रियाद। सऊदी अरब ने ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों ने रियाद की ओर आने वाली एक बैलेस्टिक मिसाइल को हवा में ही मार गिराने का दावा किया है। सऊदी अरब की तरफ से कहा गया है कि राजधानी रियाद को केंद्र में रखते हुए ईरानी विद्रोहियों ने ये मिसाइल दागी थी। जिसे हवा में ही नष्ट कर दिया गया।
आपको बता दें कि सऊदी अरब हमेशा से ही अपने ऊपर हुए हमलों के लिए इन विद्रोहियों को जिम्मेदार ठहराता है। काफी से ये यमन में चल रहे आपसी संघर्ष में भी ये आमने-सामने आये हैं। नीत सैन्य गठबंधन की मानें तो ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों ने बैलेस्टिक मिसाइल के अलावा देश के जिजान प्रांत में तीन ड्रोन भी भेजे थे। ये ड्रोन विस्फोटक से भरे थे। एक अन्य ड्रोन को दक्षिण पश्चिमी शहर को निशाना बनाने के लिए लॉन्च किया गया था। हालांकि सऊदी अरब ने कहा है कि इन हमलों में किसी के हताहत होने की जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। वहीं दूसरी तरफ अब तक इन हमलों के बारे में हुती विद्रोहियों की तरफ से भी कुछ नहीं कहा गया है।हालांकि, सऊदी अरब पर जारी एक टीवी न्यूज में कुछ फुटेज दिखाई गई। जिसमें हवा में कुछ संदिग्ध चीजों को उड़ते हुए दिखाया गया था। लोगों ने भी सोशल मीडिया में इस तरह के कुछ वीडियो साझा किए हैं। सऊदी नीत गठबंधन के प्रवक्ता कर्नल तुर्की अल मलीकी का कहना है कि हुती विद्रोही लगातार सऊदी अरब में अशांति फैलाने और लोगों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने में लगे हैं। रियाद में स्थित अमेरिकी दूतावास ने भी अपने नागरिकों को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि वो सतर्क रहें। आपको यहां पर ये भी बता दें कि सऊदी अरब में इसी माह में दो बार अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर रॉकेट से हमला किया जा चुका है। इसमें कुछ अमेरिकी सैनिक और स्थानीय कांट्रेक्टर भी हताहत हुए हैं। इसके बाद अमेरिका ने दो दिन पहले ही सीरिया में ईरान समर्थित आतंकियों पर ताबड़तोड़ बमबारी की थी। आपको यहां पर ये भी बता दें कि अमेरिकी प्रशासन ने यमन में शांति के लिए सऊदी अरब समर्थित गठबंधन को समर्थन न देने का एलान काफी पहले ही कर दिया था। बाइडन प्रशासन का कहना है कि वो ट्रप प्रशासन में सऊदी अरब के साथ हुई हथियारों की डील पर भी दोबारा विचार करेगी। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही ओमान की खाड़ी में मौजूद इजराइल के पोत पर विस्फोट हुआ था। इस विस्फोट के बाद सामरिक जलमार्गों पर पोतों की सुरक्षा को लेकर चिंता सामने आने लगी है।