मंगलवार, 12 मई 2020

50 दिन के भीतर पांचवी बार 'पीएम'

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को 50 दिन में पांचवीं बार देश के सामने आए। अपने संबोधन में उन्होंने चार अहम बातें कहीं। पहली- देश को आत्मनिर्भर बनना होगा। दूसरी- आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज दिया जाएगा। तीसरी- आत्मनिर्भर बनने की राह में हमें लोकल प्रोडक्ट्स को अपनाना होगा। चौथी- लॉकडाउन का चौथा फेज आएगा, पर यह नए रंग-रूप और नए नियमों वाला होगा। 33 मिनट के अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने 2300 से भी ज्यादा शब्दों का इस्तेमाल किया। इस दौरान उन्होंने सबसे अधिक 28 बार आत्मनिर्भर शब्द का जिक्र किया।


प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में उन प्रवासी मजदूरों का कोई जिक्र नहीं किया, जो पिछले कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों से अपने घरों की ओर जा रहे हैं और उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि आर्थिक पैकेज में गरीब, श्रमिक, प्रवासी मजदूरों के लिए भी महत्वपूर्ण फैसलों का ऐलान किया जाएगा। भारत दुनिया का 5वां ऐसा देश, जिसने जीडीपी के 10% हिस्से के बराबर पैकेज दिया।
लॉकडाउन के दौर में भारत दुनिया का पांचवां ऐसा देश बन गया है, जिसने अपनी जीडीपी का 10% या उससे ज्यादा हिस्सा आर्थिक पैकेज के तौर पर दिया है। भारत से पहले जापान अपनी जीडीपी का 21%, अमेरिका 13%, स्वीडन 12% और जर्मनी 10.7% के बराबर का आर्थिक पैकेज घोषित कर चुके हैं।


मोदी का राष्ट्र के नाम 5वां संदेश


भारत में लोगों ने अपने स्वजन खोए: प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, ‘‘सभी देशवासियों को आदरपूर्वक नमस्कार। कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए दुनिया को अब चार महीने से ज्यादा समय बीत गया है। इस दौरान तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की दु:खद मृत्यु हुई है। भारत में भी अनेक परिवारों ने अपने स्वजन खोए हैं। मैं सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस किया: ‘‘साथियो! एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है। विश्व भर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही हैं। सारी दुनिया जिंदगी बचाने में एक प्रकार से जंग में जुटी है। हमने ऐसा संकट न देखा है, न ही सुना है। निश्चित तौर पर मानव जाति के लिए यह सब कुछ अकल्पनीय है। यह क्राइसिस अभूतपूर्व है, लेकिन थकना, हारना, टूटना, बिखरना, मानव को मंजूर नहीं है। सतर्क रहते हुए ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए अब हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है।’’
संकल्प संकट से भी विराट होगा: ‘‘आज जब दुनिया संकट में है तो हमें अपना संकल्प और मजबूत करना होगा, हमारा संकल्प इस संकट से भी विराट होगा। साथियो! हम पिछली शताब्दी से ही लगातार सुनते आए हैं कि 21वीं सदी हिंदुस्तान की है। हमने कोरोना से पहले की दुनिया को, वैश्विक व्यवस्थाओं को देखने समझने का मौका मिला है। कोरोना संकट के बाद भी दुनिया में जो स्थितियां बन रही हैं, उसे भी हम निरंतर देख रहे हैं। विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है, आत्मनिर्भर भारत। हमारे यहां शास्त्रों में भी यही कहा गया है। इतनी बड़ी आपदा भारत के लिए एक संकेत, एक संदेश, एक अवसर लेकर आई है।’’
भारत ने आपदा को अवसर में बदला:‘‘मैं एक उदाहरण के साथ अपनी बात बता रहा हूं। जब कोरोना संकट शुरू हुआ, तब भारत में एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी। एन-95 मास्क का भारत में नाममात्र उत्पादन होता था। आज स्थिति यह है कि भारत में ही हर रोज दो लाख पीपीई और दो लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं। हम ऐसा इसलिए कर पाए, क्योंकि भारत ने आपदा को अवसर में बदल दिया। ऐसा करने की भारत की दृष्टि आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प के लिए उतनी ही प्रभावी होने वाली है।’’
हम बेस्ट प्रोडक्ट बनाएंगे, सप्लाई चेन को आधुनिक बनाएंगे: ‘‘आज फिर भारत विकास की ओर सफलतापूर्वक कदम बढ़ा रहा है, तब भी विश्व कल्याण की राह पर अटल है। इस शताब्दी की शुरुआत के समय y2k संकट आया था। भारत के वैज्ञानिकों ने दुनिया को इस संकट से निकाला था। आज हमारे पास साधन, सामर्थ्य है, दुनिया का सबसे बेहतरीन टैलेंट है। हम बेस्ट प्रोडक्ट बनाएंगे। अपनी क्वॉलिटी और बेहतर करेंगे। सप्लाई चेन को और आधुनिक बनाएंगे। ये हम कर सकते हैं और हम जरूर करेंगे।’’
मोदी की स्पीच के 3 अहम प्वाइंट
1. आत्मनिर्भर भारत:मोदी ने कहा- ‘‘मैंने अपनी आंखों के साथ कच्छ भूकंप के दिन देखे हैं। हर तरफ सिर्फ मलबा ही मलबा। सबकुछ ध्वस्त हो गया था। ऐसा लगता था मानो कच्छ मौत की चादर ओढ़ कर सो गया था। उस परिस्थिति में कोई सोच भी नहीं सकता था कि कभी हालत बदल पाएगी। लेकिन देखते ही देखते कच्छ उठ खड़ा हुआ। कच्छ बढ़ चला। यही हम भारतीयों की संकल्पशक्ति है। हम ठान लें तो कोई लक्ष्य असंभव नहीं, कोई राह मुश्किल नहीं। और आज तो चाह भी है, राह भी है। ये है भारत को आत्मनिर्भर बनाना।’’
2. आत्मनिर्भर भारत के 5 स्तंभ:‘‘भारत आत्मनिर्भर बन सकता है। यह भव्य इमारत पांच पिलर्स पर खड़ी है।


पहला पिलर- इकोनॉमी। एक ऐसी इकोनॉमी जो इन्क्रीमेंटल चेंज नहीं, बल्कि क्वांटम जम्प लाए।


दूसरा पिलर- इन्फ्रास्ट्रक्चर। एक ऐसा इन्फ्रास्ट्रक्चर जो आधुनिक भारत की पहचान बने।


तीसरा पिलर- सिस्टम। ऐसा सिस्टम जो बीती शताब्दी की रीति नहीं, बल्कि 21वीं शताब्दी की टेक्नोलॉजी ड्रिवन व्यवस्था पर आधारित हो।


चौथा पिलर- डेमोग्राफी। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की डेमोग्राफी आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है।


पांचवां पिलर- डिमांड। इसका चक्र और इसकी ताकत का इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है।’’
3. विशेष आर्थिक पैकेज: ‘‘देश में डिमांड बढ़ाने और इसे पूरा करने के लिए हमारी सप्लाई चेन के हर स्टेकहोल्डर का सशक्त होना जरूरी है। हमारी सप्लाई चेन को हम मजबूत करेंगे, जिसमें मेरे देश की मिट्‌टी की महक हो। हमारे मजदूरों के पसीने की खुशबू हो। कोरोना संकट का सामना करते हुए नए संकल्प के साथ मैं आज 20 लाख करोड़ रुपए के एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं। यह आर्थिक पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा।’’


मोदी ने विशेष पैकेज क्यों दिया?
1. प्रधानमंत्री के मुताबिक, 20 लाख करोड़ रुपए का यह पैकेज भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 फीसदी है। इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को 20 लाख करोड़ रुपए का संबल और सपोर्ट मिलेगा।
2. यह पैकेज 2020 में देश की विकास यात्रा को और आत्मनिर्भर भारत अभियान को नई गति देगा। आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडी और लॉ... सभी पर बल दिया गया है।
3. मोदी ने कहा कि आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, लघु उद्योग, एमएसएमई के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन हैं।
4. आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए, उस किसान के लिए है, जो हर स्थिति और हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन-रात परिश्रम कर रहा है। यह पैकेज देश के मध्यमवर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है। यह भारत के उद्योगपतियों के लिए जो भारत को आर्थिक बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए संकल्पित हैं।
5. ‘‘गरीब, श्रमिक, प्रवासी मजदूर हों, मछुआरे हों, हर तबके लिए आर्थिक पैकेज में कुछ महत्वपूर्ण फैसलों का ऐलान किया जाएगा। कोरोना ने हमें लोकल मैन्यूफैक्चरिंग, लोकल सप्लाई चेन, लोकल मार्केटिंग का भी मतलब समझा दिया है। लोकल ने ही हमारी डिमांड पूरी की है और हमें इस लोकल ने ही बचाया है। लोकल सिर्फ जरूरत नहीं, बल्कि हम सबकी जिम्मेदारी है।’’


कोरोना पर अब तक मोदी के 4 संदेश


पहला: प्रधानमंत्री ने 19 मार्च को देश को संबोधित किया था और जनता कर्फ्यू लगाने की बात कही थी। 22 मार्च को देशभर में सबकुछ बंद रहा। शाम को लोगों ने घरों के अंदर से ही कोरोना फाइटर्स का ताली और थाली बजाकर आभार जताया था।


दूसरा: मोदी ने 24 मार्च को संबोधित किया और कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए लोग घरों में रहने की लक्ष्मण रेखा का पालन करें।


तीसरा: प्रधानमंत्री मोदी ने 3 अप्रैल को एक वीडियो संदेश जारी किया। इस दौरान लोगों से 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद कर घरों में दीये, मोमबत्ती और मोबाइल की लाइट जलाकर एकजुटता दिखाने की अपील की थी।


चौथा: प्रधानमंत्री मोदी 14 अप्रैल को एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित किया था। इसमें उन्होंने लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया था।


लॉकडाउन के अब तक तीन फेजः कोरोना की वजह से देश पहला लॉकडाउन 25 मार्च से 14 अप्रैल तक और दूसरा लॉकडाउन 15 अप्रैल से 3 मई तक रखा गया था। इसके बाद तीसरे फेज का लॉकडाउन 4 मई से शुरू हुआ जो 17 मई तक चलेगा।


बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 3604 मामले सामने आए हैं। इसके बाद कोरोना मरीजों का कुल आंकड़ा 70756 हो गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कुल केस में से 46008 एक्टिव केस हैं और 22454 लोग रिकवर हो चुके हैं। देश में कोरोना संक्रमण के चलते अब तक 2293 लोगों की मौत हो चुकी है।


यूपी में मृतक संख्या-80 संक्रमित-3573

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का असर 74 जिलों में फैल गया है। सिर्फ चंदौली ही इससे बचा हुआहै। राज्य में बीते 24 घंटे में 109 कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है। अब तक कुल 3573 मरीजों की कोराना रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी हैं।इनमें1184 जमाती हैं। 1758 लोगठीक होकर घर जाचुके हैं। 80 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश में1735 संक्रमितोंका इलाज चल रहा है।



वाराणसी: सोशल डिस्टेंसिंग की शर्त पर ही खुलेगी लमही मंडीः वाराणसी मेंसोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने के आरोप में लमही सब्जी मंडी के 5 आढ़तियों और 30-40 अज्ञात व्यक्तियों पर एफआईआरदर्ज की गईहै।अधिकारियों के मुताबिक, अज्ञात लोगों की पहचान वीडियो देख कर की जाएगी। पहलेभी यह मंडी सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं करने के कारण 7 दिन बंद रह चुकी है। प्रशासन का कहना है कि आढ़तिए लिखित में दें कि वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे तभी मंडी खोली जाएगी।


झांसी में 1000 कामगारों को ट्रेन से गोरखपुर भेजा गया। लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजा जा रहा है।झांसी से मंगलवार को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 1000 मजदूरों कोगोरखपुर भेजा गया। श्रमिकों को सबसे पहले बसों में बैठाकर झांसी रेलवे स्टेशन लाया गया। यहां स्क्रीनिंग के बाद उन्हें ट्रेन में बैठाया गया। यह तस्वीर झांसी रेलवे स्टेशन की है। यहां से मंगलवार को 1000 मजदूरों को ट्रेन के जरिए गोरखपुर भेजा गया।


यूपी के सभी जिलों में वायरस पहुंचा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी फैलती जा रही है। प्रदेश में 75 में से 74 जिलों में कोरोना संक्रमण अपने पैर पसार चुका है। अब सिर्फ चंदौली ही ऐसा जिला है, जहां कोविड-19 के मामले सामने नहीं आए हैं। इसी बीच किंज जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (लखनऊ) ने बताया कि सोमवार को कोरोना टेस्टिंग के लिए 1019 संदिग्धों के नमूने लिए गए थे, जिनमें आज दस लोगों को कोरोना वायरस की पुष्टि ही है।


गौतम बुद्ध नगर जिले में भी चार नए केस मिले हैं। इससे जिले में संक्रमितों की संख्या 222 तक जा पहुंची है। पूरे प्रदेश की बात करें तो पिछले 24 घंटों में 63 नए मामले सामने आए हैं। अब प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 3520 हो गई है। इनमें 1655 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है और 80 लोगों की मौत हो चुकी है।


उपचारित-संक्रमितो का आंकड़ा बराबर

उत्तर प्रदेश में पहली बार उपचारित लोगों का आंकड़ा सक्रिय संकमण के मामलों से ज्यादा


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण शुरू होने के बाद से रविवार को पहली बार ऐसी स्थिति आयी, जब उपचारित होकर घर गये लोगों का आंकड़ा सक्रिय संक्रमण के मामलों से अधिक रहा । प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं को बताया कि जब से कोरोना वायरस संक्रमण फैला है, कल शाम पहली बार ये स्थिति आयी कि उपचारित होकर छुट्टी पाने वाले लोगों की संख्या 1758 थी और सक्रिय संक्रमण के मामलों की संख्या 1735 रही । उन्होंने कहा कि कल पहली बार ये स्थिति आयी जब सक्रिय संक्रमण से ज्यादा लोगों को उपचार के बाद छुट्टी मिली, जो अच्छा लक्षण है । प्रसाद ने बताया कि कल कुल 4754 सैम्पल की जांच हुई । पूल टेस्ट में कल 289 पूल लगाये गये । इनमें से 32 पूल पाजिटव पाये गये । पूल में कुल 1445 सैम्पल की जांच की गयी । उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु ऐप का हम लगातार उपयोग कर रहे हैं । देश में बड़ी संख्या में लगातार लोग उसे डाउनलोड कर रहे हैं । उसका लाभ भी देखने को मिल रहा है । उससे जितने अलर्ट मिल रहे हैं, जनपदों को उपलब्ध कराये जा रहे हैं ताकि जनपदों में लोगों से संपर्क कर उनका हालचाल पूछा जा सके।


मृतक संख्या-2293, संक्रमित-70,000

देश में संक्रमितों की संख्या 70 हजार के पार, 2293 की गई जान


नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 70 हजार को पार कर गई है। देश में अब तक कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 70756 हो गई है। जिसमें से 22454 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है और देश में अभी कोरोना के एक्टिव संक्रमितों की संख्या 46008 है। देश में अभी तक कोरोना के कारण 2293 लोगों की जान जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि हमारा रिकवरी रेट लगातार बेहतर हो रहा है। अभी हमारा रिकवरी रेट 31.7 फीसदी है। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में हमारी मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम है। आज मृत्यु दर लगभग 3.2 फीसद है, कई राज्यों में यह दर इससे भी कम है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वैश्विक मृत्यु दर लगभग 7-7.5 फीसद है। वहीं, आज राजस्थान में कोरोना वायरस (COVID-19) के 21 और मामले सामने आ गए हैं। राज्य में अब तक 4056 मामले सामने आ गए हैं। इनमें से 1563 एक्टिव केस हैं और 115 लोगों की मौत हो गई हैं। राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी है। राज्य में अब तक 1,84,853 टेस्ट हो गए हैं।


हापुड़ः लोगों की भीड़, खडी़ देख हड़कंप

अतुल त्यागी 


हापुड़। फ्यूचर सप्लाई चैन रिटर्न इंडिया लिमिटेड कंपनी के अंदर लॉक डाउन में अचानक सैकड़ों लोगों की भीड़ खट्टी देख मचा हड़कंप।


मामला जनपद हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र की फैक्ट्री का है जहां करीब 300 लोग मजदूरी करते थे कोविड-19 की महामारी के चलते हुए लोग डॉन के बीच सभी लोग फैक्ट्रियां बंद होने के बाद अपने घरों में काम बंद कर के चले गए थे मजदूरों का आरोप है फैक्ट्री मालिक ने 2 महीने की तनखा रोक कर रखी है फैक्ट्री मालिक बार-बार परेशान कर रहा हे मजदूरों के पैसे देने के लिए तैयार नहीं था जिसको लेकर लॉक डाउन की वजह से लोग पैसे से परेशान थे इसी बात को लेकर करीब सैकड़ों मजदूर फैक्ट्री में अचानक हड़ताल पर बैठ गए।


बताया जा रहा है फैक्ट्री में करीब सैकड़ों लोग फिलहाल काम कर रहे हैं कुछ लोग बाहर गांव के जो काम छोड़कर गए हुए थे वह भी आ गए और हड़ताल पर बैठ गए अचानक सैंकड़ों लोगों के फैक्ट्री में हड़ताल पर बैठने की खबर जैसे ही पुलिस प्रशासन को पता चली तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया और भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई पुलिस प्रशासन द्वारा फैक्ट्री के उच्च अधिकारियों से बात करने के बाद आने वाली 20 तारीख के लिए फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे मजदूरों को पैसे देने की बात हुई।


तब जाकर कहीं घंटों के बाद मजदूरों का गुस्सा शांत हुआ फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को तो तीर वीर कर दिया लेकिन अब सवाल मजदूरों की तनख्वा का है क्या 20 तारीख में मजदूरों की तनख्वा मिल सकी मिल सकेगी वही संपर्क सूत्रों द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार पता चल रहा है अगर मजदूरों की 20 तारीख में तनखा नहीं मिली तो वह फिर धरने पर बैठकर अपनी तनख्वाह की मांग करेंगे।


युवक ने घर में फांसी लगा की आत्महत्या

घरेलू कलह के चलते युवक ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या का किया प्रयास


परिजनों पड़ोसियों को जानकारी हुई तो फांसी के फंदे से बाहर निकाला


सुनील पुरी


फतेहपुर। घरेलू कला के चलते युवक ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया परिजनों और पड़ोसियों को जानकारी हुई तो तुरंत फांसी के फंदे से बाहर निकाला हालत गंभीर होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया हालांकि काफी देर चली उपचार के बाद युवक की हालत में सुधार हुआ तो फिर वापस घर ले गए।


जानकारी के अनुसार जाफर गंज थाना क्षेत्र के समसपुर गांव में घरेलू कलह के चलते बसंता निषाद उम्र 22 वर्ष पुत्र स्वर्गीय गेंदा प्रसाद निषाद ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया परिजनों तथा पड़ोसियों को आहट मिली तो दौड़कर फांसी के फंदे से बाहर निकाला हालत गंभीर होने पर निजी वाहन से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया काफी देर चले उपचार के बाद युवक की हालत में सुधार हुआ तो परिजन वापस घर ले गए इस बीच परिजनों में हड़कंप मचा रहा लोग दहशत में रहे।


दुनिया में मृतको की संख्या- 287332

दुनियाभर में तबाही मचाने वाली महामारी प्‍लेग ने कई सत्‍ताओं की जमीन हिला दी थी। कई नेता अपनी साख तक नहीं बचा पाए थे। वहीं, कोरोना वायरस का सत्‍ता और सत्‍ताधीशों की साख पर ठीक उलटा असर होता दिखाई दे रहा है। दुनियाभर के ज्‍यादातर नेताओं की लोकप्रियता में वैश्विक महामारी के बीच इजाफा ही हुआ है, जबकि कोरोना वायरस से अब तक दुनियाभर में 2,87,332 लोगों की मौत हो चुकी है।


अमेरिका समेत कई देशों की सरकारें इस वैश्विक महामारी के आगे घुटने टेक चुकी हैं और कई देश लॉकडाउन की अवधि में वृद्धि करने से आगे कुछ सोच भी नहीं पा रहे हैं। अमेरिका की रिसर्च फर्म मॉर्निंग कंसल्‍ट ने पाया कि वर्ल्‍ड हेल्‍थ ऑर्गेनाइजेशन डब्ल्यूएचओ के 11 मार्च को कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित करने के बाद से दुनिया के 10 नेताओं की लोकप्रियता में 9 फीसदी की वृद्धि हुई है। इनमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे ऊपर हैं। भारत के अलावा ऑस्‍ट्रेलिया, कनाडा और जर्मनी के शीर्ष नेताओं की लोकप्रियता में इजाफा दर्ज किया गया है।


नेताओं की लोकप्रियता में दर्ज 'इजाफा'

इन शीर्ष नेताओं की लोकप्रियता में दर्ज हुआ है इजाफा


अश्वनी उपाध्याय


नई दिल्ली।  मॉर्निंग कंसल्‍ट के मुताबिक, लोगों ने उन नेताओं के पक्ष में वोट किया, जिन्‍होंने कोविड-19 को काफी गंभीरता से लेते हुए इसे फैलने से रोकने के लिए सख्‍त से सख्‍त कदम उठाए। लोकप्रियता के मामले में सबसे ज्‍यादा उछाल हासिल करने वाले नेताओं में ऑस्‍ट्रेलिया, कनाडा और जर्मनी शामिल हैं।इन देशों में अन्‍य पश्चिमी देशों के मुकाबले मृत्‍यु दर काफी नियंत्रण में रही है। फ्रांस में हालात काफी खराब होने के बाद भी इमैनुअल मैक्रां की लोकप्रियता बढ़ी है। वहीं, ब्रिटेन के लोग अपने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के पीछे खड़े नजर आ रहे हैं. लोगों में ये डर बना हुआ है कि लॉकडाउन में मामूली छूट भी हजारों लोगों की जान ले सकती है। वहीं, पीएम मोदी की लोकप्रियता में कुछ अंकों का इजाफा दर्ज किया गया है।


शीर्ष राष्ट्रीय नेताओं की लोकप्रियता घटी

जापान और ब्राजील के शीर्ष नेताओं की लेाकप्रियता घटी


टोक्यो/ ब्रासिलिया। कुछ देशों के शीर्ष नेताओं पर वैश्विक महामारी को लेकर नासमझी के आरोप भी लग रहे हैं। जापान ने ज्‍यादातर देशों के मुकाबले कोरोना वायरस को लेकर अच्‍छे कदम उठाए, लेकिन उस पर अन्‍य एशियाई देशों की तुलना में कम बेहतर निर्णय लेने का आरोप लग रहा है। इसलिए जापान के शीर्ष नेता शिंजो आबे की लोकप्रियता गिरी है। वहीं अमेरिका, मेक्सिको और ब्राजील के राष्‍ट्रपतियों ने कहा कि


कोविड-19 को लेकर लोग बेवजह डरे हुए हैं। इस वजह से मेक्सिको के राष्‍ट्रपति आंद्रे मैनुएल लोपेज ऑब्राडोर और अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की लोकप्रियता में मामूली इजाफा दर्ज किया गया है। वहीं, ब्राजील के राष्‍ट्रपति जैर बोल्‍सोनारो की लोकप्रियता 9 प्‍वाइंट्स घट गई है।


82 फीसदी भरोसा, पीएम का 'सही काम'

82 फीसदी को भरोसा, पीएम मोदी कर रहे सही काम


अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत में रिसर्च डेटा में अप्रूवल रैकिंग के लिहाज से 82 फीसदी लोगों ने भरोसा जताया है कि पीएम नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस से अच्‍छे से मुकाबला कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि पीएम मोदी ने समय रहते देश में लॉकडाउन का ऐलान किया और जब जरूरत पड़ी तो राज्यों के सीएम व विपक्ष के नेताओं से चर्चा कर इसे बढ़ाने का भी फैसला किया।


भारत के इस फैसले की तारीफ डब्‍ल्‍यूएचओ भी कर चुका है। प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना संकट के दौरान काम रहे, स्वास्थकर्मियों, पुलिसकर्मियों और दूसरे लोगों को 'कोरोना वॉरियर्स' की संज्ञा दी ताकि उनका मनोबल ऊंचा रहे। सिर्फ देश में ही नहीं पीएम मोदी ने भारत के मित्र देशों की मदद भी की। अमेरिका और दूसरे देशों को कोरोना से लड़ने के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा भेजी। इसके लिए ट्रंप और ब्राजील के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की तारीफ भी की। वहीं, राज्‍यों में फंसे मजदूरों के लिए गृहराज्‍य लौटने के इंतजाम भी किए जा रहे हैं।


अप्रूवल रेटिंग में 'पीएम' निकले आगे

अप्रूवल रेटिंग में पीएम मोदी निकल गए सबसे आगे


नई दिल्ली/ सिडनी। अप्रूवल रेटिंग के लिहाज से ऑस्‍ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्‍कॉट मॉरिसन की लोकप्रियता 64 फीसदी रही है। वहीं, कनाडा के प्रधानमंत्री जेम्‍स ट्रूडो की लोकप्रियता 61 फीसदी, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की 58 फीसदी, ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन 61 फीसदी, फ्रांस के राष्‍ट्रपति मैक्रों 34 फीसदी, मेक्सिको के अम्‍लो 64 फीसदी और ट्रंप की लोकप्रियता 44 फीसदी रही है। जापान के आबे पर सिर्फ 28 फीसदी लोगों ने भरोसा जताया है, जबकि ब्राजील के बोल्‍सोनारो पर 47 फीसदी लोगों को कोरोना से निपट पाने का भरोसा है। लेकिन बोल्‍सोनारो की लोकप्रियता पहले के मुकाबले घट गई है।


भरपेट रोटी नहीं दे पा रही सरकार

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वर्ष 2022 तक सबको घर देने का वादा करने वाले सत्ताधारी आज बेघर भटकते भूखे-प्यासे लोगों को एक वक्त की रोटी तक नहीं दे पा रहे हैं। इतिहास गवाह रहा है, सड़कों पर उतरी जनता ने सर्वशक्तिमान होने का दंभ रखने वाले बड़े-बड़ों को पैदल कर दिया है।


सरकार केवल आत्मप्रशंसा में मगन है। उसके ढुलमुल फैसलों की वजह से व्यवस्था असफल हो रही है, जिसका खामियाजा जनता भुगत रही है। यदि सरकार रोजगार और खाने का प्रबंध कर दे तो कोरोना को सरकार नहीं जनता हरा देगी।उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि लाख दावों के बावजूद झांसी, ललितपुर, मथुरा समेत कई सीमावर्ती क्षेत्रों से मजदूर अभी भी फंसे हैं। प्रदेश में मजदूरों की सुरक्षा भगवान के भरोसे है। वहीं, जो ट्रेनें भाजपाराज में चलने जा रही है, सब एसी कोच हैं। किराया भी राजधानी के बराबर है। इन ट्रेनों में जनरल या स्लीपर के डिब्बे नहीं होंगे। इन सुविधाओं का लाभ संपन्न वर्ग ही ले सकेगा। गरीब तो इनके नजदीक भी नहीं जा पाएगा। भाजपा को गरीब की जान की वैसे भी कहां परवाह है?अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार अपनी संकीर्ण मानसिकता के चलते विपक्ष के नेताओं के प्रति बदले की भावना से काम कर रही है। सीतापुर की जेल में बंद सपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खां, उनकी पत्नी डॉ. तजीन फातमा व बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। तजीन शनिवार को फिसलकर चोटिल हो गईं। अस्वस्थ होने के बावजूद उनका ठीक से इलाज तक नहीं हो पा रहा है। आजम खां भी अस्वस्थ हैं। भाजपा सरकार उनको जेल में रखकर प्रताड़ित कर रही है और उनकी छवि और प्रतिष्ठा को धूमिल करने में लगी है।


यमुना में नहाने गए छह युवक डूबे

बागपत। बदरखा गांव के पास यमुना नदी में नहाने गए छह युवक डूब गए। चार को सकुशल बचा लिया गया जबकि एक की मौत हो गई। एक डूबे युवक की तलाश जारी है।थाना दोघट क्षेत्र के बामनौली गांव से पुष्पेंद्र, सनोज, सुखसोहन, रोहित, बॉबी उर्फ बंटी व रोहित उर्फ तूफान बदरखा गांव में सार्वजनिक शौचालय के निर्माण में मजदूरी करने आए हुए थे। सोमवार दोपहर लगभग तीन बजे सभी युवक यमुना नदी में नहाने के लिए बदरखा गांव के सामने स्थित मंदिर वाले घाट पर पहुंच गए। नहाते समय सभी डूब गए। उन्हें डूबते देख आसपास के लोगों ने शोर मचाया तो वहां पर मौजूद ग्रामीणों ने पुष्पेंद्र, सनोज, रोहित व सुखसोहन को सकुशल बाहर निकाल लिया लेकिन 19 वर्षीय रोहित उर्फ तूफान पुत्र गजे सिंह तथा 22 वर्षीय बॉबी उर्फ बंटी पुत्र धर्मेंद्र का कोई पता नहीं चला।शाम चार बजे बदरखा गांव में शिव मंदिर से बचाव का एलान होने के बाद काफी लोग यमुना किनारे पहुंच गए। एसडीएम दुर्गेश मिश्र, सीओ आलोक सिंह, नायब तहसीलदार धर्मेंद्र कुमार भी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। सीओ ने बताया कि छह युवक नहाते समय यमुना नदी में डूब गए थे। चार को बचा लिया गया। बॉबी उर्फ बंटी का शव ग्रामीणों ने नदी से ढूंढ निकाला। रोहित उर्फ तूफान की तलाश जारी है।छह युवकों के डूबने की जानकारी जैसे ही बामनौली गांव पहुंची तो कोहराम मच गया। युवकों के स्वजन बदरखा पहुंच गए। किसी ने इस बीच पुलिस को सूचना दे दी जिसके बाद मौके से पुलिस गोताखोरों के साथ पहुंचकर सर्च अभियान शूरू कर दिया। अभी एक युवक का पता नहीं चल पाया है तलाश जारी है।


 


जिले में तीसरा संक्रमित, खौफजदा लोग

महाराजगंज। जनपद में तीसरी बार मिला कोरोना संक्रमित युवक क्षेत्र में दहशत का माहौल बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जनपद स्थित बरगदवा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा पिपरा निवासी 22 वर्षीय युवक दिल्ली से घर आया हुआ था रविवार को महाराजगंज महिला अस्पताल से इस युवक का सैंपल जांच में भेजा गया था जो सोमवार शाम रिपोर्ट आया तो क्षेत्र में दहशत का माहौल हो गया


रिपोर्ट में युवक का सैंपल पॉजिटिव पाया गया है प्राप्त जानकारी के अनुसार महराजगंज में सोमवार की शाम एक युवक में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। यह युवक दिल्ली से आया था और लक्षण के आधार पर इसे समेकित विद्यालय में क्वारंटीन किया गया था। डीएम डॉ. उज्ज्वल कुमार ने इसकी पुष्टि की। रविवार को महराजगंज महिला अस्पताल से इस युवक का सैंपल लेकर बीआरडी में जांच के लिए भेजा गया था। सोमवार की देर शाम आई इस 22 वर्षीय युवक में संक्रमण की रिपोर्ट मिली। यह युवक बरगदवा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव का रहने वाला है।


तबाही बना वरदान 'स्वाध्याय'

हर तबाही नेताओं के लिए वरदान ही साबित नहीं हुई है


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए कोरोनावायरस कोविड-19 से होने वाली तबाई से क्या परिणाम सिद्ध होंगे? अमेरिका की सत्ता दोबारा ट्रंप के हाथ में आएगी या नहीं? लेकिन वायरस से होने वाली तबाही ने अमेरिका से काफी कुछ छीन लिया है। जिसकी भरपाई में काफी समय लगने वाला है। ऐसी स्थिति में राजनीतिक परिवर्तन भी संभव है।


विशेषज्ञ इस पैटर्न को 'रैली-राउंड-द-फ्लैग' प्रभाव कहते हैं। इसने समय-समय पर अंतरराष्‍ट्रीय संकटों के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपतियों को काफी फायदा पहुंचाया है। अध्ययन में पाया गया है कि बढ़ती देशभक्ति और उदार विपक्ष दोनों का इन शीर्ष नेताओं की लेाकप्रियता में इजाफा करने में योगदान है। हालांकि, अभी तक सभी तबाही नेताओं के लिए वरदान साबित नहीं हुई हैं। अमेरिका में 2005 में तूफान कैटरीना के दौरान तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश (George W. Bush) की रेटिंग खराब हो गई थी।
वहीं, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्‍लेयर (Tony Blair) की लोकप्रियता 2005 में हुए लंदन ब्‍लास्‍ट के बाद काफी गिर गई थी। इसके अलावा फ्रांस के पूर्व राष्‍ट्रपति फ्रांस्‍वा ओलांद (François Hollande) की लेाकप्रियता 2015 में पेरिस हमलों के बाद घट गई थी। शायद मतदाताओं को लगा कि वो आतंकवाद से अच्छी तरह से निपटने में नाकाम रहे हैं। वहीं, अमेरिका के लोगों ने 2001 में हुए हमलों को युद्ध की कार्रवाई के रूप में देखा था।


पालूराम


महामारी के परिणामों की पुनरावृत्ति

नई दिल्ली। दुनियाभर में तबाही मचाने वाली महामारी प्‍लेग (Plague) ने कई सत्‍ताओं की जमीन हिला दी थी। कई नेता अपनी साख तक नहीं बचा पाए थे। वहीं, कोरोना वायरस का सत्‍ता और सत्‍ताधीशों की साख पर ठीक उलटा असर होता दिखाई दे रहा है। दुनियाभर के ज्‍यादातर नेताओं की लोकप्रियता में वैश्विक महामारी (Pandemic) के बीच इजाफा ही हुआ है, जबकि कोरोना वायरस से अब तक दुनियाभर में 2,87,332 लोगों की मौत हो चुकी है।
अमेरिका (US) समेत कई देशों की सरकारें इस वैश्विक महामारी के आगे घुटने टेक चुकी हैं और कई देश लॉकडाउन (Lockdown) की अवधि में वृद्धि करने से आगे कुछ सोच भी नहीं पा रहे हैं। अमेरिका की रिसर्च फर्म मॉर्निंग कंसल्‍ट ने पाया कि वर्ल्‍ड हेल्‍थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के 11 मार्च को कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित करने के बाद से दुनिया के 10 नेताओं की लोकप्रियता में 9 फीसदी की वृद्धि हुई है। इनमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सबसे ऊपर हैं। भारत के अलावा ऑस्‍ट्रेलिया, कनाडा और जर्मनी के शीर्ष नेताओं की लोकप्रियता में इजाफा दर्ज किया गया है।


गाँव सील, अधिकारियों ने किया दौरा

सील हुआ गांव, अधिकारियों ने किया दौरा


मुंबई। वहीं डीएम रवीश गुप्त व एसपी ब्रजेश सिंह रात में करीब साढ़े दस बजे इस गांव में पहुंचे। इस व्यक्ति के अलावा इनके परिवार के चार सदस्य तथा इनके साथ आए सात अन्य कुल 12 लोगों को गांव से उठा लिया गया। पूछताछ करने पर महाराष्ट्र के ठाणे प्रशासन से सोमवार की देर रात इनके कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना जिला सर्विलांस अधिकारी डा. एके सिन्हा को मिली। इस पर जिला प्रशासन ने 32 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) खलीलाबाद में बने कोरोना एल वन वार्ड में भर्ती करवा दिया गया। वहीं शेष 11 लोगों को जिला संयुक्त चिकित्सालय(डीसीएच)स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवा दिया गया। डीएम ने कहा कि इस गांव को सील कर दिया गया है। मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस कर्मी निगरानी कर रहे हैं।


पासवान ने सीएम नीतीश को पत्र लिखा

पटना। लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। पत्र में चिराग पासवान ने सीएम नीतीश को कई सलाह दिए हैं। चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया है कि जिस तरीके से यूपी की योगी सरकार ने अपने लोगों को सड़क मार्ग के माध्यम से वापस लायी है वैसे हीं बिहार सरकार भी काम करे और मजदूरों को वापस लाए।


चिराग पासवान ने कहा है कि विभिन्न राज्यों में लोक जनशक्ति पार्टी कार्यकर्ता फंसे बिहारी मजदूरों को खाने की सामग्री पहुंचाने गए तो उन्होंने पाया कि वहां रह रहे मजदूर अत्यंत दयनीय स्थिति में है। कई ऐसी तस्वीरें भी सामने आई है जहां एक छोटे कमरे में बड़ी संख्या में मजदूर रहने को विवश हैं। मेरा आपसे आग्रह है कि जिन राज्यों में मजदूर फंसे हुए हैं वहां के मुख्यमंत्रियों से सीधा संवाद करें। उनसे यह सुनिश्चित कराएं कि वहां रह रहे बिहारी मजदूरों को जब तक वापस नहीं लाया जाता तब तक उनके रहने व खाने की उचित व्यवस्था हो।


चिराग पासवान ने सीएम नीतीश से दूसरा आग्रह किया है कि दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को बिहार वापस लाने को लेकर एक बड़ा इश्यू है। वापस आने वाले मजदूरों के पंजीकरण में कई प्रकार की समस्याएं खड़ी हो रही हैं। पंजीकरण के लिए जो हेल्पलाइन नंबर सरकार ने जारी किए हैं उसमें से अधिकांश नंबरों पर संपर्क नहीं हो पा रहा है। पंजीकरण की दूसरी प्रक्रिया में मजदूरों को ऑनलाइन फॉर्म भरना है लेकिन कई लाख ऐसे मजदूर हैं जिनके पास न तो स्मार्टफोन है और ना ही वह इतने शिक्षित हैं। तीसरी प्रक्रिया पंजीकरण स्थानीय नोडल ऑफिसर या पुलिस थाने से करवाया जा सकता है उसमें भी प्रवासी मजदूरों को उनकी वजह से वहां जाने की इजाजत नहीं मिलती है। पंजीकरण न होने के कारण कई मजदूरों का नाम वापस लौट रहे रेल यात्रियों की सूची में नहीं है। चिराग पासवान ने सीएम नीतीश से आग्रह किया है कि जिन लोगों का पंजीकरण इन समस्याओं के बावजूद हो गया है उन्हें जांच कर वापस ट्रेन या बस के माध्यम से ले आएं। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार केंद्र के साथ विभिन्न राज्य में फंसे हुए मजदूरों की सूची साझा करें ताकि अधिक से अधिक ट्रेन की व्यवस्था की जा सके।


लोजपा सुप्रीमो ने जो तीसरा आग्रह किया है वह यह कि बिहार आने के बाद यह सुनिश्चित करना भी सरकार की ही जिम्मेदारी है कि वापस लौटे प्रवासी मजदूरों की सघन जांच हो, और उन्हें निश्चित अवधि के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाए।ऐसा न करने से प्रदेश में इस बीमारी का प्रकोप बढ़ सकता है। चिराग पासवान ने कहा है कि  मजदूरों को बिहार लाने की जिम्मेदारी  राज्य सरकार की है वहीं मजदूरों का ख्याल रखने का कर्तव्य भी सरकार की है। सोशल मीडिया पर बिहार के मजदूरों ने कई ऐसे वीडियो साझा किए हैं जिससे उनकी बदहाल स्थिति को देख दिल भावुक हो उठा है। चिराग पासवान ने आगे कहा है कि बड़ी संख्या में मजदूर सैकड़ों किलोमीटर पैदल यात्रा कर अपने घर लौटने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि चाहे जैसे भी हो रेलमार्ग से या फिर जिस तरीके से उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने लोगों को वापस लेकर आई है वैसे ही बिहार सरकार भी मजदूरों को वापस लाने की हर संभव कोशिश करे।


हाथरस में 4 बच्चों सहित 10 संक्रमित

हाथरस में एक ही परिवार में चार बच्चों सहित दस पॉजिटिव


हाथरस। हाथरस में कोरोना वायरस के संक्रमण का संकट गहरा गया है। लगातार इनकी संख्या में इजाफा हो रहा है। यहां एक परिवार के दस लोग संक्रमण की चपेट में हैं। इनमें बच्चे भी हैं। इस परिवार के बुजुर्ग नोएडा से इलाज कराकर वापस लौटे थे, जिसके बाद उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। इसके बाद इस परिवार के 27 लोगों को क्वारंटाइन किया था। अब 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें चार बच्चे भी हैं। हाथरस में पॉजिटिव लोगों की संख्या नौ से बढ़कर 19 हो गई है, जिसमें चार लोग तबलीगी जमात से जुड़े लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बृजेश राठौर ने बताया कि पीडि़त नोएडा से अपनी कीमोथेरेपी करा कर आए थे। घर के सभी मेंबर को क्वारंटाइन किया गया था। परिवार के दस लोग पॉजिटिव हैं।


'पॉजिटिव रिपोर्ट' से प्रशासन में हड़कंप

अंबेडकर नगर। अंबेडकरनगर में कोरोना ने दस्तक दे दी है। दिल्ली से आए दो युवकाें में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। रिपोर्ट आने के साथ ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। रामनगर विकास खंड के धनुकारा गांव के निवासी दोनों युवक अलग-अलग साधनों से गत सात मई को जिले में पहुंचे थे। एकलव्य स्टेडियम में इसी दिन उनकी स्क्रीनिंग की गई और संदिग्ध मानकर उन दोनों का नमूना जांच के लिए लखनऊ भेजा गया। साथ ही इसी दिन उन्हें होम क्वारंटाइन के लिए आवश्यक हिदायत के साथ भेज दिया गया।सोमवार को जब इनकी रिपोर्ट आई तो पॉजिटिव निकली। इससे प्रशासनिक अमला सकते में आ गया। सीएमओ डॉ. अशोक कुमार ने इसकी पुष्टि की है।


झांसी में एक और वायरस पॉजिटिव

झांसी में मिला एक और संक्रमित


झांसी। झांसी में सोमवार को एक और कोरोना पॉजिटव सामने आया है। यह कोतवाली क्षेत्र के बिसातखाना में मिले कोरोना पोजिटिव का भाई है। इसे मेडिकल कॉलिज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। आज यहां 119 में से एक पॉजिटिव मिला है। इसके साथ जिले में अब 26 पॉजिटिव हैं। यहां पर दो लोगों की कोरोना के कहर से मौत भी हो गई है।


लखनऊ को राहत नहींः बीते सप्ताह में तीन बार राहत के बाद कल लखनऊ के कैसरबाग सब्जी मंडी इलाके में पांच और कोरोना के मरीज पाए गए। इससे इलाके में एक बार फिर दहशत मच गई है। इनमें चार पुरुष और एक महिला शामिल है। सभी को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ऐसे में राजधानी लखनऊ में कोरोना मरीजों की संख्या 262 हो गई है। अब तक 210 लोग कोरोना के प्रकोप से बाहर आ चुके हैं।


क्वॉरेंटाइन सेंटर में युवक की मौत

सिकंदराबाद के क्वारंटीन सेंटर में युवक की मौत


बुलंदशहर। सिकंदराबाद क्षेत्र के क्वारंटीन सेंटर में युवक की मौत का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार युवक हरदोई जिले के गजाधरपुर, टडियावा का रहने वाला था। वह अपने परिवार के साथ गौतमबुद्ध नगर जिले के ग्राम देवला में मजदूरी करता था। रविवार को सिकंदराबाद टोल से उसे क्वारंटीन सेंटर में भेजा गया था। उसे टीबी की बीमारी थी। ज़िला प्रशासन ने बताया की उसके पिता ने तथ्य छिपाया, बीमारी की जानकारी पूछने पर भी नहीं दी। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है। शव परिजनों को सौंप दिया गया है।


अलीगढ़ में मिले दो और संक्रमित केस

अलीगढ़ में दो कोरोना पॉजिटिव केस मिले


अलीगढ़। अलीगढ़ में आज दो कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इसी फफाला के दवा कारोबारी को प्रशासन ने पॉजिटिव घोषित किया है। फिलहाल वह दिल्ली के एक हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर है। उनकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। वहीं सासनी गेट क्षेत्र के मोहल्ला अनारकली की महिला संक्रमित पाई गई है। वह आगरा रोड के एक निजी हॉस्पिटल में उपचार करा रही थी। इस तरह जनपद में अब कोरोना वायरस से पीडि़त मरीजों की संख्या बढ़कर 59 तक पहुंच गई है। इसमें से तीन मरीजों की पहले मौत हो चुकी है।


4 नए वायरस पॉजिटिव, 43 क्वॉरेंटाइन

गाजियाबाद में चार नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गाजियाबाद के विभिन्न क्षेत्रों में सोमवार को चार नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। क्षेत्र में सघन निरीक्षण का कार्य किया जा रहा है। संभावनाएं हैं संक्रमण बढ़ ना जाए। इनमें तीन पुरुष और एक महिला है। दो मरीज इंदिरापुरम क्षेत्र के हैं, जबकि एक मरीज प्रताप विहार और एक साहिबाबाद क्षेत्र का है जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा स्थिति का जायजा लिया गया एवं 43 संदिग्धों को क्वॉरेंटाइन किया गया।


दूसरे राज्यों से आने वाले कई कामगार मिल रहे पॉजिटिव
उत्तर प्रदेश के मुख्य स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि दूसरे राज्यों से आने वाले कई कामगार कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में गांव निगरानी समिति और शहरी क्षेत्रों में मोहल्ला निगरानी समिति का गठन किया गया है, ताकि मामलों पर नजर रखी जा सके।


दुश्मन से निपटने को तैयारः राजनाथ

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि उनका मंत्रालय सीमा पर नजर आने वाले दुश्मन के साथ ही कोरोना वायरस जैसे अदृश्य दुश्मन से निपटने के लिए तैयार है।


राजनाथ ने कहा-  भारत को सैन्य उपकरणों के निर्माण में आत्मनिर्भर बनना चाहिए। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर आयोजितः ऑनलाइन समारोह को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत को सैन्य उपकरणों के निर्माण में निश्चित रूप से आत्मनिर्भर बनना चाहिए और सरकार इसके लिए एक नीतिगत ढांचा बनाकर घरेलू रक्षा उद्योग को समर्थन दे रही है। भारत ने 11 मई 1998 को पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था, उसी दिन को याद करने के लिए हर साल 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है, स्वदेशी प्रौद्योगिकी हासिल करने का प्रतीक भी है।


राजनाथ सिंह ने कहा- रक्षा मंत्रालय देश के सभी दुश्मनों को ध्वस्त करने के लिए प्रतिबद्ध। राजनाथ सिंह ने कहा, 'मैं अपने देश के लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि रक्षा मंत्रालय देश के सभी दुश्मनों को ध्वस्त करने के लिए प्रतिबद्ध है, चाहें वो शत्रु सीमा पर नजर आने वाले हों या कोरोना वायरस जैसे नजर नहीं आने वाले दुश्मन हों।'


डीआरडीओ ने कोविड-19 के खिलाफ जंग में 50 से ज्यादा उत्पाद तैयार किए। उन्होंने आगे कहा, 'रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कोविड-19 के खिलाफ जंग में पिछले तीन-चार महीने में बायो-सूट, सैनिटाइजर डिस्पेंसर, पीपीई किट्स इत्यादि समेत 50 से ज्यादा उत्पाद तैयार किए हैं।' उन्होंने कहा कि हमारे रक्षा उद्योग की अदम्य भावना के चलते रिकॉर्ड समय में इन उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को बड़े पैमाने उत्पादन का संभव हो सका है। रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने नीतिगत ढांचा तैयार किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार ने घरेलू रक्षा उत्पाद के नए लक्ष्य निर्धारित किया है और इसे हासिल करने के लिए 'सही' नीतिगत ढांचा तैयार किया है। हमारा हमेशा यह मानना है कि स्वदेशी प्रौद्योगिकी और स्वदेशी उत्पाद का कोई विकल्प नहीं है। हम सही मायने में तभी पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन पाएंगे, जब भारत प्रौद्योगिकी के आयातक देश से निर्यातक देश बन जाएगा।


चंदौली छोड़ 74 जिलों में वायरस पहुंचा

चंदौली छोड़कर प्रदेश के 74 जिलों में पहुंचा कोरोना


चंदौली। प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण सोमवार को 74 जिलों तक पहुंच गया। अब सिर्फ चंदौली ही ऐसा जिला बचा है जहां अभी तक कोई भी कोविड-19 मरीज नहीं है। सोमवार को बलिया व आंबेडकर नगर नए जिले के रूप में सामने आए, जहां पॉजिटिव मरीज मिले हैं। अब कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 3573 हो गई है। प्रदेश में सोमवार को 109 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं, जबकि 105 को डिस्चार्ज किया गया है। डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की कुल संख्या 1758 पहुंच गई है। वहीं प्रदेश में अब 1735 एक्टिव मरीज बचे हैं। अब तक 80 मरीजों की मौत हो चुकी है।


मेरठः 14 की मौत, मरीज संख्या-260

मेरठ। मेरठ में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को शहर में कोरोना के 15 नए मरीज मिले हैं। अब जनपद में कोरोना के मरीजों की संख्या 260 हो गई है। इनमें अब तक 66 लोगों की छुट्टी हो चुकी है। जबकि 14 लोगों की मौत हो चुकी है। बाकी सभी मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।


जनपद हापुड़ में कोरोना से पहली मौतः पिलखुवा निवासी 85 वर्षीय जगदीश प्रसाद की सोमवार रात गाजियाबाद के जिला अस्पताल में मौत हो गई। परिवार के अनुरोध पर उन्हें कल मेरठ से गाजियाबाद स्थानांतरित किया गया था। वर्तमान में हापुड़ जनपद में 30 सक्रिय मामले हैं।


अतुल त्यागी


जिला गौतमबुध नगर में मृतक संख्या-3

गौतमबुद्ध नगर में कोरोना से तीसरी मौत


गौतमबुध नगर। गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना से तीसरी मौत का मामला सामने आया है। सेक्टर-19 निवासी 60 वर्षीय मरीज की सोमवार देर रात मौत हो गई। मरीज का शारदा अस्पताल में इलाज चल रहा था। बताया गया कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। 


फिरोजाबाद में एक नया मामलाः फिरोजाबाद में मंगलवार सुबह आई 134 रिपोर्ट में से 133 निगेटिव हैं, जबकि एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोरोना पॉजिटिव मेडिकल कॉलेज का वार्ड ब्वॉय है। एक और संक्रमित के साथ जिले में अब कुल मरीजों की संख्या 180 हो गई है।


मनरेगा लाभार्थियों के खाते में भेजे गए पैसेः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के लाभार्थियों के खाते में 225.39 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए।


बलिया में मिला पहला संक्रमण केस

बलिया में मिला पहला कोरोना संक्रमित


बलिया। ग्रीन जोन में 48 दिनों तक रहने के बाद सोमवार को बलिया में पहला कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। अब आने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए डीएम की अध्यक्षता में बैठक चल रही है। बैरिया थाना क्षेत्र के चांद दियर, मुरली छपरा का रहने वाला युवक 4 मई को ट्रेन से अपने 10 साथियों के साथ जौनपुर पहुंचा था। जौनपुर में थर्मल स्कैनिंग के बाद इसे बस से बलिया भेजा गया था। बलिया आने पर जिला प्रशासन ने एक विद्यालय में क्वारंटीन किया गया था और सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था। इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने से जिले में हड़कंप मच गया है। उधर पूरे परिवार को क्वारंटीन करने के साथ ही गांव को सैनिटाइज किया जा रहा है।


जिला सिद्धार्थनगर में 5 और पॉजिटिव

गोरखपुर। सिद्धार्थनगर जिले में पांच और लोग कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। यह सभी मुंबई से पिछले दिनों वापस आये थे। सभी को क्वॉरेंटाइन किया गया था। इनके लार के नमूने जांच के लिए गोरखपुर मेडिकल कालेज भेजा गया था। सुबह रिपोर्ट आते ही सभी मरीजों को सीएचसी बर्डपुर में आइसोलेट करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। सीएमओ डॉ सीमा राय ने बताया कि इटवा स्थित अल फारूक इंटर कालेज में  क्वॉरंटाइन दो व्यक्ति पाजिटिव मिले हैं। सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल करौंदा मसिना में दो व राम कुमार खेतान बालिका विद्यालय शोहरतगढ़ में क्वॉरंटाइन एक व्यक्ति पाजिटिव मिला है। सभी इन केंद्रों पर एक सप्ताह से रखे गए थे। जिले में कोरोना पाजिटिव की संख्या बढ़कर 24 हो गई है।


व्हाट्सएप से फैलाई कर्फ्यू की सनसनी

व्हाट्सएपियों ने फैला दी शहर में कर्फ्यू की सनसनी, DM ने किया खंडन
 गगन शर्मा 
आगरा। ताजनगरी हुई सेना के हवाले, तीन दिनों तक चप्‍पे चप्‍पे रहेगी फोर्स। कर लें सब्जियों का इंतजाम सब्‍जी मंडी भी रहेगी बंद। रविवार से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा मैसेज सोमवार को भी अपने चरम पर रहा। शाम होते- होते जिलाधिकारी पीएन सिंह ने हर अफवाह का खंडन करते हुए कहा है कि आगरा में जो व्‍यवस्‍था चल रही है वही रहेगी।शहर में एक बार फिर अफवाहों का सिलसिला चल रहा है। रविवार से सोशल मीडिया के व्‍हाट्सएप प्‍लेटफार्म पर तेजी से शहर में कर्फ्यू लगने की बात वायरल हो रही थी। पूरे दिन अफवाहों का बाजार गर्म रहा। आगरा में कर्फ्यू लगने और तीन दिनों तक शहर सेना के हवाले जैसी खबरें वायरल हो रही थीं। इसमें सब्‍जी मंडी भी तीन दिनों तक बंद रहने की बात कही जा रही थी। अफवाह इतनी ज्‍यादा लोगों के दिमाग में बैठ गई कि लोग समाचार पत्रों के कार्यालयों में फोन करके सुबह से खबर की पुष्टि करने लगे। सोमवार को पूरे दिन कार्यालयों पर फोन घनघनाते रहे। जिलाधिकारी पीएन सिंह ने सोमवार शाम को स्‍पष्‍ट किया आगरा में जो व्‍यवस्‍थाएं चल रही हैं वही चलेंगी। किसी तरह का कर्फ्यू नहीं लग रहा। हॉटस्‍पॉट क्षेत्रों में आवश्‍यक सामन की होम डिलीवरी यथावत जारी रहेगी। लॉकडाउन के दौरान केवल आवश्‍यक कार्यों से ही बाहर निकलने की छूट लेकिन हॉटस्‍पॉट क्षेत्रों में ये छूट भी बहुत अधिक नियम के साथ है। बता दें कि रविवार को सीएम योगी आदित्‍यनाथ के लॉकडाउन का सख्‍ती से पालन कराने के आदेश को रात से ही प्रभावी कर दिया गया है। एसएसपी बबलू कुमार ने लॉकडाउन का सख्‍ती से पालन कराने के अधिनस्‍थों को निर्देशदिए हैं। सोमवार सुबह से सड़कों पर बेवजह निकलने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। चालान काटकर उनपर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। इस वजह से भी आम लोगों के मन में अफवाह घर कर गई कि शहर में कर्फ्यू लग रहा है।


 


जानियेः कौन सी ट्रेन, कहां से चलेगी

लॉकडाउन: 15 रूट के ट्रेनों की पूरी लिस्ट, कौन-सी ट्रेन कब-कहां जाएगी, जानिए पूरा शेड्यूल


नई दिल्ली। देशभर में लॉकडाउन के बीच 12 मई से आंशिक रेल सेवा शुरू हो रही है। ये ट्रेनें देश के 15 अलग-अलग हिस्सों से राजधानी दिल्ली की ओर जाएंगी और 15 ट्रेनें दिल्ली से देश के अलग-अलग हिस्सों के लिए चलेंगी। यात्रा के लिए कल शाम चार बजे से आईआरसीटीसी की वेबसाईट पर बुकिंग शुरू हो चुकी है। 


ये स्पेशल ट्रेनें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद, जम्मू-तवी के बीच चलेंगी. कुछ को छोड़कर सभी ट्रेनें रोजाना चलेंगी।


12 मई से शुरू होने वाली ट्रेनें


हावड़ा (1650) - नई दिल्ली (1000),


राजेंद्र नगर (1900) - नई दिल्ली (0740)


नई दिल्ली (1610) - डिब्रूगढ़ (0700)


नई दिल्ली (2040) - जम्मूतवी (0545)


बेंगलुरू (2000) - नई दिल्ली (0555)


नई दिल्ली (1545) - बिलासपुर (1200) T, S


मुंबई सेंट्रल (1700) - नई दिल्ली (0835)


अहमदाबाद (1740) - नई दिल्ली (0730)



13 मई से शुरू होने वाली ट्रेनें


नई दिल्ली (1655) - हावड़ा (0955)


नई दिल्ली (1715) - राजेंद्र नगर (0530)


जम्मूतवी (1940) - नई दिल्ली (0500)


नई दिल्ली (1055) - तिरुवनंतपुरम (0525) T, W, Su


नई दिल्ली (1555) - चेन्नई सेंट्रल (2040) W, F


नई दिल्ली (1600) - रांची (1030) W, S


नई दिल्ली (1625) - मुंबई सेंट्रल (0815)


नई दिल्ली (1955) - अहमदाबाद (0940)


भुवनेश्वर (0930) - नई दिल्ली (1045)



14 मई से शुरू होने वाली ट्रेनें


डिब्रूगढ़ (2035) - नई दिल्ली (1015)


नई दिल्ली (2045) - बेंगलुरू (0640)


बिलासपुर (1400) - नई दिल्ली (1055) M, Th


रांची (1710) - नई दिल्ली (1055) Th, Su


नई दिल्ली (1705) - भुवनेश्वर (1725)



15 मई से शुरू होने वाली ट्रेनें


तिरुवनंतपुरम (1915) - नई दिल्ली (1240) T, TH, F


चेन्नई सेंट्रल (0605) - नई दिल्ली (1025) F, Su


नई दिल्ली (1055) - मडगांव (1250) F, S


18 मई से शुरू होने वाली ट्रेनें


अगरतला (1830) - नई दिल्ली (1120) M


17 मई से शुरू होने वाली ट्रेनें


मडगांव (1000) - नई दिल्ली (1240) M, Su


नई दिल्ली (1555) - सिकंदराबाद (1400) Su


20 मई से शुरू होने वाली ट्रेनें


नई दिल्ली (1950) - अगरतला (1330) W


सिकंदराबाद (1245) - नई दिल्ली (1040) W


श्रमिक ट्रेनों से उलट इन ट्रेनों के डिब्बों में सभी 72 सीटों पर बुकिंग होगी और इनके किराए में किसी भी प्रकार की छूट की संभावना नहीं है। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में एक डिब्बे में अधिकतम 54 यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति है। जागरूकता के लिए शेयर अवश्य करें। जनोपयोगी,आपसे सरोकार रखने वाली नौकरियों व व्यवसाय की उपयोगी जानकारी प्राप्त करने के लिए अपने व्हाट्सएप ग्रूप में नीचे दिए नंबर को जोड़े।


एडवोकेट राव प्रताप सिंह सुवाणा


टी-सीरीज़ में संक्रमण, कार्यालय सील

आॅफिस पहले से ही बंद चल रहा था, कुछ कर्मचारी ही थे ड्युटी पर


लखनऊ/मुंबई। कोरोना वायरस पूरी तरह से भारत में पैर पसार चुका है। ऐसे में आम-खास सभी संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। हाल ही में टी सीरीज के ऑफिस को सील कर दिया गया है। जबसे कोरोना वायरस फैलने लगा था, उसी समय से टी सीरीज के ऑफिस को बंद कर दिया गया था। ऑफिस के भीतर ही रहने वाले 7-8 कर्मचारियों को लॉकडाउन की वजह से अपने घर जाने को नहीं मिला था, इन्ही में से एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिला है जिसके बाद से पूरे दफ्तर को सील कर दिया गया।
टी सीरीज का दफ्तर रेजिडेंशियल इलाकों के पास है यही वजह है कि से तुरंत सील कर दिया गया। टी सिरीज के पीआरओ के अनुसार जी जब से लॉकडाउन हुआ है, उसके पहले से ही टी. सीरीज का ऑफिस बंद है, बीच में एक बार सभी से जरूरी सामान जो कि दफ्तर में था उसे ले जाने के लिए कहा गया था जिसके बाद से सारे कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं।
सात-आठ कर्मचारी जिसमें सिक्योरिटी गार्ड्स, केयरटेकर थे, वह हमेशा से ऑफिस में ही रहा करते थे। लॉकडाउन की वजह से ये अपने घर नहीं जा पाए तो ऑफिस में ही थे लेकिन अब एक केयरटेकर कोरोनावायरस पॉजिटिव पाया गया है, जिसके बाद अंधेरी में ही ट्रीटमेंट के बाद उसे क्वॉरेंटाइन कर दिया गया। हालांकि और तीन-चार कर्मचारियों का टेस्ट हुआ है जिसकी रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। सुरक्षा के चलते बिल्डिंग को सील कर दिया गया है।


यूपी में 6 भत्ते खत्म करने का फैसला

लखनऊ। कोरोना महामारी के कारण वित्तीय दिक्कतों में जूझ रही राज्य सरकार ने नगर प्रतिकर भत्ता (सीसीए) व सचिवालय भत्ता सहित छह भत्तों को समाप्त करने का फैसला लिया है। वित्त विभाग से जल्द ही इससे संबंधित शासनादेश जारी होगा। बताया जाता है कि राज्य सरकार ने कैबिनेट बाई सकुर्लेशन इस पर मुहर भी लगा दी है। सरकार के इस फैसले की भनक कर्मचारी संगठनों को लग चुकी है।


कोविड से जंग के लिए वित्तीय संसाधनों के प्रबंधन में जुटी सरकार ने बीते 24 अप्रैल को नगर प्रतिकर भत्ता, सचिवालय भत्ता, अवर अभियंताओं को मिलने वाले विशेष भत्ता, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलने वाले रिसर्च, अर्दली व डिजाइन भत्ता तथा सिंचाई विभाग में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलने वाले आईएंडपी भत्ता और अर्दली भत्ता के साथ ही पुलिस विभाग के अपराध शाखा, अनुसंधान विभाग, भ्रष्टाचार निवारण संगठन, आर्थिक अपराध अनुसंधान, सर्तकता अधिष्ठान, अभिसूचना सुरक्षा शाखा तथा विशेष जांच शाखा में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलने वाले विशेष भत्ता को स्थगित किया था। इन भत्तों का भुगतान एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक स्थगित करने का आदेश जारी किया गया था। अब इन भत्तों को समाप्त कर दिया गया है।


इस संबंध में पूछे जाने पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना का कहना है कि छठवें वेतन आयोग की संस्तुतियों में जो भत्ते समाप्त करने की सिफारिशें थी, उन्हें ही समाप्त करने का फैसला लिया गया है। इन भत्तों को केंद्र सरकार ने भी समाप्त किया है। राज्य कर्मचारियों को वेतन, डीए और एचआरए मिलता रहेगा। प्रदेश की आर्थिक गतिविधियां सुस्त हैं। तमाम दुश्वारियों के बाद भी कर्मचारियों को उनका वेतन समय से दिया जा रहा है और आगे भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अप्रैल माह में 12141 करोड़ राजस्व के सापेक्ष महज 1178 करोड़ राजस्व खजाने में आया।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 13, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-276 (साल-01)
2. बुधवार, मई 13, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि- पंचमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:50,सूर्यास्त 07:02।


5. न्‍यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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