शनिवार, 15 अक्तूबर 2022

चांद बता तेरा मजहब क्या 'संपादकीय'

कभी ईद पर दीदार, कभी करवा चौथ पर इन्तजार

तो चांद बता तेरा मजहब क्या है ?

अगर तू इसका-उसका हैं, सबका है तो फिर

ये ज़मीं पर तमाशा किसका है ?

कभी कभी मन अनायास ही इस देश के भीतर चल रही जाति वादी प्रतिद्वन्दिता पर सोचने का प्रयास करने लगता है। प्रकृति अपनी पुरातन परम्परा पर आज भी कायम है। नियमित समय के अनुसार उसका होता रहता स्वयंमेव संचालन है। मगर मगरुर मानव समाज मुगालता पाले खुद को ही खुदा साबित करने में वह हर काम कर रहा है। जिसको प्रकृति कभी स्वीकार नहीं करती ? तमाम हिस्सों मे बंट गई धरती! मगर न आसमान बंटा! न हवा, न पानी बंटा! जलजला में बंटवारा हुआ। न सुनामी में हिस्सा लगा! न सूरज की गर्मी बंटी! न चांद की  नर्मी में हिस्सा हुआ! कोई चांद का दीदार कर जीवन धन्य समझता है। तो कोई जिन्दगी के खेवनहार की सलामती के लिए चांद का दीदार कर अपने परिवार के सुखमय जीवन की कामना करता है? हवा भी उभयलिंगी है। फिर कीस बात को लेकर समाज धर्म मजहब के ठिकेदार करते रहते हैं कूराफात! जब ईद' दीवाली' वराफात' एक ही साथ एक धरा पर परम्परा बनकर जिवन्तता बनाए हुए हैं। धर्म के भगवान, मजहब के रब को भी सोचना पड़ता होगा जब एक ही धरती एक ही आसमान तो किस बात के लिए बन गये हिन्दू और मुसलमान। जीवन का आखरी सफर भी तन्हा तन्हा गुजरता है, न धार्मिक लोग साथ साथ जाते! न मजहबी लोग साथ आते हैं। हर कोई अकेला अकेला ही कायनात के मालिक के पास पहुंचता है।कर्मों का लेखा जोखा अपना देखता है। इन्सानियत को बांटने वालों औकात हो तो रब और भगवान के सम्विधान को भी बदल दो! वहां क्यों असहाय बन जाते हो! लोगों के दिलो में तफरका का अवसाद भर कर इन्सानियत का कत्लेयाम कराने वालों कुछ तो शर्म करो? इस धरा पर जब अवतरित होते हो तो इन्सान पैदा होते हो लेकिन समाज के स्वार्थी उपर वाले के बिधान में भी हस्तक्षेप कर किसी को हिन्दू किसी को मुसलमान बना देते हैं। कोई मस्जिद में अपनी जीद्द पूरी करने की कसम खाता है! तो कोई मन्दिर में अपनी अहमियत को तबज्जह देने का वीणा उठाता है! इस इन्सानी खेल को देखकर बिधाता हैरान होकर मूस्कराता हैं?धरती एक आसमान एक भगवान एक प्रकृति का सम्विधान एक इन्सानियत का रास्ता नेक, तो फिर मानव समाज कैसे हो गया अनेक? सूरज चांद में बंटवारा क्यों नहीं होता ? हवा पानी में हिस्सा क्यों नहीं लगता?नदीयो तथा समन्दर का नाम आज तक नहीं बदला! पर्वत पहाड़ की दहाड़ आज तक सदियों से एक ही तरह कायम है! पशु पक्षियों का नाम भी न हिन्दू बदल पाए न मुसलमान!!दिशाएं आज भी सदियों से अपने पुरातन नाम के साथ प्रचलन में प्रतिबिम्बित हो रही है। ऋतुएं भी सदियों से एक ही नाम से परिभाषित है। फूल भी अपनी परम्परा के नाम में सुवाषित है। उनके नाम के साथ कोई बदलाव नहीं हुआ! फिर इन्सान क्यों बदल गया! धर्म मजहब के ठीकेदार बताएंगे चांद का धर्म क्या है?सूरज का धर्म क्या है? धरती किस धर्म को मानती है? हवा का धर्म क्या है‌। अगर नहीं बता सकते तो समाज के ठेकेदारों इन्सानियत में विखंडन की सियासत बन्द कर दो!उपर वाला कभी माफ नहीं करेगा? आज मानवता के बिनास‌ के लिए धर्म मजहब के ठेकेदारों केवल तुम जिम्मेदार हो?कायनात के संचालन के लिए बनाए गए कानून का परिवर्तन करने वाले तुम कौन होते हो। न आजतक न कोई अल्लाह को देखा न भगवान को लेकिन इन्सान को तो सभी ने देखा है। फिर भी मन्दिर मस्जिद की जिद्द में इन्सानियत का कत्लेयाम आम बात हो गई है। इन्सानियत का पूजारी बनो नेकी के रास्ते पर चलो मालिक की नजर में दरबदर होने से बचो। कुछ भी साथ नहीं जायेगा! न रियासत न सियासत। मानवता के संरक्षण में सहयोगी बनो। हर खता पर विधाता इन्तकाम ले रहा है। कभी महामारी बन कर तो कभी बिमारी बनकर!जब सब कुछ सबका है, तो दिलों में क्यों तफरका है‌। सम्वेदना के सागर में इन्सानियत की कश्ती पर विडम्बना के भार से बोझिल मानवता के पतवार के सहारे समरसता के साहिल पर एकता के लंगर को मजबूती से स्थापित होने में अवरोध न बने। मतलब की बस्ती में वैमनश्यता की खेती बन्द करें वर्ना मालिक का कहर गांव से लेकर शहर तक को मिनटों में खाक में मिला देगा।

जगदीश सिंह



30 साल की महिला के साथ 6 माह तक दुष्कर्म 

30 साल की महिला के साथ 6 माह तक दुष्कर्म 

अरुण पांचाल 

गाजियाबाद/लोनी। देश की राजधानी दिल्ली से सटे लोनी इलाकें से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक मकान मालिक ने जबरन घर में घुसकर 30 साल की महिला के साथ 6 माह तक दुष्कर्म किया। इसके अलावा आरोपी ने उसके मासूम बच्चों और पति को जान से मार देने की धमकी देते हुए महिला को बुरी तरह डरा दिया कि अगर ये बात किसी को भी बताई तो उसका अंजाम घातक होगा।

पीड़ित महिला के अनुसार वह थाना लोनी कोतवाली क्षेत्र की खन्ना नगर कॉलोनी में किराए पर पिछले 6 माह से रह रही है। मकान में निचे वे रहते है, ऊपर की मंजिल पर मकान मालिक रहता है। पीड़िता का पति ऑटो चालक है। आरोप है कि उनका पति ऑटो चलाने दिल्ली गया हुआ था। घटना वाले दिन महिला घर पर ही थी। तभी आरोपी मकान मालिक महिला के घर में घुस आया और महिला के साथ जबरन रेप किया। महिला ने बताया कि आरोपी ने उसके मासूम।बच्चों व पति को जान से मारने की भी धमकी दी और मौके से फरार हो गया।

आरोप है कि बागपत के साकरोदा गांव का रहने वाला आरोपी लगातार 6 माह तक महिला का रेप करता रहा। घटना से तंग आकर महिला ने इसका खुलकर विरोध किया और मकान मालिक के विरुद्ध कार्रवाई कराने के लिये लोनी कोतवाली पहुँच गई। महिला का कहना है कि अब मकान मालिक उस मकान में ताला लगा मौके से फरार हो गया। अब उसे मजबूरन अपने मायके में रहना पड़ रहा है। उधर, मामले में पुलिस महिला का बयान दर्ज कर जांच में जुट गई है।

7 अधिकारियों को 'कारण बताओ' नोटिस: डीएम 

7 अधिकारियों को 'कारण बताओ' नोटिस: डीएम 

भानु प्रताप उपाध्याय 

शामली। जिले की तीनों तहसीलों में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें कैराना तहसील में पहुंची जिलाधिकारी ने अनुपस्थित मिले 7 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। डीएम ने फरयादियों की समस्याओं के समाधान में लापरवाही बरते जाने पर कार्यवाही करने की चेतावनी दी है। शनिवार को कैराना तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन जिलाधिकारी जसजीत कौर की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों की उपस्थिति का जायजा लेते हुए सचिव विकास प्राधिकरण, सहायक प्रबंधक जिला उद्योग केंद्र, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी, अधिशासी अभियंता नलकूप, जिला प्रोबेशन अधिकारी व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शामली द्वारा तहसील दिवस में स्वयं उपस्थित न होने को लेकर नाराजगी व्यक्त की। उन्होने अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी द्वारा फरियादियों की शिकायतों को सुनते हुए उनके निस्तारण करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी के समक्ष 41 शिकायतें आई, जिनमें से मात्र 4 शिकायत का निस्तारण मौके पर हो सका। मौके पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक, उपायुक्त स्वतरू रोजगार शलैन व्यास, सीएमओ डा. संजय अग्रवाल, उपकृषि निदेशक शिवकुमार केसरी उपस्थित रहे। इसके अलावा तहसील ऊन में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन सीडीओ शंभूनाथ तिवारी अध्यक्षता में आयोजित किया गया।

केंद्र में महागठबंधन का झंडा फहराएगा: प्रताप 

केंद्र में महागठबंधन का झंडा फहराएगा: प्रताप 

अविनाश श्रीवास्तव 

पटना। बिहार की राजनीति में राजद नेता तेज प्रताप यादव अपनी बयानबाजी को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहते हैं। इस बीच लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ही तेज प्रताप ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि मैं जो भविष्यवाणी करता हूं, वो सच होती है। आज एक बार फिर भविष्यवाणी कर रहा हूं कि केंद्र में महागठबंधन का झंडा फहराएगा। उन्होंने कहा कि जनता ने बिहार में भाजपा सरकार को खारिज कर दिया है।

केंद्र में महागठबंधन का झंडा लहराएगा- तेज

उन्होंने ये भी कहा कि पिछली बार मैंने चाचाजी (मुख्यमंत्री नीतीश कुमार) के बारे में भविष्यवाणी की थी, आज वे हमारे साथ आ गए हैं। बीजेपी के सवाल उठाए जाने पर तेज प्रताप से प्रतिक्रिया ली गई तो उन्होंने कहा कि ‘हम काम में विश्वास करते हैं। बीजेपी क्या कर रही है या क्या नहीं कर रही है, वो अपने घरों में कर रही है। पब्लिक के बीच में दिख नहीं रहा है। पब्लिक ने बिहार में बीजेपी सरकार को नकार दिया है। हम तो भविष्यवाणी भी कर देते हैं। पिछली बार मैंने चाचाजी (नीतीश कुमार) के बारे में भविष्यवाणी की थी, आज वह हमारे साथ हैं। आज फिर हम भविष्यवाणी कर कर रहे हैं। देख लेना कि केंद्र में महागठबंधन का झंडा लहराएगा।’

तेज प्रताप ने ललन सिंह को नसीहत दी

वहीं, मंत्री तेज प्रताप ने पीएम मोदी पर बयानबाजी से घिरे जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह को नसीहत दी। तेज प्रताप ने कहा कि पीएम मोदी को लेकर जो बयान दिया गया है, ऐसे बयानों से बचना चाहिए। उपचुनाव को लेकर कहा कि हम लोग दोनों सीट जीतेंगे। 2024 में महागठबंधन की सरकार बनेगी। NMCH के अधीक्षक के निलंबन को लेकर कहा कि स्वास्थ विभाग ने जो कार्रवाई की है यह विभागीय मामला है। विभाग देखेगा। साथ ही जगदानंद सिंह की पार्टी से नाराजगी पर कहा कि जगदा बाबू अभी छुट्टी पर हैं। मेरी उनसे बात हुई है। वो अगले कुछ दिनों में पार्टी ऑफिस आएंगे।

सस्ता इंधन, एथेनॉल या पेट्रोल स्वेच्छा से खरीदें

सस्ता इंधन, एथेनॉल या पेट्रोल स्वेच्छा से खरीदें

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कम करने के लिए सरकार कई बड़े कदम उठा रही है। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बड़ी जानकारी दी है, जिसके बाद आप सस्ते में पेट्रोल खरीद पाएंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि देश में इस साल दिसंबर या जनवरी में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल उपलब्ध हो सकता है। हालांकि इसके लिए लक्ष्य 2023 रखा गया था।


हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि हम इथेनॉल उत्पादन की लगातार समीक्षा कर रहे हैं और मेरा मानना ​​है कि 20 प्रतिशत मिश्रण वाला ईंधन अप्रैल, 2023 से पहले दिसंबर या जनवरी में बाजार में आ जाएगा। आपको बता दें कि ब्राजील जहां फ्लेक्स फ्यूल वाहन उपलब्ध हैं और उपभोक्ता अपनी पसंद के हिसाब से एथेनॉल या पेट्रोल ले सकते हैं… इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि यह सरकार का अंतिम लक्ष्य होगा। हालांकि, उस स्तर तक पहुंचने के लिए कुछ तकनीकी पहलू हैं और काम प्रगति पर है।


इथेनॉल का बढ़ा प्रतिशत

उन्होंने कहा है कि एथनॉल ब्लेंडिंग को लेकर हम वाहन निर्माताओं के साथ एक बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि पेट्रोल में इथेनॉल-मिश्रण 2013 में 0.67 प्रतिशत था जो मई 2022 में बढ़कर 10 प्रतिशत हो गया है। यह 27 लाख टन CO2 उत्सर्जन को कम कर रहा है जो पर्यावरण के लिए अच्छा है।अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) के अनुमानों के अनुसार, भारत आने वाले दो दशकों में वैश्विक ऊर्जा खपत में वृद्धि में एक चौथाई (25%) का योगदान देगा। बीपी का अनुमान है कि, India की Energy की मांग दो गुना हो जाएगी, जबकि Natural Gas की मांग 2050 तक 5 गुना बढ़ने की उम्मीद है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में पाइपलाइन का काम तेज गति से चल रहा है. 2014 तक गैस पाइपलाइन 14,000 किलोमीटर तक थी, जो आज 22,000 किलोमीटर से अधिक हो गई है। इसे 35,500 किमी तक ले जाने का लक्ष्य है।

पढ़ाई का तनाव, 9वीं मंजिल से छलांग लगाई

पढ़ाई का तनाव, 9वीं मंजिल से छलांग लगाई

नरेश राघानी

कोटा। जनपद में पढ़ाई के तनाव में फिर एक कोचिंग स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। शुक्रवार दोपहर उसने अपनी मां के सामने ही नवीं मंजिल से छलांग लगा दी। जहां गिरा वहां जमीन में गड्ढा हो गया। यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई।स्टूडेंट के नीचे गिरने की आवाज सुनकर बिल्डिंग के लोग मौके पर पहुंचे और उसे अस्पताल ले गए, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। घटना जवाहर नगर थाना क्षेत्र में राजीव गांधी नगर स्थित रिहायशी बिल्डिंग की है।

छात्र का नाम स्वर्णा था। उम्र 16 साल थी। कोलकाता का रहने वाला था। वह यहां एक-डेढ़ साल से रह रहा था और 11वीं कक्षा के साथ-साथ इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था। मां भी उसके साथ ही रहती थी।स्टूडेंट की सुसाइड की जानकारी मिलते ही बिल्डिंग के कैंपस में हड़कंप मच गया। कोटा में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।

मां ने कहा- वह पढ़ाई के कारण तनाव में था
मृतक की मां संगीता ने बताया कि उनका बेटा स्वर्णा पढ़ाई को लेकर तनाव में था। उसने कोचिंग में टीचर से बात करने के लिए कहा था। मैंने टीचर को फोन लगाया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इस पर मैंने बेटे से कहा कि कोचिंग जाकर ही बात कर लूंगी। इसी दौरान वह नीचे कूद गया।

सिर और कोहनी के बल गिरा स्वर्णा
सीसीटीवी में नजर आ रहा है कि स्वर्णा सिर और कोहनी के बाल जमीन पर गिरा। जहां गिरा वहां जमीन में गड्‌ढा हो गया। बिल्डिंग में काम करने वाले धनराज वैष्णव ने बताया कि हम बाहर खड़े थे तभी गार्ड ने बच्चे के गिरने की सूचना दी। मां को बताने पहुंचे तो पता चला कि स्वर्णा ने मां के सामने ही छलांग लगाई है।

सोसाइटी में काम करने वाले गौरव शर्मा ने बताया मैं गार्डन की तरफ से आ रहा था। उसी दौरान बच्चा नीचे गिरा। मैंने उसे उठाया, उसके कान दबाए और ऑटो में लेकर हॉस्पिटल पहुंचे। डॉक्टर ने चेक कर उसे मृत घोषित कर दिया।स्वर्णा 9वीं मंजिल से जहां गिरा, वहां जमीन में गड्ढा हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिवार से बात की, सोसाइटी के लोगों से भी पूछताछ की।

परिवार वालों ने पोस्टमार्टम कराने से किया इनकार
डीसीपी अंकित जैन ने बताया पढ़ाई के तनाव में आकर छात्र ने सुसाइड किया है। परिजन ने पोस्टमॉर्टम से इनकार किया है। परिजन की शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

चंदा एकत्रित करना, काले धन की संभावना नही

चंदा एकत्रित करना, काले धन की संभावना नही

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने चुनावी बांड योजना को राजनीतिक दलों को चंदा देने का पारदर्शी तरीका बताते हुए शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय के समक्ष कहा कि इसमें काले धन की कोई संभावना नहीं है। न्यायमूर्ति बीआर गवई और न्यायमूर्ति बीवी नागरथ्ना की पीठ के समक्ष एनजीओ एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स (एडीआर) और अन्य की याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार का पक्ष रख रहे, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि चुनावी बांड राजनीति दलों के चंदे के लिए धन प्राप्त करने की बिलकुल पारदर्शी पद्धति है।

श्री मेहता ने पीठ के समक्ष कहा कि अब कुछ भी काला नहीं है, बल्कि सब कुछ पारदर्शी है। इस पर पीठ ने सॉलीसीटर जनरल से पूछा कि क्या सिस्टम ने जानकारी दी है कि पैसा कहां से आ रहा है।श्री मेहता ने जवाब दिया कि बिलकुल। वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने एक याचिकाकर्ता का पक्ष रखते हुए इस मामले को महत्त्वपूर्ण बताया और कहा कि इसकी सुनवाई एक बड़ी पीठ कर सकती है।

इस पर पीठ ने कहा कि जब तक विचारों का टकराव नहीं होता है, तब तक मामले को बड़ी पीठ के समक्ष नहीं भेजा जा सकता है। एनजीओ की ओर से अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने चुनाव में विदेशी धन के इस्तेमाल पर भी रोक की मांग की। कि याचिका में ऐसे मुद्दे उठाए गए हैं, जो लोकतंत्र को प्रभावित करते हैं। इनमें चुनावी बांड की शुरुआत और राजनीतिक दलों को आरटीआई के तहत लाना शामिल है। याचिकाकर्ताओं के वकीलों ने राज्यों में आने वाले महीनों में चुनाव होने का हवाला देते हुए मामले की जल्द से जल्द सुनवाई करने की गुहार लगाई।

16 फ़ीसदी मतदाताओं पर कांग्रेस का निशाना: चुनाव 

16 फ़ीसदी मतदाताओं पर कांग्रेस का निशाना: चुनाव 

अमित शर्मा 

शिमला। हिमाचल परिवर्तन प्रतिज्ञा रैली से चुनावी हुंकार भरने वाली कांग्रेस ने 16 फीसदी मतदाताओं पर निशाना साधा है। ओल्ड पेंशन इस विधानसभा चुनाव में कितना अहम मसला होगा। इसका अंदाजा प्रियंका गांधी की ओपीएस कर्मचारियों के समर्थन में लगी ब्रेक ने साबित कर दिया है।

कांग्रेस शुरुआत से ही अपनी प्राथमिकताओं में ओल्ड पेंशन को शामिल करती रही है और जो दस गारंटी पार्टी ने चुनाव से पहले तय की हैं। उनमें भी पहले नंबर पर ओल्ड पेंशन बहाल करने की बात को शामिल किया गया है। ओपीएस मांग रहे कर्मचारियों ने इसकी बहाली की उम्मीद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी लगाई थी। लेकिन उनकी घोषणाओं में पुरानी पेंशन का जिक्र नहीं आया, लेकिन सोलन में पहली ही रैली में प्रियंका गांधी ऐसा करने में कामयाब रहीं कि तमाम कर्मचारी और कांग्रेस नेता इस बात को भुनाने में लग गए हैं।

दरअसल, सोलन जा रही प्रियंका गांधी का काफिला ओपीएस के लिए क्रमिक अनशन कर रहे कर्मचारियों के पास आकर रुक गया। उन्होंने कर्मियों से बात की और पहली ही कैबिनेट में ओपीएस बहाल करने का आश्वासन देकर आगे बढ़ गईं। वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस बात का ऐलान कर चुके हैं कि ओपीएस केंद्र सरकार की मदद के बगैर हल नहीं हो सकती है, जबकि कांग्रेस छत्तीसगढ़ और राजस्थान का हवाला देकर बार-बार इस मुद्दे को हवा दे रही है।

अस्पताल की छत पर 200 सड़ी हुई लाशें, दुर्दांत 

अस्पताल की छत पर 200 सड़ी हुई लाशें, दुर्दांत 

सुनील श्रीवास्तव 

इस्लामाबाद। पाकिस्तान पाकिस्तान में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पाकिस्तान के मुल्तान के एक अस्पताल में कई लावारिस लाशों के छत पर मिलने से सनसनी फैल गई। पाकिस्तानी सरकार इस घटना के बाद हरकत में आई और तुरंत जांच के आदेश दे दिए।

500 से ज्यादा होने की आशंका जताई

जानकारी के अनुसार, निश्तार मेडिकल यूनिवर्सिटी के शिक्षण संस्थान निश्तार अस्पताल में शवों को खुले में सड़ते हुए देखा गया।ऊपर की मंजिल पर बिखरे हुए अवशेषों को फेंक दिया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक शवों की संख्या 500 से ज्यादा होने की आशंका जताई जा रही है। छत पर पड़े शवों की जानकारी पंजाब के मुख्यमंत्री सलाहकार चौधरी जमां गुर्जर ने दी। जिसके बाद अस्पताल में दहशत फैल गई।

निश्तार मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉ सज्जाद मसूद ने दिल दहला देने वाली घटना पर एक बयान जारी किया और दावा किया कि खुले आसमान के नीचे शव सड़ने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सज्जाद ने कहा कि मामले की जांच के लिए विभिन्न जांच समितियों का गठन किया गया है और इस बात से इनकार किया कि छत पर इतनी संख्या में शव थे। उन्होंने दावा किया कि छत पर केवल चार शव थे जिन्हें प्राकृतिक रूप से सूखने के लिए छोड़ दिया गया था। इन्हें मेडिकल छात्रों की शिक्षा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता था।

उन्होंने कहा कि चार से पांच साल पुराने शवों का इस्तेमाल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए भी किया जाता था। हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कई शवों को छत पर फेंकते हुए देखा गया।जिसके बाद अफवाहें उड़ीं कि शवों को चील और गिद्धों के चारे के रूप में इस्तेमाल करने के लिए छत पर रखा गया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पंजाब के अतिरिक्त मुख्य सचिव दक्षिण साकिब जफर ने एक जांच कमेटी गठित कर मामले पर सख्त संज्ञान लिया।

तीन दिन में रिपोर्ट पेश करेंगे 

विशेष स्वास्थ्य सेवा सचिव ने घटना की गहन जांच के लिए छह सदस्यीय जांच समिति के गठन की अधिसूचना जारी की है।समिति की अध्यक्षता अतिरिक्त सचिव विशेष स्वास्थ्य देखभाल मुजामिल बशीर करेंगे। वह तीन दिनों में अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे।

केले के छिलके की चटनी, लाजवाब स्वाद

केले के छिलके की चटनी, लाजवाब स्वाद

सरस्वती  उपाध्याय 

ज्यादातर लोग कच्चे केले की सब्जी बनाने के बाद केले के छिलके को कूड़ेदान या फिर गाय को खाने के लिए फेंक देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि केले के छिलके में केले से ज्यादा आयरन, प्रोटीन और पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ऐसे में इस केले के छिलके का आपको भरपूर फायदा उठाना चाहिए और जब भी आप बाजार से कच्चा केला खरीद कर लाए तो इसके छिलके को फेंकने के बजाय आप टेस्टी चटनी बना सकती है। जी हां चटनी आपने शायद ठीक सुना है और आपने खाया भी नहीं होगा। अगर आप केले की चटनी  खाती है तो धनिया पुदीना और अन्य चटनी का स्वाद भूल जाएंगी और हर बार केले की चटनी बनाएंगी।

केले की चटनी बनाने के लिए जरूरी सामान

केले का छिलके – 6 से 7

कसा हुआ नारियल

खसखस का पेस्ट

हरी मिर्च

कलौंजी

सरसों का तेल और नमक स्वाद अनुसार

कच्चे केले की छिलके की चटनी कैसे बनाएं

इस चटनी को बनाने के लिए आप सबसे पहले केले के छिलके को छीलकर अच्छे से साफ धो लें फिर इसमें नमक डालकर तब तक उबालें जब यह थोड़ा नरम ना हो जाए। जब नर्म हो जाए तो अलग निकाल लें। इसको उबालते वक्त यह ध्यान रखना है कि इसको ज्यादा पकाना नहीं है। नहीं तो इसका स्वाद अच्छा नहीं होगा।

उबलते समय पानी में तेल की कुछ बूंदे डाल दें जिससे  इससे बर्तन में दाग नहीं लगते हैं। अब इन उबले हुए छिलकों को ठंडा करके कटी हुई हरी मिर्च कसा हुआ नारियल और खसखस के पेस्ट और एक चम्मच स्वाद अनुसार नमक डालकर मिक्सी में पीस लें। अब इस पेस्ट को कटोरी में डालकर हाथों से मसल लें। एक पैन में चटनी का तड़का तैयार करें और गर्म होने पर तेल डालकर चटनी को तड़का लगा दे और अच्छे से मिक्स करें। अगर आपको तड़का नहीं लगाना है तो ऊपर से सरसों का तेल डाल कर अच्छे से मिक्स कर लें। अब केले के छिलके से बनी चटनी तैयार है किसी भी रोटी या फिर पराठे के साथ खा सकते हैं।

मंगल का मिथुन में गोचर, प्रभावित होगी राशियां 

मंगल का मिथुन में गोचर, प्रभावित होगी राशियां 

ज्योतिषाचार्य हरिहर तिवारी

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 16 अक्टूबर के दिन मंगल मिथुन राशि में गोचर करने जा रहे हैं। जब भी कोई ग्रह गोचर करता है तो उसका प्रभाव सभी 12 राशियों के जातकों पर देखने को मिलता है। कुछ लोगों को शुभ तो कुछ को अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस बार का गोचर किन राशियों के लिए मंगलकारी रहने वाला है।

आइए जानें

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बता दें कि मंगल गोचर दोपहर 12 बजकर 04 मिनट पर होगा और 15 दिन बाद यानी 30 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 19 मिनट पर वक्री कर जाएंगे और 13 नवंबर तक ऐसे ही रहने वाले हैं। इस दौरान कुछ राशि वालों का भाग्योदय होने वाला है।

मेष राशि- मंगल का मिथुन राशि में गोचर इस राशि के जातकों का भाग्योदय करने वाला है।इनके जीवन में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। ऑफिस में लोगों की सराहना मिलेगी। सीनियर्स का सहयोग प्राप्त करने में कामयाब रहेंगे। मंगल गोचर के दौरान आपके कार्यों की प्रशंसा की जाएगी। इस अवधि में आप स्वच्छ रहेगा। आप लोगों को परिवार का सहयोग प्राप्त होगा।

वृष राशि- इस गोचर से इन राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। अगर आप अपना धन कहीं निवेश करते हैं, तो लाभ होगा। हालांकि, इस दौरान स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। कार्यस्थल पर आपको सहकर्मियों का सहयोग प्राप्त होगा। वाणी पर संयम रखना होगा। इस दौरान कोई भी निर्णय सोच-समझ कर लेने की जरूरत है।

सिंह राशि- इन राशि वालों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इस दौरान आर्थिक लाभ और व्यय दोनों होंगे। मेहनत का पूरा फल पाने में कामयाब रहेंगे।अचल संपत्ति में अगर निवेश करेंगे, तो लाभ मिलने की पूरी संभावना है। अगर शेयर मार्केट में भी निवेश करने की सोच रहे हैं, तो समय अनुकूल है। लेकिन किसी जानकार से सलाह के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचे।

कुंभ राशि- इस राशि के जातकों को इस अवधि में अनुकूल परिणाम मिलेंगे। इस राशि के गोचर कुंडली में मंगल पंचम भाव में होगा, जो कि बच्चों, शिक्षा, ज्ञान और प्रेम का घर कहा जाता है। इस दौरान किसी शार्टकट का सहारा न लें। इस अवधि में किया गया कोई भी निवेश आपको भविष्य में लाभ दिलाएगा।

दीपावली पर मिट्टी के दीयों का अलग महत्व: उजाला 

दीपावली पर मिट्टी के दीयों का अलग महत्व: उजाला 

सरस्वती उपाध्याय

दीपोत्सव यानी दीपावली रोशनी का त्योहार है। जिसके आने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में बरेली के बाजारों में भी रौनक देखने को मिल रही है। रंग-बिरंगी फैंसी लाइटों और झालरों से बाजार पटे हैं। वहीं बाजार में इस बार कुछ नए आइटम भी आए हुए हैं, जो लोगों को काफी लुभा रहे हैं। हालांकि, दिवाली पर दीये का अपना एक अलग महत्व होता है, जिसे जलाने के लिए तेल/घी की आवश्यकता होती है, लेकिन इस बार दीये तेल से नहीं पानी से जलेंगे। जो बाजार में आसानी से मिल रहे हैं।

इस बार बाजार में इलेक्ट्रॉनिक दीये जगमगा रहे हैं, जिनमें पानी डालते ही उसमें लगी एलईडी लाइट जलने लगती है और खूबसूरत रोशनी आपका मन मोह लेती है। इन लाइटों की कीमत भी काफी किफायती है। इसके अलावा बाजार में लाइटिंग फाउंटेन, लालटेन, कलर इमोजी, बैलून लाइट, मल्टी लाइट दीये, शार्प लाइट, कलश लाइट, कलर फैन लाइट, कंदील और मल्टी कलर लाइटें भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं।

खास बात ये है कि बाजार में मौजूद सभी सामान स्वदेशी हैं, जिन्होंने चाइनीज झालरों और लाइटों को बुरी तरह से पटखनी दी है। हालांकि स्वदेशी सामान चाइनीज के मुकाबले महंगा है, लेकिन फिर भी ग्राहकों की पहली पसंद है।

बात करें बाजार में मिल रहे रंग बिरंगी लाइटों वाले सामानों के दामों की तो, लाइटिंग फाउंटेन की कीमत 550 से 650 रुपए , बैलून लाइट 410 से 450, लालटेन 110 से 125, इमोजी 35 से 50 और कलश लाइट दाम 120 से 135 रुपए तक हैं। वहीं पानी के दीये की कीमत 25.50 रुपए, मल्टी लाइट दीये 15 से 20 रुपए, शार्प लाइट 6000 से 8000, कलर फैन लाइट 550 रुपए की है। इनके अलावा मल्टी कलर लाइट 15 से 18 रुपये, गणेश जी की लाइट वाली मूर्ति 350 और कंडील की कीमत पांच रुपए से शुरू है।

बता दें, बाजार में मौजूद छोटी-बड़ी सभी तरह की कंदीलें स्वदेशी और हस्तनिर्मित हैं, जिन्हें घरों में रहने वाले महिलाओं ने अपने हाथों से बनाया है। इसके अलावा बाजार में तरह-तरह की रंग बिरंगी झालरें भी मौजूद हैं, जो लोगों को लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं।

चाय बेचने वाला 'प्रधानमंत्री' एक ढोंगी है: रंजन 

चाय बेचने वाला 'प्रधानमंत्री' एक ढोंगी है: रंजन 

अविनाश श्रीवास्तव 

पटना। जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने पीएम मोदी को डुप्लीकेट ओबीसी और बहुरुपिया बताया है। जेडीयू के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह चाय बेचनेवाला ढोंगी है और इसे एक्सपोज करने की जरूरत है। ललन सिंह ने बीजेपी छोड़कर जेडीयू में आए लोगों से कहा कि आपने अच्छा काम किया कि जेडीयू में आ गए। क्योंकि बीजेपी गड़बड़ जगह है।

ललन सिंह ने अपने संबोधन में कहा-‘2014 के चुनाव में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी देश भर में घूम के कहते रहे कि हम अति पिछड़ा हैं।। अति पिछड़ा हैं । जबकि गुजरात में अति पिछड़ा वर्ग नहीं है वहां पिछड़ा वर्ग है और ये तो पिछड़ा वर्ग में भी नहीं थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद इन्होंने अपने समाज को पिछड़ा वर्ग में शामिल कर लिया। ये तो डुप्लीकेट हैं। डुप्लीकेट आदमी देशभर में घूम-घूमकर कह रहा है कि हम अति पिछड़ा है।। अति पिछड़ा हैं।

ऐसे लोगों से बचने की जरूरत -ललन सिंह

उन्होंने कहा कि आप लोग गांव के आदमी हैं। गरीब लोग हैं। जानते हैं न बहरूपिया किसको कहते हैं? 12 दिन में 12 रूप दिखाता है। वो वही हैं। ये पूरी पार्टी बहुरुपिया है। ऐसे लोगों से बचने की जरुरत है। अतिपिछड़ा समाज ललन सिंह ने कहा-‘ये चाय बेचनेवाला ढोंगी है। इनको चाय भी बनाना आता है क्या? ऐसे ढोंगी को एक्सपोज करने की जरूरत है।

ललन सिंह बोले कि महंगाई पर चर्चा नहीं होती है, लेकिन चीता पर की चर्चा जाती है। क्या चीता भूख मिटाएगा? उन्होंने कहा कि देश में जो रोजगार है, उसे खत्म किया जा रहा है। महंगाई पर केंद्र सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।

JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन(ललन) सिंह ने कहा कि BJP में रविशंकर प्रसाद, संजय जायसवाल, सुशील मोदी की हिम्मत है ये कहने का कि जो भाजपा आज है वो अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी का बनाया हुआ है? ये कह नहीं सकते हैं जिस दिन कहेंगे उस दिन इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।

महाराष्ट्र के 70 लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार बनें 

महाराष्ट्र के 70 लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार बनें 

श्रीराम मौर्य   

देहरादून। सरकारों के तमाम दावों के बाबजूद केदारनाथ आने वाले तीर्थ यात्री हेली टिकटों की आनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं, ताजा मामला महाराष्ट्र के 70-सदस्यीय दल का है जो आनलाइन ठगी का शिकार हुए हैं, महाराष्ट्र से यहां पहुंचे सभी तीर्थ यात्रियों को बिना दर्शन के ही वापस लौटना पड़ा, दल के लीडर श्रीरामपुर-महाराष्ट्र निवासी देवीदास वाकचौरे ने बताया कि उन्होंने 5.89 लाख की धनराशि जमा कर 70 तीर्थ यात्रियों के टिकट आनलाइन बुक कराए थे, लेकिन, शुक्रवार को हेली कंपनी पवन हंस के दफ्तर में पहुंचने पर पता चला कि सारे टिकट फर्जी हैं, इस संबंध में पूछने पर कंपनी की ओर से उन्हें गढ़वाल मंडल विकास निगम के बुकिंग काउंटर पर जाने का कहा गया, वहां भी टिकट नकली बताए गए, इस पर उन्होंने साइबर क्राइम सेल में रिपोर्ट दर्ज कराई है, वहीं पूरे मामले में एसपी रुद्रप्रयाग आयुष अग्रवाल का कहना है कि हेली टिकटों में ठगी की कई शिकायतें प्राप्त हो रही हैं पुलिस इनमें लगातार कार्यवाही कर रही है।

8417.93 लाख की 30 योजनाओं का लोकार्पण 

8417.93 लाख की 30 योजनाओं का लोकार्पण 

पंकज कपूर   

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को विधानसभा चंपावत के टनकपुर स्थित ए.पी.जे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज में जिला प्रशासन एवं सेवायोजन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित रोजगार मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने वृहद रोजगार मेले शुभारंभ करने के साथ ही चंपावत जिले की दोनों विधानसभा चंपावत व लोहाघाट अंतर्गत 8417.93 लाख की कुल 30 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने ए.पी.जे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज में मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत निर्मित लाइब्रेरी, प्रयोगशाला एवं स्मार्ट कक्षा का शुभारंभ भी किया।


मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने ए.पी.जे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज में महिला छात्रावास का निर्माण कार्य किए जाने एवं कॉलेज के अतिथि शिक्षकों को उच्च शिक्षा की भांति तकनीकी शिक्षा के अंतर्गत मासिक स्तर पर मानदेय दिए जाने की घोषणा की।मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रोजगार मेले में पंहुचे विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों से जानकारी ली, साथ ही उन्होंने रोजगार हेतु विभिन्न क्षेत्रों से आए बेरोजगार युवाओं से भी वार्ता करते हुए कहा कि वह इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं। रोजगार मेले में जहां एक ओर उत्तराखंड राज्य एवं बाहरी प्रदेशों से बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है, वहीं संपूर्ण राज्य में आयोजित होने वाले इस तरह के रोजगार मेले से अनेकों युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है। चंपावत विधानसभा में आयोजित इस मेले से कई युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। अपनी प्रतिभा एवं मेहनत के बलबूते पर हमारे युवा उत्तराखंड राज्य एवं देश के विकास में अपना अहम योगदान देंगे।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवी देवताओं की भूमि चंपावत हमेशा उनमें नई ऊर्जा प्रदान कराती है। उन्होंने कहा आज का दिन युवाओं के लिए बहुत विशेष है। आज प्रतिभावान युवाओं को नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने मेले में उपस्थित सभी युवाओं से अपील की कि वे रोजगार लेने के साथ-साथ रोजगार देने वाले बनें, यहां के युवा अपनी प्रतिभा से जिस भी क्षेत्र में जाएंगे, वहां अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे।

इश्क: पति ने गर्भवती पत्नी को उतारा मौत के घाट

इश्क: पति ने गर्भवती पत्नी को उतारा मौत के घाट

अरविंद सैनी   

हरिद्वार। अपराधों के लिए हमेशा ही चर्चाओं में रहने वाला हरिद्वार जिला एक बार फिर से चर्चा में आया है। जिले के लक्‍सर में एक पति के सिर पर दूसरी महिला का इश्क इस कदर चढ़ गया कि उसने अपनी गर्भवती पत्‍नी को मौत के घाट उतार दिया। इसी विवाद के चलते युवक ने गला घोट कर गर्भवती पत्नी की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि मृतका छह माह की गर्भवती थी। युवक का किसी अन्य महिला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसके चलते पति पत्नी के बीच विवाद हो रहा था।जानकारी के अनुसार लक्सर कोतवाली क्षेत्र के रामपुर रायघटी गांव निवासी रविंद्र की शादी ढाई वर्ष पूर्व वर्ष 2020 में खानपुर थाना क्षेत्र के कलसिया गांव निवासी काजल के साथ हुई थी। शादी के बाद एक बेटे को जन्म दिया। बताया गया कि काजल के पति रविंद्र का एक अन्य महिला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसका काजल द्वारा विरोध किया जा रहा था।

इसी बात को लेकर आए दिन पति पत्नी के बीच विवाद होता रहता था। शुक्रवार की रात भी पति पत्नी के बीच इसे लेकर जमकर विवाद हुआ। इस दौरान रविंद्र ने पत्नी काजल का गला घोट कर उसकी हत्या कर दी।परिजनों का कहना है कि काजल की बैड से गिरकर तबीयत बिगड़ गई है। जिस पर परिजन उसे चिकित्सक के पास ले गए। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

सूचना पर मृतका के परिजन भी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने मृतका के गले पर गहरे निशान की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। मृतका के परिजनों ने उसकी हत्या का आरोप लगाया है। कोतवाल यशपाल सिंह बिष्ट ने बताया कि मृतका के गले पर गहरे निशान मिले हैं। जिससे प्रथम दृष्टया लगता है कि गला घोट कर उसकी हत्या की गई है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

गांधी: 'भाजपा 40 प्रतिशत कमीशन’ वाली सरकार

गांधी: 'भाजपा 40 प्रतिशत कमीशन’ वाली सरकार  

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली/बेल्लारी/कर्नाटक। कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के शनिवार को 38 दिन पूरे हो गए हैं और 1000 किलोमीटर का पैदल सफर पूरा हो गया है। इस मौके पर कर्नाटक के बेल्लारी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। वहीं, जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज हिंदुस्तान में 45 साल में सबसे अधिक बेरोजगारी है।

प्रधानमंत्री ने कहा था कि हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार दूंगा, कहां गए 2 करोड़ रोजगार? उल्टा, करोड़ों युवाओं को बेरोजगार कर दिया है। यात्रा में मैं कई युवाओं से पूछता हूं कि क्या तुम्हें भरोसा है कि कॉलेज के बाद तुम्हें नौकरी मिलेगी? जवाब मिलता है- हमें भरोसा नहीं है, हमें नहीं लगता कि हमें नौकरी मिलेगी।कांग्रेस नेता ने कहा, ‘कर्नाटक में 2.5 लाख सरकारी पद खाली क्यों हैं? अगर आप पुलिस सब-इंस्पेक्टर बनना चाहते हैं तो आप 80 लाख रुपये देकर पास हो सकते हैं। अगर आपके पास पैसा है तो आप कर्नाटक में सरकारी नौकरी खरीद सकते हैं। अगर आपके पास पैसा नहीं है तो आप जीवन भर बेरोजगार रह सकते हैं।’

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि यह सरकार अनुसूचित जाति (एससी) और जनजाति (एसटी) विरोधी है और इसे ‘40 प्रतिशत कमीशन’ वाली सरकार कहा जाता है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भाजपा नीत सरकार ‘एससी और एसटी विरोधी’ है और इन उत्पीड़ित लोगों के खिलाफ अत्याचार में 50 फीसदी की वृद्धि हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को ‘40 प्रतिशत कमीशन’ वाली सरकार कहा जाता है, क्योंकि इसका भुगतान करके कोई भी काम किया जा सकता है।

एक तिहाई बांझपन का कारण पुरुष होते हैं: खास

एक तिहाई बांझपन का कारण पुरुष होते हैं: खास

अखिलेश पांडेय   

मेलबर्न। पहली बार ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में आईवीएफ क्लिनिक ने प्रक्रिया से जुड़े युगलों में पुरुष प्रजनन संबंधी समस्याओं के स्तर और सीमा के बारे में डेटा की सूचना दी है। ‘ऑस्ट्रेलिया एंड न्यूजीलैंड असिस्टेड रिप्रोडक्शन डेटाबेस’ (एएनजेडएआरडी) द्वारा जारी किए गए नए डेटा से आज पता चला है कि 2020 में किए गए सभी आईवीएफ चक्रों में से एक-तिहाई का कारण पुरुष बांझपन था।


हालांकि पुरुषों से संबंधित अधिकतर प्रजनन समस्याओं को रोका नहीं जा सकता, लेकिन पुरुष शुक्राणु की गुणवत्ता और महिलाओं के प्राकृतिक गर्भाधान की संभावना में सुधार के लिए कुछ चीजें कर सकते हैं। पुरुष बांझपन के मामले में अधिकांश समस्या वृषणों के कोई भी या पर्याप्त सामान्य शुक्राणु बनाने में विफल होने के कारण होती है जो महिलाओं के गर्भधारण के लिए आवश्यक होते हैं।

शुक्राणुओं की कम संख्या, शुक्राणु का सामान्य रूप से आगे न बढ़ना या असामान्य आकार के शुक्राणुओं की अधिक संख्या महिलाओं के अंडाणुओं को निषेचित करने की क्षमता को कम कर देती है। ज्यादातर मामलों में, पुरुष बांझपन का कारण अस्पष्ट है।लगभग 40 प्रतिशत पुरुषों में ही बांझपन के एक विशिष्ट कारण का पता लगाया जा सकता है। इनमें आनुवंशिक असामान्यताएं, पिछला संक्रमण, अंडकोष को आघात और शुक्राणु उत्पादन को नुकसान शामिल हैं – उदाहरण के लिए कैंसर के उपचार से।

कुछ पुरुषों के स्खलन में शुक्राणु नहीं होते हैं (एक स्थिति जिसे एज़ोस्पर्मिया कहा जाता है)। यह अवरुद्ध शुक्राणु नलियों के कारण हो सकता है, जो जन्मजात दोष हो सकता है, या पुरुष नसबंदी या अन्य क्षति कारण हो सकती है। कुछ मामलों में, कम या खराब समय पर संभोग, या यौन समस्याएं जैसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या फिर स्खलन विफलता बांझपन का कारण बनती है।

सबसे कम आम समस्या पिट्यूटरी ग्रंथि (मस्तिष्क में एक ग्रंथि जो हार्मोन बनाती है, भंडारण करती है और जारी करती है) से हार्मोनल संकेतों की कमी है। यह अनुवांशिक हो सकता है या पिट्यूटरी ट्यूमर जैसे मुद्दों की वजह से हो सकता है। हार्मोन इंजेक्शन के साथ उपचार का उद्देश्य प्राकृतिक प्रजनन क्षमता को बहाल करना होता है।

शिक्षक ने छात्रा के कपड़े उतरवाए, आत्महत्या की

शिक्षक ने छात्रा के कपड़े उतरवाए, आत्महत्या की

अविनाश श्रीवास्तव   

पटना। नकल करने के शक में जब परीक्षा कक्ष में कपड़े उतरवाकर छात्रा की चेकिंग की तो आहत हुई छात्रा ने घर पहुंचकर खुद को कमरे में बंद कर लिया और मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली। गंभीर रूप से जली छात्रा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां आज उसकी मौत हो गई है। घटना से नाराज परिजनों के साथ स्थानीय लोगों ने शिक्षा विभाग के दफ्तर के सामने प्रदर्शन करते हुए आरोपी शिक्षिका के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। छा़त्रा की मौत के बाद मचे बवाल के चलते भारी फोर्स लगा दी गई है।


जमशेदपुर के साकची स्थित शारदामणि गर्ल्स स्कूल में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा के स्कूल की शिक्षिका ने नकल करने के शक में बीते दिन उसके कपड़े उतरवा लिए थे। हालांकि तलाशी लिये जाने पर छात्रा के पास ऐसी कोई भी सामग्री नहीं मिली जिसके माध्यम से नकल की जा सके। सबके सामने कपड़े उतरवाकर तलाशी लेने से आहत हुई छात्रा छुट्टी के बाद घर पहुंची और खुद को एक कमरे के भीतर बंद करके अपने शरीर के ऊपर मिट्टी का तेल छिड़का और आग लगा ली। जब कमरे के भीतर से धुआं निकलता हुआ परिजनों ने देखा तो उन्होंने दरवाजा तोड़कर छात्रा को बाहर निकाला। लेकिन उस समय तक छात्रा तकरीबन 80 फ़ीसदी झुलस चुकी थी। तुरंत छात्रा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां आज उसकी मौत हो गई है।


छात्रा की मौत के बाद इकट्ठा हुए सैकड़ों लोगों ने स्कूल से लेकर डीईओ दफ्तर तक बवाल काटना शुरू कर दिया। छात्रा की मौत के बाद लोगों में आए उबाल के चलते अस्पताल से लेकर फिलहाल डीईओ कार्यालय तक की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और स्कूल बंद कर दिया गया है। शिक्षिका कि फिलहाल बर्खास्तगी का आदेश दे दिया गया है।

बिहार: छठ पर्व के लिए घाटों का निरीक्षण किया 

बिहार: छठ पर्व के लिए घाटों का निरीक्षण किया 

अविनाश श्रीवास्तव   

पटना। निरीक्षण के दौरान गंगा नदी के भीतर हुए बड़े हादसे में सीएम बाल बाल बच गए हैं। मुख्यमंत्री को निरीक्षण के लिए ले जा रहा स्टीमर एक पिलर से टकरा गया। स्टीमर में सवार मुख्यमंत्री समेत सभी लोग सुरक्षित होना बताए जा रहे हैं। शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सहयोगी मंत्री एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ छठ पर्व के लिए निर्धारित किये गये घाटों का निरीक्षण करने के लिए गंगा नदी पर पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी मंत्री तथा अन्य पदाधिकारी एक स्टीमर में सवार हुए और घाटों का निरीक्षण करने के लिए चल दिए।


जेपी सेतु के पास पहुंचते ही उनका स्टीमर एक पिलर से टकरा गया। स्टीमर के पिलर से टकराते ही जोरदार आवाज हुई और स्टीमर को भारी क्षति पहुंची। हादसा होते ही पुलिस और प्रशासनिक अमले में बुरी तरह से अफरातफरी मच गई। स्टीमर में सवार लोग अचानक हुए इस घटनाक्रम से बुरी तरह हड़बड़ा गए। मुख्यमंत्री और उनके साथ मौजूद सभी पदाधिकारी किनारे लाये गये स्टीमर से बाहर उतरे। उनके साथ इस दौरान एक अन्य स्टीमर भी चल रही थी। स्टीमर से निकलकर बाहर आए मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से होते हुए सीधे अपने आवास पर पहुंचे। स्टीमर में सवार सभी लोग फिलहाल पूरी तरह से सुरक्षित होना बताए जा रहे हैं।

टारगेट किलिंग के अंतर्गत कश्मीरी पंडित की हत्या

टारगेट किलिंग के अंतर्गत कश्मीरी पंडित की हत्या

अकांशु उपाध्याय

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाओं को अंजाम दे रहे आतंकवादियों ने आज एक बार फिर से कश्मीरी पंडित को अपनी गोलियों का निशाना बनाते हुए टारगेट किलिंग की नई घटना को अंजाम दिया है। कश्मीरी पंडित की गोलियों से भूनकर हत्या कर दिए जाने की जानकारी मिलते ही सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी का काम शुरू कर दिया ह। शनिवार को जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों ने एक बार फिर से टारगेट किलिंग की वारदात को अंजाम दिया है।

जानकारी मिल रही है कि शोपियां जिले में आतंकवादियों द्वारा एक नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। सरेआम गोलियां लगने से मरने वाला युवक कश्मीरी पंडित होना बताया जा रहा है। टारगेट किलिंग के अंतर्गत कश्मीरी पंडित की हत्या कर दिए जाने की सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों की ओर से इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी गई है। माना जा रहा है कि टारगेट किलिंग की वारदात को अंजाम देकर भागे आतंकवादियों की संख्या 2 से लेकर 3 हो सकती है, जिनकी सुरक्षाबलों ने घेराबंदी करनी शुरू कर रखी है।

'पाकिस्तान' दुनिया के खतरनाक देशों में से एक हैं 

'पाकिस्तान' दुनिया के खतरनाक देशों में से एक हैं 

सुनील श्रीवास्तव   

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि पाकिस्तान दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक है। जो बाइडन ने डेमोक्रेटिक कांग्रेस की अभियान समिति के स्वागत समारोह में यह बात कही है। व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर प्रकाशित बयान में  बाइडेन के हवाले से कहा गया, “मुझे लगता है कि पाकिस्तान शायद दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक है। पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार तो हैं, लेकिन बिखराव है क्योंकि इस देश के पास बिना किसी समझौते के ही परमाणु हथियार हैं ।


उन्होंने कहा कि बहुत कुछ दांव पर लगा है। उन्होंने ने इस बात पर बल दिया कि अमेरिका के पास दुनिया को उस स्थान पर ले जाने की क्षमता है जो पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा, दुनिया तेजी से बदल रही है, यहां तक कि यह नियंत्रण से बाहर है, हालांकि किसी एक व्यक्ति या एक राष्ट्र के कारण नहीं। उन्होंने कहा, “क्या आप में से किसी ने कभी सोचा था कि क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से आपके पास एक रूसी नेता होगा, जो सामरिक परमाणु हथियारों के उपयोग की धमकी दे सकता है और तीन, चार हजार लोगों को मार सकता है एक जगह पाने के लिए।

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-371, (वर्ष-05)

2. रविवार, अक्टूबर 16, 2022

3. शक-1944, कार्तिक, कृष्ण-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2079।

4. सूर्योदय प्रातः 06:18, सूर्यास्त: 06:15। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 22 डी.सै., अधिकतम-33+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...