानेश्वर बौद्ध एवं सेवा धाम पुलिस चौकी इंचार्ज आशुतोष तरार मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। लगभग 1 घंटे बाद महिला का पति संजीत निवासी राहुल गार्डन लोनी बॉर्डर पुलिस के अनुसार नाटकीय ढंग में पत्नी की तलाश करता हुआ सेवाधाम पुलिस चौकी पहुंचा और महिला की शिनाख्त अपनी पत्नी कल्पना कोर के रूप में की। संजीत ने बताया कि उसकी पत्नी रात 9:00 बजे से गायब थी एवं घर में रखे ₹45000 एवं जेवरात किसी बाबा को देने के लिए घर से चली गई है। मृतक के भाई महेश कुमार ने बताया कि उसकी बहन की संजीत के साथ प्रेम विवाह हुआ था। शादी के बाद से ही लगातार पत्नी को मारता पीटता था। संजीत ने ही कल्पना कौर को मारकर नाटक रचा है। पुलिस ने मृतका के भाई महेश कुमार की तहरीर पर 302 का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


सीएम के नाम आरटीओ को सौंपा ज्ञापन

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। यूपी बस ट्रेवल्स एसोसिएशन के आह्वान पर आज गाज़ियाबाद बस ऑपरेटर्स वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आरटीओ कार्यालय गाज़ियाबाद पर धरना प्रदर्शन किया गया तथा इस संबंध में मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी संभागीय परिवहन अधिकारी (RTO) को सौंपा गया।


इस मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुंदरपाल चौधरी ने बताया कि कोविड 19 के कारण स्कूल, कॉलेज, फैक्ट्री, टूरिस्ट रूट से बसों का संचालन बंद है। हमारी सभी बसें 22 मार्च 2020 को लॉकडाउन लगने के बाद से ही खड़ी हैं। जिससे हमारी आर्थिक स्थिति काफी खराब है। बैंको की किस्तें भी बकाया हैं। हकीकत यह है कि ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े लोग अपने परिवार का भरण पोषण करने भी असमर्थ है।


उन्होंने बताया कि इन सब के बावजूद भी सरकार हमसे रोड टैक्स की मांग कर रही है। राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड आदि राज्यों ने रोड टैक्स माफ कर दिया है। एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि सभी गाड़ियों का 6 माह का कर माफ किया जाए और फिटनेस की अवधि 6 माह की जाए। प्रदर्शन के दौरान अध्यक्ष सुंदरपाल चौधरी, दिनेश अग्रवाल, संजीव नागर, अनिल सागर, जिले सिंह, तेजपाल त्यागी, संदीप त्यागी, आनंद चौधरी, हरीश कुमार, विनोद शर्मा, प्रमोद कुमार, मोहम्मद असलम, जराफ़त अली, जय प्रकाश आदि मौजूद रहे।            


मेयर ने निर्माण कार्य का उद्घाटन किया

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। ट्रांस हिंडन क्षेत्र के वार्ड 72 वैशाली क्षेत्र में सड़कों के सुधार काम शुरू हुआ।  यहाँ रहने वाले पिछले काफी समय से खराब सड़कों की शिकायत कर रहे थे।  मेयर आशा शर्मा ने वैशाली सेक्टर-1 में गुरुद्वारे से इलाहाबाद बैंक के दोनों तरफ रोड के सुधार कार्य का उद्घाटन नारियल फोड़कर तथा मिठाई बांट कर किया । इस अवसर पर क्षेत्रीय पार्षद एवं सदस्य नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य मनोज गोयल ने भी मौजूद थे।


अवस्थापना निधि द्वारा कराया जा रहा कार्य 


वार्ड 72 के पार्षद व नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य मनोज गोयल ने बताया कि यह विकास कार्य अवस्थापना निधि द्वारा कराया जा रहा है जिसकी लागत लगभग 50 लाख है। यह कार्य एक सप्ताह में पूरा होना है। इस मौके पर भाजपा नेता अवधेश कटिहार, शुभम सिंह, के एल शर्मा, प्रहलाद सिंह, शिव शंकर उपाध्याय, श्याम सुंदर सिंह, मंगल सिंह साजवान, सरदार राजेंद्र सिंह, वीरेंद्र यादव, देव सिंह साजवान, विमला भट्ट, प्रार्थना जुयाल, विमला चौधरी, पिंकी राजपूत, पुष्पा, रेशमा साजवान, आनंद सिंह पवार, बीएस चौहान, रघुवीर सिंह रावत, मेहरबान सिंह, दीवान सिंह रजवाड़, एसपी तिवारी, राजू, राजेश तिवारी, गोपाल कृष्ण गोयल, देवी दयाल, वासुदेव प्रताप थपलियाल, रामप्रकाश, उमेश सिंह, शेर सिंह शर्मा, राहुल गोयल, सनी, अनिल कुमार, मास्टर प्रदीप शर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।


कोरोना के प्रति किया जागरूक


लॉक डाउन के बीच सड़क के सुधार कार्य का उद्घाटन करने के दौरान मेयर आशा शर्मा द्वारा ईश्वर से प्रार्थना की गई कि कोई कोरोना वायरस से पीड़ित ना हो और यह आपदा जल्द हमारे देश और संसार से दूर हो जाए। सभी को कोरोना वायरस की वजह से दो गज की दूरी बनाए रखने, मास्क पहनने, अपने हाथों को बार-बार धोने के बारे में भी बताया गया।


गाजियाबाद में फिर सक्रिय हुए भूमाफिया

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। ट्रांस हिंडन क्षेत्र में अर्थला गाँव की सरकारी जमीन पर कुछ भू माफियाओं द्वारा अवैध कब्जे का मामला फिर से ज़ोर पकड़ता जा रहा है।  शिवसेना के प्रदेश उप प्रमुख महेश आहूजा ने आज जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन दिया है जिसमें भूमाफियाओं और उन्हें तथाकथित रूप से संरक्षण देने वाले कुछ पार्षदों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।


महेश आहूजा ने बताया कि ग्राम अर्थला खसरा नम्बर 1445,1446 पर स्थित सरकारी भूमि और झील में भराव करके अनाधिकृत रूप से प्लाट काट कर बेचने वाले भू-माफियाओं अली रजा, उसके भाइयों तथा अन्य सहयोगियों के विरुद्ध थाना साहिबाबाद में मुकदमा पंजीकृत है।


शिवसेना प्रदेश उप प्रमुख के मुताबिक ये भू-माफिया आज तक फरार चल रहे हैं तथा अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। जब भी कोई सरकारी टीम अवैध मकानों को धवस्त करने पहुंचती है, ये लोग महिलाओं को आगे करके कार्यवाही का विरोध करने लगते हैं जिस कारण ध्वस्तीकरण का कार्यवाही पूरी नहीं हो पाती है। दिनांक 09.07.2020 को भी इन भू-माफियाओं ने इसी प्रकार विरोध कराकर कार्यवाही में रुकावट डाली और अवैध निर्माणों को पूरी तरह ध्वस्त नहीं करने दिया।


इन्हीं भूमाफ़ियों के कारण जिला प्रशासन एनजीटी के अर्थला झील की जमीन से अवैध कब्जा हटाने का आदेश का भी पालन नही कर पा रहा है। भू-माफिया अली रजा व इसके साथी अन्य जगहों पर भी सरकारी जमीनों पर कब्जा करके उसको बेचने का कार्य करते हैं। अगर इनकी सही जांच की जाये तो बहुत बड़ा भू-माफिया प्रकरण सामने आएगा अगर इनकी जांच कराई गई तो मालूम होगा कि यह व्यक्ति कब्जे करके व अवैध कार्य करके आज यह करोड़ों रूपयों व भूमि का मालिक बन गए हैं। ऐसे भू-माफिया जिसने करोड़ों रुपए की सरकारी जमीन बेची है लोगों के साथ धोखाधड़ी की है पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाये ।


उन्होंने बताया कि भू-माफिया अली रजा के द्वारा शमशान घाट हिण्डन नदी पर वर्ष 2012 में लकडी व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी कर लाखों रुपये की मूल्य की लकडी के घोटाले का मुख्य आरोपी है जिससे हिन्दू समाज में बहुत रोष है, जिसकी शिकायत जिलाधिकारी पत्र सं0-1404/दि0-डीएम/2013 है। शिवसेना, गाजियाबाद इस प्रकार के भू-माफिया व असामाजिक तत्वों की गतिविधियों का घोर विरोध कर रोष प्रकट करती है तथा प्रशासन से मांग करती है कि अली रजा और उसके साथियों के विरुद्ध जांच कर एन्टी भू-माफिया नियम के तहत संपत्ति जब्त कर कुर्की की सख्त कानूनी कार्यवाही की जाये । ज्ञापन देने वालों में राजू गौतम, कपिल, सचिन, राकेश, सोमपाल, सचिन, देवेंद्र छतवाल, और सुरेंद्र चांदना आदि शामिल थे।


पथ विक्रेताओं को नहीं मिला कोई ऋण

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। कोरोना के चलते लगाए लॉकडाउन के अर्थव्यवस्था पर पड़ते प्रभाव को कम करने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ी-बड़ी योजनाओं और आर्थिक पैकेजों का ऐलान किया था।  उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने भी प्रदेश वासियों की आर्थिक मदद के लिए कई योजनाएँ शुरू की थीं।  ऐसी ही एक योजना के अंतर्गत गरीब ठेला-पटरी लगाने वालों को प्रधानमंत्री पथ विक्रेता आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना के अंतर्गत 10-10 हजार रुपए का ऋण दिया जाना था।


हालांकि योगी आदित्यनाथ ने इस योजना की घोषणा 16 मई को ही कर दी थी, मगर सरकारी बाबुओं की लेट लतीफी और लाल फीताशाही के चलते गाज़ियाबाद में अभी तक किसी भी ठेला पटरी वाले को इस योजना का लाभ नहीं मिला है।


योजना के आवेदन से लेकर पैसे खाते में पहुँचने तक की प्रक्रिया और शर्तें इतनी जटिल है कि अब गरीब व्यापारियों ने पैसा मिलने की आस हो छोड़ दी है।  ठेला-पटरी वालों को सबसे पहली दिक्कत लोन का फार्म भरने में ही आ रही है।  योजना के लिए कम पढ़े लिखे व्यापारियों को ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा जो की अँग्रेजी में ही है।  लोन मिलने के बाद उन्हें अपना सारा व्यापार डिजिटल माध्यम से ही करना होगा। सभी प्रक्रियाएँ पूरी करने के बाद अगर बैंक उन्हें लोन देने के लिए राजी भी हो जाता है तो ठेला-पटरी वालों को लोन के रूप में केवल 10 हजार रुपया ही मिलेगा और यह पैसा उन्हें 1 साल के भीतर लौटना होगा।


2453 ही हैं आवेदनकर्ता


जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के परियोजना अधिकारी पवन कुमार शर्मा ने बताया कि अभी तक 2453 आवेदन मिले हैं, जिनमें से 1500 के फार्म बैंकों को भेज दिए हैं। अनपढ़ और कंप्यूटर नहीं जानने वाले ठेला-पटरी वालों की मदद के लिए 8 कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है और उम्मीद है कि जल्द ही सभी आवेदनकर्ताओं को लोन मिल जाएगा।


गाज़ियाबाद में हैं केवल 11.5 हज़ार पथ विक्रेता


गाज़ियाबाद की सड़कों और बाज़ारों में गुजरने वाले हर व्यक्ति की शिकायत है कि ठेला-पटरी वाले सड़कें घेर कर खड़े रहते हैं। मगर आपको जान कर आश्चर्य होगा कि सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार गाज़ियाबाद नगर निगम क्षेत्र में केवल 23,262 पथ विक्रेता ही हैं।  इनमें से भी लगभग 11.50 हज़ार ठेला-पटरी वाले डूडा में पंजीकृत हैं।


संक्रमण फैलने की रफ्तार में आई कमी

विशाल दत्त


गाजियाबाद। बीते 24 घंटों में गाज़ियाबाद जिले में कोरोना के 179 नए मरीजों की पहचान हुई है, 74 मरीज ठीक हुए हैं, एक व्यक्ति की मौत हुई है और अब जनपद में 1497 सक्रिय मरीज हैं। गुरुवार को जुड़े नए संक्रमितों में सीबीआई के 12 कांस्टेबल शामिल हैं।  बृहस्पतिवार को जिला प्रशासन को जिन 1500 व्यक्तियों की रिपोर्ट मिली है उनमें से केवल 179 ही पॉज़िटिव हैं। इसका मतलब है कि संक्रमण फैलने की रफ्तार में कमी आई है।


हालांकि सिर्फ एक दिन की रिपोर्ट के आधार पर ऐसा कहना गलत होगा लेकिन मजबूरी है कि जिला स्वास्थ्य विभाग आंकड़े उपलब्ध नहीं करा रहा है।  स्वास्थ्य विभाग के हालात देखकर यह भी संभव है कि खुद स्वास्थ्य विभाग के पास ही सटीक जानकारी नहीं हो।


पुराने सैंपल होते हैं बुलेटिन का आधार


दरअसल स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़े पुराने सैंपल्स की रिपोर्ट पर आधारित होते हैं। सरकारी लैब्स से सैंपल के नतीजे आने में 2-3 दिन का समय लगता है।  बहुत से मामलों में यह इंतज़ार 7-8 दिन का भी हो सकता है। आसान भाषा में कहें तो गुरुवार को जिन 179 नए संक्रमितों की पहचान हुई है, उनके सैंपल संभवतः सोमवार या मंगलवार को लिए गए होंगे। यही कारण है कि राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के आधार पर यह कहना मुश्किल है कि वर्तमान में सक्रिय मरीजों की संख्या कितनी है। न ही हम यह कह सकते हैं कि आज जो सैंपल लिए गए थे, उनमें से कितने पॉज़िटिव हैं और कितने नेगेटिवे।


प्रोटोकॉल के तहत सैंपल लेने के बाद संदिग्ध मरीज को क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया जाता है और परिवार के अन्य सदस्यों के भी सैंपल लेकर उन्हें सेल्फ क्वारंटाइन के आदेश दिए जाते हैं। अगर नगर निगम या स्वास्थ्य विभाग मेहरबान हुआ तो 6-7 दिन बाद इलाके को सैनिटाइज़ किया जाता है, वरना आपकी रक्षा के लिए ऊपर वाला तो है ही। 


पोर्टल पर नहीं अपलोड हुई हैं 17 हजार रिपोर्ट्स


कोरोना रिपोर्ट्स के प्रति जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का आलम यह है कि नेगेटिव रिपोर्ट्स और कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके लोगों की 17 हज़ार से भी अधिक रिपोर्ट्स अभी तक सर्वर पर अपलोड नहीं हुई हैं। जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय के आदेश पर अब यह ज़िम्मेदारी लखनऊ से भेजे गए एसीएमओ डॉ राजेश गुप्ता को सौंपी गई है। उनके सहयोग के लिए एडीएम एलए के नेतृत्व में सीएमओ कार्यालय में एक अलग कंट्रोल रूम बनाया गया है।


क्या है इस समस्या का इलाज


आजकल आपको मुहल्ले में कपड़ों पर इस्तरी करने वाले से लेकर मंत्रियों के तथाकथित प्रतिनिधियों तक हर व्यक्ति सलाह देता ही नज़र आता है। ऐसे में यदि हम भी प्रशासन को कुछ सलाह दे दें तो इसमें कोई हर्ज नहीं होगा।  लेकिन हमारी सलाह पिछले 30 वर्षों के प्राइवेट सेक्टर में काम के अनुभव पर आधारित होगी। 


हम जिले में तैनात सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के अनुभव या योग्यता पर सवाल नहीं कर रहे हैं मगर हमें इस सत्य को भी स्वीकारना होगा कि बरसों से सरकारी तंत्र में काम करने के बाद उनके काम करने का एक पैटर्न बन गया है जिसे महामारी के समय में अचानक बदलना संभव नहीं है।


जिला प्रशासन को चाहिए कि वह कोविड डाटा मैनेजमेंट के लिए या तो किसी निजी कंपनी को ठेका दे या फिर किसी तकनीकी रूप से सक्षम अधिकारी के नेतृत्व में 20-25 डाटा एंट्री करने वालों की एक टीम गठित की जाए। इन डाटा एंट्री करने वालों को अल्पकालिक संविदा के आधार पर रखा जा सकता है। जिले में सरकारी खर्च से चल रही उन दर्जनों स्वयं सेवी संस्थाओं की भी मदद ली जा सकती है जिनके कर्ता धर्ता सिर्फ हाथों में गुलदस्ता लिए अधिकारियों के आसपास फोटो खिंचवाते नजर आते हैं।   हो सकता है कि रेकॉर्ड को अपडेट करने में 7-8 दिन का समय लगे, लेकिन एक बार रेकॉर्ड अपडेट होने के बाद उसमें हर दिन की एंट्री जोड़ना कोई बड़ी बात नहीं होगी।           


चौकी प्रभारी के कारनामे से खूनी संघर्ष

जमीनी विवाद में अनसुलझे सल्लाहपुर चौकी इंचार्ज के कारनामें से खूनी संघर्ष की बढ़ी संभावना


जमीनी विवाद में एफ आई आर दर्ज कराने गई महिला व उसका पति लापता


लापता महिला व उसके पति की जताई जा रही हत्या की आशंका


कौशाम्बी। जमीन कब्जा करने के मंसूबे से पीड़ित परिवार के ऊपर आरोपी बारंबार प्राणघातक हमले कर रहे हैं लेकिन आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही ना होने से आरोपियों का मनोबल सातवे आसमान पर पहुंच गया है। जिसका खामियाजा पीड़ित परिवार भुगतने के लिए मजबूर है। पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र के सल्लाहपुर चौकी अन्तर्गत अहमदपुर पावन गांव में शुकरू शर्मा व उसके इकलौते पुत्र दीपक शर्मा को जान से मारकर उसके हिस्से की जमीन उनके पट्टीदार कब्जा कर लेना चाहते हैं। इसी मंसूबे के साथ उनके ऊपर कई बार प्राणघातक हमले भी कर चुके हैं। जिसकी शिकायत लेकर पीड़ित परिवार थाना व चौकी के चक्कर लगाता रहा लेकिन उसकी सुनवाई कही भी नहीं हुई।


शुकरू शर्मा का आरोप है कि सल्लाहपुर चौकी इंचार्ज की सह पर आरोपियों के बुलंद हौसले के साथ एक बार फिर 12 जुलाई को आरोपियों ने रात नौ बजे उसके ऊपर व इकलौते पुत्र दीपक शर्मा के ऊपर लाठी - डंडा व लोहे की रॉड से प्राणघातक हमला कर दिए जिसमें पिता और पुत्र को गंभीर चोटें आई


उसके पश्चात दीपक और उसकी पत्नी रात 10 बजे एफ आई आर दर्ज कराने गए और रास्ते से ही लापता हो गए हैं। काफी खोजबीन के बावजूद बेटे और बहु की सुरागरसी नहीं हो सकी है। परिजनों ने विरोधियों के द्वारा हत्या की आशंका जताई है। इसके पहले भी चौकी क्षेत्र में तीन माह के अंदर जमीनी विवाद के चलते दो हत्याएं हो चुकी है  सल्लाहपुर चौकी इंचार्ज की लापरवाही उजागर करने के लिए इतना ही पर्याप्त है।


मिली जानकारी के अनुसार अहमदपुर पावन गांव में हरिश्चंद्र शर्मा, रामजी शर्मा व लालजी शर्मा पुत्र स्व शुकरू प्रसाद शर्मा, पिता शुकरू शर्मा के गुजर जाने के बाद तीनों भाइयों में जमीन का खानगी बटवारा के दौरान काफी दिनों से विवाद उत्पन्न हो रहा है। इसी दौरान हरिश्चंद्र शर्मा व उसके पुत्र दीपक शर्मा को जान से मारकर उनकी जमीन हड़प लेने के मंसूबे से लाल जी शर्मा व रामजी शर्मा के द्वारा कई बार लाठी - डंडा व लोहे की रॉड से प्राणघातक हमला किया गया।


जब पीड़ित थाना चौकी पहुंचता तो पीड़ित को डरा धमकाकर वापस कर दिया जाता तो कभी दबाव बनाकर जबरन सुलह करवा दिया जाता जिससे विरोधियों का मनोबल बढ़ता गया और आए दिन जमीन को लेकर विवाद उत्पन्न हो रहे थे एक बार फिर 12 जुलाई को विरोधियों के द्वारा शुक्ररू शर्मा के ऊपर लाठी - डंडा एवं लोहे की राड से प्राणघातक हमला कर दिया गया जिसमें पीड़ित के सिर और पैर में गंभीर चोटें आई है एफ आई आर  दर्ज कराने गया पीड़ित आज भी लापता है पीड़ित पिता ने आरोपियों के खिलाफ हत्या की आशंका जताई है खबर लिखे जाने तक आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही नहीं की गई।


राजकुमार 


फर्जी शादी, धोखाधड़ी करने वाले अरेस्ट

कौशाम्बी। फर्जी शादी कराने के नाम पर धोखाधड़ी कर रुपये ऐंठने वाले गिरोह का पश्चिम शरीरा पुलिस ने किया खुलासा।थानाध्यक्ष पश्चिम शरीरा राजेश सिंह एवं एसओजी प्रभारी सर्वेश सिंह के नेतृत्व में घटना का हुआ अनावरण। पुलिस ने 06 अभियुक्तो को किया गिरफ्तार।धोखाधड़ी में 03 महिलाये भी थी शामिल।आरोपी अंतर्राज्यीय एवं प्रदेश के लोगो को लड़कियों की फ़ोटो दिखाकर शादी कराने का देते थे झांसा।धोखाधड़ी कर लोगो से ऐंठते थे लंबी रकम।एसपी अभिनन्दन ने घटना के अनावरण हेतु लगाई थी स्पेशल टीम।आरोपी के विरुद्ध मुदकमा हुआ दर्ज।पुलिस अभिरक्षा में भेजा गया जेल।पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के मामला।


गब्बर सिंह 


दर-दर भटकने को मजबूर गुर्जर परिवार

दर-दर भटकने को विवश गुज्जर परिवार। न्याय को तरसे


रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। करतूत वन विभाग की, दर-दर भटकने को विवश गुज्जर परिवार। एक जून 2020 की शाम कोटद्वार लैंसडौन वन प्रभाग के अंतर्गत शुक्रो नदी के कम पार्ट नंबर-2 में रहने वाले चार गुज्जर परिवारों के घरों में वन विभाग द्वारा बिना पूर्व सूचना दिए गुर्जरों के घरों में तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर उन्हें बेघर कर दिया था। जिसकी सूचना जब 2 जून 2020 को लालपुर की पार्षद लीला कंडवाल को मिली तो वह गुर्जर परिवारों को लेकर पहले तो कोटद्वार रेंज के रेंजर्स गुज्जरों की शिकायत लेकर ऑफिस पहुंची, जहां रेंजर शर्मा द्वारा पार्षद महिला के साथ अभद्र भाषा का व्यवहार कर गुर्जरों सहित प्रांगण में प्रवेश नहीं करने दिया गया था।इसके बाद पार्षद गुज्जर परिवारों को लेकर थाने पहुंच कर वन विभाग के खिलाफ गुर्जरों के उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंची थी। तबसे गुर्जर परिवार अपने छोटे-छोटे बच्चों महिलाओं और बुजुर्गों को लेकर बेलाडाट के समीप वन निगम के समीप खुले आसमान के नीचे प्लास्टिक के टेंटों मे रहने को विवश हैं। वन विभाग लैंसडाउन की कठोरता और आत्त्याचार यही नहीं थमा। उसके बाद वन कर्मियों ने बेघर गुज्जरों की बहु बेटियों से मारपीट और दुर्रव्यवहार तक किया।


लेकिन कोटद्वार पुलिस डेढ माह गुजर जाने के बाद भी हवा मे हाथ पैर चला रही है। वन विभाग का कहना है कि, गुर्जर उनके वन क्षेत्र मे वर्षों से अवैध रूप मे रह रहे हैं। लेकिन वन विभाग अपने झूठ के जाल मे स्वयं फंसता नजर आ रहा है। क्योंकि जिन गुर्जर परिवारों को वन विभाग अवैध ढंग से रहना बता रहा है वे गुर्जर परिवार 1975 से पहले से लैन्सडाउन वन प्रभाग मे रहते आ रहे हैं। जिसका प्रमाण वन विभाग द्वारा काटी गई वे रसीद हैं जो वन क्षेत्र मे वन गुर्जरों को उनके जानवरों के आधार पर काटी जाती हैं। वैसे तो वन विभाग के उच्चाधिकारियों ने इस सम्बंध मे जांच शुरू तो की है। लेकिन डेढ माह गुजरने के बावजूद गूर्जरों के परिवारों के लिए बरसात के मौसम मे अस्थायी तौर पर ही सही सुरक्षित ठिकाना तो कर दिया होता। शायद आत्याचार करनेवाले वन कर्मचारियों के घर मे महिलाएं और बच्चे नही रहते इसलिए वे इतने कठोर हो चुके हैं।जंगल मे प्रकृति से न सीख लेकर हिंसक पशुओं से सीख ले रहे हैं।


अमेरिका के बाद भारत में सर्वाधिक जांच

वाशिंगटन डीसी। कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए सर्वाधिक 4.2 करोड़ नमूनों की जांच अमेरिका ने की है, इसके बाद सर्वाधिक 1.2 करोड़ नमूनों की जांच भारत में हुई है। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी।


व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कायले मैकनेनी ने बताया कि कोरोना वायरस की जांच के संबंध में, हमने 4.2 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच की है। इसके बाद सर्वाधिक 1.2 करोड़ नमूनों की जांच भारत में हुई है। जांच के मामले में हम पूरे विश्व में सबसे आगे चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड जांच करने का ट्रंप प्रशासन का कदम पूर्ववर्ती प्रशासन द्वारा उठाए कदमों के ठीक विपरीत है।             


गर्भस्थ शिशु के लिए भेदभाव घातक

वाशिंगटन। कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ भेदभाव की बात बेहद आम है लेकिन अगर यह भेदभाव गर्भवती महिला कर्मचारी के गर्भस्थ शिशु के लिए घातक साबित हो तो यह निश्चित ही चिंता का विषय है। जर्नल ऑफ एप्लाइड साइकोलॉजी में इस माह प्रकाशित अध्ययन रिपोर्ट ‘एग्जामिंनिंग द इफेक्ट्स ऑफ पर्सिव्ड प्रेग्नेंसी डिस्क्रिमिनेशन ऑन मदर एंड बेबी हेल्थ’ के मुताबिक कार्यस्थल पर बॉस के भेदभाव भरे बर्ताव से दुखी महिला कर्मचारी के बच्चे पर इसका गंभीर असर पड़ता है।


ऐसी महिला कर्मचारी तनावग्रस्त होती हैं तथा शिशु को जन्म देने के बाद अक्सर निराशा से घिर जाती हैं। इन महिला कर्मचारियों के बच्चे भी अक्सर नौ माह के निश्चित समय से पहले पैदा होते हैं और जन्म के समय उनका वजन कम होता है। इस शोध को अमेरिका के फ्लोरिडा के विभिन्न विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों ने किया है। इस शोध के दौरान 250 से अधिक गर्भवती महिला कर्मचारियों से उनकी गर्भावस्था और बच्चे के जन्म के बाद जानकारी जुटायी गयी। शोध में शामिल इन महिलाओं ने कहा कि कार्यस्थल पर उनकी गर्भावस्था को लेकर भेदभावपूर्ण बर्ताव होता है। भेदभाव किसी भी रूप में हो सकता है। गर्भवती महिलाओं को सामाजिक दूरी , नकारात्मक रुढ़िवादिता या अभद्र व्यवहार का शिकार होना पड़ता है। कुछ अच्छे प्रबंधक या बॉस गर्भवती महिलाओं पर काम का दबाव कम बनाते हैं और उन्हें कम काम देते हैं लेकिन गर्भवती महिलाओं पर अक्सर इसका विपरीत असर पड़ता है। उनके लिए कम काम देना भेदभाव और उनके काम पर उंगली उठाने जैसा होता है।                                     

याचिका की सुनवाई से इनकारः एससी

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने पूरे देश में छह से 14 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए समान शिक्षा प्रणाली लागू करने को लेकर एक राष्ट्र एक शिक्षा बोर्ड गठित करने के निर्देश देने संबंधी याचिका की सुनवाई से शुक्रवार को इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने पेशे से वकील अश्विनी उपाध्याय की जनहित याचिका यह कहते हुए ठुकरा दी कि यह नीतिगत मामला है और वह इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकती। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़़ ने कहा कि देश की शिक्षा प्रणाली के कारण बच्चों पर बस्ते का बोझ पहले से ही अधिक है और क्या पाठ्यक्रमों को एक साथ मिलाकर याचिकाकर्ता यह बोझ और बढ़ाना चाहते हैं? उन्होंने कहा, आप चाहते हैं कि न्यायालय सभी बोर्डों को विलय करके एक बोर्ड बनाने का आदेश दे। यह हम नहीं कर सकते। यह नीतिगत मामला है और इसमें हम कोई निर्णय नहीं ले सकते। याचिकाकर्ता चाहें तो अपनी बात लेकर सरकार के पास जा सकते हैं। उपाध्याय ने पूरे देश में समान शिक्षा प्रणाली लागू करने के लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की तर्ज पर राष्ट्रीय शिक्षा परिषद अथवा राष्ट्रीय शिक्षा आयोग के गठन की संभावना तलाशने का केंद्र को निर्देश देने का अनुरोध न्यायालय से किया था। याचिकाकर्ता ने छह से 14 वर्ष की आयु वाले बच्चों के लिए एक समान पाठ्यक्रम शुरू करने का केंद्र को निर्देश देने की मांग की थी। याचिकाकर्ता का कहना था कि संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 16, 38(2), 39(एफ), 46 और 51ए की भावना को कायम रखने के लिए ऐसा करना जरूरी है। उपाध्याय ने छह से 14 वर्ष की आयु के बच्चों के पाठ्यक्रमों में मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों, नीति निर्देशक तत्वों के अलावा संविधान की प्रस्तावना के उद्देश्यों को शामिल किये जाने और इनकी पढ़ाई सबके लिए अनिवार्य किए जाने की आवश्यकता जताई थी। याचिका में इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (आईसीएसई) बोर्ड और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को आपस में मिलाकर वन नेशन वन एजुकेशन बोर्ड गठित करने की संभावना तलाशने का केंद्र को निर्देश देने की मांग की गई थी। इस बीच उपाध्याय ने यूनीवार्ता को बताया कि वह अपने अनुरोध के साथ सरकार का दरवाजा खटखटाएंगे।          


प्लाज्मा डोनेट पर 50 हजार देगी सरकार

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण खतरनाक स्तर पर पहुंचता जा रहा है। ऐसे में देश में प्लाज्मा की मांग बढ़ती जा रही है। अब कर्नाटक सरकार ने इसको लेकर एक अच्छी पहल की है। दरअसल, कोरोना संक्रमित लोगों की जान बचाने के लिए इलाज में प्लाज्मा की काफी जरूरत होती है। अब कर्नाटक सरकार ने फैसला लिया है कि प्लाज्मा डोनेट करने वालों को सरकार प्रोत्साहित करने के लिए 500 रुपये की राशि देगी।  ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा प्लाज्मा डोनेट कर सकें और कोरोना पीड़ितों की जान बचाई जा सके। यह लोगों को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। कर्नाटक के स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री के. सुधाकर ने बताया कि कर्नाटक में 17,390 कोरोना संक्रमित अब तक सामने आ चुके हैं। जिनमें से लगभग पांच हजार लोग बेंगलुरू से हैंं। राजधानी में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इस कारण कोरोना संक्रमण का इलाज करा चुके लोगों का प्लाज्मा कोरोना संक्रमितों के इलाज में काफी सहायक होने की वजह से सरकार लोगों को स्वेच्छा से प्लाजमा का दान करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है, जिसके लिए उन्हें इनामी राशि के तौर पर 5000 रुपये भी दिए जा रहे हैं।           


झारखंड सीएम को जान से मारने की धमकी

रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मेल के जरिए जान से मारने की धमकी मिली है। सीएम को सुधर जाने की नसीहत देते हुए कहा गया है कि अगर नहीं सुधरे तो जान से मार देंगे। ई-मेल पर दी गई जान से मारने की धमकी के खुलासे के बाद पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया है। सीआईडी मामले की शिकायत दर्ज कर जांच कर रही है।
धमकी के बाद से ही मुख्यमंत्री के सुरक्षाकर्मियों को विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है। इस मामले में रांची के साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। सूचना मिली है कि सीआईडी ने उस ईमेल एड्रेस के आईपी एड्रेस को निकाल लिया है जिसके आधार पर अपराधियों की तलाश जारी है।
सीएम हेमंत सोरेन को धमकी दिए जाने पर जेएमएम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि सीएम की लोकप्रियता से घबराकर ऐसी हरकत की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरे मामले की जांच कराएगी। राजनीतिक प्रतिद्वंदिता पर मनोज पांडे ने कहा कि सीएम की छवि ऐसी है कि सभी राजनीतिक दलों के लोग उनके बेहद करीब हैं। लिहाजा उन्होंने किसी भी राजनीतिक धमकी से साफ इनकार किया। उन्होंने कहा कि इसके पीछे जिस किसी का भी हाथ होगा सरकार कड़ी कार्रवाई करने से नहीं चूकेगी।


शिवांश 'निर्भयपुत्र'


18 जुलाई से शुरू होगी सारी 'घरेलू उड़ान'

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण पूरे भारत में 22 मार्च को संपूर्ण लॉकडाउन घोषित किया गया जिसके बाद हर तरह की सेवाओं को रोक देना पड़ा। इससे सबसे ज्यादा राष्ट्रीय उड़ान हो और रेल सेवाओं को पढ़ा। इतना ही नहीं महामारी के चलते कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को भी रद्द करना पड़ा और सारी उड़ाने रद्द कर दी गई।


लेकिन अब इस विषय को लेकर के राष्ट्रीय उद्यान मंत्री हरदीप पूरी ने बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि 18 जुलाई से एक अगस्त के बीच दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू से पेरिस के लिए 28 उड़ानें संचालित करेगा।             


मनोज सिंह ठाकुर


संक्रमित-1.37 करोड़, मृतक-5.87 लाख

विश्व में कोरोना वायरस से अब तक 1.37 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक, मरने वालों की संख्या 5.87 लाख के पार जा चुकी है। चीन से शुरू हुई यह महामारी भले ही अब पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को तोड़ रही हो लेकिन चीन ने पहली तिमाही में रिकॉर्ड 6.8 फीसदी की मंदी के बाद दूसरी तिमाही में 3.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज कराई है।
विशेषज्ञों की नजर में कोरोना महामारी की वजह से आई गिरावट के बाद चीन की जीडीपी का उठना अच्छे संकेत भी हैं जो उम्मीद बंधाते हैं कि इस कठिन दौर से उबरने के बाद हालात सामान्य होंगे। चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, महामारी के बीच इस साल के पहले हॉफ में चीन की जीडीपी 1.6 फीसद गिर गई थी। इस साल के पहले 3 महीने में चीनी अर्थव्यवस्था को 1.4 खरब डॉलर की चोट पहुंची थी। इस दौरान जीडीपी में 6.8 फीसद की गिरावट हुई, जो 1992 के बाद सबसे बड़ी गिरावट थी। इस बीच, अमेरिका में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 36.18 लाख पार हो गई है जबकि अब तक 1.40 लाख लोग जान गंवा चुके हैं। इसी तरह, लेटिन अमेरिकी देशों में मृतकों की संख्या 1.50 लाख पार हो गई है। इस क्षेत्र के 33 देशों में संक्रमितों की संख्या 35 लाख पार कर गई है।             


योगी की सुरक्षा में 2 सुरक्षाकर्मी संक्रमित

नरेश गुप्ता


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में तैनात 2 सुरक्षाकर्मियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। अब स्वास्थ्य विभाग पूरे मुख्यमंत्री आवास को सेनेटाइज करने में जुटा है। संक्रमित दोनों जवान PAC के हैं, जिनकी ड्यूटी आउटर सर्कल में लगती है। ये जवान मुख्यमंत्री आवास के बाहर ड्यूटी पर तैनात थे। 


गौरतलब है कि इससे पहले यूपी सरकार के 5 मंत्री और उनके परिवार वाले भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। दूसरी तरफ, राजधानी लखनऊ में तेजी से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे है। कल 197 नए मरीज मिले, जबकि डफरिन हॉस्पिटल में तैनात एक वरिष्‍ठ डॉक्टर की संक्रमण से मौत हो गई।           


सीमा-विवाद के समाधान की गारंटी नहीं

लुकुंग। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत एवं चीन के बीच सीमा विवाद का बातचीत से समाधान की कोई गारंटी नहीं है। रक्षा मंत्री ने कहा यह भी तय है कि दुनिया की कोई ताकत भारत की एक इंच भूमि भी नहीं ले सकती है।


रक्षा मंत्री वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत एवं चीन की सेनाओं के हटने की प्रक्रिया की समीक्षा के लिए आज लद्दाख पहुंचे। उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाॅफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुन्द नरवणे भी थे। राजनाथ सिंह ने पेगांग झील की उत्तरी सीमा पर स्थित लुकुंग अग्रिम चौकी पर भारतीय सेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों को संबोधित किया और सेना के टी-90 टैंकों और बीएमपी इन्फेन्ट्री युद्धक वाहनों के युद्धाभ्यास को भी देखा। रक्षा मंत्री ने भारत एवं चीन की सेनाओं के बीच पेगांग झील की फिंगर 4 को लेकर बने गतिरोध की जटिलता की ओर इशारा करते हुए कहा, “सीमा विवाद के समाधान के लिए बातचीत जारी है लेकिन बातचीत से किस हद तक समाधान हो सकेगा, मैं गारंटी नहीं दे सकता। मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि विश्व की कोई भी शक्ति हमारी एक इंच भूमि भी नहीं ले सकती। यदि बातचीत से समाधान निकल आये तो उससे बेहतर कुछ नहीं। रक्षा मंत्री ने गलवां घाटी में गश्त बिन्दु 14 पर 15 एवं 16 जून की दरम्यानी रात को हुई खूनी झड़प का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्हें यहां आकर खुशी हो रही है और साथ ही इस बात का दुख भी है कि भारत के 20 जवान शहीद हो गये हैं।           


कुलगाम में हुई मुठभेड़, 3 आतंकी ढेर

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में शुक्रवार को सुरक्षा बलों की घेराबंदी तथा तलाश अभियान के दौरान मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गये। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के अनुसार कुलगाम में एक मुठभेड़ में 3 जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी मारे गए और 3 सैन्यकर्मी घायल हो गए। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय राइफल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल तथा राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल ने आज तड़के कुलगाम के नागनाद में तलाश अभियान शुरू किया। इस दौरान सुरक्षा बलों के जवान सभी निकासी द्वारों को बंद कर जब एक विशेष क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे, उनकी वहां छिपे हुए आतंकवादियों से मुठभेड़ हो गयी। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में अब तक तीन आतंकवादी मारे गये हैं। उन्होंने बताया कि अंतिम सूचना मिलने तक मुठभेड़ जारी थी। उन्होंने बताया कि कानून-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बलों तथा पुलिकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।           


रोड की मांग को लेकर किसानों का विरोध

मेरठ/नई दिल्ली। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहीत भूमि के समान मुआवजे और सर्विस रोड की मांग को लेकर किसानों का विरोध जारी है। किसानों द्वारा एक्सप्रेसवे पर पशु बांधकर विरोध दर्ज कराने के एलान के बाद किसानों को वार्ता के लिए आज दोपहर 12 बजे परिवहन मंत्रालय में मिलने का समय दिया गया है। इस दौरान छह किसान, विधायक, सांसद बागपत सत्यपाल सिंह को बुलाया गया है। वहां केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी या केंद्रीय परिवहन राज्यमंत्री वीके सिंह से किसानों की मुलाकात कराई जाएगी। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चौथे चरण में 26 गांवों के किसान एक समान मुआवजे व सर्विस रोड की मांग कर रहे हैं। किसान नेता सतीश राठी का कहना है कि शुक्रवार को मंत्रालय में किसान अपनी मांग रखेंगे। उसके बाद . का निर्णय लिया जाएगा। एक्सप्रेसवे पर धरना देने वाले किसानों ने गुरुवार को गांव-गांव के किसानों से वार्ता की। मेरठ इलाके के किसान नेता भी समर्थन के लिए गांव-गांव पहुंच रहे हैं। जिससे भारी संख्या में एकत्र होकर एक्सप्रेसवे का कार्य बंद कराया जा सके। सपा नेता पवन गुर्जर का कहना है रणनीति बनाकर जल्द ही एक्सप्रेसवे पर पशुओं को बांधकर काम बंद करेंगे। इस दौरान किसान महबूब सोलाना, हाजी जुनेद काशी, निशांत भड़ाना मौजूद रहे। मेरठ इलाके में एक्सप्रेसवे का कार्य जारी  बारिश से मिली राहत के बाद अछरौडा के पीछे बनाए जा रहे टोल प्लाजा के पास पीक्यूसी रोड बनाने का कार्य शुरू हो गया है। टोल प्लाजा के पास बने स्लोप के दोनों ओर कोर मेट लगाने का कार्य भी किया गया। इसके अलावा परतापुर रेलवे लाइन पर बने आरओबी पर लिंटर डालने, वाटर पार्क के सामने कट को बंद करने के बाद सड़क की खुदाई करने का काम शुरू कर दिया है। 350 कर्मचारियों का हुआ कोरोना टेस्टः सवे के कार्य में लगे इंजीनियरों और कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट किया गया। गाजियाबाद प्रशासन की ओर से 350 कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराया गया। एक्सप्रेसवे का निर्माण करने वाली जीआर इंफ़्रा कंपनी के मैनेजर मनोज बैरवा ने बताया कि ये जिला प्रशासन का सराहनीय कदम है। इससे कर्मचारियों में भी आपस में भय की स्थिति नहीं होगी।  


वांटेड के साथ हुई पुलिस की 'मौज-मस्ती'

कानपुर। कानपुर प्रकरण के बाद अपराधियों और पुलिसकर्मियों के बीच साठगांठ के रोजाना खुलासे हो रहे हैं। दिल्ली के डिप्टी कमिश्नर की चोरी फॉर्च्यूनर हापुड़ पुलिस ने बरामद कर मेरठ पुलिस को आइना दिखाया तो दिल्ली एनसीआर में पहले से बदनाम सोतीगंज फिर से चर्चा में आ गया। सोतीगंज के वांटेंड कबाड़ी इकराम उर्फ राहुल काला के गुरुवार को पुलिसकर्मियों के साथ मौजमस्ती के फोटो वायरल होने के बाद आला अधिकारी भी सख्त हो गए हैं। आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने कहा है कि अपराधियों से पुलिस की दोस्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। राहुल काला के खिलाफ 35 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह कई वर्षों से चोरी व लूट के वाहन काटता आ रहा है। क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम में तैनात कुछ पुलिसकर्मियों से उसकी दोस्ती बताई जाती है। वायरल फोटो में भी क्राइम ब्रांच और सर्विलांस में तैनात कुछ पुलिस वाले दिखाई दे रहे हैं। एक सिपाही के हाथ में बीयर की बोतल है और दूसरा पुलिसकर्मी मस्ती में डांस कर रहा है। तीन पुलिसकर्मी फोटो में दिखाई दे रहे हैं और वह वांटेड राहुल काला के साथ फोटो सेशन भी कर रहे हैं। यह पार्टी कहां और कब चली, इसका खुलासा तो पुलिस अधिकारी जांच कराकर करा सकते हैं।भारी पड़ सकती है यह दोस्तीः सोतीगंज के शातिर कबाड़ियों की अपराधियों से दोस्ती भारी पड़ सकती है। लोगों का कहना है कि अधिकारियों को जल्द ही इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। नहीं तो इसके गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं। कानपुर प्रकरण के बाद मुख्यमंत्री भी सख्त निर्देश दे चुके हैं कि जिन पुलिसकर्मियों की अपराधियों से दोस्ती है, उनके खिलाफ सख्त एक्शन होना चाहिए। मेरठ के सोतीगंज में चोरी की गाड़ियां कटती हैं और संरक्षण पुलिस का मिलता है। इन फोटो से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब पुलिस से दोस्ती होगी तो कबाड़ी सोतीगंज में चोरी और लूट के वाहनों को क्यों नहीं काटेंगे।

           

हाईवे पर जलजमाव, शुरू धान की बुवाई

आगरा। ग्वालियर रोड पर नेशनल हाईवे रोहता सेवला के बीच हो रहे जलभराव को लेकर यूथ कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यूथ कांग्रेस ने ग्वालियर रोड पर नेशनल हाईवे रोहता सेवला के बीच हो रहे जलभराव में धान की फसल की बुवाई कर अपना आक्रोश जताया। इस प्रदर्शन के माध्यम से यूथ कांग्रेस ने सरकार को बताया कि यह वही जगह है, जो किसानों से छीनकर नेशनल हाईवे बनाया गया किंतु सरकार उस हाईवे का ठीक से रखरखाव तक नहीं कर पा रहा है। जिससे सड़क एक बार फिर पानी से भरे हुए खेत के तब्दील हो गयी है।


यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कहना था कि इस नेशनल हाइवे को बने हुए तकरीबन दो से ढाई साल हो गए। इस नेशनल हाईवे से डेली सैकड़ों की संख्या में वीआईपी अधिकारी व जनप्रतिनिधि निकलते हैं लेकिन इस समस्या की ओर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया है। इस हाइवे पर जलभराव की वजह से मलेरिया जैसी कई बीमारियां पनप रही है। यह हाईवे भोपाल, महाराष्ट्र आदि कई राज्यों और जिलों को जोड़ता है। जलभराव के कारण सड़क पर गहरे गहरे गड्ढे हो गए है, निकलने वालों के साथ हादसे भी हो चुके है लेकिन जनप्रतिनिधियों के साथ सरकार की नींद नहीं खुल रही है।     


मनोज सिंह ठाकुर


असम में तोड़ा कोविड-19 केयर सेंटर




असम के कामरूप जिले में मरीजों ने तोड़ा कोविड -19 केयर सेंटर, खाना-पानी ना मिलने के खिलाफ नेशनल हाइवे किया जाम







कामरुप। असम में तकरीबन 100 से मरीजों ने कोविड-19 सेंटर को तोड़ कर हाईवे जाम कर दिया। दरअसल, मरीजों का आरोप है कि कामरूप जिले में मरीजों को पानी और खाना नहीं उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके विरोध में इन लोगों ने नेशनल हाइवे 31 को जाम कर दिया है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि कामरूप के उपायुक्त कैलाश कार्तिक ने पुलिस के साथ गुरुवार को चंगसारी में मरीजों से राजमार्ग को खाली करने और केंद्र पर लौटने के लिए कहा और मामले को बातचीत से हल करने पर भी हामी भरी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में तनाव व्याप्त है, हालांकि, आश्वासन के बाद मरीज वापस केंद्र में लौट आए। एक रूम में 10 से 12 मरीज रखने का आरोपः रोगियों ने आरोप लगाया कि उन्हें भोजन और पानी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है और बिस्तरों की स्थिति भी ठीक नहीं है। एक कमरे में 10से 12 मरीजों को रखा जा रहा है। डिप्टी कमिश्नर ने दिया आश्वासनः डिप्टी कमिश्नर ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनके आरोपों पर गौर किया जाएगा और समस्याओं का हल निकाला जाएगा। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि अगर मरीज COVID देखभाल सुविधा से खुश नहीं हैं, तो वे होम क्वारंटाइन का विकल्प चुन सकते हैं। मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि राज्य में स्वास्थ्य कर्मी दिन-रात ड्यूटी पर हैं और हम मानते हैं कि वह अपनी जॉब में लेट हो सकते हैं क्योंकि वह ओपरटाइम कर रहे हैं। मंत्री यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि दूसरे राज्य में टेस्ट पैसे लेने के बाद हो रहे हैं, लेकिन असम में सभी प्रकार के खर्च राज्य सरकार उठा रही है।           





प्रतिबंधित करेंसी के साथ दो गिरफ्तार

आगरा। बीती रात हरीपर्वत थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। थाना पुलिस ने बीते गुरुवार देर रात दो लोगों को 32.70 लाख रुपये के प्रतिबंधित हो चुके 500-1000 के नोटों के साथ गिरफ्तार किया। युवकों से लाखों में प्रतिबंधित पुरानी करेंसी बरामद होने से पुलिस के होश उड़ गए। पुलिस ने तुरंत दोनों युवकों को हिरासत में लिया और कानूनी कार्यवाही की। आरोपियों को सात महीने पहले एक बिल्डर ने पुराने नोट देकर डेढ़ लाख रुपये लिए थे। अब आरोपी नोट बदलवाने के लिए लोगों से संपर्क कर रहे थे। पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली और दोनों को पुराने नोटों के साथ पकड़ लिया। दोनों के पास 500-1000 के प्रतिबंधित नोटों की गड्डियां देखकर पुलिस दंग रह गई। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपी उखर्रा निवासी भाव सिंह और अलबतिया निवासी नीरज तोमर हैं। भाव सिंह पशुपालक है, मूलरूप से फतेहाबाद का रहने वाला है। उसके पिता प्रधान हैं। नीरज एक जूता फैक्टरी में काम करता था। पिछले दिनों लॉकडाउन में नौकरी चली गई। दोनों में काफी समय से परिचय है।           


सिपाहियों से की अभद्रता, किया प्रदर्शन

राम जी परिहार 
औरैया। औरैया जिले के सहायल में भाजपा नेता से अभद्रता के आरोप में लाइन हाजिर किए गए सिपाहियों ने जुलूस निकाला। क्षेत्र में धारा 144 लागू होते हुए भी बिना मास्क लगाए सिपाहियों ने लोगों के साथ फोटो भी खिंचवाई। सामाजिक दूरी का उल्लंघन भी किया।


उधर, पुलिस के आला अधिकारी ने इसे विदाई का नाम दिया। जुलूस की फोटो खुद पुलिसकर्मियों ने अपने फेसबुक अकाउंट पर भी वायरल की। इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। भाजपा सहायल मंडल महामंत्री सोनू मिश्रा के साथ कुछ दिनों पहले बाजार में पुलिसकर्मियों ने अभद्रता की थी।

मामले में एसपी सुनीति ने चार सिपाहियों प्रतीक सिंह, ओमजी पांडेय, सुनील चाहर और श्यामसुंदर को लाइन हाजिर कर दिया। बुधवार को चारों सिपाहियों ने बाइकों से जुलूस निकाला। इस दौरान वे माला पहने हैं। चारों बुलट से हैं। सिपाहियों और अन्य लोगों ने फोटो भी खिंचवाई। किसी के चेहरे पर मास्क भी नहीं है। इनकी फोटो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही हैं। वहीं, अफसरों का कहना है कि विदाई दी गई थी।

जुलूस की फोटो खुद पुलिसकर्मियों ने अपने फेसबुक अकाउंट पर भी वायरल की। कार्रवाई की जद में आए एक सिपाही का कहना है कि उन लोगों ने कोई जुलूस नहीं निकाला है और न ही भाजपा नेता से अभद्रता की। थाने से निकलने के बाद कुछ लोगों ने विदाई दी और फोटो खिंचाई है। बकौल सिपाही, ‘हमारे पास हेलमेट भी था। फोटो खिंचाने की वजह से मास्क हटा लिया था। वह गले में लटक रहा है। यह अलग बात है कि धारा 144 लागू होने के बावजूद फोटो खिंचाई। हमारे अधिकारी जो भी निर्णय लेंगे उसका हम सब पालन करेंगे’।

मामले में एसपी सुनीति ने बताया कि लाइन हाजिर होने के बाद उन्हें विदाई दी गई थी। फिर भी इसकी जांच सीओ सिटी को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। सीओ सिटी सुरेंद्र नाथ यादव ने उनके बयान दर्ज किए। उन्होंने कहा कि लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों ने पुलिस मैनुअल का उल्लंघन किया है।             

नाबालिक सौतेली बेटी से दुष्कर्म किया

आगरा। आगरा के थाना जगदीशपुरा क्षेत्र में 14 साल की किशोरी से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोप किशोरी के सौतेले पिता पर है। पुलिस का कहना है कि दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। 

मूलरूप से नेपाल की रहने वाली किशोरी का परिवार जगदीशपुरा क्षेत्र में रहता है। कुछ दिन पहले किशोरी की मां नेपाल चली गई। उन्होंने दूसरी शादी की है। किशोरी की मौसी घर में रह रही थी। 12 जुलाई की रात को सौतेले पिता ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया।
यह देख मौसी ने विरोध किया तो आरोपी ने उनके साथ भी मारपीट की। बुधवार रात को थाना जगदीशपुरा में सौतेले पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। रात दस बजे पीड़िता को मेडिकल के लिए भेजा। आरोपी घर से फरार है। 
तीन दिन बाद हुई सुनवाई 
बजरंग दल के संजय मल्होत्रा का आरोप है कि घटना के बाद पीड़िता की मौसी ने पुलिस कंट्रोल रूम के 112 नंबर पर सूचना दी। पीआरवी पहुंच गई। इस पर आरोपी फरार हो गया। तब पुलिस ने बात सुनने के बाद कहा कि वह घर आए तब बता देना। अगले दिन पीड़िता थाने गई। मगर, इस बार भी वही कह दिया। मामले की जानकारी संजय मल्होत्रा को हुई। उन्होंने क्षेत्राधिकारी लोहामंडी और एसएसपी को फोन पर मामले से अवगत कराया। तब पुलिस ने कार्रवाई की।           
     शरद मिश्रा

पीएम मोदी पर राहुल का जबरदस्त हमला

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मनरेगा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पुरानी टिप्पणी पर फिर तंज कसा है। उन्होंने मनरेगा से जुड़ा एक ग्राफ साझा करते हुए ट्वीट किया मनरेगा के बिना गरीबी नहीं गरीब मिट जाएगा।


राहुल गांधी ने कहा, ”मोदी जी ने कहा था कि मनरेगा में लोगों से बस गड्ढे खुदवाए जाते हैं। पर सच्चाई यह है कि जो मोदी जी ने आर्थिक गड्ढा खोदा है उससे ग़रीबों को आज मनरेगा ही निकाल रहा है। मनरेगा के बिना ग़रीबी नहीं ग़रीब मिट जाएगा। उन्होंने कोरोना वायरस (Corona virus) महामारी के चलते देश में मनरेगा के तहत रोजगार की मांग बढ़ने से संबंधित आंकड़े का एक ग्राफ भी शेयर किया।


बेरोजगारी की स्थिति को देखते हुए सरकार ने कुछ महीने पहले मनरेगा के लिए 40 हजार करोड़ रुपये के अतिरिक्त आवंटन की घोषणा की थी। इससे पहले मौजूदा वित्त वर्ष के बजट में सरकार ने मनरेगा के लिए 61,000 करोड़ रुपये के बजट का ऐलान किया था।


बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अपने एक भाषण में कहा था, ”मेरी राजनीतिक सूझबूझ कहती है कि कभी मनरेगा को बंद मत करो। क्‍योंकि मनरेगा आपकी विफलताओं को जीता जागता स्‍मारक है।” उन्होंने कहा था, ”आजादी के 60 साल बाद आपको लोगों को गड्ढ़े खोदने को भेजना पड़ा यह आपकी विफलताओं का स्‍मारक है। मैं गाजे-बाजे के साथ इस विफलता का ढोल पीटता रहूंगा।


एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

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