कर्नाटक: मतदाताओं के नाम सूची से हटाने का आरोप
इकबाल अंसारी
बेंगलुरु। कर्नाटक के बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) की मतदाता सूची पुनरीक्षण में चिलूम संस्थान पर छ: लाख से ज्यादा मतदाताओं के नाम सूची से हटाने का आरोप के बाद यह संस्थान संदेह के दायरे आ गया है। बीबीएमपी के विशेष आयुक्त रंगप्पा ने चिलूम संस्थान के बारे में बताते हुए आज कहा कि पहचान पत्र कार्ड का दुरुपयोग केवल बीबीएमपी महादेवपुर निर्वाचन क्षेत्र में होता है। किसी अन्य क्षेत्र में कोई दुरुपयोग नहीं पाया गया। चिलूम संस्था द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर ऑडिशन और विलोपन प्रक्रिया नहीं की गई है। मतदाता सूची को लेकर कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है। यह सच है कि लिखित सूचना कल चुनाव अधिकारी से प्राप्त हुई थी। उन्होंने कहा कि बीबीएमपी के मुख्य आयुक्त द्वारा चुनाव आयोग को एक रिपोर्ट दी जाएगी।
बीबीएमपी ने 243 वार्डों के चुनाव के लिए मतदाता सूची में संशोधन किया था। चिलूम संस्था के कर्मचारी पहले ही ब्लॉक स्तर के अधिकारी (बीएलओ) के रूप में पहचान पत्र बना चुके हैं और घर-घर जाकर जानकारी एकत्र कर रहे हैं। बीबीएमपी ने बीएलओ द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर मतदाता सूची में संशोधन किया है। जिसमें कुल 6,69,652 मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि जिन लोगों के नाम हटाया गया है, उनमें जीवित लोगों के नाम भी शामिल हैं। ऐसा संदेह जताया गया है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण के पीछे चिलूम संगठन का हाथ है। हर विधानसभा क्षेत्र से हजारों नाम काटे जा चुके हैं।
यलहंका विधानसभा क्षेत्र के 21,968 मतदाताओं के नाम, केआरपुरम निर्वाचन क्षेत्र के 39,763 मतदाताओं, बत्रायनपुरा निर्वाचन क्षेत्र के 30,757 मतदाताओं के नाम हटाये गये हैं | इसके अलावा यशवंतपुर 35,829, आर.आर.नगर 33,009, दासराहल्ली 35,086, महालक्ष्मी लेआउट 20,404, मल्लेश्वरम 11,788, हेबब्बाल 20,039, पुलकेशी नगर 22,196, सर्वज्ञा नगर 28,699, सी वी रामन नगर 21,457, शांतिनगर 14,679, गांधीनगर 16,386 , चिक्कपेटे 16,231, बसवनगुडी 18,388, पद्मनाभ नगर 17,435, बीटीएम लेआउट 16,141, जयनगर 13,061, महादेवपुर 33,376, बोम्मनहल्ली 31,157, बेंगलुरु दक्षिण 45,927, अनेकल 24,279 मतदाताओं के नाम हटाए गए।
कुछ लोगों ने अपना नाम मतदाता सूची से हटाये जाने की बात कही है। एक मतदाता ने कहा कि मेरा नाम छह महीने पहले मतदाता सूची में था। अब नाम हटा दिया गया है और हमारे परिवार के चार सदस्यों के नाम भी इस सूची से छूट गए हैं।