पेड़ काट रही महिलाओं को रोका, महत्व समझाया
पर्यावरण रक्षकों ने पेड़ काट रही महिलाओं को रोका
सामाजिक संस्था आँखें के पर्यावरण रक्षकों ने पेड़ काट रही महिलाओं को रोकते हुए जीवन में पेड़ों के महत्व को समझाया
गोपीचंद/भानु प्रताप उपाध्याय
बागपत। क्षेत्र के गाँव मलकपुर लोयन के निकट बडौत छपरौली मार्ग पर इंधन के लिए छोटे पेड़ को जड़ से काट रही महिलाओं को सामाजिक संस्था आँखें के पर्यावरण रक्षक एडवोकेट रवि कुमार, राकेश सरोहा व समाजसेवी आर.आर.डी. उपाध्याय ने रोका। इन महिलाओं को जीवन में पेड़-पौधों के महत्व को समझाते हुए समाजसेवी आर.आर.डी. उपाध्याय ने कहा कि ये पेड़ पौधें हमारे जीवन का आधार है। यदि ये नष्ट हो जाये तो हम सब भी नष्ट हो जायेंगे, क्योंकि इन्हीं पेड़ पौधों से हमें ऑक्सीजन प्राप्त होती है।
जिसकी वजह से हम सांस ले पाते है। इन ग्रामीण महिलाओं को समाजसेवी ने भविष्य में ऐसा न करने की हिदायत दी। इन ग्रामीण महिलाओं का कहना था कि वह इंधन के लिए लकड़ियां काट रही थी। वह भविष्य में इंधन के लिए किसी भी पेड़ को जड़ से काटकर पर्यावरण का अहित नहीं करेगी और भविष्य में इंधन के लिए सूखी लकडीयां इकट्ठा करेगी।