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गुरुवार, 21 सितंबर 2023

35 साल के शख्स ने 70 वर्षीय महिला से शादी की

35 साल के शख्स ने 70 वर्षीय महिला से शादी की 

अखिलेश पांडेय 
इस्‍लामाबाद/ओटावा। पिछले कुछ समय से पाकिस्‍तान से ऐसी शादियों के बारे में खबरें आ रही हैं, जिनमें दुल्‍हे की उम्र दुल्‍हन से काफी ज्‍यादा होती है। लेकिन इस बार एक ऐसी शादी की खबरें आ रही हैं, जिसमें लड़के की उम्र लड़की से आधी है। 35 साल के नईम शहजाद ने अपने से दोगुनी उम्र की महिला यानी 70 साल की मैरी से शादी की है। मैरी कनाडा की रहने वाली हैं और दोनों के बीच फेसबुक पर अफेयर शुरू हुआ था। कुछ लोग नईम के इस कदम को वीजा हासिल करने के फैसले से जोड़ रहे हैं। जबकि, नईम ने इससे साफ इनकार कर दिया है।
गुजरात के रहने वाले नईम ने बताया कि साल 2012 में दोनों फेसबुक पर दोस्‍त बने थे। साल 2015 में मैरी ने उन्हें प्रपोज किया था। अगस्त 2017 में दोनों ने शादी की थी। हालांकि नईम को वीजा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा और दोनों कनाडा में एक साथ नहीं रह सके। मैरी ने हाल ही में छह साल में पहली बार पाकिस्तान का दौरा किया और छह महीने तक नईम के साथ रहने की योजना बनाई।
नईम ने बताया कि जब वह मैरी से मिला तो वह मानसिक रूप से परेशान था। मैरी ने उसे भावनात्मक और आर्थिक रूप से समर्थन दिया। नईम के मुताबिक मैरी की उम्र काफी ज्‍यादा है और वह बहुत अमीर नहीं है। साथ ही वह मामूली पेंशन पर रहती थी। नईम ने कहा कि उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि उनके बीच उम्र का कितना अंतर है ? अब मैरी जो उनकी पत्‍नी है, उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण इंसान हैं।
कुछ लोग नईम को लालची और ‘गोल्‍ड डिगर’ करार दे रहे हैं। लेकिन नईम ने इन आरोपों से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि जिस समय मैरी से उसकी शादी हुई वह डिप्रेशन में था और दूसरी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहा था। मैरी वह शख्‍स थी जिसके साथ वह खुलकर हर मसले पर बात कर सकते थे। उन्‍होंने हर तरह से उसका समर्थन किया, जिसके बाद उसे उससे प्यार हो गया। उन्‍होंने बताया कि उनके घर में कोई भी आलिशान चीज नहीं है और वो दोनों एक सामान्‍य जीवन जी रहे हैं। उनका कहना था कि लोगों को जो कहना है, उन्‍हें वो सब कहने की आजादी है। नईम को उन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता है।

मारपीट से परेशान, पाकिस्तान जाना चाहती है सीमा

मारपीट से परेशान, पाकिस्तान जाना चाहती है सीमा 

विजय भाटी 
गौतमबुद्ध नगर। अपने चार बच्चों के साथ पाकिस्तान से निकलकर नेपाल के रास्ते होती हुई भारत के नोएडा तक पहुंची सीमा हैदर और उसके प्रेमी सचिन मीणा के कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें सीमा कह रही है कि अब सचिन उसके साथ मारपीट करने लगा है। क्योंकि उसके पैसे खत्म हो गए हैं। इसलिए उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। भारत आकर अब वह पछता रही है, जिस कारण वह पाकिस्तान जाना चाहती है। 
दरअसल सोशल मीडिया पर सचिन मीणा एवं पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के कई ऐसे वीडियोज सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहे हैं, जिसमें दोनों की प्रेम कहानी का अंत होता बताया जा रहा है। वीडियो में सीमा हैदर को यह कहते हुए आसानी के साथ सुना जा सकता है कि उसे अब सचिन पीटने लगा है, क्योंकि उसके पास पैसे खत्म हो गए हैं। जिस कारण उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। पाकिस्ताना में अपने पति को छोडकर वह भारत आकर अब पछता रही है इस वजह से वह पाकिस्तान जाना चाहती है। 
विशेषज्ञों की ओर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन वीडियोज की जब सच्चाई की गहराई में जाकर पड़ताल की गई तो सामने आया है कि यह वीडियो ए टूल के माध्यम से निर्मित की गई है जो देखने में एकदम से असली लगती है और वीडियो को देखकर कोई भी पहली नजर में धोखा खाते हुए इन पर विश्वास कर सकता है। 
लेकिन सच्चाई यह है कि सीमा हैदर अभी तक भी सचिन मीणा के साथ है और वह ग्रेटर नोएडा के गांव रबुपुरा स्थित मकान में सचिन और उसके परिवारजनों के साथ आराम से रह रही है। 
सीमा हैदर ने एक दिन पहले ही भारत की संसद में महिला आरक्षण विधायक को लेकर पाकिस्तान को खोजते हुए इस पर अपनी खुशी जताई थी और कहा था कि उसके मुल्क में महिलाओं को पैरों की जूती के समान समझा जाता है।

बुधवार, 20 सितंबर 2023

दर्दनाक: बच्चे ने खेल-खेल में 8 सुईयां निगली

दर्दनाक: बच्चे ने खेल-खेल में 8 सुईयां निगली 

अखिलेश पांडेय 
लीमा। छोटे बच्चे बहुत शरारती होते हैं। कई बार वह खेल-खेल में कुछ ऐसा कर लेते हैं, जिससे उनकी जान तक जा सकती है। इसी वजह से माता-पिता को उनका बहुत ज्यादा ख्याल रखना पड़ता है। सभी बच्चों में एक आदत होती है कि उनके हाथ में जो भी चीज आती है, वो सबसे पहले अपने मुंह में डालते हैं। अब पेरू से एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 
दरअसल यहां एक बच्चे ने खेल-खेल में 8 सुईयां निगल लीं। जैसे ही मां को इसका पता चला कि उसके बेटे ने ऐसा कर लिया है तो वह फौरन उसे अस्पताल लेकर भागी। 
बता दें मां नार्ली ओलोर्टेगुई पिस्को खेत में काम करती हैं। खेत में काम करते वक्त वह अपने 2 साल के बच्चे को अक्सर साथ ही रखती हैं। जब वो खेती के काम में लगी हुई थीं, ठीक तभी बच्चे का हाथ सुइयों पर पड़ गया। उसने एक-एक करके कुल 8 सुइयां निगल लीं। जब यह बात मां को पता चली, तो आनन-फानन में बच्चे को अस्पताल लेकर गई, जहां बच्चे की सर्जरी की गई। बच्चे के शरीर से सुइयां निकालने में डॉक्टरों को करीब 2 घंटे का वक्त लगा। उन्होंने बताया कि यह सर्जरी थोड़ी मुश्किल थी, लेकिन उन्होंने कर दिखाया।  
एक बयान के मुताबिक, दाहिनी ओर पेरिटोनियम में दो सुई फंसी हुई थीं। जबकि बाईं ओर तीन सुइयां अटकी हुई थीं। एबडोमिनल वॉल में एक सुई थी। जबकि बाकी दो सुई मूत्राशय और मलाशय के बीचों बीच खतरनाक तरीके से अटकी हुई थी। 
डॉक्टर ने बच्चे की मुश्किल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। बच्चे की मां ने जान बचाने वाले डॉक्टरों का आभार व्यक्त किया। क्योंकि अगर उन्होंने सही समय पर उसका इलाज नहीं किया होता तो बच्चे की हालत बिगड़ भी सकती थी। 
मां ने बताया कि वह अपने बच्चे को काम पर अपने साथ ही ले गई थी। वहां और कोई भी नहीं था। वो अपने काम में बिजी थी। इसी दौरान बच्चे के साथ यह हादसा हो गया। बताया गया कि जिस इंजेक्शन को बच्चे ने निगला था, उस इंजेक्शन का इस्तेमाल पशुओं पर किया जाता है।

मंगलवार, 19 सितंबर 2023

भारत ने कनाडा के राजनयिक को निष्कासित किया

भारत ने कनाडा के राजनयिक को निष्कासित किया 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/ओटावा। कनाडा के सफेद झूठ का भारत ने करारा जवाब देते हुए भारत में तैनात कनाडा के वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया है। दरअसल इससे पहले प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि भारत सरकार का खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से संबंध है। कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली ने सोमवार को एक भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया था। कनाडा की इस बेतुकी हरकत का भारत ने बेबाकी से जवाब दिया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘भारत में कनाडा के उच्चायुक्त को आज तलब किया गया और भारत में स्थित कनाडा के वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित करने के भारत सरकार के फैसले के बारे में सूचित किया गया। संबंधित राजनयिक को अगले पांच दिनों के भीतर भारत छोड़ने को कहा गया है। यह निर्णय हमारे आंतरिक मामलों में कनाडा के राजनयिकों के हस्तक्षेप और भारत विरोधी गतिविधियों में उनकी भागीदारी पर भारत सरकार की बढ़ती चिंता को दर्शाता है।’
भारत ने मंगलवार को कनाडा सरकार के उन दावों को खारिज कर दिया कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में उसकी संलिप्तता थी। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में उन्हें ‘बेतुका करार देते हुए कहा, ‘हमने उनकी संसद में कनाडाई प्रधानमंत्री के बयान को देखा है और उनके विदेश मंत्री के बयान को खारिज कर दिया है।’ बयान में कहा गया, ‘इसी तरह के आरोप कनाडाई प्रधान मंत्री ने हमारे प्रधान मंत्री पर लगाए थे और उन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था।’ मंत्रालय ने कहा, ‘हम कानून के शासन के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता वाला एक लोकतांत्रिक देश हैं।’ कड़े शब्दों में दिए गए बयान में कहा गया, ‘हम कनाडा सरकार से अपनी धरती से सक्रिय सभी भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ त्वरित और प्रभावी कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।’ इसमें कहा गया, ‘इस मामले पर कनाडाई सरकार की निष्क्रियता लंबे समय से और निरंतर चिंता का विषय रही है।’
भारत की यह प्रतिक्रिया कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के संसद में दिए गए बयान के बाद आई है। उन्‍होंने सोमवार को कहा कि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां जून में ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और भारत सरकार के एजेंटों के बीच संभावित संबंध के विश्वसनीय आरोपों की जांच कर रही हैं। इस चौंकाने वाले आरोप के बाद कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली ने बताया कि उन्होंने इस घटना पर एक शीर्ष भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया है। उन्होंने यहां तक कहा कि इस घटनाक्रम पर विदेश मंत्री एस जयशंकर को अपनी चिंताओं से अवगत करा दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘इस तरह के निराधार आरोप खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने की कोशिश करते हैं, जिन्हें कनाडा में आश्रय दिया गया है और जो भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा बने हुए हैं।’

मछली खाने की वजह से दो हाथ, दो पैर खो दिए

मछली खाने की वजह से दो हाथ, दो पैर खो दिए 

अखिलेश पांडेय 
वाशिंगटन डीसी/कैलिफोर्निया। मछली खाना बहुत से लोगों को बहुत पसंद होता है। इसे सेहत के लिए काफी फायदेमंद भी बताया जाता है। माना जाता है कि मछली खाने से ओमेगा-3 फैटी एसिड और DHA से लेकर विटामिन 'डी' तक मिलता है, लेकिन मछली हमेशा सेहत के लिए फायदेमंद हो, ये जरूरी तो नहीं। कई बार मछली खाना जानलेवा भी साबित हो सकता है।
हाल ही में एक ऐसा ही चौंका देने वाला मामला सामने आ रहा है, जिसके बारे में जानकर लोग हैरान रह गए हैं। ऐसे में अगर आप भी मछली खाने के शौकीन हैं, तो ये खबर ध्यान से पढ़ें। दरअसल, मछली खाने की वजह से एक महिला ने अपने दोनों हाथ और दोनों पैर खो दिए हैं।
ये मामला अमेरिका के कैलिफोर्निया का बताया जा रहा है, जो इन दिनों लोगों को हैरत में डाल रहा है। आपके दिमाग में भी यही सवाल उठ रहा होगा कि, आखिर ऐसा क्या हुआ, जो मछली खाने की वजह से महिला के चार अंगों को काटकर शरीर से अलग करना पड़ा। बताया जा रहा है कि, ये एक खतरनाक बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से हुआ है, जो कथित तौर पर अधपकी तिलापिया मछली के सेवन से उत्पन्न हुआ था। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, 40 वर्षीय मां लॉरा बाराजस की एक महीने तक अस्पताल में रहने के बाद बीते गुरुवार को लाइफ सेविंग सर्जरी की गई है। 
माना जा रहा है कि, बैक्टीरिया विब्रियो वुल्निफिकस ने उस मछली को दूषित कर दिया था, यही वजह थी कि 6 वर्षीय बच्चे की मां ने जब उस मछली को खाया तो उनकी यह हालत हो गई। महिला के करीबियों ने बताया कि, मछली के एक बैक्टीरिया संक्रमण के कारण मह‍िला की यह हालत हुई है। बताया जा रहा है कि, मछली खाने के बाद समस्या होने के चलते लॉरा बाराजस को इलाज के लिए एक महीने तक अस्पताल में रहना पड़ा। इस बीच बीते गुरुवार को उनकी सर्जरी की गई।  
बाराजस की दोस्त अन्ना मेसिना ने बताया कि, 'यह हम सभी पर बहुत भारी पड़ा। यह भयानक है। यह हममें से किसी के साथ भी हो सकता था।' उन्होंने आगे बताया कि, 'बाराजस वह मछली खाने के बाद बीमार हो गई, जो उन्होंने सैन जोस के एक स्थानीय बाजार से खरीदी थी और घर पर अपने लिए बनाई थी। वह लगभग अपनी जान गंवा चुकी थी। वहीं उन्होंने बताया कि, उनकी मित्र को किडनी फेल होने जैसी अन्य परिस्थितियों का सामना भी करना पड़ा। यहां तक कि उनकी उंगलियां, पैर और होंठ तक काले पड़ गए थे।
वहीं, रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने हाल ही में एक खतरनाक बैक्टीरियल इंफेक्शन को लेकर चेतावनी जारी की है। बताया जा रहा है कि, कच्ची या फिर आधी पकी हुई मछली खाने से बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है।

सोमवार, 18 सितंबर 2023

अगले महीने पाक से भारत लौटेगी अंजू

अगले महीने पाक से भारत लौटेगी अंजू 

अखिलेश पांडेय 
पेशावर। भारत से पाकिस्तान गई अंजू अगले महीने भारत लौटेगी। इस बात का दावा अंजू के पति नसरुल्लाह ने किया है। उसने कहा कि अंजू अगले महीने भारत लौटेगी।
क्योंकि वह मानसिक रूप से ठीक नहीं है, वह परेशान है और अपने दो बच्चों को याद कर रही है। राजस्थान के अलवर की रहने वाली अंजू ने इस्लाम धर्म कुबूल कर लिया था। अंजू की नई पहचान फातिमा के रूप में है। उसने 25 जुलाई को अपने 29 साल के बॉयफ्रेंड नसरुल्लाह से शादी कर ली थी। नसरुल्लाह का घर खैबर पख्तूनख्वा के ऊपरी दीर जिले में है।
दोनों 2019 में फेसबुक पर दोस्त बने थे। पीटीआई के मुताबिक नसरुल्लाह ने बताया कि ''फातिमा (अंजू) अगले महीने भारत लौट रही हैं।'' नसरुल्लाह ने कहा कि वह मानसिक रूप से परेशान है और अपने बच्चों को बहुत ज्यादा याद कर रही हैं और उसके पास वापस जाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
बता दें कि अंजू की पहली शादी राजस्थान के रहने वाले अरविंद से हुई थी। उनकी एक 15 साल की बेटी और 6 साल का बेटा है। नसरुल्लाह ने कहा कि वह नहीं चाहते कि अंजू का मानसिक स्वास्थ्य खराब हो। साथ ही कहा कि अंजू के लिए बेहतर होगा कि वह अपने बच्चों से मिलने के लिए अपने देश चले जाएं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में दस्तावेज की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वह वापस लौट आएंगी। नसरुल्लाह ने कहा कि इसमें कुछ समय लगेगा और संभवत: अगले महीने वह भारत आएंगी। अगर वीजा मिला तो वह भी भारत की यात्रा करेंगे।
अंजू और नसरुल्लाह पिछले महीने यानी अगस्त में अपनी शादी के बाद पहली बार पेशावर गए थे। उन्होंने पेशावर में दिवंगत दिलीप कुमार और शाहरुख खान जैसे दिग्गज भारतीय फिल्म अभिनेताओं के पैतृक घर देखे थे। अंजू ने कहा कि मैंने कुछ पश्तो शब्द सीखे हैं। पाकिस्तान आने से पहले मुझे नहीं पता था कि मैं यहां इतनी मशहूर हो जाऊंगी।

22 परमाणु बम जैसी तबाही मचा सकता है उल्कापिंड

22 परमाणु बम जैसी तबाही मचा सकता है उल्कापिंड 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। पृथ्वी की तबाही को लेकर आपने कई मूवी देखी होंगी, जिसमें पृथ्वी का विनाश होते हुए दिखाया गया है,  ऐसी ही एक वेबसाइट ने पृथ्वी के लिए बड़े खतरे को लेकर संकेत दिए हैं। कहा है कि एक उल्कापिंड पृथ्वी की तरफ आ रहा है, जिससे भारी तबाही हो सकती है। साथ ही तारीख को लेकर भी बताया गया है। ये उल्कापिंड 22 परमाणु बम जैसी तबाही मचा सकता है।
डेलीस्टार नाम की एक वेबसाइट ने उल्कापिंड को लेकर बताया है कि बेनू नाम उल्कापिंड धरती की तरफ आ रहा है, इससे भारी तबाही हो सकती है। तारीख को लेकर कहा गया है कि 24 सितंबर 2182 में बेनू उल्कापिंड तबाही मचाएगा। इधर जानकारी होते ही तबाही से बचने के लिए नासा अभी से तैयारियों में जुट गया है।

रविवार, 17 सितंबर 2023

ब्राजील: विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 14 की मौत

ब्राजील: विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 14 की मौत 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 
ब्रासीलिया/साओ पाउलो। उत्तरी ब्राजील के अमेजोनस राज्य के शहर बार्सिलोस में एक छोटे विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अमेज़ॅनस के गवर्नर विल्सन लीमा ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “वे सभी पर्यटक थे जो मछली पकड़ने जा रहे थे।” उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जानकारी से पता चला है कि सभी पर्यटक ब्राजील के ही थे।
यह बताया गया है कि पायलट को बार्सिलोस में लैंडिंग के लिए रनवे ढूंढने में परेशानी हुई। ब्राजीलियाई ट्विन-टर्बोप्रॉप हल्के परिवहन विमान, दुर्घटनाग्रस्त एम्ब्रेयर ईएमबी 110 बैंडेइरेंटे के मालिक, मनौस एयरोटैक्सी एयरलाइन ने एक सोशल मीडिया बयान में दुर्घटना की पुष्टि की।
बार्सिलोस के मेयर एडसन मेंडेस के अनुसार, नागरिक सुरक्षा टीमों को 14 शव मिले, जिनमें 12 यात्री, पायलट और सह-पायलट शामिल थे।

मंगलवार, 12 सितंबर 2023

विशाल एक्सोप्लैनेट पर महासागर के होने का ऐलान

विशाल एक्सोप्लैनेट पर महासागर के होने का ऐलान 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 
फ्लोरिडा। नासा के वैज्ञानिकों ने कई प्रकाश वर्ष दूर एक विशाल एक्सोप्लैनेट पर एक महासागर के होने का ऐलान किया है। उनकी मानें तो इसके साथ ही इस ग्रह पर संभावित जीवन की तरफ इशारा करने वाला एक रासायन भी मिला है। 
यह खोज नासा के जेम्स वेब टेलीस्कोप की तरफ से की गई है। नासा की मानें तो जो एक्‍सोप्‍लैनेट मिला है वह पृथ्वी से 8.6 गुना बड़ा है। साथ ही एजेंसी को K2-18 b ग्रह के वातावरण की नई जांच में मीथेन और कार्बन डाइऑक्साइड समेत कार्बन के प्रभाव वाले अणुओं की उपस्थिति का भी पता चला है।
जेम्‍स वेब की खोज हाल के अध्ययनों से जुड़ती है जो बताती है कि K2-18 b एक हाइसीन एक्सोप्लैनेट हो सकता है, जिसमें हाइड्रोजन समृद्ध वातावरण और महासागर से ढंके होने की संभावना है। 
नासा ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि इस रहने योग्य क्षेत्र वाले एक्सोप्लैनेट के वायुमंडलीय गुणों के बारे में पहली जानकारी नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप से मिली है। इस नई तलाश ने आगे की रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों को प्र‍ेरित किया। नासा की मानें तो इस खोज ने सिस्टम के बारे में उनकी समझ को ही बदलकर रख दिया है।

रविवार, 10 सितंबर 2023

पीएम सुनक ने चीनी प्रधानमंत्री से मुलाकात की

पीएम सुनक ने चीनी प्रधानमंत्री से मुलाकात की

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 
लंदन/बीजिंग। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने रविवार को नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन से इतर चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग से मुलाकात की और उन्हें ब्रिटेन की जासूसी चिंताओं से अवगत कराया। ब्रिटिश मीडिया की एक खबर में दो लोगों के खिलाफ जासूसी के आरोपों संबंधी खुलासे के बाद सुनक ने ली क्विंग के समक्ष ब्रिटेन के संसदीय लोकतंत्र में कथित चीनी हस्तक्षेप का मुद्दा उठाया और उन्हें ब्रिटेन की महत्वपूर्ण चिंताओं से अवगत कराया। 
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ‘10 डाउनिंग स्ट्रीट’ के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री सुनक ने चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग से मुलाकात की और ब्रिटेन के संसदीय लोकतंत्र में चीनी हस्तक्षेप के बारे में अपनी महत्वपूर्ण चिंताओं से उन्हें अवगत कराया। ’’ दरअसल, ब्रिटेन की एक मीडिया रिपोर्ट में दो लोगों के खिलाफ जासूसी के आरोप लगाए गए हैं।
ब्रिटेन के साप्ताहिक समाचारपत्र 'द संडे टाइम्स' की खबर के मुताबिक ब्रिटेन में एक संसदीय शोधकर्ता ने चीन के लिए जासूसी होने का दावा किया था, जिसके बाद ब्रिटेन के आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया।
उनमें से एक व्यक्ति, जिसकी उम्र 20 वर्ष के आसपास थी, एक शोधकर्ता है और उसका संबंध सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के कई सांसदों से था। जबकि 30 साल से ज्यादा उम्र के एक अन्य व्यक्ति के बारे में कहा जाता है कि उसे मार्च में गिरफ्तार किया गया था और अब वह जमानत पर बाहर है।

जी20: मुद्दों को चर्चा पर हावी नहीं होना चाहिए

जी20: मुद्दों को चर्चा पर हावी नहीं होना चाहिए 

अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/ब्रासीलिया। उभरती और विकसित अर्थव्यवस्थाओं के समूह की अध्यक्षता संभालने के बाद ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा ने रविवार को कहा कि भू-राजनीतिक मुद्दों को जी20 में चर्चा पर हावी नहीं होने देना चाहिए। 
यहां जी20 शिखर सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए लूला डी सिल्वा ने कहा कि समूह को “विभाजित जी20” में कोई दिलचस्पी नहीं है और आज की चुनौतियों का सामना संयुक्त कार्रवाई के जरिए ही किया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उन्हें जी20 की अध्यक्षता सौंपे जाने के तुरंत बाद उन्होंने कहा, “हमें संघर्ष के बजाय शांति और सहयोग की जरूरत है।”
अगला जी20 शिखर सम्मेलन नवंबर 2024 में रियो डी जनेरियो में होगा। लूला डी सिल्वा ने कहा, “जो रास्ता हमें नई दिल्ली से रियो डी जनेरियो तक ले जाएगा, उसके लिए सभी से बहुत समर्पण और प्रतिबद्धता की आवश्यकता होगी।” उन्होंने कहा कि ब्राजील की अध्यक्षता में दक्षिण अमेरिकी देश के पांच क्षेत्रों में से प्रत्येक के शहरों में जी20 बैठकें आयोजित की जाएंगी। जी20 यूक्रेन में युद्ध पर विभाजित था और संघर्ष के संदर्भों को हल्का करने के बाद ही नयी दिल्ली घोषणा पर आम सहमति बनाई जा सकी।
जी20 घोषणापत्र में रूस की आलोचना करना कम कर दिया गया और केवल क्षेत्रीय लाभ के लिए बल के इस्तेमाल की निंदा की गई। ब्राजील की अध्यक्षता के दौरान उसकी प्राथमिकताओं को रेखांकित करते हुए लूला डी सिल्वा ने कहा कि उनका प्रयास होगा कि राजनीतिक और वित्तीय मार्ग समन्वित और एकीकृत तरीके से काम करें।
उन्होंने कहा, ‘‘सर्वोत्तम सार्वजनिक नीति पर सहमत होने का कोई मतलब नहीं है अगर इसके कार्यान्वयन के लिए कोई संसाधन आवंटित नहीं किए गए हैं।” उन्होंने मोदी को बधाई दी और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के हित के विषयों को आवाज देने के प्रयासों के लिए भारत को धन्यवाद दिया।
उन्होंने सामाजिक समावेशन, भुखमरी के खिलाफ लड़ाई, ऊर्जा परिवर्तन और सतत विकास को भी जी20 की प्राथमिकताओं में सूचीबद्ध किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को राजनीतिक ताकत हासिल करने के लिए स्थायी, गैर-स्थायी सदस्यों के रूप में नए विकासशील देशों की जरूरत है।

पीएम ने फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ वार्ता की

पीएम ने फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ वार्ता की 

इकबाल अंसारी/सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/पेरिस। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और कहा कि उन्होंने कई विषयों पर चर्चा की। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ दोपहर के भोजन के समय बहुत ही सार्थक बैठक हुई।
हमने कई विषयों पर चर्चा की और यह सुनिश्चित करने के लिए तत्पर हैं कि भारत-फ्रांस संबंध प्रगति की नई ऊंचाइयों को छुएं।’’ जी20 शिखर सम्मेलन के समापन के बाद द्विपक्षीय वार्ता हुई। 
दोनों देशों के बीच बेहद प्रगाढ़ संबंध और रणनीतिक भागीदारी है।

शुक्रवार, 8 सितंबर 2023

जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत पहुंचे सुनक

जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत पहुंचे सुनक 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक शनिवार से शुरू हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन के लिए शुक्रवार को यहां पहुंचे। पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ सुनक का हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस और वरिष्ठ राजनयिकों ने स्वागत किया।
अतिथियों ने यहां हवाई अड्डे पर उनके सम्मान में आयोजित पारंपरिक नृत्य की सराहना की। अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान सुनक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस सप्ताह की शुरुआत में पीटीआई-भाषा को दिए साक्षात्कार में ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री सुनक ने कहा था कि ब्रिटेन और भारत के बीच संबंध दोनों देशों के भविष्य को परिभाषित करेंगे।

ऊर्जा प्रदर्शन को 6 स्टार से बढ़ाकर 7 स्टार किया

ऊर्जा प्रदर्शन को 6 स्टार से बढ़ाकर 7 स्टार किया 

अखिलेश पांडेय 
मेलबर्न। जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा लागत का मतलब है कि हमें इस बात पर पुनर्विचार करने की जरूरत है कि हम अपने घरों को कैसे डिजाइन करते और बनाते हैं ? अद्यतन नेशनल कंस्ट्रक्शन कोड ने नए आवास के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदर्शन को 6 स्टार से बढ़ाकर 7 स्टार (10 स्टार सर्वश्रेष्ठ) कर दिया है। ऑस्ट्रेलियाई घरों की ऊर्जा क्षमता में सुधार के लिए खिड़कियां स्पष्ट तौर पर प्रमुख बिंदु हैं। गर्म दिनों में, हमारे घरों में आने वाली अधिकतर गर्मी खिड़कियों के माध्यम से आती है। ठंड के दिनों में, खिड़कियों से गर्मी लगभग आधी कम हो जाती है। 
न्यूजीलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन की दरों के एक अंश पर ऑस्ट्रेलियाई घरों में उच्च प्रदर्शन वाली इंसुलेटिंग खिड़कियां स्थापित की गई हैं। हमारी नयी प्रकाशित रिपोर्ट में, हमने पाया कि स्थानीय खिड़की उद्योग उच्च प्रदर्शन वाली खिड़कियां तैयार कर सकता है, जिनकी हमें तापीय रूप से कुशल घरों के लिए आवश्यकता होती है। इससे इन घरों को गर्म करने और ठंडा करने की लागत कम होगी, साथ ही ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन भी कम होगा। लेकिन उद्योग जटिल है, इन खिड़कियों के अधिकाधिक उपयोग में कई बाधाएँ हैं। हमने कई सरकारी नीतियों और उद्योग कार्यों की पहचान की है जो बदलाव लाने में मदद कर सकते हैं। 
खिड़कियों से कितना फर्क पड़ता है?
ऑस्ट्रेलियाई आवासों में एकल-चमकदार खिड़कियाँ आम हैं। इन खिड़कियों से गर्मी आसानी से गुजरती है, इसलिए ये तापीय रूप से कमजोर स्थान हैं। ऑस्ट्रेलियाई घरों में, 87 प्रतिशत तक गर्मी खिड़कियों के माध्यम से आती है और सर्दियों में 40 प्रतिशत तक गर्मी खिड़कियों के माध्यम से कम होती है। इससे अंदर सुगम तापमान बनाए रखना कठिन हो जाता है। औसत ऑस्ट्रेलियाई घरों में घरेलू ऊर्जा का लगभग 40 प्रतिशत उपयोग ‘हीटिंग’ और ‘कूलिंग’ के लिए होता है। परिणाम उच्च बिजली बिल के रूप में निकलता है। उच्च-प्रदर्शन वाली खिड़कियां इस समस्या का समाधान कर सकती हैं बेहतर खिड़कियाँ उपलब्ध हैं। डबल-ग्लाज़्ड और ट्रिपल-ग्लाज़्ड खिड़कियां बेहतर समाधान प्रदान करती हैं, जिससे ‘हीटिंग’ और ‘कूलिंग’ के लिए ऊर्जा का उपयोग करने की आवश्यकता कम हो जाती है। कुछ जलवायु क्षेत्रों में, वे ऊर्जा क्षमता में आपके द्वारा किए जा सकने वाले सबसे अधिक लागत प्रभावी निवेशों में से एक हैं। इन खिड़कियों में कांच के शीशों के बीच हवा की इन्सुलेशन परत होती है।
 अन्य तत्व भी प्रदर्शन में सुधार कर सकते हैं। इनमें थर्मल ब्रेक (एक इंसुलेटिंग बैरियर जो खिड़की के फ्रेम के माध्यम से गर्मी के प्रवाह को कम करता है) और फिल्म शामिल हैं जिन्हें शीशे पर लगाया जा सकता है। इन तरीकों का उपयोग नयी खिड़की इकाइयों में या ‘सेकंडरी ग्लेज़िंग’ जैसे रेट्रोफिट विकल्पों के साथ किया जा सकता है जो पूरी खिड़की इकाई को बदलने से सस्ता हो सकता है। इसमें मौजूदा खिड़की के अंदर एक फ्रेम में ग्लाज्ड पैनल स्थापित करना शामिल है। यह अपार्टमेंट के लिए एक अच्छा समाधान हो सकता है क्योंकि इसके लिए मालिकों को निगम की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होगी। 
उच्च-प्रदर्शन वाली खिड़कियाँ अधिक तापीय विराम के अलावा कई लाभ प्रदान करती हैं। इनमें बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य शामिल है, जिसके परिणामस्वरूप घर अब बहुत गर्म या बहुत ठंडे नहीं रह गए हैं, वेंटिलेशन और प्राकृतिक रोशनी का बेहतर नियंत्रण और बाहर से शोर कम हो गया है। उच्च-समाधान वाली खिड़की स्थापित करने में ऑस्ट्रेलिया अन्य देशों से बहुत पीछे है। ऑस्ट्रेलिया में नए आवासों में केवल 10 प्रतिशत से अधिक खिड़कियाँ उच्च-समाधान वाली हैं - जबकि ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका और न्यूजीलैंड में लगभग 80 प्रतिशत खिड़कियां हैं। उच्च-समाधान वाली खिड़कियों का उपयोग बढ़ाना हमने ‘सस्टेनेबिलिटी विक्टोरिया’ की ओर से विक्टोरिया में खिड़की और आवासीय भवन उद्योग का पता लगाया। हमारा उद्देश्य उच्च समाधान वाली खिड़कियों के निर्माण, बिक्री और स्थापना को बढ़ाने के लिए उद्योग और इसकी तैयारी को समझना था। 
हम यह भी समझना चाहते थे कि इस परिवर्तन को प्राप्त करने के लिए किस समर्थन की आवश्यकता हो सकती है। हमने पूरे क्षेत्र से आए लोगों से बात की। उन्होंने कहा कि मांग आने पर वे इसे बढ़ाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ऐसा करने में कोई तकनीकी बाधा नहीं है। जिन बिल्डरों से हमने बात की, उन्होंने विभिन्न खिड़की उत्पादों को समझने से संबंधित कुछ मुद्दों की पहचान की, जैसे कि विभिन्न फ्रेम सामग्रियों के सापेक्ष लाभ। उदाहरण के लिए, यूपीवीसी और लकड़ी के फ्रेम आमतौर पर एल्युमिनियम की तुलना में कम गर्मी का प्रचालन करते हैं। हालाँकि, एक थर्मल ब्रेक एल्युमिनियम फ्रेम के प्रदर्शन में काफी सुधार कर सकता है।

भविष्य के लिए खिड़कियां
आवास की गुणवत्ता, समाधान और उत्सर्जन में खिड़कियों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए, उच्च-समाधान वाली खिड़कियां स्थापित करना हमेशा की तरह व्यवसाय बन जाना चाहिए। कई अन्य देशों में, डबल-या-ट्रिपल-ग्लाज़्ड खिड़कियां अब मानक हैं। यदि हम ऐसा नहीं करते हैं, तो हम दशकों तक घरों को निम्न-गुणवत्ता वाले, खराब समाधान वाले आवासों में बंद कर देंगे।

बुधवार, 6 सितंबर 2023

जी20: सही समय पर सही देश है 'भारत'

जी20: सही समय पर सही देश है 'भारत' 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बुधवार को कहा कि भारत की विविधता और उसकी असाधारण सफलताओं का अर्थ है कि जी20 की अध्यक्षता के लिए वह "सही समय" पर "सही देश" है। इसके साथ ही सुनक ने नरेन्द्र मोदी के पिछले साल के नेतृत्व की सराहना की और कहा कि भारत को जी20 की अध्यक्षता ऐसे समय मिली जब विश्व कई गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है।
भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक ने 9-10 सितंबर को यहां आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन से कुछ दिन पहले कहा कि ब्रिटेन और भारत के संबंध दोनों देशों के वर्तमान से भी अधिक, उनके भविष्य को परिभाषित करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘भारत का आकार, विविधता और इसकी असाधारण सफलताओं का अर्थ है कि यह जी20 की अध्यक्षता के लिए सही समय पर सही देश है।
मैं पिछले वर्ष के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करता हूं और भारत जिस प्रकार वैश्विक नेतृत्व कर रहा है, उसे देखना अद्भुत है।’’ प्रधानमंत्री सुनक ने  सवालों के ईमेल से भेजे गए जवाब में कहा, "वैश्विक अर्थव्यवस्था को स्थिर करने से लेकर जलवायु परिवर्तन से निपटने तक विश्व की मौजूदा प्रमुख चुनौतियों का सामना करने के लिए हम जी20 की अध्यक्षता के जरिए भारत के साथ मिलकर काम करेंगे।"
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने यूक्रेन पर रूसी हमले का भी जिक्र किया और कहा कि यदि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को किसी संप्रभु पड़ोसी देश पर हमला करने की अनुमति दी गई, तो पूरी दुनिया के लिए इसके "भीषण परिणाम" होंगे। सुनक ने कहा, "विश्व के दो प्रमुख लोकतंत्रों के तौर पर, हमारे लोग हमें परिभाषित करते हैं और हमें दिशा दिखाते हैं।
यही वजह है कि ब्रिटेन अवैध और अकारण रूसी आक्रमण का मुकाबला करने के लिए यूक्रेन का समर्थन करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।" उन्होंने कहा, "एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक देश के तौर पर यूक्रेन को अपना भविष्य खुद तय करने का अधिकार है।
अगर पुतिन को किसी संप्रभु पड़ोसी पर हमला करने की अनुमति दी गई तो पूरे विश्व के लिए इसके भीषण परिणाम होंगे।" सुनक ने कहा, "यूक्रेन के लोगों से ज्यादा कोई भी शांति नहीं चाहता है, लेकिन पुतिन के पास अपने सैनिकों को वापस बुलाकर इस युद्ध को कल समाप्त करने की शक्ति है।’’

शुक्रवार, 1 सितंबर 2023

नासा: हैलीकॉप्टर ने लाल ग्रह पर 56 उड़ाने पूरी की

नासा: हैलीकॉप्टर ने लाल ग्रह पर 56 उड़ाने पूरी की 

अखिलेश पांडेय 
लॉस एंजिल्स। नासा के मंगल हेलीकॉप्टर ने लाल ग्रह पर अपनी 56 उड़ानें पूरी कर ली। यह जानकारी एजेंसी ने गुरुवार को दी। नासा के अनुसार, मंगल हेलीकॉप्टर ने 25 अगस्त को अपनी 56वीं उड़ान शुरु की थी, जिसमें वह 12 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचा और 141 सेकंड में 410 मीटर की यात्रा की।इंजेनुइटी नामक यह हेलीकॉप्टर 18 फरवरी, 2021 को मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर पर पहुंचा था, जो नासा के पर्सिवरेंस रोवर से जुड़ा हुआ था।
नासा के अनुसार, हेलीकॉप्टर को 90 सेकंड तक उड़ान भरने, एक समय में लगभग 300 मीटर की दूरी तक करने और जमीन से लगभग तीन से 4.5 मीटर की दूरी तक उडने के लिए डिज़ाइन किया गया था। नासा के अनुसार, अब तक, इस हेलीकॉप्टर ने मंगल ग्रह पर 100.2 उड़ान मिनट पूरा किया है, 12.9 किलोमीटर की दूरी तय की है और 18 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचा है।

गूगल इंक ने एआई-पॉवर्ड मंगल सर्च को पेश किया

गूगल इंक ने एआई-पॉवर्ड मंगल सर्च को पेश किया 

गूगल ने पेश किया एआई-पॉवर्ड मंगल सर्च करने का तरीका
अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। सोशल नेटवर्क साइट गूगल पर अब सर्च करने का तरीका बदल गया है। गूगल इंक ने एआई-पॉवर्ड मंगल सर्च को पेश किया है। यह नया तरीका भारत के साथ जापान में भी उपलब्ध है। नई एआई-संचालित खोज सुविधा, जिसे एसजीई (सर्च जेनरेटिव एक्सपीरियंस) कहा जाता है, इन बाजारों में गूगल की खोज लैब्स के माध्यम से उपलब्ध होगी। यह एक नई सुविधा पेश करेगी, जिसका उद्देश्य एआई-संचालित जवाब में जानकारी ढूंढना आसान बनाना है। गूगल ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, इस हफ्ते हमने अमेरिका के बाहर भारत और जापान में सर्च लैब्स लॉन्च कीं। 
अब इसके जरिए अमेरिका के समान, भारत और जापान में लोग क्वेरी टाइप करके या वॉयस इनपुट का उपयोग करके अपनी स्थानीय भाषाओं में जेनरेटिव एआई क्षमताओं का उपयोग करने में सक्षम होंगे।

गुरुवार, 31 अगस्त 2023

पुतिन-जिनपिंग सम्मेलन में सम्मिलित नहीं होंगे

पुतिन-जिनपिंग सम्मेलन में सम्मिलित नहीं होंगे 

सुनील श्रीवास्तव
नई दिल्ली। भारत इस बार जी-20 सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। देश की राजधानी दिल्ली में जी-20 का सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को होने जा रहा है, जिसमें दुनिया के 28 से ज्यादा देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों जैसे ताकतवर लोगों का नाम शामिल है। लेकिन इस बीच खबर आई है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग जी-20 के सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत नहीं आ रहे हैं।
हालांकि अभी केवल जिनपिंग के दिल्ली न आने की संभावना जताई गई है। क्योंकि जिनपिंग का भारत आना तय माना जा रहा था, चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से भी उनके भारत दौरे पर मुहर लग चुकी थी। लेकिन अब सूत्रों के हवाले से उनके ना आने की जानकारी मिली है। आपको बता दें कि इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भी भारत आने का प्रोग्राम टल गया है।
शी जिनपिंग के जगह कोई और करेगा चीन का प्रतिनिधित्व
दरअसल, समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि अगले सप्ताह भारत में होने जा रहे जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन से चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग खुद को दूर रख सकते हैं। हालांकि उनके भारत न होने की कोई स्पष्ट वजह नहीं बताई गई है। चीन स्थित एक भारतीय राजनयिक के लिए काम करने वाले एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि नई दिल्ली में 9 व 10 दिसंबर को आयोजित होने जा रहे जी-20 समिट में चीन की तरफ से प्रधानमंत्री ली कियांग प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। वहीं, भारत और चीन के विदेश मंत्रालायों की तरफ से अभी तक इस बात पर कोई बयान नहीं आया है।
पुतिन भी नहीं आएंगे भारत
आपको बता दें कि इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भी भारत दौरा टल चुका है। पुतिन का भी भारत आकर दिल्ली में जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेना प्रस्तावित था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर जी20 सम्मेलन में हिस्सा न लेने की बात कही है। इस दौरान पुतिन ने कहा कि नई दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को होने जा रहे जी20 सम्मेलन में उनकी जगह रूस की तरफ से विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव प्रतिनिधित्व करेंगे।

मंगलवार, 29 अगस्त 2023

आज की रात आसमान में देखिए सुपर ब्लू मून

आज की रात आसमान में देखिए सुपर ब्लू मून 

सुनील श्रीवास्तव
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। चंद्रयान-3 का प्रज्ञान रोवर इन दिनों चांद की सतह पर घूम रहा है और इसरो को डेटा भेज रहा है। इसी बीच आपके लिए चंद्रमा से जुड़ी एक और खबर आई है। जो चांद का दीदार करने वालों के लिए बेहद जरूरी है। दरअसल, कल यानी 30 अगस्त को आसमान में ब्लू सुपरमून दिखाई देगा। जो इस साल अब तक दिखने वाला सबसे बड़ा चांद होगा। इस दौरान चंद्रमा का आकार हर दिन की तुलना में 7 फीसदी अधिक होगा। साथ ही ये आमदिनों की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक चमकीला नजर आएगा।
2-3 साल में एक बार दिखाई देता है। ब्लू सुपरमून
बता दें कि इस तरह का नजारा यानी ब्लू सुपरमून हर महीने या फिर हर साल दिखाई नहीं देता। ये हर 2 या 3 साल में दिखाई देता है। अगर आपने कल का मौका गंवा दिया तो आपको लंबा इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि इसके बाद ब्लू सुपरमून 2026 में देखने को मिलेगा। इससे पहले 2018 में हुए ब्लू सुपरमून का नाजारा दुनियाभर में देखने को मिला था। तब चंद्रमा पृथ्वी से 3,57,530 किमी की दूरी पर आ गया था। जबकि 30 अगस्त को चंद्रमा और पृथ्वी दूरी 3,57,344 किमी हो जाएगी। 
बता दें कि कल दिखने वाला चंद्रमा आपको नीले रंग का नहीं, बल्कि नारंगी रंग का दिखाई देगा।
जानिए क्या होता है ब्लू सुपरमून ?
दरअसल, चंद्रमा का आकार और इसका रंग अंतरिक्ष में होने वाली खगोलीय घटनाओं के चलते बदलता रहता है। इन्ही घटनाओं के चलते न्यू मून, फुल मून, सुपर मून और ब्लू मून का नजारा देखने को मिलता है। बता दें कि हर 2 या 3 साल में नजर आने वाला ब्लू मून साइज में थोड़ा बड़ा होता है। साथ ही इसका रंग भी अलग होता है। बता दें कि जब एक महीने में दो फूल मून होते हैं तो दूसरा वाला फुल मून, ब्लू मून होता है‌। नासा के मुताबिक, इस दौरान चांद सामान्य दिनों की तुलना में ज्यादा चमकीला दिखाई देता है। ये घटनाएं तभी होती हैं जब चांद पूरा होता है। इस दौरान चांद पृथ्वी के पास आ जाता है।

शुक्रवार, 25 अगस्त 2023

पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति के साथ बातचीत की

पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति के साथ बातचीत की

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 
नई दिल्ली/बीजिंग। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अपनी बातचीत में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने इस बात पर जोर दिया कि चीन-भारत संबंधों में सुधार साझा हितों को पूरा करता है और यह क्षेत्र एवं दुनिया में शांति और स्थिरता लाने में सहायक होगा।
चीन ने जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन के इतर दोनों नेताओं के बीच हुई वार्ता का शुक्रवार को ब्योरा जारी कर यह जानकारी दी।
भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बृहस्पतिवार को बताया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर बातचीत के दौरान शी चिनफिंग को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ‘‘अनसुलझे’’ मुद्दों के संबंध में भारत की चिंताओं से अवगत कराया। क्वात्रा के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और एलएसी का सम्मान भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आवश्यक है।
चीनी ब्योरे में दोनों नेताओं के बीच बुधवार को हुई बातचीत को ‘‘स्पष्ट और गहन’’ बताया गया है। इसमें कहा गया है, ‘‘23 अगस्त को (चीन के) राष्ट्रपति शी चिनफिंग और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर वर्तमान चीन-भारत संबंधों और साझा हित के अन्य मामलों पर विचारों का स्पष्ट और गहन आदान-प्रदान किया।
’’ इसमें कहा गया, ‘‘राष्ट्रपति शी ने इस बात पर जोर दिया कि चीन-भारत संबंधों में सुधार दोनों देशों और लोगों के साझा हितों को पूरा करता है और क्षेत्र एवं दुनिया की शांति, स्थिरता और विकास के लिए भी सहायक है।
’’ नयी दिल्ली में चीनी दूतावास द्वारा जारी बयान में कहा गया, ‘‘दोनों पक्षों को अपने द्विपक्षीय संबंधों के समग्र हितों को ध्यान में रखना चाहिए और सीमा मुद्दे को उचित तरीके से सुलझाना चाहिए ताकि सीमा क्षेत्र में शांति की संयुक्त रूप से रक्षा की जा सके।
’’ जोहानिसबर्ग में बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में क्वात्रा ने कहा कि मोदी और शी अपने-अपने संबंधित अधिकारियों को सैनिकों की शीघ्र वापसी और तनाव कम करने के प्रयासों को तेज करने का निर्देश देने पर सहमत हुए।
क्वात्रा ने कहा कि मोदी ने जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स के शिखर सम्मेलन से इतर समूह के नेताओं के साथ बातचीत की। क्वात्रा ने कहा कि मोदी ने शिखर सम्मेलन से इतर शी से बातचीत की और संबंधों को सामान्य बनाने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान करने की महत्ता के साथ ही भारत की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया।
विदेश सचिव ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर अन्य ब्रिक्स नेताओं से बातचीत की। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से बातचीत में प्रधानमंत्री ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी सेक्टर में एलएसी पर अनसुलझे मुद्दों पर भारत की चिंताओं का उल्लेख किया।
’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं सामंजस्य बनाए रखना तथा एलएसी का सम्मान करना भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आवश्यक हैं।’’ क्वात्रा ने कहा, ‘‘इस संबंध में दोनों नेता अपने संबंधित अधिकारियों को सैनिकों की शीघ्र वापसी और तनाव कम करने के प्रयासों को तेज करने का निर्देश देने पर सहमत हुए।’’ सरकार पूर्वी लद्दाख क्षेत्र को पश्चिमी सेक्टर कहती है।

35 साल के शख्स ने 70 वर्षीय महिला से शादी की

35 साल के शख्स ने 70 वर्षीय महिला से शादी की  अखिलेश पांडेय  इस्‍लामाबाद/ओटावा। पिछले कुछ समय से पाकिस्‍तान से ऐसी शादियों के बारे में खबरें...