मंत्री खटीक ने चिट़्ठी में लिखा, ''पीएम मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह के अथक परिश्रम व कुशल नेतृत्व में दलितों और पिछड़ों के साथ लेकर चलने से भाजपा सरकार का गठन हुआ है। ईमानदार छवि वाले मुख्यमंत्री के साथ मुझे जलशक्ति मंत्री बनाया गया। जिसमें पूरा दलित समाज खुश है। परन्तु जलशक्ति विभाग में दलित समाज का राज्यमंत्री होने के कारण मेरे किसी भी आदेश पर कोई भी कार्यवाही नहीं होती है और न ही किसी बैठक में बुलाया जाता है। न ही सूचना दी जाती है कि विभाग में कौन-कौन सी योजनाएं चल रही हैं। उन पर क्या कार्यवाही हो रही है? जिसके कारण विभाग के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं हो पाती।
उन्होंने कहा, संबंधित विभाग के अधिकारी सिर्फ गाड़ी उपलब्ध करा देना मंत्री का अधिकार समझते हैं।
उधर, मंत्री जितिन प्रसाद को लेकर भी चर्चा है कि वह भी नाराज हो गए हैं। बताया जा रहा है कि जितिन प्रसाद पीडब्ल्यूडी विभाग में हुई कार्रवाई से नाराज हैं। वो मंगलवार को हुई बैठक में शामिल हुए थे। बैठक के बाद जितिन प्रसाद निकल लिए। वह मीडिया से मुखातिब नहीं हुए। सियासी गलियारे में चर्चा है कि जितिन प्रसाद पीडब्ल्यूडी विभाग में हुई कार्रवाई से नाराज हैं। इसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी थी। कहा जा रहा है कि नाराज जितिन आज बुधवार को दिल्ली जा सकते हैं।