सोम देवागन
आगरा। किसानों को दिल्ली कूच से रोकने के लिए यूपी सरकार ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। 'गणवतंत्र दिवस' पर ट्रैक्टरों परेड में शामिल होने जा रहे 100 से ज्यादा किसानों को यूपी सरकार ने ‘हाउस अरेस्ट’ नजरबंद कर दिया है। पुलिस आगरा बार्डर पर सख्ती के साथ आने जाने वालों की जांच कर रही है। वहीं सरकार ने पेट्रोल पंप संचालकों को ट्रैक्टरों को डीजल नहीं देने निर्देशित भी कर दिया है। रविवार को एटा में कई स्थानों पर पुलिस ने किसानों को रास्ते में रोक दिया। जिससे आगरा-बरेली राजमार्ग कुछ देर के लिए बाधित हुआ। मथुरा में, किसानों ने लगभग 30 मिनट तक यमुना एक्सप्रेसवे को अवरुद्ध कर दिया, जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई।
रास्ते में रोके गए ट्रैक्टर
चिल्ला बॉर्डर पर, भारतीय किसान यूनियन (भानु) के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि हमारे हजारों कार्यकर्ता आगरा क्षेत्र से रविवार शाम तक चिल्ला बॉर्डर तक पहुंचने थे लेकिन उन्हें रोक दिया गया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के आदेश पर हमारे वरिष्ठ कार्यकतार्ओं को नजरबंद कर दिया गया है। जो लोग किसी तरह अपने ट्रैक्टरों से घरों से निकल आए उन्हें रास्ते में रोक दिया गया।
योगी की नोएडा यात्रा में करेंगे प्रदर्शन
योगेश सिंह ने कहा कि हम यूपी सरकार के इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर हमारे कार्यकतार्ओं को दिल्ली जाने की अनुमति नहीं है, तो हम सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की नोएडा यात्रा के दौरान विरोध प्रदर्शन और सड़कों जाम करेंगे।
घर के बाहर रोके जाने का दावा
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिला अध्यक्ष, राजवीर लवानिया ने भी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि रविवार सुबह उन्हें 20 ट्रैक्टर और 200 किसानों के साथ गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचना था। उन्हें कथित तौर पर पुलिस ने उनके आवास के बाहर रोक दिया।
…तो बसों और निजी वाहनों से पहुंचे
राजवीर लवानिया ने कहा कि पुलिस आगरा के सैकड़ों किसानों को दिल्ली की सीमा तक पहुंचने से नहीं रोक पाएगी। यदि पुलिस हमें ट्रैक्टर ले जाने की अनुमति नहीं देती है, तो हम निजी वाहनों या बसों से जाएंगे। लवानिया ने कहा कि आगरा के किसान 26 जनवरी को दिल्ली में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएंगे। केंद्र को अपने कृषि कानूनों को वापस लेना होगा और एमएसपी की गारंटी देनी होगी।