पीएम जहां भी जाते हैं, 'अपशकुन' लेकर आते हैं
अविनाश श्रीवास्तव
पटना। बिहार के सरकार के एक मंत्री ने बुधवार को यह टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जहां भी जाते हैं, अपने साथ "अपशकुन" लेकर आते हैं और उन्हें शुभ अवसरों से दूर रहने के लिए कहा जाना चाहिए। राज्य के मंत्री और जद (यू) के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार ने यहां पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह विवादित टिप्पणी की।
संवाददाताओं ने उनसे कुछ भाजपा नेताओं के इन आरोपों के बारे में पूछा था कि बिहार सरकार उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे राज्य के श्रमिकों की मदद करने में विफल रही है। उन्होंने कहा, ''हमारी सरकार पर इस तरह का आरोप लगाना गलत है।" मंत्री ने दावा किया, "हम राज्य के लोगों की दशा के प्रति संवेदनशील हैं, चाहे वे देश के अन्य हिस्सों में हों या विदेश में भी।
हमारे अधिकारी संबंधित अधिकारियों के संपर्क में थे और जो भी आवश्यक था वह कर रहे थे।" उन्होंने कहा, "जहां तक भाजपा का सवाल है, जब भी चीजें सही होती हैं तो उसे उनका श्रेय लेने और कोई समस्या होने पर जिम्मेदारी से बचने की आदत हो गई है।" जदयू नेता ने यह भी कहा, “इसका उदाहरण हालिया क्रिकेट विश्व कप था।
अगर भारत जीत जाता तो पूरी भाजपा मशीनरी चिल्ला रही होती कि प्रधानमंत्री की मौजूदगी के कारण ही टीम को जीत मिली। मुझे लगता है कि अब जब हम हार गए हैं तो प्रधानमंत्री को इसका भी दोष स्वीकार कर लेना चाहिए।" उन्होंने कहा, “सनातन धर्म के अच्छे जानकार कुछ लोगों ने एक बार मुझसे कहा था कि नरेन्द्र मोदी जहां भी जाते हैं, अपने साथ "अपशकुन" लेकर आते हैं।
इसलिए, मेरे विचार से यदि भाजपा चीजों को गलत होने से बचाना चाहती है तो उन्हें शुभ समारोहों में शामिल होने से बचने के लिए कहना चाहिए।" इस बीच, जब बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी से श्रवण कुमार की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कहा, “जद (यू) को यह एहसास होना चाहिए कि प्रधानमंत्री "इंडिया" गठबंधन के लिए अशुभ हैं और उनकी हार सुनिश्चित करेंगे।”
हार के बाद भारतीय टीम को सांत्वना देने के लिए ड्रेसिंग रूम में गए मोदी के हाव-भाव का जिक्र करते हुए चौधरी ने कहा, “जब भी हालात कठिन होते हैं, हमारे प्रधानमंत्री अपने लोगों के साथ खड़े होते हैं, चाहे वह हाल की घटना हो या कुछ समय पहले असफल हुआ चंद्रयान मिशन हो।”