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मंगलवार, 2 जनवरी 2024

स्थिरता एवं शांति के लिए 'ठोस कदम' उठाएं, आग्रह

स्थिरता एवं शांति के लिए 'ठोस कदम' उठाएं, आग्रह

इकबाल अंसारी 
इंफाल। मणिपुर में चार व्यक्तियों की गोली मारकर हत्या के एक दिन बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को वहां की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा और सरकार से पूर्वोत्तर राज्य में सभी हितधारकों से बात करके स्थिरता एवं शांति के लिए ''ठोस कदम'' उठाने का आग्रह किया।
मणिपुर के थोउबल जिले के अल्पसंख्यक बहुल लिलोंग चिंगजाओ इलाके में अज्ञात हमलावरों ने चार ग्रामीणों की गोली मारकर हत्या कर दी। प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मणिपुर में चार लोगों की हत्या कर दी गई। कई लोग घायल हैं, कई जिलों में कर्फ्यू है। आठ महीने से मणिपुर के लोग हत्या, हिंसा और तबाही झेल रहे हैं। यह सिलसिला कब रुकेगा?’’
उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर की सभी पार्टियों के नेताओं के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली आकर प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा था लेकिन उन्होंने आज तक समय नहीं दिया। न वे मणिपुर गए, न मणिपुर के बारे में बात की, न संसद में जवाब दिया, न कोई ‘एक्शन’ लिया। क्या मणिपुर को यही नेतृत्व चाहिए, या विज्ञापनों की ताकत महान बताने के लिए पर्याप्त है।
सरकार को अब बिना देर किए मणिपुर के सभी पक्षों से बातचीत करके, उन्हें विश्वास में लेकर, स्थिरता और शांति लाने के लिए ठोस कदम उठाने शुरू करने चाहिए।’’ मणिपुर में हिंसा कांग्रेस की 'भारत न्याय यात्रा' से कुछ दिन पहले हुई है, जो 14 जनवरी को राज्य से शुरू होने वाली है और मार्च में मुंबई में समाप्त होगी।
मई में उच्च न्यायालय के एक आदेश के बाद मणिपुर में अराजकता और अनियंत्रित हिंसा भड़क उठी, जिसमें राज्य सरकार को गैर-आदिवासी मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल करने पर विचार करने का निर्देश दिया गया था। इस आदेश के कारण आदिवासी कुकी और गैर-आदिवासी मेइती समुदायों के बीच बड़े पैमाने पर जातीय झड़पें हुईं।
तीन मई को राज्य में पहली बार भड़की जातीय हिंसा के बाद से 180 से अधिक लोग मारे गए हैं और कई सौ अन्य घायल हुए हैं, जब बहुसंख्यक मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति के दर्जे की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किया गया था।

हमला करने वाले तत्वों के खिलाफ कार्रवाई होगी

हमला करने वाले तत्वों के खिलाफ कार्रवाई होगी 

इकबाल अंसारी 
इंफाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार सुरक्षा कर्मियों और नागरिकों पर हमला करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। सिंह ने जोर दिया कि सरकार ऐसी धमकियों और दबाव के आगे नहीं झुकेगी तथा ऐसी उग्रवादी गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए आवश्यक कदम उठायेगी।
उन्होंने कानून को अपने हाथ में लेने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ दृढ़ता से कार्रवाई के अपने रुख को दोहराया और कहा कि सरकार चुप नहीं रहेगी और कड़े कदम उठायेगी। मुख्यमंत्री ने लोगों से प्रदेश के दुश्मनों को पहचानने और एकजुट होकर उनका मुकाबला करने का आह्वान किया।
उन्होंने लोगों से कानून को अपने हाथ में न लेने का आग्रह करते हुए उनसे कहा कि अगर उन्हें कुछ भी संदिग्ध लगे तो वे संबंधित अधिकारियों को सूचित करें या शिकायत करें, ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके। गौरतलब है कि नये साल के आगमन के साथ ही राज्य में हिंसा भड़क उठी और थौबल जिले में अज्ञात हथियारबंद व्यक्तियों ने चार नागरिकों की हत्या कर दी।
सीमावर्ती शहर मोरेह में मणिपुर पुलिस और बीएसएफ कर्मियों पर हमला किया गया। पिछले 48 घंटों में तेंगनौपाल जिले के मोरेह में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के हमले में मणिपुर पुलिस के सात जवान और बीएसएफ का एक जवान घायल हो गये। तलाशी अभियान और तलाशी अभियान जारी है और अतिरिक्त बल भी भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने दो अस्पतालों का दौरा किया जहां पुलिस और नागरिक दोनों घायल लोगों का इलाज चल रहा है।

सोमवार, 4 दिसंबर 2023

दो समूहों के बीच गोलीबारी, 13 लोग मारे गए

दो समूहों के बीच गोलीबारी, 13 लोग मारे गए

इकबाल अंसारी 
इंफाल। मणिपुर के तेंगनौपाल जिले में सोमवार को उग्रवादियों के दो समूहों के बीच हुई गोलीबारी में कम से कम 13 लोग मारे गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह घटना सोमवार दोपहर लीथू गांव में हुई।
तेंगनौपाल जिले के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘म्यांमा जा रहे उग्रवादियों के एक समूह पर इलाके में दबदबा रखने वाले उग्रवादियों के एक अन्य समूह ने घात लगाकर हमला किया।’’ अधिकारियों के अनुसार, मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों को अब तक 13 शव मिले हैं। मारे गए लोगों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि वे स्थानीय नहीं थे। तेंगनौपाल जिले की सीमा म्यांमा से लगती है।

मंगलवार, 24 अक्तूबर 2023

उग्रवादी समूह के 2 सदस्यों को गिरफ्तार किया

उग्रवादी समूह के 2 सदस्यों को गिरफ्तार किया 

इकबाल अंसारी 
इंफाल। मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में, पड़ोसी देश म्यांमा स्थित उग्रवादी समूह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से हथियार एवं गोला-बारूद बरामद किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बताया कि चिन कुकी लिबरेशन आर्मी (सीकेएलए) के सदस्यों की गिरफ्तारी और हथियारों की बरामदगी ने ‘एक बार फिर मणिपुर और हमारे देश दोनों को अस्थिर करने के उद्देश्य से सीमा पार रची गई एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का खुलासा किया है।
’’ पुलिस ने एक बयान में कहा कि सीकेएलए के दो उग्रवादियों को सोमवार को भारत-म्यांमा सीमा पर चाईजांग इलाके से पकड़ा गया। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर कहा, ‘‘मणिपुर पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बलों को एक बड़ी सफलता..., म्यांमा स्थित उग्रवादी समूह सीकेएलए से कई हथियार, गोला-बारूद, मादक पदार्थ और नकदी पकड़ी गई है।
’’ उन्होंने बताया कि जब्त किए गए हथियारों में एके-47, इंसास, स्नाइपर और एम-16 राइफलों के साथ भारी मात्रा में गोला-बारूद शामिल है। उन्होंने बताया कि करीब 2.5 किलोग्राम अफीम, 4.86 लाख रुपये से अधिक नकद और कई अन्य सामान भी बरामद किए गए। मुख्यमंत्री ने लिखा, ‘‘आज सीकेएलए सदस्यों की गिरफ्तारी और हथियारों की बरामदगी ने एक बार फिर मणिपुर और हमारे देश दोनों को अस्थिर करने के उद्देश्य से सीमा पार रची गई एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का खुलासा किया है।

शुक्रवार, 8 सितंबर 2023

बदमाशों का हमला, 1 की मौत, 50 घायल

बदमाशों का हमला, 1 की मौत, 50 घायल 

इकबाल अंसारी 
इंफाल। मणिपुर के काकचिंग जिले के पाल्लेल में फिर से भड़की हिंसा में शुक्रवार को एक समुदाय विशेष के हथियारबंद बदमाशों ने दूसरे समुदाय पर हमला कर दिया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी और करीब 50 अन्य घायल हो गये। करके एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी और इस हमले 50 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। 
पुलिस ने कहा कि हमलावरों की गोलीबारी में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया जिसकी बाद में मौत हो गयी। उसकी पहचान जितेन के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने भारी गोलीबारी की जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। अधिकांश घायलों को काकचिंग के जीवन अस्पताल में भर्ती किया गया है। हमले से आक्रोशित होकर आस-पास के इलाकों के लोग इकट्ठे हो गए और उन्होंने हमले का विरोध किया तथा उस क्षेत्र की ओर मार्च करने की कोशिश की जहां गोलीबारी शुरू हुई थी। 
असम राइफल्स ने हालांकि समय रहते लोगों को रोक दिया। हमले का विरोध करने वालों में अधिकतर महिलाएं थीं। अपुनबा लूप (टकडाल) जिले के थौबल और काकचिंग में मणिपुर हिंसा को नियंत्रित करने में राज्य सरकार की विफलता के विरोध में शुक्रवार और शनिवार को जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है। मणिपुर के मुख्य सचिव विनीत जोशी ने टकडाल से कर्फ्यू हटाने की अपील की है।

शुक्रवार, 18 अगस्त 2023

मणिपुर में हिंसा, कर्मियों को गोलियों से भूना

मणिपुर में हिंसा, कर्मियों को गोलियों से भूना  

इकबाल अंसारी 
इंफाल। राज्य के भीतर भड़क रही हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। तकरीबन 12 दिनों तक रही शांति के बाद आज सवेरे एक बार फिर से राज्य में हिंसा की वारदात को अंजाम दिया गया है। पहाडियों से निकलकर आये हथियारों से लैस बदमाशों ने 3 ग्राम रक्षा कर्मियों को गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया है। 
शुक्रवार को मणिपुर में 12 दिनों की शांति के बाद एक बार फिर से भड़की हिंसा की ज्वाला के अंतर्गत हथियार से लैस बदमाशों ने उखरुल जिले में 3 ग्राम रक्षा कर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी है। तीन लोगों की हत्या की यह वारदात जिला मुख्यालय उखरूल शहर से तकरीबन 47 किलोमीटर दूर स्थित कुकी आदिवासियों के गांव में सवेरे के समय अंजाम दी गई है। इस इलाके में नागा जनजाति तागखुल का प्रभुत्व है। 
उखरूल के पुलिस अधीक्षक एन वॉशुम ने हिंसा की इन घटनाओं की पुष्टि करते हुए कहा है कि मिल रही जानकारी के अनुसार हथियारबंद बदमाशों के एक झुंड ने पूर्व में स्थित पहाड़ियों से गांव में पहुंचकर ग्राम रक्षा वाहिनियों के लोगों पर गोलीबारी शुरू कर दी थी। 
इस घटना में गांव के तीन लोगों की मौत हो गई है। अभी किसी के घायल होने की कोई रिपोर्ट पुलिस को प्राप्त नहीं हुई है।

रविवार, 6 अगस्त 2023

मणिपुर हिंसा: 15 घरों को फूंका, 5 लोगों की मौत

मणिपुर हिंसा: 15 घरों को फूंका, 5 लोगों की मौत    

सुनील श्रीवास्तव    
इंफाल। मणिपुर में अब जबकि हर 75 नागरिक पर एक सुरक्षाकर्मी तैनात है, हिंसा रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। शनिवार को भड़की ताजा हिंसा में भीड़ ने 15 मकानों को फूंक दिया और 5 लोगों की हत्या कर दी। रविवार तड़के 45 वर्षीय एक व्यक्ति को गोली मार दी गई। व्यक्ति को घायल अवस्था में क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया है। फिलहाल  उसकी हालत से खतरे से बाहर है।
आम हड़ताल के बीच हिंसा की घटनाएं
27 विधानसभा क्षेत्रों की कोऑर्डिनेशन कमेटी ने शनिवार को 24 घंटे की आम हड़ताल बुलाई थी। हिंसा की घटनाएं सामने आने के बाद इम्फाल घाटी में सामान्य जनजीवन एक बार फिर पटरी से उतर गया। शनिवार शाम को लैंगोल खेल गांव में हुई है। सूचना मिलने पर सुरक्षाबल के जवान पहुंचे और भीड़ पर काबू पाने के लिए मोर्चा संभाला। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे। पूर्वी इम्फाल जिले के चेकोन इलाके में भी हिंसा की खबर मिली है। वहां शनिवार को एक बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठान में आग लगा दी गई। आसपास के तीन घरों में भी आग लग गई। दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया।
बिष्णुपुर में मैतेई समुदाय के 3 लोगों की हत्या
शुक्रवार की रात बिष्णुपुर जिले में मैतेई समुदाय के तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी। बाद में उपद्रवियों ने कुकी समुदाय के कई घरों में आग भी लगा दी थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कुछ लोग बफर जोन को पार करके मैतेई इलाकों में आए और उन्होंने मैतेई इलाकों में फायरिंग की। बिष्णुपुर जिले के क्वाक्टा इलाके से दो किमी से आगे तक केंद्रीय बलों ने बफर जोन बनाया है।
हथियार लूटकर ले गई थी भीड़
गुरुवार शाम को भी बिष्णुपुर में कई जगहों पर फायरिंग हुई थी, जिसके बाद इलाके में हालात तनावपूर्ण बन गए थे। अनियंत्रित भीड़ की सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प भी हुईं। सुरक्षा बलों ने सात अवैध बंकरों को नष्ट कर दिया था। भीड़ ने बिष्णुपुर जिले में दूसरी आईआरबी यूनिट की चौकियों पर हमला किया था और गोला-बारूद समेत कई हथियार लूटकर ले गए थे। मणिपुर पुलिस ने बताया कि भीड़ ने मणिपुर राइफल्स की दूसरी और 7 टीयू बटालियन से हथियार और गोला-बारूद छीनने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें खदेड़ दिया।

शुक्रवार, 4 अगस्त 2023

मणिपुर हिंसा के विरुद्ध ईसाई समुदाय का विरोध

मणिपुर हिंसा के विरुद्ध ईसाई समुदाय का विरोध  
अखिलेश पांडेय   
इंफाल। संपूर्ण ईसाई समुदाय इस बात पर अपना विरोध प्रकट कर रहा है कि मणिपुर में 3 महीने से अधिक समय से यह मामला चल रहा है। और आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं जो पूरी मानव जाति के लिए शर्म की बात है। भारत एक सर्वधर्म देश है। जहां सभी धर्मों के लोग एक-दूसरे के साथ प्रेम भाव से रहते हैं, लेकिन कुछ शरारती तत्व शरारती चालों के शिकार होकर समय-समय पर आपसी भाईचारे को खत्म कर देश को बांटने में लगे रहते हैं। सबसे ज्यादा जुल्मों का शिकार ईसाई कौम पर चर्चों पर होता रहा है जिसके कारण चल रही सभाओं को भी बंद कर दिया जाता है। पादरी सहिबानों को सरेआम से पीटा जाता है और उनकी हत्या कर दी जाती है और यह शर्म की बात है कि इन घटनाओं के अधिकांश अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है।

गुरुवार, 3 अगस्त 2023

इंफाल: 2 समुदायों के बीच भड़की हिंसा, कर्फ्यू

इंफाल: 2 समुदायों के बीच भड़की हिंसा, कर्फ्यू    

इकबाल अंसारी   
इंफाल। हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर में शांति स्थापित होती दिखाई नहीं दे रही है। बिष्णुपुर जनपद के कई स्थानों पर कुकी एवं मैतेई समुदाय के लोगों के बीच फिर से झड़प होने की खबरें सामने आ रही है। दो समुदायों के बीच झडपे होने के बाद सेना और त्वरित कार्यवाही बल ने आंसू गैस के गोले छोड़कर उपद्रव पर उतारू भीड़ को तितर-बितर किया। सेना की इस कार्यवाही में घायल हुए 17 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। 
एहतियात के तौर पर इंफाल घाटी में अब एक बार फिर से कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। बृहस्पतिवार को मणिपुर के बिष्णुपुर जनपद के कांगवई एवं फोउगाकचाओ में एक बार फिर से कुकी एवं मैतेई समुदाय के बीच जोरदार झड़प हो गई है। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची सेना और त्वरित कार्य बल के जवानों ने मोर्चा संभालते हुए एक दूसरे की जान लेने पर उतारू दोनों समुदाय के लोगों की भीड़ पर आंसू गैस के गोले छोड़कर उन्हें तितर-बितर किया।
सेना की इस कार्यवाही के दौरान 17 लोग घायल हुए हैं जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने हिंसा की घटनाओं को थामने के लिए इंफाल घाटी में एहतियात के तौर पर एक बार फिर से कर्फ्यू को लागू कर दिया है। 
उल्लेखनीय है कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जनपदों में 3 मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अभी तक 160 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।

बुधवार, 2 अगस्त 2023

बेकाबू भीड़ ने 2 घर आग के हवाले किए, कर्फ्यू

बेकाबू भीड़ ने 2 घर आग के हवाले किए, कर्फ्यू

सुनील श्रीवास्तव  
इंफाल। जातीय हिंसा में मणिपुर अभी भी जल रहा है। बुधवार तड़के इंफाल वेस्ट जिले के दो घरों को बेकाबू भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। गनीमत रही कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। जानकारी के मुताबिकए इन घरों में रहने वाले लोग पलायन कर चुके थे।
जिन घरों में आग लगाई गई उनकी सुरक्षा सीआरपीएफ जवान कर रहे थे। गार्ड बदलने के बीच के अंतराल के दौरान भीड़ ने हिंसा को अंजाम दिया। घटना की जानकारी मिलते ही दमकल की गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया और आग पर काबू पा लिया गया।
नियंत्रण में राज्य में हालात- मणिपुर पुलिस
एक अधिकारी ने जानकारी दी कि इम्फाल वेस्ट जिले एक मैतेई। बहुल जिला है। जहां मई में जातीय दंगे शुरू होने के बाद से अधिकांश आदिवासी पलायन कर चुके हैं। मणिपुर पुलिस नियंत्रण कक्ष द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति जारी किया गया। जिसमें जानकारी दी गई कि राज्य में स्थिति अभी भी अस्थिर और तनावपूर्ण लेकिन हालात नियंत्रण में है। राज्य के संवेदनशील इलाकों और सीमांत क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
उग्रवादियों ने सर्टो अहाओ कोम पर किया हमला
इस बीच अधिकारियों ने कहा कि कोम यूनियन मणिपुर के अध्यक्ष सर्टो अहाओ कोम 45 वर्ष को मंगलवार देर रात चुराचांदपुर जिले के चिंगफेई गांव के पास उग्रवादियों द्वारा हमला किए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इंफाल के एक अस्पताल में इलाज करा रहे सर्टो ने संवाददाताओं से कहा कि उग्रवादियों ने उन पर अरामबाई टेंगोल, मैतेई लीपुन और कोकोमी जैसे मैतेई निकायों के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया है।
कई जिलों में बढ़ी कर्फ्यू में छूट की अवधि
मणिपुर सरकार ने कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के मद्देनजर इंफाल पूर्व और पश्चिम जिलों में कर्फ्यू में छूट की अवधि एक घंटे बढ़ा दी है। इंफाल के दोनों जिलों में कर्फ्यू में छूट की अवधि अब सुबह 5 बजे से रात 8 बजे तक थी।

रविवार, 23 जुलाई 2023

आवश्यक वस्तुओं से भरी पहली मालगाड़ी भेजी

आवश्यक वस्तुओं से भरी पहली मालगाड़ी भेजी

मोहम्मद रियाज

इंफाल। न्यू गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से 13 बोगियों वाली एक मालगाड़ी को रविवार को मणिपुर के लिए रवाना किया गया। इस अवसर पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा, “एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर में आवश्यक वस्तुओं से भरी पहली मालगाड़ी को गुवाहाटी माल यार्ड से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है जो तमेंगलोंग जिले के खोंगसांग रेलवे स्टेशन के लिए है।

यह मणिपुर के लिए तेज़ और कुशल कनेक्टिविटी के एक नए युग का प्रतीक है।” खोंगसांग रेलवे स्टेशन राज्य की राजधानी इंफाल से लगभग 106 किमी दूर है और मणिपुर को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए सामान भंडारण के लिए रेलवे स्टेशन पर काम तेज कर दिया गया है। गत तीन मई से कांगपोकपी में राष्ट्रीय राजमार्ग की नाकाबंदी के बाद पेट्रोलियम उत्पादों, भोजन, निर्माण सामग्री सहित आवश्यक आपूर्ति की कमी हो गई है।

इसलिए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मणिपुर यात्रा के दौरान खोंगसांग तक एसेंशियल ट्रांसपोर्ट शुरु करने का निर्णय लिया गया। जिरीबाम से इंफाल तक 111 किमी लंबी रेलवे परियोजना 2004 में शुरू हुई थी और कठिन इलाके के कारण इसके पूरा होने में देरी हुई है। एक बार इस परियोजना के पूरा होने पर इंफाल से जिरीबाम तक की यात्रा ढाई घंटे में तय होने की संभावना है।

शनिवार, 22 जुलाई 2023

मणिपुर घटना से मेरा 'हृदय' दुख से भरा है 

मणिपुर घटना से मेरा 'हृदय' दुख से भरा है 

आनंद यादव

नई दिल्ली। महिलाओं पर यौन हमलों से जुड़ा वीडियो सामने आने के बाद राज्यसभा और लोकसभा में विपक्षी दलों ने पीएम पर निशाना साधा है। गुरुवार से संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत हुई। पीएम मोदी जब संसद पहुंचकर मीडिया से बात करने आए, तो उन्होंने मणिपुर के वायरल वीडियो का ज़िक्र किया था और कहा था कि ‘मणिपुर की घटना से मेरा हृदय दुख से भरा है।‘

पीएम ने कहा था कि ‘ये घटना शर्मसार करने वाली है। पाप करने वाले कितने हैं, कौन हैं वो अपनी जगह है, पर बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है। मैं मुख्यमंत्रियों से अपील करता हूं कि वो मां-बहनों की रक्षा के लिए कदम उठाएं।’

राजस्थान, छत्तीसगढ़, मणिपुर का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘घटना चाहे किसी भी राज्य की हो, सरकार चाहे किसी की भी हो, नारी के सम्मान के लिए राजनीति से ऊपर उठकर काम करें।’ पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं देशवासियों को यकीन दिलाना चाहता हूं कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ है उसे कभी माफ नहीं किया जाएगा। पीएम के इस बयान पर भी विपक्ष पूरी तरह उन पर हमलावर हो गया। जहाँ कांग्रेस ने पीएम की आलोचना इस बात पर किया कि वह ऐसी घटनाओं में भी राजनितिक बयान जारी कर रहे है। वही अन्य विपक्षी दल भी हमलावर है।

इसी क्रम में आज पूर्व क्रिकेटर और राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने मणिपुर की घटना पर कहा कि इसने सबको शर्मसार किया है और यह देश के लिए सही नहीं है। सांसद में पीएम के बयान का भी जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘वो जो दरिंदे हैं, जिन्होंने हमारी देश की बेटी के साथ ऐसा सलूक किया है। जिसके कारण हम सब शर्मनाक होने की कगार पर पहुंच गए। यह देश के लिए सही नहीं है और पीएम ने कल कहा था कि उनको छोड़ा नहीं जाएगा। उचित कार्रवाई होगी। तो वह कार्रवाई हो और जल्द हो।’

गुरुवार, 6 जुलाई 2023

मणिपुर: गोली मारकर एक महिला की हत्या

मणिपुर: गोली मारकर एक महिला की हत्या

ओमप्रकाश चौबे  

इंफाल। मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में एक विद्यालय के बाहर बृहस्पतिवार सुबह अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर एक महिला की हत्या कर दी। अधिकारियों ने बताया कि लाम्फेल थानाक्षेत्र के क्वाकीथेल मायाइ्र कोइबी में यह महिला किसी काम से विद्यालय गयी थी लेकिन वह किसी विद्यालय से जुड़ी नहीं थी। यह घटना पहली से आठवीं तक की कक्षाओं के वास्ते विद्यालय खुलने के बाद हुई है।

हिंसा के कारण दो महीने से विद्यालय बंद थे। इस हत्या के बाद एक जनजातीय संगठन ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। इंडिजिनियस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) नामक संगठन ने इस महिला की पहचान मानसिक रूप से बीमार डोन्नगैहचिंग नामक महिला के रूप में की है, जो स्थानीय लोगों से मिली भीख पर गुजर-बसर करती थी।

आईटीएलएफ ने एक बयान में कहा, ‘‘ हम एक बार फिर केंद्र सरकार से इस अक्षम सरकार को सत्ता से बाहर करने तथा तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की अपील करते हैं।’’ राज्य में पिछले दो महीने में हुई हिंसा में 100 से अधिक लोगों की जान चली गयी तथा 3000 से अधिक घायल हुए हैं।

शुक्रवार, 16 जून 2023

मणिपुर: केंद्रीय मंत्री सिंह के घर में आग लगाई 

मणिपुर: केंद्रीय मंत्री सिंह के घर में आग लगाई 

इकबाल अंसारी 

इंफाल। मणिपुर में रह-रहकर हिंसा हो रही है। राजधानी इंफाल में केंद्रीय मंत्री आरके रंजन सिंह के घर में आग लगा दी गई। अधिकारियों ने बताया कि ये घटना जिस वक्त हुई केंद्रीय मंत्री घर पर नहीं थे। इंफाल में कर्फ्यू के बावजूद भीड़ मंत्री आवास तक पहुंच गई। मंत्री के आवास पर सुरक्षाकर्मी भी तैनात थे।

मैतेई और कुकी समुदाय के बीच दो महीने से तनाव चल रहा है। कुछ दिन पहले गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे थे। वहां उन्होंने कई बैठकें की और लोगों ने शांति की अपील भी की। उन्होंने कहा था कि कोर्ट के एक आदेश के कारण राज्य में हिंसा भड़की है। स्थानीय विधायकों ने अपने घरों के आगे एक बॉक्स लगा दिया है। इसमें लिखा गया है कि लूटे और छीने हथियारों को इस बॉक्स में फेंक दे।

मणिपुर: केंद्रीय मंत्री सिंह के घर में आग लगाई 

मणिपुर: केंद्रीय मंत्री सिंह के घर में आग लगाई 

इकबाल अंसारी 

इंफाल। मणिपुर में रह-रहकर हिंसा हो रही है। राजधानी इंफाल में केंद्रीय मंत्री आरके रंजन सिंह के घर में आग लगा दी गई। अधिकारियों ने बताया कि ये घटना जिस वक्त हुई केंद्रीय मंत्री घर पर नहीं थे। इंफाल में कर्फ्यू के बावजूद भीड़ मंत्री आवास तक पहुंच गई। मंत्री के आवास पर सुरक्षाकर्मी भी तैनात थे।

मैतेई और कुकी समुदाय के बीच दो महीने से तनाव चल रहा है। कुछ दिन पहले गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे थे। वहां उन्होंने कई बैठकें की और लोगों ने शांति की अपील भी की। उन्होंने कहा था कि कोर्ट के एक आदेश के कारण राज्य में हिंसा भड़की है। स्थानीय विधायकों ने अपने घरों के आगे एक बॉक्स लगा दिया है। इसमें लिखा गया है कि लूटे और छीने हथियारों को इस बॉक्स में फेंक दे।

सोमवार, 22 मई 2023

2 बदमाशों ने दुकानें बंद करने के लिए बाध्य किया

2 बदमाशों ने दुकानें बंद करने के लिए बाध्य किया

इकबाल अंसारी 

इंफाल। मणिपुर के पूर्वी इंफाल जिले में हथियारबंद दो बदमाशों ने सोमवार को लोगों को अपनी दुकानें बंद करने के लिए बाध्य किया, जिसके बाद एक बार फिर हिंसा भड़क उठी और भीड़ ने दो घरों में आग लगा दी। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हालांकि, आगजनी की इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। भीड़ ने एक बदमाश की पिटाई भी की, जबकि दूसरा भागने में सफल रहा।

दोनों को हिरासत में ले लिया है। क्षेत्र में तैनात सेना के जवान घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया और आंसूगैस के गोले दागे जिससे कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं। स्थानीय लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर इस घटना का विरोध किया। पूर्वी इंफाल जिले में पहले कर्फ्यू में ढील दी गई थी। लेकिन, इस घटना के बाद उसे कड़ा कर दिया गया।

बुधवार, 10 मई 2023

11 जिलों में 5 से 6 घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील

11 जिलों में 5 से 6 घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील

इकबाल अंसारी 

इंफाल। हिंसा प्रभावित मणिपुर में स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है और बीते दो दिनों में राज्य में हिंसा की कोई नई घटना नहीं सामने आई है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंफाल पश्चिम, बिष्णुपुर, चुराचांदपुर और जिरिबाम सहित 11 प्रभावित जिलों में बुधवार को सुबह पांच बजे से छ: घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई।

मंगलवार को इन जिलों में कर्फ्यू में चार घंटे की ढील दी गई थी। मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय द्वारा उसे अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर हुई जातीय हिंसा में कम से कम 60 लोग मारे गए हैं, करीब 231 लोग घायल हुए हैं और हजारों अन्य विस्थापित हो गए हैं। सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री सपम रंजन सिंह ने बताया कि विस्थापित हुए 30,000 लोगों में से 26,000 को हिंसा प्रभावित जिलों से सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है, जबकि 4,000 लोगों ने अपने घरों के पास बनाए गए राहत शिविरों में शरण ली है। अधिकारियों के मुताबिक, भारतीय सेना और असम राइफल्स के कुल 128 ‘कॉलम’ ने प्रभावित क्षेत्रों में फ्लैग मार्च बुधवार को भी जारी रखा और मानवरहित हवाई वाहनों (यूएवी) की मदद से चौबीसों घंटे हवाई निगरानी की।

रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी ने एक बयान जारी कर कहा, “भारतीय सेना ने असम राइफल्स के साथ मिलकर सुरक्षा ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से फिर से आकार दिया है और मणिपुर में, विशेष रूप से मौजूदा सुरक्षा स्थिति की पृष्ठभूमि में कई संसाधनों का इस्तेमाल किया गया है, जिसके चलते स्थिति अब सामान्य होती दिखाई देने लगी है और लोग अब अपने घरों की ओर लौट रहे हैं।

फंसे हुए लोगों को अपनों से मिलाने का काम भी शुरू हो गया है।” बयान में कहा गया है, “भारतीय सेना न केवल भीतरी इलाकों में, बल्कि भारत-म्यांमा सीमा पर स्थित क्षेत्रों में भी निगरानी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। मानव रहित हवाई वाहनों के माध्यम से चौबीसों घंटे निगरानी, ​​भारतीय वायुसेना और सेना के एमआई 17 व चीता हेलीकाप्टरों की तैनाती तथा जमीनी स्तर पर स्थानीय लोगों में विश्वास बहाली के लिए कई पैदल गश्त और फ्लैग मार्च का सहारा लिया जा रहा है।”

बयान में सेना ने लोगों से यह भी आग्रह किया है कि वे ‘गलत व्याख्या या तथ्यों की गलतबयानी के जरिये सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के दुर्भावनापूर्ण प्रयासों’ के झांसे में न आएं, क्योंकि ‘विरोधी तत्व एक बार फिर दुर्भावनापूर्ण असत्यापित सामग्री के प्रसार का प्रयास कर सकते हैं।’ सेना ने कहा है, “चूंकि, मणिपुर में समुदायों के बीच धीरे-धीरे शांति और सद्भाव बहाल होता दिखाई दे रहा है, ऐसे में दुश्मन तत्व एक बार फिर दुर्भावनापूर्ण असत्यापित सामग्री फैलाने का प्रयास कर सकते हैं।

भारतीय सेना और असम राइफल्स जल्द से जल्द पूरी तरह से सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि गलत व्याख्या या तथ्यों की गलतबयानी के जरिये क्षेत्र में सद्भाव को बिगाड़ने के किसी भी दुर्भावनापूर्ण प्रयास को कामयाब न होने दें।”

शनिवार, 6 मई 2023

7 मई को होने वाली परीक्षा नीट-यूजी स्थगित 

7 मई को होने वाली परीक्षा नीट-यूजी स्थगित 

इकबाल अंसारी 

इंफाल। मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए सात मई को होने वाली मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी को स्थगित कर दिया गया है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को यह घोषणा की। एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जिन उम्मीदवारों का परीक्षा केंद्र मणिपुर में है, उनके लिए नयी तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी।

इससे पहले दिन में, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने एनटीए को मणिपुर में मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए परीक्षा स्थगित करने के लिए पत्र लिखा था। मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय द्वारा उसे अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में ‘ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर’ (एटीएसयूएम) की ओर से बुधवार को आयोजित ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के दौरान चुराचांदपुर जिले के तोरबंग क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी।

शनिवार, 4 फ़रवरी 2023

इंफाल: फैशन शो के आयोजन स्थल के पास धमाका

इंफाल: फैशन शो के आयोजन स्थल के पास धमाका

इकबाल अंसारी 

इंफाल। इंफाल में एक फैशन शो के आयोजन स्थल के पास शनिवार को शक्तिशाली धमाका हुआ। इस कार्यक्रम में रविवार को अभिनेत्री सनी लियोनी को हिस्सा लेना था। एक अधिकारी ने बताया कि हालांकि, मणिपुर की राजधानी के हट्टा कांगजेइबंग इलाके में हुई घटना में कोई घायल नहीं हुआ। 

यह विस्फोट शनिवार सुबह करीब साढ़े छह बजे आयोजन स्थल से महज 100 मीटर की दूरी पर हुआ। अधिकारी ने बताया कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि विस्फोट में आईईडी का इस्तेमाल किया गया या ग्रेनेड का। उन्होंने कहा कि फिलहाल किसी भी उग्रवादी संगठन ने इस धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है।

25 जनवरी को भी हुआ था ब्लास्ट 
इससे पहले मणिपुर के उखरूल जिले में 25 जनवरी को ब्लास्ट हुआ है। शाम करीब साढ़े पांच बजे गांधी सर्कल में आईईडी के जरिए ब्लास्ट किया गया था। इस ब्लास्ट से आसपास खड़ी कारों के क्षतिग्रस्त होने की खबर है। 

रविवार, 13 नवंबर 2022

20 वर्षों में भूमि को 300 एकड़ के जंगल में बदला

20 वर्षों में भूमि को 300 एकड़ के जंगल में बदला

इकबाल अंसारी 

इंफाल। मणिपुर के पश्चिम इंफाल जिले में 47 वर्षीय व्यक्ति ने 20 वर्षों में बंजर भूमि को 300 एकड़ के जंगल में बदल दिया, जिसमें विभिन्न प्रकार के पौधों की प्रजातियां हैं। जिले के उरीपोक खैदेम लीकाई इलाके के रहने वाले मोइरंगथेम लोया ने करीब 20 साल पहले इंफाल शहर के बाहरी इलाके लंगोल हिल रेंज में पेड़ लगाना शुरू किया था।

बचपन से प्रकृति प्रेमी रहे लोया ने बताया, ‘‘2000 की शुरुआत में चेन्नई से अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद जब मैं कोबरू पर्वत पर गया तो मैं पहले की सघन वनस्पतियों की कटाई से स्तब्ध था, जो कोबरू पर्वत श्रृंखलाओं की पहचान थे। मुझे प्रकृति मां को वो सबकुछ लौटाने की तीव्र इच्छा महसूस हुई, जिसे हम इंसानों ने आधुनिक समय में नष्ट कर दिया है।’’

यह खोज उन्हें जल्द मारू लंगोल में ‘‘पुंशिलोक मारू’’ या ‘‘स्प्रिंग ऑफ लाइफ’’ लेकर गया, जो राजधानी इंफाल शहर के बाहरी इलाके में लैंगोल हिल रेंज में है। उन्होंने बताया, ‘‘मैं यात्रा के दौरान गलती से उस जगह पहुंच गया। मैंने महसूस किया कि झूम की खेती के कारण जो क्षेत्र बंजर था, उसे समय और समर्पण के साथ घने हरे-भरे जंगल में बदला जा सकता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह जगह छह साल तक मेरे लिए एक घर की तरह था, क्योंकि मैं एक झोपड़ी में रहता था, जिसे मैंने खुद बांस, ओक, कटहल के पेड़ और सागवान की लकड़ी से बनाया था।’’ वाइल्ड लाइफ एंड हैबिटेट प्रोटेक्शन सोसाइटी (डब्ल्यूएएचपीएस) की स्थापना करने वाले लोया (47) ने कहा, ‘‘मैं अपनी जेब से पैसे लगाकर पौधे खरीदता और जब भी संभव होता इसे लगाता।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वृक्षारोपण ज्यादातर मानसून के मौसम से पहले किया जाता है और इस दौरान वनस्पति विकास हमेशा तेज होता है।’’ राज्य के वन अधिकारियों ने लोंगोल पर्वत श्रृंखला में पेड़ लगाने में लोया के प्रयास का समर्थन किया है।वन अधिकारियों ने कहा कि 300 एकड़ के जंगल में पौधों की 100 से अधिक प्रजातियां हैं, बांस की लगभग 25 किस्में हैं, यहां हिरण, साही और सांप की प्रजातियां भी हैं। अधिकारियों ने बताया कि करीब 20 साल पहले यह जमीन बंजर थी।

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई

एससी ने एसबीआई को कड़ी फटकार लगाई  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को कड़ी फटकार लग...