राहुल ने पीएम मोदी का बनाया मजाक, भाजपा बोली- ‘अज्ञानता का कोई इलाज नहीं।
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच विज्ञान के सवाल को लेकर तकरार जारी है। यह तकरार तब शुरू हुई जब राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी ने एक वैश्विक पवन ऊर्जा के सीईओ के साथ बातचीत के दौरान यह सुझाव दिया कि क्या पवन ऊर्जा के माध्यम से हवा से पानी निकाला जा सकता है, का मजाक बनाया।
राहुल ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री मोदी और वेस्टस के सीईओ हेनरिक एंडरसन की बातचीत का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, “भारत के लिए वास्तविक खतरा यह नहीं है कि हमारे प्रधानमंत्री को समझ नहीं है। खतरा यह है कि उनके आसपास किसी में भी उन्हें कुछ बताने की हिम्मत नहीं है।”
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल को जवाब देते हुए कहा, “राहुल गांधी के आसपास किसी को भी यह बताने की हिम्मत नहीं है कि वह नहीं समझते हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों का मजाक उड़ा रहे हैं, जबकि दुनिया की अग्रणी कंपनी के सीईओ ने उनकी सराहना की है।” गोयल ने एक विदेशी मीडिया हाउस के हवा से पानी निकालने का हवाला देने वाला लिंक साझा किया।
भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल को ‘एंटाइटल्ड ब्राट’ और ‘क्लूलेस’ बताया। उन्होंने कहा, “अज्ञानता का कोई इलाज नहीं है। राहुल को लगता है कि पूरे विश्व में जैसे वह है, वैसा ही सब हैं।” उन्होंने आगे कहा, “वह प्रधानमंत्री के विचारों का तब मजाक बना रहे हैं, जब दुनिया की प्रमुख पवन ऊर्जा कंपनी के सीईओ उन्हें प्रेरणादायक बताया है। वीडियो के अंतिम बिट को स्वयं पोस्ट करें।”
वेस्टस के सीईओ प्रधानमंत्री मोदी की बात सुनने के बाद मुस्कुराते हुए कहते हैं कि उनके विचार कंपनी के वैज्ञानिकों को चुनौती देंगे और साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को डेनमार्क में कंपनी का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी राहुल का मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा, “राहुलजी कल सुबह कृपया रात को उठें और उन दो वैज्ञानिक पत्रों को पढ़ें जिन्हें मैंने इसके साथ जोड़ा है। हालांकि मुझे यकीन है कि आपके गैर-कार्यशील मानसिक ‘टर्बाइन’ की स्थिति को देखते हुए आप इस विषय की जटिलता को नहीं समझ पाएंगे।” पात्रा ने कुछ पत्रिकाओं का लिंक भी साझा किया, जिससे पता चला कि पवन टर्बाइन पतली हवा से पानी बना सकते हैं।