सोमवार, 4 नवंबर 2019

90 लाख नौकरियां गई, हर सेक्टर बर्बाद

90 लाख नौकरी गईं, हर सेक्टर बर्बाद हो गया लेकिन अमित शाह का 'बेटा' करोड़ों कमा रहा है, कैसे?


नई दिल्ली! भारतीय अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच एक बार फिर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह की संपत्ति में भारी बढ़ोतरी की ख़बर सामने आई है। इस ख़बर के सामने आने के बाद सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने केंद्र की मोदी सरकार पर ज़ोरदार कटाक्ष किया है।


उन्होंने ट्विटर के ज़रिए ख़बर को शेयर करते हुए लिखा, “90 लाख नौकरियां घटने, अभूतपूर्व बेरोज़गारी, कोर सेक्टर के उत्पादन में 5% की कमी, बैंकों और एनबीएफसी की नाकामी, उनके प्रमोटरों के पलायन के बीच एकमात्र कारोबार जो तेज़ी से बढ़ रहा है वह अंबानी / अडानी और जय अमितभाई शाह का है”।


दरअसल, कारवां मैगज़ीन ने जय शाह की एक कंपनी की संपत्ति में बढ़ोतरी को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, जय शाह की कंपनी कुसुम फिनसर्व की शुद्ध संपत्ति में 24.61 करोड़ रुपए का इज़ाफा हुआ है। इस कंपनी की शुद्ध अचल संपत्ति 22.73 करोड़ रुपए बढ़ी है तो चल संपत्ति में 33.05 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई। वहीं इसकी कुल आय में 116.37 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ।


संपत्ति में बढ़ोतरी के ये आंकड़े कारवां मैगज़ीन ने कुसुम फिनसर्व एलएलपी द्वारा दायर कारोबार से संबंधित दस्तावेजों की पड़ताल के बाद दिए हैं। बता दें कि शाह कुसुम फिनसर्व एलएलपी (सीमित देयता भागीदारी) के मनोनीत साझेदार हैं, जो कि कंपनी के निदेशक पद के बराबर है।


जय शाह की कमाई पर एक और बड़ा खुलासा: 116.37 करोड़ बढ़ी संपत्ति, लोकसभा चुनावों तक छुपाई!
दिलचस्प बात तो ये है कि जय शाह की कंपनी ने बढ़ोतरी के ये आंकड़े लोकसभा चुनाव से पहले तक छुपाए। वित्त वर्ष 2017 और 2018 के लिए कुसुम फिनसर्व ने अपना विवरण दर्ज नहीं कराया। जबकि सभी एलएलपी कंपनियों को हर साल 30 अक्टूबर तक अपने खातों का विवरण दर्ज करना होता है।कंपनी का वित्तीय लेखा-जोखा इस साल अगस्त में, चुनाव परिणाम आने के तकरीबन तीन महीने बाद अपलोड किया गया।


इससे पहले कारवां मैगज़ीन ने अगस्त 2018 की अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि जय शाह की कुसुम फिनसर्व ने बीते सालों की खराब माली हालत के बावजूद, 2016 के बाद से क्रेडिट सुविधाओं में नाटकीय वृद्धि हासिल की। रिपोर्ट में ये भी बताया गया था कि 2016 में अमित शाह ने बेटे की इस कंपनी के लिए 25 करोड़ रुपए की क्रेडिट सुविधा प्राप्त करने के लिए अपनी दो संपत्तियां गिरवीं रखी थीं।


कानपुर में अधिवक्ताओं ने किया 4 घंटे बवाल

अधिवक्ताओं का 4 घंटे चला उग्र बवाल


कानपुर ! बीते शनिवार को कानपुर के एक रेस्टोरेंट में वकीलों द्धारा की गयी तोड़-फोड़ के बाद पुलिस ने वकीलों पर मुकदमा दर्ज कर लिया | पीड़ित रेस्टोरेंट संचालक ने सीसीटीवी फुटेज पुलिस को उपलब्ध करा दिए जिसमे वकीलों द्धारा तोड़-फोड़ का वीडियो सामने आने के बाद बार एसोसियशन के वकीलों ने वीआईपी रोड जामकर मुकदमा वापस लेने की मांग करी | वकीलों ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एसएसपी आफिस का गेट व सीसीटीवी कैमरों को तोड़ डाला | वकीलों ने नारेबाजी करते हुए सड़क जाम करने के दौरान पुलिस की एक गाडी पर पथराव कर छतिग्रस्त कर दिया |  काफी देर तक चले बवाल में एक पुलिस का एक जवान उनके बीच में फस गया | वकीलों ने उसकी मोटरसाइकिल पलटा दी और उसका बिल्ला नोच डाला,,जिसपर महिला थाने की महिला पुलिस ने वकीलों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया | महिला सिपाही वकीलों से भीड़ गयी और उनके बीच फसे सिपाही को सकुशल बाहर निकाल लिया | 


करीब चार घंटे बाद पुलिस के आला अधिकारी पीएसी के साथ मौके पर पहुंचे जिनको देखकर वकील कोर्ट के अंदर चले गए | एसएसपी अनंत देव तिवारी का कहना है कि नौबस्ता के एक रेस्टोरेंट में हुए बवाल के बाद दोनों तरफ से मुकदमा लिखाया गया था | उसी बात से नाराज वकीलों ने पुलिस आफिस के बहर पथराव किया था,जिन्होंने बवाल और पथराव किया है और पुलिस कर्मियों को मारा है सबको चिन्हित कर कार्यवाही की जाएगी!


जिला अधिकारी विकास कार्य के प्रति सख्त

गाजियाबाद! जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के कार्य में तत्काल प्रभाव से गतिशीलता लाने के उद्देश्य से प्रथम चरण में कलेक्ट्रेट के सभागार में अपर जिलाधिकारी भूमि अध्याप्ति एवं एनएचआई के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की गयी। 
तत्पश्चात जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के पैकेज 4 के कार्यों में गतिशीलता लाने के उद्देश्य से डासना से लेकर रजापुर तक चल रहे कार्यों का गहन स्थल निरीक्षण किया। 
जिलाधिकारी ने कहा कि भारत सरकार का यह बहुत ही महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है और इसमें किसी भी स्तर पर देरी को बहुत ही गंभीरता के साथ लेकर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कलेक्ट्रेट के सभागार में बैठक करते हुए अपर जिलाधिकारी भूमि अध्याप्ति एवं एन एच आई के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि तैयार किए जा रहे एक्सप्रेसवे के संबंध में जो भूमि से संबंधित किसानों की समस्याएं एवं अन्य प्रकरण लंबित हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए कार्य को आगे बढ़ाने की कार्रवाई की जाए।



बैठक के उपरांत जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का डासना से लेकर रजापुर तक गहन स्थल निरीक्षण किया गया। डीएम ने अपने निरीक्षण के दौरान प्रशासन एवं एनएचआई के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि इस कार्य को तेजी के साथ संचालित किया जाए कार्य करने में जो कठिनाइयां आ रही हैं उनके संबंध में जिला प्रशासन एवं एनएचआई के वरिष्ठ अधिकारी गण आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए उनका तत्काल निस्तारण संभव कराएं और कार्य में निरंतर रूप से तेजी लाई जाए।जिलाधिकारी ने इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी भूमि अध्याप्ति को निर्देश देते हुए कहा कि एक्सप्रेस वे के कार्य में यदि कहीं पर किसी के द्वारा बिना कारण के दौरान व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है उसमें पुलिस फोर्स की व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुए कार्य को आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने अपने भ्रमण के दौरान जिला प्रशासन एवं एनएचएआई के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सरकार का यह बहुत ही महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है इसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता क्षम्य नहीं होगी । अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों की समस्याओं का तत्काल निस्तारण सुनिश्चित करते हुए हाईवे के कार्य को आगे बढ़ाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। 
महत्वपूर्ण बैठक एवं भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी के साथ में अपर जिलाधिकारी भूमि अध्याप्ति मदन गर्बयाल, एनएचआई के पीडी आरपी सिंह, मैनेजर अरविंद कुमार, डीपीएम मनोज बैरवा तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। 
सुरेश शर्मा 


 


प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट ने की तल्ख टिप्पणी

कूड़ा जलाने और कंस्ट्रक्शन पर 1 लाख का जुर्माना


नई दिल्ली! सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि उसके आदेशों को बड़े स्तर पर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारें प्रचारित-प्रसारित करें। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में कूड़ा जलाने और किसी तरह के निर्माण या ढहाए जाने की गतिविधि पर भी रोक लगा दी है।


इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर कोई दिल्ली-एनसीआर में कूड़ा जलाते हुए पाया गया तो उसके ऊपर 1 लाख का जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं अगर इस इलाके में किसी ने किसी तरह का निर्माण कार्य कराया तो भी उस पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं दिल्ली-NCR में अगर कोई सार्वजनिक स्थल पर कूड़ा फेंकते हुए पाया गया तो उस पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।


सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों में अगले आदेश तक बिजली कटौती नहीं होगी। ताकि डीजल जेनरेटर्स को रोका जा सके। इस दौरान जस्टिस अरुण मिश्रा काफी सख्त दिखे। दिल्ली की जहरीली हवा के मसले पर जब हरियाणा सरकार के वकील ने कहा कि विधानसभा चल रही है तो अपर मुख्य सचिव को मुख्य सचिव के स्थान पर पेश होने दिया जाए! तो जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि मुख्य सचिव को ही आने दें। वरना हम आपकी असेंबली को स्थगित कर देंगे।


प्रधानमंत्री की जापान के प्रधानमंत्री से मुलाकात

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 4 नवंबर 2019 को भारत-आसियान शिखर बैठक के अवसर पर आज जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से अलग से मुलाकात की । दोनों नेताओं के बीच पिछले चार महीनों में तीन बार भेंट हो चुकी है। इनकी पिछली मुलाकात सितंबर 2019 में व्लादिवोस्तोक में हुयी थी। आज की मुलाकात के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने आबे को जापान के सम्राट की हाल में हुई ताजपोशी के लिए बधाई दी और इस समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शरीक होने को गर्मजोशी के साथ याद किया।


प्रधानमंत्री ने कहा कि वह भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए अगले महीने भारत में प्रधानमंत्री आबे का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।उन्होंने यह भी कहा कि भारत-जापान की विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को और गहरा बननो में आगामी वार्षिक शिखर सम्मेलन की सफलता को लेकर आश्वस्त है।
दोनों नेताओं ने भारत और जापान के बीच उच्च स्तरीय बैठकों के माध्यम से आर्थिक साझेदारी को प्रोत्साहित किए जाने का स्वागत किया। दोनों ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना में हुयी प्रगति की समीक्षा की और परियोजना के सुचारु कार्यान्वयन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।


मोदी और आबे ने इस महीने के आखिर में भारत में दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच होने वाली बैठक को लेकर खुशी जाहिर की और कहा कि इससे दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। दोनों नेताओं ने नियम आधारित मुक्त, खुले और समावेशी भारत -प्रशांत क्षेत्र के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों भारत प्रशांत क्षेत्र के साथ ही विकासशील देशों की शांति, समृद्धि और प्रगति के साझा उद्देश्यों के लिए द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत बनाने पर सहमत हुए।


रूस के रक्षा मंत्री से राजनाथ ने की मुलाकात

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पांच से सात नवम्बर, 2019 को रूसी संघ का दौरा करेंगे। वे आज रात रूस रवाना होंगे। वहां वे सेना और सैन्य तकनीकी सहयोग पर 19वें भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग की सह अध्यक्षता करेंगे।
अपनी यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री रूस के रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगू के साथ दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग और रक्षा औद्योगिक सहयोग जैसे क्षेत्रों पर गहन चर्चा करेंगे।
राजनाथ सिंह रूस के उद्योग एवं व्यापार मंत्री डेनिस मानतूरोव के साथ 'भारत-रूस रक्षा उद्योग सहयोग सम्मेलनÓ का उद्घाटन करेंगे। इस सम्मेलन में भारत और रूस के बीच रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने, प्रौद्योगिकी अंतरण तथा 'मेक इन इंडियाÓ कार्यक्रम के तहत भारत के रक्षा उद्योगों में निवेश करने पर चर्चा की जायेगी।
इसके बाद राजनाथ सिंह सेंट पीटर्सबर्ग जायेंगे और वहां दूसरे महायुद्ध के दौरान शहीद होने वाले सैनिकों और नागरिकों के सम्मान में बने पिस्कारेवस्की मेमोरियल सीमेट्री में पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। रक्षा मंत्री सेंट पीटर्सबर्ग और आस-पास मौजूद रूसी रक्षा उत्पादन इकाईयों का दौरा करेंगे।


ईश्वर ने छठ पूजा पर जीता लोगों का दिल

अकाशुं उपाध्याय


गाजियाबाद,लोनी! क्षेत्र की दर्जनों कालोनियों में उत्साह से मना छठ पर्व। भारतीय जनता पार्टी के नेता ईश्वर मावी ने लोनी 


नगरपालिका क्षेत्र की रामविहार मांडला , प्रेमनगर, नाईपुरा, पावी, छठ घाट, विकास कुंज, संगम विहार, सोनिया विहार, राहुल गार्डन कालोनी मे मनाये जा रहे छठ महापर्व मे मुख्य अतिथि के रूप मे पँहुच कर बधाई दी ।
इन अवसरों पर कार्यक्रम के आयोजकों द्वारा भाजपा नेता ईश्वर मावी का ढोल-नगाडों व पुष्प वर्षा के साथ भव्य स्वागत किया गया । भाजपा नेता ईश्वर मावी ने राम विहार मांडला में लोगों को संबोधित करते हुये कहा छठ महापर्व सूर्य की उपासना का महापर्व तो है ही यह महापर्व मताओ द्वारा अपने बच्चों की लंबी आयु व उनके अच्छे स्वास्थ्य की मनोकामना को लेकर भी रखा जाता है। यह पूर्वांचल समाज के लोगों का एक बडा त्यौहार है हर वर्ष समाज की महिलाए छठ मैया की पूजा करती है तथा रात-भर जल मे खडी रहकर सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूर्ण करती हैं।
इस अवसर पर पूर्व सभासद बहादरा कसाना, चौधरी अनिल गुर्जर, सभासद विजयपाल, अशोक भाटी, मथुरा प्रसाद, सुभाष चंद अरोड़ा, टीकम राठी, अशोक कसाना, सुमित शर्मा सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।


जन-जीवन को बेहतर करना मेरा एक उद्देश्य

लखनऊ। देश में रियल स्टेट और उसके भविष्य को लेकर आयोजित रेरा के राष्ट्रीय अधिवेशन में उत्तर प्रदेश रेरा के चेयरमैन राजीव कुमार ने बड़ी बात स्वीकार की है। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राजीव कुमार ने माना की रियल एस्टेट के कारोबार में कैश की भारी कमी है। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमतीनगर में सोमवार को रेरा (रीयल एस्टेट रेग्यूलेटरी अथारिटी) के राष्ट्रीय अधिवेशन सीएम योगी आदित्यनाथ ने दीप जलाकर का शुभारंभ किया। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी थे। इस दौरान उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्य सचिव आरके तिवारी तथा सचिव आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार दुर्गा शंकर मिश्र भी मौजूद थे।


रेरा से घर क्रय करने वालों के साथ कारोबारी के हितों की रक्षा : योगी आदित्यनाथ


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुलकर रेरा की वकालत की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन में रेरा को लेकर बहुत सारी बातें की जा चुकी हैं। इसको घर क्रय करने वालों के सभी हितों  सुरक्षित करने के साथ 2016 में रियल एस्टेट कारोबारी के हितों के लिए लागू किया गया। इस अधिवेशन में आपके सामने आज बहुत से अनुभव सामने आएंगे। प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से यह शुरू हुआ है। यह रोजगार के सृजन के लिए बड़ा एरिया है। रेरा ने होम बायर्स के हितों के भरोसे के लिए बड़ा काम किया है। 


उत्तर प्रदेश में 19 मार्च 2017 में सरकार ने शपथ ली थी। तब मिथक था कि किसी भी मुख्यमंत्री को नोएडा और ग्रेटर नोएडा नहीं जाना चाहिए। ऐसे में वहां पर घर क्रय करने वाले किसके पास जाते। हमने तो दोनों जगह का लगातार दौरा किया। हमारे पास तब होम बायर्स आये, हमने उनको सुना। कारोबारी भी आये। हमने दोनों को एक साथ सुना। तब मुझे समझ में आया कि लोग क्यों नोएडा नहीं जाना चाहते और नोएडा क्यों नहीं जाना चाहिए। दरअसल नोएडा में कई काले राज खुलने थे। इस वजह से यह मिथक खड़ा किया गया था। हम किसी के प्रति पूर्वाग्रही न बनें। होम बायर्स ने एक मकान के लिए पूरे जीवन की पूंजी लगाई है। सरकार जब सुविधा देने को तैयार है तो मनुष्य खानाबदोश की तरह नहीं रह सकता था। होम बायर्स के लिए बहुत शीघ्र बड़ी घोषणा करेंगे। सभी को इस नई व्यवस्था से जुड़ना होगा। नई छवि को हम सामने रखेंगे।


मुख्यमंत्री ने कहा कि हम रीयल एस्टेट मामलों में तमाशबीन नहीं रह सकते हैं। भारत सरकार ने भी एक कमेटी बनी। कमेटी की रिपोर्ट आ गई है। हम चाहते हैं कि ठोस पहल और उसको आगे बढ़ाया जाए। तंत्र में निर्णय लेने की ताकत पैदा हो। किसी भी स्तर पर पिछले 10 से 15 साल तक होम बायर्स परेशान थे उसमें बदनीयती भी थी। होम बायर्स के रुपये की बंदरबांट हुई थी। रुपये चंद लोगों की जेब मे गई थी। हमको ये विरासत मिली थी। रेरा ने पिछले एक साल बेहतरीन काम किया। ग्रेटर नोएडा में भी एक पीठ गठन किया। 12 हजार प्रकरणों का हल किया है। यूपी सही दिशा में जा रहा था। पहले लोग आना नहीं चाहते थे।


हम तीन साल में दो लाख करोड़ का निजी निवेश करवा चुके हैं। ये टीम वर्क है। मेट्रो में आप देखेंगे हरदीप पूरी जी ने शाम को शपथ ली और सुबह उनको उद्घाटन के लिए बुलाया था। हमारे तीन शहर में मेट्रो चल रही ही। कानपुर और आगरा में काम शुरू होगा। 10 स्मार्ट सिटी में काम करेगा। 17 नगर निगम हैं। बचे हुए सात नगर निगम को अपने स्तर पर स्मार्ट सिटी बना रहे हैं। जब सुविधाएं नहीं मिलती हैं तब नागरिकों का भरोसा व्यवस्था से उठ जाता है। नये भारत के निर्माण के लिए हम सबका दायित्व है। पिछले पांच साल में देश के 10 करोड़ परिवार में शौचालय बने। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आवास केवल सिर ढकने के लिए नहीं होता।


अयोध्या में एक अनुसूचित जाति के परिवार के पास गए। वे आरती की थाली लकर खड़े थे। वो बोले कि ये आवास आपने हमको दिया है। मैन कहा ये यो बहुत लोगों को मिला है। उसने कहा कि जिसका मैं वोट बैंक था उसने मुझसे पूछा नही आपने दिया। उसने कहा कि मुझे ढाई लाख मिलने हैं दो लाख मिला और पचास हजार मिल जाएगा। मैंने डेढ़ लाख रुपया अपना जमा किया था। मगर अब इस डेढ़ लाख का ई रिक्शा लिया। मेरा बेटा एक हजार रुपया कमा रहा है। उज्ज्वला योजना से गैस है।


किसी को कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं

लखनऊ। अयोध्या मामले में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि हम बिल्कुल तैयार हैं। किसी भी परिस्थिति में किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हमारी इंटेलिजेंस मशीनरी भी तैयार है। जरूरत पड़ने पर कानून-व्यवस्था को बाधित करने का प्रयास करने वाले तत्वों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया जाएगा।रविवार को सभी जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर कानून व्यवस्था की समीक्षा की और भावी चुनौतियों पर चर्चा की। पुलिस महानिदेशक ने निर्देश दिया कि जिलों में पीस कमेटी के पदाधिकारियों और स्पेशल पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर उनसे लगातार संपर्क बनाये रखा जाए।


सभी समुदायों के लोगों के साथ निरंतर संवाद स्थापित कर अभिसूचना तंत्र को सक्रिय किया जाए। उन्होंने कहा कि डिजिटल वालंटियर को अपडेट कर लगातार उनसे संपर्क बनाये रखा जाए। असामाजिक तत्वों को चिह्नित कर उनकी समीक्षा की जाए और समय रहते उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने बीते पांच वर्षों के दौरान सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट डालने वालों को चिह्नित कर उन पर नजर रखने और जरूरत पड़ने पर आवश्यक कार्रवाई की जाए। फुटपाथ पर सोने वाले लोगों को गश्ती दलों से चिन्हित कराकर संबंधित विभागों के समन्वय से उनके लिए रैन बसेरा स्थापित कराने की कार्रावाई की जाए।


रुद्रप्रयाग में अष्ट भैरव की दो महा की यात्रा प्रारंभ

रिपोर्ट- शम्भू प्रसाद
रुद्रप्रयाग। प्रदेश उत्तराखंड अपने आप में संस्कृति और सभ्यता को समेटे हुए हैं। उत्तराखंड के हर जिले में जहां देवी देवताओं का वास है, तो वहीं ग्रामीण भी देवी देवताओं के मठ मंदिरों में पूजा अर्चना करते हुए नजर आते हैं। खबर रुद्रपयाग जिले से हैं, जहां उखीमठ क्षेत्र से बाबा अष्ट भैरव की 2 महीने की यात्रा शुरू हो गई है। अष्ट भैरव के पश्वा दीपक कुँवर के द्वारा भगवान अष्ट भैरव की यात्रा निकाली गई है।बता दें कि, ऊखीमठ से आज बाबा अष्ट भैरव के जयकारों के साथ हजारों श्रद्धालुओं द्वारा यात्रा का शुभारंभ हुआ है। भगवान अष्ट भैरव की यात्रा के दौरान हजारों लोग उनके पीछे चलते हैं। साथ ही भगवान अष्ट भैरव अपने अलग-अलग पड़ावों पर रात्रि विश्राम करके आगे की यात्रा के लिए प्रस्थान करते है।


वहीं इस दौरान अष्ट भैरव की यात्रा में चल रहे एक श्रद्धालु ने बताया कि, भगवन अष्ट भैरव की यह यात्रा गुप्तकाशी, नाला, नारायण कोठी होते हुए बमसु पट्टी के लिए रवाना होगी।जिसके बाद बाबा अष्ट भैरव की यात्रा बांगर के लिए रवाना होगी। साथी बाबा अष्टभैरव के साथ मां चंडिका और कई देवी-देवता मौजूद रहेंगे। जिनके साथ चल कर बाबा अष्ट भैरव अपनी यात्रा को पूरी करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, भगवान अष्टभैरव जहाँ-जहाँ जाते है, उन क्षेत्रों में सदैव सुख समृद्धि बनी रहती है, और बाबा सभी को अपना आशीर्वाद देते है।


खनिज मद के गमन में कई सरपंच बर्खास्त

 नीरज गुप्ता


जिला सिंगरौली खनिज मद की राशि का गमन करने वाले सरपंचों को पद से करें पृथक -- कलेक्टर सिंगरौली


6 वर्षों तक नहीं लड़ सकेंगे पंचायतों का चुनाव


सिंगरौली! समय सीमा बैठक में कलेक्टर श्री चौधरी द्वारा यह निर्देश दिया गया कि ऐसे सरपंच जिन्हें खनिज मद से विकास कार्य करने हेतु राशि आवंटित की गई थी | किंतु सरपंचों द्वारा राशि आहरण  करने के बावजूद भी अपने पंचायतों से प्रस्तावित कार्यों में नहीं कराया गया ऐसे सरपंचों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध धारा 40 के तहत कार्रवाई कर उन्हें पद से पृथक किया जाए  


साथ ही उन सरपंचों को पंचायत चुनाव हेतु आयोग्य  घोषित करने की कार्रवाई की जाए


कलेक्टर के द्वारा बैठक के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई साथी निर्देश दिया गया कि समस्त विभाग जिनके अधिनस्थ निर्माण कार्य संचालित हैं फोन निर्माण कार्यों की जानकारी दी में पोर्टल पर दर्ज करें


दिव्यांगों को 50% कीराये में मिलेगी छूट


 बैठक के दौरान कलेक्टर के द्वारा परिवहन अधिकारी को निर्देश दिया गया कि समस्त वाहनों में ऐसे दिव्यांग जिनका यूडी आईडी कार्ड बना है उन्हें 50% किराए में छूट दिलाए जाने की कार्रवाई करें वहीं जिन दिव्यांगों को अभी तक यू डी कार्ड नहीं बना है शीघ्र ही उनका कार्ड बनवाकर वितरण करने के निर्देश सामाजिक न्याय विभाग तथा मुख्य स्वास्थ्य किस अधिकारी को दिया गया।


शांति व्यवस्था के लिए एसएसपी ने की सभा

गोरखपुर । एसएसपी डॉ0 सुनील गुप्ता  एसपी सिटी डॉ0 कौस्तुभ पुलिस अधीक्षक दक्षिणी विपुल कुमार श्रीवास्तव पुलिस अधीक्षक उत्तरी अरविंद कुमार पांडेय एडीएम सिटी राकेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ठीक पहले शहर में अमन शांति क़ायम रखने के लिए प्रयास शुरू कर दिया गया है।इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ सुनील गुप्ता ने गोरखपुर जनपद के हिंदू मुस्लिम वर्ग के संभ्रांत नागरिकों को पुलिस लाइन मेस सभागार में बैठक कर यह एहसास दिला दिया कि फैसला जो भी आए गोरखपुर के हिंदू मुस्लिम दोनों धर्मों का सम्मान करते हुए एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर जैसे चल रहे हैं उसी तरह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी एक साथ चलने का कार्य करेंगे। बैठक में गोरखपुर जनपद के दोनों समुदाय के लगभग 500 से अधिक बुद्धिजीवी सम्मिलित होकर एक मिसाल कायम किया कि हम एक साथ हैं एक साथ रहेंगे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला जो भी आए उसका हम गोरखपुर वासी सम्मान करेगे।


भीषण हादसे में 5 लोगों की मौत,30 घायल

पुणे ! पुणे-मुंबई हाइवे पर सोमवार सुबह भीषण बस दुर्घटना में 5 लोगों की मौत हो गई! हादसे में लगभग 30 लोग घायल बताए जा रहे हैं! जानकारी के मुताबिक बस चालक के नियंत्रण खोने से बस पलट गई और 60 फीट गहरी खाई में जा गिरी. यह दुर्घटना भोर घाट के पास हुई! मौके पर स्थानीय पुलिस और रेस्क्यू टीम पहुंची हुई है! राहत और बचाव कार्य जारी है! घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है! जहां उनका इलाज जारी है!


हाईवे पुलिस ने बताया कि घायलों को पनवेल, तेलेगांव, उरसे, और निगड़ी के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है! पुलिस ने बताया कि मौके पर जिन लोगों की मौत हुई है उनमें एक दो साल का बच्चा, एक युवा लड़की, एक आदमी और एक महिला शामिल हैं!


भाजपा सांसद के दफ्तर पर गोलीबारी

नई दिल्ली! भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद हंसराज हंस के रोहिणी स्थित दफ्तर के बाहर फायरिंग हुई है! फायरिंग कार सवार ने की! राहत की बात ये रही कि गोली किसी को नहीं लगी! डीसीपी के मुताबिक, फायरिंग करने वाला सफेद पायजामे में और केसरिया कुर्ते में था!फायरिंग करने के बाद उसने कहा कि सांसद ने मिलने का समय दिया था, लेकिन मिले नहीं! आरोपी फरार है! फिलहाल पुलिस मौके पर मौजूद है !


अब 6 देशों को सीधे मिल सकेगा लाभ

नई दिल्ली! रीजनल कंप्रेहेंसिव इकनॉमिक पार्टनरशिप (आरसीईपी) में भारत ने शामिल होने से इनकार कर दिया है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत की चिंताओं को लेकर दृढ़ हैं और घरेलू उद्योगों के हित को लेकर कोई भी समझौता नहीं करने का फैसला लिया है! बता दें कि आरसीईपी एक ट्रेड अग्रीमेंट है जो कि सदस्य देशों को एक दूसरे के साथ व्यापार में कई सहूलियत देगा! इसके तहत निर्यात पर लगने वाला टैक्स नहीं देना पड़ेगा या तो बहुत कम देना होगा! इसमें आसियान के 10 देशों के साथ अन्य 6 देश हैं!


गोवंश के मांस का व्यापार हुआ दोगुना

नई दिल्ली! छत्तीसगढ़ के कृषि एवं पशुपालन मंत्री रविन्द्र चौबे का ने कहा है कि देश का दुर्भाग्य बीते 5 साल में बीफ का निर्यात देश मे ढाई गुना बढ़ा है। छत्तीसगढ़ चौबे ने बीफ के मसले पर लगातार विरोध जताने वाली भाजपा पर इशारों की इशारो में निशाना साधा है।


इस बार उन्होंने केंद्र में एक टर्म पूरा करके दूसरी बार सत्ता पर काबिज सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बीते 5 साल में बीफ का निर्यात ढाई गुना बढ़ा है। उन्होंने इसे देश का दुर्भगय करारा दिया। उक्त बातें उन्होंने राजधानी में महावीर गौशाला में आयोजित गोपाष्टमी कार्यक्रम के दौरान संबोधन में कही।


ससुराल में पत्नी को कुल्हाड़ी से काटा

आफताब फारुकी


फतेहपुर! कुल्हाड़ी से काट कर पत्नी की हत्या करने और ससुराल वालों को घायल करके भाग रहे 40 वर्षीय व्यक्ति की गांव के लोगों ने पकड़ कर कथित रूप से पिटाई कर दी जिससे उसकी मौत हो गयी। घटना के सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश के पुलिस मुखिया ओपी सिंह ने अमेठी में कहा कि घटना बुधवार की है। छत्तीसगढ़ निवासी नासिर कुरैशी अपने ससुराल फतेहपुर पहुंचा था। अधिकारी ने बताया कि उसने कुल्हाड़ी से काट कर 35 वर्षीय पत्नी अफसारी बेगम की हत्या कर दी। अपनी सास और साली को भी घायल कर दिया।


घटना के बाद कुरैशी वहां से भागने का प्रयास कर रहा था, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसकी बुरी तरह पिटाई की जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस प्रमुख ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और दोषी को सजा जरुर मिलेगी। गाजीपुर के थाना प्रभारी संदीप तिवारी ने बताया कि कुरैशी के भाई इशहाक ने 100-150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि इशहाक ने उन्हें एक मिनट 28 सेकेंड (1:28) का घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सौंपा है। जांच में वीडियो का भी संज्ञान लिया जाएगा।


वही दूसरी तरफ अफसारी की छोटी बहन शरबारी बेगम ने पत्रकारों को बताया, 'कुरैशी के बुरे व्यवहार की वजह से मेरी बहन हम लोगों के साथ रह रही थी। कुरैशी मंगलवार को बिलासपुर से हमारे गांव आया और उस पर चिल्लाता रहा। उसने आरोप लगाया कि मेरी बहन का किसी के साथ अफेयर चल रहा है। इसी लड़ाई झगड़े के बीच उसने एक कुल्हाड़ी उठाई और बहन को काटकर मार डाला।'


रिपोर्ट के मुताबिक फतेहपुर के एसपी प्रशांत वर्मा ने कहा कि वीडियो फुटेज के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य लोगों की तलाश जारी है और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निसार का पोस्टमॉर्टम करने वाले चिकित्सकों के पैनल में शामिल एक चिकित्सक ने बताया कि उसके सिर और मुंह के अलावा विभिन्न अंगों की पचास से अधिक हड्डियां टूटी थीं। इन चोंटों की वजह से ही उसकी मौत हुई है।


हलचल : शिवसेना की राज्यपाल से मुलाकात

मुंबई। महाराष्ट्र में सियासी हलचल के बीच शिवसेना के नेताओं ने मुंबई में राजभवन में राज्यपाल कोश्यारी भरत से मुलाकात की है! शिवसेना के इस प्रतिनिधिमंडल में संजय राउथ भी शामलि हैं! मुलाकात से पहले संजय राउत ने सुबह कहा था कि वे राज्यपाल से मिलने जा रहे हैं। इस दौरान राज्यपाल से मलिकर वे अपना रुख साफ करेंगे!


महिला तहसीलदार को ऑफिस में जिंदा जलाया

तेलंगाना। तेलंगाना में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। रंगारेड्डी जिले में एक महिला तहसीलदार को जिंदा जला दिया गया है। पुलिस के अनुसार एक व्यक्ति तहसीलदार ऑफिस में आया और तहसीलदार विजया पर पेट्रोल डालकर आग लगा दिया। महिला अधिकारी (Female officer) की जलकर मौत हो गई। तहसीलदार को बचाने की कोशिश में एक शख्स बुरी तरह झुलस गया। बहरहाल, आरोपी फरार है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है।


इब्राहिमपट्नम के संभागीय राजस्व अधिकारी के अनुसार कि विजया अपने कमरे में अकेली थीं, जब हमलावर ने वहां प्रवेश किया और कथित रूप से उनके ऊपर पेट्रोल डालकर उसमें आग लगा दी. वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी वहां से फरार हो गए. महिला अधिकारी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि कार्यालय का एक अन्य कर्मचारी बचाव के प्रयास में जल गया. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि घटना में एक अन्य व्यक्ति भी घायल हुआ है, जिस पर हमलावर होने का संदेह है. उन्होंने बताया कि दोनों घायलों को पास के अस्पताल में ले जाया गया है।


दिनदहाड़े हुई इस जघन्य हत्या के बाद तहसीलदार कार्यालय में कोहराम मच गया. हमले का मकसद अभी तक पता नहीं चल सका है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. महिला के शव को कब्जे में लेकर पुलिस पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।


सपा विधायक हत्याकांड में कोर्ट ने सुनाई सजा

प्रयागराज! बहुचर्चित सपा विधायक जवाहर पंडित हत्याकांड मामला,करवरिया बंधु समेत चारो आरोपीयों को ADJ कोर्ट ने सुनाई सजा!


चारो दोषसिद्ध आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा,
हत्याकांड में पूर्व सांसद कपिल मुनि करवरिया,भाई पूर्व विधायक उदय भान करवरिया, भाई पूर्व एमएलसी सूरज भान करवरिया और रामचंद्र त्रिपाठी को ADJ बद्री विशाल पाण्डेय की कोर्ट ने सुनाई आजीवन कारावास की सजा,
ट्रायल कोर्ट ने करवरिया बंधुओं सहित एक अन्य को 31 अक्टूबर को हत्या का दोषी दिया था करार! एडीजे कोर्ट ने बहस पूरी होने के बाद 18 अक्टूबर को फैसला कर लिया था सुरक्षित! 31 अक्टूबर को अदालत ने चारों हत्यारोपियों को दिया था दोषी करार!
13 अगस्त 1996 की शाम 7 बजे जवाहर पंडित की गोलियों से भूनकर हत्या हुई थी, सिविल लाइंस में पैलेस सिनेमा और काफी हाउस के बीच एके-47 राइफल से की गई थी हत्या! करवरिया बंधु केस में आजीवन कारावास एवं ₹7,20000 का जुर्माना !


बृजेश केसरवानी


हरियाणा विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। महाराष्ट्र में अभी जहां सरकार बनाने को दंगल जारी है तो हरियाणा में आज से नई विधानसभा का पहला सत्र भी शुरू हो रहा है। सोमवार से हरियाणा विधानसभा का तीन दिवसीय सेशन शुरू हो रहा है, जिसमें नए विधायक शपथ लेंगे। नई विधानसभा के लिए कांग्रेस विधायक डॉ. रघुबीर सिंह कादियान को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है, जो कि नए विधायकों को शपथ दिलवाएंगे।


रघुबीर कादियान 4 नवंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। प्रोटेम स्पीकर के तौर पर डॉ. कादियान चार नवंबर सुबह 11 बजे राजभवन में राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य के हाथों विधिवत रूप से शपथ लेंगे। उसके बाद दो बजे से शुरू होने वाले सत्र में उनके द्वारा विधायकों को एक-एक कर शपथ दिलाई जाएगी।


आपको बता दें कि रघुबीर कादियान छठी बार विधायक के रूप में चुने गए हैं और वे वर्ष 2006 से 2009 तक विधानसभा अध्यक्ष के पद पर आसीन रह चुके हैं। 2014 में भी कादियान को ही प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था, इस विधानसभा में वो सबसे बुजुर्ग विधायक हैं।


सोमवार को विधायकों की शपथ के बाद उसी दिन स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का भी चुनाव होगा।आपको बता दें कि हरियाणा में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, हालांकि बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। नतीजों के बाद बीजेपी और जेजेपी ने साथ में आकर सरकार बनाई, जिसके तहत मनोहर खट्टर मुख्यमंत्री और दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री बने।


पुलिस-वकील हिंसा में वाहनों को लगाई आग

नई दिल्ली। दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में शनिवार को पुलिस और वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद वकील पुलिस के खिलाफ सड़कों और हिंसा पर उतर आए हैं। सोमवार को पुलिस और वकीलों के बीच कड़कड़डूमा कोर्ट में भी झड़प हुई और वकीलों ने एक पुलिसकर्मी को पीट दिया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों की वजह से मामला शांत हुआ। खबरों की मानें तो किसी मामूली बात को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि वकीलों ने कथित तौर पर वकील की पिटाई शुरू कर दी।


कड़कड़डूमा कोर्ट का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि वकीलों ने एक बार फिर साकेत कोर्ट में एक पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी। साकेत कोर्ट के बाहर का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वकील एक बाइक सवार पुलिसकर्मी की पिटाई करते हुए नजर आ रहे हैं। जब पुलिसकर्मी ने वहां से भागने की कोशिश की तो एक शख्स ने पुलिसकर्मी पर हेलमेट फेंक दिया।


आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी की छह जिला अदालतों – तीस हजारी, कड़कड़डूमा, साकेत, द्वारका, रोहिणी और पटियाला हाउस के वकील आज पूरे दिन हड़ताल पर हैं। वकीलों की हड़ताल के चलते आम जनता को भी अदालत परिसर में जाने नहीं दिया जा रहा है।


दरअसल तीस हजारी अदालत परिसर में शनिवार दोपहर वकीलों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई थी जिसमें 21 पुलिस अधिकारी और आठ वकील घायल हो गए थे। हिंसा इस कदर बढ़ गई थी कि कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया जिसमें 14 मोटरसाइकिलों और पुलिस की एक जिप्सी शामिल थी।


दिल्ली उच्च न्यायालय ने तीस हजारी हिंसा के मामले में केंद्र, दिल्ली पुलिस आयुक्त और मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर उनसे इस संबंध में जवाब मांगा।घटना को लेकर मीडिया में आयी खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल की अध्यक्षता में एक पीठ ने मामले में तत्काल सुनवाई करने का फैसला भी किया गया है।


22 लाख का पेट्रोल, मैनेजर ने की आत्महत्या

गाज़ियाबाद(यूए)। जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। बता दें कि शहर के सिहानी गेट थाना क्षेत्र में दिल्ली रोड पर मोलटी गांव में एचपी का पेट्रोल पंप है। पंप पर 65 वर्षीय रामपाल निवासी मुजफ्फरपुर बिहार मैनेजर थे। रामपाल ने पंप पर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। उनका सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। सुसाइड नोट में उन्होंने दो लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। जिनका नाम है सोमवीर तोमर और प्रमोद तोमर। बताया जा रहा है कि इन दोनों का किसी राजनीतिक पार्टी से संबंध है।


सुसाइड नोट में रामपाल ने दोनों नेताओं पर आरोप लगाया है कि इन्होंने पेट्रोल पंप से 20-22 लाख रुपये का पेट्रोल भरवाया लेकिन पैसे नहीं दिए। इसी बात से आहत होकर मैनेजर ने आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और वहां से सुसाइड नोट बरामद कर लिया है। इसके साथ ही शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।


चक्रवाती तूफान 'महा' लाएगा आंधी-तूफान

नई दिल्ली। महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ हिस्सों में 6 से 8 नवंबर तक भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान 'महा' के कारण उत्तर कोंकण और दोनों राज्यों के उत्तर-मध्य क्षेत्रों में आंधी के साथ तेज बारिश होगी। मछुआरों को समुंदर में मछली पकड़ने के लिए नहीं जाने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही सभी जिलाधिकारियों को 'महा' के प्रभाव को कम करने के लिए उपाय करने को कहा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात के वेरावल तट के दक्षिण में 640 किमी दूर दक्षिण में 'महा' तूफान अपनी दिशा बदल सकता है। महा तूफान 6 नवंबर की सुबह गुजरात के तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ सकता है। इस बीच, हवा की गति 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है। जिससे मूसलाधार बारिश हो सकती है।


बारिश और तेज हवाओं का अनुमान:दक्षिणी गुजरात और सौराष्ट्र के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चल सकती हैं। हाल ही में क्यार चक्रावत की वजह से दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के कई इलाकों में भारी बारिश हुई थी। जिसकी वजह से किसानों की फसल को काफी नुकसान हुआ।


मछुआरों से समुद्र किनारे ना जाने की अपील:गुजरात के किसानों को 'क्यार'तूफान के बाद अब 'महा' नामक चक्रवात का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने राज्य में एक बार फिर बारिश होने का अनुमान जताया है।


सभी दावेदारों के नाम दौड़ से बाहर

जिनके नाम दावेदारी में वह सभी हुये दौड़ से बाहर 
विनय कुमार अग्रवाल
ग्वालियर। भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष को लेकर संगठन में मामला अब और उलझ गया हैं। उम्र 50 के फार्मूले के कारण मंडल अध्यक्ष से लेकर जिलाध्यक्ष पद के लिए पार्टी का जिला संगठन पार्टी के गठन के बाद पहली बार चकरघिन्नी हो रहा है। जिलाध्यक्ष के लिए पार्टी नेताओं के जो नाम लगातार सुर्खियों में थे, अब वह लाइन से बाहर होते जा रहे हैं। अब उम्र का फार्मूला अभी भी संगठन ने नहीं बदला तो पार्टी को किसी नौसिखिये को जिले की कमान मजबूरी में सौंपनी पड़ेगी। 
ज्ञांतव्य है कि भाजपा के राज्य संगठन ने अभी हाल ही में 50 वर्ष तक की उम्र के कार्यकर्ता को ही जिलाध्यक्ष की कमान सौंपने की प्लानिंग की है। जिसके कारण पार्टी के उम्रदराज हो चुके नेताओं के चेहरों की हवाईयां उड़ गई है। जिले के जो बड़े नेता अपने आपको जिले की कमान सम्हालने के योग्य मान रहे थे, सभी एक झटके में ही जिलाध्यक्ष की दौड़ से बाहर हो गये हैं। अभी तक पार्टी जिलाध्यक्ष के लिए जो नाम सबसे आगे चल रहे थे उनमे कमल माखीजानी, अशोक बांदिल, चंद्रप्रकाश गुप्ता, राकेश जादौन, अशोक जादौन, रामेश्वर भदौरिया, उदय अग्रवाल, शरद गौतम, पारस जैन, रामप्रकाश परमार, महेश उमरैया के नाम शामिल थे। लेकिन पार्टी संगठन द्वारा 50 वर्ष की उम्र तक के कार्यकर्ता को ही जिलाध्यक्ष बनाने के निर्णय से यह सभी नेता एक झटके में जिलाध्यक्ष की दौड़ से बाहर हो गये हैं।
अब 50 वर्ष तक की उम्र से कम भाजपा नेता की बात करें तो उसमे विनय जैन से लेकर कुछ नेता पुत्र ही प्रमुख रूप से सामने आते हैं, लेकिन इसमे से किसी को भी सीधे संगठन के जिलाध्यक्ष की कमान सौंपना संभव नहीं है। इसी कारण अब पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर की भी अब प्रदेश में सत्ता हटने से रौनक उड़ गई है। इसलिए वह अब ग्वालियर में जिलाध्यक्ष बनने की जुगत में हैं। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का दामन साधकर जिलाध्यक्ष पद की वैतरणी पार करने की प्लानिंग की है, ताकि निकट भविष्य में वह भितरवार सीट से भाजपा विधायकी की उम्मीदवारी हासिल कर सकें। कुल मिलाकर पार्टी संगठन का उम्र 50 का फार्मूला अब उन्हीं के लिये गले की हडडी बन गया हे। इसमें भाजपा के कुछ नेता अब अपनी उम्र का फर्जी प्रमाण बनवाने की ओर फेर में भी है, ताकि येन केन प्रकारेण कैसे भी जिलाध्यक्ष की कुर्सी हथियाई जा सकें। 
अब भाजपा में वैसे पारस जैन पी.डी. संस का नाम भी जिलाध्यक्ष के लिये दमदार दावेदार के रूप में सामने आ रहा है। उन्होंने भी केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से लेकर पूर्व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, सांसद विवेक शेजवलकर और प्रभात झा तक से अपनी जुगलबंदी बिठा ली है। इसमें एक रोचक पहलू यह भी है कि पारस जैन पी.डी. संस के नाम का फायदा उठाकर मुरार के एक भाजपाई पारस जैन भी अध्यक्षी की कुर्सी पर ललचाई निगाह लगाये बैठे है। वह इकलौते केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह के सहारे ग्वालियर जैसे शहर का जिलाध्यक्ष बनना चाहते हैं।


खतरनाक है साधारण जुकाम

नाक, साइनस, गले या कंठनली (ऊपरी श्वसन तंत्र का संक्रमण (URI या URTI) का तीव्र संक्रमण शरीर के उन अंगों द्वारा वर्गीकृत किया जाता है जो इससे सर्वाधिक प्रभावित होते हैं। सामान्य ज़ुकाम मुख्य रूप से नासिका, फेरिंजाइटिस, श्वासनलिका को और साइनोसाइटिस, साइनस को प्रभावित करता है। यह लक्षण स्वयं वायरस द्वारा ऊतकों को नष्ट किए जाने से नहीं अपितु संक्रमण के प्रति हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया के कारण उत्पन्न होते हैं। संक्रमण को रोकने के लिए हाथ धोना मुख्य तरीका है। कुछ प्रमाण चेहरे पर मास्क पहनने की प्रभावकारिता का भी समर्थन करते हैं।


सामान्य ज़ुकाम के लिए कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों का इलाज किया जा सकता है। यह, मनुष्यों में सबसे अधिक होने वाला संक्रामक रोग है। औसत वयस्क को प्रतिवर्ष दो से तीन बार ज़ुकाम होता है। औसत बच्चे को प्रतिवर्ष छह से लेकर बारह बार ज़ुकाम होता है। ये संक्रमण प्राचीन काल से मनुष्यों में होते आ रहे हैं।


संकेत एवं लक्षण 
कारण 
पैथोफिज़ियोलॉजी (रोग के कारण पैदा हुए क्रियात्मक परिवर्तन) 
रोग के लक्षण (रोग-निदान)
रोकथाम 
सामान्य ज़ुकाम के फैलाव को रोकने का एकमात्र प्रभावी तरीका इसके विषाणु को फैलने से रोकना ही है। इसमें मुख्यतः हाथ को धोना और चेहरे पर मास्क पहनना शामिल होता है। स्वास्थ्य रक्षा परिवेश में लम्बे चोंगे (गाउन) और उपयोग पश्चात फेंक दिए जाने वाले दस्ताने भी पहने जाते हैं। संक्रमित व्यक्तियों को अलग रखना इसमें संभव नहीं होता क्योंकि यह बीमारी बहुत व्यापक है और इसके लक्षण बहुत विशिष्ट नहीं होते। अनेक विषाणु इस बीमारी के कारक हो सकते हैं और उनमें बहुत ज़ल्दी-ज़ल्दी बदलाव होते रहते हैं इसलिए इस बीमारी में टीकाकरण भी कठिन सिद्ध हुआ है। व्यापक स्तर पर प्रभावशाली टीके विकसित कर पाने की संभावना बहुत कम है।


नियमित रूप से हाथ धोने से ज़ुकाम के विषाणुओं के संचरण को कम किया जा सकता है। यह बच्चों के बीच सबसे अधिक प्रभावी है। यह ज्ञात नहीं है कि सामान्य रूप से हाथ धोने के दौरान वायरसरोधी या बैक्टीरियारोधी पदार्थों के प्रयोग से हाथ धोने के लाभ बढ़ते हैं या नहीं[35] संक्रमित लोगों के आसपास रहने के दौरान मास्क पहनना लाभकारी होता है। यह निर्धारित करने के लिए पर्याप्त प्रमाण नहीं है कि अधिक शारीरिक और सामाजिक दूरी बनाना इसमें लाभकारी है या नहीं। ज़िंक अनुपूरण, किसी व्यक्ति में ज़ुकाम होने की आवृ्ति कम करने में प्रभावी हो सकता है। नियमित तौर पर लिया जाने वाला विटामिन सी पूरक सामान्य ज़ुकाम की गंभीरता या जोखिम को कम नहीं करता है। विटामिन सी ज़ुकाम की अवधि को कम कर सकता है।


धूल-कण से फेफड़े की रक्षा

गुड़ एक मीठा ठोस खाद्य पदार्थ है जो ईख, ताड़ आदि के रस को उबालकर कर सुखाने के बाद प्राप्त होता है। इसका रंग हल्के पीले से लेकर गाढ़े भूरे तक हो सकता है। भूरा रंग कभी-कभी काले रंग का भी आभास देता है। यह खाने में मीठा होता है। प्राकृतिक पदार्थों में सबसे अधिक मीठा कहा जा सकता है। अन्य वस्तुओं की मिठास की तुलना गुड़ से की जाती हैं। साधारणत: यह सूखा, ठोस पदार्थ होता है, पर वर्षा ऋतु जब हवा में नमी अधिक रहती है तब पानी को अवशोषित कर अर्धतरल सा हो जाता है। यह पानी में अत्यधिक विलेय होता है और इसमें उपस्थित अपद्रव्य, जैसे कोयले, पत्ते, ईख के छोटे टुकड़े आदि, सरलता से अलग किए जा सकते हैं। अपद्रव्यों में कभी कभी मिट्टी का भी अंश रहता है, जिसके सूक्ष्म कणों को पूर्णत: अलग करना तो कठिन होता हैं किंतु बड़े बड़े कण विलयन में नीचे बैठ जाते हैं तथा अलग किए जा सकते हैं। गरम करने पर यह पहले पिघलने सा लगता है और अंत में जलने के पूर्व अत्यधिक भूरा काला सा हो जाता है।


गुड़ का उपयोग मूलतः दक्षिण एशिया में किया जाता है। भारत के ग्रामीण इलाकों में गुड़ का उपयोग चीनी के स्थान पर किया जाता है। गुड़ लोहतत्व का एक प्रमुख स्रोत है और रक्ताल्पता (एनीमिया) के शिकार व्यक्ति को चीनी के स्थान पर इसके सेवन की सलाह दी जाती है। गुड़ के एक अन्य हिन्दी शब्द जागरी का प्रयोग अंग्रेजी में इसके लिए किया जाता है।कुछ लोगों द्वारा गुड़ को विशेष रूप से परिशुद्ध चीनी से अधिक पौष्टिक माना जाता है, परिशुद्ध चीनी के विपरीत, इसमें अधिक खनिज लवण होते है। इसके अतिरिक्त, इसकी निर्माण प्रक्रिया में रासायनिक वस्तुएं इस्तेमाल नहीं की जाती है। भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार गुड़ का उपभोग गले और फेफड़ों के संक्रमण के उपचार में लाभदायक होता है; साहू और सक्सेना ने पाया कि चूहों में गुड़ के प्रयोग से कोयले और सिलिका धूल से होने वाली फेफड़ों की क्षति को रोका जा सकता है। गांधी जी के अनुसार चूँकि गुड़ तेजी से रक्त में नही मिलता है इसलिए यह चीनी की तुलना में, अधिक स्वास्थ्यवर्धक है। वैसे, वह अपने स्वयं के व्यक्तिगत आहार में भी इसका प्रयोग करते थे साथ ही वह दूसरो को भी इसके प्रयोग की सलाह देते थे।


पीपल अथवा ग्रहपुष्पक वृक्ष

पीपल (अंग्रेज़ी: सैकरेड फिग, संस्कृत:अश्वत्थ) भारत, नेपाल, श्री लंका, चीन और इंडोनेशिया में पाया जाने वाला बरगद, या गूलर की जाति का एक विशालकाय वृक्ष है जिसे भारतीय संस्कृति में महत्त्वपूर्ण स्थान दिया गया है तथा अनेक पर्वों पर इसकी पूजा की जाती है। बरगद और गूलर वृक्ष की भाँति इसके पुष्प भी गुप्त रहते हैं अतः इसे 'गुह्यपुष्पक' भी कहा जाता है। अन्य क्षीरी (दूध वाले) वृक्षों की तरह पीपल भी दीर्घायु होता है। इसके फल बरगद-गूलर की भांति बीजों से भरे तथा आकार में मूँगफली के छोटे दानों जैसे होते हैं। बीज राई के दाने के आधे आकार में होते हैं। परन्तु इनसे उत्पन्न वृक्ष विशालतम रूप धारण करके सैकड़ों वर्षो तक खड़ा रहता है। पीपल की छाया बरगद से कम होती है, फिर भी इसके पत्ते अधिक सुन्दर, कोमल और चंचल होते हैं। वसंत ऋतु में इस पर धानी रंग की नयी कोंपलें आने लगती है। बाद में, वह हरी और फिर गहरी हरी हो जाती हैं। पीपल के पत्ते जानवरों को चारे के रूप में खिलाये जाते हैं, विशेष रूप से हाथियों के लिए इन्हें उत्तम चारा माना जाता है। पीपल की लकड़ी ईंधन के काम आती है किंतु यह किसी इमारती काम या फर्नीचर के लिए अनुकूल नहीं होती। स्वास्थ्य के लिए पीपल को अति उपयोगी माना गया है। पीलिया, रतौंधी, मलेरिया, खाँसी और दमा तथा सर्दी और सिर दर्द में पीपल की टहनी, लकड़ी, पत्तियों, कोपलों और सीकों का प्रयोग का उल्लेख मिलता है। पीपल देववृक्ष है, इसके सात्विक प्रभाव के स्पर्श से अन्त: चेतना पुलकित और प्रफुल्लित होती है। स्कन्द पुराण में वर्णित है कि अश्वत्थ (पीपल) के मूल में विष्णु, तने में केशव, शाखाओं में नारायण, पत्तों में श्रीहरि और फलों में सभी देवताओं के साथ अच्युत सदैव निवास करते हैं।[क] पीपल भगवान विष्णु का जीवन्त और पूर्णत:मूर्तिमान स्वरूप है। भगवान कृष्ण कहते हैं- समस्त वृक्षों में मैं पीपल का वृक्ष हूँ।[ख] स्वयं भगवान ने उससे अपनी उपमा देकर पीपल के देवत्व और दिव्यत्व को व्यक्त किया है। शास्त्रों में वर्णित है कि पीपल की सविधि पूजा-अर्चना करने से सम्पूर्ण देवता स्वयं ही पूजित हो जाते हैं।[ग] पीपल का वृक्ष लगाने वाले की वंश परम्परा कभी विनष्ट नहीं होती। पीपल की सेवा करने वाले सद्गति प्राप्त करते हैं। पीपल वृक्ष की प्रार्थना के लिए अश्वत्थस्तोत्र में पीपल की प्रार्थना का मंत्र भी दिया गया है। [घ] प्रसिद्ध ग्रन्थ व्रतराज में अश्वत्थोपासना में पीपल वृक्ष की महिमा का उल्लेख है। अश्वत्थोपनयनव्रत में महर्षि शौनक द्वारा इसके महत्त्व का वर्णन किया गया है। अथर्ववेदके उपवेद आयुर्वेद में पीपल के औषधीय गुणों का अनेक असाध्य रोगों में उपयोग वर्णित है। पीपल के वृक्ष के नीचे मंत्र, जप और ध्यान तथा सभी प्रकार के संस्कारों को शुभ माना गया है। श्रीमद्भागवत् में वर्णित है कि द्वापर युग में परमधाम जाने से पूर्व योगेश्वर श्रीकृष्ण इस दिव्य पीपल वृक्ष के नीचे बैठकर ध्यान में लीन हुए। यज्ञ में प्रयुक्त किए जाने वाले 'उपभृत पात्र' (दूर्वी, स्त्रुआ आदि) पीपल-काष्ट से ही बनाए जाते हैं। पवित्रता की दृष्टि से यज्ञ में उपयोग की जाने वाली समिधाएं भी आम या पीपल की ही होती हैं। यज्ञ में अग्नि स्थापना के लिए ऋषिगण पीपल के काष्ठ और शमी की लकड़ी की रगड़ से अग्नि प्रज्वलित किया करते थे। ग्रामीण संस्कृति में आज भी लोग पीपल की नयी कोपलों में निहित जीवनदायी गुणों का सेवन कर उम्र के अंतिम पडाव में भी सेहतमंद बने रहते हैं।


हरसिंगार के गुण व लाभ

प्राजक्ता एक पुष्प देने वाला वृक्ष है। इसे हरसिंगार, शेफाली, शिउली आदि नामो से भी जाना जाता है। इसका वृक्ष 10 से 15 फीट ऊँचा होता है। इसका वानस्पतिक नाम 'निक्टेन्थिस आर्बोर्ट्रिस्टिस' है। पारिजात पर सुन्दर व सुगन्धित फूल लगते हैं। इसके फूल, पत्ते और छाल का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। यह पूरे भारत में पैदा होता है। यह पश्चिम बंगाल का राजकीय पुष्प है।यह 10 से 15 फीट ऊँचा और कहीं 25-30 फीट ऊँचा एक वृक्ष होता है और पूरे भारत में विशेषतः बाग-बगीचों में लगा हुआ मिलता है। विशेषकर मध्यभारत और हिमालय की नीची तराइयों में ज्यादातर पैदा होता है। इसके फूल बहुत सुगंधित, सफेद और सुन्दर होते हैं जो रात को खिलते हैं और सुबह मुरझा कर गिर जाते हैं।


विभिन्न भाषाओं में नाम : संस्कृत- शेफालिका। हिन्दी- हरसिंगार। मराठी- पारिजातक। गुजराती- हरशणगार। बंगाली- शेफालिका, शिउली। असमिया- शेवालि। तेलुगू- पारिजातमु, पगडमल्लै। तमिल- पवलमल्लिकै, मज्जपु। मलयालम - पारिजातकोय, पविझमल्लि। कन्नड़- पारिजात। उर्दू- गुलजाफरी। इंग्लिश- नाइट जेस्मिन। मैथिली- सिंघार, सिंगरहार |


गुण:-यह हलका, रूखा, तिक्त, कटु, गर्म, वात-कफनाशक, ज्वार नाशक, मृदु विरेचक, शामक, उष्णीय और रक्तशोधक होता है। सायटिका रोग को दूर करने का इसमें विशेष गुण है।


रासायनिक संघटन : इसके फूलों में सुगंधित तेल होता है। रंगीन पुष्प नलिका में निक्टैन्थीन नामक रंग द्रव्य ग्लूकोसाइड के रूप में 0.1% होता है जो केसर में स्थित ए-क्रोसेटिन के सदृश्य होता है। बीज मज्जा से 12-16% पीले भूरे रंग का स्थिर तेल निकलता है। पत्तों में टैनिक एसिड, मेथिलसेलिसिलेट, एक ग्लाइकोसाइड (1%), मैनिटाल (1.3%), एक राल (1.2%), कुछ उड़नशील तेल, विटामिन सी और ए पाया जाता है। छाल में एक ग्लाइकोसाइड और दो क्षाराभ होते हैं।


उपयोग:-हरसिंगार की पत्तियाँ व टहनी
इस वृक्ष के पत्ते और छाल विशेष रूप से उपयोगी होते हैं। इसके पत्तों का सबसे अच्छा उपयोग गृध्रसी (सायटिका) रोग को दूर करने में किया जाता है।


विधि: हरसिंगार के ढाई सौ ग्राम पत्ते साफ करके एक लीटर पानी में उबालें। जब पानी लगभग 700 मिली बचे तब उतारकर ठण्डा करके छान लें, पत्ते फेंक दें और 1-2 रत्ती केसर घोंटकर इस पानी में घोल दें। इस पानी को दो बड़ी बोतलों में भरकर रोज सुबह-शाम एक कप मात्रा में इसे पिएँ। ऐसी चार बोतलें पीने तक सायटिका रोग जड़ से चला जाता है। किसी-किसी को जल्दी फायदा होता है फिर भी पूरी तरह चार बोतल पी लेना अच्छा होता है। इस प्रयोग में एक बात का खयाल रखें कि वसन्त ऋतु में ये पत्ते गुणहीन रहते हैं अतः यह प्रयोग वसन्त ऋतु में लाभ नहीं करता।


चिंपैंजी के विकास पर शोध

 चिंपांज़ी (डिसएम्बिगेशन) और चिम्प (डिसएम्बिगेशन)।
चिंपैंजी ( पान ट्रगलोडाइट्स ), जिसे आम चिंपांज़ी , मजबूत चिंपांज़ी या बस " चिम्प " के रूप में भी जाना जाता है, उष्णकटिबंधीय अफ्रीका के जंगलों और सवानाओं के लिए महान वान मूल का एक प्रजाति है। इसमें चार पुष्टियाँ उप-प्रजातियाँ और पाँचवीं प्रस्तावित उप-प्रजातियाँ हैं। चिंपांज़ी और बारीकी से संबंधित बोनोबो (जिसे कभी-कभी "पैग्मी चिंपांज़ी" कहा जाता है) को जीनस पैन में वर्गीकृत किया जाता है।


चिंपांज़ी मोटे काले बालों में ढँकी होती है, लेकिन उसके नंगे चेहरे, उंगलियाँ, पैर की उंगलियाँ, हाथों की हथेलियाँ और पैर के तलवे होते हैं। यह बोनोबो की तुलना में अधिक बड़ा और अधिक मजबूत है, पुरुषों के लिए 40-60 किलोग्राम (88-132 पौंड) और महिलाओं के लिए 27-50 किलोग्राम (60-110 पौंड) और 100 से 140 सेमी (3.3 से 4.6 फीट) तक है। इसकी गर्भावधि अवधि आठ महीने है। शिशु लगभग तीन साल का है, लेकिन आमतौर पर वह अपनी मां के साथ कई वर्षों तक घनिष्ठ संबंध बनाए रखता है। चिंपांजी उन समूहों में रहता है जो आकार में 15 से 150 सदस्यों तक होते हैं, हालांकि व्यक्ति दिन के दौरान बहुत छोटे समूहों में यात्रा करते हैं और उनका पीछा करते हैं। प्रजाति एक सख्त पुरुष-प्रधान पदानुक्रम में रहती है, जहां आमतौर पर विवादों को हिंसा की आवश्यकता के बिना सुलझाया जाता है। लगभग सभी चिंपांज़ी आबादी को उपकरण का उपयोग करते हुए दर्ज किया गया है, लाठी, चट्टानों, घास और पत्तियों को संशोधित करते हुए और उन्हें शिकार और प्राप्त करने के लिए शहद, दीमक, चींटियों, नट और पानी का उपयोग करते हुए। प्रजाति को छोटे स्तनधारियों को पालने के लिए नुकीली छड़ें बनाते हुए भी पाया गया है।


चिंपांज़ी IUCN रेड लिस्ट में लुप्तप्राय प्रजातियों के रूप में सूचीबद्ध है। 170,000 और 300,000 व्यक्तियों के बीच इसकी सीमा का अनुमान है। चिंपैंजी के लिए सबसे बड़ा खतरा निवास नुकसान, अवैध शिकार और बीमारी है। चिंपांज़ी पश्चिमी लोकप्रिय संस्कृति में रूढ़िवादी विदूषक के रूप में दिखाई देते हैं, और चिंपाज़ियों की चाय पार्टियों , सर्कस कृत्यों और स्टेज शो जैसे मनोरंजन में दिखाई देते हैं। उन्हें कभी-कभी पालतू जानवरों के रूप में रखा जाता है, हालांकि उनकी ताकत और आक्रामकता उन्हें इस भूमिका में खतरनाक बनाती है। कुछ सैकड़ों को अनुसंधान के लिए प्रयोगशालाओं में रखा गया है, विशेष रूप से अमेरिका में। सीमित सफलता के साथ चिम्पांजी को अमेरिकी सांकेतिक भाषा जैसी भाषाएं सिखाने के लिए कई प्रयास किए गए हैं; उदाहरण के लिए, वाक्य अधिक प्रशिक्षण के साथ लंबाई में नहीं बढ़ते हैं।


पक्षियों का असाधारण ऋतु परिवर्तन

स्थानीय प्रव्रजन 
कुछ चिड़ियाँ देश के अंदर ही एक भाग से दूसरे भाग में स्थानपरिवर्तन करती हैं, जैसे शाह बुलबुल या दुधणजु (paradise flycatcher), सुनहरा पोलक (golden oriole) और नौरंग (pitta)। यह स्थानीय प्रव्रजन देश के उत्तरी भाग या पहाड़ों की तलहटी में अधिक होता है, जहाँ भूमध्यरेखा की अपेक्षा ऋतुपरिवर्तन अत्यधिक प्रभावकारी होता है। वास्तविक प्रव्रजन करनेवाली चिड़ियों की भाँति इनमें भी प्रव्रजन क्रमिक और नियमित होता है। देश के किसी भाग में कोई जाति ग्रीष्म ऋतु में, कोई जाति बरसात में और कोई जाति शरद् में आगमन करती है। इसके अतिरिक्त एक अन्य प्रकार का भी स्थानपरिवर्तन बराबर होता रहता है, जो आहार पर प्रभाव डालनेवाली स्थानीय परिस्थितियों, जैसे गर्मी, सूखा या बाढ़ इत्यादि, अथवा किसी विशेष प्रकार के फूल लगने और फल पकने की ऋतु, के कारण होता है। उस समय चिड़ियाँ एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में चली जाती हैं।


असाधारण स्थानीय प्रव्रजन
कभी-कभी असाधारण परिस्थितियों से बाध्य होकर अपने उपयुक्त निवासस्थान की छोड़कर भोजन की तलाश में चिड़ियाँ किसी अन्य क्षेत्रों में भी भ्रमण करती हुई पाई जाती हैं। अतएव किसी क्षेत्र में किसी भी समय में पक्षियों की जनसंख्या स्थायी नहीं रहती, क्योंकि सभी क्षेत्रों में पक्षियों का आगमन और निर्यमन सर्वदा होता रहता है।


ऊँचाई संबंधी प्रव्रजन (Altitudinal Migration) 
हिमालय के ऊँचे पहाड़ों में रहनेवाली चिड़ियाँ जाड़े में नीचे उतर आती है और इस प्रकार तूफानी मौसम और हिमरेखा से नीचे चली आती है। वसंत के आगमन पर जब बरफ गलने लगती है और हिमरेखा ऊपर की ओर बढ़ जाती है, तब वे अंडे देने के लिए पहाड़ों के ऊपरी भाग में पुन: चढ़ जाती हैं। यह क्रम केवल ऊँचाई में रहनेवाले पक्षियों में ही नहीं वरन् नीचे रहनेवाली चिड़ियों में भी चलता रहता है।


चिड़ियों के प्रव्रजन का वैज्ञानिक ज्ञान प्राप्त करने के अतिरिक्त प्रकार के अवलोकनों के लिए भी ब्रिटेन तथा अमरीका में बहुसंख्यक चिड़ियों के पैर में ऐल्यूमिनियम की हल्की और अंकित अंगूठियां पहना दी जाती है। यह विधि अमरीका में पक्षिवलयन (birdringing) अथवा पक्षिपटबंधन (bird banding) कहलाती है। इसमें क्रमसंख्या के अतिरिक्त स्थान का पता भी अंकित रहता है। चिड़ियों को अँगूठी पहनाकर उनका पूर्ण विवरण एक पुस्तिका में लिख कर उन्हें छोड़ दिया जाता है। अब इन चिड़ियों के सुदूर स्थानों पहुँचने पर इन्हें मारकर अथवा फँसाकर इनकी अंगूठी उतार ली जाती है और ये जिस स्थान से उड़ी थीं, उस पते पर भेज दी जाती है। जब काफी संख्या में इस प्रकार की तालिका इकट्ठी हो जाती है तब इन तालिकाओं का विश्लेषण करके उसके आधार पर किसी विशेष जाति की चिड़िया के प्रव्रजन के मार्ग अथवा अन्य किसी समस्या का हल निर्धारित किया जाता है। अतएव पश्चिमी जर्मनी और पूर्वी प्रशा में श्वेत बक के बलयन के फलस्वरूप यह निश्चित और नि:संदिग्ध रूप से स्थापित हो चुका है कि पूर्वी एशिया की चिड़ियाँ दक्षिण-पूर्वी मार्ग से बालकन होती हुई अफ्रीका का भ्रमण करती है, जबकि पश्चिम जर्मनी के श्वेत बक दक्षिण पश्चिमी मार्ग से स्पेन होकर अफ्रीका जाते हैं। बीकानेर में इसी प्रकार की अँगूठीधारी चिड़ियों के प्राप्त होने से हमें पता चला है कि कुछ श्वेत बक जो हमारे देश में, शरद् ऋतु में, आते हैं, वे जर्मनी के होते हैं। भारत में इस प्रकार का पक्षिवलयन का कार्य बहुत थोड़ा हुआ है। किंतु जितना कुछ हुआ है उससे प्राप्त सूचनाएँ बहुत ही महत्वपूर्ण और उपयोगी सिद्ध हुई हैं।


प्रव्रजन के समय उड़ान की ऊँचाई और गति 
प्रव्रजन करनेवाली चिड़ियों की गति विभिन्न चिड़ियों में विभिन्न होती है और यह गति कई बातों, जैसे वायु की दिशा, मौसम इत्यादि पर निर्भर करती है। बतखों और हंसों में उड़ान की गति (cruising speed) 64 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे पाई गई है और अनुकूल मौसम में यह गति 90 से 97 किलोमीटर या इससे अधिक पाई गई है। दिन रात निरंतर उड़कर यात्रा करनेवाली चिड़ियों में यह गति 9.5 से 17.7 किलोमीटर प्रति घंटा होती है। निम्नलिखित सारणी से यह अनुमान किया जा सकता है कि एक बार की उड़ान की दूरी कितनी हो सकती है!


असुविधा में यज्ञ का निदान

गतांक से...
 जब ऋषि ने ऐसा वर्णन किया तो यग दत्त ब्रह्मचारी ने कहा, कहीं ऐसा हो जल ही न प्राप्त हो तो हम कैसे यज्ञ करें? उन्होंने कहा कि जब जल ही नहीं है तो पृथ्वी के रसों को ले करके उसको परो क्षण करो और जैसे यज्ञ की यज्ञशाला में सर्वत्र देवताओं का पूजन करता है, उसका अर्थ ही एक पूजन है और वह देव पूजा करता रहता है, तो हम अपने में वृवको: संभवप्रव्हे' मानो उसी में हम रात हो जाएं तो जो हूत करने वाला अग्रणीय बन रहा है! मेरे प्यारे ऋषि कहता है 'याज्ञम भू अब्रव्हे, ब्रह्म: ब्रहे कृतम् देवा:, मानो यज्ञ करना है यदि राज्य से हम यज्ञ करें तो उसे पृथ्वी में परोक्षण करते चले जाए! उन्होंने कहा यदि यह सुविधा भी नहीं प्राप्त हो, तो जल भी आपोमयी है! यह पृथ्वी के कण भी प्राप्त न हो तो तुम हृदय से यज्ञ करो, शांत मुद्रा में विद्यमान हो एकता में मंत्रों से अपने में परोक्षण करते रहो! प्राण की आहुति प्राण को प्रदान करते रहो, व्यान को आहुति व्यान में प्रविष्ट हो रही है! सामान की संपूर्ण आहुति समानता में लाने को तत्पर है! व्यानाय प्राण भी इसी में रहता है! सामान्य प्राण इसकी आभा के लिए हुए रहते हैं! बेटा यह कैसा विचित्र जगत है, यह कैसी विचित्रता? मानव एक दूसरे से कटिबद्ध है, माला है और सार्थक माला बनकर के हृदय में प्रविष्ट हो जाती है! मेरे प्यारे विचार देते हुए मानव अपना मंतव्य अवश्य प्रकट करता है! इसलिए आज मैं तुम्हें यह वाक्य प्रकट करने के लिए आया हूं कि हम अपने जीवन में एक महानता को जन्म देने वाले बने! हम एक महानता की प्रतिभा में रत हो जाए! ऐसा जब ऋषि ने वर्णन किया तो ब्रह्मचारी अपने आसनों पर निहित हो गये, तो मेरे प्यारे मुझे स्मरण आता रहता है कि यह ऐसा क्यों है,देखो इसका एक दूसरे से तारम्य लगा रहता है एक दूसरे से कटिबद्ध रहता है! इसलिए माला है और उस माला को धारण करने वाले अपने मानत्व में रत हो जाते हैं! मैं इस संदर्भ में विशेषता में ले जाना नहीं चाहता हूं! विचार केवल यह है कि हमारा जीवन महानता की वेदी पर रमण करना चाहिए! ताकि हमारे जीवन में एक महानता की उपलब्धि हो जाए! देखो हम जितना भी खादान-खादम वर्णित करते रहते हैं! उसमें कुछ न कुछ जगत की दशा परिवर्तित होती जा रही है! मैं विशेष चर्चा में प्रकट करने नहीं आया हूं! विचार केवल यह है कि मुनिवरो, देखो याज्ञिक बनना चाहिए और यज्ञ में होना चाहिए! यज्ञ अपनी आभा में सदैव रहता है और यज्ञ करने वाला मृत्युंजय ब्रव्हे कृतम देवा:, वह मृत्यु को प्राप्त नहीं होता है वह मृत्युंजय बन जाता है! वह मृत्यु को अपने में धारण करता हुआ सागर से पार होने का प्रयास करता है! यज्ञ से संबंध में तो बहुत कुछ विचार आते रहते हैं! परंतु अब मेरे प्यारे महानंद जी दो शब्द उच्चारण करेंगे!


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


नवंबर 05, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-91 (साल-01)
2. मंगलवार, नवंबर 05, 2019
3. शक-1941, कार्तिक-शुक्ल पक्ष, तिथि- नंवमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:28,सूर्यास्त 05:41
5. न्‍यूनतम तापमान -16 डी.सै.,अधिकतम-23+ डी.सै., हवा की गति बढ़नेे की संभावना रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...