शुक्रवार, 20 अगस्त 2021

सैनिक संगठन ने परिवार की मदद की, सहयोग दिया

वीरेंद्र नेगी           

उत्तरकाशी। बड़कोट तहसील के नंदगांव में सोमवार शाम को तीन मंजिला लकड़ी के भवन में आग लग गई थी। इस हादसे में घर में मौजूद मां-बेटी बुरी तरह झुलस भी गए थे। विश्वनाथ पूर्व सैनिक संगठन ने इस परिवार कि मदद के लिए अपना सहयोग दिया। विश्वनाथ पूर्व सैनिक संगठन के द्वारा पीड़ित पूर्व सैनिक की मदद के लिए राहत सामग्री दी। विश्वनाथ पूर्व सैनिक संगठन के द्वारा ग्राम नंन्दगांव बड़कोट के निवासी हवलदार दलबीर सिंह(सेवानिवृत्त) के घर में रसोई गैस सिलेंडर फटने से मकान में लगी आग से अत्यंत भीषण तवाही से भारी मात्रा में  नुकसान हुआ।

जिसमे मेजर आर एस जमनाल(सेवानिवृत्त) संरक्षक विश्वनाथ पूर्व सैनिक संगठन के निर्देशानुसार पीड़ित पूर्व सैनिक दलबीर सिंह रावत को संगठन के समर्थानुसार कुछ राहत सामग्री दी गई। विश्वनाथ पूर्व सैनिक संगठन  ने ग्राम प्रधान नंन्दगांव एवं ग्राम सभा के क‌ई युवा लोगों से भी मुलाकात कि जिन्होंने हादसे के दौरान आग बुझाने में मदद की थी। संगठन के द्वारा उनका धन्यवाद किया गया। जिनके प्रयास से पड़ोस में और नुकसान होने से बचाया गया।

हलद्वानी: पुलिस ने 1 चरस तस्कर को अरेस्ट किया

पंकज कपूर           

हलद्वानी। पहाड़ों पर लगातार नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। पुलिस के कार्रवाई के बाद भी नशे के कारोबार करने वाले देखो नशे के कारोबार को अंजाम दे रहे हैं। काठगोदाम पुलिस ने एक चरस तस्कर को गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से 3 किलो 600 ग्राम अवैध शराब बरामद किए गए हैं। पकड़े गए चरस की कीमत करीब 4 लाख आकि जा रही है।

काठगोदाम थाना प्रभारी विमल मिश्राने बताया कि मुखबिर की सूचना पर हैड़ाखान रोड पर चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान वाहन से आ रहे एक युवक की जब तलाशी ली गई तो उसके थैले में 3 किलो 600 ग्राम चरस बरामद किया गया। पूछताछ में युवक ने अपना नाम नारायण परगाई थाना मुक्तेश्वर का रहने वाला बताया आरोपी ने बताया कि चरस को पहाड़ से लाकर हल्द्वानी में सप्लाई की जानी थी।

अमेरिका के साथ मिलकर काम कर रहा है 'भारत'

नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत, अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को स्वदेश वापस लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय साझेदारों खासकर अमेरिका के साथ मिलकर काम कर रहा है। आतंकवादी कृत्यों के कारण अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा को खतरे विषय पर बैठक के बाद जयशंकर ने यह बात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।

अफगानिस्तान की स्थिति और लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों द्वारा सीमा पार आतंकवाद को बढ़ाने के लिए स्थिति का लाभ उठाने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा कि दुर्भाग्य से भारत के पास सीमा पार आतंकवाद से जुड़ा लंबा अनुभव है।

यूपी: चुनौती मूल्यांकन को लेकर निर्देश जारी किएं

संदीप मिश्र         

बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में स्नातक व परास्नातक की मुख्य परीक्षाओं का मूल्यांकन शुरू हो चुका है। ऐसे में परीक्षकों के सामने उत्तर पुस्तिकाओं का सही से मूल्यांकन करने की चुनौती है। कारण मूल्यांकन में 20 फीसदी से अधिक अंक बदलाव होने पर परीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा नियंत्रक अशोक कुमार अरविंद ने गुरुवार को चुनौती मूल्यांकन को लेकर तीनों मूल्यांकन केंद्र के समन्वयकों को निर्देश जारी किए हैं। साथ ही परीक्षा भवन में मूल्यांकन केंद्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं भी देखीं।

परीक्षा नियंत्रक ने मूल्यांकन समन्वयक प्रो. केके महेश्वरी, प्रो. संतोष अरोरा व डा. आलोक श्रीवास्तव को निर्देश दिए हैं कि 28 नवंबर को कुलाधिपति के अपर सचिव ने चुनौती मूल्यांकन की नई व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए थे। इसके तहत चुनौती मूल्यांकन में प्राप्त अंकों से 20 फीसदी से अधिक अंक बदलाव होने पर मूल परीक्षक को नोटिस दिया जाएगा। परीक्षक के तीन से अधिक प्रकरण एक ही प्रश्नपत्र में होने पर उनका पूरा मूल्यांकन पारिश्रमिक रोक दिया जाएगा।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-370 (साल-02)
2. शनिवार, अगस्त 21, 2021
3. शक-1984,सावन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:44, सूर्यास्त 07:10।
5. न्‍यूनतम तापमान -23 डी.सै., अधिकतम-35+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेंगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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गुरुवार, 19 अगस्त 2021

अफगान में पूरी तरह से तालिबान का कब्जा हुआ

काबुल। अफगानिस्तान में अब पूरी तरह से तालिबान का कब्जा हो गया है। अशरफ गनी देश छोड़कर संयुक्त राष्ट्र अमीरात भाग चुके हैं और 15 अगस्त से ही तालिबानियों ने काबुल पर कब्जा जमा रखा है। फिलहाल, अफगानिस्तान में अफरा-तफरी का माहौल है और उसका भविष्य अनिश्चतिताओं से भरा दिख रहा है। अफगानिस्तान में 20 साल बाद तालिबानी राज की वापसी से एक ओर जहां कई देश चिंता में डुबे हुए हैं, वहीं कुछ देसों की बाछें खिल गई हैं। पाकिस्तान जहां अफगानिस्तान में तालिबान राज को मौके के रूप में देख रहा है।

वहीं रूस और ईरान मन ही मन खुश हो रहे हैं। तालिबान के सहारे चीन तो वैतरणी ही पार करना चाहता है। यही वजह है कि शुरू से ही पाकिस्तान, चीन और रूस तालिबान के समर्थन में दिख रहे हैं। तो चलिए जानते हैं। आखिर ये देश अफगानिस्तान में तालिबानी राज की वापसी से इतने खुश क्यों है। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की खबर सुनकर जिस चीन की बांछें खिल गई थीं, अब अफगान में तालिबान राज से उसकी खुशी दोगुनी हो गई है। अफगानिस्तान में तालिबान का समर्थन कर रहे चीन को अपना बड़ा फायदा दिख रहा है।

क्योंकि अफगानिस्तान की सत्ता में तालिबान की वापसी से चीन की सबसे बड़ी टेंशन भी खत्म हो गई है। तालिबान ने भरोसा दिलाया है कि शिनजियांग प्रात में उइगर इस्लामिक आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देगा। बीते दिनों तालिबानी प्रतिनिधिमंडल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी इन से तियांजिन में मुलाकात की थी और यह भरोसा दिलाया था कि वह अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल उइगुर चरमपंथियों के अड्डे के तौर पर नहीं होने देगा। इसके अलावा चीन को मध्य एशिया तक पहुंचने का अफगानिस्तान सबसे बेहतर जरिया दिख रहा है। चीन की मंशा अफगानिस्‍तान को भी चाइना-पाकिस्‍तान आर्थिक कॉरिडोर का हिस्‍सा बनाने की है। चीन बेल्ट एंड रोड एनीशिएटिव के तहत अफगानिस्तान में निवेश करने की फिराक में है। चीन अफगानिस्तान को अपना बड़ा मार्केट के तौर पर भी देख रहा है। साथ ही अफगान के रास्ते मध्य एशिया तक पहुंच स्थापित करके अमेरिकी वर्चस्व को भी खुली चुनौती देना चाहता है। 

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...