देहरादून। तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री चुन लिए गए हैं। बुधवार को भाजपा विधायकमंडल दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिंवेंद्र सिंह रावत ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे वहां मौजूद सभी विधायकों ने ताली बजाकर अपनी सहमति दी। तीरथ गढ़वाल से सांसद हैं। अब मुख्यमंत्री बनने पर उन्हें संसदीय सीट से अपना इस्तीफा देना होगा और छह माह के भीतर विधानसभा की सदस्यता लेनी होगी।
इससे पहले कई नामों को लेकर कयासबाजी चल रही थी, जिसमें उच्च शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धन सिंह रावत, केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं हरिद्वार से सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, सांसद अजय भट्ट और अनिल बलूनी का नाम प्रमुख था, मगर इन नामों से अलग हटकर तीरथ सिंह रावत का नाम मुख्यमंत्री के तौर पर सबके सामने आ गया।
मुख्यमंत्री बनने पर तीरथ सिंह रावत ने कहा, मुझ पर भरोसा करने के लिए लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी चीफ का धन्यवाद करता हूं। मैं पार्टी का ऐसा कार्यकर्ता हूं जो एक छोटे गांव से आता है। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं यहां पहुंचूंगा। मैं जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करुंगा। इसके बाद वह पार्टी के कई नेताओं के साथ सरकार बनाने का प्रस्ताव लेकर राजभवन भी गए। आज शाम चार बजे ही वह पद व गोपनीयता की शपथ लेंगे। पूरे मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण भी आज ही होगा। विभागों का बंटवारा भी आज ही किया जाएगा।
वह राज्य के दसवें सीएम होंगे, जबकि जनपद पौड़ी से उत्तराखंड के पांचवें सीएम होंगे। तीरथ सिंह रावत 2000 में उत्तराखण्ड के प्रथम शिक्षा मंत्री चुने गए थे। वह उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।