बुधवार, 22 सितंबर 2021

दिल्ली: ऑक्सीजन की कमी पर केंद्र ने राजनीति की

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को केंद्र पर आरोप लगाया कि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान यहां ऑक्सीजन की कमी पर केंद्र ने राजनीति की और कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई मौतों की जांच के लिए प्रदेश सरकार द्वारा समिति गठित किए जाने को रोकने का प्रयास कर रही है। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में यह बात कही। एक दिन पहले दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा था कि कथित चिकित्सकीय ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई मौतों की जांच के लिए आप सरकार द्वारा उच्च स्तरीय समिति के गठन में उसे कोई दिक्कत दिखाई नहीं दे रही है।

मधुमक्खियों ने 64 अफ्रीकन पेंग्विंस को मार डाला

प्रिटोरिया। दक्षिण अफ्रीका में एक बेहद विचित्र घटना हुई है। इससे साइंटिस्ट भी हैरान है। न जाने किस बात से नाराज मधुमक्खियों ने 64 अफ्रीकन पेंग्विंस को मार डाला। इन पेंग्विंस की प्रजाति खतरे में है। मधुमक्खियों ने इनकी आंखों पर हमला किया। आंखों में डंक मारकर जो जहर छोड़ा उससे इन प्यारे पेंग्विंस की मौत हो गई। पूरी दुनिया में इस प्रजाति के सिर्फ 42 हजार पेंग्विंस ही बचे है।

अफ्रीकन पेंग्विंस को वैज्ञानिक भाषा में स्फेनिसकस डेमेरसस कहते हैं। जिन मधुमक्खियों ने इन पर हमला किया उनका नाम केप हनी-बी है। साउथ अफ्रीकन नेशनल पार्क ऑर्गेनाइजेशन के रेंजर्स ने केप टाउन के पास टेबल माउंटेन नेशनल पार्क में 64 पेंग्विंस को मरा हुआ पाया। इस पार्क में इन पेंग्विंस को संरक्षित और बचाने के लिए रखा गया था। पेंग्विंस की यह प्रजाति इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर की लाल सूची है।

नेता खड़का को नेपाली विदेश मंत्री नियुक्त किया

मंगलवार शाम को बालुवतार में देउबा के आवास पर सत्तारूढ़ पार्टी के गठबंधन के शीर्ष नेताओं की बैठक में प्रधानमंत्री ने नेपाल के नए विदेश मंत्री के तौर पर खड़का के नाम का प्रस्ताव रखा था।

खड़का ने पुणे में एक विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की है। अभी तक विदेश मंत्री का प्रभार प्रधानमंत्री के पास था। देउबा के नेतृत्व में नयी सरकार का गठन होने के दो महीने से अधिक समय बाद भी विदेश मंत्री का पद रिक्त था। खड़का की नियुक्ति से सरकार में अब देउबा और एक राज्य मंत्री समेत कुल सात मंत्री हैं। खड़का 1990 में तत्कालीन प्रधानमंत्री कृष्ण प्रसाद भट्टराय के सलाहकार रहे थे। वह 2014 में शहरी विकास मंत्री भी रह चुके हैं।

रिक्रूटमेंट ने अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग के लिए भर्ती निकाली

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। उत्तर रेलवे में 10वीं पास के लिए बंपर नौकरियां हैं। उत्तर रेलवे के रिक्रूटमेंट सेल ने अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग के लिए भर्ती निकाली है। इसके तहत 3093 वैकेंसी है। यह भर्ती उत्तर रेलवे के विभिन्न डिवीजन, यूनिट और वर्कशॉप में होगी। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। आवेदन 20 अक्टूबर तक किया जा सकता है। उत्तर रेलवे की ओर से जारी नोटिस के अनुसार, अभ्यर्थी को संबंधित ट्रेड में आईटीआई किया होना चाहिए। साथ ही उसकी आयु 15 से 24 वर्ष के बीच होनी जरूरी है।अधिकतम आयु सीमा में एससी व एसटी को पांच साल और ओबीसी को तीन साल की छूट मिलेगी। उत्तर रेलवे अप्रेंटिस भर्ती के लिए अभ्यर्थी को कम से कम 10वीं पास होना चाहिए। साथ ही संबंधित ट्रेड में आईटीआई का सर्टिफिकेट भी होना चाहिए।

योग्य अभ्यर्थियों का चयन आवेदन के स्क्रीनिंग और स्कूटनी के आधार पर होगा। किसी भी तरह की लिखित परीक्षा या वाइवा का आयोजन नहीं होगा। स्क्रीनिंग और स्कूटनी में 10वीं और आईटीआई में मिले मार्क्स को जोड़कर मेरिट तैयार की जाएगी।

छेड़खानी के आरोपी को अनोखी शर्त पर जमानत दी

अविनाश श्रीवास्तव        

पटना। बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर की एक निचली अदालत ने छेड़खानी के आरोपी को अनोखी शर्त पर जमानत दी है। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आरोपी को गांव के सभी महिलाओं के कपड़े धोने कहा। वह अगले छह महीने तक ये काम करेगा। शर्त स्वीकार करने के बाद कोर्ट ने उसे जमानत दी है।

बता दें कि 20 वर्षीय आरोपी ललन कुमार पर छेड़खानी और दुष्कर्म का प्रयास करने के तहत केस दर्ज हुआ था। कोर्ट में यह आरोप साबित भी हो गया है। एडीजे अविनाश कुमार (प्रथम) ने मामले की सुनवाई करते हुए आरोपी को जमकर फटकार लगाई। और महिलाओं का सम्मान करने की बात कही।

वहीं उसके पेशे के आधार पर कोर्ट ने उसे गांव की महिलाओं के कपड़े धोने और प्रेस करने की सजा दी है। ताकि इसके मन में महिलाओं के प्रति सम्मान पनप सके। बता दें कि गांव में करीब 2000 महिलाओं की आबादी है। यानी आरोपी को अगले छह महीने तक फ्री में 2000 महिलाओं के कपड़े धुलने होंगे और उसे आयरन भी करना होगा। साथ ही घर-घर जाकर उसे लौटाएगा। वहीं इसकी निगरानी गांव के मुखिया या सरपंच या किसी भी सम्मानित सरकारी कर्मचारी करेंगे।

आईपीएल के फेज-2 पर कोरोना का साया मंडराया

हैदराबाद। इंडियन प्रीमियर लीग के फेज-2 पर कोरोना महामारी का साया मंडराने लगा है। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ होने वाले मुकाबले से 4 घंटे 30 मिनट पहले खबर आ रही है कि हैदराबाद के तेज गेंदबाज टी. नटराजन कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं।

हालांकि, बीसीसीआई ने कहा है कि मैच पहले से तय शेड्यूल पर ही होगा। बता दे कि मई में कई खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के पॉजिटिव आने के बाद सीजन को स्थगित करना पड़ा था। इसके बाद बोर्ड ने लीग का फेज-2 सितंबर-अक्टूबर में यूएई में कराने का फैसला किया था। कोरोना के कारण ही टी-20 वर्ल्ड कप को भी भारत में न कराने का फैसला लिया गया था। यह यह टूर्नामेंट आईपीएल फेज-2 के बाद यूएई और ओमान में होगा।

अधिकतम संख्या से संबंधित संशोधित आदेश जारी

दुष्यंत टीकम                 
धमतरी। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी पी.एस.एल्मा ने वैवाहिक कार्यक्रम एवं अन्य आयोजनों में शामिल होने वाले व्यक्तियों की अधिकतम संख्या से संबंधित संशोधित आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार इन आयोजनों व कार्यक्रमों अब अधिकतम 150 व्यक्ति तथा अंत्येष्टि व दशगात्र में 50 व्यक्ति सम्मिलित हो सकेंगे। आदेश में कहा गया है कि वर्तमान में कोविड-19 प्रकरणों की संख्या में कमी को दृष्टिगत करते हुए वैवाहिक कार्यक्रम (निवास-गृह, होटल अथवा मैरिज हॉल) में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का कड़ाई पालन करने की शर्त पर आयोजित करने की अनुमति होगी। विवाह एवं अन्य आयोजनों व कार्यक्रमों में शामिल होने वाले व्यक्तियों की कुल अधिकतम संख्या 150 होगी। इसी प्रकार अंत्येष्टि, दशगात्र आदि मृत्यु संबंधित कार्यक्रम में शामिल होने वालों की अधिकतम संख्या 50 निर्धारित की गई है। 
साथ ही आदेश में यह भी उल्लेख किया गया है कि होटल/मैरिज हॉल की क्षमता के 50 प्रतिशत की सीमा के अधीन अधिकतम 150 व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे, जिनकी सूची मैरिज हॉल संचालक द्वारा संधारित की जाएगी। इस दौरान कार्यक्रम में सम्मिलित सभी लोगों को मास्क लगाना होगा तथा फिजिकल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करना होगा। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।

कॉमर्शियल वाहनों की कीमतें बढ़ाने की घोषणा की

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। सबसे बड़ा कॉमर्शियल वाहन निर्माता टाटा मोटर्स अपने कॉमर्शियल वाहनों की कीमतें 1 अक्‍टूबर से बढ़ाने की घोषणा की है।
कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि कीमतों में 2 प्रतिशत तक वृद्धि की जायेगी और इसे वाहन के मॉडल एवं वैरिएंट के आधार पर लागू किया जाएगा। उसने कहा कि स्टील एवं कीमती धातुओं जैसी कमोडिटीज की लागत में हो रही निरंतर वृद्धि के कारण, कंपनी को उत्‍पादों की कीमतों में बढ़ोतरी कर इसका कुछ भार उपभोक्ताओं पर डालने की जरूरत महसूस हुई।
कंपनी ने कहा कि कीमत में बढ़ोतरी को कम से कम करने के लिए और प्रयास किये हैं और इसके लिए इसने उत्‍पादन के विभिन्‍न स्‍तरों पर लागत के कुछ हिस्‍से को समायोजित किया है।

वैक्सीन पॉलिसी को लेकर यूके ने बदलाव किया

पंकज कपूर      

देहरादून। वैश्विक महामारी के दौरान भारत में बनी कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड पर अपनी वैक्सीन पॉलिसी को लेकर घिरे यूके ने आखिरकार बड़ा बदलाव किया है। यूके ने अब भारत में बनी कोविसील्ड को वैक्सीन को मान्यता दे दी है। यूके ने इसको लेकर नई ट्रैवल गाइडलाइंस भी जारी की हैं। हालांकि, अभी इससे ज्यादा बदलाव नहीं आने वाला है। 

यूके सरकार की तरफ से कहा गया है कि अगर किसी भारतीय ने कोविशील्ड की कोरोना वैक्सीन ली है और वह यूके जाता है तो उसे अभी भी क्वारंटाइन में रहना होगा। ऐसा क्यों है? इसके जवाब में यूके सरकार ने कहा कि अभी कोई ‘सर्टिफिकेशन’ का मसला अटका हुआ है।

कनाडा के लोगों ने जस्टिन ट्रूडो पर विश्वास जताया

ओटावा। कनाडा के लोगों ने एक बार फिर जस्टिन ट्रूडो पर विश्वास जताया है। टेलीविजन नेटवर्क के अनुमानों के अनुसार, कनाडा के लोगों ने लिबरल प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को एक बार फिर सत्ता मे लौटा दिया है, लेकिन वह पूर्ण बहुमत हासिल करने में विफल रहे हैं।
पिछले महीने अचानक चुनाव का आह्वान किया था। हालांकि पांच सप्ताह के चुनाव प्रचार के बाद उनकी अधिकतर सीटों पर बड़ी जीत की मंशा पूरी नहीं हो सकी है। इन चुनावों में लिबरल पार्टी ने अन्य किसी भी पार्टी की तुलना में सबसे अधिक सीटें हासिल की हैं। ट्रूडो ने एक ट्वीट किया, थैंक यू कनाडा, अपना वोट डालने के लिए लिबरल टीम में अपना विश्वास रखने के लिए, एक उज्जवल भविष्य के चुनाव के लिए। हम कोविड के खिलाफ लड़ाई खत्म करने जा रहे हैं और कनाडा को आगे बढ़ाने जा रहे हैं। साल 2015 में ट्रूडो ने अपने दिवंगत पिता और पूर्व प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो की लोकप्रियता के सहारे जीत हासिल की थी। हालांकि इसके बाद दो बार उन्होंने अपने दम पर पार्टी को जीत दिलाई। 
खबर देने तक कनाडा चुनाव में लिबरल पार्टी 148 सीट पर और कंजरवेटिव पार्टी 103 सीटों पर आगे है, ब्लॉक क्यूबेकोइस 28 और वामपंथी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी 22 सीटों पर आगे चल रहे हैं। 

ओपन टेनिस टूर्नामेंट के दूसरे दौर में प्रवेश किया

पेरिस। एंडी मर्रे ने स्थानीय खिलाड़ी और छठी वरीयता प्राप्त युगो हंबर्ट को हराकर मोजेल ओपन टेनिस टूर्नामेंट के दूसरे दौर में प्रवेश किया। स्कॉटलैंड के मर्रे ने ब्रेक प्वाइंट हासिल करने के कई मौके गंवाये लेकिन आखिर में वह विश्व में 26वें नंबर के हंबर्ट को 4-6, 6-3, 6-2 से हराने में सफल रहे। 
मेत्ज में होने वाले इस टूर्नामेंट में 2007 में फाइनल में जगह बनाने वाले मर्रे ने पहला सेट गंवाने के बाद अच्छी वापसी की। विश्व के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी मर्रे दूसरे दौर में वासेक पोसपिसिल से भिड़ेंगे।

अलग याचिकाओं पर सुनवाई करने से इनकार किया

अकांशु उपाध्याय         

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने कथित रूप से फर्जी टूलकिट मामले संबंधी ट्वीट को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता संबित पात्रा के खिलाफ जांच पर रोक लगाने के उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली छत्तीसगढ़ सरकार की दो अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई करने से बुधवार को इनकार कर दिया। प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण, न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने कहा कि इस मामले पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय को फैसला करने दीजिए।

पीठ ने कहा कि विभिन्न अदालतों में टूलकिट मामले संबंधी कई मामले लंबित हैं, इसलिए मौजूदा मामलों से विशेष रूप से निपटा नहीं जा सकता। राज्य की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सांघवी ने मामले के रिकॉर्ड का जिक्र करना चाहा तो पीठ ने कहा कि अपनी ऊर्जा यहां व्यर्थ मत कीजिए। हम विशेष अनुमति याचिकाओं (एसएलपी) पर विचार करने के इच्छुक नहीं हैं। हम एसएलपी खारिज करते हैं।

खेल: प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी प्रिमियर लीग

आबुधाबी। मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियन्स की टीम पिछले मैच की नाकामी को भुलाकर कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ गुरुवार को यहां होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में कप्तान रोहित शर्मा से प्रेरणा लेकर दमदार प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी। मुंबई पिछले मैच में रोहित और स्टार आलराउंडर हार्दिक पंड्या के बिना खेला था। इन दोनों को हल्की चोटों के कारण ऐहतियात के तौर पर विश्राम दिया गया था।

चेन्नई सुपर किंग्स ने इस मैच में मुंबई को 20 रन से हराया था। मुंबई के मुख्य कोच माहेला जयवर्धन के अनुसार रोहित केकेआर के खिलाफ मैच में चयन के लिये उपलब्ध रहेंगे। दूसरी तरफ केकेआर ने लीग के दूसरे चरण के अपने पहले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) पर नौ विकेट से धमाकेदार जीत दर्ज की। वह अपने इसी प्रदर्शन को जारी रखने के लिये प्रतिबद्ध होगा।

दिल्ली थोक जिंस बाजार में खाद्य तेलों में टिकाव रहा

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। वैश्विक बाजार की तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर मांग सुस्त पड़ने से मंगलवार को दिल्ली थोक जिंस बाजार में खाद्य तेलों में टिकाव रहा। साथ ही दाल-दलहन के भाव स्थिर रहे जबकि चीनी और चावल 50 रुपये प्रति क्विंटल सस्ते हो गए।
तेल-तिलहन : वैश्विक स्तर पर मलेशिया के बुरसा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज में पाम ऑयल का अक्टूबर वायदा 17 रिंगिट बढ़कर 4460 रिंगिट प्रति टन पर पहुंच गया। साथ ही दिसंबर का अमेरिकी सोया तेल वायदा भी 0.46 सेंट चढ़कर 55.37 सेंट प्रति पौंड रहा।
वैश्विक बाजार में तेजी का असर स्थानीय स्तर पर नही रहा। उठाव सुस्त पड़ने से सरसाें तेल, मूंगफली तेल, सूरजमुखी तेल, सोया रिफाइंड और वनस्पति तेल के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ और वे पिछले दिवस के स्तर पर टिके रहे। हालांकि इस दौरान पाम ऑयल में 146 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी देखी गई।
गुड़-चीनी : मांग कमजोर पड़ने से चीनी की कीमत में 40 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई वहीं। आवक और उठाव बराबर रहने से गुड़ में कोई बदलाव नहीं हुआ और उसके भाव पिछले कारोबारी दिवस के स्तर पर पड़े रहे। दाल-दलहन : दाल दलहन के बाजार में आवक के बराबर उठाव नहीं होने से चना दाल, मसूर दाल, मूंग दाल, उड़द दाल और अरहर दाल में टिकाव रहीं। साथ ही चने के दाम भी स्थिर रहे।
अनाज : अनाज मंडी में उठाव सुस्त पड़ने से गेहूं के भाव स्थिर रहे। वहीं मांग फिसलने से चावल की कीमत 50 रुपये प्रति क्विंटल गिर गया।

किसी दलित नेता को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया

अमित शाह          
चडींगढ। पंजाब में कांग्रेस के प्रभारी मंत्री हरीश रावत ने ठीक उसी समय यह बयान क्यों दिया ? जब चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पंजाब में पहली बार किसी दलित नेता को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया गया है। कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से हटाकर गलती की, ऐसा सभी लोग मानते हैं लेकिन वहां के नेताओं ने ऐसे हालात ही पैदा कर दिये थे जिससे कैप्टन को कुर्सी से उतारना ही पड़ा। कांग्रेस के पास कैप्टन के कद का कोई नेता नहीं है और 6 महीने बाद ही विधानसभा के चुनाव होने हैं। इस सब के बाद भी दलित मुख्यमंत्री का कार्ड भारी पड़ रहा था। हरीश रावत ने बयान दिया कि विधानसभा के चुनाव नवजोत सिद्धू के चेहरे पर लड़े जाएंगे। इसका सीधा मतलब कि दलित नेता को सिर्फ दिखाने के लिए सीएम बनाया गया है। अकाली दल और पंजाब में उसकी सहयोगी बसपा प्रमुख मायावती ने इस मामले को तुरंत उठाया। इस प्रकार पंजाब में हरीश रावत ने कांग्रेस का सारा गुड़ गोबर कर दिया है। हरीश रावत के बयान को हाईकमान का मंतव्य समझा जा रहा है। यदि हाईकमान ने नवजोत सिद्धू को है। साधारण राजनीति भी यही बताती है कि दलित मुख्यमंत्री बनाते ही सवर्ण जाट का चेहरा आगे करने से पूरी रणनीति बिखर गयी है। सिद्धू के मन का ही तो सब कुछ हो रहा था, फिर बयान देने की हरीश रावत को इतनी जल्दी क्यों हुई।
इसमें कोई संदेह नहीं कि पंजाब के नए सीएम ने अच्छी छाप छोड़ी। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने पदभार संभालने के बाद किसानों और आम लोगों को बड़ा तोहफा दिया है। चन्नी ने शपथ ग्रहण करने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम किसानों के पानी और बिजली के बिल माफ करेंगे।’ पंजाब के सीएम ने कहा, ‘पंजाब सरकार किसानों के साथ खड़ी है। हम केंद्र से तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की अपील करते हैं। अगर ये तीनों कानून वापस नहीं लिए गए तो किसानी खत्म हो जाएगी और पंजाब के हर परिवार पर फर्क पड़ेगा।’  उन्होंने इसके साथ ही कहा किसानों पर अगर किसी तरह की आंच आई तो वह अपनी गर्दन पेश कर देंगे। उन्होंने अपने को आम आदमी (कामन मैन) बताया।
चंडीगढ़ में अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए चन्नी भावुक हो गए। उन्होंने खुद के गरीब परिवार में पैदा होने का जिक्र करते हुए कहा कि वह इस बड़ी जिम्मेदारी देने के लिए कांग्रेस नेतृत्व का धन्यवाद करते हैं। उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस ने एक आम आदमी को मुख्यमंत्री बना दिया है।’ उन्होंने कहा कि पार्टी सुप्रीम है। सीएम या एमएलए सुप्रीम नहीं है।’ उन्होंने कहा कि सरकार कांग्रेस की विचारधारा पर चलेगी, जो सबको साथ लेकर चलने की है। उन्होंने कहा कि जाति या संप्रदाय के नाम पर कोई तोड़ नहीं सकता। उन्होंने कहा, ‘पंजाब की एकता, अखंडता और भाईचारा को कायम रखना है। हम सबको मिलकर रहना है। पंजाब को आगे बढ़ाना है। चन्नी ने यह भी कहा कि रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और सभी मुद्दों का समाधान होगा। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की ओर से तय 18 सूत्री कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि वह राज्य के लोगों का भरोसा दिलाते हैं कि आने वाले दिनों में सभी मसलों का हल होगा। नवनियुक्त सीएम ने कहा, ‘मैं पंजाब के आम लोगों की आवाज बनूंगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह पर चन्नी ने कहा ‘वह हमारे नेता हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार के अधूरे काम हम पूरे करेंगे।’ चन्नी ने कहा, ‘राहुल गांधी एक क्रांतिकारी नेता हैं। मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस, कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब के लोगों का शुक्रगुजार हूं।’ चन्नी ने कहा, ‘मैं खुद एक रिक्शा चालक रहा हूं? मैं किसी को भी कृषि क्षेत्र को चोट नहीं पहुंचाने दूंगा। मैं केंद्र से काले कानूनों को निरस्त करने की अपील करूंगा। मैं किसानों के संघर्ष का पूरा समर्थन करता हूं।’ चन्नी ने इतना अच्छा माहौल बनाया था लेकिन हरीश रावत के बयान ने किये धरे पर पानी फेर दिया। अभी कुछ दिन पहले ही पंज प्यारे कहकर वे कांग्रेस की फजीहत करवा चुके हैं।

गौरतलब है कि राज्य में विपक्षी दल आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया था कि अगर वह आगामी चुनावों के बाद सरकार में आई तो फ्री बिजली और पानी का इंतजाम करेगी। ऐसे में कांग्रेस सरकार की कोशिश है कि वह अपने विपक्षियों को जनता के बीच कोई खास मौका न दे इसीलिए पंजाब में कांग्रेस पार्टी ने एक दलित चरनजीत सिंह चन्नी को सीएम की कुर्सी पर बैठाया और इधर यूपी में मायावती ने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोल दिया। कांग्रेस और बसपा का दलित वोट बैंक से रिश्ता ही ऐसा है। एक का प्लस दूसरे का माइनस बन जाता है। दलित पहले कांग्रेस के साथ थे। जैसे जैसे उसका साथ छोड़ते गये, बसपा के साथ जुड़ते गये। इसीलिए कांग्रेस खत्म होती गयी और बसपा खिलती गयी। अब मायावती सशंकित रहती हैं कि कहीं दलित फिर से न कांग्रेस की ओर रूख कर लें। कांग्रेस की यही लालसा है कि उसका घर फिर से दलित बसा दें। झगड़ा इसी का है। पंजाब और यूपी में अगले साल एक साथ विधानसभा के चुनाव होने हैं। पंजाब में तो कांग्रेस ने दलित कार्ड चल दिया है लेकिन, इसे यूपी में भी खूब प्रचारित किया जायेगा। दलित वोट बैंक की गोलबंदी के लिए कांग्रेस पार्टी यूपी की अपनी रैलियों और सभाओं में भी इसे जोर जोर से बताएगी कि उसने एक दलित को सीएम बनाया।
दलित वोट बैंक से कांग्रेस और बसपा का क्या रिश्ता रहा है। आंकड़े बताते हैं कि 1985 के बाद से कांग्रेस का ग्राफ गिरता चला गया। 1985 में यूपी में कांग्रेस का वोट शेयर 39 फीसदी था। 1989 में ये गिरकर 29 फीसदी रह गया। 1991 में तो मात्र 18 फीसदी ही बचा। 1993 में और गिरकर 15 फीसदी पर आ टिका। यही वो चुनाव था जिसमें दलित वोटबैंक पूरी तरह कांग्रेस से टूटकर बसपा के खेमे में जा खड़ा हुआ। बसपा के आंकड़े देखिए। 1989 और 1991 के चुनाव में बसपा को मात्र 10 फीसदी वोट मिले थे लेकिन, 1993 में उसका वोट शेयर बढ़ गया। पार्टी को 28 फीसदी से ज्यादा वोट मिले। बसपा के लिए यही चुनाव टर्निंग प्वाइंट था। इस चुनाव में दलित वोट बैंक कांग्रेस से पूरी तरह टूटकर बसपा के खेमें में आ चुका था। तब से लेकर आजतक बसपा गिरती हालत में भी 20 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल करती रही है और कांग्रेस 10 फीसदी से कम (2012 के चुनाव को छोड़कर)। बता दें कि इसी के बाद बसपा को सत्ता में आने का मौका हासिल हुआ। मायावती इसी वोट बैंक के सहारे चार बार सीएम बनीं। भले ही ये कहा जाए कि मायावती को सीएम बनाने में और भी कई समुदायों का वोट बैंक शामिल रहा है लेकिन, कोर वोट बैंक तो दलित समुदाय ही माना जाता है। 
अब कांग्रेस बसपा से इस वोट बैंक की छीनाझपटी में लगी है। ऐसा होते देख मायावती भला चुप कैसे रह सकती हैं। उन्हें भी तो अपना घर बचाना है। लिहाजा वे भाजपा पर हमला बोलते-बोलते कांग्रेस को लपेटे में लेना नहीं भूलतीं। चरणजीत सिंह चन्नी के राज्य का सीएम चुने जाने के बाद हरीश रावत ने सिद्धू के चेहरे पर चुनाव लड़ने की बात कह दी। पंजाब राज्य कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पार्टी के पंजाब के प्रभारी हरीश रावत के उस बयान को लेकर असहमति जताई है। जिसमें उन्होंने (रावत) ने कहा था कि अगले वर्ष होने वाले राज्य के विधानसभा चुनाव नवजोत सिंह सिद्धू की अगुवाई में लड़े जाएंगे। 

अनुमति देने के अनुरोध को खारिज किया: एससी

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने एनडीए की प्रवेश परीक्षा में महिला उम्मीदवारों को अगले साल से शामिल करने की अनुमति देने के केंद्र के अनुरोध को बुधवार को खारिज कर दिया। शीर्ष अदालत ने कहा कि वह नहीं चाहती कि महिलाओं को उनके अधिकार से वंचित किया जाए तथा महिलाओं को एनडीए में शामिल करने के लिये एक साल तक प्रतीक्षा नहीं की जा सकती।
केंद्र ने शीर्ष अदालत को बताया था कि महिला उम्मीदवारों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में प्रवेश परीक्षा में बैठने की अनुमति देने वाली अधिसूचना अगले साल मई तक जारी की जाएगी। न्यायमूर्ति एस के कौल की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए सशस्त्र बल सबसे अच्छी प्रतिक्रिया टीम है और उम्मीद है कि बिना देरी किए महिलाओं को एनडीए में शामिल करने का मार्ग प्रशस्त करने के लिए आवश्यक व्यवस्था की जाएगी।

सोने के साथ चांदी की कीमत में तेजी दर्ज की गई

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। सोना खरीदारों के लिए जरूरी खबर है पिछले कई दिनों से सोना चांदी के दामों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। ऐसे में अगर आप सोना चांदी खरीदना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। इस कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को सोने के साथ-साथ चांदी की कीमत में तेजी दर्ज की गई।
मंगलवार को सोना 231 प्रति 10 ग्राम की तेजी के साथ 46513 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुई। इससे पहले सोमवार को सोना 46282 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था। वही मंगलवार को चांदी की कीमत में भी तेजी दर्ज की गई 486 रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई। इस बढ़त के साथ चांदी 60200 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर बंद हुआ। सोमवार को चांदी 59714 रुपये प्रति किलो के स्तर पर बंद हुई थी। अगर आप खुदरा ज्वेलरी का रेट जानना चाहते हैं तो 8955664433 नंबर पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं कुछ ही देर में एसएमएस के जरिए रेट्स उपलब्ध हो जाएंगे।

धर्मांतरण: सिद्दीकी को एटीएस द्वारा अरेस्ट किया

हरिओम उपाध्याय              
लखनऊ। जनपद मुजफ्फरनगर के गांव फुलत में जामिया इमाम वलीउल्लाह नामक ट्रस्ट का संचालन करते हुए धर्मांतरण कराने के आरोप में मौलाना कलीम सिद्दीकी को यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। मौलाना कलीम सिद्दीकी विभिन्न प्रकार की शैक्षणिक, सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं की आड़ में अवैध धर्मांतरण का कार्य देशव्यापी स्तर पर कर रहे थे। जिसके लिए उन्हे और उनके ट्रस्ट को विदेशों से भारी मात्रा में फंडिंग की जा रही थी और इस अवैध धन के सहारे बड़े पैमाने पर तेजी के साथ उनके द्वारा धर्मांतरण कराया जा रहा था।
बुधवार को राज्य मुख्यालय पर हुई प्रेसवार्ता में उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया है कि उत्तर प्रदेश में अवैध रूप से धर्मांतरण कराने के मामले में एटीएस द्वारा जनपद मुजफ्फरनगर के रतनपुरी थाना क्षेत्र के गांव फुलत से मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया गया है। मौलाना कलीम सिद्दीकी के ऊपर अवैध तरीके से धर्मांतरण कराने के लिये विदेशों से हवाला के माध्यम से फंडिंग लेने का आरोप है।
उन्होंने बताया कि मौलाना कलीम इस्लामिक विद्वानों में शामिल हैं और वह गांव में संचालित मदरसा जामिया इमाम वलीउल्लाह इस्लामिया के डायरेक्टर भी हैं। 7 सितंबर को मुंबई में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा आयोजित किए गए राज्य प्रथम और राष्ट्र सर्वाेपरि कार्यक्रम में भी मौलाना कलीम शामिल हुए थे। उन्होंने बताया है की धर्मांतरण कराने के मामले में अभी तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। साक्ष्य एकत्र करने के लिए विभाग की ओर से कई टीमें गठित करते हुए उन्हें इसका जिम्मा सौंपा गया है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया है कि मौलाना कलीम सिद्दीकी ने एक ट्रस्ट बना रखा है। ट्रस्ट की आड़ में वह विदेशों से मिलने वाले धन के सहारे धर्म परिवर्तन करा रहा था। मौलाना के मदरसा जामिया इलामवली उल्ला इस्लामिया ट्रस्ट में विदेशों से फंडिंग की जाती है। मौलाना कलीम पिछले तकरीबन 15 सालों से धर्मांतरण कराने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि बहरीन ये हाल ही में डेढ़ करोड़ रुपए ट्रस्ट के लिए आए हैं। तीन करोड़ की कुल फंडिंग के एटीएस की जांच में साक्ष्य मिले हैं। उन्होंने बताया कि इसी वर्ष की 20 जून को उत्तर प्रदेश एटीएस की ओर से अवैध धर्मांतरण गिरोह को संचालित करने वाले कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जिनमें मुफ्ती काजी उमर गौतम, गुजरात के सलाउद्दीन जैनुद्दीन, नागपुर के रामेश्वर कावडे उर्फ आदम उर्फ एडम, झारखंड के कौशर आलम तथा महाराष्ट्र के भूप्रिय बंदो उर्फ अर्सलान मुस्तफा प्रमुख है। उन्होंने बताया कि उमर गौतम व उसके साथियों को ब्रिटेन आधारित संस्था अलफला ट्रस्ट से तकरीबन 570000000 रूपये की फंडिंग की गई थी। एटीएस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी खर्च का ब्यौरा नहीं दे सके थे। इस संबंध में साक्ष्यों के आधार पर विभिन्न तिथियों में आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किए जा चुके हैं।
विवेचना के दौरान पता चला कि मौलाना कलीम सिद्दीकी पुत्र स्वर्गीय हाजी अमीन निवासी गांव फुलत जो अधिकांश रूप से दिल्ली में निवास करता है, वह धर्मांतरण के कार्य में लिप्त है और वह विभिन्न प्रकार की शैक्षणिक, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं की आड़ में अवैध धर्मांतरण का कार्य देशव्यापी स्तर पर करा रहे हैं। जिसके लिए विदेशों से उसे भारी मात्रा में फंडिंग की जा रही है और इस अवैध धन का प्रयोग कर वृहद पैमाने पर तेजी से धर्मांतरण कराया जा रहा है। जो सुनियोजित तरीके से संगठनात्मक रूप से किया जा रहा है। जिसमें देश के कई नामी लोग में संस्थाएं भी शामिल हैं।

विधायकों के टिकट की योजना बना रहा बीजेपी

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। गुजरात और उत्तराखंड में मुख्यमंत्रियों को बदलने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उन राज्यों में अपने आधे मौजूदा विधायकों के टिकट काटने की योजना बना रहा है। जहां 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। दरअसल, ऐसा करके पार्टी सत्ता विरोधी लहर यानी एंटी इनकंबेंसी को कम करना चाहती है।
पिछले विधानसभा चुनावों में भी पार्टी ने अपने 15 से 20 फीसदी विधायकों का टिकट काटा था। हिन्दुस्तान टाइम्स को सूत्रों ने बताया कि इस बार यह आंकड़ा काफी ज्यादा हो सकता है क्योंकि लोगों के मन में सरकार को लेकर रोष बढ़ा है। साल 2022 में पंजाब, मणिपुर, उत्तराखंड, उत्त प्रदेश, गोवा, गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं।एक पार्टी सूत्र ने बताया, 'की राज्यों में बीजेपी ने जमीनी स्तर पर सर्वे कराए हैं ताकि जनता का मूड भांप सके। विधायकों से भी कहा गया है कि वे बीते पांच सालों में किए अपने कामों का रिपोर्ट कार्ड सौंपे, जिसे पार्टी की अपनी तैयार की गई रिपोर्ट से मिलाकर भी देखा जाएगा। जिन विधायकों का प्रदर्शन अच्छा नहीं होगा, उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया जाएगा।'
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक विधायकों का मूल्यांकन कुछ तय मानकों पर किया जाएगा, जैसें उन्होंने लोकल डेवलेपमेंट फंड का कितना इस्तेमाल किया, गरीबों के उत्थान के लिए कितनी परियोजनाएं चलाईं और महामारी के दौरान पार्टी की ओर से शरू की गई योजना 'सेवा ही संगठन' में कितना सहयोग किया। पार्टी ने सभी चुनावी क्षेत्रों में सर्वेक्षण कराए हैं, जहां लोगों से सरकार की परफॉर्मेंस को लेकर फीडबैक लिया गया है।
पार्टी सूत्र ने कहा, 'कोरोना महामारी एक बड़ी चुनौती लेकर आया। सरकार ने स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने, टीकाकरण और दवाओं की आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश की लेकिन पार्टी ने कुछ राहत एवं बचाव कार्य भी किए। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी राज्य इकाइयों से कहा था कि जरूरतमंदों को खाना खिलाने के लिए अभियान शुरू करें, नौकरी खोने वालों की मदद करें और अपने बूथ में 100 फीसदी टीकाकरण सुनिश्चित करें। विधायकों द्वारा सेवा ही संगठन कैंपेन के तहत किए कामों की भी गिनती होगी।'
फिलहाल बीजेपी के लिए सत्ता विरोधी लहर को काटना ही सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। पार्टी ने इसी वजह से विजय रुपाणी को हटाकर भूपेंद्र पटेल को गुजरात का नया मुख्यमंत्री बनाया। इसके अलावा पूरे नए मंत्रिमंडल ने भी शपथ ली ताकि 2022 के अंत में होने वाले चुनावों से पहले पार्टी कैडर को पुनर्जीवित किया जा सके।
सूत्र ने बताया, 'अलग-अलग कारणों से मौजूदा विधायकों की टिकट काटना पार्टी के लिए कोई नया नहीं है। उदाहरण के लिए राजस्थान में बीजेपी ने साल 2018 में 43 विधायकों के टिकट काटे थे, जिनमें 4 मंत्री थे। झारखंड में भी पार्टी ने दर्जनभर से ज्यादा विधायकों के टिकट काटे ताकि युवाओं के साथ ही महिलाओं और एससी/एसटी समुदाय के लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले चेहरों को शामिल किया जा सके।'
एक अन्य सूत्र ने बताया कि टिकट बंटवारे के लिए परफॉर्मेंस ही एकमात्र फैक्टर नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को ऐसे चेहरे भी ढूंढने होंगे जो स्थानीय जाति-समुदाय में पकड़ रखते हों और चुनाव में अच्छे परिणाम लाने में सक्षम हों। एचएनबी गढ़वाल यूनिवर्सिटी के राजनीतिक विज्ञान विभाग में कार्यरत प्रोफेसर एमएम सेमवाल कहते हैं, 'विधायकों के टिकट काटने से लोगों का ध्यान हटाना और गुस्सा कम करने जैसे कई मकसद पूरे होते हैं।'

धर्म: मुसलमानों की प्रजनन दर सबसे अधिक हैं

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। देश के अन्य धर्मों की तुलना में मुसलमानों की प्रजनन दर अब भी सबसे अधिक है। हालांकि, 1992 से लेकर 2015 के बीच आश्चर्यजनक तरीके से प्रजनन दर प्रति महिला 4.4 बच्चे से कम होकर 2.6 बच्चे पर आ गई। इस मामले में दूसरा स्थान हिंदुओं का है। जबकि जैनियों की प्रजनन दर सबसे कम है। एक गैर-पक्षपाती अमेरिकी थिंक टैंक ने मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। हालांकि, इसमें कहा गया है कि हर धर्मों के बीच प्रजनन दर में गिरावट आई है। भारत की धार्मिक संरचना पर आधारित प्यू शोध केंद्र की नई रिपोर्ट में कहा गया है कि हर धार्मिक समूह की प्रजनन क्षमता में गिरावट देखी गई है, जिसमें बहुसंख्यक हिंदू आबादी और मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध और जैन अल्पसंख्यक समूह भी शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि 2.1 प्रजनन दर के साथ हिंदू दूसरे स्थान पर हैं। जबकि 1.2 प्रजनन दर के साथ जैन धर्म सबसे कम है।
सामान्य पैटर्न काफी हद तक वैसा ही है जैसा 1992 में था, जब मुसलमानों की प्रजनन दर सबसे अधिक 4.4 और उसके बाद हिंदुओं में 3.3 थी। उदाहरण के लिए, जहां 1992 में मुस्लिम महिलाओं के हिंदू महिलाओं की तुलना में औसतन 1.1 अधिक बच्चे होने की उम्मीद थी, 2015 तक यह अंतर कम होकर 0.5 हो गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की धार्मिक संरचना में इन प्रवृत्तियों की वजह से भारत की मुस्लिम आबादी प्रजनन अंतर के कारण अन्य धार्मिक समूहों की तुलना में कुछ हद तक तेजी से बढ़ी है। लेकिन आंशिक रूप से प्रजनन पैटर्न में गिरावट और अभिसरण के कारण 1951 के बाद से समग्र धार्मिक जनसंख्या में केवल मामूली बदलाव हुए हैं। मालूम हो कि आजादी के बाद भारत में 1951 में पहली बार जनगणना की गई थी।

24 से 30 सितंबर तक ‘मार्निंग फ्लाइट’ शुरू की

सदींप मिश्र           
बरेली। बरेली-दिल्ली आने-जाने वाले यात्रियों के लिए सात दिन के लिए बड़ी राहत मिली है। एलाइंस एयर ने 24 से 30 सितंबर तक ‘मार्निंग फ्लाइट’ शुरू की है। ये फ्लाइट सुबह 7 बजे दिल्ली से बरेली के लिए उड़ान भरेगी और यहां 8 बजे एयरपोर्ट पहुंचेंगी। इसके साथ एयरपोर्ट पर आधे घंटे ब्रेक के बाद करीब 8.30 बजे दिल्ली के लिए उड़ान भरेगी। एलाइंस एयर की इस फ्लाइट से उन व्यापारी-उद्यमियों को बड़ी राहत मिली है जो सुबह में दिल्ली से बरेली आने और बरेली से दिल्ली जाने के लिए मांग उठा रहे थे।
मार्निंग फ्लाइट ट्रायल के तौर पर संचालित की जा रही है। एलाइंस एयर इसके जरिए ये जानने के प्रयास में है कि सुबह में दिल्ली-बरेली के यात्रियों की संख्या में कितनी वृद्धि होगी। माना जा रहा है कि दोपहर में मुंबई-बेंगलुरू की फ्लाइट शुरू होने के बाद से बरेली-दिल्ली फ्लाइट पर असर पड़ा है। वे यात्री अब दिल्ली फ्लाइट में सफर नहीं करते हैं जो पहले मुंबई-बेंगलुरू समेत अन्य शहरों के लिए दिल्ली से फ्लाइट पकड़ने के लिए जाते थे।
उसी पैसेंजर को वापस लाने के लिए मार्निंग फ्लाइट शुरू हो रही है। एलाइंस एयर के प्रतिनिधि ने बताया कि अभी सात दिन के लिए मार्निंग फ्लाइट शुरू की गयी है। 72 सीटर एटीआर में अभी 50 प्रतिशत यात्री दिल्ली-बरेली आना-जाना कर रहे हैं। नई व्यवस्था में यात्रियों के बढ़ने की उम्मीद जतायी है।
अभी बरेली-दिल्ली फ्लाइट की यह है टाइमिंग।
अभी बरेली-दिल्ली की फ्लाइट मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को दिल्ली से दोपहर 12 बजे उड़कर 1 बजे बरेली पहुंचती है और बरेली से 1:30 बजे उड़कर 2:30 बजे दिल्ली पहुंचती है। इसके साथ सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और रविवार की फ्लाइट दिल्ली से दोपहर 12:30 उड़कर 1:30 बजे बरेली पहुंचती है और बरेली से 2 बजे उड़कर 3 बजे दिल्ली पहुंचती है। 2070 रुपये किराया दिल्ली से बरेली आने के लिए है और 1959 रुपये किराया बरेली से दिल्ली जाने के लिए निर्धारित है।

भारत ने अफ्रीका को 125 रनों का टारगेट दिया

भारत ने अफ्रीका को 125 रनों का टारगेट दिया  इकबाल अंसारी  पोर्ट एलिजाबेथ। भारत-साउथ अफ्रीका के बीच 4 मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मैच गकेबेह...