बुधवार, 3 फ़रवरी 2021

आंदोलन: पानी की जगह आग मांगी होती तो..

राणा ओबराय    

जींद। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के आंदोलन के 70वें दिन हरियाणा के जींद जिले में महापंचायत हो रही है। यह महापंचायत कंडेला में हो रही है। जिसमें सैकड़ों गांवों के किसान एकत्रित हुए हैं। हरियाण के जींद में किसानों की महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैट पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार के पास अक्टूबर तक का वक्त है। अगर सरकार नहीं मानी तो हम 44 लाख टैक्टर के साथ मार्च करेंगे। इस महापंचायत में हरियाणा के करीब 50 खापों के प्रतिनिधि भी महापंचायत शामिल हैं। इस महापंचायत में किसान आंदोलन की आगामी रणनीति बनाई जाएगी।राकेश टिकैत ने सरकार को ललकारते हुए कि 30 लाख लोग दिल्ली के अंदर आंदोलन में शामिल हुए। वहां उस दिन अगर मैंने अगर पानी की जगह आग मांग ली होती तो पता नहीं क्या होता, लेकिन मैंने पानी इसलिए मांगा क्योंकि पानी की तासीर ठंडी होती है। उन्होंने किसानों से कहा कि आप गुस्सा नहीं करेंगे आप अपना गुस्सा हमें दे दे। राकेश टिकैत ने कहा कि जब जब राजा डरता है तब-तब किलेबंदी करता है। उन्होंने कहा कि कीलें तो लाल किले पर भी गाडी गईं थीं। हम दिखा देंगे आने वाले 400 सालों तक ये आंदोलन याद रखा जाएगा। हम ये कीलें अपने खेतों में नहीं लगाते हैं। मेरा शरीर इन कीलों पर लेटेगा। उन्होंने सरकार को ललकारते हुए कहा कि यदि इस देश के युवा ने अगर गद्दी बदलने पर आ गया तो सरकार के लिए बुरा हो जाएगा। टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर लगी हुईं किलों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ये कीलें उखाड़ ली जाएंगी और चौपाल में रखी जाएंगी। ये कीलें आने वाली पुस्तों को दिखाई जाएंगी कि कैसे किसान लड़ाई जीता था। हरियाणा के जींद में किसानों की महापंचायत हो रही है। यहां पर बना मंच टूट गया है। मंच पर तय सीमा से अधिक लोग चढ़ गए थे। जिसके बाद मंच ही टूट पड़ा. इस दौरान राकेश टिकैत भी वहां मौजूद थे। लेकिन सभी लोग संभले और राकेश टिकैत ने कहा कि कोई दिक्कत नहीं है। किसानों की लड़ाई मजबूती से लड़ी जा रही है।

सऊदी ने 20 देशों से विमान सेवाओं पर लगाई रोक

रियाद। सऊदी अरब ने अपने यहां पर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से पाकिस्‍तान समेत 20 देशों से हवाई यातायात को फिलहाल स्‍थगित कर दिया है। अब केवल वही लोग सऊदी अरब में प्रवेश कर सकेंगे जो वहां के नागरिक हैं, डिप्‍लोमेट हैं और डॉक्‍टर या उनके परिजन हैं। ये आदेश 3 फरवरी से लागू कर दिया गया है। जिन देशों से आने वाले लोगों पर सऊदी अरब ने बैन लगाया है। उनमें संयुक्‍त अरब अमीरात, जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, मिस्र, लेबनान,  अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, आयरलैंड, इटली, ब्राजील, पुर्तगाल, तुर्की, स्‍वीडन, स्विटजरलैंड, जापान और भारत और भारत का भी नाम शामिल है। सऊदी अरब की स्‍टेट न्‍यूज एजेंसी के मुताबिक सऊदी अरब ने 21 दिसंबर 2020 को विदेश से आने और जाने वाली विमान सेवाओं को रोक दिया था। 28 दिसंबर को इसको फिर बढ़ा दिया गया था। ये सब कुछ कोरोना वायरस के नए स्‍ट्रेन के कई देशों में पाए जाने के बाद किया गया था। इसके बाद 4 जनवरी को अपनी सीमा खोली थी। सऊदी अरब ने जिन देशों के यात्रियों पर अपने यहां आने अस्‍थायी तौर पर रोक लगाई उनमें अधिकतर वही देश शामिल हैं जहां पर कोरोना वायरस के नए स्‍ट्रेन के मामले सामने आए हैं। आपको बता दें कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री इस स्‍ट्रेन को पहले सामने आए प्रकारों से अधिक घातक बता चुके हैं। यही वजह है कि पूरी दुनिया इस नए खतरे को देखते हुए सभी एहतियाती उपाय कर रही हैं। आपको यहां पर ये भी बता दें कि सऊदी अरब द्वारा जिन देशों के यात्रियों पर बैन लगाया गया है उनमें से कुछ को भारत कोविड-19 वैक्‍सीन की सप्‍लाई कर रहा है। इतना ही नहीं सऊदी अरब का भी नाम उन देशों में शामिल है जहां पर भारत अपनी वैक्‍सीन को उपलब्‍ध करवा रहा है। आपको बता दें कि सऊदी अरब में कोरोना वायरस के अब तक 368,639 मामले सामने आए हैं जिनमें से 6,383 मरीजों की मौत हो चुकी है जबकि 360,110 मरीज ठीक भी हुए हैं। वहीं पाकिस्‍तान की बात करें तो वहां पर अब तक कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्‍या 547,648 पहुंच गई है और 11,746 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि 495,863 ठीक भी हुए हैं। पाकिस्‍तान में कोरोना वायरस से मुक्ति के लिए सरकार ने टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री इमरान खान की मौजूदगी में इसकी शुरुआत 2 फरवरी को हुई और इसका पहला टीका इस्‍लामाबाद के अस्‍पताल प्रमुख को लगाया गया। पाकिस्‍तान ने चीन से सिनोफार्म की कोरोना वैक्‍सीन मिलने के बाद इसकी शुरुआत की है। पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस आपूर्ति के लिए चीन का धन्‍यवाद भी किया है।

आंदोलन: अंतरराष्ट्रीय हस्तियों को सरकार की सलाह

किसान आंदोलन पर अंतरराष्ट्रीय हस्तियों को सरकार की सलाह- पहले तथ्यों को जान लेना चाहिए
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारत ने अंतरराष्ट्रीय हस्तियों द्वारा भारत के किसान आंदोलन की लेकर की गयीं। टिप्पणियों को गैरजिम्मेदाराना करार दिया है और उन्हें सलाह दी है, कि ऐसे आंदोलन भारत की लोकतांत्रिक राजनीति के संदर्भ में देखे जाने चाहिए और कोई भी टिप्पणी करने से पहले तथ्यों को अच्छे से समझना चाहिए।
विदेश मंत्रालय ने आज यहां एक बयान में कहा कि भारत की संसद ने कृषि क्षेत्र में सुधार लाने वाले वाले कानून बहस एवं परिचर्चा के बाद बनाये हैं। ये सुधार किसानों के लिए अधिक विकल्प और बाजार तक सीधी पहुंच सुनिश्चित करते हैं। और इससे आर्थिक रूप से लाभकारी कृषि का भी मार्ग प्रशस्त होता है।
बयान में कहा कि भारत के कुछ हिस्सों में किसानों के एक छोटे से वर्ग को इन सुधारों पर कुछ आपत्तियां हैं। प्रदर्शनकारियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए सरकार ने उनके प्रतिनिधियों के साथ कई बैठकें कीं। केन्द्रीय मंत्री बातचीत में शामिल हैं। और अब तक 11 दौर की बातचीत हो चुकी है। सरकार ने कानूनों को लंबित रखने का भी प्रस्ताव किया है। और यह प्रस्ताव प्रधानमंत्री की ओर से आया है।
बयान के अनुसार इन सबके बावजूद यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कि कुछ तुच्छ स्वार्थी समूह अपना एजेंडा आंदोलनकारियों पर थोपने और आंदोलन को विफल करने की कोशिश कर रहे हैं। यह चीज़ 26 जनवरी को देश के गणतंत्र दिवस को दिखायी दी।
भारत के संविधान के लागू होने की वर्षगांठ पर देश की राजधानी में हिंसा एवं तोड़फोड़ की गयी। इन्हीं स्वार्थी समूहों में से कुछ भारत के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। इन्हीं तत्वों के उकसावे पर विश्व के कई हिस्सों में महात्मा गांधी की प्रतिमाओं को अपवित्र किया गया। यह भारत और विश्व के समस्त सभ्य समाज के लिए बहुत ही दुखद स्थिति है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत के पुलिस बल ने बहुत ही संयम से इन प्रदर्शनों का सामना किया। पुलिस में काम करने वाले सैकड़ों पुरुषों एवं महिलाओं पर शारीरिक हमले किये गये और कुछ मामलों में उन्हें धारदार हथियारों से जख्मी किया गया। हम बताना चाहते हैं। कि इन आंदोलनों एवं प्रदर्शनों को भारत की लोकतांत्रिक राजनीति एवं मूल्यों के संदर्भ में देखा जाना चाहिए तथा सरकार एवं संबंधित किसान समूह इस गतिरोध को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं।
हम अपील करते हैं। कि ऐसे मामलों में टिप्पणी करने से पहले तथ्यों को जान लेना चाहिए और मुद्दे को अच्छी तरह से समझना चाहिए। सोशल मीडिया में सनसनीखेज टिप्पणियों से सार्वजनिक जीवन में ख्यातिप्राप्त हस्तियों को प्रभावित होना ना तो उचित है। और ना ही जिम्मेदाराना।

मेक इन इंडिया के तहत हुआ सबसे बड़ा सौदा

मेक इन इंडिया के तहत हुआ अब तक का सबसे बड़ा सौदा, एचएएल बनाएगा तेजस विमान
बेंगलुरू। देश में रक्षा क्षेत्र के बडे सार्वजनिक उपक्रम हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को वायु सेना के लिए 83 तेजस मार्क 1 ए लड़ाकू विमान बनाने का आर्डर आज विधिवत रूप से मिल गया। बुधवार को यहां शुरू हुए एशिया के सबसे बडे एयर शो एयरो इंडिया के उदघाटन के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी मे रक्षा मंत्रालय में महानिदेशक रक्षा खरीद ने एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर माधवन को इस अनुबंध से संबंधित दस्तावेज प्रदान किये।
इसके तहत एच ए एल वायु सेना के लिए 83 मार्क 1 ए लड़ाकू विमान बनायेगा और इन पर करीब 48 हजार करोड रूपये की लागत आयेगी। यह मेक इन इंडिया के तहत अब तक का सबसे बडा सौदा हैं। एचएएल इन विमानों के दो संस्करण बनायेगी जिनमें 73 तेजस मार्क 1 ए होंगे और 10 तेजस मार्क 1 होंगे। माधवन ने एक दिन पहले ही संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा था। कि पहले तेजस विमान की आपूर्ति वायु सेना को 36 महीने में की जायेगी और 9 सालों की अवधि में सभी विमान वायु सेना को सौंप दिये जायेंगे। रक्षा मंत्री ने इस मौके पर कहा कि आने वाले समय में तेजस वायु सेना के लडाकू विमानों के बेड़े की रीढ़ साबित होगा। उन्होंने कहा कि एचएएल रक्षा क्षेत्र में देश की जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
मालदीव और श्रीलंका जैसे मित्र देशों ने तेजस की खरीद में दिलचस्पी दिखायी है। तेजस परियोजना 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय शुरू हुयी थी। तेजस विमान ने अब तक विभिन्न आयोजनों और मौकों पर अपने करतब तथा जौहर दिखाये हैं। और यह विमान 6000 सफल उड़ान भर चुका है। एयरो इंडिया के उदधाटन के बाद रक्षा मंत्री ने इंडिया पैवेलियन का भी उदघाटन किया।

सांसदों को मिलेंगी 24 घंटे संसदीय सूचनाएं, सुविधा

सांसदों को मिलेंगी 24 घंटे संसदीय सूचनाएं, ओम बिरला ने आरंभ की ये सुविधा
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर लोकसभा सचिवालय ने सांसदों को चौबीसों घंटों शोध एवं सूचना की सुविधा मुहैया कराने के लिए सदस्यों को संसदीय शोध एवं सूचना समर्थन (प्रिज़्म)  सुविधा आरंभ की है। लोकसभा सचिवालय के अनुसार इनमें समर्पित अधिकारियों की एक टीम लगायी गयी है। सदस्य किसी भी वक्त प्रिज़्म में फोन करके कम से कम समय में आवश्यक सूचनाएं या सहयोग प्राप्त कर सकेंगे।
इसके लिए दो विशेष टेलीफोन लाइनें 011-23034654 और 011-23794236 तथा विशेष मोबाइल नंबर 9711623767 होगा जिन पर सदस्य कॉल करके या मैसेज करके कोई भी सूचना प्राप्त कर सकेंगे। लोकसभा को कागज रहित संस्था बनाने के अभियान के तहत सदस्यों को सभी सूचनाएं डिजीटल माध्यम से उपलब्ध करायीं जाएंगी।
बिरला का मानना है। कि लोकसभा सचिवालय को सदस्यों को नीतिगत विषयों पर शोधपरक आवश्यक सूचनाएं उपलब्ध कराने के लिए सक्रियता से काम करना चाहिए ताकि सदस्य संसदीय दायित्वों का प्रभावी ढंग से निर्वाह कर सकें। इससे ज्ञान आधारित समाज बनाने में सहायता मिलेगी।

भारत में किसान आंदोलन के प्रति एकजुट: थनबर्ग

युवा जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग बोले- हम भारत में किसान आंदोलन के प्रति एकजुट हैं।
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। मशहूर पॉपसिंगर रिहाना और युवा जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने तीन कृषि कानूनों को वापस लिये जाने की मांग को लेकर पिछले वर्ष 26 नवम्बर से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलनरत किसानों के प्रति अपना समर्थन जताया है।
किसानों के आंदोलन वाले बहुत से स्थानों पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दिये जाने की सरकार की कार्रवाई पर प्रकाश डालते एक समाचार आलेख की साझेदारी करते हुए रिहाना ने ट्वीट किया हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में किसान आंदोलन को हैशटैग भी किया। रिहाना की इस टिप्पणी के बाद थनबर्ग भी किसान आंदोलन को समर्थन में सामने आ गयी। थनबर्ग ने अपने ट्वीट में कहा हम भारत में किसान आंदोलन केज प्रति एकजुट हैं। इस बीच किसान आंदोलन को लेकर रिहाना की टिप्पणी के बाद बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने इसके लिए उनकी यह कहते हुए आलोचना की कि प्रदर्शनकारी किसान नहीं है।
कंगना ने ट्वीट कर कहा, कोई भी इसलिए बात नहीं कर रहा है। क्योंकि ये किसान नहीं आतंकवादी हैं। जो भारत को बांटना चाहते हैं। ताकि चीन हमारे देश पर कब्जा कर ले और यूएसए जैसी चाइनीज कॉलोनी बना दे। शांति से बैठो बेवकूफ। हम तुम्हारे जैसे मूर्ख नहीं है। जो अपने देश को बेच दें।
उल्लेखनीय है। कि दिल्ली में गणतंत्र दिवस की हिंसा के बाद सरकार ने ऐहतियात के तौर पर सिंघु, गाजीपुर और टिकरी सीमाओं पर किसान आंदोलन वाले इलाकों में शनिवार को इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी थी। और बाद में निलंबन अवधि मंगलवार तक बढ़ा दी गयी।
हरियाणा सरकार ने भी कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य के 17 जिलों में 31 जनवरी की शाम तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी थी। और बाद में इसकी अवधि तीन फरवरी तक बढ़ा दी गयी है।

जर्मन कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचा डोर्टमंड

जर्मन कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचा डोर्टमंड, उलटफेर का शिकार बना लीवरकुसेन

बर्लिन। बोरुसिया डोर्टमंड ने सेकेंड डिवीजन की टीम पैडरबोर्न को अतिरिक्त समय तक चले मैच में 3-2 से हराकर जर्मन कप फुटबॉल टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया लेकिन बायेर लिवरकुसेन चौथी श्रेणी की टीम रोट वीज इसेन से हारकर बाहर हो गया। इर्लिंग हालैंड ने अतिरिक्त समय में गोल करके डोर्टमंड को जीत दिलायी। डोर्टमंड को लग रहा था, कि उसने निर्धारित समय में ही 3-1 से जीत दर्ज कर ली है। लेकिन रेफरी टोबियास स्टीलर ने फेलिक्स पासलैक के पैडरबोर्न के कप्तान सेबेस्टियन शोनलाउ के खिलाफ संभावित फाउल के लिये वीडियो रीप्ले का सहारा लिया। स्टीलर ने वीडियो रीप्ले के बाद गोल निरस्त करके पैडरबोर्न को पेनल्टी दे दी थी। इंजुरी टाइम के सातवें मिनट में प्रिस ओसी ओवुसु ने पेनल्टी पर गोल करके पैडरबोर्न को बराबरी दिलायी थी। इससे पहले डोर्टमंड ने एमरे कैन (छठे) और जादोन सांचो (16वें मिनट) के गोल से शुरू में बढ़त हासिल कर ली थी। पैडरबोर्न के लिये पहला गोल जुलियन जस्टवान ने 79वें मिनट में किया था।
एक अन्य मैच में रोट वीज एसेन ने अतिरिक्त समय में दो गोल करके लिवरकुसेन को 2-1 से हराया। दोनों टीमें निर्धारित समय तक गोलरहित बराबरी पर थी। लिवरकुसेन के लिये लियोन बैली ने 105वें मिनट में गोल किया लेकिन एसेन की टीम ओजुहान केलकिर (108वें मिनट) और सिमोन इंगेलमैन (117वें मिनट) के गोल से उलटफेर करने में सफल रही।

निर्दोष किसानों को निशाना न बनाए सरकार: आजाद

राज्यसभा में कांग्रेस ने कहा- निर्दोष किसानों को निशाना न बनाए सरकार, कृषि कानून वापस हों
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली के लाल किले में हुयी हिंसा की कड़ी निंदा करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, कि दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। किंतु निर्दोष किसानों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार से नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग भी मांग भी की
राज्यसभा में बुधवार को विपक्ष के नेता आजाद ने किसानों को देश की सबसे बड़ी ताकत करार देते हुए कहा कि किसान अंग्रेजों के जमाने से संघर्ष करते रहे हैं। और हर बार उन्होंने शासन को झुकने के लिए मजबूर किया। आजाद ने राष्ट्रपति अभिभाषण पर सदन में हुयी चर्चा की शुरूआत करते हुए कहा कि किसान हमेशा से संषर्ष करते रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने विभिन्न किसान आंदोलनों का भी विस्तार से जिक्र किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि नए कृषि कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए। आजाद ने जब यह बात कही, प्रधानमंत्री मोदी उस समय सदन में मौजूद थे।
आजाद ने कहा कि किसानों की ताकत देश की सबसे बड़ी ताकत है। और उनसे लड़ाई कर हम किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकते। उन्होंने 1900 के दशक में पंजाब में हुए किसान आंदोलनों के दौरान लोकप्रिय गीत पगड़ी संभाल जट्टा पगड़ी संभाल की कुछ पंक्तियों को भी उद्धृत किया और कहा कि किसानों ने अंग्रेज सरकार को भी अपने कानून वापस लेने के लिए मजबूर कर दिया था। इससे पहले भाजपा सांसद भुवनेश्वर कालिता ने राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने प्रस्ताव किया राष्ट्रपति ने 29 जनवरी, 2021 को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में जो अभिभाषण दिया है। उसके लिए राज्यसभा के वर्तमान सत्र में उपस्थित सदस्य राष्ट्रपति के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं। भाजपा के विजयपाल सिंह तोमर ने प्रस्ताव का समर्थन किया।
चर्चा में भाग लेते हुए आजाद ने जय जवान, जय किसान नारे का जिक्र करते हुए कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा में लगे सैनिक अत्यंत प्रतिकूल स्थिति में रहते हैं। जहां तापमान शून्य से 50 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता है। उन्होंने पिछले साल गलवान घाटी में शहीद हुए देश के 20 जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले ढाई महीने से चल रहे आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले किसानों को भी श्रद्धांजलि दी। आजाद ने 26 जनवरी को हुयी हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान बेहद निंदनीय है। और उस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। लेकिन इस क्रम में निर्दोष किसानों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने 26 जनवरी के दिन गुम हुए लोगों की तलाश किए जाने की भी मांग की।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर और कुछ पत्रकारों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किए जाने का जिक्र करते हुए आजाद ने कहा कि जो व्यक्ति देश का पूर्व विदेश राज्य मंत्री रह चुका हो तथा विश्व में देश का नेतृत्व कर चुका हो, जिसे लोगों ने लोकसभा के लिए चुना हो।वह व्यक्ति देशद्रोही कैसे हो सकता है। श्रीलंका की नौसेना के हाथों चार मछुआरों के मारे जाने का उठा मुद्दा। सरकार ने कहा कि जनवरी माह में श्रीलंका की नौसेना के हाथों तमिलनाडु के चार मछुआरों के मारे जाने का मुद्दा पड़ोसी देश के समक्ष उठाया गया है। और स्पष्ट शब्दों में कहा गया है। कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान सदस्यों द्वारा यह मुद्दा उठाए जाने पर कहा कि इस बारे में पड़ोसी देश से बात की जा चुकी है। उन्होंने कहा श्रीलंका की सरकार के समक्ष यह मुद्दा उठाया गया और स्पष्ट शब्दों में कहा गया है। कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कांग्रेस ने बीमा कंपनियों पर लगाया किसानों के साथ धोखा करने का आरोप...
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू होने के पांच साल बाद भी किसानों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल पाने का दावा करते हुए राज्यसभा में बुधवार को कांग्रेस के एक सदस्य ने बीमा कंपनियों पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया और सरकार से इस ओर ध्यान देने की मांग की। उच्च सदन में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के राजामणि पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2016 में शुरू की गई थी। उन्होंने कहा लेकिन कई किसानों को प्राकृतिक आपदा की वजह से फसल खराब होने के तीन चार साल बाद भी मुआवजा नहीं मिल पाया है। बीमा कंपनियां किसानों को धोखा दे रही हैं। किसान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि किसानों के साथ धोखा करने वाली बीमा कंपनियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
नायडू ने मोबाइल फोन पर सदन की कार्यवाही रिकॉर्डिंग करने पर चेताया...
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने उच्च सदन के सदस्यों को सदन की कार्यवाही की मोबाइल फोन से रिकॉर्डिंग करने पर आगाह करते हुए कहा कि ऐसी अनधिकृत रिकॉर्डिंग और सोशल मीडिया पर उसका प्रसार संसदीय विशेषाधिकरों का हनन और सदन की अवमानना हो सकता है। सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही सभापति नायडू ने कहा कि संसदीय नियमों के मुताबिक राज्यसभा कक्ष में सैल्यूलर फोन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि सदस्यों को कक्ष में ऐसी अवांछित गतिविधियों से बचना चाहिए। ज्ञात हो कि कुछ विपक्षी सदस्यों ने मंगलवार को कृषि विधेयकों को लेकर सदन में हो रहे हंगामे को अपने मोबाइल कैमरों में कैद किया और उन्हें सोशल मीडिया पर साझा भी किया। कुछ चैनलों ने इन्हें प्रसारित भी किया।

बिना पड़ताल आम के पेड़ों के कटान की परमीशन

अतुल त्यागी
 सूचना पर वन विभाग अधिकारी मौके पर मौजूद...
हापुड़। पर्यावरण को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार जहां एक तरफ पौधारोपण कराने के लिए पूरे जोर शोर से मुहिम चला रही। वहीं अवैध रूप से मोटी कमाई के चक्कर में लकड़हारे जम आम के हरे भरे पेड़ों पर आरा चलाने से बाज नहीं आ रहे, हद तो तब हो गयी। जब पेड़ों के खराब होने की जानकारी वन विभाग अधिकारी को देते हैं और वन अधिकारी बिना पड़ताल के पेड़ों की जांच के पेड कटान की परमीशन दे देते हैं। जनपद के थाना सिंभावली क्षेत्र के सींगनपुर में किसान अशोक पुत्र सुखबीर के बाग में करीब 240 पेड आम के हरे भरे थे। वहीं 40 पेड़ों को खराब बताकर उनकी  परमीशन वन विभाग और जब इसकी जानकारी लगी तो मौके पर पहुंचे वन रैंजर मोहन विष्ट और वन अधिकारी विनोद कुमार पहुंचे और देखा गया कि बाग में लगभग 240 पेड होने पाए गये। अब देखने वाली बात ये है कि 40 पेड़ों की परमीशन की आड़ में 240 पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलनी थी। वन अधिकारी विनोद कुमार ने बताया, कि मौके पर पहुंच कर जांच करने के बाद सींगनपुर निवासी अशोक पुत्र सुखबीर और लकड़ी ठेकेदार मतीम निवासी किठौर के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है।

कौशांबी: जवाबदेही के लिए यातायात पुलिस

कौशांबी। सड़कों पर गुजरने वाले वाहनों के अभिलेखों को चेक करने और गलत वाहनों के सड़कों पर चलने से रोकने की जवाबदेही के लिए यातायात पुलिस विभाग बनाया गया है। लेकिन जिले में यातायात पुलिस विभाग इसके उल्टा करने पर उतारू है। वाहन चेकिंग के नाम पर केवल बाइक चालकों का शोषण कर धना दोहन यातायात पुलिस का मकसद बन चुका है। वाहन चेकिंग के नाम पर पूरे दिन केवल बाइक चालकों को चेक किया जाता है। जिले के प्रत्येक चौराहे बाजारों से प्राइवेट बसें टेंपो टैक्सी ई-रिक्शा विक्रम बेतरतीब तरीके से बीच सड़कों पर खड़े होकर सवारियां भरते हैं और अवैध तरीके से पूरे जिले में फर्राटा भरते हैं यह वाहन  ओवरलोड भी चलते हैं और 30 परसेंट से अधिक वाहनों के चालकों के पास जायज लाइसेंस नहीं है। प्राइवेट वाहन चालक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। लेकिन एक भी प्राइवेट वाहन पर वाहन चेकिंग के दौरान यातायात पुलिस कार्यवाही नहीं कर रही है। बालू लदे ट्रैक्टर और ट्रक ओवरलोड के बाद भी इन वाहनों पर यातायात पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं होती है लेकिन बाइक सवारों पर यातायात पुलिस इस कदर टूट पड़ती है। जैसे बाइक चालको ने देश की सीमा पार कर बड़ा अपराध कर दिए हैं। इन दिनों वाहनों के पीछे रैंपो रिफ्लेक्टिव टेप यातायात पुलिस द्वारा लगाया जा रहा है। रैम्पो रिफ्लेक्टिव टेप के लगाए जाने में अवैध वाहनों में यह टेप लगाकर यातायात पुलिस वाहवाही लूट रही है।
जिन वाहनों के पास रजिस्ट्रेशन ही नहीं है। उन वाहनों को सड़कों पर चलने का अधिकार नहीं है। लेकिन ऐसे ट्रालियों में भी रैंपो रिफ्लेक्टिव टेप यातायात पुलिस द्वारा लगाकर वाहवाही लूटी जा रही है। जिनका पंजीकरण भी नहीं है। यातायात पुलिस द्वारा बिना रजिस्ट्रेशन ट्रालियों में रिफ्लेक्टिव टेप लगाए जाने के मामले के जांच कराकर इनकी मनसा को उजागर करना होगा। साथ ही साथ वाहन जांच के नाम पर अवैध विक्रम टेंपो बसों पर इनकी मेहरबानी के मामले को आला अधिकारियों को संज्ञान लेना होगा। जिससे यातायात पुलिस के चेहरे की हकीकत उजागर होगी।
राजकुमार 

युवक के शरीर का आधा हिस्सा मिला, जांच जारी

अंकित गोस्वामी  
गाजियाबाद। लोनी क्षेत्र अपराधियों के लिए किस हद तक मददगार हो सकता है या यूं कहिए अपराधियों के लिए एक महफूज और सुरक्षित स्थान बन गया है। दिल्ली से सटी सीमा का बाहरी अपराधी भी खूब लाभ उठाते हैं। लोनी थाना क्षेत्र स्थित लालबाग जंगलात के नाले में बुधवार सुबह प्लास्टिक के बोरे में बंद कर फेंके गए आधे शव की टांग दिखाई देने पर स्थानीय निवासियों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। लोनी क्षेत्र अधिकारी अतुल कुमार सोनकर व थाना प्रभारी लोनी ओपी सिंह चौकी प्रभारी डावर तलाब हरिओम वर्मा आदि तुरंत मौके पर पहुंचे। बोरे को कब्जे मे लेकर, प्लास्टिक का बोरा खुलवाया तो किसी युवक के नीचे का आधा हिस्सा मिला। पुलिस के द्वारा हत्या कर शव को दो हिस्से में अलग-अलग स्थानों पर फेंकने का अनुमान लगाया है। साथ ही मामले की जानकारी के लिए विभिन्न पहलुओं पर निरीक्षण किया जा रहा है। जिसमें पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगी है एवं नाले की सफाई करा रही है। पुलिस का कहना है कि शरीर का आधा हिस्सा काफी पुराना लग रहा है। किसी ने यहां लाकर फेंक दिया है। आधा हिस्सा और कहीं फेंक दिया होगा।

पुलिस एवं प्रेस लिखी गाड़ियाँ परेशानी का सबब

अकांशु उपाध्याय   
 नई दिल्ली। राष्ट्र के चौथे स्तम्भ कहे जाने वाले प्रेस एवं लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे पुलिस महकमा के लोगो के लिये सड़क पर दौड़ रही वाहनों पर पुलिस एवं प्रेस लिखी गाड़ियाँ परेसानी का सबब बनी हुई ही जिसका कोई पुरसाहाल नही है। उल्लेखनीय है कि सड़क पर दौड़ रहे फर्जी प्रेस एवं पुलिस लिखी गाड़ियां जहॉं प्रशाशन तथा पत्रकारों के लिए परेसानी का सबब बनी हुई हैं। वहीं न्यायालय के आदेश की धज्जियां उड़ाई जारही है। मालूम होकि प्रदेश में जहॉं फर्जी पत्रकारों की बाढ़ आई हुई है। वही फर्जी पुलिस कर्मियों की भी कमी नही है। विगत कुछ दिनों पूर्ब नगर के किसान चौक पर एक फर्जी पुलिस कर्मी को रोब गाँठते हुए असली पुलिस कर्मियों ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। परन्तु मामला ढाँक के तीन पात साबित हुए और आजभी पुलिस एवं प्रेस लिखी गाड़ियाँ धड़ल्ले के साथ सड़को पर दौड़ती देखी जासकती हैं। जिसका कोई पुरसाहाल हाल नही नही है। जबकि न्यायालय के द्वारा ऐसे लोगों तथा वाहनों पर रोक लगाए जाने का फरमान जारी किया गया है।
दुर्गेश मिश्र

संयुक्त टीम ने 1 अपराधी को मुठभेड़ में किया ढेर

तस्लीम बेनकाब
बागपत। जिले में जब से पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने चार्ज संभाला है। तब से अपराध कंट्रोल करने तथा लोगों में पुलिस के लिए विश्वास पैदा हो इसके लिए अपराधियों की धरपकड़ और अपराध का जड़ से खात्मा किया। इसी अभियान को लेकर पुलिस अधीक्षक बागपत अभिषेक सिंह के नेतृत्व में बडौत थाना प्रभारी अजय कुमार शर्मा व उनकी टीम के द्वारा अपराध के पर्याय बने अपराधियों को काल का ग्रास तो बनाया ही है। वही ऐसे अपराधियों को जो अपराध करने से बाज नहीं आ रहे हैं। उनको जेल की रोटी खाने पर विवश कर रही है। बड़ौत पुलिस की यह दिन-रात की मेहनत कारगर भी साबित हो रही है और अपराधियों को उनकी जगह भेज रही हैं। एनकाउंटर स्पेशलिस्ट का तमग़ा हासिल करने वाले बडौत थाना प्रभारी अजय कुमार शर्मा ने बडौत थाना प्रभारी की कमान संभालने के बाद बदमाशों को बदहवास कर ऐसा माहौल बनाया कि अपराधी जेल में या पहुंचाया जहन्नुम में तथा बेहतर पुलिसिंग को प्राथमिकता देने वाले अजय शर्मा क्राइम को कंट्रोल कर खूब काम करते हैं। इसी को लेकर शातिर बदमाशों को मुठभेड़ के दौरान आधा दर्जन बदमाशों को काल का ग्रास भी बना चुके हैं। थाना प्रभारी बड़ौत अजय कुमार शर्मा ख़ाकी के साथ साथ सरकार का भी एकबाल बुलंद कर रहे हैं।
बड़ौत थानाप्रभारी अजय कुमार शर्मा व उनकी टीम ने एक लखिया इनामी बदमाश जावेद पुत्र इकराम निवासी थाना लोनी जनपद गाजियाबाद को सीधी मुठभेड़ के दौरान इस एक लखिया इनामी बदमाश को ऊपर भेज कर अपराधियों में एक बार फर संदेश दीया कि, अपराध करोगे तो गोली खाओगे,इस दुर्दांत अपराधी ने दिल्ली पुलिस के सिपाही की हत्या कर इस दुर्दांत अपराधी ने फैलाई थी सनसनी। देर रात जनपद बागपत पुलिस व दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की संयुक्त ऑपरेशन मे दिल्ली पुलिस आरक्षी मनीष यादव की हत्या कर लूट करने वाले एक लाख रूपये के इनामी अपराधी जावेद पुत्र इकराम निवासी डाबर तालाब निकट शीशे वाली गली मस्जिद थाना लोनी जनपद गाजियाबाद को पुलिस मुठभेड में मार गिराया। कब्जे से 9 एमएम कार्बाइन एक, .30 पिस्टल एक, एक सेंट्रो कार बिना नंबर बरामद थानाप्रभारी बड़ौत अजय शर्मा व एएसआई आदेश यादव बाल- बाल बचे बुलेटप्रूफ जैकेट ने बचाई जान।कृपया अवगत कराना है कि दिनांक 02-02-2021 को समय करीब 2230 बजे थाना बडौत पुलिस व स्पेशल सैल दिल्ली पुलिस की बिनौली रोड मण्डी के पास बदमाशों से पुलिस मुठभेड हुई। पुलिस मुठभेड के दौरान जावेद पुत्र इकराम निवासी धोबी तालाब निकट शीशे वाली गली मस्जिद थाना लोनी जनपद गाजियाबाद धराशायी हो गया। मृतक बदमाश थाना सिंघावली अहीर पर पंजीकृत धारा 394/504/411 भादंवि, धारा 394/302/411/34 भादंवि (दिल्ली पुलिस के आरक्षी मनीष यादव से लूट कर हत्या करदी थी) एवं धारा 392/411 भादंवि में वांछित चल रहा था। इस अपराधी पर अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन मेरठ द्वारा एक लाख रूपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इस अपराधी के विरूद्ध दिल्ली व एनसीआर के जनपदों में लूट एवं हत्या के करीब 19 आपराधिक मामले दर्ज है। मृतक बदमाश के कब्जे से .30 पिस्टल एक, 9 एमएम कारबाइन एक, एक सेंट्रो कार बिना नंबर भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुई। घटना के सम्बन्ध में स्थानीय पुलिस द्वारा आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।

किसानों के समर्थन में हजारों लोगों ने भरी हुंकार

अश्वनी उपाध्याय    
 गाजियाबाद। लोनी स्थित ग्राम जावली में किसानों के समर्थन में पूर्व विधायक मदन भैया के आवास पर  हजारों लोगों ने पहुंच कर किसानों को दिए समर्थन में अपने हाथ उठाकर कहां की विधायक पिंटू तो किसानों के समर्थन में जो आपने निर्णय लिया है। बहुत सही है, हमारा देश कृषि प्रधान देश है। हम सब आपके साथ हैं।आप किसानों में समर्थन में चाहे गाजीपुर चले चाहे, दिल्ली चलें या लखनऊ चलें। इस मौके पर सभा का संचालन मास्टर राजेन्द्र मावी और अध्यक्षता चौधरी देशवाल पाली वाले ने की। इस मौके पर उपस्थित गण ग्राम गड़ी सब्लू से मामचंद बंसल, संजय बंसल , ग्राम रिस्तल से मैनपाल प्रधान, सरदार मास्टर, ग्राम गनोली से लाला गुर्जर, इंदर फौजी, बीडीसी अभिषेक, ग्राम कोतवाल पुर से बबली कसाना, जिला पंचायत सदस्य,  बबली प्रधान, पवन प्रधान, ग्राम सिरौली, हरेंद्र ठेकेदार, ग्राम अफजलपुर, राजेंद्र प्रधान, निशांत मावी, निस्तौली से किशन प्रधान, जितेंद्र, महावीर, चौधरी सतपाल, ग्राम शकलपुर से खेमराज कसाना, भोपाल प्रधान, ज्ञानचंद, सूबेदार रणवीर प्रधान, ग्राम मेवला से हरीश प्रधान, सुरेश प्रधान, सत प्रकाश, प्रेम प्रमुख ग्राम टीला शाहबाजपुर से मास्टर भंवर सिंह, जागे भाटी, मेवा भाटी, अनिल शर्मा, ग्राम राजपुर से किशन चौधरी, मनवीर हरवीर, हरवीर सतवीर, ग्राम बंथला से मंदिर प्रधान प्रमोद भारद्वाज, वकील चंद, ग्राम गढ़ी नवादा रामदेव यादव, राम राम पाल प्रधान, ज्ञानचंद ग्राम निटोरा, मुकेश बैसोया और लोनी नगर पालिका परिषद पूर्व उपाध्यक्ष मुरारीलाल लोहरा व सभासद गण कमल शर्मा, जगन्नाथ शर्मा इसरार, बेक महक सिंह, अशोक तोमर, सरफराज ऋषि पाल, बाल्यान रविन्द्र आर्य, शोभाराम, बलवीर, उदल नगर और लोनी तहसील खेमराज कसना आसिफ मालिक धर्म सिंह, गाजियाबाद से अनिल नगर बॉबी बढ़ाना अनिल चौधरी, प्रेमचंद सैनी, वीरपाल प्रधान, पवन कसाना, शिवम पहलवान आदि मोजूद रहे।

गाजियाबादः ऐपल रेजीडेंसी परियोजना लॉन्च की

अश्वनी उपाध्याय    

गाज़ियाबाद। राज नगर एक्सटेंशन में आइडिया बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 2012-13 में रेड ऐपल रेजीडेंसी परियोजना लॉन्च की गई थी। इस प्रोजेक्ट के प्रमोटर्स में मंजू जे शामिल है। सैंकड़ों परिवारों ने बिल्डर पर भरोसा कर इस प्रोजेक्ट में फ्लैट खरीदे। परियोजना को भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और इलाहाबाद बैंक जैसे सरकारी बैंकों के द्वारा संयुक्त रूप से अनुमोदित किया गया था। लेकिन, कुछ दिन बाद ही सभी का खुद के घर का सपना रेत के महल की तरह ढेर हो गया। इतने बड़े और विश्वसनीय बैंकों की बैकिंग के बावजूद बिल्डर प्रोजेक्ट बीच में छोड़ कर भाग गया और अब निवेशक दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। निवेशकों के अनुसार ज्यादातर खरीदार इस प्रोजेक्ट के प्रमोटरों और सरकारी बैंकों द्वारा डिजाइन किए गए धोखेबाजी के इस जाल में फंस चुके हैं। परियोजना के प्रोमोटर एसबीआई, पीएनबी, इलाहाबाद आदि बैंकों के साथ मिलकर घर खरीददारों के साथ लगातार धोखाधड़ी कर रहे थे और इसी सांठगांठ के तहत बैंकों ने परियोजना की वास्तविक प्रगति का भौतिक सत्यापन किए बिना प्रमोटरों को सीधे एक बार में 80 से 90% ऋण राशि जारी कर चुके हैं। प्रमोटरों ने परियोजना का पूरा पैसा केवल 30% से 40% निर्माण कार्य पूरा करके निकाल लिया है। प्रोजेक्ट में घर के लिए निवेश करने वालों का आरोप है कि जीडीए, बैंक आदि बिल्डर की इस लूट में पूरी तरह से सहायता कर रहे थे। इसी सांठगांठ के तहत बिल्डर द्वारा उन तलों मे भी फ्लैट बेच दिया गया। जिन्हें जीडीए द्वारा कभी भी मंजूरी नहीं दी गई थी और गंभीर बात ये है की इन अवैध फ्लोर वाले फ्लैटों मे भी सरकारी बैंकों ने बिल्डर से सांठगांठ करके लोन जारी कर दिया।

गद्दी वापसी की बात करेंगे तो क्या होगा: टिकैत

राणा ओबराय   

चंडीगढ़। हरियाणा के जींद जिले में किसानों की महापंचायत में फैसला लिया गया कि तीनों कृषि कानूनों को सरकार वापस ले और गिरफ्तार लोगों को जल्द से जल्द रिहा करे। जींद की महापंचायत से राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि ‘हमने अभी सरकार से बिल वापस की बात कही है। अगर हमने गद्दी वापसी की बात कर दी तो सरकार का क्या होगा? अभी समय है सरकार संभल जाए।’ राकेश टिकैत ने सरकार को बेबाक अंदाज में चुनौती दी है। इस महापंचायत में राकेश टिकैत मौजूद हैं। इस महापंचायत में किसानों ने स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने की मांग की है। इसके अलावा लापता किसानों का पता लगाने और किसानों पर दर्ज केस वापस लेने की मांग भी की है।टिकैत के अलावा कई खाप नेता भी इस महापंचायत में शामिल हुए हैं। टेक राम कंडेला ने कहा कि किसानों के आंदोलन का समर्थन करने के लिए यह बड़ा जमावड़ा है। करीब दो दशक पहले हरियाणा में किसानों का आंदोलन चलाने वाली कंडेला खाप ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों को अपना समर्थन दिया है। दूसरी खाप ने भी आंदोलन का समर्थन किया है। टेकराम कंडेला ने कहा कि आज के कार्यक्रम में कृषि कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी की मांग की जाएगी।

सड़क पर थूका तो लगेगा ₹ 1000 का जुर्माना

हरिओम उपाध्याय   

लखनऊ। योगी सरकार यूपी में स्वच्छता मिशन को और सख्त बनाने जा रही है। सड़क पर गंदगी फैलाने वाले और थूकने वालों पर जल्द ही शिकंजा कसा जाएगा। ऐसे लोगों पर जुर्माना लगाने की तैयारी योगी सरकार कर चुकी है। इसके लिए उत्तर प्रदेश ठोस अपशिष्ठ (प्रबंधन, संचालन एवं स्वच्छता) नियमावली-2021 को जल्द कैबिनेट से पास कराने की तैयारी है। नगर विकास विभाग ने इस पर लोगों से राय और सुझाव मांगे हैं। इसके मुताबिक गाड़ी चलाते समय अगर थूका या फिर कोई समान फेंक कर गंदगी फैलाई तो बड़े शहरों में 1000 रुपये जुर्माना भरना पड़ेगा। शहरों की सफाई के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। मसलन, शहरों में जरूरत के आधार पर गीला और सूखा कूड़ा फेंकने के लिए डिब्बे रखवाए गए हैं। इसके साथ ही घरों व प्रतिष्ठानों से निकलने वाले कूड़े को उठाने के लिए डोर-टू-डोर इसे एकत्र करने की व्यवस्था की गई है। गंदगी फैलाने पर जुर्माने के लिए अभी तक स्पष्ट प्रावधान नहीं है। कुछ नगर निगम उपविधि के आधार पर इसकी वसूली जरूर करते हैं, प्रस्तावित नियमावली में यह स्पष्ट प्रावधान कर दिया गया है कि किस शहर में क्या करने पर कितना जुर्माना वसूला जाएगा।। शहरों में ऐसे सामूहिक आयोजन जिसमें 100 से अधिक लोग शामिल हुए हैं और कार्यक्रम खत्म होने के बाद सफाई नहीं कराई है, तो आयोजकों को जुर्माना भरना होगा। जुर्माने की यह राशि क्षेत्रफल, कचरे और के हिसाब से तय की जाएगी। फेरी या फिर पटरी पर दुकान लगाने वाले इधर-उधर गंदगी नहीं फेंक पाएंगे। उन्हें निकलने वाली गंदगी को रखने के लिए बंद डिब्बा अपने पास रखना होगा। इसमें ही उन्हें कूड़े को एकत्र करना होगा और निकाय की कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों को देना होगा। अभी तक फेरी और पटरी दुकानदार जहां भी दुकान लगाते हैं वहां इधर-उधर कूड़ा फेंकते रहते हैं। इससे प्रदूषण तो बढ़ता ही है साथ में गंदगी भी इधर-उधर बिखरी रहती है। इसके साथ ही खुले में नाले और नालियों में कूड़ा फेंकने पर प्रतिबंध होगा। इसे साफ रखने का दायित्व कालोनी वालों का होगा। हाउसिंग सोसायटियों के अंदर की गलियों को रेजीडेंट वेलफेयर सोसायटी वालों को साफ कराना होगा और इससे निकलने वाली गंदगी को एक स्थान पर रखना होगा और उसे निकाय की कूड़ा गाड़ियों को देना होगा। निजी सोसायटी की गलियों में सफाई के लिए निकाय अब शुल्क लेंगे। इसके लिए रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को निकायों में पहले प्रार्थना पत्र देना होगा। भवन स्वामियों को सफाई वाले स्थानों पर जाने की व्यवस्था करानी होगी। शहरों में लगने वाले लंगर या पूजा पंडलों में अब अनिवार्य रूप से कूड़ा फेंकने के लिए डिब्बा रखना होगा। लंगर या पूजा पंडला के बाहर इधर-उधर कूड़ा फेंकने पर प्रतिबंध होगा। कूड़ा डिब्बे में ही फेंका जाएगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि इस डिब्बे को निकाय की कूड़ा गाड़ियां ले जाएं। इसमें किसी तरह की लापरवाही पर आयोजित समिति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। निजी संपत्तियों के प्रत्येक भवन स्वामियों को अपने परिसर में पर्याप्त संख्या में कचरा एकत्र करने की व्यवस्था करनी होगी। कूड़ा-करकट सार्वजनिक स्थानों, सड़कों और इधर-उधर नहीं फेंके जा सकेंगे। पशुओं की पहुंच वाले स्थानों पर भी कूड़ा फेंकना प्रतिबंधित होगा। भारी मात्रा में कूड़ा निकलने वाले स्थानों खासकर बहु मंजिले भवन, अपार्टमेंट, गलित में स्थित घर, होटल, पार्क, मॉल, सरकारी या निजी आवासीय कालोनियों, समितियों, दुकानों, कार्यालयों, वाणिज्यिक अधिष्ठान, एयरपोर्ट, रेलवे, उद्योगों को अपने क्षेत्रों में अलग-अलग कूड़े रखने और निस्तारित करने की व्यवस्था करनी होगी।

सीएम योगी ने कार्य का किया आनलाइन शिलान्यास

 बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा बुधवार को गंगा नदी के दायें तट पर स्थित बक्शी बांध के स्लोप पर किमी. 0.450 से 1.700 के मध्य स्टोन बोल्डर पिचिंग के कार्य लागत रू. 545.78 लाख का आनलाइन शिलान्यास किया गया। कार्यक्रम का सजीव प्रसारण एनआईसी में किया गया। इस अवसर जिलाधिकारी श्री भानु चन्द्र गोस्वामी, मुख्य अभियंता सोन-श्री बी.के राम, अधीक्षक अभियंता-श्री सिद्धार्थ कुमार सिंह एवं अधिशाषी अभियंता श्री बृजेश कुमार उपस्थित रहे। इस परियोजना में मुख्यतः सूटड्रेन पैनल वाल, टो वाल व जियो टेक्सटाइल शीट पर बोल्डर पिचिंग लगाने का प्राविधान किया जाना है। इस कार्य के पूर्ण हो जाने से एलनगंज, दारागंज, अल्लापुर, जार्जटाउन, टैगोरटाउन, सोहबतियाबाग, अलोपीबाग, बैरहना, कीटगंज आदि मुहल्लों को बाढ़ से सुरक्षा प्रदान होंगी।

इस्तीफा: विधायक अभय देश के पहले राजनेता

राणा ओबराय   

चंडीगढ़। केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा बनाए गए तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ देश के किसान आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलनरत संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं द्वारा इस्तीफा देने के आह्वान पर विधायक पद से इस्तीफा देने वाले इनेलो के ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला देश के पहले राजनेता हैं। सर्वखाप द्वारा किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए ऐलान किया गया है कि जो भी राजनेता आंदोलन की मजबूती के लिए त्याग करता है तो उसे सम्मानित किया जाएगा। इसी कड़ी में सर्वखाप द्वारा 11 फरवरी को महम चौबीसी चबूतरे पर ‘सर्वखाप सम्मान सम्मेलन’ का आयोजन किया जाएगा। जिसमें इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला को आंदोलन के पक्ष में इस्तीफा देने पर सम्मानित किया जाएगा। 5 फरवरी को ऐलनाबाद हलके के नाथुसरी चौपटा में ‘पैंतालिसा किसान समाज’ द्वारा अभय सिंह चौटाला को सम्मानित किया जाएगा और उसी दिन चौटाला गांव में आयोजित किसान जनजागरण सम्मेलन में इनेलो नेता मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। वहीं किसान जनजागरण अभियान के तहत 7 फरवरी से 18 फरवरी तक हलका स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इनेलो नेता हर हलके के बड़े-बड़े गांवों में जाकर ज्यादा से ज्यादा किसानों को आंदोलन में शामिल होने को प्रेरित करेंगे। 7 फरवरी को टोहाना व उकलाना, 8 फरवरी को भिवानी व बाढड़ा, 9 फरवरी को जुलाना व कलायत हलका, 12 फरवरी को गन्नौर व इसराना, 13 फरवरी को इंद्री व शाहबाद, 14 फरवरी को नारायणगढ़ व रादौर, 15 फरवरी को कालका, 17 फरवरी को पुन्हाना व सोहना और 18 फरवरी को हलका बावल व नांगलचौधरी में इनेलो नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला दौरा करेंगे।

कॉल करने पर बुक हो जाएगा इंडेन गैस 'सिलेंडर'

  बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। इंडेन गैस सिलेंडर की बुकिंग अब मिस्ड कॉल से भी होगी। मिस्ड कॉल के जरिये ही नया कनेक्शन मिल सकेगा। इंडियन ऑयल ने इसके लिए एक नया नंबर जारी किया है। लोग अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से इंडेन ऑयल के नंबर 8454955555 पर कॉल करेंगे तो गैस सिलेंडर के लिए बुकिंग हो जाएगी। इंडियन ऑयल के क्षेत्रीय प्रबंधक अभिकर पॉल ने बताया कि मिस्ड कॉल की सेवा सोमवार एक फरवरी से शुरू हो रही है। लोग बताए गए नंबर पर कॉल करेंगे तो उनके गैस सिलेंडर की बुकिंग हो जाएगी। इसमें यह जरूरी है कि मिस्ड काल उसी मोबाइल से किया जाना चाहिए, जिसे गैस एजेंसी में पहले से रजिस्टर्ड कराया गया है। इंडियन ऑयल मैनेजमेंट ने इसके लिए एक सेंटर सर्वर डेवलप किया है। मिस्ड कॉल करने पर सेंटर सरवर से एजेंसी को सूचना जाएगी। इसके साथ ही गैस बुकिंग की सूचना भी उपभोक्ता के मोबाइल पर आ जाएगी। इसके अलावा नया कनेक्शन लेने के लिए भी उपभोक्ता से जानकारी ली जाएगी। क्षेत्रीय प्रबंधक के मुताबिक मिस्ड कॉल सेवा में नया कनेक्शन देने की सुविधा को जोड़ देने से इंडेन गैस की पहुंच लोगों तक और आसान हो गई है। इंडियन ऑयल ने इसके पहले कॉमन बुकिंग नंबर 7718955555 एवं 7588888826 व्ह्वाट्सएप नंबर जारी था। ये दोनों नंबर चल रहे हैं। रविवार को एक नया नंबर जारी कर मिस्ड काल सेवा भी शुरू कर दी है।

प्रयागराज: नाले में मरा हुआ मिला लापता युवक

 बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। थाना करेली क्षेत्र अंतर्गत सरियापुर किसानी टोला संदीप निषाद पुत्र स्वर्गीय प्रकाश निषाद 29 जनवरी 6:00 बजे से लापता था। जिसकी गुमशुदगी रिपोर्ट थाना करेली में दर्ज कराई गई। घरवालों के सूचना अनुसार संदीप ने नीली जींस के पेंट सफेद टीशर्ट काली जैकेट फैंसी काला जूता पहना हुआ था। जिसकी लंबाई 5 फीट 2 इंच बताई गई। वही बुधवार को 21 वर्षीय युवक संदीप निषाद की लाश थाना करेली क्षेत्र अंतर्गत  नाले में मिली सूचना मिलते ही संदीप के परिजनों को जैसे ही सूचना मिले तो कोहराम मच गया। 29 जनवरी की शाम को लापता हुआ युवक 3 फरवरी को नाले में मिला मरा हुआ। पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर मर्चरी भेजा।

हापुड़ः गांवो में विभिन्न संदिग्ध स्थानो पर दबिश

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी
हापुड़। जिलाधिकारी महोदया हापुड द्वारा दिये गये आदेशों के क्रम में जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र नाथ सिंह के  निर्देशन में विशेष अभियान के अन्तर्गत  आबकारी निरीक्षक सीमा कुमारी मय स्टाफ के द्वारा गाँव चकलठीरा, चक की मडैया,शेरा किशना की मडैया व काकाठेर की मडैया आदि गाँवो में विभिन्न संदिग्ध स्थानो पर दबिश दी गई। दबिश के दौरान सूरजो पत्नी रघुवर निवासी शेरा किशना की मडैया से एक कैन में लगभग 20लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद कर  आबकारी अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। चक की मडैया के जंगल से एक कैन में लगभग 20 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद कर लगभग 1000 किग्रा लहन व शराब बनाने के उपकरण नष्ट कर आबकारी अधिनियमों की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। मदिरा की रोकथाम हेतु इस प्रकार का अभियान निरंतर जारी रहेगा।

राष्ट्रीय पक्षी मोर बेशुद्ध अवस्था में मिला, हड़कंप

अतुल त्यागी
हापुड़। जनपद के थाना गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के हिरणपुर और अखा पुर मार्ग के बीच राष्ट्रीय पक्षी मोर अचानक बेशुद्ध असमर्थ अवस्था में ग्रामीणों को मिलने से मचा हड़कंप। ग्रामीणों ने आवारा कुत्तों से राष्ट्रीय पक्षी मोर को बचाया जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी सुचना। काफी समय तक भी वन विभाग की टीम नहीं पहुंचने पर ग्रामीणों में रोष की लहर अभी तक ज्ञात नहीं हो पाया कि आखिर क्या कारण है। जो काफी संख्या में राष्ट्रपति इस तरह अचेत अवस्था में मिले।

दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी छोड़ेंगे पद

दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी छोड़ेंगे अपना पद, एंडी जेसी लेंगे उनकी जगह
अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। अमेजन के मुख्य अधिकारी जेफ बेजोस ने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया हुआ था। बताया जा रहा है। कि वह इस साल के अंत तक पद छोड़ देंगे। अमेजन ने बिते दिन इस बारे में घोषणा की हुई है। एडब्ल्यूएस के सीईओ एंडी जेसी इस साल की तीसरी तिमाही में जेफ बेजोस का स्थान लेंगे। इसके साथ ही बताया गया है कि जेफ बेजोस को बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष होंगे।..
बेजोस ने एक पत्र लिखकर अपने कर्मचारियों को इस फैसले से अवगत कराया है। मंगलवार को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है। कि वह कंपनी में उएड की भूमिका छोड़ रहे हैं। वर्तमान में अमेजन वेब सर्विस के प्रमुख हैं। बता दें कि कंपनी ने 2020 के आखिरी तीन महीनों में 100 बिलियन डॉलर की बिक्री की थी। जिससे अमेजन के मुनाफे में रिकॉर्ड स्तर की बढ़ोतरी हुई थी।

हिमाचल: कुल्लू में ट्रैक्टर पलटने से चालक की मौत

हिमाचल: कुल्लू में ट्रैक्टर पलटने से चालक की मौत-

शिमला। हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में एक ट्रैक्टर हादसे का शिकार हो गया है। इस हादसे में एक की मौत हो गई है। घटना जिला मुख्यालय से महेज कुछ दूरी पर पेश आई है। जहां पर लंका बेकर में एक ट्रैक्टर पलटने से व्यक्ति की मौत हो गई है। हादसा लापरवाही के कारण हुआ बताया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि इस घटना में आईपीसी की धारा 279, 304  के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
हादसा उस समय पेश आया जब ट्रैक्टर ढालपुर की और जा रहा था। और उक्त स्थान पर पहुंचते ही हादसे का शिकार हो गया है। ट्रैक्टर पलटने से चालक उसके निचे आ गया जिससे उसकी मौत हो गई। स्थानीये लोगों ने मौके पर पहुंचकर चालक के उसके निचे से बाहर निकाला और तुरंत अस्पताल पहुंचाया जहां पर उसने दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान विजय कुमार पुत्र राम चंद निवासी लकांबेकर जिला कुल्लू के रूप में हुई है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है।

स्थापित हुआ प्रदेश का दूसरा आईटीएमएस सिस्टम

हिमाचल प्रदेश के मनाली में स्थापित हुआ प्रदेश का दूसरा आईटीएमएस सिस्टम
शिमला। हिमाचल प्रदेश का पहला आईटीएमएस कुल्लू में स्थापित करने के बाद राज्य का दूसरा... सिस्टम मनाली में लगाया गया जिससे यातायात नियमों की पालना को बढ़ाने के लिए मनाली शहर के अंदर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर 136 वाहन चालकों के ट्रैफिक चालान नंबर प्लेट पढ़ने वाले सीसीटीवी कैमरों द्वारा किए गए हैं।इनमे बिना हेलमेट और ट्रिपल राइडिंग के चालान शामिल हैं।
जिनमें मनाली एमसी एरिया में लगे कैमरों द्वारा वाहन चालक की नंबर प्लेट को रीड करके चालक द्वारा किए गए ट्रैफिक वॉयलेशन को रिकॉर्ड करके उसकी फोटो ,उस दिन की तारीख व समय के साथ चालक के पते पर भेजा गया है। आईटीएमएस सिस्टम मनाली में भी रैश ड्राइविंग,बाइक स्टंट, विथाउट हेलमेट,ट्रिपल राइडिंग , यूजिंग मोबाइल,ओवरस्पीडिंग इत्यादि को कैमरों से डिटेक्ट करके चालान कर रहा है।चालान का भुगतान ट्रैफिक कंट्रोल रूम मनाली रामबाग या पोलिस थाना मनाली में 7 दिन के अंदर किया जा सकता है। उसके बाद चालान कोर्ट में भेज दिया जाएगा। कुल्लू पुलिस की सभी चालकों से अपील है। कि ट्रैफिक नियमों का पालन कर कैमरों से चालान होने से बचें।

देश की पहली युवा महिला पायलट बनी आयशा

25 वर्ष की आयू में देश की पहली युवा महिला पायलट बनी आयशा अजीज
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर एक 25 वर्षीय युवती इन दिनों चर्चाओं का विषय बनी हुई है। अपकी जानकारी के लिए बता देंज कि जम्मू के कश्मीर की रहने वाली 25 वर्षीय आयशा अजीज देश की पहली युवा महिला पायलट बनी हुई है। आयशा की कामयाबी के लिए कश्मीरी महिलाएं उन्हें अपनी एक सशक्त प्रतिनिधि के रूप में देखने लगी हैं।
अब देश की यह युवा महिला पायलट रूस के सोकोल एयरबेस पर फाइटर प्लेन मिग-29 उड़ाने का प्रशिक्षण दिया गया। बाद में आयशा ने बॉम्बे फ्लाइंग क्लब से एविएशन में ग्रेजुएट किया और साल 2017 में कॉमर्शियल पायलट का लाइसेंस हासिल किया आयशा 15 साल की उम्र में पायलट लाइसेंस पाने वाली सबसे युवा छात्र भी रही हैं। आयशा बताती हैं। कि पिछले कुछ सालों में कश्मीर की महिलाओं ने काफी प्रगति की है।

लाहुल में हिमपात, टलन यातायात के लिए बाधित

लाहुल में ताजा हिमपात, अटल टलन यातायात के लिए बाधित, देखिए तस्वीरें
श्रीराम मौर्य
शिमला। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहुल स्पीति में बिते दिन हुई बर्फबारी ने एक बार फिर लोगों की परेशानी बड़ा दी है। लाहुल के सिस्सू में 2 से 3 इंच ताजा बर्फबारी हुई है। वहीं प्रदेश भर में 3 से 5 फरवरी तक मौसम खराब होने की संभावना है।
वहीं इस बर्फबारी के बाद अटल टनल रोहतांग की वहानों की अवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता कि प्रदेश में आगामी दिनों में बर्फबारी की पूरी संभावना जताई गई है।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव, प्रशासन तैयारी में जुटा

संदीप मिश्रा   
लखनऊ। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासन अपनी तैयारियों में जुटा हैं। चुनाव में ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य व ग्राम पंचायत सदस्यों के पद के प्रत्याशियों के लिए खर्च की सीमा निर्धारित कर दी गई हैं। इसके तहत ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के उम्मीदवार को अधिकतम 75 हजार तथा जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी को 1.50 लाख रुपए खर्च कर सकते हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर गांव में सरगर्मी काफी बढ़ गई है। उम्मीदवार चुनाव को लेकर अपनी अपनी तैयारी में लगे हैं। स्थानीय चुनाव कार्यालय तथा ब्लॉक कार्यालयों में भी चुनाव को लेकर कार्य तेज हो गया है। सूची तैयार करने के लिए मतदाताओं के नाम कंप्यूटर में फीड किए जा रहे हैं। 
वहीं जमानत राशि तथा खर्च की सीमा भी तय कर दी गई है। इसके मद्देनजर ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के उम्मीदवार के लिए नाम निर्देशन पत्र का मूल्य तीन-तीन हजार तथा जमानत की धनराशि दो-दो हजार रुपये निर्धारित की गई है। इस पद के उम्मीदवार अधिकतम 75 हजार खर्च कर सकेंगे। जबकि ग्राम पंचायत सदस्य के लिए नाम निर्देशन पत्र का मूल्य 150 रुपये, जमानत की धनराशि 500 रुपये तथा खर्च की अधिकतम सीमा 10 हजार तय की गई है। जिला पंचायत सदस्य के लिए नाम निर्देशन पत्र का मूल्य 500 रुपये तथा जमानत राशि 4 हजार रुपए तय की गई है। जबकि खर्च की अधिकतम सीमा 1.50 लाख रुपए निर्धारित किया गया है।

पीएम मोदी के जुल्म की इंतेहा, बाइडेन मुंह खोलेंगे

जिस दिन मोदी के जुल्म की इंतेहा होगी और बाइडेन मुंह खोलेंगे, उस दिन नारंगी संतरों का चेहरा देखने लायक होगा

नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी। सिर्फ रिहाना ही नहीं, दुनिया भर की नामी-गिरामी हस्तियों ने भारत के किसानों का समर्थन किया है। किसानों के रास्ते में कीलें बिछाकर और दीवार खड़ी कर मोदी दुनियाभर में अलग-थलग पड़ चुके हैं।
फिलहाल जितना दबाव मोदी पर है। उससे कहीं ज़्यादा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर है। जिस दिन मोदी के ज़ुल्म की इंतेहा होगी और बाइडेन मुंह खोलेंगे, उस दिन नारंगी संतरों का चेहरा देखने लायक होगा। वैसे अगर मोदी आज फारेन टूर पर निकल गए तो विदेशी मीडिया उनके सामने फूल नहीं सवालों के तीर फेंकेगा। 
ग्रेटा थनबर्ग लिली, अमांडा सरने, वनीसा नकाते, ह्यूमन राइट्स वॉच, जेमी मारगोलिन, अन्नालिसा मारेली, जॉन क्यूसेक, क्लाउडिया वेब्बे ने किसानों का समर्थन किया है। बाकी खबर है। कि रिहाना का नाम बदलकर रहाणे करने की योजना है।

सरकार के खिलाफ प्रदर्शन, नहीं मिलेगी नौकरियां

सरकार का नया फरमान- अगर किया सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तो नहीं मिलेगी सरकारी नौकरी

अविनाश श्रीवास्तव    
पटना। ठंड के मौसम में सियासत गरमाई हुई है। एक तरफ किसान आंदोलन और बजट को लेकर आरोप - प्रत्यारोप का दौर जारी है। तो वहीं अब हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। 
बताया जा रहा है। कि अगर आप किसी भी मांग को लेकर प्रदर्शन करते है। तो आपको सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। दरअसल बिहार में अगर आपने अपने किसी भी मांग को लेकर प्रदर्शन किया तो फिर आपके लिए मुसीबत हो सकती है।
नीतीश कुमार सरकार ने मंगलवार को एक नया फरमान जारी किया, जिसमें कहा गया है। कि अगर राज्य में कोई प्रदर्शन करता है। तो फिर पुलिस के द्वारा उसका आचरण प्रमाण पत्र खराब किया जा सकता है। 
बिहार पुलिस के नए फरमान के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति किसी विधि व्यवस्था की स्थिति, विरोध प्रदर्शन, सड़क जाम इत्यादि मामले में संलिप्त होकर किसी आपराधिक कृत्य में शामिल होता है। और उसे इस कार्य के लिए पुलिस द्वारा आरोप पत्र जारी किया जाता है। तो उनके संबंध में चरित्र सत्यापन प्रतिवेदन में विशिष्ट एवं स्पष्ट रूप से प्रविष्टि की जाए।
ऐसे व्यक्तियों को गंभीर परिणामों के लिए तैयार रहना होगा। तो वहीं दूसरी तरफ नीतीश सरकार के इस ताजा फरमान को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन पर हमला बोला है। और कहा है। कि नीतीश कुमार अपने फैसलों के जरिए मुसोलिनी और हिटलर को भी चुनौती दे रहे हैं। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट करके लिखा, 'मुसोलिनी और हिटलर को चुनौती दे रहे नीतीश कुमार कहते हैं। कि अगर किसी ने सत्ता व्यवस्था के विरुद्ध धरना प्रदर्शन कर अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग किया तो आपको नौकरी नहीं मिलेगी।
मतलब नौकरी भी नहीं देंगे और विरोध प्रकट भी नहीं करने देंगे। बेचारे 40 सीट के मुख्यमंत्री कितने डरे हैं। बताना लाजमी है। कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसके सिंघल की ओर से जारी किए गए इस फरमान में कहा गया है। कि सरकारी ठेका, सरकारी नौकरी, हथियार का लाइसेंस और पासपोर्ट के लिए पुलिस सत्यापन प्रतिवेदन लेना आवश्यक है।
इस पत्र में डीजीपी एसके सिंघल ने कहा है। कि यदि कोई राज्य में प्रदर्शन के दौरान अपराधिक घटना को अंजाम देता है। और ऐसा करने के लिए अगर पुलिस द्वारा उसे चार्जशीट किया जाता है। तो इसके बारे में संबंधित व्यक्ति के चरित्र सत्यापन प्रतिवेदन में इस बात का जिक्र होना चाहिए। 

पत्नी ने पति के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

पत्नी ने पति के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर कहा- गलत तरीके से बनाता है शारीरिक संबंध
ग्वालियर। पुलिस थाना गिरवाई में एक नर्स ने अपने दूसरे पति के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। महिला नर्स का दूसरा पति रेलवे कर्मचारी है। एवं मुंबई में पदस्थ है। महिला नर्स का आरोप है। कि उसका पति उसे वाइफ स्वैपिंग के लिए मुंबई ले जाना चाहता है। 
उल्लेखनीय है। कि मुंबई में कुछ वाइफ स्वैपिंग क्लब और ग्रुप है। जहां लोग अपनी पत्नियों के साथ जाते हैं। और फिर किसी और की पत्नी के साथ रात बिताते हैं। जबकि उनकी पत्नी किसी और के साथ दूसरे कमरे में होती है। पहले पति से तलाक लेकर 25,00,000 रुपए स्थाई भरण पोषण लिया था।
उसका साल 2019 में पति से तलाक हो गया था। तलाक के बाद महिला को स्थायी भरण पोषण के लिए 25 लाख रुपए व 5 लाख रुपए के जेवरात मिले। तलाक के बाद महिला ने दतिया के रहने वाले रेलवे कर्मचारी विनोद बघेल से शादी कर ली। विनोद बघेल वर्तमान में मुंबई में पदस्थ है। 
महिला ने शिकायत में बताया है कि शादी पक्की होने के बाद ही विनोद ने उसके साथ गलत तरीके से शारीरिक संबंध बनाए। उसके विरोध करने पर भी नहीं माना। इसके बाद जब शादी हो गई तो 20 दिन साथ में रहा। तब भी वह गलत तरीके से शारीरिक शोषण करता रहा।
इस पर रेलवे कर्मचारी पति ने कहा कि मुम्बई में उसने एक ग्रुप ज्वाइन कर रखा है। यह ग्रुप वीकेंड पर पार्टी करता है। इस ग्रुप में लाइफ पार्टनर को बदलकर सभी एन्जॉय करते हैं। इसीलिए तुमको वहां ले जा रहा हूं। जब महिला नहीं मानी तो आरोपी विनोद ने उसे पीटा और छोड़ दिया। इसके बाद बाद उसने थाने पहुंचकर शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

बॉर्डर: किसानों की मदद के लिए आगे आए नागरिक

सिंघू बॉर्डर पर किसानों की मदद के लिए आगे आये स्थानीय नागरिक, किसानों को दे रहे ये सुविधाएं
अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। अदालत ने सिंघु बॉर्डर पर पुलिस के साथ बदसलूकी करने के आरोप में गिरफ्तार स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया को जमानत दे दी है। अदालत  ने उन्हें 25 हजार रुपये के निजी मुचलके पर यह जमानत दी है। अब वह आज शाम या कल तक रिहा हो सकते हैं। मनदीप ने स्वयं को फर्जी मामले में फंसाने का आरोप लगाया था।  बता दें पुलिस ने उस पर लोगों को भड़काने व कामकाज में बाधा पंहुचाने का आरोप लगाते हुए जमानत आवेदन पर विरोध जताया था। रोहिणी अदालत के मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट सतवीर सिंह लांबा ने दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद फैसला मंगलवार को सुनने का निर्णय किया था। जिस पर फैसला सुनाते हुए उन्होंने मनदीप को जमानत दे दी।
वहीं दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में जारी आंदोलन के दौरान बिजली कटौती, पानी, और साफ-सफाई के अभाव  जैसी समस्याओं से किसानाें को दो- चार होना पड़ रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा  का कहना है। कि सुरक्षा बढ़ाना और लोगों एवं गाड़ियों की आवाजाही पर रोक लगाने का मकसद यह सुनिश्चित करना है। कि किसानों को खाना, पानी और बिजली, टॉयलेट जैसी बुनियादी जरूरत की चीज़ें भी न मिलें। इसी के विरोध में छह फ़रवरी को देशभर में दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक, तीन घंटे का चक्का जाम किया जाएगा। 
ऐसे में स्थानीय लोग किसानों की मदद के लिए आगे आए हैं।  स्थानीय लोगों ने किसानों को बिजली से लेकर अपने घरों के शौचालयों तक के इस्तेमाल की इजाजत दे रहे हैं। किसान सिंघू बॉर्डर के दिल्ली-हरियाणा राजमार्ग पर प्रदर्शन कर रहे हैं। पंजाब के पटिलाया जिले के रहने वाले धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि हम 27 जनवरी से रात में बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं। अगर स्थानीय लोग नहीं होते तो हमें पूरी रात बिना बिजली के रहना पड़ता। वे बिजली देकर और अन्य चीजें देकर हमारी मदद कर रहे हैं। और हमसे शुल्क भी नहीं ले रहे हैं।
धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि शुरुआत में तो चिंता हो रही थी। कि कहीं रात के अंधेरे का फायदा शरारती तत्व न उठा लें। ईश्वर का शुक्र है। कि स्थानीय लोगों की मदद और स्वयंसेवकों की एक टीम 24 घंटे निगरानी करती है। ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। एक अन्य किसान कहते हैं कि स्थानीय लोग अधिकारों की लड़ाई में उनके साथ खड़े हैं। आसपास के लोग  महिलाओं की हर संभव तरीके से मदद कर रहे हैं। वे उन्हें अपने शौचालय इस्तेमाल करने दे रहे हैं। वे जानते हैं। कि सरकार हमारे आंदोलन को कुचलना चाहती है। और वे हमारी दिल से मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उनकी मांगे न माने जाने तक वे एक इंच नहीं हिलेंगे। 
एक अन्य किसान ने कहा कि स्थानीय लोगों ने हमेशा से काफी अच्छा बर्ताव किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले प्रदर्शन स्थल पर हुआ हमला स्थानीय लोगों ने नहीं किया था। बल्कि एक राजनीतिक पार्टी द्वारा भेजे गए गुंडों ने किया था। बता दें कि तीन जनवरी को सिंघू बॉर्डर पर राजमार्ग के एक हिस्से में किसानों और कुछ लोगों के बीच संघर्ष हुआ था। इन लोगों का दावा था कि वे स्थानीय हैं। कई किसानों ने कहा कि गणतंत्र दिवस की घटना के बाद स्थिति और खराब हुई है।  प्रशासन ने उन्हे परेशान करने के लिए  बॉर्डर पर बिजली, पानी, टॉयलेट और इंटरनेट सेवाओं को बंद दी है। 

लोकतंत्र: हर दिन कतरा-कतरा खत्म

आपका लोकतंत्र हर दिन कतरा-कतरा खत्म हो रहा है?
हरिओम उपाध्याय  
लखनऊ। लोकतंत्र धीरे-धीरे दशकों में बनता है। और वैसे ही उसे धीरे-धीरे खत्म किया जाता है। आज के मीडिया की तरह। लोकतंत्र का बनना, मजबूत होना, कमजोर होना या खत्म होना कोई धमाकेदार घटना नहीं है। इसे बारीक नजर से देखना पड़ता है। क्या आपको अपने उस लोकतंत्र की चिंता है। जिसे ‘दुनिया के सबसे बड़े लाकतंत्र’ का खि‍ताब हासिल है?
छह-सात साल पहले से प्रचारित करना शुरू किया गया कि सरकार, प्रशासन और सत्ता से जो लोग सवाल करते है। वे देश का नुकसान करते हैं। फिर व्यक्ति‍ विशेष के लिए कहा गया कि उनकी आलोचना ही देश की आलोचना है। ये सिलसिला यहां तक आ पहुंचा है। कि एक रिपोर्ट या एक ट्वीट के लिए पत्रकारों को जेल भेजा जा रहा है।
कानपुर में 24 जनवरी को एक स्कूल यूपी स्थापना दिवस मनाया गया इस दौरान छोटे बच्चों को हाफ पैंट पहनाकर, बिना स्वेटर के योग कराया गया अधि‍कारी सूटबूट में बैठे देखते रहे। ये खबर प्रसारित करने के लिए तीन पत्रकारों पर मुकदमा कर दिया गया। तीनों पत्रकारों पर सार्वजनिक दुर्व्यवहार और आपराधिक धमकी" देने का आरोप लगाया गया है।
गौर कीजिए कि आज ही जेल से छूटे युवा पत्रकार मनदीप पुनिया पर भी ‘दुर्व्यवहार’ का आरोप है।
किसान आंदोलन को कवर करने वाले, उस बारे में ट्वीट करने वाले 9 पत्रकारों पर केस दर्ज किया गया है। और राजद्रोह जैसे आरोप लगाए गए हैं। ट्रैक्टर परेड में एक युवक नवरीत सिंह की मौत हो गई। इन पत्रकारों ने कहा था। कि नवरीत की मौत ‘कथि‍त तौर पर’ गोली से हुई है। इसी बात को लेकर कहा गया कि इन पत्रकारों ने झूठ बोला और जनता को भड़काया।
यानी पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोटोग्राफिक सबूत कहते हैं, कि नवरीत के सिर में कम से कम एक गोली का जख्म है। वहां मौजूद लोगों ने जो वीडियो लिए और उसके शरीर को चेक भी किया था। उनके मुताबिक, पहले नवरीत को पुलिस की गोली लगी और बाद में उसका ट्रैक्टर पलट गया।
यानी जो बात सच के कहीं आसपास थी। उसके लिए तमाम लोगों की भावनाएं आहत हो गईं और पत्रकारों पर केस हो गया। एक युवक की मौत की ईमानदार जांच की जगह पत्रकारों की कलम पर भाले और तलवार तानी जा रही है।
क्या अब किसी की मौत की रिपोर्ट करना अपराध माना जाएगा। पत्रकार कोई खबर चलाते हैं। तो पुलिस के वर्जन का ख्याल रखते हैं। या फिर लिखते हैं कि ऐसा आरोप है। यह मानक है। इसके बगैर खबर नहीं चलाई जाती। अगर कोई रिपोर्ट सच नहीं है। तो प्रशासन इसका खंडन कर देता है। या सफाई दे देता है। मनदीप पुनिया पुलिस का ही वर्जन लेने का प्रयास कर रहे थे। जब उन्हें पकड़ कर जेल भेज दिया गया।
क्या अब पुलिस बनाम जनता के किसी मसले पर मीडिया दोनों पक्ष नहीं रखेगा द वायर के संपादक सिद्धार्थ वरदराजन का अपराध यही है। कि उन्होंने मृतक नवरीत के परिजनों से बातचीत की। क्या अब पीडि़त का पक्ष दिखाना अपराध होगा।
एक महीने में एक दर्जन पत्रकारों पर केस दर्ज करके गंभीर धाराएं लगाना, उन्हें जेल भेजना, उनको प्रताडि़त करना, इसे सामान्य मत समझिए। मीडिया से इतनी अपेक्षाएं इसीलिए हैं। कि वह जनता की आवाज माना जाता है। मीडिया का मुंह बंद करके जनता की आवाज को कुचलने की कोशि‍श की जा रही है। आपका लोकतंत्र हर दिन कतरा-कतरा खत्म हो रहा है।

अलीगढ़: गांव के ही तीन लोगों ने किया गैंगरेप

अलीगढ़ में खेत पर गई लड़की से गांव के ही तीन लोगों ने किया गैंगरेप

अलीगढ़। एक नाबालिग के साथ तीन लोगों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस इस मामले में तीनों आरोपियों की तलाश में जुटी है। बता दें कि यूपी के अलीगढ़ में नाबालिग से गैंगरेप करने वाले तीनों आरोपी गांव के ही रहने वाले हैं। 
पुलिस के अनुसार पीड़िता खेत गई थी इसी दौरान आरोपियों ने उसे जबरन पकड लिया और उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। उन्होंने लड़की को धमकाया और किसी से कुछ न बताने के लिए कहा, लेकिन लड़की घर पहुंची और उसने पुरे मामले की जानकारी माता-पिता को दी। जिसके बाद परिजन उसे लेकर पुलिस थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया।
वहीं पुरे मामले पर पुलिस ने कहा कि तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही है। यह पूरा मामला मंगलवार को सामने आया है। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल टेस्ट भी कराया हुआ है।

देश की अर्थव्यवस्था में शराबियों का बड़ा हाथ

चंडीगढ़। कोरोना काल में जब अर्थव्यवस्था डगमगा गई थी। तब सरकार ने लॉकडाउन में शराब की दुकानें खोलने का फैसला किया। कहना गलत नहीं होगा की देश की अर्थव्यवस्था में शराबियों का बड़ा हाथ है। खैर छोड़ो मजे दार बात तो ये है कि हरियाणा के जींद जिले के लोगों ने शराब पीने में एक तरफ से रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दरअसल आपको जानकर हैरानी होगी कि जींद जिले के लोग केवल आठ माह में ही 140 करोड़ रुपये की शराब गटक गए हैं। उप आबकारी एवं कराधान आयुक्त (डीईटीसी) रणधीर सिंह ने बताया कि शराब ठेकों से जिला आबकारी विभाग के पास लगभग 140 करोड़ रुपये का राजस्व आठ माह में मिल गया है।
160 करोड़ रुपये का विभाग का टारगेट मिला है। इसे भी समय से पहले ही पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि सरकार की नई आबकारी नीति के तहत जींद के आबकारी विभाग को 160 करोड़ के राजस्व हासिल करने का टारगेट मिला था। और विभाग आठ माह में ही टारगेट के बहुत निकट पहुंच चुका है। कोरोना में लॉकडाउन के कारण तीन महीने तक शराब ठेके बंद भी रहे, फिर भी सरकार के खजाने में जींद के लोगों ने 140 करोड़ रुपये पहुंचा दिए हैं। गौरतलब है कि गत वर्ष मार्च माह में नई आबकारी नीति को लागू किया गया था और 23 मार्च को ही कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन लग गया था।
जिसके चलते शराब ठेकों को बंद कर दिया गया था। हरियाणा प्रदेश में 7500 करोड़ रुपये और जींद जिले में 160 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाने का लक्ष्य सरकार ने रखा था। अनलॉक हुआ और छह मई से नई नीति लागू हो पाई। तब से 31 जनवरी तक जींद के आबकारी विभाग को शराब ठेकों से 140 करोड़ का राजस्व मिला है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले भी काफी बेहतर है।
फिलहाल वर्तमान वित्तीय वर्ष में आबकारी विभाग द्वारा कुल 284 शराब ठेके और उप ठेके खेले गए हैं। इनमें शराब के 104 ठेके और 180 उप ठेके हैं। विभाग द्वारा देशी शराब का कोटा 64.80 लाख प्रूफ लीटर और अंग्रेजी शराब का 7.28 लाख प्रूफ लीटर निर्धारित किया गया है। इस वित्तीय वर्ष की शराब ठेकों को लेकर लाइसेंस फीस 108 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है।

1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य: वित्त मंत्री

अगले 14 महीने में क्या होने जा रहा है वह समझिए 
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए साल 2021-22 में विनिवेश के जरिये 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। पिछले साल सरकार ने बजट में वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 2.1 लाख करोड़ रुपये विनिवेश के जरिये जुटाने का ऐलान किया था।
दोनों साल की विनिवेश की रकम जोड़ ले तो कुल तीन लाख 85 हजार करोड़ रुपये होती है। मौजूदा वित्त वर्ष में अब तक विनिवेश के जरिये सरकार को केवल 17,958 करोड़ रुपये हासिल हुए है।
इसलिए इक्वेशन यह है। कि अगले 14 महीने में सरकार को कुल तीन लाख 67 हजार करोड़ रुपये की रकम हासिल करनी है। यानी इन 14 महीनो में मोदी सरकार 70 सालो से इकठ्ठा हुई देश की संपत्ति को बेचने जा रहे है।

निजीकरण के खिलाफ मजदूर संगठनों का प्रदर्शन

बजट में निजीकरण के एलान के खिलाफ आज 10 मजदूर संगठनों का देशव्यापी प्रदर्शन
रोशन कुमार  
नई दिल्ली। देश के 10 मजदूर संगठनों के संयुक्त मंच ने 2021-22 के बजट में प्रस्तावित निजीकरण और अन्य जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आज देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही संयुक्त मंच ने श्रम संहिताओं को रद्द करने और गरीब मजदूरों को आय तथा खाद्य सुरक्षा देने की मांग भी की है।
संयुक्त मंच ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय मजदूर संघों और स्वतंत्र क्षेत्रीय महासंघों/संघों के संयुक्त मंच ने श्रम संहिता और बिजली बिल 2020 को खत्म करने, निजीकरण रोकने और आय समर्थन तथा सभी के लिए भोजन की मांग को लेकर आज देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने के लिए यूनियनों और कामगार वर्ग से आह्वान किया है। संयुक्त मंच ने अपने बयान में कहा कि आम बजट में घोषित नीतियां किसान विरोधी हैं, जिनका वह विरोध करेगा। बयान के मुताबिक विरोध प्रदर्शनों के दौरान कार्यस्थलों और औद्योगिक केंद्रों पर बड़ी संख्या में जुटकर सरकारी नीतियों का विरोध किया जाएगा और श्रम संहिता की प्रतियां जलाई जाएंगी।

रिश्ते हुए शर्मसार, 12 वर्षीय बहन से किया रेप

सोनीपत में रिश्ते हुए शर्मसार, भाई ने 12 वर्षीय बहन से किया रेप

सोनीपत। हरियाणा के सोनीपत जिले के राई क्षेत्र में कुंडली थाना क्षेत्र के एक गांव में एक भाई ने रिश्तों को शर्मसार कर दिया। उसने अपनी 12 वर्षीय बहन के साथ रेप किया और अब वह नाबालिग बच्ची डेढ़ माह की गर्भवती हो गई तो आरोपी फरार हो गया। 
मिली जानकारी के अनुसार सगे चाचा के बेटे ने अपनी चौथी कक्षा में पढ़ने वाली 12 वर्षीय बहन के साथ दुष्कर्म किया और फिर बार बार करता रहा। पीड़ित नाबालिग डेढ़ महीने की गर्भवती है। आरोपी चचेरा भाई फरार है। पुलिस ने दुष्कर्म व पोस्को एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। कुंडली थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी निवासी महिला का आरोप है। कि उसकी नाबालिग बेटी चौथी कक्षा में पढ़ती है। उनके कमरे के पास ही देवर का परिवार भी रहता है।
उसके देवर के बेटे संतोष पासवान ने उनकी 12  साल की बेटी को कमरे में बंधक बना लिया। जान से मारने की धमकी देकर बच्ची के साथ कई बार दुष्कर्म किया। बेटी डेढ़ माह की गर्भवती हो गई। बेटी ने भाभी को घटना के बारे में बताया। पुलिस ने सोनीपत सिविल अस्पताल में बच्ची का मेडिकल कराया, जिसमें बच्ची की गर्भवती होने की पुष्टि हुई।
बच्ची ने भाभी को बताया कि चचेरा भाई संतोष पासवान अक्सर उस समय कमरे में घुस जाता था। जब माता-पिता काम पर जाते थे। वह कमरा अंदर से बंद कर लेता था। बार-बार मारने की धमकी देता था। उसने हाथ भी जोड़े, पैर भी पकड़े, लेकिन वह नहीं माना।

म्यांमार में फेसबुक का प्रभाव बहुत अधिक है

म्यामांर का घटनाक्रम और फ़ेसबुक

म्यांमार। मिलिट्री ने पिछले रविवार देर रात 2 बजे तख्तापलट कर दिया। ओर यहाँ की लोकतांत्रिक ढंग से चुनी सरकार को अपदस्थ कर दिया लेकिन म्यामांर में यह सत्ता परिवर्तन एकाएक नही हुआ दरअसल मिलेट्री वहाँ शुरू से सत्ता के केंद्र में बनी रहती है और उसके लिए वह वही टूल इस्तेमाल करती है। जो आजकल दुनिया की अधिकतर राजनीतिक पार्टियां इस्तेमाल कर रही है। और वह है। सोशल मीडिया...
पूरी दुनिया मे आजकल प्रोपगैंडा और गलत सूचनाओं को फैलाने में सोशल मीडिया का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। पिछले 9 सालो में म्यामांर जो एक बौद्घ धर्मावलम्बियों का देश है। वहाँ बेहद ज्यादा हिंसक गतिविधियां रिकॉर्ड की गई है। और कारण है । फ़ेसबुक
पांच करोड़ की आबादी वाले इस देश में फेसबुक का प्रभाव बहुत अधिक है। क्योंकि देश में लगभग 1.8 करोड़ लोगों के इस सोशल मीडिया वेबसाइट पर अकाउंट है।
म्यांमार बौद्ध बहुल आबादी वाला देश है। यहां कभी दस लाख से ज्यादा रोहिंग्या मुसलमान भी रहते थे म्यांमार के रखाइन राज्य में 2012 से बौद्धों और रोहिंग्या विद्रोहियों के बीच सांप्रदायिक हिंसा की शुरुआत हुई। इसके बाद से म्यांमार से अब तक करीब छह लाख 90 हजार रोहिंग्या मुसलमान गांव छोड़कर बांग्लादेश चले गए।
2018 में संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं ने कहा कि देश में फेसबुक एक दानव के रूप में परिवर्तित हो चुका है। और इस वेबसाइट पर हर तरह की घृणा फैलाई जा रही है। दरअसल 2017 की म्यांमार में मुस्लिम विरोधी हिंसा में फेसबुक ने सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जिससे सैकड़ों हजारों रोहिंग्या अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर हुए 
2018 में यूएन इन्डिपेंडेंट इंटरनेशनल फैक्ट फाइन्डिंग मिशन के चेयरमैन मरजूकी दारुस्मन ने मीडिया से कहा था। कि म्यांमार में सोशल मीडिया ने इस नरसंहार में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया ने कट्टपंथ, असंतोष और संघर्ष का स्तर बढ़ाने में काफी बड़ी भूमिका निभाई। नफरत भरी बातें भी इसका हिस्सा है। इसका सीधा संबंध म्यांमार की स्थिति से है। यूएन में म्यांमार इन्वेस्टिगेटर यांघी ली ने कहा कि फेसबकु लोगों का मैसेज एक-दूसरे तक पहुंचाने के लिए बना है। लेकिन हमें पता है। कि अति राष्ट्रवादी बौद्ध लोगों ने असल में रोहिंग्या और बाकी माइनॉरिटीज के खिलाफ इसके जरिए बहुत हिंसा और नफरत फैलाई। उन्होंने कहा कि मैं डरी हुई हूं कि फेसबुक अब एक क्रूर जानवर का रूप लेता जा रहा है। और ये वो नहीं रह गया, जिस काम के लिए इसे असल में तैयार किया गया था।
आप देखेंगे कि पूरे विश्व मे जिन भी देशो राजनीतिक अस्थिरता का माहौल बना है। वहाँ वहाँ अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़े हैं। ओर इन घटनाओं के प्रसार में सोशल मीडिया खासतौर पर फ़ेसबुक की भूमिका स्पष्ट तौर पर दिख रहीं है।

9 युवकों ने जंगल में नाबालिग के साथ किया गैंगरेप

पत्थलगांव। नाबालिग स्कूली छात्रा से सनसनीखेज गैंगरेप की वारदात अंजाम दिया गया है। पत्थलगांव थाना क्षेत्र के छिनबहरी जंगल में 9 युवकों ने जंगल में नाबालिग के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया है। नाबालिग छात्रा ने अपने स्कूली दोस्त के साथ घूम रही थी, इसी दौरान आरोपियों ने दोनों को घर लिया।इसके बाद डरा धमकाकर आरपियों ने बारी बारी से नाबालिग छात्रा से गैंगरेपकी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया है।

एकट्रेस प्रियंका ने कुर्सी पर बैठकर दिए हॉट पोज

मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और अक्सर अपनी स्टाइलिश फोटोज के जरिए फैन्स की नींदें चुराती रहती हैंँ। बॉलीवुड की 'देसीगर्ल' और पूरी दुनिया के लिए हॉलीवुड स्टार प्रियंका चोपड़ा इन दिनों अपने स्टनिंग लुक्स से लोगों को हैरान कर रही हैं। अब एक बार फिर प्रियंका चोपड़ा  ने एक मैगजीन कवर के लिए फोटोशूट कराया है। जो सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है। सुबह सुबह प्रियंका चोपड़ा ने ये तस्वीरें शेयर की हैं। उन्होंने इस फोटोशूट की एक दो नहीं बल्कि पूरी 16 तस्वीरें पोस्ट की हैं। उनकी हर तस्वीर पर फैंस के लाखों लाइक्स नजर आ रहे हैं। यहां उनके आम फैंस के साथ पति निक जोनस और हॉलीवुड से बॉलीवुड तक के स्टार्स के कमेंट्स नजर आ रहे है। प्रियंका इन तस्वीरों में काफी खूबसूरत और दमदार लुक्स में नजर रही हैं। अभी प्रियंका की इन तस्वीरों को सामने आए कुछ ही घंटे बीते हैं और इनपर 10 लाख से ज्यादा लाइक्स आ चुके हैं।

सीएए की बात असम की जनता के बीच बताएं: विकास

दिसपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं असम प्रदेश के प्रभारी विकास उपाध्याय आज दिल्ली से रायपुर पहुँचने के बाद एयरपोर्ट में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए सीधे गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला और कहा कि वे बाहूबलि छवि के दम पर आसन्न विधानसभा चुनाव में असम सहित अन्य प्रदेश पर सरकार बनाने का सपना देख रहे हैं। जो कभी सफल नहीं होने वाला। उन्होंने अमित शाह से सवाल किया कि असम में घूसपैठियों पर अनुच्छेद 370, बोडो शांति समझौता, राम मंदिर पर तो वे बोल रहे हैं, पर एनआरसी और सीएए पर बोलने से डर क्यों रहे हैं।उन्हें इस मुद्दे पर अपने पार्टी का रुख स्पष्ट करना चाहिये। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय कल असम से दिल्ली पहुँचने के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ महत्वपूर्ण चुनावी बैठक में सम्मिलित हुए और आज सुबह रायपुर पहुंचने के पश्चात् माना एयरपोर्ट में संवाददाताओं से चर्चा कर रहे थे। विकास ने कहा कि मोदी सरकार की बजट में मुख्य रूप से आगामी विधानसभा चुनाव का झलक दिखावा मात्र है। वह चुनावी राज्यों में सड़क निर्माण की घोषणा कर मतदाताओं को दिग्भ्रमित कर रही है, तो बजट में चाय बागान श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रस्ताव ला कर एक बार फिर से उनके साथ छलावा कर रही है।विकास उपाध्याय ने याद दिलाया 05 वर्ष पूर्व इसी तरह के प्रस्ताव में असम की भाजपा सरकार ने वहाँ के श्रमिकों के लिए कुछ नहीं किया। यहाँ तक कि चाय बागान के श्रमिकों के अवेजी बढ़ाए जाने की घोषणा के बाद भी 05 वर्ष में इस छोटी सी घोषणा को भी वह पूरा नहीं कर सकी। विकास उपाध्याय ने अमित शाह पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, वे स्वयं को बाहूबलि छवि दिखा कर आसन्न चुनाव में जीत हासिल करने का सपना देख रहे हैं।

प्रदर्शनों में शामिल होना युवाओं को पड़ेगा भारी

अविनाश श्रीवास्तव  

पटना। बिहार में सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों,विरोध प्रदर्शन अब राज्य की जनता को खासकर युवाओं को भारी पड़ सकता है। बिहार की नितीश सरकार ने एक फरमान जारी करते हुए कहा कि सूबे में हिंसक प्रदर्शनों में शामिल होने वालों को सरकारी नौकरी नहीं दी जाएगी। जानकारी के मुताबिक बता दें कि इससे पहले, राज्य की नीतीश सरकार की पुलिस ने सोशल मीडिया पर सोच समझ कर लिखने का आदेश जारी किया था। बिहार पुलिस ने सोशल मीडिया पर किसी जनप्रतिनिधि अथवा सरकारी अधिकारी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर कानूनी कार्रवाई का आदेश दिया था। वहीं अब नीतीश सरकार की तरफ से जारी किए गए फरमान में कहा गया है कि विरोध-प्रदर्शन, सड़क जाम या ऐसे किसी अन्य मामले में हंगामा हुआ और कानून व्यवस्था में व्यवधान डाला गया, तो प्रदर्शन में शामिल लोगों को न सरकारी नौकरी मिलेगी और न ठेका। सरकार के आदेश में कहा गया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान सड़क जाम करने, हिंसा फैलाने या किसी भी प्रकार विधि व्यवस्था में समस्या पैदा करने जैसे आपराधिक कृत्य में शामिल होता है और यदि उसके खिलाफ पुलिस चार्जशीट दाखिल कर देती है, तो उनके पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट में इसका स्पष्ट जिक्र होगा। ऐसे में इन लोगों को न सरकारी नौकरी मिलेगी और न ही वे सरकारी ठेका ले सकेंगे।

कोरबा: एक ही परिवार के 3 लोगों की हत्या की

कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के लेमरू थाना क्षेत्र के ग्राम देवपहरी में एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद गांव में सनसनी फैली हुई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक धरमु पहाड़ी (45 वर्षीय) अपने पूरे परिवार के साथ आरोपी संतुराम के यहां काम करता था। बताया गया है कि किसी बात को लेकर संतुराम और धरमु के बीच विवाद हो गया, जिसके बाद संतुराम ने धरमु और उसके परिवार को काम नहीं कराकर उन्हें जाने के लिए कह दिया, जिसके बाद धरमु अपनी बेटी व नतीनी के साथ अपने गांव वापस जाने के लिए वहां से चल पड़ा। इधर संतुराम अपने कुछ साथियों के साथ बाइक में सवार होकर धरमु और उसके परिवार के पास पहुंचा उन्हें जबरदस्ती जंगल की ओर ले गये, जहां आरोपियों ने धरमु और उसकी बेटी व नतीनी की हत्या कर दी। इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी संतुराम को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि आरोपियों ने धरमु की किशोरी बेटी को जिंदा दफन कर दिया है। आरोपी के निशानदेही पर जिंदा दफन लड़की को निकाला गया। बताया जा रहा है कि जिस समय लड़की को बाहर निकाला गया उस समय उसकी सांस चल रही थी हालांकि अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने इस मामले में अन्य 5 लोगों को भी पकड़ा है जिनसे पूछताछ की जा रही है। इस हत्याकांड की वजह का पता नहीं पाया है। आरोपियों से पूछताछ जारी है।

वाट्सएप पर अब नहीं रहेगा 'प्राइवेसी' का डर

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। वाॅट्सऐप को धीरे-धीरे काफी यूर्जर्स छोड़ रहे है। वाॅट्सऐप में प्राइवेसी पाॅलिसी को लेकर लोगों के मन में डर बैठ गया है। हम आपको एक ऐसी ट्रिक बता रहे है। जिसके जरिए आप अपना बिना पर्सनल नंबर शेयर किए, वॉट्सऐप का इस्तेमाल कर सकेंगे। इसके लिए आपको एक वर्चुअल नंबर की ज़रूरत होगी। वर्चुअल फोन नंबर के लिए  ऐप्लीकेशन एक अच्छा ऑप्शन है। यहां से नंबर लेने के लिए आपको ये ऐप्लीकेशन डाउनलोड करना होगा। इसके लिए सबसे पहले आपको  पर एक फ्री अकाउंट बनाना होगा। लॉग-इन करने के बाद, आपको यूूूएस और कनाडा स्थित 5 फ्री फोन नंबर की एक लिस्ट मिलेगी। इनमें से आप कोई भी एक नंबर सेलेक्ट कर सकते हैं। इस वर्चुअल नंबर से आप कॉल कर सकते हैं और इंटरनेट पर मैसेज भेज/रिसीव कर अब को फोन में डाउनलोड कर लें। ध्यान रहे कि अगर पहले से ही आपके फोन में डाउनलोड है तो आपको सबसे पहले वॉट्सऐप को अनइंस्टॉल करना होगा। वॉट्सऐप पर रजिस्ट्रेशन करते समय आपके द्वारा चुने गए वर्चुअल नंबर के आधार पर, इंडिया के STD कोड को इंडिया से US या कनाडा में बदल दें। उसके बाद अपना वर्चुअल नंबर डालें। ऐप को बैकग्राउंड में ओपन रखें। बता दें कि इस वर्चुअल फोन नंबर पर आपको OTP नहीं मिलेगा। OTP की टाइमिंग एक्सपायर होने का इंतज़ार करें और फिर OTP के लिए ‘Call me’ ऑप्शन सेलेक्ट करें। आपको TextNow ऐप पर मिस्ड कॉल मिलेगा और TextNow ऐप के अंदर आपके वॉयसमेल पर एक नया मैसेज आएगा। ये एक ऑडियो मैसेज होगा, जिसमें आपका कोड बताया जाएगा। ओटीपी कोड डालने के बाद आगे प्रोसेस करें और वॉट्सऐप इस्तेमाल करें।

शर्जील उस्मानी के खिलाफ पुणे में एफआईआर दर्ज

मनोज सिंह ठाकुर

मुंबई। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने उस्मानी पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। मिली जानकारी के मुताबिक पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने बताया कि उस्मानी के खिलाफ भादंसं की धारा 153 (ए) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि उस्मानी के खिलाफ भाजपा युवा मोर्चा के स्थानीय नेता प्रदीप गावड़े ने शिकायत दर्ज करायी थी। उन्होंने बताया कि मामले में आगे की जांच जारी है। मिली जानकारी के अनुसार विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर शरजील उस्मानी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। फडणवीस ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि शरजील उस्मानी ने 30 जनवरी को पुणे में हुए एलगार परिषद में समाज में वैमनस्य फैलाने के साथ ही हिंदू समाज के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की है।

उन्होंने कहा कि एक युवक महाराष्ट्र में आता है और छाती ठोककर हिंदुओं को भला-बुरा कहकर चला जाता है। कोई कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने मांग की है कि पत्र मिलते ही शरजील को तत्काल गिरफ्तार कर महाराष्ट्र लाया जाए और कठोर कार्रवाई की जाए।

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एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

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