मंगलवार, 2 अप्रैल 2024
एनपीपी ने देशहित के मुद्दों पर समझौता नहीं किया
शनिवार, 7 अक्तूबर 2023
युद्ध जैसे हालात, 27 लोगों को बचाने हेतु मदद मांगी
गुरुवार, 20 जुलाई 2023
सीएम संगमा ने बयान जारी किया: मेघालय
सीएम संगमा ने बयान जारी किया: मेघालय
सुनील श्रीवास्तव
शिलांग। मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड कराने का वीडियो सामने आने के एक दिन बाद मेघालय के मुख्यमंत्री सी. संगमा ने बृहस्पतिवार को इस घटना को ‘अपमानजनक’ बताया।
उन्होंने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। संगमा ने ट्वीट किया, ‘‘मणिपुर में हाल की घटना से बहुत व्यथित हूं। किसी भी व्यक्ति की गरिमा भंग करना सबसे अपमानजनक तथा अमानवीय कृत्य है। मैं ऐसे कृत्यों की कड़ी निंदा करता हूं। दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।’’
चार मई का यह वीडियो बुधवार को सामने आने के बाद से मणिपुर के पहाड़ी क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि विरोधी पक्ष के कुछ व्यक्ति एक समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमा रहे हैं।
शनिवार, 24 जून 2023
16 साल की लड़की, फैसला लेने में सक्षम
16 साल की लड़की, फैसला लेने में सक्षम
इकबाल अंसारी
शिलांग। नाबालिग से रेप के मामले में सुनवाई करते हुए मेघालय उच्च न्यायालय ने अहम फैसला देते हुए आरोपी के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही कोर्ट ने ये टिप्पणी की है कि 16 साल की लड़की सेक्स को लेकर फैसला लेने में सक्षम है। बता दें कि याचिकाकर्ता ने दावा किया था कि आपसी सहमति से ही शारीरिक संबंध बने थे।
मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा, ’उस उम्र (16 साल की आयु के नाबालिग के संदर्भ में) के किशोर के शारीरिक और मानसिक विकास को देख रहा कोर्ट इस बात को तर्कसंगत मानेगा कि ऐसा व्यक्ति संभोग के संबंध में अपने लिए भलाई के फैसले लेने में सक्षम है।श् दरअसल, याचिकाकर्ता ने दावा किया था कि उसके और कथित पीड़िता के बीच संबंध सहमति से बने थे और दोनों एक-दूसरे से प्रेम करते थे।
मिली जानकारी के अनुसार, याचिकाकर्ता कई घरों में काम करता था और कथित पीड़िता के साथ संपर्क में आ गया। आरोप लगाए जा रहे हैं कि दोनों याचिकाकर्ता के रिश्तेदार के घर गए, जहां दोनों ने शारीरिक संबंध बनाए। अगले ही दिन सुबह नाबालिग लड़की की मां की तरफ से आईपीसी की धारा 363 और पॉक्सो एक्ट की धारा 3 और 4 के तहत थ्प्त् दर्ज करा दी गई थी।
याचिकाकर्ता का कहना था कि उस मामले को यौन हिंसा के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए, क्योंकि नाबालिग ने खुद ही कोर्ट को और अपने बयान में खुलकर बताया है कि वह याचिकाकर्ता की प्रेमिका है। साथ ही उसने यह भी पुष्टि की है कि शारीरिक संबंध मर्जी से ही बने हैं, जिसमें जबरदस्ती नहीं की गई है। दरअसल, मेघालय उच्च न्यायालय ने इस मामले में मद्रास हाईकोर्ट के फैसले को माना। कोर्ट ने पाया कि सर्वाइवर के आयुवर्ग में लोगों के मानसिक और शारीरिक विकास को देखते हुए यह माना जा सकता है कि वे यौन संबंधों के मामले में ठीक फैसला लेने में सक्षम हैं।
शुक्रवार, 9 दिसंबर 2022
सीमांकन या सीमा चौकियों के निर्माण पर अंतरिम रोक
सीमांकन या सीमा चौकियों के निर्माण पर अंतरिम रोक
इकबाल अंसारी
शिलोंग। मेघालय हाई कोर्ट ने इस साल की शुरुआत में असम और मेघालय के मुख्यमंत्रियों द्वारा हस्ताक्षरित एक अंतरराज्यीय सीमा समझौते के संबंध में जमीन पर भौतिक सीमांकन या सीमा चौकियों के निर्माण पर अंतरिम रोक लगाने का आदेश दिया है। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा और असम के उनके समकक्ष हिमंत विश्व शर्मा ने दोनों राज्यों के बीच अकसर तनाव उत्पन्न करने वाले 12 विवादित क्षेत्रों में से कम से कम छह के सीमांकन के लिए इस साल मार्च में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे।
मेघालय के चार ट्रेडिशनल (आदिवासी) प्रमुख की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति एच. एस. थांगखिव ने छह फरवरी 2023 को मामले की अगली सुनवाई तक इस पर अंतरिम रोक लगाने का आदेश दिया।
न्यायमूर्ति थांगखिव ने कहा, इस दौरान 29.03.2022 के समझौता ज्ञापन के तहत, अगली सुनवाई तक कोई भौतिक सीमांकन या जमीन पर सीमा चौकियों का निर्माण नहीं किया जाएगा। याचिका में उच्च न्यायालय से दो पूर्वोत्तर राज्यों के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन को रद्द करने का अनुरोध किया गया था। याचिका में दावा किया गया कि यह संविधान की छठी अनुसूची के प्रावधानों का उल्लंघन करता है, जो आदिवासी क्षेत्रों के प्रशासन के लिए विशेष प्रावधानों से संबंधित है।
सोमवार, 13 सितंबर 2021
पोचमपल्ली गांव को कैटेगरी में नॉमिनेट किया
शिलोंग। मेघालय के कोंगथोंग गांव, मध्य प्रदेश के लाड़पुरा और तेलंगाना के पोचमपल्ली गांव को भी यूनाइटेड नेशन्स वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन अवॉर्ड के लिए ‘बेस्ट टूरिज्म विलेज’ की कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया है। आज हम आपको देश के इन तीनों बेमिसाल गांवों के बारे में बताने जा रहे हैं। कोंगथोंग (मेघालय): कोंगथोंग, शिलांग से 60 किलोमीटर दूर दक्षिण में स्थित है और अपने प्राकृतिक सौंदर्य तथा विशिष्ट संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। कोंगथोंग ‘व्हिस्लिंग गांव’ (सीटी वाला गांव) के नाम से भी मशहूर है। क्योंकि यहां का हर बच्चा एक विशेष प्रकार की आवाज निकालता है। जो सुनने में सीटी जैसी लगती है।
शनिवार, 31 जुलाई 2021
देश में अपनी पसंद का खाना खाने के लिए स्वतंत्र हैं
रविवार, 7 मार्च 2021
मेघालय की नदी को साफ नदी का टैग मिला हुआ है
सीएम ने 9 कन्याओं के पैर धोएं, पूजन किया
सीएम ने 9 कन्याओं के पैर धोएं, पूजन किया संदीप मिश्र गोरखपुर। शारदीय नवरात्र की महानवमी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कन्या पूजन अनुष्ठ...
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महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
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चौकी में रिश्वतखोरी का नंगा नाच, अदम्य साहस धर्मवीर उपाध्याय गाजियाबाद। गाजियाबाद की तहसील लोनी का एक अद्भुत प्रकरण संज्ञान में आया है। हो ...
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...