गुरुवार, 2 जुलाई 2020

एयर फोर्स को मजबूत करेगा 'राफेल'

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली/पैरिस। दिप्रिंट को पता चला है कि भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध के बीच कम से कम चार राफेल लड़ाकू विमान 27 जुलाई को अंबाला में लैण्ड करने वाले हैं और अपेक्षित समय से पहले ही लड़ाई के लिए तैयार हो जाएंगे, क्योंकि फ्रांस ने अपने अत्याधुनिक मिसाइलों की वो शुरुआती खेप भारत को दे दी है, जो उसकी एयरफोर्स में जानी थी।


एक सूत्र ने बताया, ‘एयरक्राफ्ट की डिलीवरी के लिए भारत और फ्रांस के बीच 27 जुलाई की तारीख़ तय हुई है। चार विमान तो निश्चित रूप से आएंगे, जबकि कोशिश ये की जा रही है कि कुल 6 जेट्स आ जाएं। सूत्रों के अनुसार, इन जेट्स को अपेक्षित समय से पहले लड़ाई के काम में लगाया जा सकता है, चूंकि फ्रांस ने अपने कुछ सबसे आधुनिक मिसाइल्स – मीटियॉर और स्कैल्प- जो उसकी अपनी एयरफोर्स के लिए थे। भारत के राफेल जेट्स के लिए दे दिए हैं। पहले ये मिसाइल लड़ाकू जेट्स की डिलीवरी के कुछ महीनों के बाद दिए जाने थे। दिप्रिंट ने सबसे पहले 20 मार्च को ख़बर दी थी कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण राफेल फाइटर जेट्स की मई में होने वाली डिलीवरी में देरी हो सकती है। 14 अप्रैल को दिप्रिंट ने ख़बर दी कि ये डिलीवरी जुलाई में की जाएगी। दो मिड-एयर रीफ्यूलर्स के साथ यूएई के रास्ते आएंगे विमान
योजना के मुताबिक़ राफेल जेट्स फ्रांस के इस्त्रेस से उड़ान भरेंगे और यूएई में अबू धाबी के पास अल-धफरा के फ्रांसीसी हवाई ठिकाने पर उतरेंगे। वहां रात बिताने के बाद ये विमान हरियाणा के अंबाला के लिए निकलेंगे, जो इंडियन एयर फोर्स (आईएएफ) की 17वीं स्क्वॉड्रन ‘गोल्डन एरोज़’ का ठिकाना है। एक दूसरे सूत्र ने दिप्रिंट को बताया, ‘इन फाइटर्स को भारतीय पायलट्स उड़ाएंगे, जो सीधा 10 घंटे तक उड़ेंगे (अल धफरा तक) वो रात भर वहीं रुकेंगे और अगले दिन अंबाला के लिए निकल पड़ेंगे। सूत्रों ने बताया कि शुरूआती प्लान ये था कि ये विमान कई देशों में रुकते हुए आएंगे। लेकिन फिर कोविड महामारी का मतलब ये हुआ कि पायलट को हर बेस पर क्वारंटीन करना पड़ता। अब ये तय किया गया है कि फ्रेंच एयरबस के दो मिड-एयर रिफ्यूलर्स, जेट्स के साथ उड़ान भरेंगे। सूत्रों ने बताया कि यूएई के रास्ते में कम से कम दो बार मिड-एयर रीफ्यूलिंग की जाएगी। अगले दिन अंबाला की यात्रा के लिए भारत के मिड-एयर रीफ्यूलर्स उनके साथ हो जाएंगे। भारतीय वायु सेना के पायलट्स अभी फ्रांस में रीफ्यूलिंग की ट्रेनिंग ले रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि ये पहले ट्रेनिंग का हिस्सा नहीं था।


फ्रांस ने अपने मिसाइल्स भारत को दिए
सूत्रों ने बताया कि सितम्बर 2016 में भारत और फ्रांस के बीच साइन किए गए समझौते में कहा गया था कि राफेल की डिलीवरी मई 2020 में की जाएगी और मुख्य हथियारों का पैकेज अक्तूबर में आएगा। लेकिन अनुरोध के बाद फ्रांस ने अपने वो मिसाइल्स भारत को दे दिए, जो उसकी अपनी एयर फोर्स को जाने थे। वो जल्दी आना शुरू हो गए हैं। इन मिसाइलों में बियॉण्ड विज़ुअल रेंज (बीवीआर) हवा से हवा में मार करने वाला और 120 किलोमीटर दूर के लक्ष्य को निशाना बनाने में सक्षम मिसाइल- मीटियॉर और लंबी दूरी का हवा से ज़मीन पर मार करने वाला क्रूज़ मिसाइ-स्कैल्प शामिल है, जो 600 किलोमीटर दूर के लक्ष्य को निशाना बना सकता है। एक दूसरे सूत्र ने बताया, ‘इसका मतलब है कि रफायल अपेक्षित समय से काफी पहले ही लड़ाई के लिए तैयार हो सकता है। मीटियॉर और स्कैल्प को पहले ही रफायल के साथ जोड़ दिया गया है, जो यहां आ रहे हैं। मीटियॉर को रफायल के वैपंस सिस्टम के साथ जोड़ने का मतलब है कि एक भारतीय रफायल विमान, भारतीय हवाई क्षेत्र को पार किए बिना ही 100 किलोमीटर दूर से किसी दुश्मन विमान को गिरा सकता है।


रूस पर भी चीन ने की अपनी दावेदारी

मास्को/ बीजिंग। भारत के साथ लद्दाख में सीमा विवाद बढ़ा रहे चीन ने अब रूस के शहर व्लादिवोस्तोक पर अपना दावा किया है। चीन के सरकारी समाचार चैनल सीजीटीएन के संपादक शेन सिवई ने दावा किया कि रूस का व्लादिवोस्तोक शहर 1860 से पहले चीन का हिस्सा था। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि इस शहर को पहले हैशेनवाई के नाम से जाना जाता था जिसे रूस से एकतरफा संधि के तहत चीन से छीन लिया था। यूं तो चीन और रूस के बीच सैन्य संबंध अच्छे माने जाते रहे हैं लेकिन अब उसे लेकर ड्रैगन का रवैया रुखा होने लगा है। खासकर तब जब भारत और रूस के बीच सैन्य संबंध गहरा रहे हैं।
सीजीटीएन के संपादक की टिप्पणी इतनी अहम क्यों
चीन में जितने भी मीडिया संगठन हैं सभी सरकारी हैं। इसमें बैठे लोग चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इशारे पर ही कुछ भी लिखते और बोलते हैं। कहा जाता है कि चीनी मीडिया में लिखी गई कोई भी बात वहां के सरकार के सोच को दर्शाती है। ऐसी स्थिति में शेन सिवई का ट्वीट अहम हो जाता है। हाल के दिनों में रूस के साथ चीन के संबंधों में खटास भी आई है। पनडुब्बी से जुड़ी सीक्रेट फाइल चुराने का आरोप
रूस ने कुछ दिन पहले ही चीन के खुफिया एजेंसी के ऊपर पनडुब्बी से जुड़ी टॉप सीक्रेट फाइल चुराने का आरोप लगाया था। इस मामल में रूस ने अपने एक नागरिक को गिरफ्तार भी किया था जिसपर देश द्रोह का आरोप लगाया गया है। आरोपी रूस की सरकार में बड़े ओहदे पर था जिसने इस फाइल को चीन को सौंपा था। चीन ने अब भूटान की नई जमीन पर किया दावा, वन्‍यजीव अभयारण्य की जमीन को बताया अपना


एशिया में किन-किन देशों को चीन से खतरा
एशिया में चीन की विस्तारवादी नीतियों से भारत को सबसे ज्यादा खतरा है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण लद्दाख में चीनी फौज के जमावड़े से मिल रहा है। इसके अलावा चीन और जापान में भी पूर्वी चीन सागर में स्थित द्वीपों को लेकर तनाव चरम पर है। हाल में ही जापान ने एक चीनी पनडुब्बी को अपने जलक्षेत्र से खदेड़ा था। चीन कई बार ताइवान पर भी खुलेआम सेना के प्रयोग की धमकी दे चुका है। इन दिनों चीनी फाइटर जेट्स ने भी कई बार ताइवान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। वहीं चीन का फिलीपींस, मलेशिया, इंडोनेशिया के साथ भी विवाद है।


रूस का बड़ा नौसैनिक अड्डा है व्लादिवोस्तोक
रूस का व्हादिवोस्तोक शहर प्रशांत महासागर में तैनात उसके बेड़े का प्रमुख बेस है। रूस के उत्तर पूर्व में स्थित यह शहर प्रिमोर्स्की क्राय राज्य की राजधानी है। यह शहर चीन और उत्तर कोरिया की सीमा के नजदीक स्थित है। व्यापारिक और ऐतिहासिक रूप से व्लादिवोस्तोक रूस का सबसे अहम शहर है। रूस से होने वाले व्यापार का अधिकांश हिस्सा इसी पोर्ट से होकर जाता है। द्वितीय विश्व युद्ध मे भी यहां जर्मनी और रूस की सेनाओं के बीच भीषण युद्ध लड़ा गया था।         


मुझे आलोचनाएं विचलित नहीं करती

मुंबई। अभिनेत्री-फिल्मकार पूजा भट्ट का कहना है कि आलोचनायें उन्हें विचलित नहीं करती है। पूजा भट्ट सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। वह अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपने बेबाक विचारों के लिए भी खूब जानी जाती हैं। पूजा भट्ट ने सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर की है, जो खूब वायरल हो रही है। पूजा भट्ट की फोटो के साथ-साथ उनके कैप्शन ने भी लोगों का खूब ध्यान खींचा। अपनी फोटो को शेयर करते हुए पूजा भट्ट ने लिखा, “आलोचनाएं मुझे विचलित नहीं करती हैं। मैं 90 के दशक की शुरुआत से ही आलोचकों के निशाने पर रही हूं।” पूजा भट्ट जल्द ही फिल्म सड़क 2 में नजर आएंगी। इस फिल्म में उनके साथ आलिया भट्ट, संजय दत्त और आदित्य रॉय कपूर मुख्य भूमिका निभाते नजर आएंगे। यह फिल्म डिजनी-हॉटस्टार पर रिलीज होने वाली है। 


चीन के लिए गुस्सा बढता रहेगाः ट्रंप

चीन के लिए मेरा गुस्सा बढ़ता जाएगा : ट्रंप


वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महामारी को लेकर चीन पर फिर से तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे मैं दुनिया भर में महामारी को फैलते देख रहा हूं, वैसे-वैसे चीन के प्रति मेरा गुस्सा बढ़ता जा रहा है। जैसे जैसे कोरोना फैलता जाएगा मेरा गुस्सा भी बढ़ता जाएगा। ट्रंप ने टुल्सा, ओकलाहोमा में अपनी पहली चुनाव अभियान रैली के दौरान भी कहा कि मैं चीन से बेहद नाराज हूं।


गलत जानकारी न फैलाएं : संयुक्त राष्ट्रः यूएन प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि हमने बुधवार को ‘पॉज’ नाम के अभियान की शुरुआत की है, जिसमें लोगों से सोशल मीडिया पर कोरोना को लेकर भ्रामक और गलत जानकारी नहीं फैलाने का आग्रह किया गया है। सोशल मीडिया दिवस के दिन इस अभियान की शुरुआत की गई है। 


हॉन्गकॉन्ग से संबधित प्रतिबंध को मंजूरी

लंदन/ वाशिंगटन डीसी। हॉन्गकॉन्ग में राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून लागू करने के चीन के फ़ैसले की कई देश आलोचना कर रहे हैं। ब्रिटेन ने जहाँ हॉन्गकॉन्ग के 30 लाख लोगों को ब्रिटेन में बसने का प्रस्ताव दे दिया है, वहीं अमरीका की प्रतिनिधि सभा ने हॉन्गकॉन्ग से संबंधित नए प्रतिबंधों को मंज़ूरी दी है। प्रतिनिधि सभा में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि चीन के अधिकारियों के साथ जो भी बैंक बिजनेस करेंगे, उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। राष्ट्रपति ट्रंप के पास जाने से पहले इस प्रस्ताव का सीनेट से पास होना आवश्यक है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इसकी घोषणा की है।उन्होंने कहा कि नए सुरक्षा क़ानन से हॉन्गकॉन्ग की स्वतंत्रता का उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने कहा कि इससे प्रभावित लोगों को ब्रिटेन आने का प्रस्ताव दिया जाएगा। हॉन्गकॉन्ग पहले ब्रिटेन का उपनिवेश था। लेकिन चीन ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। ब्रिटेन में चीन के राजदूत ने कहा है कि ब्रिटेन को इसका कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के इस क़दम को रोकने के लिए चीन ज़रूरी क़दम उठाएगा।


चीन के राजदूत लियू शियाओमिंग ने कहा कि ये दोनों देशों के बीच हुए समझौते का उल्लंघन है। उन्होंने नए सुरक्षा क़ानून को लेकर ब्रिटेन की आलोचना को ग़ैर ज़िम्मेदार और ग़ैर ज़रूरी बताया है। क्या है ब्रिटेन का फ़ैसलाः दूसरी ओर ब्रिटेन के नए फ़ैसले के बाद क़रीब साढ़े तीन लाख ब्रिटिश पासपोर्टधारी और क़रीब 26 लाख अन्य लोग पाँच साल के लिए ब्रिटेन आ सकते हैं। इसके एक साल बाद यानी छह साल पूरे होने पर वे ब्रितानी नागरिकता के लिए आवेदन भी कर सकते हैं।


नियम के विरूद्ध, रोज लाखों की मौत

ब्राजील/ वाशिंगटन डीसी। दुनिया भर में कोरोना के अब तक एक करोड़ सात लाख 56 हजार से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जबकि कुल 5.17 लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं। इसके साथ ही अब तक 5,912,138 मरीज ठीक भी हुए हैं। 


इधर, अमेरिका में बाजार खुलने के बाद हालात फिर खराब हुए हैं। देश के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फौसी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि स्वास्थ्य नियमों का पालन नहीं हुआ तो अमेरिका में एक दिन के भीतर एक लाख मामले भी सामने आ सकते हैं। बता दें कि अमेरिका और ब्राजील इस वक्त दुनिया में संक्रमण के सबसे बड़े केंद्र हैं। फौसी ने कहा हर दिन करीब 40 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, मुझे कोई हैरानी नहीं होगी यदि एक दिन में एक लाख मामले सामने आने लगें। उन्होंने यह बयान सीनेट में स्कूल और कार्यस्थलों को दोबारा खोलने पर हुई सुनवाई के दौरान दिया। कुछ राज्यों में दोबारा मामले बढ़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘यदि सटीक पूर्वानुमान नहीं लगाया गया तो यह ‘बेहद भयावह’ होगा और इसलिए मैं काफी चिंतित भी हूं।’  उधर, ब्राजील में पिछले 24 घंटे में 33,846 मामले सामने आए हैं। यहां कुल संक्रमितों की संख्या 14.08 लाख के पार हो गई है। देश में पिछले 24 घंटे में 1,280 लोगों की मौत के साथ ही यहां कुल मृतक संख्या 59 हजार के हो गई है। ब्राजील दुनियाभर में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में दूसरे नंबर पर है।


महाराणा ब्रांड शराब से भारी नाराजगी

शोशल मीडिया पर देशी शराब महाराणा ब्रांड के नाम को लेकर लोगों में भारी नाराजगी।


रतन सिंह चौहान
होडल पलवल। आजकल सहारनपुर उत्तर प्रदेश मे निर्मित देशी शराब महाराणा ब्रांड शोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना है । उक्त ब्रांड के नाम को लेकर जंग छिड़  गई है हिन्दू संघठनो ने तो इसे मुद्दा बना लिया है। इसकी चौतरफा निंदा की जा रही है । राजपूत समाज तो उक्त मामले को लेकर कुछ बड़ा करने की तैयारी में हे ! करणी सेना ने योगी सरकार से महाराणा के नाम से बिक रही शराब पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि सहारनपुर यूपी के युसुफपुर रोड टपरी  में को ऑपरेटिव कम्पनी लिमिटेड नामक लीकर फैक्ट्री में महाराणा नाम से देशी शराब का निर्माण किया जाता है। उक्त ब्रांड की बोतल शोशल मीडिया में वायरल कर दिया गया है ।शोशल मीडिया में वायरल होने के बाद यह लोगों में बहस का मुद्दा बन गया है। लोग उक्त मामले में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करने लगे हैं। जीतेन्द्र राजपूत ने कहा कि सरकार को किसी भी मादक पदार्थो पर महापुरुषों के नाम व फोटो लगाने की मंजूरी नहीं देनी चाहिए जिससे किसी भी समुदाय के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचे। 
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरेंद्र पाल सिंह राणा ने उक्त मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया  करते हुए कहा महाराणा प्रताप एक महान योद्धा थे उन्होंने देश और समाज के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया है ऐसे महापुरुषों के नाम पर इस तरह के मादक पदार्थों का नाम रखना क्षत्रिय समाज पर कुठाराघात है योगी सरकार को उक्त मामले की संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है
राष्ट्रीय बजरंग दल के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष मुनीष भारद्वाज ने कहा कि यह सब एक साज़िश के तहत हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले पर स्वयं संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करें अन्यथा मामले को लेकर आंदोलन किया जाएगा। शेर सिंह रावत (बहीन) ने योगी सरकार सख्त कदम उठाने की मांग की है।             


कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...