अंतरराष्ट्रीय लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
अंतरराष्ट्रीय लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

रविवार, 26 मार्च 2023

28 मार्च की रात को 5 ग्रह 'आकाश' में दिखेंगे: नासा 

28 मार्च की रात को 5 ग्रह 'आकाश' में दिखेंगे: नासा 

अखिलेश पांडेय 

वाशिंगटन डीसी। नासा के वैज्ञानिक बिल कुक ने बताया है, कि 28 मार्च की रात को 5 ग्रह आकाश में 50 डिग्री की रेखा में दिखेंगे। चांद के पास बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और यूरेनस दिखेंगे और बुध व यूरेनस को देखने के लिए दूरबीन की ज़रूरत होगी। संयोजन 28 मार्च से पहले और बाद के दिनों में भी दिखेगा।

इस महीने के आखिर में अंतरिक्ष में एक अनोखी घटना होने वाली है। इस घटना को पृथ्वी से आसानी से देखा जा सकता है। दरअसल, 28 मार्च को बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और यूरेनस 50 डिग्री के एक छोटे से क्षेत्र में एकत्रित होंगे। इस दौरान इन सौर मंडल के इन पांचों ग्रहों को पृथ्वी से नंगी आंखों से देखा जा सकता है। यूनीलाड की रिपोर्ट के अनुसार, बुध क्षितिज से -1.3 मैग्नीट्यूड, बृहस्पति को -2.1 मैग्नीट्यूड पर देखा जा सकता है। अगर इस नजारे को साफ देखना हो तो खगोलविज्ञानी दूरबीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह घटना सूर्यास्त के तुरंत बाद काफी साफ नजर आएगी।

कैसे देख सकते हैं ग्रहों का मेला ?
एजुकेशनल एस्ट्रोनॉमी ऐप स्टार वॉक के अनुसार, क्षितिज से ठोड़ा सा ऊपर जाने पर मेष राशि के साथ-साथ -4.0 के मैग्नीट्यूड पर शुक्र ग्रह को देखा जा सकता है। हालांकि, यूरेनस को देखना आसान नहीं होगा। इस ग्रह की हल्की झलक क्षितिज से 5.8 मैग्नीट्यूड पर देखी जा सकती है। इस घटना को काफी दुर्लभ बताया जा रहा है। ऐसे में पूरी दुनिया में इस घटना को देखने को लेकर उत्साह बना हुआ है। कई खगोलप्रेमियों ने विशेष आयोजन करने का भी ऐलान किया है, जिसमें आम लोगों को इस घटना का लाइव टेलिकॉस्ट किया जाएगा।

नासा करेगा लाइव टेलीकॉस्ट
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा इस घटना पर नजर बनाए हुए है। नासा के एक अधिकारी ने बताया है कि इस घटना का लाइव टेलिकॉस्ट किया जाएगा। इसे नासा के जिससे आम लोगों के बीच अंतरिक्ष को लेकर रुचि बढ़ सके। नासा ने बताया है कि घटना के समय ये सभी ग्रह एक सीध में नहीं होंगे, लेकिन इनका नजदीक होना अत्यंत दुर्लभ है। इससे पहले तीन और चार ग्रहों को एक पास देखा जा चुका है। नासा के अनुसार, जो लोग 28 मार्च को इस घटना को देखने से चूक जाएंगे, वे बाद में टेलिस्कोप का उपयोग कर देख सकते हैं। हालांकि, उसके लिए आपको विशेषज्ञता की जरूरत होगी।

हैरतअंगेज: 14 महीने तक पेशाब नहीं कर सकी 'महिला'

हैरतअंगेज: 14 महीने तक पेशाब नहीं कर सकी 'महिला' 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

लंदन। यूके में फाउलर्स सिंड्रोम होने के कारण एक 30 वर्षीय महिला 14 महीने (अक्टूबर 2020 से दिसंबर 2021) तक पेशाब नहीं कर सकी। डॉक्टर्स ने इसके बाद महिला के मूत्राशय में एक इमरजेंसी कैथेटर लगाया जिससे वह पेशाब कर सके। महिला ने जनवरी-2023 में इसके लिए एक ऑपरेशन कराया और बताया, ऐसे नर्क के बाद इससे मेरा जीवन आसान हो गया। लंदन की रहने वाली ईल एडम्स पेशे के कंटेंट क्रिएटर हैं। कुछ महीने पहले उन्होंने महसूस किया कि उन्हें अब यूरिन नहीं आता। जबकि वो नॉर्मल इंसानों की तरह खाना-पीना ले रही थीं। एडम्स को शुरू में यह सब कुछ नॉर्मल लगा। लेकिन जैसे-जैसे दिन बीतते गए, उनकी चिंता भी बढ़ती गई।

आखिरकार उन्हें हॉस्पिटल जाना पड़ा। जांच हुई तो डॉक्टर्स भी हैरान रह गए। एडम्स के यूरिनरी ब्लैडर में 1 लीटर यूरिन भरा था। जबकि इंसानों के ब्लैडर में 600 ml यूरिन ही जमा हो सकता है। उसमें भी 400 ml भरने के बाद इंसान को पेशाब करने की आवश्यकता महसूस होने लगती है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2020 तक उनके साथ सबकुछ ठीक था लेकिन अचानक एक रात उनकी तबीयत काफी ज्यादा बिगड़ गई और जब अगली सुबह वह वॉशरूम गई तो वह पेशाब नहीं कर पा रही थी। 

इसके बावजूद एडम्स को पेशाब करने की जरूरत महसूस नहीं हो रही थी और न ही उसे किसी तरह की दिक्कत हो रही थी। डॉक्टर्स का कहना है कि यूरिन पास न हो पाने के चलते एडम्स की शरीर से टॉक्सिक एलिमेंट्स बाहर नहीं आ पा रहे थे। शरीर में जमा हो रहे ये तत्व आगे चलकर गंभीर नुकसान पहुंचा सकते थे। एडम्स का ब्लैडर पूरी तरह से भरने के बाद भी यूरिन पास नहीं कर पा रहा था। ऐसे में ब्लैडर के फटने का भी खतरा था। जिसे देखते हुए डॉक्टर्स ने पाइप के सहारे यूरिन बाहर करने का फैसला किया। इसके लिए एक ऑपरेशन की मदद से एडम्स के ब्लैडर में नली लगाई गई। जिसके बाद उनका ब्लैडर खाली हुआ।

एडम्स की ऐसी स्थिति क्यों हुई है, इस बारे में डॉक्टर भी कोई ठोस वजह नहीं बता पाए। लेकिन यह बताया गया कि कुछ मामलों में यंग महिलाओं के साथ ये समस्या देखी जाती है। एडम्स जिस तरह की समस्या से जूझ रही हैं, उसका कोई जांचा-परखा इलाज भी नहीं है। लंदन में एडम्स का इलाज करने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसी संभावना है कि उन्हें हमेशा नली के सहारे ही यूरिन पास करना होगा। क्योंकि लंबे समय तक काम न करने के चलते उनका यूरिन सिस्टम काफी हद तक खराब हो चुका है।

शनिवार, 25 मार्च 2023

'डेवलेपमेंटल प्रोसोपैग्नोसिया’ नामक मस्तिष्क विकार 

'डेवलेपमेंटल प्रोसोपैग्नोसिया’ नामक मस्तिष्क विकार 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

लंदन/ऑर्मस्कर्क। कल्पना करिए कि जिंदगी कैसी होगी अगर आप अपने परिवार तथा दोस्तों को तब तक पहचान नहीं पाते जब तक वे आपको न बताए कि वे कौन हैं। अब कल्पना करिए कि कोई आपकी बात पर यकीन नहीं करेगा , बल्कि आपका डॉक्टर तक आप पर विश्वास नहीं करेगा और कहेगा कि हर कोई कभी कभार नाम भूल जाता है। हाल के दो अध्ययन से पता चलता है कि यह ‘‘डेवलेपमेंटल प्रोसोपैग्नोसिया’’ नामक मस्तिष्क विकार से जूझने वाले लोगों की आम समस्या है।

 इस बीमारी को अनौपचारिक रूप से ‘फेसब्लाइंडनेस’ भी कहते हैं यानी ऐसी स्थिति जिसमें व्यक्ति को लोगों के चेहरे पहचानने में दिक्कत होती है। कोई भी पक्के तौर पर यह नहीं बताता कि लोगों को यह बीमारी क्यों होती है लेकिन यह पीढ़ी दर पीढ़ी हो सकती है जिससे पता चलता है कि यह आनुवंशिक हो सकती है। ऐसा अनुमान है कि दो-तीन प्रतिशत वयस्क आबादी इससे पीड़ित हो सकती है।

दिसंबर 2022 में प्रकाशित एक अध्ययन एज हिल विश्वविद्यालय में किया गया। हमारे नतीषों से पता चलता है कि फेसब्लाइंडनेस से पीड़ित 85 प्रतिशत लोग अगर पारंपरिक पद्धति अपनाते हैं तो उनमें बीमारी का पता नहीं चलेगा। उदाहरण के लिए अध्ययन में भाग लेने वाले लोगों ने यदि अपने डॉक्टर से शिकायत की कि वे अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को पहचान नहीं पा रहे हैं तो उन्हें अक्सर कहा जाता है कि यह सामान्य बात है। 

इसका उन पर भयानक असर पड़ सकता है, जिससे वह परेशान हो सकते हैं। इस बीमारी से जूझ रहे लोग जब चेहरे देखते हैं, तो उनमें एटिपिकल न्यूरल प्रतिक्रिया होती है। इससे पता चलता है कि जब वे चेहरे देखते हैं, तो उनका मस्तिष्क उस तरीके से काम नहीं करता जैसे कि उसे करना चाहिए। अगर आप फेसब्लाइंडनेस से पीड़ित किसी व्यक्ति से मिले तो उन्हें संकेत दें कि आप कौन हैं और उनसे कहां मिले थे। थोड़ा संयम काफी फायदेमंद हो सकता है। 

गुरुवार, 23 मार्च 2023

जापान: शादी नहीं करना चाहती हैं 14% महिलाएं

जापान: शादी नहीं करना चाहती हैं 14% महिलाएं

अखिलेश पांडेय 

टोक्यो। महिलाएं अब शादी के बंधन में बंधने से कतराने लगी हैं। इसमें जापान की महिलाएं सबसे आगे हैं। हाल ही में जारी हुई जापान गवर्नमेंट की जेंडर रिपोर्ट 2022 के अनुसार, 30s की 25.4% और 20s की 14% महिलाएं शादी नहीं करना चाहती हैं। इस रिपोर्ट में महिलाओं के शादी न करने के पीछे की वजह को भी बताया गया है। जिसे आप यहां नीचे डिटेल में पढ़ सकते हैं। शादी से जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत होती है। इसमें आपकी आजादी पार्टनर के हाथों में होती है। आमतौर पर ऐसा ज्यादातर महिलाओं के साथ होता है। क्योंकि, उन पर फाइनेंशियली और सोशल प्रेशर रहता हैं। लेकिन, सेल्फ डिपेंडेंट महिलाएं इन चीजों से फ्री रहती हैं। इसलिए ज्यादातर महिलाएं आज के समय में शादी नहीं करना चुन रही हैं।

शादी के बाद औरत अपनी खुद की पहचान पूरी तरह से खो देती है। पति का नाम और काम ही उसकी पहचान बन जाती है। लेकिन आज के समय की महिलाएं बहुत महत्वाकांक्षी हैं, और वह किसी भी कीमत पर अपनी पहचान छोड़ने के लिए तैयार नहीं होती है। यही कारण है कि वह शादी के ऊपर अपने करियर को रखती हैं। शादी होने के बाद घर और नौकरी दोनों को संभालना बहुत मुश्किल हो जाता है। जिसके कारण महिलाओं को अपने सपनों को त्याग कर बच्चों के पालन-पोषण घर में बूढ़े-बुजुर्गों की सेवा करनी पड़ती है। जिसे आज के समय की महिलाएं बिल्कुल भी करना पसंद नहीं करती है।

जापान की महिलाओं के अलावा, कनाडा के लगभग आधे लोग महसूस करते हैं कि शादी जरूरी नहीं है। इसके साथ ही चिली की महिलाएं भी शादी को ज्यादा पसंद नहीं करती हैं या देर से शादी करती हैं। भारत में भी धीरे-धीरे महिलाएं शादी को लेकर उदासीन हो रही है।

रविवार, 19 मार्च 2023

बहुत सारी नौकरियों को खत्म कर देगा 'चैटजीपीटी'

बहुत सारी नौकरियों को खत्म कर देगा 'चैटजीपीटी'

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

वाशिंगटन डीसी। ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कहा है कि चैटजीपीटी वर्तमान की बहुत सारी नौकरियों को खत्म कर देगा और इस चैटबॉट की मदद से नई नौकरियां पैदा की जा सकती हैं। ऑल्टमैन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के परिणामों के बारे में बात करते हुए कहा, हमें सतर्क रहना होगा...मुझे लगता है कि इस घबराहट से लोगों को खुश होना चाहिए। इस समय आर्टिफिशियल इंटेलिटेंस (AI) की दुनिया सबसे ज्यादा चर्चा में है। इसके लोकप्रिय होने के साथ ही कई लोग इस बात की चिंता भी जाहिर करते रहे हैं कि ये आने वाले समय में कई लोगों की नौकरी खा लेगा। अब इसे बनाने वाली कंपनी OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने कहा कि वह अपने ChatGPT के निर्माण से "थोड़ा डरे हुए" हैं। उन्होंने चेतावनी भी दी कि ये कई नौकरियों को समाप्त कर सकता है।

एक इंटरव्यू में ऑल्टमैन ने कहा कि लोगों को खुश होना चाहिए कि कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की क्षमता से थोड़ा डरी हुई है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कई नौकरियों की जगह ले सकती है, लेकिन यह बहुत बेहतर भी हो सकती है। ऑल्टमैन ने पिछले महीने ट्वीट कर चेतावनी दी थी कि दुनिया संभावित रूप से डरावनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से दूर नहीं रह सकती है। 37 वर्षीय सैम ऑल्टमैन ने बताया कि वह सरकारी अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में हैं और उन्होंने यह भी कहा कि नियामकों और समाज को ChatGPT के रोलआउट में शामिल होना चाहिए। इससे मिलने वाला फीडबैक इसके व्यापक उपयोग के किसी भी नकारात्मक परिणामों को रोकने में मदद कर सकता है। OpenAI ने हाल ही में अपना नया ChatGPT मॉडल GPT-4 पेश किया। ऑल्टमैन ने इसे पुराने मॉडल की तुलना में कम पक्षपाती और अधिक रचनात्मक बताया।

GPT-4 फिलहाल उन्हीं यूजर्स के लिए उपलब्ध है, जो इसका प्लस सब्सक्रिप्शन लेते हैं। GPT-4 इमेज इनपुट को भी प्रोसेस करने में सक्षम है। इसे इसके पुराने मॉडल GPT-3.5 की तुलना में ज्यादा सटीक जानकारी देने वाला और यूजर्स के साथ लंबी बातचीत करने में सक्षम बताया गया है। ऑल्टमैन ने कहा कि GPT-4 वकीलों के लिए बार परीक्षा पास कर सकता है और कई परीक्षाओं में 5 स्कोर पाने में सक्षम है।

ChatGPT जनरेटिव AI पर आधारित चैटबॉट है। ये अपने विशाल डाटा बेस और यूजर्स के इनपुट से ट्रेंड होता है। इसी ट्रेनिंग के आधार पर ये दिए गए इनपुट से जुड़ी जानकारी टेक्स्ट फॉर्मेट में देता है। ChatGPT को बनाने वाली कंपनी OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट ने निवेश किया है। इसके अलावा गूगल बार्ड, बायडू एर्नी बॉट जैसे AI चैटबॉट भी हैं।
मार्क जुकरबर्ग और एलन मस्क जैसे दिग्गज भी जनरेटिव AI और इसके लैंग्वेज मॉडल पर काम कर रहे हैं।

वैज्ञानिक मोलिना की 80वीं जयंती मना रहा है 'गूगल'

वैज्ञानिक मोलिना की 80वीं जयंती मना रहा है 'गूगल'

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। गूगल, नोबेल पुरस्कार विजेता रसायनज्ञ और पर्यावरण वैज्ञानिक मारियो मोलिना की 80वीं जयंती मना रहा है। कंपनी ने मैक्सिकन वैज्ञानिक की जयंती को चिन्हित किया, जिन्होंने अपने गगल डूडल के साथ पृथ्वी की सुरक्षात्मक ओजोन परत को बचाने के लिए सरकारों को एक साथ आने के लिए राजी करने का बीड़ा उठाया। आइए जानते हैं कि वैज्ञानिक मारियो मोलिना कौन हैं ?

1995 में मिला था रसायन विज्ञान के लिए नोबेल

डॉ. मारियो मोलिना ने क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैसों या सीएफसी से पृथ्वी की ओजोन परत के लिए खतरे की खोज में अपनी भूमिका के लिए 1995 में रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार जीता था। साल 1995 में उन्हें रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

कौन हैं डॉ. मारियो मोलिना ? 

डॉ. मोलिना का जन्म मेक्सिको सिटी में 19 मार्च, 1943 को हुआ था। वो विज्ञान के प्रति बचपन से ही काफी जुनूनी थे। इसका अनुमान उसी से लगाया जा सकता है जब उन्होंने बचपन में अपने बाथरूम को ही एक अस्थायी प्रयोगशाला में बदल दिया था। इतना ही नहीं, अपने खिलौना माइक्रोस्कोप्स के जरिए वो छोटे-छोटे जीवों को सरकते हुए देखकर खुश हुआ करते थे। बचपन से ही इन्हें इस तरह के कामों में रूची आया करती थी।

पढ़ाई के बाद चले गए अमेरिका 

पढ़ाई की बात करें तो डॉ. मोलिना ने नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैक्सिको से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री और जर्मनी के फ़्रीबर्ग विश्वविद्यालय से उन्नत डिग्री हासिल की। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, वो कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले और बाद में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पोस्टडॉक्टोरल शोध करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए।

1970 के दशक की शुरुआत में, डॉ. मोलिना ने शोध करना शुरू किया कि सिंथेटिक रसायन पृथ्वी के वायुमंडल को कैसे प्रभावित करते हैं। वो सबसे पहले ये पता लगाने वालों में से एक थे कि क्लोरोफ्लोरोकार्बन (एयर कंडीशनर, एयरोसोल स्प्रे और अन्य में पाया जाने वाला एक रसायन) ओजोन को तोड़ रहे थे और पराबैंगनी विकिरण को पृथ्वी की सतह तक पहुंचा रहे थे।

डॉ. मोलिना को उनकी महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोजों के लिए याद किया जाता है, जिसके लिए ग्रह की ओजोन परत अगले कुछ दशकों में पूरी तरह से ठीक होने के रास्ते पर है। मेक्सिको में एक प्रमुख रिसर्च इंस्टीट्यूट्ड है, जिसका नाम मारियो मोलिना सेंटर है, जो अधिक टिकाऊ दुनिया बनाने के लिए अपना काम जारी रखता है।

शुक्रवार, 17 मार्च 2023

'ब्लू व्हेल' के दिल का वजन 181 किलोग्राम दर्ज 

'ब्लू व्हेल' के दिल का वजन 181 किलोग्राम दर्ज 

अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। ब्लू व्हेल दुनिया की सबसे बड़ी जीव हैं। 30 मीटर तक लंबे और 200 टन वजनी ब्लू व्हेल के दिल का आकार इतना ज्यादा बड़ा है कि उसे देखकर ही लोग दंग रह जाते हैं। हाल ही, सोशल मीडिया पर ब्लू व्हेल के दिल की एक तस्वीर छा गई है। इस फोटो को बिजनेसमैन हर्ष गोयनका ने पोस्ट किया है। हर्ष गोयनका ने 13 मार्च को कनाडा के 'रॉयल ओंटारियो म्यूजियम' में संरक्षित और प्रदर्शित ब्लू व्हेल के दिल की फोटो ट्विटर पर पोस्ट की।

उन्होंने कैप्शन में बताया- यह एक ब्लू व्हेल का संरक्षित दिल है, जिसका वजन 181 किलोग्राम है। यह 1.2 मीटर चौड़ा और 1.5 मीटर लंबा है। इस दिल की धड़कन को 3.2 किमी से अधिक दूर से सुना जा सकता है। गोयनका का ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। कई यूजर्स ने इस पर प्रतिक्रिया भी दी। कई यूजर्स ने कुदरत की सराहना की। आपकी इस पर क्या राय है ?

मंगलवार, 14 मार्च 2023

स्वच्छ ईंधन बनने की संभावना, प्रतिक्रिया सीमित

स्वच्छ ईंधन बनने की संभावना, प्रतिक्रिया सीमित

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। हाइड्रोजन के स्वच्छ ईंधन बनने की संभावना को रसायनिक प्रतिक्रिया सीमित कर सकती है। ऐसी आशंका है कि इससे वायुमंडल के निचले हिस्से में मीथेन का जमाव हो सकता है। यह दावा एक नवीनतम अध्ययन में किया गया है। अध्ययन के मुताबिक ऐसा, हाइड्रोजन गैस के आसानी से वायुमंडल में मौजूद उन्हीं अणुओं से प्रतिक्रिया करने से हो सकता है, जो मूल रूप से संभावित मीथेन गैस को खंडित करने के लिए जिम्मेदार है। अमेरिका स्थित प्रिंसटन विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय समुद्री और वायुमंडलीय संघ द्वारा किए गए अनुसंधान के मुताबिक अगर एक सीमा के बाद हाइड्रोजन का उत्सर्जन होता है जो उससे साझा प्रतिक्रिया होगी और बहुत संभव है कि वायुमंडल में मीथेन का जमाव होगा, जिसका प्रभाव दशकों तक कायम रह सकता है।

प्रिंस्टन विश्वविद्यालय के अनुसंधान पत्र के प्रथम लेखक माटेओ बर्टग्नि ने कहा, सैद्धांतिक रूप से हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है। उन्होंने कहा, व्यवहार में यह कई पर्यावरण और प्रौद्योगिकी चिंताए पैदा करता है जिनका समाधान किया जाना है। वायुमंडल में मौजूद मीथेन पर हाइड्रोजन उत्सर्जन के असर पर तैयार अनुसंधान मॉडल और इसके असर को जर्नल नेचर कम्युनिकेशन में जगह दी गई है। उन्होंने बताया कि एक तय सीमा पर जीवाश्म ईंधन बदलने के बावजूद नजदीकी भविष्य में हाइड्रोजन ईंधन आधारित अर्थव्यवस्था वायुमंडल में मीथेन का स्तर बढ़ा सकती है।

अध्ययन में कहा गया कि हाइड्रोजन उत्पादन पद्धति जिसमें मीथेन इनपुट के तौर पर इस्तेमाल होता है, के बहुत अधिक नुकसान हैं। इसके साथ ही हाइड्रोजन उत्पादन में कमी और प्रबंधन को रेखांकित किया गया है। प्रिंसटन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और प्रधान जांचकर्ता एमिलकेयर पोरपोराटो ने कहा,  हमें हाइड्रोजन के इस्तेमाल से होने वाले असर को जानने की जरूरत है ताकि स्वच्छ ईंधन दिखने वाला हाइड्रोजन नयी पर्यावरण चुनौती पैदा नहीं करे।

उन्होंने कहा कि समस्या बड़ी मुश्किल से मापे जाने वाले अणु हाइड्रोक्सिल रैडिकल (ओएच) को लेकर है। ओएस को क्षोभमंडल का डिटर्जेंट भी कहा जाता है और वातावरण में मीथेन और ओजोन को खत्म करने में इसकी अहम भूमिका है। ओएच वातावरण में हाइड्रोजन गैस से प्रतिक्रिया करता है और रोजाना बनने वाले इन अणुओं की संख्या सीमित है, ऐसे में हाइड्रोजन के उत्सर्जन में वृद्धि होने का अभिप्राय है कि अधिक ओएच की जरूरत हाइड्रोजन तोड़ने के लिए होगी और मीथेन को खंडित करने के लिए कम ओएच मौजूद रहेंगे। अध्ययन में कहा गया कि लंबे समय से वातावरण में मीथेन का उच्च स्तर होने पर वायुमंडल में गर्मी बढ़ेगी। 

रविवार, 12 मार्च 2023

बाथरूम में सिगरेट पीना, बदतमीजी करना भारी पड़ा

बाथरूम में सिगरेट पीना, बदतमीजी करना भारी पड़ा

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। एयर इंडिया की फ्लाइट के बाथरूम में सिगरेट पीना और एक यात्री के साथ बदतमीजी करना अमेरिकी नागरिक को भारी पड़ गया है। आरोपी यू एस सिटीजन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी गई है। रविवार को मुंबई पुलिस की ओर से कहा गया है कि एयर इंडिया कि लंदन से मुंबई के लिए चली उड़ान के दौरान फ्लाइट के बाथरूम में धूम्रपान और यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में एक अमेरिकी नागरिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। 37 वर्षीय रमाकांत के खिलाफ मुंबई के सहार पुलिस स्टेशन द्वारा 11 मार्च को उड़ान के बीच में असुविधा पैदा करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।

मुंबई पुलिस के मुताबिक यूएस सिटीजन के खिलाफ आईपीसी की धारा 336 और विमान अधिनियम 1937 की धारा 22 23 एवं 25 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की ओर से विमान के चालक दल के हवाले से बताया गया है कि उड़ान के दौरान धूम्रपान की अनुमति नहीं रहती है। जैसे ही आरोपी बाथरूम के भीतर गया तो अलार्म बजने लगा। जब चालक दल बाथरूम की ओर भागा तो देखा कि अमेरिकी नागरिक के हाथ में एक सिगरेट थी। केबिन क्रु ने तुरंत सिगरेट उसके हाथ से लेकर नीचे फेंक दी।

फिर रामाकांत ने जोर-जोर से चीखना चिल्लाना शुरू कर दिया। चालक दल के सदस्य ने बताया है कि वह उसे किसी तरह उसकी सीट तक ले गए। लेकिन, रमाकांत इतने पर ही नहीं रोका बल्कि उसने कुछ देर बाद विमान का दरवाजा खोलने की कोशिश की।

शुक्रवार, 10 मार्च 2023

लगातार तीसरी बार चीन के 'राष्ट्रपति' बनें जिनपिंग 

लगातार तीसरी बार चीन के 'राष्ट्रपति' बनें जिनपिंग 

अखिलेश पांडेय 

बीजिंग। अपने देश के इतिहास को बदलते हुए शी जिनपिंग एक बार फिर से चीन के राष्ट्रपति बन गए हैं। लगातार तीसरी बार शी जिनपिंग के हाथ में चीन की कमान सौंपी गई है। संसद ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करते हुए शी जिनपिंग को लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति का कार्यकाल सौंपने का फैसला लिया है। शुक्रवार को चीन की संसद ने सर्वसम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव के अंतर्गत मौजूदा राष्ट्रपति शी जिनपिंग को लगातार तीसरी बार देश के राष्ट्रपति का कार्यभार सौंपने का फैसला लिया है।

शुक्रवार को पारित किए गए प्रस्ताव के बाद शी जिनपिंग ने चीन के बड़े नेता रहे माओ त्से तुंग की बराबरी कर ली है।शी जिनपिंग से पहले चीन के इतिहास में माओ त्से तुंग एकमात्र ऐसे इकलौते नेता रहे हैं, जो लगातार तीन बार चीन के राष्ट्रपति बने थे। पिछले वर्ष के अक्टूबर महीने में चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने 69 वर्षीय नेता श्री जिनपिंग को फिर से सीपीसी नेता के रूप में चुना था। सीपीसी की कांग्रेस की बैठक 5 साल में एक बार होती है। इसी के साथ चीन सीपीसी के संस्थापक माओ त्से तुंग के बाद 5 साल के तीसरे कार्यकाल के लिए चुने गए पहले चीनी नेता बन गए थे।

मंगलवार, 7 मार्च 2023

इमारत में विस्फोट, 14 की मौंत, 100 से अधिक घायल

इमारत में विस्फोट, 14 की मौंत, 100 से अधिक घायल

अखिलेश पांडेय 

ढाका। बांग्लादेश के ढाका के गुलिस्तान इलाके में मंगलवार शाम एक इमारत में हुए विस्फोट में 14 लोगों की मौंत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए। फायरब्रिगेड सर्विस से जुड़े अधिकारी रशीद बिन खालिद ने बताया कि बचाव अभियान चलाने के लिए घटनास्थल पर फायर सर्विस की ग्यारह यूनिट काम कर रही हैं। धमाके से गुलिस्तान बीआरटीसी बस काउंटर काउंटर के दक्षिण की ओर एक पांच मंजिला इमारत, ग्राउंड फ्लोर पर एक सेनेटरी की दुकान, बैंक का कार्यालय प्रभावित हुईं हैं, लेकिन कोई भी इमारत नहीं गिरी है।

दमकल अधिकारियों के मुताबिक, विस्फोट बीआरटीसी बस काउंटर के पास शाम करीब 4:45 बजे हुआ। डीएमसीएच पुलिस चौकी के प्रभारी निरीक्षक बच्चू मिया ने कहा कि अब तक 14 शवों और 100 से अधिक घायलों को ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया है। विस्फोट के कारणों का तत्काल पता नहीं चल सका है। धमाका सिद्दीकी बाजार में स्थित एक व्यावसायिक इमारत में हुआ, जिसमें कई ऑफिस और स्टोर थे।

रविवार, 5 मार्च 2023

कॉलेज सिस्टम की 11वीं चांसलर नियुक्त हुई सोन्या

कॉलेज सिस्टम की 11वीं चांसलर नियुक्त हुई सोन्या

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/सैक्रामेंटो। केरल विश्विवद्यालय से स्नातक स्तर की पढ़ाई करने वाली सोन्या क्रिश्चियन की प्रतिभा और प्रतिष्ठा का सम्मान करते हुए उन्हें अमेरिका की सबसे बड़ी और सबसे प्रतिष्ठित सार्वजनिक उच्च शिक्षा प्रणाली कैलिफोर्निया कम्युनिटी कॉलेज सिस्टम का 11वां स्थायी चांसलर नियुक्त किया गया है। उनकी यह नियुक्ति इस लिहाज से और भी अहम है कि वह विश्वविद्यालय प्रणाली का नेतृत्व करने वाली भारत की ही नहीं, बल्कि पूरे दक्षिण एशियाई मूल की पहली व्यक्ति हैं। 

क्रिश्चियन को शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट सम्मान हासिल है। उनके प्रयासों से 2015 में एक विशेष अभियान की शुरुआत की गई, जिससे विश्वविद्यालय प्रणाली में ढांचागत विकास के लिए 15 करोड़ डॉलर की राशि हासिल की गई। सोन्या क्रिश्चियन का जन्म 28 जुलाई 1966 को केरल के क्विलोन में पॉल और पामेला क्रिश्चियन के यहां हुआ। उन्होंने 1987 में केरल विश्विवद्यालय से गणित में स्नातक स्तर की पढ़ाई की और फिर आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चली गईं। उन्होंने 1990 में सदर्न कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई की। उनकी पढ़ाई का सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ। 

वर्ष 2002 में उन्होंने लॉस एंजिलिस में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से डॉक्टर ऑफ एजुकेशन की उपाधि ग्रहण की और शिक्षा के क्षेत्र में नाम कमाया। इस दौरान सोन्या क्रिश्चियन ने 13 फरवरी 1993 को श्रीराम खे से विवाह किया और उनकी एक बेटी है, जिसका नाम ईशा क्रिश्चियन है। पढ़ाई के दौरान उन्होंने शिक्षाविद् के रूप में कई महाविद्यालयों में अपनी सेवाएं दी। वर्ष 1991 में वह सेक्रामेंटो में अमेरिकन रिवर कॉलेज में व्याख्याता बनीं। यहां कुछ अरसा काम करने के बाद उन्होंने बेकर्सफील्ड (कैलिफोर्निया) कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर काम किया। वर्ष 1995 तक इसी पद पर रहने के बाद वह अगले पांच वर्ष तक एसोसिएट प्रोफेसर और फिर उसके बाद डीन बनीं। 

कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूजोम ने एक बयान में सोन्या क्रिश्चियन को देश के सबसे प्रतिभाशली और विद्वान शिक्षाविद् में से एक बताया। उन्होंने कहा कि सोन्या ने सेंट्रल वैली में शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया है। क्रिश्चियन एक जून, 2023 को अपनी नयी भूमिका ग्रहण करेंगी। वह चांसलर एलॉय ऑर्टिज़ ओकले की जगह लेंगी, जिन्होंने लगभग छह वर्षों तक सामुदायिक कॉलेज प्रणाली का नेतृत्व करने के बाद अगस्त में इस्तीफा दे दिया था। 

इस नियुक्ति पर क्रिश्चियन ने कहा, मैं देश की अग्रणी उच्च शिक्षा प्रणाली का नेतृत्व करने के लिए चुने जाने पर सम्मानित महसूस कर रही हूं और मैं बोर्ड ऑफ गवर्नर्स को उनपर भरोसा जताने के लिए धन्यवाद देती हूं। क्रिश्चियन ने कहा, जीवन में हम कई चुनौतियों का सामना करते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि हमारी सबसे बड़ी चुनौतियां हमें अपना सर्वश्रेष्ठ काम करने की प्रेरणा देती हैं। हम छात्रों को प्राथमिकता देने वाले साझा विजन के साथ काम करेंगे।

शनिवार, 4 मार्च 2023

भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सुदृढ़ साझेदारी: पीएम 

भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सुदृढ़ साझेदारी: पीएम 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/सिडनी। भारत की चार दिवसीय यात्रा से पहले ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने शनिवार को कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक सुदृढ़ साझेदारी क्षेत्रीय स्थिरता के लिए अच्छी है। अल्बनीस आठ मार्च से 11 मार्च तक भारत की यात्रा करेंगे, जिसका मकसद व्यापार, निवेश और महत्वपूर्ण खनिजों सहित कई क्षेत्रों में समग्र द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना है। अल्बनीस अपनी भारत यात्रा के दौरान अहमदाबाद, मुंबई और नई दिल्ली का दौरा करेंगे। यह साल 2017 के बाद से किसी ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री की पहली भारत यात्रा है। पिछले साल मई में प्रधानमंत्री बनने वाले अल्बनीस ने शनिवार को कहा, “भारत के साथ हमारे संबंध मजबूत हैं, लेकिन यह और मजबूत हो सकते हैं।”

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि अल्बनीस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अहमदाबाद में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा क्रिकेट टेस्ट मैच देखेंगे। बयान में कहा गया है कि उनकी अहमदाबाद, मुंबई और नयी दिल्ली की यात्रा भारत के साथ ऑस्ट्रेलिया के रणनीतिक, आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ बनाएगी। बयान में कहा गया है कि भारत ऑस्ट्रेलिया का “घनिष्ठ मित्र और भागीदार” है। इसके अनुसार अल्बनीस मोदी के साथ नयी दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया-भारत वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। अल्बनीस ने कहा, “ भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मजबूत साझेदारी हमारे क्षेत्र की स्थिरता के लिए अच्छी है। इसका एक मकसद अधिक अवसर, अधिक व्यापार व निवेश के साथ-साथ हमारी अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत बनाना और हमारे लोगों को सीधे लाभ पहुंचाना भी है।”

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान में कहा गया है कि अल्बनीस और मोदी व्यापार व निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और रक्षा व सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा करेंगे। अल्बनीस ने कहा, “भविष्य की ओर देखने पर हमें लगता है कि भारत ऑस्ट्रेलिया के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार और करीबी दोस्त बना रहेगा।” उन्होंने कहा, “मैं इस साल के मध्य में ऑस्ट्रेलिया में क्वाड नेताओं के सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी करने और जी20 सम्मेलन के लिए सितंबर में फिर से भारत आने को लेकर उत्सुक हूं।” इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने कहा कि अल्बनीस होली के दिन आठ मार्च को अहमदाबाद पहुंचेंगे। इसके बाद वह नौ मार्च को मुंबई जाएंगे और फिर उसी दिन दिल्ली आएंगे।

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री का 10 मार्च को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में रस्मी स्वागत किया जाएगा। इसके बाद मोदी और अल्बनीस वार्षिक शिखर वार्ता करेंगे, जिसमें भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा की जाएगी। साथ ही दोनों आपसी हित से जुड़े क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी विचार विमर्श करेंगे। पिछले कुछ वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंध प्रगाढ़ हुए हैं।

जून 2020 में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में बदल दिया गया। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री अल्बनीस की यात्रा से व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और गति मिलने की उम्मीद है।” ऑस्ट्रेलिया इस साल के अंत में मालाबार नौसैनिक अभ्यास की मेजबानी भी करेगा। इसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका की नौसेनाएं शामिल होंगी।

इंसानी खोपड़ी की बनीं 2000 साल पुरानी 'कंघी' मिलीं 

इंसानी खोपड़ी की बनीं 2000 साल पुरानी 'कंघी' मिलीं 

अखिलेश पांडेय 

लंदन। आमतौर आप लोगों ने प्लास्टिक की कंघी को देखा या इस्तेमाल किया होगा, आपको जानकर हैरानी होगी कि एक कंघी 2000 साल पुरानी मिली है, वो भी इंसानी खोपड़ी की बनाई हुई। यह कंघी इंग्लैंड के कैंब्रिशायर में मौजूद है और इसे बार हिल गांव में खुदाई के दौरान खोजा गया है।

जानकार लोगों को हैरानी तो हो रही है, लेकिन पुरातत्वविदों के मुताबिक, इस 2000 साल पुरानी कंघी को बिल्कुल सही माना गया है। बताया जाता है कि यह करीब 750 से एडी 43 तक की है। इस कंघी में लगभग 12 दांत हैं। पुरातत्वविदों ने इसे बार हिल कॉम्ब का नाम दिया है।

आपको बता दें, ये पहली कंघी नहीं है। इससे पहले भी दो बार ऐसी चीजें मिल चुकी है। इससे पहले कैंब्रिजशायर से इसी तरह की चीजें मिली थीं, वो भी इसी कंघी की तरह दिखती थी। अनुमान के अनुसार पुरातत्वविदों ने माना है कि पहले के लोग हड्डी से कंघी बनाया करते थे।

गुरुवार, 2 मार्च 2023

द्विपक्षीय संबंधों को साझेदारी तक लें जाने का फैसला 

द्विपक्षीय संबंधों को साझेदारी तक लें जाने का फैसला 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/रोम। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत और इटली ने रक्षा सहयोग पर एक नए अध्याय की शुरुआत करते हुए अपने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक लें जाने का फैसला किया है। भारत की यात्रा पर आईं इटली की प्रधानमंत्री ज्यॉर्जिया मेलोनी के साथ व्यापक वार्ता के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत में सह-उत्पादन और सह-विकास के क्षेत्र में नये अवसर खुल रहे हैं, जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।

इस अवसर पर हमने भारत-इटली साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी का दर्जा देने का फैसला किया है।’’ मोदी ने कहा कि भारत और इटली ने नियमित आधार पर दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है। उन्होंने कहा कि भारत और इटली आतंकवाद और अलगाववाद जैसे मुद्दों पर कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं।

मोदी ने कहा, ‘‘हमने इस सहयोग को और मजबूत करने पर व्यापक चर्चा की।’’ मोदी और मेलोनी ने भारत और इटली के बीच ‘स्टार्ट-अप ब्रिज’ स्थापित करने की भी घोषणा की। मोदी ने कहा, ‘‘हमने अक्षय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, सूचना और प्रौद्योगिकी, सेमीकंडक्टर, दूरसंचार, अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विशेष जोर दिया।’’ उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का भी स्वागत किया।

उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है। इससे हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपने सहयोग को बढ़ाने के लिए ठोस विषयों की पहचान कर सकेंगे।’’ इससे पहले, मेलोनी का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक रूप से स्वागत किया गया, क्योंकि वह राजकीय यात्रा पर यहां पहुंची थीं। मोदी ने राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में मेलोनी का स्वागत किया, जहां उन्हें तीनों सेनाओं की ओर से ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।

मेलोनी ने बाद में राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पहले स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती पवार ने हवाई अड्डे पर इतालवी प्रधानमंत्री की अगवानी की। इटली की प्रधानमंत्री के साथ उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी तथा एक उच्चस्तरीय कारोबारी प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है। मेलोनी आज शाम शुरू होने वाले आठवें ‘रायसीना डायलॉग’ में मुख्य अतिथि और प्रमुख वक्ता भी होंगी।

विदेश मंत्रियों की बैठक की मेजबानी करेगा 'भारत'

विदेश मंत्रियों की बैठक की मेजबानी करेगा 'भारत'

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। भारत शुक्रवार को क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक की मेजबानी करेगा, जिसमें क्षेत्र में चीन के बढ़ते आक्रामक रवैये की पृष्ठभूमि में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समग्र हालात पर चर्चा की जा सकती है। बैठक की अध्यक्षता विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे, जिसमें अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी और ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वांग की सहभागिता रहेगी।

विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘क्वाड के विदेश मंत्रियों की अगली बैठक की मेजबानी भारत तीन मार्च को नयी दिल्ली में करेगा।’’ उसने कहा कि इस बैठक में मंत्रियों के लिए सितंबर 2022 में न्यूयॉर्क में उनकी पिछली बैठक में हुई बातचीत को जारी रखने का अवसर मिलेगा। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘वे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हालिया घटनाक्रम पर और आपसी हित के क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे जो एक खुले, स्वतंत्र और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के उनके दृष्टिकोण पर आधारित होगा।’’

उसने कहा कि विदेश मंत्री अपने रचनात्मक एजेंडे को आगे बढ़ाने और क्षेत्र की समकालीन प्राथमिकताओं पर ध्यान देने के उद्देश्य से की गई पहलों के कार्यान्वयन में क्वाड द्वारा की गई प्रगति की समीक्षा भी करेंगे। 

भारत की आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली पहुंचीं 'पीएम'

भारत की आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली पहुंचीं 'पीएम'

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/रोम। इटली की प्रधानमंत्री ज्यॉर्जिया मेलोनी का बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति भवन में रस्मी स्वागत किया गया। मेलोनी रक्षा और आर्थिक क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के लिए बृहस्पतिवार को भारत की आधिकारिक यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचीं। यह पिछले पांच वर्षों में किसी यूरोपीय देश के शीर्ष नेता का पहला भारत दौरा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में मेलोनी का स्वागत किया, जहां उन्हें तीनों सेनाओं ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। मोदी और मेलोनी के बीच बृहस्पतिवार दोपहर विभिन्न द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत का कार्यक्रम है।

विदेश मंत्रालय ने मोलोनी की यात्रा से पहले एक बयान जारी कर कहा, “दोनों पक्ष नवंबर 2020 में हुए शिखर सम्मेलन के प्रमुख निष्कर्षों की प्रगति का जायजा लेंगे, सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूत करेंगे, घनिष्ठ आर्थिक संबंधों की स्थापना की दिशा में काम करेंगे, प्रतिभाओं के लिए अवसर बढ़ाने के उपायों पर विचार करेंगे और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में जारी सहयोग को रणनीतिक मार्गदर्शन देंगे।”

दिल्ली हवाई अड्डे पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती पवार ने मेलोनी की अगवानी की। मेलोनी के साथ इटली के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री अंतोनियो ताजानी और एक उच्चस्तरीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है। मेलोनी बृहस्पतिवार की शाम से शुरू हो रहे आठवें रायसीना संवाद में मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल होंगी।

वह विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात करेंगी। भारत और इटली इस वर्ष दोनों देशों के राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष मना रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि भारत और इटली के बीच बहुआयामी द्विपक्षीय संबंध साझा सांस्कृतिक मूल्यों, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता, हरित ऊर्जा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और रक्षा क्षेत्र में सहयोग तथा क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर साझा रुख पर आधारित हैं। बयान में कहा गया है कि दोनों देश विभिन्न बहुपक्षीय मंचों पर भी करीबी सहयोग कर रहे हैं। इटली के विदेश मंत्री अंतोनियो ताजानी और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल बृहस्पतिवार को एक वाणिज्यिक गोलमेज बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे।

बुधवार, 1 मार्च 2023

भारत में ‘बेहतरीन’ डिजिटल नेटवर्क है: गेट्स 

भारत में ‘बेहतरीन’ डिजिटल नेटवर्क है: गेट्स 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। अरबपति परोपकारी बिल गेट्स ने बुधवार को कहा कि भारत में ‘बेहतरीन’ डिजिटल नेटवर्क है और ‘बहुत अच्छी’ कनेक्टिविटी के साथ स्मार्टफोन का काफी अधिक इस्तेमाल होता है। उन्होंने साथ ही जोड़ा कि भारत सबसे सस्ता 5जी बाजार होगा। भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत बुधवार को ‘जुझारू और समावेशी अर्थव्यवस्थाओं का निर्माण- डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का वादा’ विषय पर यहां आयोजित एक सत्र में उन्होंने यह बात कही। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक ने भारत के प्रतिस्पर्धी निजी बाजार, भरोसेमंद और कम लागत वाले संपर्क की तारीफ की और कहा कि यह सबसे सस्ता 5जी बाजार होगा।

उन्होंने कहा कि भारत में शानदार डिजिटल नेटवर्क है और स्मार्टफोन का उपयोग करने वाले लोगों का प्रतिशत बहुत अधिक है। इस मौके पर दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 2023 को एक ऐतिहासिक वर्ष करार दिया, और कहा कि डिजिटल तकनीक अब परिपक्व हो गई है। उन्होंने कहा कि कृत्रिम मेधा, 5जी और क्वॉन्टम कंप्यूटिंग मुख्यधारा की प्रौद्योगिकी बनने के लिए तैयार हैं। मंत्री ने कहा कि भारत ने डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए बेमिसाल ढांचा तैयार किया है, जो लोगों के जीवन में बदलाव लाने पर केंद्रित है।

शनिवार, 25 फ़रवरी 2023

गोलमेज परिचर्चा, कर्ज में फंस रहे देशों का मुद्दा उठाया 

गोलमेज परिचर्चा, कर्ज में फंस रहे देशों का मुद्दा उठाया 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/बेंगलुरु/सोफिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को यहां विश्व बैंक प्रमुख डेविड मलपास और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक (एमडी) क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के साथ शनिवार को यहां गोलमेज परिचर्चा के दौरान कर्ज में फंस रहे देशों का मुद्दा उठाया और इस मुद्दे पर मिलकर काम करने का आह्वान किया।

जी 20 वित्त मंत्री एवं केन्द्रीय बैंक गवर्नरों की दो दिवसीय बैठक में भाग लेने आये इन दोनों के साथ आज यहां गोलमेज बैठक आयोजित की गई। श्रीमती सीतारमण ने ऋणदाताओं के बारे में जानकारी रखने के साथ ही इस चुनौतियों को लेकर एकमत होने और इसके समाधान पर जोर दिया।

उन्होंने कर्ज में बुरी तरह फंसे देशों का मुद्दा उठाया और इसके लिए सबको मिलकर इस मुद्दे को जाेरशोर से उठाने का आह्वान भी किया। इन दोनों अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं से तेजी से ऋण पुर्नगठन किये जाने, कर्ज में फंसे देशों को मदद किये जाने की भी अपील की गई।

चिकन लुटेरे को डेढ़ लाख डॉलर के बॉन्ड पर जेल भेजा

चिकन लुटेरे को डेढ़ लाख डॉलर के बॉन्ड पर जेल भेजा

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

वाशिंगटन डीसी/शिकागो। अमेरिका के शिकागो शहर में पुलिस ने एक ऐसा लुटेरा गिरफ्तार किया है, जो बंदूक के बलबूते फ्राइड चिकन लूटने के बाद उसके, पीड़ित की कार के भीतर घटनास्थल पर ही खाता हुआ मिल गया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया। जहां से फिलहाल इस अजीब-ओ-गरीब चिकन लुटेरे को डेढ़ लाख डॉलर के बॉन्ड पर जेल भेज दिया गया है। इन तमाम तथ्यों की पुष्टि शिकागो (अमेरिका) का पुलिस विभाग भी करता है।

गिरफ्तार चिकन लुटेरे का नाम जेम्स टेलर है। आरोप है कि उसने 35 साल के एक शख्स को 11 फरवरी 2023 को सड़क चलते हथियार के बलबूते लूट लिया था।लूट में आरोपी के हाथ फ्राइड चिकन, दो डॉलर नगद, एक डेबिट कार्ड लगा था। आरोपी ने न केवल फ्राइड चिकन लूट की वारदात को अंजाम दिया, बल्कि पीड़ित से बंदूक के बलबूते आरोपी ने उसकी कार की चाबी भी लूट ली. उसके बाद पीड़ित को जान से मार डालने की धमकी देकर मौके से भगा दिया। यह सब होते ही पीड़िता ने 911 पर पुलिस को सूचित कर दिया।

दिलचस्प यह रहा है कि जब पीड़ित पुलिस को कॉल कर रहा था, तब लुटेरा लूटे हुए चिकन को कार में बैठकर मजे से खाता रहा। सूचना पाकर जब पुलिस घटनास्थल (कैलुमेट एवेन्यू के ब्लॉक 4500 में) पहुंची, लुटेरा मय हथियार तब पुलिस को भी कार के भीतर लूटा हुआ फ्राइड चिकन खाता ही मिला, यह देखकर पुलिस को भी हैरानी हुई कि, बंदूक के बलबूते लूट की घटना को अंजाम देने वाला लुटेरा आखिर मौके से फरार क्यों नहीं हुआ?

आरोपी को हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया गया। जांच में फिलहाल आरोपी का कोई पुराना आपराधिक इतिहास नहीं मिला है। इसके बावजूद उसे कोर्ट के अगले आदेश तक न्यायिक हिरासत में जेल में बंद करके रखा गया है। हिरासत में उसे बंद करके रखे जाने के बदले 150000 डॉलर का सिक्योरिटी बॉन्ड जमा कराना पड़ा है।

शिकागो पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने जिस दुस्साहसिक तरह से लूट की घटना हथियार के बल पर अंजाम दिया है, कोर्ट में मुजरिम करार दिए जाने पर उसके उसे 21 साल की सजा सुनाई जा सकती है। हालांकि, अगर वो इस सजा के खिलाफ कोर्ट में अपील करेगा, तो उसकी इस संभावित 21 साल की सजा को कोर्ट कम भी कर सकता है। क्योंकि इस अपराध से पहले उसने किसी और आपराधिक घटना को अंजाम दिया है।

नवरात्रि का सातवां दिन मां 'कालरात्रि' को समर्पित 

नवरात्रि का सातवां दिन मां 'कालरात्रि' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय  चैत्र मास में पड़ने वाली नवरात्रि के सातवें दिन दे...