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गुरुवार, 25 अप्रैल 2024

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया 

अखिलेश पांडेय 
वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल जीवनभर उनके लिए यादगार रहे। कुछ ऐसा ही एक पायलट ने भी किया। उसने फ्लाइट में लोगों के सामने ही अपनी गर्लफ्रेंड को प्रपोज किया। जो कि फ्लाइट अटेंडेंट है। पायलट ने सबके सामने अनाउंसमेंट करते हुए फ्लाइट अटेंडेंट से पूछा, 'मुझसे शादी करोगी ?' उनके प्रपोज करने के अंदाज ने फ्लाइट में बैठे लोगों के चेहरे पर भी मुस्कान ला दी। सब ताली बजाते हुए हंसने लगे। 
मामला पोलैंड का बताया जा रहा है। पायलट ने फ्लाइट के टेकऑफ से ठीक पहले ऐसा किया। वो घुटनों के बल फूल लेकर बैठे। तभी उनकी गर्लफ्रेंड दौड़ती हुई उनके पास आई। दोनों ने सबके सामने एक दूसरे को किस भी किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसे LOT पॉलिश एयरलाइंस कंपनी की तरफ से फेसबुक पर शेयर किया गया है। इसमें देखा जा सकता है कि फ्लाइट के पायलट कैप्टन कोनराड हैन्क अपनी गर्लफ्रेंड से शादी करने को लेकर सवाल पूछते हैं। जो उनका प्रपोजल स्वीकार कर लेती है। प्रपोज करते वक्त हैन्क इमोशनल भी हो जाते हैं। वो इस दौरान अपनी लव स्टोरी के बारे में बताते हैं।  हैन्क कहते हैं, 'आज की फ्लाइट में एक बहुत ही खास इंसान है और मुझे उम्मीद है कि वो किसी चीज की अपेक्षा नहीं करेगी। लेडीज और जेंटलमैन, करीब डेढ़ साल पहले इस नौकरी में मेरी मुलाकात सबसे अद्भुत इंसान से हुई, जिसने मेरा जीवन पूरी तरह से बदल दिया। तुम मेरे लिए सबसे कीमती हो। तुम मेरा सबसे बड़ा सपना सच होने जैसा हो। यही कारण है कि मुझे तुमसे एक एहसान चाहिए। क्या तुम मुझसे शादी करोगी ?' इसके बाद फ्लाइट अटेंडेंट पॉला दौड़ते हुए आती हैं और पायलट को गले लगा लेती हैं। वो जवाब में कहती हैं, 'मुझे नहीं पता कि क्या ये इसके लिए सही वक्त है।' पायलट ने उन्हें अंगूठी पहनाई। कपल को देख रहे फ्लाइट में बैठे लोगों ने ताली बजाना शुरू कर दिया।

बुधवार, 24 अप्रैल 2024

भारत के मसालों की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाएं

भारत के मसालों की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाएं 

अखिलेश पांडेय 

सिंगापुर/हांगकांग। सिंगापुर और हांगकांग में भारत के मसालों की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाएं गए हैं। एमडीएच और एवरेस्ट मसाले की कुछ किस्मों पर प्रतिबंध भी लगाया गया है। सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग के फूड सेफ्टी रेगुलेटर्स का आरोप है कि एमडीएच और एवरेस्ट के 4 मसाला प्रोडक्ट्स में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड तय लिमिट से ज्यादा पाया गया है। इसको लेकर अब वाणिज्य मंत्रालय ने सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग से प्रतिबंध के कारणों से जुड़ी एक रिपोर्ट मांगी है। वहीं, एथिलीन ऑक्साइड शरीर के लिए कितना खतरनाक है ? आइए समझते हैं...!
दरअसल, एथिलीन ऑक्साइड एक रसायन है, यह एक कैंसर पैदा करने वाला कैमिकल है, जो स्तन कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। मनुष्यों में डीएनए, मस्तिष्क और कोशिकाओं पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। यह कीटाणुनाशक और स्टरलाइजिंग एजेंट के रूप में भी काम आता हैं। अमेरिका की नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की जानकारी के मुताबिक, एथिलीन ऑक्साइड से डीएनए को नुकसान पहुंचाता है। यह कैंसर पैदा करने के लिए भी जिम्मेदार है। एथिलीन ऑक्साइड इंसानों के शरीर में सांस के मार्ग से पहुंच सकता है। एथिलीन ऑक्साइड बेहद विस्फोटक और प्रतिक्रियाशील होते हैं, जिस कारण इसके इस्तेमाल वाले उपकरण कसकर बंद किए जाते हैं या फिर ऑटोमैटिक होते हैं।

शरीर में ये दिक्कतें हो सकती हैं

कई रिसर्च संस्थानों ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि एथीलीन ऑक्साइड इंसानों के लिए कैंसरकारी है। इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर और अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी भी एथीलीन ऑक्साइड को इंसानों के लिए कैंसरकारी मानती हैं। अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के मुताबिक, इस कैमिकल का थोड़े समय के लिए संपर्क ह्यूमैन सिस्टम को बिगाड़ सकता है। इससे डिप्रेशन या आंखों में जलन हो सकती है। लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से आंखों, त्वचा, नाक, गले और फेफड़ों में जलन हो सकती है। मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को नुकसान हो सकता है। कुछ सबूत भी हैं कि एथिलीन ऑक्साइड के सांस के संपर्क में आने से गर्भपात के चांस रहते हैं। जानवरों में इस गैस से प्रजनन से जुड़े प्रभाव देखे गए, जिसमें उनके शुक्राणु में कमी देखी गई। एथिलीन ऑक्साइड से लिंफोमा और ल्यूकेमिया हो सकता है।

रविवार, 21 अप्रैल 2024

प्रशिक्षण के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुए 2 हैलिकॉप्टर

प्रशिक्षण के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुए 2 हैलिकॉप्टर 

अखिलेश पांडेय 
टोक्यो। जापानी नौसेना में बड़ा हादसा हुआ है। सामने आ रही जानकारी के अनुसार जापानी नौसेना के दो हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण के दौरान टोक्यो के दक्षिण में दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं। यह दुर्घटना प्रशांत महासागर में हुई है। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि सात अन्य लोग अभी लापता है। लापता लोगों की तलाश में नौसेना के जवान जुटे हैं। देश के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि शनिवार रात प्रशिक्षण के दौरान दोनों हेलीकॉप्टर एक दूसरे से टकरा गए। इन हेलीकॉप्टर में चालक दल के आठ सदस्य सवार थे।
रक्षा मंत्री मिनोरू किहारा ने संवाददाताओं को बताया कि समुद्री आत्मरक्षा बल (एमएसडीएफ) के दो एसएच-60के हेलीकॉप्टर में चालक दल के चार-चार सदस्य सवार थे और शनिवार देर रात तोक्यो से लगभग 600 किलोमीटर दक्षिण में तोरीशिमा द्वीप के पास उनसे संपर्क टूट गया। किहारा ने बताया कि इस हादसे का कारण अभी पता नहीं चला है लेकिन दोनों हेलीकॉप्टर संभवत: आपस में टकराने के बाद पानी में गिरे।

डेटारिकॉर्डर और हेलीकॉप्टर के टुकड़े बरामद

उन्होंने कहा कि बचावकर्मियों ने एक उड़ान डेटा रिकॉर्डर, प्रत्येक हेलीकॉप्टर से एक ब्लेड और एक ही क्षेत्र में दोनों हेलीकॉप्टर के टुकड़े बरामद किए हैं, जो संकेत देते हैं कि दोनों एसएच-60के एक-दूसरे के करीब उड़ रहे थे। अधिकारी यह पता लगाने के लिए उड़ान संबंधी डेटा का विश्लेषण करेंगे कि दुर्घटना का कारण क्या था। एमएसडीएफ ने चालक दल के लापता सदस्यों की तलाश और बचाव के लिए आठ युद्धपोत और पांच विमान तैनात किए। सिकोरस्की द्वारा विकसित और सीहॉक्स के नाम से जाने जाने वाले इन हेलीकॉप्टर में दोहरे इंजन थे। इनमें ‘मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज’ ने बदलाव किया था और इनका निर्माण किया था।

रविवार, 14 अप्रैल 2024

स्टूडेंट के साथ सेक्स करने के आरोप में टीचर अरेस्ट

स्टूडेंट के साथ सेक्स करने के आरोप में टीचर अरेस्ट 

अखिलेश पांडेय 
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका की रहने वाली एक महिला टीचर को अपने स्टूडेंट के साथ सेक्स करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मोनमाउथ काउंटी के अधिकारियों का कहना है कि ट्रेंटन के हैमिल्टन हाई स्कूल वेस्ट में पढ़ाने वाली अंग्रेजी की टीचर 37 वर्षीय जेसिका साविकी ने इस साल कई मौकों पर अपर फ्रीहोल्ड टाउनशिप में असुनपिंक वन्यजीव प्रबंधन क्षेत्र में स्टूडेंट के साथ यौन संबंध बनाए। वन्यजीव स्थान स्कूल से लगभग 20 मिनट की ड्राइव पर है। टीचर और स्टूडेंट के बीच कार की पिछली सीट पर भी संबंध बने।
अधिकारियों ने कहा कि साविकी को गिरफ्तार कर लिया गया था और अगले सप्ताह हिरासत की सुनवाई के लिए उसे मॉनमाउथ काउंटी सुधार संस्थान में बंद रखा गया है। अधिकारियों का कहना है कि साविकी और उसके छात्र को रविवार को न्यू जर्सी फिश एंड वाइल्डलाइफ के अधिकारियों ने कपड़े उतारे हुए अवस्था में पकड़ा था। न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, साविकी ने कथित तौर पर अधिकारियों के सामने स्वीकार किया है कि उसने और किशोर ने 6,393 एकड़ के राज्य के स्वामित्व वाले वन्यजीव प्रबंधन क्षेत्र में दिसंबर से कम से कम पांच बार असुरक्षित यौन संबंध बनाए।
इस मामले से जुड़े डॉक्युमेंट्स के अनुसार, टीचर और स्टूडेंट ने कार की पिछली सीट पर भी सेक्स किया। शिकायत में छात्र की उम्र लगभग 16 साल बताई गई है। मैरिड टीचर ने अपने बारे में अबाउट द टीचर पेज पर बताया था कि हैमिल्टन वेस्ट टीचिंग में उसे यह सातवां साल है। उसने उस पेज पर कहा था, ”मुझे यहां अपने स्टूडेंट्स के बारे में जानना और उनको उनके भविष्य के लिए बेहतर बनाने में मदद करना अच्छा लगता है।” स्कूल डिस्ट्रिक्ट की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान के अनुसार, साविकी को उसके $41,000 प्रति वर्ष के पद से प्रशासनिक अवकाश पर भेज दिया गया है।
प्रिंसिपल ब्रायन स्मिथ और अधीक्षक स्कॉट रोक्को ने बयान में कहा, ”हमने जांच के दौरान अभियोजक के कार्यालय के साथ पूरा सहयोग किया और आवश्यकतानुसार ऐसा करना जारी रहेगा।” उन्होंने आगे कहा कि कथित घटना एक स्कूल के रूप में हमारे पेशेवर मानकों के खिलाफ है और एक कर्मचारी के व्यक्तिगत आचरण हमारी अपेक्षाओं से बहुत दूर है। हमें ऐसे किसी भी कार्य के प्रति कोई सहनशीलता नहीं है जो हमारे छात्रों को नुकसान पहुंचाता है या संभावित रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। एक स्टाफ सदस्य की हरकतें हमारे पूरे स्कूल समुदाय की कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं।

गुरुवार, 11 अप्रैल 2024

भारत 'विश्व गुरू' जरूर बनेगा: अमेरिका

भारत 'विश्व गुरू' जरूर बनेगा: अमेरिका 

अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। भारत के अधिकतर नागरिक मानते हैं कि भारत देश विश्व गुरू था। भारत का स्पष्ट मत है कि एक दिन फिर से भारत विश्व गुरू बनेगा। अब अमेरिका ने भी मान लिया है कि भारत विश्व गुरू जरूर बनेगा। भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी के एक बयान में भारत के विश्व गुरू बनने की बात कही गई है। भारत की राजधानी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि भारत में सही मायनों में विश्व का भविष्य गढ़ा जा रहा है।
भारत की राजधानी दिल्ली में आईपीई ग्लोबल ने एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस आयोजन में अमेरिका के भारत में राजदूत एरिक गार्सेटी ने खूब खुलकर भारत की सराहना की। कार्यक्रम में भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि वह भारत के लोगों को नसीहत देने नहीं, बल्कि उनसे सीखने और उन्हें समझने यहां आए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई दुनिया के भविष्य को आकार लेते देखना चाहता है, तो उसको भारत आना चाहिए। यहां कई मायनों में विश्व का भविष्य गढ़ा जा रहा है।
स्वामी विवेकानंद का जिक्र करते हुए गार्सेटी ने कहा कि विवेकानंद ने अमेरिका में उठो, जागो और लक्ष्य की प्राप्ति तक संघर्ष करो का जो संदेश दिया वही बेहतर भविष्य की ओर लेकर जाएगा। उन्होंने कहा, मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे अमेरिका के प्रतिनिधि के तौर पर भारत में काम करने का अवसर मिला है। मैं यहां किसी को नसीहत देने या सिखाने नहीं आया हूं, बल्कि सीखने और समझने आया हूं। आईपीई ग्लोबल की तरफ से आयोजित नवाचार के प्रभाव और विकास की जमीनी हकीकत विषय पर आयोजित चर्चा में भारत-अमेरिका के रिश्तों को लेकर उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच तकनीक समेत तमाम क्षेत्रों में सहयोग ऊंचाइयों पर पहुंचा है।

रविवार, 7 अप्रैल 2024

मस्क ने सफाई अभियान चलाने का ऐलान किया

मस्क ने सफाई अभियान चलाने का ऐलान किया 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। सोशल मीडिया प्लेटफार्म का एक अहम हिस्सा बन चुके एक्स का प्रबंधन संभालने वाले एलन मस्क ने अपने मीडिया प्लेटफॉर्म पर सफाई अभियान चलाने का ऐलान करते हुए कहा है कि ट्विटर पर कंपनी की ओर से चलाए जाने वाले अभियान के अंतर्गत खाता धारकों के फॉलोअर्स की संख्या कम हो सकती है। सोशल मीडिया के मुख्य प्लेटफार्म एक्स के आधिकारिक हैंडल पर की गई पोस्ट में बताया गया है कि यूजर्स के फॉलोअर्स की संख्या अचानक से कम हो सकती है क्योंकि एक्स प्रबंधन द्वारा सोशल मीडिया के एक प्लेट फार्म पर चलाई जाने वाले सफाई अभियान के तहत फर्जी और फेक अकाउंट खत्म किए जाएंगे। फेक अकाउंट डिलीट किए जाने से निश्चित रूप से यूजर्स के फॉलोअर्स की संख्या कम होगी। 
एक्स के आधिकारिक हैंडल से एक पोस्ट किया गया है जिसमें लिखा है कि आपके फॉलोअर्स की संख्या अचानक से कम हो सकती है, क्योंकि फर्जी और फेक अकाउंट की सफाई होने वाली है। फेक अकाउंट डिलीट किए जाएंगे। यह अभियान एक्स के स्पैम फ्री अभियान का हिस्सा है। एलन मस्क को शुरू से ही फेक और बॉट अकाउंट से दिक्कत है और जब से वे मालिक बने हैं तब से समय-समय पर ऐसे अकाउंट की सफाई करते रहते हैं। एलन मस्क की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि कई फर्जी अकाउंट ने भी पैसे देकर ब्लू टिक ले लिया है। ऐसे में लोगों के बीच असली और फर्जी अकाउंट को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। इसके अलावा इस तरह के अकाउंट से स्पैम और अडल्ट कंटेंट भी एक्स पर खूब शेयर हो रहे हैं।

शनिवार, 6 अप्रैल 2024

भारत के चुनाव में सेंध लगाने की तैयारी कर रहा चीन

भारत के चुनाव में सेंध लगाने की तैयारी कर रहा चीन

सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/बीजिंग। अमेरिका और ब्रिटेन की तरह ही चीन अब भारत के लोकसभा चुनाव में सेंध लगाने की तैयारी कर रहा है। माइक्रोसॉफ्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, जैसे-जैसे भारत में लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, चीनी साइबर और प्रभाव संचालक संभवतः उत्तर कोरियाई एजेंटों के साथ मिलकर खतरनाक परिष्कृत रणनीति का उपयोग करके चुनावी प्रक्रिया को निशाना बना सकते हैं। इन ऑपरेशनों में जनता की राय में हेरफेर करने और विभाजन को बढ़ाने के लिए AI-जनित सामग्री, जैसे समाचार एंकर और मीम्स शामिल हैं।
माइक्रोसॉफ्ट थ्रेट इंटेलिजेंस रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका में घरेलू मुद्दों और ताइवान के राष्ट्रपति पद की दौड़ सहित एशिया में भूराजनीतिक तनाव को प्रभावित करने के लिए एआई-जनित मीम्स और ऑडियो का उपयोग करके चीनी प्रभाव अभियान पहले ही देखे जा चुके हैं। एक समूह जिसे स्टॉर्म-1376 के नाम से जाना जाता है, ने ताइवान के अधिकारियों को निशाना बनाने के लिए AI-जनित समाचार एंकर और मीम्स का उपयोग किया। इसमें नकली, एआई-जनित समर्थन का उपयोग करके फॉक्सकॉन के मालिक को दौड़ से बाहर करना भी शामिल था। इस रिपोर्ट का केवल एक ही निष्कर्ष है कि भारत में यह और भी बदतर होने वाला है।
इससे पहले शोधकर्ताओं और सरकारी अधिकारियों ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में चीन के बढ़ते दखल की चेतावनी दी है कि गुप्त चीनी खाते नवंबर में चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के अमेरिकी समर्थकों के रूप में ऑनलाइन दिखावा कर रहे हैं, साजिश व घरेलू विभाजन को बढ़ावा दे रहे हैं और राष्ट्रपति बाइडेन पर हमला कर रहे हैं। वाशिंगटन में एक शोध संगठन, फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज़ ने फेसबुक पर 170 अप्रामाणिक पेजों और खातों की पहचान की है, जिन्होंने बाइडेन पर तीखे हमलों सहित अमेरिकी विरोधी संदेशों को भी बढ़ावा दिया है।

शुक्रवार, 5 अप्रैल 2024

अमेरिका व म्यांमार में भूकंप के झटके महसूस किए

अमेरिका व म्यांमार में भूकंप के झटके महसूस किए 

अखिलेश पांडेय 
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका और म्यांमार में शुक्रवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। अमेरिका में न्यूयॉर्क सिटी इलाके में धरती कांपी। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.8 मापी गई। इसके अलावा म्यांमार में भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई थी। इसका केंद्र जमीन से 10 किमी. गहराई में था। अमेरिका के न्‍यूजर्सी के प्‍लेनफील्‍ड शहर में भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्‍टर स्‍केल पर भूकंप की तीव्रता 5.5 दर्ज की गई है. भूकंप के झटके न्‍यूयॉर्क शहर के साथ ही पेंसिल्‍वेनिया तक महसूस किए गए। पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है। भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।

गुरुवार, 4 अप्रैल 2024

मलेरिया का प्रकोप, हर हफ्ते 70,000 लोग संक्रमित

मलेरिया का प्रकोप, हर हफ्ते 70,000 लोग संक्रमित

अखिलेश पांडेय 
प्रिटोरिया। मच्छरजनित कई प्रकार की बीमारियों के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन दिनों कई अफ्रीकी देशों में मलेरिया के मामले तेजी से बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं। स्थानीय मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक पिछले कुछ महीने में इथियोपिया में मलेरिया के केस और मृतकों की संख्या में बड़ा उछाल आया है, यहां आठ महीनों में ही 32 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
पूर्वी अफ्रीकी देश के विभिन्न हिस्सों में बीमारी के तेजी से फैलने को लेकर चेतावनी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा सभी लोगों को मलेरिया से बचाव को लेकर प्रयास करते रहने की जरूरत है। हर हफ्ते यहां करीब 70,000 लोग संक्रमित हो रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस रोग के मामले अभी से काफी अधिक देखे जा रहे हैं। बरसात का मौसम बीमारी के प्रसार को और बढ़ा देगा, यह गंभीर संकट का समय हो सकता है, मलेरिया की रोकथाम को लेकर गंभीरता से प्रयास की आवश्यकता है। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने कहा कि मौजूदा प्रकोप के परिणामस्वरूप इथियोपिया में मलेरिया से संबंधित मौतों की संख्या जनवरी में 611 से बढ़कर फरवरी में 764 हो गई है।

अफ्रीकी देशों में मलेरिया का प्रभाव

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इथियोपिया के अलावा कई अन्य देशों जैसे केन्या में भी इस रोग के तेजी से बढ़ने की खबरें सामने आ रही हैं। यहां भी पिछले कुछ महीनों में तेजी से मलेरिया के मामले और मौत की संख्या बढ़ी है।
कई अफ्रीकी देशों में मलेरिया के खतरे को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों ने अलर्ट जारी करते हुए इस बीमारी से होने वाली मौतों को कम करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता जताई है। विश्व स्तर पर मलेरिया से होने वाली 95% मौतें अफ्रीकी देशों में दर्ज की जाती रही हैं।

परजीवी के कारण होता है ये रोग

गौरतलब है कि मलेरिया रोग, संक्रमित मच्छरों द्वारा मनुष्यों में फैलने वाली एक जानलेवा बीमारी है। ये संक्रमण एक परजीवी के कारण होता है हालांकि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जिन हिस्सों में मलेरिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं वहां पर लोगों को मच्छरों के काटने से बचने के लिए गंभीरता से उपाय करने की जरूरत है।

मलेरिया की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञ प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों के टीकाकरण की सलाह देते हैं। इसी क्रम में वैज्ञानिकों की एक टीम ने नया टीका विकसित किया है, जिसके अच्छे परिणाम देखे गए हैं।

दो टीकों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल

दशकों के शोध और परीक्षणों के बाद मलेरिया की रोकथाम को लेकर वैज्ञानिकों ने नया टीका विकसित किया है जिसे इस रोग की रोकथाम को लेकर प्रभावी साबित होने का दावा किया जा रहा है। जनवरी से ही कैमरून जैसे देशों में शिशुओं और पांच साल से कम उम्र के बच्चों को टीके दिए जा रहे हैं।

अध्ययनकर्ता कहते हैं, परीक्षण में इस वैक्सीन को मलेरिया की रोकथाम को लेकर काफी प्रभावी पाया गया है, उम्मीद है कि इससे मलेरिया की रोकथाम की दिशा में बड़ी कामयाबी मिल सकती है।

क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ ?

इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आर21 वैक्सीन को दिसंबर में मंजूरी दी थी।। यह टीका पहले से ही कुछ अफ्रीकी देशों में इस्तेमाल किया जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, टीकाकारण के साथ-साथ मलेरिया से बचाव के लिए पूरी आस्तीन के सुरक्षात्मक कपड़े पहनने, मच्छरदानी और कीटनाशकों के उपयोग के साथ मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए उपाय करते रहने की जरूरत है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, मलेरिया कुछ स्थितियों में घातक और जानलेवा हो सकता है इसलिए बचाव को लेकर निरंतर प्रयास किए जाते रहना चाहिए।

सोमवार, 1 अप्रैल 2024

पीएम ने विपक्षी सांसदों को जमकर लताड़ लगाई

पीएम ने विपक्षी सांसदों को जमकर लताड़ लगाई 

अखिलेश पांडेय 
ढाका। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने ही देश के विपक्षी सांसदों को जमकर लताड़ लगाई है और कहा है कि जो लोग भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की बात कर रहे हैं, वे सभी लोग पहले अपनी-अपनी बीवियों की साड़ी जलाकर दिखाएं। उन्होंने भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की मांग करने वाले विपक्षी नेताओं से यह भी कहा है कि पहले उन्हें यह बताना चाहिए कि उनकी पत्नियों के पास कितनी भारतीय साड़ियाँ हैं और वे इनमें आग क्यों नहीं लगा रही हैं ?
शेख हसीना ने अपनी पार्टी अवामी लीग की एक बैठक को संबोधित करते हुए विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेताओं पर निशाना साधा, जिन्होंने भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया था। हसीना ने कहा, “मेरा सवाल यह है कि उनकी बीवियों के पास कितनी भारतीय साड़ियां हैं? और वे अपनी बीवियों से साड़ियां लेकर उनमें आग क्यों नहीं लगा रहे हैं? कृपया बीएनपी नेता यह बताएं।“
इस साल की शुरुआत में हुए चुनावों के जरिए लगातार चौथी बार बांग्लादेश की सत्ता में आईं शेख हसीना ने कहा कि जब बीएनपी सत्ता में थी, तो उनके मंत्री और उनकी बीवियां भारत दौरे पर साड़ियाँ खरीदते थे और उन्हें बांग्लादेश में बेचा करते थे। शेख हसीना इतने पर ही नहीं रुकीं। उन्होंने भारतीय मसालों की भी चर्चा की और पूछा कि क्या विपक्षी नेताओं के घरों की किचेन में भारतीय लहसुन, प्याज, अदरक, गरम मसाले समेत अन्य मसाले नहीं इस्तेमाल होते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना की यह टिप्पणी बीएनपी नेता रुहुल कबीर रिजवी द्वारा भारतीय उत्पादों के प्रति प्रतीकात्मक विरोध और बहिष्कार के रूप में अपना कश्मीरी शॉल सड़क पर फेंकने के बाद आई है।
बता दें कि बांग्लादेश में ’इंडिया-आउट’ अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत कुछ एक्टिविस्टों और प्रभावशाली लोगों द्वारा किया गया है लेकिन विपक्षी बीएनपी के नेता उसे समर्थन दे रहे हैं। शेख हसीना की अवामी लीग की लगातार चौथी बार जीत के बाद इस अभियान में हाल के दिनों में तेजी आई है। इस अभियान में शामिल लोगों का दावा है कि भारत शेख हसीना को बांग्लादेश की सत्ता में बनाए रखना चाहता है क्योंकि उससे भारत के व्यापारिक हित सध रहे हैं।

शनिवार, 23 मार्च 2024

राष्ट्रपति ने आज राष्ट्रीय शोक की घोषणा की

राष्ट्रपति ने आज राष्ट्रीय शोक की घोषणा की 

अखिलेश पांडेय 
मॉस्को। रूस की राजधानी मॉस्को में क्रोकस सिटी हॉल पर हुए आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या 143 हो गई है। हमले के लगभग 24 घंटे के बाद शनिवार को राष्ट्रपति पुतिन ने देश को संबोधित किया। उन्होंने आज यानी 24 मार्च को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। 
पुतिन ने कहा कि हमलावरों ने यूक्रेन की तरफ भागने की कोशिश की। सभी को पकड़ लिया गया है, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी। पुतिन ने कहा कि हमारे दुश्मन हमें बांट नहीं सकते। रूस ने अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 4 हमलावर हैं और 7 लोग उनकी मदद करने वाले बताए गए हैं। RT इंडिया की रिपोर्ट मुताबिक, रूस के सिक्योरिटी सर्विस के चीफ ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बताया है कि चार संदिग्ध सफेद रंग की कार में भागने की कोशिश कर रहे थे। इन्हें रूस-यूक्रेन बॉर्डर से पकड़ा गया। सभी को मॉस्को ले जाया जा रहा है। रूसी मीडिया हाउस RT की रिपोर्ट के मुताबिक जांच एजेंसियों ने बताया है कि आतंकी हमला पूरी प्लानिंग के साथ हुआ। हमलावरों के लिए पहले से ही क्रोकस सिटी हॉल में हथियार छिपाकर रखे हुए थे। जांच अभी जारी है। हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक कथित हमलावर अपना गुनाह कबूल कर रहा है। वो पूरी प्लानिंग के बारे में बता रहा है। हमलावर इस योजना के साथ आए थे कि वो हमला कर यूक्रेन की तरफ भागेंगे। 3 हमलावरों को तस्वीर भी जारी की गई है। शुक्रवार रात (22 मार्च) को हुआ। इसकी जिम्मेदारी ISIS-K ने ली है। सेना जैसी वर्दी पहने 4 आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं, बम फेंके और फरार हो गए। पहले आतंकियों की संख्या 5 बताई गई थी। हमले में अब तक 115 लोगों की मौत हुई है। आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। 140 से ज्यादा लोग घायल हैं। इधर, रूस के पूर्व राष्ट्रपति और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी चेयरपर्सन​​​​​​ दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि रूस खून का बदला खून से लेगा। आतंकवादी सिर्फ आतंक की भाषा ही समझते हैं। जब तक बल का मुकाबला बल से नहीं किया जाता और आतंकवादियों की मौत के साथ-साथ उनके परिवारों पर कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक किसी भी जांच का कोई मतलब नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा- हम मॉस्को में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हैं। हमारी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। दुख की इस घड़ी में भारत, रूस की सरकार और लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। इधर, रूस का कहना है कि आतंकियों ने पूरे हॉल को जलाने की कोशिश की थी। जांच के दौरान हॉल में कैमिकल्स मिले हैं। आतंकी संगठन IS ने आमाक न्यूज एजेंसी के जरिए बयान जारी किया। कहा, ''इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने रूस की राजधानी मॉस्को के बाहरी इलाके क्रास्नोगोर्स्क शहर में ईसाइयों की एक बड़ी सभा पर हमला किया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और घायल हो गए और उनके सुरक्षित रूप से अपने ठिकानों पर लौटने से पहले उस जगह पर भारी तबाही हुई। हमला करने के बाद हमारे लड़ाके मौके से भाग निकले।'' BBC ने अपनी रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स के हवाले से लिखा- हमला ISIS की खुरासान विंग यानी ISIS-K ने किया। ISIS-K का नाम उत्तरपूर्वी ईरान, दक्षिणी तुर्कमेनिस्तान और उत्तरी अफगानिस्तान में आने वाले क्षेत्र के नाम पर रखा गया है। यह संगठन सबसे पहले 2014 में पूर्वी अफगानिस्तान में एक्टिव हुआ। तब रूस के उग्रवादी समूहों के कई लड़ाके इसमें शामिल होने सीरिया पहुंच गए। ये पुतिन और उनके प्रोपागेंडा का विरोध करते हैं। इनका कहना है कि पुतिन की सरकार चेचन्या और सीरिया में हमले कर मुसलमानों पर अत्याचार करती है। अफगानिस्तान ने मुसलमानों पर इसी तरह के अत्याचार रूस ने सोवियत काल के दौरान किए थे। पुतिन 18 मार्च को 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति बने। 5 दिन बाद यह बड़ा आतंकी हमला हुआ। फिलहाल पुतिन ने हमले पर कोई बयान नहीं दिया है।

शुक्रवार, 22 मार्च 2024

मोदी को नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया

मोदी को नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया 

अखिलेश पांडेय 
थिंपू। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शुक्रवार को भूटान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान पाने वाले वह किसी विदेशी सरकार के पहले प्रमुख हैं। प्रधानमंत्री मोदी को यह पुरस्कार ‘‘भारत-भूटान संबंधों के विकास में उनके उत्कृष्ट योगदान और भूटानी राष्ट्र तथा इसके लोगों के वास्ते उनकी विशिष्ट सेवा’’ के लिए प्रदान किया गया है।
पुरस्कार मिलने के बाद मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भूटान द्वारा ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ पुरस्कार दिए जाने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इसे 140 करोड़ भारतीयों को समर्पित करता हूं।’’
भूटान के राजा जिग्मे खेसर नांग्याल वांगचुक ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया। बता दें कि सम्मान की घोषणा भूटान के राजा ने 17 दिसंबर, 2021 को 114वें राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान की थी। शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी दो दिवसीय भूटान यात्रा के दौरान इसे प्राप्त किया।

मंगलवार, 19 मार्च 2024

विदेश राज्यमंत्री ने विदेश मंत्री के साथ बैठक की

विदेश राज्यमंत्री ने विदेश मंत्री के साथ बैठक की

अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/सियोल। विदेश राज्यमंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने मंगलवार को कोरिया गणराज्य के विदेश मंत्री चो ताए-यूल के साथ बैठक की और द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा बनाने पर चर्चा की।
सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा सियोल में कोरिया गणराज्य के विदेश मंत्री के साथ बातचीत की। अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी, उभरते क्षेत्रों, लोगों से लोगों के बीच संपर्क सहित संबंधों को गहरा करने पर चर्चा हुई। हाल ही में आयोजित 10वीं जेसीएम के दौरान बनी सहमति के शीघ्र कार्यान्वयन पर सहमति बनी।
इस दौरान राज्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि दोनों देश उच्च तकनीक विनिर्माण और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में अपनी विशेष रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे। 
कोरियाई विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, राज्यमंत्री के साथ बैठक में चो ने भारत में दक्षिण कोरियाई व्यवसायों के लिए निवेश के माहौल को बेहतर बनाने में नई दिल्ली का समर्थन मांगा, ताकि आर्थिक सुरक्षा और अन्य संबंधित क्षेत्रों में मैत्रीपूर्ण संबंध और गहरे हों। चो ने दक्षिण कोरिया द्वारा भारत को के-9 स्व-चालित हॉवित्जर तोपों के निर्यात में सुचारू प्रगति का भी उल्लेख किया।
इससे पहले विदेश राज्य मंत्री सिंह ने सोमवार को सियोल में कोरिया गणराज्य के विदेश मंत्री द्वारा आयोजित ‘एआई/डिजिटल प्रौद्योगिकी और लोकतंत्र’ विषय पर लोकतंत्र-मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के तीसरे शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने लोकतंत्र को मजबूत करने और शासन को अधिक कुशल, समावेशी, तेज और पारदर्शी बनाने तथा सेवा वितरण को बढ़ाने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी और एआई की अपार संभावनाओं का उल्लेख किया। अपनी यात्रा के दौरान राज्य मंत्री ने कोरिया गणराज्य में भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत की।

बुधवार, 13 मार्च 2024

न्यूजीलैंड के उप पीएम व विदेश मंत्री का दौरा संपन्न

न्यूजीलैंड के उप पीएम व विदेश मंत्री का दौरा संपन्न 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स का बुधवार को तीन दिवसीय भारत दौरा संपन्न हुआ। इस दौरान उन्होंने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ बैठक की और कॉमनवेल्थ और यूएनएससी सुधार में सहयोग पर चर्चा की।
पीटर्स ने अपने दौरे की शुरुआत गुजरात से की जहां उन्होंने गांधीनगर स्थित स्वामीनारायण मंदिर के दर्शन किए। उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से मुलाकात की जिस दौरान दोनों पक्षों के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए एक संयुक्त समिति की स्थापना पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में गुजरात और न्यूजीलैंड के बीच संभावित सहयोग पर भी चर्चा की। पीटर्स ने कृषि-व्यवसाय, समुद्री समन्वय, खाद्य सुरक्षा, डेयरी फार्मिंग, नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में गुजरात के साथ सहयोग में रुचि दिखाई।
इसके बाद जयशंकर ने नई दिल्ली में पीटर्स के साथ हुई बैठक में राष्ट्रमंडल और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सुधारों के लिए सहयोग पर चर्चा की। जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा हमारे बीच राजनीतिक, व्यापार और आर्थिक, सुरक्षा, कनेक्टिविटी, गतिशीलता, शिक्षा और लोगों से लोगों के संबंधों को बढ़ाने पर सहमति हुई। अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में न्यूजीलैंड के शामिल होने का स्वागत किया। राष्ट्रमंडल और यूएनएससी सुधार में सहयोग पर चर्चा की। इंडो-पैसिफिक और वैश्विक मुद्दों पर दृष्टिकोण साझा किया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा भारत और न्यूजीलैंड के बीच लोकतांत्रिक परंपराओं की समानताओं तथा लोगों के बीच मजबूत संबंधों द्वारा समर्थित साझा मूल्यों पर आधारित मधुर एवं मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। दोनों देश व्यापार और अर्थव्यवस्था, रक्षा और सुरक्षा, शिक्षा और अनुसंधान तथा पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन सहित कई क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं।

सोमवार, 11 मार्च 2024

दो इंजन वाला विमान दुर्घटनाग्रस्त, 5 की मौत

दो इंजन वाला विमान दुर्घटनाग्रस्त, 5 की मौत 

अखिलेश पांडेय 
वाशिंगटन डीसी। वर्जीनिया में इंगल्स फील्ड हवाई अड्डे के पास दो इंजन वाला विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार पांच लोगों की मौत हो गई। अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने सोमवार को कहा, “स्थानीय समयानुसार रविवार दोपहर करीब तीन बजे के आसपास वर्जीनिया के हॉट स्प्रिंग्स में इंगल्स फील्ड हवाई अड्डे के पास दो इंजन वाला एक आईएआई एस्ट्रा 1125 दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें पांच लोग सवार थे। एबीसी न्यूज प्रसारक ने बताया कि विमान दुर्घटना में चार वयस्कों और एक बच्चे की मौत हो गई।

शुक्रवार, 8 मार्च 2024

जयशंकर ने निक्केई फोरम में हिस्सा लिया

जयशंकर ने निक्केई फोरम में हिस्सा लिया         

अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/टोक्यो। जापान के दौरे पर गए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने शुक्रवार को भारत-जापान साझेदारी पर आयोजित निक्केई फोरम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों पर जोर दिया।

फोरम को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा दुनिया बदल रही है, कई क्षेत्र बदल रहे हैं। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र अब बदलने लगा है। भारत और जापान भी अपनी गति से आगे बढ़ रहे हैं। मुझे लगता है कि हमारे संबंधों में दुनिया के कई मुद्दों के समाधान निहित है।

इसके अलावा उन्होंने स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक को सुनिश्चित करने के लिए आपसी सहयोग पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया। जयशंकर ने ‘क्वाड’ को एक साझा हित का मंच बताया, जिसमें भारत और जापान के अलावा अमेरिका तथा ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस मंच पर ऊर्जा एवं प्रौद्योगिकी मुद्दों पर विमर्श के अलावा परमाणु ऊर्जा पर भी स्पष्ट रूप से चर्चा होनी चाहिए।

जयशंकर जापान की विदेश मंत्री योको कामिकावा के साथ 16वीं भारत-जापान विदेश मंत्री स्तर की रणनीतिक वार्ता में भाग लेने के लिए 7-8 मार्च को टोक्यो की यात्रा पर थे। उन्होंने अपनी समकक्ष के साथ उभरती प्रौद्योगिकियों सहित विस्तार के नए और महत्वाकांक्षी क्षेत्रों पर चर्चा की। इसके अलावा विदेश मंत्री ने टोक्यो में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री स्‍वर्गीय शिन्‍जो आबे की पत्‍नी अकी आबे से मुलाकात की और भारत-जापान संबंधों के विकास में शिन्जो के बहुमूल्‍य योगदान को याद किया।

उन्होंने यहां गुरुवार को ‘रायसीना गोलमेज सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए वैश्विक संगठन में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित किया। जयशंकर ने कहा संयुक्त राष्ट्र में सुधार बहुत महत्वपूर्ण है। जी4 समूह के साथी सदस्यों के रूप में, भारत और जापान संयुक्त राष्ट्र संरचनाओं को और अधिक समसामयिक बनाना चाहते हैं।

गुरुवार, 7 मार्च 2024

सबसे बेवकूफ प्रधानमंत्रियों में शामिल है मोदी

सबसे बेवकूफ प्रधानमंत्रियों में शामिल है मोदी 

अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। गूगल के हिसाब से दुनिया के सबसे बेवकूफ प्रधानमंत्रियों में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं। जाहिर है नरेंद्र मोदी की पॉप्युलैरिटी को देखते हुए इस बात को हजम करना उनके सपोर्टरों के लिए बहुत मुश्किल हो रहा है। ऐसा गूगल पहले भी कर चुका है जब 'टॉप 10 क्रिमिनल्स' सर्च करने पर नरेंद्र मोदी का नाम आ रहा था। तब भारत सरकार ने गूगल को चेतावनी दी थी।
गूगल इमेज पर जाकर अगर सर्च बॉक्स में आप 'most stupid prime minister' टाइप करेंगे तो आपको सबसे पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें दिखाई देंगी।
मोदी को सबसे मशहूर और पसंद किया जाने वाला प्रधानमंत्री बताया जाता है लेकिन गूगल इससे ठीक उल्टा सोचती है। गूगल के हिसाब से वह दुनिया के सबसे बेवकूफ प्रधानमंत्रियों में से एक हैं। मोदी के अलावा इस लिस्ट में थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री अभिसित वेज्जाजीवा, न्यू जीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की भी शामिल हैं।
ऐसा नहीं कि गूगल ने पहली बार भारतीय प्रधानमंत्री को किसी शर्मिंदा करने वाली स्थिति में खड़ा किया हो। इससे पहले भी नरेंद्र मोदी को टॉप 10 क्रिमिनल्स में शामिल किया जा चुका है।
गूगल ने ऐसा जानबूझकर किया है, ऐसा तो नहीं कहा जा सकता क्योंकि गूगल तय नहीं करती कि कौन-सी इमेज किस जगह पर आएगी। ये तस्वीरें संबंधित आर्टिकल और SEO के आधार पर ऊपर दिखती हैं। लेकिन इस तकनीकी पहलू को बहुत कम ही लोग जानते हैं और अकसर गूगल की इस तरह की लिस्टिंग्स को सही मान लिया जाता है।
नरेंद्र मोदी के भारतीय सपोर्टर इस बात से काफी नाराज हैं।

बुधवार, 6 मार्च 2024

कोरोना की 200 से अधिक वैक्सीन की डोज लगी

कोरोना की 200 से अधिक वैक्सीन की डोज लगी 

अखिलेश पांडेय 
बर्लिन। जर्मनी के मैगडेबर्ग शहर में रहने वाले एक 62 वर्षीय बुजुर्ग शख्स ने हैरान करने वाला दावा किया है। उसने बताया कि उसे कोरोना वायरस की 200 से अधिक वैक्सीन की डोज लगी हैं। शख्स के इस दावे के बाद वैज्ञानिकों के होश उड़ गए। फ्रेडरिक-अलेक्जेंडर-यूनिवर्सिटीएट एर्लांगेन-नूर्नबर्ग (एफएयू) और यूनिवर्सिटाट्सक्लिनिकम एर्लांगेन के शोधकर्ताओं ने अखबार की रिपोर्टों से उस व्यक्ति के बारे में पता लगाया और उसकी इम्यून रिस्पॉन्स का अध्ययन किया।
इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रोबायोलॉजी – क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी, इम्यूनोलॉजी एंड हाइजीन के डॉ. किलियन शॉबर ने कहा, “हमें अखबार के लेखों के माध्यम से उनके मामले के बारे में पता चला। हमने फिर उनसे संपर्क किया और उन्हें एर्लांगेन में विभिन्न परीक्षणों से गुजरने के लिए कहा। वह ऐसा करने में बहुत रुचि रखते थे।” प्रेस रिलीज में यह भी कहा गया है कि जर्मनी के यह व्यक्ति को 29 महीनों के निजी वजहों से 217 टीकाकरण लगाए गए।
शॉबर ने आगे बताया, “हाल के सालों में शख्स के कई ब्लड टेस्ट करवाए गए हैं। उन्होंने हमें इन विश्लेषणों के परिणामों का आकलन करने की अनुमति दी। कुछ मामलों में, नमूने फ्रीज कर दिए गए थे और हम स्वयं इसकी जांच करने में सक्षम थे। इसके अलावा, जब शख्स का एक और वैक्सीनेशन किया गया, तब हम लोगों ने खुद से भी उसका ब्लड सैंपल लिया। हम इन सैंपल्स का इस्तेमाल करके यह पता लगाना चाहते थे कि इतने वैक्सीनेशन के बाद कैसे इम्यून सिस्टम काम करता है।
टेस्टिंग के बाद पता चला है कि टी-इफेक्टर कोशिकाएं अधिक संख्या में थीं जो शरीर को कोविड-19 संक्रमण से बचा सकती हैं। जब तीन टीकाकरण प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के इम्यून सिस्टम की तुलना की गई, तो 62 साल के बुजुर्ग में अधिक टी-प्रभावक कोशिकाएं मिलीं। इसके अलावा, शोधकर्ताओं ने पाया कि ये प्रभावकारी कोशिकाएं थकी हुई नहीं थीं और उन कोशिकाओं की तरह ही प्रभावी थीं जिन्हें सामान्य संख्या में टीकाकरण प्राप्त हुआ था। लैंसेट इंफेक्शियस डिजीज जर्नल में प्रकाशित अध्ययन की लेखक कैटरीना कोचर बताती हैं कि हमारे परीक्षण मामले में मेमोरी कोशिकाओं की संख्या उतनी ही अधिक थी जितनी नियंत्रण समूह में। कुल मिलाकर, हमें कमजोर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के लिए कोई संकेत नहीं मिला; बल्कि, यह इसके विपरीत था।

रविवार, 3 मार्च 2024

दूसरी बार पाकिस्तान के 'पीएम' बनें शरीफ

दूसरी बार पाकिस्तान के 'पीएम' बनें शरीफ

अखिलेश पांडेय 
इस्लामाबाद। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता शहबाज शरीफ नवनिर्वाचित संसद में आसानी से बहुमत हासिल करने के बाद रविवार को दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने। वह गठबंधन सरकार का नेतृत्व करेंगे। पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के संयुक्त उम्मीदवार शहबाज (72) को 336 सदस्यीय सदन में 201 वोट मिले। जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उनके प्रतिद्वंद्वी उमर अयूब खान को 92 वोट मिले रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल असेंबली के स्पीकर सरदार अयाज सादिक ने घोषणा की कि पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ को 201 वोट हासिल करने के बाद पाकिस्तान का 24वां प्रधानमंत्री चुना गया है। प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद शाहबाज शरीफ ने नवाज और सभी सहयोगियों को उन पर भरोसा करने के लिए धन्यवाद कहा। शहबाज शरीफ ने कहा- जब मेरे भाई तीन बार प्रधानमंत्री चुने गए तो देश में जो विकास हुआ, वह अपने आप में एक मिसाल है। यह कहना गलत नहीं है कि नवाज शरीफ ही हैं, जिन्होंने पाकिस्तान का निर्माण किया। दूसरी तरफ देश जुल्फिकार अली भुट्टो के बलिदानों को भी कभी नहीं भूल सकता। शाहबाज शरीफ ने देश में आतंकवाद और उसकी जड़ों को खत्म करने की कसम खाई।

गुरुवार, 22 फ़रवरी 2024

अल्वेस को यौन उत्पीड़न का दोषी पाया, सजा

अल्वेस को यौन उत्पीड़न का दोषी पाया, सजा

अखिलेश पांडेय 
ब्रासीलिया/बार्सिलोना। ब्राजील के सर्वकालिक महान डिफेंडरों में से एक दानी अल्वेस को बड़ा झटका लगा है। कैटालोनिया की शीर्ष अदालत ने गुरुवार को उन्हें 2022 में बार्सिलोना नाइट क्लब में एक महिला के यौन उत्पीड़न का दोषी पाया और उन्हें साढ़े चार साल जेल की सजा सुनाई। अदालत ने यह भी आदेश दिया कि अल्वेस पीड़िता को 150,000 यूरो (1,35,12,685 रुपये) का भुगतान करें। जब सजा सुनाई जा रही थी तो अल्वेस का चेहरा शर्म से झुका हुआ था। वह शांत थे और चेहरा पीला पड़ गया था।
अदालत ने फैसला सुनाते हुए कहा- यह साबित हो गया है कि पीड़िता ने सहमति नहीं दी थी और बलात्कार को साबित करने के लिए सबूत हैं। अल्वेस ने कहा था कि सेक्स सहमति से हुआ था। पीड़िता पक्ष 9 साल की जेल की सजा की मांग कर रहा था। बार्सिलोना के 40 वर्षीय पूर्व डिफेंडर को पिछले साल जनवरी में गिरफ्तार किया गया था और तब से उन्हें रिमांड पर रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि यह स्पेन में सबसे हाई-प्रोफाइल मामलों में से एक है। 2022 में पारित एक कानून ने यौन उत्पीड़न के मामलों में सहमति को एक प्रमुख आधार बना दिया। यही नहीं, इस हिंसा से जुड़े हमलों के लिए न्यूनतम जेल समय भी बढ़ाया गया है। उल्लेखनीय है कि दानी के करियर पर एक तरफ जहां चैंपियंस लीग खिताब, विश्व कप और भारी भरकम व्यक्तिगत सम्मानों की चमक है, तो दूसरी तरफ यौन उत्पीड़न जैसा जघन्य अपराध भी है, जिसने उनके पूरे करियर को दागदार कर दिया है।
दिसंबर 2022 में बार्सिलोना के एक नाइट क्लब में एक महिला के कथित रूप से यौन उत्पीड़न करने के आरोप में उन्हें हिरासत में लिया गया था। इस घटना के बाद उन्हें क्लब से निकाल दिया गया और ब्राजील की राष्ट्रीय टीम से भी निलंबित कर दिया गया। अल्वेस ने आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया, लेकिन अब उस मामले में वह दोषी पाए गए हैं।
2001 में अपने करियर की शुरुआत करने वाले अल्वेस ने ब्राजील, स्पेन, फ्रांस, इटली और मेक्सिको जैसे देशों की प्रमुख क्लबों का प्रतिनिधित्व किया है। सेविला, बार्सिलोना, जुवेंटस और पेरिस सेंट-जर्मेन जैसी दिग्गज टीमों के साथ खेलते हुए उन्होंने 43 खिताब अपने नाम किए हैं, जो पेशेवर फुटबॉल के इतिहास में सबसे अधिक है। उनकी आक्रामक शैली, शानदार पासिंग और गोल करने की क्षमता ने उन्हें दुनियाभर के फुटबॉल फैंस का पसंदीदा बना दिया।

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...