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बुधवार, 10 मई 2023

खाली पेट 'धनिया' का पानी पीने के फायदे, जानिए 

खाली पेट 'धनिया' का पानी पीने के फायदे, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

सुबह के समय खाली पेट धनिया का पानी पीने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं। इस पानी से यूरिक एसिड समेत कई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें दूर होती हैं। भारतीय घरों में धनिया को अलग-अलग तरह से इस्तेमाल किया जाता है। कहीं धनिया के पत्तों की चटनी बनती है, कहीं इसे खुरदुरा पीसकर अचार में डाला जाता है, तो कहीं पर धनिया के दाने पीसकर मसाला बनाया जाता है, जो लगभग हर सब्जी में डलता है। धनिया के दाने और धनिया, दानों की बात करें तो ये स्वाद में ही अलग नहीं होते, बल्कि सेहत को भी इनसे अनेक फायदे मिलते हैं।

धनिया के दानों में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के और एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। इन दानों का सेवन सेहत से जुड़ी कई दिक्कतों को दूर करता है। 

यहां जानिए, धनिया के दानों का पानी बनाने का तरीका और इस पानी को पीने के फायदों के बारे में...

धनिया का पानी पीने के फायदे...

धनिया के पानी के फायदे जानने से पहले इस पानी को बनाने का तरीका जान लीजिए। धनिया का पानी बनाने के लिए एक चम्मच धनिया के दाने लें और उन्हें दो गिलास पानी में डालकर उबालें। जब पानी उबलकर आधा हो जाएं, तो उसे छानें और हल्का गर्म करके पिएं।

बढ़ती है इम्यूनिटी...

धनिया के दाने एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। इन दानों का पानी पीने पर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने में मदद मिलती है। इसके अलावा, इस पानी से शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स का भी खात्मा हो जाता है।

यूरिक एसिड...

यूरिक एसिड कम करने के लिए भी धनिया का पानी पिया जा सकता है। इस पानी को पीने पर शरीर से टॉक्सिन और यूरिक एसिड फ्लश होकर बाहर निकल जाते हैं। सब्जी या रायता बनाने में आप धनिया के पत्तों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

वजन घटाने के लिए...

रोज सुबह खाली पेट धनिया का पानी पीने पर वजन कम करने में मदद मिल सकती है। इस पानी को पीने पर पाचन में मदद मिलती है और मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है। साथ ही, धनिया का पानी डिटॉक्स वॉटर की तरह असर दिखाता है। इसीलिए मोटापा कम करने के लिए रोज सुबह धनिया का पानी पी सकते हैं।

गर्मियों के लिए फायदेमंद...

धनिया के पानी को गर्मियों में पीना भी फायदेमंद होता है। गर्मियों के मौसम में शरीर को ताजगी और ठंडक की जरूरत होती है, खासतौर से लू और गर्माहट से बचने के लिए। ऐसे में धनिया का पानी पीना फायदेमंद साबित होता है।

सोमवार, 27 मार्च 2023

जरूरत से ज्यादा 'पानी' पीना बेहद हानिकारक 

जरूरत से ज्यादा 'पानी' पीना बेहद हानिकारक 

सरस्वती उपाध्याय 

पानी हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी है। हमारे शरीर का लगभग 60 फीसदी हिस्सा पानी से ही भरा हुआ है। पानी पीने से हमारा शरीर हाइड्रेटेड रहता है और शरीर के सभी अपशिष्ट और टॉक्सिक पदार्थ आसानी से बाहर निकल जाते हैं। इसके साथ ही शरीर के सभी अंगों को सही तरीके से काम करने के लिए पानी की जरूरत पड़ती है। लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी पीने से शरीर को कई तरह के नुकसानों का सामना करना पड़ता है, जिसे ओवरहाइड्रेशन के नाम से जाना जाता है।

जब आप जरूरत से ज्यादा पानी पीते हैं, तो इससे आपको वॉटर पॉइजनिंग, इन्टॉक्सिकेशन और दिमाग से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बहुत ज्यादा पानी पीने से दिमाग और शरीर की कोशिकाओं में सूजन आने लगती है। जब दिमाग की कोशिकाओं में सूजन आती है, तो इससे दिमाग पर प्रेशर पड़ता है, जिससे आपको कंफ्यूजन, नींद आना और सिरदर्द की समस्या से जूझना पड़ सकता है। दिमाग पर जब ये प्रेशर बढ़ता है, तो इससे हाइपरटेंशन और ब्रैडीकार्डिया (लो हार्ट रेट) जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।

बहुत ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन करने से हमारे शरीर में मौजूद सोडियम पर काफी बुरा असर पड़ता हैं। सोडियम हमारे शरीर में मौजूद एक इलेक्ट्रोलाइट होता है, जो कोशिकाओं के अंदर और बाहर फ्लूइड को बैलेंस करता है। जरूरत से ज्यादा पानी पीने से हमारे शरीर में सोडियम का लेवल घटने लगता है, जिससे शरीर में मौजूद फ्लूइड कोशिकाओं के अंदर चला जाता है, इससे कोशिकाओं में सूजन आने लगती हैं और व्यक्ति कोमा में जा सकता है या उसकी मौत भी हो सकती है।

हालांकि, इसे लेकर कोई भी गाइडलाइन सेट नहीं की गई है कि किसी भी व्यक्ति को एक दिन में कितना पानी पीना चाहिए। आपके शरीर को पानी की जरूरत कितनी है ? वह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितनी फिजिकल एक्टिविटी करते हैं, आपका बॉडी वेट कितना है। साथ ही मौसम का भी इसमें काफी बड़ा रोल होता है। बीएलके-मैक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में यूरोलॉजी एंड यूरो ऑन्कोलॉजी के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. यजवेंद्र प्रताप सिंह राणा के मुताबिक, ‘नॉर्मल दिनों में 3 लीटर और गर्मियों में 3.5 लीटर तक पानी पीना सेफ माना जाता है।'

जरूरत से ज्यादा पानी पीने से ओवरहाइड्रेशन की समस्या का सामना करना पड़ता है और ओवरहाइड्रेशन का सीधा असर हमारी किडनी पर पड़ता है। ऐसे बहुत से लोग जिन्हें लगता है कि किडनी को हेल्दी रखने के लिए ज्यादा पानी पीना जरूरी होता है, लेकिन ऐसा नहीं है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जब आप बहुत ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन करते हैं, तो इससे आपकी किडनी को अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने के लिए काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे हार्मोन रिएक्शन होता है, जिससे आप स्ट्रेस और थके हुए महसूस करने लगते हैं। अगर बहुत सारा पानी पीने के बाद भी आपको पेशाब नहीं आता, तो ये इस ओर इशारा करता है कि आपकी किडनी क्षमता से ज्यादा काम कर रही है।

रविवार, 26 मार्च 2023

स्किन की नमी को वापस दिलाने में फायदेमंद है 'तरबूज'

स्किन की नमी को वापस दिलाने में फायदेमंद है 'तरबूज'

सरस्वती उपाध्याय 

गर्मी के मौसम ने दस्तक दे दी है। इस मौसम में हमारी बॉडी बहुत ज़्यादा डिहाइट्रेटेड होती है, जिसका असर हमारे स्किन पर भी साफ़ दिखता है। इस मौसम में हमारी स्किन सूरज की किरणों में आने की वजह से डल, बेजान और मुरझा जाती है। अगर आप भी इन परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो आपके लिए एक बेहद असरदार नुस्खा लेकर आये हैं।
दरअसल, आपकी स्किन की खोई हुई नमी को वापस दिलाने में तरबूज बेहद फायदेमंद है। जी बिलकुल आपको यह जानकर हैरानी होगी लेकिन पानी से भरपूर यह फल आपकी सेहत के साथ-साथ त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। ऐसे में अगर आप गर्मियों में त्वचा से जुड़ी समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो तरबूज का फेस पैक जरूर आजमाएं।

तरबूज में विटामिन ए और विटामिन सी पाया जाता है, जो झुर्रियों से राहत दिलाता है। दरअसल इसमें लाइकोपिन पाया जाता है जो त्वचा की गलोइंगनेस को बनाए रखता है। पानी से भरपपोर होने की वजह से यह चेहरे को अंदर से क्लीन करके सारी गंदगी को बाहर निकालता है। साथ ही स्किन को अंदर से मॉइश्चराइज करता है। तरबूज का फेस पैक लगाने से रिंकल, डार्क स्पॉट, टैनिंग जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिल सकता है।

तरबूज का फेस पैक के लिए सामग्री...

तरबूज का पल्प दो से तीन चम्मच
शहद एक चम्मच
बेसन एक चम्मच
हल्दी आधा चम्मच 

फेस पैक बनाने की विधि...

सबसे पहले एक बाउल में तरबूज का पल्प निकाल लें। इसके बीज को भी निकाल दें। तरबूज के पल्प में एक चम्मच शहद, चुटकीभर हल्दी और 1 चम्मच बेसन मिलाकर पेस्ट तैयार करें। पेस्ट में लम्स न पड़ने दें। अब चेहरे पर यह मास्क लगा लें। 15 मिनट बाद जब पेस्ट सूख जाए तो नॉर्मल पानी से अपना स्किन धोएं। फेस पैक हटाने के बाद चेहरे को मॉइश्चराइज करें। इस पैक को हफ्ते में 2 से 3 बार ज़रूर आजमाएं, ऐसा करने से आपका चेहरा रुई के फाहे की तरह मुलायम हो जाएगी।

गुरुवार, 23 मार्च 2023

सर्दी-खांसी से आराम पाने के लिए घरेलू उपचार करें 

सर्दी-खांसी से आराम पाने के लिए घरेलू उपचार करें 

सरस्वती उपाध्याय 

मौमस बदलते ही तमाम बीमारी शरीर को जकड़ लेते हीं, जिससे हम काफी परेशान रहते हैं। इन परेशानियों में सर्दी-खांसी की परेशानी भी शामिल है। सर्दी-खांसी की समस्या होने पर काफी सिरदर्द होता है। इन परेशानियों को कम करने के लिए आप तरह-तरह के घरेलू उपचार अपना सकते हैं। इन घरेलू उपचार की मदद से सर्दी-खांसी से आराम पा सकते हैं। इसके अलावा कई अन्य समस्याओं से भी राहत पा सकते हैं। आज हम इस लेख में आपको सर्दी-खांसी के लिए घरेलू उपायों के बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं सर्दी-खांसी के लिए घरेलू उपाय क्या हैं? 

अदरक की चाय का करें सेवन...

सर्दियों में खांसी की परेशानी को दूर करने के लिए आप अदरक की चाय का सेवन कर सकते हैं। अदरक की चाय पीने आपके गले को गर्माहट मिलती है, जो खांसी की परेशानी को कम कर सकता है। इसके अलावा अदरक में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सर्दी और खांसी को दूर करने में प्रभावी हो सकता है।

सर्दी खांसी होने पर अपनाएं ये उपाय...

सर्दी-खांसी की परेशानी होने पर आप कई तरह के घरेलू उपचार उपलब्ध हैं।

आइए जानते हैं कुछ असरदार घरेलू उपचार के बारे में...

हल्दी वाला दूध का करें सेवन...

सर्दी-खांसी की परेशानी को दूर करने के लिए हल्दी वाला दूध पिएं। यह गले को आराम देता है। साथ ही शरीर की इम्यून पावर को भी बूस्ट कर सकता है। अगर सर्दियों में आपकी परेशानी बढ़ जाती है तो रोजाना 1 गिलास हल्दी वाला दूध पिएं। इससे आपको काफी लाभ मिलेगा। 

आंवला का करें इस्तेमाल...

आंवला स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होती है। यह विटामिन सी से भरपूर होता है, जो ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर कर सकता है। इसके सेवन से सर्दी-खांसी की परेशानी को कम कर सकते हैं। 

सेब का सिरका भी कर सकते हैं इस्तेमाल...

खांसी की परेशानी होने पर सेब का सिरका आपके स्वास्थ्य के लिए काफी हेल्दी होता है। सेब का सिरका गले की खराश, सर्दी और खांसी की परेशानी कम कर सकता है। इसके लिए 1 गिलास गुनगुने पानी में सेब के सिरके को मिक्स करके पिएं। इससे आपको काफी लाभ मिलेगा। 

तुलसी है रामबाण...

खांसी होने पर तुलसी का सेवन दवा के रूप में किया जा सकता है। तुलसी के पत्तों का रस खांसी और जुकाम को कम करता है। साथ ही सर्दी के दौरान होने वाली अन्य समस्याओं को भी कम करने में तुलसी की पत्तियां फायदेमंद होती हैं। सर्दियों के दिनों में होने वाली परेशानी को कम करने के लिए आप इन घरेलू उपायों को आजमा सकते है। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर आपकी परेशानी काफी ज्यादा बढ़ रही है तो इस स्थिति में एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

गुरुवार, 9 मार्च 2023

हृदय रोग के खतरे को कम करता है 'मूंगफली' का सेवन

हृदय रोग के खतरे को कम करता है 'मूंगफली' का सेवन

सरस्वती उपाध्याय 

आज के दौर में देखा जा रहा है कि लोगों में हृदय रोग की समस्या बढ़ती जा रही है। जिसकी वजह तेजी से दिल की बीमारी से होने वाली मौतों के आंकड़ों में भी वृद्धि हुई है। बता दें आहार एवं पोषण विशेषज्ञों के मुताबिक, स्वस्थ और पौष्टिक आहार हृदय रोग के खतरे को कम कर सकता है। वैज्ञानिकों की एक टीम ने भी आहार को हृदय रोग कम करने में सहायक बताया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, मूंगफली का रोजाना सेवन इस्केमिक स्ट्रोक या हृदय रोग के खतरे को कम करता है। मूंगफली दिल की बीमारी के खतरे से बचाव में भी कारगर है।

जापान के लोगों पर एक अध्ययन में मिले परिणाम के आधार पर भी दावा किया गया कि जो लोग रोजाना मूंगफली खाते है, उनका हृदय, अन्य लोगों के मुकाबले ज्यादा स्वस्थ रहता है। बता दें इसके पहले अमेरिका में भी एक शोध में कहा गया कि मूंगफली का सेवन हृदय को मजबूत बनाता है। इस अध्ययन के निष्कर्ष को अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल  'स्ट्रोक' में प्रकाशित किया गया था। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि मूंगफली हृदय रोगियों के लिए किस तरह से फायदेमंद है। 

जापान स्थित यूनिवर्सिटी ग्रेजुएट स्कूल ऑफ मेडिसिन में प्रोफेसर और अध्ययन के प्रमुख लेखक सतोयो इकेहारा के बताया कि अध्ययन में पाया गया है कि मूंगफली के सेवन से इस्केमिक स्ट्रोक का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। अध्ययन से मिले निष्कर्ष से पता चला है कि मूंगफली को अपने आहार में शामिल करके गंभीर समस्या की रोकथाम की जा सकती है। इस्केमिक स्ट्रोक, मस्तिष्क की रक्त वाहिकाओं में रक्त के थक्के बन जाने के कारण होने वाली गंभीर और जानलेवा समस्या है।

बता दें जापान में 74 हजार से अधिक पुरुषों और महिलाओं पर यह अध्ययन किया गया। जिसमें वैज्ञानिकों ने कई स्तर से मंगफूली के सेवन और हृदय रोगों के जोखिमों में कमी की जांच की। तमाम स्तर पर किए गए जांच में वैज्ञानिकों ने पाया कि रोजाना सिर्फ 4-5 मूंगफली खाने से इस्केमिक स्ट्रोक का जोखिम 20 फीसदी कम होता है। वहीं सामान्य स्ट्रोक का जोखिम 16 फीसदी तक कम हो सकता है। मूंगफली हृदय रोग के जोखिम को 13 फीसदी तक कम कर सकती है। 

बता दें मूंगफली स्वास्थ्य के लिए जरूरी तमाम पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड, खनिज, विटामिन और डाइड्री फाइबर मौजूद होते हैं। यह सभी पोषक तत्व बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करते है, साथ ही हाई-ब्लड प्रेशर और क्रोनिक इंफ्लामेशन के खतरे को कम कर सकते हैं। जिसके सेवन से स्वाभाविक तौर पर हृदय रोगों का जोखिम कम हो जाता है। वहीं, अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने हृदय रोगों के खतरे से बचे रहने के लिए हर सप्ताह सभी लोगों को कम से कम पांच दिन 2 बड़े चम्मच तमाम तरह के नट्स के सेवन की सलाह दी है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की सलाह के मुताबिक मूंगफली के अलावा, अखरोट, काजू, पेकान, मैकाडामिया और हेज़लनट्स का सेवन भी हृदय रोगों के खतरे को कम करने में सहायक है।

रविवार, 5 मार्च 2023

वजन कम करने के लिए फायदेमंद है प्याज, जानिए 

वजन कम करने के लिए फायदेमंद है प्याज, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

वजन बढ़ने पर लोग उसे कम करने के लिए न जाने कितनी मेहनत करते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी  केवल सेहत संबंधी कई परेशानियां घेर लेती हैं। बल्कि, कई बार उठने और बैठने में भी परेशानी होने लगती है। ऐसे में खानपान में थोड़ा सा बदलाव करके आप अपने बढ़े हुए वजन को कंट्रोल कर सकते हैं।

बढ़े वजन को कम करने के लिए कुछ लोग डाइटिंग शुरू कर देते हैं तो कुछ जिम जाना शुरू कर देते हैं। जिम जाना और सेहत का ध्यान रखना तो सही है लेकिन ज्यादा डाइटिंग आपकी हेल्थ पर बुरा असर डाल सकता है। ऐसे में हम आपको बढ़े हुए वजन को कम करने का प्याज का देसी नुस्खा बताते हैं। प्याज में क्वेरसेटिन नाम का फ्लेवोनॉइड होता है। ये शरीर के अलग अलग हिस्सों में वसा को जमा होने से रोकने का काम करता है। जिससे वजन अपने आप कंट्रोल होता है।

प्याज का रस
सब्जियों का स्वाद बढ़ाने के अलावा प्याज का रस आपके वजन को भी नियंत्रित करने में कारगर है। प्याज का रस निकालने के लिए आप प्याज के कुछ टुकड़े लें और उसे मिक्सी में डालकर पीस लें। इसके बाद किसी कपड़े की सहायता से इसे निचोड़कर इसका रस निकाल लें। आप चाहे तो प्याज के रस को सादा पिएं या फिर इसमें सेंधा नमक या फिर नींबू का रस मिलाकर भी पी सकते हैं। कुछ दिनों में ही आपको असर दिखने लगेगा।

पी सकते हैं सूप भी
प्याज के रस के अलावा आप इसका सूप बनाकर भी पी सकते हैं। सूप को बनाने के सबसे पहले एक बर्तन में चार कप पानी डालें। इस पानी में प्याज के टुकड़ों को उबाल लें। अगर आप इसमें कुछ और मिलाना चाहते हैं तो सब्जियों के कुछ टुकड़ें मिला सकते हैं। इसके बाद इसे छानकर इसमें काला नमक डालकर पी लें। इसका सेवन करने से आपको वजन घटने में मदद मिलेगी। 

करें कच्चे प्याज का सेवन
वजन कम करने के लिए प्याज का कच्चा सेवन करना लाभकारी होता है। इसके लिए आप चाहे तो इसे खाने के साथ सलाद के रूप में खाएं या फिर इसका रस निकालकर पिएं। दोनों तरह से ये आपके वजन को कम करने में असरदार है।

रविवार, 26 फ़रवरी 2023

केसरिया बादाम ठंडाई बनाने की रेसिपी, जानिए 

केसरिया बादाम ठंडाई बनाने की रेसिपी, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

रंगों का त्योहार होली इस बार 8 मार्च 2023 को मनाई जाएगी और 7 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा। इस त्योहार का अपना एक अलग ही मजा होता है। इस दिन लोग अपने दोस्तों और परिवारवालों के साथ जमकर होली खेलते हैं साथ ही लजीज पकवान जैसे दही भल्ले, बालू शाही, गुजिया समेत कई तरह के स्वादिष्ट मिठाइयों का मजा लेते हैं।

यूं तो होली पर ढेर सारे पकवान बनाएं जाते हैं, लेकिन इन पकवानों के साथ अगर ठंडाई मिल जाए तो फिर क्या ही कहना। ऐसे में होली का मजा भी दुगुना हो जाता है। अगर आप होली खेलते समय बीच-बीच में इसका सेवन करेंगे तो मजा भी दोगुना हो जाएगा। 

केसरिया बादाम ठंडाई बनाने की सामग्री...

बादाम : एक चौथाई कप (छिला हुआ)
केसर : बारिक कटी हुई
चीनी : डेढ़ कप 
दूध फूल क्रीम : पांच कप
खरबूजे के बीज (थोड़े से)
सौंफ : दो चम्मच
इलायची : 4 से 5
खस-खस : दो चम्मच
काली मिर्च : एक चम्मच 

केसरिया बादाम ठंडाई बनाने की रेसिपी...

केसरिया बादाम ठंडाई बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़े बर्तन में पानी और चीनी को डालकर अच्छे से उबाल लें। उबलने के बाद अब इसे ठंडा कर लें। इसके बाद खरबूजे के बीज, सौंफ, काली मिर्च, इलायची, बादाम और खस खस को भिगो कर एक घंटे के लिए छोड़ दें। अब पानी से इसे निकाल लें और बादाम का छिलका उतार दें। उसके बाद इन सभी चीजो को चीनी के घोल के साथ पीस लें।

अब इस मिश्रण को किसी कपडे में डाल कर छान लें। उसके बाद इस मिश्रण में दूध में मिला दें। फिर इसमें इलायची पाउडर डालकर मिक्स कर दें। अब आप इसे कुछ देर के लिए फ्रिज में रख दें।  फिर कुछ टाइम बाद फ्रिज में से ठंडाई निकाल कर इसके ऊपर केसर डाल दें। आपकी टेस्टी केसरिया बादाम ठंडाई बनकर तैयार है। इसे आप ठंडा-ठंडा सर्व कर होली का पूरा मजा लें। 

रविवार, 19 फ़रवरी 2023

हेल्थ के लिए नुकसानदायक हो सकता है 'कॉर्नफ्लेक्स'

हेल्थ के लिए नुकसानदायक हो सकता है 'कॉर्नफ्लेक्स'

सरस्वती उपाध्याय 

भागदौड़-भरी लाइफ में हम अपने खान-पान का ठीक से ध्यान नहीं रख पाते हैं। जिसका असर हमारी सेहत पर पड़ता है। आज के दौर में ये देखा गया है कि लोगों के पास नाश्ता या तीन टाइम का खाना बनाने तक का समय नहीं होता है। आजकल के लोग बाजार की चीजों पर ज्यादा डिपेंड रहते हैं। ऐसे में लोगों को ब्रेकफास्ट में कॉर्नफ्लेक्स खाना बहुत ज्यादा पसंद होता हैं। कुछ लोग इसमें दूध मिलाकर खाते हैं।

वहीं, ऐसा कहा जाता है कि कॉर्नफ्लेक्स सिर्फ मक्के के आटे से बनाया जाता है। लेकिन, आपको जानकर हैरानी होगी कि यह हेल्थ के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकता है। बता दें बेक्रफास्ट में कॉर्नफ्लेक्स को और हेल्दी बनाने के लिए इसमें ज्यादातर लोग स्ट्रॉबेरी, मिक्सड फ्रूट, बादाम और ऑर्गेनिक शहद मिलाया जाता है। कॉर्नफ्लेक्स में मिलने वाली एडेड शुगर और सॉल्ट मिलाया जाता है। इसे प्रोसेस्ड किया जाता है। जिसकी वजह से ये आपकी सेहत के लिए काफी ज्यादा खराब हो सकता है। 

रिपोर्ट के मुताबिक, कॉर्नफ्लेक्स में उतना न्यूट्रिशियन नहीं होता जितनी की हमारे शरीर को जरूरत होती है। साथ ही उसमें फाइबर भी कम होता है। आपने अक्सर देखा होगा कि कॉर्नफ्लेक्स खाने के बाद लोगों को जल्दी भूख लग जाती है। हेल्थशॉटकी खबर में न्यूट्रिशनिस्ट कविता देवगन कहती हैं कि कॉर्नफ्लेक्स में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। 

डायबिटीज मरीजों के लिए कॉर्नफ्लेक्स खाना नुकसानदायक...

हार्वर्ड टीएच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ डॉ फ्रांक हू के मुताबिक कॉर्नफ्लेक्स में शुगर और नमक के कारण हाई ब्लड प्रेशर और इंफ्लामेशन, डायबिटीज और फैटी लिवर, मोटापा का खतरा बना रहता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बना रहता है। 

बता दें कॉर्नफ्लेक्स को कॉर्न यानी मक्का के टोस्टिंग फ्लेक्स से बनाया जाता है। कॉर्नफ्लैक्स एक पैकेज फूड जिसे लोग अक्सर दूध और चीनी के साथ खाया जाता है। इंग्लैंड के मैनचेस्टर में ट्रैफर्ड पार्क फैक्टरी में सबसे ज्यादा कॉर्नफ्लैक्स का प्रोडक्शन सबसे ज्यादा होता है। 

न्यूट्रिशन...

कॉर्नफ्लेक्स खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक मेजरमेंट है। जिससे हमें पता चलता है कि फूड में कितनी मात्रा में शुगर लेवल है।

गुरुवार, 16 फ़रवरी 2023

वजन और रक्त शर्करा में सुधार हो सकता है: बादाम

वजन और रक्त शर्करा में सुधार हो सकता है: बादाम

सरस्वती उपाध्याय 
नियमित रूप से बादाम खाने से अधिक वजन और मोटापे से ग्रस्त लोगों में शरीर के वजन और रक्त शर्करा दोनों में सुधार हो सकता है। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। फ्रंटियर्स इन न्यूट्रीशन जर्नल में प्रकाशित शोध में पाया गया है कि 12 सप्ताह तक रोजाना बादाम खाने से इंसुलिन प्रतिरोध कम हो गया, अग्नाशय के कार्य में सुधार हुआ और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिली। 

शोधकर्ताओं ने कहा कि जिस समूह के लोगों को बादाम दिए गए थे उनके शरीर के वजन, बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) और कमर की परिधि में महत्वपूर्ण कमी आई और उनका कुल कोलेस्ट्रॉल भी कम हुआ। चेन्नई स्थित मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष और प्रमुख विश्वनाथन मोहन ने कहा, बादाम खाने वाले उपभोक्ताओं के शरीर के वजन और रक्त शर्करा, दोनों में सुधार हुआ। मोहन ने एक बयान में कहा, मोटापा दुनिया भर में देखी जाने वाली एक स्वास्थ्य समस्या है और हम जानते हैं कि मोटापा टाइप 2 मधुमेह जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ाता है।

हम यह भी जानते हैं कि यह एक जटिल समस्या है, जो मधुमेह से जुड़ी हुई है और हमें लगता है कि हमने एक सरल समाधान की पहचान की है। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि बादाम खाने वाले लोगों में कुल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बेहतर था। दोनों मोटापे और मधुमेह का प्रबंधन करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। यह अध्ययन 25-65 वर्ष की आयु के 400 प्रतिभागियों पर किया गया था, जिनका बॉडी मास इंडेक्स 23 किलोग्राम प्रति वर्ग मीटर (किलोग्राम/एम 2) से अधिक था। शोधकर्ताओं ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के बीएमआई दिशानिर्देशों का उपयोग किया, जिसमें कहा गया है कि 23 किलोग्राम/एम 2 से अधिक को। अधिक वजन और 25 किलोग्राम/ एम 2 से अधिक वजन मोटापा है। 

रविवार, 12 फ़रवरी 2023

करेले का थेपला बनाने की रेसिपी, जानिए 

करेले का थेपला बनाने की रेसिपी, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

जब भी कभी करेले का नाम आता हैं, तो अक्सर लोग मुंह बनाने लगते है। क्योंकि, इसका कड़वा स्वाद किसी को पसंद नहीं आता हैं। भले ही इसका स्वाद कड़वा हो, लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए यह बहुत ही फायदेमंद होता है। ऐसे में आज हम आपके लिए करेले का थेपला बनाने की रेसिपी लेकर आए हैं। जो स्वाद और सेहत दोनों के लिए परफेक्ट डिश हैं। आइए जानते है करेले का थेपला की रेसिपी के बारे में।


सामग्री...

करेले के छिलके – 2 कप

बाजरे का आटा – 1/2 कप

गेंहू का आटा – 2 कप

लहसुन – 1 ढली

लाल मिर्च पाउडर – 1/2 चम्मच

हल्दी – 2 चम्मच

धनिया पाउडर – 1/2 चम्मच

हरी मिर्च – 2

धनिया – 1 कप

तेल – जरुरत अनुसार

नमक – स्वाद अनुसार

गेंहू का आटा – 2 कप


विधि...

करेले का थेपला बनाने के लिए सबसे पहले करेले का छिलका निकालकर उसे बारीक-बारीक करके काट लें। फिर एक मिक्सिंग बाउल में बाजरे का आटा और गेंहू का आटा डालकर अच्छे से मिक्स करें।

इसके बाद मिश्रण में लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, लहसुन, धनिया पाउडर और धनिया बारीक-बारीक काटकर डालें।

अब सारी चीजों को अच्छे से मिला लें और इसमें नमक डालें। पानी डालते हुए मिश्रण से डो तैयार कर लें।

डो आप थोड़ा नर्म ही गूंथे। तैयार करने के बाद डो से लोइयां तैयार कर लें। इसके बाद आप लोइयों को गोल आकार में बना लें। गोल आकार में बनाते हुए उससे थेपले के आकार की रोटी बना लें।

अब एक पैन में तेल गर्म करें और उस पर आप थेपला सेक लें। थेपले को दोनों तरफ से तब तक सेकें, जब तक थेपला ब्राउन न हो जाए।

ऐसे ही बाकी आटे से भी थेपले बनाएं और तेल में डालकर सेंक लें। ब्राउन हो जाने पर थेपले को गैस से उतार दें। आपका करेला थेपला बनकर तैयार है। गर्मा-गर्म सर्व करें।

शनिवार, 11 फ़रवरी 2023

चने के साथ गुड़ खाना बेहद फायदेमंद, जानिए 

चने के साथ गुड़ खाना बेहद फायदेमंद, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

चने के साथ गुड़ को आपने कई बार अपने बड़े-बुजुर्गों को खाते देखा होगा। चना-गुड़ साथ खाना न सिर्फ स्वाद के लिहाज से काफी बढ़िया होता है। बल्कि इसमें हेल्दी रहने की कुंजी भी छिपी हुई है। आप भले ही ये बात सुनकर चौंक जाएं, लेकिन हम आपको बता दें कि गुड़ और रोस्टेड चना प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स का पावर हाउस भी कहा जाता है। शरीर के लिए चना-गुड़ खाना बेहद फायदेमंद होता है। शरीर का पाचन सुधारने के साथ ही गुड़ और चना बॉडी को एनर्जी से भर देता है। गुड़-चना खाने के बाद थकान गायब हो जाती है।

गुड़-चना साथ खाने से हमारी इम्यूनिटी भी बूस्ट होने लगती है। ऐसे में इन दो चीजों का नियमित सेवन काफी फायदेमंद हो सकता है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक गुड़-चना खाना से शरीर में ब्लड की कमी भी दूर होती है। आइए जानते हैं इन्हें साथ खाने के बड़े फायदे...

1. इम्यूनिटी बूस्टर – गुड़ और चना साथ खाने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है। इसमें काफी प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट होता है, जो कि इम्यूनिटी बढ़ाता है। साथ ही दांतों को कमजोर होने से बचाता है। गुड़ और चना दोनों में ही काफी जिंक भी पाया जाता है, ऐसे में इसका नियमित सेवन स्किन हेल्थ को भी सुधारने में मदद करता है। इसके साथ ही चेहरे पर ग्लो लाता है।

2. रेस्पिरेटरी डिजीज – भुना चना श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारियों में भी काफी फायदा पहुंचाता है। अगर रात में सोने से पहले रोस्टेड चना खाया जाए और ऊपर से गुनगुना दूध पी लिया जाए, तो ये काफी फायदा पहुंचाता है। इसके अलावा गुड़ चना साथ खाने से फैट को घटाने में भी मदद मिलती है।

3. ब्लड – आप अगर शरीर में खून की कमी की परेशानी से जूझ रहे हैं, तो गुड़ और चने का सेवन आपके लिए काफी लाभकारी हो सकता है। बता दें कि गुड़ में काफी मात्रा में आयरन मौजूद होता है, वहीं चने में काफी प्रोटीन होता है। ऐसे में इन दोनों चीजों को साथ में खाने से शरीर में खून की कमी दूर होकर मसल्स भी काफी मजबूत होती हैं‌।

4. एनर्जी लेवल – गुड़ और चना को देसी स्नैक्स के तौर पर सदियों से प्रयोग किया जाता रहा है। गुड़ और चना खाने से शरीर की एनर्जी तेजी से बढ़ती है। आप अगर कमजोरी, थकान महसूस करते हैं, तो अपनी डाइट में गुड़ चना शामिल कर सकते हैं। गुड़-चना एनर्जी लेवल को बूस्ट करने के साथ ही शरीर को काफी ताकत देता है।

5. डाइजेशन – गुड़ और चना साथ खाने से पाचन तंत्र में भी सुधार होने लगता है। अक्सर लोग खाने के बाद गुड़ खाना पसंद करते हैं। क्योंकि, गुड़ की तासीर गर्म होने के साथ ही वो पाचन की रफ्तार को बढ़ा देता है। ऐसे में गुड़ और चना खाकर डाइजेशन को इंफ्रूव किया जा सकता है।

गुरुवार, 9 फ़रवरी 2023

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है चॉकलेट, जानिए 

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है चॉकलेट, जानिए 


सरस्वती उपाध्याय 

चॉकलेट एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो आपकी त्वचा पर दिखने वाले बढ़ती उम्र के लक्षणों और झुर्रियों को कम करती है। इससे आपकी त्वचा जवां नजर आती है। इसके गुणों के कारण आजकल चॉकलेट बाथ, फेशि‍यल, पैक और वैक्स का इस्तेमाल भी होने लगा है। ज्यादातर लोग उसी वक्त चॉकलेट खाना छोड़ देते हैं, जैसे ही उन्हें फिटनेस का ध्यान आता है। चॉकलेट खाने से वजन कम करने में मदद मिल सकती है। अगर आप वजन घटाने का सोच रहे हैं, तो अपनी डाइट में रोजाना डार्क चॉकलेट का एक टुकड़ा शामिल कर सकते हैं।

रोजाना चॉकलेट का एक छोटा टुकड़ा दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। डार्क चॉकलेट का छोटा सा टुकड़ा खाने से दिल के रोग बढ़ने के जोखिम को एक तिहाई तक कम करने में मदद कर सकता है। अगर आप रोजाना चॉकलेट का एक टुकड़ा खाएं, तो यह कैंसर को दूर रखने में मदद कर सकती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि चॉकलेट का मुख्य घटक – कोको में पेंटामेरिक प्रोसायनिडिन या पेंटामर नामक एक यौगिक होता है, जो कैंसर कोशिकाओं के फैलने की क्षमता को कम करता है।

चॉकलेट का एक छोटा सा टुकड़ा भी मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ाता है और याददाश्त में सुधार कर सकता है। कोको से भरपूर चॉकलेट का सेवन करने से मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह में सुधार हो सकता है। यह कोको में फ्लेवनॉल्स की उपस्थिति के कारण होता है, जो मस्तिष्क के प्रमुख हिस्सों में 2 से 3 घंटे तक रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है। चॉकलेट एक मूड लिफ्टर है, यह तनाव, चिंता को कम करता है। इस तथ्य का समर्थन दुनिया भर के विशेषज्ञों द्वारा किया जाता है। डार्क चॉकलेट का एक छोटा सा टुकड़ा मस्तिष्क में डोपामाइन के रूप में जाना जाने वाला एक खुश हार्मोन जारी करता है, जो मूड को बेहतर करने में मदद करता है।

शनिवार, 28 जनवरी 2023

आलू को भूनकर खाना बेहद फायदेमंद, जानिए 

आलू को भूनकर खाना बेहद फायदेमंद, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

आलू की कुछ फायदे भी हैं और नुकसान भी। लेकिन यह इसके खाने के तरीके भी निर्भर करता है। जाहिर है, अगर आप आलू को चिप्स या फ्राई के रूप में खाएंगे तो यह आपके लिए नुकसानदायक ही होगा। यह कार्बोहाइड्रेट का मुख्य स्रोत है इसलिए, वजन बढ़ाने का भी काम करता है। खैर अगर आप आलू से ज्यादा फायदा लेना चाहते हैं, तो आपको इसे भूनकर खाना चाहिए। आलू को भूनकर खाने से इसका स्वाद तो बढ़ता ही है, स्वास्थ्य फायदे भी बढ़ जाते हैं। चलिए जानते हैं आपको क्या-क्या फायदे हो सकते हैं।   

एक माध्यम आकार के भुने हुए आलू में पोषक तत्वों की संख्या

कैलोरी: 161 वसा: 1 ग्राम से कम सोडियम: 17 मिलीग्राम कार्बोहाइड्रेट: 37 ग्राम आहार फाइबर: 4 ग्राम प्रोटीन: 4 ग्राम 

सूजन को कम करता है, भुने हुए आलू में कोलीन पाया जाता है, जो एक आवश्यक पोषक तत्व है। शोध से पता चलता है कि कोलीन की कमी कम से आंशिक रूप से संधिशोथ और फाइब्रोमायल्गिया जैसी सूजन संबंधी बीमाआलू की कुछ फायदे भी हैं और नुकसान भी। लेकिन यह इसके खाने के तरीके भी निर्भर करता है। जाहिर है, अगर आप आलू को चिप्स या फ्राई के रूप में खाएंगे तो यह आपके लिए नुकसानदायक ही होगा। यह कार्बोहाइड्रेट का मुख्य स्रोत है इसलिए, वजन बढ़ाने का भी काम करता है।   

खैर अगर आप आलू से ज्यादा फायदा लेना चाहते हैं, तो आपको इसे भूनकर खाना चाहिए। आलू को भूनकर खाने से इसका स्वाद तो बढ़ता ही है, स्वास्थ्य फायदे भी बढ़ जाते हैं। चलिए जानते हैं आपको क्या-क्या फायदे हो सकते हैं।  

पाचन रहता है दुरुस्त

भुने हुए आलू में फाइबर अधिक होता है, जो पाचन में मदद करता है। फाइबर दस्त और कब्ज दोनों में मदद कर सकता है। पेट और आंत से जुड़े रोगों से परेशान लोगों को भुने हुए आलू का सेवन करना चाहिए। इसमें मौजूद फाइबर पाचन को दुरुस्त बनाने में सहायक हैं।  

वजन कंट्रोल करने में सहायक

भुने हुए आलू में मौजूद फाइबर और विटामिन बी 6 के साथ कार्बोहाइड्रेट को तोड़ने में मदद करता है और चयापचय में सुधार करता है। इस तरह आपको वजन घटाने और कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है।  

दिल को स्वस्थ रखने में सहायक

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है। भुने हुए आलू स्वाभाविक रूप से कम वसा वाले, कम कोलेस्ट्रॉल वाले भोजन होते हैं। आलू पोटेशियम का भी बेहतर स्रोत हैं। कुछ शोध बताते हैं कि इसके सेवन से हृदय रोग के जोखिम भी कम हो सकते हैं।  

आलू को बेक्ड करने का तरीका

आलू भूनने के लिए आपको इसे अच्छी तरह से धोना चाहिए। आलू को अच्छी तरह से धोने से यह किसी भी खाद या रसायन से छुटकारा पाने में मदद करता है। आप इसे ओवन में या माइक्रोवेव में बेक्ड कर सकते हैं।  ओवन में बेक्ड आलू बनाने के लिए, उन्हें जैतून का तेल और मसाला के साथ रगड़ें। अपने आलू को एक पन्नी-लाइनिंग बेकिंग शीट पर रखें और उन्हें 45 मिनट से 425 डिग्री फ़ारेनहाइट पर एक घंटे के लिए बेक करें। माइक्रोवेव में आलू को पकाने के लिए, एक कांटा का उपयोग करके पूरे आलू में छेद करें। आलू को माइक्रोवेव-सेफ प्लेट पर रखें और 5 मिनट तक पकाएं। आलू को पलटें और 5 मिनट के लिए पकाएं। इस प्रक्रिया को तब तक जारी रखें जब तक आपका आलू पक न जाए।यां हो सकती हैं। आलू को भूनकर खाकर आप अपने शरीर में कोलीन को बढ़ा सकते हैं और सूजन को कम कर सकते हैं। 

पाचन रहता है दुरुस्त

भुने हुए आलू में फाइबर अधिक होता है, जो पाचन में मदद करता है। फाइबर दस्त और कब्ज दोनों में मदद कर सकता है। पेट और आंत से जुड़े रोगों से परेशान लोगों को भुने हुए आलू का सेवन करना चाहिए। इसमें मौजूद फाइबर पाचन को दुरुस्त बनाने में सहायक हैं।  

वजन कंट्रोल करने में सहायक

भुने हुए आलू में मौजूद फाइबर और विटामिन बी 6 के साथ कार्बोहाइड्रेट को तोड़ने में मदद करता है और चयापचय में सुधार करता है। इस तरह आपको वजन घटाने और कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है।  

दिल को स्वस्थ रखने में सहायक

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है। भुने हुए आलू स्वाभाविक रूप से कम वसा वाले, कम कोलेस्ट्रॉल वाले भोजन होते हैं। आलू पोटेशियम का भी बेहतर स्रोत हैं। कुछ शोध बताते हैं कि इसके सेवन से हृदय रोग के जोखिम भी कम हो सकते हैं।  

आलू को बेक्ड करने का तरीका

आलू भूनने के लिए आपको इसे अच्छी तरह से धोना चाहिए। आलू को अच्छी तरह से धोने से यह किसी भी खाद या रसायन से छुटकारा पाने में मदद करता है। आप इसे ओवन में या माइक्रोवेव में बेक्ड कर सकते हैं।  

ओवन में बेक्ड आलू बनाने के लिए, उन्हें जैतून का तेल और मसाला के साथ रगड़ें। अपने आलू को एक पन्नी-लाइनिंग बेकिंग शीट पर रखें और उन्हें 45 मिनट से 425 डिग्री फ़ारेनहाइट पर एक घंटे के लिए बेक करें। माइक्रोवेव में आलू को पकाने के लिए, एक कांटा का उपयोग करके पूरे आलू में छेद करें। आलू को माइक्रोवेव-सेफ प्लेट पर रखें और 5 मिनट तक पकाएं। आलू को पलटें और 5 मिनट के लिए पकाएं। इस प्रक्रिया को तब तक जारी रखें, जब तक आपका आलू पक न जाए।

शुक्रवार, 27 जनवरी 2023

स्वास्थ्य: पौष्टिकता का खजाना है दूध, जानिए 

स्वास्थ्य: पौष्टिकता का खजाना है दूध, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

बच्चों से अक्सर कहा जाता है कि दूध पीने से ताकत आती है। लेकिन, ये सिर्फ बच्चों को बहलाने के लिए कही गई बात नहीं है। दूध असल में पौष्टिकता का खजाना है, जो न केवल बच्चों, बल्कि बड़ों के लिए भी फायदेमंद है। दूध को संपूर्ण आहार माना जाता है। दूध में मौजूद विटामिंस और पौष्टिक तत्व सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि दूध में कैलोरी, प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन-डी, विटामिन बी12 और पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो कई शारीरिक और मानसिक परेशानियों को ठीक करने में मदद करता है। दूध एक बेहतर सप्लीमेंट भी होता है। दिन और रात दोनों समय गर्म या ठंडा दूध पीने के अपने ही फायदे होते हैं। वहीं हर उम्र के लोगों के लिए दूध लाभदायक है। चलिए जानते हैं, दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्वों और दूध पीने के फायदे के बारे में...

दूध का सेवन नींद के लिए गुणकारी होता है। सोने से पहले एक गिलास दूध पीने से अच्छी नींद आती है। दरअसल, दूध में ट्रिप्टोफैन और बायोएक्टिव पेप्टाइड पाया जाता है, जो नींद को सकारात्मक तौर पर प्रभावित कर सकता है। तनाव के कारण कई लोगों को सोने की समस्या हो जाती है। दूध पीने से उनके शरीर को सभी पोषक तत्व मिलते हैं और तनाव से राहत मिलने पर नींद बेहतर आती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, दूध पीने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और वजन भी नियंत्रित रहता है। दूध पीने से बचपन के मोटापे का जोखिम कम हो जाता है।

दूध में प्रोटीन पाया जाता है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित बनाता है। जो लोग वजन कम करने की कोशिश करते हैं उन्हें कम फैट वाले दूध का सेवन करना चाहिए। मध्यम आयु वर्ग और बुजुर्ग महिलाओं पर किए गए एक अध्ययन के मुताबिक, डेयरी उत्पाद वजन मोटापे के खतरे को कम करने में सहायक होते हैं। चिकनी और स्वस्थ त्वचा के लिए भी रोजाना दूध का सेवन फायदेमंद होता है। दूध में विटामिन बी 12 की मात्रा पाई जाती है, जो त्वचा की सेहत को बेहतर बनाती है। ऐसे में नियमित दूध पीने से त्वचा जवान बनी रहती है। दूध में पाई जाने वाली विटामिन ए की मात्रा शरीर की नई कोशिका संरचनाओं को बढ़ावा देती है। इससे कई तरह के त्वचा रोगों से लड़ने में भी मदद मिलती है।

दूध पीने से दांत और हड्डियां भी स्वस्थ बनी रहती हैं। दूध में कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, प्रोटीन और विटामिन पाए जाते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक हैं। हड्डियों और दांतों में शरीर का लगभग 99 फीसदी कैल्शियम होता है। दूध से कैल्शियम की कमी पूरी होती है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों की बीमारियों से बचाव होता है।

बुधवार, 25 जनवरी 2023

स्वास्थ्य: पोषक तत्वों से भरपूर है हरा सेब, जानिए 

स्वास्थ्य: पोषक तत्वों से भरपूर है हरा सेब, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

आपने अब तक लाल सेब के फायदों के बारे में सुना होगा, लेकिन इस आर्टिकल में आपको हम हरे सेब के लाभ लेकर आए हैं। हरा सेब पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो कई बीमारियों से बचाने में मददगार साबित हो सकता है। खास बात ये है कि हरे सेब के सेवन से त्वचा को भी स्वस्थ रखा जा सकता है, हरे सेब को लीवर के लिए काफी अच्छा माना जाता है। आप रोज सुबह 1 हरे सेब का सेवन जरूर करें।

हरे सेब के पोषक तत्व...

हरा सेब पोषक तत्वों का भंडा है। इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और पोटेशियम, कॉपर, आयरन, जिंक, विटामिन-ए और विटामिन-के जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, ये एक हेल्दी शरीर के लिए बेहद जरूरी माने जाते हैं। इतना ही नहीं ये तत्व हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार माने जाते हैं।

इन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है ग्रीन सेब...

ग्रीन सेब का सेवन दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद है। यह दिल की सेहत को सही रखता है। हरे सेब में विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम और आयरन पाया जाते हैं, जो हार्ट हेल्थ को इंप्रूव करते हैं। इससे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। खास बात ये भी है कि हरे सेब में डाइटरी फाइबर होता है, जिससे बैड कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिलती है। अगर आप हार्ट के मरीज हैं, तो डॉक्टर की सलाह के बाद ग्रीन एप्पल का सेवन कर सकते हैं।

हरा सेब खाने के फायदे...

हरा सेब खाने से कब्ज और डायरिया की समस्या से आराम मिलता है।
हरे सेब में मौजूद पोषक तत्व लीवर को मजबूत बनाने का काम करते हैं।
हरा सेब वनज घटाने में भी मददगार साबित हो सकता है।
हरे सेब में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर की सूजन कम करते हैं।
हरे सेब में कैल्शियम, प्रोटीन, मैग्नीशियम और पोटेशियम तत्व पाए जाते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।

गुरुवार, 19 जनवरी 2023

छुटकारा: विटामिन-ई की कमी के लक्षण, जानिए 

छुटकारा: विटामिन-ई की कमी के लक्षण, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कई पोषक तत्वों की जरूर होती है। उनमें से एक विटामिन-ई भी शामिल है, जो त्वचा और बालों को स्वस्थ रखने के लिए काफी अहम होता है। यह शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाता है। इस विटामिन की कमी होने पर बाल झड़ने की समस्या होने लगती है और त्वचा संबंधी परेशानी होने लगती है। यहां जानें विटामिन-ई की कमी के लक्षण और इसकी कमी को दूर करने के लिए किन बातों की सावधानी रखनी पड़ती है ?

विटामिन-ई की कमी होने पर दिखते हैं ये संकेत...

इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, कई बीमारियों से परेशान हो सकते हैं।
मांसपेशियां कमजोर होने लगती है। चलने-फिरने, उठने-बैठने में परेशानी होती है।
हाथ-पैर सुन्न होने की समस्या होती है और पैरों में झनझनाहट होती है।
आंखों से संबंधित समस्या हो सकती है।
स्किन और स्कैल्प संबंधित समस्या।

विटामिन-ई की कमी दूर करने के लिए ये चीजें खाएं
केला में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम पोटेशियम, विटामिन-ई जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके सेवन से विटामिन-ई की कमी को दूर किया जा सकता है।

सूरजमुखी के बीज में विटामिन-ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन-ई की कमी को पूरा कर सकते हैं।

बादाम में विटामिन-ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है। खाने से सेहत को कई लाभ मिलते हैं। शरीर में विटामिन-E की कमी को दूर करने के लिए कच्चे बादाम का सेवन कर सकते हैं।

पालक भी आयरन से काफी भरपूर होता है। यदि आपके शरीर में भी विटामिन ई की कमी है तो...

एवोकाडो में विटामिन-ई काफी मात्रा में पाया जाता है। विटामिन की कमी को दूर करने के लिए एवोकाडो को शामिल किया जा सकता है, हालांकि ये फल आसानी से भारतीय बाजारों में उपलब्ध नहीं होता है।

शनिवार, 7 जनवरी 2023

अल्फा-लिनोलेनिक एसिड से भरपूर है 'अलसी'

अल्फा-लिनोलेनिक एसिड से भरपूर है 'अलसी'

सरस्वती उपाध्याय 

अलसी सेहत के लिए बेहद उपयोगी होती है। इसके अंदर विटामिन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन, इन बीजों की खास बात यह है कि ये अल्फा-लिनोलेनिक एसिड से भरपूर है।

लेकिन, क्या आप यह जानते है कि यह बालों की सेहत के लिए कई प्रकार से काम कर सकता है ? इस में ओमेगा-3 फैटी एसिड है जो कि स्कैल्प को हेल्दी रखने में मदद करता है। आइए, जानते हैं इसके सेवन का सही तरिका और फायदे।

अलसी खाने का सहीं तरीका, जाने फायदे 

अंकुरिक कर अलसी खाएं
अलसी को अंकुरिक कर खाना आपके बालों के लिए बेहत फायदेमंद होता है। यह तेजी से काम कर सकता है। वहीं अलसी के बीजों में हाई प्रोटीन होता है जो कि बालों के लिए बहुत फायदेमंद है। ये बालों को जड़ों से पोषण देता है। 

अलसी के पाउडर बना कर करें सेवन 
कच्चे अलसी के बीज को पीसकर पाउडर बना कर  पानी में डाल कर इस का सेवन करें। ये शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को सही करेगा, बालों को जड़ों से पोषण देगा और बालों को लंबा और खूबसूरत करने में मदद करेगा। 

बालों के विकास में है बेहत फायदेमंद

झड़ते बालों को रोकेगा
झड़ते बाल लोगों की आम समस्या है। इस के लिए अलसी के बीजों का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। ये स्कैल्प को हेल्दी रख कर बालों को सुंदर बनाता है। इससे बालों को जड़ से मजबूती मिलती है और बालों को झड़ने से रोकता है। 

नए बालों के विकास में भी है कारगर
नए बालों के विकास में अलसी के बीज मददगार है। इसके एंटीऑक्सीडेंट बालों को जड़ों से उगने मदद करते हैं। साथ ही जिनके बाल कमजोर हैं। उनके लिए भी अलसी के बीजों का सेवन फायदेमंद है। 

बुधवार, 4 जनवरी 2023

दिन की शुरुआत, पौष्टिक और सेहत से भरपूर नाश्ता

दिन की शुरुआत, पौष्टिक और सेहत से भरपूर नाश्ता

सरस्वती उपाध्याय 

हर सुबह की पहली खुराक यानी नाश्ता पौष्टिक और सेहत से भरपूर होना चाहिए। आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर सुबह का पौष्टिक नाश्ता हमारे लिए ईंधन की तरह काम करता है और एनर्जी से भरे दिन की शुरुआत करने में मदद करता है। इसके अलावा, एक पौष्टिक भोजन मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ावा देता है, जिससे समग्र पोषण मिलता है। हालांकि हर दिन सुबह की भागदौड़ में अक्सर हम अपने लिए पौष्टिक नाश्ता तैयार नहीं कर पाते, ये भी सच्चाई है। ऐसे में हमें जरूरत है झटपट बन जाने वाले पौष्टिक फूड की। तो अगर आप भी ऐसे ही फूड्स की ब्रेकफास्ट की तलाश में हैं तो आप इन रेसिपीज को ट्राई कर सकते हैं।

1. एग ऑन टोस-
अंडे इंसान के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं। वे दिन की शुरुआत करने के लिए प्रोटीन, विटामिन और कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरे होते हैं। सुबह में अंडे खाने के कई ऑप्शन हैं। आप इनका ऑमलेॉ बना सकते हैं, उबाल कर का सकते हैं, या फिर टोस्ट के साथ खा सकते हैं।

2. मूंग दाल डोसा
डोसा की जड़ें दक्षिण भारतीय रसोई में मिल सकती हैं, लेकिन आज यह पूरे भारत में एक लोकप्रिय ब्रेकफास्ट है। इसके अलावा, क्लासिक डोसा रेसिपी को और भी हेल्दी बनाने के लिए आप कुछ अलग ट्राई कर सकते हैं। मूंग दाल डोसा ऐसा ही एक ऑप्शन है। अपने मूंग दाल डोसा को हरी चटनी और टमाटर-गाजर के रस के साथ मिलाएं और एक सुपर हेल्दी नाश्ते का आनंद लें। 

3.  गोभी पराठा
सर्दियों के मौसम में स्वादिष्ट और हेल्दी ब्रेकफास्ट ऑप्शन है गोभी पराठा, दही और पेठे के रस के साथ गोभी पराठा। यह एक पौष्टिक भोजन बनाता है और आपको लंबे समय तक भरा रख सकता है।

4. उबला अंडा
जो लोग सुबह हल्का खाना पसंद करते हैं, उनके लिए उबले अंडे और ताजे फल/सब्जी का रस एक सही ऑप्शन हो सकता है। आप एक उबले अंडे को जूस के साथ ले सकते हैं।

5. फ्रूट्स
क्लासिक और सबसे आम नाश्ता है फ्रूट्स। मौसमी फलों का एक गुच्छा एक साथ मिलाएं और अपने दिन की शुरुआत हर आवश्यक पोषक तत्व के साथ करें।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।  इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करतें है।

शुक्रवार, 30 दिसंबर 2022

बढ़ती उम्र में कम दिखने के लिए 'केसर' का उपयोग

बढ़ती उम्र में कम दिखने के लिए 'केसर' का उपयोग

सरस्वती उपाध्याय 

आप भी अगर ज्यादा उम्र के है और अपनी उम्र को कम दिखाना चाहते है तो आप भी कई कोशिशों में लगे रहते होंगे। ऐसे में आपकों अगर बढ़ती उम्र में कम दिखना है तो आपकों केसर का उपयोग करना चाहिए। केसर मिठाईयों से लेकर आपके बिरयानी का स्वाद तो बढ़ाता ही है साथ ही यह आपकी जवानी को भी कामयाब रखता है।

चेहरे की स्किन करेगी ग्लो
आप रोज केसर का सेवन करते हैं तो आपको स्किन प्रॉब्लम से छुटकारा मिल जाएगा। आप केसर का उपयोग कर दाग धब्बों, झाइयां को दूर कर सकते है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते है। बढ़ती उम्र में आपको बहुत फायदा मिल सकता है।

चिड़चिड़ेपन को करता है दूर
आपका दिमाग थोड़ा खराब है और आप चिड़चिड़ेपन का शिकार हो रहे है तो केसर का दूध इन सब समस्याओं को दूर कर सकता है। केसर एंटीडिप्रेसेंट दवाओं को बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले तत्वों में से एक है। केसर का उपयोग आपको कई तरह के मानसिक तनाव से मुक्ति दिलाता है।

गुरुवार, 22 दिसंबर 2022

'गाजर का हलवा' बनाने की आसान रेसिपी, जानिए 

'गाजर का हलवा' बनाने की आसान रेसिपी, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय

बढ़ती सर्दियों ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है। लेकिन, खाने का असली मज़ा इस मौसम में ही आता है। अगर ठंड में कुछ मीठा खाने का मन कर रहा है, तो सबसे बेहतर होता है गाजर का हलवा। गर्मा-गर्म गाजर के हलवे की मिठास अलग ही सुकून देती है। गाजर का हलवा एक ऐसी डिश है जिसे बच्चे, बुजुर्ग हर कोई पसंद करते हैं और इसे बड़े चाव से खाते हैं, तो आइए जानते हैं, आप आसान तरीके से गाजर का हलवा कैसे बना सकते हैं ?

गाजर का हलवा बनाने के लिए सामग्री

  • गाजर – 1 किलो
  • मावा  1 कप
  • दूध- 2 कप
  • बादाम – 8-10
  • काजू – 8-10
  • पिस्ता – 8-10
  • किशमिश – 1 टेबलस्पून
  • इलायची पाउडर – 1 टी स्पून
  • देसी घी – 1/2 कप 
  • चीनी – स्वादानुसार

गाजर का हलवा बनाने की विधि
सबसे पहले गाजर को पानी से धोकर एक साफ़ कपड़े से पोछ लें। अब गाजर के छिलके उतारकर उसे कद्दूकस कर लें। कद्दूकस किये हुए गार्ज को घी में हल्का भून लें। अब एक कड़ाही में दूध डालकर उसे गर्म कर लें। दूध जब गर्म हो जाए तब एक मिनट बाद दूध में कद्दूकस किया हुआ गाजर डाल दें। दूध में गाजर को अच्छी तरह पकने दें। बीच-बीच में करछी की मदद से इसे चलाते रहें। इस मिश्रण को तब अटक पकाएं जब तक दूध गाढ़ा न हो जाए। इसके बाद मिश्रण में चीनी डालकर अच्छे से मिलाएं। अब इस दौरान गैस की मीडियम फ्लेम पर ही रहने दें।

अब इसके बाद गाजर के हलवे में मावा डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर दें। मावा डालने से पहले उसे अच्छी तरह से मसल लें। इसके बाद अब सभी ड्राईफ्रुइट्स के बारीक टुकड़े कर लें और उन्हें हलवे में मिक्स कर दें। आखिर में इलायची पाउडर डालकर हलवे को पकाएं। गाजर के हलवा को अच्छी तरह से पकने में 30-35 मिनट का समय लगता है। इसलिए जल्दबाजी में उसे गैस पर से न उतारें। जब हलवा अच्छी तरह पक जाए तब गैस बंद करें। अब आपका स्वादिष्ट गाजर का हलवा बनकर तैयार हो चुका है। इसे सर्व करने से पहले ड्राई फ्रूट्स से हल्का गार्निश करें।

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