शुक्रवार, 2 जुलाई 2021

महिला को फांसी के फंदे पर लटकाने का आरोप लगाया

अतुल त्यागी           
हापुड़। उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के कुचेसर चोपला चौकी क्षेत्र के गांव रसूलपुर में 33 वर्षीय महिला और उसके डेढ़ साल बच्चे की फांसी के फंदे पर लटक कर मौत का मामला सामने आया है।जहां मृतक महिला के परिजनों ने महिला व उसके बच्चे को मार्कर फांसी के फंदे पर लटकाने का आरोप लगाया है। 
वही मृतक महिला के देवर ने बताया, कि हमेशा की तरह घरेलू कार्य करके अपने कमरे में सोने के लिए गई थी और ज्यादा देर होने के बाद उठाने के लिए गए तो दरवाजा ना खुलने पर खिड़की के द्वारा देखा गया तो महिला फांसी के फंदे पर लटकी हुई है और उसका डेढ़ साल का बच्चा बेड पर पड़ा दिखाई दिया। वही, मृतका के परिजनों ने गम्भीर आरोप लगाते हुए बताया कि म्रतक महिला को मानशिक तनाव के साथ प्रताड़ना भी दी जा रही थी। मृतका की माँ ने बताया कि लड़की को मारकर हत्या की गई है। वही पुलिस के मुताबिक सारी जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता लग सकती है।

टीकों की कथित कमी का हवाला दिया, निशाना साधा

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में कोविड-19 रोधी टीकों की कथित कमी का हवाला देते हुए शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि जुलाई का महीना आ गया है। लेकिन टीके नहीं आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता हर्षवर्धन ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि अहंकार और अज्ञानता के वायरस का कोई टीका नहीं है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ”जुलाई का महीना आ गया है, वैक्सीन नहीं आयीं।” हर्षवर्धन ने उन पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया, ” अभी कल ही मैंने जुलाई के लिए टीके की उपलब्धता को लेकर तथ्य सामने रखे थे। राहुल गांधी जी की समस्या क्या है? क्या वह समझते नहीं हैं? अहंकार और अज्ञानता के वायरस का कोई टीका नहीं है। कांग्रेस को अपने नेतृत्व में आमूल-चूल बदलाव के बारे में विचार करने की जरूरत है।
दरअसल, कांग्रेस का दावा है कि सरकार ने इस साल दिसंबर तक देश के सभी वयस्क नागरिकों को टीका लगाने का जो लक्ष्य रखा है उसे पूरा करने के लिए उचित संख्या में टीकाकरण नहीं हो रहा है क्योंकि टीके की पर्याप्त उपलब्धता नहीं है।
दूसरी तरफ, बृहस्पतिवार को सुबह सात बजे प्रकाशित स्वास्थ्य मंत्रालय के टीकाकरण आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत कल तक टीके की 33.57 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी थीं।

सरकार भी शामिल का दावा, बकवास करार दिया

अकांशु उपाध्याय                        
नई दिल्ली। डोमिनिका के प्रधानमंत्री रूज़वेल्ट स्केरिट ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के कथित अपहरण में उनकी सरकार के शामिल होने के दावों को पूरी तरह से बकवास करार दिया है। स्थानीय मीडिया की एक खबर में यह जानकारी दी गई। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से जुड़े 13,500 करोड़ रुपये के घोटाले में वांछित हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का 23 मई को एंटीगुआ एवं बारबुडा से कथित तौर पर अपहरण कर डोमिनिका ले जाया गया था। 
डोमिनिका न्यूज ऑनलाइन’ की खबर के अनुसार, स्केरिट ने अपने साप्ताहिक कार्यक्रम ‘एन्नो पैले’ (चलो बात करते हैं) में कहा कि सरकार चोकसी के संबंध में अदालत को उसकी कार्यवाही पूरी करने देगी और साथ ही आश्वासन दिया कि उनके अधिकारों तथा कर्तव्यों का सम्मान किया जाएगा। खबर के अनुसार, स्केरिट ने पड़ोसी देश एंटीगुआ एवं बारबुडा से चोकसी के अपहरण को लेकर भारत और डोमिनिका सरकार के बीच सांठगांठ से इनकार कर दिया है। चोकसी भारत से भागने के बाद 2018 से बतौर नागरिक एंटीगुआ एवं बारबुडा में रह रहा था।
‘डोमनिका न्यूज ऑनलाइन’ ने खबर में स्केरिट के हवाले से कहा, ” डोमिनिका सरकार और एंटीगुआ की सरकार के भारत के साथ सांठगांठ की खबरें पूरी तरह बकवास है। हम खुद को इस तरह के कृत्यों, ऐसी गतिविधियों में कभी शामिल नहीं करते, बिल्कुल भी नहीं। मेरा मतलब है कि यह बेतुका है और हम इसका खंडन करते हैं।” उन्होंने कहा, ” क्या यह एक स्थानीय नागरिक के लिए उचित होगा जो डोमिनिका में किसी की हत्या करे और दूसरे देश में भाग जाए। उसे पकड़ने और आरोपों का सामना करने के लिए डोमिनिका वापस भेजने के बजाय उसे आजाद घूमने की अनुमति दी जा रही थी।
स्केरिट ने चोकसी पर आरोपों के संबंध में अमेरिका द्वारा वांछित डोमिनिका के एक नागरिक का हवाला दिया जिसकी प्रत्यर्पण की कार्यवाही अदालतों में चल रही है। स्केरिट ने कहा कि देश इस आधार पर लोगों के साथ अलग-अलग व्यवहार नहीं कर सकता कि उनके पास कितना पैसा है। उन्होंने कहा, ” हम सभी कानून के अधीन आते हैं, चाहे हम किसी भी पद पर हों या हमारे पास कितना पैसा हो या ना हो। मेरा मानना है कि ऐसी स्थिति में, डोमिनिका को इस व्यक्ति को गिरफ्तार करने और अदालत के समक्ष पेश करने का अधिकार है। अदालत को इस पर फैसला करने दें। उन्होंने कहा, ”हम यहां डोमिनिका में चोकसी के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन एक युवा लड़का ग्रैंड बे भी है। अमेरिकी सरकार ने सेंट थॉमस में अपराध को अंजाम देने के आरोपों में उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया है और हम उसे पकड़ने के लिए बाध्य हैं। पुलिस ने डीपीपी (लोक अभियोजन निदेशक) के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए युवक को गिरफ्तार किया है और उसकी प्रत्यर्पण सुनवाई तक उसे जेल में हिरासत में रखा गया है।खबर के अनुसार, डोमिनिका में चोकसी के वकील जस्टिन साइमन ने दावा किया कि ब्रिटेन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस, जिसे स्कॉटलैंड यार्ड के नाम से जाना जाता है, उसने चोकसी के साथ उत्पीड़न और उसके अपहरण के आरोपों की जांच शुरू कर दी है क्योंकि वहां के नागरिक कथित तौर पर साजिश का हिस्सा थे। साइमन ने पत्रकारों से कहा कि अगर डोमिनिका या एंटीगुआ कथित साजिश में शामिल पाए गए तो इसके अंतरराष्ट्रीय निहितार्थ होंगे।

भारत की आधिकारिक स्थिति पर टिप्पणी की: वीके

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को केन्द्रीय मंत्री वीके सिंह के खिलाफ दायर उस याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करने से इनकार कर दिया। जिसमें दावा किया गया था कि चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत की आधिकारिक स्थिति पर टिप्पणी कर उन्होंने अपनी शपथ का उल्लंघन किया है।
न्यायालय ने कहा कि अगर मंत्री सही नहीं है, तो प्रधानमंत्री इस संबंध में कार्रवाई करेंगे, अदालत कुछ नहीं कर सकती। प्रधान न्यायाधीश एनवी रमण, न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना और न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय की एक पीठ ने इस टिप्पणी के साथ ही तमिलनाडु के निवासी याचिकाकर्ता चंद्रशेखरन रामासामी की याचिका खारिज कर दी। 
रामासामी खुद को एक वैज्ञानिक बताते हैं। पीठ ने कहा कि अगर आपको किसी मंत्री का बयान पसंद नहीं आया, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप याचिका दायर कर उसे बयान वापस लेने के लिए कहेंगे। अगर मंत्री सहीं नहीं है, तो प्रधानमंत्री इस संबंध में कार्रवाई करेंगे, अदालत कुछ नहीं कर सकती। पीठ ने याचिकाकर्ता से कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि आप वैज्ञानिक हैं इसलिए आपको अपनी क्षमता का उपयोग देश के लिए कुछ करने के लिए करना चाहिए। हम याचिका खारिज कर रहे हैं। याचिका में केन्द्र को यह निर्देश देने का अनुरोध किया गया था कि वह यह घोषणा करे कि केन्द्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत की स्थिति के संबंध में कथित टिप्पणी कर अपनी शपथ का उल्लंघन किया है।

कलेक्ट्रेट परिसर में सम्पन्न होगा 2021 का मतदान

हरिओम उपाध्याय            
देवरिया। जिला निर्वाचन अधिकारी पंचायत/जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग, उप्र लखनऊ की अधिसूचना में निर्धारित कार्यक्रमानुसार अध्यक्ष, जिला पंचायत सामान्य निर्वाचन, 2021 का मतदान तीन जुलाई को पूर्वान्ह 11 बजे से अपरान्ह तीन बजे के मध्य न्यायालय, जिला मजिस्ट्रेट कक्ष, कलेक्ट्रेट परिसर में सम्पन्न होना है। डीएम नेे बताया है कि उस दिन मतदान स्थल का 100 मीटर परिधि का क्षेत्र प्रतिबन्धित रहेगा तथा इस क्षेत्र में सिर्फ राज्य निर्वाचन आयोग, उप्र द्वारा अधिकृत व्यक्ति, निर्वाचन में लगे कर्मी, सुरक्षा कर्मी, उम्मीदवार, जिला पंचायत के सदस्यगण, ड्यूटी पर तैनात मजिस्ट्रेट के अतिरिक्त वही व्यक्ति अन्दर आ सकेगें, जिन्हे अनुमति दी गई है।
उन्होंने बताया कि उप्र जिला पंचायत (अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष का निर्वाचन और निर्वाचन विवादों का निपटारा) नियमावली, 1994 के बिन्दु-20 के अनुसार उम्मीदवार, सदस्य एवं अन्य ऐसे व्यक्ति जिन्हें निर्वाचन अधिकारी मतदान में अपनी सहायता के प्रयोजन के लिये लगाया गया है ही मतदान कक्ष में प्रवेश करेंगे। अन्य किसी व्यक्ति को मतदान स्थल में प्रवेश वर्जित होगा।मतदान व मतगणना परिसर में मतदाताओं (सदस्य, जिला पंचायत) का कोई भी मोबाइल व इलेक्ट्रानिक डिवाइस लेकर जाना पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेगा। मतदान व मतगणना स्थल के प्रवेश द्वारा पर ही तलाशी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। जिससे कोई मतदाता (सदस्य, जिला पंचायत) मोबाइल लेकर प्रवेश न कर सके। ऐसी कोई सामग्री जिससे मतदान की गोपनीयता भंग होने की संभावना हो लेकर जाना पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेगा।

अधिकारियों की मेहरबानी या सफेदपोशों की चापलूसी

हरिओम उपाध्याय          
हल्द्वानी। उच्च अधिकारियों की मेहरबानी कहो या फिर सफेदपोशों की चापलूसी। हल्द्वानी तहसील में एक अधिकारी का प्रमोशन होने के बाद भी वह अपनी पुराने पद की कुर्सी पर बना हुआ है। क्या तहसील में इनसे ज्यादा काबिल अधिकारी नही रहे। आपको बता दें हल्द्वानी तहसील परिसर में आरके साहब पदोउन्नति के बाद नायब तहसीलदार बन गए हैं। नायब तहसीलदार बनने के बाद भी आरके पद व ऑफिस का मोह नहीं छोड़ पा रहें हैं। 
न चार्ज छोड़ रहें हैं और न ही किसी अन्य को काम करने का मौका दे रहें है, आख़िर ऐसा क्यो। क्या है ऐसी वजह जिसके लिए वह गुणा-गणित में जुटे है।
उच्च अधिकारियों की नज़र आख़िर इन महाशय पर क्यों नहीं पड़ रही है। सूत्रों की माने तो इन महाशय की फ़ाइल खगाली जाएगी तो पता चलेगा कि अब तक इनके द्वारा आख़िर क्या क्या गुल खिलाएं गए हैं, कालाढूंगी तहसील से लेकर हल्द्वानी तहसील तक के सफर में इनकी की गई गलतियों की सजा कई कर्मचारियों को भुगतनी पड़ी थी।सूत्रों के अनुसार मीठी वाणी के धनी इन महाशय द्वारा तहसीलदार हल्द्वानी को तक गुमराह करने का काम किया जाता है।
तहसील परिसर में बने आरके ऑफिस में खतौनी की प्रतिलिपि लेने वाले लोग कम होते है और भू-माफियाओं जमात ज्यादा होती है। महाशय का व्यवहार इतना लचीला है कि प्रोपर्टी डीलर कुर्सी में बैठें होंगे और वह खुद स्टूल में बैठें मिलेंगे।
लाख शिकायतों के बाद भी इन महाशय पर अधिकारियों की अति कृपा दृष्टि आख़िर क्यों है, समझ से परे है। महाशय द्वारा कुछ तथाकथित पत्रकारों को भी सांध कर रखा जाता है, ताकि अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए उनकी लेखनी को अपने हिसाब से दिशाहीन कर सकें।इन महाशय पर दो-दो भारी भरकम जिम्मेदारियां जिलाधिकारी के निर्देश पर आख़िर क्यों दी गई है। अधिकारियों की कमी है या फिर हल्द्वानी तहसील में कोई काबिल अधिकारी नहीं बचा है। वैसे तो सवालों की फेहरिस्त बहुत लंबी है।
इसी मामले पर जल्द दस्तावेजों के साथ होगी अगली ख़बर, जिसमे खुलेंगे कई चेहरो से ईमानदारी के नक़ाब, कौन-कौन है नेतानगरी में इन महाशय के आका, किस-किस अधिकारियों की चापलूसी ने इन्हें एक ही तहसील में सालों से रोका है।

जिला एसएसपी ने कांस्टेबलों के तबादले किएं: यूके

पंकज कपूर                 
हल्द्वानी। नैनीताल जिले की एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने लंबे समय से एक ही थाने और चौकी पर खूंटा गाड़ कर बैठे कांस्टेबलों के तबादले कर दिए हैं। जिले में 102 कांस्टेबलों के ट्रांसफर के आदेश जारी किए गए हैं। कई लंबे समय से तराई के थानों में किला जमा कर बैठे थे तो कई लंबे समय से पहाड़ में चढ़े हुए थे। आखिरकार लंबे समय कि वर्कआउट के बाद एसएसपी ने आज लंबे समय से थाने चौकी में तैनात इन कांस्टेबलों के तबादले के आदेश जारी कर दिए हैं।

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'जानू आई लव यू' का फर्स्ट लुक रिलीज  कविता गर्ग  मुंबई। निर्माता रत्नाकर कुमार, सुपरस्टार अक्षरा सिंह और विक्रांत सिंह राजपूत ...