बुधवार, 9 दिसंबर 2020

उत्तराखंडः 12 आईपीएस के तबादले किए













पी वी के प्रसाद बने अपर पुलिस महानिदेशक को अतिरिक्त प्रभार ,अमित सिन्हा से हटा पुलिस महा निरीक्षक फायर सर्विस का प्रभार,


अमित सिन्हा को बनाया गया पुलिस महानिदेशक दूरसंचार अतिरिक्त प्रभार,


संजय गुंज्याल से हटा पुलिस महानिरीक्षक पीएसी एसडीआरएफ का प्रभार,


एपी अंशुमन बने पुलिस महा निरीक्षक साइबर अपराध और एसटीएफ,


एपी अंशुमन को पुलिस महा निरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था का अतिरिक्त प्रभार मिला,


पूरण सिंह रावत बने पुलिस महा निरीक्षक प्रशिक्षण,


रिद्धिम अग्रवाल को मिला पुलिस उपमहानिरीक्षक निदेशक दूरसंचार,


नीरू गर्ग को पुलिस उपमहानिरीक्षक सतर्कता का मिला प्रभार,


मुख्तार मोहसिन बने पुलिस उपमहानिरीक्षक फायर सर्विस,


नीलेश आनंद भरणे को मिला पुलिस उपमहानिरीक्षक कार्मिक,


नारायण सिंह बने उप पुलिस उपमहानिरीक्षक सी आई डी,


राजीव स्वरूप बने पुलिस उपमहानिरीक्षक ट्रेनिंग कम निदेशक पीटीसी नरेंद्र नगर,


अजय सिंह बने पुलिस अधीक्षक एसटीएफ                          







महोबा: सड़क हादसे में 6 की मौत, 3 लापता

महोबा। उत्तर प्रदेश के महोबा  जनपद में उस वक्त एक दर्दनाक हादसा हो गया। जब बारातियों से भरी बोलेरे कार एक कुएं में जा गिरी। इस हादसे में चालक समेत 6 लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य अभी भी लापता है। हादसा मध्यप्रदेश के दीवान जी पुरवा गांव में हुआ। महोबा के स्वासा गांव से मध्यप्रदेश के दीवान जी पुरवा गांव गई थी। सभी मृतक चरखारी कोतवाली क्षेत्र के स्वासा गांव के रहने वाले हैं। हादसे के बाद मृतक कोहराम मचा है।


किताबों का बोझ काफी कम करेगी सरकार

पालूराम


नई दिल्ली। छोटे-छोटे स्कूली छात्रों के भारी बैग को लेकर अक्सर विवाद होता रहा है। इस विवाद को अब केंद्र सरकार (Central Govt) ने खत्म करने की कोशिश की है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने स्कूल बैग पर अपनी नई नीति में दूसरी कक्षा तक गृह कार्य नहीं देने, स्कूलों में वजन करने वाली डिजिटल मशीनें रखने और परिसर में पेय जल उपलब्ध कराने जैसी सिफारिश की हैं। सरकार स्कूल जाने वाले बच्चों के बैग (School bag) को लेकर स्कूल बैग पॉलिसी लाई है। इस पॉलिसी के मुताबिक बच्चों के बस्ते का वजन उनके वजन के दस फीसदी से ज्यादा नहीं होगा।


इस पॉलिसी के तहत पहली कक्षा में पढ़ने वाले छा6ों के बस्का का वजन औसतन 1.6 से 2.2 किलीग्राम वहीं 12वीं में पढ़ने लाले छात्रों के बस्ते का वजन अब औसतन 3.5 से 5 किलीग्राम के बीच में रखना तय किया गया है। इसके साथ ही प्री प्राइमरी में पढ़ने वाले बच्चों के पास अब कोई बैग नहीं होगा।


क्या होगा बस्ते में किताबों और टिफ्फिन का वजन
इस पॉलिसी के तहत बस्ते में किताबों का वजन 500 ग्राम से 3.5 किलोग्राम होना चाहिए, वहीं कॉपियों का वजन 200 ग्राम से 2.5 किलोग्राम होना चाहिए। इसके अलावा टिफ्फिन का वजन 200 ग्राम से 1 किलो और पानी की बोतल का वजन भी 200 ग्राम से 1 किलो के बीच रहेगा।


केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि इस नीति पर नए शैक्षणिक सत्र से अमल किया जाए। स्कूल बैग पॉलिसी का पालन सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र से एक तौल मीशन भी रखी जाएगी। वहीं प्रकाशकों के लिए भी इस पॉलिसी में नियम बनाया गाय है।


प्रकाशकों के लिए बना ये नियम
अब प्रकाशकों के किताबों के पीछे उसका वजन भी छापना होगा। पहली कक्षा के लिए कुल तीन किताबें होंगी, जिनका वजन 1 किलो से कुछ अधिक होगा। वहीं 12वीं में पढ़ने वाले बच्चों के लिए 6 किताबों की अनुमति होगी जिनका वजन 4,182 किलो होगा।


इसके अलावा इस पॉलिसी में बच्चों की पढ़ाई के लिए टाइम टेबल बनाने के लिए भी कहा गया है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि शिक्षा मंत्रालय द्वारा एक सर्वे करवाया गया, और एक उच्च स्तरीय कमेटी बनवाई गई। जिसके विस्तृत अध्ययन के बाद इस पॉलिसी को लाया गया है।                               


हथियारों के लिए अमेरिका पर निर्भर भारत

वाशिंगटन। भारत द्वारा अमेरिका से खरीदे जाने वाले हथियारों में ट्रंप प्रशासन के अंतिम साल में जोरदार बढ़ोतरी हुई और आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक यह आंकड़ा 2020 में 62 करोड़ अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 3.4 अरब डॉलर तक पहुंच गया। अमेरिका की डिफेंस सिक्योरिटी को-ऑपरेशन एजेंसी डीएससीए) के अनुसार भारत को अमेरिकी हथियारों की बिक्री में उछाल ऐसे समय में आया है, जबकि अमेरिका से दूसरे देशों को हथियारों की कुल बिक्री 2020 में घटकर 50.8 अरब डॉलर रह गई।


अमेरिका ने दूसरे देशों को 2019 में 55.7 अरब डॉलर के हथियार बेचे थे, जबकि 2017 में यह आंकड़ा 41.9 अरब डॉलर था। आंकड़ों के मुताबिक 2020 में अमेरिकी हथियारों के प्रमुख खरीदार भारत 2019 के 62 करोड़ डॉलर के मुकाबले 2020 में 3.4 अरब डॉलर), मोरक्को 1.24 करोड़ डॉलर से बढ़कर 4.5 अरब डॉलर), पोलैंड 67.3 करोड़ डॉलर से बढ़कर 4.7 अरब डॉलर), सिंगापुर 13.7 करोड़ डॉलर से बढ़कर 1.3 अरब डॉलर), ताइवान 87.6 करोड़ डॉलर से बढ़कर 11.8 अरब डॉलर) और यूएई 1.1 अरब डॉलर से बढ़कर 3.6 अरब डॉलर) थे।


हालांकि, इस दौरान कई देशों द्वारा अमेरिका से हथियारों की खरीद में कमी हुई, जिसमें सउदी अरब, अफगानिस्तान, बेल्जियम, इराक और दक्षिण कोरिया शामिल हैं। अमेरिका के हिस्टोरिकल सेल्स बुक के 2020 संस्करण के अनुसार भारत ने 2017 में 75.44 करोड़ डॉलर, 2018 में 28.2 करोड़ डॉलर के हथियार खरीदे थे।


आंकड़ों के मुताबिक 1950 और 2020 के बीच अमेरिका ने विदेशी सैन्य बिक्री एफएमएस) के तहत भारत को 12.8 अरब अमेरिकी डॉलर के हथियार बेचे। आंकड़ों के मुताबिक ट्रंप प्रशासन द्वारा पाकिस्तान को किसी भी तरह की सैन्य और सुरक्षा सहायता में रोक लगाने के बावजूद उसे एफएमएस के तहत हथियार बेचे गए। पाकिस्तान ने 2020 में अमेरिका से 14.6 करोड़ डॉलर के हथियार खरीदे।                             


सरकार लिखित आश्वासन देने को तैयार

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हो रही कैबिनेट की बैठक से किसान आंदोलन से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। सरकार किसानों के आंदोलन के आगे झुकती नजर आ रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार किसानों को भेजे जाने वाले प्रस्ताव में एमएसपी पर लिखित आश्वासन देने को तैयार हो गई है। विवाद के निपटारे के लिए भी एसडीएम के अलावा कोर्ट जाने की इजाजत भी लिखित में देने को तैयार है।


इसके साथ ही एपीएमसी क़ानून के तहत आने वाली मंडियों को और सशक्त करने पर सरकार तैयार है। किसान चाहते हैं कि जिन व्यापारियों को प्राइवेट मंडियों में व्यापार करने की इजाज़त मिले उनका रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। जबकि क़ानून में केवल पैन कार्ड होना अनिवार्य बनाया गया है। सरकार किसानों की यह मांग भी मांगने को तैयार नजर आ रही है।


सरकार के प्रस्ताव के बाद आगे की रणनीति बताएंगे किसान
सरकार की ओर से लिखित प्रस्तताव मिलने के बाद दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक होगी। किसान नेता हनन मुल्ला ने कहा है कि कृषि कानूनों को निरस्त करना होगा और बीच का कोई रास्ता नहीं है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा- केंद्र की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे। आज होने वाली छठे दौर की वार्ता रद्द हो गई है। ड्राफ्ट पर चर्चा होगी और आगे फैसला तय किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि शाम चार पांच बजे तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।


अमित शाह से रात में बैठक, कोई हल नहीं निकला
मंगलवार देर रात 13 किसान नेताओं की गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात बेनतीजा रही। अचानक हुई बैठक में किसी हल की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन किसान नेता अपनी मांगों से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। वहीं दूसरी ओर सरकार ने भी अपनी मंशा साफ कर दी है कि कानून वापस नहीं होंगे। सरकार किसानों की मांग को देखते हुए कानून में संशोधन करने को तैयार है।


किसानों के प्रदर्शन का 14वां दिन
राजधानी दिल्ली में हजारों की संख्या में हरियाणा-पंजाब और देश के अन्य राज्यों से आए किसानों का आज 14वां दिन हैं। सरकार और किसानों के बीच अब कुल छह दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन इन बैठकों में दोनों पक्षों के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान डटे हुए हैं। हालांकि, सरकार की तरफ से लगातार आंदोलन को खत्म करने कोशिश की जा रही है। लेकिन किसान संगठन अपनी जिद पर अड़े हुए है कि सरकार इन तीनों ही कानूनों को वापस ले।


क्या है विरोध
गौरतलब है कि सितंबर महीने में मॉनसून सत्र के दौरान केन्द्र सरकार की तरफ से पास कराए गए तीन नए कानून- 1. मूल्य उत्पादन और कृषि सेवा अधिनियम, 2020, 2. आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 और 3. किसानों के उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020 का किसानों की तरफ से विरोध किया जा रहा है। किसानों को डर है कि इससे एमसीपी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और सरकार उन्हें प्राइवेट कॉर्पोरेट के आगे छोड़ देगाी। हालांकि, सरकार की तरफ से लगातार ये कहा जा रहा है कि देश में मंडी व्यवस्था बनी रहेगी। लेकिन, किसान अपनी जिद पर अड़े हुए हैं।                                


किसानों के बाद डॉक्टर भी करेंगे हड़ताल

पालूराम


नई दिल्ली। निजी एलोपैथी डॉक्टरों ने सर्जरी के लिए आयुर्वेद डॉक्टरों की अनुमति का विरोध किया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने 8 दिसंबर को सांकेतिक विरोध और 11 दिसंबर को निजी अस्पतालों में ओपीडी बंद करने की घोषणा की है।


मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने गैर-आवश्यक गैर-Covid सेवाओं को छोड़कर, 11 दिसंबर को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक सार्वजनिक प्रदर्शन की घोषणा की है, हालांकि इस अवधि के दौरान आपातकालीन सेवाओं को जारी रखने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान ओपीडी सेवाएं उपलब्ध नहीं होंगी और ऐच्छिक सर्जरी भी पोस्ट नहीं की जाएगी।


इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आयुष डॉक्टरों को सर्जरी का अधिकार दिए जाने पर आपत्ति दर्ज कराई है। एलोपैथ चिकित्सकों ने आयुष मंत्रालय के फैसले के खिलाफ 11 दिसंबर को हड़ताल का आह्वान किया है।


इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार आयुष डॉक्टरों को दी गई सर्जरी का अधिकार वापस नहीं लेती है, तो विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। दूसरी ओर, आयुर्वेद के डॉक्टरों के विभिन्न संगठन सर्जरी के अधिकार का समर्थन कर रहे हैं। उनका कहना है कि सर्जरी आयुर्वेद का हिस्सा है। आधुनिक चिकित्सा डॉक्टर देश भर में 10 हजार से अधिक सार्वजनिक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।                              


आरबीआई ने बैंक का लाइसेंस रद्द किया

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को महाराष्ट्र के कराड में संकटग्रस्‍त ‘कराड जनता सहकारी बैंक’ का लाइसेंस रद्द कर दिया है। आरबीआई ने पर्याप्त पूंजी और कमाई की संभावना नहीं होने के कारण यह कार्रवाई की है। बता दें कि इससे पहले नवंबर 2017 से ही कराड जनता सहकारी बैंक पर रिजर्व बैंक ने कुछ पाबंदियां लगाई हुई थीं। आरबीआई ने कहा कि लाइसेंस रद्द होने के बाद अब बैंक पूरी तरह से बंद हो जाएगा।


इस नियम के तहत रद्द किया गया बैंक का लाइसेंस
रिजर्व बैंक ने बैंक का लिक्विडेटर नियुक्त करने का आदेश भी दिया था। आरबीआई के मुताबिक, सेक्शन-22 के नियमों के मुताबिक बैंक के पास अब पूंजी और कमाई की कोई गुंजाइश नहीं है। कराड बैंक बैंकिंग रेगुलेशन, 1949 के सेक्शन-56 के पैमानों पर खरा नहीं उतरा। अब बैंक को चालू रखना जमाकर्ताओं के हित में नहीं है। मौजूदा स्थिति में बैंक अपने डिपॉजिटर्स को पूरा पैसा नहीं दे पाएगा। इसी वजह से उसका लाइसेंस रद्द किया गया है। साथ ही केंद्रीय बैंक ने साफ कर दिया है कि लाइसेंस रद्द होने के बाद भी 99 फीसदी जमाकर्ताओं को उनकी पूंजी वापस मिल जाएगी।


डिपोजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन एक्ट, 1961 (DICGC Act 1961) के तहत डिपॉजिटर्स को बैंक के लिक्विडेशन पर 5 लाख तक की रकम वापस मिल जाएगी। इसलिए 99 फीसदी डिपॉजिटर्स को बैंक में जमा अपनी पूरी पूंजी वापस मिल जाएगी। आरबीआई ने कहा है कि बैंक के लाइसेंस को रद्द करने और लिक्विडेशन की कार्यवाही शुरू करने के साथ ही जमाकर्ताओं को पैसे लौटाने का काम शुरू हो जाएगा। बता दें कि लाइसेंस रद्द करने का फैसला 7 दिसंबर के कामकाज के बाद प्रभावी हो गया है। इसके प्रभावी होने के साथ बैंक अब बैंकिंग से जुड़ी कोई गतिविधि नहीं कर सकता है।                               


नशे में धुत्त पति ने पत्नी की जुबान काटी

लखनऊ। लखनऊ में एक शख्स ने पति-पत्नी के रिश्ते को तार-तार कर दिया।  पति जब शराब के नशे में घर पहुंचा तो पत्नी से उसकी बहस हो गई। इसके बाद आरोपी ने पहले तो गला दबाकर पत्नी की हत्या करने की कोशिश लेकिन जब इसमें सफल नहीं हुआ तो उसकी जुबान ही काट दी। रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ की तहसील के भट्टा गांव में रचित रावत नाम का व्यक्ति नशे की हालत में घर पहुंचा तो पत्नी से बहस होने के बाद उसे जमकर पीटा और गला दबाने की कोशिश करने लगा। गला दबाने के बाद जब पत्नी की जुबान मुंह से बाहर निकली तो उसे अपनी दांतों से काटकर अलग कर दिया।               


फोर्ब्सः दुनिया की ताकतवर महिलाएं

वाशिंगटन डीसी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, अमेरिका की नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, बायोकॉन की संस्थापक किरण मजूमदार शॉ और एचसीएल एंटरप्राइजेज की सीईओ रोशनी नडार मल्होत्रा दुनिया की सर्वाधिक 100 शक्तिशाली महिलाओं की फोर्ब्स की सूची में शुमार की गई हैं। इस सूची में लगातार दसवें साल जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल शीर्ष पर हैं। कमला हैरिस इस सूची में तीसरे स्थान पर और निर्मला सीतारमण इस सूची में 41वें स्थान पर हैं। 17वीं वार्षिक 'फोर्ब्स पावर लिस्ट' में 30 देशों की महिलाएं शामिल हैं।           


मस्जिद तोड़ कर मूर्ति स्थापना की मांग

मुकेश लहरी


नई दिल्ली। दिल्ली के कुतुब मीनार परिसर में स्थित कुव्वत उल इस्लाम मस्जिद हिंदुओं और जैनों के 27 मंदिरों को तोड़कर बनाए जाने का आरोप लगाते हुए, वहां देवताओं की पुनर्स्थापना और पूजा-अर्चना का अधिकार मांगा गया है। दिल्ली के साकेत कोर्ट में भगवान विष्णु और भगवान ऋषभदेव की ओर से मुकदमा दाखिल कर भग्नावस्था में पड़ी देवताओं की मूर्तियों की पुनर्स्थापना और पूजा-प्रबंधन का इंतजाम किए जाने की मांग की गई है। इस मुकदमे को विचारार्थ स्वीकार करने के मुद्दे पर मंगलवार को साकेत कोर्ट में सिविल जज नेहा शर्मा की अदालत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई हुई। मामले पर अगली सुनवाई 24 दिसंबर को होगी।


इस मुकदमे में कुल पांच याची हैं। पहले याचिकाकर्ता तीर्थकर भगवान ऋषभदेव हैं, जिनकी तरफ से हरिशंकर जैन ने निकट मित्र बनकर मुकदमा किया है। दूसरे याचिकाकर्ता भगवान विष्णु हैं, जिनकी ओर से रंजना अग्निहोत्री ने मुकदमा किया है। मामले में भारत सरकार और भारत पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) को प्रतिवादी बनाया गया है। याचिका में कहा गया है कि दिल्ली के कुतुब परिसर में स्थित कुव्वत उल इस्लाम मस्जिद को हिंदू और जैनों के 27 मंदिरों को तोड़कर उनके मलबे से बनाया गया है।


आक्रमणकारी मुहम्मद गोरी के कमांडर कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसका निर्माण कराया था। वहां देवी-देवताओं की सैकड़ों खंडित मूर्तियां आज भी हैं। कहा गया है कि यह मुकदमा संविधान के अनुच्छेद 25 व 26 में मिले धार्मिक आजादी के अधिकारों के तहत तोड़े गए मंदिरों की पुनर्स्थापना के लिए दाखिल किया गया है। मंगलवार को याचिकाकर्ता की हैसियत से स्वयं बहस करते हुए हरिशंकर जैन ने कहा कि इस मामले में ऐतिहासिक और एएसआइ के साक्ष्य हैं। इनसे साबित होता है कि इस्लाम की ताकत प्रदर्शित करने के लिए कुतुबुद्दीन ऐबक ने मंदिरों को तोड़कर मस्जिद का निर्माण कराया था। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने प्राचीन स्मारक संरक्षण अधिनियम के तहत 1914 में अधिसूचना जारी कर इस पूरे परिसर का मालिकाना हक और प्रबंधन अपने हाथ में ले लिया था। ऐसा करने से पहले सरकार ने हिंदू और जैन समुदाय को सुनवाई का मौका नहीं दिया।


याचिका में पिछले वर्ष के अयोध्या मामले के फैसले का हवाला देते हुए कहा गया है कि उसमें कोर्ट ने कहा था कि पूजा करने वाले अनुयायियों को देवता की संपत्ति संरक्षित करने के लिए मुकदमा दाखिल करने का अधिकार है। सरकार का कानूनी दायित्व है कि वह ऐतिहासिक स्मारक को संरक्षित करे। लेकिन इसके साथ ही कानून में प्रावधान है कि उस संरक्षित इमारत की धार्मिक प्रकृति के मुताबिक पूजा की अनुमति दी जा सकती है। वहां जरूरत के अनुसार, मरम्मत का काम हो सकता है और शर्तों का पालन करने पर लोगों को अंदर जाने का अधिकार है।


कोर्ट से मांग की गई है कि केंद्र सरकार को निर्देश दिया जाए कि वह एक ट्रस्ट का गठन करे, जो वहां देवताओं की पुनर्स्थापना करके उनकी पूजा-अर्चना का प्रबंधन और प्रशासन देखे। इसके अलावा सरकार और एएसआइ को वहां पूजा-अर्चना तथा मरम्मत व निर्माण में किसी तरह का दखल देने से रोका जाए।                            


झटकाः कृषि बिल वापस नहीं लेगी सरकार

किसानों को लगा बड़ा झटका, सरकार नहीं लेगी कृषि कानून


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। गृह मंत्री से पहले किसान नेताओं की सरकार के साथ अब तक पांच राउंड की बैठक हो चुकी है। पांचों ही वार्ता बेनतीजा रही।  इन बातचीत में सरकार और किसान अपने-अपने रुख पर अड़े रहे। सरकार जहां कृषि कानून को वापस लेने से इनकार कर रही है तो वहीं, किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं। गौरतलब है कि सरकार किसानों के सामने संशोधन का प्रस्ताव भी दी थी, जिसे किसानों ने ठुकरा दिया था. पांचवें दौर की बैठक के दौरान ही किसान नेताओं ने कहा था कि हमें फैसला चाहिए।


हम हां या ना में जवाब चाहते हैं। चर्चा बहुत हो चुकी है। बतादें कि दिल्ली स्थित I CAR के गेस्ट हाउस में गृह मंत्री अमित शाह और 13 किसान नेताओं की बातचीत दो घंटे चली। बैठक से पहले किसान नेता रुदरु सिंह मानसा ने कहा कि बीच का समाधान नहीं है। हम गृह मंत्री से सिर्फ हां या ना की मांग करेंगे। बता दें कि रुदरु सिंह मानसा भी उन किसान नेताओं में हैं जिनकी मुलाकात अमित शाह से हुई।
दरअसल गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक में किसान नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी, हनन मुला, शिव कुमार कक्का जी, बलवीर सिंह राजेवाल, रुलदू सिंह मानसा, मंजीत सिंह राय,बूटा सिंह, हरिंदर सिंह लखोवाल, दर्शन पाल, कुलवंत सिंह संधू, बोध सिंह मानसा और जगजीत सिंह ढलेवाल शामिल थे। बतादें कि कृषि कानूनों को लेकर मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह और 13 किसान नेताओं की बातचीत हुई। बुधवार को सरकार और किसानों की होने वाली वार्ता से पहले इस बैठक को अहम माना जा रहा था, लेकिन ये भी बेनतीजा रही।


एक ओर जहां किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं तो वहीं गृह मंत्री ने कृषि से जुड़े तीनों कानूनों को वापस लेने से इनकार कर दिया। अमित शाह और 13 किसान नेताओं की मुलाकात 2 घंटे चली। बैठक के बाद किसान नेता हनन मुल्ला ने कहा कि सरकार बुधवार को लिखित में प्रस्ताव देगी। किसान सरकार के प्रस्ताव पर दोपहर 12 बजे सिंधु बॉर्डर पर बैठक करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि सरकार के साथ बुधवार को होने वाली छठे दौर की वार्ता भी स्थगित कर दी गई है। हनन मुल्ला ने कहा कि सरकार कानून वापस नहीं लेगी।                             


अवैध संबंधों के चलते उजड़ गया परिवार

पिछोर। शिवपुरी के पिछोर थाना क्षेत्र के गांव गरेठ में रामेश्वर लोधी नाम के शख्स ने अपनी पत्नी रुक्मणि की निर्मम हत्या कर दी। फिर हंसिये से आंखें भी निकाल लीं। पति के अवैध संबंधों के चलते पति-पत्नी के बीच आए दिन लड़ाई होती थी। इसी विवाद के चलते एक बार फिर दोनों में झगड़ा हुआ तो पति ने पत्नी की हत्या कर उसकी आंखें निकाल लीं। हत्या करने के बाद रामेश्वर फरार हो गया है और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। परिजनों का कहना है कि रामेश्वर का किसी महिला के साथ अवैध संबंध था।  जिसे लेकर दोनों में झगड़ा हुआ। पहले उसने अपनी पत्नी की लाठी और डंडे से पिटाई की फिर हत्या कर आंखें निकाल लीं               


जवान की पत्नी ने की आत्महत्या, हत्या

पीएसी फॉलोवर की पत्नी ने फांसी लगाकर की खुदकुशी


मुरादाबाद। नौवीं पीएसी बटालियन परिसर में एक फॉलोवर की पत्नी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उसका शव फंदे पर झूलता पाया गया। प्रथम दृष्टया पारिवारिक कारण से खुदकुशी को जोड़ा जा रहा है। वहीं मृतका के मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस मामले में जांच कर रही है।
मामला सिविल लाइंस थाना क्षेत्र का है। जहां पीएसी बुधवार को बटालियन परिसर के आवास में महिला का शव फांसी के फंदे पर लटकता हुआ मिला। सूचना पर पहुंचे मृतका के मायके वालों ने पति पर हत्या का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि मृतका का पति दहेज को लेकर आए दिन उसे प्रताड़ित करता था। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्मार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है।                                       


अर्जी देने के बाद आईएएस ने तोड़ी चुप्पी

पालूराम


नई दिल्ली। आईएएस टॉपर रहे टीना डाबी और अतहर आमिर की शादी अब टूटने के दिहाने पर है। आईएएस टॉप कर सुर्खियां बटोरने वालीं टीना डाबी आजकल फिर खबरों में छाई हुई हैं। बीते दिनों उन्होंने अपने पति आइएएस ऑफिसर अतहर आमिर से तलाक लेने की अर्जी दाखिल की थी। जिसकी काफी चर्चा हुई थी।अब इस अर्जी के बाद टीना डाबी पहली बार सोशल मीडिया के किसी प्लेटफॉर्म पर दिखी हैं। जहां उन्होंने हाल ही में पढ़ी गई किताबों का जिक्र किया। इंस्टाग्राम पर डाले गए अपने पोस्ट में टीना डाबी ने किताबों का जिक्र किया, हाल ही में पढ़ी गई कुछ किताबों के नाम, महत्वपूर्ण किस्से और उनसे मिली सीख के बारे में साझा किया।     


           


भारतः 97.35 लाख के पर पहुंचे संक्रमित

भारत में कोरोना के मामले 97.35 लाख के पार, 92 लाख से अधिक लोग हुए ठीक


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत में कोविड-19 के मामले बुधवार को 97.35 लाख के पार पहुंच गए, जिनमें से 92 लाख से अधिक लोगों के ठीक होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 94.66 प्रतिशत हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 के 32,080 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 97,35,850 हो गए। वहीं 402 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 1,41,360 हो गई।
आंकड़ों के अनुसार देश में कुल 92,15,581 लोगों के ठीक होने के साथ ही मरीजों के ठीक होने की दर  94.66 प्रतिशत हो गई है। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है। देश में लगातार तीन दिनों से उपचाराधीन लोगों की संख्या चार लाख से कम है। देश में अभी 3,78,909 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 3.89 प्रतिशत है।
भारत में 7 अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 8 दिसम्बर तक 14,98,36,767 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई, जिनमें से 10,22,712 नमूनों का परीक्षण मंगलवार को किया गया।                                   


पुलिसः इलाके को घेर सर्च ऑपरेशन चलाया

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर से सुबह सुबह एक बड़ी खबर सामने आई है। दक्षिण कश्मीर में आतंकियों के गढ़ कहे जाने वाले पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ चल रही है। टिकन इलाके में दो तीन आतंकियों के छिपे होने की खबर है। सीआरपीएफ पुलिस इलाके को घेर कर सर्च ऑपरेशन चला रही है।


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

दिसंबर 10, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-115 (साल-02)
2. बृहस्पतिवार, दिसंबर 10, 2020
3. शक-1983, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि- एकादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. प्रातः 07:07, सूर्यास्त 05:15।


5. न्‍यूनतम तापमान 09+ डी.सै., अधिकतम-20+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेंगी।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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मंगलवार, 8 दिसंबर 2020

3 चींजें सर्च करने पर हो सकती है जेल

पालूराम


नई दिल्ली। आज कल लोगों का किसी भी चीज की जानकारी लेना बहुत आसान हो गया है। लोग गूगल के जरिए हर चीज की जानकारी को आसानी से ले सकते हैं। आज के समय लोगों को भरोसा है कि गूगल पर जो जानकारी दी जाती है वह 100 फीसदी सही ही होगी। लेकिन जाने अंजाने में कई बार हम कई ऐसी चीजे सर्च कर लेते हैं जिससे हम बड़ी मुसीबत फस सकते हैं। आपको बता दें कि गूगल पर क्या चीजे हम लोगों को नहीं सर्च करना चाहिए। तो जानते हैं इस बारे में क्या चीजे गूगल पर सर्च करना खतरा बन सकता है।


दवाइयां:-यदि कभी आपकी तबियत खराब हो तो और आप गूगल के जरिए अपने लक्षणों के आधार पर यह पता लगाना चाहते हैं कि कौन सी बीमारी है तो यह गलत है। गूगल पर कभी दवाइयां नहीं सर्च करें। यह आपको बड़े खतरे में डाल सकता है। गलत दवाइयों का सेवन करने से आप ज्यादा बीमार भी हो सकते हैं। अगर आप बीमार हो तो डॉक्टर के पास जाए। दवाइयों के लिए गूगल का सहारा नहीं ले।


कस्टमर केयर का नंबर:-गूगल पर कभी भी कस्टमर केयर का नंबर नहीं सर्च करना चाहिए। आपको बता दें कि इस समय हैकर्स काफी बढ़ गए है। आपको बता दें कि इस समय हैकर्स गूगल पर कस्टमर केयर का फेक नंबर Google Search में फ्लोट करते हैं। जिससे यह हैकर्स आसानी से साइबर क्राइम को अंजाम दे रहे हैं।


बम बनाने का प्रोसेस:- गूगल पर बम बनाने का प्रोसेस या इससे जुड़ी हुई किसी भी तरह की जानकारी लेना आपके लिए खतरा बन सकती है। आपको बता दें कि अगर आप गूगल पर बम या बनाने से जुड़ी किसी तरह की जानकारी को गूगल पर सर्च करते हैं तो आपके लेपटॉप या कंप्यूटर का आईपी एड्रेस सीधा सुरक्षा एजेंसियो तक आसानी से पहुंच जाएगा। इसके बाद संभव है कि सुरक्षा एजेंसियां आपके खिलाफ कार्रवाई कर सकती हैं।                           


14 दिसंबर को है साल का अंतिम 'सूर्यग्रहण'

नई दिल्ली। इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर सोमवार के दिन लगने वाला है। 14 दिसंबर को लगने वाला यह ग्रहण 15 दिनों के अंदर लगने वाला दूसरा ग्रहण है। इससे पहले 30 नवंबर को पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा ग्रहण लगा था अब मार्गशीर्ष की अमावस्या तिथि पर सूर्य ग्रहण लगेगा. ये पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। भारतीय समयानुसार, ये ग्रहण शाम को 7 बजकर 3 मिनट से शुरू होगा और रात 12 बजकर 23 मिनट पर खत्म होगा। सूर्य ग्रहण की अवधि लगभग 5 घंटे की रहेगी। ये दक्षिणी अफ्रीका, अधिकांश दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और हिंद महासागर और अंटार्कटिका में पूर्ण रूप से नजर आएगा। ये सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा।


                   


5जी पर साथ काम करने की जरूरतः पीएम

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि सरकार के साथ-साथ दूरसंचार क्षेत्र के सभी हितधारकों को पांचवीं पीढ़ी 5जी प्रौद्योगिकी की समय पर लॉन्चिंग सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना होगा। इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) को संबोधित करते हुए, मोदी ने भारत को दूरसंचार उपकरण, डिजाइन डेवलपमेंट और विनिर्माण के लिए वैश्विक हब बनाने के लिए एक साथ काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "आइए हम भारत को दूरसंचार उपकरण, डिजाइन, विकास और विनिर्माण के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए मिलकर काम करें।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह मोबाइल तकनीक की वजह से है, जिससे लाखों भारतीयों को अरबों डॉलर का लाभ हुआ। उन्होंने कहा कि मोबाइल तकनीक की वजह से सरकार महामारी के दौरान गरीबों और कमजोरों की जल्द मदद कर सकी। प्रधानमंत्री ने उद्योग के प्रतिभागियों से कहा, "यह मोबाइल प्रौद्योगिकी के कारण ही है कि हम अरबों कैशलेस लेनदेन देख रहे हैं जो औपचारिकता और पारदर्शिता को बढ़ावा देते हैं। यह मोबाइल प्रौद्योगिकी के कारण ही है कि हम टोल बूथों पर सहज संपर्क रहित इंटरफेस कर पाएंगे।"
महामारी और लॉकडाउन के बीच, दूरसंचार और प्रौद्योगिकी के दिग्गजों की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि यह उद्योग और इसके नवाचारों के प्रयासों के कारण ही था कि दुनिया महामारी के दौरान भी काम कर रही थी, जिसमें कनेक्टिविटी, शिक्षा और व्यवसाय और अन्य संचालन शामिल थे।                               


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