सोमवार, 4 मई 2020

दाने-दाने को मोहताज राशन कार्ड धारक

कोरोना के कहर चलते लॉकडाउन जारी मकनपुर: कोटेदार की मनमानी चलते दाने दाने को मोहताज राशन कार्ड धारक


अमित तंवर


गाजियाबाद। सम्पूर्ण विश्व में कोरोना वायरस ने महामारी बनकर कोहराम मचा रखा है। ऐसा मुश्किल ही कोई देश होगा जो कोरोना वायरस के चंगुल से बच सका होगा। कोरोना वायरस के कहर के चलते भारत में मोदी ने 22 मार्च को पहला लॉक डाउन किया था और उसके बाद से निरंतर ही लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में दिहाड़ी मजदूरों के समक्ष खाने-पीने का संकट गहरा गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों के चलते राशन कार्ड धारकों को माह में एक बार ​मुफ्त में राशन दिया जा रहा है तथा दूसरी बार कोटे की राशन कोटे के दाम पर मिल रही है। साथ ही योगी सरकार ने यह भी फैसला किया है कि यदि किसी राशन कार्डधारक का कार्ड किन्हीं कारणों से बंद हो गया हो तो उसे उसी कार्ड पर उक्त नियमों अनुसार माह में दो बार राशन मिलेगी। साथ ही यदि किसी ने राशन कार्ड के लिए आवेदन भी किया हुआ हो उसे भी आवेदित फार्म की कॉपी दिखाये जाने पर राशन दिये जाने के आदेश प्रशासन को दिये गये है। जिससे गरीबों के सामने से भोजन का संकट हटते नज़र तो आ गया। किन्तु कुछ कोटेदार अपने धूर्तपने से बाज नहीं आ रहे है। 
गाजियाबाद के वार्ड नंबर 57 मकनपुर गांव में ऐसा ही कुछ कोटेदार राशन कार्ड धारकों के साथ कर रहे है। वे  राशन कार्ड धारकों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों से राशन तो मिल रहा है। मगर गांव के कुछ लोग ऐसे हैं जिनके पास राशन कार्ड है पर उन्हें राशन नहीं मिल रहा है। जब गांव के गरीब अपना राशन कार्ड लेकर राशन कोटेदार के यहां पहुंचता है कोटेदार द्वारा यह कहकर उसे भगा दिया जाता है कि तुम्हारा राशन कार्ड बंद है पहले राशन कार्ड चालू कराओ तभी राशन मिलेगा। ऐसे में तो जिन लोगों ने राशन कार्ड के लिए आवेदन किया है उन्हें तो कोटेदार द्वारा राशन मिलने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
वहीं सूत्रों की माने तो कोटेदार राशन कार्ड चालू कराने व नये बनवाने के लिए रूपये 300 लगेंगे की बात कर रहे हैं और यह भी जानकारी मिली कि वह अपने जान-पहचान व रिश्तेदार वालों को बिना राशन कार्ड के ही राशन वितरित करा रहा हैं। ऐसे में गरीब मजदूर कहां जाए एक तो खाने को राशन नहीं दूसरा कि वह 300 रूपये कहां से लाए। गांव के गरीब लोगो का क्या होगा कोटेदार जो अपनी मनमानी चला रहे हैं। इन राशन कोटेदारों का भी कुछ करेगी सरकार जहां मोदी योगी सरकार का कड़ा उल्लंघन हो रहा है कुछ लोगों ने तो कहा कि इससे अच्छा तो राशन कोटेदार किसी और को होना चाहिए था।
गांव के गरीबों के इस बार की पूर्ण जानकारी हमारे संवाददाता को दी और समाचार पत्र के माध्यम से कोटेदार की शिकायत और सरकार से विन्रम अपील की है कि उक्त मामले पर अतिशीघ्र कार्यवाही करते हुए उन्हें राशन मुहैया कराने का कष्ट करें।


 


सही तरिके से खुलेगी शराब की दुकानें

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जनपद गाजियाबाद में आज शराब के ठेके विधिवत तरीके से खोले जायेंगे। शासन की ओर से शराब के ठेके खोलने संबंधी मंजूरी आ गई है जिसके तहत अब जनपद में शराब की बिक्री सामान्य रूप से की जा सकेगी। जिला आबकारी अधिकारी मुबारक अली ने शराब के ठेके खोलने के संबंध में बताया कि शासन से ठेके खोलने के लिए मंजूरी आ गई है और मंगलवार से जनपद गाजियाबाद में शराब की बिक्री सामान्य रूप से चालू करा दी जायेगी। मुबारक अली का कहना है कि यूं तो सोमवार को ही ठेके खोले जाने थे लेकिन जनपद स्तर पर कोई आदेश नहीं पहुंचे थे। अब मंजूरी आ गई है और अब विधिवत तरीके से जनपद गाजियाबाद में शराब की बिक्री होगी। सुबह दस बजे से लेकर शाम सात बजे तक शराब की बिक्री जनपद में की जायेगी।


ठेकों पर लाइने डिस्टेंसिंग का पालन ?

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


हापुड़ ठेकों के बाहर सुबह से ही लगी लंबी लाइन, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां


दरअसल, हापुड़ जिलाधिकारी ने सुबह 7 बजे से 10 बजे तक ही शराब ठेकों को खोलने की अनुमति दी है। जिसकी सूचना मिलते ही लोग बड़ी संख्या में शराब खरीदने के निकल पड़े।


हापुड़। शराब ठेकों के बाहर सुबह से ही लगी लंबी लाइन, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जिया जिले में सोमवार सुबह से ही शराब ठेकों के बाहर लोगों की लंबी लाइन देखने को मिली। लोग सुबह 6 बजे से ही शराब खरीदने के लिए लाइनों में लगे नजर आए। सुबह-सुबह ही सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह किए बगैर लोग शराब खरीदने पहुंच गए। दरअसल, हापुड़ जिलाधिकारी ने सुबह 7 बजे से 10 बजे तक ही शराब ठेकों को खोलने की अनुमति दी है। जिसकी सूचना मिलते ही लोग बड़ी संख्या में शराब खरीदने के निकल पड़े।


नहीं नजर आई पुलिसः दरअसल, देर रात जिलाधिकारी ने अन्य सामानों की तरह ही सुबह 7 बजे से 10 बजे तक लॉकडाउन में ढील देते हुए शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दी। जिसके बाद लोगों का हुजूम शराब ठेकों की तरफ दौड़ा। लेकिन सी दौरान पुलिस कहीं भी नजर नहीं आई, जिसकी वजह से सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई गई। हालांकि ठेकेदार खुद खड़े होकर लोगों को एक-एक कर खरीदारी करने के लिए समझाते नजर आए। बता दें जिले एम् कुल 170 के करीब अंग्रेजी व देसी शराब की दुकानें हैं। गौरतलब है की गाइडलाइन के मुताबिक एक बार में केवल 5 लोग ही शराब की दुकान के बाहर खड़े हो सकते हैं। साथ ही 6 फुट की दूरी का पालन भी अनिवार्य है. लेकिन ठेकों के बाहर उमड़ी भीड़ को काबू कर पाना मुश्किल हो रहा है। शराब की दुकानों के बाहर सोशल डिस्‍टेंसिंग कही नजर नही आ रही है। ग्रामीण इलाकों में कुछ दुकानों पर जरूर एक मीटर की दूरी पर गोल घेरे बनाये गए है, लेकिन यहां भी लेागों की भीड़ इकट्ठा दिखी। लोगों में शराब का स्‍टॉक करने की होड़ सी लगी हैं। शराब की दुकानों के बाहर कई लोग शराब की पूरी पेटियां ले जाते नजर आये। जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र नाथ का कहना है कि शराब की दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए दुकान मालिकों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। आबकारी विभाग के अधिकारी ठेकों पर जाकर इसकी स्वयं निगरानी कर रहे हैं। कुछ जगह से तस्वीरें देखने को मिली है। आबकारी विभाग की तरफ से पूरी कोशिश की जा रही है कि शराब की दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो।


सपा ने 60 जरूरतमंद लोगों को दी सामग्री

पूर्व सपा जिला अध्यक्ष ने 60 जरूरतमंद लोगों को दी खाद्य सामग्री


खाद्य सामग्री पाकर लोगों ने महसूस किया राहत


सुनील पुरी


फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लॉक डाउन की स्थिति चल रही जिसके कारण लोगों के सामने खाने पीने की समस्या है। ऐसे ही करीब 60 जरूरतमंद लोगों को समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष ने खाद्य सामग्री देने का काम किया जिसको भी खाद्य सामग्री मिली उसको राहत समझ में आई।


सोमवार को नगर के रामलीला मैदान के निकट अपने आवास पर समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष ने 60 जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री देने का काम किया।जिसको भी खाद्य सामग्री मिली उसने राहत महसूस किया। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष रामेश्वर दयाल दयाल ने बताया कि वह लोगों को सामाजिक दूरी का पालन का कराते हुए राहत सामग्री देने का काम कर रहे हैं। ताकि कोई व्यक्ति भूखा ना रहे कहा कि जो लोग भी आ रहे हैं। उन्हें खाद्य सामग्री देने का काम किया जा रहा है। लॉक डाउन तक यह कार्य जारी रहेगा इस मौके पर ओमी यादव चंद्रशेखर बेदी आदि लोग मौजूद रहे।


ईस्ट इंडिया से की सरकार की तुलना

नई दिल्ली। कांग्रेस ने सोमवार को लॉकडाउन की तुलना नोटबंदी से की और सरकार पर आरोप लगाया कि वह ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह व्यवहार कर रही है, क्योंकि उसने लॉकडाउन की घोषणा करने से पहले कोई योजना नहीं बनाई।


कांग्रेस ने कहा, “लॉकडाउन और नोटबंदी के बीच समानता यह है कि भाजपा सरकार ने पहले सोचने और फिर करने के बुनियादी नियम के बजाय बिना सोचे-समझे कार्य किया।”


कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा, “लॉकडाउन और नोटबंदी दोनों में, भाजपा सरकार ने आम आदमी को लूटकर, समाज के कमजोर वर्गों के दर्द को नजरअंदाज करके ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह व्यवहार किया, सरकारी लोगों की जेब भरने के लिए भारत के लोगों की जेब से खिलवाड़ किया।”जयवीर शेरगिल ने कहा, “खराब नियोजन, असंवेदनशील ²ष्टिकोण और तर्कहीन निर्णय लेना, तीन ऐसे लक्षण हैं, जो लॉकडाउन और नोटबंदी के दौरान भाजपा सरकार के प्रदर्शन में एक जैसे रहे। जिनने समाज के कमजोर वर्गों के लिए पीड़ा, तनाव और संकट पैदा किया।”


कांग्रेस ने कहा, “भाजपा ने विनाशकारी प्रभावों को पूरी तरह से नजरअंदाज करते हुए शुतुरमुर्ग की तरह ²ष्टिकोण अपनाया और अब फिर से मरणासन्न अर्थव्यवस्था को ऑक्सीजन प्रदान करने की तत्काल आवश्यकता को नजरअंदाज कर दिया है। लॉकडाउन और नोटबंदी दोनों में ही भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कुशासन का हरजाना आम आदमी, मजदूर वर्ग, एमएसएमई ने अपने खून पसीने से भुगता है।” कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, “हम नोटबंदी और लॉकडाउन की समानताएं देख रहे हैं, जिनमें जनता के लिए कोई योजना या राहत उपाय नहीं हैं।” कांग्रेस ने कहा कि मुद्दों के बीच असंगति है। सिंघवी ने कहा, “इस तरह का दृष्टिकोण और चूक, जो भारत मौजूदा समय में है और जो 7, लोक कल्याण मार्ग की कल्पना में है, उसमें विसंगति को दर्शात है।”


8 मई से कामकाज शुरू करेंगे एचसी

इलाहाबाद। इलाहाबाद और लखनऊ हाईकोर्ट में कामकाज आठ मई से शुरू हो जाएगा। हाईकोर्ट में हुई प्रशासनिक बैठक में इलाहाबाद और लखनऊ हाईकोर्ट की कार्रवाई से संबंधित यह फैसला लिया गया। महानिबंधक अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इलाहाबाद और लखनऊ हाईकोर्ट में कामकाज आठ मई से शुरू हो जाएगा। इस दौरान कोर्ट का काम दो चरणों में संपादित किया जाएगा। पहला चरण सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक होगा और दूसरे चरण का काम दोपहर 1:30 बजे से शाम 3:30 बजे तक संपन्न होगा।


उन्होंने बताया कि पहले चरण में क्रिमिनल मामलों की सुनवाई होगी और दूसरे चरण में सिविल मामलों की सुनवाई की जाएगी। जैसा कि अभी तक सुनवाई के लिए अर्जेंसी एप्लिकेशन दाखिल करना पड़ रहा था, लेकिन अब ऐसी किसी औपचारिकता की जरूरत नहीं होगी। साथ ही लॉकडाउन को देखते हुए अभी तक नए मामले केवल ऑनलाइन दाखिल हो रहे थे, लेकिन अब ऐसे मामले मैनुअली भी दाखिल होंगे। इसके साथ ही सरकार द्वारा निर्देशित सोशल- डिस्टेंसिंग के नियमों का कड़ाई से पालन करने का निर्देश भी दिया गया है।


दिल्ली में अतिरिक्त प्रयास करने होंगे

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी देश का एक ऐसा राज्य है, जहां कोरोना वायरस को रोकन के लिए सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्री ने यहां मीडिया से कहा, “दिल्ली में कोरोना वायरस की स्थिति पर टिप्पणी करना मेरे लिए अनुचित है, क्योंकि इसे एक राजनीतिक बयान के रूप में देखा जाएगा। लेकिन मेरी व्यक्तिगत राय में, दिल्ली उन राज्यों में से एक है, जहां कोरोना वायरस के मामलों को नियंत्रित करने के लिए और अधिक सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है। इसके खिलाफ लड़ाई को और अधिक गंभीरता से लेने की जरूरत है।”


हर्षवर्धन ने कहा, “मुझे लगता है कि लॉकडाउन 3.0 के दौरान यहां न्यूनतम छूट दी जानी चाहिए, लेकिन यह पूरी तरह से दिल्ली सरकार पर है। स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय ने दिशा-निर्देश दिए हैं, लेकिन यह राज्य सरकार को तय करना है कि वहां की स्थिति के अनुसार उन दिशा-निर्देशों को कितना और कैसे लागू करना चाहिए।”दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा, “संपूर्ण दिल्ली एक रेड जोन है। केंद्र सरकार ने रेड जोन को कुछ छूट दी है और हम उन सभी छूट को लागू करने देंगे।” केजरीवाल ने अपनी सरकार द्वारा कार्यालयों को तीसरे लॉकडाउन में खोलने की अनुमति देने के बाद पहली कैबिनेट बैठक की। अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को दिल्ली सचिवालय में केजरीवाल ने बैठक ली, जो कि अब तक वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही सभी बैठकें कर रहे थे। अब तक शहर में 4,500 से अधिक कोरोना वायरस के मामले सामने आए है।


युवा कप्तान को मेरी तरह ही तरासेगेंं

नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर की उम्मीद है कि भारत के मौजूदा कप्तान विराट कोहली और उप-कप्तान रोहित शर्मा उसी तरह युवा खिलाड़ियों को तराशेंगे जिस तरह से पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तराशा था। गंभीर ने रोहित का उदाहरण देते हुए कहा कि वह टीम से अंदर-बाहर हो रहे थे लेकिन धोनी को उनकी काबिलियत में यकीन था और धोनी का समर्थन करना अंतत: उनके लिए फायदेमंद रहा क्योंकि आज रोहित सीमित ओवरों में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है।


गंभीर ने स्पोटर्स तक से कहा कि आज के समय में युवा क्रिकेटर, चाहे वो शुभमन गिल हों या संजू सैमसन उन्हें भी समर्थन मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, अब जबकि रोहित सीनियर हो गए हैं। मैं उनसे उम्मीद करता हूं कि वह युवाओं का साथ देंगे। रोहित इस बात के सबसे बड़े उदाहरण हैं कि एक खिलाड़ी कैसे एक बेहतरीन खिलाड़ी बन सकता है।


फ्रांस में हेल्थ इमरजेंसी 2 महीने बढ़ी

फ्रांस ने कोरोना के बढ़ते मामले और संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए हेल्थ इमरजेंसी को 2 महीने के लिए बढ़ा दिया है।


पेरिस। फ्रांंस में कोरोना वायरस से 166 और लोगों की मृत्यु हो गई है। यहां कोरोना संक्रमण के कारण मरने वाली की तादात बढ़कर 24460 हो गई है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शिनवार को जानकारी देते हुए कहा कि कोविड 19 के कारण देश में एक मार्च से लेकर अब तक 24760 लोगों की मौत हो गई है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 15487 लोगों की मौत अलग-अलग अस्पतालों में और 9273 लोगों की मौत नर्सिंग होम में हुई है। हालात दो देखते हुए देश में हेल्थ इमरजेंसी को 24 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। आपको बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 मार्च को कोरोना को महामारी घोषित कर दिया। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार दुनिया भर में 33 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। वहीं फ्रांस में अब तक एक लाख 67 हजार 303 लोग कोरोना से संक्रमित हुए है।


मीडिया पर लोगों का विश्वास हुआ कम

नई दिल्ली। सी-वोटर के देशव्यापी सर्वेक्षण से पता चला है कि भारतीयों का सोशल मीडिया पर विश्वास का स्तर काफी कम है, खासकर अखबार और टीवी चैनल जैसे मुख्यधारा की मीडिया से तुलना करने पर यह स्तर काफी कम है। कोविड-19 जैसी महामारी के बीच एक खतरनाक प्रचलन सोशल मीडिया मंचों के जरिए गलत सूचनाओं का फैलना है।


लेकिन सी-वोटर द्वारा 23 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच किए गए देशव्यापी सर्वे से नीति निर्माता राहत की सांस ले सकते हैं। सी-वोटर सर्वेक्षण के अनुसार, जो भारतीय सोशल मीडिया पर बहुत अधिक भरोसा करते थे, उनमें भारी कमी आई है, खासकर के जब अखबार, टीवी चैनल जैसे मुख्यधारा की मीडिया से तुलना की आती है तो, इसमें भारी कमी आई है। राष्ट्रीय स्तर पर, केवल 12.5 प्रतिशत प्रतिक्रियादाताओं ने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया पर काफी विश्वास है, जबकि 30.8 प्रतिशत लोगों ने स्वीकार किया है कि उन्हें सोशल मीडिया पर जरा सा भी विश्वास नहीं है। वहीं 34 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें अखबारों पर काफी विश्वास है, जबकि 6.8 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हे अखबारों पर जरा सा भी विश्वास नहीं है। यहां यह बताना जरुरी है कि लॉकडाउन की सख्ती की वजह से अखबार बड़ी संख्या में लोगों के घरों तक नहीं पहुंच पा रहा है। इस मामले में टेलीविजन को लेकर प्रतिशत में काफी बढ़ोतरी हुई है। 42.3 प्रतिशत लोगों का कहना है कि उन्हें टीवी पर बहुत भरोसा है, जबकि 16.1 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें इस माध्यम पर भरोसा नहीं है। सोशल मीडिया के प्रति विश्वास में कमी भौगोलिक क्षेत्रों और विभिन्न आय, शिक्षा, उम्र समूहों में है। आश्चर्यजनक रूप से जो भारतीय सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं, वे ही सोशल मीडिया पर कम विश्वास करते हैं। वहीं 25 साल से कम उम्र के भारतीय, जो बमुश्किल ही कभी प्रिंट अखबार पढ़ते हैं, उनका कहना है कि उनका सोशल मीडिया पर कोई विश्वास नहीं है। जबकि केवल 11 प्रतिशत का मानना है कि उनका सोशल मीडिया पर बहुत विश्वास है। वहीं 60 वर्ष से अधिक उम्र के भारतीयों में सोशल मीडिया को लेकर ‘जरा सा भी विश्वास नहीं’ प्रतिशत 20 से भी कम है। अन्यथा, सभी श्रेणियों के भारतीयों ने सोशल मीडिया में विश्वास की कमी को प्रदर्शित किया। उदाहरण के लिए, 35.2 प्रतिशत दलित सोशल मीडिया पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं करते हैं, जबकि 41 प्रतिशत सेमी-अर्बन भारतीयों ने ऐसे ही विचार व्यक्त किए।


वर्ली में वायरस के 700 से ज्यादा मरीज

प्रिया सिंह


महाराष्ट्र। मुंबई में वर्ली यानी मुंबई का वो इलाका, जो अपनी कॉर्पोरेट गतिविधियों के लिए देशभर में चर्चित है। लेकिन आज यह देश का सर्वाधिक कोरोना संक्रमित इलाका बन गया है। इस एक इलाके जी-दक्षिण मनपा वार्ड में कोरोना के 700 से ज्यादा मरीज हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे वर्ली सीट से ही विधायक हैं। लिहाजा कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच राज्य सरकार का पूरा महकमा यहां नियंत्रण करने में दिन-रात जुटा है। इस वार्ड में करीब 100 कंटेनमेंट जोन हैं।


वर्ली इलाके के मेडिकल ऑफिसर देवेंद्र गोल्लर की टीम में शामिल डॉ. सतीश बडगिरे बताते हैं कि जी-दक्षिण वार्ड में इस वक्त मरीजों की संख्या करीब 743 हो गई है। इनमें 244 को डिस्चार्ज कर दिया गया है। कोरोना का संक्रमण रोका जा सके इसके लिए सहायक मनपा आयुक्त शरद उघडे पिछले एक महीने से घर नहीं गए हैं। उनसे प्रेरणा लेकर इसी तरह यहां के करीब 50 डॉक्टर और सिविल इंजीनियर सहित कुल 150 कर्मचारी भी घर न जाकर दिन-रात कोरोना को नियंत्रित करने में जुटे हुए हैं। लगभग 500-600 लोगों की स्क्रीनिंग की जाती हैः डॉ. बडगिरे बताते हैं कि वर्ली इलाके में ‘डॉक्टर आपके द्वार’ योजना के तहत रोजाना 5-6 कैंप लगते हैं। जिसमें लगभग 500-600 लोगों की स्क्रीनिंग की जाती है। इसके अलावा इलाके के 5 हजार से अधिक लोगों को रोजाना कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए जागरूक किया जा रहा है। 15 दिन से थाने में ही रह रहे इंस्पेक्टरः गैस एजेंसी के कर्मचारी भी पीपीई किट पहनकर सिलेंडर घरों तक पहुंचा रहे हैं। वर्ली थाने के सीनियर इंस्पेक्टर सुखलाल वर्पे बताते हैं कि हमने कोरोना को कंट्रोल में लाने के नियमों का कड़ाई से पालन किया। हमारे यहां 200 का स्टाफ है। मैं खुद 15 दिन से पुलिस स्टेशन में ही रह रहा हूं।कोरोना कंट्रोल करने 42 हजार से अधिक की स्क्रीनिंगः सहायक मनपा आयुक्त शरद उघडे बताते हैं कि वर्ली कोलीवाड़ा के 9000 से अधिक घरों के 34 हजार से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की गई। यहां शुरू में 10 दिनों में मरीज संख्या दोगुनी हो रही थी, अब 18 दिन लग रहे हैं। आदर्श नगर के 2 हजार से अधिक घरों के 8,700 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। जीजामाता नगर समेत अन्य इलाकों में भी स्क्रीनिंग हो रही है।  उन्होंने बताया कि यदि कोई कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसे क्वारैंटाइन कर दिया जाता है। इसके बाद उसके संपर्क में आए लोगों की तलाश कर अलग रखा जाता है।


इतनीः 24 घंटे में 174 लोगों की मौत

रोम/ न्यूयॉर्क। इटली में 24 घंटे में 174 लोगों की जान गई है। इटली में 10 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था। तब से अबतक यह एक दिन की सबसे कम मौतें हैं। इटली में सोमवार से लॉकडाउन में राहत देने की तैयारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,अबू धाबी में 62 वर्षीय एक भारतीय बिजनेसैन की कोरोना से मौत हो गई।पीके करीम हाजी केरल के रहने वाले थे।उनके बेटे मोहम्मद अब्दुल गफूर ने गल्फ न्यूज को बताया कि उनकी मौत गुरुवार को हुई। वे डायबिटीज के मरीज थे। हाजी अबू धाबी केरल मुस्लिम सांस्कृतिक केंद्रके पूर्व अध्यक्ष और भारतीय इस्लामिक केंद्र और सुन्नी केंद्र के सक्रिय सदस्य थे।


न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू क्यूमो ने कहा है कि सभी अस्पताल मेडिकल एक्विपमेंट्स का 90 दिन का स्टाक जमा कर लें। उन्होंने कोविड-19 के दूसरे अटैक की आशंका पर यह आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि रोज-रोज मेडिकल इक्विपमेंट्स की सप्लाई पहुंचाना मुश्किल काम है। मेडिकल सप्लाई के लिए उन्होंनेसात राज्यों के साथ पार्टनरशिप प्रोग्राम तैयार कियाहै। इटली में दो महीने से लगे टोटल लॉकडाउन में कल से राहत दी जाएगी।


इटली में सिस्टम से डिस्टेंसिंग पर नजर

सोशल डिस्टेंसिंग पर एआई सिस्टम से रखी जाएंगी नजर


नई दिल्ली/ रोम। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को सबसे कारगर उपाय माना जा रहा है। इसीलिए, जिन देशों ने लॉकडाउन में छूट दी है, वहां लोगों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य किया गया है। इसी को देखते हुए ऑक्सफोर्ड के वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई की मदद से ऐसा सिस्टम तैयार किया है, जो लोगों पर नजर रखेगा। यदि लोग सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करेंगे, तो सिस्टम का कैमरा उन्हें रेड साइन के साथ मार्क करेगा। वहीं उचित दूरी के साथ चलने वालों को ग्रीन साइन के साथ दिखाएगा। इस सिस्टम को उन कंपनियों के लिए बनाया गया है।जो लॉकडाउन में काम शुरू कर रही हैं।


ईरान में खुली मस्जिदें, मृतक-6200

ईरान में खुली मस्जिदें


तेहरान/ मास्को। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि जहां संक्रमण के मामले कम हुए है, वहां सोमवार से मस्जिदें दोबारा खोली जाएंगी। इन इलाकों में पहले की तरह से जुमे का नमाज होगा। हालांकि, स्वास्थ्य के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। 16 मई से स्कूलों को भी खोला जा सकता है। यहां अब तक 6203 लोगों की जान जा चुकी है।


रूस: 1 लाख 34 हजार संक्रमित


रूस में 24 घंटे में 10 हजार 633 नए केस मिले हैं। मरीजों की संख्या अब एक लाख 34 हजार 687 हो गई है। एक दिन पहले यहां 9500 केस मिले थे। यहां1280 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, रूस ने मास्क और पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) के निर्यात सेअस्थायी प्रतिबंध हटा दिया है। पिछले महीने इस पर प्रतिबंध लगाया गया था। मॉस्को में सफाईकर्मियों ने सड़क को सैनिटाइज किया। रूस में अब तक 1280 मौतें हो चुकी हैं।


प्रतिबंध तोड़ने पर 1200 रिपोर्ट दर्ज

न्यूजीलैंड: प्रतिबंध तोड़ने की 1200 रिपोर्ट मिलीं


ऑकलैंड। न्यूजीलैंड में पिछले हफ्ते देश में लॉकडाउन लेवल 3 लगाया गया। इसके बाद से न्यूजीलैंड पुलिस को बड़े पैमाने पर लोगों के प्रतिबंध तोड़ने की रिपोर्ट मिली है। पुलिस के मुताबिक, अब तक 1200 से ज्यादा रिपोर्ट मिले हैं। इनमें से 1 से 2 मई के बीच केवल 685 रिपोर्ट मिली। 112 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न के मुताबिक, चार लाख से ज्यादा लोग काम पर लौट सकते हैं। न्यूजीलैंड के शहर क्राइस्टचर्च में बीच पर सर्फिंग के लिए जाते लोग। यहां पिछले हफ्ते लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील दी गई।


अमेरिका में एक दिन में 28 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए। इसके साथ ही यहां संक्रमितों की संख्या 11 लाख 74 हजार 202 हो गई है। देश के अलबामा और आइडाहो समेत कई राज्यों ने प्रतिबंधों में ढील देने शुरू कर दिए हैं।टेक्सास में राज्य के 2 लाख 90 हजार लोगों से स्टे-ऐट-होम ऑर्डर हटा लिया गया है। देश में अब तक 68 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। कैलिफोर्निया में स्टे-ऐट-होम ऑर्डर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे करीब 30 लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने अमेरिकियों से एक होने का आग्रह किया। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने शनिवार एक वीडियो में कहा कि अभी देश और दुनिया देश के लिए एक चुनौतीपूर्ण और महत्वपूर्ण समय है। उन्होंने सभी को एक-दूसरे के प्रति सहानुभूति दिखाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा- हमने कई बार ऐसे संकट का सामना किया है।


स्पेनः 25 हजार से अधिक की मौत

स्पेन: मास्क पहनना जरूरी


मेड्रिड। स्पेन में सोमवार से पब्लिक ट्रांसपोर्ट में मास्क लगाना जरूरी हो गया है। पीएम पेड्रो सांचेज ने कहा कि सरकार 60 लाख मास्क ट्रांसपोर्ट लोकेशन पर और 70 लाख स्थानीय अधिकारियों को बांटेगी। यहां लॉकडाउन में ढील दी जाएगी। यहां पिछले हफ्ते 14 साल के बच्चों को भी ढील दी गई थी। यहां अब तक 25 हजार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दो लाख 47 हजार से ज्यादा संक्रमित हैं।


यह तस्वीर स्पेन के ज्यूयोर्रिला समुद्र तट की है। सात हफ्तों के बाद व्यस्कों को भी घर से निकलने की अनुमति दी गई है।


फ्रांस: आपातकाल बढ़ सकता हैं।
फ्रांस सरकार ने साफ कर दिया है कि वो महामारी से निपटने के लिए आपातकाल दो महीने बढ़ाने जा रहा है। कैबिनेट का प्रस्ताव मंगलवार को संसद के सामने पेश किया जाएगा। रविवार को यहां 135 लोगों की मौत हुई। यहां अब तक 24 हजार 895 की जान जा चुकी है, जबकि एक लाख 68 हजार संक्रमित हैं। यहां पर अभी 3819 लोग आईसीयू में भर्ती हैं। पेरिस में एफिल टॉवर के पास ट्रोकेडरो स्क्वायर में गोल्डन स्टैच्यू को मास्क पहनाया गया है। फ्रांस में सरकारमहामारी से निपटने के लिए आपातकाल दो महीने बढ़ाएगी।


चीन: दो नए मामले। चीन में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के दो नए मामले सामने आए हैं। नेशनल हेल्थ कमीशन के अनुसार यहां शनिवार को कोरोना से किसी भी मौत नहीं हुई है। यहां अब तक 82 हजार 877 संक्रमित हैं, जबकि 4633 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन संक्रमण के मामले 10वें नंबर पर पहुंच गया है।


तुर्की: संक्रमितों की संख्या 1.24 लाख
तुर्की में एक दिन में 1983 नए मामले दर्ज किए गए। इसके साथ ही यहां संक्रमण के माामले एक लाख 24 हजार 375 हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री फहरेट्टिन कोजा ने शनिवार को बताया कि अब तक ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 58हजार 259 हो गई है।


जर्मनी: शर्तों के साथ चर्च खोले जाएंगे

जर्मनी: शर्तों के साथ चर्च खोले जाएंगे


बर्लिन/ काबुल। जर्मनी में कई हफ्तों तक धार्मिक नेताओं और अधिकारियों के बीच चर्चा होने के बाद कुछ शर्तों के साथ चर्च खोले जाएंगे। लोग सीमित संख्या में इकट्ठा हो सकते हैं। पादरियों को मास्क पहनकर प्रार्थना करानी होगी। गाने पर प्रतिबंध रहेगा। धार्मिक स्थलों पर साफ-सफाई का ध्यान रखा जाएगा। लोगों को आपस में कम से कम दो मीटर की दूरी रखनी होगी। उधर, लॉकडाउन के खिलाफ जर्मनी के स्टटगार्ट और बर्लिन में सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया। बर्लिन में शनिवार को लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन कर रही एक महिला को हिरासत में लेती पुलिस।


अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में कोरोनावायरस को लेकर किए गए 500 रैंडम टेस्ट में एक तिहाई लोग सकारात्मक आए हैं। यहां 2704 मामले सामने आए हैं और 85 लोगों की मौत हो चुकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि टेस्टिंग न होने से यहां बहुत से मरीजों का पता नहीं चला है।
सिंगापुर में रविवार को कोरोना संक्रमण के 657 नए मामले सामने आए। इनमें से 647 मामले विदेशी कामगारों के हैं। यहां संक्रमण के 18 हजार 205 मामले सामने आ चुके हैं।


बिट्रेनः 76 मिलियन पाउंड का आवंटन

ब्रिटेन: अतिरिक्त 76 मिलियन पाउंड का आवंटन


लंदन। बिट्रेन में ब्रिटिश मंत्री रॉबर्ट जेनरिक ने कहा कि सरकार कोरोना से पीड़ित कमजोर समूहों की मदद के लिए और 76 मिलियन पाउंड का आवंटन करेगी। जेनरिक ने शनिवार को ट्वीट किया इसमें घरेलू हिंसा, यौन हिंसा और कमजोर बच्चे शामिल होंगे। व्यवसायों को सहायता देने के लिए भी 617 मिलियन डॉलर की मदद की जाएगी। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक, देश में एक लाख 86 हजार से ज्यादा संक्रमित हैं, जबकि 28 हजार 446 लोगों की मौत हो चुकी है।रविवार को यहां 24 घंटे में 315 लोगों की जान गई है।पीएम बोरिस जॉनसन ने संकेत दिएहैं कि एक जून से प्राइमरी स्कूल खोले जा सकते हैं।


लंदन में शनिवार को लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन करने पर एक युवक को हिरासत में लिया गया।
ब्रिटिश पीएम ने बेटे का नाम जान बचाने वाले डॉक्टर के नाम पर रखा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिश जॉनसन औऱ उनकी मंगेतर कैरी साइमंड्स ने अपने बेटे का नाम उन दो डॉक्टरों के नाम पर रखा है, जिन्होंने पिछले महीने उनका इलाज किया था। जॉनसन कोरोना संक्रमित होने के बाद लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने अपने बेटे का नाम विल्फ्रेंड लॉरी निकोलस रखा है। बेटे का पहला नाम पीएम के दादा, बीच का पहला नाम कैरी के दादा पर रखा गया है। वहीं, बेटे के बीच का दूसरा नाम निकोलस, डॉ. निक प्राइस और डॉ. निक हार्ट के नाम पर रखा है। कैरी साइमंड्स ने बेटे के जन्म के बाद इंस्टाग्राम पर एनएचएस स्टाफ को धन्यवाद दिया।


नेपालः बडी संख्या में कामगार फंसें

काठमांडू। नेपाल में कोरोना महामारी से निपटने के लिए देशभर में लॉक डाउन चल रहा है। वहीँ पड़ोसी मुल्क नेपाल में भी लॉकडाउन घोषित है। जिसके चलते बड़ी संख्या में भारतीय कामगार वहाँ फंस गए है। जनपद के 23 मजदूर 24 मार्च से नेपाल के एक औद्योगिक इलाके में फंसे है। अब वहां के हालात रहने लायक नहीं बचे, लिहाजा मजदूरों ने वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से किसी भी तरह घर भिजवाने की अपील की है। वीडियो में मजदूर किसी कमरे में एक ही जगह रह रहे हैं और बात करते वक्त रो रहे है, दिख रहे है।


यहां बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से जनजीवन थम सा गया है, जो जहां है वही रुका हुआ है। ऐसे देश विदेश में फंसे लोगों को उनके घर तक पहुचाने के लिए केंद्र और यूपी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। वही नेपाल के बुड़बल के उद्योग क्षेत्र में फंसे मुरादाबाद जिले के 23 मजदूरों ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी सरकार से एक वीडियो बनाकर गुहार लगाई है कि उनको देश वापस बुलाकर उनके घर तक पहुचा दो। यह सभी लोग नेपाल के बुड़बल के उद्योग क्षेत्र में मजदूरी करने गये हुए थे। लेकिन कोरोना वायरस की वजह से नेपाल में सारे उद्योग बंद है। जिसकी वजह से इन सभी मजदूरों के पास रहने, खाने और सोने की बड़ी समस्या हो रही है। एक मजदूर घर पहुचाने की गुहार लगाते हुए रोने लगा।


जब इन फंसे हुए मजदूर वसीम से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि 24 फरवरी से पहले नेपाल गए थे। हम सभी लोग तांबे और पीतल की छिलाई और पॉलिश का काम करते है। सभी लोह मुरादाबाद के मुगलपुरा थाने के जामा मस्जिद और कटघर थाने के मकबरा क्षेत्र के रहने वाले हैं। एक व्यक्ति बिजनोर जिले के नगीना का रहने वाला है। यूपी के सोनोली नेपाल बॉर्डर से चौबीस किलोमीटर दूर बुडबल में सरकारी उद्योग क्षेत्र में रह रहे है। भारत मे जब लॉकडाउन लगा था उसके बाद नेपाल में 24 मार्च से लॉकडाउन लग गया था। जब जब भारत मे लॉकडाउन आगे बढ़ता है तभी नेपाल में भी लॉकडाउन आगे बढ़ जाता है। उद्योग क्षेत्र के एक सरकारी अधिकारी से बात हुई थी किसी तरह हम लोगों को भारत भेज दिया जाए। लेकिन अधिकारी का कहना था कि जब तक भारत और नेपाल में लॉकडाउन नही खुलता तब तक हम भारत नही जा सकते। अगर आपको भारत जाना है तो पैदल भारत बॉर्डर तक जा सकते हो। लेकिन हम लोगो को पैदल जाने में डर लग रहा है कि कही कोई पकड़ ना ले और कोई दूसरी मुसीबत खड़ी नही हो जाये। इस लिए हम सभी भारत सरकार और यूपी सरकार से गुहार लगाते है कि हम को किसी तरह से नेपाल से निकालकर भारत ले आये। हमारे पास अब 5 से 6 दिन का राशन बचा है। नेपाल सरकार भी खाने पीने के लिए कोई मद्दत नही कर रही है।


रतलामः जहरीली शराब पीने से 5 की मौत

अभिषेक पनवार 


रतलाम।  रतलाम जिले के नामली थाना क्षेत्र में ज़हरीली शराब पीने की आशंका 5 से अधिक लोगों की मौत होने की घटना सामने आनेसे एकही तहलका मच गया है। जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पोहच गयी है।


प्राप्त जानकारी अनुसार रतलाम जिले के नामली थाना क्षेत्र में ज़हरीली शराब पीने की आशंका 5 से अधिक लोगों की मौत हो गयी है। मृतक मे ऋतुराज सिंह पिता रघुनन्द सिंह (35 वर्ष) मूल निवासी पंचेड़ के रुघनाथगड़ थाना नामली निवासी मुलनिवासी स्टेशन रोड़ नामली,पपु (21 वर्ष) पिता प्रहलाद सिंह निवासी गांधी नगर रतलाम वर्तमान पंचेड़ निवासी, भूरालाल (33 वर्ष) नन्दू अंगेटी बड़ोदा, जसवंत (26 वर्ष) पिता अर्जुन भदवासा, अर्जुन (25 वर्ष) पिता भैरुनाथ इनका सहभाग है। पुलीस ने कारवाई शुरू कर दी है।


पीएम फंड में आढ़तियों ने दिए 151000

सुदेश शर्मा 


गाजियाबाद। मोदी नगर स्थित नवीन मंडी स्थल पर सब्जी आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री ब्रजेश त्यागी ने कोरोनावायरस कोविड-19 से लड़ाई में सहयोग हेतू हापुड़ सदर विधायक श्री विजयपाल आढ़ती को प्रधानमंत्री केयर फंड के लिए सब्जी विक्रेताओं से एकत्र की गई धनराशि Rs. 1,51,000/- का चेक दिया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष उमेश राणा, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष प्रफुल्ल सारस्वत, राजीव अग्रवाल, पुनीत गोयल, श्यामेन्द्र त्यागी, अजय भास्कर, दामोदर, रामगोपाल, गौरीशंकर सहित अनेक आढ़ती उपस्थित रहे।


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