सरकारी गाड़ी के पास खड़े थे डीएसपी, डंपर की टक्कर से नीचे गिरे। तावड़ू पुलिस को सूचना मिली थी कि पंचगांव की पहाड़ी में बड़े स्तर पर अवैध खनन चल रहा है। डीएसपी सुरेंद्र सिंह पुलिस टीम के साथ पहाड़ी पर रेड मारने पहुंचे। उन्होंने मौके पर खनन कर रहे माफिया को रोकने का प्रयास किया, तो उन लोगों ने डीएसपी पर पत्थरों से भरा डंपर चढ़ा दिया। उस समय डीएसपी सुरेंद्र सिंह अपनी सरकारी गाड़ी के पास खड़े थे। डंपर की टक्कर से वह नीचे गिर गए और डंपर उनके ऊपर से निकल गया। सुरेंद्र सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
3 महीने बाद था सुरेंद्र सिंह का रिटायरमेंट...
डीएसपी सुरेंद्र सिंह हिसार जिले के आदमपुर क्षेत्र के गांव सारंगपुर के रहने वाले थे। वे 12 अप्रैल 1994 को हरियाणा पुलिस में ASI के पद पर भर्ती हुए थे। पुलिस से अब 31 अक्टूबर को उनकी सेवानिवृत्ति होनी थी। बताया गया है कि अवैध खनन रोकने गए डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने अपनी गाड़ी अड़ा कर वहां से गुजर रहे डंपर को रोका था। इसके बाद गाड़ी से नीचे उतरे तो डंपर ने उनको कुचल दिया।
माफिया को छोड़ेंगे नहीं: अनिल विज
नूंह में DSP सुरेंद्र सिंह हत्या के मामले में गृहमंत्री अनिल विज ने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। जितनी फोर्स लगानी पड़े, लगाएंगे पर खनन माफियाओं को बख्शेंगे नहीं।
खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि इलाके में अवैध खनन चल रहा था। खनन कहां हो रहा है, इसकी जानकारी ले रहे हैं। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
तावड़ू क्षेत्र में अरावली की पहाड़ियों पर बड़े स्तर पर अवैध खनन किया जा रहा था। प्रशासन ने इस पर रोक लगाने के लिए 3 जून को ही उपमंडल स्तर पर एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया था। इसमें कई विभागों के अधिकारी शामिल थे। डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को भी कमान दी गई थी।