गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

बढ़ती जा रही है अंचल वन की आग

शिवम सिंह राजपूत



रतनपुरी। एक तरफ अंचल के लोग लॉक डाउन के कारण घरों में दुबके हुए हैं तो वहीं इसी बीच जंगलों में आग फैलती जा रही है और वन विभाग भी इस ओर से पूरी तरह लापरवाह नजर आ रहा है। हर साल गर्मी के मौसम में जंगलों में आग लग जाती है। इस बार भी रतनपुर के पास खैरा के सागौन प्लांटेशन में आग लगी हुई है और यह आग लगातार बढ़ती जा रही है , जिसने बहुत बड़े इलाके को अपनी जद में ले लिया है।


आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने वन विकास निगम और डिप्टी रेंजर पी एन चौरे को भी इसकी सूचना दे दी है, लेकिन उन्होंने यहां झांकना तक जरूरी नहीं समझा । इस कारण यहां बेशकीमती सागौन के पेड़ जलकर नष्ट हो रहे हैं। वहीं आसपास के ग्रामीणों का आरोप है कि इस क्षेत्र में वन माफिया सक्रिय हैं, जिनके द्वारा भी सागौन की अवैध कटाई की जाती है और सबूत मिटाने इसी तरह जंगल में आग लगा दी जाती है। इससे जहां क्षेत्र का वन बर्बाद हो रहा है वही वन्य जीवन पर भी बुरा असर पड़ रहा है। शुरुआत में स्थिति नियंत्रण में नहीं की गई तो यह आग बेकाबू भी हो सकती है, लेकिन लॉक डाउन का बहाना कर अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं।


 


चीन ने भेजी 5 लाख चिकित्सा किट

बीजिंग। चीन ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से लड़ने में मदद के लिए भारत को बृहस्पतिवार को 5,00,000 कोरोना वायरस चिकित्सा किट्स भेजी। बीजिंग में भारत के दूत विक्रम मिस्री ने यहां पीटीआई-भाषा को बताया कि चीन से खरीदी जा रही 20 लाख से अधिक जांच किटों को अगले 15 दिनों में भारत भेजा जाएगा। मिस्री ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ”रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट्स और आरएनए एक्सट्रैक्शन किट्स समेत कुल 500,000 किटों को आज तड़के ग्वांग्झू हवाईअड्डे से भारत के लिए भेजा गया।


कोरोना वायरस से करीब ढाई महीने तक जूझने के बाद चीन में कारखानों ने एक बार फिर काम शुरू कर दिया है और वह भारत समेत दुनियाभर में वेंटिलेटर और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) समेत चिकित्सा सामान की भारी मांग को एक बड़े कारोबारी अवसर के तौर पर देख रहा है। चीन से इन सामान के आयात के लिये निजी और सरकारी कंपनियां दोनों ही ऑर्डर दे रही हैं। ऐसी जानकारी है कि चीन ने भारत में मौजूदा लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में जांच बढ़ाने के उसके प्रयास के तौर पर पहले चिकित्सा किट्स की दो बड़ी खेप भेजीं।
भारत ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बंद की अवधि तीन मई तक बढ़ा दी है। देश में इस बीमारी से 414 लोगों की मौत हुई है और 12,380 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं।


मिस्री ने कहा कि भारतीय दूतावास, भारत में इन सामान को समय से पहुंचाने के लिए विमानों के समन्वय पर काम करने के अलावा वाणिज्यिक खरीद में सहयोग भी कर रहा है। मंगलवार को उन्होंने यहां मीडिया को बताया था कि भारत ने 30 लाख जांच किटों के अलावा कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्साकर्मियों के लिए चीन से 1.5 करोड़ निजी सुरक्षा उपकरण खरीदने का ऑर्डर दिया है। मिस्री ने कहा, ”मुझे लगता है कि हमारी जरूरतों को समय पर और सुचारू तरीके से तथा अनुमानित कीमत पर पूरा करना भारत-चीन संबंध के लिए सबसे अच्छा संकेत होगा। दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के फैलने के कारण चीनी चिकित्सा सामान की मांग बढ़ने पर चीन ने बुधवार को सभी देशेां से सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त चीन की प्रतिष्ठित कंपनियों से इन सामान का आयात करने के लिए कहा तथा जालसाजी में शामिल लोगों को सजा देने की बात कही।


उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में कई देशों के चिंता जताए जाने के बारे में सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान ने यहां मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि चीन सरकार व्यवस्थित निर्यात को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा, ”हम आशा करते हैं कि विदेशी खरीददार उन कंपनियों के उत्पादों को चुनेंगे जिन्हें अच्छे उत्पाद की विश्वसनीयता के लिये चीनी नियामक से मान्यता प्राप्त है। उन्होंने कहा, ”हाल ही में कई देशों ने चीन से मेडिकल सामग्री खरीदी है। अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करते हुए हम विश्वसनीयता वाली कंपनियों और उत्पादों के निर्यात के मामले में प्रतिष्ठित कंपनियों की सहायता कर रहे हैं।


पुलिस पर हमले के 17 आरोपी अरेस्ट

मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद ज़िले में कोरोना संक्रमित व्यक्ति के परिवार को क्वारंटीन करने के लिए पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला करने के आरोप में 17 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया है।


मुरादाबाद कोरोना टीम हमला
इन 17 लोगों के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 188, 269, 270, 332, 353, 307 और दूसरी अन्य कई धाराओं के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। यह हमला तब हुआ जब स्वास्थ विभाग की टीम संक्रमित शख़्स के परिवार को क्वारंटीन करने के लिए पहुंची थी। हमले में डॉक्टर, एंबुलेंस चालक समेत कई पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं। मुरादाबाद के पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने बताया, “नागफनी थाना क्षेत्र के हॉटस्पॉट में बुधवार दोपहर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर महिलाओं और कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। स्वास्थ्य टीम पुलिस को साथ लेकर दो दिन पहले हुई कोरोना पॉजिटिव कारोबारी की मौत के बाद उसके परिवार और आस-पड़ोस के सदस्यों को क्वारंटीन करने गई थी। घटना की सूचना मिलते ही अधिकारी पहुंच गए। हालांकि हमले उसके बाद भी होते रहे. फ़िलहाल स्थिति नियंत्रण में है।”


बताया जा रहा है कि हमले में घायल डॉक्टर और एंबुलेंस चालक की हालत गंभीर बनी हुई है। नागफनी थाना प्रभारी और उनके साथियों को भी कई पत्थर लगे हैं। पथराव में एबुलेंस और पुलिस जीप भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। घायलों को ज़िला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए दोषियों के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।


बताया जा रहा है कि नागफनी थाना क्षेत्र के नवाबपुरा निवासी एक पीतल कारोबारी की दो दिन पहले तीर्थंकर मेडिकल विश्वविद्यालय अस्पताल में मौत हो गई थी। मृत व्यक्ति कोरोना पॉज़िटिव था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने परिवार और आस-पास के 53 लोगों की सैंपलिंग की जिसमें से 17 लोग कोरोना पॉज़िटिव पाए गए। इसके बाद इस क्षेत्र को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रही थी। इसी बीच मृतक के भाई की भी अचानक हालत बिगड़ गई जिसे होम क्वारंटीन किया गया था।बुधवार दोपहर करीब 12 बजे डॉक्टर एससी अग्रवाल के नेतृत्व में पांच सदस्यों की टीम पुलिस को साथ लेकर नवाबपुरा इलाके में पहुंची थी।


मुरादाबाद कोरोना टीम हमला
एक प्रत्यक्षदर्शी ने नाम न छापने की शर्त पर बीबीसी को बताया, “कुछ लोगों ने यह ख़बर फैलाई कि मेडिकल टीम कारोबारी के परिवार के साथ-साथ पड़ोस के लोगों को भी क्वारंटीन करने के लिए लेने आई है। टीम को देखकर महिलाएं भड़क गईं और उन्होंने एक भी सदस्य को टीम के साथ जाने नहीं दिया। इसी बीच नागफनी थाना प्रभारी सुनील कुमार भी अपनी टीम के साथ पहुंच गए। इस पर वहां मौजूद महिलाओं ने पथराव शुरू कर दिया।”


घटना की सूचना मिलने पर डीएम राकेश कुमार सिंह और एसएसपी अमित पाठक, एसपी सिटी अमित आनंद समेत शहर के तमाम आला अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे और घायलों को अस्पताल भिजवाया। पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारियों की मौजूदगी में भी काफ़ी देर तक रुक-रुक कर पत्थरबाज़ी होती रही। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि हमलावरों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है कि और जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनसे पूछताछ की जा रही है। इलाक़े में भारी मात्रा में पुलिस बल और पीएसी को तैनात किया गया है।


9 दिनों में मौतों का आंकड़ा '30 हजार'

न्यूयॉर्क। दुनिया में कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका में महज नौ दिनों में मरने वालों का आंकड़ा दस हजार से बढ़कर तीस हजार हो गया है। देश में संक्रमित लोगों की संख्या भी साढ़े छह लाख के करीब पहुंच गई है। इसके बावजूद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि अमेरिका में महामारी का सबसे बुरा दौर बीत चुका है और जल्द ही वह राज्यों के गवर्नरों के साथ चर्चा कर अर्थव्यवस्था को दोबारा खोलने के लिए दिशा-निर्देश जारी करेंगे।


हालांकि लोग कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बढ़चढ़ कर हिस्‍सा ले रहे हैं। अमेरिका में कोरोना संक्रमण से उबर चुके हजारों लोग प्लाज्मा दान करने के लिए कतारों में देखे जा रहे हैं। 68 हजार से ज्यादा मौतों का अनुमानः समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, अमेरिका में बुधवार को कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या 30 हजार 400 हो गई। देश में इस महामारी से पहली मौत 29 फरवरी को हुई थी और दस हजार के आंकड़े तक पहुंचने में 38 दिन लगे थे। लेकिन महज नौ दिनों में ही यह आंकड़ा दस से तीस हजार के स्तर पर पहुंच गया। वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के मॉडल के आधार पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अमेरिका में अगस्त की शुरुआत तक 68 हजार से ज्यादा लोग दम तोड़ सकते हैं। ह्वाइट हाउस भी कई बार इस मॉडल का हवाला दे चुका है।


40 करोड़ के सामने बेरोजगारी संकट

कोरोना वायरस आज नहीं तो कल दुनियाभर में खत्म हो ही जाएगा लेकिन उसके असर दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पर इतना भयानक पड़ेगा जिसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। अंतराष्ट्रीय श्रम संगठन के मुताबिक भारत में करीब 40 करोड़ लोग इस महामारी के चलते बेरोजगार हो सकते हैं। अंतराष्ट्रीय श्रम संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक 2020 की दूसरी तिमाही में देशभर में करीब 19 करोड़ लोगों की नौकरियां जाएगी।


नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण ने भले ही आज दुनिया को हिला रखा हो लेकिन दुनिया को इसका असर कई सालों तक देखने को मिलेगा। खास तौर पर गरीब और मध्यम वर्ग पर कई सालों तक कोरोना की मार पड़ने वाली है। सभवत: आने वाले दिनों में कोरोना के मुकाबले दुनियाभर में गरीबी और भुखमरी से कहीं ज्यादा मौत होगी। क्योंकि भारत में असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों की संख्या कहीं ज्यादा है, ऐसे में भारत में बड़ी संख्या में भुखमरी की आशंका जताई गई है। अंतराष्ट्रीय श्रम संगठन के मुताबिक कोरोना संक्रमण की वजह से भारत में अंसगठित क्षेत्रों में काम करने वाले करीब 40 करोड़ लोग गरीबी और भुखमरी के शिकार होने की संभावना है। यही नहीं अंतराष्ट्रीय श्रम संगठन के मुताबिक 2020 की दूसरी तिमाही में देशभर में करीब 19 करोड़ लोगों की नौकरियां जाएगी।


आईओएल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद कोरोना दुनिया के सामने सबसे बड़ी मुसीबत बनकर आई है। आईएलओ के डायरेक्टर गाय रायडर के मुताबिक मंदी का दौर विकसित और विकासशील दोनों देशों में एकसमान देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामंदी को रोकने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयासों की जरूरत है और अगर वो नहीं लिए गए तो दुनियाभर में महामंदी आएगी। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पूरी दुनिया में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले करीब दो अरब लोग हैं जिनके सामने कोरोना के बाद जीविका की समस्या पैदा हो जाएगी।


आईएलओ की रिपोर्ट में जिन देशों का नाम खास तौर पर लिया गया है उनमें भारत का भी नाम शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कोरोना के चलते लॉकडाउन की वजह से भारत, नाईजीरिया, ब्राजील जैसे देशों में असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूरों की हालत बेहद खराब और चिंताजनक होने वाली है। रिपोर्ट में भारत को लेकर कहा गया है कि भारत की 90 फीसदी आबादी अंसगठित क्षेत्र से जुड़ी हुई है और ऐसे में इनमें से करीब 40 करोड़ लोगों को गरीबी और बेरोजगारी का सामना करना पड़ सकता है।


गाजियाबादः हॉटस्पॉट केंद्रों का निरीक्षण

डीएम व एसएसपी द्वारा किया गया जनपद के विभिन्न हाॅटस्पाट केन्द्रों का निरीक्षण


अकाशुं उपाध्याय


गाजियाबाद। कोविड-19 कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉकडाउन के सफल क्रियान्वयन हेतु श्रीमान जिलाधिकारी महोदय व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री कलानिधि नैथानी द्वारा जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों में भ्रमण कर लाॅकडाउन  की स्थिति व हॉटस्पॉट केंद्रों का निरीक्षण कर  जायजा लिया गया ।
  
विभिन्न थाना क्षेत्रों में हाॅटस्पाट केंद्रों पर ड्यूटी में मौजूद मिले पुलिसकर्मियों व अन्य लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखने,मास्क आवश्यक रूप से लगाने तथा ग्लब्स, सैनेटाइजर यूज़ करने हेतु  बताया गया।  एसएसपी द्वारा ड्यूटी पर लगे सभी पुलिसकर्मियों से हॉटस्पॉट क्षेत्रांतर्गत रहने वाले व्यक्तियों की दैनिक आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखने हेतु कहा गया। एसएसपी द्वारा सभी क्षेत्राधिकारी, थाना प्रभारी व पुलिसकर्मियों से लाॅकडाउन  का पूर्णरूपेण पालन कराने तथा उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही* करने हेतु निर्देशित किया गया।


शक्ति भवन में ऊर्जा विभाग की समीक्षा

संजय सोनकर                                                              लखनऊ। ऊर्जा मंत्री पंडित श्रीकांत शर्मा ने शक्ति भवन स्थित कार्यालय में ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक की।निबध्य्य विद्युत आपूर्ति के लिए हुई बैठक।सीएमडी, एमडी और डायरेक्टर्स बैठक में मौजूद थे।उवभोक्ताओं को इस संकट की घड़ी में बिजली मिलती रहे, इसको सुनिश्चित किया जाएगा। प्रकाश पर्व के दौरान हमारे सभी इंजीनियरों ने काम किया।अपनी प्लानिंग से काम किया, जो अफवाह फैला रहे थे कि ग्रिड फेल हो जाएगा, उन्हें अपने काम से जवाब दिया -ऊर्जा परिवार के सभी कार्मिक अपने काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं, सभी को मेरा सालम।


कार्मिकों की मुस्तैदी के बल पर हम बिजली की आपूर्ति कर रहे हैं, किसी को दिक्कत नही हो रही है।1912 पर मिलने वाली शिकायतों का तुरंत निस्तारण किया जा रहा है। उप केंद्रों का काम जो रुका हुआ है, 20 अप्रैल के बाद से काम शरू हो जाएगा। प्रदेश में रहने वाले लोगों को क्वालिटी की बिजली मिलती रहे, इसके लिए हम तत्पर हैं और अपना कर्तव्य निभा रहे हैं।


गाजियाबादः महिला के थूकने पर बवाल

मनीष


गाजियाबाद। मोदीनगर क्षेत्र के तेल मिल गेट पर एक महिला जो बुर्के में थी उस पर कोल्ड ड्रिंक में थूकने एवं नोटों पर थूक लगा कर देने का मामला सामने आने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। बताते चलें एक महिला तेल मिल गेट पर दुकानदार से सामान लेने पहुंची। पर क्षेत्रवासियों के अनुसार उसने नोटों पर थूक लगाकर दुकानदार को देने की कोशिश करी विरोध करने पर महिला वहां से भाग खड़ी हुई। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी पुलिस ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए महिला को पकड़ने की कोशिश करी लेकिन महिला लगातार भागती रही।


जब महिला साहब नगर चौकी के पास पहुंच गई तो बड़ी मुश्किलों से मशक्कत करने के पश्चात महिला को पुलिस द्वारा एंबुलेंस में बैठाकर आइसोलेट करने के लिए अस्पताल के लिए रवाना कर दिया। सूत्रों की माने यदि महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आती है तो क्षेत्र में कोरा के मरीज मिलने की भी संभावना बनी रहेगी। महिला की पहचान दिल्ली निवासी के रूप में की गई। चौकी प्रभारी रामवीर सिंह एवं उनकी टीम एवं साध नगर चौकी सह प्रभारी अमित शर्मा व उनकी टीम द्वारा इस महिला को काफी मेहनत मशक्कत के बाद काबू में लाकर एंबुलेंस में बिठाया गया।


उपभोक्ताओं के लिए सीएम को लिखा पत्र

राणा ओबराय
विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, बिजली उपभोक्ताओं के लिए मांगी राहत

चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चन्द गुप्ता ने वैश्विक महामारी कोविड 19 के प्रकोप के मद्देनजर प्रदेश सरकार से बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने का अनुरोध किया है। गुप्ता ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लिखे पत्र में कहा है कि कोविड 19 संक्रमण के चलते प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुईं हैं। ऐसे में घरेलू उपभोक्ताओं और औद्यौगिक इकाइयों को बिजली बिलों के भुगतान में रियायत देना समय की जरूरत बन गई है। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चन्द गुप्ता ने कहा कि कोविड 19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ प्रदेश सरकार ने भी जनता की आवाजाही और कार्यालयों एवं प्रतिष्ठानों आदि को खोलने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। निकट भविष्य में भी इस अभूतपूर्व स्थिति के जारी रहने की आशंका है। इन परिस्थितियों के चलते उपभोक्ताओं को समय पर अपने बिजली बिलों का भुगतान करने में परेशानी हो सकती है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने भाषण में कंपनियों को अपने कर्मचारियों के हितों की रक्षा करने और उनके प्रति सहानुभूति दिखाने के लिए कहा है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ज्ञानचन्द गुप्ता ने सुझाव दिया कि उद्योगों और घरेलु उपभोक्ताओं को बिजली बिलों के भुगतान में कुछ रियायतें देनी चाहिए। उन्होंने प्रमुख रूप से तीन सुझाव मुख्यमंत्री को लिखे हैं। उन्होंने कहा कि बिजली बिलों के भुगतान की नियत तारीख का विस्तार करना चाहिए और उपभोक्ताओं से बिलों के भुगतान पर विलंब शुल्क नहीं लेना चाहिए। दूसरा, उन उपभोक्ताओं को बिजली बिलों में छूट मिलनी चाहिए जिन्होंने अप्रैल के महीने में मूल देय तारीखों पर या इससे पहले अपने वर्तमान बिल का भुगतान किया है। तीसरा, भविष्य में कुछ विशिष्ट अवधि के लिए लघु, मध्यम और भारी औद्योगिक इकाइयों को निर्धारित शुल्क में छूट देनी चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इन सुझावों को अमल में लाने के लिए बिजली विभाग द्वारा विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 108 के तहत निर्देश जारी किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात, महाराष्ट्र और पंजाब आदि राज्यों ने भी बिजली उपभोक्ताओं को इस प्रकार की छूट देने की प्रकिया शुरू कर दी है।


लॉक डाउन पालन हेतु सड़क पर सेना

भैरहवां नेपाल: लॉक डाउन का पालन कराने के लिए सड़क पर उतरी सेना
महाराजगंज। पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के भैरहवां कस्बे में लकडाउन को कड़ाई के साथ पालन कराने के लिए सेना लगा दी गई है। बता दें कि भारत नेपाल सीमा से सटे नेपाल रूपंदेही जिले के प्रमुख कस्बा भैरहवां में लॉक डाउन पालन कराने में पुलिस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। लोग सड़क पर निकलने लगे थे यहां तक कि दुकाने भी खोलने लगे थे। जिसको देखते हुए नेपाल सरकार ने भैरहवा कस्बे में नेपाली सेना को उतार दिया। सेना के जवान सड़क पर गस्त कर रहे हैं और लाक डाउन का पूरी तरह से पालन करा रहे हैं।
इस संबंध में रूपंदेही जिले के जिलाधिकारी महादेव पन्थले ने बताया है कि लाकडाउन का पूरी तरह से पालन कराने के लिए नेपाली सेना का सहयोग लेना पड़ा है और अब लाक डाउन का पूरी तरह से पालन हो रहा।


सेनीटाइज मशीन निर्माण कर भेंट की

बरेली। कोरोना महामारी के लिए कोरोना वारियर्स बनी पुलिस को इस महामारी से बचाने के लिए आरओ व्यापारी पिता पुत्र ने सेनेटाइजिंग मशीन बनाकर दी है। इसे प्रेमनगर थाने में लगाया गया है। मशीन के लगने के बाद फरियादी से पुलिसकर्मी तक अब थाने में सेनेटाइज होकर ही प्रवेश मिलेमिलेगागमनगर के बालाजी विहार कालोनी निवासी प्रेमराज और उनके बेटे आशीष मौर्य और उनके साथी संतोष ने सेनेटाइजिंग मशीन बनाई है। प्रेमराज ने बताया कि सेनेटाइजिंग मशीन बनाने के लिये पांच हजार रुपये की लागत आई है। इस मशीन में 50 लीटर का टैंक, वॉयर, स्विच, पाइप लगा है। मशीन बिजली से चलती है। मशीन के दोनों तरफ बटन लगे हुये हैं। इससे थाने से अंदर जाते समय और बाहर निकलते समय दोनों टाइम खुद को सेनेटाइज किया जा सकता है।


दानदाताओं ने बताया कि वह कोरोना महामारी से लड़ रहे कोरोना वारियर के लिए (पुलिसकर्मियों) के लिये कुछ करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने यह मशीन बनाई। मशीन को इस हिसाब से बनाया गया है कि उसमें से निकलने वाला व्यक्ति चारों ओर से अच्छे से सेनेटाइज हो सके। मशीन की खासियत यह है कि उससे बाइक को भी इसी सेनेटाइज किया जा सकता है। मशीन से गुजरकर गए लाकडाउन तोड़ने वाले प्रेमनगर पुलिस ने बताया कि गुरुवार को लाकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों को भी इसी मशीन से सेनेटाइज करके ही थाने के अंदर लाया गया। थाने में तैनात पुलिसकर्मी सैनेटाइज कर थाने में प्रवेश कर रहे है।


“आरओ बनाने वाले पिता-पुत्र ने प्रेमनगर पुलिस को सेनेटाइजिंग मशीन सौंपी है। इसे थाने में लगाया गया है। इसका प्रयोग पुलिस और फरियादियों के लिए किया जा रहा है।” -बलवीर सिंह, इंस्पेक्टर, बारादरी


एसएसपी ने बांटे मास्क व सैनिटाइजर

मोहित कुमार


बुलंदशहर। कोरोना वायरस-19 के वैश्विक संक्रमण की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में पुलिस को न केवल जनता की विभिन्न समस्याओं का समाधान करना है, बल्कि स्वयं को भी कोरोना वायरस संक्रमण से अधिक से अधिक सुरक्षित रखते हुए अपने कर्तव्यों का निवर्हन करना है जिसके दृष्टिगत आज दिनांक 16.04.2020 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा लाॅकडाउन का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराने हेतु थाना खुर्जादेहात, खुर्जानगर व अरनिया क्षेत्र में भ्रमण के दौरान विभिन्न चौराहों/तिराहों/पिकेट/पीआरवी/फैन्टम/थानों/चौकी पर ड्यूटीरत पुलिसकर्मियों को थर्मल स्कैनर से चैक किया गया तथा कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव हेतु पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर, साबुन, ग्लब्स, मास्क जो पूरी तरह वाॅशेबल है जिनको कर्मचारीगण साबुन/डिटजेंट पाउडर से अच्छी तरह धोकर बार-बार प्रयोग कर सकेंगे आदि सामान वितरित किया गया। साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलन्दशहर द्वारा पुलिसकर्मियों को यह भी निर्देश दिए गए कि लाॅकडाउन का शतप्रतिशत पालन सुनिश्चित हो तथा इस आपदा की घडी में स्वयं को अत्यधिक सुरक्षित रखते हुए अपने कर्तव्यों का निवर्हन करें एवं जनसेवा के कार्य में अपनी योग्यता को सार्थक साबित करें। पुलिस टीमों द्वारा लगातार गांव-गांव व मोहल्लों में जाकर लाउडहेलर के माध्यम सें आमजन को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव व लाॅकडाउन नियमों का पालन करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने हेतु जागरूक किया जा रहा है।


 


भारतः 420 की मौत, 12759 संक्रमित

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और गुरुवार शाम पांच बजे तक इससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 12759 हो गयी तथा 420 लोगों की इस संक्रमण के कारण मौत हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किये गये आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस का प्रकोप देश के 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है। देश के विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना संक्रमण के अब तक कुल 12759 मामलों की पुष्टि हुई है जिनमें 76 विदेशी मरीज भी शामिल हैं। अब तक 1515 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।


कोरोना से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में अब तक 2919 लोग संक्रमित हुए हैं तथा वहां मरने वालों की संख्या बढ़कर 187 हो गयी है। राज्य में 295 लोग इस संक्रमण से स्वस्थ भी हुए हैं। संक्रमितों की संख्या के मामले में दूसरे स्थान पर देश की राजधानी दिल्ली है, जहां 17 नये मामले दर्ज किये जाने के कारण अब तक कुल 1578 लोग इस महामारी से संक्रमित हैं तथा इस दौरान दो अन्य लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 32 हो गयी है और 42 मरीजों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।


इसके बाद तमिलनाडु में 38 नये संक्रमित सामने आये हैं और संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1242 हो गई हैं तथा राज्य में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश में भी संक्रमितों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखी गयी और वहां 133 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1120 हो गयी है जबकि राज्य में तीन और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 53 हो गयी है।गुजरात में 105 नये मामले सामने आने से संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 871 हो गया तथा मृतकों की संख्या 36 पर पहुंच गयी है। राजस्थान में 64 नये मामले सामने आये हैं और इनका आंकड़ा बढ़कर 1023 हो गया तथा अब तक तीन लोगों की मौत हुई है। तेलंगाना में अब तक 698 लोग संक्रमित हुए हैं और 18 लोगों की मौत हुई है। केरल में 388 लोग संक्रमित हुए हैं और तीन लोगों की मौत हुई है।


उत्तर प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 735 हो गई है और 13 लोगों की मौत हुई है। दक्षिण भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में 534 और कर्नाटक में 315 लोग संक्रमित हैं तथा इन राज्यों में क्रमश: 14 और 13 लोगों की मौत हुई है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संक्रमितों की संख्या 300 है और चार लोगों की मौत हुुई है। इसके अलावा पंजाब में 13, पश्चिम बंगाल में सात, हरियाणा में तीन, झारखंड में दो तथा बिहार, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और असम में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।


 


गुजरातः 3 की मौत 105 नए संक्रमण

गांधी नगर। गुजरात में गुरुवार को तीन मौतें हुईं और कोरोना के 105 नए मामले सामने आए। राज्य अब तेजी से हजार के आंकड़े के करीब बढ़ रहा है। यहां अभी 871 मामले सामने आ चुके हैं।


स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि गुजरात के हॉटस्पॉट्स में तेजी से हो रहे परीक्षणों और निगरानी से राज्य में पिछले 12 घंटों में 105 नए पॉजिटिव मामलों का पता चला है, जिसमें से 42 अहमदाबाद के हैं। अहमदाबाद नगर निगम निगम ने शहर के पश्चिमी भाग में एक और क्लस्टर भी शामिल किया है। गुजरात में स्थानीय संक्रमण का प्रसार जारी है, पिछले 12 घंटों में अहमदाबाद में 42 नए सकारात्मक मामले सामने आए, जिनमें 25 पुरुष और 17 महिलाएं हैं। इसके बाद सूरत में 35 मामले, आनंद में 8, वडोदरा में 6, बनासकांठा में 4, नर्मदा में 4, राजकोट में 3 और गांधीनगर, खेड़ा और पंचमहल जिले में 1-1 मामले आए हैं। गुरुवार को जिन तीन लोगों की जान गई, उनमें भुज के जीके जनरल अस्पताल में भर्ती एक पुरुष (62), कोस्ताभंजन अस्पताल सलांगपुर में भर्ती एक अन्य पुरुष (80) और एसवीपी अस्पताल अहमदाबाद में भर्ती एक महिला (60) शामिल थी। गुजरात में अब तक 36 मौतों के साथ कुल 871 मामले आ चुके हैं। अहमदाबाद में सबसे अधिक (492) मामले, उसके बाद वडोदरा (127), सूरत (86), राजकोट (27), भावनगर (26), आनंद (25), गांधीनगर (17), पाटन हैं (14), भरूच (13), पंचमहल, बनासकांठा और नर्मदा (6-6), छोटा उदेपुर (5), कच्छ और मेहसाणा (4 प्रत्येक), पोरबंदर (3), गिर-सोमनाथ, दाहोद और खेड़ा (2-2) और जामनगर, मोरबी, साबरकांठा और बोटाड (1-1) मामले आ चुके हैं। कुल 771 सक्रिय मामलों में से, 766 की स्थिति स्थिर है, जबकि 5 की हालत गंभीर है और वे वेंटिलेटर पर हैं। स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा, “पिछले 24 घंटों में, हमने परीक्षण के लिए 2,971 नमूने लिए हैं, जिनमें 176 पॉजिटिव और 2,795 निगेटिव आए। अब तक किए गए परीक्षण की कुल संख्या 20,204 है, जिसमें से 871 सकारात्मक हैं।


डब्ल्यूएचओ टीम की मदद करेगा

नई दिल्ली। विश्वभर में फैल चुके खतरनाक कोरोना वायरस ‘कोविड-19′ से निपटने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की राष्ट्रीय पोलियो टीम मिल कर काम करेगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्ष वर्धन ने कहा है,“ एक बार फिर भारत सरकार और डब्ल्यूएचओ का साथ में मिल कर काम करने का समय आ गया है।


उन्होंने कहा दोनों ने साथ मिलकर पूर्व में देश से पोलियो को मिटाने में कामयाबी हासिल की थी। स्टेट रैपिड रेस्पाेंस और डब्ल्यूएचओ की राष्ट्रीय पोलियो टीम कोरोना के खिलाड़ लड़ाई में मदद करेगी। दोनों एक साथ मिल कर कोरोना को हराएंगे और लोगों की जान बचाएंगे।” दक्षिण-पूर्वी एशिया डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा है, “ राष्ट्रीय पोलियो सर्विलांस प्रोजेक्ट (डब्ल्यूएचओ-एनपीएसपी) ने पोलियो को खत्म करने के लिए अहम भूमिका निभाई थी और तब तक काम किया था जब तक देश में इसका प्रसार पूरी तरह से खत्म नहीं हो गया था। यह समय उस अनुभव, जानकारी और प्रतिभा को फिर से उसी क्षमता और अनुशासन से इस्तेमाल करने का है।” उन्होंने कल एनपीएसपी के कर्मियों से इस लड़ाई में राज्य सरकारों और जिला अधिकारियों की सहायता करने की अपील की।


वायरस का सबसे बुरा दौर बीत चुका

वाशिंगटन। अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर जारी है, मगर इस बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा दावा किया है कि अमेरिका में कोरोना वायरस का सबसे बुरा दौर बीत चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग पर नई गाइडलाइन्स तय करने के लिए देश अब बेहतर स्थिति में है। बता दें कि कोरोना वायरस से अब तक अमेरिका में 6.3 लाख लोग पॉजिटिव हैं और बुधवार तक 28 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से मौत का दुनिया में यह किसी देश का सबसे अधिक आंकड़ा है। 


व्हाइट हाउस से डेली मीडिया ब्रीफिंग में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग जारी रहेगी, मगर आंकड़े बताते हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर हम कोरोना के नए मामलों के लिहाज से पीक यानी सबसे बुरे दौर को पार कर चुके हैं। हमें आशा है कि हम जंग जारी रखेंगे और अच्छी प्रगति करेंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इन प्रोत्साहित करने वाले घटनाक्रमों ने हमें ऐसी मजबूत स्थिति में ला दिया है कि हम देश को फिर से खोलने के लिए गाइडलाइंस को अंतिम रूप दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि गुरुवार को सोशल डिस्टेसिंग के नए नियमों का ऐलान करेंगे। वहीं, व्हाइट हाउस के कोरोना वायरस टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. डेबोराह ब्रिक्स ने कहा है कि बीते पांच-छह दिनों में पूरे देशभर में कोरोना वायरस के नए मामलों में गिरावट देखी गई है। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बहुत आश्वस्त करने वाला रहा है। व्हाइट हाउस के कोरोना वायरस टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. डेबोराह ब्रिक्स ने कहा है कि 9 राज्यों में एक हजार के आसपास केस हैं और करीब 30 केस प्रतिदिन के हिसाब से।


चीन ने परमाणु बम परीक्षण किया

बीजिंग/ वाशिंगटन। अमेरिका ने दावा किया है कि चीन ने जमीन के अंदर कम क्षमता वाले परमाणु बम का परीक्षण किया है। हालांकि, चीन ने अमेरिका के इस दावे को नकारा है। आर्म्स कंट्रोल कंप्लाइंस की रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है।लेकिन, इस परीक्षण काकोई सबूत नहीं दिया गया है। रिपोर्ट मेंचीन के लोप नूर टेस्ट साइट परीक्षण स्थल पर खुदाई और अन्य गतिविधियों के सबूत पेश किए गए हैं।


वॉल स्ट्रीट जर्नल पर अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट की रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि चीन के लोप नूर टेस्ट साइट पर साल भर से इसकी तैयारियां चल रही थीं। चीन और पाकिस्तान मिलकर काम कर रहेः अमेरिका को चिंता है कि चीन ब्लास्ट्स के दौरान 'जीरो ईल्ड' का उल्लंघन कर सकता है। जीरो ईल्ड ऐसा न्यूक्लियर टेस्ट होता है, जिसमें कोईचेन रिएक्शन नहीं होता है, जैसा न्यूक्लियर हथियार के डिटोनेशन पर होता है। बता दें कि जिन कम तीव्रता वाले परमाणु बमों के परीक्षण का शक अमेरिका ने जताया है, उन पर चीन और पाकिस्तान साथ में काम कर रहे हैं। इनसे किसी छोटे इलाके को निशाना बनाना आसान होता है। चीन परमाणु हथियारों की ताकत बढ़ा रहा- सांसद कॉटनः अमेरिका और चीन दोनों ने 1996 में कंप्रिहेंसिव बैन ट्रीटी (सीटीबीटी) साइन की थी। रिपब्लिकन सांसद टॉम कॉटन ने कहा, ‘‘जहां एक ओर अमेरिका इस ट्रीटी का पालन कर रहा हैं, वहींचीन इसको तोड़कर अपने परमाणु हथियारों की ताकत बढ़ा रहा है। चीन ने यह सिद्ध किया है कि वह ईमानदारी से काम नहीं कर सकता।’’ अमेरिकी डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी ने पिछले साल मई में इसी तरह के आरोप रूस पर लगाए थे, जो कभी साबित नहीं हो पाए। यूएस हॉक ने कई बार ट्रम्प प्रशासन से सीटीबीटी ट्रीटी को तोड़ने की मांग की है, ताकि अमेरिका स्वतंत्र रूप से नए परमाणु परीक्षण कर सके। चीन ने ब्लॉक किया डेटा ट्रांसमिशनः अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने दावा किया है कि चीन ने इंटरनेशनल एजेंसी के मॉनिटरिंग सेंटर से जुड़े सेंसर्स से आने वाले डेटा ट्रांसमिशन को ब्लॉक किया है। यह एजेंसी ही इस बात को सुनिश्चित करती है कि न्यूक्लियर टेस्ट पर प्रतिबंध लगाए जाने के समझौते का पालन किया जा रहा है या नहीं। वॉल स्ट्रीट जर्नल को एजेंसी की प्रवक्ता ने बताया कि 2018 से लेकर अगस्त 2019 के बीच चीन से डेटा ट्रांसमिशन में ब्लॉक आए, लेकिन उसके बाद कोई ब्लॉक नहीं आया। चीन ने कहा- गलत आरोप लगा रहा अमेरिकाः चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिआन ने कहा कि अमेरिका झूठे आरोप लगा रहा है। चीन परमाणु परीक्षणों पर रोक लगाने के लिए प्रतिबद्ध है।उन्होंने कहा, ‘‘चीन ने हमेशा एक जिम्मेदार रवैया अपनाया है और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को पूरा करने के लिए ईमानदारी से वादों को पूरा किया है। अमेरिका का दावा पूरी तरह आधारहीन है।


क्षति पूर्ति के लिए 9 से 4 तक चलेंंगे स्कूल,

रांची। कोरोना को लेकर लागू लॉकडाउन में सरकारी स्कूलों के बंद रहने की अवधि में बच्चों की बाधित हुई पढ़ाई की क्षतिपूर्ति की जाएगी। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव ने इस संदर्भ में प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा निदेशक से प्रस्ताव मांगा है। उन्होंने इस बाबत ठोस कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया है।


प्रधान सचिव ने बच्चों की लंबित पढ़ाई पूरा करने के लिए लॉकडाउन की समाप्ति के बाद ग्रीष्मावकाश को शामिल करते हुए स्कूलों को खोलने की तिथियां तय करने का निर्देश दिया है। साथ ही स्कूलों में कार्य अवधि एक घंटे बढ़ाने और स्कूल की अवधि सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक करने पर विचार करने को कहा है। वर्तमान में स्कूलों का संचालन सुबह आठ बजे से अपराह्न दो बजे तक हो रहा है। जबकि गर्मी में इसका संचालन सुबह साढ़े छह से साढ़े ग्यारह बजे तक होता है। प्रधान सचिव ने स्कूल बंद अवधि में मिड डे मील की क्षतिपूर्ति के रूप में बच्चों को निर्धारित मात्रा में चावल व राशि भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने पारा शिक्षकों के नियमितीकरण, प्राइवेट स्कूलों में फीस निर्धारण, आरटीई आदि से संबंधित कोर्ट केस में आवश्यक पूरक शपथपत्र भी न्यायालय में शीघ्र दायर करने का निर्देश दिया है। इसी तरह उन्होंने सभी शिक्षकों, पारा शिक्षकों, कर्मियों व अनुबंध कर्मियों का मार्च व अप्रैल माह का वेतन भुगतान समय पर सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया है।


'लॉक डाउन' का पूर्ण रूप से पालन

अतुल त्यागी मंडल प्रभारी, मनोज रूहेला रिपोर्टर देहात


हापुड़। थाना बाबूगढ़ क्षेत्र गाँव छपकोली मे लॉक डाउन का किया जा रहा है पूर्ण रूप से पालन,थाना प्रभारी निरीक्षक उत्तम सिंह राठौर ने गाँव गाँव जाकर किया निरक्षण,छपकोली गाँव में राशन डीलर ने भी किया पूर्ण रूप से लॉक डाउन का पालन,राशन को वितरण करते समय शासन व प्रशासन के दिये गये निर्देश का सम्मानपूर्वक किया पालन व सरकार द्वारा जनता को मिली आर्थिक सहायता का भी पहुँचाया लाभ गाँव समाज के लोगो ने राशन डीलर की करी प्रसंसा गांव में हर सम्भव किया जा रहा है। लॉक डाउन का पालन,वर्तमान ग्राम प्रधान ने किया ऐलान बहार से आने वाले व्यक्तियों पर होगा पांच हजार रुपये का जुर्माना,गाँव वालों को दी चेतावनी,यदि किसी व्यक्ति ने की लापरवाही तो की जायेगी कानूनी कार्यवाही,बाहर से आने वाले व्यक्तियों को यदि किसी ग्राम वासी ने घर मे रखने की दी पहना तो उसके साथ साथ घर में रखने वाले व्यक्तियों पर भी होगा जुर्माना।


डाक्टरों- पत्रकारों को मिले सम्मान

पुलिस प्रशासन,सफाई कर्मचारी,डाक्टर के साथ पत्रकारों को भी मिले वही सम्मान (सपा)


प्रयागराज। कोरोना वॉयरस और लॉक डाऊन में अपनी जान की परवाह न करते हुए समाचार संकलन करने वाले पत्रकारों और छायाकारों का हो ५० लाख रुपये तक का मुफ्त बीमा और उनहे भी मिले सम्मान।


कोरोना वॉयरस की महामारी और लॉकडाऊन में जिस प्रकार पुलिस प्रशासन के अथक प्रयास से लोग घरों में महफूज़ हैं। सफाई कर्मचारी भी रात दिन एक कर सड़क गलियों को संक्रमण से बचाने में योगदान दे रहे हैं । डॉक्टर भी जो कर रहे हैं। उसके लिए भी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। लेकिन समाचार पत्र,ईलेकट्रानिक न्यूज़ चैनल,न्यूज़ पोर्टल आदि के माध्यम से देश दुनिया की खबरें अपने पाठकों तक पहोँचाने वाले समस्त पत्रकार बन्धू भी जोखिम और महामारी के खौफ के साए में हम लोगों के लिए गली कूचों की खाक छान रहे हैं। ऐसे सभी पत्रकार बन्धूओं का भी सम्मान होना चाहिये।समाजवादी पार्टी महानगर प्रवक्ता सै०मो०अस्करी ने शासन से प्रिन्ट मीडिया,इलेक्ट्रानिक मीडिया या पोर्टल के द्वारा समाचार संकलन करने वाले सभी पत्रकारों का पचास लाख रुपये का मुफ्त जीवन बीमा कराने की मांग की।अस्करी ने कहा की लॉकडाऊन समाप्त होने पर कोरोना वॉयरस की महामारी के बीच कार्य करने वाले सभी पत्रकारों का सम्मान पार्टी संगठन स्तर पर किया जाएगा।अस्करी ने कहा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने लॉकडाऊन की अवधी बढ़ा दी उनके जनता के सम्बोधन में पुलिस प्रशासन,डाक्टर्स सफाई कर्मचारीयों के योगदान का तो ज़िक्र किया लेकिन पत्रकारों का हौसला बढाने को एक शब्द भी न बोलना निराश कर गया।विधानपरिषद सदस्य बासुदेव यादव,निर्वतमान ज़िलाध्यक्ष कृष्णमूर्ति सिंह यादव,निर्रवतमान महानगर अध्यक्ष इफ्तेखार हुसैन,ज़िला प्रवक्ता दान बहादुर सिंह मधुर,महानगर महासचिव योगेश चन्द्र यादव,पार्षद अब्दुल समद,अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव मो०शारिक़,मुलायम सिंह युथ ब्रिगेड के प्रदेश सचिव यथांश केसरवानी आदि ने प्रदेश सरकार से यह मांग की है के जितने सम्मान के हक़दार पुलिस प्रशासन,सफाई कर्मचारी और डाक्टर हैं उस्से कहीं ज़्यादा जोखिम उठा कर समाचार संकलन कर रहे पत्रकार बन्धू भी हैं। अताः ऐसे सभी पत्रकारों का पचास लाख का मुफ्त बीमा सरकारी स्तर पर होना चाहिये।
 


रिपोर्ट- बृजेश केसरवानी


छापेमारीः 160 लीटर शराब बरामद

पुलिस ने 2 गांव में किया छापेमारी की कार्रवाई 160 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद


25 कुंतल लहन किया गया नष्ट
एक आरोपी गिरफ्तार चार फरार


बिंदकी फतेहपुर। पुलिस ने दो अलग-अलग स्थानों में छापेमारी की बड़ी कार्रवाई की जिसमें 160 लीटर अवैध कच्ची शराब पकड़ी गई वहीं शराब बनाने के उपकरण भी बरामद किए गए पुलिस ने मिला 25 कुंतल लहन नष्ट कर दिया इस कार्रवाई में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। जबकि चार आरोपी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। बुधवार को पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा तथा अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के निर्देशन पर पुलिस क्षेत्राधिकारी योगेंद्र सिंह मलिक के नेतृत्व में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बिंदकी नंदलाल सिंह द्वारा क्षेत्र के गौरी तथा डीघ गांव में छापेमारी की कार्रवाई की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा रहा दोनों गांव में छापेमारी की कार्रवाई से 160 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद हुई तथा शराब बनाने के उपकरण भी मिले साथ ही 25 कुंतल लहन मिला। जिस को पुलिस ने नष्ट कर दिया इस कार्रवाई में पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ लिया जबकि चार आरोपी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है छापेमारी की कार्रवाई में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नंदलाल सिंह एसएसआई बृजेश बहादुर सिंह एसआई इजहार अहमद एसआई महेंद्र प्रताप सिंह हेड कांस्टेबल शाहनवाज हुसैन जो निहा चौकी इंचार्ज राजेंद्र त्रिपाठी आदि लोग मौजूद रहे।


सुनील पुरी


'मोदी रसोई' से जरूरतमंदो को भोजन

मोदी रसोई जरूरतमंद लोगों के घर पहुँचा रहे भोजन : मानव कल्याण चैरिटेबल उपाध्यक्ष रवि शर्मा


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद/लोनी। लॉक डाउन होने बाद से लोग ज़रूरतमंदों की मदद कर रहे है। और भूखे लोगो को भोजन वितरण कर रहे है। उन्होंने नाम चिन्हित कर भोजन के पैकेट को घर घर पहुचा रहे है।लोनी नगर पालिका क्षेत्र के डी- ब्लॉक इन्द्रापुरी कॉलोनी निवासी रवि शर्मा मानव कल्याण चैरिटेबल फाउंडेशन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कैंप कार्यालय से करीब 451 लोगों को रोजाना भोजन के पैकेट वितरण कर रहे हैं। वही रवि शर्मा ने बताया कि यह मोदी रसोई के नाम से 28 मार्च से लगभग 451 लोगों को रोजाना भोजन के पैकेट वितरण किए जा रहे हैं। रवि शर्मा ने बताया की हम उन लोगों के घर चिन्हित कर रहे हैं जो


राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी ने कहा मजदूरी,दिहाड़ी,गरीब लोग हैं उन लोगों के घर पर पहुंचाने के लिए साथियों की मदद से भोजन पहुंचा रहे हैं। लॉक डाउन होने के बाद से जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरण कर रहे हैं। बगैर किसी सरकारी अनुदान के यह रसोई उन बेलदार, गरीब,मजदूर व अहासय लोगों के लिए सैकड़ों की संख्या में भोजन के पैकेट को घर-घर वितरण करने का कार्य किया जा रहा है तथा अपनी टीम के कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई की गई और कहा गया कि इस संकट की घड़ी में पूरा विश्व परेशान हैं। आज जो इस घड़ी में मेरे साथ गरीब मजदूर व असहाय लोगों की मदद कर रहे हैं। भगवान उन्हें लंबी आयु दे। जिससे ऐसे समय में हमेशा गरीब बेसहारा लोगों के लिए खड़े रहे। और रवि शर्मा ने कहा की हम लोग माननीय प्रधान मंत्री जी के दिये हुए निर्देश का पालन करते हुए शोसल डिसटेंस का पुरा ध्यान रख कार्य कर रहे ह क्षेत्रीय लोग भी  इस कार्य में  तन मन धन से अपना सहयोग दे रहे हैं इस मौके पर रवि शर्मा, पुष्पेंद्र शर्मा,पंडित रमेश शर्मा, पंकज जी ,सुषमा त्यागी,लोकेश कुमार, प्रदीप त्यागी,प्रेमचंद,प्रवीण कुमार, विक्रांत,आनंद वर्मा,भोजन वितरण करने में मदद कर रहे हैं।


कर्मचारियों का किया गया अभिनंदन

बीजेपी मंडल द्वारा सीएचसी के चिकित्सकों कर्मचारियों का किया गया अभिनंदन


कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान साहस और संयम दिखाकर लगातार कार्य करने पर धन्यवाद पत्र भी सौंपा गया


बिंदकी फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान लगातार बेहतर ढंग से साहस से सेवा करने पर भारतीय जनता पार्टी मंडल द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों कर्मचारियों सहित सभी लोगों को धन्यवाद पत्र देकर सेवा के लिए सराहना की गई वही सभी लोगों को फूल माला पहनाकर अभिनंदन भी किया गया और कहा गया कि निश्चित रूप से उनकी सेवाएं बहुत महत्वपूर्ण हैं।


नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के बिंदकी मंडल अध्यक्ष अतुल दिवेदी उन्होंने भारतीय जनता पार्टी मंडल बिंदकी की ओर से संगठन के 50 लोगों का एक हस्ताक्षर युक्त धन्यवाद पत्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ सुनील चौरसिया को सौंपा इतना ही नहीं बीजेपी मंडल अध्यक्ष अतुल द्विवेदी ने अपने साथियों के साथ सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ सुनील चौरसिया के अलावा डॉ नीरज गुप्ता डॉक्टर जय सिंह डॉक्टर सत्य व्रत सचान डॉक्टर पीबी सिंह डॉ रुचि सिंह डॉक्टर पंकज अवस्थी डॉक्टर मोहित कुमार के अलावा फार्मेसिस्ट बच्छराज रमाकांत राजकुमार साहू नर्स नीतू सचान रिमादेवी लैब टेक्नीशियन अजय कुमार वार जेपी प्रसाद तथा वार्ड बाय मुकेश पांडे नरेंद्र दुबे तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नरेश कुमार बाबूराम कुआं भी फूल मालाओं से स्वागत किया इस मौके पर बीजेपी मंडल अध्यक्ष पिंकी ने कहा कि निश्चित रूप से वर्तमान समय में पूरे विश्व के साथ हमारे देश में भी कोरोनावायरस महामारी चल रही है। ऐसी स्थिति में जिस प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक साहस का परिचय देते हुए मरीजों की सेवा कर रहे हैं इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है वही इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ सुनील चौरसिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के मंडल बिंदकी द्वारा चिकित्सकों व कर्मचारियों को सम्मानित कर जो हाउस ला बढ़ाया गया है इसके लिए वह धन्यवाद के पात्र हैं। आशा ही नहीं विश्वास है कि मैं और मेरे सभी कर्मचारी चिकित्सक इसी तरह अनवरत ढंग से कोरोनावायरस संक्रमण के दौरान मरीजों की सेवा इलाज और देखभाल करते रहेंगे।


सुनील पुरी


फैक्ट्री ब्लास्ट में 1 की मौत, 7 घायल

सोलन। हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक जिले सोलन में फेविकॉल की फैक्ट्री में ब्लास्ट के बाद गैस लीक हो गई। गैस की चपेट में आने से एक शख्स की मौत हो गई और 7 लोगों की हालत गंभीर है। ये घटना बुधवार रात 12 बजे हुए। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की पड़ताल कर रही है ।जानकारी के अनुसार, नालागढ़ के थाना में पीडी लाइट नामक फेविकोल फैक्ट्री है. यहां बुधवार रात को ब्लास्ट होने के बाद कैमिकल टैंक से जहरीली गैस लीक हो गई. गैस फैलने के बाद फैक्टरी के पास रहने वाले एक प्रवासी की दम घुटने से मौत हो गई, जबकि 7 अन्य गंभीर हैं. बता दें कि लॉकडाउन के चलते फैक्टरी बंद थी और केवल सिक्योरिटी गॉर्ड ही मौके पर मौजूद थे।


ट्रंप ने मांगे सलाहकार और सलाह

नई दिल्ली। पहले से ही सुस्त पड़ी अमेरिकी इकानमी की कोरोना वायरस ने कमर तोड़ दी है। अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसको पटरी पर लाने के लिए भारतीयों से मदद मांगी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने छह भारतीयों को इसको दुरुस्त करने की जिम्मेदारी दी है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था को फिर पटरी पर लाने के लिए गठित समूह में गूगल के सुंदर पिचई और माइक्रोसॉफ्ट के सत्य नडेला को शामिल किया गया है। ये दिग्गज भारतीय अमेरिकी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का सुझाव राष्ट्रपति को देंगे।
ट्रंप ने विभिन्न उद्योगोंं के 200 से अधिक दिग्गजों को लेकर कई समूहों का गठन किया है। ये समूह उन्हें अमेरिकी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के संबंध में सुझाव देंगे। अमेरिकी अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस महामारी के चलते बुरी तरह प्रभावित हुई है। ट्रंप ने कहाकि, ये ऐसे नाम हैं, जो दुनिया में सबसे अच्छे, सबसे स्मार्ट और सबसे चमकदार हैं। ये हमें जरूर बेहतर विचार देंंगे।


अस्पतालों को निर्बाध बिजली आपूर्ति

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री पं. श्रीकांत शर्मा ने गुरुवार को विद्युत विभाग से सभी जनपदों के अधीक्षण अभियंताओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बात की। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपदों में नामित किये गए कोविड-19 अस्पतालों, क्वरंटाइन व आइसोलेशन सेंटर्स पर निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित रहे। इन स्थानों पर यदि आवश्यक सुधार कार्य कराना हो तो तत्काल स्थानीय प्रशासन से सहयोग लेकर उसे अविलंब कराया जाए।


ऊर्जा मंत्री ने सभी 70 हजार स्थायी/संविदा कर्मिकों के स्मार्टफोन में आरोग्य सेतु ऐप भी डाउनलोड कराये जाने के निर्देश भी दिए। कहा कि तीन दिन में सभी संविदा और स्थायी कर्मिकों के स्मार्टफोन में यह ऐप होना चाहिए। उन्होंने निर्देशित किया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्थाई तौर पर भी कोविड-19 हॉस्पिटल भी बनाए जा रहे हैं यहां भी विद्युत विभाग से संबंधित जरूरी काम अविलंब होने चाहिए। उन्होंने कर्मिकों के स्वास्थ्य का ध्यान प्राथमिकता पर लिए जाने की बात कही। निर्देशित किया कि सभी बिजली घरों में थर्मल स्कैनिंग की सुविधा के साथ मास्क व सैनिटाइजर की व्यवस्था की जाए। लॉकडाउन बढ़ने पर पूर्व में इसके लिए डिवीजन स्तर पर संसाधन जुटाने के लिए तय की गई 50 हजार रूपये की सीमा को 20 हजार रूपये और बढ़ाकर बढ़ाकर 70 हजार रूपये कर दी गई है।


ऊर्जा मंत्री ने कहा कि गर्मी बढ़ रही है ऐसे में बिजली का उपभोग व लोड बढ़ेगा। इसलिए ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाई जाए। जिन जिलों में सौभाग्य का काम अधूरा है उसे स्थानीय मजदूरों को लगाकर पूरा कराया जाए। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग व मेडिकल प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया जाए। सोशल मीडिया पर सक्रियता बनाएं रखें, जिससे वहां आ रही शिकायतों का समाधान किया जा सके। सभी अधीक्षण अभियंता इस बात का विशेष ध्यान रखेंगे की किसी भी जनपद में कहीं संविदा कर्मचारियों का वेतन न रुके। वह समय से जारी हो, इसमें लापरवाही स्वीकार नहीं कि जाएगी। वीडियो कांफ्रेंसिंग में अधीक्षण अभियंताओं के साथ ही अध्यक्ष व एमडी यूपीपीसीएल, एमडी ट्रांसमिशन के साथ सभी डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक व निदेशक भी शामिल थे।


हिंदू महिला को मुस्लिमों ने दिया कंधा

भोपाल। कोरोना के संकट के बीच भोपाल में आपसी भाईचारे की तस्वीर सामने आई है। एक हिन्दू महिला की मौत के बाद उनके कोई परिजन सामने नहीं आए तो मुस्लिम समुदाय के युवक आगे आए और उन्होंने मृतक हिन्दू महिला की अर्थी को कंधा देते हुए शमशान ले गए। घटना भोपाल के टीला जमालपुर की है। सामान्य बीमारी के चलते महिला की बुधवार को सुबह मौत हो गई थी, लॉकडाउन की वजह से अंतिम यात्रा में महिला के रिश्तेदार नहीं आ सके। इसके बाद मोहल्ले के मुस्लिम युवकों ने महिला की अर्थी उठाई और उसे कंधा देते हुए श्मशान ले गए।


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने साम्प्रदायिक सदभाव की तस्वीर बताया


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसकी तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा- “इंदौर के साउथ तोड़ा के बाद आज भोपाल के टीला जमालपुरा इलाक़े से भी सामने आयी साम्प्रदायिक सद्भाव की तस्वीर। एक हिन्दू महिला की अर्थी को मुस्लिम समाज के युवकों ने कांधा दिया।


इंदौर के साउथ तोड़ा के बाद आज भोपाल के टीलाजमालपुरा इलाक़े से भी सामने आयी साम्प्रदायिक सद्भाव की तस्वीर। एक हिन्दू महिला की अर्थी को मुस्लिम समाज के युवकों ने दिया कांधा।इसी प्रकार का आपसी प्रेम-स्नेह-भाईचारा हमारी गंगा-जमुनी संस्कृति को बताता है।


दिखावे से दूर रहे कार्यकर्ताः अखिलेश

अखिलेश यादव ने सपाईयों को दी नसीहत-सेल्फी और फोटो से रहें दूर


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी ज़िलों के पदाधिकारीयों को निर्देशित करते हुए कहा है की ज़रुरतमन्दों की मदद करते वक़्त फोटो खींच कर न करें किसी को ज़लील।निर्वतमान ज़िलाध्यक्ष कृष्णमूर्ति सिंह यादव,निर्वतमान महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन को अखिलेश यादव ने फोन कर ज़िला व नगर के समस्त पदाधिकारीयों को निर्देश जारी करने को कहा। उन्होने हर सम्भव ज़रुरतमन्दों की मदद करने की बात कही साथ ही यह भी कहा की इन दिनों लोग ज़रुरतमन्दों को राहत पहोँचाते वक़्त सेल्फी और फोटो खीँच कर वाट्सऐप और फेसबुक पर अपलोड कर रहे हैं।इस पर कड़ाई से अंकुश लगाया जाए।अखिलेश ने कहा हमे दूसरे लोगों की नक़ल नहीं करनी हम दूसरों के लिए नज़ीर बने ।लोग हम से सीखें न की हम दूसरों के ग़लत कार्यों को अपनाएँ।कहा मदद करते वक़्त अगर कोई पदाधिकारी या कार्यकर्ता फोटो खींच कर सोशल साईट्स पर अपलोड करे तो ऐसे लोगों को चिन्हित कर मुझे सूचित करें।समाजवादी पार्टी महानगर प्रवक्ता सै०मो०अस्करी ने बताया की मा०राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ज़िलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष को इस पर कड़ाई से रोक लगाने और किसी ज़रुरतमन्द को मदद पहोँचाते वक़्त इस बात का ख्याल रखने को कहा की आज कोरोना वॉयरस जैसी महामारी में जो हक़दार है उसकी मदद करें लेकिन सोशल डिस्टेन्स और डब्ल्यू एच ओ के निर्देशों का शतप्रतिशत पालन सूनिश्चित करते हुए ही राहत सामाग्री का वित्रण करें। फोटो और सेल्फी से दूर रहें।


पत्रकारिता का चिंतन 'स्वाध्याय'

पत्रकार
करोना महामारी में एक बात अजीब देखने मिली और शायद इस तरफ किसी का ध्यान नही गया । क्यों?
पत्रकार जहां इस करोना महामारी में देश के शासन-प्रशासन से कंधा मिलाकर लड़ने की कोशिश कर रहा है। हम उन बड़े चैनलों की बात नही कर रहेे है। क्योंकि उन्हें तो सैलरी मिल रही है लेकिन हमारे देश के स्थानीय पत्रकार जैसे साप्ताहिक, दैनिक, न्युज पोर्टल वाले भी इस समय परेशान हैं। वह किसी से अपनी परेशानी नही बयान कर पा रहे हैं। लेकिन हमारे देश में पत्रकारों के हित हेतु हजारों संस्थाए काम कर रही है। लेकिन लाकडान को 25दिन हो गए, आज तक गरीब पत्रकारों के बिषय में न प्रधानमंत्री, न ही किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री ,न ही किसी मंत्री, न ही किसी एमपी ,एमएलए,न ही को पत्रकारों की भलाई हेतु बनाई गई संस्था अभी तक किसी ने भी इस विषय पर कुछ कहा नही ।हमारे देश के दानवीरों को भी इनका ध्यान नही है। क्या जानबूझकर या उन्हे इनकी याद नही आई? यह एक विडम्बना ही है देश के शासन प्रशासन से कंधा मिलाकर पत्रकारों को लोग क्युं भूल रहे हैं।उनका भी ध्यान रखा जाए। सभी से मेरी अपील है
करोना महामारी से लडकर हम जरूर कामयाब होंगे।


कर्महीनता के पक्षकार 'आलोचना'

कर्महीनता के पक्षकार    'आलोचना'


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ,,शेर दिली प्रबंधन व्यवस्था के तहत ,,देश में भाजपा के प्रवक्ता , कार्यकर्ता एजेंट बनकर ,काम करते हुए ,गैर भाजपाई सरकार के खिलाफ षड्यंत्र रचने वाले पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी है ,,देश में सभी सरकारों को ऐसे एजेंट ,,कार्यकर्ता बने कथित पत्रकारों ,चेनल्स के हेड के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजकर राष्ट्रविरोधी षड्यंत्र से देश को बचाने का सबक़ लेना चाहिए ,,देश जानता है ,देश की जनता जानती है ,,वर्तमान हालातों में अधिकतम पत्रकार ,,भाजपा एजेंडे के तहत हर  खबर में ऐंगल तलाश कर खबर का प्रसारण ,प्रकाशन करते है ,,,भाजपा शासित सरकार हो या फिर केंद्र की सरकार हो ,उसकी किसी भी प्रकार की नाकामयाबी ,अव्यवस्था पर वोह कोई खबर नहीं बनाते है ,बस टारगेट बनाकर विपक्ष में बैठे लोगों के खिलाफ राई का पर्वत बनाना ,,झूंठ को बढ़ावा देना ,,गैरभाजपाई सरकारों ,और गैर भाजपाई वोटर्स को टारगेट करके ,,खबर बनाने की प्रयोगशालाए तैयार कर खबर बनाने का काम ,, इन कथित पत्रकार का लबादा ओढ़े ,,भाजपा के हिडन एजेंटों द्वारा किया जा रहा है ,,ऐसा  नहीं है देश में इन लोगों के खिलाफ क़ानून नहीं ,है लेकिन क़ानून ,,  में कई बार दिक़्क़त यह आती है ,के ,,हमने समझा तथा हाकम से करेंगे फरियाद ,कमबख्त वोह भी तुम्हारा चाहने वाला निकला ,,,उद्ध्वठकरे के खिलाफ एक साज़िश रची गयी ,भाजपा और भाजपा के हिडन एजेंट बने पत्रकारों को ,, उद्धव ठाकरे का शासन गले नहीं उतर रहा ,वोह कर्नाटक ,मध्य्प्रदेश की तर्ज़ पर सरकारें गिराने ,,वातावरण बिगाड़ने के एजेंडे पर  काम कर रहे है ,,इसीलिए कोरोना एड्वाज़री होते हुए भी ,आपदा प्रबंधन अधिनियम , ,महामारी अधिनियम ,के विधिक प्रावधानों में ,खबरों की मर्यादाओं की पाबंदी होने ,,धारा 144 में सकारात्मक और सच्ची खबरों के प्रकाशन , प्रसारण की बाध्यता होने पर भी ,,कथित एक खुद को पत्रकारिता का चैनल बताने वाले ,ऐ बी पी चैनल ,रजत शर्मा के ट्वीट और कुछ सोशल मिडिया एक्टिविस्टों ने ,सरकार के खिलाफ वातावरण बनाने के लिए अफवाह फैलाई और महाराष्ट्र के मुम्बई में अराजकता फैलाने के लिए योजनाबद्ध अफवाह से पहले तो भीड़ एकत्रित करवाई ,फिर उस भीड़ को सिर्फ मुस्लिम ,साम्प्रदायिक ऐंगल से जोड़ कर मस्जिद का चित्र बताते हुए ,,भड़काने वाली ,देश को गुमराह करने वाली , खबरों का प्रसारण शुरू किया ,,महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले में विनय दूबे ,सोशल मीडिया एक्टिविस्ट और ,ऐ बी पी मराठा चैनल के पत्रकार कहे जाने वाले हिडन भाजपा कार्यकर्ता राहुल कुलकर्णी को गिरफ्तार किया है ,,,राहुल कुलकर्णी की गिरफ्तारी मात्र से ही ऐ बी पी चैनल में हिडन कार्यकर्ता रुबिका लियाक़त के हालात देखने लायक थे ,अपनी खुद की  चैनल हेड की गिरफ्तारी के खौफ से घबराकर ,पहली बार वोह ,एक बकरी जो शेर के सामने मिमियाती है इस तरह से मिमिया कर ,,खबर में मुस्लिम ऐंगल ,जमाती ऐंगल ,मस्जिद ऐंगल ,,नफरत फैलाने वाली पूर्व प्रसारित खबर का खंडन देती नज़र आयी ,,खुद रजत शर्मा जिन्होंने ट्वीट कर ,,कहा था ,इस भीड़ के पास सामान नहीं है ,,पलटी खा गए ,,शाबाश उद्धव ठाकरे ,ऐसे षड्यंत्रकारी राष्ट्रद्रोही हरकत करने वालों ,अफवाहबाजों ,,खबर खुद गढ़ कर ,देश में आराजकता का माहौल बनाने वालों के खिलाफ ऐसी कार्यवाही हर मुख्यमंत्री को करना ही चाहिए ,,पत्रकार है तो इनकी इज़्ज़त करेंगे हम ,लेकिन किसी   पार्टी ,किसी सरकार के एजेंट बनकर उनके प्रचारक ,,कार्यकर्ता की हैसियत से ,गुमराह करने वाले प्रयास करने वाले ,कभी बख्शे नहीं जाना चाहिए ,इस ऐ बी पी चैनल ने कोटा में ,,पॉलिथीन फेंकने वाली महिलाओं ,,अस्पताल में मानसिक रोगी महिला के हंगामे की खबर भी इसी ऐंगल से प्रसारित किया था ,,महिलाये दूसरी निकली ,,अस्पताल की महिला अधिकृत रूप से चिकित्सकीय  बयान के अनुसार मानसिक रोगी थी ,,यह भी उन्होने खबर में नहीं दर्शाया।


,क्योंकि खबर नहीं सिर्फ षड्यंत्र  वातावरण की मुहीम थी ,इस मामले में भी  कोटा के लोग इस चैनल खबर प्रसारक के खिलाफ कार्यवाही की तैयारी में है ,राजस्थान में अशोक गहलोत के निर्देश पर , कई कथित सोशल मीडिया एक्टिविस्ट नफरतबाज़ों के खिलाफ गिरफ्तारी की कार्यवाही की है ,जिसमे कुछ फ़र्ज़ी पत्रकार है   कुछ सरकारी कर्मचारी ,यहाँ तक के पुलिस के सिपाही भी शामिल है ,,,,कोटा में  दिलचस्प मामला चर्चा का विषय बना है ,यहां नफरत बाज़ों ने कुछ युवाओ को नफरत एडिक्ट किया ,इन युवाओं ने आव देखा न ताव ,नफरत की अफवाहे ,,नफरत के बोल ,,,लिखना शुरू किये ,,बस पुलिस अधीक्षक को शिकायत मिली ,पुलिस ने इन नफरत के अल्फ़ाज़ लिखने वालों को लोकड़ाउंन उलंग्घन में पहले ही गिरफ्तार कर लिया , लेकिन इस षड्यंत्र ,इस नफरत के लिए यह कार्यवाही नाकाफी है ,इसको लेकर शिकायतकर्ता जब सक्रिय हुए तो ,इन गुमराह युवाओं को पानी गलती का अहसास हुआ और बस फिर सिफारिशों ,हाथा जोड़ी ,,माफ़ी नामे का दौर शुरू हो गया ,सभी जानते है ,यह हिडन सियासी एजेंट मीडिया गैरभाजपाई वोटर्स ,गैर भाजपाई सरकारों ,गैर भाजपाई नेताओं के खिलाफ ,अपनी प्रयोगशालाओं में नफरत की पैदावार कर ,घर घर नफरत बाँट रहे है ,,हालात यह है के इनकी फैक्ट्री से निकले नफरत के नशे के एडिक्ट ,घर घर युवा भी होते जा रहे ऐसे में इन बच्चों ने गुमराही में आकर अगर पहली गलती की है ,, तो शिकायत करता को इन नौजवानों को भूल का अहसास होने पर माफ़ कर देना चाहिए ,,अभी भी अगर राज्य सरकारें ,,सभी सोशल मीडिया एकाउंट ,, यू ट्यूब चैनल ,,प्रिंट मीडिया ,,,फेसबुक ,इंस्टाग्राम ,, ट्विटर ,वाट्सअप संदेशों को खंगाले ,उनके कमेंट जो वोह पोस्टों पर करते है ,देखे तो वोह  इस नफरत की प्रयोगशाला के वितरक है प्रसारक है ,ऐसे लोगों को तलाश कर ,खंगाल कर जेल की सींखचों में पहुंचाना ज़रूरी हो गया है ,एक तरफ नफरत है ,एक तरफ मोहब्बत है ,एक तरफ देश है ,एक तरफ देश में नफरत फैलाने वाले यह योजनाबद्ध नफरत की प्रयोगशाला चला रहे नफरतबाज़ है ,यह राष्ट्रीयता और राष्ट्रविरोधी लोगों के बीच की लड़ाई है ,इसलिए नफरत से इस देश को  खोखला करने वाले हर घटना में नफरत का ऐंगल तैयार करने वाले इन रिसर्च स्कॉलर हिडन कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही ,सख्त कार्यवाही होना ही चाहिए ,इसके लिए सरकारों को भी कढे क़दम उठाना होंगे ,,खुद आम जनता ,सोशल मीडिया सकारात्मक विचारधारा के एक्टिविस्टों को भी ,जागृति अभियान चलाकर ,ऐसे लोगों के खिलाफ मुक़दमे दर्ज करवाना होंगे ,नफरत फैलाने वाला कोई भी हो ,में ,मेरा भाई ,या दूसरा ,तीसरा कोई भी पक्ष हो उसके खिलाफ कार्यवाही होना चाहिए ,में शुक्रगुज़ार हूँ ,वरिष्ठ पत्रकार उदयपुर निवासी अख्तर खान साहब का ,जो इस मुहिम में सकारात्मक तरीके से नफरतबाज़ों के चंगुल में फंसे ,नोजवानो को सच्चाई उजागर कर ,,इस नफरत के ज़हर से बचाने के प्रयासों में लग गए ,है अभी एक खबर महाराष्ट्र की मुंबई में भीड़ जमा होने पर प्रकाशित ,प्रसारित खबर ,और वर्तमान हालातों में ज़िम्मेदारियों  की खबर से नज़र अंदाज़ी पर एक रिसर्च यूं ट्यूब खबर तैयार की गयी है ,जिसे काफी  लोकप्रियता मिल रही ,है ,,एक बार फिर उद्धव ठाकरे ,मॉडल को राजस्थान सहित पूरे हिंदुस्तान में ईमानदाराना तरीके से लागू करने पर अभियान के रूप में काम होना चाहिए ,ताकि सरकारों की नाकामी से ध्यान हटाने के लिए  ,,नफरत और गुमराही खबरों की प्रयोगशाला के इन हिडन कार्यकर्ताओं की  नफरत प्रयोगशालाए  बंद हो सके और देश ,,नफरत की बीमारी का एडिक्ट ,मानसिक रोगी होने से बच सके ,,देश को भूख ,गरीबी ,रोज़गार ,चुनावी एजेंडे की क्रियान्विति ,जनता से जुडी खबरे मिल सकें ,,गैर भाजपाई सरकारों ,गैर भाजपाई वोटर्स को टारगेट खबरों पर विराम लगकर खबरे सिर्फ देश के लिए देशवासियों के लिए निष्पक्ष और निर्भीक प्रकाशित और प्रसारित हो सकें ,आओ हम जंग करे ,एक बार फिर नफरत के खिलाफ आज़ादी की ,,आओ फिर हम जंग करे ,ओरिजनल पत्रकारों के साथ ,मिलकर , पत्रकारिता के भेस में छुपे हिडन कार्यकर्ताओं खिलाफ जंग करें ,,यह देश हमारा  है ,इसे बचाने की यहां मोहब्बत का  माहौल तैयार करने की ज़िम्मेदारी हमारी ,आपकी सभी की तो है ,कुछ गिनती के नफरत बाज़ ,कुछ गिनती की नफरत प्रयोगशालाए चाहे किसी भी धर्म ,किसी भी मज़हब ,,  किसी भी पत्रकारिता की खाल में छिपी प्रयोगशाला में हो ,उसके खिलाफ हम है ,आप हैं फिर वोह चाहे ,में , मेरा भाई ,आप ,, आपका भाई क्यों न हो।


एडवोकेट ,अख्तर खान अकेला


वायरस की प्रवासियों पर दोहरी मार

राज्य सरकारों पर दोहरी मार
कोरोना संकट और प्रवासी लोग

इन दिनों देश के अधिकांश प्रदेशों के सामने दोहरी चुनौती खड़ी हुई है!
एक चुनौती कोरोना संकट से निपटने की है, तो दूसरी चुनौती प्रवासी मजदूर और छात्र-छात्राओं की समस्याओं का समाधान करने की बनी हुई है!
घर बंदी पार्ट 2 के बाद देश के राजस्थान गुजरात महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे राज्यों में प्रवासी मजदूर छात्र-छात्राओं की चुनौती एक साथ उग्रता के साथ खड़ी होती हुई दिखाई देने लगी!
राज्य सरकारों के सामने समस्या यह है कि सरकारें कोरोना संकट से निपटें या फिर प्रवासियों की समस्याओं का समाधान करें, जहां तक राज्य सरकारों की प्रवासियों को लेकर जिम्मेदारियां हैं उन जिम्मेदारियों को सरकार अपने स्तर पर निभा रही हैं लेकिन प्रवासी अपने घरों पर जाने की जिद पर अड़े हुए हैं इस समस्या का समाधान क्या हो इस पर राज्य केंद्र से मंत्रणा भी करते हुए दिखाई दे रहे हैं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एनडीटीवी चैनल पर इस समस्या के समाधान का हल भी बताया गहलोत ने कहा कि राजस्थान के कोटा शहर में लगभग 25000 छात्र-छात्राएं जो आईआईटी और मेडिकल की तैयारी कर रहे थे वह अपने घर जाना चाहते हैं, गहलोत ने कहा की मैंने इस बारे में प्रधानमंत्री को सुझाव भी दिया था की केंद्र कोई ऐसी व्यवस्था करें जिससे प्रवासी मजदूर वे छात्र छात्राएं अपने घरों पर सुरक्षित जा सके! राजस्थान में अटके पड़े प्रवासी छात्र छात्राओं के लिए गहलोत चिंतित भी नजर आए, और वह इस समस्या के समाधान का हल् ढूंढते दिखाई दिए!
वैसे तमाम राज्य प्रवासी मजदूर और छात्र-छात्राओं का पूरा ध्यान रख रहे हैं उन्हें खाने-पीने से लेकर रहने तक की समस्या नहीं आने दे रहे हैं इस काम में केवल सरकार ही नहीं बल्कि स्थानीय लोग वह समाज सेवक भी जुटे हुए हैं, इसके बाद भी प्रवासी मजदूरों वे छात्र छात्राओं को तनाव में देखा जा रहा है, इस समय इन लोगों को भरोसा दिलाने की सख्त जरूरत है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने प्रदेश के प्रवासियों में भरोसा दिलाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं राज्य सरकार ने प्रवासियों के लिए हेल्पलाइन सुविधा भी मुहैया करा रखी है जो रात दिन कार्य कर रही है, लेकिन गुजरात महाराष्ट्र और राजस्थान दिल्ली मैं अचानक से उमड़ा प्रवासियों का झुंड बताता है कि प्रवासी घर वापसी के अलावा और कुछ नहीं चाहते, वासियों को संयम धैर्य और विश्वास रखना चाहिए जो वह अभी तक रखते आए हैं थोड़े दिन की बात और है सरकार सारे देश के लिए चिंतित है, सरकार देश के हर नागरिक को कोरोना से भी और भूख से भी बचाने में जुटी हुई है!
                 देवेंद्र यादव 


पक्षी बचाओ अभियान जारी रखें।

पंक्षी बचाओ अभियान लगातार जारी रख रहे है पानी का सकोरा


धमतरी जन कल्याण सेवा समिति ने चौथे शिविर मे मराठा पारा वार्ड के आसपास पंक्षियों के लिए दाना पानी रखे। पंक्षियों के लिए घरों घर पानी की व्यवस्था करने के उद्देश्य से हर वर्ष पंक्षी बजाओ अभियान चलाया जाता है। इस वर्ष भी यह अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें मराठा पारा वार्ड के आसपास पानी का सकोरा रखा गया है। जिसमें पानी डालने की जिमेदारी खुद वहां के पंक्षी प्रेमी पर्व पार्षद दुष्यंत राव घोरपड़े ने ली और कहा यहां बहुत ही नेक कार्य है। ऐसे पुण्य कार्य मे हम सबको आगे आना चाहिए और हम सभी को अपने घरों के आसपास पशु पंक्षियों के लिए दाना पानी रखना चाहिए। समिति के अध्यक्ष गुड्डा रजक खुद अकेले ही आसपास मिट्टी के सकोरा रख और घर मे पंक्षियों के लिए दाना खुद तैयार कर रहे है। गुड्डा रजक ने कहा हर वर्ष यहां अच्छे कार्य हमारे समिति द्वारा किया जाता है और बहुत दिल से खुशी होती है की हम ऐसे कार्य कर रहे आगे भी यहां कार्य चलता रहेगा सभी नगर वासियों से एक अपील भी कि है आप भी अपने घरों के आसपास पशु पंक्षियों के लिए दाना पानी जरूर रखें।


मृतकों के शवों से फैल रहा संक्रमण

बैंकॉक। थाईलैंड में कोराना संक्रमण से मृत लोगों की लाशों से दूसरों में संक्रमण फैलने का पहला मामला सामने आया है। यह संक्रमण मरीज की लाश के शव परीक्षण से खुलासा हुआ। इसे विश्व में दर्ज इस प्रकार का पहला मामला बताया जा रहा है। यह मामला सामने आने के बाद विशेषज्ञों ने चीरघर और अंतिम संस्कार स्थलों से संक्रमण फैलने की चिंता जताई है।


बैंकॉक के वैज्ञानिकों ने जर्नल ऑफ फॉरेंसिक लीगल मेडिसिन स्टडी में शोध जारी करते हुए इस मामले की खुलासा किया है। यह शोध में बैंकॉक के आरवीटी चिकित्सा केंद्र के वोन श्रीविजितालाई और चीन के हैनान चिकित्सा विश्वविद्यालय के विरोज वाईवानितकित ने किया है। इन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित जीवित या मृतक के शव में संपर्क में आने से पहले हर व्यक्ति निजी सुरक्षा उपकरण जरूर पहनें। खासतौर से पोस्टमार्टम और शव परीक्षण के समय कोविड-19 रोगग्रस्त होने संभावना बन सकती है।


विशेषज्ञों का मानना है कि वायरस संक्रमण से मारे गए लोगों के शव का अंतिम संस्कार बेहद सावधानी से होना चाहिए। अस्पताल से भी शव पूरी सावधानी से अंतिम संस्कार के लिए भेजें। श्रीलंका सरकार ने भी शव से संक्रमण का खतरा देखते हुए मुस्लिम समुदाय के आपत्ति को दरकिनार कर सभी शव जलाने का आदेश दिया है। यहां कई मुस्लिम समुदाय के मृतकों के शव जला दिए गए हैं। मौजूदा अध्ययन में यह साफ नहीं हुआ है कि शव में कोरोना वायरस कब तक रह सकता है या शव को छूने से यह किस तरह फैल सकता है। हालांकि दुनिया भर में मुर्दाघरों में सेवाएं दे रहे स्वास्थ्य कर्मियों ने संक्रमण का खतरा जताया है।


राहुल की गरीबों को पैसा देने की मांग

राजकुमार भट्ट


नई दिल्ली/रायपुर। काँग्रेस नेता राहुल गांधी आज वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के ज़रिए देश के लोगों से बात की। राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना से पैदा हुई मुश्किलों से ये देश बहुत बड़ा है। देश ने इससे भी बड़ी-बड़ी मुश्किलें देखीं हैं और निपटा है। भारत कोरोना के संकट से भी पार पा जाएगा।


राहुल ने केंद्र से न्याय योजना की तरह 20% गरीब लोगों को सीधे पैसा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि गरीबों को दिक्कत हो रही है और होने वाली है। इसलिए ये ज़रुरी है। उन्होंने मोदी से कहा कि न्याय योजना की जगह कोई और नाम रख लें। राहुल गांधी ने कहा कि संकट के समय एकजुट रहना है जाति और धर्म के आधार पर हममे बंटवारा हुआ तो दिक्कत होगी। राहुल गांधी ने कहा कि भारत में इस बीमारी से मिडिल ऐज और युवाओ को भी खतरा है क्योंकि यहां वो बड़ी संख्या में शुगर, बीपी और हार्ट की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें ये बात बतानी पड़ेगी और इस आबादी के लिए अलग से योजना बनानी पड़ेगी।


राहल गांधी ने कहा कि लॉकडाउन के बाद की रणनीति पर अब ध्यान देना जरूरी है। अब इन बातों पर विचार करना है कि टेस्टिंग, मेडिकल की रणनीति क्या होगी? प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हॉस्पिटल को कैसे तैयार करेंगे? राहुल ने कहा कि लॉकडाउन के बाद बीमारी बढ़ने की आशंका है इसलिए एक्शन में देरी नहीं होनी चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि बेरोजगारी शुरू हो गई है और इसका बहुत बुरा रूप आने वाला है। केंद्र को।रोजगार देने वाले SMEs और बड़ी कंपनियों के लिए पैकेज तैयार करना चाहिए।


देश के 400 जनपद संक्रमण मुक्त

नई दिल्ली। पूरी दुनियाभर के देशों के साथ भारत में भी कोरोना वायरस का प्रकोप चरम पर है। सरकार इससे लोगों को बचाने में हरसंभव तरीके से लगी है। इसबीच कोरोना के संकट के दौरान एक खुशखबरी भी सामने आई है।


दरअसल, देश में कोरोनावायरस का संकट कायम है। इस बीच गुड न्यूज ये है कि देश के 718 जिलों में से 400 जिले कोरोना के संक्रमण से मुक्त हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने जानकारी देते हुए बताया कि 718 जिलों में से 400 जिले कोरोना मुक्त हैं जहां अभी तक कोरोना पहुंचा नहीं है। सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है कि इन 400 जिलों को कोरोना से दूर रखा जाय व ये वायरस किसी भी तरह से इन जिलों में ना पहुंच पाय।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर खासकर भारत के लिए अगले दो-तीन हफ्ते में बेहद महत्वपूर्ण होने वाले हैंं। सरकार हालात पर पैनी नजर रखे हुए है। हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि कोरोना से संक्रमित जिलों को भी जल्द से जल्द संक्रमण से मुक्त करके कोरोना मुक्त जिलों की संख्या को और बढ़ाया जाय।


चीता हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग

नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के चीता हेलीकॉप्टर की गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी के बाहरी रिंग रोड पर आपात लैंडिंग हुई। वायु सेना के प्रवक्ता विंग कमांडर इन्द्रनील नंदी के अनुसार हेलीकॉप्टर उस समय हिंडन हवाई अड्डे की ओर लौट रहा था। प्रवक्ता ने कहा, “ हेलीकॉप्टर कोविड-19 के नमूनों को लाने के लिए हिंडन से चंडीगढ़ की ओर जा रहा था। हिंडन से लगभग तीन नाॅटिकल माइल (एनएम) पर हेलीकॉप्टर में अचानक तकनीकी खराबी आयी जिसके बाद राजधानी के बाहरी रिंग रोड राजमार्ग पर हेलीकॉप्टर को सुरक्षित उतार लिया गया।


उन्होेंने कहा कि पायलटों ने बिना समय गंवाये तुरंत सही कार्रवाई की थी। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर को आपात स्थिति में उतारने के दौरान किसी भी संपत्ति को काेई नुकसान नहीं हुआ है। हेलीकाॅप्टर में आई खराबी को ठीक करने के लिए रिकवरी विमान हिंडन से भेजा गया। हेलीकॉप्टर को ठीक करने के बाद उससे तुरंत सुरक्षित रूप से हिंडन वापस लाया गया। इस हेलीकॉप्टर को अपनी डिजाइन की वजह से रडार आसानी से पकड़ नहीं पाता है। करीब पौने तीन घंटे तक उड़ान भरने वाला ये अटैक हेलीकॉप्टर दुश्मन पर जब टूट पड़ता है तो उसकी शामत आ जाती है। इससे दुश्मन के आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप से टैंक तक तबाह किये जा सकते हैं। इससे पहले फरवरी में चीता हेलीकॉप्टर जम्मू के रियासी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। लेकिन दोनों पायलट हेलीकॉप्टर से सुरक्षित बाहर निकल आये थे। उस समय इस हेलीकॉप्टर ने ऊधमपुर से उड़ान भरी थी।


एमपी सरकार देगी मजदूरों को ₹1000

भोपाल। आपदा के बीच मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने एक अहम फैसला किया है। सरकार अन्य राज्यों में फंसे मध्यप्रदेश के मजदूरों के खाते में पैसा जमा कराएगी। शुरुआती तौर पर एक-एक हजार रुपए खाते में डाले जाएंगे। उसके बाद भी अगर जरूरत हुई तो खाते में और राशि भेजी जाएगी। सरकार ने एक और फैसला किया है। इसके अलावा राशन कार्ड धारकों को अब दो महीने का राशन फ्री में दिया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि उन्होंने अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से लॉकडाउन के कारण उनके प्रदेश में रुके मध्यप्रदेश के मजदूरों के रुकने और राशन की व्यवस्था करने के लिए कहा है। प्रदेश के सांसदों और विधायकों से कहा गया है कि उनके क्षेत्र के ऐसे प्रभावित मजदूरों की सूची भेजें। जैसे-जैसे सूची आती जायेगी, नाम आते जाएंगे मजदूरों के खातों में राशि जमा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ हुई बैठक में तय किया है कि प्रदेश में फसल कटाई के बाद मजदूरों के पास काम खत्म हो चुका है।लिहाजा कलेक्टर्स को ऐसे मजदूरों के रुकने और राशन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए जाएं। मजदूरों की व्यवस्था के लिए उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा की है। इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राशन कार्ड धारकों को इस माह से दो माह के लिए प्रति व्यक्ति 5 किलो राशन नि:शुल्क देने की व्यवस्था की जाए। इसमें एक किलो दाल और गेहूंं-चावल दिया जाएगा। इसके अलावा जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनके राशन की व्यवस्था की जा रही है।


भारत ने दिया बुद्धिमानी का परिचय

संयुक्त राष्ट्र। कोरोना वायरस की रोकथाम के मद्देनजर भारत द्वारा लागू किए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के फैसले का समर्थन करते हुए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा कि आर्थिक कीमत पर लॉकडाउन का यह निर्णय बुद्धिमानी भरा कदम है।


ऑगेर्नाइजेशन के एशिया एंड पैसिफिक डिपार्टमेंट के डायरेक्टर चंगयोंग राई ने बुधवार को एक न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “स्लोडाउन के बीच भारत में महामारी का प्रसार हुआ और ऐसे में इसके रिक्वरी की संभावना अधिक अनिश्चित हो जाती है।” आईएमएफ ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की विकास दर के अनुमान को संशोधित कर जनवरी में किए गए 5.8 प्रतिशत से 1.9 प्रतिशत कर दिया, जो पहले अक्टूबर में किए गए 7 प्रतिशत से कम था। राई ने कहा, “कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ भारत की सख्त कार्रवाई आर्थिक गतिविधि में गिरावट का कारण बन सकती है, विकास दर निश्चित रूप से नीचे जाएगी, लेकिन मुझे लगता है कि इस बीमारी के फैलने की दीर्घकालिक क्षति को कम करने के लिए लिया गया यह एक बुद्धिमान भरा और महत्वपूर्ण निर्णय है।”


उन्होंने कहा कि राजकोषीय प्रोत्साहन और साथ ही भारत सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा अपनाई गई मॉनेटरी पॉलिसी सही दिशा में है, लेकिन क्या वे पर्याप्त होंगे यह इस बात पर निर्भर करता है कि कन्टेंटमेंट पॉलिसी कैसे अपनाई जाती है और यह कितनी सफल होगी। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत के प्रयास सफल होंगे। हालांकि, ऐसा नहीं होने पर उन्होंने कहा, “लेकिन अगर स्थिति गंभीर होती है, तो मुझे लगता है कि छोटी अवधि में उनके पास अर्थव्यवस्था में मंदी को रोकने के लिए अधिक राजकोषीय और मॉनेटरी पॉलिसी का उपयोग करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।”


दो सगी बहनों के 10 दिन पुराने शव

कानपुर। पनकी थाना क्षेत्र के शिवालिक अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर-14 में दो सगी बहनें मृत पाई गईं। शव दीवार के सहारे टिके थे और गले में दुपट्टे का फंदा था, जो खिड़की से बंधा था। शव आठ से 10 दिन पुराने बताए जा रहे हैं। दरवाजे का अंदर से बंद होना, मौके से मिले कुछ और साक्ष्य आत्महत्या की ओर इशारा कर रहे हैं लेकिन सुसाइड नोट न मिलने की वजह से पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों बिंदुओं पर जांच कर रही है।


कल्याणपुर सीओ अजय कुमार ने बताया कि दिल्ली में बीएसएफ दफ्तर में हेड क्लर्क विकास पांडेय का सी ब्लॉक स्थित अपार्टमेंट में फ्लैट है। मूल रूप से कौशांबी की रहने वाली दो बहनों रेखा शुक्ला (30) और आभा शुक्ला (25) ने विकास का फ्लैट 12 मार्च को किराये पर लिया था। रेखा प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थी, जबकि आभा घर में ही रहती थी। विकास ने बुधवार को किराया लेने के लिए रेखा के नंबर पर कई बार फोन किया पर नंबर बंद जाता रहा।


इस पर उन्होंने मोहल्ले में ही रहने वाले सोनू नाम के लड़के को फ्लैट पर भेजा। सोनू जब पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था। खटखटाने के बाद भी नहीं खुला। कुछ देर रुकने के बाद उसे अंदर से बदबू आने का अहसास हुआ। इस पर सोनू ने विकास को जानकारी दी। विकास ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची तो दोनों के शव दीवार से टिके मिले। पुलिस के मुताबिक दोनों बहनें अनाथ थीं। माता-पिता की उत्तराखंड त्रासदी में मौत हो गई थी और भाई की इसी साल जनवरी में मौत हुई है।


पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्पष्ट होगी घटनाःएसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया घटना खुदकुशी की लग रही है। चूंकि सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, इसलिए कुछ कहना ठीक नहीं होगा। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। गुरुवार को रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता चल जाएगा। उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।


केवल एक टैबलेट मिला, मोबाइल का पता नहींः फ्लैट मालिक विकास ने बताया था कि उसकी फोन पर रेखा से बातचीत होती थी। पुलिस ने जब छानबीन की तो मौके से कोई मोबाइल बरामद नहीं हुआ। सीओ ने बताया कि टैबलेट मिला है। हो सकता है कि रेखा टैबलेट से ही बात करती हो। पुलिस नंबर की सीडीआर निकाल रही है।


सीआरपीएफ कैंप के पास से मिला बम

पंकज भदौरिया


दंतेवाड़ा। जिले के कोंडासावली कैम्प के नजदीक सीआरपीएफ के जवानों ने 5-5 किलो का दो आईईडी बम बरामद किया है। नक्सलियों ने जवानों को निशाना बनाने कैम्प के पास में ही बम लगा रखा था। लेकिन जवानों ने इनकी साजिश को नाकाम करते हुए बम को डिफ्यूज कर दिया है। घटना अरनपुर थाना क्षेत्र का है, जिसकी पुष्टि CRPF डीआईजी डीएन लाल ने की है।दरअसल कोंडासावली स्थित सीआरपीएफ 231 बटालियन का कैम्प अरनपुर और जगरगुंडा के बीच घने जंगलों में पड़ता है। जहाँ मलंगीर एरिया कमेटी के नक्सलियों और जगरगुंडा इलाके के नक्सली दोनों की पकड़ मजबूत है। नक्सली लगातार बम प्लांट कर जवानों को फंसाने की रणनीति भी बनाते रहते हैं। नक्सलियों ने पेड़ भी गिरा रखा है। इलाके में जवान अब सर्चिंग में लगे हुए है। सेटेलाइट फोन से जवानों ने डीआईजी को सूचना दी है।


साहेब! हमें राशन कब मिलेगा ?

राशन के इंतजार में ग्रामीण, लॉक डाउन पर भूख न पड़ जाएं भारी


अरविंद द्विवेदी


अनूपपुर। मोदी जी का भारत और विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और कांग्रेस के आईआईटी, एम्स वाले भारत में इतनी भी क्षमता नहीं है कि वह एक महीने का भी लॉकडाउन सह सके व अपने मेहनतकश नागरिकों को रोजगार की गारंटी दे सके। यहाँ भारत की आर्थिक तरक्की के दावे की पहले ही दिन हवा तब निकल गई जब केवल लॉक डाउन की घोषणा होते ही एक झटके में करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए और इसका नजारा देश भर के प्रवासी मजदूरों के रूप में देखा गया। दूर दूर से पैदल आ रहे मजदूरों ने हमारे खोखले आर्थिक विकास को न केवल आइना दिखाया है बल्कि आने वाले दिनों मे देश में बनने जा रहे हालातों का भी ट्रैलर दिखाया है। वर्तमान समय में नेताओं के वादों और ज़मीनी हकीकत में बहुत अंतर है।


“तो कहने का मतलब ये है कि ये जो रोजगार बंद होने का सिलसिला शुरू हुआ है, वो बंद नहीं होने वाला है बल्कि आने वाले दिनों में इसका और भयावह रूप दिखाने वाला है.!”


खत्म हुआ राशन पेट भरने के लाले –शहरी क्षेत्रों में तो हालात फिर भी कुछ बेहतर है किंतु ग्रामीण क्षेत्रों में तो हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं क्योंकि ग्रामीणों की अर्थव्यवस्था शहरों पे आश्रित होती है और शहर तो लॉक डाउन से पूरी तरह लॉक है।


आदिवासी बस्ती में रोज़ी रोटी का संकट –कोरोना संक्रमण के कारण जिले में लॉक डाउन किया गया है जिससे ग्रामीणों के बीच रोज़गार का संकट खड़ा हो गया है रोज़गार के साधन न होने के कारण गांव में ही जो काम मिल जाये उसे करने को मजबूर है किंतु प्रशासन की सख्ती के चलते गांवो की हालात भी खराब होने की कगार पर है।


खतरे में ग्रामीणों का जीवन –कोरोना के कहर के बीच ग्रामीण क्षेत्रों में हालात और बिगड़ते जा रहे हैं एक तो हाथ से रोजगार चला गया ऊपर से अब रोज़ी रोटी का संकट मुह बाएं खड़ा है यूं तो सरकार राशन देने की बात कह रही हैं कितु कहि ऐसा न हो भूख वितरण प्रणाली पर भारी पड़ जाए।


ग्रामीण क्षेत्रों में मजाक बनी होम डिलीवरी –लॉक डाउन में ग्रामीण क्षेत्रों की सभी किराने की दुकानें बंद है। सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को हो रही है लेकिन इस ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है। होम डिलेवरी की सुविधा नगर पालिका क्षेत्र के लिए तो कर दी गई है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के लोग आखिर कहां जाए। वहां न तो कोई सब्जी का ठेला पहुंच रहा है और न ही किराने का सामान।


अब गेंहू कटाई से उम्मीदे –पहले मौसम की मार और अब कोरोना के प्रकोप ने देशभर में खेती-किसानी को संकट में डाल दिया है। वहीं, गेहूं खरीद की तैयारियों में जुटी सरकार अब कोरोना की रोकथाम में जुट गई हैं। ऐसा होने से सबसे अधिक मार किसान पर भी पड़ने वाली है। इस बार फसल की शुरुआत में किसानों को बेहतर मानसून की वजह से अच्छी फसल की आस बंधी थी, जिस उम्मीद में किसान अब आश्रित हैं।


साहेब कहाँ है हमारा राशन –यूं तो जिले में लगभग डेढ़ लाख पात्रता पर्ची धारक है और सरकारी आकड़ो में लगभग 90 प्रतिशत लोगो को राशन पहुँचाया भी जा चुका है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान करती है जिला मुख्यालय के आसपास के गांवों के ग्रामीण ही अभी राशन के इंतजार में है तो दूरदराज की कहानी अलग ही होगी। कहीं खाद्य विभाग आकड़ो की बाजीगरी तो नहीं कर रहा यह देखने बाली बात होगी क्योंकि जिले में खाद्यान का कितना स्टॉक रहा जिससे गरीबो को 3 माह का राशन एडवांस दे दिया गया क्योंकि आज भी पात्र हितग्राहियों को राशन का इंतजार करते हुए देखा जा सकता है।


'सोशल डिस्टेंसिंग' की धज्जियां उड़ी

धर्मेंद्र यादव


मैनपाट। विकासखंड मैनपाट के बैंकों में सोशल डिस्टेंस नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है जहां शासन प्रशासन द्वारा जन जागरूकता फैला कोरोना वायरस से बचाव एवं सावधानी बरतने युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं वही शासकीय अधिकारी कर्मचारी ही सरकार की वायरस को लेकर जारी नियमों की खुलेआम अवहेलना कर धज्जियां उड़ा रहे हैं।


मामला मैनपाट के कमलेश्वरपुर भारतीय स्टेट बैंक की है जहां पिछले दो-तीन दिनों से जनधन खाते में 500 रुपये आने की खबर को लेकर दर्जनों की तादाद में लोग प्रतिदिन 10 से 15 किलोमीटर दूरी तय कर सुपलगा, पैगा असगवा जैसे बीहड़ क्षेत्र से जंगल की चढ़ाई चढ़कर लोग इस उम्मीद में आ रहे हैं कि हमारे जनधन खाते में 500 रुपये आ गया होगा वहीं कुछ लोगों का तांता तो इस बात को लेकर लगा हुआ था कि आए हुए पैसे को चेक करवा पासबुक में एंट्री करवानी है किंतु विडंबना यह है कि बैंक प्रबंधक द्वारा लोगों का खाता भी चेक नहीं किया जा रहा है और लोग बैंक के सामने बगैर डिस्टेंस का पालन किए दर्जनों की तादात में एकत्र हो शासन प्रशासन एवं बैंक प्रबंधन की लापरवाही से सोशल डिस्टेंस के नियमों का खुलेआम अवहेलना कर रहे हैं।
गेट में ताला! गेटकीपर नशे में धुत्


 संवाददाता द्वारा जब भीड़ को देखकर स्थिति का जायजा लिया गया तो पता चला कि बैंक प्रबंधन अपने मुख्य गेट को बंद कर दो टूक शब्दों में यह कहते हुए की बैंक में कोई कार्य नहीं होगा सभी प्रकार के बैंकिंग लेनदेन बैंक सखी के माध्यमों से कराई जाएगी लेकिन लोगों व क्षेत्रवासियों को यह पता नहीं है कि उनका बैंक सखी कौन है वही भारतीय स्टेट बैंक के गेटकीपर नशे की हालत में लत पाया गया तथा लोगों को दूरी बनाने समझाइश देने के बजाय खुद ही निढाल पड़ा रहा इसकी सुध लेने न तो बैंक प्रबंधन ने उचित समझा और ना ही प्रशासनिक अमला द्वारा मुनासिब समझा गया जिसका खामियाजा दूरदराज से भूखे प्यासे आए महिला पुरुष ग्रामीण जनों को चिलचिलाती धूप में घंटों खड़े रहकर बेवजह परेशानियों का सामना करना पड़ा लोगों ने इस दिशा में स्थानीय प्रशासन से व्यवस्था सुदृढ़ करने मांग की है।


पिज्जाः 72 परिवारों को परोसा वायरस

नई दिल्ली। नई दिल्ली में एक पिज्जा डिलिवरी ब्वॉय कोरोना का कहर बनकर पूरे दिल्ली में घूम रहा था। इससे पिज्जा और अन्य खाद्य पदार्थ मंगवाने वाले करीब 72 घरों के लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है। ऐसा ही पिज्जा और अन्य खाद्य पदार्थ सप्लाई का खेल रायपुर में भी चल रहा है। लेकिन इस पर न प्रशासन की नजर है और न पुलिस की। दिल्ली के जिन 72 घरों के लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है उसमें ज्यादातर लोग हौज खास और मालवीय नगर के बताए जा रहे है।


वहीं इन सभी लोगों की पहचान अभी स्वास्थ्य विभाग ने गुप्त रखी है। वहीं इसमें से अभी किसी का भी कोरोना टेस्ट नहीं कराया गया है। हालांकि किसी भी संदिग्ध में कोरोना के लक्षण दिखने पर तत्काल टेस्ट और अस्पताल में भर्ती कराने के निर्देश दिए गए है।उक्त डिलिवरी ब्वॉय से पूछताछ में ये पता चला है कि वो मार्च के अंतिम सप्ताह तक ड्यूटी पर था और पिछले सप्ताह ही इसका कोरोना टेस्ट रिजल्ट पॉजिटिव आया है।अधिकारियों ने कहा कि वह पहले डायलिसिस के लिए एक अस्पताल गया था और माना जा रहा है कि इसी दौरान वह संक्रमित हुआ होगा।


नग्न अवस्था में महिला का हंगामा

मेड्रिड। दुनिया भर में लोग अब कोरोना वायरस की वजह से लगाए गए लॉकडाउन से परेशान होने लगे हैं। लोग घरों से बाहर निकलना चाहते हैं। लेकिन प्रतिबंधों के कारण नहीं निकल पाते। स्पेन में एक महिला ने पहले तो लॉकडाउन तोड़ा. जब पुलिस उसे पकड़कर कोर्ट ले गई तो उसके बाद उसने सारे कपड़े उतारकर खूब हंगामा किया।


स्पेन में लॉकडाउन से परेशान महिला का टूटा सब्र, कपड़े उतारकर किया हंगामा
स्पेन में लॉकडाउन को लेकर बेहद कड़े कदम उठाए गए हैं। किसी को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। लेकिन इस 41 वर्षीय महिला से घर में रहना बेहद नागवार गुजरा। उसने लॉकडाउन के नियम तोड़कर घर से बाहर निकल आई।


स्पेन में लॉकडाउन से परेशान महिला का टूटा सब्र, कपड़े उतारकर किया हंगामा
लेकिन इस महिला ने और कोई गलत काम नहीं किया. वह घर से निकली और टोरेमोलिनोस इलाके में काम कर रहे मेडिकल स्टाफ की हौसला अफजाई के लिए सड़क पर खड़ी होकर तालियां बजा रही थी। तभी पुलिस उसे उठाकर कोर्ट ले गई। कोर्ट ने उस महिला को जमानत पर हिदायत देते हुए रिहा कर दिया। लेकिन कोर्ट से बाहर आते ही महिला ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और हंगामा करने लगी।


स्पेन में लॉकडाउन से परेशान महिला का टूटा सब्र, कपड़े उतारकर किया हंगामा
इस बीच वह पुलिस की कार पर भी चढ़ गई। इसके बार पुलिस वालों ने उसे घेर कर पकड़ा। वह कपड़े पहनने को तैयार नहीं थी। फिर मजबूरी में पुलिस वालों को उसे कपड़े में लपेटकर एक एंबुलेंस में डालकर घर भेजना पड़ा।


स्पेन में लॉकडाउन से परेशान महिला का टूटा सब्र, कपड़े उतारकर किया हंगामा
स्पेन में इस समय कोरोना वायरस की वजह से 1.77 लाख से ज्यादा लोग बीमार है। इसके अलावा 18,579 लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन मौतों और संक्रमित लोगों के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर है।


पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के साथ खड़े

सुप्रिया पांडेय


रायपुर। कोरोना लॉकडाउन के समय में जनता के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। अब उन लोगों को भी राशन मिलेंगे जिनके राशन कार्ड नहीं बने है। राहुल गांधी के PDS वाले बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बिना राशन कार्ड वालों के लिए भी राशन की व्यवस्था की गई है। हम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के साथ खड़े हैं। दरअसल राहुल गांधी ने कल ट्वीट कर कहा था कि हम सरकार से अपील करते हैं कि इस संकट में आपातकाल राशन कार्ड जारी किए जाएँ। ये उन सभी के लिए हो, जो इस लॉकडाउन में अन्न की कमी से जूझ रहे हैं। लाखों देशवासी बिना राशन कार्ड के PDS का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। अनाज गोदाम में सड़ रहा है जबकि सैकड़ों भूखे पेट इंतज़ार कर रहे है। हम सरकार से अपील करते हैं कि इस संकट में आपातकाल राशन कार्ड जारी किए जाएँ।ये उन सभी के लिए हों जो इस लॉकडाउन में अन्न की कमी से जूझ रहे हैं।लाखों देशवासी बिना राशन कार्ड के PDS का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।अनाज गोदाम में सड़ रहा है जबकि सैकड़ों भूखे पेट इंतज़ार कर रहे हैं।अमानवीय!


इसी बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश ने ट्वीट करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने उनके लिए भी राशन की व्यवस्था कर दी है, जिनके राशन कार्ड नहीं बन पाए है। हम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के साथ खड़े हैं। बता दें कि प्रदेश में बहुत से ऐसे लोग है जिनके राशनकार्ड नहीं बन पाए है। ऐसे भी बहुत से लोग है, जो लॉकडाउन की वजह से छत्तीसगढ़ में फंसे हुए है और उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है। इनके लिए भी अब भूपेश सरकार ने राशन की व्यवस्था की है।


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