बुधवार, 13 सितंबर 2023

राष्ट्रपति ने 'एनईवीए' परियोजना का उद्घाटन किया

राष्ट्रपति ने 'एनईवीए' परियोजना का उद्घाटन किया 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली/गांधीनगर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को गुजरात विधानसभा की राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन (एनईवीए) परियोजना का उद्घाटन किया, जिसका मकसद सदन के कामकाज को कागज रहित बनाना है। राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि इस परियोजना से विधानसभा के कामकाज में पारदर्शिता आएगी। राष्ट्रपति ने बुधवार को शुरू हुए गुजरात के चार दिवसीय मानसून सत्र के दौरान विधायकों को भी संबोधित किया।
उन्होंने कहा, “एनईवीए एक प्रगतिशील बदलाव है, जो गुजरात विधानसभा के कामकाज में पारदर्शिता लाएगा और सदन के सदस्यों को अन्य विधानसभाओं की सर्वोत्तम प्रथाओं तक पहुंच उपलब्ध कराने में भी मदद करेगा।” मुर्मू ने कहा कि सौर गठबंधन के बाद, हाल ही में संपन्न जी20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन की स्थापना पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

सीएम ने 'महाकाल' का पंचामृत अभिषेक किया

सीएम ने 'महाकाल' का पंचामृत अभिषेक किया 

संदीप मिश्र 

उज्जैन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं। वो इंदौर होते हुए उज्जैन पहुंचे और यहां बाबा महाकाल के दर्शन किए। साथ ही राजा भर्तृहरि की गुफा में गए। साधु संतों से भेंट की और गौ सेवा की।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज उज्जैन पहुंचे। यहां पर उन्होंने सबसे पहले महाकाल लोक के नंदी द्वार से एंट्री की। यह वही नंदी द्वार है, जहां से 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया था। योगी आदित्यनाथ महाकाल लोक का दौरा करते हुए महाकाल मंदिर पहुंचे और इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी से मुलाकात की। फिर योगी आदित्यनाथ ने महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में बैठकर करीब 35 मिनट तक पूजन अभिषेक किया।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक किया। रुद्राक्ष की माला और आरती की। महाकाल प्रबंधन समिति की ओर से योगी आदित्यनाथ का सम्मान किया गया। इसके बाद योगी आदित्यनाथ राजा भर्तृहरि की गुफा और गांदी पति रामनाथ से मुलाकात करने भर्तृहरि गुफा पहुंचे. यहां पर उन्होंने पूजन पाठ किया। गाय को गुड और चारा खिलाया। साधु संतों ने योगी आदित्यनाथ को एक त्रिशूल भेंट किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सड़क के मार्ग से होते हुए महाकाल मंदिर तक पहुंचे।
पुलिस प्रशासन की ओर से चप्पे चप्पे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे थे। योगी ने महाकाल मंदिर में 35 मिनट तक पूजन पाठ किया। नंदी हॉल में बैठकर योगी आदित्यनाथ ने भगवान का ध्यान लगाया और 30 से अधिक पुजारियों ने योगी आदित्यनाथ से पूजन कराकर आशीर्वाद दिया।

भर्तृहरि गुफा में पहुंचने पर योगी का परंपरा अनुसार 101 बटुकों के मंत्रोच्चार के बीच रुद्राक्ष एवं मोतियों की मालाओं से स्वागत कर पीतल का त्रिशूल भेंट किया गया। वे यहां गुरु गोरक्षनाथ, राजा भर्तृहरि और गोपीचंद महाराज की तपस्या स्थली के दर्शन करने पहुंचे। साथ गोशाला जाकर गाय माता की सेवा की।

अखिल भारतीय भेष बारह पंथ नाथ संप्रदाय के अध्यक्ष होने के नाते भर्तृहरि गुफा पहुंचे। यहां गुफा में गौशाला में जाकर गौ माता को गुड और चारा खिलाया। इसके बाद साधु संतों ने योगी आदित्यनाथ को एक त्रिशूल भेंट किया। योगी आदित्यनाथ के साथ मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया और विधायक पारस जैन मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी को जेड प्लस सुरक्षा होने के कारण सुरक्षा एजेंसियां सतर्क रहीं। कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच योगी ने महाकाल मंदिर में दर्शन किए।

₹5,000 प्रतिदिन के हिसाब से हर्जाना देना होगा

₹5,000 प्रतिदिन के हिसाब से हर्जाना देना होगा 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को कर्जदारों के हित में महत्वपूर्ण कदम उठाया। आरबीआई ने बैंकों और वित्तीय संस्थानों को कर्ज की पूरी राशि की अदायगी के बाद 30 दिन के भीतर चल या अचल संपत्ति से जुड़े मूल दस्तावेज संबंधित कर्जदाता को वापस करने तथा जो भी शुल्क लगाया गया है, उसे हटाने का निर्देश दिया। आरबीआई ने एक अधिसूचना में कहा कि निर्देश का अनुपालन नहीं करने पर उसके दायरे में आने वाली इकाइयों (आरई) को 5,000 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से हर्जाना देना होगा। 
केंद्रीय बैंक ने कहा कि वित्तीय संस्थान ऐसे चल या अचल संपत्ति दस्तावेजों को जारी करने में अलग-अलग रुख अपनाते हैं, जिससे ग्राहकों की शिकायतें और विवाद बढ़ते हैं। 
आरबीआई ने कहा, ‘‘उचित व्यवहार संहिता और चीजों को एक समान बनाने के मकसद से बैंकों और उसके दायरे में आने वाले अन्य वित्तीय संस्थान कर्ज की पूरी राशि की अदायगी/निपटान के बाद चल या अचल संपत्ति से जुड़े सभी मूल दस्तावेज 30 दिन के भीतर संबंधित कर्जदाता को वापस करेंगे। 
साथ ही जो भी शुल्क पंजीकृत है, उसे हटाएंगे।’’ केंद्रीय बैंक ने कहा कि अगर इसमें कोई देरी होती है, तो संस्थान इस बारे में संबंधित कर्जदाता को इसके कारण के बारे में सूचना देंगे। आरबीआई ने सभी बैंकों और अपने दायरे में आने वाले वित्तीय संस्थानों के लिये जारी अधिसूचना में कहा है कि कर्जदाता को उसकी प्राथमिकता के अनुसार मूल चल/अचल संपत्ति दस्तावेजों को या तो उस बैंक शाखा से एकत्र करने का विकल्प दिया जाएगा जहां ऋण खाता संचालित किया गया था या संबंधित इकाई के किसी अन्य कार्यालय से जहां दस्तावेज उपलब्ध हैं। 
चल/अचल संपत्ति के मूल दस्तावेजों की वापसी की समयसीमा और स्थान के बारे में कर्ज मंजूरी पत्रों में उल्लेख किया जाएगा। आरबीआई ने यह भी कहा है कर्जदाता या संयुक्त कर्जदाताओं के निधन की स्थिति को लेकर वित्तीय संस्थान कानूनी उत्तराधिकारियों को चल/अचल संपत्ति के मूल दस्तावेजों की वापसी को लेकर पहले से प्रक्रिया निर्धारित करके रखेंगे। ऐसी प्रक्रिया के बारे में ग्राहकों को जानकारी के लिये अन्य समान नीतियों और प्रक्रियाओं के साथ इसे वेबसाइट पर प्रदर्शित करना होगा। 
अधिसूचना में कहा गया है कि चल/अचल संपत्ति के मूल दस्तावेजों के नुकसान या उसके गुम होने की स्थिति में संबंधित वित्तीय संस्थान कर्जदार को ऐसे दस्तावेजों की नकल /प्रमाणित प्रतियां प्राप्त करने में सहायता करेंगे और हर्जाने का भुगतान करने के साथ संबंधित लागत का बोझ भी उठाएंगे।
इसमें कहा गया है, ‘‘हालांकि, ऐसे मामलों में, वित्तीय संस्थानों के पास इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिये 30 दिन का अतिरिक्त समय उपलब्ध होगा और हर्जाने की गणना उसके बाद जाएगी। यानी कुल 60 दिन की अवधि के बाद हर्जाने का भुगतान करने की जरूरत होगी।’’ आरबीआई ने कहा कि ये निर्देश उन सभी मामलों पर लागू होंगे जहां मूल चल/अचल संपत्ति दस्तावेज एक दिसंबर, 2023 या उसके बाद जारी होने हैं।

सीएम के मंत्रिमंडल ने 2 परियोजनाएं रद्द की

सीएम के मंत्रिमंडल ने 2 परियोजनाएं रद्द की

इकबाल अंसारी 
शिलांग। मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने कहा कि उनके मंत्रिमंडल ने दो बिजली परियोजनाओं को रद्द कर दिया है, क्योंकि वे आर्थिक रूप से अव्यवहारिक पाई गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जलविद्युत परियोजनाओं को रद्द किया गया है, उनमें किंशी चरण प्रथम और ऊपरी खरी चरण प्रथम एवं द्वितीय परियोजनाएं शामिल हैं।
संगमा ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, "आर्थिक मुद्दों और विभिन्न कंपनियों द्वारा इन परियोजनाओं को लागू करने में देरी के कारण मंत्रिमंडल ने यह फैसला किया है कि इन परियोजनाओं को रद्द कर दिया जाए।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "लेकिन राज्य सरकार और संबंधित विभाग नये प्रारूप में जल्द ही नये साझेदारों या पुराने साझेदारों की भूमिका खंगालेंगे।" उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल ने शिलांग में पुलिस मुख्यालय में एक इंजीनियरिंग शाखा के निर्माण के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है।

अधिक प्रोटीन का सेवन करना बेहद नुकसानदायक

अधिक प्रोटीन का सेवन करना बेहद नुकसानदायक 

सरस्वती उपाध्याय 
प्रोटीन हमारे आहार में एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है और इसकी कमी से आपकी प्रतिरक्षा कम हो सकती है। आपके बाल और त्वचा को नुकसान हो सकता है, मांसपेशियों का नुकसान हो सकता है और थकान हो सकती है। हालांकि, बहुत अधिक प्रोटीन उतना ही खतरनाक है, जितना कि बहुत कम‌। जब आप अपने आहार में बहुत सारा प्रोटीन शामिल कर रहे हैं, लेकिन इसे कार्ब्स, विटामिन, खनिज और फाइबर जैसे अन्य आवश्यक पोषक तत्वों के साथ संतुलित करने में विफल रहते हैं, तो आप कई जटिलताओं को आमंत्रित कर सकते हैं‌।
उच्च प्रोटीन आहार डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है और इसमें फाइबर और पर्याप्त पानी का सेवन शामिल करना महत्वपूर्ण है। यदि आहार में प्रोटीन अधिक और फाइबर कम हो तो कई लोगों को पाचन संबंधी समस्याओं का अनुभव हो सकता है। इसके अलावा, उच्च प्रोटीन आहार लेने से लोगों के यूरिन में बहुत सारा कैल्शियम नष्ट हो सकता है।
अत्यधिक प्रोटीन का सेवन किडनी पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है, जिससे संभावित रूप से पहले से मौजूद किडनी की समस्या वाले व्यक्तियों में किडनी की समस्या हो सकती है।
उच्च-प्रोटीन आहार मूत्र के माध्यम से पानी की कमी को बढ़ा सकता है, यदि आप पानी का सेवन नहीं बढ़ाते हैं तो संभावित रूप से निर्जलीकरण हो सकता है।
प्रोटीन पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करने से कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन और खनिज जैसे अन्य आवश्यक पोषक तत्वों की उपेक्षा हो सकती है।
बहुत अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन करने पर कुछ लोगों को कब्ज सहित पाचन संबंधी असुविधा का अनुभव हो सकता है।
अत्यधिक प्रोटीन के सेवन से यूरिन के माध्यम से कैल्शियम की हानि हो सकती है, जो समय के साथ हड्डियों के स्वास्थ्य पर संभावित प्रभाव डाल सकती है।
बहुत अधिक कैलोरी का सेवन, यहां तक ​​कि प्रोटीन स्रोतों से भी, वजन बढ़ने का कारण बन सकता है, खासकर यदि आप समग्र कैलोरी सेवन के प्रति सचेत नहीं हैं।

जिला जेल में 186 चश्मों का वितरण किया

जिला जेल में 186 चश्मों का वितरण किया 

जनपद न्यायाधीश ने जिला कारागार में नेत्र परीक्षण शिविर में 186 चश्मों का किया वितरण

कौशाम्बी। जनपद न्यायाधीश ब्रजेश कुमार मिश्र द्वारा सद्गुरू नेत्र चिकित्सालय, चित्रकूट के सहयोग एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कौशाम्बी के तत्वाधान में बुधवार को जिला जेल में 186 चश्मों का वितरण किया है।
यह जानकारी जनपद न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवेश चन्द्र गुप्ता ने देते हुए बताया कि जिला कारागार में नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन कर चश्मा का वितरण किया गया।
इस अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती पूर्णिमा प्रांजल, जेल अधीक्षक भूपेश सिंह, उप जेल अधीक्षक ओम प्रकाश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैनल अधिवक्ता उपेन्द्र नाथ शुक्ल एवं जिला कारागार के अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहें।
सुशील केसरवानी

पीएम ने 450 पुलिसकर्मियों को आमंत्रित किया

पीएम ने 450 पुलिसकर्मियों को आमंत्रित किया 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अचूक सुरक्षा प्रदान करने में अहम योगदान देने वाले दिल्ली पुलिस के लगभग 450 कर्मियों को शनिवार को रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया है। 
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक इसके लिए जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल 'भारत मंडपम' क्षेत्र सहित सभी क्षेत्रीय प्रभारियों से उनकी टीम में से पांच-छह पुलिसकर्मियों के नाम भेजने का अनुरोध किया गया है। 
उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत कठिनाइयों और पारिवारिक मुद्दों के बावजूद अपने कर्तव्यों का पालन करने वाले पुलिसकर्मियों के नाम विशेष रूप से शामिल किए जा सकते हैं। 
अधिकारियों ने बताया कि सिपाही से लेकर निरीक्षक पद तक के कुल 450 पुलिसकर्मियों के प्रधानमंत्री के साथ रात्रिभोज करने की संभावना है। इससे पहले सोमवार को, दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने जी20 शिखर सम्मेलन के लिए सुरक्षा व्यवस्था में अहम योगदान देने वाले अधिकारियों और कर्मियों को पुलिस आयुक्त की विशेष प्रशस्ति डिस्क और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  


1. अंक-331, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. बृहस्पतिवार, सितंबर 14, 2023

3. शक-1944, भाद्रपद, कृष्ण-पक्ष, तिथि-पूर्णिमा, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:06।

5. न्‍यूनतम तापमान- 16 डी.सै., अधिकतम- 25+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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(सर्वाधिकार सुरक्षित)

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