रविवार, 17 मई 2020

मेंबर्स ने निकासी का फायदा उठाया

देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्रेस कांफ्रेस


प्रयागराज। वित्त मंत्री ने बताया कि 12 लाख ईपीएफओ मेंबर्स ने ऑनलाइन निकासी की सुविधा का फायदा उठाया। 2.02 निर्माण से जुड़े मजदूरों को सीधी मदद पहुंचाई गई। वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण योजना द्वारा तकनीक के इस्तेमाल से सीधे जरूरतमंद लोगों के खातों में मदद पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने 8.19 करोड़ किसानों के खातों में 2000 रुपए पहुंचाए गए। उन्होंने कहा कि 20 करोड़ जन धन खातों में सीधी मदद पहुंचाई गई। पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत 20 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों के अकाउंट में सीधी मदद भेजी गई। साथ ही निर्माण से जुड़े श्रमिकों के अकाउंट में भी सरकार ने पैसे डाले। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया गया। वित्त मंत्री ने रविवार को अपने संबोधन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कही गई बात से की। सीतारमण ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी, लॉ जैसी चीजों बल दिया गया है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा था।


बृजेश केसरवानी


आसमान में दिखाई दे रहा 'शुक्र ग्रह'

नई दिल्ली। शुक्र ग्रह पिछले कुछ वक्त से रात के वक्त आसमान में आसानी से लोगों को नजर आ रहा है। आसमान में जब भी रात के वक्त चांद देर से दिखाई देता है या कई बार नहीं भी दिखता है तो शुक्र ग्रह एक अकेला ऐसा तारा है जो सबसे ज्यादा चमकीला नजर आता है। बता दें आसमान में सूरज और चांद के बाद शुक्र ग्रह तीसरा सबसे ज्यादा चमकदार ओब्जेक्ट है।


शुक्र ग्रह पिछले कुछ वक्त से रात के वक्त आसमान में नजर आ रहा है। हालांकि, जल्द ही ग्रह अपनी जगह बदलेंगे और ऐसे में शुक्र ग्रह आसमान में नजर आना बंद हो जाएगा। इस वजह से शुक्र ग्रह जल्द ही आसमान से गायब होने वाला है।28 अप्रैल को यह ग्रह आसमान में सबसे ज्यादा चमकदार दिखाई दिया था और मई के अंत तक यह आसमान में दिखाई देगा। अर्थस्काय कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 3 जून को शुक्र ग्रह पृथ्वी और सूरज के बीच से गुजरेगा और इस वजह से यह पूर्वी आकाश में सूर्य उदय से कुछ देर पहले दिखाई देगा और इसके बाद गायब हो जाएगा। आप चाहें तो शुक्र ग्रह को मई के महीने में रोज रात को देख सकते हैं।


हालांकि, इसे टेलीस्कोप से देखना एक अच्छा आइडिया है क्योंकि ऐसा करने से आप काफी साफ-साफ इस ग्रह को देख पाएंगे. टेलीस्कोप से यह आपको अर्धचंद्राकार का दिखाई देगा और काफी बड़ा नजर आएगा। लेकिन अगर आपके पास टेलीस्को नहीं है तो भी आपको इसे देखने का मौका नहीं गवाना चाहिए।


27 मई को दिखेगा 'हरे बर्फ' का गोला

नई दिल्ली। साल 2020 कई अजीबोगरीब घटनाओं के लिए याद रखा जाएगा। साल की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के जंगल में लगी आग से शुरू हुई थी। इसके बाद तो चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने जो तांडव शुरू किया, उसका असर ऐसा हुआ कि दुनिया के कई देश लाशों के ढेर में बदल गया। इस बीच अप्रैल से अंतरिक्ष में भी हलचल शुरू हो गए। 29 अप्रैल को तो अंतरिक्ष से गिरने वाले एक उल्कापिंड से दुनिया के खत्म होने की भी बात आई। हालांकि, ये उल्कापिंड पृथ्वी के नजदीक से गुजर गया। इसके बाद से अभी तक कई छोटे उल्कापिंड आए दिन अंतरिक्ष से पृथ्वी पर गिर ही रहे हैं। अब सूरज से एक विशाल धूमकेतु पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। इस धूमकेतु को एस्ट्रोनॉमर ने अप्रैल में ही ढूंढा था। इसकी तस्वीरें  NASA/ESA के मॉनेटरिंग स्पेसशिप से ली गई। कहा जा रहा है कि जब ये धूमकेतु जब पृथ्वी की सतह पर आएगा तब आसमान हरा हो जाएगा। स्वान धूमकेतु तेजी से अंतरिक्ष से गिरता हुआ पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। इस धूमकेतु की 11 मिलियन लंबी पूंछ इसकी खासियत बन गई है। स्वान धूमकेतु अब पृथ्वी की सतह पर पहुंच गया है। एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक मई के आखिरी तक में ये धरती के बेहद नजदीक आ जाएगा।
स्वान धूमकेतु अब पृथ्वी की सतह पर पहुंच गया है। एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक मई के आखिरी तक में ये धरती के बेहद नजदीक आ जाएगा। साथ ही इसका भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसे बिना टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकता है। बस शर्त ये है कि बीच में ये किसी दूसरे धूमकेतु से टकरा कर टूट ना जाए।


साथ ही इसका भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसे बिना टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकता है। बस शर्त ये है कि बीच में ये किसी दूसरे धूमकेतु से टकरा कर टूट ना जाए। इस बर्फ के गेंद को सबसे पहले अप्रैल में ऑस्ट्रेलिया के एस्ट्रोनॉमर माइकल मटियाजो ने देखा था। अभी ये धूमकेतु हमसे करीब 53 मिलियन की दुरी पर है। जिस स्पीड से ये पृथ्वी की तरफ गिर रहा है, उसके मुताबिक, ये मई के आखिरी में धरती से टकराएगा।
इस बर्फ के गेंद को सबसे पहले अप्रैल में ऑस्ट्रेलिया के एस्ट्रोनॉमर माइकल मटियाजो ने देखा था। अभी ये धूमकेतु हमसे करीब 53 मिलियन की दुरी पर है। जिस स्पीड से ये पृथ्वी की तरफ गिर रहा है, उसके मुताबिक, ये मई के आखिरी में धरती से टकराएगा। इसे साउथर्न हेमिस्फेयर से साथ देखा जा पाएगा। वहीं नॉर्दर्न हेमिस्फेयर में इसे शाम के वक्त देखा जा पाएगा। इसे साउथर्न हेमिस्फेयर से साथ देखा जा पाएगा। वहीं नॉर्दर्न हेमिस्फेयर में इसे शाम के वक्त देखा जा पाएगा।    एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक, हरे पूंछ वाला बर्फ का ये गोला हर 11 हजार 597 साल में एक बार पृथ्वी से टकराता है। इससे कोई नुकसान नहीं होता लेकिन आसमान हरे रंग में बदल जाता है।


एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक, हरे पूंछ वाला बर्फ का ये गोला हर 11 हजार 597 साल में एक बार पृथ्वी से टकराता है। इससे कोई नुकसान नहीं होता लेकिन आसमान हरे रंग में बदल जाता है।  27 मई को बर्फ का ये गोला साफ़ देखा जा पाएगा। इसकी लंबी पूंछ ने इसे चर्चा का विषय बना दिया है। अगर आपके पास छोटा टेलिस्कोप है, तो ये और भी साफ़ दिखाई देगा। वरना ये नंगी आंखों से भी देखी जा पाएगी।
27 मई को बर्फ का ये गोला साफ़ देखा जा पाएगा। इसकी लंबी पूंछ ने इसे चर्चा का विषय बना दिया है। अगर आपके पास छोटा टेलिस्कोप है, तो ये और भी साफ़ दिखाई देगा। वरना ये नंगी आंखों से भी देखी जा पाएगी।


एस्ट्रोनॉमर्स ने बताया कि ये सूरज से जितना नजदीक होगा, उतनी ज्यादा चमक बढ़ जाएगी। लेकिन इसके भी चान्सेस हैं कि ये छोटे टुकड़ों में टूट जाए।
एस्ट्रोनॉमर्स ने बताया कि ये सूरज से जितना नजदीक होगा, उतनी ज्यादा चमक बढ़ जाए। लेकिन इसके भी चान्सेस हैं कि ये छोटे टुकड़ों में टूट जाऐगा। बता दें कि धूमकेतु बर्फ या मीथेन से भरा पत्थर का वो टुकड़ा होता है जो सोलर सिस्टम के चक्कर लगाता रहता है। कई बार ये पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से खींचकर धरती से टकरा जाता है। बता दें कि धूमकेतु बर्फ या मीथेन से भरा पत्थर का वो टुकड़ा होता है जो सोलर सिस्टम के चक्कर लगाता रहता है। कई बार ये पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से खींचकर धरती से टकरा जाता है।


दिल्ली में 31 मई तक बढ़ा 'लॉकडाउन'

प्रयागराज। लॉकडाउन के चौथे चरण के लिए राज्यों की तरफ से केंद्र को 15 मई तक भेजे जा चुके हैं कई सुझावलॉकडाउन का चौथा चरण 18 मई से 31 तक चल सकता है, इस दौरान छूट का दायरा बढ़ना संभवऑटो, टैक्सी, कैब के सथ डोमेस्टिक फ्लाइट्स को शर्तों के साथ शुरू किया जा सकता हैशॉपिंग मॉल्स में भी कुछ दुकानों को खोलने की इजाजत दी जा सकती है, रेस्ट्रॉन्ट और ढाबों को भी अनुमति संभव


नई दिल्ली विश्व मे कोहराम मचा रही वैश्विक महामारी के चलते देशभर में लागू लॉकडाउन 3.0 की मियाद रविवार को खत्म हो रही है। अभी वायरस जिस तेजी से बढ़ रहा है, उसे देखते हुए तीसरी बार लॉकडाउन का बढ़ना तय है, जिसका संकेत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में दिया था। लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाया जा सकता है। हालांकि लॉकडाउन 4.0 में कई तरह की छूट दिए जाने की संभावना है। इस बारे में अब किसी भी वक्त ऐलान जा सकता है।


सबसे पहले 25 मार्च से 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया था। बाद में इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया। उसे भी बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया। अब तीसरी बार लॉकडाउन फिर बढ़ने वाला है। 


पब्लिक ट्रांसपोर्ट को शर्तों के साथ इजाजत संभवः ऑटो रिक्शा और कैब एग्रीगेटरों को शर्तों के साथ इजाजत दी जा सकती है। उन्हें अधिकतम 2 यात्रियों को बैठाने की अनुमति दी जा सकती है। घरेलू उड़ानों को भी मंजूरी दी जा सकती है बशर्ते कि जहां से फ्लाइट जानी हो और जिस जगह पर उसे पहुंचनी है, वे दोनों संबंधित राज्य इसके लिए राजी हों। केंद्र तो सभी घरेलू उड़ानों को शुरू करना चाहता है लेकिन कई राज्य इसके विरोध में हैं। 


रेड जोन्स में मेट्रो सर्विसेज को आगे भी सस्पेंड रखा जा सकता है। रेस्ट्रॉन्ट और शॉपिंग मॉल्स को भी कुछ शर्तों के साथ खोलने की इजाजत दी जा सकती है।  कंटेनमेंट जोन्स में और ज्यादा सख्ती हो सकती है। किस जोन में किन गतिविधियों की इजाजत रहे, इसे तय करने का अधिकार राज्यों को मिल सकता है। अब तक केंद्र सरकार ही रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन तय करती रही है। इसमें बदलाव भी केंद्र ही कर सकता है। हालांकि, राज्य मांग कर रहे हैं कि उन्हें जोन तय करने और किस जोन में किन तरह की गतिविधियों को इजाजत रहे, यह तय करने का अधिकार उन्हें मिले। 


जल्द शुरू हो सकती हैं दिल्ली मेट्रोः गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर हमारे सहयोगी इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि राज्यों की यह मांग मानी जा सकती है यानी राज्यों को जोन तय करने का अधिकार दिया जा सकता है। सूत्रों की माने टी शॉपिंग मॉल्स में कुछ दुकानों, रेस्तराओं को खोलने की इजाजत दी जा सकती है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन जरूरी होगा। प्रवासी मजदूरों की समस्या को दूर करने के लिए राज्यों को नई गाइडलाइंस में स्पष्ट निर्देश होगा। अधिकारियों ने बताया कि राज्यों को 11 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे ताकि वे लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की मदद कर सकें। 


बृजेश केसरवानी


राष्ट्रपति भवन मे वायरस, एसीपी संक्रमित

कोरोना वायरस पहुंचा राष्ट्रपति भवन, एसीपी पॉजिटिव मिले, अस्पताल में भर्ती


नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण राष्ट्रपति भवन पहुंच गया है। राष्ट्रपति भवन के एसीपी फंक्शन करन सिंह कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। करन सिंह को अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। एसीपी राष्ट्रपति भवन के ऑफिस में कार्यरत हैं और यह ऑफिस राष्ट्रपति भवन के अंदर है। करन सिंह राष्ट्रपति भवन में एसीपी फंक्शन हैं। राष्ट्रपति भवन में एसीपी फंक्शन का अहम रोल होता है।


एसीपी करन सिंह को अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। राष्ट्रपति भवन में तैनात कई पुलिसकर्मी और स्टाफ को क्वारंटाइन किया गया है।


सैनिटाइज सिस्टम कई दिनों से खराब

अतुल त्यागी


हापुड़। कोरोना महामारी की चेन तोड़ने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार ने लॉक डाउन किया हुआ है और लोगों की बचाव हेतु जिला प्रशासन ने पुरानी कलेक्ट्रेट स्थित उप जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय में लोगों को सैनिटाइज करने के लिए हजारों रुपए की लागत से सैने डाइज सिस्टम गत दिनों लगाया था। ताकि वहां आने वाले कर्मचारी व बाहरी लोग सेने डाइज  होकर कोरोना महामारी से बच सकें लेकिन वहां के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते यह सिस्टम पिछले कई दिनों से खराब पड़ा है और वहां पर आने वाले लोग सैनिटाइज होने से वंचित हो रहे हैं।


चंडीगढ़ः दूरवर्ती मरीजों की सुनेंगे समस्या

राणा ओबराय

19 मई से चंडीगढ़ पीपीई में डॉक्टर दूरवर्ती मरीजो की सुनेंगे समस्या


चण्डीगढ़। चंडीगढ़ पीजीआई प्रशासन ने निर्णय लेते हुए ऑनलाइन ओपीडी शुरू करने की पहल की है। मिली जानकारी के अनुसार प्रतिदिन सुबह 8 बजे से 9 बजे तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। सिर्फ संडे और छुट्टी वाले दिन ऑनलाइन ओपीडी बंद रहेगी। पीजीआई प्रशासन ने मरीजों के लिए फोन नंबर उपलब्ध कराए हैं।जिस पर मरीज डॉक्टर से अपना रोग बता करके उपचार पूछ सकता है।


चिलचिलाती धूप में छांंव ढूंढते रहे प्रवासी

चिलचिलाती धूप में छांव ढूंढते रहे प्रवासी


सीएचसी में थर्मल स्क्रीनिंग कराने वाले प्रवासियों की रही भीड़


सुनील पुरी


फतेहपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में थर्मल स्क्रीनिंग कराकर स्वास्थ्य परीक्षण कराने आए प्रवासी चिलचिलाती धूप में बेहाल दिखे और छाव खोजते रहे इनमें से अधिकांश प्रवासी मुंबई और सूरत से आए हुए थे। लाइन में खड़े होने को लेकर कई बार प्रवासियों के बीच नोकझोंक भी हुई और पुलिस भी पहुंची


कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉक डाउन की स्थिति चल रही है जिसके कारण प्रवासियों का आना लगातार जारी है इनमें से अधिकांश प्रवासी महाराष्ट्र के मुंबई शहर तथा  गुजरात प्रांत के सूरत शहर से आ रहे हैं इसके अलावा अन्य प्रांतों दिल्ली पंजाब हरियाणा राजस्थान से भी प्रवासी लगातार आ रहे प्रवासियों की भीड़ देर रात से ही होने लगी थी सुबह भारी संख्या में प्रवासी दिखाई दिए प्रवासियों की लंबी लाइन सीएससी परिषद से गेट और रोड तक लगी हुई थी थर्मल स्क्रीनिंग कराने के लिए लाइन में खड़े प्रवासियों के बीच आगे-पीछे होने को लेकर कई बार आपस में कहासुनी हुई यहां तक कि झगड़े की भी नौबत आई लेकिन कुछ अन्य प्रवासियों ने मामले को शांत करा दिया सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची पुलिस ने वासियों को लाइन से खड़ा कराया जब दोपहर को धूप तेज हुई तो प्रवासियों की हालत बिगड़ी और छाया खोजने लगे दोपहर बाद काफी देर तक प्रवासियों की लाइन लगी रही और उन्होंने अपनी थर्मल स्क्रीनिंग कराकर स्वास्थ परीक्षण कराया वहीं थर्मल स्क्रीनिंग करने वाले लोगों ने उन्हें 21 दिन तक आइसोलेशन में रहने की हिदायत दी।


मजदूरों के साथ, ट्रक वालें कर रहे खिलवाड़

अतुल त्यागी


गरीब मजदूरों के साथ कर रहे डग्गामार ट्रक वाले खिलवाड़


आपको बतादे की गरीब मजदूरों के साथ हो रहा है खिलवाड़ जहा देखनी वाली बात है, कि सोनीपत और पानी पत में कम्पनियों में काम करते थे। जहाँ कम्पनियों के मालिकों ने उन्हें कम्पनी से बाहर निकाल दिया है और उनकी सैलरी भी नही दी गरीब मजदूर परेशान होकर अपनी कम्पनी के पास के मकानों में किराये के कमरों में रहते थे और मकान मालिको ने उन्हें बाहर निकाल दिया है। जहा देखने वाली की बात है कि सरकार के नियमो की उड़ा रहे है। धज्जियाँ गरीबो की मजबूरी को देखते हुए सरकार के नियम थे कि कम्पनियों में काम करने वालो की नहीं काटी जाएगी सेलरी और किराये के मकानों में रहने वालों को नही दिया जायेगा किराया जहा देखने वाली बात है कि गरीब मजदूरों को नही सेलरी मिली और किराये के मकान मालिकों ने उन्हें मकानों से बाहर निकाल दिया और गरीब मजदूर भूखे प्यासे रहने लगे गरीब मजदूर अपने घरों के लिए पानीपत का डग्गामार ट्रक वाले से घर जाने के लिए बात करी थी ट्रक वाले हमारे साथी सोनीपत और पानीपत में भी रहते है डग्गामार ट्रक वाले ने सभी लोगो की गिनती करी तो गिनती करने पर 200 लोग थे डग्गामार ट्रक वाले ने 2,000 रुपये सवारी की बुकिंग कर ली थी जहाँ गरीब मजदूरों से 4,00000 लाख रुपये पहले ही एडवांस में ले लिए थे गरीब मजदूरों को घर पहुचाने के लिये रुपये लिए थे और गरीब मजदूरों के जनपद हापुड के कोतवाली गढमुक्तेश्वर के ब्रजघाट नगरी में सभी मजदूरों को उतारने लगा था गरीब मजदूरों ने 112 की पुलिस को बुलाकर अपनी समस्या बताई और मोके पर डग्गामार ट्रक चालक को किया गिरफ्तार।


जिला-प्रशासन की क्षमताओं की परीक्षा

जिला-प्रशासन की क्षमताओं की परीक्षा 
आकांशु उपाध्याय 
गाजियाबाद। कोरोना वायरस कोविड-19 अपने साथ बहुत सारी समस्याएं लेकर आया है। जिनका वर्तमान व्यवस्थाओं के पास समुचित समाधान नहीं है। उचित और आवश्यक दृष्टिकोण का भी अभाव महसूस किया जा रहा है। वायरस अपनी गति से अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहा है। जिसका प्रभाव निकट भविष्य में हम सबके सामने होगा। सरकार की विवेक शीलता के अनुसार योजनाओं का यथावत लाभ वायरस को मिल रहा है। बैंक, राशन और शराब के लिए सड़कों पर जनता की अव्यवस्थित भीड उमड पडी़ है। इससे प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। देश के प्रधानमंत्री के प्रति जनता ने कृतज्ञता का उदाहरण पेश किया है मूल मंत्र सामाजिक दूरी का स्पष्ट परिहास किया गया है।
वहीं दूसरी ओर जनपद गाजियाबाद में कमोबेश 85 लाख से अधिक नागरिक निवास करते हैं। जनपद सघन आबादी वाला क्षेत्र है। जिसमें लोनी और खोड़ा नगर पालिका अति सघन आबादी वाले क्षेत्र है। दोनों क्षेत्रों की सीमाएं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से लगी हुई है। दोनों ही स्थानों पर संक्रमण अपने पैर पसार चुका है। लोनी और खोड़ा में संक्रमण का संचार नियंत्रित कर पाने में जिला प्रशासन लापरवाही बरत रहा है। परिणाम स्वरूप संक्रमण तेज गति से बढ़ रहा है। जनपद में शनिवार को कुल 172 संक्रमितो की सूचना दी गई। उसके पश्चात रविवार को लोनी स्थित बाजार में एक संक्रमित मिला है।लोनी बाजार में संक्रमित व्यक्ति एवं साहिबाबाद स्थित संजय नगर में एक महिला संक्रमित के मिलने से स्थानीय लोगों में भय का माहौल बन गया है। जनपद में कुल 5251 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। जिसमें 4683 की जांच रिपोर्ट मिली है। 568 लोगों की अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है। 106 लोगों को उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। संभावित क्षेत्रों में 18 हॉट स्पॉट बनाए गए हैं। यह सब आंकड़ा जिला प्रशासन के द्वारा प्रदान किया गया है। लेकिन तेजी से बढ़ने वाले संक्रमण पर नियंत्रण का प्रभावी तरीका अपनाने का उपयुक्त समय आ गया है। लॉक डाउन को अधिक प्रभावशाली प्रणाली के अनुसार लागू करने की आवश्यकता है। सरकार आवश्यक दिशा-निर्देश लागू कर रही है। जिला प्रशासन को स्थिति पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। नियमों की कठोरता और आवश्यक लचीलापन की मांग के प्रति संतुलन बनाने की सख्त आवश्यकता है। जिला प्रशासन की क्षमताओं की परीक्षा का दौर प्रारंभ हो गया है।


भोजन मिलने के बाद छलक पड़े आंसू

हाइवे पर पैदल चल रहे मज़दूरों का सहारा बनी कांग्रेस


सैनी चौराहे पर कांग्रेस की सांझी रसोई से भोजन मिलने के बाद छलक पड़े भूखे मजदूरों के आँसू


कौशाम्बी। कोरोना वायरस की महामारी के बाद पूरे देश मे 57 दिनों से लगातार लॉक डाउन घोषित कर दिए जाने के चलते फैक्ट्रियों से निकाले गए मजदूर रोटी के लिए भूखे है और इन स्थितियों में मजदूर भूखे प्यासे परिवार के साथ पैदल चल कर घर पहुँचना चाहते है। जिससे हाइवे पर मजदूरों का झुंड पैदल चल रहा है। भूखे प्यासे मजदूरों को भोजन का इंतजाम कर उन्हें संतुष्टि देने का जिम्मा कांग्रेस पार्टी ने उठाया है और जिले के सैनी चौराहे पर प्रतिदिन भूखे प्यासे हजारो मजदूरों को कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा भोजन दिया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू  के आवाहन पर सड़को पर पैदल चल रहे मज़दूरों को कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अरुण विधार्थी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों ने सांझी रसोई से दिन रात खाना पानी खिलाने का इंतजाम कर रहे हैं। जैसे ही मज़दूरों को खाना पानी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिया। कुछ मज़दूरों के आंसू छलक पड़े और मज़दूर बोले कि कभी भी कांग्रेस का यह एहसान नही भूलेंगे। खाने पीने का भरपूर इंतजाम जिले में कांग्रेस पार्टी प्रतिदिन कर रही है।


कांग्रेस की सांझी रसोई से प्रतिदिन डेढ़ हजार से अधिक लोगों को सैनी हाईवे पर भोजन पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके पूर्ब भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा गरीब जरूरतमंद भूखे लोगो के घर घर भोजन सामग्री पहुचाई गयी थी। भोजन उपलब्ध कराने के समय कांग्रेस पार्टी के पूर्ब जिलाध्यक्ष तलत अज़ीम के साथ में इब्ने हसन सरफराज राशिद कन्हई गौतम प्रदीप सक्सेना इजहार अब्बास,धर्मेंद्र श्रीवास्तव राजकुमार पासी मोहम्मद रफी आदि लोग मौजूद रहे।


 ज़ैगम अब्बास 


बसें तैयार, सरकारी अनुमति का इंतजार

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राजस्थान के अलवर और भरतपुर से प्रवासियों को देश के अन्य हिस्सों में ले जाने के लिए 500 बसों की व्यवस्था की है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा, “लेकिन, उत्तर प्रदेश सरकार से राज्य में इस बाबत प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिली है।”बसों को मथुरा जाने के लिए बहज गोवर्धन सीमा पर पहुंचना है और बताया जा रहा है कि बस में प्रवासी मजदूर हैं। प्रियंका गांधी ने शनिवार को औरैया में हुई दुखद सड़क दुर्घटना के बाद प्रवासियों को लाने के लिए एक हजार बसों को चलाने की अनुमति देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा। हादसे में 24 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई थी।


पूर्वी उत्तर प्रदेश में पार्टी मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस इन चार्टर्ड बसों की कीमत ऐसे समय में वहन करेगी, जब प्रवासियों को सुरक्षित घर लौटने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में प्रियंका ने कहा, “देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों की संख्या में प्रवासी श्रमिक पैदल ही यात्रा कर अपनी घर वापसी के लिए प्रयत्न कर रहे हैं और ऐसे में उनके लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं।”उन्होंने आगे कहा, “ऐसे समय में राष्ट्र निर्माण करने वालों को उनके हाल पर नहीं छोड़ा जा सकता है। इसलिए हम गाजीपुर और नोएडा सीमाओं से 500-500 बसों का संचालन करना चाहते हैं।”


प्रवासियों की मदद की, हिरासत में लिया

नई दिल्ली। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अनिल कुमार चौधरी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें पूर्वी दिल्ली स्थित उनके आवास पर हिरासत में लिया है। चौधरी ने आरोप लगाया कि उन्हें राज्य में प्रवासियों की मदद करने के लिए हिरासत में लिया गया है। चौधरी ने एक बयान में कहा, “एसएचओ ने पूछा – क्या गाजीपुर सीमा पर गए थे, जहां बड़ी तादाद में प्रवासी जुटे हुए थे? तो, प्रवासियों की मदद करना अपराध बन गया।”दिल्ली पुलिस के सूत्र ने कहा, “वह पिछले दो दिनों में कई प्रवासी मजदूरों को दिल्ली-यूपी की सीमा पर लेकर आए। कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं बरती जा रही थी। इससे आगे समस्याएं पैदा हो सकती हैं।” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी शनिवार को दिल्ली-फरीदाबाद सीमा के पास सुखदेव विहार फ्लाईओवर पर प्रवासियों के एक समूह से मुलाकात की थी।


राहुल गांधी ने महिलाओं और बच्चों सहित 20 प्रवासियों के एक समूह के साथ एक घंटे मुलाकात की थी। कांग्रेस ने बाद में आरोप लगाया कि पुलिस ने मजदूरों को यह कहते हुए एहितियाती हिरासत में लिया है कि उन्हें ‘ऊपर से’ ऐसा करने का निर्देश मिला है। लेकिन, बाद में पार्टी ने उन्हें उनके संबंधित स्थान पर भेजने के लिए परिवहन की व्यवस्था की।


हमलों में अफगान के 120 नागरिक मरे

काबुल। अफगानिस्तान में पिछले तीन सप्ताह में तालिबान के हमलों में 120 नागरिक मारे गए हैं और 350 अन्य घायल हुए हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद कार्यालय (ओएनएससी) के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। टोलो न्यूज के मुताबिक, ओएनएससी के प्रवक्ता जावेद फैसल ने शनिवार को कहा, ” तालिबान और उनके समर्थकों द्वारा शुरू किए गए हमलों में रमजान के पवित्र महीने के दूसरे सप्ताह की तुलना में 33 फीसदी की वृद्धि दिखाई दी है।”


इस बीच, रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा बलों (एएनडीएसएफ) ने राष्ट्रपति अशरफ गनी के एक आदेश के बाद जवाबी कार्रवाई करना शुरू कर दिया है।


मंत्रालय के प्रवक्ता रोहुल्लाह अहमदजई ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हम दुश्मन की चौकियों पर कई शक्तिशाली हमले करने और उन्हें मानवीय स्तर पर बड़ा नुकसान पहुंचाने में कामयाब रहे हैं।


25 अप्रैल को ओएनएससी के आंकड़ों ने दर्शाया कि तालिबान ने दोहा में 29 फरवरी को शांति समजौता होने के बाद से रोज औसतन 55 हमले किए थे। इसने कहा कि तालिबान ने मार्च की शुरुआत से लेकर 19 अप्रैल तक 2,804 हमले किए।


मजदूरों की मदद नहीं करनी चाहिए

मथुरा। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कोविद -19 से बचाव के लिये लागू लाॅकडाउन के कारण विपक्ष को मजदूरों की मजबूरी पर सियासत करने की बजाय उनकी मदद के लिये आगे आना चाहिए। 


श्रीकांत शर्मा ने रविवार को यहां जारी बयान में कहा कि विपक्षी दल मजदूरों की मदद करने की बजाय सियासत करने जुटे है। इस संकट के दौर में सबकों एक साथ खड़ा रहकर एक दूसरे की मदद करनी चाहिये। विपक्षी दल मजदूरों की मजबूरी पर सियासत करने में जुटे है।


उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण काल में भी केन्द्र सरकार प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरी ताकत के साथ आम जनमानस की भलाई के लिए कार्य करने में जुटी है। उन्होंने कहा कोरोना जैसे बडे संकट के समय में भूखा गरीब खाली पेट सोने को मजबूर न हो इसके लिये केन्द्र सरकार ने 8.5 करोड परिवारों को तीन माह तक गैस के सिलेन्डर तथा अनाज मुफ्त दिया है। केन्द्र सरकार करीब 3500 करोड़ रूपए की धनराशि प्रवासी मजदूरों की सहायता के लिए खर्च कर रही है। इस धनराशि से उनके लिए खाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्हें दो महीने का राशन दिया जा रहा है।


श्रीकांत शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी को मिलकर टीम भावना से काम करना चाहिए। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने श्रमिकों के लिए 1034 ट्रेन चलाई हैं जिनमें लगभग 85 प्रतिशत उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए है। अभी तक 12 लाख से अधिक लोगों को सम्मानजनक तरीके से उनके गंतव्य स्थान तक पहुचाया गया है।


ऊर्जा मंत्री ने कांग्रेस पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुये कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी सीधे खाते में राशि देने की बात करते हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि 20 करोड़ से अधिक जनधन खाता धारक महिलाओं के खाते में 20 हजार करोड से अधिक की राशि दो किश्तों में दी जा चुकी है। सरकार यह राशि सीधे ही उनके खाते में भेज रही है। इसी प्रकार से दो करोड 20 लाख श्रमिकों के खाते में 3950 करोड रूपए भेजे जा चुके हैं।


अल्पसंख्यकों का धार्मिक उत्पीड़नः जमात

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के धार्मिक उत्पीड़न का एक और मामला सामने आया है। सिंध प्रांत में हिंदुओं ने आरोप लगाया है कि इस्लामिक समूह तबलीगी जमात ने उन्हें प्रताड़ित किया और उनके घरों को ध्वस्त कर दिया। इसके साथ ही इस्लाम अपनाने से इनकार करने पर एक हिंदू लड़के का अपहरण भी कर लिया गया। सिंध का एक वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया गया, जिसमें भेल हिंदू जबरन धर्म परिवर्तन का विरोध करते हुए देखे जा सकते हैं।


तबलीगी जमात के खिलाफ हाथ से लिखे पोस्टर पकड़े महिलाओं, बच्चों को नासूरपुर, मटियार में विरोध प्रदर्शन करते देखा गया। इस दौरान हिंदुओं का कहना था, “हम मरना पसंद करेंगे, लेकिन कभी इस्लाम नहीं अपनाएंगे।”


प्रदर्शनकारियों की ओर से एक महिला ने कहा कि उनकी संपत्तियों को हड़प लिया गया, घरों में तोड़फोड़ की गई और उन्हें पीटा गया है। महिला ने कहा कि उन्हें कहा जा रहा है कि अगर घर वापस चाहिए तो इस्लाम अपनाना होगा।


एक अन्य वीडियो में एक महिला जमीन पर लेटी हुई दिखाई दे रही है, जो बता रही है कि उसके बेटे का तबलीगी जमात के सदस्यों द्वारा अपहरण कर लिया गया है। महिला अपने बेटे को रिहा कराने के लिए जमात से रहम की भीख मांग रही है। पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रांतों में हिंदुओं और ईसाइयों का उत्पीड़न जारी है।


पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने हाल ही में कहा कि इमरान खान सरकार के कार्यकाल में अल्पसंख्यक समुदायों पर भयावह धार्मिक रूप से प्रेरित हमले हुए हैं। सिंध और पंजाब में हिंदू व ईसाई दोनों समुदायों को पिछले साल भी बड़े स्तर पर जबरन धर्मांतरण का सामना करना पड़ा था।


पिछली घटनाओं को याद करते हुए आयोग ने कहा कि पंजाब और सिंध में 14 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों का अपहरण किया गया, उन्हें जबरन धर्मांतरित कर उनका निकाह कर दिया गया।


आयोग ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं और हिंदू समुदाय असुरक्षित महसूस कर रहा है, क्योंकि उन पर ईश निंदा का आरोप लगाकर प्रताड़ित किया जाता है। आयोग का कहना है कि हिंदू समुदाय को लंबे समय से निशाना बनाया जा रहा है।


आयोग ने कहा, “उन्हें स्कूल में इस्लामी अध्ययन सीखने के लिए भी मजबूर किया जाता है। कुछ चिंताएं यह भी हैं कि ईसाई समुदाय के लिए पर्याप्त दफन करने की जगह और हिंदू समाज के लिए श्मशान भूमि नहीं हैं।”


पाकिस्तान में अदालत ने 2014 में धार्मिक सहिष्णुता, पाठ्यक्रम में सुधार, मीडिया में अभद्र भाषा के खिलाफ कार्रवाई, पूजा स्थलों की सुरक्षा के लिए एक विशेष पुलिस बल, और शीघ्र पंजीकरण के लिए एक कार्यबल का गठन करने का निर्देश दिया था। मगर एचआरसीपी ने कहा कि अभी तक इस संबंध में कुछ भी नहीं हुआ है।


महाराष्ट्र में 31 मई तक बढ़ा लॉकडाउन

मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने उम्मीद के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन की मियाद रविवार को बढ़ाते हुए 31 मई तक कर दी है। मुख्य सचिव अजय मेहता द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि चूंकि राज्य में कोविड-19 महामारी के और अधिक फैलने का खतरा है, इसलिए पूरे महाराष्ट्र में 31 मई की मध्यरात्रि तक लॉकडाउन का विस्तार करना आवश्यक है।


बार-बार बढ़ाए जा रहे 24 मार्च से लागू हुए लॉकडाउन ने सरकार को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई आपातकालीन उपाय करने में सक्षम बनाया है। कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में कुल 1 हजार 135 मौतों के साथ ही संक्रमण के सर्वाधिक 30 हजार 706 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 7 हजार 88 लोगों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई है।


वहीं, 696 मौतों और कोविड-19 संक्रमण के सामने आए कुल 18 हजार 555 मामलों के साथ मुंबई राज्य का सबसे प्रभावित हॉटस्पॉट बना हुआ है। यह संख्या लगातार बढ़ रही है। अधिकारियों ने कहा कि लॉकडाउन के लिए जारी आदेशों के अन्य विवरण बाद में उपलब्ध कराया जाएंगे।


मुरादाबाद में संक्रमित संख्या 158 हुई

मुरादाबाद। कोरोना महामारी के बीच दो दिन शांति के बाद जिले में फिर इस संक्रमण ने खलबली मचा दी है। रविवार को 7 और लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। अब जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 158 हो चुकी है। जिले में आए ये सभी नए मामले हैं। इनमें जो चार लोग हॉटस्पॉट इलाके के मिले हैं, ये संक्रमितों के संपर्क में आए थे। इनमें उनके परिवार के लोग भी शामिल हैं।


गलशहीद और मकबरा इलाके के इन लोगों में एक युवती व किशोर भी शामिल है। इसके अलावा नागफनी मस्जिद के काजिटोला का रहने वाला एक नगर निगम का कर्मचारी भी इस वायरस की चपेट में आ गया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी निगम कर्मी में कोरोना की पुष्टि हुई हो।


बताया जाता है कि यह कर्मी हॉटस्पॉट इलाकों में सफाई का काम करता था, बुखार आने पर उसे भर्ती किया गया था। सुरक्षा किट के बावजूद यह इस खतरे से बच नहीं सका। दो वे लोग हैं, जो प्रवासी थे। मुम्बई से घर वापस आए थे।


थर्मल स्क्रीनिंग के वक्त उनमें लक्षण नजर आए तो स्वास्थ्य विभाग ने उनका स्वाब का सैम्पल लिया था। इन लोगों की कोरोना जांच कराई तो रविवार को आई रिपोर्ट में इस संक्रमण की पुष्टि हो गई। 14 मई को आए ये दोनों ठाकुरद्वारा के रहने वाले हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम इन लोगों को आइसोलेट करने की तैयारी में लग गई है। इनके संपर्क में और कौन कौन रहा है, इसकी भी हिस्ट्री कुरेदी जा रही है।


सीएमओ डा मिलिंद चन्द्र गर्ग ने बताया कि और सैम्पल लिए जाएंगे और उनकी जांच कराई जाएगी। जिले में अब यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा हैं, हालांकि इनमें 4 लोग दूसरे जिलों के भी शामिल हैं। जिले के 154 में 99 स्वस्थ हो चुके हैं और 12 कि मौत हो चुकी है। 46 केस एक्टिव हैं।


बंगाल में 400 नर्सों ने दिया इस्तीफा

कोलकाता। देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की चुनौती के बीच पश्चिम बंगाल के अस्पतालों की 400 नर्सें इस्तीफा देकर अपने गृह राज्यों को लौट गई।


 यहां रविवार को प्राप्त रिपोर्टो के अनुसार शनिवार को मणिपुर की 185 नर्से अपने गृह प्रदेश लौट गई जबकि ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों की 186 नर्से अपने राज्यों को चली गई है। ये सभी नर्सें कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रही थीं।


नर्सों के सामूहिक इस्तीफे के वास्तविक कारणों को अभी खुलासा नहीं हुआ है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इसके कारणों का पता लगाने के लिए केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। राज्य में कोरोना वायरस से अब तक 232 लोगों की मौत हो चुकी है।


बांग्लादेश की तरफ बढ़ा 'चक्रवर्ती तूफान'

ढाका। बांग्लादेश में रविवार को स्थानीय सतर्कता संकेत संख्या 4 के तूफान की चेतावनी दी। चक्रवात ‘अम्फान’ देश के उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ रहा है। बीडीन्यूज24 ने मौसम वैज्ञानिकों का हवाले देते हुए कहा कि चक्रवाती तूफान धीरे-धीरे तेज हो गया है और भारत में पश्चिम ओडिशा और पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है।


बांग्लादेश के मौसम विभाग के एक मौसम वैज्ञानिक मोनवर हुसैन ने कहा, “जिस रफ्तार से तूफान आगे बढ़ रहा है, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि तूफान को दो दिनों में तट से टकराने की आशंका है।” बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरा दवाब ने शनिवार को लगभग 9 बजे चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ का रूप लिया।


यह चक्रवात रविवार की सुबह 6 बजे दक्षिण-पूर्व की खाड़ी में केंद्रित था, जो 6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा रहा है।


आधुनिकीकरण करे सरकार: कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस ने सरकार पर रक्षा क्षेत्र की आर्डिनेंस फैक्ट्री को निजी हाथों में सौपने का आरोप लगाते हुए इस प्रयास को राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ बताया और कहा कि रणनीतिक महत्व के उपक्रम का निजीकरण करने की बजाय उसका आधुनिकीकरण किया जाना चाहिए।


कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लभ तथा प्रवीण चक्रवर्ती ने शनिवार को यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आर्डिनेंस फैक्टरी में निवेश कर उसमें आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल होना चाहिये ताकि उसे समय के अनुकूल ज्यादा प्रतिस्पररधी बनाया जा सके। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कंपनी के निजीकरण का कोई भी प्रयास देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ होगा।


उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित मंत्री निर्मल सीतारमण ने आज जिस आर्थिक पैकेज का जिक्र किया है उसमें प्रवासी मज़दूरों, किसानों तथा आम करदाताओ को रियायत देने की कोई घोषणा नही की गई है। हज़ारो प्रवासी श्रमिक सड़को पर है लेकिन उनकी चिंता नही की गई है।


प्रवक्ताओं ने कहा कि सरकार जिसे 20 लाख करोड़ का पैकेज बात रही है दरअसल वह पुराने पैकेज को नए ढंग से पेश किया जा रहा है और इस पैकेज में कुछ भी नया नही है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इस राहत पैकेज से प्रवासी श्रमिकों के खाते में एक पैसा भी जाएगा।


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