बुधवार, 22 अप्रैल 2020

पशु-पक्षियों की भूख का ध्यान रखें

भीलवाड़ा। कोरोना वैश्विक महामारी की वजह से देश में लोकडाउन लगा है। कोविड-19 से उत्पन्न हुई संकट की छाया भी बेजुबान पशु पक्षियों पर पर भी पड़ने लगी है इन दिनों बेजुबान जानवरों के सामने दाने पानी की समस्या को देखते हुए नोएडा के सेक्टर 78 में रहने वाली सलोनी सिंह तथा एंटरटेनमेंट पेज 3 में सबसे आगे रहने वाली आजकल अपना ज्यादा समय बेजुबान आवारा पशुओं व जानवरों की देखभाल में लगा रही है। उनका अधिकतर समय आवारा पशुओं के खाने में समय-समय पर दूध और बिस्कुट देने में गुजर रहा हैं। सलोनी सिंह ने संदेश के जरिए अपील की कि है मानवता के लिए विकट समय है। इसमें प्रत्येक व्यक्ति की मानवीय सोच ही दुनिया को सुरक्षित रख सकती है सलोनी सिंह का कहना है कि कि कुछ लोग सोशल मीडिया में अफवाह फैला रहे हैं, कि जानवर से भी कोरोना फैल सकता है जो कि ये अफवाह है और ये गलत मैसेज जा रहा है। उनका कहना है की बेजुबान पशुओं पक्षी तथा प्राणी की रक्षा करना हमारी संस्कृति रही है तथा यही हमारा परम धर्म है। सोनाली सिंह ने अनावश्यक रूप से घर से बाहर ना निकलने मुंह पर मास्क का प्रयोग करने तथा अपने आस पास पड़ोस का भी ध्यान रखने की अपील की।


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सावधानी बरतें, सतर्क रहें।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


अप्रैल 23, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-256 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, अप्रैल 23, 2020
3. शक-1943, वैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि- प्रतिपदा, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 06:02,सूर्यास्त 06:51।


5. न्‍यूनतम तापमान 20+ डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


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मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

603 लोगों की मौत, 18985 संक्रमित

नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 1329 नये मामले दर्ज किये जाने के साथ ही संक्रमितों की संख्या 19 हजार के पास पहुंच गयी तथा इस दौरान इस संक्रमण के कारण 44 और लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 600 के पार हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार शाम जारी किये गये आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस का प्रकोप देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैल चुका है।



  1. पूरे देश में कोरोना संक्रमण के अब तक 18985 मामलों की पुष्टि हुयी है जिनमें 77 विदेशी मरीज शामिल हैं। कोरोना वायरस से अब तक 603 लोगों की मौत हुयी है। कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने की रफ्तार भी तेज हुई है और पिछले 24 घंटों में कोरोना से संक्रमित 718 लोगों के स्वस्थ होने के साथ ऐसे लोगों की संख्या 3260 पर पहुंच गयी है। कोरोना वायरस से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या में एक दिन में 466 की वृद्धि दर्ज की गयी और कुल आंकड़े 4669 पर पहुंच गये। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में नौ और लोगों की मौत के बाद इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 232 हो गयी है। राज्य में 572 संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं। संक्रमितों की संख्या के मामले में दूसरे स्थान पर देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली है जहां अब तक कुल 2081 लोग इस महामारी से संक्रमित हुए हैं तथा 47 लोगों की मृत्यु हुई है। राजधानी में कुल 431 लोग ठीक भी हुए हैं। इसके बाद गुजरात में सबसे अधिक लोग इससे संक्रमित हुए हैं। गुजरात में अब तक 2066 लोग इससे प्रभावित हुए हैं तथा 77 लोगों की मृत्यु हुई है। राज्य में इस बीमारी से 131 लोग अब तक ठीक भी हुए हैं। राजस्थान में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 1576 हो गया। राज्य में संक्रमण से 11 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 25 हो गयी है।मध्य प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1540 हो गई है तथा इसके कारण मरने वालों का आंकड़ा 76 हो गया है। तमिलनाडु में 42 नये संक्रमित सामने आये हैं और संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1520 हो गई हैं तथा मृतकों की संख्या 17 हो गयी है। वहीं 457 लोग ठीक भी हुए हैं। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1294 हो गई है तथा 20 लोगों ने अब तक इसके कारण जान गंवाई हैं। तेलंगाना में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 919 हो गयी है और मृतकों की संख्या 23हो गयी है। केरल में 408 लोग संक्रमित हुए हैं और तीन लोगों की मौत हुई है। दक्षिण भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश में 757 और कर्नाटक में 415 लोग संक्रमित हैं तथा इन राज्यों में क्रमश: 22 और 17 लोगों की जान गयीं हैं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संक्रमितों की संख्या 368 हो गयी है और पांच लोगों की इससे मौत हुई है। लव अग्रवाल ने बताया कि देश के अनेक गैर-काेविड अस्पतालों में मरीजों और कोविड समर्पित अस्पतालों में चिकित्सा कर्मियों के संक्रमण से पीड़ित होने संबंधी रिपोर्टें मिली हैं और इसे केन्द्र सरकार ने गंभीरता से लिया है तथा मंत्रालय ने कई दिशा-निर्देश जारी किये हैं। इसके लिए अस्पतालों की संक्रमण नियंत्रण सेंटर समिति को जिम्मेदारी सौंपी गई है और जो भी अस्पताल कर्मी पॉजिटिव पाया जाए उसका वहीं पर इलाज किया जाए और केवल एक ही विशेषज्ञ को यह जिम्मेदारी दी जाए। इसके अलावा ऐसे पीड़ितों को हाईड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा दी जानी जरूरी है और यह दवा उनके संपर्क सूत्रों को भी सात हफ्तों तक दी जाएगी तथा उन पर होने वाले दुष्प्रभावों की नियमित जांच को भी करने को कहा गया है। अस्पतालों में नियमित सर्जरी को लेकर भी एक कंटीनजेंसी प्लान बनाने को कहा गया है। पीड़ित स्वास्थ्य कर्मी को ड्यूटी रोस्टर से हटाए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने कोरोना वायरस के गंभीर मरीजों के वास्ते ड्रग के लिए “रैंडम सैंपलिंग’ करने का निर्णय लिया है और ऐसे मरीजों में ग्राम निगेटिव सैप्सिस टेस्ट तथा उनके शरीर में पाए जाने वाले एक एंजाइम साइटोकिनिन के भीतर एक असामान्य असंतुलन पैदा हो जाता है और यही उनकी मौत का कारण बनता है लेकिन इस एंजाइम के लोड को कम करने के लिए तथा उन पर दवा के असर को जानने के लिए इस ड्रग के ट्रायल की मंजूरी दी गई है। इसके अलावा जैव प्रौद्योगिकी विभाग को चिकित्सा उपकरणों, ड्रग्स, निदान,थैराप्यूटिकल और वैक्सीन संबंधी 500 प्रस्ताव प्राप्त हुए थे और इनमें से 16 को फंडिंग की सिफारिश की जा चुकी है तथा यह मल्टीफैसिटेड शोध जल्दी ही शुरू कर दिया जाएगा। लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के लिए डीएन वैक्सीन के लिए समर्थन दिया जा रहा है। रिकाम्बीनेंट बीसीजी वैक्सीन के तीसरे चरण पर भी काम हो रहा है। इसके अलावा देश में मॉलिक्यूलर रैपिड डायग्नोस्टिक्स किट पर भी काम हो रहा है।


सिविल सेवकों के प्रयासों की सराहना

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सिविल सेवा दिवस पर सिविल सेवकों के कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम के लिए किये गये प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दी है। 
मोदी ने ट्वीट कर कहा, “आज सिविल सेवा दिवस पर मैं सभी सिविल सेवकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूँ। मैं भारत में कोविड -19 को हराने के उनके प्रयासों की सराहना करता हूँ। वे चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं, जरूरतमंद लोगों की सहायता कर रहे हैं और सुनिश्चित करते हैं कि हर कोई स्वस्थ हो।”


'मौत' से बहुत बड़ी होती है 'भूख'

कोरोना से बड़ी भूख / तेलंगाना से 100 किमी पैदल चली 12 साल की बच्ची, छत्तीसगढ़ के बीजापुर में अपने घर से 14 किमी पहले तोड़ा दम


केन्द्र प्रदेश सरकारों के भोजन उपलब्ध कराने राहत सामग्री बितरण करने के  दावों पर भी लगा भ्रष्टाचार का ग्रहण


बीजापुर। लॉकडाउन के कारण देश भर में कई लोगों के रोजगार छिन गए हैं। तो भोजन के बिना लोगो की मौत भी हो रही है  बड़े शहर गए लोग अपने गांव लौटना चाह रहे। इस आस में कि रूखी-सूखी ही सही, लेकिन दो वक्त राेटी का जुगाड़ हो सके। यही आस लिए तेलंगाना के पेरूर गांव से 12 साल की मासूम पैदल अपने छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के गांव आदेड़ के लिए चली। रास्ते में तबीयत बिगड़ गई, फिर भी तीन दिन में करीब 100 किमी का सफर पूरा किया। लेकिन अपने गांव से महज 14 किमी पहले बच्ची ने दम तोड़ दिया उसके साथ गांव के 11 दूसरे लोग भी थे,


लेकिन जंगल के रास्ते उसे किसी तरह का इलाज नहीं मिल सका।साथ के लोग यही बता सके कि बच्ची के पेट में दर्द हो रहा था। बीजापुर के आदेड़ गांव की जमलो मड़कम अपने ही गांव के कुछ लोगों के साथ रोजगार की तलाश में दो महीने पहले तेलंगाना के पेरूर गांव गई हुई थी। वहां उन्हें मिर्ची तोड़ने का काम मिला। लाॅकडाउन में काम बंद हो गया, इन्होंने कुछ दिन तो वहीं बिताए। किसी तरह खाने-पीने का इंतजाम किया। लेकिन लॉकडाउन लंबा खिंचने के बाद इनके सामने रोटी का संकट खड़ा हाे गया, तब 16 अप्रैल को जमलो और गांव के 11 दूसरे लोग तेलंगाना से वापस बीजापुर के लिए पैदल ही निकले। दूसरे दिन जमलो की तबीयत बिगड़ी, किसी तरह 17 तारीख बीती, यह दल करीब 100 किमी चलकर 18 अप्रैल को मोदकपाल इलाके के भंडारपाल गांव के पास ही पहुंचा था कि जमलो ने दम तोड़ दिया। जमलो अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी।


इकलौती बच्ची के लौटने का इंतजार था, घर पहुंची मौत की खबर


बच्ची की मौत की खबर मिलने के बाद प्रशासन की टीम गांव पहुंची। एहतियातन अन्य मजदूरों को क्वारैंटाइन किया गया है। उन्हीं लोगों में से किसी ने गांव पहुंचकर इकलौती बेटी की मौत की खबर दी तो पिता आंदोराम मड़कम और मां सुकमती जिला अस्पताल पहुंचे। सोमवार को बीजापुर में पोस्टमार्टम के बाद जमलो का शव माता-पिता को सौंपा दिया गया। पिता आंदोराम ने कहा कि उन्हें तो अपनी बेटी के लौटने का इंतजार था, लेकिन घर उसकी मौत की खबर पहुंची। साथ आए सभी लोगों को अलग रखा गया है, इसलिए यह भी नहीं पता चल सका है कि बच्ची को हुआ क्या था।


सभी ग्रामीण क्वारैंटाइन, बच्ची का सैंपल निगेटिव
सीएमएचओ डाॅ. बीआर पुजारी ने बताया कि बच्ची की मौत की सूचना मिलते ही उसका शव बीजापुर लाया गया। उसके साथ पैदल सफर कर रहे सभी मजदूरों को क्वारैंटाइनकिया गया है। एहतियातन शव का कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल भी भेजा गया। जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। ऐसा लग रहा कि इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस की कमी से बच्ची की मौत हुई है। हालांकि पीएम रिपोर्ट के बाद ही वजह पता चल पाएगी।


1 वर्ष में 184 को दी मौत की सजा

सऊदी अरब में मौत की सजा आम बात है। साल 2019 में इस देश में 184 लोगों को मौत की सजा दी गई। इससे पहले कभी किसी साल इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मौत की सजा नहीं दी गई थी।


रियाद। सऊदी अरब में 184 लोगों को मौत की सजा दी गई। इससे पहले कभी किसी साल इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मौत की सजा नहीं दी गई थी। आपको बता दें कि सऊदी अरब में मौत की सजा आम बात है। जब दुनिया में मौत की सजाएं कम हो रही हैं तब इस देश में मौत की सजा का आंकडा बढ़ता जा रहा हैैं। मंगलवार को डेथ पेनल्टी के ग्लोबल रिव्यू में पता चला कि 2019 में सऊदी अरब ने 184 लोगों को नौत की सजा दी।


चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया  इकबाल अंसारी  चेन्नई। देश में इन दिनों आईपीएल की धूम मची हुई है। गत चैम्पियन चेन्नई सुपर...