विधायक पर आरोप, प्रशासन को हिदायत दी
दीपक राणा/अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जनपद स्थित लोनी तहसील की स्थानीय राजनीति का माहौल एक बार फिर से गरमा गया है। नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन एवं वर्तमान चेयरमैन के द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र भेजा गया। नगर पालिका परिषद लोनी के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा एवं वर्तमान चेयरमैन रंजीता धामा के द्वारा मुख्यमंत्री को एक पत्र प्रेषित किया गया है। जिसमें उन्होंने फर्जी मुकदमों का हवाला देकर माननीय मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच एवं दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन भी किया गया।
जिसमें पूर्व चेयरमैन मनोज धामा के द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधि पर बदले की भावना से प्रेरित फर्जी मुकदमें कायम करने की बात कही। अपनी पीड़ा को बयां करते हुए पूर्व चेयरमैन ने कहा इस प्रकार से शोषित करना कायरता पूर्ण कार्य है और यह विचार योग्य भी है। स्थानीय पुलिस प्रशासन दबाव में आकर किसी के भी विरुद्ध झूठे मुकदमे दर्ज कर सकता है। यदि एक जनप्रतिनिधि अथवा पूर्व जनप्रतिनिधि के विरुद्ध योजनाबद्ध ढंग से झूठे मुकदमे कायम किए जा सकते हैं, तब एक आम आदमी के खिलाफ झूठे मुकदमे लिखना कितनी साधारण सी बात हो सकती है। कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कई और पहलुओं पर भी चर्चा की। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण विषय यही रहा है कि स्थानीय प्रशासन जनप्रतिनिधित्व के दबाव में आकर भाजपा की विचारधारा, सरकार की विचारधारा, एवं संविधानिक विचारधारा के विरुद्ध कार्य करने के लिए विवश है।
यदि इसी प्रकार यह प्रकरण संचालित रहा, हमारे परिवार और हम पर झूठे मुकदमे लिखवाए गए। ऐसी स्थिति में हमारे पास केवल आत्मदाह का ही मार्ग बचता है। राजनीतिक जीवन में जनता के बीच में बना रहना, जनता के दुख-सुख में एक दूसरे के साथ खड़ा रहना। राजनीति का परम सिद्धांत है। घटिया राजनीति और कायरता पूर्ण कार्यों से हम हमेशा दूर रहे हैं। जनता के विकास और दुख-सुख में उनके साथ रहे हैं। एक योजनाबद्ध ढंग से षड्यंत्र किया जा रहा है हमारे खिलाफ और हम इस षड्यंत्र के अंतिम पड़ाव तक लड़ेंगे और खड़े रहेंगे। उन्होंने साथ ही साथ यह भी कहा कि यदि संतोषजनक कार्रवाई नहीं हो पाती है। तब मुख्यमंत्री कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।