रविवार, 1 सितंबर 2019

अभाव मे महिला ने दम तोडा:सरकार

विजाग। आंध्र प्रदेश के विज़ाग से एक खबर आई है। यहां 28 साल की एक प्रेगनेंट औरत ने इसलिए दम तोड़ दिया क्योंकि उसे 20 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा।
लक्ष्मी नाम की ये महिला अपने गांव जामदांगी से गई थी।डॉक्टर को दिखाने। मदुगुला मंडल  के रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिश्नर के पास। ये जगह उसके गांव से 20 किलोमीटर दूर है।वहां तक जाने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं बनी हुई। इस वजह से वहां यातायात के साधन नहीं हैं, ऐसा खबरें बताती हैं। इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़ औरत डॉक्टर को दिखा कर लौट रही थी। तभी रास्ते में उसे ब्लीडिंग शुरू हो गई। बाकी के रास्ते महिला को फिर बल्लियों पर कपड़ा बांध उसमें टांग कर लाया गया। लेकिन तब तक खून बहुत बह चुका था। वो औरत और उसका बच्चा, दोनों ही बच नहीं सके। ये पहला मामला नहीं है जहां इस तरह की परेशानी से गुज़रना पड़ा है लोगों को।इसी साल जुलाई में खबर आई।आंध्र प्रदेश से ही कोठवालसा नाम के गांव में रहने वाली जनपारेड्डी देवी के पास एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाई। क्योंकि बारिश की वजह से कच्चा रास्ता बर्बाद हो गया था। फिर जनपारेड्डी को भी बल्ल्लियों पर कपड़ा बांध कर उसमें टांग कर हॉस्पिटल लााा गया।


मदुगुला मंडल में ही ये गांव भी आता था। वहां के कई छोटे-छोटे गांवों में कनेक्टिविटी नहीं है। ऐसा वहां के लोकल लोगों ने मीडिया को बताया। इसको लेकर पदेरू शहर की विधायक के. भाग्यलक्ष्मी ने कहा था कि इन पर काम किया जाएगा ताकि आगे इस तरह की दिक्कतें न हों। लेकिन फिर भी लक्ष्मी और जनपारेड्डी जैसे मामले सामने आते रहते हैं।इस आदिवासी इलाके के पदेरू शहर में जो डेटा है, उसके हिसाब से वहां की नई मांओं की मृत्यु दर काफी ज्यादा है। जहां पूरे देश में प्रति एक लाख जन्म देने वाली महिलाओं में से 130 की मौत होती है, वहीं पदेरू में ये संख्या 204 को पहुंच जाती है।इसको लेकर अभी भी कोई ख़ास कदम उठाया गया हो, इसकी खबर नहीं है।


मिट्टी का गणेश (अध्यात्मिक)

मिट्टी के गणेश बनाए और घर में ही विसर्जित करें। यह अच्छी बात है। लेकिन ऐसी ज्ञानवर्धक, पर्यावरण बचाने वाली सलाहें सिर्फ हिन्दू त्यौंहार पर ही क्यों?

दो सितम्बर से देशभर में गणेश उत्सव की धूम शुरू हो जाएगी। घरों से लेकर सार्वजनिक स्थलों एवं मंदिरों में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना कर अगले एक सप्ताह तक उत्सव मनाया जाएगा। गणेश उत्सव को ध्यान में रखते हुए पेशेवर मीडिया घराने, सामाजिक संस्थाएं और स्वयं को पर्यावरण का हितैषी मानने वाले पर्यावरणविद् सलाह दे रहे हैं कि इस बार प्लास्टर ऑफ पेरिस या अन्य किसी पदार्थ से गणेश मूर्तियां बनाने के बजाए मिट्टी से बनाई जाए। और मिट्टी से बनी प्रतिमा को घर में ही विसर्जित किया जावे। ऐसी सलाह को लेकर अखबरों में प्रथम पृष्ठ पर खबरें भी छप रही हैं। जो अखबार मालिक पांच सेंटीमीटर सिंगल कॉलम के विज्ञापन के पांच हजार रुपए तक वसूलता है, वह मिट्टी वाले गणेश की सलाह के पांच सौ सेंटीमीटर में खबर प्रकाशित कर रहा है। पीओपी की जगह मिट्टी के गणेशजी बने और घरों में ही विसॢजत हों, यह अच्छी सलाह और इस पर अमल भी होना चाहिए। जब प्रदूषण विकराल रूप ले रहा है, तब समाज में ऐसे उपाय होने ही चाहिए। लेकिन सवाल उठता है कि पर्यावरण की चिंता सिर्फ हिन्दू समुदाय के त्यौंहारों पर ही क्यों होती है? जब हमारा देश धर्म निरपेक्ष है तो फिर सभी धर्मों के अनुयायियों को पर्यावरण बचाने की चिंता होनी चाहिए। मूर्ति पूजा के घोर विरोधी बुद्धिजीवी भी मिट्टी के गणेश बनाने की सलाह देते हैं, लेकिन ऐसे बुद्धिजीवी अन्य समुदाय के परंपराओं और मान्यताओं को बदलने पर एक शब्द भी बोलने की हिम्मत नहीं दिखाते। जबकि अन्य धर्मों में ऐसी परंपराओं से पर्यावरण को काफी नुकसान होता है। कई बार हिन्दू धर्म की अच्छाइयां को लेकर सवाल उठते हैं। हिन्दू धर्म की सबसे बड़ी अच्छाई यही है कि आलोचनाओं का भी स्वागत किया जाता है। और ऐसी सलाह को स्वीकार भी किया जा रहा है। यदि हम किसी दोषपूर्ण परंपरा में बदलाव करते हैं तो यह उस धर्म की महानता ही है। हिदू धर्म विशाल हृदयवाला है जिसमें विपरित विचार धारा वाला व्यक्ति भी समा सकता है। हिन्दू धर्म की परंपराएं और मान्यताएं भी ऐसी है जिससे हर कोई व्यक्ति सहर्ष स्वीकार कर लेता है। जैन धर्म में शरीर से बाहर निकलने वाले सांस सेे भी जीव हत्या होना माना जाता है। इसलिए अनेक जैन सधु संत अपने मुंह पर कपड़ा बांधते हैं। इन जैन समुदाय के पर्यूषण पर्व भी चल रहे हैं। महिलाएं भी एक दो चम्मच पानी पीकर एक पखवाड़े तक का उपवास कर रही है। 
एस.पी.मित्तल


मार्गदर्शक मंडल में शामिल होंगे 'कल्याण'

तो अब भाजपा के मार्गदर्शक मंडल में शामिल होंगे राजस्थान के राज्यपाल कल्‍याण सिंह। 
कलराज मिश्र को नया राज्यपाल नियुक्त किया। 

केन्द्र सरकार ने जिन पांच राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की है उसमें राजस्थान में कलराज मिश्र का नाम भी शामिल है। मिश्र अब तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे, लेकिन अब उन्हें राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। मिश्र राज्यपाल बनने से पहले भाजपा के दिग्गज नेता रहे। मिश्र की कर्मभूमि उत्तर प्रदेश रही। गत लोकसभा चुनाव से पहले तक मिश्र देवरिया से भाजपा के सांसद थे। 22 जुलाई 2019 को मिश्र को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया। राजस्थान के मौजूदा राज्यपाल कल्याण सिंह का कार्यकाल 3 सितम्बर को समाप्त हो रहा है। सरकार ने कल्याण सिंह के कार्यकाल में न तो वृद्धि की है और न ही उन्हें किसी अन्य राज का राज्यपाल नियुक्त किया है। ऐसी स्थिति में माना जा रहा है। 3 सितम्बर के बाद कल्याण सिंह अपना शेष जीवन उत्तर प्रदेश में ही व्यतीत करेंगे। हालंकि राजनीति में कब कुछ क्या हो जाए, कहा नहीं जा सकता। लेकिन कल्याण सिंह लम्बेे अर्से से अस्वस्थ चल रहे हैं। कल्याण सिंह के अस्वस्था से कई बार सरकारी कार्यक्रम भी निरस्त हुए हैं। माना जा रहा है कि अब कल्याण सिंह की भूमिका भाजपा के मार्ग दर्शक मंडल के सदस्य की होगी। मार्ग दर्शक मंडल में पहले ही लाल कृष्ण आडवानी और मूरली मनोहर जोशी से वरष्ठि नेता विराजमान है। कल्याण का राजनीतिक पद भी बहुत बड़ा रहा है। कल्याण सिंह जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तभी अयोध्या में बावरी मस्जिद का ढांचा गिराया गया था। हालांकि तब कल्याण सिंह को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। उस समय कल्याण सिंह भाजपा में सबसे बड़े नेता रहे। कल्याण सिंह की पार्टी में भूमिका को ध्यान में रखते हुए ही नरेन्द्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने तो उन्हें राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया। चूंकि अब कल्याण सिंह का राज्यपाल के तौर पर कार्यकाल पूरा हो रहा है। इसलिए यह माना जा रहा है कि कल्याण सिंह की सियायत से विदाई हो रही है।
एस.पी.मित्तल


मोबाइल उपभोक्ता परेशान (विविध)

टाटा पावर की दादागिरी से अजमेर के मोबाइल उपभोक्ता भी परेशान। 
पुलिस और प्रशासन से भी नहीं डरते कंपनी के अफसर।
डिस्कॉम तो लाचार है। 

टाटा पावर कंपनी के विद्युत वितरण की व्यवस्था संभालने के बाद अजमेर शहर के बिजली उपभोक्ता पहले से ही परेशान थे और मोबाइल उपभोक्ताओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसे टाटा पावर की दादागिरी ही कहा जाएगा कि जियो ने जो ऑप्टिल फाइबर केबल बिजली के खंबों पर डाली थी, उसे टाटा पावन ने काट कर खंबों से उतार दिया। इससे शहर के जियो मोबाइल उपभोक्ता परेशान है। टाटा पावर ने केबल काटने से पहले उपभोक्ताओं के हितों का कोई ख्याल नहीं रखा। टाटा पावर के सीईओ गजानन काले का कहना है कि बिजली के खंबों के उपयोग का शुल्क जियो नहीं दे रहा है। चूंकि खंबों का रख रखाव अब टाटा पावर कर रहा है, इसलिए शुल्क हम वसूलेंगे। खंबों से केबल हटाने के कृत्य को काले ने जायज बताया। वहीं जियो का कहना है कि खंबों के उपयोग से पहले दो करोड़ 68 लाख रुपए की राशि अजमेर विद्युत वितरण निगम में जमा कवाई गई थी। खंबों के उपयोग से पहले निगम के साथ अनुबंध भी हुआ। ऐसे में निगम की फे्रंचाइजी टाटा पावर को केबल काटने का कोई अधिकार नहीं है। जियो की ओर से इस संबंध में पुलिस में एफआईआर भी दर्ज करवाई है। 
टाटा पावर का अपराधी कृत्य:
अजमेर विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक बीएस भाटी ने जियो की केबल काटने को टाटा पावर का अपराधी कृत्य माना है। भाटी का कहना है कि निगम ने टाटा पावर को अपना सिस्टम उपयोग करने के लिए दिया है। निगम की सम्पत्तियों पर टाटा पावर मालिकाना हक नहीं जता सकता। जब जियो ने निगम में शुल्क जमा करा दिया है तो टाटा पावर को केबल काटने या उतारने का कोई अधिकारी नहीं है। यदि टाटा पावर को अपने हितों के लिए कोई शिकायत थी तो उसे निगम से संवाद करना चाहिए। टाटा पावर के कृत्य को लेकर उच्च स्तरीय विचर विमर्श हो रहा है। आवश्यकता होने पर कंपनी के खिलाफ जुर्माना निर्धारित किया जाएगा। भाटी ने माना कि टाटा पावर को मनमर्जी करने की छूट नहीं दी जा सकती है। 
प्रशासन और पुलिस से भी नहीं डरते:
चूंकि टाटा पावर निजी क्षेत्र की कंपनी है इसलिए उसे प्रशासनिक अधिकारियों को खुश करने के तौर तरीके आते हैं। कंपनी के एक अधिकारी को जिला एवं पुलिस प्रशासन के अफसरों के दफ्तरों तथा घर पर मिजाजपुर्सी करते देखा गया है। चूंकि बड़े अफसर खुश हैं, इसलिए टाटा पावर अजमेर शहर में दादागिरी पर उतर आई है। हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि आपराधिक कृत्य करने से भी डर नहीं लगता है। चूंकि टाटा पावर के अधिकारी अब जिला स्तरीय स्तर पर सम्मानित भी होने लगे हैं। इसलिए प्रशासनिक अधिकारियों को अपनी जेब में समझते हैं। सवाल उठता है कि जो कंपनी पैसा वसूल कर बिजली दे रही है उसके अधिकारी कौन सी समाज सेवा कर रहे हैं? जब जियो जैसे संस्था की केबल काटी जा रही है तो आम बिजली उपभोक्ता के साथ सलूक का अंदाजा लगाया जा सकता है। बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण नहीं हो रहा है। ओवर बिलिंग से आम उपभोक्ता परेशान है। 
एस.पी.मित्तल


गैस सिलेंडर के दाम में ₹51 की बढ़ोतरी

 बिलासपुर। गैस कंपिनयों ने इस माह दोनों वर्ग के गैस सिलेंडरों के दाम में इजाफा किया है। घरेलू गैस सिलेंडर में 16 रुपए और व्यावसायिक गैस सिलेंडर के दाम में 51 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। नया रेट एक सितंबर से लागू हो गया है। गैस कंपनियां हर माह की एक तारीख को गैस सिलेंडर के दाम घोषित करती है। यह नया रेट आधी रात से लागू किया जाता है।


एक सितंबर को गैस कंपनियों ने नया दाम घोषित किया है। इसमें दोनों वर्ग के गैस सिलेंडर के मूल्य में वृद्धि की गई है। घरेलू सिलेंडर 679 रुपए हो गया गैस कंपनियों ने इस माह घरेलू प्रति गैस सिलेंडर का मूल्य 679 रुपए निर्धारित किया गया है। 14 किलोग्राम के इस सिलेंडर का पिछले माह मूल्य 663 रुपए था। इसमें प्रति सिलेंडर 16 रुपए दाम बढ़ाए गए है। 1235 रुपए हुआ व्यावसायिक गैस के प्रति सिलेंडर का दाम 1235 रुपए 50 पैसे किया गया है। अगस्त माह में इस वर्ग के प्रति सिलेंडर की कीमत 1184 रुपए 50 पैसे था। व्यावसायिक वर्ग के प्रति सिलेंडर का वजन 19 किलोग्राम का रहता है। शहर में 4 ,जिले में 10 लाख उपभोक्ता शहर और जिले में तीन गैस कंपनियां, भारत गैस , एचपी एवं इंडेन के उपभोक्ता है। तीनों कंपनियों के शहर में लगभग चार लाख गैस उपभोक्ता है।


जिले में इन उपभोक्ता की संख्या लगभग दस लाख है। इस तरह से जिले में लगभग 14 लाख घरेलू व व्यावसायिक गैस के उपभोक्ता है। दोनों वर्ग के सिलेंडर के दाम बढ़े गैस सिलेंडर का नया रेट रविवार से लागू हो गया है। घरेलू गैस के प्रति सिलेंडर के दाम में 16 और व्यावसायिक वर्ग के सिलेंडर के मूल्य में 51 रुपए की वृद्धि की गई है। घरेलू गैस सिलेंडर का इस माह का मूल्य 679 रुपए एवं व्यावसायिक गैस सिलेंडर का दाम 1235.50 रुपए हो गया है।


शौच गई नाबालिग की हत्या,रेप की आशंका

जालौन। जालौन से लापता नाबालिग का शव रविवार सुबह गांव से कुछ दूरी पर झाडिय़ों में पड़ा मिला। इसकी सूचना से सनसनी फैल गई। नाबालिग की दोनों आंखें फोड़ कर नृशंसता से उसकी हत्या कर दी गई। शरीर पर कपड़े न होने से रेप की भी आशंका जताई जा रही है। रविवार को मुख्यमंत्री के आगमन के चलते घटना को लेकर पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई है। सूचना मिलने पर डीआईजी (झांसी रेंज) सुभाष बघेल और एसपी डॉ सतीश कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की है। पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है। घटना आटा थाना क्षेत्र की है। जानकारी के मुताबिक 15 वर्षीया किशोरी शनिवार रात शौच के लिए गई थी। इसके बाद काफी देर तक घर न लौटने पर परिजनों ने तलाश शुरू की। नाबालिग के न मिलने पर परिजनों ने आटा थाने में भी सूचना दी। रात में पुलिस ने भी तलाश की लेकिन किशोरी का पता नहीं चला। रविवार की सुबह गांव से दूर झाडिय़ों में किशोरी का शव  मिलने से हड़कंप मच गया। उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे और चाकू से आंखें फोड़ दी गई थीं। हत्या की सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ एकत्र हो गई। बताया जा रहा है कि दुष्कर्म के बाद किशोरी के ही दुपट्टे से गला घोटकर हत्या की गई और चाकू से आंखें फोड़ दी गईं। वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर स्थानीय पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम ने भी जांच की। फिलहाल पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुटी है।


मैं उनकी बात सुनूंगी,उनका धन्यवाद:निर्मला

नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था के बारे में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोई जवाब नहीं दिया। चेन्नई में रविवार को एक कार्यक्रम में पत्रकारों ने वित्त मंत्री से पूछा कि मनमोहन सिंह के आरोपों पर उनका क्या कहना है। इसके जवाब में निर्मला सीतारमण ने कहा कि 'उन्होंने जो कहा, उस पर मेरा कोई विचार नहीं है। उन्होंने जो कहा है मैंने भी उसे सुना है।


निर्मला सीतारमण ने कहा, 'क्या डॉ. मनमोहन सिंह कह रहे हैं कि 'राजनीतिक प्रतिशोध में शामिल होने के बजाय उन्हें चुप्पी साधे लोगों से सलाह लेनी चाहिए? क्या उन्होंने ऐसा कहा है? ठीक है, धन्यवाद, मैं इस पर उनकी बात सुनूंगी।यही मेरा जवाब है।


मुस्लिम वर्ग ने की राम मंदिर के लिए पूजा

अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले की सुनवाई रोजाना चल रही है। इसी क्रम में रविवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए तपस्वी छावनी के स्वामी परमहंस दास की अगुवाई में एक हवन आयोजित किया गया। इसमें मुस्लिम मंच की महिलाओं ने हाजी सईद व बब्लू खान के साथ सवा सौ करोड़ राम नाम का जप किया। स्वामी परमहंस ने कहा कि सवा सौ करोड़ राम नाम की आहुति आज दी गई ताकि राम मंदिर में आ रही बाधा दूर हो जाए और सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर के पक्ष में फैसला दे दे। उन्होंने बताया कि मुस्लिम महिलाएं भी चाह रही हैं कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बने। मुस्लिमों ने कहा कि राम हमारे भी पूर्वज हैं। अयोध्या राम की जन्मभूमि है इसलिए अयोध्या में ही राम मंदिर बने।


गुर्जर-दिवस,सम्राट मिहिर भोज जयंती मनायी

एसएल कश्यप। 
सहारनपुर। दिल्ली रोड स्थित गुर्जर भवन में अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा की ओर से 10वां अन्र्तराष्ट्रीय गुर्जर दिवस व गुर्जर सम्राट मिहिर भोज जयंती हर्षाेल्लास से मनाई गई। इस मौके पर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल गुर्जर व राष्ट्रीय महामंत्री नीरज चैधरी ने कहा कि सम्राट मिहिर ने 49 वर्षाें तक शासन किया। वह गुर्जर प्रतिहार वंश के सबसे प्रतापी राजा थे। गुर्जर प्रतिहार वंश ने 300 वर्षाें तक विदेशी आक्रमणकारियों को भारत में घुसने नहीं दिया। उनके द्वारा मध्य प्रदेश में 200 मंदिरों का निर्माण कराया गया। राज सिंह माजरा ने कहा कि सम्राट मिहिर के रहते देश की सीमाएं सुरक्षित रही। महापौर संजीव वालिया ने कहा कि सम्राट मिहिर भोज की वजह से ही हम आज खुली हवा में सांस ले रहे हैं। राजकुमार ने युवाओं से नशाखोरी आदि बुराईयों का त्यागने तथा रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य चैधरी विरेंद्र सिंह गुर्जर ने उपस्थित लोगों से सम्राट मिहिर भोज के दिखाये मार्ग पर चलने का आह्वन किया। इस दौरान पवन सिंह राठौर, अमित गुर्जर, संदीप, विपिन खटाना, ओम प्रकाश सांपला, अक्षय गुर्जर, अंकुर बटार, सक्षम सांपली, संदीप चैधरी, सुशील छापर, पंकज चैधरी आदि मौजूद रहे।


शिवसेना ने लगाए नारे 'हम दो हमारे दो'

एसएल कश्यप। 
सहारनपुर। जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए हकीकतनगर धरनास्थल पर शिवसेना कार्यकर्ताओं ने हम दो हमारे दो के नारे लगाये। जनसंख्या पर नियंत्रण लगाने को डीएम के माध्यम से एक ज्ञापन जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय को प्रेषित किया। ज्ञापन के माध्यम से कहा कि देश में बढ़ती जनसंख्या भारत के लिए तबाही का कारण बन सकती है। बढ़ती जनसंख्या बेरोजगारी और बेकारी को बढ़ावा दे रही है। एक विशेष वर्ग पर तेजी से आबादी बढ़ाने का आरोप लगाया। कहा कि वह दिन दूर नहीं जब देश की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो जाएगा। इस दौरान नीरज रोहिला, प्रदीप सैनी, अक्षय कुमार, अजय आर्य, अरविंद सैनी, ओम प्रकाश, अनुज कष्यप, अमित कश्यप, रोहित कश्यप, राजकुमार, सागर सैनी, अमित कुमार, संजय कुमार, अमित बाल्मीकि आदि शिव सैनिक मौजूद रहे।


पाक ने सीमा पर की फिर नापाक हरकत

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान ने रविवार को एक बार फिर नापाक हरकत की, जिसका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ तोड़ जवाब दिया है। बार-बार मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन सीमा पर भारतीय सेना दुश्मनों की हर चाल को नाकाम कर दे रही है। जम्मू और कश्मीर के पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान ने रविवार संघर्ष विराम उल्लंघन किया। इस दौरान पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की गई। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने भी जमकर फायरिंग की। हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने कई बार पुंछ में गोलीबारी की थी। बता दें कि पाकिस्तान ने पिछले दिनों अपने स्पेशल फोर्स के 100 कमांडो को एलओसी के पास भेजा है। सूत्रों का कहना है कि भारतीय सेना पाकिस्तान की तरफ से किसी भी कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। पाकिस्तान की ओर से एलओसी पर एसएसजी कमांडो की तैनाती के बाद भारतीय सेना भी अलर्ट पर है।


कुप्रबंधन से अर्थव्यवस्था में मंदी:मनमोहन

नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था की स्थिति बहुत चिंताजनक है। पिछली तिमाही जीडीपी केवल 5 प्रतिशत की दर से बढ़ी , जो इस ओर इशारा करती है कि हम एक लंबी मंदी के दौर में हैं। भारत में ज्यादा तेजी से वृद्धि करने की क्षमता है, लेकिन मोदी सरकार के चौतरफा कुप्रबंधन के चलते अर्थव्यवस्था में मंदी छा गई है।


चिंताजनक बात यह है कि विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर केवल 0.6 प्रतिशत है। इससे साफ हो जाता है कि हमारी अर्थव्यवस्था अभी तक नोटबंदी के ग़लत फ़ैसले और जल्दबाज़ी में लागू किए गए जीएसटी की नुक़सान से उबर नहीं पाई है। घरेलू मांग में काफी गिरावट है और वस्तुओं के उपयोग की दर 18 महीने में सबसे निचले स्तर पर है। नॉमिनल जीडीपी वृद्धि दर 15 साल के सबसे निचले स्तर पर है। टैक्स राजस्व में बहुत कमी आई है। टैक्स ब्युओएंसी, यानि जीडीपी की तुलना में टैक्स की वृद्धि काल्पनिक रहनेवाली है क्योंकि छोटे व बड़े सभी व्यवसायियों के साथ ज़बरदस्ती हो रही है है और टैक्स आतंकवाद बेरोकटोक चल रह है। निवेशकों में उदासी का माहौल हैं। ये अर्थव्यवस्था में सुधार के आधार नहीं हैं।


मोदी सरकार की नीतियों के चलते भारी संख्या में नौकरियां खत्म हो गई हैं। अकेले ऑटोमोबाईल सेक्टर में 3.5 लाख लोगों को नौकरियों से निकाल दिया गया है। असंगठित क्षेत्र में भी इसी प्रकार बड़े स्तर पर नौकरियां कम होंगी, जिससे हमारी अर्थव्यवस्था में सबसे कमजोर कामगारों को रोज़ी-रोटी से हाथ धोना पड़ेगा। ग्रामीण भारत की स्थिति बहुत गंभीर है। किसानों को उनकी फसल के उचित मूल्य नहीं मिल रहे और गांवों की आय गिर गई है। कम महंगाई दर, जिसका मोदी सरकार प्रदर्शन करना पसंद करती है, वह हमारे किसानों की आय कम करके हासिल की गई है, जिससे देश में 50 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या पर चोट मारी गयी है।


संस्थानों पर हमले हो रहे हैं और उनकी स्वायत्ता खत्म की जा रही है। सरकार को 1.76 लाख करोड़ रु. देने के बाद आरबीआई की आर्थिक कुप्रबंधन को वहन कर सकने की क्षमता का टेस्ट होगा, और वहीं सरकार इतनी बड़ी राशि का इस्तेमाल करने की फ़िलहाल कोई योजना न होने की बात करती है।इसके अलावा इस सरकार के कार्यकाल में भारत के आंकड़ों की विश्वसनीयता पर भी  प्रश्नचिन्ह लगा है। बजट घोषणाओं एवं रोलबैक्स ने अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के विश्वास को झटका दिया है। भारत, भौगोलिक-राजनीतिक गठजोड़ों के कारण वैश्विक व्यापार में उत्पन्न हुए अवसरों का लाभ उठाते हुए अपना निर्यात भी नहीं बढ़ा पाया। मोदी सरकार के कार्यकाल में आर्थिक प्रबंधन का ऐसा बुरा हाल हो चुका है।


हमारे युवा, किसान और खेत मजदूर, उद्यमी एवं सुविधाहीन व गरीब वर्गों को इससे बेहतर स्थिति के हक़दार हैं। भारत इस स्थिति में ज्यादा समय नहीं रह सकता। इसलिए मैं सरकार से आग्रह करता हूँ कि वो बदले की राजनीति छोड़े और सभी बुद्धिजीवियों एवं विचारकों का सहयोग लेकर हमारी अर्थव्यवस्था को इस मानव-निर्मित संकट से बाहर निकाले।


फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...