मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

3 मई तक बढ़ाया संपूर्ण 'लॉक डाउन'

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉक डाउन को अगले 19 दिन, 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की। उन्होंने इस दौरान सप्तपदी दी। 7 महत्वपूर्ण बातों पर सबका साथ मांगा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता में से एक जो रोज कमाने खाने वाले हैं, इनके जीवन में आई मुश्किलों को कम करना है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सरकार उनकी जरुरतों को पूरा करने का ध्यान रख रही है। इनके हितों को ध्यान में रखा है। इस समय रबी फसल की कटाई का काम भी जारी है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर प्रयास कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो। देश में दवा से लेकर राशन तक पर्याप्त मात्रा में है। सप्लाई चैन की बाधाएं लगातार दूर की जा रही है। प्रधानमंत्री ने भारत के युवा वैज्ञानिकों से विशेष अनुरोध किया है कि विश्व कल्याण के लिए, मानव कल्याण के लिए कोरोना की वैक्सीन बनाने का बीड़ा उठाएं। 


जानिए विजय प्राप्त करने की सप्तपदी :
प्रधानमंत्री ने कहा कि धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर देंगे। उन्होंने कहा कि सप्तपदी विजय प्राप्त करने का मार्ग हैं। इसमें सबका साथ चाहिए। 
पहली बात : अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें एक्स्ट्रा केयर करनी है। उन्हें कोरोना से बहुत बचा कर रखना है।
दूसरी बात : लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरीके से पालन करना है। घर में बने फेस कवर या मास्क का अनिवार्य उपयोग करें।
तीसरी बात : अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय के निर्देश का पालन करें। गरम पानी, काढा का निरंतर सेवन करें।
चौथी बात : कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप जरूर डाउनलोड करें। दूसरों को भी इसे डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें ।
पांचवी बात : जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें। उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें।
छठवीं बात : अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में, अपने साथ काम कर रहे लोगों के प्रति संवेदना रखें। किसी को नौकरी से ना निकाले।
सातवीं बात : देश के कोरोना वॉरियर्स हमारे डॉक्टर,नर्स, सफाई कर्मी, पुलिसकर्मी ऐसे सभी लोगों का सम्मान करें। आदर पूर्वक उनका गौरव करें।
विजय प्राप्त करने निष्ठापूर्वक पालन करना होगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन 7 बातों में सबका साथ ये सप्तपदी विजय प्राप्त करने का मार्ग है। विजय प्राप्त करने के लिए निष्ठा पूर्वक करने वाला यह काम है। 3 मई तक लॉक डाउन के नियमों का पालन करें। जहां है वहां रहें, सुरक्षित रहें।


1.9 लाख मौतें, 19.18 लाख संक्रमित

नई दिल्ली। चीन के वुहान से उपजे कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर पूरी दुनिया भर में जारी है। दुनियाभर के 180 से ज्यादा देशों में कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते 1,19,588 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, अबतक 19 लाख 18 हजार से ज्यादा लोग इस महामारी से संक्रमित हो चुके हैं। अमेरिका (US) कोरोना प्रभावित देशों की सूची में पहले स्थान पर है। वहां पिछले 24 घंटे में वहां 1,509 लोगों की जान जा चुकी है। वहीँ देश में मृतकों का आंकड़ा 22 हजार के पार पहुंच चुका है। अमेरिका के अलावा इटली, स्पेन, फ्रांस और ब्रिटेन ऐसे देश हैं जहां कोरोना से मौत का आंकड़ा 10,000 के पार पहुंच गया है। वहीं, इटली (Italy) में कोरोना वायरस के कारण होने वाली मौत का आंकड़ा 20 हजार के पार चला गया है। इसके अलावा स्पेन (Spain) में 17,756 और फ्रांस (France) में 14,967 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्रांस में लॉकडाउन 11 मई तक बढ़ा दिया गया है।


दुनिया के किस देश में अबतक कितनी मौतें हुईं, यहां जानें


अमेरिका – 23,529


इटली – 20,465


स्पेन – 17,756


फ्रांस – 14,967


ब्रिटेन – 11,329


ईरान – 4,585


बेल्जियम – 3,903


चीन – 3,341


जर्मनी – 3,194


नीदरलैंड – 2,823


ब्राजील – 1,328


तुर्की – 1,296


स्विट्जरलैंड – 1,138


स्वीडन – 919


पुर्तगाल – 543


इंडोनेशिया – 399


ऑस्ट्रिया – 368


आयरलैंड – 365


भारत – 324


किसानों की मेहनत पर 'फिरा पानी'

पानापुर(सारण)। प्रखण्ड क्षेत्र के दर्जनों गांव गंडक नदी के किनारे बसे हैं।जिसमें हजारों परिवार रहते हैं। जिसमें मुख्य रूप से रामपुररूद्र, सारंगपुर, बसहियॉ, रामपुररूद्र 61, सलेमपुर आदि शामिल है। जिनके जीवनयापन के लिए आमदनी का मुख्य श्रोत ज्यादतर फसल की खेती है।जिसमें वे तरबूज, खरबूज, ककरी, लौकी,करेला,खीरा आदि की खेती करते हैं। जिसे इस जिला से लेकर दूसरे जिले के कई बाजारों में भेजकर उसकी बिक्री कर लाखो की कमाई करते हैं।लेकिन कोरोना महामारी के चलते देश व राज्य में लॉकडाउन है।जिसके कारण न बाजार लग रहा है न मण्डी लग रही है। ऐसे में ये लाखों की पूँजी लगाकर बेबस और लाचार दिन-रात इसी चिंता में हैं कि इनके फल और सब्जियाँ बाजारों तक कैसे पहुॅचेंगे।


यदि बाजार तक नहीं पहुँचे तो लाखों की पूँजी लगाकर फसलों को नदी में फेंकने के आलावे कोई विकल्प नहीं रहेगा। तरबूज कृषक राजनाथ सहनी ने कहा कि हम इस खेती में लाखों रूपये लगाकर करीब दो बीघे में फसल लगाए हैं ।हमने सभी रुपये ब्याज पर कर्ज लेकर लागाया है कि फसल तैयार होने पर ब्याज सहित पैसा वापस कर देंगे तथा अपने लिए भी कमाई हो जाएगी।लेकिन यदि फसल नहीं बिका तो हम कर्ज से दब जाऐंगे तथा सालों भर खाने के लिए भी सोचना पड़ेगा।ऐसे में हमारे सामने भुखमरी की स्थिति हो जाएगी।


स्पेनः मरने वालों की संख्या 18,056

मैडिड्र। स्पेन में कोरोना वायरस से 567 लोगों की मौत होने के बाद, इस देश में कोविड-19 से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़ कर 18,056 हो गई है। आधिकारिक तौर पर स्पेन में मृतकों का यह आंकड़ा, अमेरिका और इटली के बाद दुनिया में तीसरा सर्वाधिक आंकड़ा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में नए संक्रमणों की संख्या में 1.8 फीसदी की वृद्धि होने के बाद, कोरोना वायरस से प्रभावित मामले 172,541 हो गए हैं। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए स्पेन में 14 मार्च से लॉकडाउन लागू है।


वहीं, ईरान ने मंगलवार को कहा कि देश में एक महीने में पहली बार कोरोना वायरस से मृतकों की संख्या 100 से कम रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता किनौश जहांपुर ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 98 लोगों की मौत हुई है जिससे मृतकों की कुल संख्या 4,683 पहुंच गई है। उन्होंने टेलीविजन पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''दुर्भाग्य से, हमने बीमारी से संक्रमित अपने 98 और लोगों को खो दिया है...लेकिन एक महीने के इंतजार के बाद ऐसा पहली बार है कि मृतकों की संख्या 100 से कम रही है।" इस बीच, संयुक्त राष्ट्र महासभा की आगामी कुछ महीनों में होने वाली बैठकें कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण स्थगित कर दी गई हैं और सदस्य देश सितंबर में उच्च-स्तरीय वार्षिक यूएनजीए सत्र के आयोजन के संबंध में फैसला करने के लिए वार्ता कर रहे हैं। महासभा के 74वें सत्र के अध्यक्ष के कार्यालय ने बताया कि 20 से 27 अप्रैल तक जापान के क्योतो में होने वाली 'अपराध रोकथाम एवं आपराधिक न्याय' पर संयुक्त राष्ट्र की बैठक आगामी नोटिस आने तक स्थगित कर दी गई है। 'परमाणु हथियार मुक्त क्षेत्र एवं मंगोलिया' सम्मेलन, 2020 को 2021 के लिए स्थगित किया गया है। इसे अगले साल कब आयोजित किया जाना है, इसका फैसला महासभा अगले सत्र में करेगी। यह सम्मेलन 24 अप्रैल को होने वाला था। इसके अलावा जून में लिस्बन में होने वाले 'सतत विकास' लक्ष्य 14 के क्रियान्वयन पर सहयोग संबंधी सम्मेलन: सतत विकास के लिए महासागरों, समुद्रों के संसाधनों का संरक्षण एवं उचित उपयोग को भी स्थगित कर दिया गया है।


इटलीः मृतकों का आंकड़ा 20 हजार 465

रोम। इटली में मृतकों का आंकड़ा 20 हजार 465 है। यहां मरनेवालों की तादाद अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा है। यानी मृतकों के मामले में अमेरिका पहले नंबर पर जबकि इटली दूसरे नंबर पर स्पेन तीसरे नंबर पर है।


इटली में रविवार को सबसे कम 431 मौतः इटली में रविवार को कोरोना वायरस के कारण तीन सप्ताह में सबसे कम मौत दर्ज की गई। मौत के नए 431 आंकड़े 19 मार्च से सबसे कम थे। मगर अब मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 20 हजार 465 हो गया है। शोधकर्ताओं ने इटली में कोविड-19 के मामलों का अध्ययन कर कुछ नतीजे निकाले हैं। अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन की पत्रिका में इसके बारे में लिखी गई है। साथ ही दूसरे मुल्कों को भी सलाह दी है। शोध में बताया गया है कि आबादी की आयु सबसे बड़ा कारण है। इटली में आयु भी चपेट में आने का अहम कारणः इटली में यूरोप के सबसे ज्यादा बुजुर्गों की संख्या है। यहां कोरोना वायरस से मरनेवालों की आयु 80 साल रही है।जबकि 67 साल की औसत आयु वाले मरीजों को सख्त मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ी है। पहले से ही दिल संबंधी बीमारी से ग्रसित मृतकों में कोरोना वायरस के आसान शिकार साबित हुए। हालांकि अस्पताल और ICU में भर्ती होनेवालों के आंकड़ों में मामूली गिरावट देखी गई। शोधकर्ताओं ने दूसरे मुल्कों को ICU तैयार करने पर जोर देने की सलाह दी है।


वायरस विनाश के लिए फिर लॉक डाउन

अतुल त्यागी मंडल प्रभारी, मुकेश सैनी जिला प्रभारी


हापुड़। कोरोना वायरस संक्रमण को प्रदेश में रोकने के लिए लगाए गए लॉक डाउन के दौरान जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग जहां पुलिस इस संक्रमण महामारी से बचाने के लिए संघर्षरत दिखाई दे रहा है तो वही जनता भी घरों में रहकर सहयोग करती नजर आ रही है। इसी कड़ी में पुलिस प्रशासन की कड़ी मेहनत एवं जनता की सुरक्षा के लिए लगाव को देखते हुए कोरेना संक्रमण जैसी छुआछूत को बचाने के उद्देश्य से सोमती नर्सिंग होम द्वारा अपनी गाड़ियां लगाकर चौराहे एवं रास्तों पर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को ग्लब्स  एवं सैनिटाइज वितरित करते हुए ग्लब्स एवं सैनिटाइज से इसका प्रयोग करने की सलाह दी गई इस अवसर पर हमारे संवाददाता दीपक कश्यप से बात करते हुए सोमती नर्सिंग होम की टीम ने लोगों से आव्हान किया कि वह अधिक से अधिक घरों में रहते हुए लॉक डाउन का पालन कर कोराना को देश से भगाने में सरकार का समर्थन कर सहयोग करें तथा अपने को सुरक्षित रखते हुए खुद एवं अपने परिवार सहयोगी जनपद प्रदेश एवं देश को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें।


भूखे गरीब- मजदूरो को खिलाया खाना

अतुल त्यागी मंडल प्रभारी, मुकेश सैनी जिला प्रभारी


उपजिलाधिकारी हापुड़ सदर द्वारा खाना पहुँचाया गया स्वयं दो दिनों से भूखे थे गरीब मजदूर 


हापुड़। खाने के लिए मोहताज बिहार के रहने वाले 14 से 15 मजदूर जो पिछले 2  दिनों  से  लगातार भूख से  परेशान थे यह सभी लोग बिहार के रहने वाले है और ततारपुर गांव के पास रह रहे है जानकारी के अनुसार हापुड में बन रहे बाईपास पर गुजरात के रहने वाले ठेकेदार के पास यह सभी मजदूर कार्य कर रहे है जो की ठेकेदार बाईपास बनाने का कार्य करवा रहा था  लाँकडाउन होने के कुछ दिन बाद ही ठेकेदार इन गरीब मजदूरों को बिना बताये अपने शहर गुजरात भाग गया कुछ दिनों तक तो इन गरीब मजदूरों ने अपने परिवार के साथ खाना खाया लेकिन कुछ दिनों में ही   इनके पास जब खाने के लिए पैसे और राशन नहीं रहा तो यह लोग थाना हापुड़ देहात पुलिस के पास पहुंचे जहां पर इनको आश्वासन दिया गया कि यह लोग 112 पर कॉल करें इनके पास तक खाना पहुंच जाएगा  लेकिन दो दिन तक खाना नहीं पहुंचने पर यह मजदूर सदर विधायक  विजयपाल आढती के पास पहुंचे  यहां भी उनको सिर्फ आश्वासन ही मिला  कि आप लोग कल आना  कल आपके लिए खाने की व्यवस्था कर दी जाएगी बेचारे गरीब मजदूर भूखे प्यासे विधायक निवास से चल पडे   लेकिन   हमारे जिला प्रभारी मुकेश सैनी ने इनको जाते हुए देख लिया  तत्काल हापुड सदर उपजिलाधिकारी सत्यप्रकाश शर्मा को  मामले से अवगत कराया गया  मामला उनके संज्ञान में आते ही तत्काल उन्होंने कार्रवाई करते  हुए  मजदूरों तक खाने की व्यवस्था खुद कराई गयी वह उन्हें स्वयं भोजन देकर आये  तथा कहा कि आप लोग जहां रह रहे हैं वही रहें खाने की व्यवस्था आपकी होती रहेगी जिस पर मजदूरों ने सदर उपजिलाधिकारी का  आभार व्यक्त किया  और धन्यवाद दिया  उप जिलाधिकारी ने  मजदूरों को  समझाते हुए कहा कि  सामाजिक दूरी का  पालन करें  और  साफ सफाई रखें और साफ सफाई का बिशेष ध्यान रखें।


बड़कन्ने ! बाहर ना जायो !...

घर में सायउ, घर में खायउ


बड़कन्ने!  बाहर  ना  जायो!


अपने  अम्मा  बप्पा  देखो, घर  का चप्पा चप्पा  देखो।


छपरा   देखो छानी  देखो चुवति कहाँ पानी  देखौ।


भारी  देखो  हल्का  देखो, घर के खटिया पलका देखौ।


घारी  देख बग्गर देखो, बाहर देखौ  भीतर   देखो।


घर के  भीतर  रोयो  गायो, बड़कन्ने  बाहर  ना  जायो!


सरिगा सारा लहसुन देखो, गोंहुन माँ परिगे घुन  देेखो।


चाभी देखो  ताला  देखो, घर के भीतर जाला  देखो।


पगही देखो पगहा  देखो, द्वारे  पर  के  हरहा देखो।


चैला देखौ चिफुरी देखो, धनिया चरिगै बकरी देखो।


अपनै  घरु है  ना   सरमायो, बड़कन्ने    बाहर  ना   जायो।


बच्चा   देखो  बीवी   देखो, जतना  चाहौ टीवी देखौ।


भाभी  जी  हैं घर पर  देखो, अब राति दौसु पिच्चर देखो।


रामायण  घरी   घरी   देखो, सब टीवी  डिस्कवरी  देखो।


देखो या कम देखो, हाँ  मगर   सूर्यवंशम  देखो।


टीवी   से   बाहर ना  आयो, बड़कन्ने   बाहर   ना  जायो।


जी  बाहर  गे  उनका  देखो, चिरकुआ गवा धुनका देखो।


मँगरुआ  गवा  मारा   देखो, ननकू  का  पिछवारा  देखो


सब  के  सब सत्तारी  देखो, यिकी  बीमारी  देखो।


दुनिया दुनियादारी देखो, सरकारी तैयारी  देखो।


खरफू है मुलु  ना घबरायो, बड़कन्ने बाहर ना जायो।


मानव कल्याण संस्था की उत्कृष्ट सेवा

आदिल


गाजियाबाद। लोनी नगर पालिका स्थित राजीव गार्डन 100 फुटा रोड पर राजमल पहलवान मार्केट में लोक डाउन के चलते 1 मजदूर रोज कमाने और खाने वाला व्यक्ति भूख से तड़पता हुआ काफी समय से बीमारी हालत में वहां पड़ा था। पैसे ना होने की वजह से दवाई नहीं ली गई, जिससे उनकी हालत और गंभीर हो गई। एक व्यक्ति ने फोन कर मुझे बताया एक बार तो मुझे भी डर था कि वह व्यक्ति कोरोना संक्रमित ना हो, फिर भी इंसानियत के नाते हमारी मदद करना जिम्मेदारी बनती थी। हाथ में गलाउज पहना कर मास्क लगाकर लोगों की मदद से अपनी पर्सनल गाड़ी मेेंं ले जाकर प्राइवेट नर्सिंग होम में उन्हें भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों  ने उनको चेकअप करते हुए बताया कोरोना संक्रमित नहीं है। काफी दिन से बीमार होने के कारण और शरीर में खाना ना पहुंचने के कारण ऐसी उनकी हालत हो गई है। दवाई दी जा रही है जल्दी ठीक होकर अपने घर और परिवार में पहुंच जाएंगे स्थानीय लोगों ने मानव कल्याण चैरिटेबल फाउंडेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी की प्रशंसा करते हुए कहा आप जैसे देवदूत किसी न किसी रूप में भगवान भेज देता है। किसी ना किसी की मदद करने के लिए
प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपने संबोधन में कहा था आपके आसपास बुजुर्ग मजदूर अच्छे से ख्याल रखना है और उनकी मदद करना है यही सबसे बड़ी देश सेवा है।


अंबेडकर जयंती पर किया राशन वितरण

सुनील पुरी


फतेहपुर। बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह घर आई खेड़ा में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मुख्य अतिथि के रूप में बिंदकी विधानसभा के प्रत्याशी पूर्व सपा जिलाध्यक्ष दयालु गुप्ता उपस्थित रहे। संबोधन में ग्राम वासियों से बाबा साहब के सपनों को साकार करने हेतु कार्य करने का आह्वान किया। बताया कि सपा सरकार में सर्वप्रथम बीपीएल कार्ड वालों को समाजवादी पेंशन की योजना चलाई गई थी। समाजवादी एंबुलेंस 108 जैसी योजनाओं में भी माननीय अखिलेश यादव जी ने किसी जाति विशेष का फायदा करने की कोशिश नहीं की। समाजवादी सरकार में बिजली का बिल बहुत काम आता था। राशन कार्ड आसानी से बने हुए थे और हर कमजोर गरीब के लिए आरक्षण की योजना नियमानुसार लागू होती थी। क्योंकि अखिलेश जी की सोच हर कमजोर को मजबूत करने की थी। इस अवसर पर गांव के 20 गरीब लोगों को राशन वितरण भी किया गया ग्राम वासियों ने ताली बजाकर स्वागत करते हुए कहा की बाबा साहब की जयंती पर हम सब शिक्षित होने का प्रयास करेंगे। कोरोना जैसी बीमारी पर अपने संबोधन में पूर्व जिला अध्यक्ष दयाल गुप्ता ने सोशल सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का आह्वान किया। पूरी मीटिंग के दौरान सोशल जितेन सिंह का विशेष ध्यान रखा गया। शमशेर सिंह यादव, सुरेंद्र सिंह यादव, मनीष रैदास, प्रिंस रैदास, गंगासागर, लाखन सिंह यादव, अखिलेश अंबेडकर, डॉक्टर फूलचंद, प्रिंस गौतम सहित बहुत से लोग रहे।


बेवजह घूमने वालों को लगी फटकार

बिना मास्क के बेवजह घर से निकलने वालों को मिली फटकार


कोरोनावायरस से बचाव के लिए लगातार किया जा रहा है सैनिटाइज
नगर पालिका द्वारा घरों में रहने की दी जा रही हिदायत


सुनील पुरी
बिंदकी फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लगातार 20 वें दिन भी लॉक डाउन चलता रहा। सुबह से ही पुलिस और प्रशासन दौड़ता रहा बेवजह घरों से बिना मास्क निकले लोगों को फटकार लगाई गई।             


कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिए सरकार के निर्देशानुसार 21 दिनों के लाख डाउन के 20 वे दिन भी लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए पुलिस व प्रशासन सक्रिय नजर आया। सुबह से ही उपजिलाधिकारी प्रहलाद सिंह एवं तहसीलदार गणेश सिंह यादव नगर क्षेत्र में भ्रमण करते नजर आए जो लोग भी बिना मास के के बेवजह घर से निकलते मिले। उन्हें अधिकारियों ने फटकार लगाई। पुलिस ने उन्हें वापस करने का काम किया सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक छूट मिलने के कारण जरूरतमंद लोग घरों से निकले हालांकि धूप अधिक होने के कारण लोगों की आवाजाही कम दिखी बाजारों में भी भीड़ कम देखी। शाम 4:00 बजे के बाद पुलिस प्रशासन फिर सक्रिय हो गया। जिसके चलते अधिकांश लोग अपने घरों के अंदर चले गए वहीं नगर पालिका परिषद की गाड़ी द्वारा बराबर अनाउंस किया जाता रहा कि पुराना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए घरों से ना निकले यदि निकले तो मास्क लगाए रहे शोषण डिस्टेंस बनाए रखें।


प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा

नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा 
लखनऊ। कोरोनावायरस के बढ़ते हुए प्रकोप को देखते हुए प्रधानमंत्री के द्वारा 3 मई तक लोक डाउन सुनिश्चित करने की घोषणा कर दी गई है। बल्कि लॉक डाउन को पहले से सख्त करने का भी निर्देश दिया है। जिससे महामारी पर नियंत्रण पाया जा सके। लंबे खींचते लॉक डाउन को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने पत्रकारों के हित को ध्यान में रखते हुए। प्रत्येक पत्रकार का ₹5000000 का बीमा कराने की मांग की है। कोरोना के खिलाफ जंग में पत्रकारों के अहम योगदान को ध्यान में रखते हुए सरकार को पत्रकारों के हित में इस प्रकार के कदम उठाने की गुहार लगाई है। इस संदर्भ में यह भी स्पष्ट किया गया है कि पत्रकार मान्यता प्राप्त है अथवा नहीं। नगरीय क्षेत्र में है अथवा ग्रामीण क्षेत्र में। प्रत्येक पत्रकार को 50 लाख का बीमा कवर प्रदान किया जाना चाहिए।


कोटाः थूक भर घरों में फेंकी पॉलिथीन

कोटा में सनसनीखेज घटना, महिलाओं ने थूक भरकर घरों में फेंकी पॉलीथीन


कविता गर्ग


कोटा। कोरोना वायरस के मामले देश में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रोजाना कई पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। कोरोना बढ़ते संक्रमण के बीच राजस्थान से सनसनीखेज घटना सामने आई है। यहां कोटा में कुछ महिलाओं ने पॉलीथीन में थूककर उन्हें घरों के भीतर फेंक दिया।


वायरल वीडियो में कुछ महिलाएं एक पॉलीथीन बैग में थूकने के बाद उन्हें दरवाजे से अंदर फेंकती दिख रही हैं। इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि वीडियो के सामने आने के बाद नगर निगम से बोलकर पूरे इलाके को सैनिटाइज कराया जा रह है। वहीं, इससे पहले जोधपुर में कुछ घरों के लेटर बॉक्स के भीतर से दस रुपए के नोट मिले थे। इसके बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। हालांकि, बाद में पुलिस की जांच में ये नोट नकली पाए गए थे।


राजस्थान में अब तक कितने कोरोना केस?


राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से संक्रमितों की संख्या सोमवार सुबह तक बढ़कर 815 हो गई है। राज्य में 11 नए मामले सामने आए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) रोहित कुमार सिंह ने बताया कि भरतपुर में दस और बांसवाड़ा में एक नया मामला सामने आया है। राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में दो इतालवी नागरिकों के साथ-साथ 52 वे लोग भी हैं जिन्हें ईरान से लाकर जोधपुर व जैसलमेर में सेना के आरोग्य केंद्रों में ठहराया गया है। जयपुर में अब तक सबसे ज्यादा 341 मामले सामने आ चुके हैं। राज्यभर में 22 मार्च से लॉकडाउन है और कम से कम 40 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है।


ढील बरतने वाले डीएम पर कार्रवाई

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में तब्लीगी जमात से जुड़े लोग अब भी सरकार का सहयोग नहीं कर रहे हैं। वह सामने आकर जांच कराने की बजाए अपनी बीमारी छिपा रहे हैं। इससे कोरोना मरीजों के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर सख्ती बरतते हुए कोरोना संक्रमण छिपाने या जानबूझ कर संक्रमण फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि इसमें शिथिलता बरती गई तो संबंधित जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक जिम्मेदार होंगे।
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति और लॉकडाउन की व्यवस्थाओं की समीक्षा सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर की। तब्लीगी जमात में शामिल होने वालों की सक्रियता से तलाश के निर्देश के साथ ही उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सालयों में पूरी सुरक्षा और सर्तकता अपनाते हुए आपातकालीन सेवाओं को बहाल किया जाए। चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए भी सभी उपाय करने को कहा गया। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों को कोरोना संक्रमण से मुक्त रखना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हॉटस्पॉट क्षेत्रों में संक्रमण की जांच तेज करने के लिए कैटेगरी बनाने व टीमें लगाने को कहा। इन क्षेत्रों में डोरस्टेप डिलीवरी और सैनिटाइजेशन ठीक से कराने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए। योगी ने कहा कि प्रदेश में रह रहे अन्य राच्य के नागरिकों और विदेशी व्यक्तियों से संपर्क कर उनकी समस्याओं का समाधान कराया जाए। वहीं, नकली शराब के मामलों को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने कहा कि अवैध शराब को हर हाल में रोका जाए। किसी भी क्षेत्र में अवैध शराब पाए जाने पर संबंधित एसडीएम और सीओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी सहित संबंधित सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


सरकार को विशेष छूट दे देनी चाहिए

देहरादून। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविन्द्र सिंह आनन्द ने अपना एक बयान जारी करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने के आदेश का स्वागत आप पार्टी स्वागत करती है। फिलहाल अभी उत्तराखंड कोरोना को लेकर ऑरेंज जोन में है। क्योंकि लगातार बीते पांच दिनों से उत्तराखंड में कोई भी केस कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया। इसलिए प्रदेश में त्रिवेन्द्र सरकार को विशेष छूट दी देनी चाहिए।


रविन्द्र ने अपने ब्यान में यह भी कहा कि, कोरोना के चलते सभी छोटे-मोटे उद्योग, धंधे, प्राइवेट एवं सरकारी कार्यालय आदि बंद पड़े है। जिसका सीधा प्रभाव आम जनमानस पर पड़ रहा है। कई लोग काम न मिलने के चलते भुखमरी का शिकार भी हो सकते हैं। इसीलिए उत्तराखंड अब ऑरेंज जोन में है। यहां कोरोना पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। तो सरकार को चाहिए कि, यहां निजी एवं सरकारी कार्यालयों को छूट दे दी जाए। जिससे सरकारी कार्यो, व्यापार एवं बाजार को गति मिल सके और वे वेतन आदि के संकट से निपट सकें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, छूट पूरे एहतियात एवं पूर्ण तरीके से नियमों का पालन कर यानी मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग रखना आदि नियमों का ध्यान रखकर ही दी जानी चाहिए। अक्सर देखा गया है कि, हर महामारी या आपदा के बाद जीवन को नए सिरे से शुरू करना पड़ता है। अतः राज्य सरकार इच्छाशक्ति जागृत करते हुए कुछ निजी दफ्तरों सहित सरकारी दफ्तरों को खोलने के लिए अपने विवेक द्वारा निर्णय लें।


साथ ही पार्टी के उत्तराखंड संगठन प्रभारी डीके पाल ने भी केंद्र सरकार द्वारा देश में लोकडॉउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ाने का स्वागत किया। साथ ही केंद्र की मोदी से सरकार से अनुरोध किया कि, दिल्ली प्रदेश को जनमानस के हित में बजट बढ़ाकर समय पर दे। क्योंकि केंद्र सरकार कही न कही भाजपा शासित राज्य के बजट पर ज्यादा ध्यान दे रही है। इसीलिए केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को पिछले बजट की अनुदान राशि अभी तक नही दी है। इस बात की चिंता और नींदा भी हम करते है, और उम्मीद करते है की इस बार केंद्र सरकार ऐसी गलती करने से पहले दिल्ली की जनता के सहयोग का ध्यान रखे।


यूपी-दिल्ली बॉर्डर पूरी तरह सील

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गाजियाबाद साहिबाबाद दिल्ली-यूपी बॉर्डर को डबल बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया है। वह किसी भी वाहन को बिना चेक किए दिल्ली से यूपी में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। जिन वाहनों व कर्मचारियों के पास पास है। उन्हीं को बॉर्डर पार करने की अनुमति दी जा रही है। आपको बता दें कि आज हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह 10:00 बजे देश को संबोधित करते हुए करोना महामारी के चलते लॉक डाउन को अगले महीने की 3 तारीख यानी 3 मई तक बढ़ा दिया गया है व 20 अप्रैल तक पूरे देश में सख्ती बरती जाएगी। प्रधानमंत्री की बात को मद्दे नजर रखते हुए दिल्ली यूपी बोर्ड को सील कर दिया गया है। वही मौके का जायजा लेने एसडीएम डी पी सिंह, सीओ बॉर्डर राकेश कुमार मिश्र ,टीला मोड़ थानाध्यक्ष रणसिंह ,व चौकी प्रभारी तुलसी निकेतन शिवमंगल सिंह ने मौके पर खुद पहुंचे व बॉर्डर पर तैनात फोर्स को दिशा निर्देश दिए और अलर्ट रहने के लिए कहां कि किसी भी बिना परमिशन वाले वाहनों को बॉर्डर पार न करने दिया जाए। सिर्फ उन्हीं वाहनों को बॉर्डर पार करने दिया जाए जो रोजमर्रा की चीजों को लोगों तक पहुंचा रहे हैं।


 


भारत का निर्णय सार्थक और सटीक

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तीन मई तक बढ़ाने की घोषणा कर दी है। पीएम मोदी के इस फैसले की विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सराहना की है।
डब्ल्यूएचओ ने मंगलवार को भारत में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले की सराहना करते हुए कहा है कि भारत की यह पहल कोरोना को परास्त करने के लिए समय से उठाए गए कठोर कदम का परिचायक है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 25 मार्च को लागू किए गए लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल से बढ़ाकर तीन मई तक करने की घोषणा की है। डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए, समय से किए गए भारत के कठोर फैसले की डब्ल्यूएचओ सराहना करता है। संक्रमण को रोकने के लिए मरीजों की संख्या में कितनी कमी आएगी, अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन लोगों के बीच सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) बनाए रखने सहित अन्य प्रभावी उपायों को करने में छह सप्ताह का देशव्यापी लॉकडाउन, वायरस के संक्रमण को बढ़ने से रोकने में मददगार साबित होगा।
डॉ. सिंह ने कहा कि बहुत सी बड़ी चुनौतियों के बावजूद, इस महामारी को परास्त करने में भारत पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस वायरस को परास्त करने के लिए परीक्षा की इस घड़ी में प्रत्येक व्यक्ति से अधिकतम योगदान अपेक्षित है।


मरने वालों में महाराष्ट्र से हर दूसरा

मनोज सिंह ठाकुर


मुम्बई। कोरोना वायरस के मामले देश में लगातार बढ रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में बढते जा रहे हैं। भारत में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 10 हजार से ज्यादा हो गई है जबकि 339 मरीजों ने दम तोड दिया है। देश में कोरोना का संक्रमण सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में फैल गया है। महाराष्ट्र में कोरोना के केस बढ़कर 2334 हो गए हैं और मरने वाले लोगों का आंकड़ा 160 तक छू गया है, जिनमें से 101 की मौत सिर्फ मुंबई में हुई है।


मुंबई में 1540 कोरोना वायरस के मरीज हैं। सोमवार को महाराष्ट्र में कुल 352 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 242 नए केस मुंबई से ही हैं। वहीं, सोमवार को कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश में 11 लोगों की मौत गई है, जिनमें 9 लोग मुंबई से हैं। इस तरह से देखा जाए तो देश में कोरोना से मरने वाला हर दूसरा शख्स महाराष्ट्र से है और हर तीसरा शख्स मुंबई से माना जाएगा। मुंबई को चीन के वुहान शहर की तरह कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बताया जा रहा है।
कोरोना मरीजों की संख्या मुंबई में बेतहाशा बढ़ रही है और मरीजों की मौत की संख्या भी सर्वाधिक हो रही है। महाराष्ट्र सरकार की मुश्किलें और इसलिए बढ़ रही है क्योंकि यह वायरस धीरे-धीरे झुग्गियों में फैल रहा है।एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी कही जाने वाली धारावी के अलावा अब कोरोना का संक्रमण बांद्रा टर्मिनस से सटे बेहरामपाड़ा और कुर्ला के जरीमरी आदि झुग्गियों तक फैल गया है।


देशवासी लॉक डाउन का पालन करें।

नई दिल्ली। कोरोनावायरस के खिलाफ जारी जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। लॉकडाउन को लेकर पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, ”साथियों, सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए ये तय किया गया है कि भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा। यानि 3 मई तक हम सभी को, हर देशवासी को लॉकडाउन में ही रहना होगा।” गृहमंत्री अमित शाह ने पीएम के संबोधन के बाद अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कई ट्वीट किए और उनके इस फैसले की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।


गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ”आज जहां पूरा विश्व कोरोना वैश्विक महामारी से जूझ रहा है वहीं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत की जनता ने इससे लड़ने में एक उदहारण प्रस्तुत किया है. सरकार द्वारा समय पर लिए गए सभी निर्णय और जनता की उसमें सहभागिता इसकी परिचायक हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा COVID-19 को फैलने से रोकने व इसको समाप्त करने के लिए देशभर में किये गए लॉकडाउन को 03 मई तक बढाने का निर्णय भारत और भारतवासियों के जीवन और उनकी रक्षा के लिए लिया गया निर्णय है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।” गृहमंत्री ने कहा, ”सभी प्रदेश सरकारें जिस प्रकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर कार्य कर रहीं हैं वह सचमुच प्रशंसनीय है। अब हमें इस समन्वय को और अधिक प्रगाढ़ करना है जिससे सभी नागरिक लॉकडाउन का अच्छे से पालन करें और किसी भी नागरिक को जरुरत की चीज़ों की समस्या भी ना हो।”


नेपाली मस्जिद में 3 भारतीय संक्रमित

पटना। बड़े पैमाने पर कोरोना संक्रमण के लिए जिम्‍मेदार माने जा रहे तब्‍लीगी जमात के दर्जनों सदस्‍य अभी भी जगह-जगह छिपे हुए हैं। उन्‍हें खोजकर कोरोना की जांच कराने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। इस बीच लखीसराय के कजरा स्थित जंगल में कुछ संदिग्‍ध देखे गए हैं। सीमावर्ती नेपाल की मस्जिदों में भी कुछ कोरोना संदिग्‍ध पकड़े गए हैं।
मस्जिद से धराए एक दर्जन लोग, तीन कोरोना संदिग्‍ध :-
नेपाल के पर्सा जिला (वीरगंज) में एक सप्ताह पूर्व छपकहिया मस्जिद से हिरासत में लिए गए दर्जनभर लोगों में तीन के कोरोना संदिग्ध होने की सूचना है। तीनों भारतीय बताए गए हैं। हालांकि, नेपाल प्रशासन यह नहीं बता रहा कि वे भारत के किस प्रदेश के हैं।
आइसोलेशन वार्ड में भर्ती, जांच रिपोर्ट का इंतजार :-
पर्सा के सहायक जिला प्रमुख अधिकारी ललित कुमार बस्नेत ने बताया कि भारत से आकर तीन लोग मस्जिद में छिपे थे। उन्‍हें नारायणी उप क्षेत्रीय अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भेजा गया है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनोज कुमार उपाध्याय ने बताया कि तीनों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट का इंतजार है।
लखीसराय जंगल में दिखे चार-पांच अनजान लोग :-
उधर, बिहार के लखीसराय जिले के कजरा जंगल में शनिवार की शाम ग्रामीणों ने कुछ अपरिचित लोगों को देखा। ग्रामीणों ने बताया कि चार-पांच लोग कुछ दिनों से इलाके में रह रहे थे। वहां के जनजाति समुदाय के लोगों ने जब उनसे पूछताछ शुरू की तो सभी शिवडीह गांव की तरफ भाग गए। राजघाट कोल के ग्रामीणों की सूचना पर शिवडीह के ग्रामीणों ने घेराबंदी कर उनमें से एक को कब्जे में किया।
ग्रामीणों ने एक को पकड़ा, शेष को खोज रही पुलिस :-
घटना की बाबत कजरा थानाध्यक्ष रंधीर कुमार ने बताया कि पकड़ा गया व्‍यक्ति नवादा का है। उसके अनुसार वह भटककर आ गया है। स्‍वजन उसे लेने आ रहे हैं। लेकिन थानाध्‍यक्ष यह नहीं बता सके कि जब वह व्‍यक्ति भटककर आ गया था तो उसके साथ देखे गए लोग कौन थे और वे जंगल में क्‍यों भाग गए? पुलिस के अनुसार भागे लोगों की खोज की जा रही है। उनके मिलने के बाद ही स्थिति स्‍पष्‍ट होगी। हालांकि, ग्रामीणों का मानना है कि वे दिल्‍ली से लौटे तब्‍लीगी जमात के सदस्‍य हो सकते हैं।


दिल्लीः 24 लोगों की मौत,1510 संक्रमित

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस के 356 नए मामले सामने आए और चार लोगों की मौत हुई। इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमितों की तादाद बढ़कर 1510 हो गई। दिल्ली सरकार के अधिकारियों के मुताबिक, कुल मामलों में से 1071 वे हैं जिन्हें विशेष अभियान के जरिए केंद्रों में लाया गया है। सरकार ने पिछले महीने निजामुद्दीन इलाके में हुए एक धार्मिक कार्यक्रम से संबंधित लोगों को पृथकवास में भेजने के उपाय किए थे। रविवार रात तक संक्रमितों की तादाद 1154 थी। इनमें से 24 लोगों की मौत हो गई थी। कोरोना वायरस से चार और मौत हुई हैं, जिसके बाद मृतकों की संख्या 28 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि 30 मरीज इलाज के बाद ठीक हो गए हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि एक मरीज देश से बाहर चला गया है।


आईपीएल पर सभी संभावनाएं खत्म

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया। इसके बाद अब दुनिया की सबसे अमीर टी-20 क्रिकेट लीग आईपीएल पर किसी भी समय फैसला लिया जा सकता है।BCCI ने IPL को 15 अप्रैल तक स्थगित किया था, इस उम्मीद में कि अगर हालात सुधरते हैं तो कोई उपयुक्त विंडो देखकर टूर्नामेंट को आयोजित किया जा सके, लेकिन लॉकडाउन के 3 मई तक बढऩे से सभी संभावनाएं खत्म हो गईं। आईपीएल टूर्नामेंट पर कभी भी फैसला होने की संभावना है। टूर्नामेंट को रद्द भी किया जा सकता है। कोरोना की वजह विंबलडन और ओलंपिक खेलों पर पहले ही ग्रहण लग चुका है। ऐसे में आईपीएल का आयोजन कैसे हो सकता है यह बड़ा सवाल है।


कोरोना वायरस के कारण भारत में 10,000 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। जबकि इनमें से 339 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने IPL को लेकर बड़ा बयान दिया था। सौरव गांगुली ने कहा था कि मौजूदा हालात में इस पर सोचा भी नहीं जा सकता है।


सौरव गांगुली ने कहा, अभी जो हालात हैं उनमें IPL का आयोजन होना मुश्किल है। इस समय एयरपोर्ट बंद हैं, लोग घरों में फंसे हैं, दफ्तर बंद हैं, कोई भी कहीं नहीं जा सकता और ऐसा लग रहा कि मई के मध्य तक ऐसा ही चलता रहेगा। गांगुली ने कहा था कि जब पूरी दुनिया में सबकुछ बंद है तो खिलाड़ी कैसे आएंगे और अगर खिलाड़ी नहीं आते हैं तो फिर टूर्नामेंट का आयोजन कैसे कराना संभव हो पाएगा। आपको खिलाड़ी कहां से मिलेंगे, खिलाड़ी यात्रा कहां से करेंगे। यह तो बेहद साधारण कॉमन सेंस की बात है, पूरी दुनिया में किसी भी तरह से खेल के पक्ष में इस वक्त कुछ भी नहीं है, आईपीएल तो भूल ही जाइए।


बेलारूस के राष्ट्रपति का अजीब दावा

मिन्स्क। वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने लगभग पूरी दुनिया में पांव पसार लिये हैं। इस वासरस से दुनिया 19 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 1.20 लाख के करीब लोगों की मौत हो गई है। वहीं भय के इस माहौल में कई ऐसी जानकारियां सोशल मीडिया पर चल रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि इनके इस्तेमाल से कोरोना वायरस के असर को कम किया जा सकता है और इसको फैलने से रोकने के लिए और इसके इलाज के लिए कई तरह की बातें सुनने को मिल रही हैं। वहीं अब वोडका को कोरोना की दवा बता चुके बेलारूस के राष्ट्रपति ने एक और अजीबोगरीब दावा किया है। अलेक्जेंडर लूकाशेन्को ने कहा है कि उनके देश में कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई है और ना ही आगे कोई मरेगा। हालांकि, बेलारूस में आधिकारिक तौर से कोरोना वायरस से हुई मौतों का आंकड़ा दो दर्जन से अधिक है। इतना ही नहीं, कोरोना वायरस को लेकर अलेक्जेंडर ने कहा है कि वोडका पीने, ट्रैक्टर चलाने, बकरियों के साथ खेलने और साउना से यह बीमारी ठीक हो जाती है।



ब्रिटिश मीडिया में अलेक्जेंडर को तानाशाह कहा जाता है। अलेक्जेंडर पर यह भी आरोप लग रहे हैं कि वे डॉक्टर और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की चेतावनी को नजरअंदाज कर रहे हैं और वायरस को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इससे बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो सकती है। राष्ट्रपति अलेक्जेंडर ने लॉकडाउन लगाने से इनकार कर दिया है और देश के 95 लाख लोगों को संबोधित करते हुए कहा- हमने उन दवाओं की खोज कर ली है जिससे लोग कोरोना से ठीक हो जाते हैं। 65 साल के अलेक्जेंडर 25 सालों से अधिक समय से देश की सत्ता पर काबिज हैं। हालांकि, उन्होंने विस्तार से नहीं बताया कि किन दवाओं से वे कोरोना बीमारी को ठीक करने की बात कर रहे हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि लोग डरे हुए हैं। इसलिए लोगों से कहा कि देश में कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई। कोरोना वायरस से पीडि़त लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति अलेक्जेंडर ने कहा- चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हमारे देश में कोरोना वायरस से किसी की मौत नहीं हुई है। मैं इसे सार्वजनिक तौर से कह रहा हूं। राष्ट्रपति ने मौत के आंकड़ों के संबंध में कहा कि उन लोगों की मौत किसी अन्य बीमारी से हुई है जिनसे वे पहले से जूझ रहे थे। राष्ट्रपति अलेक्जेंडर ने यहां तक दावा किया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन भी उनसे सहमत है। 


लॉक डाउन उल्लंघन, पासपोर्ट न नौकरी

जयपुर। राजस्थान में संक्रमितों की संख्या का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार सुबह राज्य में 48 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए। यह सभी जयपुर से हैं। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 945 पर पहुंच गई है। भीलवाड़ा के बाद अब राज्य में जयपुर और जोधपुर से सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। जयपुर में संक्रमितों की कुल संख्या 420 पर पहुंच गई है। वहीं, जोधपुर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 122 (40 ईरान से आए) है।


प्रदेश में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले सावधान हो जाएं। जिन लोगों के खिलाफ पुलिस लॉकडाउन उल्लंघन का केस दर्ज करेगी वे न तो पासपोर्ट बना सकेंगे और न ही उनकी सरकारी नौकरी लग सकेगी। दरअसल, पुलिस अब ऐसे लोगों के खिलाफ चालान पेश करने जा रही है। ऐसे लोगों के बारे में भी जयपुर समेत अन्य जिलों में जानकारी मांगी गई है जिनके खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं और सरकारी नौकरी में हैं। लॉकडाउन से अब तक सिर्फ जयपुर में 556 केस दर्ज हुए हैं। इनमें 830 से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाया गया है। सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ संबंधित विभाग को लिखा जा रहा है। 830 आरोपियों में से 570 की उम्र 20 से 40 के बीच हैं।


प्रदेश को 4 जोन में बांटने की तैयारी


राज्य सरकार ने संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए प्रदेश को चार जोन में बांटने की तैयारी कर रही है। इसमें जयपुर और जोधपुर समेत 13 जिलों को रेड जोन में रखा गया है। यानी यहां पर लॉकडाउन के दौरान ज्यादा सख्ती की जाएगी। हालांकि, इसकी सरकार की तरफ से अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।


रेड कैटेगरी: जयपुर, बांसवाड़ा, टोंक, भरतपुर में वैर और बयाना, भीलवाड़ा, बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर का पोकरण, झालावाड़ का पिड़ावा, झुंझुनू का गुढ़ा गौड़जी और मंडावा, दौसा, कोटा और चूरू।


ऑरेंज कैटेगरी:अलवर, डूंगरपुर, नागौर, खेतड़ी, अजमेर।


येलो कैटेगरी: धौलपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, करौली, पाली, सीकर, उदयपुर, प्रतापगढ़, झालावाड़।


ग्रीन कैटेगरी: श्रीगंगानगर, बारां, बूंदी, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, सवाई माधोपुर, जालौर, सिरोही।


केवल जयपुर में कुल 420 संक्रमित

जयपुर। जयपुर न केवल राजस्थान में बल्कि पूरे देश में कोरोना का सबसे बड़ा केंद्र बन चुका है। आबादी के अनुपात में देखें तो 40 लाख लोगाें के इस शहर में 420 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं, जो इस लिहाज से मुंबई और दिल्ली से भी आगे है। मुंबई में प्रति 40 लाख करीब 274 और दिल्ली में 225 संक्रमित हैं। हालांकि, जांच के मामले में जयपुर का रिकॉर्ड दिल्ली से भी बेहतर है। प्रति हजार लोगों में दिल्ली के मुकाबले यहां दोगुनी जांचें हाे चुकी हैं। जयपुर में सोमवार को ब्रह्मपुरी निवासी 22 वर्षीय गर्भवती को कोरोना संक्रमित मिली है। यह राज्य में गर्भवती के संक्रमण का पहला मामला है।
सीकर: शहर के शास्त्री नगर इलाकेे में रहने वाले युवक को कोरोना संदिग्ध मानते हुए डॉक्टरों ने भर्ती किया था। तीन दिन से युवक का इलाज किया जा रहा था। सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवाए थे। सोमवार को आइसोलेशन वार्ड से युवक छत पर पहुंच गया। इसके बाद छत से पाइप के सहारे उतरकर फरार हो गया। फिलहाल, उसकी तलाश की जा रही है।
33 में से 25 जिलों में पहुंचा कोरोना


राज्य में सबसे ज्यादा जयपुर में 420 पॉजिटिव मिले हैं। इसके अलावा जोधपुर में 122 (इसमें 40 ईरान से आए), टोंक और बांसवाड़ा में 59-59, कोटा में 49, जैसलमेर में 43 (इसमें 14 ईरान से आए), बीकानेर में 34, झुंझुनूं में 31 और भीलवाड़ा में 28 मरीज मिले हैं। उधर, भरतपुर में 20, झालावाड़ में 15, चूरू में 14, दौसा में 11, अलवर में 7, नागौर में 6, डूंगरपुर और अजमेर में 5-5, उदयपुर में 4, करौली में 3, हनुमानगढ़, प्रतापगढ़, सीकर और पाली में 2-2, जबकि बाड़मेर और धौलपुर में 1-1 व्यक्ति को इस बीमारी ने अपनी चपेट में लिया है।
राजस्थान में कोरोना से अब तक 11 लोगों की मौत हुई है। इनमें भीलवाड़ा में 2, जयपुर में 5, जबकि बीकानेर, जोधपुर, कोटा और टोंक में 1-1 व्यक्ति ने जान गंवाई है।


चीन में फिर वायरस पसार रहा पैर

बीजिंग। कोरोना वायरस ने एक बार फिर चीन में पैर पसारना शुरू कर दिया है। विदेश से आए ज्यादातर लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। पिछले दो-तीन दिनों के अंदर ही सैकड़ों कोरोना के मरीज मिले हैं। ऐसे वक्त में जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जंग लड़ रही है और ज्यादातर देशों में लॉकडाउन जारी है तो चीन में पाबंदिया धीरे-धीरे हटाई जा रही थी। चीन में आम लोगों की जिंदगी पटरी पर लौट रही थी लेकिन इसी बीच कोरोना ने भी एक बार फिर चीन में पैर पसारना शुरू कर दिया है।


द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक बीते दिनों में चीन में एक बार फिर कोरोना के नए मरीजों की पुष्टि हुई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक इस रविवार को वहां 108 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। जबकि शनिवार को 99 और शुक्रवार को 46 मामलों की पुष्टि हुई थी। इनमें से 10 मामले ऐसे हैं जिसमें मरीज विदेश से लौटा था। जबकि सात कोरोना पॉजिटिव चीन के हीलोंगजियांग से आए हैं जो रूसी सीमा के बेहद करीब है। अधिकारियों ने चीनी लोगों के कोरोना वायरस के साथ रूसी सीमा को पार कर देश लौटने वाले लोगों पर ध्यान देने का आदेश दिया है। बता दें कि चीन के शंघाई में रूस से एक विमान में उड़ान भरने वाले 51 चीनी नागरिक कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि 21 ऐसे कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है जो हेइलोंगजियांग प्रांत से संबंध रखते हैं।


बता दें कि वुहान में अधिकारियों ने पहले ही प्रतिबंधों को खत्म कर दिया है लेकिन हार्बिन के साथ ही सीमा से सटे शहर सूफीने में वुहान की तरह ही लॉकडाउन कर दिया गया है। चूंकि फरवरी में रूस ने चीन से आने-जाने वाली सभी उड़ानों को बंद कर दिया था इसलिए लोगों के लिए चीन लौटने के लिए सूफीने एक प्रमुख मार्ग बन गया था। हेइलोंगजियांग की राजधानी के सीमावर्ती शहर सुइफे और हार्बिन में विदेश से आए लोगों को 28 दिनों के क्वारनटीन रहने के साथ-साथ सभी तरह के टेस्ट कराने का आदेश जारी कर दिया गया है।


प्रेमी की साजिश, खत्म किया परिवार

बलौदाबाजार। जिले के पलारी थानांतर्गत ग्राम छेरकाडीह में एक ही परिवार के पति-पत्नी व उसके लड़के की हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक मृतिका का प्रेमी निकला जिसने इस हत्याकांड की साजिश रची थी।


ज्ञात हो कि 11 अप्रैल को ग्राम छेरकाडीह निवासी यशवंत साहू , उसकी पत्नी महेश्वरी साहू और बेटा देवेन्द्र साहू वर्ष की हत्या कर दी थी। पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि ग्राम जारा निवासी रविशंकर शुक्ला जो पूजा-पाठ करता है का पूर्व में मृतिका महेश्वरी के साथ अवैध संबंध था। इसका पता जब मृतिका के पति को चला तो इसकी शिकायत सरपंच से की। इसके बाद सरपंच की उपस्थिति में गांव में बैठक रखी गई थी, जिसमें आरोपी रविशंकर को मृतिका से मिलने के लिए मना किया गया था। इससे नाराज होकर आरोपी ने मृतिका के पूरे परिवार को जान से मारने की योजना बनाई, जिसमें उसने अपने अन्य दो साथी दुर्गेश वर्मा और नेमीचंद को शामिल किया। इसके बाद तीनों ने मिलकर धारदार हथियार से इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में उपयोग किए गए हथियार और वाहन को भी जब्त कर लिया गया है। तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।


129 वींं जयंती के उपलक्ष में माल्यार्पण

मेरठ। भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 129 वींं जयंती के उपलक्ष में नौचंदी मैदान में वार्ड 67 के निगम पार्षद राकेश शर्मा ने अंबेडकर की प्रतिमा की साफ-सफाई, धुलाई कराने के बाद माल्यार्पण किया।


इस अवसर पर पवन भार्गव, जितेंद्र शर्मा जिला प्रतिनिधि भाजपा, सुपरवाइजर  नायक अरुण कुमार एवं सफाई मित्रगण लखन ,मनोज, जोनी ,सोनू, वासु, सुधीर, विपिन एवं रवि आदि उपस्थित रहे। सभी ने लॉकडाउन का पालन किया और1 मीटर की दूरी बनाए रखी।  


 


राष्ट्रहित में पीएम का निर्णयः जयराम

बोले, पीएम मोदी का निर्णय राष्ट्र हित व समाज हित में


शिमला। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लाॅक डाउन की अवधि को तीन मई तक बढ़ाए जाने को हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने मानवता के हित में बताया है। जयराम ने कहा कि पीएम मोदी ने जो ऐलान किया है कि वह राष्ट्र हित व समाज हित में लिया गया निर्णय है। मोदी लाइन पर बात करते हुए जयराम ने कहा कि जिन क्षेत्रों में अगले सात दिनों में कोई भी नया मामला नहीं आएगा, ऐसे क्षेत्रों में कई तरह की आंशिक छूट प्रदान की जा सकती हैं।


जयराम ने कहा कि हमारे लिए सुखद बात ये है कि प्रदेश में कोरोना के मामलों में कमी दर्ज की गई है। अब हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि इस कमी को लगातार कायम रखने में नियमों का पालन करते रहें। उन्होंने लॉक डाउन अवधि के दौरान आमजन द्वारा रखे गए संयम की सराहना की और उम्मीद की है कि तीन मई तक प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति इसी तरह से संयमित होकर घर में रहेगा।


पंजाब सरकार खोल सकती है ठेके

राणा ओबरॉय


चंडीगढ़ । कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन के बाद पंजाब सरकार की शराब के ठेकों से एक्साइज ड्यूटी के तौर पर मिलने वाली कमाई नहीं हो पा रही है ऐसे में सरकार ने ठेके खोलने का मन बना लिया है। इस बाबत जल्द ही आदेश जारी किए जा सकते हैं। दरअसल, कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन के बीच सरकार ने जरूरी सामान की दुकानें खोलने में तो छूट दी थी लेकिन, शराब के ठेकों को बिना कोई सूचना दिए ही बंद कर दिया गया था, इसका नतीजा ये हुआ कि एक्साइज ड्यूटी के तौर पर मिलने वाली सरकार की कमाई पूरी तरह से ठप पड़ गई।


जानकारी के अनुसार, इस बाबत एक प्रस्ताव विभाग द्वारा सीएम को भेज दिया गया है। विभाग चाहता है कि 31 मार्च तक जो 66 फीसदी ठेके रिन्यू किए जा चुके हैं, उन ठेकाधारकों को ठेके खोलने की इजाजत दे दी जाए। इन्हें दिन में 5-6 घंटे खोलने की ही अनुमति दी जाए और सामाजिक दूरी को भी सुनिश्चित किया जाए। जानकारी के लिए बता दें, ठेकों के बंद होने के कारण सरकार को रोजाना करीब 15 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। इस तरह से सरकार पिछले एक महीने से करीब 450 करोड़ का नुकसान झेल रही है।


पाक़ पंजाब में 20 चिकित्सक संक्रमित

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में कोरोना मरीजों के इलाज में जुटे 20 और डॉक्टरों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। पंजाब में अकेले 50 से अधिक डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं। पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार पूरे पाकिस्तान में 100 डॉक्टर कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।
पंजाब सरकार के अनुसार रविवार और सोमवार के बीच कुल 20 डॉक्टरों और मुल्तान के निस्तार अस्पताल में काम करने वाली छह नर्सों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद कुल 160 मेडिकल स्टाफ कोरोना से संक्रमित हैं जिसमें डॉक्टर और नर्स शामिल हैं। स्वास्थ्यकर्मियों के संक्रमित होने के बाद अब ये चिंता सताने लगी है कि इलाज कौन करेगा?
डॉक्टरों को हड़ताल के लिए मजबूर होना होगा। पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. मसूदूर रौफ हराज ने इमरान सरकार पर आरोप लगाया कि वे डॉक्टरों को जरूरी सुरक्षा किट मुहैया नहीं करा पा रही। एन-95 मास्क तक नहीं दिया जा रहा। हालात ऐसे ही रहे तो डॉक्टरों को मजबूर होकर हड़ताल करनी पड़ जाएगी।
पाकिस्तान में कोरोना वायरस के 334 नए मामले, मृतक संख्या 93


पाकिस्तान में घातक कोरोना वायरस के 334 नए मामले सामने आने के बाद देश में इससे संक्रमित लोगों की संख्या 5,374 हो गई। वहीं इससे संक्रमित सात लोगों के जान गंवाने के बाद मृतक संख्या 93 हो गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने बताया कि 1,095 लोग पूरी तरह ठीक हो गए हैं लेकिन 44 लोगों की हालत नाजुक है। मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 334 नए मामले सामने आने के बाद वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या सोमवार को 5,374 हो गई। वहीं इस दौरान सात लोगों की जान चली गई, जिससे पाकिस्तान में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 93 हो गई।


व्यवस्था निर्धारण के लिए पीस मीटिंग

अश्वनी उपाध्याय


ग़ाज़ियाबाद। थाना कोतवाली घंटाघर स्थित गरीबों के लिए खाने की व्यवस्था एवं अंबेडकर जयंती को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ प्रथम ने गणमान्य लोगों के साथ मीटिंग की। शहर के थाना कोतवाली घंटाघर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों के गणमान्य लोग एवं सभी सभासद के साथ शासन-प्रशासन के अधिकारियों ने एक मीटिंग ली। जिसका मुख्य उद्देश्य था कि अगर किसी गरीब को खाने की समस्या है तो वह आला अधिकारियों को अवगत कराएं और आने वाली 14 अप्रैल को बाबासाहेब अंबेडकर जी के जन्मदिन को अपने घरों में रहकर ही मनाए। आप सभी लोग अपने क्षेत्र के जिम्मेदार लोग हैं। आप से अपील है कि सभी लोग अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए अपने क्षेत्र की जनता को बोले की अपने घरों में ही रहे। जो भी त्यौहार आता है उस त्यौहार को अपने घरों में परिवार के साथ  मनाये। यह सब देश हित के लिए किया जा रहा है। सभी गणमान्य लोगों ने अपनी जिम्मेदारी संभालने के लिए शासन-प्रशासन को कहां कि हम अपने क्षेत्रों में लॉक डाउन का उल्लंघन नहीं होने देंगे। अपने क्षेत्र में अंबेडकर जयंती को घरों में ही परिवार के साथ मनाने की अपील करेंगे।


 


लॉक डाउनः 21 शावको का हुआ जन्म

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस के चलते लोग हैरान परेशान हैं। इस बीच गुजरात के गिर इलाके के जंगलों से अच्छी खबर आई है।
देश के साथ पूरी दुनिया में शेरों की आबादी तेजी से कम हो रही है। ये वन्य जीवों से प्यार करने वालों के लिए चिंता की बात है। इस बीच गुजरात से सबके के लिए अच्छी खबर हैं। यहां के जूनागढ़ स्थित सक्करबाग जूलाजिकल पार्क में शेरनियों ने कुल मिलाकर पिछले दस दिनों में इक्कीस बच्चों को जन्म दिया है। सक्करबाग जूलॉजिकल पार्क के अधिकारियों ने बताया कि, पिछले कुछ दिनों से इस जूलॉजिकल पार्क में लगातार कई शेरनियां शावकों को जन्म दे रही हैं। ये शेरों की संख्या के लिहाज से बहुत अच्छी खबर है। खास बात ये है कि ये शेरनियां और इनके बच्चे पूरी तरह स्वस्थ है। वन्य कर्मचारी इनपर सीसीटीवी के जरिये नजर रखे हुए हैं।
दरअसल, पूरी दुनिया में शेरों की आबादी में तेजी से कमी आई है। खासकर एशियाटिक लायन की संख्या में पिछले कुछ सालों में काफी कमी होने से आशंका जताई जा रही थी कि कहीं शेर लुप्तप्राय प्रजाति ना हो जाय लेकिन गुजरात में लगातार शेरों की बढ़ती संख्या वन्य जीव प्रेमियों के लिए राहत भरी खबर है।


शहनाई के लिए करना पड़ेगा इंतजार

नई दिल्ली। शहनाई की धुनों पर कोरोना का ग्रहण लग गया है। खरमास तो 13 अप्रैल को समाप्त हो रहा है, लेकिन लॉकडाउन के कारण मांगलिक कार्यों में ढेर सारी परेशानियां हैं। अप्रैल और मई में विवाह नहीं हुए तो नवंबर और दिसंबर में केवल दो-दो मुहूर्त ही मिल रहे हैं। इसके बाद जातकों को अगले साल का इंतजार करना पड़ेगा।


ज्योतिषाचार्य गणेश प्रसाद मिश्र का कहना है कि सूर्य ने सोमवार को मेष राशि में प्रवेश कर लिया है। 14 अप्रैल के बाद से नूतन गृह प्रवेश, देव प्रतिष्ठा, विवाह, मुंडन, यज्ञोपवीत आदि शुभ कार्य आरंभ हो जाएंगे। अप्रैल माह में विवाह के पांच मुहूर्त मिल रहे हैं लेकिन लॉकडाउन के कारण अप्रैल ही नहीं मई की शादियों के आयोजन भी निरस्त हो रहे हैं।


ज्योतिषाचार्य पं. दीपक मालवीय के अनुसार मुहूर्तों की बात करें तो अप्रैल और मई मिलाकर कुल 12 मुहूर्त मिल रहे हैं। जून में सिर्फ तीन मुहूर्त हैं और इसके बाद अगले साल मार्च तक कुछ छह शुभ मुहूर्त मिल रहे हैं। जुलाई से 24 नवंबर तक कोई मुहूर्त ही नहीं है। नवंबर और दिसंबर में दो-दो मुहूर्त मिल रहे हैं।


विवाह मुहूर्त 2020


अप्रैल -15, 20, 25, 26, 27


मई- 1, 2, 4, 6, 17, 18, 19


जून-13, 15, 30


किंग खान ने 25 हजार पीपीई किट दिए

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को मात देने और लोगों की जान बचाने में हमारे देश के डॉक्टर, नर्सों और अन्य मेडिकल स्टाफ ने जान की बाजी लगा दी है। बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने महाराष्ट्र के फ्रंटलाइन मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए 25,000 पीपीई किट बांटे। इसकी जानकारी महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने ट्वीट के जरिए दी है और कहा है कि यह दान हेल्थकेयर वर्कर्स के लिए काफी मददगार साबित होगा। राजेश टोपे ने ट्वीट कर लिखा है, ‘शाहरुख खान का बहुत-बहुत शुक्रिया, जिन्होंने 25,000 पीपीई किट का योगदान किया है। कोरोना वायरस से लड़ने में यह हमें दूर तक मदद करेगा और फ्रंटलाइन में खड़े हमारे मेडिकल केयर टीम की सुरक्षा करेगा।’ बता दें कि राज्य सरकार इस वक्त महामारी के बीच लगातार पीपीई किट, एन95 मास्क, ग्लब्स जैसी कमियों से जूझ रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्र सरकार से पीपीई किट, एन95 मास्क, ग्लब्स जैसी सुरक्षा साधन सामग्री मुहैया कराने की मांग की थी। 
राजेश टोपे के इस ट्वीट का शाहरुख खान ने जवाब भी दिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है, इन किट को मंगाने में आपने जो भी मदद की उसके लिए आपका आभारी हूं सर। इस कोशिश में हम सभी खुद को और इंसानियत को बचाने के लिए एक-दूसरे के साथ हैं। अच्छा लग रहा है कि सेवा का मौका मिला। आपका परिवार और टीम सुरक्षित व स्वास्थ रहे।’ याद दिला दें कि इससे पहले शाहरुख खान की आईपीएल टीम कोलकाता नाइटराइडर्स, एंटरटेनमेंट कंपनी रेड चिलीज एंटरटेनमेंट और रेड चिलीज वीएफएक्स और एनजीओ मीर फाउंडेशन की ओर से इस जंग में दिल खोलकर दान भी कर चुके हैं, जिसकी लिस्ट नीचे दी गई है।


पीएम-केयर्स फंडः शाहरुख खान, गौरी खान, जूही चावला और जय मेहता की आईपीएल टीम कोलकाता नाइटराइडर्स पीएम केयर्स फंड में दान करेगी।
महाराष्ट्र सीएम रिलीफ फंडः गौरी खान और शाहरुख खान की एंटरटेनमेंट कंपनी रेड चिलीज एंटरटेनमेंट महाराष्ट्र सीएम रिलीफ फंड में दान करेगी।
पीपीई किट्सः कोलकाता नाइटराइडर्स और मीर फाउंडेशन मिलकर पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में हेल्थ वर्कर्स को 50000 पीपीई किट उपलब्ध कराएंगे।
एक साथ-द अर्थ फाउंडेशनः मीर फाउंडेशन, एक साथ-द अर्थ फाउंडेशन के साथ मिलकर मुंबई में लगभग 5,500 परिवारों को एक महीने तक खाना देंगे। इसके साथ एक किचन भी बनाया जाएगा, जहां लगभग 2000 ऐसे लोगों के लिए खाना बनेगा जिनके पास खाना पहुंच नहीं पाता है।
रोटी फाउंडेशनः मीर फाउंडेशन, रोटी फाउंडेशन के साथ मिलकर प्रति दिन 10000 लोगों के लिए एक महीने के लिए तीन लाख मील किट्स उपलब्ध कराएगा।
वर्किंग पीपल्स चार्टरः मीर फाउंडेशन इनके साथ मिलकर दिल्ली में 2,500 मजदूरों को कम-से-कम एक महीने तक जरूरी ग्रोसरी आइटम्स देगा।
एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिएः मीर फाउंडेशन यूपी, बिहार, वेस्ट बंगाल और उत्तराखंड की 100 एसिड अटैक सर्वाइवर्स को मासिक भत्ता देगा और उनकी बुनियादी जरूरतों का ख्याल रखेगा।


भारतीय के लिए आगे आया अमेरिका

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच अमेरिका में फंसे भारतीयों की मदद के लिए अमेरिकी सरकार आगे आई है। अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा (USCIS) ने वीजा संबंधी समस्याओं से जूझ रहे भारतीयों की हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। साथ ही विशेष परिस्थितियों के आधार पर उनके प्रवास को बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। हमारे सहयोगी चैनल WION को मिली जानकारी के अनुसार, अमेरिकी सरकार भारतीयों से जुड़े मामलों पर विशेष ध्यान देगी या प्रक्रिया को तेज किया जाएगा, ताकि उन्हें जल्द समाधान उपलब्ध कराया जा सके। गौरतलब है कि USCIS वीजा, नागरिकता, कार्य वीजा आदि विषयों को संभालती है और उससे अपेक्षा रखी जाती है कि ऐसी स्थितियों में लोगों को विशेष सहायता प्रदान करे, जो उनके नियंत्रण से बाहर हैं। भारत ने पिछले हफ्ते अमेरिकी सरकार से COVID-19 महामारी के कारण यूएस में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए H-1B और अन्य वीजा की वैधता बढ़ाने का अनुरोध किया था। इस अनुरोध को अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी को पहुँचाया गया, जिसके अंतर्गत USCIS आता है. अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा ने अमेरिका में चल रहे COVID संकट के कारण व्यक्तियों, नियोक्ताओं की आव्रजन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए कदम उठाए हैं। संस्था द्वारा समस्याओं और उनके संभावित समाधानों का विश्लेषण किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द संबंधित व्यक्तियों एवं कंपनियों की परेशानी को दूर किया जा सके। USCIS ने इस विषय में लोगों की सिफारिशों पर भी विचार करने की बात कही है। बुधवार को इस संबंध में विदेश सचिव हर्षवर्धन ने अमेरिकी राज्य उप-सचिव स्टीफन ई. बेगुन से बातचीत की थी। विदेश सचिव और अमेरिकी विदेश मंत्री के बीच वार्ता में, दोनों ने COVID-19 महामारी का मुकाबला करने और इसे नियंत्रित करने के तरीकों पर भी चर्चा की। साथ ही कोरोना वायरस के खिलाफ बचाव और उपचार के विकास में जरूरी चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और बेहतर जानकारी साझा करने पर बातचीत की गई थी। यदि नियोक्ता H1B धारक के अनुबंध को समाप्त कर देता है, तो कर्मचारी को अपने H1B दर्जे को बनाए रखने के लिए 60 दिनों के भीतर नई नौकरी खोजनी होती है, लेकिन अब तक अमेरिकी सरकार की तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं आया है, जिसमें नियोक्ताओं को H1B वीजा धारकों की सेवाएं समाप्त करने के लिए कहा गया हो। अमेरिका में बेरोजगारी की आशंका के बीच यह कहा जा रहा है इसकी सबसे ज्यादा मार H-1B वीजा धारक भारतीयों को उठानी पड़ सकती है और वे किसी बेरोजगारी भत्ते के भी हकदार नहीं होंगे। आपको बता दें कि लगभग 10 मिलियन अमेरिकियों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा, लॉकडाउन के चलते वीजा नवीनीकरण में देरी हो रही है। यह ध्यान देने वाली बात है कि अमेरिका में H-1B वीजा धारक भारतीय बड़ी संख्या में हैं और COVID-19 महामारी के सामने आने के बाद से अमेरिका और भारत के बीच उच्च स्तरीय पारस्परिक जुड़ाव रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 4 अप्रैल को संकट का मुकाबला करने के प्रयासों के विषय में बात की थी। इसके बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी 6 अप्रैल को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ से विचार-विमर्श किया था। लिहाजा उम्मीद है कि अमेरिका में रहने वाले भारतीयों की परेशानियों का जल्द अंत हो जाएगा।


दिग्गजों पर टूटा कोरोने का कहर

नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण खेल जगत पर भी गहरा अहम पड़ा है। विश्व के कई देशों में लॉकडाउन के कारण स्पोर्ट्स इवेंट थमने के कारण कई दिग्गज क्रिकेटरों का करियर खत्म होने की संभावना भी पैदा हो गई है। इसमें भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम भी शामिल हैं जिनके आईपीएल से वापसी के बाद टीम इंडिया में वापसी का रास्ता साफ होना था। वहीं पाकिस्तान के शोएब मलिक इस लिस्ट में भी शामिल हैं। आइए एक नजर डालते हैं इस खिलाड़ियों के बारे में – वर्ल्ड कप 2019 के बाद से ही धोनी ने कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला और लगातार उनके संन्यास की खबरें आ रही हैं। इसी बीच माना जा रहा था कि आईपीएल में धोनी का प्रदर्शन अच्छा रहा तो वह टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम का हिस्सा होंगे। लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण आईपीएल खतरे में है और धोनी की वापसी संभव दिखाई नहीं दे रही। अगर बीसीसीआई अपने इस चहेते खिलाड़ी को विदाई मैच में उतारना चाहते तो यह संभव हो सकता है लेकिन क्रिकेट के कुछ जानकार ये मानते हैं कि धोनी ने अपना अंतिम मैच खेल लिया है। वेस्टइंडीज के धमाकेदार बल्लेबाज क्रिस गेल भी इस लिस्ट में शामिल हैं। उन्‍होंने पिछले साल कहा था कि वर्ल्‍ड कप उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। हालांकि अगस्‍त 2019 के बाद से उन्‍हें नेशनल टीम में जगह भी नहीं मिली। लेकिन उनकी नजरें भी टी20 वर्ल्ड कप पर हैं। लेकिन इसके लिए उन्हें खुद को साबित करना होगा लेकिन कोरोना वायरस के कारण अब ये संभव नहीं दिखाई दे रहा जिस कारण उनका करियर भी खत्म होने की कगार पर है। टी20 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के धाकड़ खिलाड़ी एबी डिविलियर्स के संन्यास से वापसी की खबरें आ रही थी। डीविलियर्स ने हाल ही में एक बयान में कहा कि उनकी फॉर्म तथा फिटनेस और पिछले साल आईसीसी विश्वकप में वापसी नहीं कर पाना उनके टी-20 विश्वकप में वापसी नहीं करने वजह बन सकता है। ऐसे में अब कोरोना वायरस के कारण इस खिलाड़ी की वापसी पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया है। अपनी खतरनाक यार्कर के कारण विश्व भर में मशहूर श्रीलंका के अनुभवी गेंदबाज लसिथ मलिंगा का आईपीएल और टी20 वर्ल्ड कप में खेलना लगभग तय था। लेकिन विश्व भर में खतरनाक वायरस के कारण हालात खराब होने के चलते आईपीएल का होना फिलहाल तय नहीं है। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने भी छह महीने के लिए अपने बार्डर सील किए हुए हैं ऐसे में टी20 वर्ल्ड कप पर भी संशय बना हुआ है। इस कारण इस 36 वर्षीय खिलाड़ी का इंटरनेशनल करियर भी अधर में लटक गया है।


लॉक डाउन बढ़ने से आहत,की खुदकुशी

गुरुग्राम। लॉकडाउन के कारण हरियाणा के गुरुग्राम में फंसे हरदोई के पिहानी निवासी मजदूर ने खुदकुशी कर ली। मृतक के भाई का कहना है कि वह लॉकडाउन बढ़ाने की बात से परेशान था। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को परिजन शव लेकर गांव पहुंचे। घटना के बाद सेपरिजनों में कोहराम मचा है। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बगौछा निवासी नरेश पाल (55) पुत्र नन्हूराम हरियाणा के गुरुग्राम में मजदूरी करता था। 25 मार्च को लॉकडाउन के बाद वह साथियों के साथ गुरुग्राम में ही फंस गया था।


रविवार को साथियों के साथ नरेश गेहूं की फसल काट कर रहा था। वहीं लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने की चर्चा होने लगी। साथियों के मुताबिक ये सुनकर नरेश काफी परेशान हो गया। दोपहर में उसने पास ही एक खेत में खड़े पेड़ से गमछे के सहारे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। भाई कालीचरन ने बताया कि नरेश के दो बेटे व एक बेटी है। परिवार गांव में ही रहता है। लॉकडाउन की अवधि बढ़ने की चर्चाओं ने उसकी परेशानी बढ़ा दी थी। उसने कई बार फोन कर इसका जिक्र भी किया था।


धारदार हथियार से महिला की हत्या

प्रतापगढ़। लालगंज इलाके के मेंढावा गांव में 32 वर्षीय महिला की धारदार हथियार से निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। घटना की खबर मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया है और मामले की छानबीन कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार मेंढावा गांव के रहने वाले सचिन तिवारी और उनकी पत्नी पूनम के बीच शादी के बाद से ही विवाद चल रहा। मृतिका ने पहले भी कई बार ससुरालवालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। बताया गया कि पति-पत्नी के बीच सोमवार रात को भी विवाद हुआ था। आरोप है कि इसके बाद मंगलवार सुबह करीब चार बजे सचिन ने धारदार हथियार से मारकर पत्नी की हत्या कर दी। पुलिस ने मृतका के तीनों बच्चो से भी बीतचीत की। इसके बाद मौके से पति को हिरासत में लेकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।


बाहर से 6, गांव में घुसने से रोका

आगरा। लॉकडाउन के कारण हैदराबाद में फंसे आगरा जिले के बाहरी क्षेत्र निवासी छह लोग भाडे़ पर एंबुलेंस लेकर गांव तक पहुंच गए। लेकिन, यहां गांव वालों ने बिना जांच कराए उन्हें घुसने नहीं दिया। इस पर ये युवक स्क्रीनिंग के लिए सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बाह पहुंचे।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इन युवकों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान एंबुलेंस का सहारा लेकर आसानी से गांव तक पहुंच गए। बाह सीएचसी पर उनकी स्क्रीनिंग हुई तब कहीं वे घर तक पहुंच सके। स्क्रीनिंग के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 14 दिन तक घर में ही क्वारंटीन रहने की हिदायत दी है। उधर, बाह के एक गांव में दामाद के घर महिला पहुंची तो मोहल्ले के लोगों ने विरोध कर दिया। इस पर सास को लेकर युवक स्क्रीनिंग के लिए बाह सीएचसी पहुंचा।
रिश्तेदार के आने पर बखेड़ा
आगरा की एक कॉलोनी में बने अपार्टमेंट के एक परिवार से रिश्तेदार के मिलने आने पर बखेड़ा हो गया। अपार्टमेंट के लोगों ने रिश्तेदार को गेट पर ही रोक दिया। विवाद बढ़ने पर पुलिस बुला ली। पुलिस के समझाने पर रिश्तेदार वापस चले गए।


मामला थाना जगदीशपुरा की अलकापुरी चौकी क्षेत्र स्थित एक कॉलोनी में बने अपार्टमेंट का है। रविवार रात को अपार्टमेंट में रहने वाले एक परिवार से मिलने मारुति एस्टेट क्षेत्र के रहने वाले एक दंपती आए थे। अपार्टमेंट के गेट को बंद करके बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित का बोर्ड लगा रखा है। दंपती को लोगों ने गेट पर ही रोक लिया। पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वो कॉलोनी में रहने वाले अपने एक रिश्तेदार के यहां आए हैं। उन्हें कुछ सामान देना है। लेकिन, लोगों ने अंदर नहीं जाने दिया। इसकी जानकारी पर दंपती के रिश्तेदार भी आ गए। अपार्टमेंट के लोगों से विवाद शुरू हो गया। उनका कहना था कि रिश्तेदार के आने में क्या आपत्ति है। अपार्टमेंट के लोगों का कहना था कि लॉकडाउन में सभी को घर में रहना चाहिए। विवाद बढ़ने पर 112 नंबर पर काल कर दिया गया। पुलिस ने सभी को समझाया कि नियम उनके हित के लिए हैं। दंपती पुलिस के समझाने पर गेट से ही सामान देकर लौट गए।


महाराष्ट्र में वायरस ने मचाया कोहराम

मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस कोहराम मचा दिया है। यहां संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। ऐसे ही समय में महाराष्ट्र सरकार में आवास मंत्री जितेंद्र अव्हाड़ के स्टाफ के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से हड़कंप मच गया है। वहीं आवास मंत्री को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार में आवास मंत्री जितेंद्र अव्हाड़ के 14 निजी स्टाफ कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इन 14 स्टाफ में 5 पुलिस और उसके अलावा 9 निजी स्टाफ है। जो कोराना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ घर के नौकर और पार्टी के कार्यकर्ता भी इस लिस्ट में शामिल हो गए हैं।


फिलहाल कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद आवास मंत्री जितेंद्र अव्हाड़ खुद भी घर में क्वारंटाइन हो गए हैं। जानकारी के लिए बतादें कि जितेंद्र अव्हाड़ एनसीपी नेता है। बीते सोमवार को जानकारी मिली थी कि वे एक ऐसे व्यक्ति के संपर्क में थे। जो कोरोना पॉजिटिव निकला है। इसके बाद उन्होंने अपने आपको क्वारंटाइन में जाने की घोषणा कर दी थी। बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है। भारत के अन्य राज्यों की तुलना में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोनावायरस के मरीज पाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र के 5 जिले ऐसे हैं जो सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और जो शहरी इलाकों में शामिल हैं। बीते सोमवार को 352 नए केस सामने आए हैं। जिसके बाद राज्य में मरीजों की संख्या 2334 हो गई।


सीबीएसईः एग्जाम पैटर्न में बड़ा बदलाव

नई दिल्ली। सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाओं का पैटर्न बदल गया है। सीबीएसई बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए एग्जाम पैटर्न में बड़ा बदलाव लागू किया है। सीबीएसई की कक्षा 9 से 12 तक के पेपर में 20 फीसदी ऑब्जेक्टिव टाइप सवाल होंगे। इसकी जानकारी सीबीएसई द्वारा मार्च में जारी किए गए एक सर्कुलर में दी गई है। सर्कुलर में दी गई जानकारी के मुताबिक थ्योरी पेपर में 20 फीसदी सवाल ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे, जिसमें मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन (MCQ) भी शामिल होंगे। इसी तरह से 20 फीसदी और 10 फीसदी केस बेस्ड या सोर्स बेस्ड इंटीग्रेटेड सवाल पूछे जाएंगे। सीबीएसई का यह नया पैटर्न 9वीं से लेकर 12वीं तक में लागू किया गया है। 20 फीसदी वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को शामिल करने के बाद अब स्टूडेंट्स के लिए पेपर काफी आसान हो सकता है। बोर्ड ने इसके संबंध में स्कूलों को जानकारी भी दे दी है। बोर्ड के मुताबिक पैटर्न बदला गया है लेकिन परीक्षा के अंक और उसे पूरा करने का समय वही रहेगा।


आपको बता दें कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से 10वीं और 12वीं कक्षा की स्थगित परीक्षाओं पर यह नियम लागू नहीं होगा। देश से लॉकडाउन खुलने के बाद छात्र जब भी परीक्षा देंगे, उनसे पुराने पैटर्न के आधार पर सवाल पूछे जाएंगे। लॉकडाउन के कारण सीबीएसई की कई परीक्षाएं बची रह गई थीं। 10वीं और 12वीं के पहले कुल 41 विषयों की परीक्षाएं होनी थी, उन्हें कम करके केवल 29 कर दिया गया है।


20 अप्रैल के बाद सशर्त छूट मिलेगी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय लॉकडाउन के पहले फेज़ के आखिरी दिन संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने बताया कि 21 दिवसीय राष्ट्रीय लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाया जाएगा। इस दौरान पीएम ने 20 अप्रैल के बाद कुछ इलाकों में दी गई छूटों के संदर्भ में जानकारी दी। पीएम ने कहा, ‘मेरी सभी देशवासियों से ये प्रार्थना है कि अब कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है। स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता है तो ये हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इसलिए हमें हॉटस्पॉट्स को लेकर बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। जिन स्थानों के हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका है उस पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी। नए हॉटस्पॉट्स का बनना, हमारे परिश्रम और हमारी तपस्या को और चुनौती देगा।’


पीएम ने कहा कि अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी। 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा, वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है, ये देखा जाएगा।प्रधानमंत्री ने कहा कि जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल होंगे, जो हॉटस्पॉट में नहीं होंगे, और जिनके हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका भी कम होगी, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है. पीएम ने कहा,  मेरी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में एक, इनके जीवन में आई मुश्किल को कम करना है। अब नई गाइडलइंस बनाते समय भी उनके हितों का पूरा ध्यान रखा गया है। इस समय रबी फसल की कटाई का काम भी जारी है।’ इससे पहले पीएम ने कहा,  सभी का यही सुझाव है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए। कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं। साथियों, सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए ये तय किया गया है कि भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा। पीएम ने कहा, यानी 3 मई तक हम सभी को, हर देशवासी को लॉकडाउन में ही रहना होगा. इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है जैसे हम करते आ रहे हैं।


3 मई तक सभी एयरलाइनस निरस्त

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही देश की जंग अब और लंबी हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया है। हालांकि, लॉकडाउन बढ़ने के संकेत सरकार ने पहले ही दे दिये थे, लेकिन कुछ राहत की भी उम्मीद की जा रही थी, मगर ऐसा नजर नहीं आ रहा है।


पीएम मोदी के ऐलान के बाद रेलवे की तरफ से बयान आया है कि सभी पैसेंजर ट्रेन लॉकडाउन जारी रहने तक ही बंद रहेंगी यानी 3 मई तक कोई भी पैसेंजर ट्रेन नहीं चलेगी। इसके अलावा फ्लाइट सेवा भी नहीं खुलेगी। सभी घरेलु और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स भी 3 मई की रात 11 बजकर 59 मिनट तक बंद रहेंगी। बसों को लेकर हालांकि, कोई जानकारी अब तक नहीं दी गई है, लेकिन जिस तरह पीएम मोदी ने हर थाने, हर जिले और हर राज्य में सघन निगरानी का आदेश दिया है, वैसी परिस्थिति में बसों के आवागमन की संभावना न के बराबर ही है।


संकट के समय धैर्य-संयम बनाए रखें

नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोना महामारी के बीच देशवासियों के नाम एक वीडियो संदेश जारी किया है। इस संदेश में सोनिया गांधी ने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की। साथ ही कोरोना फाइटर्स की तारीफ भी की। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हर कार्यकर्ता देशवासियों की मदद के लिये तैयार है।


कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी का देश के नाम संदेश:-
कोरोना संकट में डॉक्टर्स, सफाईकर्मियों, पुलिस सहित सरकारी अधिकारियों के डटे रहने से बड़ी "देशभक्ति" कोई नहीं है। हम एकता, अनुशासन और आत्मबल के भाव से कोरोना को परास्त करेंगे। धैर्य एवं संयम के लिए देशवासियों का धन्यवाद। सोनिया गांधी ने कहा, ‘मेरे प्यारे देशवासियों आप सभी को नमस्कार, मुझे उम्मीद है कि इस कोरोना महामारी संकट के दौरान आप सब अपने-अपने घरों में सुरक्षित होंगे। सबसे पहले मैं इस संकट के समय में भी शांति, धैर्य और संयम बनाए रखने के लिए सभी देशवासियों को दिल से धन्यवाद करती हूं।’


कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा, ‘ मैं आशा करती हूं कि आप सभी लॉकडाउन का पूरी तरह पालन कर रहे होंगे। आप सभी दूरी बनाए रखने का पूरी तरह पालन करें। अपने-अपने घरों में रहें। समय-समय पर अपने हाथ धोते रहें। बहुत ज्यादा जरूरी होने पर ही घर के बाहर कदम रखें और वो भी मास्क, चुन्नी या गमछा लगाकर। आप सभी इस लड़ाई में सहयोग करें।’ सोनिया गांधी ने लॉकडाउन के दौरान मुश्किलों से गुजर रहे देशवासियों की भी तारीफ की। सोनिया गांधी ने कहा, ‘आज कोरोना के इस संकट से निपटने में आप सभी का इस लड़ाई में खड़े रहने से बड़ी देशभक्ति और क्या हो सकती है। हम इस मुश्किल समय में आपके परिवार जनो, पति-पत्नी-बच्चों, माता-पिता के त्याग और बलिदान को कभी नहीं भूल सकते।’ सोनिया गांधी ने उन कोरोना योद्धाओं का भी सम्मान करने की अपील देशवासियों से की जो इस मुश्कल घड़ी में भी दिन-रात सेवा में जुटे हुये हैं। सोनिया गांधी ने कहा, ‘जोखिम होने के बावजूद भी आपके सहयोग और समर्थन से ही आप इस लड़ाई को लड़ पा रहे हैं। इनको धन्यवाद देने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। मेरे प्यारे देशवासियों, हमारे ये योध्दा व्यक्तिगत सुरक्षा के अभाव होने के बावजुद भी इस लड़ाई को जीतने में दिन-रात एक किए हुए हैं।’


सोनिया गांधी ने कहा, ‘हमारे डॉक्टर्स, स्वास्थ्य कर्मचारी और समाज सेवी संगठन व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की कमी होने के बावजूद इलाज कर रहे हैं। पुलिस और जवान पहरा देकर लॉकडाउन के नियमों का पालन करवा रहे हैं, सफाई कर्मचारी इस मुश्किल समय में भी संसाधनों की कमी के बाद भी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगातार सफाई बनाए हुए हैं। सरकारी अफसर भी चौबीसों घंटे इस वायरस पर नियंत्रण पाने और लोगों तक सुविधाएं पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन आपके-हमारे सहयोग के बिना इनकी लड़ाई कमजोर पड़ सकती है और हमें ऐसा नहीं होने देना है। हमें इन सभी को सम्मान देना है।’


सोनिया गांधी ने मेडिकल टीमों पर हो रहे हमलों की भी निंदा की। सोनिया ने कहा, ‘कई जगहों पर डॉक्टर्स के साथ गलत व्यवहार की खबरें आ रही है, ये काफी गलत है। क्योंकि, हमारी सभ्यता और संस्कृति ऐसी नहीं है। हमें इन सबका सहयोग और समर्थन करना चाहिए। इस संकट में आप ही में से कई लोग अपने स्तर पर व्यक्तिगत प्रयास कर रहे हैं। कोई लोगों को खाना खिला रहा है, कोई मास्क बांट रहा है, कोई सैनिटाइजर बांट रहा है, कोई गरीबों तक सूखा राशन पहुंचा रहा है। मतलब हर हिंदुस्तानी कोरोना से इस लड़ाई को जीतने में एकजुट होकर अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है।’


सोनिया गांधी ने कहा कि इस लड़ाई में कांग्रेस पार्टी का हर एक कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी समझते हुए आप सभी योद्धाओं की मदद करने के लिए हमेशा तैयार है। आप किसी भी मदद या जरूरत के लिए राज्यों या हमारे सेंट्रल कण्ट्रोल रूम से सम्पर्क कर सकते हैं। कांग्रेस का सिपाही आपकी हर संभव मदद करेगा। मैं आपको भरोसा दिलाती हूं कि कांग्रेस चाहे सरकार में हो या फिर विपक्ष में, हम हर जगह इस लड़ाई में आपके साथ खड़े हैं। मुझे विश्वास है कि हम मजबूत मनोबल से इस संकट से जल्दी ही बाहर निकल जाएंगे। आप सभी अपने घरों में रहें….सुरक्षित रहें….धन्यवाद. जय हिंद !


नागरिकों के प्रति सीएम भूपेश चिंतित

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार नसीरुद्दीन से फोन पर बातचीत की और छत्तीसगढ़ के गरीब मजदूरों का मदद करने के लिए उनके प्रति आभार प्रकट किया।


राज्य शासन के अधिकारियों ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान लखनऊ में बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के मजदूर फंसे थे। ऐसे ही मजदूरों का एक बड़ा जत्था पैदल ही लखनऊ से छत्तीसगढ़ के लिए निकल पड़ा था। हाईवे पर नसीरुद्दीन की इस जत्थे पर नज़र पड़ी। उन्होंने पूछा तो मजदूरों ने बताया कि जिस ठेकेदार के यहां वो काम कर रहे थे उसने उन्हें हटा दिया है। अब काम भी नहीं है और खाने का भी संकट है। तब नसीरुद्दीन ने उन्हें आश्वासन देकर रोका और तत्काल स्थानीय प्रशासन को सूचित किया। नसीरुद्दीन ने अपने स्तर पर भी इन मजदूरों की मदद की और फिर उनकी सूचना के बाद स्थानीय प्रशासन ने भी इनकी मदद की । इस बीच छत्तीसगढ़ शासन को इसकी खबर मिली और तत्काल यहां से उन मजदूरों को मदद मुहैया करवाई गई । इस तरह की मदद छत्तीसगढ़ सरकार देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार कर रही है। स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसकी नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं।


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नसीरुद्दीन सहित देश के उन सभी लोगों को धन्यवाद कहा है जो किसी ना किसी रूप में छत्तीसगढ़ के नागरिकों की मदद कर रहा हैं । उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन भी यहां विभिन्न राज्यों के नागरिकों की भरपूर मदद कर रहा है जो लॉक डाउन की वजह से निकल नहीं पाए।


 


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