पीएम ने केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए
पंकज कपूर
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए। केदारनाथ में वे गर्भगृह में करीब 20 मिनट तक पूजा करते रहे। प्रधानमंत्री ने आदिगुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बद्रीनाथ के माणा गांव में सरस मेला का अवलोकन किया और स्थानीय शिल्पकारों एवं उद्यमियों से बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ में दर्शन के वक्त ‘चोला डोरा’ नामक पारंपरिक पोशाक पहनी जिसे चंबा (हिमाचल प्रदेश) की महिलाओं ने हाथ से बनाया है। यह पोशाक प्रधानमंत्री को उनकी हालिया हिमाचल यात्रा के दौरान उपहार स्वरूप मिली थी। बकौल रिपोर्ट्स, प्रधानमंत्री ने उन महिलाओं से वादा किया था कि वह ठंडे स्थान पर जाने पर यह पोशाक पहनेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गौरीकुंड को केदारनाथ और गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ने वाली दो नई रोपवे परियोजनाओं सहित 3400 करोड़ रुपये से अधिक की कनेक्टिविटी परियोजनाओं की आधारशिला रखी। उन्होंने 12.4 किलोमीटर लंबे हेमकुंड रोपवे का शिलान्यास किया जो गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ेगा। पीएम मोदी ने करीब 1,000 करोड़ रुपए की सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया।
क्या बोले सीएम धामी ?
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हम उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ बनाने के जिस विकल्प रहित संकल्प को लेकर आगे बढ़ रहे हैं वो आपके (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) मार्गदर्शन में अवश्य होगा। गौरीकुंड को केदारनाथ और गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ने वाली दो नई रोपवे परियोजनाओं सहित 3400 करोड़ रुपये से अधिक की कनेक्टिविटी परियोजनाओं के लिए मैं पीएम मोदी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
क्या बोले पीएम मोदी ?
पीएम मोदी ने कहा कि आज बाबा केदार और बद्री विशाल जी के दर्शन करके मन प्रसन्न हो गया, जीवन धन्य हो गया। माणा गांव, भारत के अंतिम गांव के रूप में जाना जाता है। लेकिन मेरे लिए सीमा पर बसा हर गांव, देश का पहला गांव है। 21वीं सदी के विकसित भारत के निर्माण के दो प्रमुख स्तंभ हैं। पहला- अपनी विरासत पर गर्व, दूसरा- विकास के लिए हर संभव प्रयास। देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर मैंने लाल किले पर एक आह्वान किया, ये आह्वान हैं गुलामी की मानसिकता से पूरी तरह मुक्ति का। क्योंकि आजादी के इतने वर्षों बाद भी, हमारे देश को गुलामी की मानसिकता ने ऐसा जकड़ा हुआ है कि प्रगति का कुछ कार्य कुछ लोगों को अपराध की तरह लगता है।
पीएम मोदी ने कहा कि विदेशों में वहां की संस्कृति से जुड़े स्थानों की ये लोग तारीफ करते नहीं थकते थे, लेकिन भारत में इस प्रकार के काम को हेय दृष्टि से देखा जाता था। आस्था के ये केंद्र सिर्फ एक ढांचा नहीं, बल्कि हमारे लिए प्राणवायु की तरह हैं। वो हमारे लिए ऐसे शक्तिपुंज हैं, जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी हमें जीवंत बनाए रखते हैं। विकास के इन सभी प्रोजेक्ट्स के लिए, उत्तराखंड को और देश-विदेश के हर श्रद्धालु को मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं। गुरुओं की कृपा बनी रहे, बाबा केदार की कृपा बनी रहे, बद्री विशाल की कृपा बनी रहे, हमारे सभी श्रमिक साथियों को भी शक्ति मिले, यही प्रार्थना करते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या में इतना भव्य राममंदिर बन रहा है, गुजरात के पावागढ़ में मां कालिका के मंदिर से लेकर विन्ध्याचल देवी के कॉरिडोर तक, भारत अपने सांस्कृतिक उत्थान का आह्वान कर रहा है। पहले जिन इलाकों को देश की सीमाओं का अंत मानकर नजरअंदाज किया जाता था,हमने वहां से समृद्धि का आरंभ मानकर काम शुरू किया।
पीएम मोदी ने कहा कि पहले देश का आखिरी गांव जानकर जिसकी उपेक्षा की जाती थी, हमने वहां के लोगों की अपेक्षाओं पर फोकस किया। पहले देश के विकास में जिनके योगदान को महत्व नहीं दिया गया, हमने उन्हीं को साथ लेकर प्रगति के महान लक्ष्यों की ओर बढ़ने का संकल्प लिया। एक संवेदनशील सरकार, गरीबों का दुख-दर्द समझने वाली सरकार कैसे काम करती है, आज देश के हर कोने में लोग अनुभव कर रहे हैं। कोराना काल में जब वैक्सीन लगवाने की बारी आई, अगर पहले की सरकारें होती, तो शायद अभी तक वैक्सीन यहां तक नहीं आता। हिमालय की हरी भरी पहाड़ियों पर रेल गाड़ी की आवाज उत्तराखंड के विकास की नई गाथा लिखेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि देहरादून एयरपोर्ट भी अब नए अवतार में सेवा दे रहा है। आधुनिक कनेक्टिविटी राष्ट्ररक्षा की भी गारंटी होती है। इसलिए बीते 8 सालों से हम इस दिशा में एक के बाद एक कदम उठा रहे हैं। भारतमाला के तहत देश के सीमावर्ती क्षेत्रों को बेहतरीन और चौड़े हाइवे से जोड़ा जा रहा है। सागरमाला से अपने सागर तटों की कनेक्टिविटी को सशक्त किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि हिमालय की हरी भरी पहाड़ियों पर रेल गाड़ी की आवाज उत्तराखंड के विकास की नई गाथा लिखेगी। देहरादून एयरपोर्ट भी अब नए अवतार में सेवा दे रहा है। भारतमाला के तहत देश के सीमावर्ती क्षेत्रों को बेहतरीन और चौड़े हाइवे से जोड़ा जा रहा है। सागरमाला से अपने सागर तटों की कनेक्टिविटी को सशक्त किया जा रहा है। पहले जिन इलाकों को देश की सीमाओं का अंत मानकर नजरअंदाज किया जाता था, हमने वहां से समृद्धि का आरंभ मानकर काम शुरू किया। पहले देश का आखिरी गांव जानकर जिसकी उपेक्षा की जाती थी, हमने वहां के लोगों की अपेक्षाओं पर फोकस किया
मोदी की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के माणा गांव में कहा, मैं देश के सभी पर्यटकों से अपील करता हूं कि अपनी यात्रा के बजट के कम-से-कम 5% से लोकल उत्पाद ज़रूर खरीदें। पीएम ने कहा, अगर सभी यात्री स्थानीय लोगों का उत्पाद खरीदेंगे तो रोज़गार बढ़ेगा।” इससे पहले, पीएम मोदी ने बदरीनाथ धाम में पूजा की थी।
ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा
पीएम मोदी ने कहा कि बाबा के सान्निध्य में उनके आदेश से उनकी कृपा से पिछली बार जब आया था तो कुछ शब्द निकले थे। वो मेरे नहीं थे। कैसे आए, क्यों आए, किसने दिए पता नहीं। यूं ही मुंह से निकल गया था कि ये दशक उत्तराखंड का दशक होगा। पक्का विश्वास है कि इन शब्दों पर बाबा, बद्री विशाल और मां गंगा के आशीर्वाद की शक्ति बनी रहेगी।
आस्था घरों के विकास पर नफरत का भाव रहा
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने लाल किले से कहा था कि गुलामी की मानसिकता से पूरी तरह मुक्त हों। इसकी जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि हमारे देश को इस मानसिकता ने ऐसा जकड़ा है कि प्रगति का हर कार्य कुछ लोगों को अपराध की तरह लगता है। लंबे समय तक हमारे यहां आस्था घरों के विकास को लेकर नफरत का भाव रहा। विदेशों में ऐसे काम की तारीफ करते नहीं थकते थे। अपनी संस्कृति को लेकर उनमें हीन भावना, आस्था पर अविश्वास और विरासत से विद्वेश वजह थी।
रामनगरी में मोदी की दिवाली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिवाली की पूर्व संध्या पर रविवार को अयोध्या में रहेंगे। पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री भगवान श्री रामलला विराजमान की पूजा-अर्चना करने के बाद तीर्थ क्षेत्र में निर्माण कार्यों का मुआयना करेंगे। अयोध्या में छठी बार दीपोत्सव समारोह का आयोजन होने जा रहा है जिसमें 15 लाख+ दीये जलाए जाएंगे। प्रधानमंत्री पहली बार इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।