जीरो-वेस्ट कुकिंग का कॉनसेप्ट खराब पड़े कूड़े को भी उपयोग में लाकर उससे कुछ ना कुछ प्राप्त करना हैं।
अधिक से अधिक लोग सब्जियों के छिलकों और स्किन का उपयोग करने के ऑप्शन की तलाश मे लगे रहते हैं। जो अक्सर खाना बनाने में फेंक दिए जाते हैं, सबसे दिलचस्प बात यह है कि जीरो-वेस्ट कुकिंग का कॉनसेप्ट भारत के लिए अलग-थलग नहीं है। इंडियन अपनी डाइट में सब्जी के हर हिस्से का इस्तेमाल करने में माहिर रहे हैं। और आज भी करते हैं। पल्प से लेकर स्किन और यहां तक की पौधों की जड़, तना और पत्तियों को भी भारतीय खाना पकाने में इस्तेमाल किया जाता है। हम में से ज्यादातर लोग आलू की स्किन और गाजर की स्किन का इस्तेमाल फ्राइड सब्जी को बनाने में करते हैं। इसी तरह, आप जब भी प्याज काट रहे हैं, तो आपको एक बार में छिलकों को निकालने की जरूरत नहीं है। आप इन छिलकों को एक डिटॉक्स टी बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्याज के छिलको से बनी चाय के 6 स्वास्थ्य लाभः
1. प्याज की स्किन में विटामिन का अच्छा स्रोत पाया जाता हैं।विटामिन ए से भरपूर यह चाय आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद कर सकती है।
2. प्याज की स्किन भी विटामिन सी और ई के गुण पाए जाते हैं जो आपकी स्किन के लिए अच्छा माना जाता है।