बुधवार, 30 जून 2021

अफगान में बदलाव को लेकर कई देशों ने जताईं चिंता

वाशिंगटन डीसी/ काबुल। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के हटने के बाद आतंकी संगठन तालिबान के हमले तेज हो गए हैं और उसने देश के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है। अफगानिस्तान में इस बदलाव को लेकर अमेरिका समेत भारत और अन्य देशों ने चिंता जताई है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के अफगानिस्तान के प्रभारी रॉस विल्सन ने कहा, कि जैसा, कि हम मीडिया रिपोर्टिंग और देश के विभिन्न हिस्सों में तालिबान के प्रत्यक्ष तौर पर हमलों और अफगानिस्तान में नागरिकों को निशाना बना कर किए जा रहे हमलों को देख रहे हैं। हम तालिबान से जारी हिंसा को समाप्त करने और बातचीत की मेज पर लौटने का आह्वान करते हैं।

ज्ञात हो कि पिछले 25 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी और राष्ट्रीय पुनर्गठन वाली उच्च परिषद के चेयरमैन अब्दुल्ला अब्दुल्ला से मुलाकात की। बाइडन ने अफगानिस्तान की सुरक्षा के स्तर पर अमेरिकी सहयोग दोहराने के साथ ही स्पष्ट किया कि 11 सितंबर तक अमेरिकी फौजों की वापसी को लेकर उनका फैसला नहीं बदलेगा। तब तक नाटो सेनाओं की भी वापसी हो जाएगी। यह सब तब होगा। जब तालिबान ने अभी तक अमेरिकी योजनाओं के अनुरूप कदम उठाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है।

अमूल दूध की कीमतों में ₹2 प्रति लीटर की बढ़ोतरी

अहमदाबाद। गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) ने बुधवार को कहा कि अमूल दूध की कीमतों में एक जुलाई से सभी ब्रांडों के लिए दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की जाएगी। अमूल ब्रांड नाम के तहत दूध और डेयरी उत्पादों का विपणन करने वाले जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक आर एस सोढ़ी ने कहा कि लगभग एक साल और सात महीने के बाद कीमतों में बढ़ोतरी की जा रही है। 

जो उत्पादन लागत में वृद्धि के कारण जरूरी हो गई थी। उन्होंने कहा, ”अमूल दूध की कीमतों में कल से पूरे भारत में 2 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की जाएगी। नई कीमतें सभी अमूल दूध ब्रांडों जैसे सोना, ताजा, शक्ति, टी-स्पेशल, साथ ही गाय और भैंस के दूध पर भी लागू होंगी।”

आर्थिक परिदृश्य में मील का पत्थर साबित हुआ: भारत

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के चार साल पूरे होने के अवसर पर कहा, कि यह व्यवस्था भारत के आर्थिक परिदृश्य में मील का पत्थर साबित हुआ है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”जीएसटी भारत के आर्थिक परिदृश्य में मील का एक पत्थर है। इसने करों की संख्या कम की है। अनुपालन बोझ के साथ ही आम आदमी पर कुल मिलाकर करों का बोझ कम किया है। जबकि पारदर्शिता, अनुपालन और संग्रह में खासी वृद्धि हुई है।” ज्ञात हो कि पूरे देश में एक जीएसटी एक जुलाई 2017 को लागू किया गया था। जिसमें उत्पाद शुल्क, सेवा कर, वैट और 13 उपकर जैसे कुल 17 स्थानीय कर समाहित थे।

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था के चार साल पूरे होने के मौके पर वित्त मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि अब तक 66 करोड़ से अधिक जीएसटी रिटर्न दाखिल किए गए, कर की दरें में कटौती हुई और करदाताओं की संख्या में बढ़ी है। पूरे देश में एक राष्ट्रव्यापी जीएसटी एक जुलाई 2017 को लागू किया गया था, जिसमें उत्पाद शुल्क, सेवा कर, वैट और 13 उपकर जैसे कुल 17 स्थानीय कर समाहित थे। 

वित्त मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि जीएसटी ने सभी करदाताओं के लिए अनुपालन को सरल बना दिया है और जीएसटी परिषद ने कोविड-19 महामारी के प्रकोप के मद्देनजर कई राहत उपायों की सिफारिश भी की है। जीएसटी के तहत 40 लाख रुपये तक वार्षिक कारोबार वाले व्यवसायों को कर से छूट दी गई है। इसके अतिरिक्त 1.5 करोड़ रुपये तक के टर्नओवर वाले लोग कंपोजिशन स्कीम का विकल्प चुन सकते हैं और केवल एक प्रतिशत कर का भुगतान कर सकते हैं। इसी तरह सेवाओं के लिए एक साल में 20 लाख रुपये तक कारोबार वाले व्यवसायों को जीएसटी से छूट दी गई है।

प्रचार पाने के पैंतरे के लिए एनजीओ की खिंचाई की

अकांशु उपाध्याय               

नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने आखिरी क्षण में अदालत का रुख करते हुए ”प्रचार पाने के पैंतरे” के लिए एक एनजीओ की बुधवार को खिंचाई की। एनजीओ ने यहां सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों में अधिक पारदर्शिता के लिए परीक्षा परिणाम घोषित करने से पहले 10वीं कक्षा के छात्रों के अंकों के मूल्यांकन के मापदंड का तार्किक दस्तावेज अपनी वेबसाइटों पर प्रकाशित करने का निर्देश देने का अनुरोध अदालत से किया है। 

उच्च न्यायालय ने कहा कि एनजीओ को निजी वादी की तरह बर्ताव नहीं करना चाहिए। न्यायमूर्ति मनमोहन और न्यायमूर्ति नवीन चावला की अवकाशकालीन पीठ ने कहा, ”आप सोचते हैं कि आप अंतिम क्षण में आएंगे और हर चीज पर रोक लगवा सकेंगे। यह प्रचार पाने का पैंतरा है। यह बहुत खराब बात है। आप हमारे साथ जो कर रहे हैं वह बहुत अनुचित है। किसी निजी वादी की तरह बर्ताव मत करिए।

वैक्सीन नहीं, टीका कैंप लगा रहा है स्वास्थ्य विभाग

अश्वनी उपाध्याय             

गाजियाबाद। कोरोना के खिलाफ जारी जंग में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए गाज़ियाबाद स्वास्थ्य विभाग इन दिनों दिन रात एक कर रहा है। विभाग के अधिकारियों की चुस्ती का यह आलम है कि पर्याप्त मात्रा में टीके न होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग टीका कैंप लगा रहा है। अधिकारियों की इस लापरवाही का खामियाजा उस भोली भली जनता को भुगतना पड़ रहा है। जो इस भीषण गर्मी में भी टीका लगवाने के लिए कैंप में पहुँच रही है। पर्याप्त मात्रा में टीके न होने के कारण ट्रांस हिंडन क्षेत्र में मकनपुर स्थित बरातघर में लगे। ऐसे ही एक कैंप में 850 लोगों को टीका लग सका। जबकि टीका लगवाने के लिए एक हजार से भी अधिक लोग पहुंचे थे। 

ऐसे में जिन्हें टीका नहीं लगा, वे विरोध करने लगे। हालत ऐसे हो गए कि कैंप के आयोजक और क्षेत्रीय पार्षद कपिल त्यागी को मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी। उधर, वैशाली सेक्टर एक स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लोगों को बिना टीका लगवाए वापस लौटना पड़ा। वैशाली सेक्टर छह रामप्रस्थ ग्रीन में मंगलवार को टीकाकरण शिविर लगाने की पूरी तैयारी की गई। स्थानीय पार्षद मधु सिंह व उनके पति राजकुमार सिंह ने टीकाकरण शिविर लगने का प्रचार-प्रसार भी किया। मंगलवार सुबह-सुबह लोगों को पता चला कि टीके की डोज ही नहीं है। ऐसे में कैंप नहीं लगेगा। आरडब्ल्यूए अध्यक्ष प्रमोद द्विवेदी ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जब डोज ही नहीं थी तो शिविर लगाने की तैयारी ही क्यों की गई।

भाजपा की शुरुआत से अब तक वर्कर हूं: सीताराम

राणा ओबराय               
चंडीगढ़। भाजपा पार्टी के समर्पित नेता व अटेली विधानसभा से विधायक सीताराम यादव ने राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़ के संपादक राणा ओबराय से विशेष बातचीत करते हुए बताया, कि मैं भाजपा का उस समय से वर्कर हूं। जब भाजपा पार्टी का जन्म हुआ। 1980 से लेकर अब तक भाजपा के लिए ही कार्य किया है। उन्होंने बताया सभी विधानसभा चुनाव में एक महीना पहले ही घर छोड़कर भाजपा प्रत्याशियों के जिताने के लिए काम करता था। उन्होंने बताया, कि 1982 से भाजपा प्रत्याशी रामबिलास शर्मा के चुनाव में तन मन धन से मदद करता था। 

सीताराम यादव ने बताया कि मैंने अपने हलके में विकास कार्य करवाने के लिए अभी तक 100 करोड रुपए की ग्रांट राशि खर्च की है। अटेली विधानसभा में दो उपमंडल आते हैं और दोनों में ही विकास कार्य जोरो से हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि कनीना उपमंडल में ज्यूडिशियल कंपलेक्स का उद्घाटन भी हो चुका है। अटेली से कनीना रोड तक फ्लाई ओवर के निर्माण भी हुआ है। सीताराम यादव ने बताया कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, तथा कांटी व दोगड़ा अहीर में 2 पीएचसी भी बनवाई है। विशेष तौर से नहर की मरम्मत आरसीसी से करवाई गई है। जिसकी लंबे अरसे तक मरम्मत करवाने की जरूरत नही पड़ेगी।

मेरठ: राष्ट्रपति के नाम सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया

सत्येंद्र पंवार            
मेरठ। बहुजन मुक्ति पार्टी ने मनुवादी मनुस्मृति चाहने वाले नए संविधान नए संसद की मांग करने वाले और मुस्लिम समाज के मदरसों को बंद करने और इंडियन लायर एसोसिएशन को बंद की मांग करने वाले यतींद्र नाथ गिरी पर सीओ प्रथम मेरठ से मिलकर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया और राष्ट्रपति महोदय के नाम सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा ज्ञापन भेजा।
बहुजन मुक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय बीएल मातंग, कार्यकारिणी राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवेद्र प्रताप सिंह, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष प्रोफेसर रामधारी दिनकर के निर्देशानुसार, उत्तर प्रदेश के समस्त जिलों में यतेन्द्र नाथ गिरी पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग को लेकर मेरठ जिला अध्यक्ष ओमवीर सिंह ने प्रदेश मीडिया प्रभारी आर डी गादरे एवं कार्यकर्ता और पदाधिकारियों के साथ सीओ मेरठ से मिलकर कोतवाली में यतींद्र नाथ गिरी के विरुद्ध देशद्रोह का की मांग करते हुए मुकदमा दर्ज कराया। 
तदोपरांत मेरठ कचहरी पहुंचकर सिटी मजिस्ट्रेट के द्वारा महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार के नाम बहुजन मुक्ति पार्टी का ज्ञापन भेजा। ज्ञात हो कि 28 जून 2021 को जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यतींद्र नाथ गिरी द्वारा दैनिक समाचार पत्र अमर उजाला कानपुर मे नए संविधान के साथ नई संसद में प्रवेश नामक शीर्षक से प्रकाशित समाचार को लेकर और देश की नई संसद में नए संविधान के साथ प्रवेश होना चाहिए। जनसंख्या पर नियंत्रण रोक का कानून बनाने के अलावा धर्मांतरण को अपराध घोषित कर मदरसों का इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आईएमए को समाप्त करने की मांग को निराधार मानकर बहुजन मुक्ति पार्टी ने गिरी के विरुद्ध जिला कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराने का अभियान के तहत मेरठ जिले में भी यतेंद्र नाथ गिरी द्वारा बोले गए राष्ट्रीय अखंडता और धर्मनिरपेक्षता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले लांछन का प्राख्यान है। 
यतींद्र नाथ गिरी के द्वारा नए संविधान में आरक्षण पर कोई विचार की टिप्पणी कर आरक्षित वर्ग को अनावश्यक जन आंदोलन के लिए उत्प्रेरित करने तथा जनान्दोलन के संबंध में निराधार संभाषण करने वर्ग विशेष को जानबूझकर आरोपित करना और भारत व विश्व में मुस्लिम इस्लाम धर्म के समस्त अनुयायियों की धार्मिक भावनाओं को अपमानित और आहत करने तथा संपूर्ण विश्व में भारत की धर्मनिरपेक्षता की गरिमा में छवि धूमिल करना एवं जन सामान्य तथा मुस्लिम वर्ग के अनुयायियों के बीच शत्रुता का सम परिवर्तन करना सोहार्द प्रतिकूलतः प्रभावित करना तथा लोक प्रशांति में विघ्न उत्पन्न करने और राष्ट्रीय अखंडता और धर्मनिरपेक्षता का प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले लांछन का पूरा प्राख्यान भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 124 क 153 क 153 ब, 295 क, व 120 बी एवं  राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम,  1971 की धारा -2 के अंतर्गत दंडनीय अपराध की श्रेणी में मानकर प्रकरण की गंभीरता और संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए जूना अखाड़ा मंडलेश्वर यतींद्र नाथ गिरी और साथियों के विरुद्ध उपर्युक्त लिखित धाराओं में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने दंड एवं दंडात्मक कार्यवाही करने की भी मांग की गई। 
तदोपरांत महामहिम भारत सरकार राष्ट्रपति के नियम नाम भी सिटी मजिस्ट्रेट से मिलकर ज्ञापन भेजा ज्ञापन भेजने वालों में आर डी गादरे ओमबीर सिंह,  शाहनवाज, प्रदीप, मोहम्मद दिलशाद, सूफी अमजद अली, अरुण सिंह, अतर सिंह गुप्ता, ओमवीर सिंह, एडवोकेट आवेश उमेश रूपचंद आदि मौजूद रहे।

शाखा प्रबंधक को इम्युनिटी बूस्टर सह्रदय भेट कियें

गोपीचंद              
बागपत। कल्याण भारती सेवा संस्थान के  कार्यकर्ताओं ने प्रधान डॉक घर बड़ौत के सभी अधिकारियों के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुये शाखा प्रबंधक श्रीमान अशोक शर्मा को होम्योपैथिक इम्युनिटी बूस्टर सह्रदय भेट किये गये। इस अवसर पर संस्थान के प्रबन्ध निदेशक गोपी चन्द सैनी ने डॉक विभाग के सभी कर्मचारियों की कार्य शैली वह जनता के साथ उत्तम व्यवहार को देखते हुये पूरे कार्यालय स्टफ की प्रशंसा की और इस कोरोना काल में भी अपनी सेवाओं को प्रभकारी आधार पर निरन्तर जारी रखने और आम जन से उत्तम व्यवहारिक ताल मेल बनाये रखने को एक उच्च सामाजिक सेवा कहा और संस्थान के वरिष्ठ सहयोगी सदस्य श्री सुनील चौहान ने कहा कि भारतीय डाक सेवा देश की एक ऐसी व्यवस्था हैं।
जिसके माध्यम से देश के हर कोने तक वस्तुओं का आदान प्रदान वह आपीसी सम्पर्क साधन किया जा जाता हैं। भारतीय डॉक सेवा आज के आधुनिक युग में भी अपना एक अलग ही अस्तिव रखती है। जिसकी प्रमाणिकता की किसी से कोई तुलना नहीं कि जा सकती। 
इस अवर पर प्रधान डॉक घर के प्रबंधक अशोक कुमार  के साथ सभी वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहें।

अजमाएं गए उपाय हानिकारक सिद्ध हो सकते हैं ?

अक्सर सही जानकारी के अभाव में सामान्यजन किसी के भी कहने पर ज्योतिषीय उपाय आजमाने लगते हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि इस तरह के आजमाए गए उपाय कई बार हानिकारक सिद्ध हो सकते हैं ?

1. कभी भी उच्च के ग्रहों का दान नहीं करना चाहिए और नीच ग्रहों की कभी पूजा नहीं करनी चाहिए।  
2 . कुंडली में गुरु दशम भाव में हो या चौथे भाव में हो तो मंदिर निर्माण के लिए धन नहीं देना चाहिए। यह अशुभ होता है और जातक को कभी भी फांसी तक पहुंचा सकता है। 
3. कुंडली के सप्तम भाव में गुरु हो तो कभी भी पीले वस्त्र दान नहीं करने चाहिए।  
4 . बारहवें भाव में चन्द्र हो तो साधुओं का संग करना बहुत अशुभ होगा। इससे परिवार की वृद्धि रुक सकती है। 
5 . सप्तम/अष्टम सूर्य हो तो ताम्बे का दान नहीं देना चाहिए, धन की हानि होने लगेगी। 
6. मंत्रोच्चारण के लिए शिक्षा-दीक्षा लेनी चाहिए क्योंकि अशुद्ध उच्चारण से लाभ की बजाय हानि अधिक होती है।  
7. जब भी मंत्र का जाप करें उसे पूर्ण संख्या में करना जरूरी है। 
8. मंत्र एक ही आसन पर, एक ही समय में सम संख्या में करना चाहिए। 
9. मंत्र जाप पूर्ण होने के बाद दशांश हवन अवश्य करना चाहिए तभी पूर्ण फल मिलता है।  
10. कुछ लोग वार के अनुसार वस्त्र पहनते हैं, यह हर किसी के लिए सही नहीं होता है। कुंडली में जो ग्रह अच्छे हैं उनके वस्त्र पहनना शुभ है लेकिन जो ग्रह शुभ नहीं हैं उनके रंग के वस्त्र पहनना गलत हो सकता है। 
11. कई बार किसी से सलाह लिए बिना कुछ लोग मोती पहन लेते हैं, यह गलत है अगर कुंडली में चन्द्रमा नीच का है तो मोती पहनने से व्यक्ति अवसाद में आ सकता है। 
12. अक्सर देखा गया है कि किसी की शादी नहीं हो रही है तो ज्योतिषी बिना कुंडली देखे पुखराज पहनने की सलाह दे देते हैं इसका उल्टा प्रभाव होता है और शादी ही नहीं होती। 
13. कुंडली में गुरु नीच का, अशुभ प्रभाव में, अशुभ भाव में हो तो पुखराज कभी भी नहीं पहनना चाहिए।  
14. कई लोग घर में मनी प्लांट लगा लेते हैं। यह सुनकर कि इससे घर में धन वृद्धि होगी लेकिन तथ्य तो यह है कि अगर बुध खराब हो तो घर में मनी प्लांट लगाने से घर की बहन-बेटी दुखी रहती हैं। 
15. कैक्टस या कांटे वाले पौधे घर में लगाने से शनि प्रबल हो जाता है। अतः जिनकी कुंडली में शनि खराब हो उन्हें ऐसे पौधे नहीं लगाने चाहिए। 
राजेन्द्र गुप्ता

मूल्याकंन एवं समीक्षा समिति की बैठक सम्पन्न हुईं

बृजेश केसरवानी             
प्रयागराज। मण्डलायुक्त श्री संजय गोयल की अध्यक्षता में अस्थाई/स्थायी गोवंश आश्रय स्थलों के निर्माण तथा संरक्षित गोवंशों के समुचित भरण पोषण व उचित प्रबन्धन पर व्यय आदि के सम्बंध में मण्डल स्तरीय अनुश्रवण, मूल्याकंन एवं समीक्षा समिति की बैठक बुधवार को गांधी सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में मण्डलायुक्त ने मण्डल में निर्माणाधीन व नव निर्माण वृहद गो-संरक्षण केन्द्रों के बारे में जानकारी ली। मण्डलायुक्त ने निर्माणाधीन गो-संरक्षण केन्द्रों के कार्य को समय से एवं गुणवत्ता के साथ पूरा कराने के निर्देश कार्यदायी संस्थाओं को दिये। 
मण्डलायुक्त ने जनपद प्रयागराज में होलागढ़, सोरांव में बनाये जा रहे वृहद गो संरक्षण केन्द्र के कार्य को अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष व्यय कम होने पर उन्होेेंने इस निर्माणाधीन कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कराने के लिए कहा है। 
जनपद प्रतापगढ़ में निर्माण कार्य की गति कम पाये जाने पर कड़ी नाराजगी जतायी व बैठक से अनुपस्थित रहने पर मुख्य पशुचिकित्साधिकारी प्रतापगढ़ से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिये। सिराथू, कौशाम्बी में बनाये जा रहे वृहद गो संरक्षण केन्द्र के शेष बचे निर्माण कार्य को 15 दिनों के अंदर पूरा कराने को कहा है। 
फतेहपुर में वृहद गोसंरक्षण केन्द्र के निर्माण कार्य की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त ने निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये है। गोवंशीय पशुओं के टैगिंग के कार्य को प्लान बनाकर व समय निर्धारित करते हुए इस कार्य को शत-प्रतिशत पूरा कराने के लिए कहा है। निर्धारित समय के सापेक्ष टैगिंग का कार्य पूरा न होने पर सम्बंधित के विरूद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी। कान्हा उपवन/कान्हा गोशाला एवं बेसहारा गो-आश्रय स्थल के निर्माण कार्य की समीक्षा करते हुए मण्डलायुक्त ने सभी निर्माणीधन कार्य को गुणवत्ता के साथ समय से पूरा कराने के लिए कहा है। प्रतापगढ़ के नगर पंचायत अंतू में निर्माण कार्य की प्रगति कम पाये जाने पर नाराजगी जतायी। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्य की गति को बढ़ाकर कार्य को समय से पूरा करायें। मण्डलायुक्त ने अस्थायी/स्थायी निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों में भूसा की स्थिति के बारे में सभी जनपदों के अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होेंने गोशालाओं में ऐसी प्रजाति की घास को उगाने के लिए कहा है। 
जिसमें पूरे साल पशुओं के लिए हरा चारा उपलब्ध रहे। उन्होंने मण्डल की सभी गौशालाओं केन्द्रों की बाउंड्री के किनारे-किनारे कम से कम 100 पेड़ जिसमें नीम, पीपल, शीशम आदि के पेड़ लगाने के लिए कहा है। मण्डलायुक्त ने सामूहिक प्रयास के माध्यम से हर जनपद में एक माॅडल गोशाला बनाने के लिए कहा है। जो कि आत्मनिर्भर हो। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को इसके लिए प्रयास करने को कहा है। साथ ही इस कार्य में गांव के युवाओं, एनजीओं आदि को गोशालाओं से जोड़ने के लिए प्रेरित करने को कहा है। जिससे कुछ नया किया जा सके। इस अवसर पर अपर निदेशक पशुपालन विभाग, उप निदेशक पंचायतीराज, संयुक्त विकास आयुक्त सहित सभी सम्बंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।

पेयजल योजना से संबंधित हेड टैंक का निरीक्षण किया

बृजेश केसरवानी            
प्रयागराज। मुख्य विकास अधिकारी श्री शिपू गिरि ने बुधवार को रूर्बन मिशन योजना के अंतर्गत विकासखंड भगवतपुर के ग्राम पंचायत भगवतपुर में बस स्टैंड एकवेशन सेंटर एवं पेयजल योजना से संबंधित ओवर हेड टैंक का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय कार्यदाई संस्थाओं में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता श्री फुरकान, उत्तर प्रदेश जल निगम के सहायक अभियंता श्री अमित एवं लोक निर्माण विभाग के संबंधित अभियंता गण व रुरबन मिशन के संबंधित कार्मिक उपस्थित रहे। निरीक्षण में प्रकाश में आए गए तथ्यों को तत्काल ठीक कराने के निर्देश दिए गए। साथ ही जो कार्य कराए जा रहे हैं। 
उनकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए गए स यह भी निर्देशित किया गया है कि निर्धारित समय अवधि के अंदर संबंधित कार्यों को पूर्ण करा लिया जाए। साथ ही इससे लाभान्वित होने वाले ग्राम पंचायतों के क्षेत्रीय व्यक्तियों द्वारा इसके इस्तेमाल व उपयोग करने हेतु प्रेरित करने के निर्देश दिए गए। क्षेत्रीय व्यक्तियों से यह से यह अपेक्षा की गई कि इसका लाभ लेते हुए इस का उपभोग करें तथा सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं को अपने दैनंदिन कार्यों में उपयोग में लाएं। मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा यह भी बताया गया कि जो भी निर्माण कार्य शेष हैं। उसे शीघ्र पूर्ण कराने हेतु प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित किया जाए। जिससे अगले भ्रमण के समय यह कमियां परिलक्षित न हो।

1 दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया

बृजेश केसरवानी     
प्रयागराज। जनपद जर्नलिस्ट एसोसिएशन के द्वारा कोरांव कार्यालय पर स्थानीय पत्रकारों को अपने कार्य व दायित्व के प्रति जागरूक करने के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। जहां प्रयागराज जर्नलिस्ट एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गजेंद्र प्रताप सिंह ने उपस्थित पत्रकारों को पत्रकारिता व पत्रकारों के गिरते स्वरूप पर विस्तार पूर्वक समझाते हुए कहा कि पत्रकारों को निष्पक्ष होकर निर्भीकता के साथ किसी भी समाचार का संकलन लेखन करना चाहिए। जिससे पत्रकार व समाचार पत्र पर किसी भी प्रकार की उंगली न उठ सके। साथ ही पाठकों का भी समाचार के प्रति विश्वास बना रहे। 
एसोसिएशन के अध्यक्ष गजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आज प्रायः देखा जा रहा है कि क्षणिक क्षोभ व मोह में पत्रकार भी अपनी लेखनी को धार देने के बजाय मोड़ रहे हैं। जिससे जहां समाज में पत्रकारों का स्तर गिर रहा है। वही पत्रकारिता भी सवालों के घेरे में आ रही है। संस्थापक अध्यक्ष ने कहा कि सभी पत्रकारों को सबसे पहले अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। उन्होंने कहा कि फेक न्यूज़ वह द्वेष बस लिखी गई खबरों से पत्रकारों के ऊपर जो सवालिया निशान लग रहे ,हैं वह चिंतनीय हैं। इसे पत्रकारों को खुद सुधारने की जरूरत है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले समय में पत्रकारों का समाज में जो स्थान व वजूद है, वह नहीं रह जाएगा। साथ ही पत्रकारिता खुद अपने पथ से विचलित हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता से जुड़े लोग इस प्रकार की कार्यशालाओं में भाग लेकर पत्रकारिता क्या है ? पत्रकारिता कैसे की जानी चाहिए ? आदि सब पहलुओं की जानकारी करने के उपरांत ही खबरों का प्रकाशन करेंगे तो निश्चित तौर पर उनकी खबरों में गुणवत्ता आएगी और वह खुद एक सफल पत्रकार के रूप में समाज में सम्मान प्राप्त करेंगे। 
कार्यशाला में प्रमुख रूप से अजय प्रताप सिंह, शारदा प्रताप सिंह, सरस्वती प्रसाद मिश्र, आनंद तिवारी, अनुज कुमार कुशवाहा, खेमराज सिंह, शिवशंकर मिश्र, इंद्रेश कुमार, मनोज शर्मा, मनीष वर्मा, राजेश कुमार सिंह, अमित मिश्रा, अरविंद कुमार सिंह सहित कई पत्रकार मौजूद रहे।

हापुड़: डीएम ने सीएचसी केंद्र का निरीक्षण किया

अतुल त्यागी           
हापुड़। जिलाधिकारी अनुज सिंह व मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह के द्वारा धौलाना सीएचसी केंद्र का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी अनुज सिंह के द्वारा सीएचसी केंद्र पर बन रहे ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण की गुणवत्ता का जायजा लिया। उन्होंने निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लांट का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने हेतु संबंधित को निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कोविड की तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए वहां पर बनाए गए पीकू वार्डो का भी जायजा लिया तथा संबंधित को सभी आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया। इसी क्रम में जिलाधिकारी के द्वारा पिलखुवा में बनाए जा रहे नाले का भी निरीक्षण किया गया तथा नाला निर्माण के कार्य में तेजी लाने हेतु संबंधित को निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रेखा शर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी पर निशाना साधा

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि सिर्फ कोविड संबंधी प्रतिबंधों के कारण सार्वजनिक परिवहन सेवा के लिए लंबी कतारें लग रही हैं। ब्लकि इसकी असली वजह पेट्रोलियम उत्पादों के ऊंचे दाम हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ”सार्वजनिक परिवहन सेवा के लिए लंबी-असुविधाजनक कतारों की वजह सिर्फ़ कोविड प्रतिबंध नहीं हैं। असली वजह जानने के लिए अपने शहर में पेट्रोल-डीज़ल के दाम देखें।
कांग्रेस पिछले कुछ महीनों से सरकार पर लगातार आरोप लगा रही है कि वह पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाकर हर साल लाखों रुपये कमा रही है, लेकिन कोविड संकट के समय आम लोगों को आर्थिक मदद देने के लिए कदम नहीं उठा रही है। उल्लेखनीय है कि देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक और डीजल की कीमत 90 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा है।

अमेरिका में भीषण गर्मी के कारण 12 लोगों की मौंत

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के वाशिंगटन और ओरेगोन में भीषण गर्मी के कारण करीब 12 लोगों की मौत हो गयी और बिजली की भारी मांग के बीच इसकी कटौती भी करनी पड़ी। सिएटल और पोर्टलैंड में पारा लगातार 37.7 डिग्री सेल्सियस से अधिक है। हालांकि मंगलवार को इन शहरों में गर्मी से थोड़ी राहत मिली लेकिन स्पोकेन, पूर्वी ओरेगन के शहरों और इडाहो के शहरों में तापमान में वृद्धि देखी गयी। राष्टूीय मौसम सेवा ने कहा कि स्पोकेन में मंगलवार को पारा 42.2 सेल्सियस पर पहुंच गया जो अभी तक वहां दर्ज किया गया सबसे अधिक तापमान है। इस शहर में सोमवार को करीब 9,300 उपभोक्ताओं के यहां बत्ती गुल हो गयी और कंपनी ने कहा कि मंगलवार दोपहर को बिजली की और कटौती की जाएगी।
इस बीच प्राधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में हाल में हुई कई मौतों का संबंध भीषण गर्मी से हो सकता है। किंग काउंटी के मेडिकल परीक्षक कार्यालय ने बताया कि दो लोगों की मौत हाइपरथर्मिया यानी कि उनके शरीर के खतरनाक स्तर तक गर्म होने के कारण हुई। सिएटल टाइम्स ने बताया कि ये मृतक 65 वर्षीय और 68 वर्षीय महिला हैं। 
स्नोहोमिश काउंटी के मेडिकल परीक्षक कार्यालय ने मंगलवार को बताया कि वाशिंगटन में गर्मी के कारण 51, 75 और 77 वर्ष के तीन लोगों की मौत हो गयी। ओरेगन के बेंड में प्राधिकारियों ने बताया कि दो बेघर लोगों की मौत अत्यधिक गर्मी के कारण होने की आशंका है। इडाहो में कई शहरों में मंगलवार को तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया और लुइसटन में तो तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।राष्ट्रपति जो बाइडन ने विस्कॉन्सिन में भाषण के दौरान उत्तर पश्चिम में गर्मी पर संज्ञान लिया और अत्यधिक गर्मी के लिए तैयार रहने की जरूरत पर बात की। उन्होंने कहा, ”क्या किसी ने कभी सोचा था कि वह खबरों में ओरेगन के पोर्टलैंड में 116 डिग्री फैरनहीट तापमान देखेगा? लेकिन चिंता मत करिए, यह कोई वैश्विक ताप वृद्धि नहीं है।

समुद्र से बहकर तट पर आएं कचरे पर चिंता जताईं

कविता गर्ग                        
मुंबई। उच्च न्यायालय ने मानसून के दौरान और पिछले महीने आए चक्रवात ताउते के बाद महाराष्ट्र के तट पर समुद्र से बहकर आए कचरे पर बुधवार को चिंता जताईं और कहा कि समुद्र में कूड़ा बहाने से न केवल तटरेखा के लिए दिक्कत पैदा होती है। बल्कि समुद्री जनजीवन पर भी इसका असर पड़ता है। मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्त और न्यायमूर्ति जी एस कुलकर्णी की खंडपीठ ने कहा, ”हम जानते हैं कि कोविड-19 महामारी के कारण राज्य सरकार दबाव में है। लेकिन यह समस्या भी बहुत गंभीर है। अदालत ने कहा कि उसने मीडिया में आयी कई खबरें देखी। जिसमें समुद्र के तट पर बहकर आए कचरे को दिखाया गया। खासतौर से पिछले महीने आए चक्रवात ताउते के बाद। 
अदालत ने कहा, ”ये खबरें समुद्र तट की सफाई के संबंध में बहुत ही चिंताजनक स्थिति पेश करती हैं। तटरेखा को हुई दिक्कत के साथ ही समुद्र में कचरा बहाने से समुद्री जनजीवन को भी खतरा है।” पीठ ने कहा कि मुंबई में मरीज ड्राइव समेत राज्य की तटरेखा पर भी यह दिक्कत आ रही है। अदालत ने कहा कि वह इस मुद्दे पर स्वत: संज्ञान याचिका दायर करती है।
राज्य के महाधिवक्ता आशुतोष कुम्भकोणी ने खबरों पर गौर करने के लिए वक्त मांगा। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए दो जुलाई की तारीख तय करते हुए कहा कि उसे पता है कि कोविड-19 महामारी के कारण राज्य प्रशासन पहले ही दबाव में है लेकिन यह समस्या भी ”बहुत गंभीर” है। अदालत ने कहा, ”हम इस मुद्दे को टालना नहीं चाहते क्योंकि यह अब मानसून के दौरान हो रहा है।

सेना ने अपने शिविर के बाहर ‘दया की दीवार’ खड़ी की

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाने की अनोखी पहल करते हुए सेना ने राजौरी जिले में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) से लगे अपने शिविर के बाहर ‘दया की दीवार’ खड़ी की है। इस पहल के तहत सेना के शिविर के बाहर रखीं स्टील की दो खुली अलमारियों में खाने के सामान, कपड़े और जूते रखे गए हैं। यह न केवल जरूरतमंदों की मदद के सेना के मिशन को दिखाता है। बल्कि स्थानीय लोगों के दिलों को भी जीत रहा है। 
जम्मू स्थित सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, ”यह एस ऑफ स्पेड्स डिवीजन की पहल है और ‘दया की दीवार’ का मकसद समाज के कमजोर तबकों को जरूरत के सामान चुनने की आजादी देकर उनकी मदद करना है।” उन्होंने कहा कि लोगों ने इसे अच्छी भावना के साथ लिया है और दानदाताओं तथा जरूरतमंदों दोनों की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया देखी जा सकती है। लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद के मुताबिक रोटरी क्लब तथा राजौरी पुलिस इस अनोखी पहल में मदद दे रहे हैं।
सेना ने इस पहल में मदद के लिए लोगों से अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू समेत विभिन्न भाषाओं में अपील की है। ऐसे ही एक संदेश में लिखा है। ”आपके लिए जो सामान उपयोगी नहीं है। 
वो दूसरों के काम का हो सकता है। आपसे अनुरोध है कि हाथ बढ़ाएं तथा सामान दान करें जिससे जरूरतमंदों की मदद हो सके। लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने कहा कि सेना इन अलमारियों के खाली होते ही उन्हें भर देती है। उन्होंने कहा, ”इस कदम से कई लोगों के चेहरे पर मुस्कान आई है और लोग दान देने के लिए भी प्रोत्साहित हुए हैं। लोग आगे आ रहे हैं तथा दान कर रहे हैं, वहीं जरूरतमंद लोग बिना किसी से मांगे यहां से सामान ले रहे हैं। स्थानीय नागरिक मोहम्मद फारूक ने कहा, ”कुछ दिन पहले दया की दीवार बनाई गई और जरूरतमंदों को वहां से सामान लेते हुए देखा जा सकता है। सेना की अपील पर लोग अपना सामान दान भी कर रहे हैं।

बिक्री: पेट्रोल-डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर स्थिर रहें

अकांशु उपाध्याय                     
नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल के दाम बुधवार को रिकॉर्ड स्तर पर स्थिर रहे। इससे पहले मंगलवार को तेल विपणन कंपनियों ने कीमतों में वृद्धि की थी।
अग्रणी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, आज दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 98.81 रुपये और डीजल की कीमत 89.18 रुपये प्रति लीटर के उच्चतम स्तर पर अपरिवर्तित रही। दिल्ली में जून में पेट्रोल का मूल्य 4.58 रुपये और डीजल की कीमत 4.03 रुपये बढ़ चुकी है। इससे पहले मई में भी पेट्रोल 3.83 रुपये और डीजल 4.42 रुपये महँगा हुआ था।
देश के दूसरे शहरों में भी आज दोनों जीवाश्म ईंधनों के मूल्यों में कोई बदलाव नहीं हुआ। मुंबई में पेट्रोल 104.90 रुपये और डीजल 96.72 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर स्थिर रहा।
चेन्नई में पेट्रोल 99.80 रुपये और कोलकाता में 98.64 रुपये प्रति लीटर बिका। एक लीटर डीजल की कीमत चेन्नई में 93.72 रुपये और कोलकाता में 92.03 रुपये प्रति लीटर रही।पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं। नई दिल्ली । पेट्रोल-डीजल के दाम बुधवार को रिकॉर्ड स्तर पर स्थिर रहे। इससे पहले मंगलवार को तेल विपणन कंपनियों ने कीमतों में वृद्धि की थी। दिल्ली में जून में पेट्रोल का मूल्य 4.58 रुपये और डीजल की कीमत 4.03 रुपये बढ़ चुकी है। 
इससे पहले मई में भी पेट्रोल 3.83 रुपये और डीजल 4.42 रुपये महँगा हुआ था। देश के दूसरे शहरों में भी आज दोनों जीवाश्म ईंधनों के मूल्यों में कोई बदलाव नहीं हुआ। मुंबई में पेट्रोल 104.90 रुपये और डीजल 96.72 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर स्थिर रहा। चेन्नई में पेट्रोल 99.80 रुपये और कोलकाता में 98.64 रुपये प्रति लीटर बिका। एक लीटर डीजल की कीमत चेन्नई में 93.72 रुपये और कोलकाता में 92.03 रुपये प्रति लीटर रही। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं।

चुनाव: समाजवादी पार्टी ने एड़ी चोटी का जोर लगाया

हरिओम उपाध्याय                     
लखनऊ। जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव को अपने पक्ष में करने के लिए समाजवादी पार्टी ने अब एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। प्रदेश की लगभग 40 से भी अधिक जिला पंचायत अध्यक्ष सीटों पर भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच आमने सामने का मुकाबला होता हुआ दिखाई दे रहा है।
अपने कई प्रत्याशियों के विरोधी पाले में चले जाने के बावजूद समाजवादी पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव की जंग में पीछे रहने को तैयार नहीं है। अब बाकी बचे स्थानों पर समाजवादी पार्टी मजबूती के साथ अपने प्रतिद्वंदी को टक्कर देने में जुटी हुई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अब जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव की कमान आगे आते हुए खुद ही संभाल ली है। 
वह बात अलग है कि अनेक स्थानों पर सपा जिलाध्यक्ष अपने जिला पंचायत सदस्यों को संभालकर नहीं रख पा रहे हैं। नाम वापसी के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव पूरी तरह से जोर पकड़ गया है। जिसके चलते समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खुद चुनाव की कमान संभालने के लिए आगे आ गए हैं। चुनाव वाले जनपदों के प्रत्याशियों के पदाधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए वह निर्णय लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं। पार्टी के समर्थन से जीते पंचायत सदस्यों को समझा-बुझाकर एकजुट रहने का संदेश दिया जा रहा है। साथ ही उन्हें इस बात की प्रेरणा दी जा रही है कि वह किसी तरह के दबाव में ना आए। 
सपा मुख्यालय में भी इस मुद्दे पर जनपदों के लोगों को बुलाकर सपा मुखिया द्वारा समस्याओं का समाधान कराया जा रहा है। विपक्ष में रहते हुए सबसे ज्यादा जिला पंचायत सदस्य जीतने को सपा अपनी बड़ी उपलब्धि मान रही है। ऐसे हालातों में जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर अपने उम्मीदवार जिताने की समाजवादी पार्टी की ओर से कोशिश हो रही है। अब तक 30 से भी ज्यादा जनपदों में भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध चुने जा चुके हैं। इसके बावजूद समाजवादी पार्टी का आत्मविश्वास कम होता दिखाई नही दे रहा है। उसे उम्मीद है कि वह चुनाव वाले जनपदों की जंग में किसी तरह जीत हासिल करने लायक वोट प्राप्त करने में कामयाबी हासिल कर लेगी। प्रदेश के अधिकांश जनपदों में तो भाजपा व सपा समर्थित प्रत्याशियों के बीच सीधी जंग के हालात बने हुए हैं।

तापमान के 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान

अकांशु उपाध्याय                         
नई दिल्ली। दिल्ली और उसके निकटवर्ती इलाकों में मानसून ने अब तक दस्तक नहीं दी है और बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में गर्मी एक बार फिर शहरवासियों को परेशान करने वाली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दिन में लू चलने और अधिकतम तापमान के 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। मानसून के नदारद रहने के साथ ही सोमवार को दिल्ली में पहली बार इस ग्रीष्मकाल में लू चली और तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस साल का अभी तक का सर्वाधिक तापमान था। लोधी रोड, रिज और पूसा इलाके में भीषण लू चली, जहां तापमान क्रमश: 42.6 डिग्री सेल्सियस, 43.4 डिग्री सेल्सियस और 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 
जो सामान्य से सात डिग्री अधिक था। वहीं, नजफगढ़ में तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस, पीतमपुरा में 44.3 डिग्री सेल्सियस और मुंगेशपुर में 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इन स्थानों पर भी भीषण लू का प्रकोप था।आईएमडी के अनुसार, मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक या सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होने पर ”लू” घोषित की जाती है। सामान्य से 6.5 डिग्री अधिक तापमान होने पर ”भीषण” लू की घोषणा की जाती है। श्रीवास्तव ने कहा, ” आमतौर पर राष्ट्रीय राजधानी में 20 जून तक लू चलती है और इसके बाद तापमान कम होने लगता है। इस बार मानसून की देरी की वजह से शायद तापमान बढ़ रहा है।”

उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिन से बारिश नहीं हुई है और उत्तर पश्चिम भारत के एक बड़े हिस्से में गर्म पछुआ हवाएं चल रही हैं, जहां अभी तक मानसून नहीं पहुंचा था। केरल में दो दिन देरी से पहुंचने के बाद, मानसून सामान्य से सात से 10 दिन पहले पूर्वी, मध्य और आसपास के उत्तर-पश्चिम भारत को कवर करते हुए पूरे देश में पहुंच गया था। मौसम विभाग ने पूर्व में, 12 दिन पहले 15 जून को मानसून के दिल्ली पहुंचने का अनुमान लगाया था।
हालांकि पछुआ हवाएं दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में इसे आगे बढ़ने को रोक रही हैं। आम तौर पर मानसून 27 जून को दिल्ली पहुंच जाता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है। आखिरी बार 2012 में सबसे देरी से सात जुलाई को मानसून दिल्ली पहुंचा था।

चुनाव: भाजपा में चिंतन, कांग्रेस में मंथन का दौर जारी

पंकज कपूर                        
देहरादून। उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव के करीब आते ही भाजपा में चिंतन, तो कांग्रेस में मंथन का दौर जारी है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा चिंतन की मुख्य वजह यह भी बताई जा रही है, कि जो विधायक 2017 चुनाव के दौरान कांग्रेस से भाजपा द्वारा आयात किये गए थे। उन्हें किसी भी हालातों में वापस नही जाने देना है। जिसे लेकर नब्ज़ टटोलने का काम किया जा रहा है।
सभी कैबिनेट मंत्रियों व पदाधिकारियों में मुख्य रूप से पार्टी और संगठन के तालमेल बैठाने को लेकर साथ ही विधानसभा चुनाव पर विशेष फोकस रहेगा। भाजपा के पास चुनाव में चुनौतियां बहुत हैं, पहला सवाल हर आम आदमी के जहन में है कि आखिर भाजपा सही काम कर रही थी तो त्रिवेंद्र रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाया क्यो।बात अगर हम कांग्रेस की करें तो कही न कही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के चेहरे पर विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। 
हरीश रावत का अब जल्द उत्तराखण्ड दौरा होने वाला है जिसमें उनके द्वारा गाँव-गाँव पहुचकर जनता से भाजपा ले कार्यकाल में हुए कार्यो पर प्रकाश डालने का काम किया जाने वाला है, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाये।
हरीश रावत की बात करें तो उत्तराखण्ड में उस स्तर का विज़नरी नेता नहीं हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल में उत्तराखण्ड के गाँव तक सरकार द्वारा लाभ पहुचाने का काम किया गया था। पहाड़ो में सड़क का जाल बनवाना भी हरीश की देन है, वह बात अलग है कि बरसात के दिनों नई सड़को पर थोड़ा बारिश होने पर ही मलुवा सड़क पर आने लगता है, जिससे लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ता है।भाजपा का संगठन कांग्रेस से बहुत ज्यादा मजबूत है, इसी वजह से बेबुनियाद नीतियों के साथ भी भाजपा अधिकतर कांग्रेस से आगे रहती है। चिंतन व मंथन के बाद दोनो राजनीतिक दलों में यह मंत्र तैयार किया जा रहा है कि चुनाव के दौरान जनता को कैसे मूर्छित किया जा सके।
चिंतन के सहारे भाजपा की यह रणनीति तैयार की जा सकती है कि किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना होगा। वही कांग्रेस के मंथन में यह बताया जा रहा कि भाजपा के पांच सालों का जवाब उन्ही से पूछा जाना चाहिए। चिंतन-मंथन कर चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जा रही है।

मोहंती को अरब अमीरात का ‘गोल्डन वीजा’ मिला

भुवनेश्वर। ओडिशा के मयूरभंज जिले की मोना बिस्वरूप मोहंती को संयुक्त अरब अमीरात का ‘गोल्डन वीजा’ मिला है। जिससे वह 10 साल तक खाड़ी देश में रह सकती हैं। यह दीर्घकालीन सांस्कृतिक वीजा कला, रचनात्मक उद्योग, साहित्य और संस्कृति, ऐतिहासिक विरासत और संज्ञानात्मक अध्ययन के क्षेत्र में प्रतिभाओं को दिया जाता है। इससे विदेशियों को पश्चिमी एशियाई देश में रहने, काम करने और पढ़ने का अधिकार मिल जाता है और संयुक्त अरब अमीरात में अपने कारोबार का 100 प्रतिशत मालिकाना हक मिल जाता है।संयुक्त अरब अमीरात ने 2019 में नयी व्यवस्था लागू की थी जिसमें ये वीजा पांच या 10 साल के लिए जारी किए जाते हैं और अपने आप ही इनका नवीनीकरण हो जाता है। 
मोहंती पहली ओडिया कलाकार हैं जिन्हें संयुक्त अरब अमीरात का गोल्डन वीजा मिला है। मोहंती 2007 से दुबई में रह रही हैं और उन्होंने करीब आठ वर्षों तक अकादमिक क्षेत्र और डिजाइन उद्योग में काम किया।वह दुबई के आर्थिक विभाग में पंजीकृत कलाकार हैं। उन्होंने स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स, बारीपदा से ललित कला में डिप्लोमा किया है। उन्होंने कहा, ”दीर्घकालीन निवास से मुझे और अधिक सार्थक सांस्कृतिक काम करने और अन्य कलाकारों के साथ मिलकर परियोजनाओं पर काम करने का अवसर मिलेगा। मैं इसे अपने देश तथा संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने के अवसर के रूप में देखती हूं।

जीसीआई में भारत की बढ़त, शीर्ष 10 में जगह ली

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। आईटीयू के वैश्विक साइबर सुरक्षा सूचकांक (जीसीआई) 2020 में भारत ने 37 स्थानों की बढ़त के साथ शीर्ष 10 में जगह हासिल की है। प्रमुख साइबर सुरक्षा मानकों पर भारत को दुनिया में 10वां स्थान मिला है। संयुक्त राष्ट्र के निकाय द्वारा साइबर सुरक्षा पर भारत के प्रयासों के पुष्टि एक जुलाई को डिजिटल इंडिया की छठी वर्षगांठ से ठीक की गई।

भारत एक वैश्विक आईटी महाशक्ति के रूप में उभर रहा है और डेटा गोपनीयता तथा नागरिक के ऑनलाइन अधिकारों की सुरक्षा के लिए दृढ़ उपायों के साथ अपनी डिजिटल संप्रभुता का दावा करता है। अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) द्वारा 29 जून 2021 को शुरू किए गए वैश्विक साइबर सुरक्षा सूचकांक (जीसीआई) 2020 में भारत का 10वां स्थान रहा और उसके दर्जे में 37 स्थानों का सुधार हुआ।

दिल्ली: सिलेंडर में विस्फोट होने से 4 लोगों की मौंत

अकांशु उपाध्याय                  
नई दिल्ली। शाहदरा के फर्श बाजार में बुधवार को एक घर में सिलेंडर में विस्फोट होने से एक महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई। दिल्ली दमकल सेवा के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंगलवार देर रात सवा 12 बजे धमाके की सूचना मिली थी। जिसके बाद दमकल की नौ गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। 
अधिकारियों के मुताबिक विस्फोट के कारण घर की छत का एक हिस्सा ढह गया। दमकल सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया, “एलपीजी गैस सिलेंडर में रिसाव होने के कारण एक घर में आग लग गई। जिसके धुएं में दम घुटने से चार लोगों की मौत हुई। जबकि अन्य व्यक्ति 25 प्रतिशत तक जल गया और उसे सीएटीएस के जरिए हेडगेवर अस्पताल भेजा गया।अधिकारियों ने बताया कि घटना में मुन्नी देवी (45), नरेश (22), ओमप्रकाश (20) और सुमन (18) की मौत हो गई जबकि लाल चंद (29) आग में 25 फीसदी जल गया है। उन्होंने बताया कि मामले में जांच शुरू कर दी गई है।

आतंकियों के साथ मुठभेड़ में 1 जवान घायल हुआ

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक जवान घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि घटना मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात को दादल गांव में एक तलाशी अभियान के दौरान हुई। कुछ हथियारबंद लोगों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद मंगलवार शाम नियंत्रण रेखा के पास इस गांव और उसके आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान शुरू किया गया था। उन्होंने बताया कि इसी दौरान मुठभेड़ शुरू हो गई जिसमें एक जवान घायल हो गया है। अतिरिक्त बल को मौके पर भेजा गया है और आंतकवादियों को मार गिराने की कोशिश जारी है।

भारत में मामलों की संख्या-3,03,62,848 पर पहुंचीं

अकांशु उपाध्याय                        
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 45,951 नए मामले सामने आने से संक्रमण के मामलों की संख्या-3,03,62,848 पर पहुंच गई। जबकि एक दिन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या लगातार तीसरे दिन 1,000 से कम बनी हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 817 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,98,454 हो गयी है। 
एक दिन में कोरोना वायरस से जान गंवाने वाले लोगों की यह संख्या 81 दिनों में सबसे कम है।सुबह सात बजे तक प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 33.28 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 5,37,064 हो गयी है। जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.77 प्रतिशत है। जबकि कोविड-19 से उबरने वाले लोगों की दर 96.92 प्रतिशत है।

कोरोना से मौत पर परिजनों को मिलें मुआवजा: एससी

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के हक में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। केंद्र सरकार को निर्देश देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वह कोविड-19 के कारण मरने वाले लोगों के परिवारों को 6 सप्ताह के भीतर अनुग्रह राशि का भुगतान करने के लिए दिशानिर्देश तैयार करें।

बुधवार को कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग वाली याचिका पर कोर्ट ने अपना सुप्रीम फैसला सुनाते हुए केंद्र सरकार को निर्देश दिया है कि वह कोविड-19 के कारण मरने वाले लोगों के परिवारों को अनुग्रह राशि का भुगतान करने के लिए 6 सप्ताह के भीतर दिशा निर्देश तैयार करें। सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया है कि कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर मरने वालों के परिजनों को मुआवजा मिलना चाहिए।

गहरी खाई में कार गिरने से 2 लोगों की मौंत, हादसा

पंकज कपूर                             
कोटद्वार। आज मंगलवार देर शाम कोटद्वार-रामणी पुलिंडा मार्ग पर एक कार गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक को कोटद्वार बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद मृतकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू अभियान चलाया और शवों को किसी तरह से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जबकि एक घायल को अस्पताल पहुंचाया गया है। तीनों मंगलवार शाम कार से घूमने के लिए रामणी की ओर निकले थे।कोतवाली पुलिस ने बताया कि शाम करीब पांच बजे एक कार के रामणी-पुलिंडा मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी क्षेत्रवासियों ने दी। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और पुलिस फोर्स को मौके पर भेजा गया। 
राजस्व पुलिस भी मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया गया। गहरी खाई होने के कारण दोनों शव बड़ी मुश्किल से बाहर निकाले गए। राजस्व निरीक्षक हर्षबर्धन नौटियाल ने बताया कि कोटद्वार से करीब 12 किलोमीटर दूर गौजट्टा के पास कार करीब 200 मीटर गहरी खाई में गिरी थी। हादसे में विनोद ध्यानी (41) पुत्र शिवानंद ध्यानी, वीरेंद्र सिंह नेगी उर्फ विनोद (42) पुत्र विशन सिंह नेगी की मौके पर ही मौत हो गई।जबकि कार चला रहा उनका साथी युवक धीरज मोहन डबराल (42) पुत्र कुलानंद डबराल गंभीर रूप से घायल है। कार में तीन लोग ही सवार थे। घायल युवक को बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीनों युवक कोटद्वार के शिब्बूनगर तड़ियाल चौक के निवासी हैं। तीनों दोस्त शाम को कार से घूमने के लिए रामणी पुलिंडा की ओर जा रहे थे।दुगड्डा पुलिस चौकी प्रभारी ओम प्रकाश ने बताया कि बेलेना कार संख्या यूके 15सी 3150 मंगलवार देर सांय को चरेख की तरफ से कोटद्वार आ रहे थे। इसी दौरान रामणी-पुलिण्डा मोटर मार्ग पर कोटद्वार से करीब 6 किलोमीटर आगे बलेनो कार नीचे खाई में जा गिरी। कार में सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। 
जबकि एक घायल हो गया है। उन्होंने कहा कि घायल को इलाज के लिए राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार में भर्ती करा दिय है। दुर्घटना में कोटद्वार के तड़ियाल चौक निवासी 38 वर्षीय विनोद पुत्र शिवानंद ध्यानी, 45 वर्षीय वीरेंद्र नेगी पुत्र विशन सिंह नेगी की मौत हो गई है। जबकि धीरज मोहन डबराल पुत्र कुलानंद डबराल गंभीर रूप से घायल हुआ है।

म्यूजिक वीडियो 'फिल्हाल 2' का दूसरा पोस्टर रिलीज

कविता गर्ग          

मुंबई। बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार अक्षय कुमार की अपकमिंग म्यूजिक वीडियो 'फिल्हाल 2' का दूसरा पोस्टर रिलीज कर दिया गया है। अक्षय कुमार ने अपने अपकमिंग म्यूजिक वीडियो 'फिल्हाल 2' के फर्स्ट लुक को पिछले दिनों रिलीज किया था। अक्षय कुमार ने गाने से जुड़े दूसरे पोस्टर को रिलीज किया है। पोस्टर देखने के बाद फैंस इस गाने के वीडियो को देखने के लिए बेताब हैं। इस पोस्टर में अक्षय कुमार के साथ बॉलीवुड अभिनेत्री कृति सेनॉन की बहन नुपुर सेनॉन नजर आ रही हैं। गाने को मशहूर पंजाबी सिंगर बी प्राक ने अपनी आवाज दी है। इसके बोल और म्यूजिक जानी ने दिया है। अक्षय कुमार ने गाने का दूसरा पोस्टर शेयर करते हुए लिखा, "कुछ कहानियां हमेशा हमारे साथ रहती हैं। 'फिलहाल 2 मोहब्बत' का टीजर 30 जून को रिलीज हो रहा है।"

गौरतलब है कि इस म्यूजिक वीडियो से पहले सिंगर ब्री प्राक 'फिल्हाल' लेकर आए थे। इस म्यूजिक वीडियो में भी अक्षय और नूपुर की जोड़ी को काफी पसंद किया गया था।


इंडोनेशिया में यात्री जहाज के डूबने से 6 की मौंत

जकार्ता। इंडोनेशिया में बाली के तट के पास एक यात्री जहाज के डूबने से छह लोगों की मौत हो गयी। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने मंगलवार को स्थानीय थाना प्रमुख के हवाले से बताया कि बाली के तट के पास एक यात्री जहाज के डूबने से छह लोगों की मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि हादसे में तीन पुरुषों और तीन महिलाओं सहित छह लोगों की मौत हो गयी।

एजेंसी ने बताया कि कथित तौर पर जहाज में 41 यात्री और चालक दल के 15 सदस्य सवार थे। जहाज बाली के गिलिमानुक बंदरगाह की ओर जा रहा था। लेकिन गंतव्य तक पहुंचने से पहले ही वह डूब गया। समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक सात लोगों के लापता होने की खबर है।

उपचुनाव को छोड़ इस्तीफा देंगे सीएम रावत: यूके

पंकज कपूर         
देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ रावत के दिल्ली हाईकमान बुलाए जाने पर लगातार राजनीतिक कयास लगाए जा रहें हैं। उप चुनाव को लेकर आख़िर क्या गुरूमंत्र दिल्ली से मिलेगा यह किसी को पता नहीं हैं।
कयासों का दौर जारी होने वाला है। क्या पता हाईकमान द्वारा मुख्यमंत्री तीरथ की पीठ थपथपाने को बुलाया गया हो। कयासों में सबसे पहले यह लगाया जा रहा है कि उपचुनाव को छोड़ मुख्यमंत्री तीरथ रावत इस्तीफा देंगे और पुनः मुख्यमंत्री तीरथ रावत शपथ लेंगे। जिससे मुख्यमंत्री को उपचुनाव के भंवर से बचाया जा सकता है। वही सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री तीरथ रावत से भाजपा हाईकमान भी संतुष्ट है, साथ ही भाजपा चाहेगी तो उपचुनाव करा सकती है, नहीं तो मुख्यमंत्री को पुनः शपथ दिलवा सकती है। गंगोत्री व हल्द्वानी विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है, उपचुनाव फिर सामान्य विधानसभा चुनाव भी होने है, चुनाव को लेकर भी सरकार के पास चुनौतियां भी बहुत हैं।
फिलहाल तीरथ रावत को दिल्ली क्यो बुलाया गया है यह अभी साफ नही हो पाया है। हो सकता है तीरथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद मंत्री और विधायकों के बीच चल रहे असंतुष्ट होने के बाद उन्होंने काफी हद तक शांत किया है।जबकि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के मुख्यमंत्री रहने के दौरान विधायक और मंत्रियों की काफी नाराजगी बढ़ गई थी। कार्यकर्ताओ ने तक संगठन से दूरियां बनाना शुरू कर दिया था। कुल मिलाकर हाईकमान सीएम तीरथ रावत की पीठ थपथपाने वाली है।

लाखों भिखार्यो के लिए केंद्रीय कानून बनेगा: पीएम

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “न्यू इंडिया” में बदनुमा दाग लगा रहे लाखों भिखार्यो के लिए एक केंद्रीय कानून बनने जा रहा है। जिसके तहत भिखारियों को गिरफ्तार नहीं बल्कि उन्हें पुनर्वास किया जाएगा। पुनर्वास व सुधार का राष्ट्रीय कार्यक्रम तैयार हो गया है जिसे अमल में लाने के लिए विधेयक बनाया गया है।अभी मुंबई भिक्षा वृति विरोधी कानून के तहत देश के कई राज्यों में भीखारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई होती है। मगर दिल्ली में पिछले कुछ वर्षों से यह कार्य बंद है। इससे पहले दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा सहित कई राज्यों में पुलिस भिखारियों को गिरफ्तार करती थी। 
मगर अब केंद्र सरकार कि कुछ एजेंसियों ने मिलकर भिखारी सुधार एवं पुनर्वास विधेयक बनाया है जिसके तहत भिखारियों पर दंडात्मक कार्रवाई नहीं बल्कि पुनर्वास व सुधार की योजनाएं लागू होंगी।यह विधेयक संसदीय प्रक्रिया से गुजर रहा है और जल्दी ही लोकसभा में पेश किया जाएगा। फिलहाल सभी राज्यों से राय मांगी गई है। कुछ राज्यों ने अपनी रिपोर्ट भेज दी है। ज्यादातर राज्यों ने भिखारियों को सुधार गृह में भेजने और उन्हें स्वावलंबी बनाने का मशविरा दिया है। दरअसल आजादी के बाद सरकारी विकास के चाहे जो भी दावे होते रहे हो लेकिन देश की राजधानी दिल्ली सहित लगभग सभी बड़े शहरों में प्रमुख चौराहों, धार्मिक स्थलों अस्पताल रेल बस परिसरों पर भीख मांगते बच्चे, महिलाएं व युवा देश को कलंकित कर रहे है। ज्यादातर राज्यों ने बॉम्बे भिक्षावृत्ति विरोधी कानून को लागू किया हुआ है। जिसमें पुलिस को अधिकार है कि वह किसी भी समय बिना वारंट किसी भी अधिकारी को गिरफ्तार कर सकती है। 
मगर दिल्ली हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगाते हुए केंद्र एवं दिल्ली सरकार से जवाब तलब किया था और पुनर्वास की ठोस योजना बनाने के लिए कहा था। कुछ राज्यों ने अपने स्तर पर भिक्षावृत्ति के खिलाफ काम करना शुरू भी किया है जिसमें बिहार सबसे आगे है। वहां पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना सहित कई बड़े शहरों को भिक्षुक मुक्त बनाने का अभियान छेड़ा है।जबकि राजस्थान में भिखारी सुधार एवं पुनर्वास कानून लागू है और पुलिस ने इस कानून के तहत जब सर्वे किया तो वहां पढ़े लिखे लोग भी भीख मांग रहे हैं। भिखारियों के पुनर्वास की पहल तत्कालीन महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी सहित कुछ अधिवक्ताओं ने की थी जिसके तहत एक केंद्रीय कानून बनाने की मांग उठी थी। जिसके तहत भिखारियों को जेल में बंद करने के बजाए उनके पुनर्वास व सुधार का रास्ता निकाला जाए।
हालांकि भिक्षावृत्ति में कुछ बड़े शहरों में संगठित गिरोह भी काम कर रहे हैं। जिन्हें भिक्षा माफिया भी कहा जाता है। 
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इस गिरोह के विरुद्ध राज्यों की पुलिस को भी लिखा था क्योंकि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक देश में प्रतिवर्ष लगभग 50 हजार बच्चे लापता होते हैं इनमें सिर्फ आधे बच्चे ही मिलते हैं बाकी को भिक्षा वृति व अपराध में धकेल दिया जाता हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार भिखारियों की संख्या पौने चार लाख के आसपास थी जो अब दुगनी बताई जा रही है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक जब तक एक केंद्रीय कानून नहीं बनेगा तब तक भिखारियों की समस्या का समाधान निकालना मुश्किल है। क्योंकि समय-समय पर इनके विरुद्ध अभियान चलाया जाता है जिसकी जानकारी होते ही भिखारी शहर छोड़कर दूसरे राज्य में पलायन कर जाते हैं। यदि कानून बन गया तो सबसे पहले बड़े शहरों को भिखारी मुक्त बनाया जायेगा और बच्चों को शिक्षा, महिलाओं एवं युवाओं को स्वावलंबी बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा और उन्हें रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। इस विधेयक को लेकर केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत भी कई बैठकें कर चुके हैं।

रेलवे ने 4 'महत्वपूर्ण' परियोजनाओं को पूरा किया

अकांशु उपाध्याय                                  
नई दिल्ली। कोविड की चुनौतियों के बावजूद पिछले एक वर्ष में रेलवे ने विद्युतीकरण व सिग्नलिंग से संबंधित 29 ‘अति महत्वपूर्ण’ तथा 4 ‘महत्वपूर्ण परियोजनाओं समेत कुल 33 अहम परियोजनाओं को पूरा किया है। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे अगले कुछ वर्षों में 1,15,000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 58 अति महत्वपूर्ण और 68 महत्वपूर्ण परियोजनाओं को पूरा करने के लिए मिशन मोड़ में काम कर रही है। यातायात घनत्व, ढोई जाने वाली सामग्री के प्रकार तथा रणनीतिक महत्व के आधार पर तत्काल आवश्यक परियोजनाओं को ‘अति महत्वपूर्ण’ श्रेणी में रखा गया है। 
जबकि जो परियोजनाएं अगले चरण में पूरी होनी हैं, उन्हें ‘महत्वपूर्ण’ माना गया है। ये सभी परियोजनाएं विद्युतीकरण तथा सिग्नलिंग कार्य से संबंधित हैं। केंद्र सरकार के वित्तपोषण तथा निरंतर निगरानी के जरिये इन परियोजनाओं को जल्द पूरा करने का लक्ष्य है, ताकि निवेश का लाभ उठाया जा सके। इन सभी परियोजनाओं के लिए बजट आवंटन को उच्च प्राथमिकता दी गई है।लगभग 39,663 करोड़ रुपये लागत एवं 3,750 किलोमीटर कुल लंबाई वाली 58 अति महत्वपूर्ण परियोजनाएं मल्टी-ट्रैकिंग यानी दोहरी/तिहरी/चौथी लाइन वाले व्यस्त मार्गों पर हैं। इनमें 11,588 करोड़ रुपये की लागत तथा 1,044 किलोमीटर लंबाई वाली 29 ‘अति महत्वपूर्ण’ रेल परियोजनाओं को कोविड के दौरान पूरा कर दिया गया है। 
जबकि 27 परियोजनाएं दिसंबर,2021 तक पूरी हो जाएंगी। शेष 2 रेल परियोजनाओं के मार्च 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर रेलवे इन घने, संतृप्त व व्यस्त मार्गों पर सुरक्षा के साथ तेज गति से अधिक यातायात संचालन में सक्षम होगा। कुल 75,736 करोड़ रुपये की लागत तथा 6,913 किलोमीटर समग्र लंबाई वाली 68 परियोजनाओं की पहचान महत्वपूर्ण परियोजनाओं के तौर पर की गई है। इनमें 1,408 करोड़ रुपये की लागत तथा 108 किलोमीटर लंबाई वाली 4 परियोजनाएं अब तक पूरी की जा चुकी हैं। 
जबकि शेष परियोजनाओं को मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सभी महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर 21 मार्च तक 37,734 रुपये खर्च किए गए हैं। इस वर्ष इन परियोजनाओं के लिए 14,466 करोड़ रुपये का परिव्यय रखा गया है।कोविड-19 महामारी के बावजूद वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान रेलवे ने दोहरीकरण, तिहरीकरण व चौहरीकरण की कुल 1614 किलोमीटर लंबी परियोजनाओं को पूरा कर यातायात चालू कर दिया हैं। जबकि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान अब तक 133 किलोमीटर लंबी दोहरीकरण और तिहरीकरण परियोजनाएं चालू की गई हैं। 
इनमें उत्तराखंड, असम, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों की कुछ प्रमुख परियोजनाएं शामिल हैं।राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से मेरठ, मुजफ्फरनगर और रुड़की होते हुए हरिद्वार तक इस खंड का पूरा मार्ग चालू होने के बाद इस वर्ष जनवरी से डबल लाइन में तब्दील हो गया है। इससे इस व्यस्त मार्ग पर समयबद्धता में सुधार होगा। उपरोक्त अति महत्वपूर्ण और महत्वपूर्ण परियोजनाओं के पूरा होने के बाद भीड़भाड़ वाले मार्गों पर यात्री और माल ढुलाई की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित होगी। इसके अलावा ट्रेनों की गति बढाने तथा नई रेल सेवा शुरू करने में मदद मिलेगी। सुरक्षा में वृद्धि के लिए अधिक लाइन क्षमता उपलब्ध होने से इन व्यस्त मार्गों के रखरखाव के लिए अधिक समय उपलब्ध होगा।
उल्लेखनीय है कि भारतीय रेलवे नेटवर्क का अधिकांश यातायात स्वर्णिम चतुर्भुज, उच्च घनत्व नेटवर्क मार्गों और अत्यधिक प्रयुक्त रेल मार्गों पर चलता है। इन रेल मार्गों की लंबाई कुल रेलमार्ग का 51 प्रतिशत है। लेकिन इन पर 96 प्रतिशत यातायात संचालित होता है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-319 (साल-02)
2. ब्रहस्पतिवार, जुलाई 1, 2021
3. शक-1984,अषाढ़, शुक्ल-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:42, सूर्यास्त 07:16।
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै., अधिकतम-42+ डी.सै.।
बरसात की संभावना
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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