शुक्रवार, 15 जुलाई 2022

पृथ्वी को स्वच्छ व हरा-भरा रखने के लिए जागरूक किया

पृथ्वी को स्वच्छ व हरा-भरा रखने के लिए जागरूक किया 

पंकज कपूर/योगेन्द्र कुमार साहू 
देहरादून/हल्द्वानी। एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार साहू, पर्यावरण प्रेमी वन अनुसंधान केन्द्र प्रभारी मदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व में संस्था के माध्यम से उत्तराखंड के लोक पर्व हरेला के आगमन पर हल्द्वानी दमुवाढूंगा स्थित क्वीन्स पब्लिक स्कूल में संस्था पदाधिकारियों ने फलदार छायादार पौधे लगाकर आम जनमानस को पौधारोपण करने एवं वृक्षों को संरक्षण कर पृथ्वी को स्वच्छ एवं हरा-भरा रखने के लिए जागरूक किया।
इस दौरान एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था संरक्षक हरीश चन्द्र पाण्डेय क्वीन्स पब्लिक स्कूल के प्रबंधक आरपी सिंह ने संयुक्त रुप से कहा, कि सर्वप्रथम लाभ तो वृक्ष शब्द से ही लगने लगता है। इसलिए पर्यावरण और मानव का संबंध बहुत ही घनिष्ठ है। क्योंकि स्वस्थ जीवन और पृथ्वी ग्रह पर जीवन के अस्तित्व में पर्यावरण की महत्वपूर्ण भूमिका है और हम सभी का भोजन हवा पानी एवं अन्य जरूरतें पर्यावरण पर ही निर्भर हैं। क्योंकि, अनेक वृक्षों के छाल बीज फल पत्ते कई प्रकार की दवाइयों में उपयोग किये जाते है। जैसे कि नीम के पत्तो को पानी मे उबालकर नहाने से शरीर के रोग दूर होते है। इसी प्रकार उसके डालियां दातुन के रूप मे उपयोग किया जाता है। साथ ही बहुत से वृक्ष आयुर्वेदिक औषधि होने के साथ वातावरण को स्वच्छ एवं निर्मल रखकर प्राणदायक ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है और वृक्षों के द्वारा मिलने वाले लाभों में वाहनों द्वारा उत्सर्जित धुएं और उद्योगों से निकलते प्रदूषण को वृक्षों की उपस्थिति के कारण काफी हद तक नियंत्रित कर वातावरण शुद्ध हो जाता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने पर्यावरण को बचाए रखकर उसकी रक्षा हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। क्योंकि, बिना वृक्षों के हमको शुद्ध वातावरण प्राप्त नहीं हो सकता है। इसलिए सभी को अधिक से अधिक पौधारोपण करना चाहिए।
इस दौरान वृक्षारोपण करने में संस्था संरक्षक हरीश चन्द्र पाण्डेय, अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार साहू, सचिव नन्दकिशोर आर्या, कोषाध्यक्ष बलराम हालदार, मार्गदर्शक आरपी सिंह, मदन सिंह बिष्ट, विनोद जयसवाल, रितिक साहू, गोविन्द, मिस्त्री संदीप यादव, दीपक पलाडिया, जगदीश बिष्ट, धर्मेश नेगी, कविता बिष्ट, उषा पाण्डेय, भारती बेलवाल, ममता पाण्डेय, जानकी देवी, अनिता भंडारी, नीलम चिलकोटी, कविता पाण्डेय, पूजा बोरा, निशा जोशी, निर्मला पाण्डेय, गीता बिष्ट, नीलू कुमारी, प्रमिला गोस्वामी, तनूजा बाथयाल, आरती कुमारी, नीतू बिष्ट, पूजा सेन, चंचल सती, ओपी कपूर, वत्सल शाह, घनश्याम जोशी, सुमित गोयल, भारत आर्या पेर्मेंद्र कुमार, निलेश गुप्ता, विनोद आर्या, सूरज, मिस्त्री सुशील राय, मुकेश कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।

अंग्रेजी शराब के साथ पकड़ा कारोबारी, बाइक जब्त

अंग्रेजी शराब के साथ पकड़ा कारोबारी, बाइक जब्त

34 लीटर शराब के साथ पकड़ा गया शराब कारोबारी
अविनाश श्रीवास्तव 
पटना/बेगूसराय। जहां बिहार राज्य में मुख्यमंत्री नीतीश के द्वारा शराब के व्यापार पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा रखी है। इसके बावजूद भी बिहार में शराब तस्करी से जुड़े कई मामले सामने आते रहते हैं। कहीं ना कहीं, प्रशासनिक स्तर पर चूक के कारण यह अवैध व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है। प्रखंड के जवाही दियार इलाके में 14/07/2022 संध्या गस्ती के समय 34.530ml अंग्रेजी शराब के साथ धंधेबाज पकड़ा गया। साथ ही में हीरो सुपर स्प्लेंडर बाइक भी चक्की ओपी पुलिस ने जब्त कर ली। साथ ही उसकी पहचान राजू कुमार यादव, पिता उमाशंकर यादव, जवाही दियार का रहने वाला है। जिसे शुक्रवार को पुलिस ने कांड दर्ज का उपस्थापन हेतु माननीय न्यायालय भेज दिया।

तहसीलदार-लेखपाल के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

तहसीलदार-लेखपाल के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने करेली स्थित प्रशिक्षण केन्द्र में मण्डलीय प्रशिक्षु नायब तहसीलदार एवं लेखपाल के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रशिक्षण शुभारम्भ कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रशिक्षण पूरे मनोयोग के साथ करिएगा, जितना अच्छी तहर से प्रशिक्षण लेगे, उतना ही बेहतर कार्य करेंगे तथा सुख तभी मिलता है, जब आप अच्छा कार्य करते है। प्रशिक्षण से ही आगे बढ़ने एवं सीखने का मौका मिलता है। राजस्व विभाग में बहुत बारिकी से कार्य करना पड़ता है, वे तभी बेहतर कर पायेंगे, जब प्रशिक्षण अच्छी तरह से प्राप्त करेंगे।
कार्य का निस्तारण समयबद्धता एवं गुणवत्ता पूर्ण जितना होगा, उतना ही अच्छा होता है तथा आगे का और कार्य भी इसी प्रशिक्षण पर आधारित होता है तथा अपने प्रशासकीय दायित्वों का निर्वहन करना होगा। इस अवसर पर अपर मण्डलायुक्त प्रशासन सत्य प्रकाश श्रीवास्तव, मुख्य राजस्व अधिकारी एवं एडीएम प्रशासन हर्ष देव पाण्डेय सहित सम्बंधित अपर नगर मजिस्टेªट उपस्थित रहे।

भीमशंकर मंदिर का महत्व, जानिए पूजन विधि

भीमशंकर मंदिर का महत्व, जानिए पूजन विधि

सरस्वती उपाध्याय
भीमशंकर मंदिर भोरगिरि गांव खेड़ से 50 कि.मि. उत्तर-पश्चिम पुणे से 110 कि.मि में स्थित है। यह पश्चिमी घाट के सह्याद्रि पर्वत पर स्थित है। यहीं से भीमा नदी भी निकलती है। यह दक्षिण पश्चिम दिशा में बहती हुई रायचूर जिले में कृष्णा नदी से जा मिलती है। यहां भगवान शिव का प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग है। भीमशंकर महादेव काशीपुर में भगवान शिव का प्रसिद्ध मंदिर और तीर्थ स्थान है। यहां का शिवलिंग काफी मोटा है। जिसके कारण इन्हें मोटेश्वर महादेव भी कहा जाता है। पुराणों में भी इसका वर्णन मिलता है। आसाम में शिव के द्वाद्श ज्योर्तिलिगों में एक भीमशंकर महादेव का मंदिर है। काशीपुर के मंदिर का उन्हीं का रूप बताया जाता है।

प्रसिद्ध धार्मिक केंद्र भीमशंकर मंदिर महाराष्ट्र में पुणे से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित सह्याद्रि नामक पर्वत पर है। यह स्थान नासिक से लगभग 120 मील दूर है। यह मंदिर भारत में पाए जाने वाले बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। 3,250 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर का शिवलिंग काफी मोटा है। इसलिए इसे मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है। इसी मंदिर के पास से भीमा नामक एक नदी भी बहती है, जो कृष्णा नदी में जाकर मिलती है। पुराणों में ऐसी मान्यता है कि जो भक्त श्रद्वा से इस मंदिर के प्रतिदिन सुबह सूर्य निकलने के बाद 12 ज्योतिर्लिगों का नाम जापते हुए इस मंदिर के दर्शन करता है, उसके सात जन्मों के पाप दूर होते हैं तथा उसके लिए स्वर्ग के मार्ग खुल जाते हैं।

भीमशंकर मंदिर का इतिहास...

भीमशंकर ज्योतिर्लिंग का वर्णन शिवपुराण में मिलता है। शिवपुराण में कहा गया है कि पुराने समय में कुंभकर्ण का पुत्र भीम नाम का एक राक्षस था। उसका जन्म ठीक उसके पिता की मृ्त्यु के बाद हुआ था। अपनी पिता की मृ्त्यु भगवान राम के हाथों होने की घटना की उसे जानकारी नहीं थी। बाद में अपनी माता से इस घटना की जानकारी हुई तो वह श्री भगवान राम का वध करने के लिए आतुर हो गया। अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए उसने अनेक वषरें तक कठोर तपस्या की जिससे प्रसन्न होकर उसे ब्रह्मा जी ने विजयी होने का वरदान दिया। वरदान पाने के बाद राक्षस निरंकुश हो गया। उससे मनुष्यों के साथ साथ देवी-देवता भी भयभीत रहने लगे। धीरे-धीरे सभी जगह उसके आंतक की चर्चा होने लगी। युद्ध में उसने देवताओं को भी परास्त करना प्रारंभ कर दिया। उसने सभी तरह के पूजा पाठ बंद करवा दिए। अत्यंत परेशान होने के बाद सभी देव भगवान शिव की शरण में गए। भगवान शिव ने सभी को आश्वासन दिलाया कि वे इस का उपाय निकालेंगे। भगवान शिव ने राक्षस तानाशाह भीम से युद्ध करने की ठानी। लड़ाई में भगवान शिव ने दुष्ट राक्षस को राख कर दिया और इस तरह अत्याचार की कहानी का अंत हुआ। भगवान शिव से सभी देवों ने आग्रह किया कि वे इसी स्थान पर शिवलिंग रूप में विराजित हो़। उनकी इस प्रार्थना को भगवान शिव ने स्वीकार किया और वे भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के रूप में आज भी यहां विराजित हैं।

मंदिर की संरचना...

भीमशंकर मंदिर नागर शैली की वास्तुकला से बनी एक प्राचीन और नई संरचनाओं का समिश्रण है। इस मंदिर से प्राचीन विश्वकर्मा वास्तुशिल्पियों की कौशल श्रेष्ठता का पता चलता है। इस सुंदर मंदिर का शिखर नाना फड़नवीस द्वारा 18वीं सदी में बनाया गया था। कहा जाता है कि महान मराठा शासक शिवाजी ने इस मंदिर की पूजा के लिए कई तरह की सुविधाएं प्रदान की। नाना फड़नवीस द्वारा निर्मित हेमादपंथि की संरचना में बनाया गया एक बड़ा घंटा भीमशंकर की एक विशेषता है। अगर आप यहां जाएं तो आपको हनुमान झील, गुप्त भीमशंकर, भीमा नदी की उत्पत्ति, नागफनी, बॉम्बे प्वाइंट, साक्षी विनायक जैसे स्थानों का दौरा करने का मौका मिल सकता है। भीमशंकर लाल वन क्षेत्र और वन्यजीव अभयारण्य द्वारा संरक्षित है जहां पक्षियों, जानवरों, फूलों, पौधों की भरमार है। यह जगह श्रद्धालुओं के साथ-साथ ट्रैकर्स प्रेमियों के लिए भी उपयोगी है। यह मंदिर पुणे में बहुत ही प्रसिद्ध है। यहां दुनिया भर से लोग इस मंदिर को देखने और पूजा करने के लिए आते हैं। भीमाशंकर मंदिर के पास कमलजा मंदिर है। कमलजा पार्वती जी का अवतार हैं। इस मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है।

भीमशंकर मंदिर जाने का समय...

यहां आने वाले श्रद्धालु कम से कम तीन दिन जरूर रुकते हैं। यहां श्रद्धालुओं के लिए रुकने के लिए हर तरह की व्यवस्था की गई है। भीमशंकर से कुछ ही दूरी पर शिनोली और घोड़गांव है जहां आपको हर तरह की सुविधा मिलेगी। यदि आपको भीमशंकर मंदिर की यात्रा करनी है तो अगस्त और फरवरी महीने की बीच जाएं। वैसे आप ग्रीष्म ऋतु को छोड़कर किसी भी समय यहां आ-जा सकते हैं। वैसे जिन्हें ट्रैकिंग पसंद है उन्हें मानसून के दौरान बचने की सलाह दी जाती है।

कैसे पहुंचें ?

आप यहां सड़क और रेल मार्ग के जरिए आसानी से पहुंच सकते हैं। आप शिवाजीनगर, पुणे से राज्य परिवहन की बसें प्राप्त कर सकते हैं। किराया रु। 155 है और पुणे से वहाँ पहुँचने में लगभग 4-5 घंटे लगते हैं। महाशिवरात्रि या प्रत्येक माह में आने वाली शिवरात्रि को यहां पहुंचने के लिए विशेष बसों का प्रबन्ध भी किया जाता है।

पूजन विधि...

पूजन के 16 उपचार होते हैं, जैसे 1. पांच उपचार, 2. दस उपचार, 3. सोलह उपचार।
1. पांच उपचार : गंध, पुष्प, धूप, दीप और नेवैद्य।
2. दस उपचार : पाद्य, अर्घ्य, आचमन, स्नान, वस्त्र निवेदन, गंध, पुष्प, धूप, दीप और नेवैद्य।
 
3. सोलह उपचार : पाद्य, अर्घ्य, आचमन, स्नान, वस्त्र, आभूषण, गंध, पुष्प, धूप, दीप, नेवैद्य, आचमन, ताम्बुल, स्तवपाठ, तर्पण और नमस्कार। पूजन के अंत में सांगता सिद्धि के लिए दक्षिणा भी चढ़ाना चाहिए।
 
आप जिस भी उपचार के माध्यम से पूजा करना चाहते हैं करें।
 
सोमवार की पूजा...

1. सोमवार के व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है।
 
2. सोमवार के दिन प्रातःकाल स्नानादि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लें।
 
3. उसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति स्थापित कर उनका जलाभिषेक करें।
 
4. फिर शिवलिंग पर दूध, फूल, धतूरा आदि चढ़ाएं। मंत्रोच्चार सहित शिव को सुपारी, पंच अमृत, नारियल एवं बेल की पत्तियां चढ़ाएं। माता पार्वती जी को सोलह श्रृंगार की चीजें चढ़ाएं।
 
5. इसके बाद उनके समक्ष धूप, तिल के तेल का दीप और अगरबत्ती जलाएं।
 
6. इसके बाद ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।

7. पूजा के अंत में शिव चालीसा और शिव आरती का पाठ करें।
 
8. पूजा समाप्त होते ही प्रसाद का वितरण करें।
 
9. शिव पूजा के बाद सोमवार व्रत की कथा सुननी आवश्यक है।
 
10. व्रत करने वाले को दिन में एक बार भोजन करना चाहिए।
 
11. दिन में दो बार (सुबह और सायं) भगवान शिव की प्रार्थना करें।
 
12. संध्याकाल में पूजा समाप्ति के बाद व्रत खोलें और सामान्य भोजन करें।
 
पूजा का कॉमन तरीका...
 
1. पूजन में शुद्धता व सात्विकता का विशेष महत्व है, इस दिन प्रात:काल स्नान-ध्यान से निवृत हो भगवान का स्मरण करते हुए भक्त व्रत एवं उपवास का पालन करते हुए भगवान का भजन व पूजन करते हैं।
 
2. नित्य कर्म से निवृत्त होने के बाद अपने ईष्ट देव या जिसका भी पूजन कर रहे हैं उन देव या भगवान की मूर्ति या चि‍त्र को लाल या पीला कपड़ा बिछाकर लकड़ी के पाट पर रखें। मूर्ति को स्नान कराएं और यदि चित्र है तो उसे अच्छे से साफ करें।
 
3. पूजन में देवताओं के सामने धूप, दीप अवश्य जलाना चाहिए। देवताओं के लिए जलाए गए दीपक को स्वयं कभी नहीं बुझाना चाहिए।
 
4. फिर देवताओं के मस्तक पर हलदी कुंकू, चंदन और चावल लगाएं। फिर उन्हें हार और फूल चढ़ाएं। फिर उनकी आरती उतारें। पूजन में अनामिका अंगुली (छोटी उंगली के पास वाली यानी रिंग फिंगर) से गंध (चंदन, कुमकुम, अबीर, गुलाल, हल्दी, मेहंदी) लगाना चाहिए।
 
5. पूजा करने के बाद प्रसाद या नैवेद्य (भोग) चढ़ाएं। ध्यान रखें कि नमक, मिर्च और तेल का प्रयोग नैवेद्य में नहीं किया जाता है। प्रत्येक पकवान पर तुलसी का एक पत्ता रखा जाता है।

 6. अंत में आरती करें। जिस भी देवी या देवता के तीज त्योहार पर या नित्य उनकी पूजा की जा रही है तो अंत में उनकी आरती करने नैवेद्य चढ़ाकर पूजा का समापन किया जाता है।
 
7. घर में या मंदिर में जब भी कोई विशेष पूजा करें तो अपने इष्टदेव के साथ ही स्वस्तिक, कलश, नवग्रह देवता, पंच लोकपाल, षोडश मातृका, सप्त मातृका का पूजन भी किया जाता। लेकिन विस्तृत पूजा तो पंडित ही करता है अत: आप ऑनलाइन भी किसी पंडित की मदद से विशेष पूजा कर सकते हैं। विशेष पूजन पंडित की मदद से ही करवाने चाहिए, ताकि पूजा विधिवत हो सके।

बंदरगाह से 73 किलोग्राम हेरोइन जब्त की: पुलिस

बंदरगाह से 73 किलोग्राम हेरोइन जब्त की: पुलिस 

अमित शर्मा 
चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उसने महाराष्ट्र पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में राज्य के नावा शेवा बंदरगाह से 73 किलोग्राम हेरोइन जब्त की है। पंजाब पुलिस ने एक बयान में कहा कि पिछले एक सप्ताह में उसने केंद्रीय एजेंसियों की मदद से संयुक्त अंतरराज्यीय अभियान के दौरान 148 किलोग्राम हेरोइन जब्त की है।
पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मादक पदार्थों के खिलाफ जारी हमारी लड़ाई में पंजाब पुलिस ने आज एक और बड़ी कामयाबी हासिल की। महाराष्ट्र पुलिस के साथ चलाए गए संयुक्त अभियान में न्हावा-शेवा बंदरगाह से 73 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई है।’’ उन्होंने कहा कि अभियान जारी है और इस मामले से संबंधित अन्य पहलुओं की पड़ताल की जा रही है।

23 सप्ताह के भ्रूण का गर्भपात कराने की अनुमति नहीं

23 सप्ताह के भ्रूण का गर्भपात कराने की अनुमति नहीं 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को एक अविवाहित गर्भवती महिला को 23 सप्ताह के भ्रूण का गर्भपात कराने की अनुमति नहीं दी। महिला याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने अदालत के समक्ष दलील दी कि महिला अविवाहित है और वह बड़ी मानसिक पीड़ा से गुजर रही है, इसलिए वह बच्चे को पालने की स्थिति में नहीं है।
उन्होंने अविवाहित महिलाओं के गर्भपात से संबंधित कानून भेदभावपूर्ण है। उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा और न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद ने सुनवाई के बाद कहा, “ हम आपको उस बच्चे को मारने की अनुमति नहीं देंगे। हमें बहुत अफसोस है। यह वस्तुतः भ्रूण हत्या के बराबर है।”
न्यायालय ने कहा, “ हम यह सुनिश्चित करेंगे कि लड़की को कहीं सुरक्षित रखा जाए और वह प्रसव करा सके। बच्चे को गोद लेने के लिए लोगों की बड़ी कतार है। ” अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता को प्रसव होने तक कहीं सुरक्षित स्थान पर रखा जाए, बाद में बच्चे को गोद लिया जा सकता है।

एक साल में 3 गैस-सिलेंडर लेने का मौका मिलेगा

एक साल में 3 गैस-सिलेंडर लेने का मौका मिलेगा

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। महंगाई से जूझ रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। अब आपको एक साल में तीन गैस-सिलेंडर लेने का मौका मिलेगा। दरअसल, केंद्र सरकार गरीबों की हर संभव मदद करने की कोशिश कर रही है। पहले सरकार द्वारा लोगों को मुफ्त राशन दिया जाता था, अब राशन कार्ड धारकों को मुफ्त गैस सिलेंडर दिया जा रहा है।
इन्हें मिलेगा मुफ्त  गैस सिलेंडर
अगर आप भी अंत्योदय कार्ड धारक हैं तो मजा आने वाला है। केंद्र सरकार की ओर से कार्डधारकों को गैस सिलेंडर मुफ्त दिया जाएगा। उत्तराखंड की धामी सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक राशन कार्ड धारकों को सालाना 3 एलपीजी सिलेंडर मुफ्त में दिए जाएंगे।

हालांकि, सरकार के इस कदम से सरकार पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा, लेकिन आम लोगों को इसका फायदा जरूर मिलेगा। इस घोषणा के साथ ही इसमें कुछ शर्तें भी हैं जिनका पालन करना जरूरी होगा।मुफ्त गैस सिलेंडर  लेने के लिए लाभार्थी का उत्तराखंड का निवासी होना अनिवार्य है। अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को गैस कनेक्शन कार्ड से जोड़ा जाना चाहिए। अगर आप भी उत्तराखंड सरकार की इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो इस महीने यानि जुलाई में अपना अंत्योदय कार्ड लिंक करें। यदि आप कार्ड को लिंक नहीं कराते हैं, तो आप सरकार की मुफ्त गैस सिलेंडर की योजना से वंचित हो जाएंगे। उत्तराखंड सरकार के इस फैसले से राज्य के करीब दो लाख अंत्योदय कार्ड धारकों को बड़ा फायदा होगा। वहीं, इस योजना से सरकार को कुल 55 करोड़ रुपये का बोझ उठाना पड़ेगा।

ग्रीन कलर के आउटफिट में सामने आई, फतेही

ग्रीन कलर के आउटफिट में सामने आई, फतेही 

कविता गर्ग 
मुंबई। नोरा फतेही का हर अंदाज फैंस पर कहर बनकर टूटता है। फैंस नोरा के वीडियो और फोटो देखने के बाद बेकाबू हो जाते है। ऐसा ही कुछ इस बार भी हुआ। एक्ट्रेस नोरा फतेही ब्रालेस होकर जैसे ही ग्रीन कलर के आउटफिट में सामने आई, तो तस्वीरों के देख फैंस का दिल एक बार फिर से धड़क उठा। एक्ट्रेस ने अपनी इस ड्रेस को लहराकर कैमरे के सामने एक से बढ़कर एक कमाल के पोज दिए। जिसे देखने के बाद फैंस मदहोश हो गए। इन तस्वीरों में एक्ट्रेस ना केवल रिवीलिंग ड्रेस पहनकर कैमरे के सामने कातिलाना पोज देती दिखीं। बल्कि, एक्ट्रेस इतनी ज्यादा हॉट लगी रही हैं कि फैंस केलिए तस्वीरों से नजरें हटाना मुश्किल हो रहा है।
लेटेस्ट तस्वीरों में नोरा फतेही कैमरे के सामने ब्रालेस दिखीं। एक्ट्रेस ने तस्वीरों में ग्रीन कलर की ऊपर से टाइट और नीचे से लूज ड्रेस पहनी हुई है जो कि उनके लुक को और भी खूबसूरत बना रही है। एक्ट्रेस की इस ड्रेस का गला काफी डीप है जिसमें एक्ट्रेस का तिल भी कैमरे में कैद हुआ। तस्वीरों में नोरा ओपन हेयर के साथ लाइट मेकअप में दिखीं जिसमें वो काफी सुंदर लग रही हैं। वहीं अपनी ड्रेस को कैमरे के सामने लहराते हुए भी पोजे देते नजर आईं। आपको बता दें, नोरा फतेही इस वक्त डांस रियलिटी शो 'डांस दीवाने जूनियर्स' को नीतू कपूर और मर्सी संग को-जज कर रही हैं। इस शो के आए दिन कई वीडियो और तस्वीरें आते रहते हैं जिसमें नोराफतेही बेहद ग्लैमस अंदाज में नजर आती हैं।

11 से 17 अगस्त तक 'स्वतंत्रता सप्ताह' मनाया जाएगा

11 से 17 अगस्त तक 'स्वतंत्रता सप्ताह' मनाया जाएगा 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव के अवसर पर देशभर में 11 से 17 अगस्त तक स्वतंत्रता सप्ताह मनाया जाएगा। इस मौके पर हर घर तिरंगा योजना की शुरुआत की जाएगी और घरों तथा सरकारी कार्यालयों, गैर सरकारी कार्यालयों, औद्योगिक व वाणिज्यिक इकाईयों आदि में तिरंगा फहराया जाएगा। हर घर तिरंगा का मकसद देशवासियों को देश की मिट्टी से जुड़ने की भावनात्मक पहल है।
हर घर झंडा कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश
स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान मनाए जाने वाले हर झंडा कार्यक्रम के लिए संस्कृति सचिव अंबलगन पी. ने कलेक्टरों को पत्र लिखकर 14 सूत्रीय निर्देश दिए हैं। अंबलगन ने कहा हैकि वे इस अभियान की सतत निगरानी करें। भारतीय ध्वज राष्ट्र का प्रतीक है। आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत दिनांक 11 से 17 अगस्त, 2022 तक “हर घर झण्डा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत सभी भारतीय नागरिकों में राष्ट्रीय ध्वज अपने घर पर फहराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ताकि आम जन में देश भक्ति की भावना विकसित हो तथा राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान में भी वृद्धि हो।
आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर अभियान
आगामी 15 अगस्त को देश अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा। जिसको देखते हुए भारत सरकार ने ये फैसला लिया है। केंद्र सरकार का संस्कृति मंत्रालय इस कार्यक्रम को संचालित कर रहा है। संस्कृति विभाग का मानना है कि यह अभियान तिरंगे की आन, बान शान को समर्पित है, हर घर तिरंगा अभियान के जरिए, हर एक व्यक्ति को अपने जज्बे को जाहिर करने का मौका मिलेगा। सरकार का मानना है कि तिरंगे के साथ आम आदमी का कोई सीधा या व्यक्तिगत जुड़ाव नहीं रहता, ये हमेशा ही संस्थागत या औपचारिक ही रहता है। स्कूलों, कालेजों, सरकारी दफ्तरों में तो लोग तिरंगे के साथ जुड़े रहते हैं। मगर आम आदमी को ये मौका बहुत कम मिल पाता है।
नरेंद्र मोदी करेंगे अभियान की शुरुआत
130 करोड़ की आबादी में हर व्यक्ति को जागरूक कर पाना मुश्किल कार्य है, इसलिए सरकार इसमें स्वयं सहायता समूहों, कारपोरेट व निजी संस्थानों से मदद लेकर इस योजना को साकार रूप देना चाहती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अभियान की शुरुआत करेंगे।
इस केस के बाद मिला झंडा फहराने का हक़
आपको बता दें कि 2004 से पहले सिर्फ सरकारी दफ्तरों और शैक्षणिक संस्थानों पर ही झंडा फहराया जा सकता था, मगर सु्प्रीम कोर्ट में भारत सरकार बनाम ओपी जिंदल के केस में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने ये आदेश दिया कि हर भारतीय नागरिक को तिरंगा फहराने का हक़ है।

सास-बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है

सास-बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है

अविनाश श्रीवास्तव
पटना। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रमों के प्रति सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के लिए राज्य में सास-बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम को सुदृढ़ करने के लिए कई नवीन प्रयोग किए जा रहे हैं। परिवार नियोजन कार्यक्रमों के प्रति सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के लिए राज्य में सास-बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में राज्य भर में 31 हजार 147 सास-बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया गया। वहीं, इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के चार लाख 14 हजार 480 सास-बहू-बेटियों की भागीदारी रही और परिवार नियोजन के साथ उन्हें स्वस्थ परिवार संबंधी जानकारियां भी दी गई। मंत्री ने कहा कि सास-बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन एएनएम और आशा कार्यकर्ता के सहयोग से सम्पन्न होता है, जिसमें योग्य दंपत्तियों के सास-बहू की न्यूनतम 10 जोड़ियों को सम्मलित कर उन्हें स्वस्थ परिवार के प्रति जागरूक किया जाता है।
राज्य में सास-बहू-बेटी सम्मेलन के जरिए खासकर ग्रामीण इलाकों में छोटा परिवार खुशहाल परिवार का संदेश दिया जा रहा है। श्री पांडेय ने कहा कि कुल प्रजनन दर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी परिवार नियोजन के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना काफी जरूरी है। इस दिशा में सास-बहू-बेटी सम्मेलन कार्यक्रम खासकर ग्रामीण क्षेत्र में छोटा परिवार, खुशहाल परिवार का संदेश देने में सक्षम साबित हो रहा है।
साथ ही सम्मलेन के माध्यम से ‘बच्चे दो ही अच्छे’ जैसे नारे के जरिए सास-बहू-बेटी को जागरूक किया जा रहा है और छोटा परिवार के महत्व की जानकारी दी जा रही है। कोविड की चुनौतियों के बावजूद विभाग द्वारा सास-बहू-बेटी सम्मेलन पर विशेष जोर दिया गया। मंत्री ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में जिन पांच जिलों में सबसे ज्यादा सास-बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन किया गया उनमें पश्चिमी चंपारण अव्वल रहा और वहां 4005 सास-बहू-बेटी सम्मेलन के सत्र का आयोजन किया गया। सीवान में 3490 सत्र आयोजित किए गए। तीसरे नंबर पर दरभंगा रहा, जहां 3381 सत्र का आयोजन किया गया वहीं भागलपुर में 2605 और गोपालगंज में 2221 सत्र आयोजित किए गए।

स्कूल की मान्यता पर कार्रवाई, बीएसएस-बेसिक सस्पेंड

स्कूल की मान्यता पर कार्रवाई, बीएसएस-बेसिक सस्पेंड 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। सीएम योगी ने छात्रवृत्ति घोटाले के बाद स्कूल की मान्यता पर कड़ी कार्रवाई करते हुए लखनऊ के बीएसएस और तत्कालीन एडी बेसिक को भी सस्पेंड कर दिया है। मामला मैथोडिस्ट चर्च स्कूल से जुड़ा है। इससे पहले छात्रवृत्ति घोटाले पर गुरुवार को एक रजिस्ट्रार को निलंबित करने के साथ तीन पर एफआईआर कराने का आदेश दिया गया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लखनऊ के सेंटीनियल हायर सेकेण्ड्री स्कूल से जुड़े विवाद में बड़ी कार्रवाई की गई। शासन ने लखनऊ के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह, डिप्टी रजिस्ट्रार फर्म सोसाइटीज एंड चिट्स लखनऊ मंडल विनय कुमार श्रीवास्तव और लखनऊ मंडल के तत्कालीन मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक पीएन सिंह को निलंबित कर दिया। पीएन सिंह वर्तमान में प्रयागराज के जिला विद्यालय निरीक्षक पद पर कार्यरत थे।
यह कार्रवाई लखनऊ के सेंटीनियल हायर सेकेण्ड्री स्कूल परिसर में अनियमित रूप से मैथोडिस्ट चर्च स्कूल की मान्यता दिए जाने के मामले में की गई है। बेसिक शिक्षा के दोनों अधिकारियों का निलंबन आदेश प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने जारी किया। दोनों के खिलाफ अनुशासनिक जांच मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक लखनऊ मंडल करेंगे।
लखनऊ के बेसिक शिक्षा अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार एडी बेसिक लखनऊ मंडल को दिया गया है। उधर, डिप्टी रजिस्ट्रार के निलंबन का आदेश अपर मुख्य सचिव वित्त प्रशांत त्रिवेदी ने जारी किया। निलंबित डिप्टी रजिस्ट्रार के खिलाफ अनुशासनिक जांच निदेशक पंचायतीराज लेखा निदेशालय रमाशंकर शुक्ल को सौंपी गई है। डिप्टी रजिस्ट्रार पर कूटरचित अभिलेख तैयार करने में मदद करने का आरोप है।
यह मामला प्रकाश में तब आया जब लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज गोलागंज के चेयरमैन सुबोध सी मंडल ने डीएम से शिकायत की कि सेंटीनियल कॉलेज के परिसर पर अनिमा रिसाल सिंह के नेतृत्व में अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है और इस पर मैथोडिस्ट चर्च स्कूल का बोर्ड लगा दिया है। इसकी कक्षा एक से पांच तक की मान्यता बेसिक शिक्षा अधिकारी से प्राप्त कर ली गई है लेकिन इस विषय में उनसे कोई सहमति नहीं ली गई।
इससे संबंधित खबरें छपने के बाद इसकी जांच मुख्य विकास अधिकारी, जेडी, मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक, डीआईओएस के साथ मौके पर की गई। मैथेडिस्ट चर्च स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावकों को बताया गया कि यह क्राइस्ट चर्च स्कूल की शाखा है और इसकी मान्यता सीबीएसई से है जबकि मान्यता बेसिक शिक्षा परिषद से ली गई थी।
अभिभावकों के साथ प्रबंधन ने धोखाधड़ी करते हुए गलत सूचना दी। सेन्टीनियल हायर सेकेण्ड्री स्कूल, लखनऊ व संबंधित सोसाइटी द्वारा विभिन्न स्तरों पर अनेक एफआईआर भी दर्ज कराई जा चुकी है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने शासन को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा कि बीएसए विजय प्रताप सिंह ने कक्षा एक से पांच और मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक पीएन सिंह ने कक्षा छह से आठ की मान्यता बिना गहनता से जांच और अनियमित तरीके से किए जाने से बेसिक शिक्षा परिषद की छवि धूमिल हुई है। लिहाजा उन्हें निलंबित करते हुए कार्रवाई की जाए।

मिस यूनिवर्स सुष्मिता को डेट कर रहे हैं, मोदी

मिस यूनिवर्स सुष्मिता को डेट कर रहे हैं, मोदी 

कविता गर्ग
मुंबई। एक्ट्रेस सुष्मिता सेन और ललित मोदी प्यार में हैं। हाल ही में आईपीएल के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए अनाउंस किया है कि वो पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन को डेट कर रहे हैं। ललित ने अपनी हालिया मालदीव वेकेशन से अपनी और सुष्मिका की कई खूबसूरत तस्वीरें शेयर कीं और एक्ट्रेस को अपनी ‘बेटर हाफ’ और ‘प्यार’ बताया। एक तस्वीर में सुष्मिता बिजनेसमैन के बगल में बैठी मुस्कुराती नजर आ रही हैं और अपनी रिंग फिंगर पर एक बड़ा सा रॉक फ्लॉन्ट कर रही हैं।इस तस्वीर ने अब अफवाहों को हवा दे दी है कि क्या सुष्मिता ने गुपचुप ललित मोदी से सगाई कर ली है।
गुरुवार को, बिजनेसमैन ललित मोदी ने तस्वीरों की एक सीरीज शेयर करते हुए अनाउंस किया कि वो और सुष्मिता रिलेशनशिप में हैं। हर तस्वीर में दोनों एक-दूसरे के साथ बेहद खुश नजर आ रहे हैं। वहीं, एक तस्वीर में एक्ट्रेस ने अपना हाथ चेहरे पर रखा हुआ है और वो बड़ी सी अंगूठी को फ्लॉन्ट कर रही हैं। अब फैंस सोच में हैं कि क्या वाकई में सुष्मिता ने 56 साल के बिजनेसमैन से सगाई कर ली है।खैर, ललित मोदी ने क्लियर किया है कि वो सिर्फ डेटिंग कर रहे हैं, लेकिन एक दिन शादी भी होगी।
ललित मोदी ने अपने पोस्ट में सुष्मिता सेन को अपनी बेटर हॉफ और प्यार बताया। वहीं, हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान सुष्मिता के भाई राजीव सेन ने एक्ट्रेस और ललित की डेटिंग की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें इसके बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी।  राजीव ने बातचीत में बताया कि उन्हें खुशी के साथ हैरानी हुई है और वो इस बारे में कुछ भी कहने से पहले अपनी बहन से बात करेंगे। उन्होंने बताया कि ‘सुष्मिता ने अभी तक इस बारे में बात नहीं की है इसलिए मैं अभी इस पर कमेंट्स नहीं कर सकता।

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