अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। रैपिड रेल प्रोजेक्ट का कार्य लगातार गति पकड़ रहा है। इसी कड़ी में नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) ने बुधवार को पैकेज तीन कार्यों के तहत मोदीनगर के असालत नगर और मेरठ के शताब्दी नगर में पियर फाउंडेशन का काम शुरू किया। यह पैकेज दुहाई से शताब्दी नगर तक 33 किमी लंबा है।
एलएंडटी पैकेज 3 लॉट 1 में दुहाई (ईपीई) से मोदी नगर नॉर्थ तक दो एलिवेटेड स्टेशनों, मुराद नगर और मोदी नगर साउथ से एलिवेटेड वायडक्ट का निर्माण कर रहा है। पैकेज तीन लॉट 2 में, एलएंडटी मोदी नगर नॉर्थ स्टेशन से लेकर शताब्दी नगर स्टेशन तक एलिवेटेड वायडक्ट का निर्माण कर रहा है। इसके अंतर्गत पांच एलिवेटेड स्टेशन-मोदी नगर नॉर्थ, मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी और शताब्दी नगर होंगे। एनसीआरटीसी ने शताब्दी नगर के अत्याधुनिक कास्टिंग यार्ड और मोदीनगर के मुख्य परियोजना प्रबंधक के कार्यालय की भी शुरूआत की है।
एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार सिंह ने आज मोदीनगर साइट ऑफिस एवं शताब्दी नगर में कास्टिंग यार्ड का दौरा किया तथा चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया। मोदीनगर स्थित साइट ऑफिस का निर्माण चार महीने से कम के रिकॉर्ड समय में किया गया है। स्वच्छ ऊर्जा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए, एनसीआरटीसी इस कार्यालय में गैस-आधारित जनरेटर का उपयोग करेगा। दुहाई से शताब्दी नगर के बीच 33 किमी लंबे खंड के निर्माण, बिजली, सिग्नलिंग और दूरसंचार से संबंधित सभी कार्य इस कार्यालय से किये जाएंगे।
एनसीआरटीसी के प्रवक्ता सुधीर कुमार शर्मा ने बताया कि भारत के पहले रीजनल रेल के अंतर्गत, दिल्ली-गाजियाबाद- मेरठ आरआरटीएस कॉरिडॉर, क्रियान्वयन के लिए चिन्हित किए गए तीन प्राथमिकता वाले आरआरटीएस कॉरिडोर्स में से एक है। 82 किमी लंबे कॉरिडोर में दुहाई और मोदीपुरम में दो डिपो सहित 24 स्टेशन होंगे और यह दूरी एक घंटे से भी कम समय में तय की जाएगी। इस कॉरिडोर का निर्माण कार्य जोरों पर है और वसुंधरा कास्टिंग यार्ड में सेगमेंट का निर्माण जारी है। प्राथमिकता खंड के सभी चार स्टेशनों- साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर और दुहाई का निर्माण कार्य चल रहा है।