नेहरू युवा केन्द्र भारत सरकार एवं विकाश जिंदा है संस्था द्वारा आज दिल्ली में दिया गया पुरुष्कार
नई दिल्ली! पालम में नेहरू युवा केंद्र ,भारत सरकार एवं विकाश जिंदा है संस्था द्वारा आयोजित योग प्रशिषण ,शिविर ,कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शामिल होने तथा अपने विचार व्यक्त करने का सुभ अवसर प्राप्त हुआ !सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का सुभारम्भ किया !इसके उपरांत कार्यक्रम में उपस्तिथ बड़ी संख्या में महिला पुरुषों को योग गुरु गोविंद सिंह बिष्ठ द्वारा योग का प्रशिषण दिया! इसके बाद वक्ताओं ने अपने विचार रखेंं !मैने अपने सम्बोधन में जहां अपने विषय मे तथा भारत के राष्ट्रीय महासंस्था भारतीय सर्व समाज द्वारा समाज हित मे कराये जा रहे जन कल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी लोगों को दी ! आयोजकों का आभार भी व्यक्त किया कार्यक्रम का संचालन विकाश जिंदा है !संस्था की अध्यक्ष डा0 सुनीता शर्मा ने किया कार्यक्रम में मेरे द्वारा अन्य भी कई समाज सेवियों ,साधु संतों ,आदि को आयोजको द्वारा सम्मानित भी कराया गया! सभा मे मुख्यरूप से नेहरू युवा केन्द्र के डिप्टी डारेक्टर एसपी सिंह ,सुरेंद्र सिंह बिष्ठ ,निर्मता आचार्या मेडम ,सोलंकी सहित कई गणमान्य लोग उपस्तिथ थे!
शनिवार, 15 जून 2019
विकास जिंदा है संस्था द्वारा पुरस्कार आयोजन
स्वतंत्रता सेनानी की 28 वीं पुण्यतिथि
स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय लाला अतर सिंह अरोड़ा जी की 28 की पुण्यतिथि के अवसर पर दुर्गापुरी छज्जूपुर स्थित ब्राह्मण महासभा धर्मशाला में पुण्यतिथि का कार्यक्रम आयोजित किया गया! जिसका आयोजन श्री संदीप अरोड़ा ने किया! जिसमें भारत रक्षा मंच लोनी विधानसभा अध्यक्ष और सिद्ध पीठ महायोगी श्री गुरु गोरखनाथ मंदिर ट्रस्ट के महंत चंद्रपाल भगत और महामंत्री सनातनी संदीप गुप्ता शामिल हुए! जिसमें पुलकित महाराज के दर्शन करने का मौका मिला ! सर्व सम्मान संस्था द्वारा डॉ विजय कुंद्रा के नेतृत्व में आंखों का निशुल्क शिविर भी लगाया गया! सैकड़ों लोगों के मेट्रो का निशुल्क जांच एवं परीक्षण किया गया!
पुलिस अधिकारी ने दिया मानवता का परिचय
पुलिस कर्मी ने दिया मानवता का परिचय
सहारनपुर में इंस्पेक्टर परमवीर राणा आमजन से अभद्र व्यवहार करने पर चर्चित हैं
वहीं दूसरी ओर देवेंद्र कुमार सब इंस्पेक्टर हाल समय कार्यरत थाना कुतुब शेर सहारनपुर ने दियामानवता का परिचय
सहारनपुर! एक महिला शबनम पत्नी सलीम निवासी हबीब गढ़ थाना क्षेत्र कुतुब शेर सहारनपुर अपनी पुत्री मुस्कान को सिविल अस्पताल सहारनपुर से रेफर किए जाने पर जोर जोर से रोने वह बिलबिला ने लगी बोली मेरे पास तो इतने पैसे भी नहीं है कि मैं अपनी बेटी का इलाज कहीं और कर पाऊंगी !किसी मामले की जांच में सिविल अस्पताल इमरजेंसी वार्ड में आए ! देवेंद्र कुमार सब स्पेक्टर थाना कुतुबशेर सहारनपुर यह देख वह सुन कर महिला को एक टक देखते हुए अपनी जेब से पर्स निकाल कर कुछ 500,500 के नोटों से महिला की मदद की! जहां जिला सहारनपुर में इंस्पेक्टर परमवीर राणा आमजन से अभद्र व्यवहार करने पर चर्चित है! वही देवेंद्र कुमार सब इंस्पेक्टर कुतुब शेर सहारनपुर के इस रवैए को देखकर सिविल अस्पताल में मौजूद आमजन ने पुलिस की बड़ी ही सराहना की वही दुखियारी बेटी की मां ने भी पुलिस को बड़ी बड़ी दुआएं दी !
रिपोर्ट= हाकिम अली
लड़कियां हथियारों का इस्तेमाल करें:सरस्वती
रेप से बचने के लिए हथियार का इस्तेमाल करें लड़कियां-स्वामी अनादि सरस्वती।
राजस्थान के अजमेर जिले के ब्यावर कस्बे में उदयपुर रोड के किनारे झोंपडिय़ों में रहने वाले एक गरीब परिवार की सात वर्षीय मासूम बच्ची को रात के अंधेरे मे दो युवक उठा कर ले गए और सुनसान इलाके में ले जाकर गैंगरेप किया। बाद में जंगल में पटक कर भाग गए। अब इस बच्ची का ब्यावर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। यह घटना 13 जून की रात की है। 15 जून को सभी अखबारों में खबर छपी है। ऐसी दरिंदगी की खबरें आए दिन अखबरों में प्रकाशित होती हैं। इन खबरों और घटनाओं से विचलित होते हुए ही चित्ती योग संस्था की प्रमुख स्वामी अनादि सरस्वती ने कहा कि आत्मरक्षा में हथियार हथने की शिक्षा तो गीता में भी दी गई है। सतयुग में भगवान कृष्ण ने जब प्रवचन दिए तब ऐसे कलयुग की कल्पना भी नहीं की थी, लेकिन तब भी भगवान कृष्ण का कहना रहा कि आत्मरक्षा और अपने स्वाभिमान को बचाने के लिए हथियार उठाना जायज है। जब हमारी बेटियों पर आए दिन अत्याचार हो रहे हैं तो बेटियों को हथियार उठाने ही चाहिए। साध्वी अनादि ने इस बात पर अफसोस जताया कि जिस देश में औरत को देवी के तौर पूजा जाता है, वहां ऐसी वारदातें हो रही हैं। अपराधियों को मां दुर्गा की ताकत का अहसास नहीं है। दुर्गा ने ही राक्षसों का नरसंहार किया था। शासन-प्रशासन की अपनी व्यवस्था है, लेकिन हमें ऐसा समाज बनाना चाहिए जो महिलाओं का सम्मान करें। बच्चियों के साथ बलात्कार के कृत्य तो बर्दाश्त नहीं किए जा सकते। लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए वे जल्द ही अजमेर के चित्ती योग संस्थान के लोहागल रोड स्थित आश्रम में एक शिविर लगाएंगी। समाज में जिस तरीके से अपराध बढ़ रहे हैं उसमें लड़कियों को आत्मरक्षा तो करनी ही पड़ेगी। इसको लेकर वे जागरुकता अभियान भी चलाएंगी। साध्वी ने कहा कि इस मुद्दे पर साधु संतों को भी आगे आना चाहिए। साधु संतों का काम भी समाज को बचाना है। आज समाज को भी खतरा है। अभियान से जुडऩे के लिए मोबाइल नम्बर 8003570999 पर साध्वी अनादि से संवाद किया जा सकता है।
एस.पी.मित्तल
राम का नहीं, डॉक्टरों का मुद्दा है
ममता जी! यह जय श्रीराम का नहीं, डॉक्टरों का मुद्दा है।
दादागिरी की तो पूरे देश को परिणाम भुगतने होंगे।
15 जून को भी देश भर में चिकित्सा व्यवस्था अस्त व्यस्त रही। पांच दिन पहले कोलकाता में एक जूनियर डॉक्टर के साथ अस्पताल में मारपीट करने के मामले में पहले पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल हुई तो धीरे धीरे पूरे देश में हड़ताल फैल रही है। इससे आम मरीज को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने यदि बिना शर्त माफी नहीं मांगी तो देश भर के एम्स अस्पतालों में 17 जून से बेमियादी हड़ताल शुरू हो जाएगी। असल में बंगाल के डॉक्टरों की हड़ताल को ममता ने गंभीरता के साथ नहीं लिया। हड़ताल खत्म करवाने के लिए ममता ने न केवल धमकी दी, बल्कि कहा कि मुस्लिम मरीज होने के कारण डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं। ममता का यह बयान पूरी तरह गैर जिम्मेदाराना था। असल में ममता ने पिछले दिनों जिस प्रकार जयश्रीराम के नारे लगाने वालों के साथ व्यवहार किया वैसा ही व्यवहार डॉक्टरों के साथ ही किया गया। सब जानते हैं कि जयश्रीराम के नारे लगाने वालों को जेल तक भिजवा दिया था। ममता का कहना रहा कि जय श्रीराम का नारा लगाने वालों को वे छोड़ेंगी नहीं। लेकिन इस बार ममता का पाला डॉक्टरों से पड़ा है। इसलिए जो हड़ताल बंगाल में हो रही थी, वो धीरे धीरे पूरे देश में फैल गई है। बंगाल में तो अराजकता का माहौल पहले से ही बना हुआ है। डॉक्टरों की हड़ताल ने आग में घी डालने का काम किया है। समझ में नहीं आता कि ममता बनर्जी कैसी राजनेता है? माहौल को देखकर निर्णय नहीं ले रही है। यह माना कि ममता की छवि एक जूझारू राजनेता की है, लेकिन हर मौके पर दादागिरी सफल नहीं होती है। लोकसभा चुनाव में मात्र 22 सीटे मिलने से ममता को अंदाजा लगा लेना चाहिए कि अब पश्चिम बंगाल में उनकी लोकप्रियता तेजी से घट रही है। पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में अधिकांश डॉक्टर बंगाल के ही रहने वाले हैं। जब डॉक्टरों का गुस्सा ममता के प्रति इतना है तो फिर ममता को धमकी नहीं देनी चाहिए। ममता जयश्रीराम नारा लगाने वालों को तो जेल में डाल सकती है, लेकिन डॉक्टरों का कुछ भी नहीं बिगाड़ सकती है। कल तक जो ममता बनर्जी धमकाने वाली भाषा बोल रही थी, वो ही ममता बनर्जी 15 जून को कोलकाता के अस्पताल में भर्ती घायल डॉक्टर से मिल रही हैं। अच्छा हो ममता बनर्जी माहौल को समझे और डॉक्टरों के साथ बैठकर मामले को सुलझाए। ममता को इस पूरे घटनाक्रम को साम्प्रदायिक रंग देने की जरुरत नहीं है। यदि डॉक्टरों को सुरक्षा की जरूरत है तो बंगाल सरकार को सुरक्षा उपलब्ध करवानी चाहिए। ममता को यह भी समझना चाहिए कि आबादी के हिसाब से डॉक्टरों की संख्या बहुत कम है। रेजीडेंट डॉक्टरों को 18 घंटे तक अस्पतालों में काम करना होता है। सरकारी अस्पताल रेजीडेंट डॉक्टरों के भरोसे ही चल रहे हैं। ऐसे में रेजीडेंट डॉक्टरों को सुरक्षा और सुविधाएं मिलनी ही चाहिए।
एस.पी.मित्तल
गहलोत ने प्रिंट मीडिया को बताया झूठा
सीएम अशोक गहलोत ने प्रिंट मीडिया की खबर को झूठा बताया।
25 करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्टस पर रोक
जयपुर ! प्रिंट मीडिया के सम्पादक और मालिक ईमानदार खबरों के लिए अक्सर अपनी पीठ थपथपाते हैं। अखबार की निष्पक्षता के लिए प्रथम पृष्ठ पर अग्रलेख लिखे जाते हैं। ऐसा लगता है कि पत्रकारिता की ईमानदारी का ठेका मीडिया के इन्हीं मालिकों ने ले रखा है। लेकिन 15 जून को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने प्रिंट मीडिया की एक प्रमुख खबर को झूठा करार दिया है। 15 जून को ही प्रिंट मीडिया में खबर छपी कि वित्तीय संकट से गुजर रही है राजस्थान की कांग्रेस सरकार अब 25 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत वाले इन्फ्रास्टे्रक्चर प्रोजेक्टस को हाथ में नहीं लेगी। सरकार पहले ऐसे प्रोजेक्टस को पीपीपी मॉडल पर चला कर देखेगी। यानि 25 करोड़ की लागत वाले प्रोजेक्टस को सरकार मंजूरी नहीं देगी। प्रिंट मीडिया की खबर में कहा गया कि सरकार के इस फैसले के संबंध में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं। लेकिन प्रिंट मीडिया की इस खबर को सीएम अशोक गहलोत ने झूठा बता दिया। 15 जून को दिल्ली में मीडिया से संवाद करते हुए कहा कि सरकार ने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है। सरकार 25 करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्टस पर काम करती रहेगी। गहलोत ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने अंतिम दिनों में 12 हजार करोड़ के जो कार्यादेश जारी किए, उनका भुगतान भी अब हमारी सरकार कर रही है। वे राजनीतिक दुर्भावना से किसी प्रोजेक्टस को बंद नहीं कर रहे हैं। उन्होंने आज केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण से मुलाकात की और आग्रह किया कि राज्य को मिलने वाली राशि का भुगतान तुरंत करवाया जाए। गहलोत ने बताया कि पूर्व में कुल राशि का 75 प्रतिशत वित्तीय वर्ष के शुरू में ही मिल जाता था, लेकिन अब केन्द्र सरकार मात्र 25 प्रतिशत ही दे रही है जिससे राज्यों को भारी परेशानी हो रही है। गहलोत ने कहा कि केन्द्र को राज्यों की वित्तीय स्थिति का भी ख्याल रखना चाहिए।
एस.पी.मित्तल
राम के लिए भूमि अधिग्रहण,अधिसूचना जारी
अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति के लिए 200 घरों का होगा अधिग्रहण, अधिसूचना जारी
अयोध्या ! सरयू नदी के किनारे विश्व की सबसे ऊंची 221 मीटर की भगवान श्रीराम की विशालकाय मूर्ति स्थापित करने के लिए 200 घरों का अधिग्रहण किया जाना है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर दी है। अधिग्रहीत किये जाने वाले घर के मालिकों ने अधिक मुआवजा के लिए डीएम से मुलाकात की है।
222 लोगों की 29 हेक्टेयर अधिग्रहीत होगी जमीन
प्रस्तावित मूर्ति की स्थापना के लिए करीब 222 लोगों की 265 गाटा संख्या से 28.2864 हेक्टेयर भूमि क्रय की जानी है। सर्किल रेट के हिसाब से जमीन की कीमत 38 करोड़ 6 लाख आंकी गई है, लेकिन नियमानुसार ग्रामीण क्षेत्र की भूमि का मुआवजा सर्किल रेट से चार गुना और शहरी क्षेत्र की भूमि का मुआवजा सर्किल रेट से दोगुना देने की व्यवस्था है। श्रीराम की मूर्ति के लिए अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कुल 28.2864 हेक्टयर भूमि अधिग्रहीत की जानी है। जमीन अधिग्रहण करने का नोटीफिकेशन आज जारी कर दिया गया है। भू स्वामी 20 जून तक कागजात के साथ अपना पक्ष कार्यालय आकर रख सकते हैं।
योगी सरकार ने विश्व की सबसे ऊंची 221 मीटर की भगवान श्रीराम की विशालकाय मूर्ति स्थापित करने की कवायद तेज कर दी है। सरकार ने श्रीराम की मूर्ति के लिए पहले ही 200 करोड़ का बजट स्वीकृत कर दिया है। रामनगरी में सरयू नदी किनारे रेलवे पुल के पास 222 लोगों की 28.2864 हेक्टयर भूमि ली जानी है। इसमें 66 भवन व 5 मदिरों के अधिग्रहण का भी प्रस्ताव है। सरकार इस मूर्ति को भव्यता प्रदान करने की पूरी तैयारी में है।
मूर्ति में 20 मीटर का होगा क्षत्र
रामनगरी में स्थापित होने जा रही यह प्रतिमा स्टेचू ऑफ यूनिटी से भी ऊंची होगी। स्टेचू ऑफ यूनिटी की ऊंचाई 182 मीटर है, जबकि प्रस्तावित भगवान श्रीराम की प्रतिमा की कुल ऊंचाई 221 मीटर होगी। इसका आधार 50 मीटर का होगा जिसके ऊपर 20 मीटर ऊंचा क्षत्र लगेगा। जिला प्रशासन जमीन अधिग्रहण कर रहा है लेकिन रामघाट के लोग जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि अगर जमीन का अधिग्रहण करना है तो सर्किल रेट से चार गुना मुआवजा और पुनर्वास के लिए अलग से जमीन दी जाए जिसके लिए प्रशासन मानने को तैयार नहीं है।
जिलाधिकारी से मिले रामघाट के निवासी
आज 100 से अधिक महिलाओं व पुरुषों ने जिलाधिकारी अनुज झा से मुलाकात करके अपनी 12 सूत्रीय मांग रखी। उनका कहना है कि पहले तो जमीन का अधिग्रहण न किया जाए लेकिन अगर अधिग्रहण किया जाना है तो उनकी मांगे मानी जाए। रामघाट के निवासियों की मांग है कि जमीन मालिकों को सर्किल रेट की दर से 4 गुना मुआवजा दिया जाए और पुनर्वास के j उन्हें अलग से जमीन उपलब्ध कराई जाए। यही नहीं पीड़ित परिवार के एक सदस्य को भगवान श्री राम की प्रतिमा से जुड़े हुए ड्रीम प्रोजेक्ट में योग्यता के अनुसार नौकरी भी दी जाए।
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