हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। इस साल ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के आयोजन राज्य और जिले स्तर पर आयोजित होंगे। मुख्य कार्यक्रम 24 से 26 जनवरी के बीच राजधानी लखनऊ और नोएडा में प्रस्तावित हैं। कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की भी भागीदारी रहेगी। आयोजन के दौरान एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) की प्रर्दशनी और हुनर हाट भी लगेंगे। प्रस्तावित आयोजन को लेकर रविवार रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष प्रस्तुतीकरण किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आयोजन को आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश से जोड़ा जाए। कार्यक्रम के दौरान ओडीओपी उत्पादों की प्रदर्शनी के साथ-साथ हुनर हाट का आयोजन हो।
मुख्यमंत्री ने ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ का आयोजन राज्य तथा जनपद स्तर पर करने को कहा। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की भी सहभागिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने 24 जनवरी को आयोजित होने वाले ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के मुख्य उद्घाटन कार्यक्रम को राज्य तथा जनपद स्तर पर एक साथ करने के निर्देश दिए। योगी ने कहा कि जनपदों में भी ओडीओपी उत्पादों की प्रदर्शनी तथा हुनर हाट के आयोजन किए जाए, ताकि लोगों को प्रदर्शनियों में ओडीओपी उत्पादों के साथ-साथ हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित वस्तुओं को देखने और खरीदने का अवसर मिले। उन्होंने ओडीओपी हस्तशिल्पियों तथा हुनर हाट में स्टाॅल लगाने वाले लोगों को डिजिटल बैंकिंग से जोड़ने के लिए भी कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के दौरान ओडीओपी महिला समूहों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। साथ ही, ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ कार्यक्रम के दौरान ऐसे प्रगतिशील किसानों, जिन्होंने कृषि विविधीकरण तथा बागवानी इत्यादि में अच्छा काम किया है, को ‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया जाए। उन्होंने कृषि विभाग को ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के दौरान कृषि मण्डियों तथा एफपीओ पर केन्द्रित कार्यक्रम आयोजित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा काम कर समाज को दिशा दिखाने वाले लोगों को मेरिट के आधार पर सम्मानित किया जाए। ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ आयोजनों के दौरान होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों को प्रमोट करने की भी बात की। उन्होंने भोजपुरी, अवधी, बुन्देलखण्डी इत्यादि क्षेत्रों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में वहां के स्थानीय कलाकारों को शामिल करने के निर्देश दिए। आगे कहा कि ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ कार्यक्रम के दौरान केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा लागू की जा रहीं विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री के समक्ष ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ कार्यक्रम के आयोजन के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण करते हुए अपर मुख्य सचिव एमएसएमई तथा सूचना नवनीत सहगल ने अवगत कराया कि ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ की थीम ‘महिला, युवा एवं किसान, सबका विकास-सबका सम्मान’ होगी। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु, मध्यम, उद्यम एवं निर्यात संवर्धन विभाग द्वारा ओडीओपी की प्रदर्शनी एवं बिक्री का आयोजन हुनर हाट के सहयोग से किया जाएगा। ओडीओपी कार्यक्रम एवं ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ के अंतर्गत प्रशिक्षित लाभार्थियों को टूल किट का वितरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ आयोजन से मिशन शक्ति तथा मिशन रोजगार को भी लिंक किया गया है।
अपर मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि इस कार्यक्रम के दौरान ‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’ के तहत अच्छा कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ कार्यक्रमों के दौरान सांस्कृतिक आयोजन भी किए जाएंगे। एसिड अटैक से प्रभावित महिलाओं के बैण्ड द्वारा गायन किया जाएगा। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा सफलतम स्वयं सहायता समूहों की महिला समूहों की सफलता की गाथा का प्रचार-प्रसार करते हुए उन्हें पुरस्कृत, सम्मानित भी किया जाएगा। संस्कृति विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त मण्डलों में मण्डल स्तरीय लोक नृत्यध्लोक गायन की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। सूचना विभाग द्वारा लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया जाएगा। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ आयोजन में पर्यटन, संस्कृति, लोक निर्माण, एमएसएमई एवं खादी एंव ग्रामोद्योग, पंचायती राज, स्वास्थ्य, माध्यमिक शिक्षा, महिला कल्याण, सूचना एवं जनसम्पर्क, गृह, खेल, ग्राम्य विकास, नगर विकास, श्रम, कृषि, आवास, समाज कल्याण, युवा कल्याण तथा वन विभाग प्रतिभाग करेंगे। प्रस्तुतीकरण के दौरान नोएडा में ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के आयोजन के लिए गठित समिति के सदस्यों ने भी वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया। प्रस्तुतीकरण के दौरान पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. नीलकंठ तिवारी, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव श्रम सुरेश चन्द्रा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकरी उपस्थित थे।