पीएम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी, आलोचना
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो की आलोचना करते हुए शुक्रवार को कहा कि पड़ोसी देश के विदेश मंत्री ‘‘नैतिक, बौद्धिक और आर्थिक रूप से दिवालिया’’ देश का प्रतिनिधित्व करते हैं और आतंकवाद को समर्थन देने के कारण, उसकी (पाकिस्तान की) कोई विश्वसनीयता नहीं है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भुट्टो की यह टिप्पणी इस दिन भारत से मिली हार पर पाकिस्तान के दर्द का नतीजा हो सकती है। उनका इशारा 1971 के युद्ध में आज ही के दिन पाकिस्तान पर हुई भारत की जीत की ओर था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री का बयान बहुत ही घृणित और शर्मनाक है। उन्होंने कहा, ‘‘यह आज के ही दिन भारत से हारने के पाकिस्तान के दर्द का नतीजा हो सकता है। हार के बाद उनके नाना जोर-जोर से रोए। इसके बावजूद पाकिस्तान की धरती लगातार आतंकियों को संरक्षण देने की कोशिश कर रही है। चाहे वह जम्मू-कश्मीर में हो या भारत के विभिन्न हिस्सों में, यह दुनिया से छिपा नहीं है।’’
मोदी पर ‘‘गुजरात के कसाई’’ वाले बयान के लिए भुट्टो की आलोचना करते हुए विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि पाकिस्तान से इससे बेहतर की उम्मीद नहीं की जा सकती, क्योंकि ये वे लोग हैं जिन्होंने बलूचिस्तान में लोगों की हत्या की है। उन्होंने कहा, ‘‘आम तौर पर किसी भी संप्रभु देश के विदेश मंत्री इस तरह से नहीं बोलते हैं। लेकिन यह पाकिस्तान है। आप इससे क्या उम्मीद कर सकते हैं? ये वो लोग हैं, जिन्होंने बलूचिस्तान में लोगों की हत्या की है। ये वे लोग हैं जिन्होंने कश्मीर में लोगों को मारा है। ये पंजाब के कसाई हैं। ये कराची के कसाई हैं।’’
भुट्टो ने यह टिप्पणी भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में आतंकवाद को समर्थन देने को लेकर पाकिस्तान पर तीखा हमला करने के बाद की। भाजपा के विदेश मामलों से संबंधित विभाग के प्रमुख विजय चौथाईवाले ने कहा कि पाकिस्तान में भी भुट्टो की टिप्पणियों को कोई गंभीरता से नहीं लेता।
उन्होंने कहा, ‘‘वह पाकिस्तान के पप्पू हैं और एक ही हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान नैतिक, बौद्धिक और आर्थिक रूप से दिवालिया देश है। अपने स्वयं के कृत्यों के कारण, जिसमें आतंकवादियों को समर्थन देना और सीमा पार आतंकवाद को एक नीति बनाना शामिल है, उन्होंने सभी प्रकार की विश्वसनीयता खो दी है, जो उनके पास हो सकती थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भुट्टो की टिप्पणी स्पष्ट रूप से निंदनीय है। लेकिन विश्व मंच पर उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है और उनसे इससे बेहतर की उम्मीद नहीं की जा सकती।’’ लेखी ने कहा कि पाकिस्तानी मंत्री की टिप्पणी उनकी खुद की ‘‘मानसिक कमी और दिवालियेपन’’ को दर्शाती है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत स्टार्टअप और इनक्यूबेशन पर काम कर रहा है, जबकि पाकिस्तान को आतंकवाद के लिए इनक्यूबेटर के रूप में जाना जाता है। एक दिवालिया देश का प्रतिनिधित्व बौद्धिक रूप से दिवालिया लोगों द्वारा किया जाता है, जो यह भी नहीं जानते कि पाकिस्तान कितनी बार वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की ग्रे सूची में शामिल रहा है।’’