उच्च रक्तचाप की समस्या से जूझ रहे? नमक के सेवन में कटौती से लेकर योग-व्यायाम तक सब आजमा लिया, पर कुछ खास फायदा नहीं हो रहा? अगर हां तो दिन में दो बार नारियल पानी पीकर देखें। आपके ब्लड प्रेशर में दस दिन में उल्लेखनीय कमी नजर आने लगेगी। ‘जर्नल क्लीनिकल न्यूट्रिशन’ में छपा एक अमेरिकी अध्ययन तो कुछ यही दावा करता है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक नारियल पानी कई मायनों में दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है। अव्वल तो इसमें पोटैशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर से सोडियम बाहर निकलने की दर को बढ़ाता है। इससे रक्तप्रवाह के दौरान धमनियों पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता और ब्लड प्रेशर काबू में रहता है।
दूसरा, नारियल पानी ट्राई-ग्लिसराइड और कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटाने में भी कारगर है। इसके नियमित सेवन से खून के थक्के जमने और हार्ट अटैक या स्ट्रोक के कारण व्यक्ति की जान जाने के खतरे में भारी कमी आती है।
डॉ. समांथा कैसेटी के नेतृत्व में हुए इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने हाइपरटेंशन का सामना कर रहे सौ मरीजों के रक्तचाप पर नारियल पानी का असर आंका। आधे प्रतिभागियों को उन्होंने दिन में दो बार सवा कप नारियल पानी पिलाया, जबकि आधों को पसंदीदा हेल्थ ड्रिंक के सेवन की छूट दी।
दस दिन बाद नारियल पानी पीने वाले 71 फीसदी प्रतिभागियों के रक्तचाप में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई। ऐसे लोगों के खून में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी पहले के मुकाबले बेहद कम मिली। वहीं, हेल्थ ड्रिंक पीने वालों की बात करें तो सिर्फ 29 फीसदी में रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी नजर आई।
फायदे और भी हैं…
1.वर्कआउट के दौरान पसीने के साथ शरीर से बाहर निकले पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट की आपूर्ति कर कमजोरी की शिकायत दूर रखता है।
2.पेशाब में साइट्रेस और पोटैशियम का स्तर बढ़ाता है, दोनों ही यौगिक कैल्शियम को किडनी में इकट्ठा होने और पथरी का रूप अख्तियार करने से रोकते हैं।
3.चूंकि, नारियल पानी में पानी की मात्रा 95 फीसदी के करीब रहती है और यह इलेक्ट्रोलाइट से भी भरपूर होता है, इसलिए शराब की खुमारी उतारने में भी कारगर।
पोषक तत्वों का खजाना-
-250 मिलीलीटर नारियल पानी में 44 कैलोरी, 10 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 0.5 ग्राम प्रोटीन की मौजूदगी दर्ज की गई है
-27% विटामिन-सी, 23% मैन्गनीज, 9% पोटैशियम, 4% मैग्नीशियम, 1% कैल्शियम की दैनिक जरूरत पूरी करने में सक्षम।